Dainik Jagran
Bihar News: बिहार में नव नियुक्त 7468 ए.एन.एम की स्वास्थ्य केंद्रों में पोस्टिंग को लेकर सूची जारी
डिजिटल डेस्क, पटना। स्वास्थ्य विभाग, बिहार सरकार द्वारा बिहार तकनीकी सेवा आयोग, पटना के विज्ञापन संख्या-07/2022 के अंतर्गत महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता (ए.एन.एम.) संवर्ग में नियुक्ति हेतु कुल 7468 अभ्यर्थियों को पे मैट्रिक्स लेवल-4 पर औपबंधिक रूप से नियुक्त किया गया है।
सभी चयनित महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को राज्य के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थापित किया गया है। नवनियुक्त महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने पदस्थापन स्थल की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के विभागीय वेबसाईट पर ऑफिस ऑर्डर & ट्रांसफर/पोस्टिंग मेनू से प्राप्त कर सकती हैं। सभी नवनियुक्त अभ्यर्थी अपने सभी शैक्षणिक प्रमाण पत्रों, दस्तावेजों एवं पहचान पत्रों के साथ शीघ्रातिशीघ्र अपने पदस्थापित संस्थान के प्रभारी के समक्ष योगदान देना सुनिश्चित करें।
स्वास्थ्य विभाग ने सभी नवनियुक्त महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को उनके उज्ज्वल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं दी हैं और आशा व्यक्त की कि वे राज्य के स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने में सक्रिय योगदान देंगी।
PM Modi Live: 'प्राण जाए पर वचन न जाए', ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र कर PM मोदी बोले- अपना वादा पूरा करके बिहार आया हूं
जागरण संवाददाता, पटना। पीएम मोदी के बिहार दौरे का आज दूसरा दिन है। आज पीएम मोदी ने रोहतास के बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करते हुए जनता को करोड़ों की सौगात दी। PM खुली गाड़ी से CM नीतीश कुमार और डिप्टी CM सम्राट चौधरी के साथ मंच पर पहुंचे। इस दौरान लोगों ने पीएम पर पुष्प वर्षा की। मंच पर पीएम मोदी को किसान सुमित्रा देवी ने शाल देकर सम्मानित किया।
सीएम नीतीश कुमार ने किया सभा को सबोधितबिक्रमगंज में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार के विकास के लिए 48,500 करोड़ की योजनाओं का आज पीएम मोदी उद्घाटन और शिलान्यास कर रहे हैं।
इसके लिए हम बधाई देते हैं। 2005 के पहले जिसकी सरकार थी उन्होंने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया। हम लोगों ने महिलाओं के लिए काम किया है, इस कारण सभा में बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंची हैं।
जनवरी फरवरी में हमलोगों ने बिहार के सभी जिले का दौरा किया, जो कमी रह गई थी उसे 50 हजार करोड़ से पूरा किया जाएगा। बिहार को प्रधानमंत्री ने मखाना बोर्ड दिया इसके लिए बधाई देता हूं।
जातीय जनगणना कराने के लिए केंद्र सरकार ने निर्णय लिया इसके लिए बधाई देता हूं। हम लोग शुरू से ही जातीय जनगणना की मांग करते रहे हैं। विपक्ष के लोग सिर्फ भ्रम फैला रहे हैं।
सासाराम के लोग भगवान राम की रीति-नीति जानते हैं: PM मोदी#WATCH | Karakat, Bihar | Prime Minister Narendra Modi says, "The people of Sasaram know the customs of Lord Ram. 'Praan jaaye par vachan na jaaye'... After the dreadful terrorist attack in Pahalgam, I had promised the country on the land of Bihar that the hideouts of the masters… pic.twitter.com/2XjzUwbOPw
— ANI (@ANI) May 30, 202548 हजार करोड़ रुपये से अधिक की योजनाओं की सौगातप्रधानमंत्री ने 48,500 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। ये परियोजनाएं विद्युत, सड़क, रेल और शिक्षा क्षेत्र से संबंधित हैं।
प्रधानमंत्री ने एनटीपीसी नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट स्टेज-2 (3x800 मेगावाट), राष्ट्रीय राजमार्गों को चार और छह लेन करने की चार परियोजनाओं, एनएच-922 पर बक्सर-भरौली के बीच गंगा नदी पर पुल निर्माण, और हार्डिंग पार्क, पटना में पांच टर्मिनल प्लेटफार्म का शिलान्यास किया।
इसके अतिरिक्त, दो राष्ट्रीय राजमार्गों को चार लेन करने की परियोजनाएं, जहानाबाद में नवोदय विद्यालय के 192 बिस्तरों वाले छात्रावास और स्टाफ क्वार्टर का उद्घाटन किया।
सासाराम-अनुग्रह नारायण रोड के बीच स्वचालित सिग्नलिंग और सोन नगर-मुहम्मदगंज के बीच तीसरी रेल लाइन राष्ट्र को समर्पित किया। प्रधानमंत्री मोदी के साथ राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच पर मौजूद हैं।
नीतीश कुमार बिहार के विकास के लिए किया अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास#WATCH | Karakat, Bihar | Prime Minister Narendra Modi says, "The people of Bihar are witnesses to how we have eliminated those who spread violence and unrest in the past years. How Naxalism was dominant in the Sasaram and nearby districts a few years ago... These people had no… pic.twitter.com/Ioq0YPprRl
— ANI (@ANI) May 30, 2025लालू सरकार पर साधा निशानापीएम मोदी ने लालू प्रसाद का नाम लिए बिना उन पर तंज कसा। पीएम ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब जंगलराज वाली सरकार की बिदाई हुई, तब बिहार प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ा।
#WATCH | Karakat | Prime Minister Narendra Modi says, "When the Jungle Raj government was dismissed under Nitish Kumar's leadership here, Bihar also started moving ahead on the path of progress. Broken highways, bad railways, limited flight connectivity, that era has now become… pic.twitter.com/U1ekEA0TJl
— ANI (@ANI) May 30, 2025टूटी सड़के, खराब रेलमार्ग, सीमित उड़ान संपर्क वाला समय अब इतिहास बन गया है। पटना एयरपोर्ट के टर्मिनल को आधुनिक बनाने की मांग भी अब पूरी हो गई है।
बिहार में तेजी से बदल रही रेलवे की स्थिति#WATCH | Karakat, Bihar | Prime Minister Narendra Modi says, "The condition of railways in Bihar is also changing rapidly... These development works could have been done earlier as well. But those who were responsible for modernising railways in Bihar looted the lands of the… pic.twitter.com/Yuddr3jkGw
— ANI (@ANI) May 30, 2025IPL के बाद बिहार में सजेगा क्रिकेट का मेला, मैदान में जलवा बिखेरेंगे वैभव सूर्यवंशी सहित ये दिग्गज क्रिकेटर
अक्षय पांडेय, पटना। घरेलू क्रिकेट में झारखंड के लिए मैदान पर उतरने वाले ईशान किशन एवं पश्चिम बंगाल के लिए खेलने वाले मुकेश कुमार और भारतीय टेस्ट टीम के सदस्य आकाशदीप बिहार प्रीमियर लीग (बीपीएल) में अपना जलवा बिखेर सकते हैं।
जून के दूसरे सप्ताह से शुरू होने वाली बीपीएल लीग में आइपीएल में राजस्थान रायल्स के लिए शतक जड़ चर्चा में आए वैभव सूर्यवंशी भी चौके-छक्के जड़ते दिखेंगे।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के तत्वावधान में 20 ओवर की बीपीएल में आइपीएल की तरह रोमांच का तड़का लगने की उम्मीद है। बीसीए से मिली जानकारी के अनुसार बीपीएल की गवर्निंग काउंसिल भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के पास एक प्रस्ताव लेकर जाएगी।
