Bihar News
Bihar College News: बिहार के सभी कॉलेजों में होने जा रहा बड़ा बदलाव, शिक्षा सचिव ने जारी किया आदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के अधीन संचालित 268 अंगीभूत महाविद्यालयों और 227 संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। दरअसल, इन कॉलेजों में एक डायनामिक वेबसाइट तैयार की जाएगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा-निर्देश के आलोक में शिक्षा विभाग ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों से कहा है कि डायनेमिक वेबसाइट बनाने का कार्य जनवरी तक पूरा कर लें।
साथ ही, संबंधित महाविद्यालयों के लिए एक डेटाबैंक भी बनाएं ताकि उच्च शिक्षा संबंधी प्रत्येक महाविद्यालय से सभी तरह के आंकड़े संग्रहित हो सके और समय-समय पर उसे अपडेट भी किया जा सके।
सभी कॉलेजों की वेबसाइट जल्द तैयार कराएं: शिक्षा सचिव- शिक्षा सचिव बैद्यनाथ यादव ने कुलसचिवों की बैठक में निर्देश दिया है कि सभी कॉलेजों की वेबसाइट जल्द तैयार कराएं। इसके लिए चाहें तो राष्ट्रीय सूचना केंद्र की मदद ले सकते हैं।
- उन्होंने यह भी कहा कि जिस विश्वविद्यालय के पास परीक्षाफल आधारित अनुदान राशि या पूर्व के वेतन की राशि जमा पड़ी है, उस विश्वविद्यालय को भविष्य में अनुदान विमुक्त करते समय में समतुल्य राशि घटाकर अनुदान दिया जाएगा।
Ara News: आरा जंक्शन पर भीड़ हो जाएगी कम, रेलवे ने बनाया धांसू प्लान; यात्रियों की टेंशन होगी दूर
उन्होंने साफ-साफ शब्दों में सभी कुलसचिवों से कहा है कि जिन मदों में दी गई राशि का उपयोगिता प्रमाणपत्र (यूसी) शिक्षा विभाग को नहीं मिलेगा, उतनी राशि काटकर उन मदों में आगे विश्वविद्यालयों को पैसा दिया जाएगा। साथ ही विश्वविद्यालयों को एक बार फिर चेताया गया कि वह बिना उपयोग के जमा पड़ी राशि बिहार सरकार को अविलंब लौटाएं तथा शिक्षक एवं कर्मचारियों के वेतन का पैसा रोककर नहीं रखें।
अगले साल से शिक्षा विभाग के समर्थ पोर्टल पर अपलोड प्रस्तावित बजट ही स्वीकार किया जाएगा और उसपर विचार होगा। इसके लिए शिक्षा विभाग ने प्रत्येक विश्वविद्यालय को नोडल पदाधिकारी नियुक्त करने को कहा है, ताकि उन्हें इसकी ट्रेनिंग दी जा सके।
सचिव ने कहा है कि बिना प्रान नंबर (स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या) खोले शिक्षकों व कर्मचारियों को वेतन भुगतान नहीं किया जाएगा। सभी विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों में वर्ष 2005 के बाद नियुक्त शिक्षकों को उनका प्रान नंबर (स्थायी सेवानिवृत्ति खाता संख्या) खुलने के बाद ही वेतन मिलेगा।
Ara News: अचानक थाने क्यों पहुंचे भोजपुर के एसपी डी राजन? मच गया हड़कंप; डायल 112 का किया निरीक्षण
Bihar Politics: CM नीतीश कुमार की यात्रा को तेजस्वी यादव ने बताया 'राजनीतिक पर्यटन', मांगे इन 13 सवालों के जवाब
राज्य ब्यूरो,पटना। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि प्रगति यात्रा पर निकलने से पहले मुख्यमंत्री जनता को बताएं कि अबतक की उनकी यात्राओं से राज्य को क्या लाभ मिला। वह जनता से इस सच के लिए क्षमा मांगे कि उनके 20 वर्षों के शासन में भी प्रति व्यक्ति आय के मामले में बिहार दूसरे राज्यों से बहुत पीछे है। इस दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके सीएम नीतीश कुमार से 13 सवालों के जवाब भी मांगे हैं।
तेजस्वी यादव ने X पर पोस्ट कर मांगे CM नीतीश कुमार से जवाबतेजस्वी ने शुक्रवार को इंटरनेट मीडिया पर किए गए एक पोस्ट में कहा कि मुख्यमंत्री राजनीतिक पर्यटन यात्रा पर निकलते हैं। उनकी यात्राओं पर दो अरब 25 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। बिहार मानव विकास और नीति आयोग के सतत विकास सूचकांक के हर मापदंड में सबसे पीछे है।
- राज्य के 36 प्रतिशत स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालय नहीं है।
- 5681 सरकारी स्कूलों के पास अपना भवन नहीं है।
- 62 प्रतिशत प्राथमिक और 20 प्रतिशत माध्यमिक विद्यालयों के परिसरों की चारदीवारी नहीं है।
- तेजस्वी ने कहा कि बिहार के थानों व कार्यालयों में रिश्वतखोरी एवं अफसरशाही क्यों है?
- जिला मुख्यालय से बाहर निकलकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह जानने की कोशिश क्यों नहीं की?
तेजस्वी ने कहा कि सीएम ने जब यात्राएं शुरू नहीं की थी तब बिहार में चीनी मिलें चलती थी, लेकिन यात्रा शुरू करने के बाद चीनी मिलें बंद हो गईं।
हम 17 महीने सरकार में आए तो राजद कोटे के गन्ना और उद्योग मंत्रियों ने मिलकर रीगा चीनी मिल शुरू कराने का कैबिनेट से निर्णय पास कराया। इतने वर्षों में नीतीश कुमार यह काम नहीं पाए। 17 वर्षों तक मुख्यमंत्री और उनके अधिकारियों को यह नहीं पता चला कि विभिन्न विभागों में 10 लाख पद रिक्त थे।
मंगल पांडेय ने कहा- यात्रा से राजद बेचैनएक ओर जहां विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सीएम नीतीश कुमार की यात्रा पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य व कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रस्तावित यात्रा से राजद में डर व बेचैनी है। हताशा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री की यात्रा पर कटाक्ष करते हुए प्रश्न पूछ रहे हैं।
पांडेय ने कहा कि दरअसल, अगंभीर राजनेता की छवि बना चुके तेजस्वी यादव के बकवास आरोपों से बिहार की जनता ऊब चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डबल इंजन की एनडीए सरकार पर आरोप लगाने से पहले तेजस्वी को अपने माता-पिता के शासनकाल को याद करना चाहिए।
सच्चाई ये है कि तेजस्वी यादव राजद के खिसकते जनाधार से परेशान हैं। उन्हें आगामी चुनाव में हार का डर सता रहा है। विगत दिनों विधानसभा की चार सीटों के लिए हुए उपचुनाव में राजद को अपनी असलियत का अंदाजा हो चुका है।
उन्होंने कहा कि निराशा में घिरे नेता प्रतिपक्ष के आरोपों का कोई मतलब नहीं है। सुशासन व विकास से गदगद बिहार की जनता राजद के तिकड़म में फंसने वाली नहीं है।
ये भी पढ़ें
Bihar News: कोर्ट में बयान से पलटे तो होगी प्रशासनिक कार्रवाई , सरकारी नौकरी भी जाएगी
Bihar News: कोर्ट में बयान से पलटे तो होगी प्रशासनिक कार्रवाई , सरकारी नौकरी भी जाएगी
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में 17 लाख से अधिक कांड लंबित हैं, जिसमें कमी लाने के लिए गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय ने विशेष अभियान शुरू किया है। इसके तहत पुलिस, अभियोजन समेत सभी स्टेक होल्डरों की बैठक की गई है। इसके अलावा सभी जिलों को 10 से 12 बड़े आपराधिक कांडों को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है, जिनका स्पीडी ट्रायल चलाकर निष्पादन किया जाएगा।
बयान से पलटने पर कार्रवाईअभियोजन स्तर पर कांडों के निष्पादन में तेजी आए, इसके लिए गवाही देकर मुकरने वालों पर भी कड़ा एक्शन लिया जाएगा। कोर्ट में गवाही देकर पलटने वाले सरकारी कर्मियों व अधिकारियों के विरुद्ध बर्खास्तगी तक की अनुशंसा की जाएगी। इसके लिए सीआइडी के डीआइजी की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है, जो प्रशासनिक कार्रवाई करेगी।
शुक्रवार को सूचना भवन के संवाद कक्ष में आयोजित प्रेस वार्ता में गृह विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी और डीजीपी विनय कुमार ने इसकी जानकारी दी। प्रेस वार्ता में एडीजी मुख्यालय कुंदन कृष्णन, सचिव प्रणव कुमार के साथ विशेष सचिव केएस अनुपम भी शामिल रहीं।
- प्रधान सचिव ने बताया कि स्पीडी ट्रायल में गति लाने के लिए सभी 40 पुलिस जिलों को चार भागों में बांटकर हर सप्ताह 10-10 जिलों की समीक्षा शुरू की गई है।
- इस साल जुलाई में 17 लाख 61 हजार लंबित कांड थे, जो अब घटकर 17 लाख 57 हजार तक आ गए हैं।
- जितने नए केस आ रहे हैं, उससे दोगुने के निष्पादन का टॉस्क दिया गया है।
- इसके लिए प्रत्येक जिलों को 10-11 प्रशिक्षित नए अभियोजन पदाधिकारी भी दिए गए हैं। अ
- पराध अनुसंधान विभाग (सीआइडी) के साथ डीजीपी खुद स्पीडी ट्रायल से जुड़े कांडों की गहनता से मानीटरिंग कर रहे हैं।
- नए साल में इसमें बेहतर प्रगति देखने को मिलेगी।
