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Bihar Politics: 'कांग्रेस झूठा नैरेटिव गढ़ रही', आपातकाल की याद दिला Samrat Chaudhary का बड़ा हमला
राज्य ब्यूरो, पटना। Samrat Chaudhary On Emergency भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि एक बार फिर से कांग्रेस समेत विपक्ष के द्वारा 'संविधान बदलने' वाले झूठ के जरिए अपने 'पापों' को छुपाने की कोशिश की जा रही है। 25 जून, 1975 को संविधान की हत्या कर लोकतंत्र की गला घोंटने वालों का संविधान की दुहाई देना हास्यास्पद है।
सम्राट ने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि भारत की नई पीढ़ी इस बात को कभी नहीं भूलेगी कि 50 साल पहले 25 जून को कांग्रेस द्वारा देश के संविधान की धज्जियां उड़ाई गई थीं। देश को जेलखाना बना दिया गया और लोकतंत्र को पूरी तरह से कुचल दिया गया था।
'कांग्रेस की फितरत में तानाशाही'उन्होंने कहा कि आज अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए देशवासी इस बात का संकल्प लें कि जो 50 साल पहले किया गया, कांग्रेस फिर करने की हिम्मत नहीं करे। कांग्रेस की फितरत में ही तानाशाही है।
'देश की जनता को यह नहीं भूलना चाहिए...'उन्होंने यह भी कहा कि देश की जनता को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि 25 जून 1975 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए देश में आपातकाल लगा दिया था। रातों-रात देशभर के विरोधी राजनेताओं को जेलों में ठूंस दिया गया था।
सम्राट ने कहा कि कांग्रेस की कुकृत्य की वजह से ही 25 जून सदैव भारत के लोकतंत्र के इतिहास में 'काला दिन' के रूप में जाना जाएगा। संविधान और लोकतंत्र में निष्ठा रखने वाले लोगों के लिए 25 जून कभी न भूलने वाला दिन है।
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Bihar Politics: 'तेजस्वी यादव यह बात अच्छे से जान लें...', लालू के लाल पर भड़की नीतीश की जदयू
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने सोमवार को कहा कि लोगों की हथियाई जमीन वापस करने में तेजस्वी यादव को क्या तकलीफ है? विकास के समर्थक होने का झूठा ढोंग कर रहे राजद नेताओं में थोड़ी भी इंसानियत बची है तो उन्हें बताना चाहिए कि उनके युवराज नाबालिग रहते ही करोड़ों की संपत्ति के मालिक कैसे बन गए?
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि वास्तव में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आज राजद के समस्त नेता झूठे बयानों के जरिए लालू परिवार के काले कारनामों से अपना पिंड छुड़ाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव यह बात अच्छे से जान लें कि झूठे बयानों से उनके परिवार के भ्रष्टाचार की कालिख मिटने वाली नहीं है, इसलिए यदि वह सही मायने में साफ मन से राजनीति करना चाहते हैं तो अपनी काली आमदनी को खुद से उजागर कर दें।
उन्होंने कहा कि आम लोगों से हड़पी जमीनों को वापस कर बिहार की जनता से माफी मांग नए सिरे से शुरुआत करें।
युवाओं को रोजगार मुहैया कराएगी एनडीए सरकार : राजेश सिंहलोजपा रामविलास के प्रवक्ता राजेश सिंह ने कहा कि एनडीए की सरकार में किसानों और युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे। जो जिम्मेवारी केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री के रूप में चिराग पासवान को मिली है, उसके तहत वे बिहार के किसानों और युवाओं के साथ इस मंत्रालय से जुड़े सभी लाभान्वितों के लिए रोडमैप बनाकर काम में जुट गए हैं।
राजेश सिंह ने कहा कि रोजगार सृजन से लेकर बिहार समेत देश भर के किसानों और युवाओं के लिए रोजगार गारंटी की पहल तेज कर दिया है। बहुत जल्द बिहार में खाद्य प्रसंस्करण से उद्योग को बढ़ावा देने और जन-जन तक पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रम होंगे।
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NEET UG Paper Leak: FIR के साथ पटना पहुंचे CBI अफसर, EOU ने सौंपी 300 पेज की जांच रिपोर्ट; आगे क्या होगा? जानिए अपडेट
राज्य ब्यूरो, पटना। नीट यूजी पेपर लीक मामले की जांच मिलते ही सीबीआई हरकत में आ गई है। जांच का जिम्मा मिलते ही सबसे पहले आपराधिक प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई ने कई अलग-अलग टीमों का गठन भी कर दिया।
सोमवार को सीबीआई की दो सदस्यीय जांच टीम पटना पहुंची। दोनों अधिकारी पटना में सीबीआई कार्यालय के निकट ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) के कार्यालय पहुंचे और ईओयू द्वारा 39 दिनों की जांच रिपोर्ट और पटना पुलिस की 11 दिनों की जांच रिपोर्ट अपने कब्जे में ले ली। रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद सीबीआई आगे की जांच में जुटेगी।
छह घंटे से ज्यादा ईओयू दफ्तर में रहे अधिकारीसोमवार की सुबह करीब सवा दस बजे सीबीआई के दोनों अफसर बेली रोड स्थित ईओयू कार्यालय पहुंचे। इन दोनों अफसरों के साथ सीबीआई पटना ब्रांच के भी डीएसपी स्तर के दो अधिकारी साथ थे। दोनों अधिकारियों ने ईओयू डीआइजी मानवजीत सिंह ढिल्लन से अब तक की जांच रिपोर्ट हासिल की।
लगभग 300 पेज के जांच रिपोर्ट में नीट पेपर लीक मामले से जुड़े आरोपियों के साथ ही पेपर लीक के तरीके पैसे का लेनदेन, आरोपियों के पुराने रिकार्ड, आपराधिक इतिहास का पूरा ब्योरा दर्ज है।
जांच रिपोर्ट मिलने के बाद अधिकारियों ने ढिल्लन से अब तक तक जांच कैसे आगे बढ़ी इस बारे में भी विस्तार से बातचीत की। जांच टीम में शामिल अधिकारियों से भी पूछताछ की गई। सीबीआई के दोनों अफसर करीब छह घंटे ईओयू दफ्तर में रहे।
रिपोर्ट में दर्ज हैं कई महत्वपूर्ण जानकारियांसूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईओयू ने अब तक जो साक्ष्य एकत्र किए हैं, उनमें एक घर से बरामद हुए जले हुए प्रश्न पत्र के टुकड़े, गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल फोन, सिम कार्ड, लैपटाप, पोस्ट-डेटेड चेक और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ प्रश्नपत्र सहित अन्य सबूत शामिल हैं।
चर्चा है कि अपनी जांच की पहली कड़ी पूरी करने के बाद दिल्ली से पटना आई टीम के दोनों अफसर दिल्ली लौटेंगे। सीबीआई अब तक गिरफ्तार आरोपियों को ट्रांजिट पर दिल्ली भी ले जा सकती है।
सीबीआई को शक कि गिरफ्तार आरोपी हो सकते हैं कैरियरनीट पेपर मामले में ईओयू ने अपनी जांच के आधार पर अब तक आधिकारिक तौर पर 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि चर्चा है कि अब तक 24 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें 13 को पटना जबकि पांच को देवघर से गिरफ्तार किया गया है।
सूत्रों की माने तो सीबीआई को आशंका है कि गिरफ्तार आरोपी कैरियर हो सकते हैं। इनका काम केवल अभ्यर्थियों के लिए सेटिंग करना हो सकता है। पेपर लीक का मास्टर माइंड कोई और है। सूत्र बताते हैं कि जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी सीबीआई पेपर लीक मामले में पैसे के लेन देन के तरीके, स्वरुप कैश, गोल्ड या चेक के साथ ही बिचौलियों के कमीशन सहित अन्य मामलों की जांच करेगी।
सीबीआई की कई टीम गठित, गोधरा में भी जांचनीट पेपर लीक मामले में जांच का जिम्मा मिलने के बाद सीबीआई ने कई विशेषज्ञ टीमों का गठन किया है। इनमें से एक टीम को पटना रवाना किया गया था जबकि दूसरी टीम गोधरा गई है। जहां स्थानीय पुलिस ने पहले से मामले दर्ज किए हैं।