इसमें उन खिलाड़ियों को बीपीएल में शामिल करने की अनुमति मांगी जाएगी, जो बिहार के हैं, पर अभी दूसरे राज्यों से खेलते हैं। गवर्निंग काउंसिल बीसीसीआइ से आग्रह करेगी कि बीपीएल में मूल रूप से बिहार के रहने वाले खिलाड़ियों को बीपीएल में खेलने की अनुमति दी जाए। इसमें ईशान किशन, मुकेश कुमार, आकाशदीप जैसे खिलाड़ी भी शामिल हैं।
आइपीएल खिलाड़ियों के साथ नेट पर अभ्यास करने वाले शाकिब हुसैन, अनुकूल राय, अनुनय नारायण सिंह और बिपिन कुमार सिंह जैसे खिलाड़ी खेलते नजर आएंगे।
आइपीएल के नियम होंगे लागूपटना के ऊर्जा मैदान पर बीपीएल के मुकाबले होंगे। इसमें छह टीमों को खेलने की अनुमति दी जाएगी। टीमों के नाम शाहाबाद सुल्तान्स, पाटलिपुत्र पैंथर्स, मिथिला किंग्स, अंगिका टागर्स, मगथ मास्टर्स और सीमांचल सोल्जर्स रखे गए हैं। क्रिकेटरों की खरीद में आइपीएल का नियम लागू होगा।
बीपीएल गवर्निंग काउंसिल खिलाड़ियों की बेस प्राइज तय करेगी। फ्रेंचाइजी टीमें ऑक्शन के जरिए प्रदेश के सौ से अधिक खिलाड़ियों का चयन करेंगी। टीमों का बजट तीन करोड़ ही है, पर बिहार के नाम पर ईशान किशन, मुकेश कुमार और आकाशदीप जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के खेलने की उम्मीद है।
बीपीएल को तड़का लगाएगा वैभव का बल्लाबिहार प्रीमियर लीग में वैभव सूर्यवंशी भी खेलेंगे। वैभव इंडिया अंडर-19 टीम में शामिल हैं। भारतीय टीम का दौरा 24 जून से शुरू होगा। अभी वैभव बेंगलुरु में एनसीए कैंप में शामिल हैं। बीसीसीआइ के नियम के मुताबिक राज्य क्रिकेट बोर्ड किसी महत्वपूर्ण मैच के लिए खिलाड़ी को बुला सकता है।
बीपीएल को प्राथमिकता देने के लिए बीसीए की वैभव को शुरुआत के कुछ मैचों में मैदान पर उतारने की योजना है। झारखंड से ईशान, बंगाल से मुकेश और आकाशदीप, भारतीय टीम के सदस्य रहे पटना के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन झारखंड से, गोपालगंज के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार और रोहतास के आकाशदीप पश्चिम बंगाल से घरेलू क्रिकेट खेलते हैं।
तेज गेंदबाज आकाशदीप इंग्लैड दौरे पर जा रही भारतीय टीम में भी शामिल हैं। ईशान सनराइजर्स हैदराबाद, मुकेश कुमार दिल्ली कैपिटल्स और आकाशदीप रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए आइपीएल खेलते हैं।
Patna Airport: पटना एयरपोर्ट से विदेश यात्रा के लिए अभी करना होगा और इंतजार, सामने आई ये बड़ी वजह
जागरण संवाददाता, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार की शाम पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का लोकार्पण कर दिया है, लेकिन यात्रियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं का उपभोग करने के लिए पांच जून तक इंतजार करना होगा। इसके पीछे पुराने टर्मिनल भवन से विमानन कंपनियों के काउंटर और एएआइ का कार्यालय शिफ्ट करना बताया जा रहा है।
नए टर्मिनल भवन के निर्माण का काम वर्ष 2018 में शुरू हुआ था, लेकिन कोरोना की वजह से निर्माण कार्य बाधित हुआ और समयावधि बढ़ती चली गई। इस भवन का डिजायन सिंगापुर की मेनहार्ट कंपनी ने किया था। हैदराबाद की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन ने निर्माण कार्य पूरा किया।
आगमन और प्रस्थान को अलग-अलग एंट्री-एक्जिटदो मंजिली इमारत में आगमन (अराइवल) और प्रस्थान (डिपार्चर) के लिए अलग-अलग रास्ते होंगे। निचले तल पर अराइवल यानी दूसरे शहरों से आने वाले यात्रियों के लिए व्यवस्था की गई है। यहां चार एक्जिट गेट होंगे, जबकि पहली मंजिल से डिपार्चर की व्यवस्था है। इस पर पांच एंट्री होगी।
इसके बाद पांच सिक्योरिटी गेट होंगे। नए भवन में 64 चेक-इन काउंटर होंगे, जिससे यात्रियों को लंबी कतारों में लगना नहीं पड़ेगा। सभी द्वार पर तीन प्रकार के सेंसर युक्त सीसी कैमरे लगाए गए हैं।
अब एयरोब्रिज से विमान में जाएंगे यात्रीपहले यात्रियों को बस से विमान तक पहुंचाया जाता था। अब एयरोब्रिज से यात्री सीधे विमान में प्रवेश करेंगे। वर्तमान में पांच एयरोब्रिज बनाए गए हैं। भवन का डिजायन ऐसा है कि आवश्यकता पड़ने पर भविष्य में इनकी संख्या को बढ़ाया जा सकता है।
हालांकि, पुराने भवन को ध्वस्त करने के बाद ही पांचों एयरोब्रिज का प्रयोग किया जाना संभव हो सकेगा। अभी महज एक एयरोब्रिज ही यात्रियों के आवागमन के लिए तैयार है। दूसरे शहरों से आने वाले यात्री थ्रीडी पेंटिंग के माध्यम से बिहार की संस्कृति और यहां के पर्यटन स्थलों की झलक पा सकेंगे।
पीटीटी का निर्माण जारी, पार्क होंगे 11 विमानपैरेलल टैक्सी ट्रैक (पीटीटी) का निर्माण भी तेजी से किया जा रहा है। इसके बाद यदि एक फ्लाइट रनवे पर खड़ी रही तो दूसरे विमान को हवा में चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। रनवे पर मौजूद विमान को तत्काल पीटीटी पर भेज दूसरे विमान को लैंड कराया जा सकेगा।
वहीं, वर्तमान में पांच विमानों की यहां पार्किंग हो सकती है। पुराने भवन को ध्वस्त कर वहां पार्किंग-बे बनाया जाएगा, जिससे 11 विमान एक साथ खड़े हो सकेंगे। इधर, चार मंजिला मल्टी लेवल पार्किंग में साढ़े सात सौ वाहन पार्क हो सकेंगे।
पार्किंग में वाहन खड़े करने के बाद यात्री ट्रैवलेटर से टर्मिनल की पहली मंजिल पर स्थित डिपार्चर तक जाएंगे। वहीं, आने वाले यात्री टर्मिनल से निकल कर पैदल मल्टी लेवल पार्किंग तक जा सकते हैं।
पार्किंग की विभिन्न मंजिलों पर जाने के लिए रैंप और लिफ्ट दोनों की व्यवस्था है। पिकअप एंड ड्राप के लिए अलग से रैंप की व्यवस्था है, जो एराइवल और डिपार्चर दोनों के लिए उपलब्ध रहेगा।
शयनकक्ष और रेक्लाइनर कुर्सियों की सुविधानए टर्मिनल में शयनकक्ष (डारमेट्री) और रेक्लाइनर कुर्सियों की भी सुविधा होगी। विमान देर होने अथवा रद रहने की स्थिति में यात्रियों को डारमेट्री की सुविधा मिलेगी। वहीं, समय से पहले पहुंचने वाले यात्री रेक्लाइनर कुर्सियों पर आराम कर सकते हैं।
वर्तमान में यह सुविधा पटना एयरपोर्ट पर नहीं थी। फ्लाइट रद होने पर विमानन कंपनियां यात्रियों को होटल में ठहराती थीं। उन्हें वहां तक लेकर जाने के लिए बस की भी व्यवस्था करनी पड़ती थी। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कार्गो कांप्लेक्स भी कार्यरत हो चुका है।
इमिग्रेशन काउंटर पर इंटरनेशनल फ्लाइटें नहींनए टर्मिनल भवन में इमिग्रेशन काउंटर बनाया गया है। हालांकि, अभी विदेश के लिए पटना एयरपोर्ट से सीधी फ्लाइट नहीं है। माना जा रहा है कि जल्द सिंगापुर, बैंकाक, नेपाल जैसे देशों के लिए फ्लाइटें शुरू हो सकती हैं। लेकिन, इसमें सबसे बड़ी बाधा रनवे है।
नए टर्मिनल भवन का निर्माण किया गया है, लेकिन पटना एयरपोर्ट के रनवे का विस्तार नहीं हो सका। रनवे की लंबाई 2,072 मीटर है। यहां फ्लाइट को 2.5 डिग्री पर उतारना पड़ता है, जो सुरक्षित नहीं है।