डीजीपी विनय कुमार ने बताया कि हर जिले में स्पीडी ट्रॉयल सेल को मजबूत किया जाएगा। इसके लिए एक समर्पित इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी की वाहन के साथ ड्यूटी लगाई जाएगी। जो कोर्ट आने में असमर्थ गवाहों को गवाही के लिए आने-जाने में इस्तेमाल किया जाएगा।
इसके अलावा पुलिस मुख्यालय स्तर पर बने स्पीडी ट्रायल सेल की मानीटरिंग के लिए एडिशनल एसपी रैंक के पदाधिकारी को लगाया जा रहा है।
डकैती में 15.36 तो चोरी में 5.93 प्रतिशत की कमी- गृह सचिव और डीजीपी ने दावा किया कि राज्य में पिछले एक साल में अपराध में कमी दर्ज की गई है। गत वर्ष की तुलना में डकैती के मामलों में 15.36%, चोरी में 5.93% और दंगे में 15.92% की गिरावट दर्ज की गई है। सांप्रदायिक घटनाओं से जुड़े 1025 मामलों में अभियोजन की स्वीकृति दी गई है।
- भूमि विवाद से जुड़े मामलों में भी कमी आई है। सिर्फ इस साल नंवबर माह तक तीन लाख 526 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई है। इनके पास से करीब पांच हजार हथियार, 22 हजार कारतूस बरामद किए गए हैं। पुलिस ने 83 अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भी उद्भेदन किया है।
ये भी पढ़ें
MS धोनी की बढ़ सकती है मुश्किल, हरमू स्थित घर पर आवास बोर्ड ने बिठाई जांच; नोटिस भेजने की भी तैयारी
Bihar Police: पुलिस पर हमला करने वालों पर होगी सख्ती, लिस्ट तैयार कर गिरफ्तारी; 15 दिन में चार्जशीट भी पेश होगी
राज्य ब्यूरो, पटना। कुछ समय से पुलिस पर हमला करने के मामले तेजी से बढ़े हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी हो या फिर असामाजिक तत्वों का हंगामा, कार्रवाई करने के लिए पहुंचे पुलिसकर्मी कई बार इस भीड़ का शिकार बन जाते हैं। ऐसे मामलों को रोकने के लिए अब प्रशासन सख्ती बरतने की तैयारी में है। पुलिस पर हमला करने वालों की सूची बनाकर 15 दिन में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
सभी जिलों के SP को दिए गए निर्देश- पुलिस पर हमला करने वाले असामाजिक तत्वों से अब सख्ती से निबटा जाएगा। पुलिस पर हमले में शामिल लोगों की जिलास्तर पर सूची बनाकर गिरफ्तारी सुनिश्चित कराई जाएगी। डीजीपी विनय कुमार ने इस बाबत सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिया है।
- डीजीपी ने बताया कि एक दिन पूर्व गोपालगंज में पुलिस पर हमला करने के मामले में अभी तक 24 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एसपी को इन सभी के विरुद्ध 15 दिनों में चार्जशीट पेश करने का निर्देश दिया गया है।
- इसके अलावा सभी जिलों को छापेमारी या अन्य कार्रवाई के समय पर्याप्त दल-बल के साथ जाने का निर्देश दिया गया है।
बाइक चोरी और चेन स्नेचिंग के बढ़ते मामलों के सवाल पर डीजीपी ने बताया कि बाइक चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए हर जिले में बाइक चोरी कोषांग का गठन किया जाएगा।
इसके लिए पुलिस मुख्यालय के स्तर से विस्तृत एसओपी सभी जिलों को जारी की गई है। चेन छिनतई की घटनाओं को रोकने के लिए भी गश्ती बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
लापता बच्चों के मामले की गंभीरता से जांचलापता बच्चों के मामले में गंभीरता से जांच कराने का आश्वासन डीजीपी ने दिया। कहा कि इंस्पेक्टर रैंक के अफसर ऐसे मामलों का अनुसंधान करेंगे, जिससे जल्द से जल्द लापता बच्चों को खोजकर उनके परिजनों के पास पहुंचाया जा सके।
विसरा सैंपलों की अभियान चलाकर होगी जांचपोस्टमार्टम के समय लिए जाने वाले विसरा के राज्यभर में करीब 60 हजार सैंपल जांच के लिए लंबित हैं, इसमें सिर्फ दो हजार सैंपल पटना में हैं। पत्रकारों के इस सवाल पर डीजीपी ने बताया कि जब वह सीआइडी में थे तो 2016-17 में विशेष अभियान चलाकर सभी लंबित विसरा जांच पूरी कराई गई थी।
इस बार भी जिलावार संख्या लेकर इसका निष्पादन कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि एफएसएल या वैज्ञानिकों के स्तर पर संसाधनों की कोई कमी नहीं है। प्राथमिकता के स्तर पर विसरा जांच कराई जाएगी।
ये भी पढ़ें
जिस महिला की हत्या के लिए पति ने काटी जेल, वो जिंदा मिली; दूसरी शादी भी कर ली
Bihar Weather: कड़ाके की ठंड के लिए हो जाएं तैयार, बिहार में फिर मौसम बदलने के आसार; IMD ने जारी किया अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: आज का मौसम राजधानी समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों में हल्के कोहरे का प्रभाव बना रहेगा। सुपौल, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, अररिया, किशनगंज व भागलपुर में मध्यम दर्जे का कोहरा छाए रहने का पूर्वानुमान है।
पांच दिनों के दौरान तापमान में कोई विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। शुक्रवार को पटना सहित 20 जिलों के न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर महीने के आखिरी में एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की वजह से मौसम में बदलाव की संभावना है, जिससे ठंड में इजाफा होगा।
प्रदेश के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- पटना में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 11 डिग्री रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री रहने का अनुमान है।
प्रदेश में ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण में भी काफी तेजी से इजाफा हो रहा है। शुक्रवार को पटना का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 220 दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में भी इसमें कमी आने के आसार नहीं है।
लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्यातापमान में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के कारण मौसमी बीमारयों से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है, सदर अस्पताल में मरीजों की भारी भीड़ लग रही है। ओपीडी में प्रति दिन लगभग 800 से लेकर 1000 मरीज अपना इलाज कराने पहुंच रहे हैं।
वहीं विभिन्न विभागों के इनडोर वार्ड में सभी बेड भरे हुए हैं। विशेषकर मरीजों की संख्या के अनुरूप यहां डॉक्टरों की कमी है। 58 स्वीकृत पदों में से यहां 44 नियमित चिकित्सक ही हैं
अस्पताल में लगी मरीजों की लंबी कतारमरीजों से मिली शिकायत के बाद दैनिक जागरण की टीम जब इन मामलों की पड़ताल करने सदर अस्पताल पहुंची तो हड्डी और स्त्री रोग विभाग के सामने मरीजों की लंबी कतार लगी हुई थी। वहीं, मेडिसिन विभाग के बाहर डॉक्टर के कक्ष में प्रवेश करने के लिए लोग धक्का-मुक्की करते नजर आ रहे थे। चर्म
रोग विभाग, ईएनटी और नेत्र रोग विभाग में मरीजों की संख्या काफी कम थी। मरीज नहीं होने के कारण नेत्र रोग विभाग के चिकित्सक समय से पहले ही उठकर चले गए थे।
इधर मेडिसिन विभाग और हड्डी रोग विभाग में मरीजों की भीड़ को नियंत्रित करने में ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों के पसीने छूट रहे थे। इस संबंध में भोजपुर सिविल सर्जन डॉ शिवेंद्र कुमार सिन्हा से उनका पक्ष जानने के लिए उनके मोबाइल फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई, पर उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।
महिला व बुजुर्ग मरीजों की बढ़ी परेशानीसदर अस्पताल के ओपीडी में इलाज कराने आए महिला और बजुर्ग मरीजों का निबंधन कराने और दवा प्राप्त करने के लिए तो अलग अलग काउंटर बनाए गए हैं, लेकिन डॉक्टर से दिखाने के लिए इन मरीजों को भी एक ही कतार में लंबे समय तक खड़ा रहना पड़ता है।
डॉक्टर के कक्ष में प्रवेश करने के दौरान अक्सर धक्का मुक्की की स्थिति देखने को मिलती है, जिसके चलते महिला और बुजुर्ग मरीजों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
ये भी पढ़ें
Bihar Teacher Rules: 5 लाख शिक्षकों के लिए सरकार ने जारी की नई नियमावली, ऐसा करने पर होगी कार्रवाई
CAT 2024 Result OUT: कैट में 14 अभ्यर्थियों को 100 परसेंटाइल, इंजीनियरिंग के छात्रों का दबदबा कायम
Adani Group: अदाणी ग्रुप का बड़ा फैसला, बिहार में होगा 20000 करोड़ का निवेश; 2500 लोगों को मिलेगी नौकरी
राज्य ब्यूरो, पटना। अदाणी समूह के निदेशक प्रणव अदाणी ने 'बिहार बिजनेस कनेक्ट' में शुक्रवार को कहा कि अदाणी समूह बिहार में सबसे बड़ा प्राइवेट इंवेस्टर है। समूह द्वारा बिहार में अल्ट्रा सुपर थर्मल पावर यूनिट की स्थापना को ले तैयारी चल रही है। इसपर 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा।
