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Samrat Chaudhary: सम्राट चौधरी ने कह दी लालू के दिल पर चोट लगने वाली बात, सियासत हुई तेज; अब क्या करेगी RJD?
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News: आपातकाल की वर्षगांठ पर बुधवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की ओर से आपातकाल -लोकतंत्र के साथ विश्वासघात विषयक संगोष्ठी आयोजित की गई। इस दौरान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मुख्य अतिथि थे।
कुछ लोग राजकुमार-राजकुमारी पैदा करने में लगे: सम्राट चौधरीराजद प्रमुख लालू प्रसाद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के एक नेता कल तक कहते थे कि अब राजा के घर राजा नहीं पैदा होगा, लेकिन वे राजकुमार और राजकुमारी पैदा करने में लग गए। सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में चारा घोटाला में मुख्यमंत्री जेल गए, लोकतंत्र शर्मसार हुआ।
आज जितने भी नेता देख रहे, वे जेपी आंदोलन की उपज: सम्राटसम्राट चौधरी ने कहा कि आज आप जितने भी नेता देख रहे, वे जेपी आंदोलन की उपज हैं, जो आपातकाल के विरुद्ध थे।
जिस विधेयक को राष्ट्रपति को भेजा गया, उसकी प्रति एक राजकुमार ने फाड़ दिया, क्या यही लोकतंत्र है! युवराज जब राजनीति में आएंगे तो लोकतंत्र को नहीं समझ पाएंगे! उनका इशारा राहुल गांधी की ओर था। कांग्रेस ने कई बार संविधान में परिवर्तन किया।
इंदिरा गांधी की सरकार में धर्मनिरपेक्ष शब्द को जोड़ दिया गयास इंदिरा गांधी की सरकार ने उसमें धर्मनिरपेक्ष शब्द को जोड़ दिया गया, लेकिन कांग्रेस की सरकारें जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को नहीं हटा सकीं।
नरेंद्र मोदी की सरकार ने एक देश-एक संविधान का साहस दिखाते हुए अनुच्छेद-370 का समापन किया।उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आपातकाल आज इतिहास के पन्नों में दर्ज है और इसी अतीत से हमें वर्तमान को सुधारना है और भविष्य में याद रखना है।
आपातकाल में लोगों के अधिकारों का दमन ही नहीं किया गया, बल्कि भय पैदा किया गया। नसबंदी तक कर दी गई। संविधान बदल दिया गया। कांग्रेस ने संविधान में बदलाव परिवार की जमींदारी को स्थापित करने के लिए किया था। मुख्य वक्ता व संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया ने कहा कि आपातकाल के बारे में नई पीढ़ी को पूरी जानकारी देनी चाहिए। संगोष्ठी की अध्यक्षता भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष भारतेंदु मिश्रा ने की।
आपातकाल में संविधान को रौंदने वाले संविधान रक्षा का कर रहे ढोंगवहीं पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि आपातकाल के दौरान संविधान को रौंदने वाली कांग्रेस द्वारा की जाने वाली संविधान रक्षा की बात हास्यास्पद और बेबुनियाद है। जनता ऐसे दोमुंहे नेताओं और पार्टियों को अच्छी तरह से समझ गई है।
आपातकाल के दौरान नागरिक अधिकारों को छीन लिया गया। अंग्रेजों के शासन के बाद संभवत: वह पहला मौका था, जब आपातकाल के समय अपने ही देश में एक निर्वाचित सरकार द्वारा निरंकुश तरीके से अपने ही लोगों को घोर यातनाएं दी गईं।
स्वतंत्र भारत के इतिहास का वह सबसे काला अध्याय है। कांग्रेस के उस निरंकुश शासन को आज भी लोग भूल नहीं पाए हैं, परंतु आजकल ये लोग संविधान रक्षा करने का ढोंग रच रहे हैं। भाजपा राष्ट्रवाद के सिद्धांत पर चलने वाली पार्टी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मजबूत राष्ट्रवादी सोच, स्वाभिमान और स्वावलंबन के साथ विकसित भारत के निर्माण की ओर तेजी से अग्रसर हैं।
तेजस्वी चाह रहे वर्चुअल वर्ल्ड से बिहार की राजनीति करना : मनोज शर्माभाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने मंगलवार को बयान जारी कर पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर टेबल पालिटिक्स का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी वर्चुअल वर्ल्ड से बिहार की राजनीति करना चाहते हैं। उन्हें बताना चाहिए कि जितनी भी घटनाओं का उन्होंने उल्लेख किया है, उनमें से कितने लोगों के यहां वे ढांढस बंधाने पहुंचे? शर्मा ने कहा कि सिर्फ ट्वीट करने और मीडिया में बयान देने भर से राजनीति नहीं होती है। उसके लिए ग्राउंड में भी उतरना पड़ता है।
तेजस्वी तो हेलीकाप्टर में पिकनिक मनाते है और अंतरिक्ष से ट्वीट करते हैं। पीड़ितों के घर कभी आंसू पोंछने नहीं जाते। राजग और विशेषकर भाजपा के नेता-कार्यकर्ता जितनी दूरी राजद से रखते है, उतनी ही दूरी अपराध और आपराधिक मामलों से भी रखते हैं। तेजस्वी ने अपराध की जितनी भी घटनाएं गिनाई हैं, जांच करने पर उनमें से अधिसंख्य मामलों में राजद और महागठबंधन के लोग संलिप्त मिलेंगे।
इसी के साथ तेजस्वी को यह भी समझना होगा कि साधारण अपराध और संज्ञेय अपराध अलग-अलग मामले हैं। राजग की सरकार के दौरान बिहार में संज्ञेय अपराधों की संख्या नहीं के बराबर है। लालू-राबड़ी शासन-काल में ऐसी-ऐसी आपराधिक घटनाएं हुई हैं कि उस पर बालीवुड में फिल्में तक बन गईं।
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Patna New DM: कौन हैं पटना के नए DM चंद्रशेखर सिंह? पहले भी राजधानी में कर चुके हैं काम
जागरण संवाददाता, पटना। डॉ. चंद्रशेखर सिंह (Patna New DM Chandrashekhar Singh) पांच महीने बाद एक बार फिर से पटना के जिलाधिकारी बनाए गए हैं। शीर्षत कपिल अशोक (Patna DM Shirsat Kapil Ashok) को उन्होंने जनवरी में पदभार सौंपा था, अब उन्हीं से वे एक बार फिर पदभार ग्रहण करेंगे।
शीर्षत कपिल अशोक बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रबंध निदेशक बनाए गए हैं। वे पथ निर्माण विभाग के विशेष सचिव के प्रभार में भी रहेंगे। 2010 बैच के आइएएस अधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह के तबादले की अधिसूचना गणतंत्र दिवस के दिन जारी की गई थी। उन्हें मुख्यमंत्री सचिवालय का विशेष सचिव बनाया गया था।