सुरक्षा मानकों के अनुसार, फ्लाइट को तीन डिग्री क्षितिज पर लैंड कराना सुरक्षित माना जाता है। ऐसे में निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय विमान की सुविधा मिलना मुश्किल बताया जाता है।
Bulldozer Action: पटना में बुलडोजर एक्शन से दुकानदारों में मचा हड़कंप, कई दुकानों को किया गया ध्वस्त
संवाद सहयोगी, पालीगंज। जिलाधिकारी के निर्देश पर पालीगंज नगर पंचायत क्षेत्र के मुख्य बाजार स्थित बिहटा मोड़ से चढ़ोस मोड़ एवं हॉस्पिटल रोड से लेकर बिहटा मोड़ तक नगर कार्यपालक पदाधिकारी सुनील कुमार, मजिस्ट्रेट राजदेव साह अतिक्रमण हटाया गया।
अतिक्रमण पर चला बुलडोजरमजिस्ट्रेट राजदेव साह, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार व भारी पुलिस बल की मौजूदगी में नगर बाजार में अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए बुलडोजर चलाया। इस दौरान बाजार में सड़क किनारे फुटपाथ पर दुकानदारों के द्वारा किया गया अतिक्रमण को बुलडोजर से हटाया गया।
अतिक्रमण की वजह से हर दिन लगता है जामस्थानीय बिहटा मोड से चंढ़ोस मोड़ तक घोषित नो वेंडर जोन में अतिक्रमण होने से बाजार से गुजरने वाली छोटी बड़ी गाड़ियों के साथ-साथ आम ग्रामीणों को घंटों जाम की समस्या से जूझना पडता है।
बिहटा मोड़ से चंढोस मोड़, नाला रोड,अस्पताल रोड होते हुए पेट्रोल पंप तक रोड किनारे लगे दोनों ओर मांस मछली ,फल , सब्जी की दुकानों तथा झोपडीनुमा फुटपाटी दुकानों को जेसीबी से तोड़कर हटाया। इससे आने-जाने वाले लोगों को हर दिन लगने वाले जाम से छुटकारा मिलेगा।
चालान भी काटा गयाबुलडोजर एक्शन के दौरान अधिकारियों ने अतिक्रमणकारियों का 22 हजार रुपये का चालान भी काटा। साथ ही इलाके को अतिक्रमण मुक्त कराया।
जेसीबी, ट्रैक्टर लेकर मुस्तैद रहे पुलिसकर्मीसहायक लोक स्वच्छता पदाधिकारी अलंकारिका, महिला दारोगा प्रेमलता एवं कर्मियों के दलबल के साथ जेसीबी, ट्रैक्टर लेकर मुस्तैद रहीं। इस बाबत कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर महीने में दो दिन अंतिम बुधवार एवं गुरुवार के दिन शहर और बाजार के मुख्य सड़कों से अतिक्रमण हटाना निर्धारित है।
Bihar News: बिहार में पत्थर खनन को बढ़ावा देने की तैयारी में जुटी नीतीश सरकार, बनाया ये नया प्लान
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश सरकार अन्य राज्यों से आयात किए जाने वाले पत्थर के स्थान पर अब प्रदेश में ही व्यापक पैमाने पर पत्थर खनन की योजना पर काम कर रही है। परंतु इसके पूर्व सरकार के स्तर पर इस संबंध में नीतिगत निर्णय होगा इसके बाद ही कार्य आगे बढ़ेगा। बावजूद इस दिशा में खान एवं भू-तत्व विभाग ने प्रक्रियागत कार्य प्रारंभ कर दिए गए हैं। सबसे पहले जिलों से डिस्ट्रिक सर्वे रिपोर्ट (डीएसआर) तलब की गई है।
राज्य के निर्माण कार्यो में पत्थरों की अधिकांश आपूर्ति अन्य राज्यों से होती है, जिसका नुकसान यह है कि सरकार का बड़ा राजस्व अन्य राज्यों में चला जाता है। जिसे देखते हुए इस संबंध में नीतिगत सहमति बनाने का निर्णय हुआ है।
मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा के स्तर पर हुई एक बैठक में खान एवं भू-तत्व विभाग को यह निर्देश दिए कि वह जिन आठ स्थानों से पत्थर खनन हो रहा था उसकी वर्तमान क्षमता और पर्यावरण स्वीकृति पर काम करें। इसके साथ ही अन्य जिलों के पहाड़ों से पत्थर खनन की योजना भी तैयार करें।
बैठक में मिले निर्देश के बाद विभाग ने जिलों से डीएसआर (डिस्ट्रिक सर्वे रिपोर्ट) मांगी है। रिपोर्ट से स्पष्ट हो सकेगा कि किस पहाड़ से और कितना पत्थर खनन किया जा सकता है। उक्त पहाड़ का क्षेत्रफल कितना है।
खनन के बाद निकलने वाले पत्थर की संभावित मात्रा क्या होगी। इसके अलावा खनन के बाद पत्थर को मुख्य मार्ग तक लाने की व्यवस्था क्या होगी और इससे राज्य सरकार को कितना अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा।
पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का अध्ययन भी होगाविभाग के सूत्रों ने बताया कि संभाव्यता तलाश के क्रम में सरकार यह अध्ययन भी करेगी कि पहाड़ों से पत्थर खनन से पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा। इसके अलावा पहाड़ों का ऐतिहासिक, पौराणिक और पर्यावरणीय महत्व का एक डेटाबेस भी तैयार किया जाएगा।
इसी कड़ी में पूर्व से जिन स्थानों से पत्थर खनन हो रहा था उसकी रिपोर्ट का आकलन भी होगा। बता दें कि फिलहाल शेखपुरा में सात और गया में एक खनन पट्टा दिया गया है वहां से खनन हो रहा है।
कार्य विभाग झारखंड से भी प्राप्त करेंगे खनन पट्टामुख्य सचिव के स्तर पर हुई बैठक में यह सहमति भी बनी है कि प्रदेश के कार्य विभाग पत्थरों की आपूर्ति के लिए पड़ोसी राज्य झारखंड से खनन पट्टा प्राप्त करें ताकि उन्हें समय पर पर्याप्त मात्रा में पत्थरों की आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। यह कार्य सुगमता से हो इसके लिए राज्य खनिज कारपोरेशन को फ्रेमवर्क तैयार करने का जिम्मा सौंपा गया है।
Bihar News: शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मिलेगा बेहतर इलाज, पाली क्लिनिक की सुविधा देने की तैयारी
राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य विभाग प्रदेश के नामित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पाली क्लिनिक की सुविधा देगी। इसके पूर्व इन स्वास्थ्य केंद्रों पर पाली क्लिनिक सेटअप विकसित किया जाएगा, जिसके बाद यहां एक ही छत के नीचे कई तरह की सेवाएं मिलनी शुरू हो जाएंगी।
स्वास्थ्य विभाग ने इस दिशा में पहल कर दी है। स्वास्थ्य विभाग ने शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पाली क्लिनिक की सुविधा विकसित करने की जिम्मेदारी राज्य स्वास्थ्य समिति को सौंपी है। स्वास्थ्य समिति यह कार्य निजी एजेंसी के माध्यम से करेगी। इसके लिए टेंडर भी जारी हो चुका है।
बीते दिनों इस मसले पर उच्चस्तरीय बैठक भी हुई, जिसमें यह बात सामने आई कि पाली क्लिनिक सेटअप विकसित करने के लिए जो टेंडर जारी किया गया था, उसमें तीन निजी एजेंसियों ने बोली लगाई थी। बोली लगाने वालों में सिटी सेंट्रल हास्पिटल प्रा. लि., प्रांस हेल्थ केयर इंडिया प्रा. लि. और सम्मान फाउंडेशन शामिल हैं।
स्वास्थ्य समिति के सूत्रों की माने तो जल्द ही तय की गई एजेंसी से करार को अंतिम रूप दिया जाएगा। बता दें कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पाली क्लिनिक सेटअप के बाद यहां प्राथमिक देखभाल, प्रयोगशाला निरीक्षण, छोटी शल्य चिकित्सा की सुविधा मिल सकेगी।
पाली क्लिनिक सामान्य क्लिनिक की तुलना में अपेक्षाकृत बड़ी होती है। विभाग के अनुसार इस पूरी कवायद का मकसद एक ही स्थान पर अस्पताल आने वाले मरीज को विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। यहां बीमारियों की जांच और निदान के लिए कई विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात किए जाएंगे। इसके अलावा आधुनिक उपकरण, प्रशिक्षित नर्स और पारा मेडिकल स्टॉफ की प्रतिनियुक्ति भी की जाएगी।
'सुपर फ्लॉप', सांसद पप्पू यादव ने PM के रोड शो पर साधा निशाना; बिहार की जनता के अपमान का भी लगाया आरोप
