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Bihar Private School: निजी स्कूलों के लिए शिक्षा विभाग का फरमान, 1 लाख के जुर्माने से बचने के लिए आज ही कर लें ये काम
जागरण संवादददाता, पटना। शिक्षा विभाग के ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन नहीं करने वाले निजी स्कूलों पर नकेल की तैयारी शुरू हो गई है। मुफ्त एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के तहत सभी निजी स्कूलों को पंजीयन करना अनिवार्य है।
जिला शिक्षा कार्यालय ने जिले के सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया है कि वे ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन नहीं करने वाले निजी स्कूलों को चिन्हित करें। ऐसा नहीं करने वाले स्कूलों एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
एक लाख रुपये का जुर्मानाई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन नहीं करने वाले निजी स्कूलों को अधिनियम की धारा 18 (5) एवं 19 (5) के अंतर्गत दोषी पाया जाएगा और उस व्यक्ति या संस्था पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
साथ ही निर्धारित तिथि के बाद भी विद्यालय संचालित रहने पर प्रतिदिन 10 हजार रुपये का जुर्माना किया जाएगा। बिना प्रस्वीकृति के कोई भी निजी स्कूल संचालित नहीं किया जा सकता है।
15 दिसंबर पंजीयन की आखिरी तारीखप्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने प्रखंडाधीन क्षेत्र में संचालित कौन-कौन निजी विद्यालय बिना प्रस्वीकृति के चल रहा है, उसकी बनाकर जिला शिक्षा कार्यालय को भेजना सुनिश्चित करेंगे। ई-संबधन पोर्टल पर निजी स्कूलों को पंजीयन करने अंतिम तिथि 15 दिसंबर है।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी अमृत कुमार ने कहा कि प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अपने क्षेत्र के निजी स्कूलों को पंजीयन करने के दबाव बनाएंगे और नोटिस देंगे। अगर ऐसा नहीं करते हैं संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और निजी स्कूलों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जिले में अब तक 1182 निजी स्कूलों ने ही कराया पंजीयनजिला शिक्षा कार्यालय ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पटना जिले में हजारों निजी स्कूल संचालित हो रहे हैं। इनमें से मात्र 1182 स्कूलों ने ही ई-संबंधन पोर्टल पर पंजीयन कराया है, यह चिंताजनक है। वर्तमान में 195 स्कूलों ने पोर्टल पर पंजीयन के लिए आवेदन दिया है। इनकी जांच चल रही है। वि
भाग ने ये भी कहा है कि जिन निजी स्कूलों की पंजीयन अवधि खत्म हो गई है वे 31 दिसंबर तक नवीनीकरण के लिए आवेदन दे सकते हैं।
निजी स्कूलों को ई-संबंधन पोर्टल पर नियमित और मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा अधिनियम के तहत देनी हैं ये जानकारियां
- निजी स्कूलों को नामांकित बच्चों की संख्या के बारे में जानकारी देनी हैं।
- शिक्षकों की संख्या और उनकी योग्यता के बारे में बताना है।
- बच्चों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी देनी है।
- कर्मचारियों की संख्या आदि चीजों की जानकारी की एंट्री करना है।
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Bihar Weather: पछुआ हवाओं से बढ़ी ठंड, अब बारिश करेगी बेहाल, अगले 3 दिन में मौसम में होंगे ये बड़े बदलाव
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: प्रदेशभर में पक्षुआ हवाओं के प्रवाह की वजह से ठंड में इजाफा हुआ है। वहीं दूसरी ओर कोहरे की वजह से भी लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान में और ज्यादा गिरावट होने के आसार हैं। वहीं रविवार को पश्चिमी विक्षोक्ष की वजह से कई इलाकों में बारिश भी हो सकती है।
प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- राजधानी पटना में आज का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार, 8 दिसंबर को बिहार सहित उत्तर-पश्चिम भारत में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा, जिससे मौसम में बदलाव होने की संभावना है। कई इलाकों में हल्की या मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं बारिश के बाद ठंड में इजाफा होगा।
प्रदूषण ने बढ़ाई चिंताठंड बढ़ने के साथ ही शहर में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। रोहतास में AQI 246 दर्ज किया गया। वहीं प्रदेश के कई जिलों में AQI 200 पार पहुंच गया है।
जानकारों की मानें तो शहर का AQI में पिछले एक सप्ताह से खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। जिस रफ्तार से AQI के स्तर में बढ़ोत्तरी हो रही है, उससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर और बढ़ेगा।
हवा में प्रदूषण की मात्रा खतरनाक स्तर पर पहुंचने का प्रभाव आम लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। सामान्यत: एयर क्वालिटी इंडेक्स 50 से 100 के बीच होनी चाहिए। हवा में प्रदूषण की मात्रा बढ़ने से फेफड़े, हार्ट और अस्थमा के मरीजों को सांस लेने में परेशानी हो रही है।
डॉक्टरों के अनुसार अस्पताल में सांस और आंख में जलन की समस्या वाले मरीज पहुंचने लगे हैं।
प्रदूषण रोकने के लिए लगाए गए फव्वारेशहरी क्षेत्र में वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए पटना नगर निगम कई उपाय कर रहा है। इसके लिए निगम विशेष अभियान चला रहा है। सड़कों पर पानी का छिड़काव कराने के साथ सीएनडी वेस्ट (निर्माण सामग्री का कचरा) का उठाव किया जा रहा है।
इसी क्रम में नगर निगम ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए अनूठी पहल की है। इससे शहर की सुंदरता को चार चांद लगने के साथ प्रदूषण भी कम हो रहा है। इस सिलसिले में नगर निगम ने शहर के 15 चौक-चौराहों पर फव्वारा लगाया है।
फव्वारे की रंग-बिरंगी रोशनी आमजन को आकर्षित कर रही है। नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि इन फव्वारे को बेहतर ढंग से चलाया जा रहा है। प्रतिदिन कंट्रोल रूम से इसकी निगरानी की जा रही है। फाउंटेन के संचालन एवं रखरखाव की जिम्मेदारी एजेंसी को दी गई है।
इन स्थानों पर लगाए गए फव्वारे
1. विकास भवन
2. आशियाना दीघा मोड़
3. शेखपुरा मोड़
4. बोरिंग रोड चौहारा
5. एयरपोर्ट गोलंबर
6. सहदेव महतो मार्ग
7. बापू टावर
8. इको पार्क
9. अनिसाबाद गोलंबर
10 विवेकानंद मार्ग
11.मैकडोवल गोलंबर
12. बुद्ध मूर्ति
13. चिरैयाटांड पुल
14. कंकड़बाग टेम्पो स्टैंड
15. जीपीओ गोलंबर
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Patna Airport New Look: नववर्ष के प्रथम माह में नए स्वरूप में दिखेगा पटना हवाईअड्डा, मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
जागरण संवाददाता, पटना। Patna Airport News भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (भाविप्रा) के अध्यक्ष विपिन कुमार ने शुक्रवार को पटना हवाईअड्डा (जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट) का दौरा किया और नए टर्मिनल भवन के निर्माण कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्माण एजेंसियों और अभियंताओं को शेष कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया ताकि नववर्ष के प्रथम माह यानी जनवरी, 2025 तक हवाईअड्डा नए स्वरूप में दिखने लगे।
उन्होंने पटना एयरपोर्ट के निदेशक को निर्देश दिया कि वे डीजीसीए, बीसीएएस जैसे प्राधिकारों और नियामक निकायों से समन्वय कर समय सीमा के भीतर कार्य पूरा कराएं।
निरीक्षण के दौरान अध्यक्ष के साथ सदस्य (प्रचालन) डा. शरद कुमार एवं सदस्य (योजना) अनिल कुमार गुप्ता भी थे। इसके बाद भाविप्रा के अध्यक्ष ने राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा से मुलाकात की।
अब एक साथ तीन हजार यात्रियों को दी जा सकेगी सेवापटना हवाईअड्डा के विस्तार के मास्टर प्लान पर अनुमानित 1216.90 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। इसमें नए टर्मिनल भवन, बहुस्तरीय कार पार्किंग सुविधा और पार्किंग-बे का विकास शामिल है। 65,155 वर्ग मीटर के निर्मित क्षेत्र के साथ नया विश्वस्तरीय टर्मिनल भवन व्यस्ततम समय में तीन हजार यात्रियों को सेवा प्रदान कर सकेगा।
पहले यह क्षमता एक हजार से कम थी। इस विस्तार से हवाईअड्डा की क्षमता भी वार्षिक तीस लाख से बढ़कर एक करोड़ यात्रियों की हो जाएगी। छह नए अतिरिक्त पार्किंग स्टैंड भी उपलब्ध होंगे, अभी इनकी संख्या पांच है।