एक्शनमैन के रूप में विख्यात हैं चंद्रशेखरस्वभाव के सरल डॉ. चंद्रशेखर सिंह लापरवाही की स्थिति में सख्त कार्रवाई करने से नहीं हिचकते थे, चाहे वह कोई अधिकारी हो या फि कर्मचारी। लोक शिकायत के मामलों में किसी तरह की ढिलाई उन्हें बर्दाश्त नहीं थी।
अपने कार्यकाल में उन्होंने चार अंचल अधिकारियों को निलंबित कराया था। दनियावां बाइपास निर्माण में भी अहम भूमिका रही। भू अर्जन के लंबित मामलों का तेजी से निष्पादन कराया।
शीर्षत कपिल का भी शानदार रहा कार्यकालवहीं, 2011 बैच के तेजतर्रार आइएएस ऑफिसर शीर्षत कपिल अशोक ने सफलतापूर्वक लोकसभा चुनाव संपन्न कराया। पटना के दो लोकसभा सीटों पर मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए उनका प्रयास सराहनीय रहा।
किसके सिर सजेगा ताज, जिला परिषद अध्यक्ष का फैसला आजपटना जिला परिषद का राजनीतिक उफान चरम पर है। लंबे समय से अध्यक्ष पद को लेकर चल रहे कयासों पर आज यानी बुधवार को विराम लग जाएगा। एक ओर उम्मीदवारों ने पूरी रणनीति बनाई है तो दूसरी ओर जिला प्रशासन भी चुनाव को लेकर पूरी तरह तैयार है।
राज्य निर्वाचन आयोग ने 26 जून को जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव की तिथि तय की है। इस आलोक में समाहरणालय के आडिटोरियम में सुबह 10.30 बजे से चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
डीएम शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि आयोग के निर्देशानुसार निर्वाचन प्रक्रिया पूर्णतः स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से संपन्न कराई जाएगी। इसके लिए मानकों के अनुसार सभी व्यवस्था की गई है। दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि विधि–व्यवस्था के दृष्टिकोण से कार्यक्रम स्थल के 500 मीटर की परिधि में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है। निर्वाचन परिणाम घोषित होने के पश्चात किसी भी प्रकार के विजय जुलूस या सभा की अनुमति नहीं होगी। जिला परिषद पद सदस्यों को इस निर्देश का अनुपालन करने को कहा है।
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Prashant Kishor: ये 6 दिग्गज लिख रहे प्रशांत किशोर की सियासी पटकथा, कोई पूर्व IAS तो कोई रह चुके हैं IPS
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Politics News: जनसुराज यात्रा के संयोजक प्रशांत किशोर देश के सबसे कुशल सियासी रणनीतिकारों में से एक हैं। इन दिनों इनकी चर्चा सियासी गलियारे में खूब हो रही है। दरअसल, प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) अक्टूबर में अपनी नई पार्टी का एलान करने जा रहे हैं।
6 दिग्गजों की टीम लिखेगी प्रशांत किशोर की पार्टी का संविधानवहीं, पार्टी के एलान से पहले वह पूरी तरह से खुद को तैयार करने में लग गए हैं। पार्टी के नियम, संगठन, उद्देश्य और सिंबल से लेकर हर चीज की तैयारी तेज कर दी है।
अपनी पार्टी को दूसरी पार्टी से अलग दिखाने के लिए उन्होंने 6 दिग्गजों की टीम बनाई है।
इस टीम में पूर्व आईएएस से लेकर पूर्व आईपीएस अधिकारी को शामिल किया गया है, जो कि पार्टी के संविधान का ड्राफ्ट लिखने में मदद करेंगे।
प्रशांत किशोर ने इस बार महागठबंधन और एनडीए के दलों को खुली चुनौती दी है और सीटें जीतने का दावा किया है।
प्रशांत किशोर की टीम के 6 दिग्गजों को जानें- अरविंद कुमार सिंह (पूर्व आईएएस अधिकारी)
- राकेश मिश्रा (पूर्व आईपीएस अधिकारी)
- ललन जी (पूर्व आईएएस अधिकारी)
- राम विलास पासवान (पूर्व आईएएस अधिकारी)
- अजय कुमार द्विवेदी (पूर्व आईएएस अधिकारी)
- सुरेश कुमार वर्मा (पूर्व IAS ऑफिसर)
प्रशांत किशोर से जब गठबंधन को लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने साफ-साफ कह दिया कि वह किसी तरह का गठबंधन बनाने नहीं आए हैं।
उन्होंने कोई पार्टी या धर्म के लोग खरीद नहीं सकते हैं। वह केवल बिहार के विकास के लिए काम करेंगे। वह बिहार को मजदूरों की फैक्ट्री नहीं बनने देंगे। वह बिहार के युवाओं के भविष्य के लिए काम करेंगे।
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Bihar News: शातिर ने नौकरी दिलाने का झांसा देकर लखनऊ से बुलाया पटना, मौका लगते ही ढाई लाख के जेवरात पर साफ किया हाथ
जागरण संवाददाता, पटना। एक शातिर ने अपने दोस्त को नौकरी दिलाने के झांसा देकर लखनऊ से पटना बुलाया और फिर उसकी पत्नी को झांसा देकर 2.52 लाख रुपये का आभूषण लेकर फरार हो गया। घटना पटना के राजेंद्र नगर रेलवे स्टेशन की है। पीड़िता के बयान पर रेल थाने की पुलिस केस दर्ज कर आरोपित की तलाश में जुटी है।
लखनऊ के आलमबाग निवासी मीनू देवी ने रेल पुलिस को बताया कि उनके पति दिलीप आलमबाग से कृष्णा नगर तक भाड़े पर आटो चलाते हैं। 15 दिन पूर्व पति की एक युवक से दोस्ती हो गई। उसने दिलीप को बोला कि आप पटना चलो, वहां 20 हजार रुपये की नौकरी दिलवा दूंगा। वह उसके झांसा में आ गए।
इसके बाद दिलीप पत्नी मीनू और दोनों बच्चों के साथ दोस्त के कहने पर 22 जून को पटन जंक्शन पहुंच गए। वहां पहुंचने पर उस व्यक्ति को फोन किया और सभी को पटना जंक्शन के बाहर बुलाया। मीनू, उनके पति और दोनों बच्चे पटना जंक्शन से बाहर आए।
ऑटो से राजेंद्र नगर पुल के नीचे सब्जी मंडी के पास पहुंचे। ऑटो से उतरने के बाद मीनू ने बाथरूम जाने की बात कहीं। इस पर उनके पति के दोस्त ने बोला कि बगल में राजेंद्र नगर स्टेशन है। वहां चलिए। उनके पति को वहीं रुकने को बोला।
मीनू दोनों बच्चे और उस व्यक्ति के साथ राजेंद्र नगर प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंची। मध्य ओवरब्रिज के नीचे अपना बैग रखकर बाथरूम जाने लगी। तभी उस व्यक्ति ने बोला कि जो गहनें पहनी हैं उसे बैग में रख लें, नहीं तो काम देने वाला आभूषण देख आपके पति को नौकरी नहीं देगा।
इसके बाद वह गले का दो चेन, कान की बाली, पायल को बैग में रख दिया। बैग में पहले से दो कान की बाली और 12 हजार नकद था। आभूषण की कीमती 2.52 लाख रुपये था। बैग को बेटा को सौंपकर बाथरूम चली गई। जब बाहर आई तो देखा कि उनका बेटा रो रहा है।
