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SSC Revised Calendar: एसएससी ने जारी किया संशोधित कैलेंडर, स्टेनोग्राफर ग्रेड सी-डी की अधिसूचना 5 जून को
जागरण संवाददाता, पटना। एसएससी ने 2025-26 के भर्ती कैलेंडर (SSC Recruitment Calender) में बदलाव किया है। संशोधित कैलेंडर जारी कर दिया गया है। वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर नया कैलेंडर देख सकते हैं।
कैलेंडर में स्टेनोग्राफर ग्रेड सी और डी परीक्षा, सीजीएल, दिल्ली पुलिस, सीएचएसएल, जूनियर इंजीनियर और एमटीएस, हवलदार जैसी बड़ी भर्तियों के लिए अधिसूचना व परीक्षा तिथि डेट की जानकारी दी गई है।
नए भर्ती परीक्षा कैलेंडर के अनुसार स्टेनोग्राफर ग्रेड सी, डी का नोटिफिकेशन पांच जून को जारी होगा। इसके अलावा सीजीएल का विज्ञापन नौ जून, दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर की भर्ती 16 जून और सीएचएसएल की भर्ती 23 जून को जारी की जाएगी। इनकी परीक्षा की संभावित तिथियां भी एसएससी ने जारी की है।
भर्ती परीक्षा की तिथि: भर्ती का नाम आवेदन की तिथि परीक्षा तिथि जेएसए, एलडीसी ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा 2024 -- आठ जून एसएसए, यूडीसी ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा 2024 -- आठ जून एएसओ ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा 2022-2024 -- आठ जून एसएससी सेलेक्शन पोस्ट परीक्षा फेज-XIII दो से 23 जून 24 जुलाई से चार अगस्त एसएससी स्टेनोग्राफर ग्रेड सी, डी भर्ती 2025 पांच से 26 जून छह से 11 अगस्त कंबाइंड हिंदी ट्रांसलेटर भर्ती परीक्षा पांच से 26 जून 12 अगस्त एसएससी सीजीएल नौ जून से चार जुलाई 13 से 30 अगस्त एसएससी दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर 16 जून से सात जुलाई एक से छह सितंबर एसएससी सीएचएसएल 23 जून से 18 जुलाई आठ से 18 सितंबर एसएससी एमटीएस, हवलदार भर्ती 26 जून से 24 जुलाई 20 सितंबर से 24 अक्तूबर एसएससी जेई (सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल) भर्ती 30 जून से 21 जुलाई 27 से 31 अक्तूबर एसएससी दिल्ली पुलिस कांस्टेबल (ड्राइवर पुरुष) भर्ती जुलाई-सितंबर नवंबर-दिसंबर दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल (मिनिस्ट्रियल) भर्ती जुलाई-सितंबर नवंबर-दिसंबर एसएससी दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल भर्ती जुलाई-सितंबर नवंबर-दिसंबर दिल्ली पुलिस (एग्जीक्यूटिव) भर्ती जुलाई-सितंबर नवंबर-दिसंबर ग्रेड सी स्टेनोग्राफर लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा जुलाई-सितंबर नवंबर-फरवरी 2026 एसएससी जीडी कांस्टेबल भर्ती अक्टूबर-नवंबर जनवरी-फरवरी 2026 जेएसए, एलडीसी ग्रेड लिमिटेड भर्ती जनवरी-फरवरी 2026 मार्च 2026 एसएसए, यूडीसी ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा जनवरी-फरवरी 2026 मार्च 2026 एएसओ ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा जनवरी-फरवरी 2026 मार्च 2026ये भी पढ़ें- RPSC: पीआरओ भर्ती परीक्षा 2024 के लिए 14 मई को अपलोड होंगे प्रवेश पत्र, एग्जाम सिटी स्लिप जारी
Sand Ghat Auction: गंगा, सोन, पुनपुन और दरधा नदियों के बालू घाटों की ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू
राज्य ब्यूरो, पटना। खान एवं भू-तत्व विभाग ने पटना जिले में गंगा नदी के साथ ही पुनपुन, सोन और दरधा नदियों के बालू घाटों की ई-नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है। संबंधित नदी घाटों की नीलामी पांच वर्ष के लिए होगी। फिलहाल विभाग की योजना 148 घाटों की नीलामी की है।
खान एवं भू-तत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस नीलामी में पीला और सफेद दोनों किस्म का बालू शामिल है। इस पूरी प्रक्रिया का मकसद पटना जिले में निर्माण कार्यो के लिए आसानी से और उचित कीमत पर बालू की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
15 से शुरू होगी प्रक्रियासरकार के इस निर्णय से राजस्व में वृद्धि भी होगी। ई-नीलामी के लिए निविदा दस्तावेज 15 मई को सुबह 11 बजे से ऑनलाइन डाउनलोड किए जा सकेंगे। पूरी जानकारी patna.nic.in पर उपलब्ध है। निविदा प्रक्रिया 12 जून अपराह्न चार बजे तक संपन्न होगी।
मिल गई पर्यावरणीय मंजूरीविभाग के सूत्रों ने बताया कि जिले में मौजूद चारों नदियों किनारे के इन बालू घाटों को पर्यावरणीय मंजूरी मिल चुकी। पटना जिले की सर्वेक्षण रिपोर्ट में भी इन बालू घाटों की नीलामी का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर इन नदियों के बालू घाटों को पांच एकड़ तक के छोटे टुकड़ों में बांटा गया है।
इसमें सोन और गंगा नदियों के बालू घाट प्रमुखता से शामिल हैं। पुनपुन और दरधा नदियों के कुछ बालू घाटों की नीलामी पहले भी की गई थी। नीलामी प्रक्रिया में सफल होने वाले बंदोबस्तधारी नवंबर 2025 से बालू खनन प्रारंभ कर सकेंगे।
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Bihar Politics: बिहार में बढ़ रहा कांग्रेस का कुनबा, युवा दलित नेता ने ली कांग्रेस की सदस्यता
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक मिलन समारोह में दलित अधिकार मंच के युवा नेता मनीष पासवान समेत कई नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण का ली।
इन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेणावी ने सदस्यता प्रदान की।
कार्यक्रम में राजेश राम ने कहा कि मनीष पासवान युवा हैं और लगातार दलित अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहें हैं। उनके आने से पार्टी का वंचित समाज में जनाधार बढ़ेगा।
दलित समाज कांग्रेस में देख रहा अपना भविष्यजिग्नेश मेवाणी ने कहा कि दलित हितों की रक्षा के लिए राहुल गांधी लगातार संघर्ष कर रहे हैं और उनके संघर्षों का ही परिणाम है कि दलित समाज के युवा कांग्रेस में अपना भविष्य देख रहे हैं।
मनीष पासवान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस समाज को बिहार सहित पूरे देश में सम्मान दिया है, उसी से प्रभावित होकर मैंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है।
मिलन समारोह में डॉ. शकील अहमद खान, रतन लाल, जितेन्द्र गुप्ता, प्रवीण सिंह कुशवाहा, मंजीत आनन्द साहू, शकीलुर रहमान, ब्रजेश प्रसाद मुनन सहित अन्य नेता मौजूद थे।
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Khelo India Youth Games: कभी रग्बी से थी अनजान, अब इसी खेल से बना रही पहचान
