Dainik Jagran

Subscribe to Dainik Jagran feed Dainik Jagran
Jagran.com Hindi News
Updated: 2 hours 35 min ago

Bihar Politics: चौथे चरण के 18 प्रतिशत प्रत्याशियों पर दर्ज हैं आपराधिक मामले, 2.88 करोड़ रुपये है औसतन संपत्ति

May 4, 2024 - 10:56pm

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में चौथे चरण में लोकसभा चुनाव लड़ने वाले कुल 55 प्रत्याशियों के शपथ पत्र का एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) एवं बिहार इलेक्शन वॉच ने विश्लेषण किया है। इसमें चुनाव लड़ने वाले कुल 55 प्रत्याशियों में 11 प्रतिशत प्रत्याशियों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं। वहीं, 18 प्रतिशत पर आपराधिक मामले हैं।

एडीआर ने शनिवार को जारी किए विश्लेषण में बताया है कि पहले चरण में 23 करोड़पति प्रत्याशी हैं। बिहार इलेक्शन वॉच के राज्य समन्वयक राजीव कुमार के अनुसार, चौथे चरण में भाग्य आजमाने वाले प्रत्याशियों की औसतन संपत्ति 2.88 करोड़ रुपये है। इसमें सबसे धनवान उजियारपुर से भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय हैं।

इसके अलावा दरभंगा से राजद प्रत्याशी ललित यादव एवं बेगूसराय से भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह हैं। लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण में हर उम्मीदवार के पास औसतन 11.72 करोड़ की संपत्ति है।

सबसे ज्यादा वार्षिक आय घोषित करने वाले प्रत्याशियों में मुंगेर से जदयू के प्रत्याशी राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, समस्तीपुर से लोजपा की प्रत्याशी शांभवी चौधरी और दरभंगा से राजद प्रत्याशी ललित यादव हैं।

पांचवें चरण में 82 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध, 21 का पर्चा रद्द

लोकसभा चुनाव के लिए पांचवें चरण की पांच संसदीय क्षेत्रों में नामांकन पत्रों के जांच का काम शनिवार को पूरा कर लिया गया। इन लोकसभा क्षेत्रों में कुल 103 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था, जिसमें 82 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध पाए गए, जबकि 21 प्रत्याशियों के नामांकन पत्रों को जांच करने के क्रम में रद्द कर दिया गया।

नामांकन पत्रों की जांच के बाद पांचवें चरण में मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में अब 12 प्रत्याशी रह गए हैं जबकि सीतामढ़ी लोकसभा में 15 प्रत्याशी, मुजफ्फरपुर लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 26 प्रत्याशियों के नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं।

सारण लोकसभा क्षेत्र में 15 प्रत्याशियों का नामांकन पत्र वैध पाया गया तो हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र में 14 प्रत्याशियों का नामांकन पत्र सही पाए गए हैं। पांचवें चरण में प्रत्याशियों के नाम वापसी की अंतिम तिथि सोमवार (छह मई) है। इन पांचों लोकसभा क्षेत्रों में मतदान 20 मई को कराया जाएगा।

यह भी पढ़ें: कारसेवकों को जिंदा जलाने वालों को बचाना चाहते थे Lalu Yadav, बनवाई थी झूठी रिपोर्ट; PM Modi का बड़ा आरोप

'पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक सभी हिंदू फिर भी...', सनातन को खतरे में बताने वालों पर भड़के तेजस्वी यादव

Categories: Bihar News

Bihar Politics: तेजप्रताप यादव को किसके इशारे पर हुए नजरअंदाज? मंगल पांडेय ने बताई लालू परिवार के अंदर की बात

May 4, 2024 - 10:38pm

राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने लालू परिवार के अंदर चल रही राजनीतिक दांव-पेंच पर कटाक्ष किया है। उन्होंने कहा कि परिवार हित को सर्वाेच्च प्राथमिकता देने वाली राजद प्रमुख लालू की पार्टी घर की राजनीति में ही सिमटती जा रही है।

राजद अध्यक्ष लालू यादव एनडीए के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। मगर दूसरी ओर उनके परिवार में ही राजनीतिक महत्वाकांक्षा की जंग चल रही है।

जगदानंद पर लगाया बड़ा आरोप

मंगल पांडेय ने आरोप लगाया कि तेजप्रताप को लोकसभा का टिकट नसीब नहीं हुआ। उसके बाद अभी तो आलम ये है कि तेजप्रताप को चुनाव प्रचार से भी दूर कर दिया गया। इसके पीछे पटकथा राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के इशारे लिखी गई है।

अब तेजप्रताप को प्राथमिकता नहीं देती राजद

पूर्व मंत्री तेज प्रताप अपने सगे भाई तेजस्वी यादव के समानांतर राजनीतिक ताकत या फिर पार्टी में अपनी वजूद की लड़ाई लड़ते रहे। मगर अब उन्हें पार्टी न तो अपने एजेंडे में शामिल करती है और न ही चुनाव प्रचार के लिए प्राथमिकता में रखती है। जगदा बाबू के इशारे पर तेजप्रताप को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया। यही राजद जैसी पार्टी की चाल व चरित्र है।

BJP के संतुष्टीकरण की आंधी में नहीं टिकेगा I.N.D.I.A का तुष्टीकरण

बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने राजद-कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि जाति एवं धर्म के नाम पर भटकाना छोड़कर वे शुचिता और सुशासन पर बहस करें।

पटना हवाई अड्डा पर मीडियाकर्मियों से बातचीत में सिन्हा ने कहा कि राजद-कांग्रेस हिंदु-मुसलमान मुद्दे को उछालकर मुसलमानों को भयभीत करने में लगी है। उन्हें डर दिखाकर उनका वोट लेना इनका लक्ष्य है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजद-कांग्रेस की इस छद्म योजना के बारे में जन सभाओं में मुसलमानों को बार-बार आगाह कर रहे हैं।

सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश में सबका साथ-सबका विकास और सबका प्रयास का नारा दिए जाने के कारण सभी जात, धर्म, समुदाय और समूहों को लाभ पहुंच रहा है। सभी के हित के लिए एवं सभी के उन्नति के लिए प्रधानमंत्री ने अपनी सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों में समावेश किया है।

सिन्हा ने कहा कि पीएम मोदी का भाव समदर्शी है। संतुष्टीकरण नीति के कारण देश में भाजपा-एनडीए के पक्ष में आंधी चल रही है। इसके उलट आइएनडीआइए अभी भी तुष्टीकरण का सहारा ले रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की संतुष्टीकरण नीति व जनता के मतों की आंधी के आगे आइएनडीआइए का तुष्टीकरण नहीं टिकेगा।

यह भी पढ़ें: 'पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक सभी हिंदू फिर भी...', सनातन को खतरे में बताने वालों पर भड़के तेजस्वी यादव

Lalan Singh समेत इन करीबियों लोकसभा पहुंचा पाएंगे Nitish Kumar ? समर्थन में कर रहे ताबड़तोड़ जनसभाएं

Categories: Bihar News

कारसेवकों को जिंदा जलाने वालों को बचाना चाहते थे Lalu Yadav, बनवाई थी झूठी रिपोर्ट; PM Modi का बड़ा आरोप

May 4, 2024 - 9:52pm

टीम जागरण, नई दिल्ली/दरभंगा। बिहार के दरभंगा चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि राजद का इतिहास ही तुष्टीकरण का रहा है। 

2002 में हुए गोधरा कांड को याद करते हुए पीएम मोदी ने आरोप लगाया कि जब गोधरा में कारसेवकों को जिंदा जलाया गया था। तब रेल मंत्री रहे शहजादे (तेजस्वी यादव) के पिता, जो सजा काट रहे हैं और जमानत पर घूम रहे, उन्होंने दोषियों को बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक जज की कमेटी बनाई। उस समय यूपीए अध्यक्ष सोनिया मैडम का राज था।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कमेटी से ऐसी रिपोर्ट लिखवाई कि 60 कार सेवकों को जलाने वाले निर्दोष साबित हो जाएं, लेकिन अदालत ने उनकी रिपोर्ट को कूड़े में फेंक दिया। उन्होंने झूठी रिपोर्ट बनवाई थी। सभी दोषियों को सजा सुनाई।

तेजस्वी को बताया बिहार का शहजादा

पीएम ने राहुल गांधी व तेजस्वी का नाम लिए बिना कहा कि जैसे एक शहजादे दिल्ली में हैं वैसे ही एक पटना में भी हैं। एक ने बचपन से पूरे देश तो दूसरे ने बिहार को अपनी जागीर समझा।

पीएम ने कहा कि राजद के शासनकाल में लूटपाट, हत्या होती थी। नौकरी देने से पहले जमीन लिखा ली जाती थी। हमें बिहार को लालटेन के दौर में नहीं जाने देना है।

आरक्षण के मुद्दे पर कांग्रेस और लालू यादव को घेरा

आरक्षण के मसले पर पीएम मोदी ने कहा कि बाबा साहेब ने कहा था, धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं हो सकता। नेहरू ने भी माना था। ये लोग ओबीसी का आरक्षण छीन मुसलमानों को देना चाहते हैं। दलितों, आदिवासियों के आरक्षण में डाका डालो और मुस्लिमों को दे दो।