नए टर्मिनल भवन में होंगे 54 चेक-इन काउंटरनया टर्मिनल अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं से सुसज्जित होगा। इसमें 54 चेक-इन काउंटर, पांच यात्री बोर्डिंग ब्रिज, पांच कन्वेयर बेल्ट और आठ इन-लाइन एक्स बीआइएस मशीनें शामिल हैं, जो टर्मिनल के अंदर यात्रियों को त्वरित आवागमन की सुविधा प्रदान करेगी।
फोर स्टार रेटेड नए टर्मिनल भवन का डिजाइन प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालयों के अवशेषों से प्रेरित है। भीतरी भाग में आकर्षक चित्रकारी होगी।
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बिहार में बीपीएससी भवन घेरने पहुंचे छात्रों पर लाठीचार्ज, पुलिस ने खान सर को हिरासत में लिया
जागरण संवाददाता, पटना। उत्तर प्रदेश में पीसीएस की परीक्षा में नार्मलाइलेशन सिस्टम लागू करने का नोटिस जारी होने के बाद विवाद हो गया था। अभ्यर्थियों ने आंदोलन किया था। इसकी वजह से यूपीपीसीएस परीक्षा एक ही दिन कराने का निर्णय लिया गया था। इसी तरह से अब बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों ने भी आंदोलन की राह पकड़ी है। शुक्रवार को लोक सेवा आयोग का घेराव करने पहुंचे दर्जनों छात्रों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर नेहरू पथ (बेली रोड) से खदेड़ दिया।
शिक्षक और यूट्यूबर खान सर शुक्रवार को पटना के गर्दनीबाग में विरोध प्रदर्शन कर रहे बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों में शामिल हुए। पुलिस ने प्रसिद्ध खान सर समेत सात को हिरासत में ले लिया और इसके बाद थाने में बांड भरवाकर छोड़ा।
बीपीएससी कार्यालय के आसपास अफरातफरी मची रहीपुलिस ने पहले छात्रों को प्रतिबंधित क्षेत्र में जमा होने से मना किया तो वे लोग आक्रोशित हो गए और हटने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। इससे करीब एक-डेढ़ घंटे तक बीपीएससी कार्यालय के आसपास अफरातफरी मची रही। आयोग का घेराव करने पहुंचे छात्र नार्मलाइजेशन विधि से एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का परिणाम जारी नहीं करने की मांग के लिए जुटे थे।
नार्मलाइजेशन से परिणाम जारी नहीं होगाबीपीएससी अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने कहा कि आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि नार्मलाइजेशन से परिणाम जारी नहीं होगा, फिर भी कुछ शरारती तत्व अपने लाभ के लिए अभ्यर्थियों को भ्रमित कर नार्मलाइजेशन के विरोध में घेराव के लिए पहुंच गए। 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम पूर्व की तरह ही प्रकाशित किया जाएगा।
इधर, शास्त्रीनगर थाना अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस ने लाठीचार्ज नहीं किया है। निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए प्रसिद्ध खान सर समेत सात लोगों को हिरासत में लिया गया था, बाद में बांड भरवाकर छोड़ दिया गया।
क्या है नार्मलाइजेशन विधिपटना साइंस कालेज के सहायक प्राध्यापक प्रो. अशोक कुमार झा ने बताया कि एक ही परीक्षा जब अनेक प्रश्नपत्रों और पालियों में आयोजित की जाती है तो उसका परिणाम नार्मलाइजेशन विधि से तैयार किया जाता है। परिणाम प्रतिशत अंक के बजाए प्राप्त परसेंटाइल पर जारी किया जाता है। इसका उद्देश्य विभिन्न पालियों में आयोजित परीक्षा के परिणामों को समान स्तर पर लाना होता है।
कारण यह है कि जब एक से अधिक पालियों में परीक्षा होती है, तो हर पाली का प्रश्नपत्र थोड़ा अलग हो सकता है, जिससे कुछ छात्रों को अधिक आसान या कठिन प्रश्नों का सामना करना पड़ता है। यह वैश्विक रूप से प्रमाणित विधि है।
देश में जेईई मेन, सीयूईटी, यूजीसी नेट, एसएससी, आरआरबी आदि का परिणाम नार्मलाइजेश विधि से ही जारी होता है। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने की स्थिति में एक से अधिक पाली और तिथि में परीक्षा आयोजित करना परीक्षा एजेंसियों की मजबूरी है और जब एक से अधिक प्रश्नपत्र से परीक्षा होगी तो परिणाम के लिए नार्मलाइजेशन विधि ही सभी अपनाते हैं।
SSC 2025 Exam Calendar: एसएससी ने 20 भर्ती परीक्षाओं की तिथि जारी की, CGL जून-जुलाई में
जागरण संवाददाता, पटना। कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने 2025 का परीक्षा कैलेंडर जारी कर दिया। सीजीएल, सीएचएसएल, एमटीएस हवलदार भर्ती, एसएससी जीडी कॉन्स्टेबल भर्ती, स्टेनोग्राफर भर्ती, ट्रांसलेटर भर्ती, दिल्ली पुलिस सीएपीएफ एसआई भर्ती, सेलेक्शन पोस्ट फेज-13, जेई सहित 20 भर्ती परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया है। इन भर्तियों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि तथा परीक्षा के माह की जानकारी दी गयी है।
कैलेंडर के मुताबिक, अगले साल सीजीएल भर्ती 2025 का नोटिफिकेशन 22 अप्रैल (CGL Bharti 2025 Notification) को जारी होगा और टियर-1 परीक्षा जून-जुलाई 2025 में होगी। एमटीएस हवलदार भर्ती 2025 की विज्ञप्ति 26 जून को जारी होगी। सितंबर-अक्टूबर 2025 में परीक्षा होगी। सीएचएसएल (प्लस टू) लेवल का विज्ञापन 27 मई को जारी होगा। जुलाई-अगस्त में परीक्षा संभावित है।
एसएससी बहुप्रतीक्षित दिल्ली पुलिस कॉन्स्टेबल एग्जीक्यूटिव भर्ती के लिए विज्ञापन दो सितंबर को जारी होगा। एक अक्टूबर तक आवदेन स्वीकार किए जांएगै। परीक्षा नवंबर-दिसंबर 2025 में होगी। एसएससी जीडी कॉन्स्टेबल भर्ती 2025 का विज्ञापन 11 नवंबर, 2025 को जारी किया जाएगा। परीक्षा मार्च-अप्रैल 2026 में होगी।
परीक्षा: आवेदन तिथि: परीक्षा तिथि- जेएसए, एलडीसी ग्रेड सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा 2024 पेपर-। (सीबीई) : 28 फरवरी 2025 से 20 मार्च 2025 तक : अप्रैल-मई 2025
- एसएसए.यूडीसी ग्रेड सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा 2024 (केवल डीओपीटी के लिए) पेपर-। (सीबीई): छह से 26 मार्च 2025 : अप्रैल-मई 2025
- एएसओ ग्रेड सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा 2022-2024 पेपर-। (सीबीइ): 20 मार्च से नौ अप्रैल 2025 तक: अप्रैल-मई 2025
- सेलेक्शन पोस्ट परीक्षा, फेज-XIII, 2025 (सीबीई) 16 अप्रैल से 15 मई 2025: जून-जुलाई 2025
- सीजीएल परीक्षा 2025 टियर-I (सीबीइ): 22 अप्रैल से 21 मई: जून-जुलाई 2025
- दिल्ली पुलिस और सीएपीएफ एसआइ परीक्षा, 2025 पेपर-I (सीबीई): 16 मई से 14 जून 2025: जुलाई-अगस्त 2025
- सीएचएसएल (10 2) स्तरीय परीक्षा, 2025 टियर-I (सीबीई): 27 मई से 25 जून 2025: जुलाई-अगस्त 2025
- एमटीएस हवलदार परीक्षा, 2025(सीबीई): 26 जून से 25 जुलाई 2025: सितंबर-अक्तूबर 2025
- स्टेनोग्राफर ग्रेड सी और डी परीक्षा, 2025 (सीबीइ): 29 जुलाई से 21 अगस्त 2025: अक्तूबर-नवंबर 2025
- जूनियर इंजीनियर (सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल) परीक्षा 2025 पेपर-। (सीबीइ): पांच से 28 अगस्त 2025: अक्तूबर-नवंबर 2025
- संयुक्त हिंदी अनुवादक परीक्षा, 2025 पेपर-। (सीबीई): 26 अगस्त से 18 सितंबर2025: अक्तूबर -नवंबर, 2025
- दिल्ली पुलिस परीक्षा, 2025 में कांस्टेबल (कार्यकारी) पुरुष और महिला सीबीइ: दो सितंबर से एक अक्तूबर 2025 : नवंबर-दिसंबर 2025
- दिल्ली पुलिस परीक्षा, 2025 में कांस्टेबल (ड्राइवर) पुरुष सीबीई: 19 सितंबर से 12 अक्तूबर 2025: नवंबर-दिसंबर, 2025
- दिल्ली पुलिस परीक्षा, 2025 (सीबीई) में हेड कांस्टेबल (मंत्रालयिक) सात अक्तूबर से पांच नवंबर: दिसंबर2025 -जनवरी, 2026
- दिल्ली पुलिस परीक्षा 2025 (सीबीई) में हेड कांस्टेबल (सहायक वायरलेस ऑपरेटर (एडब्ल्यूओ), टेली-प्रिंटर ऑपरेटर (टीपीओ), 14 अक्टूबर से छह नवंबर 2025: दिसंबर 2025- जनवरी 2026
- ग्रेड सी स्टेनोग्राफर सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा 2025 पेपर-। (सीबीई): 30 अक्तूबर से 19 नवंबर 2025: जनवरी-फरवरी, 2026
- केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ), एनआइए, एसएसएफ में कांस्टेबल (जीडी) और असम राइफल्स में राइफलमैन (जीडी) परीक्षा 2026 (सीबीइ): 11 नवंबर से 15 दिसंबर 2025: मार्च-अप्रैल 2026
- जेएसए, एलडीसी ग्रेड सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा 2025 पेपर-। (सीबीई): 16 दिसंबर 2025- पांच जनवरी 2026 : जनवरी-फरवरी