जागरण संवाददाता, पटना। आपकी स्थिति चाहे कितनी भी खराब क्यों ना हो कभी उम्मीद खत्म नहीं होने चाहिए। सपने हमेशा बड़ा देखिए और उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कीजिए।
ढ़ढ संकल्प, मजबूत आत्मविश्वास और कुछ कर दिखाने की इच्छा अगर मन में हो तो रास्ते में आने वाली मुश्किलें भी आसान हो जाती है। कुछ ऐसी ही कहानी है बिहार रग्बी बालिका टीम में खेलने वाली खिलाड़ी अंशु कुमारी, सलोनी कुमारी और अल्पना कुमारी की।
रग्बी खिलाड़ी अंशु बारहवीं की छात्रा है। पिता एक छोटी सी मिठाई की दुकान चलाते हैं। मिठाई दुकान से जो आमदनी होती है इसी से किसी तरह से घर चलता है।
लेकिन अंशु के पिता अपनी बेटी को जीवन में बहुत आगे बढ़ाना चाहते हैं। अंशु ने पुणे में अंडर-14 राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर खेल के करियर की शुरुआत की।
सड़क दुर्घटना में लगी चोट, लेकिन नहीं टूटे हौसलेबिहार बालिका रग्बी टीम की खिलाड़ी अल्पना की कहानी थोड़ी अलग है। अल्पना एक सड़क हादसे की शिकार हो गई थी। जिसमें फ्रैक्चर कालरबोन और एक गंभीर सड़क दुर्घटना से वह बहुत ही मुश्किल से ठीक हो पाई।
फिर से वापसी करते हुए वह मैदान पर उतरी और अपनी टीम का साथ पूरी मजबूती से दिया। उन्होंने यह दिखा दिया कि साहस किसी भी बाधा को पार कर सकता है।
अल्पना कहती हैं कि यह स्वर्ण पदक सिर्फ हमारा नहीं है। यह हर उस लड़की का है जो सीमाओं से परे सपने देखने की हिम्मत करती है।
यह हर उस माता-पिता के लिए है, जिन्होंने हमारा साथ दिया, और हर उस कोच के लिए जिन्होंने हम पर विश्वास किया।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स भी अब युवाओं के लिए एक अहम लांचपैड बन चुके हैं। अंशु, सलोनी और अल्पना जैसे खिलाड़ियों के लिए केआईबाईजी का एक मेडल केवल एक उपलब्धि नहीं, बल्कि राष्ट्रीय कैंपों, सरकारी नौकरियों और दीर्घकालिक पहचान की संभावनाओं का रास्ता है।
पिता ठेला चालक, बेटी राष्ट्रीय खिलाड़ीबिहार बालिका रग्बी टीम में खिलाड़ी सलोनी के पिता एक ठेला चालक हैं। ठेला चलाकर अपने परिवार का पेट पालते हैं। बेटी को आगे बढ़ाने के लिए पिता बहुत मेहनत से पैसा कमाकर घर चला रहे हैं।
सलोनी अब गर्व से बताती हैं कि वह मलेशिया में हुए एशियन रग्बी चैंपियनशिप में भारत की अंडर-18 टीम की कप्तान रह चुकी हैं।
कभी रग्बी एक अनजाना खेल थाबिहार की स्वर्ण पदक विजेता टीम की 12 में से 10 खिलाड़ी अस्मिता लीग के जरिए तैयार हुई हैं। एक ऐसा जमीनी स्तर का आंदोलन, जिसने पिछले तीन वर्षों में बिहार में महिला खेलों की परिभाषा ही बदल दी है।
इन लड़कियों के लिए कभी रग्बी एक अनजाना खेल था, लेकिन आज यह उनकी पहचान बन चुका है। इसके दम पर आज ये लड़कियां नायिकाएं बन चुकी हैं।
अस्मिता लीग और प्रतियोगिता के माध्यम से महिलाओं के बीच खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंडिया के लिंग-तटस्थ मिशन का हिस्सा है।
इस प्रकार, भारतीय खेल प्राधिकरण राष्ट्रीय खेल महासंघों को क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर कई आयु समूहों में खेलो इंडिया महिला लीग आयोजित करने में सहायता करता है।
2021 में शुरू की गई अस्मिता लीग का उद्देश्य न केवल खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है, बल्कि पूरे भारत में नई प्रतिभाओं की पहचान के लिए एक मंच के रूप में लीग का उपयोग करना है।
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ट्रंप ने किया युद्धविराम का एलान, लालू की पार्टी को आया गुस्सा; पूछा- आपको ये अधिकार किसने दिया?
एजेंसी, नई दिल्ली/पटना। 3 से 4 दिन तक एलओसी (LoC) पर सैन्य संघर्ष के बाद शुक्रवार को शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान युद्धविराम (India Pakistan Ceasefire) के लिए तैयार हो गए। हालांकि, इसकी घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए की।
ट्रंप ने दोनों देशों, भारत-पाकिस्तान को युद्धविराम के लिए बधाई भी दी। वहीं, अब इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है। विपक्षी दल राजद (RJD) ने ट्रंप की 'मध्यस्थता' की पेशकश और 'युद्धविराम' की घोषणा पर आपत्ति जताई है।
राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा (RJD MP Manoj Jha) ने रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की। उन्होंने भारत सरकार से इस पर कड़ा विरोध दर्ज कराने को कहा। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए झा ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को अपने सामान्य ज्ञान में सुधार करना चाहिए।
राजद सांसद ने पूछा- आप कौन होते हैं यह (युद्धविराम) तय करने वाले? आपको यह अधिकार किसने दिया? सबसे पहले, आपको अपने सामान्य ज्ञान में सुधार करने की जरूरत है, क्योंकि उस देश (पाकिस्तान) का जन्म 78 साल पहले हुआ था और आप 1,000 साल का रूपक इस्तेमाल कर रहे हैं। हमें भू-राजनीतिक फुटबॉल समझने की गलती न करें। इस पर हमारी सरकार की ओर से कड़ा विरोध होना चाहिए।
'पूरी दुनिया के तथाकथित सरपंच...'उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति पर दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम की घोषणा करने के लिए भी निशाना साधा। आरजेडी सांसद ने कहा, "हम पीड़ित थे और हमने यह सुनिश्चित करके सटीक जवाब दिया कि कोई नागरिक हताहत न हो और हमने 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन पाकिस्तान ने हमारे नागरिकों को निशाना बनाया। यह दो सेनाओं के बीच का अंतर दिखाता है - पेशेवर भारतीय सेना और एक दुष्ट देश पाकिस्तान की सेना।
हालांकि, इससे पहले कि हम अपनी आधिकारिक जानकारी दे पाते, अमेरिकी राष्ट्रपति ने संघर्ष विराम की घोषणा कर दी, जो शिमला समझौते के अनुसार भी सही नहीं है। सरकार ने इस दावे का खंडन करने की कोशिश की और कहा कि ऐसा कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ है, लेकिन पूरी दुनिया के तथाकथित "सरपंच" द्वारा किया गया यह प्रयास हमारे जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए उचित नहीं है।"
कांग्रेस ने की विशेष सत्र बुलाने की मांगदूसरी ओर, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने इन संवेदनशील मामलों पर सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री के नेतृत्व में तत्काल एक उच्च स्तरीय सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। इन संवेदनशील मामलों पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए, ताकि हम सवाल पूछ सकें और सच्चाई जान सकें। क्या हमें यह जानने के लिए वॉशिंगटन रेडियो सुनने पड़ेगा?
अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्या कहा?ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "अमेरिका की तरफ से मध्यस्थता के द्वारा रात भर चली बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण और तत्काल सीजफायर की सहमति बन गई है। समझ-बूझ और जबरदस्त बुद्धिमता दिखाने के लिए दोनों देशों को बहुत बहुत धन्यवाद। इस बारे में ध्यान देने के लिए सभी का धन्यवाद।"
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डिजिटल डेस्क, पटना। India Pakistan Ceasefire: 7 मई की रात पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना ने एयर स्ट्राइक करके आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसे 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिया गया।
भारत के एक्शन से बौखलाए पाक ने कई जम्मू-कश्मीर सहित कई सीमावर्ती राज्यों में ड्रोन हमले किए। दोनों देशों के बीच जारी तनाव के बीच शनिवार का दिन अहम रहा। शनिवार शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ।
शाहनवाज हुसैन की प्रतिक्रियाहालांकि, सीजफायर के कुछ घंटों बाद एक बार फिर पाकिस्तान ने गोलीबारी शुरू कर दी। फिलहाल स्थिति सामान्य है। इस पूरे ऑपरेशन को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पीएम मोदी और सेना को इसके लिए बधाई दी।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि 1971 के बाद एक बार फिर भारत ने पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया। भारत के एक्शन से पाकिस्तान गिड़गिड़ाने लगा। उन्होंने कहा कि सेना ने आतंकवाद की कमर तोड़ दी है। पूरी दुनिया में ये संदेश गया है कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद करेगा तो घर में घुसकर मारेंगे। पाकिस्तान को अपनी हरकतों से बाज आना पड़ेगा।
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि सेना ने जो कदम उठाए थे वे आगे भी जारी रहेंगे। हमारा मकसद पहले दिन से ही आतंकियों का सफाया करना था और हमारी सेना ने अपने पराक्रम से उसे कर दिखाया है।
JDU प्रवक्ता राजीव रंजन ने दी प्रतिक्रियाभारत-पाकिस्तान तनाव के बीच विपक्ष भी सरकार का साथ देता नजर आया। वहीं अब जब दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी है, तब भी विपक्षी नेताओं द्वारा इस पर केंद्र का साथ दिया जा रहा है। JDU प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जब भी राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रश्न आता है हम केंद्र के साथ खड़े होते है।
इस दौरान उन्होंने सेना के पराक्रम की सराहना करते हुए कहा कि 72 घंटे में हमारी सेना ने पाकिस्तान को घुटने पर खड़ा कर दिया। एयर स्ट्राइक में सेना ने हिजबुल, जैश और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी लांचिंग पैड को नष्ट कर दिया।
सीजफायर के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राजीव रंजन ने कहा कि युद्ध विराम पर सहमति के साथ ये भी कहा गया है कि अब कोई भी हमला युद्ध माना जाएगा। ऐसे में हमारा अधिकार होगा कि हम पलटवार करेंगे। ऐसे में अगर पाकिस्तान अपनी हरकते दोहराता है तो उसके परिणाण खतरनाक होंगे।
सेना के पराक्रम पर पूरे देश को गर्व: केंद्रीय मंत्रीकेंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के पराक्रम पर पूरे देश को गर्व है। प्रधानमंत्री मोदी और सेना ने देश को गौरवान्वित किया है। हमें भारतीय होने पर गर्व है।
#WATCH | Patna, Bihar | Union Minister Giriraj Singh says, "The whole country is proud of the Indian army's valour... Prime Minister Modi and the army have made the country proud. We are proud to be Indians..." pic.twitter.com/v6vDQBqMcK
— ANI (@ANI) May 11, 2025(एजेंसी के इनपुट के साथ)
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Bihar News: बिहार में 3758 करोड़ रुपये की लागत से बनेंगे पुल, वार्षिक कार्ययोजना के तहत मिली मंजूरी
राज्य ब्यूरो, पटना। पुलों के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बिहार की वार्षिक कार्ययोजना 2025-26 के तहत 3758 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। दिलचस्प यह है कि अकेले तीन प्रोजेक्ट के लिए ही 3500 करोड़ रुपये का आवंटन है। शेष राशि पांच परियोजनाओं के बीच बंटी है। जिन पुलों के लिए वार्षिक कार्ययोजना के तहत राशि मिली है उनमें एक पटना का है।
सबसे अधिक 1800 करोड़ रुपये गंडक पर नए पुल के निर्माण के लिएपुलों के निर्माण के लिए वार्षिक कार्य योजना के तहत जो राशि आवंटित की गई है उनमें सबसे अधिक राशि गंडक पर नए पुल के निर्माण को मिली है। गंडक नदी पर बेतिया से यूपी के सेवराही (एनएच 727एए) के बीच एप्रोच रोड सहित 20 किमी लंबे पुल का निर्माण किया जाना है। इसके लिए 1800 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है।
पटना में एक प्रोजेक्ट के लिए 1308 करोड़वार्षिक कार्ययोजना के तहत पटना के एक प्रोजेक्ट के लिए 1308 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। अनिसाबाद से पटना एम्स के बीच 10 किमी लंबे एलिवेटेड कारिडोर के लिए 1308 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है।
कमला नदी पर फोर लेन पुल के निर्माण के लिए 400 करोड़एनएच 227 (पुराना एनएच 104) पर कमला नदी पर दो किमी लंबाई में फोर लेन पुल के निर्माण के लिए 400 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है।
पांच परियोजनाएं ऐसी जिनमें एक के लिए भी सौ करोड़ नहींजिन पांच अन्य पुल परियोजनाओं के लिए वार्षिक कार्ययोजना के तहत राशि आवंटित की गई है उनमें एक भी प्रोजेक्ट ऐसा नहीं है, जिसके लिए सौ करोड़ की राशि आवंटित हुई है।
एनएच 333 ए पर नारायणा ब्रिज को दुरुस्त करने के लिए 50 करोड़, एनएच 333 ए पर ही मांगोबंदर पुल को दुरुस्त करने को 50 करोड़, एनएच 333 ए पर ही सती घाट पुल के लिए 10 करोड़, एनएच 322 पर मगरदाही घाट पुल के निर्माण के लिए 65 करोड़ तथा एनएच 131 पर कटया हाइडल पर पुल निर्माण के लिए 75 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। सभी पुलों का निर्माण ईपीसी मोड में कराया जाएगा।
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Bihar News: पेट्रोल पंप पर इन सुविधाओं की कमी संचालकों को पड़ेगी भारी, रद हो सकता है लाइसेंस
राज्य ब्यूरो, पटना। परिवहन विभाग राज्य के सभी पेट्रोल पंप पर शौचालय, साफ-सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर सख्त नजर आ रहा है। अगर किसी भी पेट्रोल पंप में इन सुविधाओं की कमी पाई जाती है तो लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की जा सकती है।
निलंबित हो सकता है पेट्रोल पंप का लाइसेंसराज्य के सभी पेट्रोल पंप पर शौचालय, साफ-सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं में कमी पाई गई तो लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई भी की जाएगी। परिवहन विभाग ने पूर्व में जारी आदेश का हवाला देते हुए पेट्रोल पंप संचालकों को जनसुविधाओं पर ध्यान देने को कहा है।
महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्थाआदेश के अनुसार, महिला और पुरुष के लिए निर्धारित आकार के अलग-अलग भारतीय और पश्चिमी (कमोड) शौचालय और यूरिनल की सुविधा होनी चाहिए।
सभी पेट्रोल पंप पर शौचालय और यूरिनल की नियमित सफाई होनी चाहिए। इसके लिए एक कर्मचारी को भी प्रतिनियुक्ति करना होगा। मूलभूत सुविधाओं वाले पेट्रोल पंप का ही लाइसेंस रिन्यू किया जाएगा।
सफर के दौरान लोग पेट्रोल पंप पर करते हैं शौचालय का इस्तेमालपरिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि सफर के दौरान लोग पेट्रोल पंप पर शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में पंप मालिक शौचालयों में पर्याप्त रोशनी, सफाई और चलित अवस्था में रखें। पेट्रोल पंप पर महिला, पुरुष, बच्चे और बूढ़े सभी के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक शौचालय जरूरी है।
इन सुविधाओं का होना भी जरूरीमालूम हो कि देश के सभी पेट्रोल पंप पर यात्रियों के लिए फर्स्ट एड किट, इमरजेंसी कॉल, महिला-पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय, शुद्ध पेयजल, गाड़ी के टायर के लिए हवा, ईंधन की शुद्धता की जांच जैसी अनिवार्य सुविधाएं मुफ्त होती हैं।
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पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन में महिला का शव मिलने से मचा हड़कंप, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
जागरण संवाददाता, पटना। जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (पटना एयरपोर्ट) की नई टर्मिनल बिल्डिंग में शनिवार की रात उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुलिस ने वाटर हार्वेस्टिंग की पाइप काटकर महिला का नग्न शव बरामद किया। मृत महिला की आयु 30-35 वर्ष के बीच बताई जा रही है। उसके शरीर पर जख्म के निशान भी हैं।
मोबाइल भी मिलापाइप के पास ही पुलिस को एक मोबाइल भी पड़ा मिला, जिसे जब्त कर लिया गया है। मृतका की पहचान करने की कोशिश जारी है। हवाईअड्डा थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए आइजीआइएमएस भेज दिया है। परिस्थितियों से कयास लगाया जा रहा है कि महिला से दुष्कर्म कर हत्या की गई है।
एक महिलाकर्मी का सत्यापन अभी बाकीसिटी एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि शव की पहचान की जा रही है। वर्तमान में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन के निर्माण में तीन ऐसी एजेंसियां काम कर रही हैं, जिनके अधीन महिलाकर्मी और महिला मजदूर सेवारत हैं।
हालांकि, अब तक सभी एजेंसियों का दावा है कि उनके यहां एक भी महिलाकर्मी की गुमशुदगी अथवा संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने की शिकायत नहीं प्राप्त हुई है।
सूत्रों की मानें तो पुलिस ने तीनों एजेंसियों की महिलाकर्मियों से संपर्क किया, लेकिन कोई भी इस आयु वर्ग की नहीं मिली। एक एजेंसी की महिलाकर्मी का मोबाइल आउट आफ रीच मिल रहा था।
कयास लगाया जा रहा है कि उसने मोबाइल को फ्लाइट मोड पर रखा हो। यदि रविवार की सुबह तक उसका मोबाइल चालू नहीं हुआ तो पुलिस उसके घर पर दबिश देगी।
पांच घंटे तक मशक्कत करते रहे अभियंताजिस 300 डायमीटर की पाइप में शव मिला था। सूत्र बताते हैं कि दोपहर चार बजे से वाटर हार्वेस्टिंग की पाइप को पानी टंकी से जोड़ा जा रहा था। काफी मशक्कत के बाद भी जब जलप्रवाह नहीं हुआ तो अभियंताओं ने जांच शुरू की। इस दौरान एक पाइप के अंदर कुछ होने की आशंका हुई। तब अभियंताओं ने हवाईअड्डा थाना पुलिस को सूचित किया।
सूचना पर एसडीपीओ सचिवालय डॉ. अनु कुमारी मौके पर पहुंचीं। संदेह पर पाइप काटकर शव बाहर निकाला गया। मृत महिला ने नथुनी पहन रखी थी। अंदेशा यह भी है कि बाहर से किसी को मौज-मस्ती के लिए बुलाया गया था या मृत महिला यात्री हो सकती है? शव की पहचान होने तक कई तरह की आशंकाओं पर तफ्तीश जारी है।
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Bihar Weather Today: भीषण गर्मी के बीच फिर बदलेगा बिहार का मौसम, इन जिलों में आंधी-तूफान और बारिश का अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: राजधानी व आसपास के इलाकों में गर्म पछुआ हवा के कारण लू जैसी स्थिति बनी हुई है। शनिवार को जैसे-जैसे दिन चढ़ा धूप और तीखी लगने लगी। पटना का तापमान बढ़कर 41.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। बीते 10 दिनों में पटना का सर्वाधिक तापमान दर्ज किया गया। 42.1 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज प्रदेश में सबसे गर्म स्थान रहा।
बांका और भागलपुर में आंधी-बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) May 10, 2025इन जिलों में लू को लेकर अलर्ट जारीमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान नौ जिलों के पूर्वी व पश्चिम चंपारण, गापेालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, पूर्णिया, जमुई एवं बांका जिले में लू को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
पटना सहित सिवान, सारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर, सहरसा, मधेपुरा जिले में गर्म और आर्द्र दिन को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
4-5 दिनों तक मौसम में बदलाव के आसार नहींअगले चार से पांच दिनों तक मौसम में बदलाव के आसार नहीं है। गर्म पछुआ हवा चलने के साथ मौसम आमतौर पर शुष्क बना रहेगा। दक्षिण पश्चिम मानसून 13 मई के आसपास दक्षिणी अंडमान सागर, दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में बढ़ने के आसार हैं।
15-16 मई के आसपास हो सकती है बारिशइसके प्रभाव से 15-16 मई के आसपास प्रदेश के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। बीते 24 घंटों के दौरान गया व रोहतास में छिटपुट वर्षा दर्ज की गई।
गया के डुमरिया में 4.6 मिमी, इमामगंज में 0.6 मिमी एवं रोहतास के तिलौथु में 0.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि शेष जिलों का मौसम शुष्क बना रहा। शनिवार को पटना, गोपालगंज, डेहरी, बक्सर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया।
प्रमुख शहरों का तापमान शहरअधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 41.5 28.8 गया 41.0 27.5 भागलपुर 40.1 26.9 मुजफ्फरपुर 38.3 28.5
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Khelo India Youth Games: सेपकटाकरा में बिहार के बेटे ओवलआल चैंपियन, बेटियां दूसरे नंबर पर
जागरण संवाददाता, पटना। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की सेपकटाकरा स्पर्धा में बिहार के दोनों वर्गों के खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन किया। इस खेल के बेटे और बेटियां दोनों ने पदक जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाया है। शनिवार को सेपकटाकरा का ओवरआल परिणाम जारी किया गया। सेपकटाकरा के बालक वर्ग में बिहार ओवरआल चैंपियन रहा, जबकि बालिका वर्ग में बिहार की बेटियां दूसरे पायदान पर रहीं।