राज्य ब्यूरो, पटना। पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव ने पटना में आयोजित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रोड शो को सुपर फ्लॉप बताया है। साथ ही उन्होंने पीएम पर बिहार की 14 करोड़ जनता का अपमान करने का आरोप भी लगाया है।
गाड़ी से बाहर नहीं निकले पीएमपप्पू यादव ने कहा कि रोड शो के दौरान प्रधानमंत्री एक बार भी अपनी गाड़ी से बाहर नहीं निकले। उन्होंने दावा किया कि रोड शो के दौरान हजार से भी कम लोग तिरंगा लेकर खड़े थे, लेकिन प्रधानमंत्री गाड़ी के अंदर ही बैठे रहे।
रोड शो में सरकारी धन और जनता के टैक्स के पैसे का दुरुपयोगपप्पू यादव ने इस रोड शो को सरकारी धन और जनता के टैक्स के पैसे का दुरुपयोग बताते हुए कहा कि रोड शो में जनता सड़कों पर नहीं आई, जिससे उनकी उदासीनता साफ झलकती है। सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बगैर भाजपा बिहार में शून्य से ज्यादा कुछ नहीं।
सेना के शौर्य का चुनावी लाभ लेने का भी लगाया आरोपपप्पू यादव ने प्रधानमंत्री पर सेना के शौर्य का चुनावी लाभ लेने का भी आरोप लगाया और कहा कि चुनाव नजदीक हैं, इसलिए पीएम को बिहार याद आ रहा है। बिहार की जनता चुनाव में भाजपा का सूपड़ा साफ कर देगी।
गुरुवार को किया रोड शोपीएम मोदी गुरुवार को दो दिवसीय बिहार दौरे पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने अपने दौरे के पहले दिन पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन और बिहटा एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। इसके बाद उन्होंने राजधानी में रोड शो भी किया। पीएम मोदी के अंतरराष्ट्रीय जय प्रकाश नारायण हवाई अड्डा के बाहर निकलते ही लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिला। हजारों की संख्या में लोग तिरंगा लेकर पीएम के स्वागत के लिए खड़े रहे।
PM Modi Bihar Visit: बिक्रमगंज से शाहाबाद को साधेंगे PM मोदी, देंगे 50 हजार करोड़ की सौगात
रमण शुक्ला, पटना। सत्तारूढ़ दल का कोई भी कार्यक्रम जनहित की तुलना में कहीं ज्यादा राजनीति से प्रेरित होता है। संभवत: इसी को लक्ष्य बनाकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रोहतास के बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं।
दरअसल, शाहाबाद क्षेत्र से राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की आशा कुछ अधिक है। कारण राजग के लिए लगातार शाहाबाद क्षेत्र की उसर होती राजनीतिक जमीन है। 2020 के विधानसभा चुनाव के उपरांत 2024 का लोकसभा चुनाव परिणाम इसका प्रमाण है।
इससे सबक लेते हुए राजग नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी से 50 हजार करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास कराने के साथ ही उनके ओजस्वी एवं मार्मिक अपील से राजनीतिक जमीन को सींचने के प्रयास में जुट गया है।
संदेश साफ है बिक्रमगंज की जनसभा से मोदी मगध और शाहाबाद को साधेंगे। दक्षिण बिहार का यह क्षेत्र भाजपा के लिए उत्तर बिहार की तुलना में कम उर्वर है। पार्टी का लक्ष्य वहां विधानसभा चुनाव में अपनी संभावनाओं के फलक को आगे बढ़ाने का है। जनसभा के जरिए मोदी इसकी पृष्ठभूमि बनाने का भरसक प्रयास करेंगे।
भाजपा के नेता इसके लिए एक सुर में ऑपरेशन सिंदूर की आड़ में देश झुकेगा नहीं, बिहार का विकास रुकेगा नहीं का नारा बुलंद कर चुनावी समीकरण को साधने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
कमजोर होती राजनीतिक जमीनपाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट एवं औरंगाबाद लोकसभा सीट पर 2024 के लोकसभा चुनाव में राजग प्रत्याशियों की हार से नेतृत्व चिंतित हैं। इसमें सीधे पांच सीटों पर भाजपा की हार हुई थी।
काराकाट की सीट भी रालोमो (राष्ट्रीय लोक मोर्चा) प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा नहीं बचा पाए थे। इससे पहले 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू एवं भाजपा प्रत्याशियों की करारी हार हुई थी।
कभी मजबूत पकड़ वाले क्षेत्र में राजग का सूपड़ा साफ हो गया था। शाहाबाद कभी राजग का गढ़ था, ऐसे में प्रधानमंत्री की रैली के माध्यम से राजग के पक्ष में माहौल बनाने की पूरी कोशिश होगी।
शाहाबाद में राजग के सामने चुनौतीशाहाबाद में 2020 में चिराग पासवान के कारण राजग को काफी नुकसान का सामना करना पड़ा था। जदयू के सभी 11 उम्मीदवार चुनाव हार गए, जबकि भाजपा के दो उम्मीदवार मुश्किल से जीत पाए थे।
22 में से 19 सीट महागठबंधन ने जीत लिया था। एक सीट बसपा ने जीता, लेकिन जीत के बाद विधायक जमा खान जदयू में सम्मिलित हो गए थे। हालांकि, भाजपा ने आरा एवं बड़हरा जीतकर गठबंधन की लाज बचा ली।
नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्लांट का शिलान्यासनबीनगर में बनने वाले सुपर थर्मल पावर प्लांट की आधारशिला पीएम मोदी रखेंगे। इस प्रोजेक्ट के तैयार होने पर बिहार को 2400 मेगावट बिजली मिलेगी। नबीनगर में 29947.91 करोड़ की लागत के थर्मल पावर प्लांट का निर्माण किया जाएगा। यह एनटीपीसी का देश में दूसरा सबसे बड़ा विद्युत उत्पादन संयंत्र होगा।
गंगा पर बनने वाले तीन लेन पुल का शिलान्यासबक्सर एवं उत्तर प्रदेश (यूपी) के भरौली के बीच बनने वाले पुल का भी शिलान्यास प्रधानमंत्री करेंगे। गंगा नदी पर तीन लेन का यह पुल बनेगा जो करीब 3.2 किलोमीटर लंबा होगा। पूर्वांचल और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे को यह पुल सीधा जोड़ेगा। करीब 368 करोड़ रुपये की लागत से यह प्रोजेक्ट तैयार होगा।
अन्य योजनाएंपटना-गया-डोभी चार लेन योजना ( 5519 करोड़), चार लेन का एलिवेटेड हाई-वे निर्माण, एनएच-27 पर गोपालगंज टाउन में ग्रेड सुधार करना (249 करोड़), सासाराम से अनुग्रह नारायण रोड तक रेलवे का स्वचालित सिग्नलिंग (25 किमी) 43 करोड़, सोन नगर-मुहम्मद गंज के बीच तीसरी रेल लाइन (65 किमी, लागत 1338 करोड़) ,जेएनवी, जहानाबाद में छात्रावास और स्टाफ क्वार्टर का निर्माण (आठ करोड़) अन्य योजनाएं सम्मिलित हैं।
एनएच-119ए के पटना-आरा-सासाराम खंड चार लेन (पैकेज-I और II) पर 3712 करोड़, एनएच-319 बी के वाराणसी-रांची-कोलकाता खंड को छह लेन का बनाने (पैकेज-2 और 3) पर 2817 करोड़, एनएच-319बी के वाराणसी-रांची-कोलकाता खंड को छह लेन का बनाने पर (पैकेज-6 और 7) 3177 करोड़।
एनएच-922 पर बक्सर और भरौली के बीच गंगा पुल के निर्माण पर 531 करोड़, रामनगर-कच्ची दरगाह को छह लेन का बनाने पर (एनएच-119डी का खंड) 1083 करोड़ रुपये और हार्डिंग पार्क, पटना में 5 टर्मिनल का रेलवे प्लेटफार्म बनाने पर 95 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
Bihar Weather Today: बिहार के इन 3 जिलों में दिखेगा मौसम का रौद्र रूप, आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश का अलर्ट
जासं, पटना। Bihar Weather Today: राजधानी सहित प्रदेश के अलग-अलग भागों में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। पटना सहित दक्षिणी भागों में आंशिक बादल छाए रहने के साथ पुरवा के कारण उमस भरी गर्मी से लोग परेशान हैं।