- एसएसए,यूडीसी ग्रेड सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा 2025 पेपर-। (सीबीई) : 23 दिसंबर 2025 से 12 जनवरी 2026: जनवरी-फरवरी 2026
- एएसओ ग्रेड सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा 2025 पेपर-। (सीबीई): 15 जनवरी से चार फरवरी 2026: मार्च-अप्रैल 2026
BPSC 70th Exam: कैसे जारी होगा 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का रिजल्ट? आयोग ने दिया क्लियर जवाब
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) का घेराव करने शुक्रवार को पहुंचे दर्जनों छात्रों को पुलिस ने लाठीचार्ज कर नेहरू पथ (बेली रोड) से खदेड़ दिया। पुलिस ने पहले छात्रों को प्रतिबंधित क्षेत्र में जमा होने से मना किया तो वे लोग आक्रोशित हो गए और हटने से इन्कार कर दिया। इसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। किसी ने इसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया।
इधर, शास्त्रीनगर थाना अध्यक्ष ने बताया कि पुलिस ने लाठीचार्ज नहीं किया है। निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए चर्चित खान सर (Khan Sir) समेत सात लोगों को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में बांड भरवाकर छोड़ दिया गया। एक-डेढ़ घंटे तक बीपीएससी कार्यालय के आसपास अफरातफरी मची रही। आयोग का घेराव करने पहुंचे छात्र नार्मलाइजेशन विधि से एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का परिणाम जारी नहीं करने की मांग के लिए जुटे थे।
इस संबंध में बीपीएससी अध्यक्ष ने कहा कि आयोग पहले ही स्पष्ट कर चुका है कि नॉर्मलाइजेशन से परिणाम जारी नहीं होगा। फिर भी कुछ शरारती तत्व अपने लाभ के लिए अभ्यर्थियों को भ्रमित कर नॉर्मलाइजेशन के विरोध में घेराव के लिए पहुंच गए। 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम पूर्व की तरह ही प्रकाशित किया जाएगा।
प्रदर्शनकारियों की मांग और आयोग का पक्ष- नॉर्मलाइजेशन विधि से परिणाम जारी नहीं हो:
एकीकृत 70वीं का परिणाम नार्मलाइजेशन विधि से जारी होगा, इसकी अधिसूचना आयोग ने कभी जारी नहीं किया गया है। 13 दिसंबर को आयोजित होने वाली प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम नॉर्मलाइजेशन विधि से जारी नहीं किया जाएगा।
- सर्वर डाउन होने के कारण कई छात्र आवेदन करने से वंचित हो गए, आवेदन की तिथि बढ़ाई जाए:
आयोग ने आवेदन की अंतिम तिथि 18 अक्टूबर निर्धारित किया था, कुछ अभ्यर्थियों ने त्योहार के कारण तिथि बढ़ाने की मांग की थी, जिसे स्वीकार करते हुए चार नवंबर तक आवेदन स्वीकार किए गए। अंतिम दिन भी 20 हजार से अधिक अभ्यर्थियों के आवेदन स्वीकार किए गए हैं। यह मांग तत्काल करने पर आयोग विचार भी कर सकता था। परीक्षा का कार्यक्रम जारी होने के बाद ऐसी मांग पर समझ से परे है।
- आयोग अभ्यर्थियों की परेशानी को नहीं सुनता है:
आयोग का कहना है कि आंसर-की पर दो बार आपत्ति ली जाती है। वस्तुनिष्ठ परीक्षा की आंसर-की और रिस्पांस शीट दोनों अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया जाता है। मुख्य परीक्षा की उत्तर पुस्तिका भी अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराई जाती है। अभ्यर्थी की दुश्वारियों को ईमेल के माध्यम से स्वीकार कर उसका निदान किया जाता है।
अभ्यर्थी भ्रमित नहीं हो, 13 को होगी परीक्षा: अध्यक्षबीपीएससी अध्यक्ष परमार रवि मनुभाई ने बताया कि कुछ असमाजिक तत्व स्वयं के लाभ के लिए अभ्यर्थियों को भ्रमित कर रहे हैं। आयोग ने कभी नहीं कहा है कि नार्मलाइजेशन से परिणाम जारी किया जाएगा। रिकॉर्ड पद होने के कारण ज्यादा अभ्यर्थियों के आवेदन करने के सवाल पर कहा गया था कि यदि अभ्यर्थी ज्यादा होते हैं तो दो पाली में परीक्षा लेने की संभावना बन सकती है, लेकिन परीक्षा के लिए सिर्फ चार लाख 83 हजार अभ्यर्थियों ने ही आवेदन किए हैं।
परीक्षा 13 दिसंबर को एकल पाली में दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक होगी। अभ्यर्थी किसी तरह की भ्रांति में नहीं रहे हैं। परीक्षा निर्धारित तिथि को ही होगी। शुक्रवार की शाम 12-15 घंटे में ही तीन लाख से अधिक अभ्यर्थी प्रवेश पत्र डैशबोर्ड से डाउनलोड कर चुके हैं।
क्या है नॉर्मलाइजेश विधि?पटना साइंस कॉलेज के सहायक प्राध्यापक प्रो. अशाेक कुमार झा ने बताया कि एक ही परीक्षा जब अनेक प्रश्न पत्रों और पालियों में आयोजित की जाती है तो उसका परिणाम नॉर्मलाइजेश विधि से तैयार किया जाता है। इसका परिणाम प्रतिशत अंक के बजाए प्राप्त परसेंटाइल पर जारी किया जाता है। इसका उद्देश्य विभिन्न पालियों में आयोजित परीक्षा के परिणामों को समान स्तर पर लाना होता है। इसका कारण यह है कि जब एक से अधिक पालियों में परीक्षा होती है, तो हर पाली का प्रश्न पत्र थोड़ा अलग हो सकता है, जिससे कुछ छात्रों को अधिक आसान या कठिन प्रश्नों का सामना करना पड़ता है। यह वैश्विक रूप से प्रमाणित विधि है।
देश में जेईई मेन, सीयूईटी, यूजीसी नेट, एसएससी, आरआरबी आदि का परिणाम नार्मलाइजेश विधि से ही जारी होता है। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने की स्थिति में एक से अधिक पाली और तिथि में परीक्षा आयोजित करना परीक्षा एजेंसियों की मजबूरी है और जब एक से अधिक प्रश्न पत्र से परीक्षा होगी तो परिणाम के लिए नार्मलाइजेशन विधि ही सभी अपनाते हैं।
Bihar Jobs: नीतीश कुमार ने फिर खोला नौकरियों का पिटारा, अब इस विभाग में 4135 पदों पर होगी भर्ती
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) से पहले सरकार ने नियुक्तियों का पिटारा खोलने की पहल तेज कर दी है। इसी क्रम में शुक्रवार को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचईडी) मंत्री नीरज सिंह ने प्रेसवार्ता कर विभिन्न श्रेणी के 4135 रिक्त पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की।
उन्होंने पत्रकारों को बताया कि सहायक अभियंता के 118 पदों पर नियुक्तियां बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC Bharti) से होगी, जबकि बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग के माध्यम से 2078 पदों पर नियुक्तियां होगी। इसमें शोध सहायक, प्रयोगशाला सहायक, निम्नवर्गीय लिपिक, परिचारी, की-मैन सह चौकीदार एवं खलासी के पद सम्मिलित है।
तकनीकी सेवा आयोग भी करेगा भर्तीइसके अतिरिक्त, तकनीकी सेवा आयोग के माध्यम से कार्य निरीक्षक के 1114 एवं वाहन चालक मुख्यालय के चार पद पर भी नियुक्ति की जाएगी। साथ ही कार्य निरीक्षक के 493 पद पर पंप ऑपरेटर के 328 अंचलस्तरीय पंप आपरेटरों के पद पर नियुक्तियां होगी। इस मौके पर मंंत्री में तीन पोस्टर का भी विमोचन किया। साथ ही जलापूर्ति सेवा में किसी तरह की बाधा की स्थिति में टोल फ्री नंबर पर शिकायत करने के लिए मंत्री एवं विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार 155367 नंबर पर कॉल कर शिकायत करने की अपील की।
उन्होंने कहा कि ’हर घर नल का जल’ योजनाओं से संबंधित पम्प चालक/अनुरक्षक के मानदेय एवं विद्युत विपत्र के भुगतान की प्रक्रिया लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा शुरू कर दी गई है।
विभाग द्वारा पेयजलापूर्ति योजनाओं के संचालन एवं रख-रखाव के संबंध में निर्गत अनुदेश के अनुसार ‘‘हर घर नल का जल‘‘ के तहत ग्रामीणों को सुबह में तीन घंटा, दोपहर में एक घंटा एवं शाम में दो घंटा जलापूर्ति उपलब्ध कराई जाती है। प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि लोड शेडिंग के कारण जिन स्थानों पर विद्युत की अनुपलब्धता के कारण निर्धारित समय में जलापूर्ति नहीं हो पाती है, वहां विद्युत विभाग से व्यक्तिगत सम्पर्क कर जलापूर्ति अवधि में विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं।
स्वास्थ्य मानकों में सुधार एवं सामाजिक परिवर्तनमंत्री ने दावा किया है कि पाईप जलापूर्ति योजनाओं के क्रियान्वयन के पश्चात ग्रामीणों को शुद्ध पेयजलापूर्ति उपलब्ध होने का सकारात्मक प्रभाव स्वास्थ्य मानकों पर देखा जा रहा है। बिहार इकोनामिक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2019 की तुलना में वर्ष 2024 में डायरिया के गंभीर मामलों में लगभग 15 गुणा कमी आई है। साथ ही शिशु मृत्यु दर में कमी आई है तथा वायरल हेपेटाईटिस के मामलों में व्यापक सुधार हुआ है।