बैग के बारे में पूछने पर बच्चे ने बताया कि अंकल बोले कि तुम यहीं रहो साबून लेकर आ रहा हूं। जो वापस नहीं आए। इसके बाद मीनू के पति भी वहां पहुंच गए। काफी खोजबीन के बाद भी वह व्यक्ति नहीं मिला। फिर सभी वहां से घर चले गए। सोमवार को राजेंद्र रेल पुलिस को इसकी सूचना दी गई।
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Pappu Yadav: कितने पढ़े-लिखे हैं पप्पू यादव, जानिए उनकी डिग्री से लेकर क्वालिफिकेशन तक, संपत्ति में भी काफी आगे
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar News: बिहार में सबसे अधिक चर्चा में कोई नेता है तो वह हैं पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव। इन दिनों पप्पू यादव काफी सक्रिय नजर आ रहे हैं। पप्पू यादव खुले रूप से केंद्र और बिहार सरकार पर हमला बोलते नजर आ रहे हैं। वहीं, इससे पहले वह मंगलवार को संसद में शपथ ग्रहण के दौरान केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को फटकारते नजर आए।
पप्पू यादव (Pappu Yadav) के शपथ ग्रहण पढ़ने के बाद किरेन रिजिजू ने उन्हें किसी बात के लिए टोक दिया था, इसपर पप्पू यादव ने साफ-साफ कह दिया है कि हम 6 बार जीत कर आए हैं, उनमें भी 4 बार निर्दलीय। आप हमको सिखाइएगा। आप कृपा पर जीतते होगें हम अपने दम पर जीतते हैं।
क्या है पप्पू यादव की क्वालिफिकेशन (Pappu Yadav Qualification)पप्पू यादव का जन्म 24 दिसंबर 1967 को बिहार के मधेपुरा जिले के खुर्दा करवेली गांव में एक जमींदार और अमीर परिवार में हुआ था। उन्होंने आनंद मार्ग स्कूल,आनंद पल्ली (सुपौल) से पढ़ाई की। उन्होंने बी एन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा से राजनीति विज्ञान में स्नातक और इग्नू से आपदा प्रबंधन और मानवाधिकार में डिप्लोमा की पढ़ाई कर रखी है।
पप्पू यादव उनका निक नेम है जबकि राजेश रंजन उनका आधिकारिक नाम है लेकिन उपनाम पप्पू बचपन में उनके दादा ने दिया था। उनकी शादी रंजीत रंजन से हुई है। पप्पू यादव के बेटे का नाम सार्थक रंजन है जो कि एक टी-20 खिलाड़ी है।
पप्पू यादव की संपत्ति (Pappu Yadav Net Worth)पप्पू यादव के चुनावी हलफनामे के मुताबिक उनके पास कुल 12.08 करोड़ रुपये की संपत्ति है। बीते 10 वर्षों में संपत्ति में करीब 4 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, पप्पू यादव से ज्यादा संपत्ति उनकी पत्नी रंजीत रंजन के नाम पर है।
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Bihar News: पंचायतों व नगर निकायों में तीसरी बार उपचुनाव की तैयारी, इस आधार पर तैयार होगी मतदाता सूची
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics: बिहार की त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकायों में रिक्त पदों पर तीसरी बार उपचुनाव की तैयारी है। बहरहाल राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों से रिक्त पदों की सूची मांगी है। सभी जिलों को रिक्त पदों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश है। रिक्त पदों की संख्या पता चल जाने के बाद चुनावी कार्यक्रमों की घोषणा कर दी जाएगी।
जिलों को राज्य निर्वाचन आयोग का निर्देश है कि जिन नगर निकायों और त्रिस्तरीय पंचायतों में 15 जून तक रिक्त पद हैं, उनका पूर्ण ब्योरा आयोग को भेज दिया जाए। जिलों द्वारा मिलने वाली रिक्त पदों की जानकारी के आधार पर आयोग द्वारा सभी निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची तैयार कराई जाएगी। मतदाता सूची जनवरी 2024 की अंतिम मतदाता सूची के आधार पर तैयार होगी।
अब तक दो उप चुनावपंचायत आम चुनाव-2021 के बाद पहली बार 3522 पदों के लिए 25 मई, 2023 को उप चुनाव हुआ था। तब ग्राम पंचायत सदस्य के 556 पद, ग्राम कचहरी पंच के 2810 पद, मुखिया के 50 पद, सरपंच के 55 पद, पंचायत समिति सदस्य के 44 पद और जिला परिषद सदस्य के सात पदों के लिए मतदान हुआ था।
दूसरी बार 28 दिसंबर, 2023 को 1675 पदों के लिए उप चुनाव हुआ। तब पंचायत सदस्य के 353 पद, पंच के 1241 पद, मुखिया के 21 पद, पंचायत समिति सदस्य के 20 पद, सरपंच के 36 पद और जिला परिषद सदस्य के चार पद रिक्त थे।
इसी प्रकार से नगर निकाय आम चुनाव के बाद नौ जून, 2023 को पहले उप चुनाव के तहत मतदान हुआ। तब 29 वार्ड सदस्य, एक मुख्य पार्षद और एक उप मुख्य पार्षद के पद के लिए मतदान हुआ था। उसके बाद पांच जनवरी, 2024 को दूसरी बार नगर निकाय उप चुनाव हुआ। दूसरी बार उप चुनाव में 16 वार्ड पार्षद और छपरा नगर निगम के मेयर पद के लिए मतदान हुआ था।
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प्राइमरी स्कूलों से जोड़े गए बिहार के 17 हजार आंगनबाड़ी, 70 हजार केंद्रों के लिए भी की जा रही ये खास प्लानिंग
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों से 17 हजार आंगनबाड़ी केंद्र जोड़े गए हैं। शिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों से आंगनबाड़ी केंद्रों को जोड़ने का कार्य पूरा करने का निर्देश जिलों को दिया है।
प्राथमिक शिक्षा निदेशालय के मुताबिक, नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विद्यालयों में पूर्व प्रारंभिक शिक्षा प्रारंभ किया जाना है। इसके लिए प्रारंभिक विद्यालयों से आंगनबाड़ी केंद्र जोड़े जा रहे हैं।
पूरा हो चुका है आंगनबाड़ी सेविकाओं के प्रशिक्षण का कार्यनिदेशालय के मुताबिक, विद्यालयों के परिसर में चल रहे आंगनबाड़ी केंद्रों के सशक्तीकरण हेतु आंगनबाड़ी सेविकाओं को प्रशिक्षित दिया जा चुका है।
राज्य में एक लाख 14 हजार आंगनबाड़ी केंद्र हैं। इनमें तकरीबन 17 हजार आंगनबाड़ी केंद्र प्रारंभिक स्कूलों से जोड़े गए हैं।
40 हजार आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं, जिनके पास अपना भवन है। बाकी, तकरीबन 70 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों के पास अपना भवन नहीं है। इसके लिए कमेटी बनी है।
सभी आंगनबाड़ी को प्राइमरी स्कूलों से जोड़ने की कवायदप्रारंभिक विद्यालयों के पास जगह की कमी है। ज्यादातर विद्यालयों के पास इतनी जगह नहीं है कि उसके परिसर में आंगनबाड़ी केंद्र चल सकें, इसलिए किसी भी आंगनबाड़ी केंद्र के लिए कम-से-कम दो कमरे एवं शौचालय चाहिए। इसमें एक कमरा बच्चों के लिए और एक कमरा किचेन के लिए होता है।