पिछली बार भी वह बिजनेस कनेक्ट में आए थे और सीमेंट फैक्ट्री का वादा किया था। इसका शिलान्यास वारिसलीगंज में हो चुका है।
प्रणव अदाणी ने कहा कि बिहार में इज ऑफ डूइंग बिजनेस काफी बेहतर हुआ है। आधारभूत संरचना के क्षेत्र में काफी तीव्र गति से विकास हुआ है। उनका समूह लाजिस्टिक, कृषि के क्षेत्र में 850 करोड़ का निवेश करेगा। इससे 2500 लोगों को रोजगार मिलेगा। इसी तरह वेयर हाउस के क्षेत्र में 2300 करा्ेड़ रुपए का निवेश करने जा रहे।
इसके तहत भी 2500 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा। एक हजार करोड़ का निवेश गति शक्ति योजना के तहत रेल प्रोजेक्ट में करेंगे। बिहार में अदाणी समूह 2000 करोड़ रुपए के निवेश के साथ स्मार्ट प्रीपेड मीटर के क्षेत्र में सिवान, गोपालगंज, वैशाली और समस्तीपुर में काम कर रही।
सबसे अधिक 36 हजार करोड़ रुपए का निवेश सन पेट्रोकेमिकल्स करेगाबिहार बिजनेस कनेक्ट में सबसे अधिक राशि के निवेश का एमओयू सन पेट्रोकेमिकल्स ने किया। सन पेट्रोकेमिकल्स ने रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में 36 हजार, 700 करोड़ रुपए के निवेश किया। सन पेट्रोकेमिकल्स सोलर इनर्जी में निवेश करेगा। वहीं एनटीपीसी द्वारा ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में 10 हजार करोड़ रुपए के निवेश का एमओयू किया गया।
एनटीपीसी की कंपनी एनईजीएल के अपर महाप्रबंधक (व्यवसाय) बिमल गोपालाचारी ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया। एनईजीएल द्वारा ग्राउंड माउंटेड और फ्लोटिंह सोलर इंस्टालेशन तथा हरित हाइड्रोजन गतिशीलता के क्षेत्र में पहल किया जाएगा। एनएचपीसी द्वारा भी रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में 5500 करोड़ रुपए के निवेश को ले एमओयू किया गया।
कोका कोला बनाने वाली कंपनी एसएमएल ब्रेवरेजेज द्वारा 3000 करोड़ रुपए के निवेश पर एमओयू हुआ। श्री सीमेंट अपनी उत्पादन इकाई पर 800 करोड़ रुपए के निवेश पर एमओयू किया। हल्दीराम स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 300 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
1.80 लाख करोड़ के निवेश पर 423 कंपनियों ने किया एमओयूदो दिवसीय बिहार बिजनेस कनेक्ट के आखिरी दिन शुक्रवार को 423 कंपनियों ने बिहार में 1.80 लाख करोड़ के निवेश को ले एमओयू पर हस्ताक्षर किया। सबसे अधिक 90, 734 करोड़ के प्रस्ताव रिन्यूएबल एनर्जी से संबंधित हैं। इस सेक्टर में 17 कंपनियों ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।
बिहार बिजनेस कनेक्ट सह ग्लोबल इंवेस्टर मीट में निवेश की जितनी राशि के प्रस्ताव आए उनमें 50.16 प्रतिशत हिस्सेदारी रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की है। अदाणी समूह के निदेशक प्रणव अदाणी ने बिहार में 27 हजार, करोड़ के नए निवेश की घोषणा की। वैसे अदाणी समूह ने आज एमओयू की प्रक्रिया पूरी नहीं की।
CAT 2024 Result OUT: कैट में 14 अभ्यर्थियों को 100 परसेंटाइल, इंजीनियरिंग के छात्रों का दबदबा कायम
जागरण संवाददाता, पटना। भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम), कलकत्ता ने कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) का परिणाम जारी (CAT Result OUT) कर दिया है। 14 अभ्यर्थियों ने इस बार 100 परसेंटाइल प्राप्त किया है। इसमें 13 पुरुष अभ्यर्थी हैं। कैट 2024 की समन्वयक प्रो. राम्या तारकाड वेंकटेश्वरन ने बताया कि 100 परसेंटाइल में इस बार भी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले अभ्यर्थियों का दबदवा रहा है। इसमें 13 इंजीनिरिंग के विद्यार्थी हैं।
99.99 परसेंटाइल में 29 अभ्यर्थियों ने प्राप्त किया है। इसमें सिर्फ दो महिला अभ्यर्थी और एक नॉन इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के हैं। वहीं, 99.98 परसरेंटाइल में 30 अभ्यर्थी शामिल हैं। इसमें 29 पुरुष तथा 22 इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले अभ्यर्थी हैं। इस बार भी इंजीनियरिंग बैकग्राउंड वाले अभ्यर्थियों का दबदवा कायम है।
आईआईएम कलकत्ता द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार 99.88 परसेंटाइल तक बिहार के एक भी अभ्यर्थी नहीं है। 100 परसेंटाइल में महाराष्ट्र के पांच अभ्यर्थी हैं। टॉप परफॉर्मेंस में महाराष्ट्र के अभ्यर्थियों की संख्या सबसे अधिक है। अभ्यर्थियों का रैंक वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है।
2.93 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में हुए शामिल:प्रो. वेंकटेश्वरन के अनुसार परीक्षा में शामिल होने के लिए तीन लाख 29 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इसमें एक लाख 19 हजार महिला, दो लाख 10 हजार पुरुष व 14 मंगलामुखी हैं। परीक्षा में दो लाख 93 हजार अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं। इसमें एक लाख सात हजार महिला और एक लाख 86 हजार पुरुष व नौ मंगलामुखी हैं।
कैट का आयोजन तीन से पांच दिसंबर तक किया गया था। तीन दिनों के नौ पालियों की आंसर-की पर 405 आपत्ति प्राप्त हुई थी। इसमें एक में भी बदालव नहीं किया गया है। सबसे अधिक 272 आपत्ति दूसरी पाली के वर्बल एबिलिटी और रीडिंग कंप्रहेंशन के प्रश्न पत्र पर मिली। तीनों शिफ्टों में इस पेपर से संबंधित 371 आपत्ति थी।
NIOS की बेसिक शिक्षा की परीक्षा एक फरवरी सेराष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने बेसिक शिक्षा के तहत परीक्ष की तिथि घोषित की है। शैक्षिक सत्र 2024 कक्षा तीन, कक्षा पांच, कक्षा आठ के समकक्ष की परीक्षा एक से 28 फरवरी तक आयोजित होगी।
परीक्षा संचालित करने वाली ओबीई एजेंसी को निर्देशित किया गया है कि वे परीक्षा की निर्धारित तिथि एनआईओएस के पोर्टल पर एक से 31 जनवरी के बीच अनिवार्य रूप से अपलोड कर दे।
Bihar Teacher Rules: 5 लाख शिक्षकों के लिए सरकार ने जारी की नई नियमावली, ऐसा करने पर होगी कार्रवाई
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के तमाम सरकारी विद्यालयों में कार्यरत 5 लाख 45 हजार 182 शिक्षकों के लिए मंत्रिमंडल से मंजूर संशोधित स्थानातंरण व पदस्थापन नियमावली में आचार संहिता का अनुपालन अनिवार्य किया गया है। इसका अनुपालन नहीं करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का प्रविधान किया गया है।
इसमें निलंबन, बर्खास्तगी, अनिवार्य सेवानिवृत्ति, पदावनति, कम वेतनमान में पदावनति और वेतन बढोतरी पर रोक तक शामिल है। इससे संबंधित शिक्षा विभाग ने बिहार विद्यालय विशिष्ट शिक्षा (संशोधन) नियमावली, 2024 की अधिसूचना जारी की है।
पहले चरण में विशिष्ट शिक्षकों का होगा स्थानातंरणअधिसूचना के मुताबिक, राज्य में पहले चरण में विशिष्ट शिक्षकों का स्थानातंरण और पदस्थापन मुख्यालय स्तर से किया जाएगा। इसके लिए सात सदस्यीय राज्यस्तरीय समिति का गठन किया गया है।
शिक्षा सचिव इस समिति के अध्यक्ष होंगे, जबकि प्राथमिक शिक्षा निदेशक, माध्यमिक शिक्षा निदेशक, जिलाधिकारी द्वारा मनोनीत अनुसूचित जाति के एक पदाधिकारी, एक अल्पसंख्यक पदाधिकारी और एक महिला अधिकारी सदस्य होंगे, जबकि प्राथमिक शिक्षा या माध्यमिक शिक्षा के उप निदेशक इस समिति के सदस्य सचिव होंगे। शिक्षा का अधिकार कानून के मानकों के तहत छात्र:शिक्षक अनुपात के आधार पर शिक्षकों का स्थानातंरण होगा।
विशिष्ट शिक्षकों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर मिलेगी नौकरी संशोधित नियमावली में यह स्पष्ट किया गया है कि विशिष्ट शिक्षकों के आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर शिक्षा विभाग की प्रचलित नीति और योग्यता व अन्य अर्हता के अनुसार की जाएगी।
वहीं, स्थानातंरित विद्यालय में विशिष्ट शिक्षक को योगदान करना अनिवार्य होगा। इसके लिए विभाग द्वारा अलग से स्थानातंरण नीति निर्धारित करेगी। विभिन्न श्रेणी के शिक्षकों के बीच संतुलन को ध्यान में रखते हुए स्थानातंरण व पदस्थापन एवं प्रशासनिक कार्यों से जिला स्थापना समिति द्वारा तय की जाएगी। जिला स्थापना समिति के अध्यक्ष संबंधित जिलाधिकारी होंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी समिति के सचिव होंगे, जबकि उप विकास