जानकारी के अनुसार, सीबीआई ने इस मामले में यूपी, दिल्ली, मध्य प्रदेश में भी संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया है। सीबीआई नीट परीक्षा में साजिश, धोखाधड़ी, उम्मीदवारों, संस्थानों और बिचौलियों द्वारा सबूतों को नष्ट करना, अनियमितताओं का पता लगाने के साथ ही एनटीए से जुड़े लोगों की भूमिका की भी जांच करेगी।
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NEET And TRE 3 Paper Leak: 90 दिनों में 2 पेपर लीक, दोनों में हजारीबाग और नालंदा का कनेक्शन
कुमार रजत, पटना। NEET UG And TRE 3 Paper Leak बिहार में पिछले तीन महीने में दो पेपर लीक हुए और दोनों ही पेपर-लीक में हजारीबाग और नालंदा का कनेक्शन सामने आया है। पांच मई को हुई नीट (यूजी) और 15 मार्च को आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा में दोनों जगहों की प्रमुख भूमिका रही। दोनों पेपर लीक में समानताएं भी काफी रहीं।
दोनों ही बार प्रश्न-पत्र परीक्षा से पहले परिवहन के दौरान बाहर निकाले जाने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा, दोनों ही बार अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले एक सुरक्षित जगह पर जमा कर प्रश्न-पत्र का प्रिंट निकालकर उत्तर रटवाए गए थे।
दोनों मामलों की जांच कर रही पुलिस टीम ने भी माना है कि शिक्षक भर्ती और नीट पेपर लीक के तार आपस में जुड़े हैं। इसका सबसे बड़ा कारण दोनों ही पेपर लीक में संजीव मुखिया गिरोह की भूमिका मानी जा रही है। शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का बेटा डा. शिव था। वहीं नीट पेपर लीक मामले में खुद संजीव मुखिया बिहार का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
शिक्षक भर्ती : नालंदा में लीक हुआ प्रश्न-पत्र, हजारीबाग में रटाए गए उत्तरपुलिस जांच के अनुसार, तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-तीन) का प्रश्न-पत्र परीक्षा से तीन दिन पहले ही लीक हो चुका था। प्रश्नपत्रों को ट्र्रांसपोर्ट के माध्यम से पटना से नवादा भेजा जा रहा था, इसी दौरान कुरियर कंपनी के सांठ-गांठ से नालंदा के नगरनौसा के बुद्धा फैमिली रेस्तरां में प्रश्न-पत्र को स्कैन कर लिया गया।
इस दौरान मास्टरमाइंड डा. शिव, उसके पिता संजीव मुखिया और गिरोह के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। इसके बाद दस से 12 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थियों से वसूली कर झारखंड के हजारीबाग समेत अन्य होटल, रिर्जाट व अन्य सुरक्षित जगहों पर उत्तर याद करवाया गया।
हजारीबाग के कोहिनूर होटल से 250 से अधिक की गिरफ्तारी इसी सिलसिले में हुई थी। डा. शिव अपने गिरोह के सदस्यों के साथ उज्जैन से गिरफ्तार हो चुका है। बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा समेत अन्य परीक्षाओं में भी इस गिरोह के सदस्यों की भूमिका सामने आई है।
नीट: हजारीबाग से बाहर आया प्रश्न, नालंदा के आधा दर्जन से अधिक गिरफ्तारवहीं, नीट परीक्षा में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल परीक्षा केंद्र का बुकलेट परीक्षा से पहले बाहर आ गया था। जांच में परीक्षा केंद्र या वहां तक लाए जाने के दौरान प्रश्न-पत्र के बक्से और पालीबैग से छेड़छाड़ कर पेपर निकाले जाने की आशंका जताई जा रही है। हजारीबाग से नीट प्रश्न-पत्र को निकालकर संजीव मुखिया गिरोह ने देवघर से गिरफ्तार चिंटू को वॉट्सऐप पर भेजा था।
नालंदा के मूल निवासी चिंटू ने उसे प्रिंट निकालकर पटना में अमित आनंद और नीतीश कुमार को दिए जहां करीब 30-35 परीक्षार्थियों को परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र के उत्तर रटवाए गए।इस मामले का आरोपित नालंदा का ही संजीव मुखिया है, जो गिरफ्तार डा. शिव का पिता है।
इसके अलावा देवघर से पेपर लीक मामले में जिन पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें चार बालदेव उर्फ चिंटू, पंकु, राजीव उर्फ कारू और परमजीत उर्फ बिट्टू नालंदा के ही हैं। पटना में परीक्षा के दिन गिरफ्तार नीतीश कुमार बीपीएससी के द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में भी हजारीबाग से पकड़ा गया था। जमानत पर छूटने के बाद वह नीट गड़बड़ी में पकड़ा गया।
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जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Deled Admission 2024 बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने प्रशिक्षण संस्थानों में डीएलएड (शैक्षणिक सत्र 2024-26) में नामांकन के लिए शुल्क तय कर दिया है। शिक्षण संस्थान अधिकतम 60 हजार रुपये प्रति वर्ष व दो वर्ष में कुल 1.20 लाख रुपये से अधिक शुल्क नहीं लेना है।
समिति ने कहा है कि कोई भी प्रशिक्षण संस्थान किसी भी विद्यार्थी से कोई आवेदन शुल्क नहीं लेगा। नामांकन के दौरान केवल नामांकन शुल्क एवं अन्य शुल्क लेना है। नामांकन में किसी तरह की कठिनाई हो तो समिति के मोबाइल नंबर 9546114508 पर संपर्क किया जा सकता है।
आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 जूनपरीक्षा समिति ने डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2024 में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों (स्कोर कार्ड के आधार पर) का ईआरसी-एनसीटीई से मान्यता प्राप्त सरकारी एवं निजी संस्थानों में नामांकन के लिए आवेदन की तिथि जारी कर दिया है।
अभ्यर्थी प्रशिक्षण सत्र 2024-26 में नामांकन के लिए प्रशिक्षण संस्थानों में 26
जून तक आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन शुल्क ऑनलाइन जमा करना होगा। परीक्षा समिति ने कहा है कि ऑनलाइन आवेदन को पोर्टल https;//www.deledbihar.com आवेदन की तिथि तक खुला रहेगा।
दो जुलाई को जारी होगी मेरिट लिस्टडीएलएड कोर्स संचालित संस्थानों में नामांकन के लिए समिति द्वारा दो जुलाई को प्रथम चयन सूची जारी की जाएगी। चयनित अभ्यर्थियों का संबंधित प्रशिक्षण संस्थान में तीन से आठ जुलाई तक नामांकन लिया जाएगा। उक्त अवधि में नामांकन नहीं कराने पर उनके नाम द्वितीय चयन सूची में विचार नहीं किया जाएगा।
यदि आवेदन प्रथम चरण में निचली प्राथमिकता वाले संस्थान में चुने जाने पर संतुष्ट नहीं है, वैसे अभ्यर्थी अपने नामांकन के उपरांत तीन से आठ जुलाई तक पोर्टल के माध्यम से लॉग-इन में जाकर अपने अपने द्वारा दिए गए उच्च प्राथमिकता वाले संस्थान में नामांकन की संभावना के लिए स्लाइड अप विकल्प का उपयोग कर सकते हैं।
परीक्षा समिति ने कहा है दूसरी मेरिट लिस्ट सूची 12 जुलाई को जारी की जाएगी। दूसरी सूची के आधार पर नामांकन की तिथि 13 से 16 जुलाई तक होगा। तृतीय सूची 19 जुलाई को जारी की जाएगी। तृतीय सूची के आधार पर नामांकन 20 से 22 जुलाई लिया जाएगा।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Parliament Session 18वीं लोकसभा के लिए बिहार की महिला सांसदों ने भी सोमवार को संसद भवन में सांसद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद शिवहर संसदीय सीट से सांसद लवली आनंद (Lovely Anand) और समस्तीपुर सीट से सांसद शांभवी चौधरी (Shambhavi Choudhary) की खूब चर्चा हुई।
संसद भवन में शपथ ग्रहण के दौरान लवली आनंद की मैथिली भाषा पर पकड़ ने सबको इम्प्रेस कर दिया। वहीं, शांभवी चौधरी शपथ ग्रहण के दौरान फुल कॉन्फिडेंट नजर आईं।
हम लवली आनंद ईश्वर के शपथ लैत छी....