पीएम मोदी ने कहा कि बिहार के शहजादे के पिता ने भी यही बात कही थी। जब मंत्री थे, तब रेल अधिकारियों को कहा था कि मुस्लिम कर्मचारियों को आरक्षण दिया जाए। धर्म के आधार पर आरक्षण होगा तो यादव और कुर्मी का हक बचेगा क्या। पीएम मोदी ने वादा किया कि जब तक जिंदा हूं, एससी-एसटी, ओबीसी के आरक्षण पर खिलवाड़ नहीं करने दूंगा।

विरासत टैक्स के बहाने कांग्रेस पर किया अटैक

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसा कानून बनना चाहती है, जिससे आपको पिता से मिली आधी संपत्ति छीन ली जाए। इनकी सरकार 55 प्रतिशत विरासत टैक्स लेना चाहती है, लेकिन हम आपकी कमाई को लूटने नहीं देंगे।

अब्दुल हमीद का लिया नाम

पीएम ने कहा कि ये लोग समाज को बांटने व एकता तोड़ने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। मां भारती की रक्षा के लिए जो सीने पर गोली खाता है, वह पहले भारतीय होता है, लेकिन आरजेडी के लोग इसे हिंदू-मुस्लिम की नजर से देखते हैं। क्या हम अब्दुल हमीद को इसीलिए याद करते हैं कि वह मुस्लिम थे। यह लोग एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं। आर्मी चीफ को गाली देते हैं।

यह भी पढ़ें: Rohini Acharya: रद्द हो जाएगा Lalu Yadav की बेटी रोहिणी का नामांकन? शिकायत करने इलेक्शन कमीशन पहुंची BJP

'पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक सभी हिंदू फिर भी...', सनातन को खतरे में बताने वालों पर भड़के तेजस्वी यादव

Categories: Bihar News

Bihar News: अंगीभूत कॉलेजों के प्रधानाचार्यों की नियुक्ति पर बड़ी खबर! PHD के साथ इतने साल का एक्सपीरियंस अनिवार्य

May 4, 2024 - 9:24pm

दीनानाथ साहनी, पटना। अब 15 वर्षों तक शिक्षण-शोध का अनुभव वाले प्रोफेसर या एसोसिएट प्रोफेसर ही राज्य के अंगीभूत महाविद्यालयों में प्रधानाचार्य पद नियुक्त हो सकेंगे। प्रधानाचार्यों की नियुक्ति के लिए अखिल भारतीय स्तर पर विज्ञापन दिए जाएंगे।

प्रधानाचार्यों की नियुक्ति बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग की अनुशंसा पर होगी। प्रधानाचार्य पद के लिए पीएचडी की डिग्री अनिवार्य होगी।

इससे संबंधित नये नियम-परिनियम पर राज्यपाल एवं कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने अपनी मंजूरी दे दी है।इसी के साथ प्रधानाचार्यों की नियुक्ति का कानून भी बदल गया है,जो तत्काल प्रभाव से लागू भी लागू हो गया है।

पांच वर्षों का होगा कार्यकाल, बेहतर प्रदर्शन पर मिलेगा सेवा विस्तार

राजभवन सचिवालय के मुताबिक अंगीभूत महाविद्यालयों में प्रधानाचार्य के पदों पर नियुक्ति में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की गाइडलाइन का अनुपालन अनिवार्य किया गया है।

नये प्रविधान में प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति के बाद पांच वर्षों का कार्यकाल होगा। बेहतर प्रदर्शन पर पांच वर्षों का एक कार्यकाल और मिलेगा। इसे सेवा विस्तार भी कह सकते हैं।

नियुक्ति में राज्य सरकार का आरक्षण का प्रावधान लागू होगा। नियुक्ति के लिए अंकों की तालिका भी तय हुई है। साक्षात्कार पर बीस अंक रखे गये हैं।

प्रधानाचार्य पद के लिए विज्ञापन के दिन अभ्यर्थी की अधिकतम उम्र सीमा साठ वर्ष निर्धारित की गयी है। इसके साथ ही और भी कई प्रावधान किए गए हैं।

3 सदस्यीय कमेटी ने बनायी नियमावली

राज्यपाल एवं कुलाधिपति के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोंग्थू के हस्ताक्षर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं राज्य सरकार (बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद) के मंतव्य लेकर ही प्रधानाचार्य पद पर नियुक्ति संबंधी नये नियम का प्रविधान किया गया है, जिसका ड्राफ्ट शिक्षा विभाग को भी भेजा गया।

राज्य के पारंपरिक विश्वविद्यालयों के अंगीभूत महाविद्यालयों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति के लिए परिनियम का ड्राफ्ट बनाने के लिए बिहार राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 1976 (यथा अद्यतन संशोधित) एवं पटना विश्वविद्यालय अधिनियम, 1976 (यथा अद्यतन संशोधित) के प्रविधानों के तहत

परिनियम का ड्राफ्ट बनाने के लिए तीन कुलपतियों की कमेटी बनायी गयी थी जिसमें जयप्रकाश विश्वविद्यालय, नालंदा खुला विश्वविद्यालय एवं आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति शामिल थे।

बता दें कि राज्य के अंगीभूत महाविद्यालयों में प्रधानाचार्यों की नियुक्ति के लिए बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग द्वारा आवेदन लिये गये हैं। इसके लिए आयोग को रिक्तियां भी उपलब्ध करायी जा चुकी हैं।

वर्तमान में वस्तुस्थिति यह है कि राज्य के अधिकांश अंगीभूत महाविद्यालयों में प्रधानाचार्य के पदों पर प्रभारी व्यवस्था के तहत विश्वविद्यालयों द्वारा प्रधानाचार्य तैनात हैं।

यह भी पढ़ें: Tejashwi Yadav: पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक सभी हिंदू फिर भी..., सनातन को खतरे में बताने वालों पर भड़के तेजस्वी

Rohini Acharya: रद्द हो जाएगा Lalu Yadav की बेटी रोहिणी का नामांकन? शिकायत करने इलेक्शन कमीशन पहुंची BJP

Categories: Bihar News

'पीएम से लेकर राष्ट्रपति तक सभी हिंदू फिर भी...', सनातन को खतरे में बताने वालों पर भड़के तेजस्वी यादव

May 4, 2024 - 9:00pm

राज्य ब्यूरो, पटना। भारतीय जनता पार्टी में इस चुनाव अबकी बार चार सौ पार के लक्ष्य को लेकर धुआंधार चुनावी रैलियों में व्यस्त है। दूसरी ओर आइएनडीआइए भी लगातार चुनाव प्रचार के जरिये मतदाताओं को लुभा रहा है।

एनडीए गठबंधन की ओर से महागठबंधन पर लगातार सनातन और हिंदू विरोधी होने के आरोप लगाए जा रहे हैं। भाजपा के ऐसे आरोपों के बाद ही बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ऐसे आरोपों पर पलटवार किया है।

PM से लेकर राष्ट्रपति तक सभी हिंदू फिर भी...: तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने बिहार की अपनी एक चुनावी सभा में कहा कि देश के प्रधानमंत्री हिंदू, राष्ट्रपति हिंदू, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री यहां तक की तीनों सेनाध्यक्ष भी हिंदू फिर भी ये लोग कह रहे हैं कि धर्म खतरे में है।

उन्होंने तेवर दिखाते हुए कहा कि हिंदू और सनातन के खतरे की बात करने वाले दरअसल इस बयान के पीछे अपनी नाकामी छिपाना चाहते हैं।

सच बताने से बच रहे धर्म को खतरे में बताने वाले

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि धर्म को खतरे में बताने वाले दरअसल यह बताने से बच रहे हैं कि रिकार्ड तोड़ बेरोजगारी से देश के 60 प्रतिशत युवाओं का वर्तमान और भविष्य खतरे में है।

तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि किसान, कृषि और उद्योग-धंधे पर खतरा मंडरा रहा है। बहन बेटियां और महिलाएं खतरे में हैं। शिक्षा-चिकित्सा खतरे में है। देश में बीते 10 वर्षो में आई महंगाई और गरीबी से देश की बहुसंख्यक आबादी खतरे में है।

कहा- मुद्दों की बात नहीं करते पीएम मोदी

उन्होंने कहा इतना कुछ होने के बाद भी प्रधानमंत्री मुद्दों की बात नहीं करते हैं। बार-बार बिहार आते-जाते हैं और एक ही राग अलापते हैं हिंदू खतरे में है सनातन खतरे में है। उनकी बातों को कोई भी अब गंभीरता से नहीं लेता।

यह भी पढ़ें: Rohini Acharya: रद्द हो जाएगा Lalu Yadav की बेटी रोहिणी का नामांकन? शिकायत करने इलेक्शन कमीशन पहुंची BJP

Lalan Singh समेत इन करीबियों लोकसभा पहुंचा पाएंगे Nitish Kumar ? समर्थन में कर रहे ताबड़तोड़ जनसभाएं

Categories: Bihar News

Rohini Acharya: रद्द हो जाएगा Lalu Yadav की बेटी रोहिणी का नामांकन? शिकायत करने इलेक्शन कमीशन पहुंची BJP

May 4, 2024 - 7:59pm

राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा ने सारण से राजद के लोकसभा प्रत्याशी रोहिणी आचार्य के नामांकन पत्र और हलफनामा के विरुद्ध शिकायत की है। भाजपा न्यायियक मामले विभाग के संयोजक एसडी संजय ने लिखित शिकायत सारण के रिटर्निंग अधिकारी से की है।

शिकायत में कहा गया है कि रोहिणी आचार्य ने अपनी आय एवं चल संपत्ति को लेकर इनकम टैक्स रिटर्न के संबंध में हलफनामा में गलत जानकारी दी है।

क्या है भाजपा का दावा?