एक-एक रजत किया राज्य के नामशनिवार को सेपकटाकरा में बिहार के दोनों वर्गों को एक-एक रजत पदक दिया गया। बिहार के ओवरआल चैंपियन बनने के बाद सभी ने बिहार की टीम को बधाई दी। वहीं, सेपकटाकरा के बालक वर्ग के ओवरआल परिणाम में मणिपुर दूसरे, नगालैंड व दिल्ली तीसरे पायदान पर रही। वहीं, बालिका वर्ग में मणिपुर ओवर आल चैंपियन बनी। बिहार दूसरे नंबर पर रहा जबकि हरियाणा और आंध्र प्रदेश तीसरे पायदान पर रही।
बाक्सिंग में बिहार समेत कई राज्य क्वार्टर फाइनल में
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शनिवार को पटेल इंडोर खेल परिसर, (पाटलिपुत्र रेल परिसर) में बाक्सिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। पहले दिन बालक और बालिका दोनों वर्गों में मुकाबले खेले गए। खिलाड़ियों ने अपनी ताकत दिखायी। पहले दिन 47 किलो से लेकर 90 किलो वर्ग में खिलाड़ियों ने दमखम दिखाया।
तमिलनाडु ने मेघालय को हरायापहले दिन के प्रतियोगिता की शुरुआत तमिलनाडु और मेघालय के बीच हुई। शानदार खेल दिखाते हुए तमिलनाडु ने जीत से शुरुआत की और क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। इनके अलावा हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, यूपी, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखंड, आसाम,मध्य प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश ने जीत हासिल कर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। रविवार को क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतकर खिलाड़ी सेमीफाइलन में जाने की कोशिश करेंगे।
फुटबाल के सेमीफाइनल में ओडिशा-झारखंडखेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के छठे दिन रिफाइनरी स्टेडियम में सुबह और शाम दो फुटबाल मैच खेले गए। सुबह में ग्रुप बी के पुरुष वर्ग का मैच हुआ। ओडिशा और चंडीगढ़ एवं दूसरा मैच झारखंड व मिजोरम की पुरुष टीम के बीच हुआ। इसमें ओडिशा व झारखंड की टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई। पहला मैच ओडिशा व चंडीगढ़ के बीच हुआ। जहां ओडिशा ने चंडीगढ़ को रोमांचक मुकाबले में 1-0 से हराया दिया।
झारखंड ने मिजोरम को हरायाओडिशा की पुरुष टीम ने पहले हाफ में एक गोल किया। वहीं, संध्या में दूसरा मुकाबला झारखंड और मिजोरम के बीच हुआ। इसमें झारखंड ने मिजोरम को 4-2 से पराजित कर दिया। मिजोरम पुरुष टीम ने पहले हाफ में दो गोल किया। वहीं, दूसरे हाफ में मिजोरम की टीम कोई गोल नहीं कर पाई। झारखंड की तरफ से पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ। मगर दूसरे हाफ में उनके खिलाड़ियों ने शानदार और लाजवाब खेल खेलते हुए चार गोल दाग दिया।
पश्चिम बंगाल को मेघालय ने दी मातइस तरह झारखंड दो गोल से जीत गया। वहीं यमुना भगत स्टेडियम में पश्चिम बंगाल और मेघालय के बीच पुरुष फुटबाल मैच हुआ। इसमें मेघालय की टीम तीन-एक से जीत कर अगले चक्र में प्रवेश किया। शाम में मेजबान बिहार एवं दिल्ली के बीच हुआ। इसमें मेजबान बिहार की टीम ने बेहद रोमांचक मुकाबले में दो-एक से मैच जीत लिया।
बिहार में फ्री में मिलेगा चश्मा, मरीजों की जांच भी होगी मुफ्त; स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने की घोषणा
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में प्रखंड एवं जिला स्तर पर नेत्र जांच कर लाखों मरीजों को फ्री चश्मा देने की व्यवस्था की गई है। जल्द ही सरकार की ओर से इसका शुभारंभ कर लाखों मरीजों को फ्री चश्मा दिया जाएगा। यह बातें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहीं।
नेत्र बैंक किए गए हैं स्थापितस्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय शनिवार को इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में आयोजित पटना आप्थलमिक सोसायटी के वार्षिक अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न मेडिकल कालेजों में नेत्र बैंक स्थापित किए गए हैं।
मरीजों को बेहतर उपचार मिलेगाराजेंद्र नगर अतिविशिष्ट नेत्र अस्पताल को उन्नयन का कार्य किया जा रहा है। मरीजों को बेहतर उपचार मिलेगा। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि आइजीआइएमएस बेहतर सुविधा उपलब्ध है।
संचार का माध्यम है आंखबिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि आंख केवल अपना कार्य नहीं करती, बल्कि यह संचार का भी माध्यम है। राज्यपाल ने कहा कि आंख शरीर का महत्वपूर्ण पार्ट है। यह शरीर के संचार का एक जरूरी माध्यम है।
आइजीआइएमएस के लिए गर्व का पलक्षेत्रीय चक्षु संस्थान के प्रमुख प्रो. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि आइजीआइएमएस के लिए गर्व का पल है, हम न केवल मरीजों की सेवा में तत्पर हैं, बल्कि साथ में रिसर्च एवं एकेडमिक में भी लोगों को प्रशिक्षण देने के लिए तत्पर है। कार्यक्रम में डा. सुनील सिंह, डा. नीलेश मोहन, डा. ज्ञान भास्कर, डा. सुजीत कुमार मिश्रा ने छात्रों को प्रोत्साहित किया।
राज्यपाल एवं स्वास्थ्य मंत्री ने किया संबोधितबता दें कि आइजीआइएमएस में पटना आप्थलमिक सोसायटी के वार्षिक अधिवेशन में स्वास्थ्य मंत्री ने यह घोषणा की। वार्षिक अधिवेशन कार्यक्रम का राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शुभारंभ किया। चिकित्सकों की मौजूदगी में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कार्यक्रम को संबोधित किया
बिहार के गांव की सड़कों को लेकर सरकार का महत्वपूर्ण आदेश, लापरवाही पर नपेंगे इंजीनियर-ठेकेदार
राज्य ब्यूरो, पटना। बरसात में लोगों को सड़क संबंधी परेशानियों से निजात दिलाने के लिए ग्रामीण कार्य विभाग ने समय रहते ही कमर कस ली है। शनिवार को अधिवेशन भवन सभागार में मंत्री अशोक चौधरी की अध्यक्षता में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन को लेकर संवाद सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्य भर के ठेकेदार और जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी सम्मिलित हुए।
सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर दें बलइस अवसर चौधरी ने जून से पहले राज्य की सभी ग्रामीण सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की ओर अधिकारियों एवं ठेकेदारों का ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष बल देते हुए स्पष्ट किया कि लापरवाही या समय सीमा का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ठेकेदारों के भुगतान को और अधिक पारदर्शी और समयबद्ध बनाने पर भी मंत्री ने जोर दिया।
सभी कार्य समय पर पूरे होंग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने स्पष्ट कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सभी कार्य समय पर पूरे हों, यह सुनिश्चित करना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। दायित्व की अनदेखी करने वाले अफसरों एवं ठेकेदारों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी।
