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Tej Pratap Yadav: लालू यादव के बेटे तेजप्रताप का होली पर सबसे अलग अंदाज, बोले- कुर्ता फाड़...
पीटीआई, पटना। देश भर में रंगों का त्यौहार होली पर्व आज धूम-धाम से मनाया जा रहा है। सभी रंगों में सराबोर हैं। आम लोग के साथ-साथ सेलिब्रिटीज और नेता भी रंगों के पर्व से अछूते नहीं हैं। हर कोई अपने-अपने ढंग में होली के त्यौहार का आनंद ले रहे हैं।
इस बीच लालू यादव के बेटे और बिहार के पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव का होली खेलते वीडियो सामने आया है। वो पटना स्थित अपने आवास पर होली के दिन रंग-गुलाल में सराबोर नजर आएं।
VIDEO | Here's what former Bihar minister and RJD leader Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) said after celebrating #Holi at his residence in Patna.
"I have celebrated the festival of Holi. The door was open for party workers and the general public so that everyone could come and… pic.twitter.com/HVCaFTyvJK
— Press Trust of India (@PTI_News) March 25, 2024इस दौरान उन्होंने कहा कि मैंने होली का त्योहार मनाया है। पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनता के लिए दरवाजे खुले हैं ताकि हर कोई आ सके और होली मना सके। मैं सभी को आनंदमय होली की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।
वहीं, लालू यादव के जमाने में खेले गए होली को याद करते हुए कहा कि कुर्ता फाड़ होली उतना नहीं खेला, लेकिन खेला। पिता यानी लालू यादव के समय में जिस तरह से होली खेला जाता था, उस तरह से तो नहीं खेला। हम अपनी प्रथा को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
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जागरण संवाददाता, पटना। पटना नगर निगम ने 31 मार्च तक बकाया राशि नहीं देने वालों पर डेढ़ प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की है। निगम सभी बकायेदारों की संपत्तियों के खरीद बिक्री पर भी रोक लगाने का नोटिस दे चुका है।
संपत्ति कर भुगतान के लिए निगम लगातार अभियान चला रहा है। विशेष अभियान चलाकर आम जनों से 31 मार्च तक बकाया राशि जमा करने का आग्रह कर रहा है। हाल में निगम लगभग 400 बकायेदारों के भवनों एवं मकानों को चिह्नित भी किया है।
होली में काउंटर बंद करने का नहीं निकला आदेशपटना नगर निगम होली जैसे पर्व में भी राजस्व वसूली अभियान चला रहा है। होली के दिन काउंटर बंद करने का आदेश नहीं निकला है। आम जन की सहूलियत के लिए रविवार एवं अवकाश के दिन भी पटना नगर निगम के सभी काउंटर खुला रखेगा। 31 मार्च 2024 तक प्रत्येक रविवार एवं सामान्य अवकाश के दिन यह सेवा जारी रहेगी।
ऑनलाइन सुविधा है उपलब्धसंपत्ति कर का भुगतान, असेस्मेंट एवं री-असेसमेंट के लिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन सुविधाएं उपलब्ध है। पटना नगर निगम के आधिकारिक पोर्टल https://www.pmc.bihar.gov.in/ के माध्यम से घर बैठे संपत्ति कर का भुगतान कर सकते हैं।
पटना नगर निगम के मुख्यालय एवं अंचल कार्यालयों में भी जाकर संपत्ति कर का भुगतान किया जा सकता है। पटना स्थित बोरिंग रोड चौराहा एवं आयकर गोलंबर के पास संपत्ति कर संग्रहण के लिए विशेष काउंटर की व्यवस्था की गई है। Paytm, PhonePe, GPay एवं अन्य UPI के माध्यम से घर बैठे अपना संपत्ति कर का भुगतान कर सकते हैं।
पटना नगर निगम के पोर्टल पर उपलब्ध Self Assessment Form भरकर शहरवासी स्वयं कर निर्धारण एवं पुनर्निधारण का कार्य कर सकते हैं। नई संपत्ति के कर निर्धारण एवं पुरानी संपत्ति के पुनर्निधारण के लिए आम जन टोल फ्री नंबर पर 155304 पर काल करके पटना नगर निगम से भी संपर्क कर सकते हैं।
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जितेंद्र कुमार, पटना। नए परिसीमन के बाद 2009 से अब तक लोकसभा के पाटलिपुत्र और पटना साहिब पर भाजपा का कब्जा चला आ रहा है। भाजपा ने पाटलिपुत्र से रामकृपाल यादव को तीसरी बार टिकट दे दिया है। राजद से मीसा भारती को तीसरी बार टिकट मिलने की संभावना है । हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
रामकृपाल यादव और मीसा भारती के बीच 2014 और 2019 का चुनाव परिणाम समर्थकों की धड़कन बढ़ाने वाला रोमांचक रहा है। पटना साहिब से लोकतांत्रिक मोर्चा ने टिकट फाइनल नहीं किया है। इससे पूर्व सीने स्टार कुणाल सिंह, शेखर सुमन कांग्रेस की टिकट पर किश्मत आजमा चुके हैं।
पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में दानापुर, मनेर और पालीगंज विधानसभा वर्ष 2009 से राजद को बढ़त देते रहा है जबकि बिक्रम, फुलवारीशरीफ और दानापुर में भाजपा की बढ़त हमेशा भाजपा को जीत दिलाती रही है। 2009 में यह सीट जदयू के खाते में थी तब राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को जदयू के रंजन प्रसाद यादव ने मात दी थी। भाजपा के रामकृपाल यादव 2014 और 2019 में राजद के मीसा भारती को हराकर विजयी रहे हैं।
इस बार बदली हुई परिस्थिति में चुनावइस बार लोकसभा चुनाव का गणित 2019 और 2014 की तुलना में बदली हुई है। बीते विधानसभा चुनाव 2020 में भाजपा और जदयू से सभी सीट महागठबंधन के खाते में आ गई। मनेर, दानापुर, मसौढ़ी में राजद, बिक्रम में कांग्रेस, पालीगंज व फुलवारीशरीफ भाकपा माले के खाते में चली गई थी। दानापुर और बिक्रम भाजपा की परंपरागत सीट थी।
फुलवारीशरीफ, पालीगंज और मसौढ़ी जदयू के विधायक होते थे। बदले समीकरण और विधानसभा चुनाव के नतीजे के आधार पर लोकसभा चुनाव रोमांचक होने की संभावना है।
दल बदल का भी रहेगा प्रभावबिक्रम से कांग्रेस के विधायक इस बार भाजपा में आ गए हैं। बिक्रम से भाजपा और लोजपा के टिकट से जीतने वाले अनिल कुमार कांग्रेस का दामन थाम लिया है। राजद से मीसा भारती को टिकट की आधिकारिक घोषणा के इंतजार में टिकट के रेस में रहे राजद विधायकों को निराशा हाथ लग सकती है।
बढ़ता गया भाजपा और राजद का वोटनए परिसीमन के आधार पर 2009 से पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में भाजपा और राजद का वोट बढ़ता गया। 2009 में जदयू के रंजन प्रसाद यादव मात्र 2.69 लाख वोट लाकर राजद के लालू प्रसाद को हराया था। 2014 में भाजपा के रामकृपाल यादव 3.83 लाख मत हासिल कर राजद को हराया था। 2019 में भाजपा के रामकृपाल यादव को 5.09 लाख वोट मिले थे।