‘हर घर नल का जल‘ निष्चय के क्रियान्वयन से ग्रामीण स्तर पर महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। लगभग 40 प्रतिशत पंप चालक महिलाएं हैं। जिससे महिला सशक्तिकरण को बल मिला है।
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Bihar Board News: बिहार बोर्ड ने इंटर-मैट्रिक का मॉडल पेपर-प्रश्न पत्र किया जारी, इस प्रक्रिया से करें डाउनलोड
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट व मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 के लिए माडल पेपर के साथ-साथ माडल प्रश्नपत्र भी जारी कर दिया है। परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट व मैट्रिक के सभी विषयों का माडल पेपर वेबसाइट https://biharboardonline.com/ पर जारी कर दिया है।
इस बार भी प्रश्नों की संख्या विकल्प के तौर पर दोगुने होंगे। इंटर व मैट्रिक 2025 की वार्षिक परीक्षा में सभी खंडों में दोगुने प्रश्न पूछे जायेंगे, लेकिन विद्यार्थी को उसमें से आधे का ही जवाब देना है। वार्षिक परीक्षा में वस्तुनिष्ठ, लघु और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न में विकल्पों की संख्या को दोगुना कर दिया गया है।
मैट्रिक में विज्ञान विषय का प्रश्न पत्र 35 पेज का होगा, वहीं, संस्कृत विषय का 21 पन्ने का प्रश्न पत्र होगा। मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होने की संभावना है। मैट्रिक में लगभग 17 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। वहीं, इंटर वार्षिक परीक्षा तीन फरवरी से शुरू होने की उम्मीद है। इसमें करीब 13 लाख परीक्षार्थी शामिल होंगे। हालांकि परीक्षा समिति ने अभी दोनों परीक्षाओं की तिथि घोषित नहीं की है।
बोर्ड परीक्षा में दिए गए सभी प्रश्नों में आधे प्रश्नों का देना होगा जवाबमैट्रिक में गणित के 138 प्रश्न होंगे, वहीं, विज्ञान विषय में 110 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या 80 है, लेकिन विद्यार्थी को केवल 40 प्रश्नों का ही जवाब देना है। लघु उत्तरीय प्रश्न 24 और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों की संख्या छह रहेगी। जबकि लघु उत्तरीय 24 प्रश्नों में से भौतिकी, रसायनशास्त्र और जीवविज्ञान से आठ-आठ प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी में से चार-चार प्रश्नों का जवाब देना है।
इसी तरह से छह दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों में से दो-दो प्रश्न भौतिकी, रसायनशास्त्र और जीवविज्ञान से पूछे जाएंगे। प्रत्येक विषय से एक-एक प्रश्न का जवाब देना है। यानि 110 में से छात्रों को 55 प्रश्नों का जवाब देना है। वहीं, मैट्रिक में गणित विषय में 138 प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें 100 प्रश्न वस्तुनिष्ठ रहेंगे, जिसमें से 50 का जवाब देना है।
अगर विद्यार्थी ज्यादा का जवाब देता है तब भी मूल्यांकन 50 का होगा। 30 प्रश्न लघु उत्तरीय रहेंगे, जिनमें 15 प्रश्नों का जवाब देना है और आठ प्रश्न दीर्घ उत्तरीय होंगे, जिसमें चार प्रश्नों का जवाब देना है, यानि 138 में से 69 प्रश्न का जवाब विद्यार्थियों को देना है। अन्य विषयों में भी यही नियम लागू रहेगा। वस्तुनिष्ठ प्रश्न एक अंक, लघु उत्तरीय प्रश्न दो अंक और दीर्घ उत्तरीय प्रश्न पांच-पांच अंकों के होंगे।
मैट्रिक का प्रश्न इस तरह से समझे- 70 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में 35 प्रश्नों का देना होगा जवाब
- 80 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में केवल 40 प्रश्नों का ही देना है
- लघु उत्तरीय 20 प्रश्नों में देना होगा 10 का जवाब देना है
- दीर्घ उत्तरीय छह प्रश्नों में तीन का जवाब देना है
- 100 प्रश्न रहेंगे आब्जेक्टिव, 50 का जवाब देना है
इंटर फिजिक्स 70 अंकों का होगा। इसमें 96 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या 70 है, लेकिन विद्यार्थी को केवल 35 प्रश्नों का ही जवाब देना होगा। खंड -ब में लघु उत्तरीय प्रश्न 20 और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों की संख्या छह रहेगी।
लघु उत्तरीय 10 प्रश्नों (दो-दो अंकों के) का उत्तर देना अनिवार्य है। इसके अतिरिक्त छह दीर्घ उत्तरीय प्रश्न में से तीन प्रश्नों (पांच-पांच अंकों के) का उत्तर देना अनिवार्य होगा। इसी तरह अन्य सभी विषयों का भी प्रश्न पत्र रहेगा। सभी विषयों में परीक्षार्थियों को 15 मिनट का अतिरिक्त समय प्रश्न पढ़ने व समझने के लिए दिया जाएगा।
इसके तहत 100 अंकों के परीक्षा में कुल 138 प्रश्न पूछे जाएंगे। इसमें खंड -अ में 100 वस्तुनिष्ट प्रश्न होंगे, जिसमें किसी 50 प्रश्नों का उत्तर देना अनिवार्य है। वहीं, खंड -ब में 30 लघु उत्तरीय प्रश्न पूछे जाएंगे। जिसमें किन्हीं 15 प्रश्नों का उत्तर देना है। इसके लिए दो-दो अंक मिलेगा। इसी खंड में आठ दीर्घ उत्तरीय प्रश्न में किन्हीं चार प्रश्नों का उत्तर देना होगा। प्रत्येक के लिए पांच-पांच अक निर्धारित किया गया है।
IAS Sanjeev Hans Case: ED के 4 सवालों के 'चक्रव्यूह' में उलझीं आईएएस हंस की पत्नी, 3 घंटे चली पूछताछ
राज्य ब्यूरो, पटना। आईएएस संजीव हंस (IAS Sanjeev Hans) के भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन (ईडी) निदेशालय ने शुक्रवार को हंस की पत्नी और एक अन्य रिश्तेदार (साला) से पूछताछ की। हंस की पत्नी हरलोविलीन कौर उर्फ मोना हंस (Mona Hans) और साले गुरु बालतेज करीब तीन घंटे तक ईडी के गांधी मैदान के निकट स्थित कार्यालय में रहे और ईडी के सवालों से जूझते रहे।
बता दें कि आज ही पूर्व विधायक गुलाब यादव (Gulab Yadav) की पत्नी अंबिका गुलाब यादव को भी पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर आना था परंतु, वे किन्हीं कारणों से नहीं पहुंच सकीं।
ईडी ने 3 दिसंबर को भेजा था समनप्रवर्तन निदेशालय ने तीन दिसंबर को मोना हंस और अंबिका गुलाब यादव के साथ ही कुछ अन्य लोगों को पूछताछ का समन भेजा था और दो दिनों के अंदर ईडी कार्यालय पहुंचने का निर्देश दिया था। शुक्रवार को मोना हंस अपने भाई और हंस के साले गुरु बालतेज के साथ ईडी कार्यालय पहुंची। प्रवर्तन निदेशालय के चार से पांच अधिकारियों ने उनसे हंस की संपत्ति के साथ ही उनकी आय के स्रोतों के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
आईएएस संजीव हंस (फाइल फोटो)
ED ने क्या सवाल पूछे?सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पूछताछ के दौरान ईडी ने यह जानने के प्रयास किए कि हंस और गुलाब यादव एक-दूसरे के संपर्क में कैसे आएं। संजीव हंस के मददगारों में और निजी, रियल एस्टेट के लोगों के साथ ही अन्य कौन से लोग थे। हंस अपनी गैर वाजिब तरीके से कमाई गई संपत्ति को कैसे और कहां खपाते थे। पूछताछ के दौरान मोना और गुरू बालतेज हंस की मोहाली और कसौली में खरीदी गई संपत्ति का ब्योरा भी प्राप्त करने की कोशिश की गई।
बता दें कि हंस ने मोहाली में जमीन का एक बड़ा प्लॉट और कसौली में आलीशान विला खरीद रखा है। मोहाली का प्लॉट व्यावसायिक है जिसे हंस ने 90 लाख अधिक की कीमत पर पंचकूला के एक प्रॉपर्टी डीलर जतिंदर कुमार सांगरी के माध्यम से कमलकांत गुप्ता के नाम पर खरीदा गया था। इसके अलावा, हंस की अन्य काली कमाई की जानकारी भी प्राप्त करने की कोशिश की गई।
बालतेज से भी संजीव हंस से तोहफे में मिली मर्सिडीज गाड़ी के साथ ही अन्य संपत्ति के बारे में सवाल पूछे गए। सूत्र बताते हैं कि अधिकांश सवालों पर मोना और बालतेज अनभिज्ञता जताते या उन्हें मालूम नहीं कहते रहे। करीब तीन घंटे चली पूछताछ के बाद दोनों को जाने दिया गया। सूत्र बताते हैं इनसे आगे भी पूछताछ हो सकती है।
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Patna News: पटना बनेगा आईटी कंपनियों का हब, इतने करोड़ के निवेश का आया प्रस्ताव; युवाओं के लिए सुनहरा मौका
राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News: बिहार में इस साल राज्य में आईटी नीति लागू होने के बाद से अब तक 30 ज्यादा कंपनियों ने 1500 करोड़ रुपये निवेश की इच्छा जतायी है। शुक्रवार को सूचना प्रावैधिकी विभाग की ओर से राजधानी पटना के होटल मौर्या में आयोजित आइटी कांक्लेव में भी आइटी कंपनियों ने 470 करोड़ रुपये निवेश की इच्छा जतायी और इससे संबंधित प्रस्ताव भी दिया।
इसमें सबसे अधिक 300 करोड़ रुपए निवेश का प्रस्ताव होलोवेयर कंपनी की तरफ से आया है। यह कार्यक्रम इंडियन चैंबर आफ कामर्स (आइसीसी) के सहयोग से किया गया।
