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नीतीश 'हिट' और चिराग 'फिट', दूसरे नेता दूर-दूर तक नहीं; 2024 के Google Search Trend में दिखा जलवा
डिजिटल डेस्क, पटना। साल 2024 (Year Ender 2024) में गूगल (Google) पर बिहार के दो दिग्गज नेताओं की खूब चर्चा हुई। दोनों ही नेता पूरे साल ट्रेंड में बने रहे। ट्रेंड में बने रहने की कई वजह भी हैं। जैसे की उनके बयान, सियासी उलटफेर और केंद्र की मोदी सरकार में हिस्सेदारी। दोनों ही नेताओं का गूगल पर खूब डंका बजा। यही कारण है कि दोनों ही नेता टॉप-10 सर्च में शामिल हो गए।
बता दें कि गूगल ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट (Google Annual Report 2024) जारी कर दी है। साल के अंत में लोगों के मन में यह जानने की काफी उत्सुकता रहती है कि पूरे साल किन लोगों को सबसे ज्यादा सर्च किया गया? वहीं, अब साल के अंत में भारत में सबसे ज्यादा सर्च किए गए 10 लोगों (Top 10 People In Search India) की सूची भी सामने आ गई है। खास बात ये है कि इसमें बिहार के दो कद्दावर नेता भी शामिल हैं।
गूगल पर सर्च किए टॉप-10 लोग (Top 10 People In search)
- विनेश फोगाट
- नीतीश कुमार (बिहार के मुख्यमंत्री)
- चिराग पासवान (केंद्रीय मंत्री)
- हार्दिक पांड्या
- पवन कल्याण
- शशांक सिंह
- पूनम पांडेय
- राधिका मर्चेंट
- अभिषेक शर्मा
- लक्ष्य सेन
गूगल की वार्षिक रिपोर्ट में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को दूसरा और केंद्रीय मंत्री व लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) को तीसरा स्थान मिला है। चलिए अब इन दोनों नेताओं के बारे में आपको जानकारी देते हैं। आखिर क्यों ये दोनों नेता गूगल सर्च में बने रहे?
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमारसबसे पहले बात करते हैं बिहार के CM नीतीश कुमार की। वैसे तो नीतीश कुमार को अपने बयानों के लिए खूब जाना जाता है, लेकिन एक और बात है जिसकी वजह से वह हमेशा हेडलाइंस में रहते हैं, और वो है उनकी अप्रत्याशित सोच। वह कब क्या करेंगे कोई नहीं जानता। यही कारण है कि साल 2024 की शुरुआत में वो सुर्खियों में बने रहे। नीतीश कुमार को राजनीतिक गठबंधन बदलने के लिए जाना जाता है।
'चाचा' ने मारी 'पलटी'बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से कुछ महीने पहले जनवरी 2024 में भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए (BJP Led NDA) में फिर से शामिल हो गए। राजद को तब बहुत बड़ा झटका लगा। राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने तो यहां तक कह दिया कि 'चाचा' (नीतीश कुमार) को बीजेपी (BJP) ने हाईजैक कर लिया है। नीतीश कुमार की 'पलटी' के बाद सोशल मीडिया पर मीम्स की बाढ़ आ गई।
अप्रैल के महीने में भी नीतीश कुमार लगातार ट्रेंड में बने रहे। चुनावी सरगर्मी जैसे-जैसे बढ़ रही थी, वैसे-वैसे नीतीश कुमार के बयान भी सुर्खियों में बने रहने लगे। चुनाव से ठीक पहले एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर भी नीतीश कुमार काफी सक्रिय दिखे।
नीतीश कुमार बन गए 'किंग मेकर'जून 2 से 8 तक नीतीश कुमार को गूगल पर खूब सर्च किया गया। दरअसल, 4 जून को लोकसभा के रिजल्ट आए और अचानक नीतीश कुमार की पॉलिटिकल पावर पर चर्चा शुरू हो गई। वजह थी बीजेपी को लोकसभा में पूर्ण बहुमत ना मिलना। वहीं, नीतीश कुमार के पास 12 सांसद थे। नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ बने रहने का फैसला लिया और केंद्र में फिर एनडीए की सरकार बन गई।
अक्टूबर में फिर ट्रेंडिंग में रहे नीतीश कुमार- नीतीश कुमार अक्टूबर 6 से 12 के बीच भी नीतीश कुमार खूब ट्रेंड में रहे। इस दौरान जदयू की अहम बैठक हुई।
- जदयू की बैठक में नीतीश कुमार ने साल 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर टारगेट सेट किया।
- नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव में 220 सीटें जीतने की बात कही।
- दूसरी ओर, सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार से मांग की कि वो एनडीए से अपना सपोर्ट वापस ले लें।
17 नवंबर से लेकर 23 नवंबर तक भी नीतीश कुमार सुर्खियों में रहे। इस दौरान झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई था। नीतीश कुमार की पार्टी ने झारखंड में जमशेद पश्चिम सीट पर चुनाव लड़ा। यहां से सरयू राय ने जीत दर्ज की। जाहिर है कि नीतीश कुमार की पार्टी का झारखंड में 100 प्रतिशत स्ट्राइक रेट रहा।
केंद्रीय मंत्री एवं लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवानलोकसभा चुनाव 2024 के दौरान चिराग पासवान खूब चर्चा में रहे। वह खुद को (पीएम) 'मोदी का हनुमान' भी बताते हैं। चिराग पासवान को जून के महीने में गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च किया गया। चिराग पासवान की लोजपा (रामविलास) बिहार में 5 सीटों पर चुनाव लड़ी। जमुई, हाजीपुर, खगड़िया, समस्तीपुर और वैशाली में जीत हासिल की। चिराग की पार्टी की स्ट्राइक रेट 100 प्रतिशत रही।
केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार बनने के बाद चिराग पासवान को अहम जिम्मेदारी मिली। हाजीपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चिराग पासवान को मोदी कैबिनेट 3.0 में मंत्री पद मिला। उन्हें मोदी कैबिनेट में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी दी गई।
Patna News: आंबेडकर विवाद पर बोले बिहार BJP प्रदेश अध्यक्ष, केवल राजनीतिक दुकानदारी कर रहा विपक्ष
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता बाबा साहब आंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। गुरुवार को इस मुद्दे को लेकर संसद परिसर में भी धक्का-मुक्की भी हुई।
हाल ही में इस पूरे मामले को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया आई थी। अब इस मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने विपक्ष के आरोपों को नकारा है। उन्होंने बीजेपी को आंबेडकर के संविधान को लेकर आगे बढ़ने वाली पार्टी बताया।
बाबा साहब के संविधान को लेकर बढ़ रही बीजेपीभाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा है कि एनडीए सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के संविधान को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। इस दौरान उन्होंने विपक्ष के सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि मजबूत लोकतंत्र वाला भारत पूरी दुनिया में मिसाल है।
विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए दिलीप जायसवाल ने कहा कि इस तरह की बात करने वाले जो लोग हैं, इन्हें राजनीतिक दुकानदारी करनी है। इससे ज्यादा और कुछ नहीं है।
- तेजस्वी यादव के बयान से जुड़े एक प्रश्न के उत्तर में जायसवाल ने कहा कि राजद के अध्यक्ष लालू यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हम उम्र हैं।
- विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चाचा बोलते हैं। ऐसे में अगर कोई मां, पिता और चाचा के लिए अमर्यादित शब्द बोले तो ऐसे इंसान का कोई वजूद नहीं, ऐसे लोग संस्कारहीन लोग हैं।
राज्यसभा सदस्य डॉ. भीम सिंह के एक प्रश्न के उत्तर में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि नौबतपुर से हरिहरगंज सड़क के चौड़ीकरण के लिए डीपीआर तैयार किया जा रहा है। डॉ. भीम सिंह ने औरंगाबाद होते हुए मेदिनीनगर (पलामू) सड़क जिसे एनएच 139 कहा जाता है, के बिहार वाले भाग के चौड़ीकरण नहीं किए जाने का मामला राज्यसभा में उठाया था।
मंत्री ने बताया कि बिहार से झारखंड के बीच एनएच-139 पर 33.76 किलोमीटर सड़क फोर लेन बनाई जा रही है। झारखंड के पलामू के पड़वा मोड़ (मेदिनीनगर) से बिहार के पटना तक आने वाली इस सड़क का निर्माण कार्य अप्रैल 2025 तक पूर्ण कर लिया जाएगा।
डॉ. भीम सिंह के अतारांकित प्रश्न के जवाब में विभागीय मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को राज्यसभा में बताया कि शिलदाग गांव से हरिगंज तक की यह सड़क 29.26 किलोमीटर तक झारखंड में है।
वहीं, सरिस्ताबाद-फुलवारीशरीफ-नौबतपुर तक सड़क पहले से ही फोरलेन है। नौबतपुर से हरिहरगंज तक फोरलेन बनाने का काम प्रस्ताव डीपीआर चरण में है।
