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Bihar News: अब देशभर में होगी राजगीर की चर्चा, नीतीश सरकार ने कर दिया बड़ा काम
जागरण संवाददाता, पटना। राजगीर में खेल परिसर सह खेल विश्वविद्यालय में इनडोर व आउटडोर खेलों की सुविधाएं भवन निर्माण विभाग ने चरणबद्ध तरीके से विकसित की है। यहां बिहार का पहला और देश का छठा खेल विश्वविद्यालय है।
राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मानको को ध्यान में रखते हुए मैदान का निर्माणसचिव कुमार रवि ने बताया कि राजगीर खेल परिसर विभाग की महत्वकांक्षी परियोजना है। एक ही परिसर में खेलों के मैदान के साथ-साथ प्रशिक्षण एवं अभ्यास की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए खेल मैदानों का निर्माण किया गया है।
कोविड-19 महामारी और अन्य चुनौतियों के बावजूद विभाग के अधिकारियों और अभियंताओं ने समयबद्ध तरीके से इस शानदार खेल परिसर को तैयार किया है। निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। इसमें मुख्य रूप से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। 40 हजार दर्शकों की क्षमता वाले इस स्टेडियम का निर्माण जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
33 तरह के इनडोर-आउटडोर खेल की सुविधासचिव ने कहा कि, खेल परिसर में कुश्ती, भारोत्तोलन, वालीबाल, बैडमिंटन, तीरंदाजी, शूटिंग, कबड्डी, जूडो, तायक्वांडो, बाक्सिंग, क्रिकेट, फुटबाल, हाकी, बास्केटबाल, हैंडबाल, वालीबाल, साइकिलिंग, एथलेटिक्स ट्रैक, शाटपुट, लंबी कूद, ट्रिपल जंप, पोल वाल्ट, सेपक टाकरा एवं तैराकी समेत 33 तरह के इनडोर और आउटडोर खेल शामिल हैं।
हॉकी प्रैक्टिस टर्फ का भी निर्माण किया गया है। परिसर में एक आधुनिक शैक्षणिक भवन बनाया गया है, जिसमें बिहार खेल विश्वविद्यालय का कार्यालय, पदाधिकारियों के लिए कार्यालय और 242 की क्षमता वाला एक ऑडिटोरियम शामिल है।
खिलाड़ियों के लिए 149 कमरों वाला बालक छात्रावास, 78 कमरों वाला बालिका छात्रावास, 100 क्षमता वाला ट्रांजिट हास्टल, प्रशिक्षकों के लिए आवास और 324 क्षमता वाला मेस भी निर्मित किया गया है। निदेशक, उप निदेशक और स्टाफ के लिए आवासीय सुविधाएं उपलब्ध हैं।
खिलाड़ियों के लिए खेल के दौरान लगी चोट के साथ साथ अन्य प्रकार के इलाज की भी व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि अधिकतर खेल सुविधाओं का निर्माण पूर्ण कर लिया गया है। कई तरह के मल्टीपर्पस इनडोर हाल का निर्माण किया गया है, जिसमें विभिन्न तरह के खेल आयोजित हो रहे हैं।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स के दौरान राजगीर खेल परिसर में पांच खेल आयोजित किए गए थे। खेल परिसर में निर्मित विश्वस्तरीय हॉकी टर्फ, ऑस्ट्रेलिया से आयातित एस्ट्रो-टर्फ और जर्मनी के ऑटोमेटेड स्प्रिंकलर सिस्टम से सुसज्जित है। सचिव ने कहा कि यह परिसर किसी भी वैश्विक खेल आयोजन के लिए आदर्श स्थल है। हमारा लक्ष्य बिहार के युवाओं को विश्वस्तरीय मंच प्रदान करना है। इस साल हाकी टर्फ पर पुरुष एशिया कप 2025 खेला जाना है।
Patna Metro: पटना मेट्रो को लेकर सामने आई एक और जानकारी, यात्रियों को मिलेगी यह भी सुविधा; देखें लेटेस्ट रूट चार्ट
जागरण संवाददाता, पटना। मेट्रो में सफर के इंतजार की घड़ियां समाप्त होनेवाली हैं। अभी तक की योजना के मुताबिक 15 अगस्त को राजधानी में इस सेवा की शुरुआत की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका लोकार्पण कर सकते हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन पटना मेट्रो को अगस्त तक चालू कराने के लिए तेजी से कार्य पूरा करवा रहा है।
बीते दिनों मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने भी ऐसी ही बात कही थी। उन्होंने कहा कि उत्तर-दक्षिण कारिडोर के मलाही पकड़ी और आइएसबीटी खंड पर 15 अगस्त तक मेट्रो चलाने का प्रयास किया जा रहा है।
छह कोच के साथ इसका परिचालन होगापटना मेट्रो सेवा की शुरुआत के दौरान मेट्रो के तीन रेक होंगे, इसमें करीब डेढ़ सौ यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी। अधिकतम छह कोच के साथ इसका परिचालन होगा।
सभी कोच वातानुकूलित, सीसी कैमरे, वाइफाइ कनेक्शन, मोबाइल चार्जिंग साकेट से युक्त होंगे। मेट्रो स्टेशनों पर कैफेटेरिया एवं शापिंग एरिया भी होगा।
मलाही पकड़ी से आइएसबीटी का 14.45 किमी लंबा ट्रैक उत्तर-दक्षिण कारिडोर का हिस्सा है। शुरुआत में 6.63 किमी एलिवेटेड हिस्से में मेट्रो चलेगी।
इसमें मलाही पकड़ी व आइएसबीटी के अलावा खेमनीचक, भूतनाथ, जीरोमाइल स्टेशन होंगे। बाद के दिनों मे मलाही पकड़ी से पटना यूनिवर्सिटी की ओर दो और स्टेशन जुड़ेंगे। वर्ष 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी।
कॉरिडोर एक में 14 स्टेशनपटना मेट्रो का एक कॉरिडोर 17.93 किमी लंबा है, जो दानापुर से नेहरू पथ होते हुए खेमनीचक के बीच है। वहीं दूसरा कॉरिडोर मलाही पकड़ी से आइएसबीटी का है।
यह राजेंद्रनगर, पीयू, गांधी मैदान व आकाशवाणी होते हुए पटना जंक्शन तक फैला हुआ है। कॉरिडोर एक में 14 स्टेशन सगुना मोड़, आरपीएस मोड़, पाटलिपुत्र, रुकनपुरा, चिड़ियाघर, विकास भवन आदि होंगे।
Bihar Election 2025: बिहार में चुनाव को लेकर तैयारी तेज, 1277 बीएलए को मिला प्रशिक्षण
राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव बूथ स्तर पर पारदर्शिता और सटीकता सुनिश्चित करने के लिए चल रहे विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम के आठवें चरण का शनिवार को समापन हो गया।