कांक्लेव में विभाग के विशेष सचिव अरविन्द कुमार चौधरी ने आईटी सेक्टर की कंपनियों से बिहार आईटी नीति 2024 का लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बिहार के बिजनेस कम्यूनिटी की मांग थी कि यहां परचेज प्रीफरेंस पालिसी लायी जाए। सरकार ने उनकी यह मांग भी पूरी कर दी है। अब बिहार इंडस्ट्रीयल पालिसी, टेक्स्टाइल एंड लेदर पालिसी, बिहार स्टार्ट अप पालिसी जैसी कई बेहतरीन नीतियां आ गई हैं। ऐसे में अब बिजनेस कम्यूनिटी की भी जिम्मेदारी है कि वे बिहार में अधिक से अधिक निवेश करें।
मार्च तक कंपनियों से 4000 करोड़ निवेश करने का आह्वानविशेष सचिव ने मार्च 2025 तक विभिन्न आइटी कंपनियों से बिहार में 4000 करोड़ रुपये निवेश करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अब ब्रेन ड्रेन के बजाय राज्य ब्रेन रिगेन कर रहा है। उन्होंने बिहार में निवेश के अनुकूल माहौल और परिस्थितियों का भी जिक्र किया।
आइसीसी के प्रांतीय अध्यक्ष प्रभात कुमार सिन्हा ने कहा कि अगर भारत दुनिया का सबसे युवा देश है तो बिहार सबसे युवा राज्य है और राज्य में रिवर्स ब्रेन ड्रेन की शुरुआत हो गई है।
कार्यक्रम में सी-डैक के निदेशक आदित्य सिन्हा, होलोवेयर साफ्टवेयर कंपनी के मुख्य कार्य अधिकारी राघवेन्द्र गणेश एस, बिहार होटल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक एसपी सिन्हा, बीसेंट्रीक कंपनी के मुख्य कार्य अधिकारी अलख वर्मा और रितेश आनंद ने संबोधित किया।
आईटी कंपनी का क्या काम होता है?- सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट: आईटी कंपनियां सॉफ्टवेयर विकास के लिए काम करती हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के सॉफ्टवेयर जैसे कि मोबाइल ऐप्स, वेब ऐप्स, डेस्कटॉप सॉफ्टवेयर आदि विकसित किए जाते हैं।
- हार्डवेयर डेवलपमेंट: आईटी कंपनियां हार्डवेयर विकास के लिए भी काम करती हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के हार्डवेयर जैसे कि कंप्यूटर, सर्वर, नेटवर्किंग उपकरण आदि विकसित किए जाते हैं।
- नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा: आईटी कंपनियां नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा सेवाएं प्रदान करती हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के नेटवर्किंग उपकरणों और साइबर सुरक्षा सॉफ्टवेयरों का विकास और प्रबंधन किया जाता है।
- डेटा एनालिटिक्स और बिजनेस इंटेलिजेंस: आईटी कंपनियां डेटा एनालिटिक्स और बिजनेस इंटेलिजेंस सेवाएं प्रदान करती हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के डेटा का विश्लेषण किया जाता है और व्यवसायों को बेहतर निर्णय लेने में मदद की जाती है।
- क्लाउड कंप्यूटिंग और मैनेज्ड सर्विसेज: आईटी कंपनियां क्लाउड कंप्यूटिंग और मैनेज्ड सर्विसेज प्रदान करती हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के क्लाउड कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म और मैनेज्ड सर्विसेज जैसे कि सर्वर प्रबंधन, नेटवर्क प्रबंधन आदि प्रदान किए जाते हैं।
- ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग: आईटी कंपनियां ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग सेवाएं प्रदान करती हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और डिजिटल मार्केटिंग सेवाएं जैसे कि सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, पेड एडवरटाइजिंग आदि प्रदान किए जाते हैं।
- आईटी कंसल्टिंग और आउटसोर्सिंग: आईटी कंपनियां आईटी कंसल्टिंग और आउटसोर्सिंग सेवाएं प्रदान करती हैं, जिसमें विभिन्न प्रकार के आईटी कंसल्टिंग और आउटसोर्सिंग सेवाएं जैसे कि आईटी प्रोजेक्ट मैनेजमेंट, आईटी स्ट्रैटिजी और प्लानिंग आदि प्रदान किए जाते हैं।
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Vivah Panchami 2024: राम-सिया के व्रत-पूजन से सुखद होगा वैवाहिक जीवन, जानें विवाह पंचमी का पौराणिक महत्व
जागरण संवाददाता, पटना। अगहन शुक्ल पंचमी शुक्रवार को श्रवणा व धनिष्ठा नक्षत्र के युग्म संयोग में प्रभु श्रीराम और जनक नंदनी माता सीता का विवाह उत्सव मनाया जा रहा है। ज्योतिष आचार्यों के अनुसार, इस दिन अतिशुभकारी सर्वार्थ सिद्धि योग एवं रवियोग का भी उत्तम संयोग रहेगा। मान्यता है कि विवाह पंचमी के दिन सीताराम भगवान की पूजा एवं दर्शन करने से सारी अभिलाषा पूर्ण होती है।
इस दिन सभी राम मंदिरों व ठाकुरबाड़ी में षोडशोपचार से विधिवत पूजा-आराधना की जाएगी। मंदिरों में इसके लिए विशेष सजावट की गई है। भव्य शृंगार कर भगवान की आरती उतारी जाएगी।
ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा ने बताया की सीताराम विवाहोत्सव के दिन रामचरितमानस, राम रक्षास्त्रोत का पाठ व स्तुति करने से पारिवारिक अड़चनें दूर होती हैं और आपसी प्रेम प्रगाढ़ होते हैं। विवाह पंचमी पर रामचरितमानस का नवाह्ण परायण कथा की भी परंपरा है। माता जानकी के प्राकट्य स्थल सीतामढ़ी के धनुषा में इस मौके पर भव्य मेला लगता है। इस दिन वहां स्थित बरगद के पेड़ में महिलाएं सूत बांधती हैं।
विवाहोत्सव पंचमी पर श्री दुर्गा सप्तशती के अर्गला स्त्रोत एवं दुर्गा सहस्त्रनाम का पाठ करने से वैवाहिक लग्न, स्वास्थ्य तथा दांपत्य जीवन की बाधाएं नष्ट हो जाती है। तुलसी माला से सीताराम नाम का जाप करने से मनोकामना पूर्ति का वरदान मिलता है। विवाह पंचमी पर ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बनने से राम-जानकी विवाह और पूजा-अर्चना करना अति पुण्य फलदायी होगा। सुहागिन महिलाओं को सीता राम की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होगी। कुंवारी कन्या को सीताराम की पूजा से मनचाहा वर की प्राप्ति होगी।
ब्रह्माजी ने लिखी थी विवाह की लग्न पत्रिका:धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्वयंवर में धनुष तोड़ने के बाद विवाह की सूचना मिलते ही राजा दशरथ भरत, शत्रुघ्न व अपने मंत्रियों के साथ जनकपुर आ गए। ग्रह, तिथि, नक्षत्र योग आदि देखकर ब्रह्माजी ने उस पर विचार कर लग्न पत्रिका बनाकर नारदजी के हाथों राजा जनक को भिजवाया था। शुभ मुहूर्त में श्रीराम की बरात का आगमन हुआ था। सीताराम का विवाह संपन्न होने पर राजा जनक और राजा दशरथ ने एक दूसरे को प्रसन्नता पूर्वक गले लगाया था।
विवाह पंचमी का क्या है पौराणिक महत्व:श्रीरामचरितमानस के अनुसार अगहन शुक्ल पंचमी को भगवान राम और जनकपुत्री जानकी का विवाह हुआ था। इस कारण इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। भगवान राम को चेतना और मां सीता को प्रकृति का प्रतीक माना गया है। ऐसे में दोनों का मिलन इस सृष्टि के लिए अति उत्तम माना गया है। ऐसी मान्यता है कि विवाह पंचमी के दिन भगवान राम और सीता का विवाह कराने से ऐसे जातकों की समस्याएं दूर हो जाती हैं, जिनकी शादी में अड़चनें आ रही हैं।
विवाह पंचमी के दिन भगवान श्री राम और मां सीता के संयुक्त रूप की उपासनी की जाती है। इस दिन रामचरित मानस और बालकांड में भगवान राम और सीता के विवाह प्रसंग का पाठ करना शुभ माना जाता है। इससे परिवार में सुख का वास और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
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Patna News: ड्रोन से मच्छर मारने की तैयारी, पटना में इन 12 जगहों पर नगर निगम करेगा 'हवाई' हमला
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी के बीचो-बीच मौजूद नालों की वजह से आसपास रहने वालों को गंदगी और बदबू की परेशानी झेलनी पड़ती है। इससे बीमारी फैलने के साथ साथ इलाके में मच्छरों के प्रकोप का खतरा भी मंडराता रहता है। अब नगर निगम इस समस्या से निपटने के लिए ड्रोन का सहारा लेने जा रहा है। नालों में पहली बार ड्रोन से एंटी लार्वा का छिड़काव किया जाएगा।
जीविका उपलब्ध कराएगा ड्रोनपटना नगर निगम जीविका का सहयोग लेकर राजधानी के सभी नालों में एंटी लार्वा का छिड़काव करेगा। इसके लिए जीविका के सीईओ हिमांशु शर्मा ड्रोन उपलब्ध कराएंगे।
पटना नगर निगम क्षेत्र में करीब एक दर्जन बड़े नाले हैं। नाले के किनारे रहने वाले लोगों को मच्छरों की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं ये मच्छर डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी की वजह भी बनते हैं।
