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UPSC Priya Rani Success Story: दादा के साहस ने प्रिया को पहुंचाया शहर, अब बनेगी IAS अफसर
जागरण संवाददाता, पटना। प्रतिभा कभी अमीर-गरीब नहीं देखती। यह मेहनत के अधीन होती है। यह साबित किया है, फुलवारीशरीफ के कुरकुरी निवासी किसान अभय कुमार की पुत्री प्रिया रानी ने। यूपीएससी की सिविल सर्विस परीक्षा में उसे 69वां रैंक प्राप्त हुआ है।
प्रिया बताती है कि बीटेक के दौरान कैंपस प्लेसमेंट में उसने बेंगलुरु की एक कंपनी में एक वर्ष के लिए काम किया। इसके बाद तैयारी के लिए नौकरी छोड़ दी। इस क्रम में वर्ष 2021 में दूसरे प्रयास में उसे इंडियन डिफेंस सर्विस मिला। इसके बाद तीसरे प्रयास में सफलता नहीं मिलने के कारण मन दुखी था।
इसके बाद पिता के कहने पर चौथे प्रयास में साक्षात्कार के लिए पहुंची। जहां यह सफलता अर्जित की।
दादा व पिता के सपोर्ट से यहां तक पहुंची प्रिया बताती है कि करीब 20 वर्ष पहले दादा की साहस ने कुरकुरी से पटना पढ़ाई के लिए पहुंचाया। तब गांव में काफी लोग बेटी को पढ़ाने का विरोध किया, लेकिन दादा सुरेंद्र प्रसाद शर्मा व पिता अभय कुमार की साहस पटना में किराएं के मकान में शिफ्ट हुए।
बाद में जगदेव पथ में अपना मकान भी बना। तब डान बास्को स्कूल से प्राथमिक शिक्षा तथा संत माइकल से 12वीं पढ़ाई की। इसके बाद 2018 में बीआइटी मेसरा से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चौथा प्रयास में 69वीं रैंक प्राप्त हुआ। इससे पहले, दूसरे प्रयास में 284 रैंक आया। इससे वर्तमान में इंडियन डिफेंस सर्विस में कसौली हिमाचल में सेवा दे रही हैं।
नियमित पढ़ाई ने दिलाई पीटी व मेंस में सफलता प्रिया बताती है कि पीटी के लिए एनसीईआरटी व कुछ स्टैंडर्ड बुक के साथ-साथ अखबार नियमित रूप से पढ़ाई की। इसी से सफलता मिली। मुख्य परीक्षा के लिए अर्थशास्त्री को विषय बनाया था। आरंभ से ही विभिन्न किताब व सोर्स के सहारे नोट्स बना कर पढ़ते थ। बाद के लिए छोटे नोट्स भी बनाई, इससे परीक्षा के समय रिविजन करती थी।
संस्मरणजब छोटी थी, गांव में थी, गांव से पहली लड़की थी, जो गांव से निकाल कर शहर में पढ़ाई कि लिए जा रही थी। लड़की होने के कारण दादा सुरेंद्र प्रसाद शर्मा के प्रयास से आई। पहले किराए के मकान में आया। उन्हें पढ़ाने के लिए मां-पिता जी काफी कंप्रमाइज करते थे, छोटी-छोटी स्ट्रगल आज भी हमें याद आती है।
सुबह चार बजे उठकर करती थी पढ़ाईनए छात्रों को परीक्षा की तैयारी के लिए सलाह देते हुए कहती है कि शिक्षा हर समय में सबसे महत्वपूर्ण चीजें है। करियर के लिए हमेशा ध्यान रखें। वह हमेशा से चाहती थी कि उनके अभिभावक मेरे नाम से समाज में जाने जाएं। इसके लिए हमेशा से खूब मेहनत करती थी। पढ़ाई के लिए सुबह चार बजे उठ जाती थी, नींद टूट जाएं इसके लिए 10 मिनट व्यायाम व टहलती थी। फिर टापिक की पढ़ाई करती थी।
चैलेंजहमेशा देखते थे कि अपने बैच की लड़कियां विभिन्न नौकरी में है। वह यूपीएससी की तैयारी कर कुछ लगत तो नहीं की। यह ख्याल हमेशा मन में आती थी, तब सफलता को चैलेंज के रूप में लिया था।
साक्षात्कारसामान्य रूप से प्रश्न पूछे जा रहे थे। तभी एक प्रश्न बोर्ड के सदस्य ने पूछा कि आप एक सवाल बताओ जो पहले से दिमाग में हो कि बोर्ड में यह पूछा जाएगा। तब मैने दो मिनट सोचकर खुद के बारे में परिचय को लेकर सवाल की अपेक्षा होने की जानकारी दी।
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Bihar News: ट्रैफिक नियमों को ताक पर रख कर चालक दौड़ा रहे ऑटो, परिवहन विभाग और पुलिस-प्रशासन आदेशों का पालन कराने में फेल
राज्य ब्यूरो, पटना। परिवहन विभाग की फाइलों में ऑटो-बस के परिचालन को लेकर तमाम नियम-कानून हैं, जुर्माने का भी प्रविधान है मगर अफसोस यह आदेश बस फाइलों में ही दफन हैं। परिवहन विभाग और पुलिस-प्रशासन इन आदेशों का अनुपालन कराने में पूरी तरह फेल है।
नतीजा, पटना की सड़कों पर ऑटो चालक नियम-कानून को धत्ता बताकर बेखौफ दौड़ाते हैं। जितनी मर्जी उतने लोग ऑटो में बिठाए जाते हैं, जहां मन वहां बीच सड़क पर ऑटो रोका जाता है और जिस तरफ से सहूलियत हो, उधर ऑटो मोड़ दिए जाते हैं।
इतने रुपये जुर्माने का है प्रावधाननियमों के अनुसार, ऑटो और बस में सीट से अधिक यात्री बैठाए जाने पर प्रति व्यक्ति 200 रुपये जुर्माने का प्रविधान है। इसके अलावा बिना बीमा की गाड़ी चलाए जाने पर दो हजार रुपये का अर्थदंड या तीन माह जेल की सजा देने का नियम है।
पिछले साल जुलाई में बिहार पुलिस को मोटरयान अधिनियम की धारा 194 (क) के तहत क्षमता से अधिक यात्री बैठाने पर जुर्माना वसूलने की शक्ति दी गई मगर इसका अनुपालन होता नहीं दिख रहा।
अनुपालन सख्ती से हो इसके लिए चालान काटने की शक्ति पुलिस अवर निरीक्षक रैंक के पदाधिकारियों को भी दी गई मगर फिर भी ऑटो चालक नियमों को ठेंगा दिखाते रहे। ई-रिक्शा तो नियमों के अनुपालन में और भी फिसड्डी हैं, जिसका परिचालन अधिसंख्य नाबालिगों या बिना लाइसेंस के किया जा रहा।
तीन या तीन से अधिक की मौत पर संयुक्त जांचसड़क दुर्घटना में तीन या तीन से अधिक लोगों की मौत होने पर संयुक्त दल मामले की जांच करता है। इसमें पुलिस के साथ जिला परिवहन पदाधिकारी, पथ निर्माण विभाग के पदाधिकारी आदि शामिल होते हैं। संयुक्त टीम दुर्घटना के कारणों की पड़ताल करती है, इसके साथ ही उसके समाधान के उपाय भी बताती है।
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Bihar Politics: 'पीएम मोदी के लिए...', Lalu Yadav के करीबी शिवानंद तिवारी का चौंकाने वाला दावा
राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प पर सवाल उठाए हैं। साथ ही चार सौ पार को लेकर भी तंज कसा है।
शिवानंद तिवारी ने मंगलवार को कहा कि मोदी जी का यह कैसा संकल्प है कि अगले पांच वर्षों तक 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिलता रहेगा। संकल्प यह हो सकता है कि हमारी सरकार अगले पांच वर्ष में 10 करोड़ या 20 करोड़ लोगों को इस लायक बना देगी कि उन्हें मुफ्त राशन की जरूरत नहीं होगी।
'सभी तरफ हालत खराब है'शिवानंद ने मोदी सरकार के 10 वर्षों के शासन का हवाला देकर कहा कि स्वास्थ्य हो, शिक्षा हो या फिर महंगाई सभी तरफ हालत खराब है। दस वर्षों के मोदी शासन काल में देश में लोकतंत्र की क्या हालत है?