पटना स्थित जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक अनुसंधान संस्थान में आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत अब तक 1277 बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) को प्रशिक्षित किया जा चुका है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल के निर्देश पर शुरू हुआ यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 10 मई से जारी है। आठवें चरण में अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया एवं नवादा जिलों से आए 133 बीएलए ने भाग लिया।
प्रशिक्षण के दौरान बीएलए को निर्वाचक नामावली की संरचना, अद्यतन प्रक्रिया, संक्षिप्त पुनरीक्षण, बीएलए की भूमिका, बूथ लेवल अधिकारियों के दायित्व समेत मतदान एवं गणना एजेंटों के दायित्वों के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।
राष्ट्रीय स्तर के मास्टर ट्रेनर्स राजेंद्र कर्मशील, देवव्रत मिश्रा, रत्नाम्बर निलय, मनोज कुमार सिंह एवं प्रेम प्रकाश ने प्रशिक्षण सत्रों का संचालन किया।
प्रशिक्षण के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें प्रतिभागियों ने चुनावी प्रक्रियाओं से जुड़ी जिज्ञासाएं रखीं और विशेषज्ञों ने उनका समाधान किया।
यह प्रशिक्षण बीएलए की कार्यकुशलता बढ़ाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है, बल्कि चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और भरोसे को भी मजबूत करने वाला है।
26 मई को अंतिम अवसरसीईओ कार्यालय के अनुसार अब तक जो बीएलए किसी कारणवश आठ चरण के प्रशिक्षण सत्रों में सम्मिलित नहीं हो सके हैं, उनके लिए अंतिम चरण का आयोजन 26 मई को किया जाएगा।
अधिकारियों ने अपील की है कि प्रशिक्षण से सभी वंचित बीएलए इस अंतिम सत्र में भाग लेकर स्वयं चुनाव प्रक्रिया के जानकार बन सकते हैं।
Patna News: देर रात गोलियों की गूंज से दहला मनेर, पुराने विवाद में दो पक्षों के बीच हुई एक दर्जन हवाई फायरिंग
संसू, मनेर (पटना)। थाना क्षेत्र के ब्यापुर गांव में शनिवार की रात पूर्व के विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच तनातनी का माहौल कायम हो गया। इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से रोड़ेबाजी के साथ ही जमकर एक दर्जन हवाई फायरिंग हुई।
गांव में फैली दहशतदोनों पक्षों में हुई फायरिंग के बाद गांव में दहशत का माहौल कायम हो गया है। वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की कार्रवाई में जुटी हुई है।
बताया जाता है कि ब्यापुर गांव में शनिवार की रात पूर्व के विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच अचानक झड़प हो गई। इसके बाद दोनों पक्षों की ओर से रोड़ेबाजी के साथ ही करीब एक दर्जन हवाई फायरिंग हुई।
लगातार होती रही फायरिंगहवाई फायरिंग और रोड़ेबाजी के बाद गांव में पूरी तरह से दहशत का माहौल कायम हो गया। लगातार हुई फायरिंग की आवाज को सुनकर गांव वालों में अफरातफरी की स्थिति बनी रही। लगातार हुई हवाई फायरिंग को लेकर गांव का माहौल रण क्षेत्र के रूप में तब्दील रहा।
देर रात पहुंची पुलिसहालांकि, इस घटना के दौरान किसी के हताहत होने की अब तक सूचना नहीं है। मामले की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस लोगों को शांत करने में जुटी रही।
पुलिस ने गोलीबारी की घटना से किया इनकारइस संबंध में मनेर थाना अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि पूर्व के विवाद को लेकर झड़प हुई है। जब की उन्होंने गोलीबारी के मामले की बात से इनकार किया है।
घटना के बाद पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। आरोपितों की तलाश की जा रही है। जल्द ही आरोपियो को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Bihar Monsoon Forecast: बिहार में कब आएगा मानसून? इस बार सामान्य से अधिक होगी वर्षा; पढ़ें IMD का लेटेस्ट अपडेट
प्रभात रंजन, पटना। दक्षिण पश्चिम मानसून शनिवार को केरल अपने निर्धारित समय से आठ दिन पहले पहुंचा। मौसम विभाग के अनुसार 16 वर्ष में ऐसा पहली बार हुआ जब मानसून जल्दी आया।
आमतौर पर मानसून एक जून को केरल पहुंचता है और आठ जुलाई तक पूरे देश को कवर करता है। केरल में समय से आठ दिन पूर्व मानसून पहुंचने को लेकर प्रदेश में भी मानसून के जल्द आने की कयास लगाए जा रहे हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक आशीष कुमार ने बताया कि प्रदेश में मानसून पूर्णिया व किशनगंज के रास्ते पहुंचता है। इसका निर्धारित तिथि 13-15 जून है।
ऐसे में संभावना लगाई जा सकती है कि प्रदेश में भी इस बार समय से पहले मानसून दे सकता है। मानसून का जल्दी आना यह तय नहीं करता है कि वह जल्द खत्म भी हो जाएगा।
मौसम से जुड़ी कई जटिल प्रक्रियाओं पर निर्भर करता है जैसे कि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में समुद्री तापमान, हवा का दबाव और वैश्विक मौसम पैटर्न होता है।
अगर मानसून समय से पहले आ जाए लेकिन उसकी गति अच्छी बनी रहे तो पूरे देश में सामान्य या उससे अधिक वर्षा हो सकती है लेकिन अगर मानसून जल्दी आकर धीरे पड़ जाए या कमजोर हो जाए तो कुल मिलाकर कम वर्षा की संभावना बनती है।
कभी-कभी मानसून देर से आता है लेकिन लंबे समय तक टिकता है और अच्छी वर्षा होती है। मौसम विज्ञानी के अनुसार भारत में इस बार मानसून जल्दी पहुंचने की मुख्य वजह अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में बढ़ी हुई नमी है।
समुद्र का तापमान सामान्य से ज्यादा रहा इससे मानसूनी हवाएं तेजी से सक्रिय हुई। पश्चिमी हवाओं और चक्रवातों की हलचल ने भी मानसून को आगे बढ़ने में मदद की है।
बीते वर्ष देर से प्रदेश में आया था मानसूनमौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार बीते वर्ष प्रदेश में मानसून पांच दिनों की देरी से 20 जून को आया था। इस दौरान सामान्य से 20 फीसद कम वर्षा हुई थी।