आयुक्त या अपर जिला दंडाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी-स्थापना, जिलाधिकारी द्वारा मनोनीत अनुसूचित जाति के एक पदाधिकारी, एक अल्पसंख्यक पदाधिकारी और एक महिला अधिकारी सदस्य होंगे।
तय आचरण संहिता:सरकारी आदेश का पालन करना, निर्धारित पाठ्यक्रम को पूराकरना/कराना, समय पर विद्यालय आना और निर्धारित रूटीन के अनुसार कक्षा का संचालन करना/कराना, शैक्षणिक वातावरण को दूषित नहीं करना, दूसरे शिक्षक को पठन-पाठन नहीं करने में व्यवधान नहीं करना, शिक्षण कार्य से इनकार नहीं करना, महिला शिक्षिका/छात्राओं के साथ अमर्यादित व्यवहार नहीं करना, किसी दल विशेष के पक्ष में राजनीति में संलिप्त नहीं होना, निजी टयूशन/कोचिंग एवं अन्य व्यवसायिक संस्थाओं में संलिप्त नहीं होना, शारीरिक रूप से प्रताड़ित नहीं होने देना, किसी प्रकार के नशा का सेवन नहीं करना, सामाजिक कुरीतियों विशेषकर बाल-विवाह एवं दहेज प्रथा को दूर करने में सक्रिय भूमिका निभाना, प्रशिक्षण में भाग लेने से इनकार नहीं करना।
अनुशासनिक कार्रवाई:प्रशासनिक दृष्टिकोण यथा अनुशासनहीनता, सरकारी आदेश की अवहेलना, लगातार विलंब से विद्यालय आना, विद्यालय में उपस्थिति दर्ज कर गायब हो जाना समेत अन्य कारणों से विशिष्ट शिक्षकों को प्रखंड/जिला से बाहर स्थानातंरण किया जाएगा। यह कार्रवाई जिलाधिकारी की अनुशंसा पर होगी।
ये भी पढ़ें- नीतीश सरकार ने नियोजित शिक्षकों को दी खुशखबरी, सक्षमता परीक्षा के लिए 5 मौके; वेतन में भी होगा बदलाव
ये भी पढ़ें- Bihar Teacher Bharti: उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 24 हजार 811 पदों पर होगी नियुक्ति, 1 हफ्ते में आएगा रिजल्ट
Lalan Singh: 'जब केजरीवाल अन्ना के नहीं हुए तो किसके होंगे', दिल्ली के पूर्व CM पर बरसे ललन सिंह
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय मंत्री एवं जदयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह (Lalan Singh) ने कहा है कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को नैतिकता पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है। केजरीवाल ने गुरुवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर डॉ. भीमराव आंबेडकर प्रकरण के आधार पर भाजपा के साथ अपने संबंधों पर फिर से विचार करने का आग्रह किया था।
ललन सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार का राजनीतिक जीवन पूरी तरह बेदाग रहा है, जबकि केजरीवाल भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा चुके हैं। भ्रष्टाचार के विरोध में हुए आंदोलन से ही केजरीवाल की राजनीति शुरू हुई थी। अन्ना हजार के नेतृत्व वाले आंदोलन में केजरीवाल सत्ता हासिल करने के लक्ष्य के साथ ही शामिल हुए थे।
'केजरीवाल अन्ना के नहीं हुए तो किसी के नहीं हो सकते'ललन सिंह ने आरोप लगाया कि केजरीवाल भ्रष्टाचार में लिप्त हो गए। उन्होंने कहा- केजरीवाल जब अन्ना के नहीं हुए तो किसी के नहीं हो सकते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचल के लोगों के दम पर ही अरविंद केजरीवाल की सरकार बनती है, मगर कोरोना के समय दिल्ली सरकार ने पूर्वांचल के लोगों को नोएडा पहुंचाकर छोड़ दिया था। उस समय नीतीश कुमार ने 25 लाख लोगों को महीनाें भोजन उपलब्ध कराया। उन्हें अपने साधनाें से घर पहुंचाया।
केजरीवाल ने नीतीश कुमार को लिखी थी चिट्ठी, संजय झा ने किया पलटवारगत दिवस दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आंबेडकर प्रकरण को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखी थी और उनके विचार मांगे थे। इस पर जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने पलटवार किया और केजरीवाल को रिप्लाई लेटर लिखा।
'मैं आपकी पीड़ा समझ सकता हूं'संजय झा ने कहा कि उस दिन संसद में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह कांग्रेस की कलई खोल रहे थे, इसलिए आपको दिक्कत हुई। संजय झा ने कहा, मैं आपकी असली पीड़ा समझ सकता हूं। उन्होंने केजरीवाल से कहा कि आपको भी जब कभी मौका मिला तो दलितों को उनकी हिस्सेदारी से दूर रखा।
संजय झा ने यह भी कहा कि गृह मंत्री शाह ने उस दिन इतिहास के वो पन्ने पलटे, जो आप और आपके गठबंधन के नेता राहुल गांधी देखना नहीं चाहते हैं। उन्होंने यह भी कह दिया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाबा साहेब के पदचिह्नों पर चलते हुए दलितों-पिछड़ों के लिए जो किया है, आप और आपके गठबंधन के नेता राहुल गांधी उसे करने की कल्पना भी नहीं कर सकते।
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: नीतीश के करीबी ने केजरीवाल को लिखा लेटर, कहा- आपकी असली पीड़ा मैं समझ सकता हूं
Bihar News: बिहार में 2000 BSNL 4G के टावर की शुरुआत, अधिकारियों ने केक काटकर मनाया जश्न
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: बीएसएनएल ने विगत मई माह से राज्य में स्वदेशी तकनीक एवं उपकरणों के माध्यम से सम्पूर्ण स्वदेशी फोर-जी मोबाइल सेवा की शुरुआत की थी। अब तक बीएसएनएल ने अपने निर्धारित लक्ष्य पर तीव्रता से कार्य करते हुए लगभग ढाई हजार फोर-जी उपकरण स्थापित कर दो हजार साइटों को आन एयर कर दिया है, जो बिहार राज्य के सभी जिलों में चालू हुए हैं।
इसके अलावा लगभग दो सौ से अधिक गांव जो दूरसंचार सेवा से अच्छादित नहीं थे ऐसे दो सौ गांवों में भी फोर-जी मोबाइल सेवा चालू कर दी गई है। ये गांव रोहतास, कैमूर, गया, औरंगाबाद, नवादा, मुंगेर और जमुई जिलों में फैले हुए हैं जिन्हें चौहत्तर मोबाइल उपकरणों से 4जी सेवा प्रदान की जा रही है।
2000 बीटीएस को आन एयर करने के उपलक्ष्य में बीएसएनएल बिहार परिमंडल के द्वारा केक कटिंग कार्यक्रम हुआ
2000 बीटीएस को आन एयर करने के उपलक्ष्य में बीएसएनएल बिहार परिमंडल के द्वारा केक कटिंग कार्यक्रम हुआ। इस अवसर पर बिहार दूरसंचार परिमंडल के मुख्य महाप्रबंधक रविन्द्र कुमार चौधरी, प्रधान महाप्रबंधक शंकर प्रसाद, प्रधान महाप्रबंधक जगदीष चन्द्रा, आरके सिंह, महाप्रबंधक अली, अनिमेष कुमार, सुनील कुमार, सुशील कुमार चौधरी भी थे।
बता दें कि बीएसएनएल ने हाल ही में 10,000 4जी साइट्स की स्थापना की है, जिससे देश भर में इसकी 4जी सेवाओं का विस्तार हुआ है। यह टावर ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में नेटवर्क कनेक्टिविटी में सुधार करने में मदद करते हैं।
बीएसएनएल की स्थापना 15 सितंबर 2000 को हुई थी, जब भारत सरकार ने दूरसंचार विभाग को एक स्वतंत्र कंपनी में परिवर्तित किया था।
बीएसएनएल की सेवाएं- मोबाइल सेवाएं: बीएसएनएल प्रीपेड और पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं प्रदान करती है।
- ब्रॉडबैंड सेवाएं: बीएसएनएल ब्रॉडबैंड सेवाएं प्रदान करती है, जो उच्च गति वाले इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करती हैं।
- लैंडलाइन सेवाएं: बीएसएनएल लैंडलाइन सेवाएं प्रदान करती है, जो घरों और व्यवसायों के लिए फोन कनेक्शन प्रदान करती हैं।
- इंटरनेट लीक लाइन सेवाएं: बीएसएनएल इंटरनेट लीक लाइन सेवाएं प्रदान करती है, जो उच्च गति वाले इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करती हैं।
- व्यापक कवरेज: बीएसएनएल का कवरेज देश भर में व्यापक है।
- सस्ती दरें: बीएसएनएल की दरें अन्य दूरसंचार कंपनियों की तुलना में सस्ती हैं।
- विश्वसनीय सेवाएं: बीएसएनएल की सेवाएं विश्वसनीय और स्थिर हैं।
- सरकारी समर्थन: बीएसएनएल एक सरकारी कंपनी है, जो सरकारी समर्थन और सुरक्षा प्रदान करती है।
ये भी पढ़ें
Madhepura News: कोसी और सीमांचल वालों की बल्ले-बल्ले, नई रेल लाइन परियोजना को लेकर आई खुशखबरी
Nitish Kumar: नीतीश के करीबी ने केजरीवाल को लिखा लेटर, कहा- आपकी असली पीड़ा मैं समझ सकता हूं
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली/पटना। बाबा साहेब (Ambedkar Row) के नाम पर जब कांग्रेस के नेतागण भाजपा पर हमलावर थे तो अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने राजग सहयोगी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर और जदयू (JDU) को घेरने की कोशिश की थी। जनता दल यूनाइटेड के कार्यकारी अध्यक्ष व सांसद संजय झा ने करारा पलटवार किया है।
उन्होंने पत्र लिखकर केजरीवाल से कहा- 'आपकी असली पीड़ा मैं समझ सकता हूं। आपका दर्द यह है कि उस दिन सदन में आपके गठबंधन के नेता राहुल गांधी, उनकी पार्टी और उनके परिवार की कलई खुल रही थी। सच से पर्दा हट रहा था।'