आज संसद भवन में 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में मैथिली भाषा में शपथ ली।#ParliamentSession #18thLokSabha #Maithili pic.twitter.com/h8GDUd1Xy6
— Lovely Anand (@LovelyAnand_) June 24, 2024 लवली आनंद ने मैथिली भाषा में ली शपथशिवहर लोकसभा सीट से 29 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज करने वालीं लवली आनंद ने मैथिली भाषण में 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। लवली आनंद ने एक्स पर शपथ ग्रहण का वीडियो भी शेयर किया।
संसद में छा गईं शांभवी चौधरीलोजपा (रामविलास) की टिकट पर समस्तीपुर संसदीय सीट से शानदार जीत दर्ज करने वालीं शांभवी चौधरी ने भी शपथ ग्रहण का वीडियो एक्स हैंडल पर शेयर किया। वीडियो में देखा जा सकता है कि शपथ ग्रहण के दौरान शांभवी फुल कॉन्फिडेंट हैं। शांभवी ने बिना पर्चे पर पढ़े ही पूरी शपथ ली।
मैं, शाम्भवी ईश्वर की शपथ लेती हूं..
आज संसद भवन में ईश्वर व पूज्य दादा जी स्व० महावीर चौधरी जी के आशीर्वाद से 18 वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली।
साथ हीं एक शपथ और लेती हूं कि एक बेटी और बहन के रूप में समस्तीपुर की सेवा करूंगी आप ने जो विश्वास जताया है उस पर खरा उतरूँगी। pic.twitter.com/RUloOi4XZs
— Shambhavi Choudhary - शाम्भवी चौधरी (@Sham4Samastipur) June 24, 2024 समस्तीपुर में शांभवी चौधरी का डंकाबता दें कि शांभवी चौधरी ने समस्तीपुर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के सन्नी हजारी को 1,87,251 मतों के अंतर से हराया। परिणाम साफ बता रह हैं कि समस्तीपुर सीट पर शांभवी चौधरी के नाम का डंका बज रहा है। वहीं, आज उन्होंने संसद भवन में भी अपनी छाप छोड़ दी।
शपथ ग्रहण के बाद सांसद शांभवी चौधरी ने कहा, "संसद में महिलाओं और युवाओं के लिए आवाज उठाना मेरी प्राथमिकता होगी... मैं उनके लिए एक मजबूत आवाज बनने की कोशिश करूंगी और समस्तीपुर के लोगों की मांगों को पूरा करूंगी."
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फुलवारी फायरिंग मामले में 'किंग ऑफ पटना' गैंग की पहचान, फिल्मी स्टाइल में 50 बाइक से पहुंचे थे हमलावर
संवाद सूत्र, फुलवारीशरीफ। थाना क्षेत्र के हारून नगर में शनिवार की दोपहर हुई फायरिंग की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस कॉलोनी में वारदात हुई है, वहां आगे और पीछे दो आइजी के निवास है। वहीं, इस पूरे मोहल्ले में कई आईपीएस-आईएस के साथ विधायक, मंत्री व सांसद के भी निवास है।
वारदात ने लोगों को यह सोचने पर मजबूतर कर दिया है कि जब वीआईपी मोहल्ले का यह हाल है तो आम का क्या होगा। ब्लैक कार के पीछे मोटरसाइकिलों पर युवाओं का दल और सभी हथियार से लैस यहां तक कैसे पहुंच गए और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। आखिर कहां थी पुलिस?
गोलीबारी होने के बाद सभी आराम से निकल भी गए। बड़ी वारदात हो जाने के बाद पुलिस की नींद टूटी और उसने इस मामले में सीसीटीवी कैमरा के आधार पर फायरिंग करने वालों की पहचान शुरू की। जांच के क्रम में गोलीबारी करने वालों में पटना के बाइकर्स गैंग किंग ऑफ पटना के कई सदस्यों की पहचान हुई।
इसके साथ ही शराब कारोबार से जुड़े लोगों की पहचान कर पुलिस ने शुक्रवार की रात तीन स्थानों पर छापेमारी की। पुलिस चार लोगों को पूछताछ के लिए थाना लाई है। जिसमें वे लोग शामिल हैं, जिनके शोहदे मोटरसाइकिल पर सवार होकर फायरिंग करने गये थे।
वहीं, दूसरी ओर वारदात के 21 घंटे के बाद बिल्डर ताजउद्दीन द्वारा लिखित आवेदन देते हुए नौशाद मलिक,उसके दो भतीजे और हसन अली सहित दस लोगों को नामजद करते हुए करीब एक सौ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
कहां थी पुलिसशुक्रवार को हारून नगर में जमीन विवाद में दो गुटों के बीच जमकर हुई फायरिंग के बाद भी इस घटना की चर्चा शहर में जोरों से होती रही। हारून कॉलोनी शहर का एक प\श इलाका है जहां नामचिन लोगों के भव्य निवास हैं।
क्या बोले कॉलोनी के सचिव?इस संबंध कॉलोनी के सचिव शाहीद प्रवेज ने कहा कि इस प्रकार की घटना दुखद है। यह घटना पुलिस की नाकामी को दर्शती है। हम सचिव होने के नाते प्रयास करेंगे कि इस प्रकार की घटना ना हो, मगर हमसे ज्यादा दायित्व पुलिस प्रशासन का बनता है। उन्हें इस प्रकार की घटना को रोकने के लिए कड़ा कदम उठाना होगा।
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Mithapur Mahuli Road Status: मीठापुर-महुली सड़क का निर्माण इसी वर्ष होगा पूरा, CM नीतीश कुमार ने दिए निर्देश
राज्य ब्यूरो, पटना। राजधानी पटना में निर्माणाधीन मीठापुर- सिपारा-महुली-पुनपुन फोरलेन सड़क के प्रथम चरण का निर्माण कार्य इसी वर्ष दिसंबर में पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को आला अधिकारियों के साथ इस निर्माणाधीन परियोजना का निरीक्षण किया।
उन्होंने पूरे प्रोजेक्ट की प्रगति के बारे में जानकारी ली। दो फेज में चल रहे निर्माण के तहत 11 किमी लंबी सड़क का निर्माण होना है।
निर्माण कुछ इस तरह चल रहाइस प्रोजेक्ट का निर्माण दो फेज में कराया जा रहा है। पहले फेज के तहत सिपारा-परसा-महुली के बीच फोरलेन का निर्माण कराया जा रहा है। इसकी लंबाई 6.7 किमी है। इसमें 5.4 किमी एलिवेटेड सड़क है।
सिपारा के पास इस पथ को न्यू बाइपास (एनएच-31) फोरलेन से जोड़ा जाएगा। इस सड़क के दूसरे फेज के निर्माण के तहत मीठापुर-सिपारा तथा महुली-पुनपुन के बीच फोर लेन सड़क का निर्माण होना है।
इसकी लंबाई 4.3 किमी है। इसमें मीठापुर से सिपारा तक 2.1 किमी एलिवेटेड सड़क है। इस पथ को संपतचक पथ से भी जोड़ने का काम चल रहा।
मुख्यमंत्री ने काम को तेजी से पूरा किए जाने का दिया निर्देशनिरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तेजी से काम पूरा किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से पटना के शहरी क्षेत्र में जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