पाटलिपुत्र लोकसभा चुनाव परिणाम - 2009- रंजन प्रसाद यादव - जदयू - 2,69,298 वोट
- लालू प्रसाद - राजद - 2,45,757 वोट
- रामकृपाल यादव - भाजपा - 3,83,262 वोट
- मीसा भारती - राजद - 3,42,940 वोट
- रामकृपाल यादव - भाजपा - 5,09,557 वोट
- मीसा भारती - राजद - 4,70,236 वोट
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Bihar Lok Sabha Seats: NDA ने इन पांच सीटों पर अब तक नहीं खोले पत्ते, किस बात का इंतजार? RJD भी कर रही सोच विचार
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi एनडीए ने बिहार में अब तक अपने 35 प्रत्याशियों की आधिकारिक घोषणा कर दी है, लेकिन अब तक पांच सीटों पर बात फाइनल नहीं हो पाया है। किस बात को लेकर देरी हो रही है, यह अभी तक पता नहीं चल पाया है। जिन पांच सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा होनी है, उसमें वैशाली, समस्तीपुर, खगड़िया, जमुई और काराकाट शामिल हैं।
इन पांचों सीट में से चार सीट चिराग पासवान (Chirag Paswan) के खाते में गई है। वहीं, एक सीट (काराकाट) उपेन्द्र कुशवाहा को मिली है। माना जा रहा है कि उपेन्द्र कुशवाहा खुद इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, इसको लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
रविवार को पटना पहुंचे चिरागचिराग पासवान रविवार को पटना पहुंचे। यहां मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि होली के बाद हमारी पार्टी के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएंगे। वह खुद हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे।
गौरतलब है कि राजद, कांग्रेस और वाम दलों के महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर भले ही सहमति में देर हो, लेकिन राजद ने मैदान में अपने कैंडिडेट उतारना शुरू कर दिया है। बिना किसी सहमति के राजद अब तक अपने 10 प्रत्याशियों को चुनावी सिंबल बांट चुका है।
हालांकि, इस पांच सीटों पर अब तक राजद ने अपना प्रत्याशी फाइनल नहीं किया है, लेकिन जमुई से अर्चना रविदास को सिंबल देने की बात चल रही है।
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Bihar Politics: 'बेमेल विवाह' है जल्दी 'तलाक' हो जाएगा..., टिकट फाइनल होने के बाद BJP के बड़े नेता ने क्यों कही ये बात
एएनआई, पटना। Lok Sabha Elections 2024 पाटलिपुत्र सीट से भाजपा नेता राम कृपाल यादव (Ram Kripal Yadav) का टिकट फिर कन्फर्म हो गया है। राम कृपाल यादव ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी द्वारा पाटलिपुत्र से मैदान में उतारे जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) बिहार की सभी 40 सीटों पर जीत हासिल करेगी और भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए आम चुनाव में 400 सीटों का आंकड़ा पार कर जाएगा।
पाटलिपुत्र की जनता को धन्यवादयादव ने एएनआई से कहा, 'एक बार फिर मुझ पर भरोसा दिखाने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा का हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहता हूं।'
उन्होंने पाटलिपुत्र की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा, ''मैं पाटलिपुत्र की जनता का हृदय से आभार व्यक्त करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे अपनी सेवा करने का मौका दिया।'
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि विपक्ष खत्म हो गया है। वे इस बात से डरे हुए हैं कि उन्हें एक भी सीट नहीं मिलेगी। इसलिए, वे जो चाहें कह रहे हैं... 400 पार का नारा पूरा होगा और हम निश्चित रूप से बिहार में 40 सीटें जीतेंगे।'
वे सत्ता के भूखे हैं- रामकृपाल यादवउन्होंने कहा कि वे (बिहार में महागठबंधन) एक-दूसरे पर भरोसा नहीं करते हैं। वे सत्ता के भूखे हैं। भ्रष्टाचारी सिर्फ सत्ता में आना चाहते हैं और खुद को बचाना चाहते हैं। यह एक 'बेमेल विवाह' है और जल्द ही 'तलाक' की ओर बढ़ेगा।
जब उनसे मीसा भारती के राजद के टिकट पर चुनाव लड़ने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कहीं कोई लड़ाई नहीं है, बीजेपी चुनाव जीतेगी।
राम कृपाल ने कहा, 'पिछले कई सालों से, मैं ईमानदारी से लोगों की सेवा कर रहा हूं। मैं हमारी डबल इंजन सरकार, पीएम मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी धन्यवाद देता हूं। देश के लोग पीएम मोदी और नीतीश कुमार का समर्थन कर रहे हैं और उनके दृष्टिकोण के तहत, राज्य में विकास कार्य हो रहे हैं।
भाजपा ने रविवार को लोकसभा चुनाव के लिए 111 उम्मीदवारों की अपनी पांचवीं सूची जारी की और केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को आरा से, नित्यानंद राय को उजियारपुर से और गिरिराज सिंह को बेगुसराय से मैदान में उतारा।
रविशंकर प्रसाद को यहां से मिला टिकटपूर्व केंद्रीय मंत्री पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद, सारण से राजीव प्रताप रूडी, पूर्वी चंपारण से राधा मोहन सिंह और पाटलिपुत्र से राम कृपाल यादव का नाम भी सूची में है।
इससे पहले 2014 में, लालू प्रसाद द्वारा अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार के रूप में पाटलिपुत्र सीट से मैदान में उतारने के फैसले के बाद राम कृपाल ने विद्रोह कर दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे।
पाटलिपुत्र सीट में छह विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं, जिनमें दानापुर, मनेर, फुलवारी, मसौढ़ी, पालीगंज और बिक्रम शामिल हैं।
राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू यादव की बेटी मीसा (मीसा) भारती 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र सीट पर राम कृपाल यादव से हार गईं। रामकृपाल यादव 2014 से पहले लालू यादव के करीबी थे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 17 सीटों पर, जनता दल-यूनाइटेड (जेडीयू) 16 सीटों पर, लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) (रामविलास) 5 सीटों पर और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा एक-एक सीट पर चुनाव लड़ेगी।
इस बार सात चरणों में मतदान होगा. पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल, दूसरे चरण का 26 अप्रैल, तीसरे चरण का 7 मई, चौथे चरण का 13 मई, पांचवें चरण का 20 मई, छठे चरण का 25 मई और सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा।