वहीं 2023 में मानसून समय से एक दिन पहले 12 जून को प्रवेश कर गया था। इसके बाद भी सामान्य से 23 फीसद कम वर्षा हुई थी। 2020 से 2022 के बीच बिहार में मानसून 13 जून को प्रवेश किया था।
बिहार में मानसून सीजन के दौरान सामान्य वर्षा 1272.5 मिमी है। 2021 के बाद से बिहार में मानसून सीजन के दौरान सामान्य से अधिक वर्षा नहीं हुई है।
इस बार उम्मीद जताई जा रही है कि समय से पहले मानसून आता है तो अच्छी वर्षा के संकेत हैं। लेकिन वास्तविक स्थिति बिहार में मानसून दस्तक देने के बाद ही पता चलेगा कि मानसून को मौसमी चक्र सहायता करता है या नहीं। अगर मौसमी चक्र मानसून को सहायता करेंगे तो सामान्य से अधिक वर्षा की संभावना है।
Bettiah News: बेतिया के लोगों की बल्ले-बल्ले, इस जगह होगा बाईपास का निर्माण; जाम से मिलेगी मुक्ति
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बिहार सरकार प्रदेश की जनता को एक के बाद एक बड़े तोहफे दे रही है। इसी क्रम में सरकार ने बेतिया शहर में लगने वाले जाम को गंभीरता से लेते हुए 19.32 करोड़ की लागत से बाईपास निर्माण को मंजूरी दी है।
2.36 किलोमीटर लंबे बाईपास का होगा निर्माणबेतिया-गोविंदगंज पथ (एसएच-54) के बीच 2.36 किलोमीटर लंबे बाईपास निर्माण को मंजूरी दे दी गई है। उप मुख्यमंत्री एवं वित्त मंत्री सम्राट चौधरी बताया कि सरकार लोगों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए बेहतर सड़क सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इसी क्रम में सरकार यातायात को सुगम बनाने के लिए लगातार काम कर रही है। अब बेतिया में, बस स्टैंड से बेतिया-गोविन्दगंज पथ (एसएच-54) के बीच 2.36 किलोमीटर लंबे बाईपास का निर्माण कराया जाएगा।
योजना को मिली प्रशासनिक मंजूरीइसके लिए प्रशासनिक मंजूरी दी गई है। बकौल सम्राट चौधरी, इस योजना के तहत 1.69 किमी मुख्य सड़क तथा 0.67 किमी लंबी पुलिस लाइन लिंक पथ का निर्माण कराया जाएगा।
19 करोड़ रुपये से ज्यादा होंगे खर्चपरियोजना पर कुल 19.32 करोड़ (उन्नीस करोड़ बत्तीस लाख तैतीस हजार) रुपये खर्च किए जाएंगे। परियोजना का वित्त पोषण राज्य योजना ‘सात निश्चय-2 सुलभ संपर्कता’ के अंतर्गत किया जाएगा।
जाम से मिलेगी राहतबेतिया शहर के लोग लंबे समय से जाम की समस्या से परेशान हैं। बेतिया-गोविंदगंज पथ (एसएच-54) के बीच 2.36 किलोमीटर लंबे बाईपास के निर्माण से बेतिया शहर को लंबे जाम से निजात मिलेगी। इसके साथ ही क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने में मदद मिलेगी।
Bihar News: 'बिहार के विकास...', केंद्र की योजनाओं को लेकर बिहार ने मोदी सरकार से कर दी ये बड़ी मांग
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है कि केंद्रीय योजनाओं में केंद्र का कम से कम 90 प्रतिशत का अंशदान हो। शनिवार को दिल्ली में नीति आयोग की शासी परिषद की 10वीं बैठक में बिहार सरकार की तरफ से यह मांग की गई।
पहले भी भेजा पत्रइसके पूर्व भी बिहार ने नीति आयोग को इस आशय का पत्र भेजा था। बिहार की अपेक्षा है कि तीव्र गति से प्रगति कर रहे राज्य के लिए केंद्र स्तर पर विशेष रणनीति बनाई जाए। इसके साथ ही विकसित बिहार-2047 के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।
60 फीसदी किया गया केंद्रांशबिहार के योजना एवं विकास मंत्री बिजेंद्र यादव के अनुसार, राष्ट्रीय विकास एजेंडे से संबंधित योजनाओं में 75 से 90 प्रतिशत तक केंद्रांश रहता था। हालांकि, ऐसी सभी 21 योजनाओं में केंद्रांश 60 प्रतिशत कर दिया गया है।
कई केंद्र प्रायोजित योजनाओं में केवल 50 फीसदी अंशदानकई केंद्र प्रायोजित योजनाओं में तो केंद्र का अंशदान 50 प्रतिशत तक ही है। इससे राज्य को अपनी प्राथमिकता वाली योजनाओं के लिए कम राशि उपलब्ध हो पाती है, जबकि बिहार को तीव्र विकास की आवश्यकता है। इसीलिए केंद्रांश को 90 प्रतिशत करने का आग्रह किया गया है।
15.68 लाख करोड़ की होगी आवश्यकताबिहार ने अपने विजन डाक्यूमेंट में पांच, दस व 22 वर्षों के तीन चरणों में लक्ष्यों का निर्धारण किया है। पूर्वोदय योजना के अंतर्गत 2030 के लिए अल्पकालीन, 2035 के लिए मध्यकालीन व 2047 के लिए दीर्घकालीन लक्ष्य निर्धारित है।इस उद्देश्य से अगले 10 वर्षों के लिए बिहार को 15.68 लाख करोड़ रुपये की आवश्यकता होगी।
Bihar News: पोस्टिंग का इंतजार कर रहे 1 लाख से ज्यादा शिक्षकों के लिए खुशखबरी, शिक्षा विभाग ने जारी किया शेड्यूल
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Teacher Transfer: राज्य में स्थानांतरित होने वाले एक लाख 30 हजार शिक्षकों के पदस्थापन की प्रक्रिया शनिवार से शुरू हो गई। यह प्रक्रिया पंद्रह दिनों में पूरी हो जाएगी।
15 जून तक होगा स्कूल का आवंटनशनिवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी स्थानांतरित शिक्षकों को स्थानांतरण वाले जिले में 15 जून तक पदस्थापन के लिए विद्यालय आवंटन कर दिया जाएगा।
20 जून तक मिलेंगे आदेशस्थानांतरित होने वाले शिक्षकों को 20 जून तक स्थानांतरण आदेश मिल जाएंगे। पदस्थापन वाले स्कूल में स्थानांतरित शिक्षक 30 जून तक योगदान करेंगे। जिन एक लाख 30 हजार शिक्षकों के स्थानांतरण किया गया है, उनमें आठ से नौ हजार पुरुष शिक्षक भी हैं।
रिक्तियों और छात्र-शिक्षक अनुपात के आधार पर तबादलाउपलब्ध रिक्तियां और छात्र-शिक्षक अनुपात के आधार पर शिक्षकों को स्थानांतरण किया गया है। औसतन 30 बच्चों पर एक शिक्षक चाहिए, लेकिन, ऐसे भी जिले हैं, जहां 20 बच्चों पर एक शिक्षक हैं और ऐसे भी जिले हैं, जहां एक शिक्षक पर 44 बच्चे हैं।