6374 पथों पर कार्य आवंटित कर दिया गयाउन्होंने सभी जिलों में अधिकारियों और संवेदकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर कार्यों को प्रभावी ढंग से संपन्न करने का आह्वान किया। वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 14087 पथ, जिनकी कुल लंबाई 24482 किलोमीटर है, की स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें से 6374 पथों पर कार्य आवंटित कर दिया गया है। संवाद सत्र को अभियंता प्रमुख - सह - अपर आयुक्त भगवत राम, विशेष सचिव उज्ज्वल कुमार सिंह, अभियंता प्रमुख निर्मल कुमार ने संबोधित किया।
Bihar News: 'हर घर नल का जल' योजना को लेकर विकास प्रबंधन संस्थान की स्टडी, जलापूर्ति की स्थिति मिली मजबूत
डिजिटल डेस्क, पटना। हर घर नल का जल योजना की क्रियाशीलता, सेवा की गुणवत्ता एवं लाभार्थियों का योजना के प्रति संतुष्टि के स्तर का आकलन करने हेतु अप्रैल 2025 में डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (DMI), बिहार द्वारा अध्ययन कराया गया। यह अध्ययन मुजफ्फरपुर एवं गया जिलों के 55 वार्डों में 1124 से अधिक परिवारों के साक्षात्कार एवं पंप ऑपरेटरों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर किया गया।
अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ कि ग्रामीण क्षेत्रों में योजना की पहुंच एवं प्रभाव में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। 94% से अधिक परिवारों के पास नल का कनेक्शन है, जबकि 93.80% परिवारों को प्रतिदिन 70 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन या उससे अधिक की जलापूर्ति प्राप्त हो रही है। 92.73% परिवारों को प्रतिदिन कम-से-कम छह घंटे जलापूर्ति हो रही है एवं 95.12% परिवारों ने बताया कि उन्हें पिछले एक माह में 25 से 30 दिनों तक नियमित जलापूर्ति हुई।
जल की स्वच्छता को लेकर 99.53% परिवारों ने स्पष्ट एवं पारदर्शी जल प्राप्त होने की पुष्टि की, वहीं 95.40% ने जल की मात्रा, 95.02% ने नियमितता, तथा 96.71% परिवारों ने जल की गुणवत्ता से संतुष्टि व्यक्त की। लगभग 95% लाभार्थियों ने योजना के संचालन एवं अनुरक्षण व्यवस्था से संतोष जाहिर किया है।
इसी प्रकार पंप ऑपरेटरों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार, योजनाओं का औसत कवरेज 92% रहा तथा 95% से अधिक योजनाएं प्रतिदिन प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55-70 लीटर या उससे अधिक जलापूर्ति कर रही हैं । 92% से अधिक योजनाओं में प्रतिदिन छह घंटे अथवा उससे अधिक समय की जलापूर्ति हो रही है एवं 80% योजनाओं में ओवरहेड टैंक की वर्ष में कम-से-कम दो बार सफाई की जा रही है।
विदित हो कि इसी प्रकार का एक अध्ययन जनवरी 2024 में भी कराया गया था, पिछले अध्ययन की तुलना में इस बार हर पहलू में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है।उस समय केवल 79% परिवारों के पास ही नल कनेक्शन पाया गया था, जबकि आज यह आंकड़ा 94% से अधिक तक पहुंच गया है। उसी अध्ययन में सिर्फ 45.88% परिवारों को प्रतिदिन छह घंटे या उससे अधिक समय की जलापूर्ति प्राप्त होने की बात सामने आई थी, जो अब बढ़कर 92.73% तक पहुंच गई है।
इस अध्ययन से यह संकेत प्राप्त होता है कि हर घर नल का जल योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में न केवल स्वच्छ जल की उपलब्धता बढ़ी है, बल्कि जल की गुणवत्ता, नियमितता एवं संचालन व्यवस्था में भी निरंतर सुधार हो रहा है। आंकड़े स्पष्ट रूप से लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा राज्य की सभी जलापूर्ति योजनाओं के सतत् क्रियाशीलता के साथ शुद्ध पेयजल पहुँचा कर सभी घरों को 'हर घर नल का जल' का सपना साकार करने के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।
'नीतीश 5 साल आगे की सोचते हैं', JDU की मीटिंग में संजय झा बोले- बिहार में प्रो इनकंबेंसी की लहर
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू ने शनिवार को प्रदेश भर के अपने 52 जिला संगठन प्रभारी, जिला अध्यक्षों, महानगर अध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी, प्रखंड अध्यक्ष और प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्षों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक की।
इस मौके पर जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति प्रो इनकंबेंसी की लहर है। इसका प्रमाण पिछले लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव परिणामों में मिल चुका है।
संजय ने कहा कि नीतीश कुमार पांच वर्ष आगे की सोचते हैं। जाति आधारित गणना की ऐतिहासिक पहल भी उनकी दूरदृष्टि का उदाहरण है।
उन्होंने जदयू के पदाधिकारियों को कहा कि मिशन मोड में गांव-गांव जाकर संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करें। इंटरनेट मीडिया पर सक्रियता समय की मांग है। हमें हर प्लेटफार्म पर अपनी नीतियाें को मजबूती से रखना है।
कार्यकर्ता झोंक दें पूरी ताकतजदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने इस मौके पर कहा कि विधानसभा चुनाव में अब अधिक समय नहीं है। यह समय है जब हम सभी को एकजुट होकर दिन-रात मेहनत करते हुए अपनी पूरी ताकत झाेंकनी है। हमें इस संकल्प को साकार करना है कि 2025 में 225 और फिर से नीतीश।
जिन लोगों का समाज पर गहरा प्रभाव है उन्हें बूथ कमेटियों में प्राथमिकता दी जाए। सांगठनिक समन्वय और सशक्त बूथ कमेटी पार्टी की प्राथमिकता है। बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर सीमा पर तैनात सेना के जवानों के पराक्रम और वीरता को नमन किया गया।
बैठक में जदयू के कोषाध्यक्ष और विधान पार्षद ललन कुमार सर्राफ, विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, पूर्व सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, प्रदेश उपाध्यक्ष बैद्यनाथ प्रसाद सिंह विकल, प्रकोष्ठों के संयोजक प्रो. नवीन आर्य चंद्रवंशी व प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव सहित पार्टी के कई पदाधिकारी शामिल हुए।
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Patna News: बाढ़ में ट्रेनिंग के दौरान मेस का खाना खाने से बिगड़ी 50 शिक्षकों की तबीयत, 3 की हालत गंभीर
संवाद सहयोगी, बाढ़। बाढ़ के प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में 5 दिवसीय आवासीय ट्रेनिंग के दौरान मेस के खाने से लगभग 50 शिक्षक अचानक बीमार पड़ गए। खाने में गड़बड़ी के कारण शिक्षकों को उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत हुई।
मेस का खाना खाने से बिगड़ी शिक्षकों की तबीयतप्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में मेस का खाना खाने के बाद लगभग 50 शिक्षकों की तबीयत बिगड़ गई, जिसमें से तीन शिक्षकों की हालत गंभीर होने पर उन्हें बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीनों शिक्षकों का इलाज जारी है।
50 शिक्षक बीमारइस बारे में जानकारी देते हुए एक महिला शिक्षक ने बताया कि लगभग 50 शिक्षकों की तबीयत खराब हुई है। कुछ शिक्षक अपने घरों में इलाज करा रहे हैं।