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Bihar Politics: बिहार में महागठबंधन के भीतर कलह, भाकपा ने इन तीन सीटों पर ठोका दावा; माले से पूछ दिया बड़ा सवाल
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने भाकपा माले के उस बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है जिसमें कहा गया है कि भाकपा और माकपा दो-दो विधायकों की पार्टी है। अगर उन दोनों को लोकसभा की एक-एक सीट दी गई है तो 12 विधायकों वाले माले को इस हिसाब से महागठबंधन में पांच सीटें मिलनी चाहिए।
रामनरेश ने कहा कि महागठबंधन में राजद के बाद सबसे ज्यादा जनाधार वाली पार्टी भाकपा है तो भाकपा को बेगूसराय के साथ साथ छह बार जीती जाने वाली मधुबनी और मजबूत संगठन वाली बांका लोकसभा सीट क्यों नहीं मिलनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिन सीटों पर माले दावा कर रही है, उनमें से अधिसंख्य पर भाकपा का जनाधार मजबूत है। फिर भी उसने भाजपा विरोधी व्यापक विपक्षी एकता के मद्देनजर उन सीटों पर टकराव का रुख नहीं अपनाया है। उन्होंने कहा कि भाकपा महागठबंधन का हिस्सा है और आगे भी रहेगा।
जदयू के दिग्गजों ने बिहार में सभी 40 सीटों पर जीत का किया दावाराज्य ब्यूरो, पटनाः जदयू प्रदेश कार्यालय में पार्टी के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के मौके पर जदयू के प्राय: सभी दिग्गज नेता और मंत्री मौजूद थे। प्रत्याशियों के नामों की सूचना देने के बाद सभी ने यह दावा किया कि इस बार एनडीए बिहार में सभी 40 सीटों पर जीत हासिल करेगा।
पिछले चुनाव में एक सीट की जो कमी रह गई थी वह भी इस बार पूरी हो जाएगी।जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि एनडीए के सभी प्रत्याशियों को जिताने के लिए पार्टी के सभी लोग जी जान से लगेंगे। हम निश्चित रूप से जीतेंगे।
ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि जदयू ने प्रत्याशियों की जिस सूची को जारी किया है उसमें सभी जाति के लोगों का प्रतिनिधित्व है। दो महिलाओं को भी जगह मिली है। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि महागठबंधन में टिकटों को लेकर सिर फुटौव्वल की स्थिति है।
कोई सिंबल लेकर भाग रहा तो कोई अलग बात कह रहा। जदयू छोड़ राजद का दामन थाम चुकी विधायक बीमा भारती के संबंध में पूछा गया तो यह जबाव आया कि टिकट की दौड़ में उन्होंने पार्टी को छोड़ा।
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Chirag Paswan: नीतीश कुमार से मतभेद पर क्या बोले चिराग? मां के साथ पटना पहुंचते ही चाचा पशुपति को दे दिया बड़ा संकेत
जागरण टीम, पटना। Bihar Politics लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने रविवार को कहा कि होली के बाद हमारी पार्टी के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए जाएंगे। वह खुद हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मतभेद संबंधी सवाल पर चिराग ने कहा कि उन्हें नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि वह हाजीपुर लोकसभा सीट पर पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) को टक्कर देने के लिए तैयार हैं।
चिराग के दिल्ली से पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) पहुंचने पर पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया। इस मौके पर चिराग ने कहा कि सीट शेयरिंग (NDA Seat Sharing) में एनडीए के तमाम घटक दलों का धन्यवाद करता हूं, जिस तरह से हमारी पार्टी को सम्मान दिया। यह हमारे हर कार्यकर्ता के संघर्ष और धैर्य का सम्मान है।
सीट बंटवारे के बाद पहली बार हाजीपुर पहुंचे चिरागइसके बाद चिराग मां रीना पासवान व परिवार के अन्य सदस्यों के साथ हाजीपुर (वैशाली) पहुंचे। यहां सर्किट हाउस के निकट रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) की आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। चिराग एनडीए में सीटों का बंटवारा होने के बाद पहली बार हाजीपुर पहुंचे थे। कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
यहां उन्होंने कहा कि हाजीपुर का नेता नहीं, बेटा बनकर यहां पर रहना और लोगों की सेवा करना चाहता हूं। आज शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि यह मेरे लिए कितना महत्वपूर्ण दिन है। इस धरती की सेवा पिता दिवंगत रामविलास पासवान ने सारी उम्र की। हाजीपुर की वजह से उनकी देश-दुनिया में पहचान बनी।
इसी धरती की सेवा करने का अवसर आने वाले दिनों में जनता के आशीर्वाद से मुझे मिलेगा। हाजीपुर की जनता से वादा कर रहा हूं कि पापा के अधूरे कार्यों को पूरा करूंगा। वह देश के सबसे विकसित जिले की श्रेणी में हाजीपुर को देखना चाहते हैं।
चाचा पारस को लेकर ये दिया जवाबचाचा पशुपति पारस के पार्टी तोड़ने के सवाल पर चिराग कहा कि पार्टी एवं परिवार तोड़ने का फैसला भी उन्हीं का था और आज भी फैसला उन्हीं के हाथों में है। उस समय भी उनके फैसले को सिर आंखों पर रखा था, आज भी रखने को तैयार हूं। उन्होंने कहा था कि सूरज पश्चिम से उगेगा, लेकिन चिराग पासवान से हमारा रिश्ता नहीं रहेगा।
पार्टी के बुरे वक्त में पार्टी छोड़ कर गए सांसदों को टिकट देने के सवाल पर चिराग पासवान ने कहा कि यह फैसला पार्टी को लेना है। पार्टी गहन चिंतन व चर्चा कर रही है।
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नीतीश कुमार ने 'खेला' पिछड़ा कार्ड, पिंटू सहित चार JDU सांसदों का कटा टिकट; अब ये नए चेहरे बुलंद करेंगे झंडा
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi एनडीए में हुए सीट शेयरिंग के तहत मिले 16 सीटों पर जदयू ने अपने प्रत्याशियों के नामों की रविवार को आधिकारिक घोषणा कर दी। प्रत्याशियों में 12 नाम ऐसे हैं, जो वर्तमान में भी जदयू (JDU) के सांसद हैं। सीतामढ़ी, सिवान व किशनगंज में जदयू ने अपने प्रत्याशी को बदला है।
वहीं, जदयू को सीट शेयरिंग (JDU MP Candidate) के तहत इस बार शिवहर की सीट मिली है, जहां से उसने आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद को प्रत्याशी बनाया है। लवली आनंद Lovely Anand) सहित जदयू ने दो महिलाओं को अपना प्रत्याशी बनाया है।
सिवान में कविता सिंह की जगह रालोमो के प्रदेश अध्यक्ष रहे पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी विजय लक्ष्मी को जदयू ने प्रत्याशी बनाया है। शनिवार को ही उन्होंने जदयू की प्राथमिक सदस्यता ली थी। इसके अलावा, सीतामढ़ी सांसद सनील कुमार पिंटू का भी टिकट कट गया है।
जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जदयू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह व राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की।
पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग का विशेष रूप से ख्याल रखासामाजिक समीकरण के तहत पिछड़ा व अतिपिछड़ा को अधिक सीटें सामाजिक समीकरण के तहत जदयू ने पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग का विशेष रूप से ख्याल रखा है। दोनों को जोड़कर 11 सीटें दी गई हैं।
पिछड़ा वर्ग से छह तथा अति पिछड़ा वर्ग से जदयू ने पांच लोगों को अपना उम्मीदवार बनाया है। सवर्ण समाज से तीन, दलित से एक तथा अल्पसंख्यक समाज से एक को प्रत्याशी बनाया गया है।
जदयू के प्रत्याशियों की सूची1. वाल्मीकिनगर- सुनील कुमार (वर्तमान सांसद)
2. झंझारपुर- रामप्रीत मंडल (वर्तमान सांसद)
3. सुपौल- दिलेश्वर कामत (वर्तमान सांसद)
4. कटिहार- दुलालचंद गोस्वामी (वर्तमान सांसद)
5. पूर्णिया- संतोष कुमार (वर्तमान सांसद)
6. मधेपुरा- दिनेशचंद्र यादव (वर्तमान सांसद)
7. गोपालगंज - डॉ. आलोक कुमार सुमन (वर्तमान सांसद)
8. भागलपुर- अजय कुमार मंडल (वर्तमान सांसद)
9. बांका- गिरधारी यादव (वर्तमान सांसद)
10. मुंगेर- राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (वर्तमान सांसद)
11. नालंदा-कौशलेंद्र कुमार (वर्तमान सांसद)
12. जहानाबाद- चंद्रेश्वर प्रसाद (वर्तमान सांसद)
13. शिवहर - लवली आनंद (नयी सीट)
14. सीतामढ़ी -देवेश चंद्र ठाकुर (नए प्रत्याशी)
15. किशनगंज-मुजाहिद आलम (नए प्रत्याशी)
16. सिवान- विजयलक्ष्मी देवी (नए प्रत्याशी)
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'अब मैं मंत्री बनूंगा...', Gopal Mandal का नया दावा, JDU से लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने की बताई बड़ी वजह
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi जदयू के चर्चित विधायक गोपाल मंडल (Gopal Mandal) पिछले कई दिनों से चर्चा में थे। वह लगातार भागलपुर सीट (Bhagalpur Seat) से लोकसभा चुनाव लड़ने का दावा कर रहे थे, लेकिन जदयू (JDU) ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया।
पार्टी ने फिर से अजय मंडल को टिकट दे दिया। इसके बाद गोपाल मंडल अजीबोगरीब तर्क देते नजर आए। इसके साथ उन्होंने अपनी आगे की प्लानिंग भी बताया दी।
मीडिया से बात करते हुए गोपाल मंडल ने कहा कि टिकट तो पॉकेट में था, लेकिन निकल गया। उन्होंने कहा कि कमीज खोलकर रखे थे, उसमें से किसी ने टिकट चुरा लिया।
राज्य सरकार में मंत्री बनने की इच्छागोपाल मंडल ने यह भी कहा कि वह पार्टी से नाराज नहीं है और राजद में नहीं जाएंगे। इसके साथ गोपाल मंडल ने कहा कि वह जदयू प्रत्याशी अजय मंडल को हर तरह से सपोर्ट करेंगे। 40 सीट पर एनडीए की जीत होगी। उन्होंने कहा कि लोकसभा टिकट नहीं मिला तो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अब कोई मंत्रालय देंगे। वह अब राज्य सरकार में मंत्री बनेंगे।
गोपाल मंडल ने यह भी कहा कि टिकट मिलना चाहिए था उन्हें लेकिन नीतीश को ऐसा लगा होगा कि टिकट देने पर एक विधानसभा सीट घट जाएगा। उन्होंने कहा कि जिसके मुंह में बोली नहीं था, उसको नीतीश कुमार ने टिकट दे दिया। अंत में उन्होंने कहा कि वह भागलपुर सीट के प्रत्याशी का हर तरह से सहयोग कारेंगे।
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जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today होली के दौरान राजधानी समेत प्रदेश के मौसम का मिजाज बदला रहेगा। राजधानी व दक्षिणी भागों में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी की संभावना है।
वहीं, उत्तरी भागों के हिमालय के तलहटी वाले इलाकों के नौ जिलों के सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, किशनगंज, सुपौल, अररिया, पूर्णिया, कटिहार एवं मधेपुरा जिलों के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा, मेघ गर्जन व वज्रपात की चेतावनी है। इन जगहों पर सोमवार व मंगलवार को भी वर्षा के आसार है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तर पश्चिम बिहार से दक्षिण पूर्व असम तक द्रोणी रेखा का प्रभाव बना हुआ है, जो बांग्लादेश तक होते हुए गुजर रही है। इनके प्रभाव से मौसम का मिजाज का बदला रहेगा। रविवार को अररिया के सिकटी में 6.4 मिमी, नरपतगंज में 4.6 मिमी, किशनगंज के ठाकुरगंज में 2.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
पटना में तीन डिग्री तक गिरा पारापटना समेत शेष भागों का मौसम बादलों के प्रभाव से शुष्क बना रहा। पटना के अधिकतम तापमान में सामान्य से तीन डिग्री गिरावट के साथ 31.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
36.1 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। पटना समेत 15 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों के तापमान में गिरावटशहर गिरावट तापमानपटना 0.6 31.4
मुजफ्फरपुर 0.6 28.8
मोतिहारी 0.3 30.2
गोपालगंज 1.0 31.9
बेगूसराय 1.4 30.5
खगड़िया 3.5 30.1
कटिहार 3.8 28.4
बांका 2.2 31.8
दरभंगा 1.0 30.0
सुपौल 0.7 28.9
पूर्णिया 3.2 27.0
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
प्रमुख शहरों का तापमानशहर अधिकतम न्यूनतमपटना 31.4 20.0
गया 34.8 16.6
भागलपुर 31.2 18.8
मुजफ्फरपुर 28.8 19.4
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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Bihar Holi Special Train: होली के बाद रेलवे ने की 58 स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा, बड़े शहरों के लिए चलेगी ये ट्रेनें
जागरण संवाददाता, पटना। होली के बाद रेलवे ने पूर्व मध्य क्षेत्र से 58 स्पेशल ट्रेनों को चलाने की घोषणा की है। इन ट्रेनों में काफी सीटें उपलब्ध हैं। यात्री इन ट्रेनों में आरक्षण कर यात्रा कर सकते हैं। रेलवे की ओर गाड़ी संख्या 02351 पटना-आनंद विहार सुपर फास्ट स्पेशल ट्रेन का परिचालन 31 मार्च को किया जाएगा।
यह ट्रेन प्रत्येक बुधवार, शुक्रवार एवं रविवार को पटना से चलाई जाएगी। वहीं, गाड़ी 03255 पटना-आनंद विहार सुपर फास्ट स्पेशल ट्रेन का परिचालन 31 मार्च तक प्रत्येक रविवार एवं गुरुवार को पटना जंक्शन से किया जाएगा। गाड़ी 02391 पटना-आनंद विहार सुपरफास्ट स्पेशल 30 मार्च तक प्रत्येक शनिवार को पटना से चलाई जाएगी।