3 जिलों में भारी बारिश की संभावनामौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित सिवान, वैशाली, बक्सर, भोजपुर जिले को छोड़ कर सभी जिलों में आंधी-पानी के साथ बिजली चमकने को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
इन जगहों पर हवा की गति 30-40 किमी प्रतिघंटा रहने की संभावना है। अररिया, किशनगंज और पूर्णिया जिले में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार की राजधानी पटना समेत अपने जिले के मौसम का हाल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
राजधानी व आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ उमस भरी गर्मी बनी रहेगी। तीन मई तक प्रदेश के पूर्वी भागों में आंधी-पानी को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
बीते 24 घंटों के दौरान पटना के पुनपुन, पालीगंज, दनियांवा, बक्सर, कटिहार, जहानाबाद, सिवान, नालंदा, भोजपुर, किशनगंज एवं औरंगाबाद में वर्षा दर्ज की गई। पटना जिले के पुनपुन में 24.8 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
गुरुवार को पटना सहित 11 जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 37.9 डिग्री सेल्सियस जबकि 40.3 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। शेष जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
इन जगहों पर दर्ज हुई वर्षाबक्सर (चौगाई) 20.2 मिमी, कटिहार (मनसाही) 19.2 मिमी, बक्सर (ब्रह्मपुर) 17.2 मिमी, पटना (पालीगंज) 15.0 मिमी, जहानाबाद (मोदनगंज) 10.2 मिमी, सिवान (रघुनाथपुर) 9.6 मिमी।
नालंदा (सिलाव) 9.4 मिमी, पटना (दनियावां) 8.6 मिमी, अररिया 8.4 मिमी, भोजपुर (शाहपुर) 8.4 मिमी, अररिया (रानीगंज) 6.6 मिमी, किशनगंज (टेढ़ागाछ) 6.4 मिमी, अररिया (फारबिसगंज) 6.3 मिमी, किशनगंज (दिघलबैंक) 6.2 मिमी, औरंगाबाद (ओबरा) 5.6 मिमी।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम(तापमान डिग्री सेल्सियस में) न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 37.9 30.5 गया 36.4 28.2 भागलपुर मुजफ्फरपुरBihar: ट्विन सिटी की तर्ज पर विकसित होंगे बोधगया-गयाजी और नालंदा-राजगीर, तैयार हो गया मास्टर प्लान
कुमार रजत, पटना। बिहार के चार प्रमुख पर्यटन स्थलों के समेकित विकास की योजना पर काम शुरू हो गया है। ओडिशा के कटक-भुवनेश्वर की तर्ज पर पर्यटकों के लिए बोधगया-गयाजी और राजगीर-नालंदा को ट्विन सिटी की तरह विकसित किया जाएगा। यानी ये शहर इस तरह विकसित किए जाएंगे कि एक जगह आने वाला पर्यटक सुलभता से दूसरे पर्यटन केंद्रों तक भी जाए।
इसके लिए इन पर्यटन केंद्रों पर सुविधाएं तो बढ़ेंगी ही, नए पर्यटन केंद्र विकसित किए जाने की भी योजना है। इस काम के लिए पर्यटन विभाग ने एजेंसी का भी चयन कर लिया है। यह एजेंसी इन शहरों के समेकित विकास के लिए मास्टरप्लान तैयार करेगी।
सबसे पहले गया और बोधगया के मास्टरप्लान पर काम शुरू हुआ है। इसके लिए गया और बोधगया का टूरिस्ट और आधारभूत संरचना सर्वे किया जा रहा है।
गया में पथ निर्माण विभाग, पुरातत्व विभाग, वन एवं पर्यावरण विभाग, उद्योग विभाग, पुलिस-प्रशासन के साथ विष्णुपद मंदिर प्रबंधकारिणी समिति और स्थानीय मेयर एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर विचार-विमर्श किया गया है।
इसी तरह बोधगया में भी मंदिर प्रबंधन समिति, होटल एसोसिएशन, ट्रैवल एजेंट, गाइड आदि के साथ बैठक कर मास्टरप्लान और योजनाओं पर विचार-विमर्श किया गया है।
गया में विष्णुपद मंदिर कॉरिडोर, बोधगया में बनेगा कलाग्राम:केंद्रीय आम बजट में भी इस साल भगवान बुद्ध से जुड़े पर्यटकीय स्थलों के विकास की घोषणा की गई है। बोधगया और राजगीर जैसे पर्यटन स्थलों का विकास इसका हिस्सा भी है। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन स्कीम 2.0 के अंतर्गत बोधगया में करीब 165 करोड़ की लागत से बौद्ध ध्यान एवं अनुभव केंद्र के निर्माण को स्वीकृति भी मिली है।
काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर की तर्ज पर विष्णुपद मंदिर और महाबोधि मंदिर कॉरिडोर के निर्माण की योजना भी है। इसके अलावा बोधगया के पास कलाग्राम बनाने का प्रस्ताव है जो कलाकारों, शिल्पकारों और सांस्कृतिक प्रतिभाओं को मंच प्रदान करेगा।
इसके अलावा बोधगया के पास सिलौंंजा में दुनिया के सात आश्चर्यों (सेवन वंडर्स ऑफ वर्ल्ड) की प्रतिकृति भी बनाई जाएगी। इस पर करीब 14 करोड़ 85 लाख खर्च होने का अनुमान है।
इसी तरह गया आने वाले पर्यटकों को संगीत परंपरा से जुड़े गया घराना से भी रूबरू कराने का प्रस्ताव है। गया और मगध क्षेत्र के स्थानीय व्यंजनों को भी फूड कोर्ट में विशेष तौर पर जगह दी जाएगी।
पीएम नरेंन्द्र मोदी ने भाजपा को दिया बिहार विधानसभा चुनाव जीतने का मंत्र, कहा-यही है एकमात्र सूत्र
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को पटना पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों, विधायकों, विधान पार्षदों एवं सांसदों से बिहार विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति साझा की।
अटल सभागार में की बैठकपटना स्थित भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश मुख्यालय के अटल सभागार में मोदी ने कई बिंदुओं पर ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि बिहार जीतने का पहला और अंतिम मंत्र बूथ जीतना है। इस दौरान उन्होंने कई सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों एवं पार्टी पदाधिकारियों से वन टू वन संवाद किया।
अनुषांगिक संगठनों को सुदृढ़ करने के भी मंत्र दिएप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि क्या कभी आपको नहीं लगता कि बगैर बुलाए संघ, विद्यार्थी परिषद एवं विश्व हिंदू परिषद की कार्यालय में जाएं। उन्होंने पार्टी के अनुषांगिक संगठनों को सुदृढ़ करने के भी मंत्र दिए। एक-एक बूथ जीतने के लिए कम से कम सौ वीडियो बनाने की अपील की।
जिन्होंने धैर्य खोया और पार्टी से किनारे लग गएकहा कि धैर्य का सदैव सुफल होता है। कई उदाहरण गिनाएं, जिन्होंने धैर्य खोया और पार्टी से किनारे लग गए। स्वयं का उदाहरण देते हुए बताया कि लगभग डेढ़ दशक तक पिछली कतार में रहने के बाद आगे आए। इसी के साथ उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर सर्वाधिक फोकस करने की सलाह दी। कहा कि पार्टी और अपने लिए उसका अधिकतम उपयोग सकारात्मक होकर करें।
सभी बूथों पर कार्यकर्ताओं से सुनने की अपीलप्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना, किसान क्रेडिट कार्ड, किसान सम्मान निधि, उज्ज्वला योजना, जनधन योजना एवं नारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना, मुद्रा योजना, स्वनिधि योजना के साथ प्रधानमंत्री की मन की बात सभी बूथों पर कार्यकर्ताओं से सुनने की अपील की।