एक ही परिसर में प्रारंभिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र के संचालन के मामले में शिक्षा विभाग एवं समाज कल्याण विभाग संयुक्त रूप से काम कर रहा है।
इस बात की आवश्यकता भी महसूस की जा रही है कि विद्यालयों से जोड़े गए आंगनबाड़ी केंद्रों के संचालन का प्रशासनिक जिम्मा संबंधित स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को दिया जाना चाहिए।
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Bihar Politics: पूरी तरह बदलने जा रहा बिहार, अधिकारियों के लिए सेट हुआ टारगेट; एक्शन में मंत्री नितिन नवीन
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: बिहार में बदलाव के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री नितिन नवीन पूरी तरह से एक्शन मोड में दिख रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों के लिए टारगेट सेट कर दिया है। मंत्री नितिन नवीन ने शहरी निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों को कम से कम दो घंटे फील्ड निरीक्षण करने का टास्क दिया है।
नितिन नवीन ने बीपीएससी के जरिए नवनियुक्त कार्यपालक पदाधिकारियों से कहा कि फील्ड में जाएंगे तो लोगों की समस्याएं समझ आएंगी, उसका निदान भी समझ में आएगा। इससे लोगों की परेशानी कम करने में मदद मिलेगी। हमें जनता की समस्या का समाधान कर बिहार में बदलाव लाना होगा।
बदलाव लाने के लिए काम कीजिए: नितिन नवीनमंगलवार को अधिवेशन भवन में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री नितिन नवीन (Nitin Naveen) ने नवनियुक्त पदाधिकारियों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा कि बिहार में बदलाव लाने के लिए काम कीजिए। सभी कार्यपालक पदाधिकारियों को विभागीय कार्यों की जानकारी भी दी गई।
विभाग के वरीय पदाधिकारियों ने उनको विभाग के स्वरूप, विभाग द्वारा संचालित राज्य व केंद्रीय योजना, निविदा, होल्डिंग टैक्स व अन्य कर, एसी-डीसी बिल, आडिट, विज्ञापन नीति, वित्त आयोग सहित विभाग के विभिन्न कार्यों के संबंध में विस्तृत जानकारी दी।
विभाग के प्रधान सचिव ने सभी अधिकारियों को काम समझायाBihar News: विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर ने नवनियुक्त पदाधिकारियों को उनके कर्तव्य एवं दायित्वों के संबंध में अवगत कराया। भारतीय हाकी खिलाड़ी एवं कोच मीर रंजन नेगी के द्वारा भी कार्यपालक पदाधिकारियों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष सत्र का आयोजन किया गया।
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Bihar News: नगर विकास व आवास विभाग में सृजित 2 नए संवर्गों के लिए वेतनमान का हुआ निर्धारण, यहां पढ़ें पूरी डिटेल
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के नगर विकास व आवास विभाग में सृजित किए गए दो नए संवर्गों के लिए वित्त विभाग ने वेतन संरचना का निर्धारण कर दिया है।
बिहार नगर कल्याण एवं निबंधन संवर्ग नियमावली व बिहार नगरपालिका राजस्व एवं लेखा संवर्ग नियमावली को वर्ष 2021 में ही नगर विकास व आवास विभाग ने अधिसूचित किया था।
इन दोनों संवर्गों में तीन-तीन पद सोपान होंगे। इनमें से दो पद वरीयता क्रम में प्रोन्नति वाले हैं। इन तीनों पदनामों के लिए वेतनमान स्तर-छह से आठ तक के लाभ और दूसरी सुविधाएं देय होंगी।
बिहार नगर कल्याण एवं निबंधन संवर्ग के लिए पहले से वेतन-संरचना निर्धारित नहीं थी। इसके तीन पद सोपानों का पहला पदनाम सहायक नगर कल्याण एवं निबंधन पदाधिकारी का है।
अराजपत्रित कोटि के इस पदनाम के लिए वेतनमान-छह का निर्धारण हुआ है। दूसरा पदनाम उप नगर कल्याण एवं निबंधन पदाधिकारी का है। तीसरा पदनाम नगर कल्याण एवं निबंधन पदाधिकारी का है।
प्रोन्नति स्तर के ये दोनों पद राजपत्रित हैं। इनके लिए क्रमश: वेतनमान-सात और वेतनमान-आठ की स्वीकृति मिली है। बिहार नगरपालिका राजस्व एवं लेखा संवर्ग में भी तीन पदनाम निर्धारित हैं। मूल कोटि का पद सहायक राजस्व एवं लेखा पदाधिकारी का है।
वेतनमान-छह के तहत यह अरापत्रित कोटि का पद है और इस पर नियुक्ति के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता स्नातक है। इस संवर्ग में प्रथम प्रोन्नति स्तर का पद राजस्व एवं लेखा पदाधिकारी का है।
राजपत्रित कोटि के इस पद के लिए वेतनमान-सात के तहत आर्थिक लाभ देय हैं। तीसरा पदनाम भी राजपत्रित कोटि का है, जो द्वितीय प्रोन्नति स्तर का है। यह अपर मुख्य राजस्व एवं लेखा पदाधिकारी का पद है, जिसके लिए वेतनमान-आठ के तहत वेतन व दूसरी आर्थिक सुविधाएं दी जाएंगी।
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Bihar Teacher News: पहले दिन 80 हजार शिक्षकों की दर्ज हुई ऑनलाइन उपस्थिति, परेशानी से बचने के लिए मिला एक और विकल्प
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News Today: राज्य के सभी सरकारी विद्यालयों में कार्यरत करीब छह लाख शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज कराने का ट्रायल मंगलवार से शुरू हो गया। पहले दिन ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम 80 हजार शिक्षकों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज हुई। मोबाइल एप से उपस्थिति बनाने में शिक्षकों को कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए शिक्षा विभाग में परियोजना प्रबंधन इकाई गठित की गई है।
परेशान शिक्षकों के लिए मिला एक और विकल्पकिसी शिक्षक को एप से हाजिरी बनाने में परेशानी हो रही है तो उन्हें तकनीकी सहायता विभाग के स्तर से उपलब्ध कराया जा रहा है। शिक्षा विभाग के आदेश के मुताबिक अगले तीन महीने तक सभी विद्यालयों में शिक्षकों की आनलाइन के साथ-साथ स्कूल पंजी पर भी उपस्थिति बनेगी। ताकि, किसी शिक्षक को उपस्थिति दर्ज करने में कोई परेशानी नहीं हो।