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Cyber Crime: लोन के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, पुलिस गिरफ्त में आए तेलंगाना और नालंदा के पांच साइबर ठग
जागरण संवाददता, पटना। दो निजी फाइनेंस कंपनी के नाम का फर्जी विज्ञापन इंटरनेट मीडिया प्रसारित कर लोन दिलाने के नाम पर साइबर ठगी करने वाले गिरोह के पांच ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसमें एक नालंदा और चार तेलंगाना के है। साइबर थाने की पुलिस ने इन सभी को रामकृष्णा नगर के आदर्श कालोनी स्थित एक फ्लैट से दबोचा है।
गिरोह विज्ञापन दिए गए नंबर पर संपर्क करने वाले लोगों को लोन दिलाने के नाम पर अलग-अलग मद में शुल्क के नाम पर खातों में रकम मंगा रहा था। गिरोह ने फ्लैट को ही कॉल सेंटर बना रखा था।
इनके पास से पुलिस ने तीन स्टांप, एक लैपटॉप, 13 मोबाइल, संबंधित कंपनी का फर्जी सर्टिफिकेट और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। गिरोह दो हजार से अधिक लोगों को निशाने पर ले चुका था, जिनसे करीब पांच करोड़ की ठगी का ब्योरा मिला है।
एक नालंदा और 4 आरोपी तेलंगाना के- नालंदा के कतरीसराय के छाछोबीगहा वार्ड नंबर दो निवासी गोपाल कुमार उर्फ राहुल
- तेलंगाना के महबूबनगर निवासी गुट्टा शिवाकुमार
- मारूती
- वारला सुधारकर
- पी बिक्रम
गिरोह में शामिल अन्य लोगों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। साइबर थाना डीएसपी राघवेंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि लोन दिलाने के नाम पर ठगी की शिकायतें मिल रही थी। तकनीकी अनुसंधान कर ठगों की लोकेशन ट्रेस की गई। एक विशेष टीम का गठन किया गया, जो लोकेशन पर पहुंचकर सत्यापन करने में जुट गई।
सूचना की पुष्टि के बाद वहां दबिश दी गई, तब पांचों आरोपित ने पुलिस से भागने का प्रयास किया। आरोपियों के पास से मोबाइल, लैपटॉप सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए गए हैं। पूछताछ में पता चला कि ये लोग लोन दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे थे।
नौकरी के नाम पर बुलाया, फिर गिरोह में किया शामिलपूछताछ में पता चला कि गिरोह का सरगना मुकेश है। गोपाल मुकेश के लिए काम करता था। मुकेश और उसके साथी अलग अलग राज्यों में नौकरी दिलाने के नाम पर 12वीं पास युवकों को पटना बुलाया था। तेलंगाना के चारों युवक उसके झांसे में आ गए।
चारों युवकों को निर्माण कंपनी में काम दिलाने के नाम पर बुलाया था। फिर उन्हें बताया कि फ्लैट में रहकर फोन करना है और बदले में हर महीना 15 से 20 हजार देने का वादा किया गया। पहले उन्हें सैलरी दी गई, फिर जब सभी युवक साइबर ठगी में शामिल हो गए तो उन्हें ठगी की रकम में 20 प्रतिशत दिया जा रहा था।
पश्चिम बंगाल के गिरोह से लेते थे सिम और खाता नंबरमुकेश ने इन सभी को मोबाइल, सिम कार्ड और खाता नंबर उपलब्ध कराया था। लोन के नाम पर किससे क्या बात करनी है और ठगी की रकम को कैसे उन खातों में ट्रांसफर कराना है, चारों युवकों को इसका बकायदा प्रशिक्षण दिया गया था।
सभी चार महीना से उक्त फ्लैट में रह रहे थे। कोई फ्लैट से बाहर नहीं आता था। उन्हें वहीं रहने के साथ ही भोजन का भी इंतजाम किया जाता था। सिम कार्ड और रकम ट्रांसफर करने के बैंक खातों का इंतजाम मुकेश करता था। वह पश्चिम बंगाल से सिम व खाता नंबर मंगा रहा था।
कैसे करते थे ठगीठग इंटरनेट मीडिया पर निजी फाइनेंस कंपनी से मिलता जुलता विज्ञापन प्रसारित करते या मोबाइल पर लिंक भेजते थे। विज्ञापन के साथ लोन के लिए संपर्क करने के लिए मोबाइल नंबर दिया जाता था।
वह मोबाइल नंबर फ्लैट में बैठे उन पांचों ठगों के मोबाइल में होता था। जैसे ही कोई लोन के लिए फोन करता था, ठग रिसीव कर उनसे बातचीत करते थे।
फिर लोन खाते में भेजने के पहले उनके वाट्सएप नंबर पर फर्जी दस्तावेज भेजकर उनसे अलग अलग मद में फीस के तौर पर राशि पैसा अलग अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कराते थे। जब पैसा जमा करने के बाद भी पीड़ित को लोन नहीं मिलता था और वह उन नंबर पर संपर्क करते थे तो ठग उनके नंबर को ब्लॉक कर देते थे।
अब तक 23 लोगों की हो चुकी हैं गिरफ्तारियांइस महीने में अब तक लोन और कुरियर के नाम पर ठगी करने वाले तीन गिरोह के 23 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
रामकृष्णा नगर से तेलंगाना, आंध्रप्रदेश और शेखपुरा व नालंदा के 12 ठगों को गिरफ्तार किया गया था। इसके पूर्व छह तेलंगाना के युवकों को साइबर ठगी के मामले में जेल भेजा गया था। इन सभी की उम्र 20 से 25 साल के बीच बताई गई।
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शादी का झांसा देकर युवती को फंसाया, फिर बंधक बना डेढ़ साल तक करता रहा दुष्कर्म; ऐसे पहुंचा पुलिस गिरफ्त में
जागरण संवाददाता, पटना। शास्त्रीनगर थाने में बुधवार को डेढ़ वर्षों तक युवती को बंधक बना कर यौन शोषण करने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने आरोपित सिकंदर सिंह (46) को गिरफ्तार कर लिया। वह रेस्टोरेंट संचालक है। सिकंदर मूलरूप से रूपसपुर थाना क्षेत्र की विकास विहार कॉलोनी का निवासी है, जबकि पीड़िता सारण जिले के सोनपुर की रहने वाली है।
आरोपित उससे दोगुनी आयु का है। पुलिस ने उसे आशियाना-दीघा रोड स्थित एक मकान से शराब के नशे में गिरफ्तार किया।
पुलिस ने कराया मेडिकलयुवती की मेडिकल जांच कराने के साथ कोर्ट में बयान दर्ज कराने की प्रक्रिया की जा रही है। थानेदार अमर कुमार ने बताया कि आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है । मिली जानकारी के अनुसार, पीड़िता को आरोपित प्रेम जाल में फंसाकर भगा लाया था। पीड़िता की आयु अभी मात्र 21 वर्ष है।
सिकंदर से जब उसकी मुलाकात हुई थी तब उसकी आयु लगभग 18 वर्ष थी। पिछले 3 सालों से आरोपित ने पीड़िता को शादी का झांसा देकर अपने साथ रखा था।
शादी का झांसा देकर करता रहा दुष्कर्म- आरोपित ने पहले उससे मेल-जोल बढ़ाया, फिर शादी का झांसा देकर तीन वर्ष पहले घर से भगाकर ले आया।
- कुछ दिनों तक उसने अपने रेस्टोरेंट में युवती से काम करवाया, फिर जबरन शारीरिक संबंध बनाया।
- सिकंदर ने उससे वादा किया था कि वह उसे पढ़ाएगा-लिखाएगा और शादी भी करेगा।
- बाद में वो अपने वादे से मुकर गया और पीड़िता को अपने फ्लैट में बंद कर दिया।
- कुछ दिनों बाद उसने अपना आशियाना-दीघा रोड में एक फ्लैट लिया और वहां डेढ़ वर्षों तक युवती को बंद कर रखा।
डेढ़ वर्षों तक युवती को घर से बाहर नहीं आने दिया। सिकंदर जरूरत का सामान फ्लैट पर लाकर रख देता था। वह जब मर्जी हो वहां आता और उसके साथ दुष्कर्म करता था। इस दौरान तीन बार युवती गर्भवती हुई, मगर सिकंदर ने दवा खिलाकर जबरन उसका गर्भपात करा दिया। विरोध करने पर उसकी बेरहमी से पिटाई करता था।
घर से भागकर पुलिस के पास पहुंची पीड़िताकिसी तरह उसने सिकंदर का विश्वास जीता और फर सामान खरीदने के बहाने घर से बाहर जाने लगी। मंगलवार की रात लगभग एक बजे सिकंदर ने शराब पीकर उसके साथ मारपीट की। वह जब गहरी नींद में सो गया तब युवती भागकर थाने आई और आपबीती सुनाई। इसके बाद पुलिस ने आरोपित को दबोच लिया।
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Bihar News: बिहार के इन 5 शहरों में कैमरों की निगरानी में होगा ड्राइविंग टेस्ट, परिवहन विभाग ने दी जानकारी
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: बिहार के पांच नए शहरों में भी जल्द ही अत्याधुनिक तरीके से कैमरों की निगरानी में ड्राइविंग टेस्ट होगा। इनमें गया, भागलपुर, दरभंगा, पूर्णिया और सारण शामिल हैं। इसके लिए इन शहरों में पहले से बने टेस्टिंग ट्रैक का आटोमेशन होगा।
परिवहन विभाग के द्वारा यह काम मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के कारपोरेट सोशल रेस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) फंड से कराया जाएगा। परिवहन विभाग ने विश्वेश्वरैया भवन स्थित सभागार में इसको लेकर संबंधित कंपनी के साथ करार किया है। अभी सिर्फ पटना और औरंगाबाद में ही आटोमेटैड ट्रैक पर टेस्ट लिया जा रहा है।
सड़क पर कुशल ड्राइवर के रहने से दुर्घटनाओं में आएगी कमीपरिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक के आटोमेशन किए जाने से न केवल सड़क पर कुशल और प्रशिक्षित ड्राइवरों को तैयार करने में सहायता मिलेगी, बल्कि दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि लाइसेंस जारी करने से पूर्व कैमरे की निगरानी में अत्याधुनिक तकनीक के माध्यम से ड्राइविंग टेस्ट लिया जाएगा।