पटना में सबसे ज्यादा दबावउन्होंने कहा कि स्थानांतरण में सर्वाधिक दबाव पटना को लेकर है। 15 हजार शिक्षकों ने पटना में स्थानांतरण लेने के लिए विकल्प दे रखा है। शिक्षकों को चाहिए कि छात्रों की समस्याओं को समझें।
क्या अब पुरुष शिक्षकों का स्थानांतरण नहीं होगा? इस सवाल के जवाब में अपर मुख्य सचिव ने कहा कि मैंने ऐसा तो नहीं कहा। स्थानांतरण से जो शिक्षक बच गए हैं, वे निराश न हों। जहां-जहां रिक्तियां थीं, वहां पुरुष शिक्षक स्थानांतरित किए गए हैं।
Bihar Weather Today: सावधान! इन 3 जिलों में बिगड़ने वाला है मौसम, IMD ने जारी की भारी बारिश की चेतावनी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ अधिसंख्य भागों में आंधी-पानी के साथ मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर चेतावनी जारी की गई है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार राजधानी समेत दक्षिण-मध्य एवं दक्षिण पश्चिम भागों के एक या दो स्थानों पर 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने के साथ छिटपुट वर्षा व मेघ गर्जन की चेतावनी है।
मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्टकटिहार, बांका और भागलपुर जिले के एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। उत्तरी भागों के अधिसंख्य भागों में आंधी-पानी को लेकर औरेंज अलर्ट जारी किया गया है। प्रदेश में अगले पांच दिनों तक आंधी-पानी समेत मेघ गर्जन, वज्रपात व हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।
बिहार की राजधानी पटना समेत अपने जिले के मौसम का हाल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
अधिकतम तापमान में गिरावटशनिवार को पटना सहित 24 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना के अधिकतम तापमान में चार डिग्री गिरावट के साथ 32.3 डिग्री सेल्सियस जबकि 39.2 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी सबसे गर्म रहा।
बीते 24 घंटों के दौरान सिवान, नवादा, बांका, बक्सर, वैशाली, भोजपुर, नालंदा, अररिया, गया में वर्षा दर्ज की गई। सिवान के रघुनाथपुर में सर्वाधिक वर्षा 175.6 मिमी दर्ज की गई। पटना व आसपास इलाकों में बादलों की आवाजाही व हवा में नमी की मात्रा बढ़ने से उमस का प्रभाव बना रहा।
प्रमुख स्थानों पर दर्ज हुई वर्षानवादा में 63.8 मिमी, बांका के बौसी में 61.4 मिमी, बक्सर के डुमरांव में 36.4 मिमी, बांका के कटोरिया में 35.6 मिमी, अरवल के कलेर में 29.2 मिमी, भोजपुर के शाहपुर में 16.2 मिमी, नवादा के हिसुआ में 11.2 मिमी, सिवान के नौतन में 10.6 मिमी एवं नवादा के रोह में 9.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 32.3 27.2 गया 35.6 26.4 भागलपुर 34.0 25.4 मुजफ्फरपुर 31.2 26.3
Bihar News: मुंगेर किले का बदला जाए नाम, बीजेपी सांसद ने केंद्र और राज्य सरकार से की मांग
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा उपाध्यक्ष एवं सांसद डा. भीम सिंह ने राज्य और केंद्र सरकार से मांग की है कि मुंगेर किले का नामकरण सम्राट जरासंध किला के रूप में किया जाए।
सांसद से मुंगेर से आए नागरिकों के प्रतिनिधिमंडल ने पटना में मुलाकात कर मुंगेर किला के मूलतः मगध सम्राट जरासंध द्वारा निर्मित होने से संबंधित कई प्रमाण एवं दास्तवेज दिखाकर में किला का नाम सम्राट जरासंध कराने में सहयोग की मांग की।
सांसद ने कहा कि वे शिष्टमण्डल की बातों से सहमत हैं और सरकार से मांग करते हैं कि इस संदर्भ में यथोचित कदम उठाते हुए किला की पहचान सम्राट जरासंध किला के रूप में करायी जाए।
इसके लिए सारे सरकारी दस्तावेजों, खासकर पर्यटन मैप में इसका उल्लेख सम्राट जरासंध किला के रूप में किया जाए।
उन्होंने ने कहा कि यह मुद्दा प्राचीन मगध के गौरवशाली इतिहास के साथ साथ चन्द्रवंशी समुदाय के गौरव से भी जुड़ा हुआ है। अतः इसके लिए वे सदन से बाहर और सदन के अंदर भी नाम परिवर्तन के लेकर हर संभव प्रयास करेंगे।
बिहार में थाने से महिला दारोगा और दो ASI ने चोरी की शराब, पुलिस स्टेशन में मचा हड़कंप
जागरण संवाददाता, पटना। जब्त शराब गायब करने पर पाटलिपुत्र थाने के तीन पुलिसकर्मियों पर प्राथमिकी की गई है। इसके साथ ही तीनों को निलंबित भी कर दिया गया है। इनमें महिला दारोगा आशा कुमारी और एएसआइ पंकज कुमार व राजेश कुमार शामिल हैं।
दूसरे थानों में भी हड़कंप मच गयापंकज मुंशी का काम भी देखते थे। महिला दारोगा पर जब्त शराब को रखने में लापरवाही करने का आरोप है। सिटी एसपी स्वीटी सहरावत ने आरोपितों को निलंबित करने के साथ विभागीय कार्रवाई का भी आदेश दिया है। इस कार्रवाई के बाद से दूसरे थानों में भी हड़कंप मच गया है। गौर हो कि इससे पहले दीघा थाने में ऐसी हरकत की गई थी। इसके बाद बड़े पैमाने पर कार्रवाई हुई थी।
महिला दारोगा ने पकड़ी थी शराब की खेपदरअसल, एक सप्ताह पूर्व महिला दारोगा आशा कुमारी ने शराब की खेप पकड़ी थी। उसे सरिस्ता में रख दिया था। जब मालखाना प्रभारी ने शराब की बाेतलों का मिलान जब्ती सूची से किया तो गिनती में कम आई। इसके बाद मालखाना प्रभारी ने दारोगा और छापेमारी दल में शामिल पुलिसकर्मियों से पूछा तो सभी ने शराब लेकर जाने की बात से इनकार दिया।
कानाफूसी की जानकारी सिटी एसपी को हो गईइसके बाद मालखाना प्रभारी ने कैमरे के फुटेज को खंगाला, जिससे मालूम हुआ कि राजेश ने सरिस्ता से शराब की बोतलें हटाई थीं। वहां पंकज भी मौजूद था। मगर, दोनों ही शराब लेकर जाने की बात से नकार रहे थे। थाने में हो रही कानाफूसी की जानकारी सिटी एसपी को हो गई।