राजधानी में ये बड़े नाले बन रहे बीमारी की वजहपटना में राजीव नगर नाला, बाबा चौक नाला, सैदपुर नाला, सर्पेंटाइनरोड नाला, मंदिरी नाला, आनंदपुरी नाला, बाकरगंज नाला, नूतन राजधानी अंचल में न्यू बाइपास नाला, कंकड़बाग अंचल में न्यू बाइपास नाला, बदशाही नाला, योगीपुर नाला, पश्चिम दरवाजा नाला सहित कई बड़े नाले हैं।
इसके अलावा शहर के सेकेंड्री कचरा प्वाइंट और जलजमाव वाले क्षेत्रों में भी ड्रोन से एंटी लार्वा का छिड़काव किया जाएगा। पटना नगर निगम इसकी तैयारी कर रहा है। जीविका के पास प्रशिक्षित विशेषज्ञ हैं, जिनके माध्यम से नालों में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाएगा।
डेंगू पर नियंत्रण के लिए सभी 375 सेंटरों में है टीमडेंगू पर नियंत्रण के लिए पटना नगर निगम के सभी 75 वार्डों में 375 सेक्टर हैं। सभी सेक्टरों में एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए विशेष टीम हैं। यह जलजमाव वाले क्षेत्रों में छिड़काव करती है। कई बार घर-घर जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराया गया।
पटना नगर निगम आयुक्त ने दी जानकारीइस बारे में जानकारी देते हुए पटना नगर निगम आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि ड्रोन से शहर के सभी खुले नाले, सेकेंड्री कचरा प्वाइंटों के आसपास एंटी लर्वा का छिड़काव कराने जा रहे हैं। जीविका ड्रोन उपलब्ध करा रहा है। छिड़काव कार्य जल्द पूर्ण कराए जाएंगे। सभी तैयारियां हो गई हैं।
मच्छरों के आतंक से राहतराजधानी पटना में बढ़ते मच्छरों के आतंक के बीच नगर निगम की इस पहल से आने वाले दिनों में स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके साथ ही मच्छरों की वजह से होने वाली डेंगू, मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों का खतरा भी कम होगा।
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जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र की मुख्य सड़क पर रोड नंबर 14 से 16 के बीच बुधवार की रात व्यापारी को बेरहमी से पीटने के मामले में पूर्व सांसद रामकृपाल यादव के बेटे अभिमन्यु यादव समेत उनके दो बाउंसर के विरुद्ध प्राथमिकी कर ली गई है।
पीड़ित हार्डवेयर व्यवसायी नंदन कुमार के मुताबिक, घटना के बाद से उन्हें कई रसूखदारों के कॉल आ रहे हैं। हालांकि, वे निडर होकर कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। थानेदार अमित कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल पर लगे सीसी कैमरों के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
बताया जाता है कि बुधवार की रात रोड नंबर 14 से 16 के बीच नंदन की कार सड़क किनारे खड़ी थी। तभी अभिमन्यु यादव का काफिला उधर से गुजर रहा था।
नंदन की कार के कारण जाम की स्थिति बन गई थी। नंदन कार आगे ही बढ़ाने ही वाले थे कि उनके साथ मारपीट शुरू हो गई। उनका आरोप है कि पूर्व सांसद पुत्र के कहने पर उनके (अभिमन्यु) बाउंसरों ने बेरहमी से पिटाई कर दी।
गाड़ी से खींच कर पीटानंदन का आरोप है कि उन्हें गाड़ी से खींचकर बाउंसरों ने नीचे उतारा और बेरहमी से पिटाई की। इससे उनकी आंख के नीचे गंभीर चोटें आईं हैं। इसके अलावा शरीर के कई हिस्सों में भी चोट है। गौर हो कि पूर्व में टीम अभिमन्यु के विरुद्ध मारपीट के मामले में दीघा थाने में भी प्राथमिकी हो चुकी है। पुलिस ने एक बाइक जब्त की थी, जिस पर टीम अभिमन्यु लिखा था।
कौन हैं राम कृपाल यादव- राम कृपाल यादव बिहार के पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से 17वीं लोकसभा के सदस्य थे ।
- वह राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य थे और लालू यादव के करीबी विश्वासपात्र थे।
- बाद में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये।
- राम कृपाल यादव 2014 से 2019 तक दिल्ली में केंद्रीय मंत्री भी रहे
- रामकृपाल यादव का जन्म 12 अक्टूबर 1957 को हुआ था।
- उन्होंने मगध विश्वविद्यालय, पटना से बैचलर ऑफ आर्ट्स (ऑनर्स) और बैचलर ऑफ लॉ की डिग्री प्राप्त की।
- राम कृपाल यादव इस बार लोकसभा चुनाव में लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती ने शिकस्त दे दी थी
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जागरण संवाददाता, पटना। जिनके हाथ खून से रंगे थे, वे अब खुरपी लेकर बागवानी कर रहे हैं। संगीन अपराधों में जेल में बंद ये कैदी आज वहां की बगिया में गेंदा, गुलाब खिला खुशबू बिखेर रहे हैं। उनकी सोच में यह बदलाव बेउर आदर्श केंद्रीय कारा प्रशासन के सार्थक प्रयास से संभव हो सका है।
संगीन मामलों में कैद बंदियों से फूलों की खेती करवाई जा रही है। सुबह से शाम तक बंदी बागवानी में लगे रहते हैं। वहीं जेल प्रशासन द्वारा उन्हें इसका विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
फूलों के बारे में कैदियों को दिया जा रहा विशेष प्रशिक्षण और ये जानकारियां- किस मौसम में कौन सा फूल खिलेगा।
- मिट्टी की गुणवत्ता कैसी होनी चाहिए।
- सिंचाई के लिए कितना पानी लगेगा।
जेल अधीक्षक डॉ. विधु कुमार ने बताया कि बागवानी में बड़ी संख्या में कैदियों ने रूचि दिखाई है। सुधार कार्यक्रम के तहत फूलों की खेती कराई जा रही है। भविष्य में इसे बड़े स्तर पर करने की योजना है।
कारा प्रशासन के मुताबिक, कैदियों की प्रतिभा से आमजन को भी रूबरू कराने की लगातार कवायद की जा रही है।
इससे बंदियों को सराहना मिलेगी तो वे सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित होंगे। अभी मुक्ति बाजार में जूट, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, मसाले आदि बिक रहे हैं।
फूलों को बाजार में लाने की तैयारीबेउर आदर्श केंद्रीय कारा प्रशासन जल्द ही कैदियों द्वारा लगाए गए फूलों की माला को बाजार में लाने की तैयारी है।
करीब डेढ़ महीने में इस योजना को मूर्तरूप देने पर काम किया जा रहा है। इसके लिए गेंदा के फूलों की खेती पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बताया जाता है कि दो प्रकार के गेंदा फूल लगाए जा रहे हैं। इनकी खेती के लिए उन स्थानों को साफ कराया गया है, जहां कभी कचरे का अंबार लगा रहता था। गेंदा का एक प्रकार साल भर खिलता है, जबकि दूसरा मौसमी है।
विशेषज्ञ देंगे औषधीय पौधों की जानकारीजेल की बागवानी में औषधीय पौधों को भी शामिल किया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञों से विमर्श जारी है। किस तरह के औषधीय पौधे लगाए जा सकते हैं। मिट्टी और वातावरण कैसे हो आदि लाभप्रद जानकारियां हासिल की जा रही हैं।
पहले जेल कर्मियों को इस बारे में बताया जाएगा, फिर बंदियों को प्रशिक्षण मिलेगा। दूसरी ओर, ठंड आते ही बुजुर्ग और बीमार बंदियों का प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है।
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Bihar Weather Todya : कंपकपाने वाली ठंड के लिए हो जाइए तैयार, पश्चिमी विक्षोभ से झमाझम बारिश के भी आसार
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: दिसंबर महीने की शुरुआत होने के साथ ही ठंड ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। सुबह और शाम के तापमान में गिरावट के बाद अब दिन में भी पारा गिरना शुरू हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। ठंड में तेजी से इजाफा होगा। वहीं 8-9 दिसंबर को बारिश के भी आसार हैं, जिसके बाद कड़ाके की ठंड दस्तक देगी।
प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- राजधानी पटना में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
ठंड की दस्तक के बाद अब मौसम विभाग ने बिहार में बारिश को लेकर भी बड़ा अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसकी वजह से 8 और 9 दिसंबर को बारिश होने के आसार हैं। बारिश के बाद ठिठुरन और बढ़ेगी।
डेहरी रहा सबसे ठंडाप्रदेश में रोहतास का डेहरी सबसे ठंडी जगह बना हुआ है। डेहरी का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के करीब दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में इसके और कम होने के आसार हैं।