उन्होंने कहा कि देश की शासन व्यवस्था के तीन पाए हैं। विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका। तीन पायों में न्यायपालिका पर सरकार का गंभीर दबाव है। जबकि न्यायपालिका को हमारे संविधान का गार्जियन माना जाता है।
'मोदी कह रहे हैं...'शिवानंद तिवारी ने आगे कहा कि अभी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीशों का सार्वजनिक बयान आया है। जिसमें न्यायपालिका पर सरकार के बढ़ते दबाव और दबावों के चलते प्रभावित होते निर्णयों को लेकर सार्वजनिक रूप से चिंता प्रकट की गई है। उन्होंने कहा मोदी कह रहे हैं कि अब की बार चार सौ पार, लेकिन इनके लिए दो सौ पार करना मुश्किल होगा।
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पटना, दरभंगा और सहरसा से नई दिल्ली के लिए चलेगी स्पेशल ट्रेन, जानिए टाइमिंग और रूट
जागरण टीम, पटना/जमुई। यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे ने पटना, दरभंगा एवं सहरसा से नई दिल्ली के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। पटना से नई दिल्ली के लिए स्पेशल ट्रेन 17 अप्रैल को रवाना की जाएगी। यह ट्रेन पटना से 21.30 बजे रवाना होगी। जो कानपुर के रास्ते नई दिल्ली जाएगी।
वहीं, दरभंगा एवं सहरसा से भी 17 को ही स्पेशल ट्रेन नई दिल्ली के लिए रवाना की जाएगी। इसके अलावा, दानापुर-पुणे सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन दानापुर से 19, 22, 26 एवं 30 अप्रैल को रवाना होगी। वहीं, दानापुर-पुणे अनारक्षित स्पेशल ट्रेन दानापुर से 22, 26 एवं 30 अप्रैल को रवाना की जाएगी। वलसाड-दानापुर स्पेशल ट्रेन भी चलाई जाएगी।
अहमदाबाद-पटना सुपर फास्ट स्पेशल ट्रेन 21 अप्रैल से 30 जून तक प्रत्येक रविवार को चलाई जाएगी। वापसी में यह ट्रेन 23 अप्रैल से 2 जुलाई तक सप्ताह में प्रत्येक मंगलवार को पटना से खुलेगी।
जमुई: सिकंदराबाद और रक्सौल के बीच चलेगी स्पेशल ट्रेनयात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए रेलवे ने सिकंदराबाद और रक्सौल के बीच स्पेशल ट्रेने चलाने का निर्णय लिया है। इस आशय की जानकारी आसनसोल रेल मंडल के पीआरओ ने मंगलवार कि शाम को दी। 07005 सिकंदराबाद - रक्सौल ग्रीष्मकालीन स्पेशल 22 अप्रैल से 24 जून तक कुल 10 ट्रीप प्रत्येक सोमवार को सिकंदराबाद से रात्रि 10:00 बजे रवाना होगी और यात्रा के तीसरे दिन शाम 4:50 बजे रक्सौल पहुंचेगी।
07006 रक्सौल - सिकंदराबाद ग्रीष्मकालीन स्पेशल 25 अप्रैल से 27 जून तक कुल 10 ट्रिप प्रत्येक गुरुवार को रक्सौल से सुबह 03:15 बजे रवाना होगी और अगले दिन शाम 7:40 बजे सिकंदराबाद पहुंचेगी।
यह ट्रेन अपने मार्ग में दोनों दिशाओं में पूर्व रेलवे के क्षेत्राधिकार में जसीडीह, मधुपुर और चित्तरंजन स्टेशनों पर रुकेगी। ट्रेन में सामान्य द्वितीय श्रेणी, स्लीपर श्रेणी और वातानुकूलित श्रेणी के डिब्बे उपलब्ध होंगे।
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राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभी चुनावी सभाओं में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नजर नहीं आएंगे। हां, कुछ खास सभाओं में दोनों मंच साझा कर सकते हैं। राजग इसे रणनीति का नाम दे रहा है, जबकि राजनीतिक गलियारें में इसकी अलग-अलग व्याख्या हो रही है।
यह भी कि कई ऐसे मुद्दे हैं, जिन पर भाजपा और राजग के रुख अलग हैं। इसके अलावा, नीतीश के भाषण का भटकाव भी है। नवादा की चुनावी सभा में मुख्यमंत्री बोल गए कि इस बार राजग के सांसदों की संख्या चार हजार पार कर जाएगी। नीतीश जब यह बोल रहे थे, प्रधानमंत्री उन्हें गौर से देख रहे थे। भाव यह कि ये क्या बोल रहे हैं? उपलब्धियों की चर्चा से भी परेशानी हो रही है।
भाषण के क्रम में प्रधानमंत्री अंतिम वक्ता होते हैं। ठीक उनसे पहले नीतीश कुमार बोलते हैं। उनके भाषण में राज्य और केंद्र सरकार की उपलब्धियां रहती हैं- सड़क, पुल, हर घर बिजली, सरकारी आवास, स्वरोजगार, नौकरी, स्वास्थ्य सुविधाएं, बेहतर कानून व्यवस्था, लालू-राबड़ी शासन का कथित जंगलराज।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण भी इन्हीं उपलब्धियों के आसपास रहता है। उनमें नया विषय जुड़ता है- अयोध्या में राम लला का मंदिर, सनातन पर आइएनडीआइए का प्रहार और अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश की बढ़ती प्रतिष्ठा। दो बड़े नेताओं के भाषण में दोहराव से का नकारात्मक प्रभाव भीड़ पर पड़ता है।
कहते हैं कि नवादा के मंच पर प्रधानमंत्री ने मजाक के लहजे में मुख्यमंत्री को टोक भी दिया था- आप सबकुछ बोल जाते हैं। मेरे लिए कुछ बचता नहीं है। चुनावी अधिसूचना से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेतिया, बेगूसराय और औरंगाबाद में सभा हुई थी। बेतिया को छोड़ दोनों सभाओं में मुख्यमंत्री थे। अधिसूचना के बाद जमुई और नवादा की सभाओं में नीतीश ने प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा किया, लेकिन मंगलवार को गया और पूर्णिया की सभा में नीतीश नहीं आए।
यह भी करता है असहजप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सभाओं में कांग्रेस पर समुदाय विशेष के तुष्टिकरण का आरोप लगाते हैं। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री अपनी सरकार की उपलब्धियों की चर्चा के साथ याद दिलाते हैं कि उनके शासनकाल में किस तरह सांप्रदायिक टकराव समाप्त कर दिया गया। भाजपा के ऐसे कार्यकर्ता जो ध्रुवीकरण के हिमायती हैं, मुख्यमंत्री के भाषण के इस अंश को स्वीकार नहीं करते हैं।
यह रणनीति का हिस्सागया और पूर्णिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुपस्थिति राजग की रणनीति का हिस्सा है। राजग ने चुनावी अभियान को लेकर यह तय किया है कि बड़े नेता एक साथ नहीं अलग-अलग सभाओं में दिखेंगे। इससे बड़े नेता अधिक सभा करेंगे। जमुई और नवादा की सभाओं में राजग के घटक दलों के सभी नेता एकसाथ जुटे थे। उसके बाद ही तय हुआ कि बड़े नेताओं की अलग-अलग सभाएं हो। - संजय कुमार झा, जदयू के राज्यसभा सदस्य
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UPSC Bihar Topper List: यूपीएससी में बिहार से टॉप 100 में पांच, समस्तीपुर के शिवम को 19वां रैंक
जागरण संवाददाता, पटना। UPSC Bihar Topper List संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सेवा 2023 का फाइनल परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया। इसमें बिहारी प्रतिभाओं ने अपनी सफलता का परचम लहराया है।
अब तक की जानकारी में टॉप 100 में बिहार के पांच प्रतिभाओं को स्थान मिला है।
इसमें 19वें नंबर पर समस्तीपुर के शिवम कुमार, 23वें स्थान पर गोपालगंज के सौरव शर्मा, औरंगाबाद के विरुपाक्ष विक्रम सिंह को 49 रैंक, पटना के फुलवारीशरीफ स्थित कुरकुरी निवासी प्रिया रानी को 69वां रैंक मिला है। पटना के ही अन्नपूर्णा सिंह को 99वां रैंक प्राप्त हुआ है।
वहीं, पटना के सिद्धांत कुमार को 114 वां रैंक, औरंगाबाद के प्रेम कुमार को 130वां रैंक प्राप्त हुआ है के साथ ही टॉप 200 में बिहार के और भी अभ्यर्थी शामिल हैं।
विशेषज्ञों की माने तो टॉप 100 में 25 से अधिक अभ्यर्थी बिहार के हैं। एक साथ बेहतर रिजल्ट आने पर यहां के विद्यार्थियों के चेहरे पर खुशी की लहर है।
बिहार सरकार की ओर से महिला एवं बाल विकास निगम की ओर से सिविल सेवा प्रोत्साहन राशि से लाभांवित दीप्ती मोनाली को 184 तथा कृति कामना को 417 रैंक मिला है। महिला एवं बाल विकास निगम की वंदना प्रेयसी ने दोनों को बधाई दी है।
- शिवम कुमार (समस्तीपुर) : 19वां रैंक
- सौरभ शर्मा (गोपालगंज): 23
- विरुपाक्ष विक्रम सिंह (औरंगाबाद): 49
- प्रिया रानी (पटना): 69
- अन्नपूर्णा सिंह (पटना) : 99