टेस्ट में पास होने के बाद आवेदकों का लाइसेंस निर्गत किया जाएगा। अभी पांच जिलों में मारुति सुजुकी द्वारा सीएसआर के तहत ट्रैक का आटोमेशन किया जायेगा। आने वाले दिनों में अन्य जिलों में भी अत्याधुनिक तकनीक आधारित ड्राइविंग टेस्टिंग लिया जाएगा।
पटना और औरंगाबाद में हो चुका टेस्टराज्य परिवहन आयुक्त नवीन कुमार ने बतायाकि पटना और औरंगाबाद में चल रहे आटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का काम भी मारुति सुजुकी द्वारा किया गया था। इसकी सफलता के बाद भागलपुर, दरभंगा, गया, पूर्णिया और सारण में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक को आटोमेटेड करने का निर्णय लिया गया है।
मारुति सुजुकी के अधिकारी राहुल भारती ने कहा कि हम बिहार सरकार का आभार व्यक्त करते हैं कि उन्होंने इस सड़क सुरक्षा परियोजना के लिए एक बार फिर से हम पर विश्वास जताया है। इस मौके पर मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सह सीएसआर हेड तरुण अग्रवाल, जीएम कल्याण सुंदर आदि भी उपस्थित थे।
ड्राइविंग टेस्ट कैसे होता है?- पंजीकरण और निर्धारित तिथि: आप ड्राइविंग टेस्ट के लिए पंजीकरण करेंगे और एक निर्धारित तिथि और समय पर टेस्ट देने के लिए उपस्थित होंगे।
- वाहन की जांच: आपको अपने वाहन को टेस्ट सेंटर में लाना होगा, जहां इसकी जांच की जाएगी। वाहन को सुरक्षित और सड़क योग्य होना चाहिए।
- लिखित परीक्षा (यदि आवश्यक हो): कुछ राज्यों में, आपको एक लिखित परीक्षा देनी होगी जिसमें सड़क सुरक्षा नियमों और यातायात संकेतों के बारे में प्रश्न पूछे जाएंगे।
- व्यावहारिक परीक्षा: यह ड्राइविंग टेस्ट का मुख्य भाग है। आपको एक परीक्षक की उपस्थिति में वाहन चलाना होगा। परीक्षक आपकी ड्राइविंग क्षमता, सड़क सुरक्षा नियमों के पालन, और वाहन चलाने की आपकी क्षमता का मूल्यांकन करेगा।
- परिणाम: परीक्षा के बाद, परीक्षक आपको बताएगा कि आपने टेस्ट पास किया है या नहीं। यदि आप पास हो जाते हैं, तो आपको ड्राइविंग लाइसेंस जारी किया जाएगा। यदि आप फेल हो जाते हैं, तो आपको एक निश्चित अवधि के बाद फिर से परीक्षा देनी होगी।
बाबा साहब के अनुयायी तो संघ और BJP की तरफ..., अमित शाह की टिप्पणी पर बरसे लालू और तेजस्वी यादव
राज्य ब्यूरो, पटना। संघ और भाजपा नेताओं को गोलवलकर की आनुवंशिक पीढ़ी बताते हुए राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने भीमराव आंबेडकर के प्रति केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कथित अपमानजनक बयान की कटु निंदा की है। बाबा साहब को महामानव बताते हुए लालू यादव ने बुधवार को कहा कि उनके असल अनुयायी तो संघ व भाजपा के नेताओं की ओर देखते भी नहीं।
बाबा साहब महामानवलालू प्रसाद ने कहा कि ऐसे महामानव को अपमानित करने के बाद भी अगर कोई प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर पर भाजपा के साथ है तो इसका मतलब है कि वह गोलवलकर, संघ और भाजपा का पूजक व कट्टर तलवा-चाट है।
अमित शाह के बयान से झलक रही आंबेडकर के प्रति घृणालालू ने कहा कि बंच आफ थाट्स के अनुचर कभी भी बाबा साहब के विचारों को नहीं अपना सकते। इसलिए अब वे बाबा साहब को गाली से संबोधित कर रहे। संघ और भाजपा के नेताओं की बोली-बात व भाव-भंगिमा से भी आंबेडकर के प्रति घृणा झलक रही है।
सामाजिक गैर-बराबरी, असमानता, विषमता, छूआछूत, भेदभाव, घृणा को प्रश्रय देने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व भाजपा के नेताओं की संविधान, अनुसूचित जाति-जनजाति, शोषित-वंचित और उपेक्षित समाज से वैमनस्यता जगजाहिर है।
बाबा साहब देव-तुल्यबाबा साहब को देव-तुल्य बताते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि शाह की ऐसी संकीर्ण सोच की हम निंदा करते हैं और क्षमायाचना की मांग करते हैं।
- तेजस्वी ने कहा कि बाबा साहब के चाहने वालों को स्वर्ग नहीं, स्वर चाहिए।
- संविधान के शिल्पकार के प्रति ऐसी घृणित सोच भाजपा और संघ की पाठशाला से ही पनपती है।
- सौ करोड़ से अधिक वंचित, उपेक्षित, उत्पीड़ित, शोषित, उपहासित, अनुसूचित जाति, पिछड़े, गरीब, अल्पसंख्यक एवं समता, समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, बंधुता और संविधान में विश्वास रखने वाले न्यायप्रिय लोगों के लिए बाबा साहब भगवान से कम भी नहीं हैं।
- करोड़ों लोगों को नारकीय जीवन से छुटकारा दिलाकर उन्होंने उन्हें जीते-जी ही मोक्ष प्रदान कर दिया।
केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में संविधान पर चर्चा करते हुए लंबा भाषण दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 'अभी एक फैशन हो गया है- आंबेडकर, आंबेडकर, आंबेडकर.. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता।' गृह मंत्री के इस बयान के बाद से सियासी घमासान छिड़ गया है।
केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान के बाद से विपक्ष उन बाबा साहब आंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगा रहा है। वहीं तेजस्वी यादव ने अमित शाह से माफी मांगने की मांग की है।
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NIA Raid: एके-47 जब्ती मामले में मुजफ्फरपुर, सारण और वैशाली में NIA की छापेमारी; हथियार बरामद
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राज्य ब्यूरो, पटना। मुजफ्फरपुर से एके-47 बरामदगी मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की अलग-अलग टीमों ने बुधवार को राज्य के आधा दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की। सारण में एक, जबकि मुजफ्फरपुर और हाजीपुर में तीन-तीन ठिकानों पर एनआइए ने छापा मारा।
रेड में बरामद हुए हथियारइस दौरान मुजफ्फरपुर जिले में कुढ़नी के मुखिया और सारण जिले के परसा के मुख्य पार्षद के आवास से करीब 14 लाख नकद, हथियार, मोबाइल फोन और अन्य सामान बरामद किया गया।
एनआइए ने मुजफ्फरपुर के फकुली थाने के मनकौनी गांव में मुखिया नंदकिशोर राय उर्फ भोला राय के आवास से 11 लाख 19 हजार 500 रुपये, एक आइफोन और एक मोबाइल फोन जब्त किया।
रेड के दौरान मौजूद रही स्थानीय पुलिस
मुजफ्फरपुर में रेडमुजफ्फरपुर जिले में कुढ़नी के मुखिया कुछ महीनों पहले बरामद किए गए एके-47 जब्ती मामले के आरोपित देवमुनी उर्फ अनीश के पिता है। इस मामले में देवमुनी, विकास, सत्यम और पूर्वी चंपारण के अहमद अंसारी के साथ बेउर जेल में बंद है।
छापेमारी के दौरान एनआइए की टीम ने मुखिया एवं उनकी पत्नी से काफी देर तक पूछताछ की। एनआइए अधिकारियों ने मुखिया को पूछताछ के लिए पटना भी तलब किया है।
इसके अलावा एनआइए ने मुजफ्फरपुर के ही जैतपुर थाने के पोखरैरा गांव के विकास कुमार व मिठनपुरा थाने के तीनकोठिया मोहल्ला के हथियार तस्कर बबलू खान के आवास की भी तलाशी ली।
सारण में मुख्य पार्षद के घर 12 घंटे तक तलाशीसारण जिले के परसा नगर पंचायत के मुख्य पार्षद एशा खातून के चेतना परसा गांव स्थित घर पर एनआइए ने बुधवार की सुबह चार बजे छापेमारी की। करीब 12 घंटे तक मुख्य पार्षद के नए और पुराने मकान की तलाशी ली गई।
इस दौरान मुख्य पार्षद के घर से दो लाख 75 हजार 340 रुपये नकद, एक हथियार एवं अन्य कागजात जब्त किए। एनआइए इसे जब्त कर अपने साथ ले गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जब्त हथियार लाइसेंसी है या गैर लाइसेंसी है, इसकी जांच की जा रही है।
वैशाली में अधिवक्ता के आवास समेत तीन ठिकानों पर छापावैशाली के हाजीपुर में एनआइए की टीम ने पटना हाई कोर्ट के अधिवक्ता संदीप कुमार सिन्हा उर्फ छोटू लाला और कृष्णापुरी बागमली में सत्यम कुमार के घर पर छापेमारी की। वहीं, महुआ थाना क्षेत्र के गौसपुर चकमुजाहिद गांव के मुन्ना राय के यहां भी तलाशी ली गई।
सूत्रों के अनुसार, छापेमारी में एनआइए की टीम को कुछ खास बरामद नहीं हुआ है। एसपी हर किशोर राय ने एनआइए की छापेमारी की पुष्टि की है।
मई में बरामद हुआ था एके-47इस साल सात-आठ मई को मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन व फकुली थाने के ढोढ़ी पुल के निकट से एके-47, मैगजीन, पांच कारतूस व दूरबीन जब्त किया गया था। इसमें देवमुनी उर्फ अनीश, विकास कुमार, सत्यम कुमार व अहमद अंसारी को गिरफ्तार किया गया था। शुरू में इसकी जांच बिहार पुलिस कर रही थी, लेकिन अगस्त में इसकी जांच एनआइए ने संभाल ली।