पटना-आनंद विहार सुपर फास्ट 26 और 29 मार्च कोगाड़ी 03257 दानापुर-आनंद विहार सुपर फास्ट ट्रेन 31 मार्च केा 7.30 बजे दानापुर से प्रस्थान करेगी। दानापुर-लोकमान्य तिलक सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन 26 मार्च एवं 31 मार्च को चलाई जाएगी। गाड़ी 04065 पटना-आनंद विहार सुपर फास्ट एसी फेस्टिवल स्पेशल 26 एवं 29 मार्च को पटना से प्रस्थान करेगी।
दानापुर-जबलपुर होली स्पेशल दानापुर से 27 मार्च को 11.45 बजे रवाना होगी। दानापुर-रानी कमलापति होली स्पेशल दानापुर से 28 मार्च को रवाना होगी। दानापुर-सोगरिका होली स्पेशल दानापुर से 26 मार्च को रवाना होगी। दानापुर-भगत की कोठी स्पेशल गाड़ी दानापुर से 28 मार्च को रवाना होगी।
पटना-हैदराबाद गाड़ी 28 मार्च को पटना से पांच बजे रवाना होगी। पटना-विशाखापटनम एक्सप्रेस पटना से 28 मार्च को 13 बजे रवाना होगी। पटना-पुरी एक्सप्रेस स्पेशल गाड़ी पटना से 26 मार्च को चलाई जाएगी। पटना-काेयंबटूर सुपर फास्ट स्पेशल गाड़ी पटना जंक्शन से 27 मार्च को चलाई जाएगी।
इसी तरह पूर्व मध्य रेलवे के क्षेत्र से कुल 58 स्पेशल गाड़ियों का परिचालन होली बाद किया जाएगा। इससे राज्य के विभिन्न शहरों से देश के प्रमुख शहरों में जाने वाले यात्रियों को काफी राहत मिलने की उम्मीद की जा रही है।
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Patna News: बेउर जेल गेट पर इंतजार करती रही पुलिस, पिछले गेट से निकल गए दो कुख्यात; कक्षपाल के खिलाफ FIR दर्ज
जागरण संवाददाता, पटना। लूट और हत्या के आरोपों में आदर्श केंद्रीय कारा बेउर में बंद विक्की पांडे और बिट्टू सिंह को दोबारा गिरफ्तार करने के लिए पटना पुलिस की टीम जेल गेट पर इंतजार करती रही, लेकिन कक्षपाल सुबोध कुमार सिंह की मदद से वे पिछले रास्ते से निकल गए।
दोनों पेशेवर अपराधियों के विरुद्ध कुछ महीने पहले बेउर थाने में प्राथमिकी की गई थी। हालांकि, पुलिस कागजी कार्रवाई में फंसी रही और प्रोडक्शन वारंट नहीं ले सकी। इस बीच न्यायालय से उनकी जमानत हो गई थी।
फुलवारीशरीफ एएसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि विक्की पांडे और बिट्टू सिंह की जमानत की सूचना मिलने पर जेल प्रशासन को हिदायत दी गई थी कि वे जैसे ही बाहर निकलें, इसकी सूचना पुलिस को दी जाए। मगर, कक्षपाल के सहयोग से वे प्रतिबंधित रास्ते से निकल गए।
बेउर जेल अधीक्षक ई. जितेंद्र कुमार ने कक्षपाल के विरुद्ध प्राथमिकी कराई है। जिस धारा में प्राथमिकी की गई है, उसमें सात वर्षों से कम सजा का प्राविधान है। ऐसे में आरोपित कक्षपाल को नोटिस देकर पूछताछ की जाएगी।
महिला बैरक से होकर गुजरता है पिछला रास्ताबताया जाता है कि बेउर जेल का पिछला रास्ता महिला बैरक से होकर गुजरता है। यह रास्ता प्रतिबंधित है। सूत्रों की मानें तो कक्षपाल ने पीछे के रास्ते का दरवाजा नहीं खोला था, बल्कि उन्हें बाउंड्री पार करा निकाल दिया।
कागजी कार्रवाई पूरी होने तक कक्षपाल विक्की पांडे और बिट्टू सिंह के साथ ही था। जब दूसरे कैदियों को मुख्य द्वार से लेकर जाया जा रहा था, तभी वह गुपचुप तरीके से दोनों बंदियों को साथ लेकर महिला बैरक की तरफ चला गया था। एएसपी ने बताया कि पूछताछ के बाद कई बिंदुओं पर निर्णय लिया जाएगा।
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Patna News: दो अलग-अलग सड़क हादसों में तीन की मौत, फतुहा में घायल हुए तीन लोगों की हालत गंभीर
जागरण टीम, बिहटा/पटना। वाहन चालकों में गति सीमा का उल्लंघन और गलत दिशा में परिचालन करने की प्रवृत्ति सुधर नहीं रही है। रविवार को बिहटा और फतुहा थाना क्षेत्रों में आमने-सामने की टक्कर की अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की मौत की जानकारी मिली है।
बिहटा में जहां अनियंत्रित ट्रक की चपेट में आने से आटो चालक की मौत हो गई, वहीं फतुहा में कार और ट्रक की सीधी टक्कर में दो लोग मर गए। कुछ लोग जख्मी भी हुए हैं। शनिवार की भोर में बिहटा में ही दो कारों के भिड़ंत में दो युवकों की जान चली गई थी।
लगातार हो रहे हादसों के बाद भी वाहन चालक गति पर ब्रेक नहीं लगा रहे और न ही रांग साइड से चलना छोड़ रहे हैं। ट्रैफिक डीएसपी अनिल कुमार ने बताया कि स्पीड गन से गति सीमा का उल्लंघन करने वाले वाहनों की पहचान कर समन किया जा रहा है।
गलत दिशा में परिचालन करने वालों पर भी कार्रवाई जारी है। ट्रैफिक पुलिस समय-समय जागरूकता अभियान चलाती है। चालकों को मोटरयान अधिनियम का पालन करना चाहिए। इससे दुर्घटनाओं में कमी आएगी।
दुर्घटना के बाद ट्रक छोड़ चालक फरारबिहटा थाना चौक के समीप पीताम्बर नगर में आटो को टक्कर मारने के बाद आरोपित चालक ट्रक छोड़ कर फरार हो गया। हादसे में आटो चालक की मौत हो गई, जिसकी पहचान अमहारा के सिकरिया निवासी धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ टेंगर (42) के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों क्षतिग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया है।
बताया जाता है कि धर्मेंद्र सड़क किनारे आटो लगाकर पंक्चर बनवा रहा था। तभी तेज रफ्तार ट्रक ने उसे रौंद डाला। लोग पीछा करने लगे तो आरोपित वाहन छोड़ कर भाग निकला। इधर, धर्मेंद्र को अस्पताल पहुंचाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। प्रशिक्षु एएसपी दीक्षा भंवरे ने बताया कि आरोपित चालक की पहचान कर गिरफ्तारी सुनिश्चित कराई जाएगी।
फतुहा हादसे में तीन की हालत गंभीर
फतुहा-दनियावां एनएच पर शनिवार की देर रात गैस सिलेंडर लदे ट्रक और कार की सीधी टक्कर में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन की हालत अभी गंभीर बनी है। जख्मी लोगों का उपचार एनएमसीएच में चल रहा है।
मृतकों में सूरज यादव और मनीष कुमार शामिल हैं, जबकि सीताराम, गुड्डू कुमार एवं धर्मेश कुमार उपचाराधीन हैं। कार सवार सभी लोग मिर्जापुर नोहटा मोहल्ले के रहने वाले हैं।
बताया जाता हैकि सूरज और मनीष सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। दोनों मिलनसार स्वभाव के थे। रविवार को उनके शव पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया।
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Bihar Politics: जिसने किया सपोर्ट उसी की जड़ काटते गए Lalu Yadav! मंडल-कमंडल राजनीति के बीच कैसे बर्बाद हुई कांग्रेस?
विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। बिहार में कांग्रेस आज दोराहे पर खड़ी है। कांग्रेस की सहमति के बगैर लालू वाम दलों की सीटें तय कर दीं और राजद प्रत्याशियों को सिंबल बांटे जा रहे।
परंपरागत सीटों को भी वे नहीं छोड़ रहे। कांग्रेस असमंजस में है। ऐसी ही स्थिति उसके लिए 1999 में बनी थी। तब बिहार-झारखंड संयुक्त थे और कांग्रेस का राजद से समझौता था।
मुकाबले के लिए कुल 54 में उसे मात्र 13 सीटें मिलीं। उनमें से भी पांच पर दोस्ताना संघर्ष करना पड़ा। जीत मिली मात्र दो पर। उसके बाद से बिहार में कांग्रेस के पुराने गौरव के दिन कभी नहीं लौटे, चाहे वह राजद के साथ गठबंधन में रही या अपने बूते चुनाव मैदान में।
मंडल-कमंडल ने बिगाड़ा कांग्रेस का खेलराजद के साथ कांग्रेस का पहला गठबंधन 1998 में हुआ था। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अनिल शर्मा का कहना है कि तब बिहार में अपनी सरकार के लिए लालू को कांग्रेस का आसरा चाहिए था। वह मंडल-कमंडल की राजनीति का चरम दौर था।
भाजपा की उठान से आहत कांग्रेस भूल गई कि उसे बिहार की सत्ता से अपदस्थ करने वाले लालू ही हैं। एक बार कांग्रेस पाले में क्या आई कि लालू धीरे-धीरे उसके आधार मतों में सेंधमारी करने लगे।
लालू का पूरा जोर इस पर है कि बिहार की राजनीतिक कांग्रेस वैकल्पिक शक्ति न बन जाए। वस्तुत: अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यकों के साथ सवर्णों को मिलाकर कांग्रेस का जनाधार था।
कांग्रेस को छोड़ भाजपा की ओर खिंचते गए सवर्णसवर्ण भाजपा की ओर खिंचते गए और बाकी जातियों को राजद समेटती गई। राजद ने अपना मजबूत माई (मुस्लिम-यादव) समीकरण बना लिया। इस समीकरण के बूते वह अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन कर चुका है।
उससे आगे की उपलब्धि इस सामाजिक समीकरण को विस्तारित करके ही संभव है। इसीलिए तेजस्वी यादव माई के साथ बाप (बहुजन, अगड़ा व पिछड़ा) की बात कर रहे।
दूसरी तरफ अपने मूल जनाधार को खो चुकी कांग्रेस कोई नया समीकरण बनाने के बजाय इस कदर निर्भर हुई कि राजद ही उसके भाग्य का निर्णय करने लगा।
कांग्रेस को पहले भी ऐसा झटका दे चुके हैं लालू यादवइस बार महागठबंधन में सीटें और सिंबल बांटने का लालू जो एकतरफा निर्णय लिए जा रहे, वह कोई पहला मामला नहीं है। 2009 में भी उन्होंने कांग्रेस को मात्र तीन सीटों (सासाराम, औरंगाबाद, मधुबनी) की पेशकश की थी, जो उसकी सिटिंग थीं। अंतत: दोनों दलों के लिए अकेले बूते संघर्ष की नौबत बनी।
कांग्रेस दो संसदीय क्षेत्रों में विजयी रही और दो पर निकटतम प्रतिद्वंद्वी। तब राजद भी दो सीटों पर सिमट गया था। उसके बाद विधानसभा के उप चुनाव में भी कांग्रेस 18 में से दो सीटों पर विजयी रही।
2010 के विधानसभा चुनाव में भी राजद की दुर्गति हुई, जबकि कांग्रेस के वोट में तीन प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई। अंतत: दोनों साथ फिर साथ हुए तो 2019 में महागठबंधन की लाज एकमात्र उस किशनगंज में बची, जिसे कांग्रेस ने जीता।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar BJP Candidate List । राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के तहत बिहार (Bihar Politics) में अपने हिस्से के 17 संसदीय क्षेत्रों के लिए भाजपा ने प्रत्याशियों की घोषणा (Bihar BJP List ) कर दी है। बक्सर, सासाराम (सुरक्षित) और मुजफ्फरपुर के निवर्तमान सांसद क्रमश: अश्विनी चौबे, छेदी पासवान और अजय निषाद का टिकट कट गया है।
उन तीनों सीटों पर नए चेहरे हैं। सवर्णों पर सर्वाधिक भरोसा जताया गया है, जबकि एक भी महिला को अवसर नहीं मिला है।
आशंकाओं को दरकिनार करते हुए पार्टी ने आरके सिंह, रविशंकर प्रसाद और रामकृपाल यादव को इस बार भी अवसर दिया है।
नवादा में भूमिहार समाज से विवेक ठाकुर प्रत्याशी बनाए गए हैं, जो राज्यसभा के सदस्य हैं। इस सीट पर पिछली बार लोजपा के चंदन सिंह विजयी रहे थे। इस बार लोजपा की जो एक सीट कम की गई है, वह नवादा ही है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे हुए पैदलरविवार को जारी अपनी पांचवीं सूची में भाजपा ने बिहार के प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की है। टिकट बंटवारे में सामाजिक समीकरणों के साथ अनुभवी चेहरों को प्राथमिकता दी गई है। बिहार से भाजपा कोटे के केंद्रीय मंत्रियों में एकमात्र अश्विनी चौबे पैदल हुए हैं।
सबसे अधिक चौंकाने वाला नामसबसे अधिक चौंकाने वाला नाम राज भूषण निषाद का है, जो मुजफ्फरपुर में दांव आजमाएंगे। पिछली बार वे महागठबंधन में विकासशील इंसान पार्टी के प्रत्याशी थे और अजय निषाद से हार गए थे। हालांकि बाद में वे भाजपा में शामिल हो गए थे।
राज भूषण निषाद अभी प्रदेश इकाई में उपाध्यक्ष का दायित्व निभा रहे। उनके अलावा प्रदेश महामंत्री मिथिलेश तिवारी और शिवेश राम क्रमश: बक्सर और सासाराम के मैदान में होंगे। इस तरह प्रदेश संगठन के तीन पदाधिकारियों को अवसर मिला है।
आधी आबादी को अवसर नहींसंसद और विधानसभा में आधी आबादी के लिए एक तिहाई आरक्षण पर मुखर रही भाजपा की सूची में किसी भी महिला को अवसर नहीं मिला है। पिछली बार रमा देवी शिवहर से निर्वाचित हुई थीं।
बिहार से संसद में भाजपा की एकमात्र महिला प्रतिनिधि थीं। इस बार शिवहर सीट जदयू के हवाले हो गई है। हालांकि वहां जदयू की प्रत्याशी महिला (बाहुबली आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद) ही हैं।
सबसे अधिक सवर्णों पर भरोसाभाजपा के 17 प्रत्याशियों में दस सवर्ण हैं, चार पिछड़ा वर्ग से और शिवेश राम अनुसूचित जाति से। पिछड़ा वर्ग से नित्यानंद, रामकृपाल और अशोक यादव समाज से हैं, जबकि बनिया बिरादरी से संजय जायसवाल। अति पिछड़ा में प्रदीप गंगोता समाज से हैं और मल्लाह से जय भूषण।
सवर्णों में सर्वाधिक पांच राजपूत (आरके सिंह, राधामोहन, सुशील, सिग्रीवाल और रूड़ी) हैं। मिथिलेश और गोपालजी ब्राह्मण हैं। दो भूमिहार हैं : गिरिराज और विवेक। कायस्थ समाज से एकमात्र रविशंकर हैं।
भाजपा के प्रत्याशीपटना साहिब : रविशंकर प्रसाद
पाटलिपुत्र : रामकृपाल यादव
बक्सर : मिथिलेश तिवारी
आरा : आरके सिंह
बेगूसराय : गिरिराज सिंह
औरंगाबाद : सुशील सिंह
नवादा : विवेक ठाकुर
सासाराम : शिवेश राम
सारण : राजीव प्रताप रूड़ी
महाराजगंज : जनार्दन सिंह सिग्रीवाल
मुजफ्फरपुर : राज भूषण निषाद