थाने में जाकर पुलिसकर्मियों से किया सवाल-जवाबसिटी एसपी ने भी वीडियो फुटेज देखा और थाने में जाकर सवाल-जवाब किया। इस पर आरोपित पुलिसकर्मियों की कलई खुल गई। स्वयं को घिरता देख आरोपित पुलिसकर्मी वहां से निकल गए। इसके बाद सिटी एसपी के आदेश पर पाटलिपुत्र थाने में ही आरोपित पुलिसकर्मियों के विरुद्ध प्राथमिकी की गई। बाद में तीनों आरोपितों को निलंबित कर दिया गया।
Bihar News: पटना के खान सर की बढ़ी मुश्किलें, बीपीएससी मामले में अग्रिम जमानत याचिका खारिज
जागरण संवाददाता, पटना। जिला एवं अपर सत्र न्यायाधीश - 26 की अदालत ने शनिवार को शिक्षक मोहम्मद रहमान उर्फ मोतीउर रहमान खान (खान सर) की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा आयोजित 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने को लेकर किए गए विरोध प्रदर्शन व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में यह आदेश दिया गया।
23 दिसंबर 2024 की है घटनाआरोपित खान सर कदमकुआं थाना क्षेत्र के जगत नारायण रोड जगजीवन गली के निवासी हैं। यह मामला गर्दनीबाग थाना कांड संख्या 712/2024 से जुड़ा है। बताया जाता है कि घटना 23 दिसंबर 2024 की है।
परीक्षा रद्द करने को लेकर जुलूस निकाला थामामले के आरोपितों ने बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा रद्द करने को लेकर जुलूस निकाला था और सरकारी संपत्ति को नुक्सान पहुंचाने का आरोप है। मामले में गर्दनीबाग थाना में कांड संख्या 712/24 दर्ज किया गया था। मामला बीएनएस की धारा 191 (2), 195(2), 223, 132, 62 (2) एवं आईटी एक्ट की धारा 66(C) एवं 66 (D) के तहत दर्ज किया गया था।
खान सर ने कहा था, उनके पास हैं सुबूतमामले में खान सर ने दावा किया था कि उन्हें 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा में धांधली के ठोस सबूत मिले हैं, जिसमें पेपर लीक और पेपर बदलने जैसी अनियमितताएं शामिल हैं. उन्होंने यह भी दावा किया है।
बीपीएससी ने खान सर के आरोपों को किया था खारिजबीसीएससी ने खान सर के आरोपों को खारिज कर दिया है और कहा है कि परीक्षा में कोई अनियमितता नहीं हुई है। आयोग ने इंटरनेट मीडिया पर एक पोस्ट के माध्यम से भी इन आरोपों को पूरी तरह से गलत बताया था।
हिरासत में भी लिए गए थे खान सरबता दें कि बिहार पुलिस ने राज्य में 70वीं बीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के नियमों में बदलाव के खिलाफ छात्रों के साथ प्रदर्शन कर रहे पटना के शिक्षक खान सर को हिरासत में भी ले लिया था। हालांकि उन्हें बाद में छोड़ भी दिया गया था।
सरकारी संपत्ति को पहुंचाया गया था नुकसानबीपीएससी की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा रद्द करने को लेकर राज्य में बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान पटना सहित पूरे प्रदेश में सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था। इसी मामले में अदालत ने आदेश दिया है।
नीचे फर्राटा भरेगी मेट्रो, ऊपर दौड़ेंगे वाहन; पटना के पहले डबल डेकर फ्लाइओवर से घंटों का सफर मिनटों में
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी का पहला डबल डेकर फ्लाइओवर बनकर तैयार है। इसकी शुरुआत अप्रैल में ही होनेवाली थी। उम्मीद है कि जल्द ही इसका लोकार्पण किया जाएगा। इस मार्ग की खासियत यह है कि नीचे मेट्रो, उसके ऊपर के तीन सतह पर वाहनों की रफ्तार दिखेगी।
2.2 किलोमीटर के फिनिशिंग का काम भी लगभग पूरागांधी मैदान स्थित कारगिल चौक से पटना साइंस कालेज तक बने इस 2.2 किलोमीटर लंबे डबल डेकर के फिनिशिंग का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। दो लेन वाले डबल डेकर एलिवेटेड रोड से इस क्षेत्र में आवागमन सुगम हो जाएगा। कुल 65 पिलरों पर बने इस मार्ग से घंटों का सफर मिनटों में तय हो सकेगा।
पटना कालेज से बीएन कालेज तक दूसरा तल
डबल डेकर का पहला तल 1.7 किमी जबकि दूसरा तल पटना कालेज से बीएन कालेज तक जबकि दूसरा तल कारगिल चौक से साइंस कालेज तक 2.2 किमी है। ऊपरी तल से कारगिल चौक से साइंस कालेज की ओर वाहनों का परिचालन होगा।
निचले तल पटना कालेज से गांधी मैदान जाने कोनिचले तल का उपयोग पटना कालेज से गांधी मैदान की ओर जाने के लिए होगा। ऊपर के तल की कनेक्टिविटी पीएमसीएच के मल्टीलेवल पार्किंग से दी गई है। डबल डेकर फ्लाइओवर से अशोक राजपथ की यातायात व्यवस्था में व्यापक बदलाव की उम्मीद है। इस मार्ग पर यात्रा करना एक चुनौती रही है, लेकिन अब इस मार्ग की सूरत बदल जाएगी।
चार वर्षों में तैयार हुआ डबल डेकर फ्लाइओवरडबल डेकर का निर्माण 422 करोड़ की लागत से हुआ है। इसका शिलान्यास चार सितंबर 2021 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। इस तरह से करीब चार वर्षों में यह तैयार हुआ है।
छात्रों, मरीजों को होगा अधिक लाभपिछले माह सीएम ने इसका निरीक्षण कर जल्द शेष कार्य पूरा करने का निर्देश भी दिया था। उन्होंने कहा कि इस फ्लाइओवर से छात्रों, मरीजों और अशोक राजपथ पर आवागमन करनेवालों को काफी सुविधा होगी। उन्हें जाम से छुटकारा मिलेगा।
बिहार में ट्यूशन नहीं पढ़ा सकेंगे सरकारी टीचर, शिक्षा विभाग के ACS ने दे दी आखिरी चेतावनी
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में ट्यूशन पढ़ाने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूली बच्चों की बायोमीट्रिक हाजिरी होगी। सभी सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में प्री-स्कूल चलेंगे।
गर्मी की छुट्टी के पहले प्रारंभिक कक्षाओं के सभी बचे बच्चों को हर हाल में पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध करा दी जाएंगी। लाइब्रेरियन की नियुक्ति के लिए रिक्तियों की गणना की जा रही है। शनिवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने लाइव कार्यक्रम में इसकी जानकारी दी।