एके-47 से दिल्ल्ली के कपड़ा व्यवसायी की हत्यादिल्ली के एक कपड़ा व्यापारी की इसी साल एके-47 से हत्य कर दी गई। इस मामले को लेकर बुधवार को पटना से एनआइए की टीम राजेपुर थाना क्षेत्र के मधुआहा मठ टोला पहुंची।
टीम ने यहां बुधू राय के पुत्र संतोष कुमार राय के घर पहुंच कर पूछताछ की। पूछताछ के समय संतोष घर पर नहीं था, वह मुजफ्फरपुर गया था।
एनआइए ने उसके भाई रौशन कुमार से आवश्यक जानकारी ली। उन्हें नोटिस देते हुए कहा कि संतोष पटना स्थित कार्यालय में उपस्थित होकर अपना पक्ष रखे।
टीम ने परिवार वालों को बताया कि दिल्ली में एक कपड़ा व्यवसायी की हत्या एके-47 से की गई थी। इस मामले में एक की गिरफ्तारी दिल्ली में हुई है, हत्यारोपित से संतोष की फोन पर बात हुई थी। टीम इसी आधार पर उसके घर पहुंची थी। बताया गया कि संतोष की मुजफ्फरपुर में कपड़े की दुकान है।
टीम में एनआइए के डीएसपी जी कुमहरण, सब इंस्पेक्टर राहुल सिंह, बलवंत कुमार एवं धनंजय कुमार शामिल थे। मौके पर राजेपुर थानाध्यक्ष मुकेश कुमार सहित अन्य पुलिस कर्मी मौजूद रहे।
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Patna News: 1026 नव निर्मित पंचायत सरकार भवन में मिल रही पोस्ट ऑफिस सुविधा, बैंकिंग सहित ये काम हुए आसान
राज्य ब्यूरो, पटना। पंचायती राज विभाग ने बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में सम्मिलित ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट के साथ अन्य योजनाओं की समीक्षा की। इस दौरान जिला उप-विकास आयुक्त एवं जिला पंचायत राज पदाधिकारियों को पंचायती राज निदेशक आनंद शर्मा ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी कर्मियों की बायोमेट्रिक अटेंडेंस प्रणाली से उपस्थिति सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
पंचायत सरकार भवन में मिल रही पोस्ट ऑफिस सुविधाइस दौरान अधिकारियों ने बताया कि 1026 नव निर्मित पंचायत सरकार भवनों में पोस्ट ऑफिस की सुविधा लोगों की उपलब्ध हो रही है। उल्लेखनीय है कि डाक विभाग के पूर्वी क्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल मनोज कुमार की पहल पर वर्तमान में 62 तरह की सुविधाएं लोगों को पोस्ट ऑफिस में उपलब्ध हो रही है।
पोस्ट ऑफिस में मिल रहीं ये सुविधाएंपंचायत सरकार भवन की पोस्ट ऑफिस सुविधा में लोगों को बैंकिंग सेवाएं, डाक बीमा सेवाएं, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक की सेवाएं, कामन सर्विस सेंटर, पैन कार्ड, आधार कार्ड, बिजली बिल जमा करने आदि की सुविधाएं सम्मिलित हैं।
4,34,084 सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाए गएविभिन्न ग्राम पंचायतों में अभी तक 4,34,084 सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाए गए हैं। बैठक में पंचायती राज संस्थाओं के नियत मासिक भत्ता भुगतान, जिलेवार लंबित न्यायिक वादों की सूची एवं लंबित उपयोगिता प्रमाण पत्र की समीक्षा की गई। शर्मा ने जन-कल्याणकारी योजनाओं के लिए प्राप्त राशि की प्रसाशनिक स्वीकृति ले कर तेजी से कार्य पूरा करने की ओर अधिकारियों का ध्यान आकृष्ट किया।
मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के तहत मछली पालन को मिलेगा अनुदान- गोपालगंज जिले में मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए मत्स्य विभाग ने नई पहल की है। अब मुख्यमंत्री समेकित चौर विकास योजना के तहत पालन के लिए नए तालाब खुदवाने वाले सामान्य जाति के किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
- एक किसान को एक हेक्टेयर में नया तालाब खुदवाने पर मत्स्य विभाग अनुदान देगा।
- नया तालाब खुदवाने वाले एसटी-एससी व अतिपिछड़ा वर्ग के किसानों को 70 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा।
- इसके साथ ही चयनित किसानों को मत्स्य पालन का प्रशिक्षण देने के लिए विभाग उन्हें बाहर भी भेजेगा। इस योजना का लाभ पाने के लिए बस किसानों को जिला मत्स्य पालन विभाग को आवेदन देना होगा।
- आवेदन मिलने के बाद विभागीय पदाधिकारी मौके पर जाकर जमीन के रकबा की जांच करेंगे। अगर सब कुछ सही मिला तो आवेदन को चयनित कर अनुदान देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
- आठ नदियों वाला यह गोपालगंज जिला मत्स्य पालन में सूबे में अपना एक अलग स्थान रखता है। मत्स्य पालन इस जिले में आय का एक बड़ा साधन है। सरकार भी मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं चला रही है।
- अब इन योजनाओं में एक और योजना को जोड़ दिया गया है, जिससे मत्स्य पालन की ओर किसानों को बढ़ावा दिया जा सके।
- जिला मत्स्य पदाधिकारी मनोरंजन कुमार ने बताया कि एक हेक्टेयर में चार तालाब के निर्माण पर 7.32 लाख, एक हेक्टेयर में दो तालाब के निर्माण पर 8.88 लाख तथा एक हेक्टेयर में एक तालाब के निर्माण पर 9.69 लाख की लागत आएगी।
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Patna News: एम्स की तर्ज पर IGIMS में भी मिलेंगी 90 फीसदी तक सस्ती दवाएं, इन मरीजों को होगा सबसे ज्यादा फायदा
जागरण संवाददाता, पटना। एम्स की तर्ज पर अब आईजीआईएमएस में भी भर्ती रोगियों को 30 से 90 प्रतिशत तक सस्ती दवाएं व सर्जिकल उपकरण मिलेंगे। संस्थान प्रबंधन ने इसे क्रियान्वित करने के लिए सेंट्रल फार्मेसी को सीधे कंपनी से रेट कांट्रैक्ट कर आवश्यक दवाएं, सर्जिकल सामान व अन्य उपयोगी चिकित्सा सामग्री खरीदने को निर्देश दिया है।
जनवरी या फरवरी से रोगियों को बाजार से बहुत सस्ते में दवाएं व सर्जिकल सामान मिलने लगेंगे।
चिकित्साधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि इलाज खर्च कम करने के लिए संस्थान कई विकल्पों पर विचार कर रहा है। सीधे कंपनी से खरीदारी कर रोगियों को सस्ती दवाएं व सर्जिकल सामग्री उपलब्ध कराना इसकी शुरुआत है।
बिचौलियों की दुकान होगी बंद- डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि सेंट्रल फार्मेसी सभी जीवनरक्षक दवाओं के अलावा अधिक खपत वाली सभी दवाएं व सर्जिकल सामग्री व उपकरणों की खरीदारी सीधे कंपनी से करेगी।
- इससे सीएंडएफ, डिस्ट्रीब्यूटर, रिटेलर आदि को मिलने वाला कमीशन रोगियों को नहीं देना पड़ेगा।
- सीधे कंपनी से बड़ी मात्रा में खरीदारी के कारण कंपनियां एम्स जैसे अस्पतालों को थोक व्यापारियों से भी अधिक छूट देती हैं।
- ये दवाएं सीधे कंपनी फार्मेसी तक पहुंचाती है, जिससे परिवहन लागत भी नहीं लगती है।
- अस्पताल की फार्मेसी लाभ कमाने के बजाय सस्ती व सुलभ स्वास्थ्य उपलब्ध कराने के लिए काम करता है, ऐसे में इसमें लाभ नहीं जोड़ा जाएगा।
- इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा नेशनल लिस्ट आफ इसेंशियल मेडिसिन्स की नियंत्रित कीमतों का पूरा लाभ मिलता है।
- कैंसर, हृदय रोगों की दवाओं पर सरकार सब्सिडी भी देती है, उसका लाभ भी मरीजों को मिलेगा।
कैंसर की दवाएं देश की सबसे महंगी दवाओं में से एक हैं, कई मरीज इसे खरीदने में भी असमर्थ होते हैं। अब कीमत कम होने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइस अथॉरिटी (एनपीपीए) ने कैंसर, मधुमेह, हृदय रोगों की बहुत सी दवाओं का मूल्य नियंत्रित किया है।
ये दवाएं बाजार से 30 से 70 प्रतिशत तक कम मूल्य पर अस्पताल की फार्मेसी में मिलेंगी। जैसे कैंसर की दवा बाजार में दस हजार हो पर अस्पताल में तीन से पांच हजार में ही मिल जाएगी।
एम्स में सस्ती दवाएंआईजीआईएमएस से पहले एम्स में भर्ती मरीजों को सस्ती दवाएं मिलती थीं। अब आईजीआईएमएस में भी दवाओं की कीमत 30 से 70 प्रतिशत कम होने के बाद लोगों को बड़ी राहत मिलेगी।
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Cyber Crime: 'आपके सिम से बहुत ज्यादा कॉल हुए हैं...' यह सुनते ही काट दें फोन; साइबर ठगी का नया पैंतरा आजमा रहे ठग
आशीष शुक्ला, पटना। 'हेलो, ट्राई टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) आपको यह सूचना दे रहा है कि आपके फोन नंबर से गैरकानूनी कॉल के कारण आपका मोबाइल नंबर दो घंटे में बंद हो जाएगा। अधिक जानकारी के लिए 9 दबाएं, ग्राहक सेवा के लिए जीरो दबाएं...।'