केजरीवाल पर सीधा आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आपको भी जब कभी मौका मिला तो दलितों को हिस्सेदारी से दूर ही रखा और आज बाबा साहेब के अनुयायी बन गए हैं। केजरीवाल ने नीतीश से पूछा था कि शाह के बयान के बाद उनकी क्या सोच है।
केजरीवाल ने नीतीश को लिखी थी चिट्ठीदरअसल, गत दिवस केजरीवाल ने नीतीश कुमार को पत्र लिखकर डॉ. आंबेडकर पर गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी को लेकर गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया था और कहा था कि आपकी क्या सोच है। उसी के जवाब में शुक्रवार को संजय झा ने केजरीवाल को चिट्ठी लिखी है।
'शाह ने उस दिन इतिहास के वो पन्ने पलटे...'उन्होंने कहा कि गृह मंत्री शाह ने उस दिन इतिहास के वो पन्ने पलटे, जो आप और आपके गठबंधन के नेता राहुल गांधी देखना नहीं चाहते हैं। आंबेडकर के अपमान से जुड़े कुछ प्रसंग याद दिलाते हुए संजय झा ने पत्र में दावा किया कि जनता दल की सरकार ने जब आंबेडकर को भारत रत्न दिया, तब उस सरकार में नीतीश कुमार मंत्री थे और उन्होंने यह मांग रखी थी कि बाबा साहेब को भारत रत्न से नवाजा जाए।
उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाबा साहेब के पदचिह्नों पर चलते हुए दलितों-पिछड़ों के लिए जो किया है, आप और आपके गठबंधन के नेता राहुल गांधी उसे करने की कल्पना भी नहीं कर सकते।
संजय झा ने केजरीवाल को पुरानी बातें याद दिलाईजदयू के कार्यकारी अध्यक्ष ने केजरीवाल को यह भी याद दिलाया कि बिहार में 1990 तक कांग्रेस लगातार सत्ता में रही और 1990 से लेकर 2005 तक राजद के साथ सत्ता में रही, लेकिन बिहार में पंचायती राज व्यवस्था में दलितों और अतिपिछड़ों को आरक्षण तब मिला, जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने।
इसी तरह राहुल गांधी पूरे देश में जाति जनगणना की डुगडुगी बजाते रहते हैं, लेकिन आइएनडीआइए की बैठकों में अक्सर यह हुआ कि जब भी नीतीश कुमार ने जाति जनगणना पर चर्चा करने की कोशिश की तो उसका विरोध किया गया या फिर गठबंधन के नेता पीठ दिखाकर निकल गए।
ये भी पढ़ें- Year Ender 2024: 'पलटी', एंट्री और 'धमकी'... 2024 में यूं बदल गई बिहार की सियासत
ये भी पढ़ें- Bihar Politics: 2024 में बिहार के नेताओं के 10 बयान जिन पर मचा था बवाल, नीतीश-लालू ने सारी हदें कर दी थी पार
Bihar Board Exam Date Sheet 2025: बिहार बोर्ड की मैट्रिक-इंटर परीक्षा की डेटशीट जारी, पढ़े पूरी लिस्ट यहां
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट और मैट्रिक परीक्षा 2025 का कार्यक्रम जारी कर दिया है। इंटर की परीक्षा एक फरवरी से शुरू होगी और 15 फरवरी तक चलेगी। मैट्रिक की परीक्षा 17 से 25 फरवरी तक चलेगी। दोनों परीक्षा दो पालियों में आयोजित होगी।
इंटरमीडिएट वार्षिक प्रायोगिक परीक्षा का आयोजन 10 से 20 जनवरी के बीच होगी। मैट्रिक के विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा 21 से 23 जनवरी तक आयोजित की जाएगी। इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा में कुल 12,89,601 विद्यार्थी और मैट्रिक की वार्षिक परीक्षा में कुल 15,81,079 विद्यार्थी शामिल होंगे।
बिहार बोर्ड परीक्षा 2025 डेटशीट (Bihar Board Exam Datesheet 2025)
ये भी पढ़ें
Madhepura News: कोसी और सीमांचल वालों की बल्ले-बल्ले, नई रेल लाइन परियोजना को लेकर आई खुशखबरी
Patna Airport New Terminal: नए टर्मिनल का अब तक ढांचा तैयार, चालू होने में लगेगा एक वर्ष और
जागरण संवाददाता, पटना। पटना एयरपोर्ट (जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा) पर बन रहे नए टर्मिनल (Patna Airport New Terminal) का कार्य छह वर्षों में 55 प्रतिशत से अधिक नहीं हो सका है। जिस गति से निर्माण कार्य चल रहा है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि अभी इसे सुचारू होने में एक वर्ष और लगेगा।
छह दिसंबर को भारतीय विमाननपत्तन प्राधिकरण (AAI) के अध्यक्ष के औचक निरीक्षण के बाद निर्माण कार्य पूरा करने में स्थानीय प्रबंधन ने पूरी ताकत झोंक दी है, मगर कैल्डिंग, पेंटिंग, वायरल, ग्रेनाइट कार्य, फैब्रिकेटिंग, एसी डक्ट आदि का सभी काम बाकी है। एएआई अध्यक्ष ने जनवरी 2025 में नए टर्मिनल का निर्माण कार्य पूरा कराने की बात कही थी, लेकिन मौजूदा हालात में लक्ष्य अभी दूर है।
बता दें कि नए टर्मिनल का निर्माण 1,216 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा है। निर्माण कार्य की शुरुआत अक्टूबर 2018 में की गई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से योजना विलंबित हो गई। वर्तमान स्थिति में अभी केवल नए टर्मिनल का ढांचा ही तैयार हो सका है।
अब भी पार्किंग के लिए परेशानीएयरपोर्ट प्रबंधन ने दो वर्ष पूर्व मल्टी लेवल पार्किंग का हैंडओवर (अपने अधिकार में) ले लिया था, लेकिन इसका उद्घाटन नहीं हो सका। पांच मंजिली इमारत में वाहनों की पार्किंग की जानी है। एक साथ 750 चारपहिया वाहन पार्क हो सकते हैं। तीसरी मंजिल से सीधे नए टर्मिनल में आने का रास्ता बनाया गया है।
हालांकि, अब भी पार्किंग के लिए यात्रियों और उनके साथ आने वाले लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अधिसंख्य वाहन सड़क किनारे खड़े रहते हैं। पार्किंग में वाहन खड़ा करने के बाद यात्रियों को सामान के साथ टर्मिनल तक आने में काफी परेशानी होती है।
एप्रिहेंडेड एरिया बन जाएगा पुराना टर्मिनलनए टर्मिनल की शुरुआत के बाद पुराना टर्मिनल भवन पूरी तरह ध्वस्त कर दिया जाएगा। उसे एप्रिहेंडेड एरिया (प्रतीक्षा करने वाला स्थान) बनाया जाएगा, जहां विमान खड़े किए जाएंगे। विमानों की पार्किंग क्षमता बढ़ने से कई और शहरों के साथ विदेशों के लिए भी हवाई सेवा शुरू होने की उम्मीद है। विदेश यात्रा के लिए पटना के यात्रियों को दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों से विमान नहीं लेना पड़ेगा। सूत्रों की मानें तो शुरुआत में काठमांडु, म्यांमार, सिंगापुर और दुबई के लिए फ्लाइटें शुरू हो सकती हैं।
सात गुना बड़ा होगा नया टर्मिनलवर्तमान टर्मिनल के मुकाबले नया टर्मिनल भवन सात गुना बड़ा होगा। यह 65 हजार वर्गफीट में फैला है। इसकी शुरुआत से वार्षिक यात्रियों की संख्या 80 लाख से अधिक होने की उम्मीद है। साथ ही 54 चेक इन काउंटर होंगे। पांच यात्री बोर्डिंग ब्रिज, पांच कन्वेयर बेल्ट और आठ इन लाइन एक्स मशीनें होंगी, जिससे टर्मिनल के अंदर यात्रियों के त्वरित आवागमन की सुविधा मिलेगी।
ये भी पढ़ें- Purnia Airport से कनेक्ट होगा पटना ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, इन जिलों के लोगों को होगा सीधा फायदा
Bihar News: अब इस मामले में फिसड्डी निकला पटना, बांका-शेखपुरा और जहानाबाद ने मारी बाजी
राज्य ब्यूरो, पटना। डीएम के बाद एडीएम एवं भूमि सुधार उप समाहर्ता कोर्ट में आए मामलों के निष्पादन से जुड़ी नवंबर की रिपोर्ट में पटना को 31वां स्थान मिला है। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से शुक्रवार को इन दोनों पदाधिकारियों की रैकिंग रिपोर्ट जारी की गई। राज्य में भूमि सुधार उप समाहर्ताओं की संख्या एक सौ एक है, जबकि सभी जिलों में जमीन से जुड़े मामलों की देखरेख के लिए एक एडीएम तैनात हैं।
नवंबर की रिपोर्ट में बांका, शेखपुरा और जहानाबाद को टॉप तीन में जगह मिली है। अक्टूबर में भी इन जिलों के एडीएम को यही दर्जा मिला था। इस रैंकिंग में टॉप टेन में पहले स्थान पर आए बांका को 100 में 66.72, शेखपुरा को 63.34, जहानाबाद को 59.99 अंक मिले हैं। कुछ जिलों की रैंकिंग में अक्टूबर की तुलना में बदलाव भी हुआ है।
पूर्णिया 11वें से चौथे स्थान पर पहुंच गया है। मधुबनी चौथे से पांचवे स्थान पर तो जहानाबाद छठे स्थान पर बरकरार है। सीतामढ़ी पांचवें से सातवें पर तो नालंदा और मुजफ्फरपुर ने लंबी छलांग लगाकर 18वें से आठवें स्थान और 25 वें से नौवें पर जगह बनाई है। वहीं, मधेपुरा इस माह आठवें से दसवें स्थान पर पहुंच गया है।
एडीएम रैंकिंग में टॉप 10 के बाद के जिलेकिशनगंज, मुंगेर, सिवान, सुपौल, कैमूर, कटिहार, दरभंगा, खगड़िया, पश्चिमी चंपारण, वैशाली है। पूर्वी चंपारण, नवादा, सारण, बक्सर, अररिया, गोपालगंज, रोहतास, भोजपुर, बेगूसराय और समस्तीपुर है।