'शिक्षा की बातः हर शनिवार' कार्यक्रम में डॉ. एस. सिद्धार्थ ने साफ शब्दों में कहा कि सरकारी स्कूलों के शिक्षक ट्यूशन नहीं पढ़ा सकते। सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए ट्यूशन प्रतिबंधित है।
अगर शिक्षक ट्यूशन पढ़ाते पाए गए या उनके द्वारा ट्यूशन पढ़ाने की शिकायत मिली, तो उन पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी। स्कूल अवधि में सरकारी स्कूलों के बच्चे भी ट्यूशन पढ़ने नहीं जाएंगे। स्कूल अवधि के बाद वे प्राइवेट टीचर से ट्यूशन पढ़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए गर्मी की छुट्टी के बाद बच्चों की भी बायोमीट्रिक हाजिरी होगी। बच्चों के साथ शिक्षकों की भी बायोमीट्रिक हाजिरी होगी।
उन्होंने कहा कि पीएमश्री विद्यालय योजना केंद्र प्रायोजित है। इस योजना में शामिल विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाना है। बिहार के भी बहुत सारे विद्यालय इस योजना में केंद्र द्वारा शामिल किए गए हैं।
कोशिश होगी कि केंद्र सरकार इस योजना में बिहार के और स्कूल शामिल करे। उन्होंने कहा कि नियुक्ति के पांच साल बाद भी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के व्याख्याताओं की सेवा संपुष्ट नहीं होने के मामले में जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। ऐसे व्याख्याताओं की सेवा की संपुष्टि एक सप्ताह में होगी।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यह हर कक्षा के वर्ग शिक्षक की जिम्मेदारी है कि उनकी कक्षा के बच्चे नियमित रूप से स्कूल आयें। एक व्यवस्था विकसित करेंगे कि अगले साल से गर्मी की छुट्टी में बच्चों के लिए डांस और खेल समेत अन्य कला को लिए का समर कैंप लगे।
उनकी कोशिश होगी कि हर प्रारंभिक विद्यालय में प्री-स्कूल का संचालन हो। चालीस बच्चे आंगनबाड़ी में पढ़ेंगे और बाकी बच्चों की पढ़ाई प्री-स्कूल में होगी।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक स्कूलों के दो करोड़ बच्चों को दी जाने वाली किताबों की छपाई की प्रक्रिया बदल गयी है। अभी से अगले साल के लिए प्रक्रिया शुरू हो गयी है। किताबों का रिवीजन भी चल रहा है। अगले साल नये शैक्षिक सत्र शुरू होने के एक माह पहले किताबें पहुंच जाएंगी।
बिहार की राजधानी में बड़ी वारदात, पटना में एडीजी के सामने बीच सड़क पर सैकड़ों लोगों की भीड़ पर बरसाईं गोलियां
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी के अपराधियों में पुलिस का खौफ समाप्त हो गया है। अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि पुलिस महकमे के सबसे बड़े अधिकारी के सामने सैकड़ों लोगों की भीड़ पर गोलियां बरसाते हुए फरार हो जा रहे हैं।
हड़ताली मोड़ से सटे बोरिंग कैनाल रोड पर वारदातयह नजारा राजधानी की हृदयस्थली हड़ताली मोड़ से सटे बोरिंग कैनाल रोड पर शनिवार की शाम लगभग साढ़े चार बजे देखने को मिला। यह क्षेत्र श्रीकृष्णापुरी थाने के अधीन है। अपराधियों को रोकने के लिए एडीजी के बाडीगार्ड ने भी जवाबी फायरिंग की, लेकिन वे बिना नंबर की काले रंग की स्कार्पियो से भाग निकले।
स्कार्पियो रोकने का मैसेज होता रहा फ्लैशवायरलेस पर नाकाबंदी कर स्कार्पियो रोकने का मैसेज फ्लैश होता रहा, मगर जिले की 20 हजार से अधिक की फौज नाकाम साबित हुई। इधर, शहर के वीवीआइपी इलाके में एडीजी और अपराधियों के बीच मुठभेड़ की जानकारी पाकर एसएसपी अवकाश कुमार, सिटी एसपी स्वीटी सहरावत दलबल के साथ मौके पर पहुंचीं। सीसी कैमरे के फुटेज खंगाले गए। उसमें दो अपराधियों के चेहरे दिख रहे हैं। एसएसपी का दावा है कि आरोपित जल्द गिरफ्त में होंगे।
नशे में धुत अपराधियों ने पहले की थी मारपीटवार्ड नंबर 21 के पार्षद रणधीर कुमार ने बताया कि दोपहर 3:55 बजे काले रंग की स्कार्पियो हड़ताली मोड़ की तरफ से आई, जिस पर चार युवक सवार थे। सभी नशे में धुत लग रहे थे। स्कार्पियो ने इंदिरा भवन के पास एक मिठाई दुकान के सामने खड़ी बैलेनो कार में टक्कर मार दी। इसके बाद स्कार्पियो से युवक उतरे और बैलेनो के चालक से मारपीट शुरू कर दी। इस बीच लोगों की भीड़ जमा हो गई।
राहगीर व स्थानीय दुकानदार हुए आक्रोशितस्कार्पियो सवार युवकों की हरकत देख राहगीर व स्थानीय दुकानदार आक्रोशित हो गए। उन्होंने स्कार्पियो सवार युवकों को खदेड़ दिया। इस दौरान युवकों ने बुरा अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। हालांकि, लोगों ने उनकी बातों पर गौर नहीं किया। कारण कि सड़क पर आए दिन इस तरह की मारपीट होती रहती है।
आधे घंटे बाद आकर बरसाने लगे गोलियांलगभग साढ़े चार बजे स्कार्पियो सवार वही युवक वापस आए और इंदिरा भवन से आगे बढ़ते ही मकानों व दुकानों को निशाना बनाते हुए फायरिंग करने लगे। इससे सड़क पर भगदड़ मच गई। इस बीच एडीजी का वाहन पीछे से आ गया। पुलिस का वाहन देखकर लोगों को हिम्मत मिली और वे अपराधियों को दोबारा खदेड़ने के लिए दौड़े।
एडीजी बना रहे थे फायरिंग कर रहे अपराधियों का वीडियोबकौल पार्षद, एडीजी फायरिंग कर रहे अपराधियों का वीडियो बना रहे थे। अपराधी तेजी से उत्तर दिशा में बढ़े और पहलवान मार्केट से यू-टर्न लेकर दक्षिण की ओर जाने के लिए पुल पर चढ़ गए। तब अपराधियों को रोकने के लिए एडीजी के बाडीगार्ड ने भी गोलियां चलाई थीं। अपराधियों की ओर से आठ राउंड फायरिंग की गई, जबकि पुलिस ने दो चक्र गोलियां चलाईं। मगर, अपराधी पुल पर चढ़ कर वाहन से तेज रफ्तार में फरार हो गए।
19 से 21 वर्ष की आयु के थे अपराधीप्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, फायरिंग करने वाले अपराधियों की आयु 19 से 21 वर्ष के बीच थी। ऐसा लग रहा था कि उन्होंने सूखा नशा किया था। एक अपराधी आसमानी रंग के गोल-गला हाफ टी-शर्ट में था। उसने मास्क भी लगा रखा था। उसका साथी काले रंग की टी-शर्ट में था। चालक वाहन स्टार्ट कर खड़ा रहा। स्कार्पियो के शीशे भी काले थे।