यह भी कहा जाता है कि आपने सामान्य से अधिक कॉल किए हैं। यह रिकॉर्डेड कॉल आजकल लोगों के मोबाइल पर आ रही है। कई बार यह नंबर अलग-अलग कंट्री कोड से आ रहा है।
गलती से अगर ऐपने फोन रिसीव कर लिया और बताए गए नंबर को डॉयल कर निर्देशों का पालन करते गए तो आप डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के शिकार हो सकते हैं।
यह लोगों को स्वयं ही जाल में फंसने के लिए बाध्य करने की साइबर ठगों की नई चाल है। इस तरह के काल आ रहे है तो इसका भूल से भी संज्ञान नहीं लें। तीन दिन पूर्व ही एक शिक्षक नंबर दबाने के चक्कर में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह के शिकार हो गए। साइबर थाने की पुलिस इस मामले में केस दर्ज कर जांच कर रही है।
एक नंबर दबाते हुए ठगों के जाल में फंस गए शिक्षकशास्त्रीनगर निवासी युवक पेशे से शिक्षक हैं। दोपहर करीब 12 बजे उनके मोबाइल नंबर पर एक अनजान नंबर से फोन आया। रिकार्डेड कॉल था। रिसीव करते ही बोला गया कि आपका नंबर दो घंटे में बंद हो जाएगा। इसका कारण जानने के लिए एक दबाएं। वह घबरा गए और एक नंबर दबा दिया।
बताया गया कि उनका नंबर काल ट्राई में लग गया। वहां जिससे बात हुई उसने अपना परिचय दिया और खुद को सीनियर एडवाइजर ऑफ ट्राई दिल्ली बताया।
इंप्लॉई कोड के नाम पर कुछ नंबर बताया। फिर उनसे आधार कार्ड नंबर पूछकर ले लिया और बताया कि इससे एक सिम लिया गया है, जो कि मुंबई में काम कर रहा है। उसका नंबर भी बताया।
सिम कार्ड लेने वाले का पता तिलक नगर मुंबई बताया। सिम कार्ड लेने की तिथि भी बताई। उसने कहा कि उक्त नंबर से फोन कर लोगों को डराया धमकाया जा रहा है। इस नंबर के खिलाफ केस दर्ज है।
ऑनलाइन स्टेटमेंट, वीडियो काल पर पूछताछठगी पूरी तैयारी के साथ काम कर रहे ठगों ने केस दर्ज होने की बात बोलकर कार्रवाई का डर दिखाते हुए उन्हें आगे बातचीत करने को विवश कर दिया। धीरे-धीरे पीड़ित पर दबाव बढ़ाने लगे, फिर नई चाल चलते हैं। उन्हें बताया गया कि आपको मुंबई आना होगा। असमर्थता जताने पर कहा कि मुंबई साइबर ब्रांच में आपका ऑनलाइन बयान लिया जाएगा।
यह कहकर कॉल को साइबर ब्रांच के नाम पर फारवर्ड कर दिया। वहां ऑनलाइन स्टेटमेंट देने के लिए एक वाट्सएप नंबर बताया गया और उसे फोन में सेव करने को कहा गया। फिर अपना नाम तथा राज्य लिखकर भेजने को कहा। पीड़ित ने अपना और राज्य का नाम उक्त नंबर पर भेज दिया।
पुलिसकर्मी बनकर घंटों पूछताछ, खाते में मंगाए 98 हजार
- वाट्सएप नंबर सेव करने के तुरंत बाद उनके मोबाइल पर वीडियो कॉल आया। उधर से कहा गया कि ऑनलाइन स्टेटमेंट के लिए आप एकांत कमरे में पहुंचकर बात करें।
- वह वैसा ही करते गए, जैसा ठग उनसे कहते गए। वह एक कमरे में बैठ गए, इसके बाद बारी-बारीपांच से छह ठग स्वयं को मुंबई साइबर ब्रांच का अधिकारी बताते हुए उनसे पूछताछ करने लगे।
- उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए डराया गया, धोखाधड़ी में नाम शामिल करने की धमकी दी गई।
- उसी समय उनके नंबर पर एक फर्जी अरेस्ट ऑर्डर का पेपर भेजा गया, इसी डर ने उन्हें तनाव में ला दिया।
- उन्हें इससे बचने के लिए एक बैंक का खाता नंबर भेजा गया और उसमें 98 हजार रुपये ट्रांसफर करने की बात कही।
- वह डर गए और ठगों के खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिए, इसके बाद उन्हें ठगी का एहसास हुआ।
इसी तरह के कॉल इन दिनों आरबीआई के नाम पर भी आ रहे हैं, जबकि इस तरह के कोई भी कॉल RBI से कभी नहीं किए जाते हैं। भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (भादूविप्रा) ने पूर्व में इस तरह के कॉल को लेकर अलर्ट किया था।
RBI नहीं करता कॉलकिसी भी दूरसंचार ग्राहक के किसी भी मोबाइल नंबर को ब्लॉक या डिस्कनेक्ट नहीं किया जाता। कभी भी मोबाइल बंद करने के लिए न तो कोई संदेश भेजा जाता है और न कॉल किया जाता है। इसलिए ऐसे कॉल से सावधान रहें।
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Bihar Weather: पहले ठंड और फिर कोहरा, मौसम की आंख मिचौली से बढ़ी लोगों की परेशानी; IMD ने फिर जारी किया अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: बिहार के मौसम में बदलाव लगातार जारी है, जिसकी वजह से तापमान में भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले 2-3 दिनों तक प्रदेश का मौसम ऐसा ही बने रहने का अनुमान है। सुबह के समय कोहरा छाए रहने से ठंड में इजाफा होगा तो वहीं रात के तापमान में 2-3 डिग्री वृद्धि के आसार हैं। अगले 2 दिनों के बाद एक बार फिर तापमान में कमी आएगी।
कड़ाके की ठंड से बढ़ी लोगों की परेशानी
प्रदेश के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- पटना में आज का अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 25 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 24 डिग्री और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री रहने का अनुमान है।
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अगले दो वर्षों के लिए दो हजार करोड़ के परिव्यय के साथ मिशन मौसम को स्वीकृति प्रदान की है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बीते 15 वर्षों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने मौसम पूर्वानुमान के लिए कमांड सिस्टम बनाने और मौसम विज्ञान केंद्र स्थापित करने की दिशा में कई काम किए हैं।
2008 में जब नेपाल के रास्ते दो लाख क्यूसेक पानी बिहार की कोसी तथा सहायक नदियों में आया था तब कई इलाके बाढ़ से तबाह हो गए थे। पूरा मिथिलांचल डूब गया था, लेकिन 2024 में 6.5 लाख क्यूसिक पानी आने पर भी हम ध्वस्त नहीं हुए।
यह मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग के साझा प्रयास से संभव हुआ। बिहार में मौसम पूर्वानुमान और आपदा प्रबंधन की एक समग्र व्यवस्था विकसित हो चुकी है। सौ वर्ष पूर्व हमारे किसान बादल व हवा का रूख देख मौसम का अनुमान लगाते थे।
AWOS का किया उद्घाटनउपमुख्यमंत्री भारत मौसम विज्ञान विभाग के 150वें स्थापना वर्षगांठ के मौके पर अनीसाबाद स्थित एक निजी होटल में आयोजित मौसम और जलवायु सेवाओं पर हितकारक कार्यशाला को संबोधित किया। समारोह के दौरान उप मुख्यमंत्री ने पटना एयरपोर्ट पर नवनिर्मित स्वचालित मौसम अवलोकन प्रणाली (AWOS) का ऑनलाइन उद्घाटन किया।
वेदर रडार स्थापित होंगेइस अवसर पर भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि प्रदेश में मौसम प्रणाली को दुरुस्त करने के लिए पूर्णिया और दरभंगा में वेदर रडार स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा मालदा व बनारस में भी रडार स्थापित कर मौसम संबंधी जानकारी प्रसारित की जाएगी।
प्रदेश की सभी पंचायतों में आटोमेटिक वेदर सिस्टम मशीन स्थापित कर मौसम से जुड़ी सटीक जानकारी दी जाएगी। मौसम विभाग के प्रति लोगों का विश्वास बढ़े इसके लिए बेहतर कार्य किए जाएंगे।
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Bihar Teacher Bharti: उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 24 हजार 811 पदों पर होगी नियुक्ति, 1 हफ्ते में आएगा रिजल्ट
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने शिक्षा विभाग के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक के 24 हजार 811 पदाें पर नियुक्ति करेगा। आयोग ने बुधवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर संशोधित रिक्ति वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।
संगीत में 918, इंटरप्रेनियोरशिप में 150, गणित में 1220, रसायन शास्त्र में 3742, मैथिली में 188, प्राकृत में 153, पाली में 87, इतिहास में 1752, अर्थशास्त्र में 339, मनोविज्ञान में 1430, राजनीति शास्त्र में 1281, व्यवसाय में 443, मगही में 106, भोजपुरी में 186, दर्शनशास्त्र में 121, गृहविज्ञान में 593 पद चिह्नित किए गए हैं।
वहीं, संस्कृत में 919, भूगोल में 407, वनस्पति शास्त्र में 1485, जंतु विज्ञान में 777, भौतिकी में 1961, हिंदी में 1358, फारसी में 311, बांग्ला में 24, उर्दू में 1214, लेखा में 212, अंग्रेजी में 1851, समाज शास्त्र में 462, अरबी में 190 तथा कंप्यूअर में 931 पद चिह्नित किए गए हैं।