रोहिणी ने अन्य बातों के अलावा, अपने आयकर को लेकर वर्ष 2022-23 के रिटर्न में 3,16, 360/- रुपये , 2021 -22 में 1,67,840/-, 2020-21 में 4,030/-, वर्ष 2019-20 में 3, 88,090 और वर्ष 2018-19 में 3, 89, 033/- रुपये दिखाया गया है। परंतु अपनी चल संपत्ति तीन करोड़ बताया है, जो कहां से आई इसका जिक्र नहीं है।

सिंगापुर की आय पर उठाया सवाल

पत्र में यह भी कहा गया है कि यह बात आम लोगों के सामने है कि रोहिणी आचार्य सिंगापुर में रहती हैं, लेकिन उन्होंने सिंगापुर के आय का ब्योरा नहीं दिया है, जबकि विदेश के आय का ब्योरा देना भी आवश्यक है।

रोहिणी के पते पर भी उठाया सवाल

पत्र में यह भी कहा गया है कि रोहिणी आचार्य ने अपने पता में 208, कौटिल्य नगर, एमपी/एम एलए कॉलोनी, पटना लिखा है, जबकि अचल संपत्ति के कॉलम में उन्होंने सिर्फ पटना के दानापुर में जमीन की चर्चा की है।

पासपोर्ट स्टेटस पर खड़ा किया प्रश्न

पत्र में कहा गया है कि रोहिणी आचार्य विगत 5 वर्ष से भी ज्यादा समय से सिंगापुर में रह रही है, किंतु उन्होंने हलफनामा में इस बात की घोषणा नहीं कि है कि वे भारत की निवासी हैं, जबकि इस बात की घोषणा करना भी आवश्यक है।

उन्होंने इस बात की भी चर्चा नहीं कि है कि वे अनिवासी भारतीय हो गई हैं। यही नहीं, पासपोर्ट के स्टेटस के संबंध में भी हलफनामा में जानकारी नहीं दी है।

नामांकन रद्द करने का किया आग्रह

ऐसे तमाम बिंदुओं को लेकर भाजपा ने जन प्रतिनिधि कानून, 1951 की धारा 36(4) के तहत रोहिणी आचार्य के नामांकन पत्र को रद्द करने का आग्रह किया गया है।

भाजपा न्यायिक मामले व चुनाव आयोग संपर्क विभाग के मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि मेल के जरिए उक्त बातों की शिकायत निर्वाचन आयुक्त, बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एवं सारण के रिटर्निंग ऑफिसर को दी गई है।

यह भी पढ़ें: Lalan Singh समेत इन करीबियों लोकसभा पहुंचा पाएंगे Nitish Kumar ? समर्थन में कर रहे ताबड़तोड़ जनसभाएं

PM Modi in Bihar: PM मोदी ने तेजस्वी को बताया बिहार का शहजादा, नेहरू और बाबा साहेब को यादकर कांग्रेस पर किया अटैक

Categories: Bihar News

Bihar News: पटना में चड्डी-बनियान गिरोह का आतंक! महिलाओं का मंगलसूत्र तक उतरवा ले गए घर में घुसे दर्जन भर लुटेरे

May 4, 2024 - 7:02pm

संवाद सूत्र, फुलवारी शरीफ (पटना)। बिहार की राजधानी पटना में बेउर थानाक्षेत्र के ढनढना चकगांव में शुक्रवार रात एक घर में चड्डी-बनियान गिरोह के डकैतों ने जमकर आतंक मचाया। घर में घुसे चड्डी-बनियान गिरोह के लुटेरे पिस्टल के बलपर घर के सदस्य की पिटाई करते हुए घर में रखे नगद रूपये और जेवरात लेकर फरार हो गये।

डकैतों ने घर में उपस्थित पुरुषों के सर पर पिस्तौल रखकर महिलाओं के शरीर से मंगलसूत्र तक उतार लिया। घटना के बाद पीड़ित परिवार ने बेउर थाना को घंटों तक फोन लगाकर घटना की सूचना देने का प्रयास करते रहे, लेकिन बेउर थाने की पुलिस फोन नहीं उठाया।

लूटपाट के बाद भाग रहे चड्डी-बनियान गिरोह के लुटेरों की तस्वीर इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगालकर लुटेरों का पता लगाने में जुटी हुई है। पुलिस ने अपराधियों की तलाश में खोजी कुत्ते और एफएसएल की टीम को मौके पर बुलाकर छानबीन किया।

पीड़ित आशुतोष झा, जो प्राइवेट कंपनी में एरिया मैनेजर के पद पर पदस्थापित हैं। उन्होंने बताया कि शुक्रवार रात लगभग 11:30 बजे दरवाजा खटखटाने पर दरवाजा खोलकर देखा तो, तीन चार लोग थे। उन लोगों ने पूछा कि तुम्हें अपने घर में हथियार रखते हो? जब आशुतोष ने कहा कि वे गरीब हैं, हथियार रखकर क्या करेंगे।

इसके बाद सभी धक्का देकर घर में घुस गए। देखते-देखते एक दर्जन लोग घर में पहुंच गए। तब उन लोगों का एहसास हुआ कि यह लोग डकैती करने आए हैं। सभी डकैतों ने चड्डी-बनियान पहन रखा था और शराब के नशे में थे।

घर में प्रवेश करते ही चड्डी-बनियान गिरोह के डकैतों ने सभी लोगों को पिस्टल के बल पर कब्जे में लेकर लूटपाट शुरू कर दिया।

उन्होंने बताया कि डकैतों ने घर के पुरुषों के सर पर पिस्तौल रखकर महिलाओं से शरीर पर के गहने उतार लिये। डकैतों ने यह भी धमकी दिया कि जल्दी पैसा और गहना दो, नहीं तो गोली मार देंगे।

आशुतोष कुमार झा ने बताया कि अपराधियों ने गोदरेज आलमारी का चाबी मांगना शुरू किया। इस बीच चाबी देने में देर होने पर अपराधियों ने गोदरेज आलमारी और अटैची को तोड़ डाला। उसमें रखे गए लगभग ₹50,000 नगद और लगभग डेढ़ लाख रुपए के जेवरात लेकर फरार हो गए।

उन्होंने बताया कि घटना की सूचना फोन से बेउर थाना के सरकारी नंबर पर बार-बार लगाते रहे। इसके बावजूद भी थाना के द्वारा कोई रिस्पांस नहीं मिला तब जाकर उन्होंने 112 नंबर को फोन किया और लगभग 2:00 बजे रात्रि में पुलिस घर पर पहुंची।

इस मामले को लेकर बेउर थाना प्रभारी सुनील कुमार ने बताया सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। मौके पर खोजी कुत्ते और एफएसएल की टीम को बुला का साक्ष्य जमा कर लिया गया है। अपराधियों की तलाश क जा रही है फुलवारी शरीफ पुलिस अनुमंडल पदाधिकारी विक्रम सिहाग ने बताया कि अपराधियों की तलाश की जा रही है।

यह भी पढ़ें: ललन सिंह समेत इन करीबियों लोकसभा पहुंचा पाएंगे नीतीश कुमार? समर्थन में कर रहे ताबड़तोड़ जनसभाएं

पहले पत्नी की गला दबाकर की हत्या, फिर चाकू से रेता अपना गला, अवैध संबंध के शक में हुई हत्या से दहला पूर्णिया

Categories: Bihar News

Lalan Singh समेत इन करीबियों लोकसभा पहुंचा पाएंगे Nitish Kumar ? समर्थन में कर रहे ताबड़तोड़ जनसभाएं

May 4, 2024 - 6:14pm

राज्य ब्यूराे, पटना। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चौथे चरण के चुनाव में दो केंद्रीय मंत्री और अपने दो करीबी लोगों के लिए सक्रियता है। चौथे चरण में 13 मई को दरभंगा, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय व मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में मतदान होना है।

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह बेगूसराय से और नित्यानंद राय उजियारपुर से एनडीए के प्रत्याशी हैं। इस चरण में केवल मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से ही जदयू का प्रत्याशी है। पांच सीटों में दरभंगा, उजियारपुर व बेगूसराय से भाजपा तथा समस्तीपुर से लोजपा (रामविलास) के प्रत्याशी हैं।

दो को बेगूसराय व चार को उजियारपुर में हुई सभा

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दो मई को बेगूसराय लोकसभा क्षेत्र के बछवाड़ा में चुनावी सभा की। वहीं, चार मई को उन्होंने नित्यानंद राय के लिए नरहन में चुनावी सभा को संबोधित किया।