प्रदूषण बना बीमारियों की वजहएक ओर जहां प्रदेश में सर्दी का सितम बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ प्रदूषण में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। वायु प्रदूषण कई बीमारियों का कारण भी बन रहा है। कुल मौतों में सात प्रतिशत मृत्यु का कारण प्रदूषण को माना जा रहा है। ये बातें गुरुवार को राज्य के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने प्रेस बयान जारी कर कहीं।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण कर ही हम धरती को बचा सकते हैं। मंत्री ने कहा कि राज्य के कई शहरों में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। उस पर नियंत्रण के लिए बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दुनियाभर में अभियान चलाया जा रहा है, जिससे इसका प्रभाव पूरे मानव जाति पर नहीं पड़ सके
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महंगे होंगे रेडीमेड कपड़े! बढ़ सकती हैं GST की दरें, निर्मला सीतारमण के पास पहुंचा प्रस्ताव
राज्य ब्यूरो, पटना। महंगे रेडीमेड कपड़ों पर जीएसटी (GST On Readymade Garments) की दरें बढ़ाई जा सकती हैं। इसके लिए उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) की अध्यक्षता वाला मंत्रियों का समूह (जीओएम) पहले ही अपनी अनुशंसा कर चुका है।
उस अनुशंसा पर अब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद (GST Council) को निर्णय लेना है। राजस्थान के जैसलमेर में 21 दिसंबर को इसकी बैठक प्रस्तावित है।
दो दिसंबर को हुई जीएसटी परिषद की बैठक में सम्राट रेडीमेड कपड़ों पर दरों के तीन स्लैब निर्धारित करने का सुझाव दे चुके हैं। 1500 रुपये तक के मूल्य वाले रेडीमेड कपड़ों पर 05 प्रतिशत, 1501 से 10000 रुपये तक के लिए 18 प्रतिशत और 10000 रुपये से अधिक के मूल्य पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगाने की अनुशंसा हुई है।
वित्त विभाग के सूत्र बता रहे कि जैसलमेर में होने वाली बैठक में जीवन और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर जीएसटी के प्रमुख प्रस्ताव पर भी विचार होना है। स्वास्थ्य बीमा के लिए वरिष्ठ नागरिकों द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम और टर्म लाइफ इंश्योरेंस के लिए हर द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम पर छूट मिलने की संभावना है।
रेडीमेड कपड़ों पर जीएसटी की अनुशंसा मूल्य दर 1500 रुपये तक 05 प्रतिशत 1501-10000 रुपये तक 18 प्रतिशत 10000 से अधिक 28 प्रतिशत पिछले माह से कम जीएसटी की वसूली हुई नवंबर मेंपिछले वर्ष नवंबर की तुलना में इस बार नवंबर में बिहार में 12 प्रतिशत अधिक जीएसटी का संग्रहण हुआ है। इस बार 1561 करोड़ रुपये मिले हैं। नवंबर, 2023 में कुल 1388 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी। विवाह आदि समारोह शुरू हो जाने के कारण राजस्व में यह उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है। वाणिज्य-कर विभाग को आशा है कि वित्तीय वर्ष के समापन तक वृद्धि का यह क्रम जारी रहेगा। हालांकि, इसी वर्ष अक्टूबर में हुई 1604 करोड़ रुपये की वसूली से नवंबर में 43 करोड़ रुपये कम जीएसटी मिले हैं।
अक्टूबर में अच्छी वसूली का कारण दशहरा और दीपावली रहा था। प्रतिशत के रूप में बड़े राज्यों में एकमात्र महाराष्ट्र की उपलब्धि बिहार से अधिक रही है। उसने 14 प्रतिशत अधिक का संग्रहण किया है। हालांकि, राशि के रूप में बिहार और महाराष्ट्र का अंतर काफी अधिक है। इस वर्ष नवंबर में महाराष्ट्र में 29948 करोड़ रुपये की वसूली हुई है। पड़ोसी झारखंड की उपलब्धि भी बिहार के बराबर ही 12 प्रतिशत अधिक की रही है। वहां कुल 2950 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।
पिछली बार की तुलना में इस बार नवंबर में बंगाल और उत्तर प्रदेश में क्रमश: छह और पांच प्रतिशत अधिक जीएसटी की वसूली हुई है। राष्ट्रीय स्तर पर यह 9.38 प्रतिशत अधिक रही है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि अपने पड़ोसी राज्यों की तुलना में बिहार जीएसटी के रूप में राजस्व प्राप्त करने में अभी काफी पीछे है। इसका कारण उन राज्यों में औद्योगिक और व्यावसायिक परिवेश का बेहतर होना है।
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Bihar news: सारण-भोजपुर में डांस के दौरान विवाद में गरजीं बंदूकें, सेना व पुलिस जवान समेत चार जख्मी
जागरण टीम, पटना। सारण व भोजपुर में विवाह समारोह के दौरान नाच का आयोजन विवाद की वजह बन गया। सारण के रसूलपुर थाना क्षेत्र के असहनी गांव में सिवान से आई बरात में नर्तकियों से गीत की फरमाइश के विवाद में गांव के ही दो पक्षों के बीच अंधाधुंध फायरिंग हो गई। जिसमें झारखंड पुलिस के जवान समेत तीन गंभीर जख्मी हो गए।
वहीं भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के सकड्डी गांव में पटना जिले से आई बरात में गांव के ही बदमाश युवक नर्तकियों से दुर्व्यवहार करने लगे, दुल्हन के भाई सेना में हवलदार ने मना किया तो उन्हें गोली मार दी गई।
सारण के असहनी गांव में हुई फायरिंग में एक पक्ष के अशोक ओझा के पुत्र झारखंड पुलिस के जवान रंजीत ओझा उर्फ लाट ओझा व बलिया पोखरा निवासी अर्जुन पांडेय के पुत्र राजेश पांडेय तथा दूसरे पक्ष के भैरव यादव के पुत्र जख्मी धीरज यादव गंभीर जख्मी हो गए। सभी असहनी गांव के ही हैं।
सिवान के महाराजगंज थाना क्षेत्र के महुवारी गांव से गयानंद तिवारी के पुत्र की बरात असहनी के ओझा टोला में सरोज ओझा के घर आई थी। तीनों घायलों का उपचार पटना के रूबन हास्पिटल व पीएमसीएच में चल रहा है।
रसूलपुर थाना अध्यक्ष प्रभात कुमार ने बताया कि पुलिस ने मौके से एक दर्जन से अधिक खोखा बरामद किया है। आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस या प्रशासन से नाच की अनुमति नहीं ली गई थी। इधर, सकड्डी गांव में आई बरात के जनवासे में नर्तकियों से दुर्व्यवहार का विरोध करने पर दुल्हन के भाई सेना के हवलदार 38 वर्षीय राजेश कुमार को गोली मार दी गई। वह जम्मू-कश्मीर के रजौरी में पदस्थापित हैं। गोली दाएं हाथ में लगी है। आरा सदर अस्पताल में उपचार चल रहा है। सभी सात हमलावर सकड्डी गांव के ही बताए जा रहे हैं।
डीएसपी रंजीत सिंह ने बताया कि सेना के हवलदार अर्जुन शर्मा के पुत्र हैं। पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। जख्मी फौजी ने पुलिस को बताया कि उनकी छोटी बहन काजल की बरात मनेर निवासी मिथलेश शर्मा के यहां से आई थी।
नाच के दौरान गांव के छह-सात लड़के हथियार लेकर शामियाना में घुस आए और स्टेज पर चढ़कर नर्तकियों के साथ अभद्र व्यवहार व फायरिंग करने लगे। उन्होंने मना किया तो उन लोगों कुर्सी चलाकर मारपीट शुरू कर दी। इसी क्रम में एक बदमाश ने उन पर गोली चला दी, जो उनके हाथ में लगी है।
BPSC 70th Admit Card: बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा का शेड्यूल जारी, 2034 पदों पर होनी है नियुक्ति
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने गुरुवार को एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा (BPSC 70th Exam Schedule) का कार्यक्रम जारी कर दिया है। सचिव सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि परीक्षा 13 दिसंबर को दोपहर 12:00 से 2:00 बजे तक राज्य के अधिसंख्य जिलों में बनाए गए केंद्रों पर एकल पाली में हाेगी। प्रवेश पत्र शुक्रवार से अभ्यर्थी यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग कर डैशबोर्ड से डाउनलोड करेंगे।
एक ही पाली में परीक्षा आयोजित की जा रही है। पूर्व की तरह इस बार भी रिजल्ट तैयार किया जाएगा। नॉर्मलाइजेश को लेकर कुछ असमाजिक तत्व अफवाह फैला रहे हैं। नॉर्मलाइजेश से रिजल्ट तैयार नहीं होगा। परीक्षा में शामिल होने के लिए चार लाख 83 हजार अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया है।
परीक्षा केंद्र की जानकारी 10 दिसंबर को उपलब्ध कराई जाएगी:आयोग ने विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया है कि शुक्रवार को डैशबोर्ड पर डाउनलोड एडमिट कार्ड बटन क्लिक करने पर ई-प्रवेश पत्र उपलब्ध होगा। इसमें आवंटित परीक्षा केंद्र कोड के रूप में दर्ज होगा, जिसमें केंद्र कोड एवं जिला का नाम अंकित रहेगा। परीक्षा केंद्र कोड डैशबोर्ड पर 10 दिसंबर से उपलब्ध कराई जाएगी।
सभी अभ्यर्थी ई-प्रवेश कार्ड का एक अतिरिक्त प्रति अपने साथ परीक्षा केंद्र पर अनिवार्य रूप से लाएंगे। उसे परीक्षा अवधि में वीक्षक के समझ हस्ताक्षर कर देना है। आयोग ने अभ्यर्थियों को सलाह दिया है कि परीक्षा से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए बीपीएससी की वेबसाइट के संपर्क में रहे।