खाने में गड़बड़ी के कारण बीमार हुए शिक्षकबाढ़ अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार ने कहा कि खाने में गड़बड़ी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। फूड पॉइजनिंग की पुष्टि जांच के बाद होगी।
प्राचार्य ने 50 शिक्षकों के बीमार होने की बात से किया इनकारवहीं, दूसरी ओर महाविद्यालय की प्राचार्य निशा यादव ने 50 शिक्षकों के बीमार होने की बात से इनकार किया है। महाविद्यालय की प्राचार्य ने कहा कि मेस के खाने की जांच की जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई होगी।
खाने की गुणवत्ता पर उठ रहे सवालइस घटना ने मेस की गुणवत्ता और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। शिक्षकों का कहना है कि सरकार द्वारा गुणवत्तापूर्ण भोजन के लिए राशि दी जाती है, फिर भी ऐसी लापरवाही भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि मेस संचालकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई क्या होती है।
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अवैध बालू खनन करने वालों पर कसेगा शिकंजा, सारण के जिलाधिकारी ने अफसरों को दी चेतावनी
सीजफायर के बाद बिहार में प्रतिबंध वापस, रात 10 बजे के बाद संगीत बजाने और पटाखे छोड़ने पर थी रोक
राज्य ब्यूरो, पटना। भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी को देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय ने राज्य में पटाखों के इस्तेमाल पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया था। इसके साथ ही रात दस बजे के बाद संगीत बजाने पर रोक लगाई गई थी। इस आदेश को सीजफायर के बाद वापस ले लिया गया है।
धीमी आवाज में संगीत बजाने की थी बातसामान्य परिस्थतियों में भी आम जनता से मद्धिम (धीमी) आवाज में संगीत बजाने की अपील की गई थी। शनिवार को जारी आदेश में सभी जिलों के डीएम, एसएसपी और एसपी को इसका सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा गया था।
अपर पुलिस महानिदेशक ने जारी किया था आदेशअपर पुलिस महानिदेशक (विधि-व्यवस्था) पंकज दराद की ओर से जारी आदेश में कहा गया है था कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में घटित आतंकी घटना के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर सामरिक स्थिति उत्पन्न है। इसको लेकर संपूर्ण भारतवर्ष में समस्त व्यवस्था को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है।
वैवाहिक कार्यक्रमों में बजता है तेज संगीतअभी राज्य में लग्न के कारण वैवाहिक समारोहों का आयोजन किया जा रहा है। वैवाहिक समारोहों में देर रात तक उच्च आवाज में संगीत बजाया जा रहा है। नियमानुसार रात्रि दस बजे के बाद ऊंची आवाज में संगीत बजाना निषिद्ध है। हालांकि अब आदेश वापस ले लिया गया है।
उल्लास में छोड़े जाते हैं पटाखेवैवाहिक समारोहों तक अन्य आयोजनों में लोग उल्लास में पटाखे भी छोड़ते हैं। देश में उत्पन्न स्थिति के दृष्टिकोण से राष्ट्रहित में तथा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए वर्तमान में रात में तेज आवाज में संगीत बजाना और पटाखों को छोड़ना प्रतिकूल है।
पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएइसका लाभ असामाजिक तथा देश विरोधी तत्वों के द्वारा लिया जा सकता है। ऐसे में निर्देश दिया गया था कि रात्रि में दस बजे के बाद संगीत बजाने पर नियमानुकूल प्रतिबंध लगाया जाए। आम जनता राष्ट्रहित में मत्रिम आजवा में संगीत बजाए।
देर रात एसएसपी ने की सुरक्षा जांचदेश में हाई अलर्ट के बाद शुक्रवार की देर रात पटना के एसएसपी अवकाश कुमार ने राजधानी के धार्मिक स्थलों एवं वीवीआइपी क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की। वे एक अणे मार्ग से, राजभवन, पटना सिटी के तख्त श्रीहरमंदिर साहिब जी गुरुद्वारा, इस्कान मंदिर, सचिवालय समेत अन्य स्थानों पर गए। वहां गश्ती दल और रात्रि सुरक्षा का निरीक्षण किया।
थानेदार और एसडीपीओ को किया तलबइस दौरान एसएसपी ने सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ की और आवश्यक निर्देश दिए। क्षेत्र भ्रमण के क्रम में उन्होंने संबंधित थाना क्षेत्र के थानेदार और एसडीपीओ को भी तलब किया। एसएसपी ने कहा कि 24 घंटे शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
संदिग्ध को हिरासत में लेकर करें पूछताछसंदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने एवं उनके नाम और पते का सत्यापन कराने को कहा गया है। सीसी कैमरों से जिले की मानिटरिंग की जा रही है। कंट्रोल रूम में भी पर्याप्त संख्या में बल की तैनाती की गई है। वीवीआइपी क्षेत्रों में अतिरिक्त कैमरों की जरूरत महसूस हुई। स्थानों को चिह्नित कर जल्द वहां कैमरे सुनिश्चित कराने को कहा गया है।
अब पैरेंट्स को पता चलेगा सबकुछ, आइटीआइ छात्रों के लिए बिहार सरकार ने बनाई नई नीति
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) में नामांकित प्रशिक्षणार्थियों का ड्रापआउट रोकने के लिए नीति बनाई गई है। इस नीति के तहत आइटीआइ में प्रशिक्षण पाने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के साथ संस्थान के प्राचार्य और अनुदेशक हरेक माह बैठक करेंगे।
अभिभावक से साझा की जाएगी जानकारीइस दौरान प्राचार्य और अनुदेशक (इंस्ट्रक्टर) छात्र-छात्राओं की उपस्थिति से लेकर उनके प्रशिक्षण तक की स्थिति की जानकारी अभिभावक से साझा करेंगे। उन्हें सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। लगातार कक्षा से अनुपस्थित छात्रों के बारे में अभिभावक से कारण पूछा जाएगा। इस दौरान छात्र और छात्राओं की अनुशासनहीनता की जानकारी भी उनके अभिभावक को आइटीआइ के द्वारा दी जाएगी।
छात्र-छात्राओं का फीडबैक लेंगेश्रम संसाधन विभाग के मुताबिक आइटीआइ के प्राचार्य और अनुदेशक अभिभावक से भी छात्र-छात्राओं का फीडबैक लेंगे। निरतंर कक्षाओं से अनुपस्थित छात्रों के बारे में अभिभावकों से वजह जानी जाएगी। छात्र-छात्राओं की अनुशासनहीनता की जानकारी भी उनके अभिभावक को दी जाएगी।
पैरेंट्स से सलाह भी ली जाएगीछात्र-छात्राओं के हित में और बेहतर प्रबंधन के लिए अभिभावक की सलाह भी ली जाएगी। अभिभावक के सुझाव पर व्यवस्था में आवश्कतानुसार सुधार भी किए जाएंगे।
15 से 20 प्रतिशत तक ड्रापआउटविभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रत्येक साल कुल नामांकित छात्र-छात्राओं में लगभग 15 से 20 प्रतिशत तक ड्रापआउट हो जाते हैं, यानी प्रशिक्षण अवधि के दौरान पढ़ाई छोड़ देते हैं या फिर फाइनल परीक्षा में शामिल नहीं होते हैं।
सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों की संख्या 151बता दें कि सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों की संख्या 151 है। इसमें 113 सामान्य और 38 महिला आइटीआइ हैं। सभी आइटीआइ में कुल 34 हजार सीटें हैं। इसमें भी 15 प्रतिशत सीटें विभिन्न ट्रेड में खाली रह जाते हैं। 2023-24 में भी 6220 सीटें खाली रह गईं थी। 2022-23 सत्र में 4787 सीटें खाली रह गई थीं।