पुनपुन तथा संपतचक क्षेत्र में आवागमन सुविधाजनक हो जाएगा। यह सड़क पुनपुन से पटना-गया-डोभी से जुड़ रही। इससे पटना एवं गया के बीच आवागमन में भी इस सड़क के सहूलियत हो जाएगी। गया एवं राजगीर को भी इस सड़क से संपर्कता मिल रही।
निरीक्षण में ये रहे मौजूदनिरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, राज्यसभा सदस्य संजय झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पटना के प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि व जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक भी मौजूद थे।
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Upendra Kushwaha: हार के बाद कुशवाहा करने जा रहे सबसे बड़ी बैठक, पटना में जुटेंगे कई दिग्गज नेता
राज्य ब्यूरो, पटना। Upendra Kushwaha On NDA राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि पार्टी का एक-एक नेता-कार्यकर्ता एनडीए की मजबूती के लिए काम करे। वे रविवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित शाहाबाद एवं मगध प्रमंडल के प्रमुख पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष मदन चौधरी ने की।
NDA की हार पर हुई चर्चाबैठक के दौरान शाहाबाद व मगध क्षेत्र में एनडीए की हुई हार पर विस्तृत चर्चा हुई। जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने एनडीए की हार को गठबंधन की राष्ट्रीय बैठक में उठाने की बात उभर कर सामने आई।
अब पांच और छह जुलाई को पटना में मीटिंगबैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि पांच और छह जुलाई को पटना में दो दिवसीय राष्ट्रीय, प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्षों की बैठक आयोजित की जाए।
रविवार की बैठक में अंगद कुशवाहा, जंग बहादुर कुशवाहा, सुभाष चंद्रवंशी, प्रशांत पंकज, रिंकू सोनी समेत दूसरे पार्टी नेता कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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जागरण संवाददाता, पटना। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों में लोकपाल नियुक्त नहीं करने वाले विश्वविद्यालयों की सूची जारी की है। इस डिफॉल्टर सूची में देशभर के 157 विश्वविद्यालय को शामिल किया गया है। इसमें 108 स्टेट यूनिवर्सिटी, 47 प्राइवेट विश्वविद्यालय तथा दो डीम्ड विश्वविद्यालय शामिल है।
बिहार में तीन सरकारी तथा दो निजी विश्वविद्यालय को इस सूची में शामिल किया गया है। सरकारी विश्वविद्यालयों में बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय, पटना, बिहार चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय पटना एवं तिलका मांझी विश्वविद्यालय भागलपुर शामिल है।
निजी विश्वविद्यालयों में अल करीम विश्वविद्यालय, कटिहार और माता गुजरी विश्वविद्यालय किशनगंज शामिल है। विश्वविद्यालयों में छात्रों की समस्या सुनने के लिए लोकपाल की नियुक्ति करना अनिवार्य होता है। यह छात्रों की शिकायतों का निवारण करता है।
यूजीसी की ओर से देशभर के सभी विश्वविद्यालयों को लोकपाल की नियुक्ति करने को लेकर कई बार स्मारित भी किया गया, लेकिन इनकी नियुक्ति नहीं होने के बाद यूजीसी ने अपनी डिफॉल्टर सूची जारी की। यूजीसी की ओर से डिफॉल्टर की सूची जारी होते ही इन विश्वविद्यालयों में लोकपाल की नियुक्ति की कार्रवाई तेजी से आरंभ कर दी गई है।
यूजीसी ने किया स्पष्ट, जिम्मेवारी समझें विश्वविद्यालयनई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों में लोकपाल की नियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। इसमें विश्वविद्यालयों को शत-प्रतिशत लोकपाल की नियुक्ति करनी है। यह लोकपाल छात्र-छात्राओं की समस्याओं को संज्ञान लेकर उनके समाधान का उपाय सुझाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालयों में सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की नियुक्ति लोकपाल में किए जाने के प्राविधान किए गए हैं।
यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को स्पष्ट किया है कि वह अपनी विद्यार्थियों के प्रति जिम्मेवारी समझें और अविलंब लोकपाल की नियुक्ति कर यूजीसी को सूचित करें। छात्रों की समस्या को लेकर विश्वविद्यालयों का यह रवैया सही नहीं है।
डिफॉल्टर विश्वविद्यालयों की लिस्टसरकारी यूनिवर्सिटी में बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय, पटना, बिहार चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय पटना एवं तिलका मांझी विश्वविद्यालय भागलपुर शामिल है।
निजी विश्वविद्यालयों में अल करीम विश्वविद्यालय, कटिहार और माता गुजरी विश्वविद्यालय किशनगंज शामिल है।
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Bihar Crime News: आलमगंज में प्रॉपर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या, मेयर पुत्र समेत नौ नामजद; घटना CCTV में कैद
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। आलमगंज थाना क्षेत्र के जल्ला रोड में रविवार की सुबह लगभग पांच बजे घर के पास ही प्रॉपर्टी डीलर अरुण कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे बाइक से फरार हो गए। दो की संख्या में आए हत्यारों ने चेहरा छिपाने के लिए टोपी पहन रखी थी। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुकी है।
अरुण की पत्नी आशा कुमारी ने मेयर सीता साहू के पुत्र शिशिर कुमार समेत नौ लोगों पर आपराधिक षड्यंत्र के तहत हत्या कराने का आरोप लगाया है। एएसपी शरथ आरएस ने मेयर पुत्र को नामजद अभियुक्त बनाए जाने की पुष्ट की है। कहा कि हत्याकांड का जल्द उद्भेदन कर दिया जाएगा।
इधर, शिशिर ने बताया कि वे मां और परिवार के अन्य लोगों के साथ दूसरे शहर में हैं। उन्होंने कहा कि अरुण के स्वजन दुर्भावना से ग्रसित होकर साजिश के तहत उन्हें फंसा रहे हैं।