उजियारपुर : नित्यानंद राय
पश्चिमी चंपारण : डा. संजय जायसवाल
पूर्वी चंपारण : राधामोहन सिंह
मधुबनी : अशोक कुमार यादव
दरभंगा : गोपालजी ठाकुर
अररिया : प्रदीप कुमार सिंह
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BJP List: भाजपा ने बिहार में उम्मीदवारों का किया एलान, चौबे का काटा टिकट तो गिरिराज पर जताया भरोसा, देखें लिस्ट
जागरण टीम, पटना। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने आखिरकार बिहार में अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भाजपा ने अपने हिस्से की सभी 17 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का एलान किया है।
भाजपा ने बेगूसराय सीट पर एक बार फिर गिरिराज सिंह पर भरोसा जताया है, जबकि वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से एक बार फिर मैदान में उतारा है।
पश्चिमी चंपारण सीट पर भाजपा ने पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को मैदान में उतारने का फैसला किया है। इसके अलावा, वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय को उजियारपुर, सारण से राजीव प्रताप रूड़ी और पाटिलिपुत्र से रामकृपाल यादव व आरा से केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को टिकट दिया है।
इन प्रमुख नामों के अलावा, भाजपा ने मधुबनी से अशोक कुमार यादव, अररिया से प्रदीप कुमार सिंह, दरभंगा से गोपाल जी ठाकुर, मजफ्फरपुर से राजभूषण निषाद, महराजगंज से जनार्दन सिंह सिग्रीवाल, बक्सर से मिथिलेश तिवारी और सासाराम से शिवेश राम को टिकट दिया है।
अश्विनी चौबे का कटा टिकटभाजपा ने इस बार चार नए चेहरों को मैदान में उतारा है। जिन सांसदों का टिकट कटा है, उनमें सबसे बड़ा नाम केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे का है। अश्विनी चौबे की जगह भाजपा ने इस बार पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी पर भरोसा जताया है।
इसके अलावा, मुजफ्फरपुर सीट पर अजय निषाद की जगह राजभूषण निषाद को टिकट दिया है। वहीं सासाराम से छेदी पासवान का टिकट इस बार कट गया है। उनकी जगह शवेश राम को उम्मीदवार बनाया गया है।
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'Lalu Yadav बिहार में कांग्रेस के सबसे बड़े दुश्मन', राजद के सिंबल बांटने पर महागठबंधन में बवाल
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राज्य ब्यूरो, पटना। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद द्वारा राजद प्रत्याशियों को एकतरफा सिंबल दिए जाने और वाम दलों को सीटें बांट देने से कांग्रेस में क्षुब्ध नेता मुखर होने लगे हैं।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के सदस्य किशोर कुमार झा ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा है कि बिहार में कांग्रेस की जो फजीहत हुई है, वह कोई नई स्थिति नहीं है। तब भी पार्टी उन बेईमानों के साथ गठबंधन के लिए आतुर है। ऐसे रणनीतिक कारकों से घिन आती है।
उन्होंने आगे लिखा कि मैं शीर्षस्थ नेताओं से लगातार कहता रहा कि प्रदेश में कांग्रेस का सबसे बड़े दुश्मन लालू प्रसाद हैं। किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।
बता दें कि शनिवार को औरंगाबाद के पूर्व सांसद और वरिष्ठ कांग्रेस नेता निखिल कुमार ने राजद द्वारा गठबंधन धर्म नहीं निभाने पर सख्त चेतावनी दी थी। निखिल ने कहा था कि राजद द्वारा बिना सीट शेयरिंग हुए सिंबल बांटने से महागठबंधन को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
बक्सर में महिलाओं पर बल प्रयोग की कांग्रेस ने की निंदाकांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता आनंद माधव ने एक बयान जारी कर कहा कि बक्सर के चौसा में पावर प्लांट के गेट पर धरना-प्रदर्शन कर रहे किसानों के घर में घुसकर पुलिस द्वारा महिलाओं और किसानों के स्वजनों को मारा-पीटा जाना तथा तोड़-फोड़ करना शर्मसार करने वाली घटना है।
किसानों के परिवार पर हुए इस अमानवीय अत्याचार की जितनी भी निंदा की जाए, कम है। सरकार इस दरिंदगी के पीछे अपनी मंशा स्पष्ट करे तथा दोषियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे।
बिहार कांग्रेस बक्सर के किसानों एवं उनके परिवार के साथ सहानुभूति रखती है एवं कष्ट में उनके साथ है। किसान न्याय इन सारी समस्याओं का एकमात्र समाधान है।
सुमन कुमार ने राज्यपाल से मिलकर होली की शुभकामना दीराजभवन में रविवार को राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर से कांग्रेस नेता सुमन कुमार मल्लिक ने शिष्टाचार मुलाकात की। शाल भेंट कर उन्होंने राज्यपाल का अभिवादन किया और होली की शुभकामना दी।
मल्लिक ने कहा कि राज्य का संवैधानिक प्रमुख होते हुए भी आर्लेकर की सादगी और व्यवहार समाज-सेवा में रहने वालों के लिए अनुकरणीय है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। चंद रोज पहले जदयू छोड़ने वाले वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री अली अशरफ फातमी ने रविवार को लालू प्रसाद से मिलकर राजद की सदस्यता ले ली। फातमी के साथ ही उनके पुत्र फराज फातमी भी राजद में शामिल हो गए हैं। फातमी ने इस मौके पर कहा ये उनकी राजद में सदस्यता नहीं घर वापसी है।
रविवार की दोपहर अली अशरफ फातमी अपने पुत्र फराज फातमी के साथ 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पहुंचे और लालू प्रसाद से मुलाकात की।
फातमी को जल्द टिकट देंगे लालू यादवचर्चा है कि फातमी को राजद जल्द ही मधुबनी से चुनाव सिंबल देगा। फातमी के अलावा रविवार को दो अन्य नेताओं ललित यादव और रामा सिंह ने भी लालू प्रसाद से मुलाकात की और लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है।
ललित यादव ने यहां से लड़ने की जताई इच्छाराजद सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ललित यादव ने लालू प्रसाद के समक्ष दरभंगा से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की, जबकि रामा सिंह वैशाली अथवा शिवहर से चुनाव लडना चाहते हैं।
प्रतीक्षा करने का मिला निर्देशइन नेताओं ने आश्वासन दिया है गया है कि थोड़ी प्रतीक्षा कर लें। एक दो दिन की अंदर सारी तस्वीर साफ हो जाएगी।
माना जा रहा है कि रामा सिंह का शिवहर से, फातमी का मधुबनी से जबकि ललित यादव का दरभंगा से चुनाव लड़ना करीब-करीब तय हो गया है। सिर्फ लालू प्रसाद का आधिकारिक एलान होना मात्र शेष है।