चार पीढ़ी की तपस्या से भाजपा सबसे बड़ा दलपीएम ने कहा कि चार पीढ़ी की तपस्या का फल है कि आज भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनी है। अगर कोई विधायक 10 हजार मत से जीतता तो उसको घमंड हो जाता है कि मैं 10 हजार वोट से जीत हूं। ऐसा नहीं है। मोदी ने कहा कि पार्टी के दर्जनों ऐसे नेता थे, जिन्होंने पार्टी के लिए लंबी तपस्या की लेकिन धैर्य नहीं रखा।
निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों को चेतावनीउन्होंने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ने वालों को चेतावनी दी। लगभग डेढ़ घंटे के संवाद में मोदी ने कई बार संगठन, पार्टी एवं राष्ट्रभक्ति का पाठ भी पढ़ाया।
Patna: तनाव से लड़कियों में आ रहे आत्महत्या के विचार, लड़कों में तंबाकू सेवन की 20% बढ़ रही प्रवृत्ति
जागरण संवाददाता, पटना। राज्य की जनसंख्या का लगभग 57 प्रतिशत हिस्सा बच्चे व युवा हैं। उनका मानसिक स्वास्थ्य एक महत्वपूर्ण विकासात्मक प्राथमिकता बनता है। किशोर सर्वेक्षण 2016 के अनुसार बिहार में कई किशोर अवसाद के लक्षणों से ग्रसित हैं। बढ़ते तनाव के कारण किशोरी व लड़कियों में आत्महत्या के विचार आम होता जा रहा है, जबकि लड़कों में तंबाकू 20.20 और नशे का सेवन 1.1 की प्रवृित्त बढ़ रही है।
विभिन्न संगठनों ने लिया भागगुरुवार को बिहार सरकार व यूनिसेफ के संयुक्त प्रयास से बच्चों व किशोरों के मानसिक स्वास्थ्य और मनो-सामाजिक सहायता पर आयोजित राज्य स्तरीय परामर्श बैठक में यह बातें विशेषज्ञों ने कहीं। इस बैठक में विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधि, मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, तकनीकी संस्थानों के प्रतिनिधि, नागरिक समाजिक संगठन के प्रतिनिधियों के साथ-साथ संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सचिव बंदना प्रेयशी रहीं मुख्य अतिथिमुख्य अतिथि सामाजिक कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयशी ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को एक साझा और बहु-विभागीय दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिवारों को मानसिक स्वास्थ्य के शुरूआती लक्षणों की पहचान करने और समय पर सहायता लेने के लिए सशक्त किया जाना चाहिए।
यूनिसेफ स्वस्थ्य व समावेशी बिहार बनाने को प्रतिबद्धयूनिसेफ प्रमुख मार्गरेट ग्वाडा ने कहा कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर काम करना अब विकल्प नहीं, आवश्यकता है। यूनिसेफ राज्य सरकार के साथ मिलकर मानसिक रूप से स्वस्थ्य और समावेशी बिहार के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष डा. अमरदीप ने मानसिक स्वास्थ्य को एक संवेदनशील, लेकिन अक्सर उपेक्षित विषय बताया।
विश्वसनीय डेटा की कमीआइजीआइएमएस के मनोरोग विभागाध्यक्ष प्रो. राजेश कुमार ने कहा कि बिहार में विश्वसनीय डेटा की कमी के कारण जरूरतमंद और संवेदनशील बच्चों तक सही समय पर पहुंच बनाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने डेटा आधारित योजना और लक्ष्य की आवश्यकता पर बल दिया। एम्स के एसोसिएट प्रो. डा. शंभू ने बताया कि बच्चों में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं की प्रारंभिक पहचान अत्यंत जरूरी है, क्योंकि मस्तिष्क का विकास बहुत कम उम्र में ही शुरू हो जाता है।
Bihar: शिक्षा विभाग के ACS के जाली हस्ताक्षर से जालसाजों ने वायरल किया फर्जी आदेश, दर्ज होगी FIR
राज्य ब्यूरो, पटना। जालसाजों ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव (एसीएस) डॉ. एस. सिद्धार्थ के फर्जी हस्ताक्षर से गुरुवार को एक फर्जी आदेश जारी कर दिया। इसकी खबर लगते ही अपर मुख्य सचिव ने तत्काल एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। इस मामले की जानकारी शिक्षा विभाग द्वारा साइबर थाने को भी दी गई है।
अपर मुख्य सचिव के फर्जी लेटर हेड पर और उनके फर्जी हस्ताक्षर से जाली आदेश सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को संबोधित है। यह फर्जी आदेश 29 मई की तिथि में है। इस पर अंग्रेजी में फर्जी पत्रांक भी अंकित है।
तीन पत्रों के इस फर्जी आदेश में दो जून से प्रारंभ हो रहे ग्रीष्मावकाश की अवधि में टीआरई-तीन के शिक्षकों का प्रारंभिक प्रशिक्षण का आयोजन एवं उसका क्रियान्वयन करने के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारियों से कहा गया है।
इस फर्जी में इसकी प्रतिलिपि राज्य के सभी डीआइईटी, पीटीईसी, बीआइईटी, सीटीई प्रशिक्षण संस्थानों को सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्रवाई हेतु प्रेषित करने की भी सूचना अंकित है। इस फर्जी आदेश की खास बात यह है कि इसका विषय अलग फॉन्ट में है, जबकि बाकी सभी मैटर अलग फॉन्ट में।
इससे यह पहली नजर में ही फर्जी लगता है। फर्जी आदेश को पढ़ने के बाद साफ-साफ लगता है कि यह जालसाजी शरारती तत्वों की करतूत है और ऐसा टीआरई-तीन के शिक्षकों को मानसिक रूप से परेशान करने के लिए किया गया है।
जानकारों की मानें, तो देखते ही देखते यह फर्जी आदेश सोशल मीडिया में वायरल हो गया, लेकिन जैसे ही शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के संज्ञान में यह मामला आया, उन्होंने इसे फर्जी करार देते हुए इस मामले में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।
Bihar Politics: चिराग पासवान ने खुलेआम कर दी लालू-तेजस्वी की तारीफ, राजद से गठबंधन पर दिया बड़ा बयान
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने गुरुवार को राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) और प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव (Tejashwi Yadav) की तारीफ की।
चिराग ने कहा- उस परिवार से हमारा गहरा रिश्ता रहा है। मेरे पिता रामविलास पासवान और लालू प्रसाद एक-दूसरे के साथ और सहयोगी रहे हैं, एक-दूसरे के समकक्ष रहे हैं। वे पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
जब लालू प्रसाद-तेजस्वी यादव के साथ चुनावी गठबंधन से जुड़े सवाल पत्रकारों ने पूछा तब चिराग ने इससे इनकार किया और कहा कि व्यक्तिगत संबंध कोराजनीतिक रिश्ते से नहीं तौलें, क्योंकि राजनीतिक स्तर पर लालू व तेजस्वी दूसरे ध्रुव पर है। ऐसे में एक मंच पर आना संभव नहीं है। उन्होंने तेजस्वी यादव के पुत्र का जन्म पर उन्हें बधाई और शुभकामनाएं दी।
प्रधानमंत्री से महागठबंधन की मांग, बिहार को दीजिए विशेष दर्जादूसरी ओर, प्रधानमंत्री के बिहार दौरे का उद्देश्य चुनावी बताते हुए महागठबंधन ने पूछा है कि उनके पिछले वादों और घोषणाओं पर कितना अमल हुआ। गुरुवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में सांसद मनोज झा और पूर्व मंत्री आलोक मेहता के साथ सभी घटक दलों के नेताओं ने संयुक्त प्रेस-वार्ता की और बिहार की समस्याओं पर प्रधानमंत्री से मुखर होने की अपेक्षा की।
उन्होंने कहा कि बिहार को गुजरात या किसी दूसरे राज्य से ईष्यर्या नहीं, बल्कि पीड़ा है। गुजरात की तरह बिहार को भी विकास चाहिए। विशेष दर्जा के बिना यह संभव नहीं। पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिलना ही चाहिए। दौरे-पर-दौरा कर जनता को दिग्भ्रमित करने के बजाय बिहार की नई पीढ़ी को बेहतर शिक्षा और रोजगार की आवश्यकता है।