फूलों में पानी देने निकले थे अरुणआशा कुमार ने पुलिस को बताया कि सुबह उनके पति दरवाजे पर फूलों को पानी देने के लिए घर से बाहर निकले थे। तभी गली के मोड़ पर हत्यारों ने बाइक खड़ी की और पैदल उनके पास गए। सामना होता ही पति पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगते ही वे जमीन पर गिर पड़े, जिसके बाद हत्यारे भाग निकले।
इधर, गोलियों की तड़तड़ाहट सुनकर स्वजन बाहर निकले और लहूलुहान हालत में अरुण को इलाज के लिए नालंदा मेडिकल हास्पिटल लेकर गए, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जमीन की खरीद-बिक्री करते थे अरुणपत्नी ने बताया कि अरुण जमीन खरीद-बिक्री का काम करते थे। इसी को लेकर महापौर पुत्र शिशिर कुमार, दिव्य सुंदर, विकास गुप्ता, खड़बड़ गोप, छोटन गोप, राकेश, डीएम पप्पू, मंतोष कुमार महतो व मौली सोनार के द्वारा आपराधिक षडयंत्र रचकर पुरानी दुश्मनी व जमीनी विवाद के कारण हत्या करवाई है।
पत्नी ने प्राथमिकी में यह भी बताया है कि आठ मार्च 2023 को होली के दिन शिशिर, खड़बड़ गोप तथा उनके लोगों ने मारपीट कर पति को जेल भिजवा दिया था। सूत्रों की मानें तो हत्याकांड में पुलिस ने एक नामजद को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
चार भाइयों में सबसे छोटे थे अरुणपिता मदन मोहन प्रसाद ने बताया कि उनके चार पुत्रों में अरुण सबसे छोटे थे। हत्या के बाद मां ऊषा देवी. पत्नी आशा देवी, पुत्र आरव व पुत्री आराध्या का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं, अरुण की तीन बहनें संगीता, गीता व बबीता समेत लोग अन्य हत्याकांड से मर्माहत थे। नालंदा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद अरुण का अंतिम संस्कार फतुहा में किया गया।
सूत्रों की मानें तो कई पुलिसकर्मियों से उनकी नजदीकी थी। सिटी क्षेत्र के थानों में भी उनका आना-जाना लगा रहता था। इस कारण विरोधियों को संदेह था कि वे उनकी खबर पुलिस तक पहुंचा देते हैं। हत्याकांड के बाद मोहल्ले में यह भी चर्चा थी कि जेल में रहने के दौरान एक कुख्यात अपराधी से अरुण की दोस्ती हुई थी। बाहर आने के बाद भी दोनों की बातें होती थीं। पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन कर रही है।
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NEET Paper Leak Case: मुख्य आरोपी का क्या है सम्राट चौधरी से लिंक? RJD ने खोल दिया सबकुछ; नए बयान से मची खलबली
राज्य ब्यूरो, पटना। नीट परीक्षा (NEET Paper Leak Case) की जांच जहां केंद्र सरकार ने सीबीआई को सौंपी है। वहीं, इस परीक्षा को लेकर राजनीति भी जमकर हो रही है। राजद ने मांग की है कि नीट परीक्षा रद्द की जाए।
राजद के राज्यसभा सदस्य प्रो मनोज झा (Manoj Jha) ने रविवार को कहा कि 5 मई 2024 को आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट यूजी) का प्रश्नपत्र बिहार, हरियाणा और गुजरात जैसे भाजपा, एनडीए शासित राज्यों में लीक हुआ।
उन्होंने कहा कि देश के 24 लाख युवा छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। पहले तो भाजपाई शिक्षा मंत्री नीट परीक्षा में लीक को मान ही नहीं रहे थे। जब सारे साक्ष्य मिले तो तब भी एनडीए सरकार इसे रद्द करने से कतरा रहे हैं।
राजद ने पेश किए कई साक्ष्यBihar News झा ने आरोप लगाया कि पटना में एक गेस्ट हाउस बुकिंग को लेकर भाजपा हायतौबा मचा रही है जबकि हरियाणा के एक परीक्षा केंद्र से छह अभ्यर्थियों ने टॉप पोजिशन हासिल किया है। भाजपा के एक नेता का इस केंद्र से सीधा जुड़ाव है। यही हाल बिहार, गुजरात और झारखंड में भी है।
मनोज ने बताया कि इस संगठित भ्रष्टाचार में भाजपा और जदयू के नेताओं का नीट के आरोपियों से सीधा संपर्क होने के साक्ष्य मिल रहे हैं। नालंदा के संजीव मुखिया गिरोह ने बीपीएससी आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का भी पेपर लीक किया था, लेकिन उसपर कोई कारवाई नहीं हुई?
राजद ने सीएम नीतीश को भी घसीटाराजद नेता ने कहा कि उसके बेटे डॉक्टर शिव का नाम आया, लेकिन बिहार पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया। ये सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा जिले से संबंध रखते हैं। सब रसूखदार हैं। देश में होने वाले हर पेपर लीक के तार नालंदा से जुड़े होते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे 17 महीनों की सरकार में हुई नियुक्तियों को छोड़ दें तो नीतीश कुमार के शासन में हुई अधिकांश नियुक्तियों में चाहे वो पुलिस में हों अथवा अन्य विभागों में आपको अधिकांश चयनित लोग नालंदा के ही मिलेंगे? यह संयोग है या प्रयोग यह बात हर बिहारी जानता है?
बीपीएससी पेपर लीक में तमाम साक्ष्य मिलने के बावजूद उसका मास्टरमाइंड संजीव मुखिया और उसकी पत्नी जो NDA की पूर्व प्रत्याशी व जदयू नेत्री पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। क्या ये रसूखदार मंत्री के करीबी हैं। इनका सीधे मुख्यमंत्री आवास तक इनकी पहुंच है।
मनोज झा ने पूछा कि अभी तक जितने भी पेपर लीक हुए हैं, उनके सरगनाओं का संबंध जेडीयू और भाजपा के नेताओं से ही क्यों है? क्या यह इतेफाक है?
राजद नेता ने कहा कि पेपर लीक का मुख्य आरोपी अमित आनंद बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) का खास है। सम्राट चौधरी से अमित आनंद का क्या रिश्ता है? सम्राट चौधरी ने अमित आनंद के साथ अपनी तस्वीरों को सोशल मीडिया से डिलीट क्यों किया?
मुख्य आरोपी को राजद ने बताया संजय जायसवाल का कारीबीमनोज झा ने कहा कि अमित आनंद का भाजपा सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से क्या रिश्ता है? अमित आनंद संजय जायसवाल का कार्यालय देखता है। उसकी इस उपलब्धि को उसके कॉलेज ने अपनी वेबसाइट पर दर्शा रखा है। क्या अमित आनंद जदयू उपाध्यक्ष का सुपुत्र नहीं है? क्या उसे सत्ता का संरक्षण नहीं मिला?
मनोज झा ने पूछा कि सिकंदर यादवेंदु को नौकरी किसने दी? पड़ताल करो? सिकंदर का 2021 में जल संसाधन विभाग से नगर विकास विभाग में ट्रांसफर किसकी सरकार में हुआ? क्या यह जदयू और भाजपा में मंत्री की आपसी सहमति से नहीं हुआ?