पटना 31वें , शिवहर 32वें, अरवल 33 वें, जमुई 34 वें, गया 35 वें, सहरसा 36 वें, लखीसराय 37 वें और भागलपुर 38 वें स्थान पर है।
भूमि सुधार उप समाहर्ता कोर्ट मुंगेर का तारापुर, अक्टूबर में तीसरे स्थान पर था। नवंबर में पहुंच गया है। इस रैंकिंग में तारापुर को 78.34 अंक के साथ पहला, बांका को 75.84 अंक के साथ दूसरा और सुपौल के निर्मली को 72.38 अंक के साथ तीसरा स्थान मिला है।
तारापुर ने अक्टूबर के मुकाबले इस माह तीसरा से पहला तो निर्मली ने चौथे से तीसरे स्थान पर छलांग लगाई है। दरभंगा सदर 16 वें स्थान से चौथे स्थान पर पहुंच गया है। शेखपुरा पहले स्थान से पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। छठे स्थान पर समस्तीपुर का पटोरी, सातवें पर रोहतास का बिक्रमगंज, आठवें पर जहानाबाद, नौवें पर वैशाली का महुआ और दसवें पर बेगूसराय है।
ये भी पढ़ें- Year Ender 2024: 'पलटी', एंट्री और 'धमकी'... 2024 में यूं बदल गई बिहार की सियासत
ये भी पढ़ें- Bihar Teacher News: यूपी से बन रही थी बिहार में शिक्षकों की हाजिरी, शिक्षा विभाग भी हैरान; अब होगा एक्शन
Year Ender 2024: 'पलटी', एंट्री और 'धमकी'... 2024 में यूं बदल गई बिहार की सियासत
डिजिटल डेस्क, पटना। जब-जब देश में राजनीति की बात होती है, तब-तब लोगों को बिहार (Bihar Politics News) जरूर याद आता है। आखिर 'अपना बिहार' है ही इतना खास। बिहार के बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को राजनीति में खूब दिलचस्पी होती है। इसके कुछ कारण भी हैं, और वो हैं बिहार के राजनेता। अब चूंकि साल 2024 (Year Ender 2024) का अंत हो रहा है, तो इनकी बात होनी तो बनती है।
इस आर्टिकल में हम आपको बिहार में घटे साल 2024 के बड़े सियासी घटनाक्रमों की जानकारी देंगे। आर्टिकल में नीतीश की 'पलटी' से लेकर तेजस्वी की 'जन विश्वास यात्रा' और रोहिणी की हार से लेकर शांभवी की जीत तक की बात होगी। पूरे साल बिहार की सियासत में क्या-क्या घटा, आप आसान भाषा में पढ़िए-
सियासी उलटफेर से हुई 2024 की शुरुआतसाल 2024 की शुरुआत में ही बिहार का सियासी पारा हाई हो गया था। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने एक बार फिर कुछ ऐसा कर दिया, जिसके लिए वो जाने जाते हैं। जी हां, उन्होंने महागठबंधन से अपना नाता तोड़ लिया, लालू की दोस्ती को ठुकरा दिया और फिर अपने पुराने मित्रों के साथ शामिल हो गए। उन्होंने एनडीए (NDA) के साथ पार्टनरशिप कर ली। नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। ये अपने आप में ही एक अनोखा रिकॉर्ड है।
अब आते हैं सीट शेयरिंग पर...अब चूंकि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू एनडीए में शामिल हो चुकी थी, तो लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के लिए सीट शेयरिंग की चर्चा शुरू हो गई। सियासी गलियारों में चर्चा थी कि नीतीश बीजेपी के सामने बैकफुट पर नजर आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जदयू को 16 सीटें मिलीं और 12 पर पार्टी को जीत हासिल हुई।
शुरू हुआ यात्राओं का दौरलोकसभा चुनाव के दौरान जहां नीतीश कुमार एनडीए के साथ लगातार चुनाव प्रचार में व्यस्त थे। वहीं, उनके 'भतीजे' तेजस्वी यादव भी अपनी 'जन विश्वास यात्रा' पर निकले हुए थे। हालांकि, उन्हें इसका लाभ नहीं मिला। उनकी यात्रा में भीड़ तो दिखती थी, लेकिन वो वोटों में तब्दील नहीं हुई। राजद ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा, लेकिन जीत सिर्फ 4 सीटों पर मिली।
प्रशांत किशोर भी इस दौरान यात्रा पर थे। वह जन सुराज अभियान के तहत बिहार में घूम रहे थे। दूसरी ओर, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी यात्रा कर रहे थे। उन्हें इसका कोई फायदा नहीं मिला। वह काराकाट लोकसभा सीट से चुनाव हार गए।
लोकसभा चुनाव में दिखे चौंकाने वाले नतीजेअब यात्राओं का दौरान समाप्त हुआ और बात नतीजों की हुई। लालू की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य सारण लोकसभा सीट से चुनाव हार गईं। वहीं, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की टिकट पर समस्तीपुर लोकसभा सीट से शांभवी चौधरी सबसे कम उम्र की सांसद बन गईं। दूसरी ओर, लोजपा (रा) की टिकट पर जमुई से चिराग के जीजा अरुण भारती चुनाव जीत गए।
लोकसभा चुनाव में चिराग का शानदार प्रदर्शनलोकसभा चुनाव में चिराग की पार्टी का प्रदर्शन शानदार रहा। उनकी पार्टी ने 5 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी जीत गई। जमुई, हाजीपुर, खगड़िया, समस्तीपुर और वैशाली में चिराग की पार्टी ने जीत हासिल की।
अब लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके थे और बिहार की सियासत में एक बार फिर बड़ा घटनाक्रम देखने को मिला। नीतीश कुमार ने अपने करीबी नेता संजय झा को जनता दल यूनाइटेड की कमान सौंप दी।
अनंत सिंह को मिली बड़ी राहतपटना हाई कोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाते हुए अगस्त के महीने में एक-47 के मामले में मोकामा से पूर्व विधायक अनंत सिंह को बरी कर दिया। इस केस में साल 2016 में अनंत सिंह को जेल जाना पड़ा था। बता दें कि अनंत सिंह के पटना आवास से 24 जून 2015 को रायफल और बुलेट प्रूफ जैकेट मिला था।
अक्टूबर में लॉन्च हुई नई पार्टीजन सुराज अभियान को प्रशांत किशोर ने 2 अक्टूबर को पार्टी का रूप दे दिया। इसी के साथ उन्होंने एलान किया कि 2025 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। प्रशांत किशोर ने मनोज भारती को जन सुराज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया। अब लगातार पार्टी का विस्तार हो रहा है।
साल के अंत में शुरू हुआ धमकियों का दौर...अब साल के अंत में बिहार में धमकियों का दौर शुरू हो गया। पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव को कथित रूप से लॉरेंस बिश्नोई गैंग से धमकी मिली। कई बार उन्हें वॉट्सएप, फोन कॉल और मैसेज के जरिए धमकी दी गई। धमकी मिलने के बाद पप्पू यादव ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा और जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा की मांग की।
2025 में होंगे चुनाव, अभी से बढ़ी सियासी हलचलसाल 2025 के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। नीतीश कुमार प्रगति यात्रा निकालने वाले हैं। वहीं, तेजस्वी यादव कार्यकर्ता संवाद यात्रा कर रहे हैं। उपेंद्र कुशवाहा भी अपनी यात्रा पर निकले हुए हैं। दूसरी ओर, प्रशांत किशोर भी पूरे चुनावी मोड में नजर आ रहे हैं। उनका कहना है कि 2025 में उनकी पार्टी अपने दम पर सरकार बनाएगी। खैर 2025 के चुनाव में किसकी सिक्का चलेगा, वो बिहार की जनता ही बताएगी। उसके लिए अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।
ये भी पढ़ें- नीतीश 'हिट' और चिराग 'फिट', दूसरे नेता दूर-दूर तक नहीं; 2024 के Google Search Trend में दिखा जलवा
BPSC ने प्रधानाध्यापक और प्रधान शिक्षक अभ्यर्थियों को दी राहत, दोबारा अपलोड कर सकेंगे सर्टिफिकेट
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक व प्रधान शिक्षक के पदों पर चयनित अभ्यर्थियों को राहत दी है। कई सफल अभ्यर्थियों ने शिक्षा विभाग को बताया कि आयोग के पोर्टल पर गलत प्रमाण पत्र एवं कागजात अपलोड होने से काउंसलिंग में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
शिक्षा विभाग से पत्र प्राप्त होने के बाद वांछित प्रमाण पत्र एवं कागजात अपलोड करने के लिए 21 से 24 दिसंबर तक लिंक डैशबोर्ड पर उपलब्ध होगा। वेबसाइट पर विस्तृत जानकारी अपलोड कर दी गई है।
सहायक अभियंता परीक्षावहीं, सहायक अभियंता (असैनिक व यांत्रिक) परीक्षा में सिर्फ 40 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हुए। पटना के 24 केंद्रों पर गुरुवार को परीक्षा संपन्न हो गई। दोनों दिन तीन-तीन पालियों में परीक्षा आयोजित की गई। परीक्षा में शामिल होने के लिए 23 हजार 562 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था।
इसमें नौ हजार 424 ही शामिल हुए। बापू परीक्षा परिसर में भी केंद्र बनाए गए हैं। एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में अभ्यर्थियों के हंगामा के कारण यहां विशेष सर्तकता बरती गई।