नई व्यवस्था से शिक्षकों की सही उपस्थिति हो सकेगी दर्जविभाग की इस नई व्यवस्था से विद्यालयों में शत-प्रतिशत शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी। यह व्यवस्था सभी प्रारंभिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में लागू की गई है। मोबाइल एप से शिक्षकों की उपस्थिति उनके फोटो के साथ दर्ज हो रही है। इनमें प्रधानाध्यापक भी शामिल हैं।
विभाग के अपर मुख्य सचिव डा.एस. सिद्धार्थ के निर्देश के अनुसार शिक्षकों को मोबाइल एप से आनलाइन उपस्थिति का ट्रायल 30 जून तक चलेगा। उसके बाद एक जुलाई से पूरी तरह से मोबाइल एप से आनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था होगी।
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'मुगलों और अंग्रेजों के राज जैसा भयावह था आपातकाल', संविधान की आत्मा को लेकर कांग्रेस पर क्यों भड़क गई JDU?
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू ने मंगलवार को आपातकाल के 49 साल पूरा होने पर लोकतंत्र के इस काले दिन को याद किया। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस का आपातकाल मुगलों और अंग्रेजों के राज जैसा भयावह था। परिवार की जमींदारी बचाने के लिए कांग्रेस कितने निचले स्तर तक गिर सकती है, आपातकाल उसका जीवंत उदाहरण है।
राजीव रंजन ने कहा कि तकरीबन 21 महीने चले उस भयावह दौर में देश ने खौफनाक पुलिसिया दमन को देखा। विपक्षी नेताओं समेत हजारों लोगों को जेल में ठूंस दिया गया। जबरन नसबंदी करायी गयी।
राजीव रंजन ने आगे कहा कि आपातकाल में बोलने की आजादी का खुलेआम हनन किया गया था। संविधान की आत्मा कही जाने वाली प्रस्तावना को ही बदल दिया गया था। उस भयावह दौर को याद कर आज भी लोगों की रूह कांप जाती है।
उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस ने हर कदम पर लोकतंत्र को लहूलुहान किया, आज उनके नेताओं द्वारा उसी संविधान को खतरे में बताना हास्यास्पद है।
कला प्रेमी राज्य के रूप में जाना जाएगा बिहार: विजय सिन्हाकला-संस्कृति विभाग का प्रयास है कि संग्रहालय और पुरातत्व स्थलों के माध्यम से देश-विदेश में बिहार की पहचान कला प्रेमी राज्य के रूप में बनाई जाए।
अपनी इस मंशा से अवगत कराते हुए उप मुख्यमंत्री सह कला-संस्कृति मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने बताया कि बिहार में कुल 54 स्मारक संरक्षित श्रेणी में हैं। उनमें से एक पटना का गोलघर भी है।
सारण में चिरांद, वैशाली में नेपाली मंदिर, सहरसा के कन्दाहा में सूर्य मंदिर, गया के मेनग्राम में कोटेश्वर धाम की मान्यता पौराणिक है।
कला एवं संस्कृति मंत्री ने मंगलवार को बताया कि हिंदी और अंग्रेजी में इन स्मारकों से जुड़ी सूचनाओं से संबंधित ब्राउसर (पुस्तिका) का प्रकाशन हो चुका है। ये सभी सरकार द्वारा संरक्षित हैं। संग्रहालयों व पुरातत्व स्थलों के माध्यम से बिहार के सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित, संरक्षित व प्रदर्शित करने के लिए उनका विभाग प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि राज्य के 29 संग्रहालयों के माध्यम से वर्तमान और नई पीढ़ी को राज्य की समृद्ध विरासत से अवगत कराने का उद्देश्य है। इसके लिए सरकार नए संग्रहालयों के निर्माण और पहले से संचालित संग्रहालयों और पुरातत्व स्थलों के प्रबंधन में लगी है।
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बिहार के सभी अस्पतालों में 24 घंटे मिलेगी आपातकालीन सेवा, CM डिजिटल हेल्थ योजना के जरिए खर्च होंगे 300 करोड़
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के आम लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधा सहज तरीके से उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना प्रदेश में प्रभावी है। जिसके तहत बुनियादी स्वास्थ्य सुविधा और जांच वगैरह को डिजिटल मोड पर ले जाना है।
सरकार का मानना है कि स्वास्थ्य व्यवस्था और आमजनों का हेल्थ रिकार्ड डिजिटल माध्यम में उपलब्ध होने पर भविष्य में स्वास्थ्य नीति के निर्माण में काफी सहूलियत होगी।
पांच वर्षों के लिए लागू की गई योजना के वित्तीय वर्ष 2024-25 में सफल संचालन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 17.55 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।
300 करोड़ रुपये होंगे खर्चस्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2022-23 से राज्य में मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना प्रभावी हुई है। योजना का कार्यकाल 2026-27 तक है। पूरी योजना पर करीब तीन सौ करोड़ रुपये खर्च होने हैं।
100 करोड़ हो चुके हैं खर्चइस वर्ष योजना के रखरखाव और परिचालन के लिए 17.55 करोड़ रुपये की आवश्यकता को देखते हुए राशि स्वीकृत कर दी गई है। योजना के शुरुआती काल से अब तक इस पर सौ करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं।
सभी अस्पतालों में मिलेगी 24 घंटे आपातकालीन सेवाप्रत्येक जिले में योजना पूरी तरह से प्रभावी होने के बाद सभी अस्पतालों में सातों दिन 24 घंटे आपातकालीन चिकित्सा सुविधा और विशेषज्ञ डाक्टरों का परामर्श मिलने लगेगा। प्रदेश की जनता के स्वास्थ्य की मॉनीटरिंग हो सकेगी।
पूरी तरह से डिजिटल योजना प्रभावी होने के बाद रोगियों को इलाज के लिए अपने साथ इलाज के दस्तावेज लेकर नहीं आने होंगे। महज एक क्लिक पर डाक्टर उनकी पूरी स्वास्थ्य कुंडली देख सकेंगे।
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Bihar Weather Today: बिहार के 5 जिलों में भारी बारिश के आसार, पटना का क्या रहेगा हाल? पढ़ें आज का मौसम
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather: दक्षिण-पश्चिम मानसून के सक्रिय होने के बाद के बारिश के आसार बढ़ गए हैं। मंगलवार को राज्य के तराई वाले इलाके में जमकर वर्षा हुई। वहीं प्रदेश के अन्य भागों में हल्की फुहारें रिकार्ड की गई। बुधवार को प्रदेश में बारिश में वृद्धि होने के आसार हैं।
बारिश के कारण वातावरण में नमी काफी बढ़ गई है। शाम को राजधानी में हवा नम रही। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि राज्य के उत्तर-पश्चिम भाग से लेकर बंगाल की खाड़ी तक ट्रफ लाइन बनी हुई है।