- सिद्धांत कुमार (पटना): 114
- प्रेम कुमार (औरंगाबाद): 130
- दीप्ती मोनाली (पटना) : 184
- अनिकेत कुमार द्विवेदी (गोपालगंज): 226
- अनुभव (अरवल): 309
- संस्कृति सिंह (शेखपुरा) : 366
- कृति कामना (पटना) : 417
- मोनिका श्रीवास्तव (औरंगाबाग): 455
- यश विसेन (भागलपुर) : 624
- शहंशाह सिद्धिकी (नरकटियागंज): 762
- महेश कुमार (मुजफ्फरपुर): 1016
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Bihar News: निबंधन विभाग ने की बड़ी कार्रवाई, डेढ़ दर्जन संस्थाओं का रजिस्ट्रेशन रद; अब डीएम के अधीन होगी संपत्ती
राज्य ब्यूरो, पटना। निबंधन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार और झारखंड के डेढ़ दर्जन संस्थाओं का निबंधन रद कर दिया है।
इसमें पटना स्थित बिहार नेशनल कालेज (बीएन कालेज) के साथ बिहार लैंड होल्डर एसोसिएशन, बिहार प्रांतीय वैद्य सम्मेलन, पटना ब्लाइंड स्कूल, आर्य प्रतिनिधि सभा, सर्वहित प्रबंधन सोसाइटी दरभंगा, रांची चैरिटेबल सोसाइटी, छोटानागपुर डायोसेशन चर्च सोसाइटी, रांची समेत 18 संस्थाएं शामिल हैं।
संस्थाओं के द्वारा वार्षिक एवं ऑडिट रिपोर्ट आदि जमा न करने के कारण यह कार्रवाई की गई है। विभाग ने इससे जुड़ा आदेश जारी कर दिया गया है।
नोटिस देते हुए कारण पूछामद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग ने अपने आदेश में कहा है कि इन संस्थाओं के द्वारा प्रबंधन निकाय की वार्षिक सूची, वार्षिक प्रतिवेदन, ऑडिट रिपोर्ट एवं फॉर्म-एच उपलब्ध नहीं कराया गया। इसके बाद विभाग ने मई, 2017 में इन संस्थाओं को नोटिस देते हुए कारण पूछा मगर इसके बावजूद सूचना उपलब्ध नहीं कराई गई।
इससे स्पष्ट होता है कि इन संस्थाओं के द्वारा कोई क्रियाकलाप नहीं किया जा रहा एवं संप्रति अस्तित्वहीन है। ऐसी स्थिति में बिहार सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण नियमावली का अनुपालन न करने पर डेढ़ दर्जन संस्थाओं का निबंधन रद किया गया है।
बैंक खातों का संचालन नहींजिन संस्थाओं का निबंधन रद किया गया है, अब उसके कोई भी पदधारक या सदस्य संस्था के नाम से कोई भी कार्रवाई संचालित नहीं कर सकेंगे। संस्था के किसी भी पदधारक या सदस्य के द्वारा बैंक खातों का संचालन भी नहीं किया जा सकेगा।
इसके साथ ही चल-अचल संपत्ति की खरीद-बिक्री का निष्पादन भी सोसाइटी नहीं कर सकेगी। निबंधन विभाग ने संबंधित जिलों के डीएम को निर्देश दिया है कि वह संस्थाओं की चल-अचल संपत्ति के संबंध में जानकारी प्राप्त कर उसे अपने अधीन लेकर विभाग को रिपोर्ट सौंपे।
इन संस्थाओं का निबंधन हुआ रदपटना ब्लाइंड स्कूल सोसाइटी, पटना अग्रवंश हितकारणी सभा, सर्वहित प्रबंध सोसाइटी दरभंगा, दी झरिया गुजराती एजुकेशन सोसाइटी झरिया, हिंदु आरफेन रिलीफ आफ एसोसिएशन, बिहार प्रांतीय वैद्य सम्मेलन, आल इंडिया कुर्मी क्षत्रिय एसोसिएशन बांकीपुर, द स्त्री सम्मेलन या मिलात-ए-निसवान पटना, द रांची चैरिटेबल सोसाइटी, वेद रत्न विद्यालय सभा मुस्तफापुर खगौल, बीएन कालेज पटना, द छोटानागपुर उरांव-मुंडा शिक्षा सभा रांची, द बिहार लैंड होल्डर्स एसोसिएशन, द रांची चैरिटेबल सोसाइटी रांची, द छोटानागपुर डायोसेशन चर्च सोसाइटी रांची, द छोटानागपुर इंप्रूवमेंट सोसाइटी, पुरानी रांची, गासनर इवेंजेलिकल लूथेरन चर्च, छोटानागपुर और आसाम और आर्य प्रतिनिधि सभा, बिहार-बंगाल।
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Bihar Monsoon Kab Aayega: बिहार में इस बार खूब बरसेगा बदरा, सामान्य से अधिक वर्षा के आसार
जागरण संवाददाता, पटना। जून से सितंबर तक मानसून सीजन के दौरान बिहार समेत देश में सामान्य से अधिक वर्षा के आसार जताए गए हैं। मौसम विभाग ने मानसून को लेकर पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि जून से सितंबर के बीच सामान्य से 106 फीसद वर्षा होगी।
आमतौर पर मानसून सीजन के दौरान देश भर में 87 सेमी वर्षा होती है। वहीं, इस बार 91.5 सेमी होने की संभावना है। ला नीना का प्रभाव जुलाई से होगा। इसके प्रभाव से मानसून के अंतिम दो महीने जुलाई, अगस्त में ज्यादा वर्षा के आसार है।
इस बार 106 फीसद अधिक होगी बारिशवहीं, बिहार में 992.2 मिमी वर्षा का आंकड़ा है। मानसून सीजन के दौरान 96-104 मिमी वर्षा सामान्य मानी जाती है। वहीं, इस बार 106 फीसद अधिक रहने की संभावना है।
आंकड़ों के अनुसार, बीते वर्ष मानसून सीजन के दौरान देश में 94 फीसद वर्षा हुई थी जो सामान्य से कम थी। मौसम विभाग ने कहा कि इस बार सामान्य से अधिक वर्षा होगी।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना से प्राप्त जानकारी के अनुसार बिहार में 2002 से 2023 के बीच सात बार सामान्य से अधिक वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा 2007 में हुई। 2003, 2008, 2011, 2019, 2020 और 2021 में सामान्य से अधिक वर्षा हुई थी।
2019 से 2021 के बीच तीन वर्षों तक सामान्य से अधिक वर्षा हुई थी। मौसम विज्ञानी के अनुसार अच्छी वर्षा को लेकर ला-नीना का सक्रिय होना जरूरी है। केरल में मानसून का 15 मई के आसपास दस्तक देने की संभावना है।
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Mukesh Sahani: 'इस उम्र में लोग खटिया पर बैठकर...', PM मोदी के लिए ये क्या बोल गए मुकेश सहनी; सियासी पारा हाई
डिजिटल डेस्क, पटना/जमुई। Mukesh Sahani On PM Modi वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने मंगलवार को जमुई में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान मुकेश सहनी ने एनडीए पर जमकर निशाना साधा। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उम्र पर भी कटाक्ष किया।
मुकेश सहनी ने कहा, "मोदी जी की उम्र 75 साल हो गई है। इस उम्र में लोग खटिया पर बैठकर हरे राम-हरे कृष्णा कहता है, लेकिन मोदी जी क्या कहते हैं कि देश की जनता हमको तीसरी बार मौका दीजिए हम फिर से पीएम बनना चाहते हैं।"
'ये सरकार अडाणी-अंबानी की है'मुकेश सहनी ने आगे कहा, "ये सरकार गरीब-पिछड़े की नहीं है, ये सरकार अडाणी-अंबानी की है। 10 साल पहले मोदी कहते थे कि आप हमे लाइए हम इस देश में हर साल 2 करोड़ नौकरी देंगे, लेकिन ये वादा पूरा नहीं हुआ"।
'2019 में मोदी को फिर से...'उन्होंने लोगों से कहा, जो नेता जनता से झूठ बोले, धोखा दे, वो कभी आपका नहीं हो सकता। 2019 में मोदी को फिर से मौका देकर देश की जनता ने गलती की, लेकिन अब फिर से मौका है। अगर अब नहीं बदलेंगे तो संविधान खतरे में आ जाएगा।
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Bihar Politics: कैसे चार्ज होता है मोबाइल फोन? तेजस्वी यादव और PM मोदी में छिड़ गई जुबानी जंग
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को राजद पर बिहार को लालटेन युग में ले जाने के आरोप लगाए और कहा कि लालटेन से मोबाइल चार्ज नहीं होता। इस आरोप के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पीएम को जवाब दिया और कहा, "मोबाइल तो कीचड़ सने कमल के फूल से भी चार्ज नहीं होता है"।
तेजस्वी ने अपने एक्स मीडिया पर लिखा कि अंधेरा जब भी रहता है तो प्रकाश तो लालटेन ही देती है। इतिहास गवाह रहा है कि देश, समाज में जब भी महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, सांप्रदायिकता और नफरत का घोर अंधेरा होता है तब-तब लालटेन की रोशनी में ही वह अंधेरा छटा है न कि कमल के फूल से।
उन्होंने कहा कि लालटेन ने युगों-युगों से बिहार में व्याप्त सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक गैर बराबरी, अन्याय और अत्याचार के अंधेरे को दूर भगाया है।