समस्तीपुर में शांभवी चौधरी के लिए करेंगे सभा

चौथे चरण में मुख्यमंत्री को अपने दो करीबियों के लिए भी चुनावी सभा कर रहे। इस क्रम में चार मई को उन्होंने जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के लिए मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के हवेली खड़गपुर में सभा की। इसके पूर्व मुंगेर में वह हाल ही में प्रधानमंत्री की चुनावी सभा में शामिल हुए थे।

पांच मई को मुख्यमंत्री की एक चुनावी सभा समस्तीपुर के कल्याणपुर में है। वहां से लोजपा (रामविलास) की टिकट पर मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी चौधरी चुनाव लड़ रहीं हैं।

उल्लेखनीय है कि राज्य मंत्रिमंडल के सदस्य व जदयू के वरिष्ठ नेता महेश्वर हजारी के पुत्र सन्नी हजारी भी समस्तीपुर से कांग्रेस की टिकट पर मैदान में हैं।

यह भी पढ़ें: तुष्टीकरण नहीं संतुष्टीकरण की राजनीति करते हैं PM Modi, वोटबैंक पॉलिटिक्स पर विजय सिन्हा का RJD-Congress पर अटैक

PM Modi ने तेजस्वी को बताया बिहार का शहजादा, नेहरू और बाबा साहेब को यादकर कांग्रेस पर बोला तीखा हमला

Categories: Bihar News

तुष्टीकरण नहीं संतुष्टीकरण की राजनीति करते हैं PM Modi, वोटबैंक पॉलिटिक्स पर विजय सिन्हा का RJD-Congress पर अटैक

May 4, 2024 - 4:02pm

जागरण टीम, पटना। उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राजद और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि इन दोनों के 'नेचर' और 'सिग्नेचर' नहीं बदले हैं। विजय सिन्हा ने दावा किया कि अब तक हुए सभी चरण के चुनाव में बिहार की जनता ने उनका सूपड़ा साफ कर दिया है।

सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समृद्ध और विकसित बिहार के लिए संकल्पित हैं। 10 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और राज्य का अभूतपूर्व विकास हुआ है। 18 वर्षों में राज्य को जंगलराज और गुंडाराज से मुक्ति दिलाकर एनडीए की बिहार में डबल इंजन की सरकार ने विकास की बड़ी रेखा खींच दी है।

तुष्टीकरण नहीं संतुष्टीकरण की राजनीति करते हैं पीएम मोदी

राजद और कांग्रेस पर वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तुष्टिकरण नहीं, बल्कि संतुष्टिकरण की राजनीति में विश्वास करते हैं।

पत्रकारों से बात करते हुए सिन्हा ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने तुष्टिकरण के बजाय देश के लोगों की संतुष्टि का रास्ता चुना है।

उन्होंने कहा कि हमारे पीएम तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टि की राजनीति में विश्वास करते हैं। इस दौरान उन्होंने राजद और कांग्रेस पर जानबूझकर सनातन धर्म को निशाना बनाने का भी आरोप लगाया।

तेजस्वी पर जाति के नामपर वोट मांगने का लगाया आरोप

तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए विजय सिन्हा ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पास जाति के नाम पर वोट मांगने के अलावा और कोई उपलब्धि नहीं है। वे बस बयानबाजी और हवावाजी करके वोट लेना चाहते हैं।

सिन्हा ने कहा कि अपराध और भ्रष्टाचार पर राजद और कांग्रेस मौन क्यों है? भ्रष्टाचार के मामलों में पूरा परिवार न्यायालय का चक्कर काट रहा है, फिर भी इनका स्वभाव नहीं बदला है।

महागठबंधन नेताओं का चुनाव-प्रचार पिकनिक मनाने जैसा 

उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव और महागठबंधन के लोगों के लिए चुनाव प्रचार पिकनिक मनाने जैसा है। राज्य और देश के लोगों ने देखा है कि किस प्रकार आकाश में कभी मछली तो कभी संतरा खाते हुए अपना फोटो पोस्ट करते हैं। बर्थडे भी आकाश में ही मनाते हैं।

सिन्हा ने कहा कि उनकी (राजद व कांग्रेस) समझ में यह नहीं आता है कि वे किस आधार पर वोट मांगे। उपलब्धि, सेवा और जनता के प्रति समर्पण के नाम पर उनका स्कोर शून्य है।

यह भी पढ़ें: Tejashwi Yadav: 'ऐन मौके पर चाचा को हाईजैक कर लिया नहीं तो...', सरकारी नौकरी पर तेजस्वी का बड़ा दावा

Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव की बिगड़ी तबीयत, पीठदर्द से चलना हुआ मुश्किल; Video

Categories: Bihar News

Bihar Politics: पटना साहिब ने बताया, बिहार में फिल्मी चमक पर राजनीतिक कद भारी; पढ़ लीजिए पिछला रिकॉर्ड

May 4, 2024 - 3:42pm

व्यास चंद्र, पटना। Bihar Political News Today: गंगा किनारे बसे पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र का इतिहास बहुत पुराना नहीं, पर रोचक है। यहां की संसदीय राजनीति में फिल्मी पृष्ठभूमि से प्रत्याशी उतारे जाते रहे। इन सबके बीच जातीय और दलीय समीकरण का प्रभाव जीत-हार की कहानी लिखता रहा। तब यह सीट बालीवुड स्टार शत्रुघ्न सिन्हा के कारण चर्चा में आ गई थी, जिन्हें प्रशंसक बिहारी बाबू के नाम से बुलाते हैं।

इस समय वे आसनसोल से तृणमूल के प्रत्याशी हैं और इसी पार्टी से वहां के वर्तमान सांसद भी। राजनीति में फिल्मी प्रभाव कोई नई बात नहीं, पर बिहार में किस्सा थोड़ा अलग है। यहां विशुद्ध राजनीतिक कद मतदाताओं को कहीं अधिक प्रभावित करता रहा है।

शत्रुघ्न सिन्हा की पृष्ठभूमि भले ही फिल्मी रही हो, पर वे इस आवरण से निकलकर राजनेता के रूप में पहचान बनाते हुए स्वयं को स्थापित कर चुके थे। 1989 में गांधी मैदान में अटल बिहारी वाजपेयी की सभा थी। मैदान खचाखच भरा था। जब अटल बिहारी भाषण के लिए आए तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा-मुझे पता है यह भीड़ बिहारी बाबू के लिए आई है...।

केंद्र में एनडीए की सरकार बनी तो उन्हें मंत्री भी बनाया गया। जब संसदीय क्षेत्र का नया परिसीमन किया गया तो भाजपा ने 2009 में बिहारी बाबू को पटना साहिब से मैदान में उतारा। उनके विरुद्ध कांग्रेस ने चर्चित टीवी स्टार और पटना के ही निवासी शेखर सुमन पर दांव लगाया। मुख्य मुकाबला 'बड़े' और 'छोटे' पर्दे के बीच होने का अनुमान था, पर परिणाम आया तो शेखर सुमन मुकाबले में टिके ही नहीं।

उनसे अधिक मत राजद के विजय कुमार बटोर ले गए। शत्रुघ्न सिन्हा ने करीब 1.67 लाख मतों के बड़े अंतर से इस सीट पर कब्जा जमाया। उन्हें 57.30 प्रतिशत मत हासिल हुए। 27.11 प्रतिशत मतों के साथ राजद के विजय कुमार दूसरे तो कांग्रेस के शेखर सुमन 11.10 प्रतिशत मत लाकर तीसरे स्थान पर रहे।

बिहार के चुनावी परिदृश्य में एक तरह से यह इस बात की पुष्टि ही थी कि यहां भाव राजनीतिक कद को ही मिलता है। 2014 का चुनाव हुआ तो राजनीतिक समीकरण बदल चुके थे। भाजपा और जदयू के रास्ते अलग हो चुके थे। कांग्रेस भी ताल ठोंक रही थी। ताजा-ताजा मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी भी थी।

भाजपा ने एक बार फिर शत्रुघ्न सिन्हा पर भरोसा जताया। कांग्रेस ने इस बार बिहार की खांटी भाषा भोजपुरी में बनने वाली फिल्मों के स्टार कुणाल सिंह को उतारा, पर यह दांव भी काम नहीं आया। फिल्मी क्रेज को जनता ने नकार दिया। जदयू ने पटना के प्रसिद्ध चिकित्सक डा. गोपाल प्रसाद सिन्हा तो आम आदमी पार्टी ने पूर्व मुख्य सचिव की पत्नी परवीन अमानुल्लाह को प्रत्याशी बनाया था। बिहारी बाबू ने फिर सबको खामोश कर दिया, लेकिन 2019 के चुनाव में उनका सितारा बुलंद नहीं रह सका।

भाजपा से नाराज होकर कांग्रेस का दामन थामते ही उनकी मुश्किलें बढ़ गईं। इस बार भाजपा से रविशंकर प्रसाद मैदान में थे, जिन्होंने पार्टी के एक सामान्य कार्यकर्ता से यहां तक की यात्रा की है। शत्रुघ्न सिन्हा मात खा गए। पटना साहिब के जातीय समीकरण में दोनों भले ही एक कुनबे से आते हों, पर दलीय समीकरण बिहारी बाबू पर बहुत भारी पड़ गया।