मनोज झा ने कहा कि बिहार हम मेंं विश्वास रखता है, इसलिए प्रधानमंत्री को पहलगाम प्रकरण में मैं-मैं करके स्वयं श्रेय लेने के बजाय देश और सेना का कृतज्ञ होना चाहिए। आलोक मेहता ने बिहार में कम औद्योगिक विकास व नगण्य निवेश पर चिंता जताई। कांग्रेस के राजेश राठाैर ने केंद्रीय योजनाओें में केंद्रांश को 90 प्रतिशत करने की मांग की।
भाकपा (माले) के धीरेंद्र झा ने मनरेगा के अंतर्गत मजदूरी की राशि और रसोइया, आशा, आंगनबाड़ी सेविकाओं के मानदेय को बढ़ाने का आग्रह किया। भाकपा के रामबाबू ने कहा कि पिछले चुनाव के दौरान हुई घोषणाओं पर अमल की समय-सीमा बताई जाए।
बीएसएनएल के 3G नेटवर्क से नहीं चलेगा इंटरनेट, 4G सेवा शुरू; दिसंबर तक 5G की कवायद
जागरण संवाददाता, पटना। भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) बिहार के कोने-कोने में अगस्त तक फोर-जी नेटवर्क पर छा जाएगा। इसके साथ ही पूर्व से चल रहे थ्री जी नेटवर्क को बंद कर दिया गया है। वर्तमान में बीएसएनएल के पास 40 लाख उपभोक्ता हैं, इसमें 50 प्रतिशत से अधिक एक्टिव थे।
पहले चरण में इन जिलों में हुआ बंदबताया जाता है कि पहले चरण में बीएसएनएल ने मुंगेर, खगड़ियां, बेगूसराय, कटिहार, मोतिहारी में थ्री जी नेटवर्क बंद किया गया था, इसके बाद पटना सहित अन्य जिलों के थ्री-जी नेटवर्क को बंद कर दिया गया। इससे थ्री जी सिम रखने वाले ग्राहकों को केवल कालिंग की सुविधा होगी, उनके पास डाटा की सुविधा नहीं मिल जाएगी। थ्री जी सेवा बंद होने वाले ग्राहकों को फोर-जी सीम बीएसएनएल के कार्यालयों से मुफ्त में दी जा रही है।
तीन हजार से अधिक बीटीएस हुए आन एयरगांव-गांव तक थ्री सेवा को फोर जी में बदलने के लिए बीटीएस लगाएं जा रहे है। इसके लिए अब तक करीब तीन हजार बीटीएस को आन एयर किया जा चुका है। इसके बाद अन्य बीटीएस को लगाने व उसको आन एयर करने की कवायद की जा रही है। जब फोर-जी सेवा पूरी होने बाद इन्ही बीटीएस के माध्यम से दिसंबर तक फाइव-जी की कवायद होगी।
देश के विभिन्न हिस्सों में चल रही फाइव-जी ट्रायल की प्रक्रियाबीएसएनएल को फाइव-जी स्पेक्ट्रम मिला हुआ है। इन्हें देश के विभिन्न हिस्सों में फाइव-जी सेवा को ट्रायल करने की प्रक्रिया की जा रही है। प्रक्रिया में सफल होने के बाद इसमें सबसे पहले ट्रायल वाले शहरों में लागू किया जाएगा। इसके बाद प्राथमिकता के आधार पर अन्य शहरों में लागू किया जाएगा।
Patna News: पीएम मोदी ने किया पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का लोकार्पण, बिहटा हवाईअड्डे की रखी आधारशिला
जागरण संवाददाता, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दो दिवसीय दौरे के पहले दिन गुरुवार को पटनावासियों को दो बड़े सौगात दिए। उन्होंने पटना एयरपोर्ट (जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा) के नए टर्मिनल का लोकार्पण करने के साथ बिहटा हवाईअड्डा की आधारशिला रखी। विमान से उतरने के बाद पटना एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पुष्पगुच्छ देकर प्रधानमंत्री का स्वागत किया।
इसके बाद उन्होंने नए टर्मिनल भवन का लोकार्पण किया और करीब 15 मिनट तक भ्रमण कर सुविधाओं की जानकारी ली। इसके बाद रोड शो करते वीरचंद पटेल पथ स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय गए। उनके काफिले में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी शामिल रहे।
बता दें कि दोपहर 4:08 बजे प्रधानमंत्री का विशेष विमान कोलकाता से पटना पहुंचा। अभेद्य सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। बिहार पुलिस और प्रशासन के बड़े अधिकारी हवाईअड्डा परिसर में सुरक्षा की निगरानी करते रहे। उनका कारकेड पुराने कार्गो भवन के पास खड़ा था।
मुख्यमंत्री और राज्यपाल के साथ वे नए टर्मिनल भवन में पहुंचे। इस दौरान एयरपोर्ट आथोरिटी आफ इंडिया के अधिकारी भी मौजूद रहे। उन्होंने नए टर्मिनल की विशेषताएं बताईं और बिहटा एयरफोर्स स्टेशन में बनने वाले हवाईअड्डा के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।
करीब एक घंटे बाद 5:05 बजे प्रधानमंत्री का काफिला एयरपोर्ट से बाहर निकला। गौर हो कि लगभग 26 सौ करोड़ रुपयों की परियोजना के तहत नए टर्मिनल भवन और बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण को स्वीकृति मिली है।
पटना से बड़ा होगा बिहटा एयरपोर्टपटना हवाईअड्डा से लगभग 35 किलोमीटर दूर बन रहे बिहटा एयरपोर्ट का क्षेत्रफल में तीन हजार वर्गफीट अधिक होगा। पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का क्षेत्रफल लगभग 65 हजार वर्गफीट है, जबकि बिहटा एयरपोर्ट का निर्माण 68 हजार वर्गफीट में किया जा रहा है। इसमें सिविल एंक्लेव का निर्माण किया जाएगा।
इसके अलावा मल्टीलेवल पार्किंग, सर्विस ब्लाक आदि की सुविधाएं भी होंगी। वर्तमान में 1,412 करोड़ रुपये की लागत से बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण की स्वीकृति मिली है। यहां व्यस्त समय में एक साथ तीन हजार यात्री परिसर में रह सकेंगे। बिहटा एयरपोर्ट से 10 विमानों के परिचालन का एप्रन डिजायन किया गया है, जिससे कई शहरों से सीधा संपर्क हो सकेगा।
ग्रीन बिल्डिंग मॉडल पर आधारित है नया टर्मिनल1,216 करोड़ रुपये की लागत से बना पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल ग्रीन बिल्डिंग मॉडल पर आधारित है। इसमें सोलर पैनल, रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम और एनर्जी सेविंग लाइट लगाई गई है। 750 वाहनों की क्षमता वाली मल्टी लेवल पार्किंग का निर्माण किया गया है।
अब यात्रियों को सेल्फ चेक-इन क्योस्क, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, फ्लाइट की रियल टाइम जानकारी जैसी डिजिटल सुविधाएं मिल पाएंगी। दो मंजिले नए टर्मिनल भवन में चार हाईस्पीड लिफ्ट, छह एस्केलेटर और तीन बड़े बैगेज बेल्ट हैं।
भवन को इस तरह डिजायन किया गया है कि यात्री एयरपोर्ट पहुंचने के बाद आसानी से प्रस्थान गेट तक चले जाएं ताकि उन्हें सुगम यात्रा की सुविधा मिल सके।
बिहार में साइनस की सर्जरी के बाद महिला को नहीं आया होश, 23 साल बाद 11.50 लाख हर्जाना देंगे डॉक्टर
राज्य ब्यूरो, पटना। दिसंबर 2002 में साइनस की सर्जरी के बाद खगौल की महिला को होश ही नहीं आया। आपरेशन करने वाले ईएनटी विशेषज्ञ डा. अवधेश प्रसाद गुप्ता ने अगले दिन उन्हें न्यूरो सर्जन डा. प्रदीप कुमार के पास रेफर किया। न्यूरो सर्जन ने मगध अस्पताल में भर्ती करा दिया। वहां 15 दिनों बाद उसने दम तोड़ दिया।
बिना आवश्यक उपकरण ऑपरेशन कियापति भरत प्रसाद गुप्ता इसके लिए डा. अवधेश को दोषी ठहराते हुए मामला जिला उपभोक्ता आयोग में लाए। उन्होंने बताया कि बिना आवश्यक उपकरण व विशेषज्ञ एनेस्थेटिस्ट के आपरेशन किया गया। वहां आईसीयू तक नहीं था। मृत्यु के बाद पोस्टमार्टम भी नहीं हुआ। मामला काफी जटिल था।