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लालू, राबड़ी व तेजस्वी यादव ने दी होली की शुभकामनाएंराजद प्रमुख लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव समेत राजद के अन्य नेताओं ने प्रदेश और देश की जनता को होली की बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
इन नेताओं ने अपने होली संदेश में कहा कि रंगों का त्यौहार होली एक दूसरे के प्रति परस्पर संबंधों को मजबूत बनाने वाला, आपसी भाई चारा, प्रेम और विश्वास को मजबूत करने वाला त्यौहार है।
इसमें सभी एक दूसरे के साथ रंगों की तरह घुल-मिलकर आपसी सद्भाव के साथ इस त्यौहार को मनाते हैं और यह एकता के सूत्र में पिरोने वाला त्यौहार है।
लालू प्रसाद के साथ ही तेज प्रताप यादव, मीसा भारती, शक्ति सिंह यादव, एजाज अहमद और चितरंजन गगन ने भी होली की शुभकामनाएं दी हैं।
Tejashwi Yadav की बेटी का बर्थडे मनाने परिवार संग दिल्ली निकले लालू, कुर्ता फाड़ होली की राह तकते रह गए कार्यकर्ता
राज्य ब्यूरो, पटना। लालू प्रसाद अपने परिवार के साथ रविवार की शाम पटना से दिल्ली के लिए प्रस्थान कर गए। लालू प्रसाद के साथ पत्नी राबड़ी देवी के अलावा बिहार के नेता प्रतिपक्ष और पुत्र तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और मीसा भारती भी दिल्ली गए हैं।
लालू प्रसाद के परिवार की दिल्ली की इस यात्रा के पीछे दो प्रयोजन हैं। तेजस्वी यादव की पुत्री कात्यायनी का पहला जन्म दिवस और होली।
27 मार्च को कात्यायनी के पहले जन्मदिवस के मौके पर दिल्ली में समारोह आयोजित किया है। इसके साथ ही लालू परिवार के साथ दिल्ली में ही होली मनाना चाहते थे।
पार्टी के लोगों को उम्मीद थी कि इस बार होली के पर्व पर लालू प्रसाद पटना में रहेंगे, लेकिन लालू प्रसाद ने पटना की बजाय दिल्ली में रहन का निर्णय किया और दिल्ली रवाना हो गए।
कभी लालू आवास पर होती थी कुर्ता फाड़ होलीयहां बता दें कि करीब दो दशकों से लालू आवास में होली का पर्व उस तरह नहीं मनाया गया, जो 1997 से लेकर 2000 तक मनाया जाता था।
उस दौर में लालू प्रसाद के आवास पर कुर्ता फाड़ होली हुआ करती थी, लेकिन चारा घोटाले में लालू प्रसाद का नाम आने और बाद में सजा होने के बाद से वैसी होली कभी लालू-राबड़ी आवास में नहीं मनाई गई।
नीतीश कुमार ने प्रदेशवासियों काे होली की शुभकामनाएं दींमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश व देशवासियों को रंगों के त्योहार होली की शुभकामनाएं दी हैं। मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि हाेली सामाजिक समरसता का प्रतीक है। होली का पवित्र त्योहार राज्यवासियों की जिंदगी में खुशियों का नया रंग लेकर आएगा।
उन्होंने आगे लिखा कि यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का भी प्रतीक है। इस पर्व की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि बिना किसी भेदभाव के लोग एक दूसरे के प्रति प्रेम-सद्भाव का व्यवहार रखते हैं। लोग आपस में मिल-जुलकर खुशियां बांटते हैं।
मु्ख्यमंत्री ने राज्यवासियों से यह अपील की है कि होली का त्योहार पारस्परिक प्रेम, आपसी भाईचारे एवं सामाजिक सद्भाव के साथ मनाएं।
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Bihar Politics: बिहार की वो सीटें, जहां नीतीश कुमार को मिली सीधी चुनौती, क्या इस बार 'खेल' कर पाएंगे लालू यादव?
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। जदयू ने रविवार को अपने प्रत्याशियों के नाम की घाेषणा कर दी। उसके साथ ही राजनीतिक गलियारे में यह जोड़-घटाव आरंभ हो गया कि 2019 में जदयू ने जो 16 सीटें जीतीं थी, उनमें वह अपने किस प्रतिद्वंद्वी के साथ अपेक्षाकृत अधिक सहज रहा?
आंकड़े बता रहे हैं कि जदयू ने राजद के प्रत्याशियों को आठ सीटों पर हराया। इसके अलावा, कांग्रेस को पांच सीटों पर पराजित किया था। जबकि एक पर कांग्रेस उम्मीदवार के सामने हार का सामना करना पड़ा था।
इन दो बड़ी पार्टियों के अलावा, दो सीटों पर जदयू का सीधा मुकाबला हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) से था। एक सीट पर रालोसपा के प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा को भी जदयू ने हराया था। यानी जदयू के सामने जब राजद के प्रत्याशी थे तब जदयू के वोटर कुछ अधिक सक्रिय दिखे।
जब जदयू के सामने राजद के उम्मीदवार थेपिछली बार आठ सीटों पर जदयू का राजद से मुकाबला था। छह सीटों पर जदयू प्रत्याशी की जीत दो लाख से अधिक मतों से हुुई। इनमें दो सीटों पर जीत का अंतर तीन लाख मतों से भी अधिक था। झंझारपुर में जदयू की जीत 3.22 लाख मतों से हुई थी।
मधेपुरा में जीत का अंतर 3.01 लाख मतों का था। सीतामढ़ी में 2.50 लाख, भागलपुर में 2.77 लाख, बांका में 2.00 लाख तथा गोपालगंज में 2.86 लाख मतों के अंतर से जीत मिली।
सिवान में 1.16 लाख मतों के अंतर से राजद प्रत्याशी को हराया। जदयू को राजद ने सबसे बड़ा मुकाबला जहानाबाद सीट पर दिया था। वहां से राजद प्रत्याशी की हार मात्र 1,751 वोटों से हुई थी।
कारकाट सीट पर जदयू ने रालोसपा प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा को 84,542 मतों से पराजित किया था। राजग में यह सीट इस बार उपेंद्र कुशवाहा के दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा को मिल गई है।
कांग्रेस से जदयू का छह जगहों पर था सीधा मुकाबलाकांग्रेस के साथ जदयू का मुकाबला आधा दर्जन सीटों पर था, जिसमें किशनगंज सीट पर जदयू को हार मिली थी। वाल्मीकिनगर सीट पर जदयू ने कांग्रेस प्रत्याशी रो 3.54 लाख मतों से हराया था।
सुपौल में जदयू की कांग्रेस पर 2.66 लाख मतों से जीत हुई थी, कटिहार में जदयू प्रत्याशी ने कांग्रेस के उम्मीदवार को 57 हजार वोट से हराया था।
पूर्णिया में कांग्रेस की हार जदयू प्रत्याशी से 2.63 लाख मतों से हुई थी। मुंगेर में यह अंतर 1.67 लाख का था। किशनगंज में कांग्रेस ने जदयू को 34 हजार मतों के अंतर से हरा दिया था।
मांझी की पार्टी के साथ भी दो जगहों पर था सीधा मुकाबलाजदयू का 2019 के चुनाव में जीतन राम मांझी की पार्टी हम के उम्मीदवार से सीधा मुकाबला था। नालंदा में जदयू ने हम को 2.66 लाख मतों से हराया। वहीं गया में हम की हार जदयू प्रत्याशी से 1.52 लाख वोटों से हुई थी।
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