3874 सीटें खाली रह गई थींइसके पहले 2021-22 में 3874 सीटें खाली रह गई थीं। जहां तक पाठ्यक्रम की बात है तो 41 ट्रेड में 31 इंजीनियरिंग और 10 ननइंजीनियरिंग टाइप के पाठ्यक्रम हैं। 20 ट्रेड दो वर्षीय है। 21 ट्रेड एक वर्षीय हैं। 11 नए ट्रेड शुरू किए गए हैं।
इसमें एडिटिंग मैनुफैक्चरिंग टेक्निशियन, थ्री डी प्रिटिंग, कंप्यूटर एडेड इंप्रूवल एंड डिजाइन, इलेक्ट्रिशियन पावर डिट्रिव्यूशन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स टेक्निशियन, आईओटी स्मार्ट एग्रीकल्चर, आईओटी स्मार्ट हेल्थ केयर, प्लंबर, सोलर टेक्निशियन, टेक्निशियन मेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं।
बिहार सरकार ने जारी किया आंकड़ा, स्कूल के 95 प्रतिशत छात्रों के पास किताबें; पोशाक के लिए 145 करोड़ जारी
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी प्रारंभिक विद्यालयों में पढ़ने वाले 95 छात्र-छात्राओं को निशुल्क पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। ये सभी विद्यार्थी पहली से आठवीं कक्षा तक के हैं। शेष पांच प्रतिशत विद्यार्थियों को अगले सप्ताह तक किताबें मुहैया होंगी।
आठवीं तक के छात्रों के लिए है सुविधाइस संबंध में शिक्षा विभाग ने बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक प्रकाशन निगम लिमिटेड को निर्देश दिया है। शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) के तहत सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों के पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को किताबें उपलब्ध कराई जाती हैं।
17 जिलों में पहुंची शत प्रतिशत पुस्तकेंशिक्षा विभाग के उपलब्ध आंकड़े के मुताबिक शुक्रवार तक 95.13 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। जिन छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं, उनमें 17 जिले ऐसे हैं, जहां के शत प्रतिशत बच्चों हाथों में किताबें पहुंच चुकी हैं।
इन जिलों में पहुंच गई हैं किताबेंइनमें अरवल, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, किशनगंज, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, नवादा, पटना, समस्तीपुर, सारण, सहरसा, शिवहर एवं शेखपुरा शामिल हैं। वहीं अररिया के 97.43, बांका के 86.57, बेगूसराय के 96.39, दरभंगा के 96.32, पूर्वी चंपारण के 86.59, गया के 85.49, गोपालगंज के 93.62, जमुई के 94.51, जहानाबाद के 95.43, कटिहार के 83, खगड़िया के 86.35, लखीसराय के 89.39, मधेपुरा के 66.91, नालंदा के 99.89, पूर्णिया के 73.35, रोहतास के 89.77, सहरसा के 96.48, शिवहर के 80.17, सीतामढ़ी के 89.66, सिवान के 96.76, सुपौल के 85.58, वैशाली के 89.56 एवं पश्चिमी चंपारण के 88.48 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं।
पोशाक राशि भुगतान को 145 करोड़ जारीशिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों में पहली से आठवीं कक्षा तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पोशाक समेत अन्य मद में 145 करोड़ आठ लाख 10 हजार 700 रुपये सभी जिलों को मुहैया कराया है। इसमें शैक्षणिक सामग्री की खरीद संबंधी राशि शामिल है।
महालेखाकार को पत्र लिखकर दी जानकारीइस संबंध में शिक्षा विभाग ने महालेखाकार को पत्र लिखकर जानकारी दी है। शिक्षा विभाग के मुताबिक मुख्यमंत्री पोशाक बालिका योजना के तहत कक्षा एक और दो की छात्राओं के लिए 600 रुपये, कक्षा तीन से पांच तक की छात्राओं के लिए 700 की दर से पैसे का भुगतान किया जाता है।
आठवीं तक के लिए एक हजार रुपयेइसी तरह कक्षा छह से आठ तक की छात्राओं के लिए एक हजार रुपये की दर से राशि देने का प्रविधान है। वहीं सामान्य वर्ग के पहली एवं दूसरी कक्षा के छात्रों को पोशाक के लिए 400 रुपये, कक्षा तीन से पांच के छात्रों को 500 रुपये और कक्षा छह से आठ तक के छात्रों को 700 रुपये की दर से पोशाक के लिए भुगतान किया जाता है।
पटना में बड़े पैमाने पर होगा बदलाव, तीन फ्लोर पर 225 कारों की पार्किंग, पैदल यात्रियों के लिए दो गेट
जागरण संवाददाता, पटना। मल्टी माडल हब में तीन फ्लोर पर 225 कारों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इनमें किसी एक फ्लोर पर आटो की पार्किंग भी होगी। आटो के लिए दूसरे फ्लोर पर विचार चल रहा है। पटना स्मार्ट सिटी के प्रबंधन निदेशक सह नगर आयुक्त अनिमेश कुमार पराशर ने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के लिए किस फ्लोर से आटो का संचालन होगा, अध्ययन करने का निर्देश दिया है। नई व्यवस्था से पटना आटो चालकों को स्टैंड मिल जाएगा तथा यातायात व्यवस्था सुगम हो सकती है।
आटो और कार के लिए अलग-अलग फ्लोरआटो और कार के लिए अलग-अलग फ्लोर निर्धारित होगा। ग्राउंड फ्लोर से नगर बसें चलेंगी। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के साथ नगर सेवा की निजी बसें भी यहां से चलेंगी। यात्रियों को आटो के साथ बस सेवा भी यहां उपलब्ध रहेगी। जीपीओ गोलंबर के पास से कार और आटो पार्किंग में प्रवेश करेंगे तथा स्टेशन रोड की तरफ पाया संचया तीन-चार के बीच निकास बनाया गया है।
दोनों तरह होंगे रैंपदोनों तरफ रैंप बनाए गए हैं। नगर बस सेवा में चलने वाली बसें बुद्ध मार्ग से मल्टी माडल हब में प्रवेश करेंगी और स्टेशन की तरफ निकलेंगी। प्रवेश के लिए दो गेट तथा निकास के लिए दो गेट का निर्माण किया गया है। स्टेशन रोड में छह गेट बनाए गए हैं। दो गेट बसों के निकास, एक गेट कार-आटो के रैंप के माध्यम से प्रवेश तथा दूसरा रैंप के माध्यम से निकास का बना है।
भूमिगत रास्ता भी होगाइसके अतिरिक्त दो गेट पैदल यात्रियों के लिए बना है। एक गेट पटना जंक्शन से भूमिगत रास्ते से सब-वे से आने वाले यात्रियों के लिए बनाया गया है। सब-वे से आने वाले यात्री अंतिम छोर पर मल्टी माडल अब में जा सकते हैं तथा स्टेशन रोड में भी आ सकते हैं। उनके लिए दो आप्शन दिए गए हैं।
एटीएम, शाप, कैंटीन, वेटिंग रूम की मिलेगी सुविधामल्टी माडल हब में एटीएम, पांच शाप के साथ कैंटीन की व्यवस्था की जा रही है। पटना स्मार्ट सिटी को एजेंसी तय करना है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। सिर्फ एक एटीएम लगने जा रहा है। टिकट काउंटर भी बनाए गए हैं। एक कार्यालय भी रहेगा।
मल्टी स्टोरेज पार्किंग से भी परिचालननगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि पटना जंक्शन पर आटो को सुगम तरीके से चलावाने की चुनौतियां हैं। आटो का परिचालन भी जरूरी है। मल्टी माडल हब की कार पार्किंग के एक फ्लोर से आटो परिचालन कराना तय हो गया है। मल्टी स्टोरेज पार्किंग से भी आटो का परिचालन होगा।
नेहरू गोलंबगर होगा छोटासब-वे और मल्टी माडल हब के चालू होने, नेहरू गोलंबगर के छोटा होने, कंकड़बाग की तरफ से आने वाले आटो की व्यवस्था करने, एक पिंक ट्वायलेट और नेहरु गोलंबर के पास हाईटेक शौचालय के निर्माण, बुद्धमार्ग से जंक्शन गोलंबर के बीच सड़क बन जाने से बड़े पैमाने पर बदलाव आएगा।
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