इन जिलों में बारिश के आसारइसके अलावा प्रदेश के कुछ भागों में मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ हल्की वर्षा हुई। पूर्वी व पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी जिले के एक या दो स्थानों पर अति भारी वर्षा व मधुबनी, सुपौल एवं गोपालगंज जिले के एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है। पटना समेत दक्षिणी भागों में गरज-तड़क के साथ छिटपुट वर्षा के आसार है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई।
कहां कितनी बारिश दर्ज की गईसीतामढ़ी के (बाजपट्टी) में 74.6 मिमी सर्वाधिक वर्षा, पटना जिले के पुनपुन में 18.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मंगलवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 36.0 डिग्री सेल्सियस जबकि 41.5 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद में प्रदेश का अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। दक्षिण पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा सिद्धि, चाईंबासा , पाकुड़, साहेबगंज व रक्सौल से होकर गुजर रही है।
इन जगहों पर भी दर्ज की गई बारिशBihar News: बक्सर के राजपुर में 47.8 मिमी, पूर्वी चंपारण के रक्सौला में 45.4 मिमी, मुजफ्फरपुर के रेवाघाट में 42.2 मिमी, बेतिया में 32.4 मिमी, किशनगंज के टेढ़ागाछ में 26.4 मिमी, पश्चिम चंपारण के गौनाहा में 15.3 मिमी, बक्सर के चकिया में 13.4 मिमी, रोहतास के नौखा में 13.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई। प्रमुख शहरों का तापमान : शहर अधिकतम न्यूनतम पटना 36.0 31.2गया 40.0 30.0भागलपुर 38.0 30.6मुजफ्फरपुर 34.2 30.1(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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राज्य ब्यूरो, पटना। Jitan Ram Manjhi हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हमारी पार्टी पूरे प्रदेश में निर्णायक भूमिका में रही है। हम बिहार के सभी लोकसभा और विधानसभा सीटों पर इस स्थिति में आ गए हैं कि 'हमारे बिन सब सून वाली' कहावत चरितार्थ हो रही है।
वह मंगलवार को लोकसभा चुनाव के उपरांत समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि जब पार्टी शुरू हुई थी उस समय हमारी पहचान बड़े-बड़े नेताओं से हुआ करती थी, लेकिन आज इस पार्टी की पहचान मजबूत कार्यकर्ताओं से हो रही है, जो शुभ संकेत है।
प्रदेश अध्यक्ष ने जिला अध्यक्षों को दिया ये टास्कप्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार ने आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी जिला अध्यक्षों को पंचायत स्तर तक कार्यकर्ता सम्मेलन करने का टास्क दिया। इसके बाद विधान सभा और फिर जिला स्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन होगा।
संचालन राष्ट्रीय प्रधान महासचिव राजेश पांडेय ने किया। बैठक में विधायक प्रफुल मांझी, श्याम सुंदर शरण, गिरधारी यादव, कमाल परवेज, गीता पासवान आदि के साथ सभी जिलों के जिलाध्यक्ष व अन्य पार्टी पदाधिकारी मौजूद थे।
आपातकाल के लिए माफी मांगें कांग्रेसी- मांझीकेंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि आपातकाल के दौरान हुए जुल्मो सितम के लिए कांग्रेसियों को माफी मांगनी चाहिए।
'जिन लोगों ने 49 साल पहले...'हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने भी कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जिन लोगों ने 49 साल पहले लोकतंत्र का गला दबाकर देश पर आपातकाल थोपा था, वही लोग आज लोकसभा अध्यक्ष के पद को लेकर मर्यादाएं तोड़ना चाहते हैं।
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बिहार में ऑनलाइन Fraud के 6 हॉट स्पॉट जिले; EOU ने 58 को दबोचा, पटना के फर्जी कॉल सेंटर से 9 युवतियां गिरफ्तार
राज्य ब्यूरो, पटना। Cyber Crime: ऑनलाइन शॉपिंग और कस्टमर केयर के नाम पर ठगी करने वाले साइबर अपराधियों (Cyber Criminal) के विरुद्ध आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए छह जिलों से 58 अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
इनमें गोपालगंज से सर्वाधिक 18, नवादा से 15, पटना से 13, सारण से छह और नालंदा व शेखपुरा से तीन-तीन अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है।
साइबर अपराधियों के पास क्या-क्या मिला?इनके पास से 125 मोबाइल, 75 एटीएम कार्ड (ATM Card), दो विदेशी समेत 179 सिम कार्ड (Sim Card), 45 बैंक पासबुक (Bank Passbook), 31 चेकबुक, नौ कंप्यूटर सिस्टम, तीन लैपटाप, राउटर, पासपोर्ट, कस्टमर डाटा शीट और 95 हजार नकद आदि के साथ-साथ बड़ी संख्या में अन्य उपकरण आदि बरामद किए गए हैं।
ईओयू के अनुसार, साइबर अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए विशेष अभियान 'साइबर प्रहार' शुरू किया गया है।
इन जिलों में चला अभियानपहले चरण में साइबर अपराध (Cyber Crime) के हॉट स्पॉट छह जिलों नवादा, पटना, शेखपुरा, नालंदा, सारण और गोपालगंज में 13 से 23 जून तक विशेष अभियान चलाया गया।
इस दौरान 14 कांड दर्ज करते हुए कुल 58 साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है।
बिहार पुलिस। (फोटो- जागरण)
पटना में फर्जी कॉल सेंटर, नवादा में छूट का प्रलोभन देकर ठगीपटना में पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर (Fake Call Center) का खुलासा किया गया है। इसमें संलिप्त नौ युवतियों की गिरफ्तारी हुई है।
साइबर ठग (Cyber Thug) ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) के नाम पर आम लोगों को रुपयों का प्रलोभन देकर उनके आधार और पैनकार्ड की जानकारी ले लेते थे।
इसके बाद मोबाइल में एनी डेस्क ऐप अपलोड कराकर बैंक खाते से रुपये उड़ा लेते थे। नवादा में फ्लिपकार्ट से सामान का ऑर्डर करने वाले ग्राहकों को छूट देने के नाम पर ठगने का मामला भी प्रकाश में आया है।
पार्सल के लिए ऑनलाइन भुगतान के नाम पर भी ठगीइसमें ग्राहकों को कॉल कर पार्सल के लिए ऑनलाइन भुगतान (Online Payment) करने के नाम पर ठगी की जा रही थी, इस मामले में 10 अपराधियों की गिरफ्तारी हुई है।