'लालटेन के उजियारे से ही...'तेजस्वी ने कहा कि इसी लालटेन की रोशनी में सदियों से गरीब, उत्पीड़ित, उपेक्षित और वंचित लोगों ने अपनी जुबान खोलना और बोलना सीखा, अपने हक-अधिकार मांगने लगे। बराबरी पर बैठने लगे, नौकरियों में आने लगे, विधायक-सांसद बनने लगे। यह सब बाबा साहब के द्वारा दिए गए संविधान और लालटेन के उजियारे से ही संभव हो पाया है।
'मुझे जो भी बुरा-भला...'तेजस्वी ने कहा कि मुझे जो भी बुरा-भला बोलना है बोलिए, लेकिन बिहार को उसका हक दीजिए। युवाओं को नौकरी देने में मेरी और बिहार की मदद कीजिए।
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डिजिटल डेस्क, पटना। गया से एनडीए प्रत्याशी जीतन राम मांझी के एक बयान ने सियासी हलचल बढ़ा दी है। मांझी ने मंगलवार को गया में प्रधानमंत्री की रैली के बाद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया।
उन्होंने लिखा, "गया में जीतन राम मांझी नहीं मैं चुनाव लड़ रहा हूं"। इस पोस्ट के साथ मांझी ने प्रधानमंत्री मोदी को टैग कर दिया। उन्होंने अपने इस पोस्ट से ये कहने की कोशिश की कि लोग चुनाव में मोदी का चेहरा देखकर वोट करें।
उन्होंने अपने एक अन्य पोस्ट में लिखा, गया में मेरा चुनाव चिह्न कड़ाही EVM क्रमांक संख्या-4 पर है। आग्रह है कि गया लोकसभा क्षेत्र के मतदाता 'कड़ाही' छाप पर बटन दबाएं और नरेन्द्र मोदी जी को पुनः प्रधानमंत्री बनाएं"। साफ है कि एनडीए प्रत्याशी मोदी के चेहरे पर वोट की अपील कर रहे हैं।
गया में प्रधानमंत्री मोदी की रैली, राजद पर निशानाप्रधानमंत्री ने एक बार फिर राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि वह परिवार और स्वार्थ की राजनीति करते हैं, जबकि एनडीए ने विकास और देश को वैभव पर पहुंचाने का कार्य किया। अगर आप तीसरी बार आशीर्वाद देते हैं, तो जो कार्य 10 वर्षों में पूरा नहीं हुए उन्हें तीसरे कार्यकाल में पूरा करेंगे।
'मांझी और सुशील कुमार को आशीर्वाद दीजिए'प्रधानमंत्री ने एनडीए गठबंधन के घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि अगले पांच वर्षों में राष्ट्र के विकास के लिए पूरा खाका तैयार है। उन्होंने, उस गारंटी कार्ड को पूरा करने के लिए गया के एनडीए उम्मीदवार जीतन राम मांझी और औरंगाबाद के भाजपा उम्मीदवार सुशील कुमार सिंह को अपना आशीर्वाद दीजिए।
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डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी पारा हाई है। इसी कड़ी में विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने नीतीश कुमार को लेकर बड़ी भविष्यवाणी की है। मुकेश सहनी ने मंगलवार को दावा किया कि इस चुनाव के बाद नीतीश कुमार रिटायर हो जाएंगे और उनकी पार्टी भी खत्म हो जाएगी।
जब पत्रकारों ने पूछा कि वीआईपी के कई नेताओं ने जदयू ज्वाइन कर ली है, इस पर मुकेश सहनी ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड खुद वेंटिलेटर पर है, वो दूसरी पार्टी को क्या तोड़ेंगे। एक-दो आदमी को रोड से उठाकर ज्वाइन करवा लेने से कुछ नहीं होगा।
'नीतीश जी को बताना चाहिए...'उन्होंने आगे कहा, "नीतीश जी को बताना चाहिए कि क्या 2025 तक उनकी पार्टी रहेगी? मैं आपको बताता हूं कि नीतीश जी इस चुनाव के बाद रिटायर हो जाएंगे और उनकी पार्टी खत्म हो जाएगी। हमारे साथ उनकी पार्टी के सैकड़ों लोग रोज जुड़ रहे हैं, लेकिन हम लोग मीडिया में नहीं लाते हैं। हमारे पास सारे कार्यकर्ता नीतीश जी के पास से ही आए हैं"।
प्रधानमंत्री पर साधा निशानामुकेश सहनी ने प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, "बिहार के लोगों को मूर्ख मत समझिए। आपने 2014-19 में जो वादा किया था वो वादा पूरा हुआ या नहीं ये बात बिहार के लोगों को बताइए। 2 करोड़ रोजगार देने का वादा पूरा हुआ या नहीं... विदेश से कालाधान आया या नहीं... बिहार को विशेष पैकेज देना था, वो आपने दिया या नहीं, ये बताइए..."।
वीआईपी प्रमुख ने कहा कि यहां आकर सिर्फ दुनियादारी का भाषण मत दीजिए। इधर आकर भाषण और राशन मत कीजिए। हमें वो बताइए जो आपने किया है। बेमतलब की बात मत कीजिए।
मुकेश सहनी ने नीतीश कुमार की पार्टी पर करोड़ों का चंदा लेने का आरोप लगाया। सहनी ने कहा कि आप धंधा देते हो चंदा लेते हो। हमें तो आप गाली दीजिए, हम लोग गरीब आदमी हैं। गरीब का माई-बाप नहीं होता है। हम लोग तो वैसे भी छोटी पार्टी हैं, जितना टारगेट करना है कीजिए।
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Patna News : झारखंड में तैनात DSP के घर से 40 लाख के आभूषण की चोरी, कैश भी लेकर फरार हुए बदमाश
संवाद सूत्र, फुलवारीशरीफ (पटना)। झारखंड के गोड्डा जिला में तैनात डीएसपी के फुलवारीशरीफ स्थित घर से लगभग 40 लाख के सोने-चांदी के जेवर और नकदी चोरी हो गए। डीएसपी का पूरा परिवार छपरा स्वजन के श्राद्ध कर्म में शामिल होने गया था।
वहां से लौटने के बाद चोरी का पता चला, तब स्थानीय फुलवारीशरीफ थाने को इसकी सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस एवं एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और छानबीन की। झारखंड के गोड्डा जिले में डीएसपी के पद पर तैनात संतोष कुमार सुमन का घर फुलवारीशरीफ के मित्र मंडल कालोनी वृंदावन लेन में है।
वे मूल रूप से छपरा के रहने वाले हैं। वह स्वजन के साथ अपने गांव छपरा तीन दिन पूर्व भाई की पत्नी के श्राद्ध कर्म में शामिल होने के लिए गए थे। घर में ताला बंद था।
चोरों ने घर के मुख्य गेट का ताला तोड़ दियाइसकी रेकी करने के बाद चोरों ने घर के मुख्य गेट का ताला तोड़ दिया और आलमारी में रखे मां-बेटी एवं पत्नी के खानदानी 40 लाख रुपये के जेवर और नकदी 48 हजार रुपये चोरी कर भाग निकले।
गांव से मंगलवार को जब डीएसपी सपरिवार लौटे तो घर के मुख्य द्वार का ताला टूटा देख भौंचक रह गए। घर के सभी कमरे के दरवाजे का लाक टूटा हुआ था। आलमारी में रखे सारे सामान बिखरे थे।
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Lok Sabha Election 2024: बुद्ध और महावीर की धरती, फिर भी चुनावी दौर से गायब हो गए पर्यटन स्थलों के विकास के मुद्दे
नीरज कुमार, पटना। Lok Sabha Election 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर राज्य में सरगर्मी काफी बढ़ गई है। राजनीतिक दल अपने हिसाब से चुनाव प्रचार कर रही हैं। परंतु विकास के कई मुद्दे अभी भी अछूते हैं, जिनपर किसी पार्टी या प्रत्याशी का ध्यान नहीं जा रहा है।
वर्तमान परिदृश्य पर नजर दौड़ाएं तो बिहार का पर्यटन उद्योग ही चुनावी अभियान से गायब है। प्रदेश के पर्यटन स्थलों का विकास के मुद्दे गायब हैं, जबकि बिहार धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक एवं भौगोलिक एवं पर्यावरण तथा जैवविविधता की दृष्टि से काफी संपन्न राज्य है।
यहां पर भगवान श्रीराम का आगमन हुआ है। यह धरती भगवान महावीर की जन्मभूमि रही है। यहीं पर महात्मा बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया है। सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह ने बिहार की राजधानी पाटलिपुत्र में जन्म लिया है। सूफी संतों का संदेश यहां पर कण-कण में गूंजता है।
इसके अलावा यहां पर वाल्मिकीनगर टाइगर रिजर्व, राजगीर की जंगल सफारी, कोकोलत का प्रसिद्ध जल प्रपात एवं राजगीर का गर्म कुंड प्रकृति के अनमोल धरोहर हैं।
बिहार में इतनी बड़ी पर्यटन संपदा होने के बावजूद यहां पर पर्यटक आकर्षित नहीं हो रहे हैं। देवनदी गंगा बिहार को दो भागों में विभाजित करती हैं, यहां के हर घाट को सजाया-संवारा जा सकता है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकता है।
रामायण सर्किट बन सकता आकर्षण का केंद्ररामायण सर्किट धार्मिक पर्यटकों को आकर्षित करने का एक सशक्त माध्यम बन सकता है। प्रदेश का बक्सर क्षेत्र धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण इलाका है। यहीं पर मां गंगा बिहार में प्रवेश करती है। प्राचीन काल में प्रभु श्रीराम का भी इस स्थल से संबंध रहा है। जनकपुर जाते समय प्रभु श्रीराम इसी स्थल से गुजरे थे।