बीपीएससी की रद परीक्षा चार को होगीबिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 13 दिसंबर को बापू परीक्षा परिसर की रद एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का कार्यक्रम जारी कर दिया है। सचिव सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि पुनर्परीक्षा चार जनवरी को आयोजित की जाएगी।
परीक्षा का समय व अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जल्द ही अभ्यर्थियों को वेबसाइट के माध्यम से उपलब्ध करा दी जाएगी। पुनर्परीक्षा के आयोजन को लेकर गुरुवार को आयोग की पूर्ण पीठ की बैठक हुई। इसमें अभ्यर्थियों के हित में परीक्षा को शीघ्र कराने का निर्णय लिया गया।
ये भी पढ़ें- Law Entrance Exam Result: अब लॉ प्रवेश परीक्षा के लिए 25% क्वालीफाइंग मार्क्स, बोर्ड की बैठक में बड़ा फैसला
ये भी पढ़ें- Bihar Teacher Bharti: उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 24 हजार 811 पदों पर होगी नियुक्ति, 1 हफ्ते में आएगा रिजल्ट
Bihar News: लेड क्रोमेट से रंगी हल्दी की बिक्री पर लगेगा प्रतिबंध, नीतीश सरकार ले सकती है बड़ा फैसला
जागरण संवाददाता, पटना। आयुर्वेदिक औषधि कम रसोई के अनिवार्य मसाले हल्दी की शुद्धता व गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। सरकार जल्द ही लेड क्रोमेट से रंगी हल्दी की बिक्री प्रदेश में प्रतिबंधित कर सकती है। प्रतिबंधित होने के बाद यदि हल्दी के किसी नमूने में लेड क्रोमेट की पुष्टि होती है तो संबंधित व्यापारी पर तुरंत सख्त कार्रवाई की जा सकेगी।
पटना व भोजपुर के खाद्य संरक्षा पदाधिकारी अजय कुमार ने बताया कि इस आशय का प्रस्ताव खाद्य संरक्षा आयुक्त के अनुमोदन को भेजा जा रहा है। लेड क्रोमेट से रंगी खड़ी या पिसी हल्दी की बिक्री को प्रदेश में सख्ती से रोकने के लिए इसे प्रतिबंधित करना ही व्यापक व प्रभावी उपाय होगा। इससे जांच में लेड क्रोमेट की पुष्टि होते ही मिलावटी हल्दी को नष्ट करवा दोषी पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी।
बताते चलें कि फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) ने खाद्य सामग्रियों में लेड क्रोमेट की मिलावट को अस्वास्थ्यकर व गैरकानूनी घोषित किया हुआ है। खड़ी हल्दी में लेड क्रोमेट की पुष्टि के बाद ग्राहकों के पास इससे बचने का एकमात्र उपाय जागरूकता ही बचा है।
अभी दोषियों पर कार्रवाई में लगता लंबा समयप्रयोगशाला में स्वास्थ्य के लिए असुरक्षित रिपोर्ट मिलने के बाद खाद्य संरक्षा पदाधिकारी आयुक्त की अनुशंसा के बाद हर जिले में बनी एडीएम की विशेष कोर्ट में मामला दर्ज कराते हैं। व्यापारी पहले तो लैब रिपोर्ट की गुणवत्ता को ही चुनौती देते हैं। यदि वहां से भी रिपोर्ट असुरक्षित आई तो कानूनी खामियों व तकनीकी पेच का सहारा लेकर अपीलीय कोर्ट में जाते हैं।
इस बीच व्यापारी बदस्तूर मिलावटी सामान बेच कैंसर, किडनी-लिवर फेल्योर समेत तमाम घातक रोगों का खतरा बढ़ाता रहता है। इसके अलावा खाद्य संरक्षा विभाग के पास पदाधिकारियों व संसाधनों की भारी कमी भी दोषियों को जल्द सजा दिलाने में बड़ी बाधा है।
बच्चियों की मृत्यु के बाद हल्दी पर सख्त रुखराजधानी के शास्त्री नगर थानान्तर्गत आवास गृह की तीन बच्चियों की गत सात व आठ नवंबर को मौत हुई थी। जिस खाने के बाद मृत्यु हुई थी उसमें इस्तेमाल हल्दी में खतरनाक जहर लेड क्रोमेट की पुष्टि हुई थी, जबकि धनिया अमानक पाया गया था। इसके बाद पटना व भोजपुर में हल्दी के नमूने लिए गए। इनमें से चार में लेड क्रोमेट की पुष्टि हुई।
पटना की थोक मंडी मारूफगंज में अधिकारियों के पहुंचते ही दुकानें बंद होने से यहां कभी सही से नमूने नहीं लिए जा सके। तीन बच्चियों की मृत्यु के बाद भी सिर्फ एक दुकान से हल्दी का नमूना लिया जा सका और उसमें लेड क्रोमेट की पुष्टि हुई।
लेड क्रोमेट इतना खतरनाक जहर होता है कि यदि आप बाजार से गाढ़े चमकदार पीले रंग वाली खड़ी हल्दी लेकर आते हैं और रातभर पानी में फुलोकर, सुखाने के बाद पिसाते हैं तब भी इसका दुष्प्रभाव पूरी तरह खत्म नहीं होता है। इससे केवल लेड क्रोमेट की विषाक्तता थोड़ी कम हो जाती है।
लेड क्रोमेट के स्वास्थ्य पर होते घातक दुष्प्रभाव- लेड क्रोमेट के कारण न्यूरोलाजिकल समस्याएं जैसे सिरदर्द, चक्कर, ध्यान की कमी व याददाश्त कमजोर हो सकती है।
- इसका क्रोमियम-6 पेट एवं फेफड़ों के कैंसर की आशंका को बढ़ा देता है।
- लेड क्रोमेट की शरीर में अधिकता से लिवर, किडनी को गंभीर नुकसान होता है।
- तंत्रिका तंत्र, मस्तिष्क से लेकर महिला-पुरुष की प्रजनन क्षमता तक को कम कर देता है।
- गर्भस्थ शिशु को कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती हैं।
- बच्चों को शारीरिक व मानसिक विकास बाधित करने के साथ उनमें व्यवहार संबंधी समस्याएं उत्पन्न करता है।
अगरबत्ती के स्टार्टअप ने बदल दी शख्स की किस्मत, अब दे रहे बेरोजगारों को रोजगार, ऐसे मिली कामयाबी
जयशंकर बिहारी, पटना। निवेशकों को विभिन्न प्रकार की सहूलियतों व इंसेंटिव के वादे के साथ गुरुवार को राजधास्थित ज्ञान भवन में दो दिवसीय बिहार बिजनेस कनेक्ट ग्लोबल इंवेस्टर मीट आरंभ हुआ। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार ने बिजनेस कनेक्ट का आरंभ किया। उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा व श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह इस मौके पर विशेष रूप से मौजूद रहे।
स्टार्टअप की धूमबिहार बिजनेस कनेक्ट में राज्य के स्टार्टअप की विशेष धूम देखने को मिली। युवा उद्यमियों ने दूसरे राज्यों और देश से पहुंचे निवेशकों को अपनी सफलता की कहानी सुनाई। समस्तीपुर के रामपुर समथू गांव में अगरबत्ती का स्टार्टअप प्रारंभ करने वाले अमरदीप कुमार और रजनीश ने जब अपने संघर्ष व प्रयोग बताए तो सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
मोरंग देश दिया ब्रांड का नामअमरदीप ने अपने ब्रांड को ही रोजगार देने वाले शहर का नाम दे दिया, अब इसी के माध्यम से पलायन की वजह मिटा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मिथिला क्षेत्र से पहले काफी लोग रोजगार के लिए नेपाल के मोरंग शहर जाते थे। कई लोकगीतों में इसकी चर्चा है। इसी का ध्यान रखते हुए अपनी अगरबत्ती का ब्रांड नाम मोरंग देश रखा।
- मोरंग देश अगरबत्ती के निर्माण से 100 परिवार जुड़े हैं।
- छह लाख के टर्नओवर से शुरू हुआ यह कारोबार कुछ वर्षों में ही साढ़े तीन करोड़ तक पहुंच गया है।
- नेपाल के साथ-साथ इसकी खुशबू दुबई और सिंगापुर में भी फैल रही है।
- इसे फूल और ईख के अवशिष्ट से तैयार किया जा रहा है।
- कारोबार के साथ कम लागत में गुणवत्तापूर्ण उत्पाद के लिए अनुसंधान भी जारी है।
पटना के बिटहा में तैयार हो रही ई-साइकिल नाइजीरिया के बाजार तक पहुंच चुकी है। बीरो पावर स्टार्टअप के रजनीश कुमार ने बताया कि उनकी ई-साइकिल को नाइजीरिया में टेस्ट किया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिले हैं।
नाइजीरिया से हर माह 500 ई-साइकिल का ऑर्डर शीघ्र ही मिलेगा। 2021 में 70 हजार से शुरू किया व्यवसाय अब दो करोड़ से अधिक का हो चुका है। सभी उम्र के लोगों के लिए ई-साइकिल बनाई जा रही है।
20 से 50 हजार रुपये की ई-साइकिलें उपलब्ध हैं। गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अनुसंधान भी जारी है। एक पेटेंट मिल चुका है, चार प्रक्रियाधीन है। आइआइटी पटना के इंक्यूबेशन सेंटर के मार्गदर्शन में हाइड्रोजन फ्यूल सेल पर भी काम किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें
Bihar Politics: 2024 में बिहार के नेताओं के 10 बयान जिन पर मचा था बवाल, नीतीश-लालू ने सारी हदें कर दी थी पार
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Today Hindi: बिहार की सियासत के लिए 2024 काफी उथल-पुथल रहा। इसी साल फरवरी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए का दामन थाम लिया था। नीतीश के पाला बदलते ही विवादित बयानों का सिलसिला भी शुरू हो गया। कभी लालू खेमे से तो कभी नीतीश खेमे से। वहीं, बीजेपी से डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बची हुई कोर कसर पूरी कर दी।
तो आइए आज हम आपको 2024 में बिहार के नेताओं द्वारा दिए गए 10 विवादित और चर्चित बयान के बारे में बताते हैं...