मनोज झा ने कहा कि राजद (RJD) एनडीए सरकार से मांग करती है कि नीट परीक्षा को तत्काल रद्द किया जाए और भ्रष्टाचार में डूबे विश्वसनीयता खो चुकी एनटीए को भी तुरंत भंग कर दिया जाए। इस कड़ी में शिक्षा मंत्री को अविलंब इस्तीफा देना चाहिए।
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Bihar News: बिहार में उच्च शिक्षा प्रणालियों का होगा डिजिटलाइजेशन, छात्रों और शिक्षकों को होगा लाभ
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Higher Education News राज्य में उच्च शिक्षा प्रणालियों के डिजिटलाइजेशन की तैयारी है। दिसंबर तक सभी विश्वविद्यालयों में इस कार्य को पूरा किया जाना है। शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों से इस संदर्भ में प्रस्ताव मांगा है। विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों के लिए राज्य स्तर पर एक एकीकृत प्रबंधन सूचना प्रणाली विकसित की जाएगी।
इसके माध्यम से उच्च शिक्षा में गुणवत्ता एवं पारदर्शिता आएगी। शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालयों के स्तर से कार्यों में सुगमता आएगी। उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं के नामांकन, शिक्षक, कर्मचारी, वित्तीय आदि की अद्यतन स्थिति के विषय में शीघ्र सूचनाएं मिलेंगी।
बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद द्वारा सभी विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों के लिए राज्य स्तर पर कॉमन डेटाबेस एकत्रित करने हेतु एकीकृत प्रबंधन सूचना प्रणाली (युनिफाइड-एमआइएस) को विकसित किया जा रहा है।
राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियानयहां बता दें कि राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रुसा) केंद्र उच्च शिक्षा प्रणाालियों का प्रायोजित डिजिटलीकरण योजना है, जो राज्य के उच्चतर शैक्षणिक संस्थाओं को वित्तपोषित करने के उद्देश्य से वर्ष 2013 में प्रारंभ की गयी थी। इस योजना में केंद्र एवं राज्य का वित्तीय अनुपात अद्यतन 60:40 है।
राज्य उच्चतर शिक्षा योजनाओं के समालोचनात्मक मूल्यांकन के आधार पर राज्यों को निधि दी जाती है। निधि का उपयोग उच्चतर शिक्षा में समानता, पहुंच और उत्कृष्टता मामलों में अपेक्षित सुधार के लिए राज्य की कार्य योजना के आधार पर होता है। यह योजना बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है।
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/पटना। नीट पेपर लीक मामले में राष्ट्रीय जनता दल ने भी अब जनता दल यूनाइटेड पर हमला बोला है। राजद ने सोमवार को मीडिया के सामने कुछ तस्वीरें दिखाते हुए पेपर लीक मामले के आरोपी संजीव मुखिया से जदयू का कनेक्शन जोड़ा है।
दरअलस, राजद सांसद मनोज झा ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाते हुए संजीव मुखिया की पत्नी की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हुई भेंट की एक तस्वीर जारी की। इसके अलावा राजद ने सांसद चिराग पासवान की पार्टी से संजीव मुखिया के कनेक्शन का भी खुलासा किया है।
राजद ने जारी कीं तस्वीरेंराजद ने अपने एक्स हैंडल पर भी इस संबंध में तस्वीरें जारी की हैं। पार्टी की ओर से इसके लिए तीन पोस्ट की गई हैं। इनमें से दो पोस्ट में नीट पेपर लीक मामले के आरोपी संजीव मुखिया की पत्नी की मुख्यमंत्री नीतीश से भेंट मुलाकात की तस्वीरों को साझा किया है।
वहीं, तीसरी पोस्ट में राजद ने लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और सांसद चिराग पासवान के साथ कनेक्शन बताया है। अपनी पहली पोस्ट में राजद ने सवाल करते हुए लिखा है कि अभी तक जितने भी पेपर लीक हुए हैं उनके सरगनाओं का संबंध जेडीयू और एनडीए के नेताओं से ही क्यों है? क्या यह संयोग है या प्रयोग?
अभी तक जितने भी पेपर लीक हुए है उनके सरगनाओं का संबंध जेडीयू और NDA नेताओं से ही क्यों है? क्या यह संयोग है या प्रयोग? #NEET #NTA pic.twitter.com/mBqXRudxHg
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) June 24, 2024 राजद ने उठाए सवालराजद ने अपनी पोस्ट में कुछ सवाल भी उठाए हैं। राजद ने पूछा है कि नीट पेपर लीक के किंगपिन और मुख्य सरगना नालंदा निवासी संजीव मुखिया को कौन बचा रहा है? क्या यह सच नहीं है कि संजीव मुखिया की पत्नी एनडीए से चुनाव लड़ चुकी है? जदयू की नेत्री रही है।
राजद ने संजीव मुखिया की पत्नी की मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच को लेकर अपनी बात कही है। इसके अलावा राजद ने एक अन्य पोस्ट में लिखा है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान से उनके आवास पर टिकट प्राप्त करने के बाद नीट पेपर लीक का किंगपिन और मुख्य सरगना संजीव मुखिया अपनी पत्नी ममता देवी के साथ।
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पीटीआई, पटना। नीट पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) की जांच अब सीबीआई कर रही है। इस सिलसिले में दिल्ली से सीबीआई की एक टीम सोमवार सुबह पटना में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के ऑफिस पहुंची। एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई की टीम ईओयू से इस मामले से संबंधित सभी साक्ष्य एकत्र करने में जुटी है।
ईओयू के एक अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान ईओयू ने अब तक जो साक्ष्य एकत्र किए हैं, उनमें पटना के एक घर से बरामद हुए जले हुए प्रश्नपत्र के टुकड़े, गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल फोन, सिम कार्ड, लैपटॉप, पोस्ट-डेटेड चेक और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ प्रश्नपत्र शामिल हैं।
पूछताछ के लिए सीबीआई ये कर सकती है कामउन्होंने यह भी बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी लोग पटना में न्यायिक हिरासत में हैं। सीबीआई की टीम अदालत से ट्रांजिट रिमांड हासिल करके विस्तृत पूछताछ के लिए उन्हें दिल्ली ले जा सकती है।
ईओयू अधिकारी ने यह भी बताया कि सीबीआई (CBI) सबूतों को नष्ट करने को लेकर इस मामले में कई एफआईआर दर्ज कर सकती है। इतना ही नहीं, उन आरोपियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (डीए) के मामले भी दर्ज कर सकती है, जो सरकारी कर्मचारी हैं।
मुख्य आरोपी ने अपनी आय के अधिक संपत्ति अर्जित कीअधिकारी ने आगे कहा कि गिरफ्तार आरोपी सिकंदर प्रसाद यादवेंदु, दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर है, उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया जा सकता है। उसने कथित तौर पर अपनी आय के अधिक संपत्ति अर्जित की है।
उन्होंने कहा कि मूल रूप से समस्तीपुर का रहने वाला यादवेंदु इस मामले में मुख्य आरोपी है। अधिकारी ने यह बताया कि यादवेंदु का आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का इतिहास रहा है।
2012 में जूनियर इंजीनियर बनने से पहले वह रांची में ठेकेदार के तौर पर काम करता था। वह पहले 3 करोड़ रुपये के एलईडी घोटाले में फंसा था। उस मामले में अपनी भूमिका के लिए वह जेल की सजा काट चुका है।
अब तक ईओयू कर रही थी मामले की जांचबता दें कि अब तक नीट पेपर लीक मामले की जांच ईओयू कर रही थी, जिसने इस केस के सिलसिले में कुल 18 लोगों को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने रविवार को शिक्षा मंत्रालय के रेफरेंस पर नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की थी। यह परीक्षा 5 मई को आयोजित हुई थी। नीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर देश भर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था।
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Patna Junction: बारिश हुई तो फिर डूब जाएगी ये मेन सड़क, पटना जंक्शन पर पहुंचना होगा मुश्किल; क्या है निगम की तैयारी?