बक्सर के समीप स्थित विंध्य पर्वतमाला की श्रेणियां पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन सकती हैं। सीतामढ़ी रामायण सर्किट का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
कैमूर में स्थापित है देश का सबसे प्राचीन मंदिरकैमूर की पहाड़ियों पर देश का सबसे प्राचीन मंदिर मां मुंडेश्वरी भवानी का मंदिर स्थापित है। इस प्राचीन मंदिर का विकास समय की मांग है। इस मंदिर को न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकसित किया जा सकता है। इस मंदिर के आसपास के क्षेत्रों को विकसित करना बहुत जरूरी है।
बिहार की राजधानी पटना से लगभग 170 किलोमीटर दूर यह मंदिर स्थिति है। यहां जाने वाला पर्यटन रात्रि विश्राम करना चाहता है लेकिन पर्याप्त सुविधा नहीं होने के कारण उसे उसी दिन वहां से लौटना पड़ता है।
बौद्ध सर्किट विदेशी पर्यटकों के लिए महत्वपूर्णराज्य के बौद्ध सर्किट के तहत चयनित स्थलों का सही तरीके से विकास कर दिया जाए तो विदेशी पर्यटकों की संख्या राज्य में बढ़ाई जा सकती है।
राज्य में बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर, सुजाता कुटीर, केसरिया स्तूप, विश्व शांति स्तूप, वैशाली के अशोक स्तंभ बौद्ध सर्किट के महत्वपूर्ण स्थल है, जिनका विकास कर दुनिया के बौद्ध धर्म बहुल देशों के पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है।
जैन श्रद्धालुओं को आकर्षित करने की जरूरतबिहार जैन श्रद्धालुओं के लिए काफी पवित्र स्थल माना जाता है। बिहार में ही जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर वासुपुज्य और 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म हुआ था। जैन श्रद्धालुओं के लिए पावापुरी, नालंदा, जमुई के लछुआर जैन मंदिर, वासोकुंड, कुंडलपुर, कमलदह जैन मंदिर के विकास की जरूरत है।
गुरु गोविंद सिंह की जन्मस्थली है पटनासिख श्रद्धालुओं के लिए भी बिहार की धरती काफी पूजनीय है। सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह का जन्म पटना में हुआ था। यहां पर गुरु का बाग, हांडी साहिब, बाल लीला, कंगनघाट एवं प्रकाश पुंज सिख श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण स्थल हैं।
सूफी संतों ने भी फैलाया है यहां अपना संदेशसूफी संतों के लिए भी बिहार की धरती महत्वपर्ण रही है। मनेरशरीफ, बिहारशरीफ के खानकाह सूफी संतों के लिए संदेश फैलाने के महत्वपूर्ण स्थल रहे हैं। इन स्थलों पर अभी भी काफी संख्या में श्रद्धालु सिर झुकाने आते हैं। मनेरशरीफ का दर्शन करने के लिए देशभर से श्रद्धालु आते हैं। इस स्थल को विकसित करना समय की मांग है।
बिहार में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए आधारभूत संरचना विकसित करना बहुत जरूरी है। यहां पर पर्यटक आते हैं लेकिन सुविधाओं के अभाव में रूक नहीं पाते हैं। राजधानी पटना को छोड़ दे तो राज्य में ठहरने के लिए अच्छे होटल का घोर अभाव है। पर्यटन स्थलों पर गंदगी की भरमार है। वहां पर साफ-सफाई बेहद जरूरी है। राजगीर जैसे अन्तर्राष्टीय स्थलों को विकसित करना बहुत जरूरी है। वहां पर काफी संख्या में शौचालय, पयेजल की सुविधा होनी चाहिए। लोगों के आने-जाने के लिए सुरक्षित एवं सुगम यातायात की सुविधा करना भी बहुत जरूरी है। - प्रभात कुमार, उपाध्यक्ष, बिहार ट्यूरिज्म एसोसिएशन, पटना
राज्य में छह वर्षों में आए पर्यटकों की संख्या (लाख में) पर्यटकों के प्रकार देशी विदेशी 2022 253.3 0.86 2021 25.0 0.01 2020 56.4 3.0 2019 339.9 10.9 2018 336.2 10.9 2017 324.1 10.8प्रकृति ने बिहार को काफी सजाया-संवारा है। परंतु उसका लाभ यहां के लोगों को नहीं मिल रहा है। इसके लिए सरकार एवं समाज को मिलकर काम करना होगा। राज्य के पर्यटन स्थलों का विकास केंद्रीय एवं राज्य दोनों स्तरों पर होना चाहिए। प्रदेश के कई पर्यटन स्थल हैं जिनका विकास राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर किया जा सकता है। गंगा की पावन धारा बिहार को सिंचित करती है। गंगा घाटों को सही तरीके से विकसित किया जाए तो राज्य में दक्षिण भारत से लेकर दुनियाभर के पर्यटन यहां आ सकते हैं। इको पर्यटन राज्य में काफी तेजी से उभर रहा है। उसको बढ़ावा देने के लिए अपने-अपने क्षेत्र के सांसदों को आगे आने की जरूरत है ताकि उससे सीधे-सीधे लोगों का रोजगार जुड़ा है। इससे प्रदेश से पलायन रोकने में बड़ी मदद मिलेगी। - सचिन शर्मा, कोषाध्यक्ष, बिहार ट्यूरिज्म एसोसिएशन,पटना
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राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव में इंटरनेट मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए इस बार बिहार पुलिस विशेष निगरानी एवं सतर्कता बरत रही है।
इसके लिए आर्थिक अपराध इकाई (EOU) में सोशल मीडिया पेट्रोलिंग एवं मॉनिटरिंग यूनिट का गठन किया है। यह यूनिट आपत्तिजनक और भ्रामक पोस्ट को देखते ही तुरंत रिपोर्ट कर हटाती है।
आपत्तिजनक पोस्ट पर की गई कार्रवाईइसके साथ ही पोस्ट डालने वाले वेबपेज को भी ब्लॉक किया जा रहा है। अभी तक करीब ढाई दर्जन से संवेदनशील और आपत्तिजनक पोस्ट पर कार्रवाई की गई है। वहीं तीन मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर जांच भी की जा रही है।
ईओयू के अनुसार, विशेष यूनिट का नेतृत्व वरीय पुलिस उपाधीक्षक को सौंपा गया है। टीम में दो अन्य डीएसपी के साथ एक इंस्पेक्टर, एक दारोगा और 15 सिपाहियों को रखा गया है।
24 घंटे सोशल मीडिया पर रखी जा रही नजरइनकी अलग-अलग पालियों में ड्यूटी लगाई जा रही और जो 24 घंटे फेसबुक, एक्स, यूट्यूब समेत इंटरनेट मीडिया पर आ रही सामग्री पर नजर रख रहे हैं। इंटरनेट मीडिया पर नजर रखने के लिए हर जिले में भी इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारी को नोडल पदाधिकारी भी बनाया गया है।
यह ईओयू में स्थापित विशेष यूनिट से समन्वय करेंगे और किसी भी तरह की आपत्तिजनक सामग्री पाए जाने पर इसकी सूचना अविलंब मुख्यालय को देने के साथ अग्रतर कार्रवाई करेंगे।
इस नंबर व वेबसाइट पर करें शिकायतआम नागरिक भी 8544428404 पर वॉट्सएप कर या spcyber-bih@gov.in पर फर्जी व आपत्तिजनक पोस्ट की शिकायत कर सकते हैं। इसके लिए भ्रामक पोस्ट व आपत्तिजनक सामग्री की तस्वीर, संवाद इत्यादि का लिंक भी भेजना होगा।
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Lok Sabha Election : कटिहार में मुद्दों से ज्यादा ध्रुवीकरण की रफ्तार ने दिए परिणाम, लड़खड़ाई नैया तो याद आए नीतीश
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। कटिहार लोकसभा का चुनाव इस मायने में नोटिस लिया जाता रहा है कि वहां वोटरों में मुद्दे से अधिक ध्रुवीकरण की रफ्तार ने परिणाम दिए हैं।
वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, कटिहार की आबादी में 55 प्रतिशत हिस्सा हिंदुओं का है और 45 फीसद आबादी मुस्लिम की है।
पिछले यानी 2019 के लोकसभा चुनाव में जदयू के प्रत्याशी दुलालचंद गोस्वामी जीत जरूर गए पर उनकी जीत का अंतर बहुत अधिक नहीं था। उन्हें 5,59,423 वोट मिले थे, जो 50.05 प्रतिशत था।
वहीं, उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के तारिक अनवर को 5,02,220 वोट मिले थे, जो 44.93 प्रतिशत था। ऐसे में ध्रुवीकरण के असर को समझा जा सकता है।
इस बार भी कांग्रेस की टिकट पर वहां से मैदान में तारिक अनवर हैं और जदयू ने पुन: दुलालचंद गोस्वामी को वहां से अपना उम्मीदवार बनाया है।