अब इस बार के चुनाव में भाजपा से फिर पुराने चेहरे के रूप में रविशंकर प्रसाद हैं तो कांग्रेस ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के बेटे डा. अंशुल अविजित को प्रत्याशी घोषित किया है। अभी पटना साहिब संसदीय क्षेत्र में आने वाले बख्तियारपुर, दीघा, बांकीपुर, कुम्हरार, फतुहा और पटना साहिब विधानसभा में चार सीटों पर भाजपा, तो दो पर राजद के विधायक हैं। जातीय समीकरण के साथ पार्टी और व्यक्तिगत छवि का प्रभाव यहां हमेशा निर्णायक भूमिका में रहा है। चुनाव में अभी समय है, पर क्षेत्र में कार्यकर्ता घूमने लगे हैं।

यह भी पढ़ें

July Shadi Muhurat 2024: जुलाई महीने में 7 दिन ही शादी के शुभ मुहूर्त, पढ़ लीजिए किस-किस दिन कर सकेंगे विवाह

Chirag Paswan: 'अगर चाचा मंच पर आते तो मैं...', चिराग ने पशुपति पारस को दिया फाइनल जवाब; सियासी हलचल तेज

Categories: Bihar News

Tejashwi Yadav: दर्द से कराह रहे तेजस्वी ने दिया भावुक संदेश, हेल्थ पर दी ताजा जानकारी; क्या आज करेंगे रैली?

May 4, 2024 - 10:37am

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने हेल्थ को लेकर ताजा जानकारी दी है। उन्होंने बताया है कि आखिर किस वजह से यह समस्या सामने आई है। उन्होंने बिहार के लोगों के लिए भावुक संदेश भी दिया है।

तेजस्वी यादव ने कहा कि बीते काफी समय से कमर दर्द से परेशान हैं। शुक्रवार को भी उन्हें काफी दर्द था। सुरक्षा कर्मियों की मदद से उन्हें उस चुनावी मंच से उतरते देखा भी गया था, जिसका वीडियो भी काफी प्रचारित हुआ था।

इसी दर्द के बीच तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने शनिवार को एक पोस्ट डाली। जिसमें उन्होंने कहा कि महीनों से अलट-पलट वाली अथक सामाजिक राजनीतिक यात्रा रही है। आराम के अभाव एवं निरंतर यात्रा के कारण दो हफ़्ते से कमर में हल्का दर्द था, दो दिन से अचानक बढ़ गया।

मेरा दर्द बेरोजगार भाइयों के दर्द के आगे कुछ भी नहीं

तेजस्वी यादव ने अपनी पोस्ट में कहा कि लेकिन मेरा ये दर्द बिहार के उन करोड़ों बेरोजगार युवाओं की तकलीफ के आगे कुछ भी नहीं है जो नौकरी-रोजगार की आस में बैठे हैं। जिनके सपनों को विगत 10 वर्षों में धर्म की आड़ में कुचला गया है।

मैं अपने दर्द को भूल जाता हूं जब देखता हूं कैसे गरीब माताओं-बहनों को महंगाई के कारण रसोई चलाने में भारी पीड़ा का अनुभव होता है। किसान भाइयों को सिंचाई के साधन व फसल का उचित दाम नहीं मिलने तथा संसाधनों के अभाव एवं रोजी-रोटी के लिए लाखों साथियों के पलायन का कष्ट देखता हूं तो मुझे मेरा दर्द महसूस भी नहीं होता।

छात्र और बुजुर्गों को लेकर दिया भावुक संदेश

छात्र को पीड़ा हैं क्योंकि उन्हें अच्छी पढ़ाई नहीं मिल पा रही। बिहार के मेरे बुजुर्गों की पीड़ा है कि उन्हें अच्छी दवाई नहीं मिल पा रही, थाना और ब्लॉक के भ्रष्टाचार से आमजन परेशान है। हर वर्ग को पीड़ा है क्योंकि उनके अधिकार, उनका न्याय उन्हें नहीं मिल पा रहा है। मैं इन सबों की तकलीफ़ में अपने आप को सांझीदार मानता हूँ।

बिहार में राजग सरकार से जनता त्रस्त है।

यदि मेरे कदम रुक गए तो...

ऐसे में यदि मैंने अपनीं पीड़ा की चिंता की और ये कदम रुक गए तो फिर लोगों की उम्मीदें भी बुझ जाएगीं तथा महंगाई, तानाशाही, अत्याचार और अन्याय की आग में बिहार झुलसता रहेगा। इसलिए मैंने तय किया है कि भले ही बाधा कितनी हो, भले ही दर्द कितना हो, रुकना नहीं है, झुकना नहीं है और थकना नहीं है। लक्ष्य की प्राप्ति तक चलते जाना है, बढ़ते जाना है, जीतते जाना है जीताते जाना है। लक्ष्य प्राप्त किए बिना रुकना मेरे खून में नहीं है।

यह भी पढ़ें

July Shadi Muhurat 2024: जुलाई महीने में 7 दिन ही शादी के शुभ मुहूर्त, पढ़ लीजिए किस-किस दिन कर सकेंगे विवाह

Chirag Paswan: 'अगर चाचा मंच पर आते तो मैं...', चिराग ने पशुपति पारस को दिया फाइनल जवाब; सियासी हलचल तेज

Categories: Bihar News

Bihar Weather Today: बिहार के 12 जिलों में बारिश-वज्रपात की चेतावनी, तेज रफ्तार से चलेगी हवा; पढ़ें मौसम का हाल

May 4, 2024 - 7:52am

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather : बिहार में बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवा का प्रवेश होने जा रहा है जिससे मौसम बदलने की पूरी संभावना बनी हुई है। 5 मई की शाम से कई जिलों में नमी युक्त हवा का प्रवाह होने के साथ बादल छाए रहेंगे। इसके प्रभाव से नमी की मात्रा में वृद्धि होने के साथ अधिकतम तापमान में गिरावट आएगी। छह मई से नौ मई के दौरान पटना समेत प्रदेश के मौसम में बदलाव की संभावना है। 

इन 12 जिलों में बारिश के आसार

मौसम विभाग के मुताबिक 6 से 9 मई के दौरान उत्तर पूर्व बिहार की राजधानी पटना, सहरसा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार के कुछ हिस्सों में बारिश और वज्रपात की चेतावनी जारी की गई है। इसके अलावा भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर व खगड़िया में भी छिटपुट बारिश के आसार जताए गए हैं। इनके प्रभाव से पटना सहित दक्षिणी भागों के मौसम में बदलाव आने के साथ तापमान में आंशिक गिरावट के आसार है।

तेज रफ्तार हवा चलने के आसार

Bihar News:इस दौरान 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है जिसके चलते नाविकों और किसानों को सावधान रहने के लिए कहा गया है। वहीं राहत की बात यह है कि पटना के अधिकतम तापमान में 3 डिग्री गिरावट के साथ शुक्रवार को 39.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, 41.8 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा। छपरा, मधुबनी, फारबिसगंज, पूर्णिया व अररिया को छोड़ पटना सहित शेष जिलों के अधिकतम तापमान में आंशिक वृद्धि दर्ज की गई।

शेखपुरा और मधुबनी में भीषण लू की चेतावनी

मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने शनिवार को शेखपुरा व मधुबनी में लू चलने को लेकर चेतावनी जारी की है। वहीं, पटना समेत शेष जिलों में गर्म दिन रहने की संभावना जताई है। बीते दो दिनों से मौसम में आए बदलाव को लेकर मौसम विज्ञानी बताते हैं कि असम व उप हिमालय पश्चिम बंगाल के आसपास चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बने होने के कारण मौसम में बदलाव आया है। इसके कारण मौसम के तेवर में थोड़ी नरमी आई है।

शहर अधिकतम   न्यूनतम

पटना  39.7          23.7

गया    40.0          20.0

भागलपुर 39.3      20.2

मुजफ्फरपुर 36.8   22.7

(तापमान डिग्री सेल्सियस में)

यह भी पढ़ें

July Shadi Muhurat 2024: जुलाई महीने में 7 दिन ही शादी के शुभ मुहूर्त, पढ़ लीजिए किस-किस दिन कर सकेंगे विवाह

Chirag Paswan: 'अगर चाचा मंच पर आते तो मैं...', चिराग ने पशुपति पारस को दिया फाइनल जवाब; सियासी हलचल तेज

Categories: Bihar News

Patna Metro : राजधानी पटना के लिए गुड न्यूज! इसी महीने पूरी हो जाएगी पीयू तक दोहरी मेट्रो सुरंग

May 3, 2024 - 9:39pm

राज्य ब्यूरो, पटना। राजधानी पटना के मोइनुल हक स्टेडियम से पटना विश्वविद्यालय तक खोदी जा रही दोहरी मेट्रो सुरंग की खोदाई का काम इसी माह पूरा हो जाएगा।

पटना मेट्रो के कोरिडोर-दो के तहत मेट्रो रेल के आने-जाने के लिए दो अलग-अलग सुरंगें बनाई जा रही हैं। इसके लिए पिछले साल मार्च-अप्रैल माह में स्टेडियम से टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) के जरिए खोदाई का काम शुरू हुआ था।