Bihar Elections 2025: बिहार में कांग्रेस की बढ़ेंगी मुश्किलें, क्यूआर कोड के जरिए इतने लोगों ने कर दिया आवेदन
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की अब तक घोषणा नहीं हुई है। बावजूद प्रदेश कांग्रेस में टिकटार्थियों के आवेदनों का सिलसिला शुरू हो गया है।
भले ही प्रदेश में विधानसभा की सीटें 243 हो परंतु कांग्रेस को ऐसे 250 अभ्यर्थियों के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं जो उसके सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। कांग्रेस नेतृत्व ने इस वर्ष टिकटों के बंटवारे को लेकर होने वाले विवाद और आरोप-प्रत्यारोप से बचने के लिए क्यूआर कोड के जरिये आवेदन करने की व्यवस्था बनाई है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि चयन की प्रक्रिया को पारदर्शी और तकनीक-आधारित बनाए जाने का नतीजा यह हुआ है कि चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रतिदिन क्यूआर कोड के जरिये दर्जनों आवेदन पार्टी को मिल रहे हैं।
सूत्रों ने बताया महज चंद दिनों में करीब 250 आवेदन आ चुके हैं। हालांकि, क्यूआर कोड के जरिये आवेदन करने वाले टिकटार्थियों के लिए पार्टी ने कड़ी शर्ते निर्धारित की हैं। इसके बावजूद आवेदन रुक नहीं रहे।
बताएं कि क्यूआर कोड के जरिये आवेदन करने वालों के लिए जो शर्ते निर्धारित की गई हैं उनमें आवेदनकर्ताओं को 3,000 घरों पर पार्टी का झंडा लगाना अनिवार्य होगा और इसका फोटो प्रमाण भी देना होगा।
टिकटार्थियों को बूथ कमेटियों की अद्यतन सूची, प्रत्येक पंचायत या वार्ड में 10 महिलाओं की शक्ति समिति की सूची और इंटरनेट मीडिया पर अपने फॉलोवर का विवरण देना अनिवार्य किया गया है।
इसके अलावा पंचायत स्तर पर व्हाट्सअप ग्रुप बनाना, पार्टी के निर्देशित सभी कार्यक्रमों की रिपोर्ट समय पर भेजना जैसी शर्ते भी लागू की गई हैं।
बिहार नगर पंचायत चुनाव की घोषणा, 28 मई को अधिसूचना; 28 जून को डाले जाएंगे वोट
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य निर्वाचन आयोग ने छह नगर निकायों में आम चुनाव के साथ ही 51 नगर निकायों में उप चुनावों के कार्यक्रमों की तिथि शनिवार को घोषित कर दी है। 28 जून को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान कराया जाएगा।
लागू हो गई आदर्श आचार संहिताचुनाव वाले नगर निकाय क्षेत्रों एवं वार्डों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार 28 मई को अधिसूचना प्रकाशन के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि पांच जून तय की गई है।
नामांकन पत्रों की जांच छह जून से नौ जून तकनामांकन पत्रों की जांच छह जून से नौ जून तक होगी। अभ्यर्थियों को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 10 से 12 जून तय की गई है। नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों को 13 जून को चुनाव चिह्न दिया जाएगा। मतदान 28 जून को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा और मतगणना 30 जून को सुबह आठ बजे से शुरू होगी।
मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद एवं सभी वार्ड पार्षदों का चुनावआयोग द्वारा पटना जिले के खुसरूपुर, नौबतपुर एवं विक्रम, पूर्वी चंपारण जिले के नगर पंचायत मेहसी एवं पकड़ीदयाल, रोहतास जिले के नगर पंचायत कोचस में आम चुनाव कराया जाएगा। इन छह नगर निकायों में मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद एवं सभी वार्ड पार्षदों का चुनाव कराया जाएगा।
45 वार्ड पार्षदों के लिए उप चुनाव करायाइसके अलावा 51 नगर निकाय क्षेत्रों में तीन निकायों में मुख्य पार्षद एवं तीन निकायों के उप मुख्य पार्षद सहित 45 वार्ड पार्षदों के लिए उप चुनाव कराया जाएगा। मुख्य पार्षद पद के लिए जहां उप चुनाव कराया जाना है उसमें नगर परिषद बांका, नगर पंचायत खिजरसराय एवं नगर पंचायत मैरवा सम्मिलित है।
उप मुख्य पार्षद पद के लिए भी होगा उप चुनावजबकि नगर परिषद बक्सर, नगर परिषद बोधगया एवं नगर पंचायत एकमा बाजार के उप मुख्य पार्षद पद के लिए उप चुनाव कराया जाना है। शेष अन्य नगर निकायों के वार्ड पार्षदों के रिक्त पदों पर उप चुनाव होगा।
मुकेश सहनी बोले, इंटरनेट मीडिया पर बनें ताकतवर, विरोधियों के दुष्प्रचार का जवाब देने को मुहूर्त न देखें
जागरण संवाददाता, पटना। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के आईटी सेल की दो दिवसीय बैठक शनिवार को पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि नगर में वाल्मीकि सभागार में शुरू हुई। बैठक में पार्टी के प्रमुख व बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी भी शामिल हुए और आईटी सेल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संगठन की मजबूती और पार्टी की नीतियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए तकनीक के इस्तेमाल करने पर बल दिया।
झारखंड -उत्तर प्रदेश के आईटी सेल के लोग हो रहे शामिलइस बैठक में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के आईटी सेल के लोग शामिल हो रहे हैं। पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि हम सभी का बिहार में एक बड़ा मुकाम हासिल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। अब वह समय आ गया है जब हम अपना मुकाम हासिल कर लें और बड़ा वजूद बना सकें। यही सपना हमारे पूर्वजों ने भी देखा था।