बहुत नई नहीं है ध्रुवीकरण की बातकटिहार में ध्रुवीकरण की बात बहुत नई नहीं है। बात 1991 की है। जनता दल ने वहां से चुनाव में यूनुस सलीम को मैदान में उतार दिया था। दिलचस्प बात यह थी कि 1990 में वह बिहार के गवर्नर थे।
यूपी के रहने वाले यूनुस सलीम का कर्मक्षेत्र हैदराबाद रहा था। इसके बाद भी ध्रुवीकरण की वजह से वह कटिहार लोकसभा क्षेत्र से चुनाव जीत गए थे। तारिक अनवर तीन बार कटिहार से सांसद रहे हैं और इस बार भी मैदान में हैं।
एक जमाने में भारतीय जनसंघ को भी मिली थी जीतजानकार बताते हैं कि वाेटरों के ध्रुवीकरण का यह मामला एकतरफा नहीं है। एक जमाने में भारतीय जनसंघ को भी कटिहार से जीत मिली थी।
वर्ष 1971 में भारतीय जनसंघ के प्रत्याशी ज्ञानेश्वर प्रसाद यादव को कटिहार से जीत मिली थी। भाजपा के टिकट पर निखिल चौधरी भी यहां से सांसद रहे हैं।
ध्रुवीकरण की वजह से रही है कांटे की टक्करकटिहार लोकसभा क्षेत्र में वोटरों के ध्रुवीकरण की वजह से यहां मतों का कम अंतर देखने को मिला है। वर्ष 2009 में जब यहां भाजपा उम्मीदवार निखिल चौधरी को जीत मिली थी तो उन्हें 37.23 प्रतिशत वोट मिले थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहे राकांपा के तारिक अनवर को 35.30 प्रतिशत वोट मिले थे।
जीत का मार्जिन तीन प्रतिशत भी नहीं था। उस वर्ष हुए चुनाव में कटिहार मेडिकल कालेज के संस्थापक अशफाक करीम भी चुनाव मैदान में थे और उन्हें तब 6.32 प्रतिशत मैदान में थे।
वोटों के ध्रुवीकरण के साथ-साथ जदयू को नीतीश का सहाराकटिहार लोकसभा क्षेत्र के लिए वोटों के ध्रुवीकरण की बात तो जदयू के लोग भी कर रहे हैं, पर साथ में वे यह भी जोड़ते हैं कि भाजपा के साथ रहते हुए भी नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यकों के लिए काम किए हैं।
चुनावी सभाओं में इसकी चर्चा भी कर रहे नीतीश। बता दें कि कटिहार में नीतीश कुमार अगले हफ्ते 20-21 को कदवा के डुमरी और बरारी के समेली में चुनावी सभा करने जा रहे हैं।
कटिहार लोकसभा क्षेत्र से संबंधित जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।
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PM Modi In Bihar: 'पूर्णिया और सीमांचल को अवैध घुसपैठ का ठिकाना बनाया...', PM मोदी ने देश की सुरक्षा को लेकर विपक्ष को घेरा
जागरण टीम, पटना/गया/पूर्णिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार में मंगलवार को दो जनसभाओं को संबोधित किया। पहली जनसभा गया में और दूसरी पूर्णिया में हुई। गया में जनसभा को संबोधित करने के बाद वह पूर्णिया पहुंचे थे। आइए आपको बताते हैं पीएम मोदी के बिहार दौरे को लेकर हर अपडेट...
पूर्णिया में मंच से संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि सीमांचल का विकास मिशन है, आकांक्षी जिले में पूर्णिया अव्वल, आपके उत्साह से मेरी आवाज दूर तक पहुंच रही है। बिहार में उत्साह की कमी नहीं है।
एनडीए सरकार के लिए वंचित और शोषित वर्ग प्राथमिक- पीएम मोदीउन्होंने कहा कि आज एनडीए सरकार के लिए वंचित और शोषित वर्ग प्राथमिकता है। जिसको किसी ने नहीं पूछा, हम उसकी पूजा कर रहे हैं। एक समय था जब केंद्र सरकार बिहार को पिछड़ा कहती थी... लेकिन हमने सीमांचल और पूर्णिया के विकास को अपना मिशन बनाया है।
सीमांचल एक संवेदनशील क्षेत्र है- पीएम मोदीउन्होंने कहा कि सीमांचल एक संवेदनशील क्षेत्र है। वोट बैंक की राजनीति करने वालों ने सीमांचल-पूर्णिया क्षेत्र में अवैध घुसपैठ कराकर सुरक्षा से समझौता किया है।
मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि सरकार की नजर हर उस तत्व पर है जो देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश करता है।
राजनीतिक लाभ के लिए सीएए का विरोध करने वालों को यह जान लेना चाहिए कि मोदी न तो डरेंगे और न ही झुकेंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि अब वह दिन दूर नहीं जब पूर्णिया में हवाई जहाज भी उतरेगा। हमारी सरकार सीमांचल क्षेत्र में वंदे भारत और नमो भारत ट्रेनों के माध्यम से कनेक्टिविटी विकसित करने के लिए काम करेगी।
'आपके सपने ही मोदी का संकल्प है'.. 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए जब हमने उनके लिए दिन-रात काम किया।
कांग्रेस पार्टी ने मौका गंवा दिया- पीएम मोदीइससे पहले गया में पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि यह प्यार आशीर्वाद मैं कभी भी भूल नहीं सकता हूं। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा संविधान पवित्र है।
संविधान निर्माताओं ने समृद्ध भारत का सपना देखा था, लेकिन देश में दशकों तक शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी ने मौका गंवा दिया। उन्होंने कहा कि 25 करोड़ गरीबों को गरीबी से बाहर निकाला आपके मोदी ने बाहर निकाला है।
#WATCH | Gaya, Bihar: Prime Minister Narendra Modi says, "...Our Constitution is pure. The framers of the Constitution dreamt of a prosperous India. However, the Congress party that ruled for decades in the country lost the opportunity...25 crore poor have been brought out of… pic.twitter.com/ZM7Rxzh1R7
— ANI (@ANI) April 16, 2024पीएम मोदी ने आगे कहा कि अगले पांच वर्षों के लिए, मोदी का 'गारंटी कार्ड' अपडेट किया गया है। गरीबों के लिए तीन करोड़ घर बनाए जाएंगे, गरीबों को अगले पांच वर्षों तक मुफ्त राशन मिलेगा।
उन्होंने कहा कि 70 साल से अधिक उम्र वालों को 5 लाख रुपये तक मुफ्त इलाज मिलेगा, पीएम-किसान सम्मान निधि जारी रहेगी।
हर वर्ग के विकास के लिए ठोस प्लान बनाया गया- पीएम मोदीउन्होंने कहा कि हर वर्ग के विकास के लिए ठोस प्लान बनाया गया है। यहां भी औद्योगिक कॉरिडर बनेगा जिससेयुवाओं को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना होगा।
स्वयं सहायता समूह से दस करोड़ से अधिक महिलाएं जुड़ी है, बिहार में सवा करोड़ व गया में पांच लाख से अधिक महिलाएं स्वयंसहायता समूह रोजगार से जुड़ी है।
पांच साल में इन्हें 40 हजार करोड़ से अधिक दिए गए हैं। बिहार में 12 लाख से अधिक महिलाएं लखपति बनी है। अब मोदी ने 3 करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। हमारे संकल्प पत्र में विकास भी है विरासत भी है।
उन्होंने कहा कि गया व औरंगाबाद के किसानों को सिंचाई के लिए परियोजना शुरू होगी, देश के 12 धरोहर स्थल में गया को भी शामिल किया गया है। गया में बुद्ध को बुद्धत्व की प्राप्ति हुई थी, गया में पितृ तो गुजरात के सिद्धपुर में मातृ श्राद्ध स्थल माना गया है।
हमारी सरकार इन सभी स्थलों के विकास को प्रतिबद्ध है, हमने अपने संकल्प पत्र में भी कहा है कि अपनी विरासतको वर्ल्ड हेरिटेज में ले जाएंगे, इससे विदेशसे पर्यटक आएंगे और इन सभी स्थलोंका विकास होगा, अमृत स्टेशन योजना के तहत गया स्टेशन का कायाकल्प किया जा रहा है।
गया के लिए विकास के इतने कार्यों को लेकर जनता में उत्साह नजर आ रहा है। साथियों ये संकल्प है जहां मैं भारत को प्रतिष्ठित करना चाहताहूं उसके सामने तो ये ट्रेलर है। अभी तो मुझे देश व बिहार के लिए बहुत कुछ करना है।
यह चुनाव दल का नहीं, देश का चुनाव है। एक ओर संस्कृति पर गर्व करने वाले हम लोग हैं तो दूसरी ओर इसे नीचा दिखाने वाले लोग हैं। कल रामनवमीका पावन पर्व है।
'घमंडिया गठबंधन' का कोई विजन नहीं- पीएम मोदीपीएम मोदी ने कहा कि 'घमंडिया गठबंधन' का कोई विजन नहीं है। ये लोग जब वोट मांगते हैं तो बिहार के सीएम नीतीश कुमार के काम पर मांगते हैं। पूरा बिहार जानता है कि वे क्यों नीतीश जी और केंद्र सरकार द्वारा किए गए काम का क्रेडिट लेने की कोशिश क्यों करते हैं।