जागरण संवाददाता, पटना। पटना जंक्शन की करबिगहिया छोर की मुख्य सड़क फिर इस बार वर्षा होने पर डूबेगी। नगर निगम लोकसभा चुनाव के दौरान यहां प्री-कास्ट ड्रेनेज बनाने का फैसला लिया गया था। अब तक इस योजना की मंजूरी नहीं मिल पाई है।
नगर निगम के कंकड़बाग अभियंत्रण प्रमंडल 66 लाख की लागत से निर्माण कराने का प्राकलन बनाकर निगम मुख्यालय को भेज दिया। निगम मुख्यालय और विभाग के बीच यह प्रस्ताव रह गया।चिरैयाटांड पुल से मीठटापुर पुल के बीच वाले भाग में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम फ्लाइओवर का निर्माण कर रहा है।
सिर्फ पुल निर्माण के कारण नाला बाधितनाला के ऊपरी भाग पिलर पड़ जाने के कारण ध्वस्त हो गया है। यही कारण है कि पिछले वर्ष मानसून के दौरान यहां कमर भर जलजमाव हो गया था। जलनिकासी के लिए योजना भी बन गई है। योजना की मंजूरी के बाद ही कार्य शुरू हो सकेगा। यहां जलजमाव हो जाने के कारण मुख्य सड़क पर अवाजाही बंद हो जाती है।
पटना जंक्शन से करबिगहिया की तरफ यात्री नहीं निकल पाते हैं। आसपास घनी आबादी है। लोग प्रभावित हो जाते हैं। करबिगहिया का पानी सीधे मीठापुर बस पड़ाव संप हाउस में पानी जाने की व्यवस्था की गई है। सिर्फ पुल निर्माण के कारण नाला बाधित है।
क्या कहते हैं निगम के अधिकारी?निगम अधिकारियों का कहना है कि योजना मंजूर होते ही नाला निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।कंकड़बाग अंचल को करबिगहिया मुख्य सड़क पर जलमाव होने का भय सताने लगा है। अंचल की तरफ से पुराने नाले की सफाई कराने का दावा किया गया है।
इसके साथ मोटर पंप लगाकर पानी निकालने की व्यवस्था की गई है। अधिकारियों का जलजमाव होने के तत्काल बाद निकासी का कार्य शुरू हो जाएगा। नये नाला के निर्माण नहीं होने के बाद भी प्रयास है कि कम से कम लोग प्रभावित हों।
नगर निगम के वार्ड 29 के पार्षद विकास कुमार का कहना है कि करबिगहिया मुख्य सड़क है। स्टीमेट बन गया है। कार्य होना है। इस कार्य को कराकर मीठापुर बस पड़ाव संप से कनेक्ट कर दिया जाए। बड़ी राहत मिलेगी।
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Bihar Politics: ये मुद्दे नीतीश के सामने खड़ा करेंगे संकट! विस चुनाव से पहले RJD ने खेला 'मास्टर स्ट्रोक'
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने कहा है कि केंद्र और बिहार की एनडीए सरकार (NDA Government) का इकबाल समाप्त हो चुका है। एनडीए के नेता लालू (Lalu Yadav) और तेजस्वी (Tejashwi Yadav) को गाली देकर अपने कृत्य नहीं छिपा सकते।
मामला लाखों विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का हो, कानून-व्यवस्था का हो या लूट-भ्रष्टाचार का, भाजपा-जदयू का चेहरा सबके सामने आ चुका है। राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने रविवार को कहा कि नीट-यूजी परीक्षा में पेपर लीक मामले में मुख्य सूत्रधार को बचाने की कोशिश हो रही है।
एनटीए के डीजी को बनाया बलि का बकरा- राजदउन्होंने कहा कि एनटीए के डीजी को बलि का बकरा बना कर मामले की लीपापोती की जा रही है। पेपर लीक के आरोपियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। इसी प्रकार राज्य के हर हिस्से में आए दिन अपराधी बेधड़क होकर गोलीबारी कर लोगों की जान ले रहे हैं। यही स्थिति विकास के नाम पर लूट की है।
उन्होंने यह भी कहा कि एक सप्ताह के अंदर तीन पुल-पुलिया ध्वस्त हो गए। इसके बावजूद सरकार मौन है। उन्होंने कहा कि एनडीए नेता लालू और तेजस्वी गाली देना छोड़ बताएं कि आखिर कब तक ये लोग अपनी नाकामियों, भ्रष्ट कारगुजारियों और कुकृत्यों का ठीकरा दूसरों पर फोड़ते रहेंगे?
राजद के लिए भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार : राजीव रंजनवहीं, जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने रविवार को कहा कि राजद के लिए भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार है। हवाबाजी की बजाय नीट-यूजी पेपर लीक मामले में माफिया से अपने संबंधों के बारे में राजद नेता जवाब दें। राजीव रंजन ने कहा कि पेपर लीक माफिया से तेजस्वी यादव के आप्त सचिव से संबंध होने की बात सामने आ रही।
खबरों पर कुछ ठोस बताने की बजाय राजद के नेता अभी भी बातों को गोल-मोल घुमाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे लोगों के मन में संदेह पैदा हो रहा।
राजद नेताओं की हवाबाजी से लोगों को लगने लगा है कि कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि राजद का इतिहास गवाह है कि प्रदेश में होने वाले अधिकांश घोटाले के तार कहीं न कहीं इनके नेताओं से जरूर जुड़ जाते हैं।
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NEET Paper Leak Case : एक रात पहले किसने सॉल्व किया पेपर? PMCH से जुड़ा तार; पेपर लीक केस में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
राज्य ब्यूरो, पटना। NEET Paper Leak Case आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के द्वारा रेफरेंस प्रश्न पत्र की प्रति उपलब्ध करवा दी गई है। प्रारंभिक जांच में इसका मिलान लर्न बॉय्ज हॉस्टल एंड प्ले स्कूल से बरामद अधजले पेपर से हुआ है। अब इसको आगे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है।
ईओयू को 20 जून की शाम में एनटीए के द्वारा अधजले प्रश्न पत्र के सीरियल कोड से संबंधित रिपोर्ट मिली। इसके बाद ही यह स्पष्ट हुआ की नीट यूजी की परीक्षा में रामकृष्णनगर से बरामद अधजला प्रश्न पत्र का सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के परीक्षा केंद्र का है।
इसके बाद ही ईओयू की टीम हजारीबाग गई और जांच आगे बढ़ी। ईओयू को कई रिमाइंडर और लंबे इंतजार के बाद एनटीए से प्रश्नपत्र मिला।
इसके अलावा एनटीए से अब तक 15 संदिग्ध परीक्षार्थियों के रोल कोड की विवरणी ईओयू को मिली है। इनमें से चार से पूछताछ की जा चुकी है। शेष 11 अभी तक पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए हैं।
मेडिकल जांच के बाद जेल भेजे गए पांच आरोपितनीट यूजी मामले में देवघर से गिरफ्तार कर लाये गये पांच अभियुक्तों को रविवार को जेल भेज दिया गया। ईओयू ने पूछताछ के बाद सभी अभियुक्तों की राजवंशी नगर स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) में मेडिकल जांच कराई गई।
देर शाम न्यायिक पदाधिकारी के समक्ष पेश करने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों में पंकु कुमार, परमजीत सिंह उर्फ बिट्टु, चिंटू उर्फ बालदेव कुमार, काजू उर्फ प्रशांत कुमार और राजीव कुमार उर्फ कारू शामिल हैं। सीबीआई के द्वारा रिमांड पर लिए जाने तक पांचों अभियुक्त न्यायिक हिरासत में रहेंगे।