इसके अलावा विभिन्न कंपनियों और बैंकों के कस्टमर केयर से मिलते-जुलते नंबर इस्तेमाल कर ठगी करने वाले चार अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह के विरुद्ध 570 शिकायतें दर्ज हैं, जिसमें सिर्फ 70 बिहार में हैं।
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Bihar IAS Transfer: चंद्रशेखर सिंह फिर बने पटना के DM, शीर्षत कपिल बीएसआरडीसी भेजे गए
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar IAS Transfer मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेष सचिव के रूप मे पदस्थापित चंद्रशेखर सिंह को फिर से पटना का डीएम बनाया गया है। कुछ माह पहले पटना डीएम के पद से स्थानांतरित कर उन्हें मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेष सचिव बनाया गया था।
वहीं, पटना के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक को बिहार राज्य पथ विकास निगम का प्रबंध निदेशक बनाया गया है। पटना डीएम के पद पर पदस्थापित होने से पहले वह बिहार राज्य पथ विकास निगम में प्रबंध निदेशक के पद पर थे।
सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचनावह पथ निर्माण विभाग के विशेष सचिव के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने मंगलवार को इस आशय की अधिसूचना जारी की।
हिमांशु शर्मा को जीविका की जिम्मेदारीकेंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौटे हिमांशु शर्मा को बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन सोसायटी (जीविका) का राज्. मिशन निदेशक बनाया गया है।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे निलेश रामचंद्र देवरे को नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (एनबीपीडीसीएल) का प्रबंध निदेशक बनाया गया है। देवरे बिहार अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (ब्रेडा) के प्रबंध निदेशक के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे।
वहीं, एनबीपीडीसीएल के प्रबंध निदेशक आदित्य प्रकाश को स्वास्थ्य विभाग में अपर सचिव के रूप में तैनात किया गया है।
छत्तीसगढ़ राज्य से संवर्ग स्थानांतरण के बाद बिहार में आए 2021 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी लक्ष्मण तिवारी को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में विशेष कार्य अधिकारी के रूप में पदस्थापित किया गया है।
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NEET Paper Leak: पेपर लीक मामले की जांच के लिए पटना पहुंचे CBI के और 3 अफसर, नई FIR दर्ज
राज्य ब्यूरो, पटना। NEET UG Paper Leak Case नीट यूजी पेपर लीक मामले में अब तक हुई जांच के दस्तावेज आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) से प्राप्त करने के साथ ही सीबीआई अब अपने तरीके से जांच में जुट गई है। मंगलवार को सीबीआई के तीन अन्य अफसर दिल्ली से पटना पहुंचे हैं।
दूसरी ओर, सीबीआई ने इस मामले में एक नई प्राथमिकी भी की है। प्राथमिकी में आठ लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है। सोमवार की देर रात सीबीआई के दो अफसरों ने पटना में तीन स्थानों का निरीक्षण भी किया।
एक बार फिर ईओयू दफ्तर पहुंचे सीबीआई अधिकारीमंगलवार को सीबीआई के तीन अन्य अफसर भी दिल्ली से पटना पहुंचे। पटना पहुंचने के बाद इन अफसरों की टीम एक बार फिर ईओयू दफ्तर पहुंची। दिल्ली से आए टीम के अफसरों ने ईओयू एडीजी नैयर हसनैन के साथ करीब घंटे भर बैठ कर नीट यूजी पेपर लीक मामले की जांच को लेकर बातचीत की।
तीन स्थानों स्थानों पर पहुंच की जांचसूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, सीबीआई टीम के अधिकारियों ने सोमवार की देर रात नीट यूजी मामले में ईओयू की जांच में मिले तथ्यों के आधार पर पटना में तीन स्थानों पर पहुंच उनकी जांच की और आसपास के लोगों से कुछ जानकारियां भी ली।
हालांकि, यह स्थान कौन से हैं इस बारे में आधिकारिक तौर पर जांच अधिकारी कुछ भी साझा नहीं कर रहे। इन तीन स्थानों के बारे में कहा जा रहा है कि इनका संबंध नीट प्रश्न पत्र लीक के आरोपियों से है। जहां अब तक पटना पुलिस और ईओयू के अधिकारी नहीं पहुंचे थे।
अब की जांच रिपोर्ट के आधार पर नई प्राथमिकीसीबीआइ नीट यूजी मामले को लेकर विशेष रणनीति बनाकर काम कर रही है। ईओयू की रिपोर्ट में मिले तथ्यों के आधार पर सीबीआइ ने एक नई प्राथमिकी दर्ज की है ऐसी जानकारी सामने आई है।
हालांकि, इसकी अब तक आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। सूत्रों ने बताया कि सीबीआइ द्वारा दर्ज प्राथमिकी में आठ लोगों को नामजद जबकि एक अन्य को आरोपी बनाया गया है।
जिन्हें प्राथमिकी में नामजद किया गया है उनमें अमित आनंद, आयुष राज, नीतीश कुमार, राकी, अखिलेश, सिकंदर यादवेंदु, बिट्टू, संजीव के अलावा एक अन्य का नाम है। सूत्रों की माने तो इन नामजद आरोपियों को रिमांड पर लेकर सीबीआइ नए सिरे से पूछताछ करेगी।
सीबीआई को इंतजार है जब्त मोबाइल और प्रश्न पत्रों की फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट कासूत्रों की माने तो अपनी जांच का दायरा आगे बढ़ाने के पूर्व सीबीआई टीम पूर्व में की गई जांच और जब्त किए गए मोबाइल फोन, लैपटॉप, जले हुए प्रश्न पत्रों की फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही है। फॉरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद इसका अध्ययन किया जाएगा और जांच के दायरे को आगे बढ़ाया जाएगा।
पटना के एसएसपी भी पहुंचे ईओयू दफ्तरदिल्ली से पटना आई सीबीआइ टीम के अधिकारियों से मिलने पटना एसएसपी राजीव मिश्रा भी पहुंचे। उन्हें यहां देख चर्चा चली कि उनसे भी पूछताछ होगी। हालांकि, हकीकत यह थी कि राजीव मिश्रा पटना एसएसपी पद पर आने के पूर्व सीबीआई में थे लिहाजा वे अपने मित्रों से मिलने यहां पहुंचे थे।
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Pappu Yadav: 'छठी बार का सांसद हूं... आप मुझे सिखाएंगे', शपथ लेते ही किस पर भड़के पप्पू यादव?