10 लाख रुपये क्षतिपूर्ति का निर्देशआयोग के अध्यक्ष प्रेम रंजन मिश्रा व सदस्य रजनीश कुमार ने तर्कों के साथ साक्ष्यों का अवलोकन किया और डा. अवधेश को दोषी पाया। ऐसे मामलों में न्यायालयों व उपभोक्ता आयोग द्वारा पूर्व में दिए गए निर्णयों ने भी राह सुझाई। आयोग ने डा. अवधेश को 10 लाख रुपये क्षतिपूर्ति का निर्देश दिया। एक लाख रुपये मानसिक-शारीरिक पीड़ा और 50 हजार रुपये कानूनी व्यय के एवज में देने होंगे।
जिला उपभोक्ता आयोग ने सभी पक्षों को तलब कियायह मामला राज्य उपभोक्ता आयोग से होकर जिला उपभोक्ता आयोग में आया था। सुनवाई के क्रम में जिला उपभोक्ता आयोग ने सभी पक्षों को तलब किया। डा. अवधेश ने अपनी दक्षता और लंबे अनुभव का हवाला दिया। कहा कि आपरेशन के दौरान एनेस्थेटिस्ट उपस्थित रहे। बताया कि भरत के पुत्र के साइनस का सफल आपरेशन भी उन्होंने ही किया था।
विशेषज्ञ चिकित्सक और आइसीयू तक नहींभरत का कहना था कि उनके निजी क्लिनिक में बुनियादी ढांचे की कमी तो है ही, दूसरे विशेषज्ञ चिकित्सक और आइसीयू तक नहीं। बिना आइसीयू के आपरेशन कैसे हो सकता है। चिकित्सकीय लापरवाही और सेवा में कमी के कारण मरीज की मृत्यु हुई है। डा. प्रदीप ने बताया कि उनके समक्ष मामला विलंब से आया। मस्तिष्क को गंभीर क्षति पहुंची थी और स्वजनों की सहमति से मरीज को मगध अस्पताल भेजा गया।
मरीज एमोफिस एन्सेफैलोपैथी से पीड़ितजांच में पता चला कि मरीज एमोफिस एन्सेफैलोपैथी से पीड़ित है, जिसमें न्यूरो सिस्टम सेरिबैलम को चोट लगी है, जिससे मस्तिष्क पर असर पड़ रहा है। मगध अस्पताल की ओर से बताया गया कि उसे आपरेशन के विवरण की कोई जानकारी नहीं, क्योंकि वह अस्पताल में नहीं हुआ। मरीज को सर्वोत्तम चिकित्सा और नर्सिंग सेवाएं प्रदान की गईं और उनकी ओर से सेवा में कोई कमी नहीं की गई।
आपरेशन में घोर लापरवाहीअपने निर्णय में आयोग ने लिखा है कि आपरेशन में घोर लापरवाही बरती गई। दवा के माध्यम से मरीज को बेहोश कर दिया गया। चोट के कारण रोगी की हालत कभी भी होश में आने लायक नहीं हुई, बल्कि चिकित्सकीय लापरवाही और सेवा में कमी के कारण उसकी मृत्यु तक हर दिन स्थिति बिगड़ती ही गई।
Bihar: नीतीश सरकार ने किया राज्य अल्पसंख्यक आयोग का पुनर्गठन, इस मुस्लिम नेता को बनाया अध्यक्ष
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार सरकार ने राज्य अल्पसंख्यक आयोग का पुनर्गठन किया है। इसमें एक अध्यक्ष, दो उपाध्यक्ष समेत आठ सदस्य बनाए गए हैं। जदयू के वरिष्ठ नेता गुलाम रसूल बलियावी (पटना) को आयोग का अध्यक्ष, लखविंदर सिंह (किशनगंज) और मौलाना उमर नूरानी (गया) को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
आयोग में सदस्य के रूप में मुकेश कुमार जैन (बेगूसराय), अफरोजा खातून (नवादा), अशरफ अली अंसारी (सिवान), मो. शमशाद आलम उर्फ मोहम्मद शमसाद सांई (जहानाबाद), तुफैक अहमद खान कादरी (सारण), शिशिर कुमार दास (किशनगंज), राजेश कुमार जैन (मुंगेर) और अजफर शमशी (मुंगेर) को नियुक्ति की गई है।
इन सभी पदाधिकारियों का कार्यकाल प्रभार ग्रहण करने की तिथि से अगले तीन वर्षों के लिए होगा। इस संबंध में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की ओर से गुरुवार को अधिसूचना जारी की गई।
नीतीश कुमार ने बिहार को एक नई दिशा दी : शीला मंडलप्रदेश जदयू मुख्यालय में गुरुवार को आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में परिवहन मंत्री शीला मंडल ने विभिन्न जिलों से आए नागरिकों की समस्याएं सुनीं और उनके शीघ्र समाधान हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया।
इस मौके पर उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है क्योंकिमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने 20 वर्षों के कार्यकाल में बिहार को एक नई दिशा दी है, जिसके कारण जनता उन्हें विकास पुरुष और सुशासन बाबू की संज्ञा देती है।
उन्होंने बिहार के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत करते हुए कहा कि बिहार की धरती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आगमन हम सभी के लिए हर्ष का विषय है। पिछली बार उन्होंने मधुबनी से बिहार को कई महत्वपूर्ण विकास योजनाओं की सौगात दी थी और इस बार भी बिहार को विकास की नई योजनाएं मिलने वाली हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि विपक्ष का काम सिर्फ बेबुनियाद आरोप लगाना रह गया है।
सीएम नीतीश कुमार ने जेपी गंगापथ पर सौंदर्यीकरण किया निरीक्षण, निर्माण कार्य जल्द पूरा करने के दिए निर्देश
डिजिटल डेस्क, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज जेपी गंगापथ पर कराए जा रहे लैंड स्केपिंग, पौधा रोपण एवं सौंदर्यीकरण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पौधारोपण होने से यह क्षेत्र हरा-भरा दिखेगा। जेपी गंगापथ एक अद्भुत परियोजना है जिसका सौंदर्यीकरण भी बेहतर ढंग से कराएं। इस पथ पर लोगों के लिए सड़क सुरक्षा और निर्बाध आवागमन दोनों जरूरी है।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री गायघाट पहुंचे। गायघाट में जेपी गंगापथ से सटे नदी की ओर डाउन रैंप के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। जेपी गंगापथ पर वाहनों के सुगम आवागमन तथा सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए गायघाट में नदी की ओर डाउन रैंप का निर्माण किया जा रहा है। जेपी गंगा पथ परियोजना में अभी गायघाट में वाहनों के उतरने हेतु यू०-टर्न की व्यवस्था है, इस डाउन रैंप के निर्माण से यू०-टर्न की व्यवस्था खत्म हो जायेगी।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इस डाउन रैंप का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण कराएं ताकि लोगों को गायघाट में जेपी गंगापथ से सीधा और सुरक्षित संपर्कता का लाभ मिले। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी सेतु और उसके बगल में बनाए जानेवाले नये फोरलेन पुल से भी जेपी गंगापथ को जोड़कर संपर्कता बहाल करने के लिए कार्य करें। इस पर अभियंता अध्ययन कर बेहतर ढंग से कार्य कराएं।
इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन कच्ची दरगाह बिदुपुर 6 लेन पुल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करें। उन्होंने कहा कि जेपी गंगापथ परियोजना को दीदारगंज तक पूरा कर लिया गया है। जेपी गंगापथ की तरफ से आने-जानेवाले वाहनों को कच्ची दरगाह बिदुपुर 6 लेन पुल से सीधी संपर्कता बहाल करने के लिए बचे हुये काम को तेजी से पूर्ण करें।
उन्होंने कहा कि कच्ची दरगाह-बिदुपुर 6 लेन पुल के निर्माण कार्य पूर्ण होने से उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच आवागमन और सुलभ होगा। पटना शहर में लगनेवाले जाम से भी लोगों को राहत मिलेगी। इस पुल के निर्माण से पटना शहर के बाहर से ही लोग उत्तर बिहार के विभिन्न जगहों पर आसानी के साथ आवागमन कर सकेंगे। पटना के पूर्वी क्षेत्र के लोगों को भी सुगम यातायात का लाभ मिलेगा।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुदुकल कट्टी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी डॉ० चंद्रशेखर सिंह, वरीय अधिकारीगण एवं अभियंतागण उपस्थित थे।