#WATCH | Gaya, Bihar: Prime Minister Narendra Modi says, "'Ghamandia Gathbandhan' has no vision or trust. When they go on asking for votes, then do so on the work done by Bihar CM Nitish Kumar. Entire Bihar knows why they try and take credit for the work done by Nitish ji and the… pic.twitter.com/WzZ3n3HMSz
— ANI (@ANI) April 16, 2024उन्होंने कहा कि घमंडिया गठबंधन को भगवान रामसे भी आपत्ति है, वे राम मंदिर को लेकर कैसी कैसीभाषा बोल रहे हैं, तुष्टीकरण के लिए प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया, यह हमारे देश की परंपरा नहीं है, इस घमंडिया गठबंधन के एक नेता स्पष्ट कहते हैं कि वे हिंदू शक्ति का विनाश कर देंगे, क्या इस शक्ति का विनाश कोई कर सकता है, उनका क्या होगा
पीएम ने कहा कि सनातन को डेंगू मलेरिया कहना उसका अपमान है कि नहीं, हमारे मुनियों का अपमान है कि नहीं, इन्हें जीतने का कोई अधिकारहै क्या, इन्हें एक भी सीट मिलनी चाहिए क्या। इनका कोई विजन नहीं है, जब वोट मांगने जाते हैंतो नीतीश जी के और केंद्र के काम गिनाते हैं।
अपनी सरकारों के काम की बात करने की हिम्मत नहीं है, बिहार में भ्रष्टाचार का दूसरा नाम राजद, जंगलराज का सबसे बड़ा चेहरा आरजेडी, बर्बादी की गुनहगार आरजेडी, चारा घोटाले के नाम पर वोट मांगने वालों पर अदालत ने मुहर लगा दी है।
राजद ने कई वर्षों तक बिहार पर शासन किया- पीएम मोदीप्रधानमंत्री ने कहा कि राजद ने कई वर्षों तक बिहार पर शासन किया है, लेकिन उनमें अपनी सरकार द्वारा किए गए कार्यों पर चर्चा करने की हिम्मत नहीं है। राजद बिहार में जंगल राज का सबसे बड़ा चेहरा है। राजद ने बिहार को केवल दो चीजें दी हैं - जंगल राज और भ्रष्टाचार।
इन्हीं का दौर था जब अपहरण फिरौती उद्योग बन गए थे, बहन बेटियां घर से निकल नहीं पाती थीं, गया जैसी बुद्ध की धरती नक्सली गोलियां चलने लगी, लोग गया छोड़कर जाने लगे, फिर लूट का खेल खेलना चाहते हैं।
मैं कहता हूं भ्रष्टाचार हटाओ वे कहते बचाओ, उन्हें लगता है कि बिहार के लोग उनके बहकावे में आ जाएंगे, स्मार्ट फोन के जमाने में युवा उनके फरेब में नहीं आएंगे, लालटेन से स्मार्ट फोन चार्ज नहीं होता, आरजेडी का राज होता तो आज मोबाइल चार्ज नहीं हो पाता।
जो लोग संविधान को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करने वाले, तीन दश कों तक लोगों को डराए रखने के लिए भांति के मंतव्य सार निकाले, आरएसएस सत्ता में आएगीतो देश बंट जाएगा, हम अटल जी के समय से सत्ता चला रहे हैं, फिर आज पहले से ज्यादा शांति व स्थिरता हमारे कालखंड में मिली है।
पूरी आन बान शान से अल्पसंख्यक सभी योजनाओं का लाभ लेकर प्रगति कर रहे हैं। पहले पुराणपंथी कहते थे, प्रगति पंथी नहींहै, हमने दिखा दिया कि चांद पर जाने की क्षमता किसमें है।
संविधान का राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमालपीएम मोदी ने कहा कि जब भी बीजेपी आगे बढ़ती है संविधान का राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हैं कि संविधान बदल देंगे। साथियों बीजेपी तो क्या बाबा साहेब भी इसे नहीं बदल सकते इसलिए झूठ फैलाना बंद करो।
जो सनातन को गाली देते हैं, वे कान खोलकर सुन लें कि ये जो संविधान इतना महान बना है जो देश को आगे ले जाने की ताकत देता है, उसे बनाने वाली संविधान सभा में 90 प्रतिशत से ज्यादा सनातनी थे, उन्होंने ही बाबा साहेब का साथ देकर ऐसा संविधान तैयार करवाया।
संविधान को जन के मन में स्थान दिलाना चाहिए था, लेकिन आपने उसे वह आस्था नहीं बनने दिया। हमने संविधान दिवस मनाने की बात कही तो कांग्रेस ने विरोध किया।
उन्हें यह नहीं समझ में आया कि हर व्यक्ति के जन मन में संविधान के प्रति आस्था प्रतिष्ठित करनी चाहिए। हमारा देश जो गीता रामायण के प्रति आस्था रखता है वह संविधान के प्रति भी इतनी आस्था रखता। हमनेस्कूलों में संविधान, प्रस्तावना का पाठ शुरू कराया, सुप्रीम कोर्ट हरवर्ष दो दिन का सेमिनार करता है।
संसद में चर्चा होती है, संविधान को 75 वर्ष हो रहे हैं, इसे प्रतिष्ठित करने का सबसे बड़ा काम हमने शुरू किया है, संविधान वह ताकत है जिसे हमे दिलों तक पहुंचाना है, आपके लिए संविधान राजनीतिक हथियार होगा, संविधान हमारे लिए आस्था का केंद्र है, हमारे सपनों को पूरा करने का मार्गदर्शक है।
आजाद भारत को विकसित भारतबनाने का संकल्प लेकर चल रहे हैं सामाजिक न्याय लाने की ताकत हमारे संविधान में है, पूरी श्रद्धा के साथ हमने बाबा साहेब से जुड़े पांच स्थलों को पंचतीर्थ बनाने का काम किया है।
गया के देहाती गाने मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा को सुनने को लेकर गेट नंबर 2 से लोग। मेटल डिटेक्टर से जांच कर प्रवेश करते केंद्रीय पुलिस के सुरक्षा बल।
मुजफ्फरपुर के अशोक सहनी नरेन्द्र मोदी की सभा में पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री को एक कप चाय पिलाने का सपना है। 7 वर्षों से चाय बेच रहे हैं। बिहार के अलावे दूसरे प्रदेशों में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में पहुंचते हैं।
सभा स्थल के अंदर कार्यकर्ताओं की भीड़
सभा स्थल पहुंचे एनडीए के समर्थित हम से उम्मीदवार जीतन राम मांझी एवं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन।
गांधी मैदान में उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, मंत्री जनक राम और पशुपतिना कुमार पारस के साथ मंत्री डॉ प्रेम कुमार
सभा स्थल पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत करते एनडीए नेता
Lok Sabha Election : जदयू की कड़ी परीक्षा लेगा चुनाव का दूसरा चरण, इन चार सीटों पर बने रहने की होगी चुनौती
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। दूसरे चरण के तहत जिन पांच लोकसभा क्षेत्रों में चुनाव हो रहे, उनमें चार पर जदयू की चुनौती सीट पर बने रहने की है। पूर्णिया, बांका, भागलपुर व कटिहार लोकसभा क्षेत्र से जदयू के सांसद हैं। वहीं पांचवीं सीट किशनगंज है।
वहां भी दूसरे चरण में मतदान होना है। किशनगंज से भी एनडीए प्रत्याशी के रूप में जदयू का ही उम्मीदवार है। इस लिहाज से दूसरे चरण के चुनाव में पूरी तरह से जदयू की परीक्षा है।
आमने-सामने जो खिलाड़ी हैं तीन जगहों पर बदलाव नहींदूसरे चरण की जिन चार सीटों पर जदयू के सांसद हैं, वहां से उसने प्रत्याशी को नहीं बदला है। दिलचस्प यह कि जदयू प्रत्याशी के सामने जो मैदान में हैं उनमें पूर्णिया व भागलपुर लोकसभा क्षेत्र को छोड़ दें तो शेष तीन जगहों पर वही प्रत्याशी हैं जो जदयू के खिलाफ में मैदान में रहे हैं।
बांका से 2019 में जदयू के गिरिधारी यादव को जीत मिली थी। इस बार भी जदयू के प्रत्याशी वही हैं। वर्ष 2019 में उनके सामने राजद की टिकट पर जयप्रकाश नारायण यादव मैदान में थे।
इस बार भी राजद ने उनको ही अपना प्रत्याशी बनाया है। कटिहार लोकसभा क्षेत्र से 2019 में जदयू के दुलालचंद्र गोस्वामी को टिकट दिया था। उन्हें जीत मिली थी।
इस बार भी एनडीए प्रत्याशी के रूप में जदयू की टिकट पर दुलालचंद्र गोस्वामी ही मैदान में हैं। उनके सामने 2019 में तारिक अनवर थे।
इस बार भी तारिक अनवर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में दुलालचंद्र गोस्वामी के सामने हैं। भागलपुर और पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र में थोड़ा बदलाव हुआ है।
भागलपुर से जदयू ने अपने सांसद अजय मंडल को फिर से अपना प्रत्याशी बनाया है। वहीं महागठबंधन में इस बार भागलपुर की सीट कांग्रेस को मिल गयी है।
कांग्रेस ने अपने विधायक अजीत शर्मा को उनके मुकाबले खड़ा किया है। पूर्णिया में इस बार का मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है।
जदयू ने अपने सांसद संतोष कुशवाहा को फिर से प्रत्याशी बनाया है। वह हैट्रिक पर हैं। वहीं लगातार दो चुनावों में उनके प्रतिद्वद्वी रहे उदय सिंह इस बार आमने-सामने नहीं हैं।