हम गांव-गांव तक ही नहीं, घर-घर तक पहुंचेंउन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आज हमें जरूरत है कि पार्टी की विचारधारा और नीतियों को लेकर हम गांव-गांव तक ही नहीं, घर-घर तक पहुंचें। उन्होंने कहा कि पहले सरकार मीडिया और विपक्ष को अपनी तीसरी आंख मानती थी, लेकिन आज का दौर बदल गया है। मीडिया कंपनी बन चुकी है, जिसे लाभ कमाना है और दिल्ली की सरकार विपक्ष को ही खत्म करने में जुटी है।
आज इंटरनेट मीडिया एक बड़ी ताकतसहनी ने इंटरनेट मीडिया पर जोर देते हुए कहा कि आज इंटरनेट मीडिया एक बड़ी ताकत बन गई है। आज 20 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट मीडिया के जरिए अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दौर युवाओं का है और युवा इंटरनेट मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं।
अपनी बात पहुंचाने का बेहतर माध्यम है इंटरनेटयुवाओं के बीच अपनी बात पहुंचाने और केंद्र तथा राज्य सरकार की असफलताओं को बताने का सबसे बेहतर तरीका इंटरनेट मीडिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि विरोधियों के दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए वे किसी भी मुहूर्त का इंतजार न करें, बल्कि मजबूत साक्ष्य के साथ करारा जवाब दें।
कई तरह की योजनाएं बनाई जाएंगीउन्होंने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हुए कहा कि हमें इंटरनेट मीडिया के क्षेत्र में भी अपनी ताकत बनानी है। उन्होंने महागठबंधन की सरकार बनने के बाद भी कई तरह की योजनाएं बनाने की बात कही, जिससे बिहार के लोगों को रोजगार मिल सके।
बिहार की 11 यूनिवर्सिटी में स्नातक में एडमिशन की तारीख बढ़ी, PU और मौलाना मजहरुल नहीं हैं शामिल
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश के 11 पारंपरिक विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2025-29 में स्नातक कक्षा में नामांकन की तिथि 15 दिनों के लिए बढ़ा दी गई है।
नामांकन की अवधि को 15 दिनों तक बढ़ाने का निर्देश राज्य के उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. एनके अग्रवाल ने पटना विश्वविद्यालय एवं मौलाना मजहरुल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय, पटना को छोड़ शेष सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को दिया है।
शिक्षा विभाग के निर्देश में कहा गया है कि राज्य के विश्वविद्यालय अंतर्गत स्नातक डिग्री महाविद्यालयों के संबंधन हेतु प्राप्त प्रस्ताव पर विभाग द्वारा समीक्षा के उपरांत संबंधन की सहमति-अहसमति का पत्र निर्गत किया जा रहा है।
प्रस्तावित ऐसे महाविद्यालयों द्वारा सूचित किया गया है कि विश्वविद्यालयों में स्नातक कक्षाओं में शैक्षणिक सत्र 2025-29 में नामांकन की कार्रवाई की जा रही है।
प्रस्तावित महाविद्यालयों के संबंधन पर विभागीय समीक्षा उपरांत पत्र निर्गत करने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। इसके मद्देनजर कुलसचिवों से कहा गया है कि अपने विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2025-29 में स्नातक कक्षाओं में विश्वविद्यालय द्वारा पोर्टल के माध्यम से लिये जा रहे नामांकन की अवधि को 15 दिनों के लिए विस्तारित किया जाए।
यह निर्देश पटना विश्वविद्यालय एवं मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय को छोड़ जिन विश्वविद्यालयों पर लागू होगा, उनमें पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, बीआर आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, पूर्णिया विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय एवं मुंगेर विश्वविद्यालय शामिल हैं।
अप्रैल की रैंकिंग में बांका का फुल्लीडुमर अंचल पहले स्थान पर, दुल्हिन बाजार को अंतिम स्थान; यहां देखें लिस्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से जारी अप्रैल महीने की रैंकिंग में बांका का फुल्लीडुमर अंचल पहले स्थान पर रहा।पटना जिले के दुल्हिन बाजार को सूची में अंतिम स्थान मिला। हालांकि पटना सदर अंचल को टाप 10 में 10 वां स्थान मिला है।
रैंकिंग की सूची शनिवार को जारी की गई है। मार्च की रैंकिंग में फुल्लीडुमर सातवें नम्बर पर था। जमुई का लक्ष्मीपुर अंचल पिछले माह के नम्बर एक से इस माह दूसरे स्थान पर तो बेगूसराय का खोदबंदपुर अंचल दसवें से तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।
औरंगाबाद का हसपुरा दूसरे से इस माह आठवें तो बांका का बरहट तीसरे से 31 वें स्थान पर पहुंच गया है। फरवरी में पहले स्थान पर सारण का नगरा और दूसरे स्थान पर औरंगाबाद का हसपुरा अंचल था। अप्रैल में नगरा आठवें स्थान पर है।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री संजय सरावगी ने रैंकिंग जारी होने के बाद से अंचल कार्यालयों में सकारात्मक सुधार दिख रहा है। अप्रैल माह में कई अंचलों ने लंबी छलांग लगाई है। विभाग का उद्देश्य भी यही है।
स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना से जनता का भला होगा और समय से उनके कार्य पूरे होंगे। अंचल कार्यालयों की रैंकिंग परिमार्जन प्लस, म्युटेशन, अभियान बसेरा-2, आधार सीडिंग की आदि के आधार पर की जाती है।
टॉप 10 अंचलफुल्लीडुमर (बांका)-84.40 अंक, लक्ष्मीपुर(जमुई)- 80.62, खोदबंदपुर (बेगूसराय)-80.01,सोनवर्षा (सीतामढ़ी)- 78.30 अंक, घोसी (जहानाबाद)-77.38, केसरिया (पूर्वी चंपारण)-77.27, डुमरिया (गया)-76.65, नगरा (सारण)- 75.93, हसपुरा (औरंगाबाद)- 75.93 एवं पटना सदर (पटना)- 75.89 अंक।
अंतिम 10 अंचलराजपुर(रोहतास)- 38.65 अंक, बोधगया (गया)- 37.81,कटिहार सदर(कटिहार)- 37.75, मोहनपुर (समस्तीपुर)- 37.19, कदवा (कटिहार)- 36.86, बड़हरा(भोजपुर)- 36.57,जगदीशपुर (भागलपुर)- 36.01 अंक,बथानी (गया)- 35.20, कोढ़ा (कटिहार)- 34.37 एवं दुलहिन बाजार (पटना)- 31.82 अंक