इस साल मार्च में स्टेडियम से विश्वविद्यालय तक करीब डेढ़ किमी लंबी पहली सुरंग की खोदाई का काम पूरा कर लिया गया, जबकि दूसरी सुरंग की खोदाई जारी है। अब दूसरी सुरंग भी अगले एक पखवारे में बनकर तैयार हो जाएगी, जिसके बाद दूसरी टीबीएम भी सुरंग से बाहर आ जाएगी।

मेट्रो अधिकारियों के अनुसार, अगले चरण में अब पटना विश्वविद्यालय से पीएमसीएच होते गांधी मैदान तक करीब ढाई किमी लंबी सुरंग की खोदाई का काम शुरू होगा। जून में यह प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है। इसके लिए विश्वविद्यालय से बाहर निकलने वाले टीबीएम को फिर से री-लांच किया जाएगा।

गांधी मैदान के आगे आकाशवाणी तक मेट्रो सुरंग का काम जारी है। लगभग 1.5 किमी की भूमिगत खोदाई का काम दिसंबर 2023 में ही शुरू हो चुका है। यह रूट आगे जाकर पटना जंक्शन तक जाएगा।

बेली रोड में सुरंग खोदाई का इंतजार जारी

पटना मेट्रो के कोरिडोर-1 और कोरिडोर-2, दोनों ही रूटों पर काम जारी है, मगर पटना जंक्शन से चिडि़याघर तक बेली रोड पर सुरंग खोदाई का काम अभी तक शुरू नहीं हो पाया है।

कोरिडोर-एक के इस रूट पर दानापुर से आरपीएस मोड़ तक एलिवेटेड रूट पर काम तेजी से चल रहा है, लेकिन भूमिगत रूट का काम शुरू होने का इंतजार है।

मेट्रो सूत्रों के अनुसार, इसके लिए एजेंसी चयन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी है। यह काम जाइका के फंड से होना है। टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर एजेंसी को वर्क अवार्ड होने पर ही इस खंड पर टीबीएम से सुरंग की खोदाई शुरू होगी।

यह भी पढ़ें: '...वोट मांगने नहीं आऊंगा', सम्राट चौधरी वादे पर RJD का पलटवार, कहा- पहले पुराना हिसाब दो

'मुझे कोई नहीं रोक सकता...', पवन सिंह का दावा, RK Singh के बयान पर तमतमाकर कह दी बड़ी बात

Categories: Bihar News

Bihar Politics: '...वोट मांगने नहीं आऊंगा', सम्राट चौधरी वादे पर RJD का पलटवार, कहा- पहले पुराना हिसाब दो

May 3, 2024 - 9:12pm

राज्य ब्यूरो, पटना। चुनाव के मौसम में नौकरियों को लेकर पक्ष-विपक्ष में तकरार जारी है। भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने 10 लाख नौकरी देने की घोषणा की तो राजद ने कहा पहले पूर्व घोषित नौकरी का हिसाब दें, तब नई की घोषणा करें।

राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने सम्राट चौधरी का बयान आने के बाद कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री ने प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरी देने का वादा किया था।

राजद प्रवक्ता ने आगे कहा कि 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव के समय भी मंत्री निर्मला सीतारमण ने पटना आकर एनडीए की सरकार बनने पर 19 लाख नौकरियां देने का वादा किया था।? बिहार में एनडीए की सरकार भी बनी परंतु एक भी नौकरी नहीं दी गई।

तेजस्वी पर सवाल उठाने वाले बताएं...

उन्होंने कहा तेजस्वी यादव 17 महीने उप मुख्यमंत्री रहे उस दौरान पांच लाख लोगों को नौकरी रोजगार दिए गए। अन्य रिक्त पदों की वे अनुशंसा करके आए हैं। उन्होंने कहा सवाल उठाने वाले अब बताएं कि 10 लाख नौकरी देने के लिए पैसा कहां से और कैसे लाएंगे।

सम्राट ने क्या कहा था?

सम्राट चौधरी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार और हम लोगों ने बिहार के युवाओं को 10 लाख नौकरियां देने का प्लान तैयार कर लिया है। सम्राट ने एलान किया कि अगर 10 लाख युवाओं को नौकरी नहीं दे पाया तो मैं अगले विधानसभा चुनाव में वोट मांगने नहीं आऊंगा।

यह भी पढ़ें: Bihar Politics: '...वोट मांगने नहीं आऊंगा', सम्राट चौधरी ने भरी सभा में क्यों किया ऐसा एलान? सियासी हलचल तेज

डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा को दूध से धोना अफसोस जनक : चिराग

हाजीपुर में संविधान निर्माता बाबा साहेब डा.बीआर अंबेडकर की प्रतिमा को दूध से धोने के वाकये पर लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि यह मानसिकता राष्ट्रीय जनता दल और उसके सहयोगी की हो सकती है, जो बेहद अफसोस जनक है।

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेश भट्ट ने कहा कि चिराग पासवान द्वारा हाजीपुर लोकसभा सीटसे नामांकन के दौरान उक्त प्रतिमा पर पुष्पाजंलि की गयी थी उसके बाद महागठबंधन के नेताओं द्वारा प्रतिमा को दूध से धोने की घटना को चिराग ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

चिराग ने इस घटना पर कहा कि ऐसी ओछी मानसिकता के खिलाफ हम लगातार लड़ रहें हैं और बाबा साहेब भी लड़ते रहे हैं। वोट की राजनीतिक के लिए इतनी गिरावट निदंनीय है।

'Tejashwi Yadav भी मानते हैं कि लालू-राबड़ी के...', पूर्व डिप्टी CM के दावों पर अब इस नेता ने कसा तंज

Categories: Bihar News

KK Pathak को HC का झटका, 8 विवि के बैंक खाते फ्रीज करने के आदेश पर लगाई रोक, कहा- पहले मीटिंग करो

May 3, 2024 - 8:40pm

राज्य ब्यूरो, पटना। पटना हाईकोर्ट ने अपने एक महत्वपूर्ण आदेश से बिहार के विश्वविद्यालयों के बैंक खाते फ्रीज करने के शिक्षा विभाग के आदेश पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि अगले आदेश तक सभी विश्वविद्यालयों और उनके अधिकारियों के खिलाफ कोई भी दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी।

न्यायाधीश अंजनी कुमार शरण की एकलपीठ ने मगध विश्वविद्यालय समेत आठ अन्य विश्वविद्यालयों की रीट याचिका पर सुनवाई करते हुए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक को सोमवार 6 मई को सभी विश्वविद्यालयों के आला अधिकारियों के साथ बैठक बुलाने का निर्देश दिया है।

पटना के एक होटल में होगी मीटिंग

यह बैठक पटना के होटल मौर्या में सुबह 11 बजे होगी। साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि बैठक की अध्यक्षता कोई नहीं करेगा।

वीडियोग्राफी कराने का दिया आदेश

हालांकि कोर्ट ने अपने आदेश में कहा है कि यदि बिहार के मुख्य सचिव उस दिन फुर्सत में रहते हैं तो, उक्त बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं। यदि उन्हें समय नहीं मिल पाता है तो बैठक होगी और सभी मुद्दों पर समुचित तरीके से चर्चा की जाएगी। बैठक की पूरी कार्यवाही की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।

राज्य सरकार वहन करेगी बैठक का खर्च 

कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि बैठक का खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। हाई कोर्ट ने विवादों को सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने की उम्मीद जताई है।

सभी विश्वविद्यालयों के वकीलों ने बैंक खाते फ्रीज होने के कारण पैदा हुए गतिरोध को तोड़ने के लिए तत्काल न्यायिक हस्तक्षेप की गुहार लगाई थी। विश्वविद्यालयों का कहना था कि खाते फ्रीज किए जाने से इससे रोजमर्रा के काम प्रभावित हो रहे हैं।

कोर्ट को मीटिंग से सकारात्मक उम्मीद

कोर्ट ने अपने आदेश में यह भी उम्मीद जताई कि विश्वविद्यालय अब सभी सेवानिवृत्ति बकाया का भुगतान करेंगे, कार्यरत कर्मचारियों को वेतन जारी करेंगे और परीक्षा कार्यक्रम को आगे बढ़ाएंगे। ताकि शैक्षणिक सत्र को बनाए रखा जा सके और नियमित किया जा सके। बड़े पैमाने पर छात्रों के हितों को नुकसान न पहुंचे।

इस मामले में याचिकाकर्ताओं का पक्ष अधिवक्ता राणा विक्रम सिंह ,सिद्धार्थ प्रसाद, विंध्याचल राय समेत अन्य अधिवक्ताओं ने रखा। वही सरकार का पक्ष महाधिवक्ता पीके शाही ने रखा । इस मामले की फिर से 17 मई को सुनवाई होगी।

यह भी पढ़ें: BPSC News: बीपीएससी के लिए आवेदन करते समय कट गए ज्यादा रुपये, आज ही करें ये उपाय, वापस होंगे पूरे पैसे

BSUSC Assistant Professor: बिहार के युवाओं के लिए बड़ी खबर! असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू

Categories: Bihar News

'देख रहा है विनोद...', वोटिंग बढ़ाने के लिए एक्शन में Bihar Police, सोशल मीडिया पर साझा किए ऐसे रोचक पोस्ट

May 3, 2024 - 8:12pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Police Social Media Post : लोकसभा चुनाव में मतदान करने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए बिहार पुलिस फेसबुक, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और एक्स के जरिए रोचक वीडियो और पोस्ट जारी कर लोगों से मतदान करने की अपील कर रही है। इसके लिए रोचक और मनोरंजक पोस्ट का सहारा लिया जा रहा है।

मतदाताओं के लिए क्विज भी आयोजित किया जा रहा है। लोगों से चुनाव की तारीख और चरणों को लेकर अलग-अलग सवाल किए जा रहे हैं।

बिहार पुलिस के फेसबुक पेज पर मतदाताओं को सुबह-सुबह मतदान करने की अपील करते हुए पोस्ट किया गया है- '' देख रहा है विनोद, बिना नाश्ता किए ही कैसे भोरे-भोरे वोट देने जा रहा है सब... हम तो देकर भी आ गए, और आप?'' इसी तरह ''आलस नहीं दिखाएंगे, हम वोट करने जाएंगे,'' ''चुनाव के लिए हैं तैयार हम,'' ''मतदान हमारी पहचान'' जैसे जागरूक और प्रेरित करने वाले पोस्ट भी बिहार पुलिस इंटरनेट मीडिया पर कर रही है।

चुनाव की तैयारी और सुरक्षा की भी जानकारी

लोकसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा-व्यवस्था और अन्य इंतजामों की जानकारी भी बिहार पुलिस इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पहुंचा रही। दुर्लभ व दियारा इलाकों में नाव और अश्वारोही दस्ते से की जा रही गश्ती की तस्वीर और वीडिया शेयर किए जा रहे ताकि लोग सुरक्षित महसूस करते हुए मतदान करें। इसके अलावा फ्लैग मार्च और चेकपोस्ट पर लगातार वाहन चेकिंग से जुड़ी तस्वीरें व वीडियो भी पोस्ट किए जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें: 'Tejashwi Yadav भी मानते हैं कि लालू-राबड़ी के...', पूर्व डिप्टी CM के दावों पर अब इस नेता ने कसा तंज

Bihar News: बिहार के 458 मदरसों की जांच कराएगा शिक्षा विभाग, जानें क्या है पूरा मामला?

Deepfake in Election: डीपफेक वीडियो की कितनी होती है उम्र, चुनाव में क्यों फजीहत बन रही यह तकनीक, शिकार हो जाएं तो क्या करें?

Chirag Paswan के नामांकन में चोर-उचक्कों का आतंक! इतनों के गले से उड़ाई सोने की चेन, पॉकेट पर भी साफ किया हाथ

Categories: Bihar News

'Tejashwi Yadav भी मानते हैं कि लालू-राबड़ी के...', पूर्व डिप्टी CM के दावों पर अब इस नेता ने कसा तंज

May 3, 2024 - 7:28pm

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार भाजपा उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य डॉ. भीम सिंह ने शुक्रवार को जारी बयान में राजद पर कटाक्ष किया है।

उन्होंने कहा कि राजद के थीम सॉन्ग और नारे '17 साल बनाम 17 महीने ' से स्पष्ट हो गया है कि तेजस्वी भी मानते हैं कि उनके माता-पिता यानी लालू-राबड़ी का 15 वर्षीय शासनकाल बिहार का अंधकार काल था। 15 वर्ष के राजद शासन की उपलब्धि शून्य है।

डॉ. सिंह ने कहा कि अगर तेजस्वी ऐसा नहीं मानते तो उनका नारा होता '17 साल बनाम 15 साल ' और वे अपने माता-पिता के 15 वर्षों की भी उपलब्धियां गिना रहे होते।

डॉ. भीम सिंह ने कहा कि 2005 के बाद राजद तीन बार में कुल 55 महीने नीतीश की सरकारों में शामिल रहा है। पहली बार 18 महीने बाहर से और 2 बार तेजस्वी के नेतृत्व में सरकार में प्रत्यक्ष रूप से शामिल होकर, लेकिन तेजस्वी सिर्फ 17 महीनों की बात कर रहे हैं।

डॉ. सिंह ने कह कि तेजस्वी न 15 वर्षों की बात कर रहे हैं, न 55 महीनों की और अपने उप मुख्यमंत्रित्व के कुल 37 महीनो की। वे चर्चा कर रहे हैं तो मात्र 17 महीने की। इसका सीधा अर्थ यह है कि वे स्वीकार कर रहे हैं कि उन्होंने अपने प्रथम उप मुख्यमंत्रित्व के 20 महीनों में कोई काम नहीं किया था।

कांग्रेस-राजद के साथ मिलकर बिहार को बर्बाद किया : रणबीर नंदन

पूर्व विधान पार्षद रणबीर नंदन ने शुक्रवार को कांग्रेस एवं राजद को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस ने भारत का भविष्य अंधेरे में डुबोया है। जबकि बिहार में राजद और कांग्रेस ने मिलकर बिहारियों को डेढ़ दशक पीछे धकेल दिया।

नंदन ने भाजपा के मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि आज कांग्रेस का दावा है कि एम्स की स्थापना पंडित नेहरु ने की। सही बात है। लेकिन आजादी के बाद पंडित नेहरु को एम्स के लिए सोचने में 9 साल का वक्त लगा।

इसके बाद कांग्रेस की सरकारें बनती रहीं, लेकिन एम्स की स्थापना पूरे देश में हो सकती है, यह किसी कांग्रेस सरकार की समझ में नहीं आया। प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया संयोजक दानिश इकबाल एवं सुनील सेवक उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें: Chirag Paswan के नामांकन में चोर-उचक्कों का आतंक! इतनों के गले से उड़ाई सोने की चेन, पॉकेट पर भी साफ किया हाथ

Bihar Politics: एक ही तारीख को नामांकन करेंगे बक्सर से BJP-RJD के कैंडिडेट, इस खास तिथि का कर रहे इंतजार

Categories: Bihar News

Bihar News: बिहार के 458 मदरसों की जांच कराएगा शिक्षा विभाग, जानें क्या है पूरा मामला?

May 3, 2024 - 7:08pm

राज्य ब्यूरो, पटना। शिक्षा विभाग ने 458 मदरसों की जांच करने का आदेश अफसरों को दिया है। शिक्षा विभाग ने एक सप्ताह के अंदर संबंहधत मदरसों की जांच रिपोर्ट भी मांगी है।

जांच में संबंधित मदरसों के आधारभूत संरचना, शिक्षकों व कर्मचारियों की संख्या, उनकी योग्यता, बच्चों की संख्या और आंतरिक अंकेक्षण को देखा जाएगा।

जांच रिपोर्ट आने के बाद विभागीय स्तर पर उसकी समीक्षा होगी। इसके बाद संबंधित मदरसों की मान्यता खत्म करने को लेकर फैसला होगा।

जिला शिक्षा अधिकारियों को जारी किए गए निर्देश

शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड के माध्यम से संबंधित मदरसों की जांच कराने को कहा गया है। इस संंबंध में जिला शिक्षा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किया गया है। मदरसा बोर्ड ने अपने पदाधिकारियों को जांच में सहयोग करने हेतु जिम्मेवारी दी है।

किस पदाधिकारी को मिली कहां की जिम्मेदारी

दिलशाद मुस्तकीम को पूर्वी चंपारण, गोपालगंज एवं सीवान, रेयाजुद्दीन को मधुबनी, मसरूर आलम को दरभंगा, वसीम अकरम को भागलपुर, बांका एवं खगड़िया, शाहबाज अहमद को अररिया, सुपौल, मधेपुरा एवं सहरसा, मो.खुर्शीद आलम को गया एवं नालंदा, मेराज आलम को भोजपुर, बक्सर एवं कैमूर, परवेज आलम को कटिहार एवं किशनगंज तथा वीरू कुमार को सीतामढ़ी एवं शिवहर जिले की जिम्मेवारी दी गयी है।

क्या है उच्च न्यायालय का आदेश?