बैकलॉग पदों पर भी होगी नियुक्तिइसमें आरक्षित श्रेणी के बैकलॉग पदों को भी शामिल किया गया है। इसमें अनुसूचित जाति के लिए छह हजार 483, अनुसूचित जनजाति के लिए 484, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए चार हजार 952, पिछड़ा वर्ग के लिए तीन हजार 276, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए एक हजार 348 तथा सामान्य श्रेणी के लिए सात हजार 49 पद चिह्नत हैं।
तृतीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा के तहत प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालयों का परिणाम जारी किया जा चुका है। आयोग सूत्रों के अनुसार विभाग से श्रेणीवार रिक्तियों की संख्या प्राप्त होने के बाद उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्ति के लिए परिणाम एक सप्ताह के अंदर जारी कर दिया जाएगा।
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बिहार के 21 छोटे-बड़े शहरों के लिए पटना से चलेंगी 35 बसें, परमिट लेने की प्रक्रिया पूरी; देखें रूट चार्ट
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के बेड़े में गुरुवार को 43 डीलक्स नई बसें जुड़ जाएंगी। इसमें से 35 बसें राज्य के 21 छोटे-बड़े शहरों के लिए चलेंगी। इस रूट में राज्य के कई जिला मुख्यालय, अनुमंडल मुख्यालय और प्रखंड मुख्यालय जुड़ जाएंगे। आठ बस पटना प्रमंडल को मिला है।
पटना से देवघर, मुंगेर, मुंडेश्वरी, वाल्मीकि नगर, भागलपुर, किशनगंज, मधेपुरा, मधुबनी, सुपौल, जोगबनी, रक्सौल, अरेराज, सीतामढ़ी, नवादा, रजौली, गया, पूर्णिया, जहानाबाद सहित कई जगहों के लिए चलेंगी। सभी बसों के रूट परमिट लेने की प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है।
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसें फुलवारीशरीफ बस डिपो और बांकीपुर बस पड़ाव होते हुए राज्य के विभिन्न शहरों में जाएंगी और वापस आएंगी। सभी बसें डीलक्स है। प्रत्येक बस में 40 सीटें हैं। राज्य के विभिन्न हिस्सों में चलने के लिए बिहार राज्य परिवहन निगम के बेड़े में 2021 में 70 बसें शामिल हुई थी।
परिवहन निगम के पास 581 बस पहले से हैं। 43 के जुड़ जाने के बाद निगम के पास बसों की संख्या 624 बसें हो जाएंगी। निगम नगर बस सेवा में 140 से अधिक बसों का परिचालन कर रहा है। 30 इलेक्ट्रिक और 110 सीएनजी बसें राजधानी की सड़कों पर चल रही हैं। इसके अतिरिक्त परिवहन निगम 150 अनुबंध पर बसों का परिचालन राज्य के विभिन्न हिस्सों के लिए करा रहा है।
रूट बसों की संख्या पटना से वाल्मीकि नगर दो पटना से देवघर वाया मुंगेर दो पटना से मुंडेश्वरी दो पटना से जहानाबाद दो पटना से किशनगंज दो पटना से मधेपुरा दो मधुबनी से पटना दो घोघरडीहा से पटना दो सुपौल से पटना दो खौना से पटना दो जोगबनी से पटना दो रक्सौल से पटना एक पागरा से पटना दो अरेराज से पटना एक सीतामढ़ी से पटना दो नवादा से पटना एक रजौली से पटना दो गया से पटना एक पूर्णिया से पटना दो भागलपुर से पटना दो गया से औरंगाबाद दो जोगबनी से सिलीगुड़ी दो लोचाघाट से पूर्णिया दो लोचाघाट से किशनगंज दो मुख्यमंत्री 43 नई डीलक्स बसों को दिखाएंगे हरी झंडीराज्य के अंतरक्षेत्रीय मार्गों पर 43 नई डीलक्स बसों का परिचालन शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को हरी झंडी दिखाकर बस परिचालन का शुभारंभ करेंगे। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा के साथ परिवहन मंत्री शीला कुमारी भी शामिल रहेंगी।
परिवहन मंत्री ने बताया कि राज्य की जनता को सस्ती, सुलभ, सुगम, सुरक्षित एवं अत्याधुनिक सुविधायुक्त परिवहन सेवा उपलब्ध कराने के लिए 43 डीलक्स बसों का शुभारंभ किया जा रहा है। इन बसों का परिचालन राज्य के विभिन्न शहरों और कस्बों के बीच किया जाएगा। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में परिवहन व्यवस्था और सुदृढ होगी। डीलक्स बसें पुशबैक, सीसीटीवी, एनाउंसमेंट सिस्टम, डिसप्ले बोर्ड, फायर फाइटिंग आदि से लैस होंगी।
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के द्वारा अभी कुल 581 बसों का परिचालन किया जा रहा है। इनमें 166 सीएनजी एवं 25 इलेक्ट्रिक बसें हैं। लोक निजी भागीदारी योजना के अंतर्गत कुल 141 बसें विभिन्न मार्गों पर चलाई जा रही है। पटना एवं दरभंगा से गाजियाबाद के लिए छह वाल्वो बसों का परिचालन कराया जा रहा है। बोधगया से काठमांडू मार्ग पर चार जबकि पटना से जनकपुर-नेपाल मार्ग पर तीन बसें चलाई जा रही हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। सरकारी विद्यालयों में बच्चों की पढ़ाई का प्रदर्शन के बारे में अभिभावकों को हर माह जानकारी दी जाएगी। इसके लिए प्रत्येक माह के किसी एक शनिवार को सभी 71 हजार प्रारंभिक विद्यालयों में अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी होगी, जिसमें अभिभावकों को आमंत्रित किया जाएगा।
जिस विद्यालय में बच्चों की संख्या होगी उसमें पहली से पांचवीं कक्षा के बच्चों और कक्षा छठी से आठवीं तक के बच्चों के अभिभावकों की अलग-अलग दिन संगोष्ठी बुलायी जाएगी। इसमें बेहतर उपस्थिति वाले बच्चों के अभिभावकों की प्रशंसा करेंगे, जबकि कक्षा में कम उपस्थिति वाले बच्चों के अभिभावकों से कारण जानेंगे।
सभी DEO को दिए गए निर्देशइस संबंध में शिक्षा विभाग की ओर से बुधवार को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को निर्देश जारी किया गया। प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार द्वारा सभी डीईओ को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि राज्य के सभी विद्यालयों में शनिवार को संगोष्ठी को कारगर बनाएं, ताकि इसके अच्छे परिणाम मिले।
यह ध्यान रहे कि प्रधानाध्यापक द्वारा माह के प्रारंभ में ही संगोष्ठी की तिथि तय कर दी जाए एवं इसके संबंध में अभिभावकों को सूचित किया जाए। यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी अभिभावकों को फोन काल या शिक्षकों द्वारा व्यक्तिगत संपर्क कर आमंत्रित अवश्य किया जाए। वर्ग शिक्षक अपने कक्षा के लिए संगोष्ठी पंजी (रजिस्टर) रखेंगे एवं प्रत्येक अभिभावक से चर्चा के बाद पंजी में चर्चा का सारांश दर्ज करेंगे।
यदि कोई अभिभावक निश्चित तिथि को संगोष्ठी में भाग नहीं ले पाते हैं तो वो सप्ताह के अन्य दिन भी विद्यालय आकर अपने बच्चे की प्रगति से बारे में जानकारी लेंगे। यदि प्रधानाध्यापक निश्चित तिथि को किसी कारणवश बैठक आयोजित नहीं करा पाते हैं तो शिक्षकों के साथ विचार विमर्श कर उस माह के किसी अन्य शनिवार को बैठक आयोजित किया जाएगा।
बैठक में महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा- शिक्षक बच्चों के उस महीने की उपस्थिति साझा करेंगे।
- बच्चों को विद्यालय भेजने का अभिभावक से अनुरोध करेंगे।
- शिक्षक बच्चों के स्वच्छता आचरण के बारे में जानकारी देंगे।
- बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय की पोशाक में भेजने का अनुरोध।
- अभिभावक से बच्चों के धाराप्रवाह एवं गणितीय कौशल के बारे में बताएंगे।
- भाषा एवं गणित में कमजोर बच्चों में सुधार हेतु अभिभावक को कहेंगे।
- अभिभावकों से अनुरोध करेंगे कि बच्चों को घर में प्रतिदिन कम से कम एक घंटे के लिए हिंदी एवं अंग्रेजी के पाठ कराएं।
- शिक्षक अभिभावकों से होम वर्क पर बात करेंगे।
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पटना हाई कोर्ट से उत्पाद विभाग को बड़ा झटका, स्कॉर्पियो जब्त करना पड़ा महंगा; अब अधिकारियों पर भी होगा एक्शन
विधि संवाददाता, पटना। पटना हाई कोर्ट ने उत्पाद विभाग द्वारा एक स्कॉर्पियो को अवैध तरीके से जब्त करने के मामले में याचिकाकर्ता को वाहन के बीमा मूल्य नौ लाख रुपये व अतिरिक्त खर्च के तौर पर 25 हजार रुपये देने का आदेश दिया है। साथ ही कोर्ट ने दोषी अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की भी अनुशंसा की है।
न्यायाधीश पीबी बजनथ्री की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कारू सिंह उर्फ श्याम सुंदर शर्मा की याचिका पर सुनवाई करते हुए बुधवार को यह आदेश दिया।
वरीय अधिवक्ता अंशुल ने याचिकाकर्ता का पक्ष रखते हुए कहा कि उत्पाद विभाग ने उक्त वाहन को उत्पाद कानून के उल्लंघन के संदेह में जब्त कर लिया, जबकि जब्ती का मूल आधार ही अनुपस्थित है।
वाहन मालिक ने खटखटाया था कोर्ट का दरवाजा- वाहन मालिक याचिकाकर्ता ने इस जब्ती को चुनौती के लिए पुनर्विचार और अपील की, लेकिन पुनर्विचार और अपील के दोनों आवेदन निरस्त कर दिए गए। मामला अंतिम निर्णय के लिए पटना हाई कोर्ट में प्रस्तुत किया गया।