डिजिटल डेस्क, पटना। Pappu Yadav Kiren Rijiju Video पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने मंगलवार को 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। उन्होंने अपनी शपथ मैथिली भाषा में ली। खास बात यह रही कि पप्पू यादव जो टी-शर्ट पहनकर गए थे, उसपर 'ReNEET' लिखा हुआ था। पप्पू यादव की संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू से भी तीखी नोकझोंक हुई।
दरअसल, लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने के बाद पप्पू यादव ने कुछ नारे लगाए। उन्होंने कहा, रीनीट, बिहार के लिए विशेष दर्जा। सीमांचल जिंदाबाद, मानवतावाद जिंदाबाद, भीम जिंदाबाद और संविधान जिंदाबाद। इसी दौरान सामने बैठे संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने उनको टोक दिया।
प्रणाम पूर्णिया सलाम पूर्णिया जोहार पूर्णिया
शपथ ग्रहण के साथ संसदीय जीवन की एक
और पारी शुरू हो गई
उद्देश्य है पूर्णिया मॉडल पूरे बिहार में सेवा,न्याय
और विकास की राजनीति का आदर्श बने!
शपथ ग्रहण के दौरान #ReNEET का डिमांड किया और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का मांग किया! pic.twitter.com/gPUiKbv4fh
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) June 25, 2024 किरेन रिजिजू पर भड़के सांसद पप्पू यादवकिरेन रिजिजू के नारेबाजी पर टोकने को लकर पप्पू यादव नाराज हो गए। उन्होंने किरेन रिजिजू को अंगुली दिखाते हुए कहा- मैं छठी बार का सांसद हूं, आप अब हमको सिखाएंगे।
'आप तो कृपा पर जीते हैं'निर्दलीय सांसद पप्पू यादव यहीं नहीं रुके। उन्होंने किरेन रिजिजू से आगे कहा- आप तो कृपा पर जीते हैं, मैं अकेला लड़ता हूं। निर्दलीय जीता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मैं चौथी बार निर्दलीय चुनाव जीतकर संसद पहुंचा हूं।
पप्पू यादव ने एक्स हैंडल पर पोस्ट किया- "शपथ ग्रहण के साथ संसदीय जीवन की एक और पारी शुरू हो गई। उद्देश्य है पूर्णिया मॉडल पूरे बिहार में सेवा, न्याय और विकास की राजनीति का आदर्श बने! शपथ ग्रहण के दौरान #ReNEET का डिमांड किया और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का मांग किया!"
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Bihar Politics: नीतीश कुमार ने खेला बड़ा दांव! ललन और रामनाथ की जगह इन दो नेताओं को मिली अहम जिम्मेदारी
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू ने संसद की दोनों सदनों में अपने दल के नेतृत्व का जिम्मा मिथिलांचल और कोसी को दिया है। सांसद दिलेश्वर कामैत लोकसभा में जदयू संसदीय दल का नेता बनाए गए हैं।
राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता का पद संजय कुमार झा को दिया गया है। दोनों मिथिलांचल के हैं। कामैत सुपौल के सांसद हैं। संजय झा का गृह जिला मधुबनी है।
यह बदलाव लोकसभा में जदयू संसदीय दल के नेता राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह एवं राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता रामनाथ ठाकुर के केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल होने के कारण किया गया है।
जदयू में लागू है एक व्यक्ति एक पद का फॉर्मूलाजदयू में एक व्यक्ति, एक पद का फॉर्मूला लागू है। नए नेता के चयन की सूचना लोकसभा एवं राज्यसभा सचिवालय को दे दी गई है। पार्टी सूत्रों ने बताया कि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सहमति से यह चयन हुआ है।
नीतीश कुमार को दी गई थी जिम्मेदारीइससे पहले, नई दिल्ली में हुई जदयू संसदीय दल की बैठक में नेता चयन के लिए सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया था। दोनों सदनों में सचेतक का भी पद है। इसके बारे में अभी कोई निर्णय नहीं हुआ है।
दिलेश्वर कामैत दूसरी बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। संजय झा का राज्यसभा में पहला कार्यकाल है। वे इससे पहले विधान परिषद के सदस्य और बिहार सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
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Bihar Amin Bharti 2024: दिव्यांग कोटे से चयनित 6 अमीनों की नियुक्ति रद्द, जांच में दावा गलत पाया गया
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Amin Bharti 2024 राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में दिव्यांग कोटे से चयनित छह अमीनों की नियुक्ति रद्द कर दी गई है। बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद की ओर से अमीनों की नियुक्ति के लिए पिछले साल अप्रैल में ऑनलाइन परीक्षा ली गई थी।
यह कंप्यूटर आधारित ऑनलाइन परीक्षा थी। कुल 1767 अभ्यर्थियों की सूची विभाग को उपलब्ध कराई गई। इनमें दिव्यांग कोटे के छह अभ्यर्थियों का नाम इस शर्त के साथ शामिल किया गया कि उनके बारे में अंतिम निर्णय दिव्यांगता जांच के परिणाम पर लिया जाएगा।
18 फरवरी को किया गया था दिव्यांगता प्रमाण पत्र का अवलोकनइस साल 18 फरवरी को काउंसलिंग के दौरान इन छह अभ्यर्थियों की ओर से प्रस्तुत दिव्यांगता प्रमाण पत्र का अवलोकन किया गया। काउंसलिंग में उपस्थित चिकित्सा पदाधिकारी ने कहा कि इन अभ्यर्थियों की दिव्यांगता की पुष्टि इनके प्रमाण पत्र से नहीं होती है। तय हुआ कि दिव्यांगता की जांच नए सिरे से हो।
इसके लिए सभी छह अभ्यर्थियों को को सलाह दी गई कि वे विभिन्न सरकारी अस्पतालों में जाकर जांच कराएं।
विभागीय आदेश के मुताबिक, कोई भी अभ्यर्थी निर्धारित तिथि को संबंधित अस्पताल में नहीं पहुंचे। इसी आधार पर इन सबके नाम नियुक्ति सूची से हटा दिए गए। विभाग ने इन सबके विरूद्ध इसके अलावा कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं की है।
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