नीतीश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण पर दिया था बयानदरअसल, विधानसभा में एक चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि बिहार में महिलाओं की साक्षरता बढ़ी है। उन्होंने कहा कि लड़की अगर पढ़ी लिखी रहेगी तो जनसंख्या नियंत्रण के बारे में खुद समझ जाएगी।
हालांकि, इसे समझाने के लिए सीएम नीतीश ने जो बयान दिया वह विवादित था। उन्होंने कहा कि 'लड़की पढ़ लेगी अगर, तो जब शादी होगी, तब पुरुष रोज रात में करता है ना, उसी में और बच्चा पैदा हो जाता है, लड़की अगर पढ़ लेगी तो पति को रोकेगी और कहेगी उसको भीतर मत ..., उसको .... कर दो। इसी से जनसंख्या नियंत्रण होगा।
नीतीश आंख सेंकने जा रहे: लालू यादवहाल में नीतीश कुमार के बारे में आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने भी विवादित बयान दिया था। दरअसल, उन्होंने नीतीश कुमार की महिला संवाद यात्रा को लेकर प्रतिक्रिया दी थी। लालू ने कहा था 'नीतीश कुमार आंख सेकने जा रहे हैं, जाने दीजिए। वे सिर्फ आंख सेंकने जा रहे हैं, पहले आंख सेकें अपनी, फिर सरकार बनाने की सोचेंगे'।
लालू की बेटी की किडनी को लेकर सम्राट चौधरी ने दिया था बयानसम्राट चौधरी ने कहा था कि टिकट बेचने में लालू प्रसाद यादव ने अपनी बेटी को भी नहीं छोड़ा। पहले अपनी बेटी की किडनी ली और उसके बाद लोकसभा चुनाव का टिकट दे दिया। सम्राट चौधरी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में मैदान में उतरने से पहले लालू यादव ने अपनी बेटी रोहिणी आचार्य की किडनी ले ली।
लालू गड़ेरिया के जन्में हुए हैं: जीतन राम मांझीबता दें कि जीतन राम मांझी नेकुछ दिन पहले तेजस्वी यादव की डिग्री से लेकर लालू की जाति को लेकर आक्रामक हो गए थे। जीतन राम मांझी ने कहा था कि वो लोग पढ़े लिखे कहां हैं। मेरा बेटा तो पीएचडी है, नेट है और प्रोफेसर है। हम भी बीए ऑनर्स किए हैं। उनकी डिग्री क्या है वो बताएं?
दूसरी बात यह है कि अगर तेजस्वी हमको शर्मा कहते हैं तो वो अपने पिताजी के बारे में बताएं कि उनके पिताजी जी किसके जन्मे हुए हैं। गड़ेरिया के जन्मे हुए हैं। वो गड़ेरिया हैं यादव नहीं।'
नीतीश कुमार की कृपा से आनंद मोहन जेल से बाहर आए हैं: चिराग पासवानवहीं चिराग पासवान ने आनंद मोहन (Anand Mohan) के बारे में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कृपा से आनंद मोहन जेल से बाहर आए हैं और मुख्यमंत्री की वजह से उनके परिवार के सदस्य राजनीति में हैं। चिराग ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में यह बात कही।
नीतीश कुमार थके हुए मुख्यमंत्री: तेजस्वी यादवतेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार पूरी तरह से थक गए हैं और उन्हें रिटायर्ड अधिकारी चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पास कोई विजन नहीं है।
नीतीश कुमार की 4000 सीट वाले बयान ने बटोरी थी सुर्खियांबीते दिनों नीतीश कुमार प्रधानमंत्री मोदी के साथ रैली कर रहे थे। उन्होंने रैली में बीजेपी के '400 पार' वाले नारे का जिक्र किया, लेकिन नंबर में गलती कर दी। उत्साहित नीतीश कुमार ने बोल दिया, इस बार 4000 पार सीटें आएंगी। उनके बयान के बाद विपक्ष ने नीतीश को खूब घेरा।
आरजेडी असुरों की पार्टी: विजय कुमार सिन्हाबिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आरजेडी पर हमला करते हुए असुरों की पार्टी बता दिया था। उन्होंने कहा था कि आरजेडी की एक संस्कृति है जो अराजकता, भय और समाज के अंदर उन्माद पैदा करती है। विजय कुमार सिन्हा ने कहा था कि इनके गमछा और मुरेठा को देखते ही लोग इनकी पहचान कर लेते हैं। पहले असुरों के सींग होते थे, दांत निकले होते थे तो पहचान में आते थे।
कम से कम एक बार बता तो देते, इस बार आपने तो कुछ कहा भी नहीं: तेजस्वी यादवनीतीश कुमार के पलटी मारने के बाद विधानसभा के सत्र में तेजस्वी यादव ने कहा था कि कम से कम एक बार बता तो देते कि हम नही रहना चाहते, इस बार तो आपने कुछ कहा भी नही! बुलाके बोल देना चाहिए था, कोनो आपको हम कुछ कहते? अब बताइए हम आपको कुछ कहे हैं? कितना अच्छा हमलोग बातचीत करते थे, हर चीज करते थे। लेकिन अब चलिए ठीक है! अच्छे पल को तो हम जिंदगी भर याद करेंगे, संजो के रखेंगे।
लालू यादव ने अमित शाह के खिलाफ विवादित बयान दिया थाबाबा साहेब आंबेडकर के मुद्दे पर राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अमित शाह को लेकर विवादित बयान दे दिया था। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री पागल तक कह दिया था। अमित शाह पागल हो गए हैं। उनके बयान को हमने सुना है, यह घृणा कार्य है। उन्हें फ़ौरन इस्तीफा दे देना चाहिए।
ये भी पढ़ें
Madhepura News: कोसी और सीमांचल वालों की बल्ले-बल्ले, नई रेल लाइन परियोजना को लेकर आई खुशखबरी
Nitish Kumar Health Update: बिहार के CM नीतीश कुमार की तबीयत अचानक हुई खराब, सभी कार्यक्रम किए गए रद
डिजिटल डेस्क, पटना। Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। इस वजह से उनके सभी कार्यक्रम रद कर दिए गए हैं। सीएम नीतीश को बिहार इन्वेस्टमेंट कॉन्क्लेव के समापन कार्यक्रम मे जाना था।
जानकारी के मुताबिक उन्हें सर्दी, खांसी और बुखार है। इस वजह से उनके सभी अहम कार्यक्रम रद कर दिए गए हैं। नीतीश कुमार को एक अन्य कार्यक्रम में शामिल होने के लिए राजगीर भी जाना था लेकिन अब वह भी रद हो गया है। बताया जा रहा है कि बदलते मौसम की वजह से उनकी तबीयत खराब हो गई है।
खबर प्रारंभिक जानकारी के आधार पर है, अपडेट की जा रही है...