- कोर्ट ने मामले के तथ्यों पर विचार किया, जिसमें शराब या अवैध सामग्री की गैर बरामदगी और जब्ती के अनुचित होने की बात सम्मिलित थी।
- यह निर्णय इस सिद्धांत को दर्शाता है कि जब्ती उचित होनी चाहिए और अधिकारियों द्वारा की गई अनुचित करवाई के कारण हुए नुकसान के लिए व्यक्तियों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
उधर, गोपालगंज जिले के हथुआ थाना क्षेत्र के बसडीला गांव के समीप उत्पाद विभाग ने बुधवार को वाहन जांच के दौरान एक शराब लदी स्कॉर्पियो को जब्त कर लिया। इस दौरान स्कॉर्पियो के अंदर छुपाकर रखी गई 689 लीटर शराब को उत्पाद विभाग ने बरामद कर लिया, जबकि शराब तस्कर मौके से फरार हो गए।
उत्पाद विभाग की टीम हथुआ थाना क्षेत्र के बसडीला गांव के समीप वाहन जांच कर रही थी। इसी बीच एक स्कॉर्पियो को आते देखकर उत्पाद विभाग ने उसे रोकने का इशारा किया। इस दौरान स्कॉर्पियो में सवार शराब तस्कर स्कॉर्पियो को लेकर भागने लगे। इसके बाद उत्पाद विभाग ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया।
इस बीच रास्ते में शराब लदी स्कॉर्पियो को सड़क के किनारे छोड़कर शराब तस्कर मौके से फरार हो गए। फरार हुए शराब तस्करों को चिह्नित कर उत्पाद विभाग की टीम उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।
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राजधानी में बड़ा कांड, घर में औरतों को बंधक बनाकर लूट; 30 लाख के जेवरात लेकर डकैत हुए फरार
Bihar Gas Connection: 7 लाख घरों तक गैस कनेक्शन देने का लक्ष्य, मगर योजना की रफ्तार काफी धीमी
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में दिसंबर 2024 तक तकरीबन सात लाख घरों तक गैस कनेक्शन देने की सरकार योजना में उपलब्धि संतोषजनक नहीं है। बुधवार को राज्य के मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने राज्य में सिटी गैस सप्लाई के साथ ही दक्षिण बिहार में कार्यान्वित हो रही सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग, रेलवे, उर्जा, टेली कम्युनिकेशन से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में गैस कनेक्शन की गति धीमी रहने की बात सामने आई। बैठक में राज्य सरकार के चुनिंदा विभागों और केंद्र सरकार के प्रतिनिधि शामिल हुए।
मासिक समीक्षा करेंगे खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण सचिवबैठक में मुख्य सचिव को जानकारी दी गई कि राज्य में चल रही परियोजनाओं में तेजी से कार्य हो रहा है। सभी परियोजनाओं के लिए जितनी जमीन की आवश्यकता है वह भी उपलब्ध हो रही है।
सिटी गैस सप्लाई में कनेक्शन देने में धीमी गति को देखते हुए मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि संबंधित वितरण एजेंसियों के साथ मासिक समीक्षा सचिव खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के स्तर पर करने की व्यवस्था बनाई ताकि उपभोक्ताओं को पाइप गैस सप्लाई मिल सके।
जमीन के मुआवजे का वितरण कार्य जल्द हो शुरूबैठक में बताया गया कि सोन नगर अंडाल डेडिकेटेड फ्रेड कॉरिडोर, सासाराम रेल ओवर ब्रिज, वाराणासी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे में रोहतास एवं औरंगाबाद में में कार्य प्रारंभ हो चुका है। सासाराम-आरा-पटना ग्रीन फील्ड फोरलेन हाईवे परियोजना के लिए जमीन मुआवजे का वितरण शुरू किया जा रहा है।
तीन जिलों रोहतास, भोजपुर और पटना में एक महीने के अंदर पथ के राइट आफ वे के सीमांकन का काम सुनिश्चित करने का परामर्श एनएचआईए को दिया गया है। परियोजना की निविदा जारी हो चुकी है। अनुमान है कि फरवरी-मार्च तक कार्य आवंटन हो जाएगा।
जमीन को लेकर किसी भी परियोजना में कोई समस्या नहींइसी प्रकार बैठक में जानकारी दी गई कि मुंगेर-भागलपुर- मिर्जा चौकी तथा आमस-दरभंगा फोर लेन परियोजना में तेज गति से काम चल रहा है। मुख्य सचिव ने बैठक में कहा कि सभी परियोजनाओं के लिए परियोजना-वार उप समाहर्ता को नोडल पदाधिकारी नामित किया गया है जो पाक्षिक तौर पर परियोजना का स्थल भ्रमण कर आन लाइन रिपोर्ट देंगे।
इसी प्रकार दूरस्थ बसावट और दुर्गम क्षेत्र में टेली कम्युनिकेशन आधारभूत संरचना के बचे कार्य को शीघ्र पूरा करने का आग्रह टेलीकॉम विभाग से किया गया। सभी एजेंसियों ने इस दौरान बताया कि राज्य में भूमि की उपलब्धता के कारण किसी भी परियोजना में काम प्रभावित नहीं है।
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Prashant Kishor: 'मैं NDA का समर्थन करता अगर...', पीके का बड़ा बयान; नीतीश कुमार का लिया नाम
राज्य ब्यूरो, पटना। जन सुराज पार्टी (Jan Suraaj Party) के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने एक तरह से खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि अगर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को किसी गांव में खड़ा कर दिया जाए तो 10 प्रतिशत लोग भी उन्हें नहीं पहचान पाएंगे।
पीके ने दावा किया कि यह वही भाजपा है, जो दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करती है, जबकि बिहार में उसकी हालत बेहद दयनीय है। बुधवार को बयान जारी कर पीके ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला।
'43 विधायकों के साथ नीतीश कुमार को...'प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में भाजपा के पास अपना कोई मजबूत चेहरा नहीं है। नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ सरकार बनाकर भाजपा स्वयं डूब रही है। आज बिहार में भाजपा के पास कोई स्पष्ट नेतृत्व नहीं है और इसीलिए उन्होंने 43 विधायकों के साथ नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाए रखा है।
पीके ने इसे भाजपा की बड़ी रणनीतिक भूल बताया और दावा किया कि अगले चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) में उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
'मैं NDA का समर्थन करता अगर...'नरेन्द्र मोदी (PM Modi) पर अंगुली उठाते हुए पीके ने कहा कि अगर पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास व उसकी समस्याओं को लेकर एक भी मीटिंग की होती तो वे अपना पूरा अभियान वापस लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का समर्थन कर देते। बिहार ने जाति-धर्म सब भूलकर मोदी को जिताया, लेकिन मोदी को बिहार की चिंता नहीं है।
एक देश-एक चुनाव पर बोले BJP के प्रदेश अध्यक्षभाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने एक देश-एक चुनाव की अवधारणा को राष्ट्र-हित में अत्यंत आवश्यक बताते हुए इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी पहल बताया।
मंगलवार को बयान जारी कर उन्होंने कहा कि देश में बार-बार चुनाव के कारण विकास की प्रक्रिया बाधित होती है। बार-बार आदर्श आचार संहिता लागू होने से न केवल प्रशासनिक कार्य रुकते हैं, बल्कि सरकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी प्रभावित होता है। एक देश-एक चुनाव से चुनाव प्रक्रिया में खर्च होने वाले धन और समय का सदुपयोग राष्ट्र निर्माण के कार्यों में किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव कराने से सरकार और निर्वाचन आयोग पर भारी आर्थिक बोझ पड़ता है। एक ही समय पर चुनाव होने से आचार संहिता बार-बार लागू नहीं होगी और सरकारें बिना किसी रुकावट के विकास कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगी। प्रशासनिक कार्यों में स्थिरता आएगी।
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Patna News: राजधानी में बड़ा कांड, घर में औरतों को बंधक बनाकर लूट; 30 लाख के जेवरात लेकर डकैत हुए फरार
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। मेहंदीगंज थानाक्षेत्र के नवनीत नगर स्थित एक घर मंगलवार की शाम में घुसकर हथियारबंद अपराधियों ने स्वजनों को पिस्तौल व चाकू की नोक पर बंधक बना 30 लाख की डकैती कर फरार हो गए।
हथियारबंद अपराधियों ने घर में रखे लगभग डेढ़ लाख रुपये भी लूट लिए। पीड़ित स्वजन की सूचना पर पहुंची पुलिस मामले में छानबीन की।
शाम को हुई वारदातपीड़ित गृह स्वामिनी सविता देवी और बहू पिंकी देवी ने बताया कि मंगलवार की शाम 6:20 बजे मुंह ढके आधा दर्जन अपराधी मुख्य दरवाजा खटखटाया। गृहस्वामनी ने जैसे ही दरवाजा खोला, डैकैतों ने घर के अंदर घुसकर सास और बहू को बंधक बना लिया।