एक घंटा पहले बंद हो जाएगा प्रवेश:सचिव सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि परीक्षा दोपहर 12:00 बजे से प्रारंभ होगी। इसके एक घंटा पहले सुबह 11:00 बजे तक ही अभ्यर्थियों को ई-प्रवेश पत्र आदि जांच के बाद केंद्र में प्रवेश की अनुमति होगी। किसी भी स्थिति में सुबह 11:00 बजे के बाद अभ्यर्थी को केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। सुबह 9:30 बजे से अभ्यर्थी आवंटित केंद्र में प्रवेश कर सकेंगे। प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प होंगे। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक तिहाई अंक कम कर दिया जाएगा।
कई सेट में होंगे प्रश्न पत्र:आयोग ने स्पष्ट किया है कि 13 दिसंबर की परीक्षा के लिए प्रश्न पत्रों के कई सेट बनाए गए हैं। इनमें किसी एक सेट से सभी केंद्रों पर परीक्षा होगी। किस सेट से परीक्षा होगी। इसका निर्णय परीक्षा प्रारंभ होने से कुछ देर पहले किया जाएगा। प्रश्न पत्र का बाक्स अभ्यर्थियों के सामने उनके कक्ष में खुलेगा।
प्रश्न पत्र के बॉक्स को चिपकाने वाला कलर सीट से कई स्तर पर सील किया जाएगा। बॉक्स के चारों ओर कलर सीट लपेटा जाएगा। लाक भी कई स्तर से सील होंगे। छेड़छाड़ की स्थिति में इसे पूर्व की तरह नहीं किया जा सकेंगे।
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CBSE 12th Practical Exam: सीबीएसई 12वीं के छात्र ध्यान दें! प्रैक्टिकल एग्जाम को लेकर आ गया बड़ा अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा की प्रायोगिक परीक्षा (CBSE 10th 12th Practical Exam 2025) एक जनवरी 2025 से शुरू होगी। वहीं, लिखित परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी। 12 वीं बोर्ड की परीक्षा 15 फरवरी से चार अप्रैल तक चलेगी। जबकि 10 वीं बोर्ड की परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होकर 18 मार्च तक चलेगी।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज द्वारा सभी स्कूलों को पत्र जारी कर प्रायोगिक परीक्षा, प्रोजेक्ट, इंटरनल असेसमेंट के लिए गाइडलाइंस भेजी हैं। बोर्ड ने कहा है कि सभी स्कूल यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रायोगिक परीक्षा एक जनवरी से शुरू हो जाएं और डेटशीट की जानकारी प्रत्येक विद्यार्थी और अभिभावकों को देंगे।
बोर्ड ने कहा है कि असेसमेंट होने के बाद ही अंक लिंक में अपलोड किए जाएंगे। अंक अपलोड करने के दौरान स्कूल सुनिश्चित करेंगे कि सही-सही अंक अपलोड हो, क्योंकि बाद में कोई सुधार का मौका नहीं किया जाएगा। 12 वीं की प्रायोगिक परीक्षा एक्सटर्नल एग्जामिनर ही लेंगे। स्कूलों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि परीक्षा बोर्ड की ओर से नियुक्त किए गए परीक्षक ही लेंगे। अलग-अलग गतिविधियों में विद्यार्थियों का कार्यक्रम देखकर डेटशीट तैयार की जाएगी। कार्यक्रम के हिसाब से ही विद्यार्थी प्रायोगिक परीक्षा देंगे। इसके बाद कोई दूसरा मौका उन्हें नहीं दिया जाएगा।
बोर्ड ने कहा है कि प्रायोगिक परीक्षा देते हुए प्रत्येक ग्रुप के विद्यार्थी का फोटोग्राफ भी बोर्ड को भेजना होगा। इसमें परीक्षक, पर्यवेक्षक के साथ विद्यार्थी का भी चेहरा दिखाना भी जरूरी है। 10 वीं की प्रायोगिक परीक्षा और प्रोजेक्ट स्कूल खुद कराएंगे। इसके लिए बाहर से कोई परीक्षक नहीं आएगा। स्कूलों को खुद ही प्रायोगिक परीक्षा की आंसर शीट का तैयार करना होगा। बोर्ड ने कहा है कि 12 वीं के लिए कुछ विषयों के लिए बाहर से परीक्षक जाएंगे। इसमें संबंधित स्कूल सहयोग करेंगे।
एक बैच में 30 से अधिक विद्यार्थी होने पर तीन पालियों में होगी प्रायोगिक परीक्षासीबीएसई ने कहा है कि स्कूल विद्यार्थियों की अंतिम सूची तैयार करेंगे और सुनिश्चित करेंगे। जिसमें स्कूल का कोई भी छात्र, जिसका नाम लिस्ट ऑफ कैंडिडेट (एलओसी) में प्रस्तुत नहीं किया गया है, उसे प्रायोगिक परीक्षा व आंतरिक मूल्यांकन में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
स्कूल प्रायोगिक परीक्षा, आंतरिक मूल्यांकन को समय पर पूरा करना सुनिश्चित करेंगे। प्रायोगिक परीक्षा के दौरान यदि विद्यार्थी के किसी बैच की संख्या 30 से अधिक है तो प्रायोगिक परीक्षा एक दिन में दो से तीन पालियों में आयोजित की जा सकती है।
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Bihar Bhumi: नीतीश सरकार ने जमीन मालिकों और सर्वेकर्मियों को दी बड़ी राहत, अब खत्म हुआ ये सिरदर्द
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Bhumi Survey 2024 राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने भूमि सर्वेक्षण में 'कैथी लिपि' में लिखे गए दस्तावेजों के पढ़ने में आने वाली समस्या का निदान कर दिया है। गुरुवार को विभागीय मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल कैथी लिपि से संबंधित एक पुस्तिका का लोकार्पण किया। दावा किया कि इससे कैथी लिपि में लिखे एक सर्वे खतियान एवं पुराने दस्तावेजों को पढ़ने में सुविधा होगी।
कैथी लिपि में लिखे रहने के कारण विशेष सर्वेक्षण (Bihar Land Survey) प्रक्रिया में आम रैयतों के साथ-साथ सर्वे कर्मियों को भी दिक्कत हो रही थी। यह पुस्तिका विभागीय वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। इसके लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के शोध छात्र प्रीतम कुमार की सेवाएं ली गईं।
मंत्री ने क्या बताया?डॉ. जायसवाल ने कहा कि कैथी में लिखित दस्तावेजों को हिंदी लिपि में रूपांतरित करने के लिए लोग निजी व्यक्तियों या पुराने सरकारी कर्मियों का सहारा लेते थे। इसके लिए उनसे कभी-कभी अनावश्यक राशि की वसूली भी की जाती थी। अधिकांश लोगों ने इस संबंध में विभाग और क्षेत्रीय कार्यालयों में अपनी समस्याएं रखी थीं। इसी के आलोक में विभाग ने इस पुस्तिका के प्रकाशन का निर्णय लिया।
लोकार्पण समारोह में विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, सचिव जय सिंह, भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे प्रियदर्शिनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रमपश्चिम चंपारण, दरभंगा, समस्तीपुर, सीवान, सारण, मुंगेर एवं जमुई के बंदोबस्त कार्यालयों में पदस्थापित विशेष सर्वेक्षण कर्मियों को कैथी में लिखे दस्तावेजों को पढ़ने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। विभाग द्वारा राज्य के अन्य सभी जिलों में भी प्रशिक्षण का कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है।
विभाग द्वारा उठाए गए इस कदम से राज्य के सभी वैसे रैयत लाभान्वित होंगे जिनके पास भू- स्वामित्व से संबंधित पुराने दस्तावेज कैथी लिपि में लिखे हुए हैं और उसके आधार पर ही उनकी भूमि के स्वामित्व का निर्धारण वर्तमान सर्वे की प्रक्रिया में किया जाना है।
भूमि सर्वेक्षण के कारण गांवों का नक्शा खरीदने में बढ़ी लोगों की दिलचस्पीभूमि सर्वेक्षण के कारण जमीन से जुड़े दस्तावेजों में आम लोगों की बढ़ी रूचि का प्रभाव सोनपुर मेला में भी नजर आ रहा है। यहां लगे राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के स्टाल पर बड़ी संख्या में लोग नक्शा खरीद रहे हैं। राजस्व नक्शों की बिक्री के लिए स्टाल नंबर दो पर दो काउंटर बनाए गए हैं। इससे भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय को पौने ग्यारह लाख रुपये की आय हुई है।
विभाग के प्रवक्ता के अनुसार, दोनों काउंटर पर सीएस, आरएस, चकबंदी एवं म्युनिसिपल सर्वे नक्शा उपलब्ध है। इनकी संख्या एक लाख 36 हजार के करीब है। इन नक्शों को 150 रुपये प्रति शीट का भुगतान करके प्राप्त किया जा सकता है। भुगतान नकद किया जाता है। छोटे गांव का नक्शा एक शीट में जबकि बड़े गांव का नक्शा एक से अधिक शीट में मिलता है।
प्रवक्ता ने बताया कि मेला घूमने आनेवाला कोई भी रैयत 150 रुपये प्रति शीट के हिसाब से भुगतान करके अपने गांव का नक्शा हासिल कर सकता है। इससे पूर्व 10 रुपये की पर्ची पर अपना विवरण देना होता है। इसमें खाता, खेसरा, गांव का नाम, राजस्व थाना नंबर, अंचल और जिला का नाम भरना पड़ता है। इस पूरी प्रक्रिया में हरेक आवेदक को औसत 10 मिनट का समय लग रहा है। मंगलवार तक 2842 लोगों द्वारा 7177 शीट्स के लिए आवेदन दिया है।
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