पीएमसीएच से कैसे जुड़ा कनेक्शन?नीट यूजी (राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा, अंडर ग्रेजुएट) पेपर लीक कांड की जांच पीएमसीएच (पटना मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल) तक पहुंच सकती है। सूत्रों की मानें तो इस मामले में पांच मई को पकड़े गए नीतीश कुमार के साथ रहे उसके एक अन्य सहयोगी को पीएमसीएच के पीजी (पोस्ट ग्रेजुएट) हॉस्टल से निकलते देखा गया था।
वह अभी फरार चल रहा है। इससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि लीक बुकलेट में वर्णित प्रश्नों को वहीं के किसी पीजी छात्र ने हल किए थे। सूत्र बताते हैं कि हास्टल के आसपास लगे सीसी कैमरों के चार मई की रात के फुटेज खंगाले जाएं तो उससे कई राजफाश हो सकते हैं।
गिरोह से साठगांठ रखने वाले जूनियर डाक्टरों की भी पहचान की जा सकती है। पूर्व में भी मेडिकल परीक्षा में धांधली के तार पीएमसीएच से जुड़ चुके हैं। गिरोह में शामिल अधिसंख्य शातिरों के रिश्तेदार भी डॉक्टर हैं।
सरगना संजीव मुखिया के बेटे डॉ. शिव कुमार और उसके मित्र डा. शुभम मंडल ने भी पीएमसीएच से ही एमबीबीएस की पढ़ाई की थी।
रात नौ बजे दिए गए थे प्रश्नसूत्र बताते हैं कि संजीव मुखिया ने अपने एक नजदीकी के मोबाइल से प्रश्नपत्र भेजे थे, जिसका प्रिंटआउट लेकर गिरोह का गुर्गा चार मई की रात लगभग नौ बजे पीजी हॉस्टल में पहुंचा था। वह रात 11 बजे तक तीन बार हॉस्टल से अंदर-बाहर गया था।
प्रश्नों के सामने अंक में उत्तर लिख दिए गए थे। इसके बाद संजीव मुखिया के नजदीकी के उसी मोबाइल नंबर पर प्रश्न और उत्तर की फोटो खींच कर भेजी गई थी।
संभव है कि उसने हास्टल में ही हल प्रश्नपत्र का पीडीएफ बनाया था और बाइक से निकल गया। वह शख्स नामजद फरार अभियुक्तों में से कोई था या अन्य, इसका पता नहीं चल सका है।
सभी अभ्यर्थियों को मिली थी एक-एक छायाप्रतिखेमनीचक स्थित प्रभात रंजन के मकान (लर्न प्ले स्कूल एवं लर्न ब्वायज हास्टल) में बनाया गया अड्डा अमित आनंद और नीतीश कुमार के जिम्मे था। दोनों अभी जेल में हैं। सूत्रों के अनुसार, बाइक सवार शख्स जब इस अड्डे पर पहुंचा तो उसने कमरों में बैठे अभ्यर्थियों की गिनती की।
इसके बाद उतनी ही संख्या में वाइ-फाइ प्रिंटर से हल प्रश्नों की छायाप्रति निकाली और नीतीश व अमित को उपलब्ध कराई, जो सभी अभ्यर्थियों को बांट दिए गए।
कुछ देर तक वह शख्स वहीं रुका, फिर बाइक से कहीं चला गया। अगली सुबह (पांच मई) अभ्यर्थियों से छायाप्रति ले ली गई। उसकी गिनती कर बारीक टुकड़ों में सभी छायाप्रति को फाड़ कर फेंक दिया गया।
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Sonakshi-Zaheer Wedding: 'बिहार में घुसने नहीं देंगे...', सोनाक्षी-जहीर की शादी का विरोध; दिखे धमकी भरे पोस्टर
डिजिटल डेस्क, पटना। Bollywood News In Hindi बॉलीवुड की फेमस सेलिब्रिटी और बिहार की बेटी सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) अब जहीर इकबाल (Zaheer Iqbal) के साथ शादी के बंधन में बंध गई हैं। जहां एक तरफ, फिल्मी गलियारों में इस शादी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है।
वहीं, दूसरी ओर, बिहार में सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल की शादी (Sonakshi Sinha Zaheer Iqbal Marriage) के खिलाफ आवाज भी उठने लगी हैं।
पटना में सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल की शादी के खिलाफ लगे पोस्टर्स भी नजर आए हैं। ये पोस्टर हिन्दू शिवभवानी सेना द्वारा लगाए गए हैं। पोस्टर में लिखा गया है कि सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल की शादी लव जिहाद को बढ़ावा देता है।
पोस्टर में और क्या लिखा गया?पोस्टर में आगे लिखा गया है कि शत्रुघ्न सिन्हा जी शादी के फैसले पर पुनर्विचार करें नहीं तो अपने बेटे लव और कुश के साथ-साथ घर का नाम 'रामायण' भी बदल दें। सोनाक्षी सिन्हा को हिन्दू शिवभवानी सेना बिहार में घुसने नहीं देगी।
बता दें कि पोस्टर में लव कुमार सिंह 'रुद्र' के नाम का भी जिक्र किया गया है, जो हिन्दू शिवभवानी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बताए जाते हैं।
चर्चित एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) की बेटी सोनाक्षी ने 23 जून को जहीर इकबाल से रजिस्टर्ड मैरिज की। वह लंबे समय से जहीर के साथ रिलेशनशिप में थीं। शादी के बाद लैविश रिसेप्शन पार्टी का भी आयोजन किया गया, जिसमें तमाम बॉलीवुड सितारों ने शिरकत की।
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Bihar Politics: नीतीश को लेकर कांग्रेस ने ये क्या कह दिया? प्रदेश अध्यक्ष बोले- बड़ी मछलियों को बचाने के लिए...
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार में सप्ताह भीतर तीन पुल-पुलिया ध्वस्त हो गए। कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह व विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान ने इसके लिए पूर्णतया प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
रविवार को नेताद्वय ने कहा कि बिहार को बदनामियों का दंश झेलने के लिए अभिशप्त करने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार को शासन का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है। गिरते-ढहते पुल-पुलिया को देखकर कौन कहेगा कि निर्माण में कोताही नहीं हो रही। यह कोताही वस्तुत: भ्रष्टाचार है।
छोटे कर्मचारियों-इंजीनियरों के सिर फोड़ दिया जाता है ठीकराध्वस्त हुए ये तीनों पुल-पुलिया जनता की गाढ़ी कमाई की लूट-खसोट के तीन उदाहरण हैं। सुशासन की सरकार को ऐसे मामलों पर शर्म भी नहीं आती। बड़ी मछलियों को बचाने के लिए ऐसी करतूतों का ठीकरा प्राय: छोटे कर्मचारियों-इंजीनियरों के सिर फोड़ दिया जाता है।
प्रश्न यह कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मंत्री से लेकर तमाम वरीय अधिकारी तक इसके लिए क्यों जिम्मेदार नहीं? क्या व्यवस्था उनके निर्देश के बगैर चलती है? नियंत्रण-निगरानी के असली प्राधिकार तो वे ही लोग हैं तो फिर ऐसी कमी-कोताही के लिए वे जिम्मेदार क्यों नहीं?
प्रदेश में पुलों गिरने पर कांग्रेस ने जताई नाराजगीबिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मो. खान अली, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी,
प्रद्युम्न दुबे, विनोद उपाध्याय, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार आदि ने कहा कि प्रदेश में एक सप्ताह में तीन पुल गिरे, पहले अररिया में, शनिवार को सिवान में तो रविवार मोतिहारी में पुल ध्वस्त होना सरकार की नाकामी है।
इससे पहले, 22 मार्च जिस दिन स्थापना दिवस माना रहा है। उक्त दिन ही सुपौल में बड़े पुल हादसे ने सबको हिल दिया था। जिसमें एक व्यक्ति की मौत एवं दर्जनों घायल हुए थे।
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