पप्पू यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में पूर्णिया के चुनावी दंगल में अपनी धमक दे दी हैं। वहीं जदयू की विधायक रहीं बीमा भारती राजद के टिकट पर मैदान में हैं।
किशनगंज से मुजाहिद आलम को जदयू ने अपना प्रत्याशी बनाया है। वह पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे। वहीं कांग्रेस से मो. जावेद मैदान में हैं। जिन्होंने 2019 में जदयू प्रत्याशी सैय्यद महमूद असरफ को पराजित किया था।
वोटों के प्रतिशत का भी खूब हो रहा विश्लेषणदूसरे चरण में जिन पांच सीटों पर चुनाव हो रहा, वहां पिछले चुनाव में वोटों का क्या प्रतिशत रहा उस पर भी विश्लेषण हो रहा।
वर्ष 2019 के चुनाव में जदयू प्रत्याशी को 54.85 प्रतिशत वोट आए थे, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के उदय सिंह को 32.02 प्रतिशत वोट मिले थे।
कटिहार में 2019 में जदयू प्रत्याशी दुलालचंद्र गोस्वामी को 50.05 तो निकटतम रहे तारिक अनवर को 44.93 प्रतिशत वोट आए थे।
भागलपुर में जदयू प्रत्याशी को 59.30 तो दूसरे नंबर पर रहे राजद प्रत्याशी को 32.67 प्रतिशत वोट थे। बांका मे जदयू प्रत्याशी को 47.98 प्रतिशत तो राजद को 27.84 प्रतिशत वोट आए थे।
किशनगंज में पिछली बार कांग्रेस की जीत हुई थी। कांग्रेस को 33.32 प्रतिशत, जबकि निकटतम जदयू प्रत्याशी को 30.19 प्रतिशत वोट आए थे।
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पटना में बड़ा हादसा, कंकड़बाग के रामलखन पथ पर क्रेन से ऑटो की टक्कर; सात लोगों की मौत
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार की राजधानी पटना में मंगलवार को एक बड़ा हादासा हो गया। एक क्रेन से ऑटो रिक्शा की टक्कर की वजह से इस हादसे में करीब सात लोगों की मौत हो गई है।
जानकारी के अनुसार, यहां के कंकड़बाग थाना क्षेत्र में न्यू बाईपास पर रामलखन पथ मोड़ के समीप क्रेन की टक्कर से ऑटो से हो गई थी। ऑटो में आठ लोग सवार थे।
इनमें से चार लोगों की मौत मौके पर ही हो गई। तीन अन्य घायलों ने अस्पताल ले जाने के क्रम में दम तोड़ दिया। वहीं, एक अन्य युवक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बताया जा रहा है कि ऑटो रिक्शा मीठापुर से जीरो माइल की तरफ से जा रहा था, तभी मेट्रो निर्माण कार्य में लगी क्रेन से उसकी टक्कर हो गई। इधर, हादसे से आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम कर दिया है।
घटना के बाद ऑटो चालक हुआ फरारपटना न्यू बाईपास पर यह बड़ा हादसा हुआ। हादसे में ससुर, बेटी-दामाद और नाती समेत कुल सात लोगों की जान चली गई। घटना कंकड़बाग थाना क्षेत्र के बाईपास स्थित राम लखन पथ का है।
सुबह करीब 3:44 पर मेट्रो बाईपास पर क्रेन से पटना मेट्रो के निर्माण का काम किया जा रहा था। इसी दौरान पुराने बस स्टैंड की तरफ से आ रहे ऑटो रिक्शा की क्रेन से टक्कर हो गई। टेंपो पर कुल 8 लोग सवार थे, जिसमें 3 लोगों की मौत मौके पर ही हो गई। जबकि चार लोगों की मौत इलाज के दौरान हो गई।
लापरवाही पड़ी भारी, सीसीटीवी में सामने आई सच्चाईबताया जा रहा है कि निर्माण कार्य के दौरान लापरवाही बरते जाने के कारण यह हादसा हुआ। पटना मेट्रो के कार्य समय क्रेन के आसपास कोई भी गार्ड मौजूद नहीं था। घटना के बाद बिना किसी को सूचना दिए क्रेन चालक क्रेन लेकर मौके से फरार भी हो गया।
मौके पर पहुंची पुलिस ने जब घटनास्थल का सीसीटीवी फुटेज देखा गया तो उसमें क्रेन मेट्रो के कार्य कर रही थी। इसी दौरान यह हादसा हो गया।
बता दें कि घटना में मोतिहारी रोहतास नेपाल के लोग पटना जंक्शन से उतरकर ऑटो रिक्शा से जीरो माइल स्थित बस स्टैंड की ओर जा रहे थे। इसी क्रम में राम कृष्ण नगर बाईपास पर यह हादसा हुआ।
पटना हादसे के मृतकों की सूचीलोगों से मिली जानकारी के अनुसार मृतकों के नाम इस प्रकार हैं। पिंकी सरण (28) और अभिनंदन (5) मोतिहारी जिले सेमरा सकरदिरा का रहने वाला है। लक्ष्मण दास जलेसर धाम नेपाल का रहने वाले हैं।
उपेंद्र कुमार बैठा (38) रोहतास जिले प्रेमपुर पतारी गांव का है। बैठा सासाराम से आ रहे थे। तीन अन्य मृतकों के बारे में अभी तक पता नहीं चल पाया है।
अनिसाबाद से बैठी थी पिंकीजानकारी के अनुसार, पिंकी सरण पटना के अनिसाबाद में टेंपो पर सवार हुई थी। जबकि उपेंद्र कुमार बैठा बस स्टैंड के पास से रिक्शा में सवार हुआ था। फिलहाल जानकारी मिल रही है टेंपो का चालक भी फरार है।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे ट्रैफिक एसपी अशोक कुमार चौधरी, ट्रैफिक डीएसपी अनिल कुमार ने घटना के बारे में छानबीन शुरू कर दी है। मेट्रो कार्य में लगी क्रेन और ड्राइवर को खोजा जा रहा है। वहीं, मृतकों का पोस्टमार्टम पटना के पीएमसीएच में कराया जा रहा है।
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Samrat Chaudhary : 'साफ-सुथरा पैसा दिया...', चुनावी बॉन्ड पर सम्राट चौधरी का आया रिएक्शन; ब्लैक मनी को लेकर ये कहा
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics In Hindi चुनावी बॉन्ड को लेकर विपक्ष लगातार भाजपा पर हमलावर है। इस बीच, बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने भी चुनावी बॉन्ड पर अपना रिएक्शन दिया है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि लोगों ने इसमें (चुनावी बॉन्ड) साफ सुथरा पैसा देने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने साफ कहा है कि अगर किसी ने चेक के जरिए बॉन्ड में पैसा दिया है तो वह साफ है, वह काला धन नहीं है। जो ब्लैक मनी अर्जित करते हैं वह अपराध है। बता दें कि एक दिन पहले सम्राट चौधरी ने विपक्ष पर निशाना साधा था।
भाजपा अपने संकल्प को पूरा भी करती है- सम्राट चौधरीसम्राट चौधरी ने भाजपा के संकल्प-पत्र को मोदी की गारंटी बताते हुए कहा कि भाजपा अपने संकल्प को पूरा भी करती है। सम्राट भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। सोमवार को उन्होंने कहा कि इससे पहले 2014 और 2019 में संकल्प-पत्र जारी हुआ था। 2019 के 234 संकल्प थे, जिनमें से 222 पूरे किए गए थे।
उन्होंने कहा कि 223वें संकल्प के तौर पर सीएए पूरा किया गया। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद पंजीकृत अपराधी हैं। वे विकास की बात क्या करेंगे। राजद का प्रथम धर्म ही सनातन संस्कृति का मजाक उड़ाना है। सावन में लालू प्रसाद मटन बनाते हैं और तेजस्वी हेलीकाप्टर में नवरात्र में मछली खाते हैं।
#WATCH | Patna: Bihar Deputy Chief Minister Samrat Choudhary says, "People have given clean money in this (electoral bonds). The Home Minister has clearly said that if someone has given money in the bonds through a cheque, then it is clean, it is not black money..." pic.twitter.com/eB5IR7XB9A
— ANI (@ANI) April 16, 2024 10 लाख रुपये तक ऋण उपलब्ध कराए जा रहे- सम्राट चौधरीमीडिया संवाद में प्रेस-वार्ता में सम्राट ने कहा कि इस बार संकल्प-पत्र में निवेश से लेकर नौकरी तक का वादा है। गरीबों का कल्याण प्राथमिकता में है और विकसित भारत बनाने का संकल्प है। बिहार में लोगों को रोजगार के लिए सरकार द्वारा ऋण की व्यवस्था की गई है। 10 लाख रुपये तक ऋण उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
विधानसभा के पिछले चुनाव में राजग द्वारा 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया गया था। उसके अनुरूप नौकरियां दी जा रही हैं। 2025 तक यह वादा पूरा कर दिया जाएगा।
15 वर्ष के शासन-काल में राजद की सरकार ने 95 हजार लोगों को नौकरियां दी थी। राजग की सरकार में अब तक 7.5 लाख नौजवानों को नौकरी दी जा चुकी है।
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