इसके बाद, डैकतों ने बच्चियों प्रियांशी और देवयांशी के गले पर पिस्तौल और चाकू सटाकर जेवरात व रुपये के संबंध में पूछा। गृहस्वामिनी के अनुसार, घर के बाहर एक अपराधी पिस्तौल लेकर खड़ा था।
घर में घुसे अपराधी भूतल के तीन, प्रथम व द्वितीय फ्लोर के एक-एक कमरे में रखे आलमीराें को तोड़कर लगभग 30 लाख के जेवरात, डेढ़ लाख रुपये कैश व चार मोबाइल फोन लूट लिए।
बच्चों को जान से मरने की देते रहे धमकीपीड़ितों ने बताया कि लूटपाट के दौरान हथियारबंद अपराधी बच्चों को जान से मारने की धमकी देते रहे। अपराधियों ने घर में रखे डीवीआर और क्लोज सर्किट कैमरा को भी क्षतिग्रस्त कर दिया है।
बुधवार की दोपहर दो बजे घटनास्थल पहुंचे डीएसपी-2 डॉ. गौरव कुमार ने बताया कि गृहस्वामिनी द्वारा डेढ़ लाख रुपये व सोने-चांदी के जेवरात लूटने की प्राथमिकी कराई गई है। पुलिस अपराधियों की पहचान व उनकी गिरफ्तारी के लिए आसपास लगे क्लोज सर्किट कैमरे को खंगालने में जुटी है।
गृहस्वामिनी ने बताया कि डकैती के 18 घंटे बाद भी घटनास्थल पर श्वान दस्ता व एफएसएल की टीम अभी तक नहीं पहुंची है। डकैती की घटना से नागरिकों में गहरा आक्रोश है।
निजी विद्यालय की चारदीवारी तोड़कर चोरीउधर, गोपालगंज में भी भीषण चोरी की वारदात हुई है। उचकागांव थाना क्षेत्र के सांखे बाजार स्थित निजी विद्यालय ज्ञान गंगा पब्लिक स्कूल की चहारदीवारी तोड़कर चोरों ने स्टेबलाइजर, तार और बल्ब की चोरी कर ली।
घटना 10 दिसंबर की रात की है। मामले में विद्यालय के प्रबंधक आलोक कुमार सिंह के आवेदन पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध प्राथमिकी की गई है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
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Bihar News: अब बिहार में बदमाशों की खैर नहीं, बिहार के नए DGP ने बना लिया प्लान; होगा ताबड़तोड़ एक्शन
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: बिहार में बदमाशों के आतंक को खत्म करने के लिए नए डीजीपी विनय कुमार ने तैयारी कर ली है। उन्होंने इसके लिए पूरा प्लान बना लिया है। डीजीपी विनय कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से सभी रेंज के आईजी-डीआईजी और एसपी रैंक के अधिकारियों के साथ बैठक की।
डीजीपी ने एसपी, आईजी और डीआईजी को दिए कई निर्देशकरीब दो से ढाई घंटे तक चली इस वीसी में डीजीपी द्वारा पुलिस अधिकारियों को सुबह और रात के समय पुलिस गश्ती पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया गया है। पुलिस के वरीय पदाधिकारी को भी सड़क पर उतरकर गश्ती की मानीटरिंग करने का टास्क दिया गया है। चेन स्नेचिंग की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए इससे जुड़े अपराधियों की धर-पकड़ का टास्क भी मिला है।
एसपी को मिले अहम निर्देशवीसी के दौरान सभी एसपी को थाना स्तर पर लंबित कांडों में कमी लाने को कहा गया है। इसके लिए लंबित कांडों की जांच में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। विधि व्यवस्था से जुड़े और बड़े आपराधिक मामलों को चिन्हित कर स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने का निर्देश पुलिस अधिकारियों को मिला है।
अपराधियों का डाटा खंगालकर अपराध से अर्जित संपत्ति को हर हाल में जब्त करने का निर्देश दिया गया है। वरीय अधिकारियों को हर माह इसकी समीक्षा करने का निर्देश दिया गया है।
हथियार तस्कर की पहचान कर कड़ी कानूनी कारवाई करने का निर्देश भी डीजीपी ने दिया है। इसके अलावा थाना-पुलिस को हर फरियादी की शिकायत को गंभीरता से लेने को कहा गया है।
डीजीपी का क्या काम होता है? (Duties of DGP)- पुलिस व्यवस्था का नेतृत्व: डीजीपी राज्य की पुलिस व्यवस्था का नेतृत्व करता है और पुलिस बल के कार्यों को निर्देशित करता है।
- कानून और व्यवस्था बनाए रखना: डीजीपी का काम कानून और व्यवस्था बनाए रखना है, जिसमें अपराध नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और सार्वजनिक सुरक्षा शामिल है।
- पुलिस बल का प्रशिक्षण और विकास: डीजीपी पुलिस बल के प्रशिक्षण और विकास के लिए जिम्मेदार होता है, जिसमें पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रशिक्षण और विकास कार्यक्रम शामिल हैं।
- पुलिस सुधार और आधुनिकीकरण: डीजीपी पुलिस सुधार और आधुनिकीकरण के लिए जिम्मेदार होता है, जिसमें पुलिस बल के आधुनिकीकरण और सुधार के लिए योजनाएं और कार्यक्रम बनाना शामिल है।
- सरकार को सलाह देना: डीजीपी सरकार को पुलिस संबंधी मामलों में सलाह देता है और पुलिस बल के कार्यों के बारे में सरकार को सूचित करता है।
Bihar News: बिहार में 410 पुलिसकर्मियों का एक साथ तबादला, वजह आई सामने; कई इंस्पेक्टर भी शामिल
Traffic Plan: पटना के लिए आ गया नया ट्रैफिक प्लान, इस रास्ते से दिन में ट्रकों की एंट्री बंद; ये है रूट चार्ट
जागरण संवाददाता, पटना। गांधी सेतु एवं शहरी क्षेत्र में आए दिन लग रहे जाम से लोग परेशान होते हैं। यातायात सुचारू रखना पुलिस के लिए भी बड़ी चुनौती बन जाती है। खासकर ट्रकों की वजह से व्यवधान ज्यादा होता है।
इसको देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह एवं एसएसपी राजीव मिश्रा के निर्देश पर ट्रैफिक एसपी अपराजित ने यातायात प्लान बनाया है। इसमें ट्रकों के परिचालन के लिए मार्ग तय किए गए हैं। शहरी क्षेत्रों में दिन के समय ट्रकों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
पटना न्यू बाइपास की यातायात व्यवस्था की सूचना में कहा गया कि हाजीपुर की ओर से खाली, बालू लदे एवं अन्य ट्रक बड़ी संख्या में गांधी सेतु के रास्ते शहरी क्षेत्र से गुजरते हैं। इस कारण जीरोमाइल, जगनपुरा, सिपारा पुल, बेउर मोड़, अनिसाबाद गोलंबर, शहीद चौक से लेकर फुलवारी तक जाम की समस्या होती है।
इसको देखते हुए मार्ग निर्धारण किया गया है। हालांकि, आवश्यक सेवाओं वाले वाहन जैसे, टैंकलारी, इंधन आपूर्ति, दूध, एंबुलेंस, शव वाहन, फायर ब्रिगेड के लिए यह व्यवस्था लागू नहीं होगी।
निर्धारित मार्ग- हाजीपुर की ओर से आने वाले ट्रक गांधी सेतु पार कर जीरो माइल से मसौढ़ी मोड़, पहाड़ी, बाइपास थाना मोड़, टोल प्लाजा, दीदारगंज से फतुहा आरओबी के नीचे से सरमेरा-बिहटा पथ से बिहटा की ओर जाएंगे।
- बख्तियारपुर से पश्चिम बिहटा की ओर जाने वाले ट्रक फतुहा आरओबी के नीचे से होते हुए सरमेरा-बिहटा पथ से बिहटा की ओर प्रस्थान करेंगे।
- जहानाबाद, मसौढ़ी की ओर से बिहटा की ओर जाने वाले ट्रक बेलदारी चक के पास सरमेरा-बिहटा पथ के रास्ते जाएंगे।
- जीरो माइल से पश्चिम पटना शहरी क्षेत्र में प्रवेश करने वाले ट्रकों को रात 10 से सुबह छह बजे तक का समय दिया जाएगा।
ज्ञान भवन में 19 एवं 20 दिसंबर को आयोजित होने वाले बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 के दौरान यातायात व्यवस्था सुचारू रखने का निर्देश जिलाधिकारी ने दिया है।
एसएसपी राजीव मिश्रा एवं अन्य अधिकारियों के साथ उन्होंने विधि-व्यवस्था संधारण को लेकर बैठक की। पदाधिकारियों को सुचारु यातायात एवं सुदृढ़ विधि-व्यवस्था के लिए तत्पर तथा प्रतिबद्ध रहने का निर्देश दिया।
कोचस से पटना के लिए शुरू होगी परिवहन निगम की तीन बसेंप्राचीनतम मुंडेश्वरी धाम से कोचस होते हुए पटना तक राज्य परिवहन निगम की बस संचालित की जाएगी। यह बातें राज्य की परिवहन मंत्री शीला मंडल ने मिलने गए एक शिष्टमंडल से कही।
शिष्टमंडल में शामिल समाजसेवी रेड़िया निवासी सरोज कुमार सिंह के अनुसार मंत्री ने आश्वासन दिया है कि कैमूर के प्राचीनतम मां मुंडेश्वरी धाम से कोचस होते हुए पटना तक सरकारी सेवा की बस संचालित की जाएगी। इसके लिए दो बस की सेवा प्रारंभ कराने का निर्देश दे दिया गया है।
उक्त बस मुंडेश्वरी धाम से भभुआ, मोहनियां, कोचस होते हुए पटना के लिए जाएगी। इसके अलावा करगहर से भी एक बस संचालित होगी जो कोचस होते हुए पटना गांधी मैदान तक जाएगी। निजी बस से इसका किराया लगभग सौ रुपये कम है।
शिष्टमंडल में शामिल लोगों ने कहा कि 1988 में मोहनियां में मां मुंडेश्वरी धाम व आरा को जोड़ने वाली रेल परियोजना को भी अमल में लाने की मांग उठाई जाएगी।
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