यहा बता दें कि अलाउद्दीन बिस्मिल बनाम बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड एवं अन्य संबंधी याचिका पर सुनवाई के बाद पटना उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश के आलोक में शिक्षा विभाग ने नौ फरवरी, 2023 को बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड से संबद्ध गैरअनुदानित 2459 कोटि के 1646 मदरसों की जांच कराने को कहा था।

इसके आलोक में 458 मदरसों की जांच रिपोर्ट अब तक नहीं मिली है। इसके मद्देनजर संबंधित मदरसों की जांच रिपोर्ट एक सप्ताह के अंदर मांगी गई है।

यह भी पढ़ें: BSUSC Assistant Professor: बिहार के युवाओं के लिए बड़ी खबर! असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू

BPSC News: बीपीएससी के लिए आवेदन करते समय कट गए ज्यादा रुपये, आज ही करें ये उपाय, वापस होंगे पूरे पैसे

Categories: Bihar News

Bihar Politics : NDA के सामने तीसरे चरण में ये है बड़ी चुनौती, यह रिकॉर्ड नहीं रहा कायम तो महागठबंधन कर देगा 'खेला'

May 3, 2024 - 5:05pm

रमण शुक्ला, पटना। Bihar Political News Hindi NDA BJP JDU LJP : अबकी बार 18वीं लोकसभा में पहुंचने के लिए तीसरे चरण में पांच सीटों पर राजग के तीन दल फिर मैदान में हैं। इसमें तीन सीट पर जदयू जबकि एक-एक सीट पर भाजपा एवं लोजपा लड़ रही है। लेकिन तीसरे चरण में भाग्य आजमा रहे राजग प्रत्याशियों के सामने जीत के साथ ही मत प्रतिशत का रिकॉर्ड बचाने की भी चुनौती है।

यदि रिकॉर्ड कायम नहीं रहता है तो महागठबंधन 'खेला' कर सकता है। बता दें कि 2019 के चुनाव में झंझारपुर, सुपौल, अररिया, मधेपुरा एवं खगड़िया संसदीय सीट पर राजग के सभी प्रत्याशी कुल हुए मतदान में 50 प्रतिशत से अधिक मतों से विजयी रहे थे। लेकिन इस बार मौसम की मार का असर कहें या फिर मतदाताओं में विभिन्न कारणों से मतदान के प्रति कम हो रहे उत्साह या फिर कोई वजह।

दो चरण में संपन्न हुए मतदान में इसका असर दिखा है। गिरते मतदान प्रतिशत के आंकड़े को लेकर अब राजनीतिक पार्टियां अपने हिसाब से मतों का समीकरण बिठाने के साथ मतदाताओं जागरूक करने गुना-भाग में लगी हुई हैं।

पिछले दो चुनावों के आंकड़ों का विश्लेषण करें तो यह बात निकलकर सामने आती है कि 50 प्रतिशत से अधिक मत पाने वाले प्रत्याशियों की संख्या में वृद्धि है। लोकसभा चुनाव 2014 में 50 प्रतिशत से अधिक मत पाने वाले उम्मीदवारों की संख्या कम थी, जबकि 2019 में इसमें जबरदस्त वृद्धि हुई थी।

बिहार में 2014 में महज तीन उम्मीदवार को 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले थे, जबकि 2019 इनकी संख्या बढ़कर 24 हो गई थी, यानी इसमें सात सौ प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

भाजपा-जदयू अलग-अलग भी लड़े थे

बिहार में, भाजपा और जदयू 2014 में अलग-अलग चुनाव लड़ीं थीं। इसमें भाजपा के 50 प्रतिशत से अधिक वोट शेयर के साथ दो और लोजपा ने एक सीट जीतीं थी। जबकि, जदयू इतने बड़े अंतर से एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। हालांकि, 2019 में दोनों पार्टियों एक साथ आई तो काफी लाभ हुआ।

2019 के चुनाव में भाजपा के 14 सांसद एवं जदयू के 10 सांसद एक-दूसरे के वोट बैंक के साथ आए तो 24 उम्मीदवारों को 50 प्रतिशत से अधिक मत हासिल करने में सफल रहे थे। इसके अतिरिक्त, उनकी सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी ने ऐसी छह सीटें हासिल की थीं। 2019 में बिहार में सात उम्मीदवारों को 60 प्रतिशत से अधिक मत मिले थे।

50 प्रतिशत अधिक मत प्राप्त करने वाले सांसद

बिहार में 2019 में जिन लोकसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों को 50 प्रतिशत से अधिक मत मिले थे, उसमें नालंदा, पटना साहिब, आरा, बाल्मीकि नगर, पश्चिम चंपारण, सासाराम, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, नवादा, झंझारपुर, जमुई, सुपौल, अररिया, कटिहार, मधेपुरा, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली, गोपालगंज, महाराजगंज, सारण, हाजीपुर, उजियारपुर, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, भागलपुर एवं मुंगेर संसदीय क्षेत्र सम्मिलित है।

भाजपा की सीट

पटना साहिब, आरा, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, मधुबनी, अररिया, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, महाराजगंज, सारण, सासाराम, उजियारपुर एवं बेगूसराय संसदीय सीट है।

जदयू की सीट

नालंदा, बाल्मीकि नगर, सीतामढ़ी, झंझारपुर, जमुई, सुपौल, कटिहार, मधेपुरा, गोपालगंज, भागलपुर एवं मुंगेर संसदीय क्षेत्र सम्मिलित है।

लोजपा की सीट

नवादा, जमुई, वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर एवं खगड़िया लोकसभा क्षेत्र है।

यह भी पढ़ें

Karakat Lok Sabha Seat: काराकाट में महिला उम्मीदवारों का नही चलता जादू, पढ़ लीजिए पूरा पिछला रिकॉर्ड

अब वोटर आईडी कार्ड के बिना भी कर सकेंगे मतदान, वोटिंग के लिए इन 12 वैकल्पिक पहचान पत्रों का भी कर सकते हैं इस्‍तेमाल

Categories: Bihar News

Nitish Kumar : नीतीश कुमार ने छोड़ दी ये आदत, चुनाव प्रचार में जाने पर हेलीकॉप्टर में ही खाते हैं दलपूड़ी और चोखा

May 3, 2024 - 4:08pm

भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। Nitish Kumar Daily Routine : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुनावी सभाओं को लेकर इन दिनों व्यस्तता कुछ इस तरह की है कि वह एक दिन में तीन-तीन चुनावी सभाएं और फिर रोड शो कर रहे हैं।

इस व्यस्तता के बीच भी उन्होंने अपनी दिनचर्या को पूर्व की तरह रखा हुआ है। आमतौर पर लंच वह दूसरी से तीसरी सभा के बीच हेलीकॉप्टर में ही ले रहे हैं। उनके साथ लंच के लिए दलपूड़ी और आलू का चोखा जाता है। साथ में हरी मिर्च भी।

शहर के बाहर रहने पर भी सुबह की सैर को नहीं है छोड़ा

मुख्यमंत्री नीतीश की दिनचर्या (Nitish Kumar Daily Routine) में बरसों से सुबह की सैर शामिल है। पटना में रहने पर वह मुख्यमंत्री आवास स्थित लॉन में टहलते हैं। विगत दो चरणों के मतदान के लिए मुख्यमंत्री ने अपने चुनावी कैंपेन को मधेपुरा में रहकर संचालित किया।

मधेपुरा में भी उन्होंने अपनी दिनचर्या को नहीं छोड़ा। जिस आवास में वह रह रहे थे, वहां से पास में स्थित विद्यालय के मैदान में सुबह की सैर के लिए निकलते और लगभग 40-45 मिनट टहलकर वापस लौटते हैं। इसके बाद वह योग करना भी नहीं भूलते।

अखबार से लेकर अन्य अपडेट लेने के बाद लोगों से बातचीत

नौ बजे तक तैयार होकर मुख्यमंत्री अखबार की खबरों के साथ-साथ अन्य अपडेट लेते हैं। इसके बाद उन क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ बात-चीत होती है, जहां उन्हें जाना होता है।

संबंधित क्षेत्र की विशेष जानकारी भी उन्हें उपलब्ध कराई जाती है। सुबह दस बजे तक वह सुबह का नाश्ता कर चुनावी सभा के लिए निकल जाते हैं।

आमतौर पर एक-एक घंटे की तीन चुनावी सभाएं कर रहे

मुख्यमंत्री आमतौर पर एक-एक घंटे की तीन चुनावी सभाएं कर रहे हैं। जिस दिन उनकी दो चुनावी सभाएं होती हैं, उस दिन तीसरी जनसभा के रूप में उनका रोड शो हो जाता है।

मतलब चुनावी अभियान के लिए वह किसी युवा से कम सक्रिय नहीं। धूप में पांच-पांच घंटे लोगों के बीच रह रहे हैं।

चाय की आदत को विश्राम दिया हुआ है

पूर्व में जब मुख्यमंत्री (CM Nitish Kumar) हेलीकॉप्टर से चुनावी सभाओं के लिए निकलते थे तो उनकी यह आदत थी कि संबोधन के बाद मंच पर ही चाय पीते थे, पर इस बार उन्होंने इसे विश्राम दिया हुआ है। गर्मी की वजह से वह मंच पर चाय से परहेज कर रहे हैं।

लौटने के बाद दो से तीन बैठक प्रत्याशियों और अन्य के साथ

फुलप्रूफ तैयारी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चुनावी सभाओं (Lok Sabha Election) के बाद भी दो-तीन बैठक वहां करते हैं, जहां वह चुनावी अभियान से वापस लौटते हैं। इस बैठक में संबंधित क्षेत्र के प्रत्याशी भी रहते हैं, जहां मुख्यमंत्री को अगले दिन जाना है।

इस क्रम में वह फीडबैक पर अधिक जोर देते हैं। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ अलग से मीटिंग होती है। यह कई घंटे तक चलती है।

यह भी पढ़ें

'गड़बड़ करने लगा था...' Nitish Kumar ने बताया क्यों छोड़ा Tejashwi Yadav का साथ; Lalu की भी लगाई क्लास

Nitish Kumar: क्या नीतीश कुमार फिर कभी महागठबंधन में जाएंगे? बिहार CM का इरादा एकदम साफ

Categories: Bihar News

Pages

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar