Bihar News
सीमांचल के दंगल में जोर लगा रहे महागठबंधन और NDA, इन 4 सीटों के समीकरण में ओवैसी लगाएंगे सेंध?
दीनानाथ साहनी, पटना। बिहार का सीमांचल मुस्लिम बहुल इलाका है। सीमांचल में किशनगंज, कटिहार, अररिया व पूर्णिया ऐसी लोकसभा सीटें हैं, जहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक साबित होते हैं, इसलिए सभी राजनीतिक दलों के लिए सीमांचल का खासा महत्व है।
लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में 26 अप्रैल को किशनगंज, कटिहार व पूर्णिया में मतदान होना है, वहीं तीसरे चरण में अररिया में चुनाव है। सीमांचल में चुनावी दंगल की तस्वीर साफ हो चुकी है। यहां एक ही मुद्दा है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, जिनकी गारंटी को महागठबंधन चुनौती देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।
इस रस्साकशी में राजग और महागठबंधन के बीच सीमांचल में मतदाताओं को अपने-अपने पाले में करने की अंतिम लड़ाई जारी है।
किशनगंज में ओवैसी फैक्टर से महागठबंधन को नुकसान!सबसे पहले किशनगंज की चुनावी परिदृश्य की बात करें। सीमांचल के चार मुस्लिम बहुल जिलों में किशनंगज में सर्वाधिक 68 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। यह सीट कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। किशनंगज सीमांचल के उन जिलों में चर्चित है जहां बंग्लादेशी घुसपैठ भी बड़ा मुद्दा रहा है।
किशनगंज के पिछले चुनाव के नतीजे पर गौर करें तो 2009 और 2014 में कांग्रेस प्रत्याशी असरार उल हक और 2019 में कांग्रेस के ही प्रत्याशी डॉ. मोहम्मद जावेद चुनाव जीते थे। रोचक यह कि जब एनडीए ने बिहार की 40 में से 39 लोकसभा सीट जीती थी। उस समय किशनगंज एक मात्र सीट थी जहां कांग्रेस प्रत्याशी ने जीते थे।
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआइएमआइएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) ने सीमांचल क्षेत्र में चुनाव लड़कर हलचल मचा दी थी। तब ओवैसी की पार्टी ने पांच सीटों पर जीत हासिल की थी।
इस चुनाव में कांग्रेस ने मौजूदा सांसद डॉ. जावेद को उम्मीदवार बनाया है। जदयू ने मुजाहिद आलम प्रत्याशी हैं। वहीं, ओवैसी ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक अख्तरुल इमान को प्रत्याशी बनाया है। इनके आने से किशनगंज की लड़ाई दिलचस्प मोड़ में आ चुकी है। विधानसभा चुनाव में ओवैसी ने जिस तरीके से महागठबंधन का खेल बिगाड़ा था, वहीं डर इस बार चुनाव में कांग्रेस व राजद को सता रहा है।
कटिहार में कांटे की टक्करकटिहार में 45 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। हर चुनाव में यहां मुस्लिम मतदाता निर्णायक साबित होते हैं। पिछले चुनाव परिणाम दिलचस्प रहे हैं। 2009 के चुनाव में कटिहार सीट से भाजपा के निखिल चौधरी ने जीत हासिल की थी। वहीं 2014 में एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) के तारिक अनवर जीते थे। वो इस बार कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। 2019 में जदयू के दुलाल चंद गोस्वामी जीते थे। इस बार कटिहार में एनडीए और महागठबंधन के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है। मुद्दा यही है मोदी की गारंटी और विकास।
पूर्णिया में प्रतिष्ठा की लड़ाईपूर्णिया की कुल आबादी में 40-41 प्रतिशत मुस्लिम हैं। यहां के तीन चुनाव नतीजों पर गौर करें तो इस सीट पर एनडीए का दबदबा रहा है। 2009 में भाजपा के पप्पू सिंह जीते थे। 2014 से यह सीट जदयू के खाते में आ गई। तब से जदयू के संतोष कुशवाहा दो बार जीत चुके हैं। एक बार फिर जदयू ने संतोष कुशवाहा को प्रत्याशी बनाया है। हालांकि, जदयू से विधायक बीमा भारती ने पार्टी से इस्तीफा देकर राजद की टिकट पर चुनाव में है।
वहीं, कांग्रेस से टिकट पाने से वंचित राजीव रंजन उर्फ पप्पू यादव निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव में डटे हैं। उनके आने से पूर्णिया सीट पर महागठबंधन की प्रतिष्ठा दांव पर है। चुनाव जीतने की प्रतिष्ठा पप्पू यादव से भी जुड़ी है। वहीं जदयू के लिए भी यह सीट बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए यहां मुकाबला अब एक त्रिकोणीय संघर्ष में बदल गया है।
अररिया का राजनीतिक समीकरणअररिया का राजीतिक समीकरण बेहद दिलचस्प है। यहां की 43 प्रतिशत मुस्लिम आबादी निर्णायक भूमिका निभाती है। भाजपा के लिए यहां हमेशा से बंगलादेशी घूसपैठ बड़ा मुद्दा रहा है। पिछले चुनाव नतीजों पर गौर करें तो अररिया सीट पर कभी भाजपा तो कभी राजद का दबदबा रहा है। 2009 में यहां से भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह जीरे थे।
2014 में राजद के मो.तस्लीमुद्दीन ने जीत दर्ज की थी। 2019 में एक बार फिर भाजपा के प्रदीप कुमार सिंह जीते थे। इस चुनाव में भी भाजपा ने प्रदीप कुमार सिंह को उम्मीदवार बनाया है। वहीं राजद से मो.तस्लीमुद्दीन के छोटे पुत्र एवं विधायक मो.शाहनवाज को प्रत्याशी बनाया है। यहां मुस्लिम-यादव समीकरण के अतिरिक्त अगड़ी जातियों के साथ-साथ अत्यंत पिछड़ा वर्ग, दलित वर्ग के मतदाता भी निर्णायक रहे हैं।
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Bihar Politics: 'नीतीश कुमार के खुद...', पिता पर उंगली उठी तो भड़के तेजस्वी यादव; मोदी का भी लिया नाम
राज्य ब्यूरो, पटना। Tejashwi Yadav On Nitish Kumar लोकसभा चुनाव की सियासी हलचल में पक्ष-विपक्ष के भी आरोप-प्रत्यारोप लगातार जारी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की लालू प्रसाद पर अधिक संतानें पैदा करने की टिप्पणी का जवाब बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दिया है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार मेरे अभिभावक की तरह हैं। उन्हें जो बोलना चाहिए वह नहीं बोल कर मेरे पिता पर बोल रहे हैं। असल में वे बोल नहीं रहे उनसे बुलवाया जा रहा है। जो बुलवाने वाले लोग हैं उनके बारे में हम अपनी किताब में चर्चा करेंगे।
चुनावी सभा के लिए रवाना होने के पूर्व तेजस्वी यादव अपने आवास के बाहर मीडिया से बात कर रहे थे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा जो अधिक संतान को लेकर लालू प्रसाद पर टिप्पणी कर रहे हैं उन्हें बताना चाहते हैं कि संविधान लिखने वाले बाबा साहब अंबेडकर 14 भाई-बहन थे। बाबा साहब स्वयं 14वीं संतान थे। देश के लिए बलिदान देने वाले सुभाष चंद्र बोस भी 14 भाई-बहन थे। सुभाष चंद्र स्वयं आठवीं संतान थे।
'नीतीश कुमार खुद पांच भाई-बहन हैं...'तेजस्वी ने आगे कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं पांच भाई-बहन हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी भी सात भाई-बहन थे। पीएम नरेंद्र मोदी छह भाई-बहन हैं। वे यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के दादाजी सात भाई बहन थे, प्रधानमंत्री मोदी के एक चाचा नरसिंह दास के आठ बच्चे हैं। गृह मंत्री अमित शाह सात भाई-बहन हैं और वह खुद सातवें नंबर पर है।
'नरसिम्हा राव जी के आठ बच्चे थे...'उन्होंने यह भी कहा कि पटना साहिब के रविशंकर जी सात भाई बहन हैं। तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर 10 भाई बहन हैं। राष्ट्रगान लिखने वाले रवीन्द्र नाथ टैगोर सात भाई बहन थे। पूर्व राष्ट्रपति वीवी गिरी जी 14 भाई-बहन थे। पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव जी के आठ बच्चे थे।
'प्रधानमंत्री जी से हाथ जोड़कर...'उन्होंने कहा कि यह कोई मुद्दा नहीं है। प्रधानमंत्री जी से हाथ जोड़कर आग्रह है कि मुद्दे की बात करें। देश का नौजवान, बुजुर्ग, व्यवसायी वर्ग, देश का किसान, माता-बहनें व सभी वर्ग का एक निशाना है। महंगाई, बेरोजगारी और खराब अर्थ-व्यवस्था। यही असल मुद्दा है।
तेजस्वी यादव ने आगे कबा कि पीएम से यही सवाल है 10 साल में आपने क्या किया? आपका देश के लिए क्या विजन है? लेकिन एक प्रधानमंत्री मंदिर-मसजिद की बात करता है जो शोभा नहीं देता।
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Bihar State Bar Council : बिहार में वकीलों के लिए अच्छी खबर, पेंशन और बीमा योजना होगी प्रभावी; होंगे ये लाभ
राज्य ब्यूरो, पटना। अधिवक्ताओं के लिए पेंशन, स्वास्थ्य बीमा और सामान्य बीमा योजना को प्रभावी बनाने के लिए बिहार राज्य बार काउंसिल (Bihar State Bar Council) ने मॉडल रूल (Model Rule) में संशोधन कर दिया है। राशि के अभाव में इन योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा था। उसके लिए व्यवस्था बना दी गई है।
इन कल्याणकारी योजनाओं के लिए हाजरी फार्म व वकालतनामा से मामूली राशि की कटौती होगी। अधिवक्ताओं के स्वजन को भी इस योजना के दायरे में लाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि राज्य में कुल 126 अधिवक्ता संघ हैं और लगभग एक लाख अधिवक्ता।
इस निर्णय से पहले सभी अधिवक्ता संघों के अध्यक्षों के साथ गहन विचार-विमर्श किया गया। अधिवक्ताओं के लिए पेंशन योजना की शुरुआत पहले ही की गई थी, लेकिन राशि के अभाव में उसका क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा था।
मॉडल रूल में संशोधन कर उसका समाधान निकाला गया है। मॉडल रूल बार काउंसिल ही बनाती है। अभी राज्य के 80 प्रतिशत अधिवक्ता संघों में कोई कल्याणकारी योजना या मॉडल रूल लागू नहीं है।
रविवार को एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट में हुई राज्य भर के अधिवक्ता संघों की बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी अधिवक्ता संघ अपने सदस्यों के लिए कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन करेंगे।
मॉडल रूल में संशोधन के साथ बैठक में कई महत्वपूर्ण योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने का निर्णय लिया गया।
बीसीआई के अध्यक्ष मनन कुमार मिश्रा, स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष रमाकान्त शर्मा आदि ने अपने विचार रखे। बार काउंसिल के सभी सदस्यों के साथ राज्य से आए अधिवक्ता संघों के प्रतिनिधि बैठक में सहभागी रहे।
राशि की व्यवस्थायोजनाओं के प्रभावी होने की तिथि से राज्य की निचली अदालतों से जुड़े अधिवक्ता संघों को प्रत्येक हाजरी फार्म पर 15 रुपये और वकालतनामा पर 40 रुपये देने पड़ेंगे। ऐसा अनिवार्य रूप से करना होगा।
समिति करेगी निगरानीबिहार बार काउंसिल की इस कल्याणकारी योजना की निगरानी के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा। समय-समय पर अपने आकलन से समिति योजनाओं का सही क्रियान्वयन सुनिश्चित कराएगी।
वर्ष में तीन बैठकप्रत्येक अधिवक्ता संघ अपनी कल्याणकारी योजनाओं को पूर्व की भांति लागू रखेगा। वर्ष में तीन बार राज्य के अधिवक्ता संघों के प्रतिनिधियों को बैठक के लिए आमंत्रित करने का भी निर्णय लिया गया है।
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Tejashwi Yadav : 'हाथ जोड़कर कहते हैं...', तेजस्वी ने नीतीश और BJP से कर दी भावुक अपील, पीएम मोदी का भी लिया नाम
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics In Hindi दूसरे चरण (Second Phase Election) का चुनाव 26 अप्रैल को है। इसको लेकर तैयारी और तेज हो गई है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी इस चुनाव में कोई भी कमी नहीं छोड़ रहे हैं।
इस बीच, उन्होंने बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से भावुक अपील भी कर दी है। इसके अलावा, उन्होंने बातों बातों में पीएम मोदी का भी नाम लिया है।
स्पेशल पैकेज की भी बात नहीं कर रहे हैं- तेजस्वी यादवमीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में विकास, मुद्दे और तरक्की की बात होनी चाहिए, मुख्यमंत्री जी लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन कोई विजन नहीं है। वह केंद्र से बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा क्यों नहीं मांग रहे हैं। तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम नीतीश बिहार के लिए स्पेशल पैकेज की भी बात नहीं कर रहे हैं।
इसके अलावा, तेजस्वी यादव ने कहा कि हम जोड़कर कहते हैं कि प्रधानमंत्री जी नफरत की राजनीति छोड़कर बड़े मुद्दों पर बाते करें। युवा, व्यापारी, किसान, महिलाएं और देश का हर वर्ग के पास इस वक्त एक ही मुद्दा है।
#WATCH | Patna, Bihar: RJD leader Tejashwi Yadav says, "The major issues should be discussed. The progress and development of Bihar should be discussed... The Prime Minister should quit politics of hatred and discuss major issues. Youth, businessmen, farmers, women and every… pic.twitter.com/PJRMtSpNrL
— ANI (@ANI) April 22, 2024 महंगाई और बेरोजगारी को लेकर साधा निशानावह गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी और खराब अर्थव्यवस्था है। असली मुद्दा यही है। तेजस्वी ने आगे कहा कि अग्निवीर योजना युवा भी परेशान हैं।
बता दें कि तेजस्वी लगातार अपनी हर सभा महंगाई और रोजगार को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोल रहे हैं। उन्होंने जनता से यह तक कह दिया है कि सरकार बनी तो वह सबसे पहले रोजगार देंगे और महंगाई पर नियंत्रण हासिल करेंगे।
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KK Pathak : शिक्षकों के बाद इन अधिकारियों पर शिक्षा विभाग की टेढ़ी नजर, आ गया नया फरमान; लापरवाही पर कट जाएगा वेतन
जागरण संवाददाता, पटना। KK Pathak शिक्षा विभाग के नए नियम के अनुसार निरीक्षण पदाधिकारी या निरीक्षणकर्ता प्रतिदिन 10 स्कूलों की जांच करेंगे। कार्य दिवस के दिन कोई भी शिक्षक स्कूल से अनुपस्थित रहता है उनका एक दिन का वेतन कटा जाएगा। वर्तमान में अभी स्कूलों में गर्मी की छुट्टी चल रही है।
इस दौरान शिक्षकों का स्कूल आना अनिवार्य है। गर्मी की छुट्टी में प्रतिदिन सुबह से आठ से 10 बजे तक प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में मिशन दक्ष और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विशेष कक्षा संचालित की जा रही है। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने पत्र जारी कर कहा है। निरीक्षण अधिकारी प्रतिदिन 10 स्कूलों का निरीक्षण करेंगे।
शिक्षकों की उपस्थिति की फोटोग्राफ वाट्सएप ग्रुप में साझा करेंगेसाथ ही स्कूल में बच्चों एवं शिक्षकों की उपस्थिति की फोटोग्राफ वाट्सएप ग्रुप में साझा करेंगे। इस दौरान कोई शिक्षक बिना सूचना के अनुपस्थित रहते है तो इसकी सूचना कार्यालय को देंगे। ऐसे शिक्षकों की वेतन कटौती की अनुशंसा की जाएगी।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने निरीक्षण अधिकारियों को कहा है कि वे भी आदेश का अनुपालन करेंगे। ऐसा नहीं करने पर निरीक्षण अधिकारी भी एक दिन का वेतन कटा जाएगा।
निरीक्षण अधिकारी कक्षा में शामिल होकर बच्चों से पूछेंगे सवालजिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने कहा कि स्कूल का निरीक्षण करने से पहले निरीक्षण अधिकारी बच्चों को पढ़ाई जाने वाली किताबों का अध्ययन करेंगे।
वे निरीक्षण के दौरान बच्चों से सवाल पूछ सकते हैं। इससे होगा कि शिक्षक स्कूल में क्या पढ़ा रहे है इसकी जानकारी मिल सकेगी। अधिकारी कक्षा में बच्चों को पढ़ाएंगे।
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जागरण संवाददाता, पटना। बिहार के बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह (Anant Singh) इन दिनों गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। जेल में बंद पूर्व विधायक अनंत सिंह को आईजीआईएमएस में भर्ती कराया गया है। डाक्टरों के अनुसार उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। वे खतरे से बाहर हैं। बेउर कारा के अधिकारियों ने शनिवार को मेडिकल बोर्ड की अनुशंसा पर उन्हें आईजीआईएमएस में भर्ती कराया था।
उन्हें किडनी की समस्या है और क्रेटिनिन का स्तर बढ़ा हुआ है। आईजीआईएमएस में उन्हें मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. सुधीर कुमार की यूनिट में भर्ती किया गया है।
लगातार उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे डॉक्टरहालांकि, किडनी रोग के विभागाध्यक्ष डॉ. ओम कुमार, यूरोलाजी के विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश कुमार तिवारी और हृदय विभाग के डॉ. रवि विष्णु प्रसाद लगातार उनके स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे हैं।
उप निदेशक सह चिकित्साधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि उनके लिए एक मेडिकल बोर्ड बनाया गया है, जो लगातार उनके स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए है। उनका स्वास्थ्य स्थिर है और खतरे की कोई बात नहीं है। क्रेटिनिन का स्तर भी कम हो रहा है।
तीन दिन बाद ही दोबारा कराना पड़ा भर्तीतीन दिन पूर्व भी उन्हें पेट में दर्द की शिकायत पर अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। इसी बीच क्रेटिनिन स्तर बढ़ जाने व पेट दर्द में आराम नहीं होने पर उन्हें दोबारा आईजीआईएमएस रेफर किया गया था।
इसके बाद शनिवार की देर शाम उन्हें आईजीआईएमएस लाया गया। प्राइवेट वार्ड में पुलिस अभिरक्षा में उनका उपचार किया जा रहा है।
Tejashwi Yadav: लालू यादव पर टिप्पणी के बाद भी तेजस्वी का दिखा चाचा 'प्रेम', नीतीश को दिया भावुक कर देने वाला संदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा है कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) उनके लिए आदरणीय हैं। वे हमें कुछ भी कह सकते हैं। पहले भी ऐसी बात कहते रहे हैं। उनकी हर बात हमारे लिए आशीर्वचन एवं आशीर्वाद है। तेजस्वी ने कटिहार की जनसभा में लालू प्रसाद (Lalu Yadav) पर नीतीश कुमार द्वारा की गई टिप्पणी पर ये बातें कहीं।
रविवार को पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से तेजस्वी ने कहा कि वैसे ये सब बातें कोई चुनावी मुद्दा नहीं हैं। हमारे ऊपर व्यक्तिगत बात करने से या हमारे द्वारा विपक्ष पर व्यक्तिगत आरोप लगाने, बात करने से जनता का क्या भला होगा? हम राजनीति और लोकतंत्र में लोक की बातें करते हैं, ना कि स्वयं की।
व्यक्तिगत चीजें केवल घर के ड्राइंग रूम तक होनी चाहिए- तेजस्वी यादवउन्होंने कहा कि व्यक्तिगत चीजें केवल घर के ड्राइंग रूम तक होनी चाहिए। वर्षो से सत्ता पर काबिज एनडीए के नेता गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई, विकास-निवेश जैसे मुद्दों का जिक्र राजनीतिक मंचों से क्यों नहीं करते।
दरअसल ये मुद्दों से भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब स्थिति यह है कि चार-पांच लोगों ने हमारे चाचा (नीतीश कुमार) को हाईजैक कर लिया है। समय आने पर मैं एक किताब लिखूंगा और इन सभी चीजों को समझाऊंगा।
वीआइपी नेता ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख जताया विरोधनीतीश कुमार द्वारा लालू परिवार पर दिए गए बयान की विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) ने निंदा की है। वीआइवी प्रवक्ता देवज्योति ने मुख्यमंत्री को एक पत्र लिखकर अपना विरोध जताया है।
देवज्योति ने लिखा कि मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने के बीच आप स्वस्थ होंगे। आप स्वस्थ रहें, यहीं कामना है। लेकिन, इतने ऊंचे पद पर होने के बाद भी आपके बयानों से एक बिहारी होने के नाते कष्ट होता है।
बिहार के लोगों को लज्जित होना पड़ता है। उन्होंने कहा कि एक शुभचिंतक होने के नाते आग्रह है कि वे ऐसे बयानों से बचें। ताकि, लोग उनका आदर और अनुसरण कर सकें।
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कौन हैं आकाश सिंह और अंशुल? इन दो 'हॉट' सीटों पर कांग्रेस का टिकट लगभग कन्फर्म, यहां अब भी सस्पेंस बरकरार
जागरण टीम, पटना। Bihar Lok Sabha Seat बिहार की छह सीटों पर कांग्रेस (Congress) ने प्रत्याशियों के नाम लगभग तय कर दिए हैं। सोमवार को दिल्ली में बैठक के बाद यह जानकारी मिली कि इस बार पार्टी पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार (Meira Kumar) और बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह (Akhilesh Prasad Singh) के बेटे को भी टिकट दे सकती है।
बताया जा रहा है कि वैसे तो छह सीटों पर प्रत्याशियों की चयन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, लेकिन कुछ एक सीटों पर अंतिम समय तक जारी रस्साकसी के चलते उम्मीदवारों का एलान नहीं हो सका।
बताया जा रहा है कि आज यानी कि सोमवार को बिहार के कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार के बेटे अंशुल अविजित को पटना साहिब से उम्मीदवार बनाए जाने की संभावना है।
आकाश सिंह को यहां से मिल सकती है टिकटकेंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद यह संकेत मिले हैं कि बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह अपने बेटे आकाश सिंह को महाराजगंज से टिकट दिलाने में कामयाब हो गए हैं।
वहीं, सूत्रों के अनुसार प्रदेश के कई नेताओं के विरोध के बावजूद अखिलेश सिंह कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की मदद से पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे समेत पार्टी नेतृत्व को आकाश की उम्मीदवारी पर राजी करने में सफल बताए जा रहे हैं।
इन सीटों पर किसे मिलेगा मौका ?महाराजगंज से पार्टी के कई पुराने नेताओं के साथ बिहार विधान परिषद में निर्दलीय विधायक सच्चिदानंद राय भी अपनी पत्नी या बेटे में से किसी को टिकट दिलाने का प्रयास कर रहे थे।
सूत्रों के अनुसार, मुजफ्फरपुर सीट से भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए वर्तमान सांसद अजय निषाद की उम्मीदवारी लगभग तय कर दी गई है तो समस्तीपुर से सन्नी हजारी को टिकट दिया जा रहा है।
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इंतजार खत्म! बिहार के विश्वविद्यालयों में अब फटाफट होगी सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति, इंटरव्यू की तैयारी शुरू
नलिनी रंजन, पटना। BPSC Asst. Professor Recruitment : पटना उच्च न्यायालय के आदेश के बाद राज्य के 13 विश्वविद्यालयों में लगभग चार हजार पदों पर सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। बिहार राज्य विश्वविद्यालय सेवा आयोग (बीएसयूएससी) की ओर से साक्षात्कार की तैयारी आरंभ हो चुकी है।
मई में शुरू होगी इंटरव्यू की प्रक्रियासाक्षात्कार मई में आरंभ होंगे। इसके लिए आयोग जल्द लीगल ओपिनियन लेकर आगे की प्रक्रिया आरंभ करेगा। आयोग की ओर से मनोविज्ञान विषय में साक्षात्कार पूरा हो चुका है, अब इसमें बैकलाग के अनुसार बढ़ी सीटों के अनुपात में अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा।
इसके बाद परिणाम जारी करने की कवायद होगी। इसके अतिरिक्त नए विषयों के साक्षात्कार की भी प्रक्रिया मई से आरंभ होगी। आयोग की ओर से अब तक हिंदी सहित करीब एक दर्जन विषयों में नियुक्ति हो चुकी है।
अब राज्य के विश्वविद्यालयों में सहायक प्राध्यापकों (असिस्टेंट प्रोफेसर) के 4,108 खाली पदों पर नियुक्ति जल्द होगी। इसमें 755 बैकलाग रिक्तियां शामिल हैं।
साक्षात्कार के लिए पूरी हो चुकी है स्क्रीनिंग प्रक्रियाआयोग के अध्यक्ष गिरीश कुमार चौधरी ने बताया कि आयोग के स्तर से सभी विषयों के लिए स्क्रीनिंग प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। अब जल्द ही लीगल ओपिनियन लेकर साक्षात्कार प्रक्रिया आरंभ की जाएगी।
इसमें सबसे पहले उन विषयों का साक्षात्कार होगा, जिनका साक्षात्कार पहले हो चुका है, लेकिन रिजल्ट अभी जारी नहीं हुआ है। अब बैकलाग के तहत बढ़ी सीटों पर साक्षात्कार लिया जाएगा। इसके बाद सभी सीटों के लिए परिणाम जारी किया जाएगा।
महत्वपूर्ण विषयों में शिक्षकों के पद- गणित में 261
- भौतिकी में 300
- जन्तु विज्ञान में 285
- पर्यावरण विज्ञान में 104
- वनस्पति विज्ञान में 333
- रसायनशास्त्र में 332
- वाणिज्य में 112
- अर्थशास्त्र में 268
- अंग्रेजी में 253
- भूगोल में 142
- इतिहास में 316
- राजनीतिक विज्ञान में 280
- मनोविज्ञान में 424
- दर्शनशास्त्र में 153
- अंग्रेजी में 253
- गृह विज्ञान में 83
- संस्कृत में 76
- समाजशास्त्र में 108
- उर्दू में 100
- मैथिली में 43
- बांग्ला में 28
- संगीत में 23
- बायोकेमेस्ट्री में 05
- एआइएच एंड सी में 55
- शिक्षा शास्त्र में 10
- नेपाली भाषा में एक
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Patna To New Delhi Special Train : पटना और दरभंगा से आज नई दिल्ली के लिए रवाना होगी स्पेशल ट्रेन, ये है टाइम-टेबल
जागरण संवाददाता, पटना। Patna To New Delhi Special Train यात्रियों की सुविधा को लेकर सोमवार को पटना से नई दिल्ली के लिए अनारक्षित स्पेशल ट्रेन रवाना की जाएगी। यह ट्रेन पटना से 21.30 मिनट पर रवाना होगी। इसके लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है। वहीं दरभंगा से नई दिल्ली (Darbhanga To New Delhi Special Train) के लिए भी सोमवार को एक ट्रेन रवाना की जाएगी।
यह ट्रेन दरभंगा से 20.30 बजे नई दिल्ली के रवाना होगी। मुजफ्फरपुर से आनंद विहार (Muzaffarpur To Anand Vihar Train) के लिए भी सोमवार को अनारक्षित स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। यह ट्रेन मुजफ्फरपुर से 5 बजे आनंद विहार के लिए प्रस्थान करेगी। भारतीय रेलवे की ओर से जयनगर से उधना के लिए भी अनारक्षित स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी।
यह ट्रेन 23 अप्रैल को जयनगर से 11 बजे उधना के लिए प्रस्थान करेगी। वहीं दूसरी गाड़ी जयनगर से मंगलवार को 2 बजे रवाना होगी। रेलवे की ओर से सहरसा से नई दिल्ली (Saharsa To New Delhi Train) के लिए भी अनारक्षित स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया।
हावड़ा और लाल कुआं तथा रांची और भागलपुर के बीच विशेष ट्रेनें चलेगीगर्मी के मौसम में यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए रेलवे ने हावड़ा और लाल कुआं तथा रांची-भागलपुर के बीच अलग-अलग दो ग्रीष्मकालीन स्पेशल ट्रेनें चलाने का निर्णय लिया है। इस आशय की जानकारी आसनसोल रेल मंडल पीआरओ ने शनिवार को दी।
05060 लालकुआं-हावड़ा समर स्पेशल लालकुआं से 25 अप्रैल और 27 जून के बीच प्रत्येक गुरुवार को कुल 10 यात्राएं पूरी करेगी। यह गाड़ी लालकुआं से दोपहर 2:00 बजे प्रस्थान करेगी, और अगले दिन रात्रि 9:30 बजे हावड़ा पहुंचेगी।
11:30 बजे हावड़ा से प्रस्थान करेगी05059 हावड़ा-लाल कुआं समर स्पेशल हावड़ा से 26 अप्रैल और 28 जून के बीच प्रत्येक शुक्रवार को कुल 10 यात्राएं पूरी करेगी। यह गाड़ी 11:30 बजे हावड़ा से प्रस्थान करेगी, जो तीसरे दिन दोपहर 1:55 बजे लालकुआं पहुंचेगी।
ट्रेन मार्ग में दोनों दिशाओं में पूर्व रेलवे क्षेत्राधिकार के आसनसोल मंडल के जसीडीह, आसनसोल और दुर्गापुर स्टेशनों पर रुकेगी। इन ट्रेनों में सामान्य द्वितीय श्रेणी, शयनयान श्रेणी और वातानुकूलित श्रेणी के डिब्बे होंगे।
रात्रि में यह गाड़ी रांची से 11:25 बजे चलेगी08014 रांची-भागलपुर समर स्पेशल रांची से 25 अप्रैल और 27 जून के बीच प्रत्येक गुरुवार को कुल 10 यात्राएं पूरी करेगी। रात्रि में यह गाड़ी रांची से 11:25 बजे चलेगी, अगले दिन 12:00 बजे भागलपुर पहुंचेगी।
08013 भागलपुर-रांची समर स्पेशल दोपहर 2:30 बजे भागलपुर से खुलेगी। 26 अप्रैल और 28 जून के बीच प्रत्येक शुक्रवार को कुल 10 यात्राएं पूरी करेगी। यह गाड़ी भागलपुर से अगले दिन सुबह 03:30 बजे रांची पहुंचेगी।
ट्रेन मार्ग में दोनों दिशाओं में पूर्व रेलवे क्षेत्राधिकार के आसनसोल मंडल के चित्तरंजन, मधुपुर और जसीडीह स्टेशनों पर रुकेगी। ट्रेन में सामान्य द्वितीय श्रेणी, शयनयान श्रेणी और वातानुकूलित श्रेणी के डिब्बे होंगे।
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Bihar Weather Today : पटना सहित 14 शहरों का बिगड़ा मौसम, इन आठ जिलों में चढ़ा पारा; 'लू' को लेकर येलो अलर्ट जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News Today मौसम के तामझाम ने लोगों को परेशान कर दिया है। बीते पांच दिनों से राजस्थान से आ रही गर्म हवा के कारण आर्द्रता में कमी आने के साथ प्रदेश का तापमान सामान्य से अधिक होने से लोग भीषण गर्मी व लू से परेशान हैं।
दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक 25-30 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से उत्तर पछुआ हवा का प्रवाह जारी है। पांच दिनों बाद रविवार की शाम से मौसम ने करवट ली। हवा की गति कम होने के साथ पटना व आसपास इलाकों में आंशिक बादल भी छाए रहे।
पांच दिनों बाद गर्मी से मिली राहतपांच दिन बाद पटना (Patna Weather) समेत 14 शहरों के अधिकतम तापमान में आंशिक गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को जहां पटना का अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। वहीं, रविवार को 1.6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
43.6 डिग्री सेल्सियस के साथ बेगूसराय प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार 25 अप्रैल तक पटना सहित दक्षिणी व उत्तर पश्चिम भागों में गर्म दिन रहने के आसार है। इस दौरान कई जिलों में लू व भीषण लू की चेतावनी को लेकर येलो व औरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
तापमान और बढ़ने की संभावनासोमवार को प्रदेश के आठ जिलों के बांका, शेखपुरा, भागलपुर, मधुबनी, जमुई, सुपौल, दरभंगा व पूर्वी चंपारण जिले में लू को लेकर चेतावनी जारी की गई है। जबकि, पटना समेत दक्षिणी व उत्तर-पश्चिम भागों में गर्म दिन रहने की संभावना है। अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे वृद्धि की संभावना है।
तेज उत्तर पछुआ हवा का प्रवाह होने के कारण वायुमंडल के निचले हिस्सों में नमी की मात्रा कम होने पर तापमान में वृद्धि होती है। नमी कम रहने व बादल नहीं बनने के कारण सूर्य की किरणें तीखी व सीधे पहुंच रही है। ऐसे में लोगों को भीषण गर्मी का एहसास हो रहा है।
40 पार प्रमुख शहरों का तापमानगया का अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस, नवादा व जमुई का 41.7 डिग्री, बांका व औरंगाबाद का 41.5 डिग्री, डेहरी का 40.4 डिग्री, भोजपुर का 40.5 डिग्री, नालंदा का 41.0 डिग्री, शेखपुरा का 43.0 डिग्री, छपरा का 40.5 डिग्री, मुजफ्फरपुर का 40.4 डिग्री, बेगूसराय का 43.6 डिग्री, भागलपुर का 40.7 डिग्री, दरभंगा का 40.2 डिग्री, सुपौल का 40.2 डिग्री, पूर्णिया का 40.2 डिग्री, मधुबनी का 41.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रमुख शहरों का तापमानशहर अधिकतम न्यूनतम
पटना 40.6 27.7
गया 41.8 23.4
भागलपुर 40.7 23.9
दरभंगा 40.2 25.0
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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रमण शुक्ला, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चाहते हैं कि पूरे बिहार का मिजाज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के पक्ष में हो जाए। इसी लक्ष्य को साधने 26 अप्रैल को दूसरे चरण के मतदान वाले दिन मोदी अररिया व मुंगेर में जनसभा को संबोधित करने बिहार आ रहे हैं।
अररिया में भाजपा सांसद प्रदीप सिंह एक बार फिर मैदान में हैं। उनका मुकाबला राजद के शाहनवाज आलम से है। वहीं, मुंगेर में जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वर्तमान सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह की टक्कड़ राजद की अनिता महतो है।
अहम यह है कि दोनों संसदीय क्षेत्र दूसरे चरण वाले सीमांचल के चार लोकसभा क्षेत्र लगा हुआ है। ऐसे में मतदान के दिन जनसभा को संबोधित करते हुए दूसरे चरण के मतदाताओं को हर हाल में घर से निकालने संदेश भी देंगे। प्रधानमंत्री की कोशिश हर हाल पिछले दो चुनाव के मतदान के रिकार्ड को तोड़ना का रहेगा।
चार सीटों पर जदयू का कब्जादरअसल, 26 को किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर एवं बांका संसदीय क्षेत्रों में मतदान होना है। किशनगंज छोड़कर बाकी चार लोकसभा क्षेत्र पर जदयू का कब्जा है। ऐसे में अररिया में होने वाली प्रधानमंत्री की जनसभा से सीमांचल की तीन सीट किशनगंज, पूर्णिया एवं कटिहार में राजग के पक्ष में माहौल बनेगा।
साथ ही संभव है कि प्रधानमंत्री बिहार में गिरते मतदान प्रतिशत थामने के लिए मतदाताओं से जलपान से पहले मतदान करने की अपील करके दूसरे चरण वाले 94 लाख मतदाताओं को साधने की पहल करेंगे।
इसके साथ ही सीमांचल में बढ़ते सामाजिक असंतुलन, घुसपैठ एवं अन्य स्थानीय मुद्दों की ओर भी जनता जनार्दन का ध्यान आकृष्ट करेंगे। इसमें सबसे अहम मुद्दा घुसपैठ एवं लोगों के पलायन को रोकना होगा।
कांग्रेस-राजद से करेंगे सावधानमतदाताओं को साधने के लिए बहुत संभव है कि अपने चिर परिचित अंदाज में प्रधानमंत्री राजद नेताओं को जंगलराज का सबसे बड़ा चेहरा, भ्रष्टाचार का दूसरा नाम और बर्बादी का सबसे बड़ा गुनहगार भी ठहराएंगे।
लालटेन राज का डर दिखाते हुए बिहार में युवा मतदाता कैसे मोबाइल तक चार्ज नहीं कर पाते वह दर्द भी याद दिलाकर वोट बैंक को एक सूत्र में बांधने का प्रयास भी करेंगे।
साथ ही कांग्रेस-राजद द्वारा पिछले तीन दशकों से लोगों को डराने के लिए भिन्न-भिन्न प्रकार की विकृत कथाएं प्रचलित करने को लेकर भी सावधान करेंगे। भाजपा कैसे देश में सबसे ज्यादा शांति के साथ तरक्की वाला भारत गढ़ रही गिनाकर मतदाताओं में संदेश देने के साथ उत्साह भर सकते हैं।
अफवाह फैलाने वालों से करेंगे आगाहदूसरे चरण में जिन पांच सीटों पर मतदान होना है उनमें तीन मुस्लिम बहुल हैं। ऐसे में संभव है कि प्रधानमंत्री सनातन को गाली देने वाली ताकतों के विरुद्ध भी सचेत करें। साथ ही वे देश में अफवाह फैलाने वालों के प्रति भी सचेत कर राजग के प्रति मतदाताओं को गोलबंद करेंगे।
दूसरे चरण में किशनगंज, कटिहार, भागलपुर एवं पूर्णिया के मतदाताओं को लक्ष्य बनाकर ही अररिया की जनसभा प्रधानमंत्री 80 बनाम 20 की राजनीति बिसात बिछाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
कांग्रेस के इकलौते सांसद मो. जावेद को फिर संसद पहुंचने से रोकने के लिए पाकिस्तानी आंतकवाद के विरुद्ध सेना के पराक्रम एवं दुश्मनों के घर में घुसकर मुंहतोड़ जवाब के साथ जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने जैसे निर्णय गिनाएंगे।
सीमांचल में अच्छी सड़कों का निर्माण करवा कर पूर्णिया में हवाई अड्डा से विकास को पंख देने जैसी पहल का श्रेय लेने का भी वे जतन करेंगे।
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पंज प्यारों ने प्रबंधक समिति के सचिव को घोषित किया तनखैया, श्री हरिमंदिर साहिब की मर्यादा के उल्लंघन का था आरोप
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में तख्त श्रीहरिमंदिर जी पटना साहिब के पंज-प्यारों ने रविवार को बैठक कर प्रबंधक समिति के सचिव सरदार हरबंश सिंह को तनखैया घोषित कर दिया। बैठक में पंज-प्यारों में जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह, अतिरिक्त मुख्य ग्रंथी ज्ञानी दिलीप सिंह, ज्ञानी गुरुदयाल सिंह, परशुराम सिंह व अमरजीत सिंह थे।
जत्थेदार सह मुख्य ग्रंथी ज्ञानी बलदेव सिंह ने बैठक के बाद बताया कि दो अप्रैल को सचिव ने पंज प्यारों को लिखित रूप से स्पष्टीकरण दिया था कि वर्ष 2023 में रंजीत सिंह गौहर ए मस्कीन की सेवा जारी रखने से संबंधित इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित पत्र गलत, झूठ व फर्जी है।
इस बारे में पंज प्यारों ने कहा कि रंजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन ने संवाददाता सम्मेलन में सचिव के उसी पत्र को आधार बताकर प्रबंधक समिति पर न्यायालय में मुकदमा कराया है।
पंज प्यारों ने माना कि जारी पत्र में सचिव हरबंश सिंह के ही हस्ताक्षर हैं, वे मुकर नहीं सकते हैं। सचिव ने पंज प्यारों से भी झूठ बोला है। इस मामले में संगत व प्रबंधक समिति के सदस्यों द्वारा भी लिखित शिकायत मिली है।
पंच प्यारे सिंह साहिबान ने रविवार को दिए गए निर्णय में कहा कि सचिव बार-बार तख्त श्रीहरिमंदिर पटना साहिब की मर्यादा का उल्लंघन करते हैं। इस कारण सचिव हरबंश सिंह को तनखैया घोषित किया है।
उल्लेखनीय है कि सिखों में पंथ विरुद्ध कार्य करने वालों को तनखैया घोषित किया जाता है। बाद में उन्हें दंडित भी किए जाने का प्रविधान है।
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BPSC Paper Leak: बीपीएससी पेपर लीक मामले के आरोपित उज्जैन से लाए गए पटना, EOU कल कोर्ट में करेगी पेश
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। BPSC Paper Leak Case: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के द्वारा ली गई शिक्षक भर्ती के तृतीय चरण की परीक्षा के पेपर लीक मामले में उज्जैन से गिरफ्तार पांचों आरोपितों को पटना ले आया गया है। आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम महिला समेत सभी आरोपितों को लेकर रविवार को पटना पहुंची।
अब इन सभी को सोमवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा। ईओयू इनकी रिमांड भी कोर्ट से मांगेगी ताकि इनसे पेपर लीक मामले में विस्तृत पूछताछ की जा सके। ईओयू ने गुप्त सूचना पर शुक्रवार को उज्जैन के होटल से पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया था और जहां उन्हें स्थानीय कोर्ट में पेश कर सोमवार तक की ट्रांजिट रिमांड ली गई है।
गिरफ्त में आए आरोपितों के नामगिरफ्तार आरोपितों में प्रदीप कुमार, संदीप कुमार, शिवकुमार और तेज प्रकाश शामिल हैं। यह सभी नालंदा के रहने वाले हैं। इसके अलावा एक महिला आरोपित को भी ईओयू ने गिरफ्तार किया है। यह सभी पेपर लीक गिरोह के मुख्य आरोपित बताए जा रहे हैं।
कई राज्यों से जुड़े हैं पेपर लीक गिरोह के तार15 मार्च को आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले के तार कई राज्यों से जुड़े हैं। इसमें बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्य शामिल हैं।
शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में झारखंड के हजारीबाग से परीक्षा के एक दिन पहले 270 अभ्यर्थियों को साल्वर गिरोह के सदस्यों के साथ गिरफ्तार किया गया था।
यहां से मिली थी पेपर लीक होने की जानकारीइसके बाद हुई पूछताछ के आधार पर कोलकाता के प्रिंटिंग प्रेस से पेपर लीक होने की जानकारी जांच टीम को मिली थी। इस गिरोह के द्वारा यूपी व दिल्ली की प्रतियोगी परीक्षाओं के भी पेपर लीक से जुड़े होने की जानकारी सामने आई थी।
अब उज्जैन से पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ में इन सारे तारों को जोड़ा जाएगा और अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना तक पहुंचने का प्रयास ईओयू की जांच टीम करेगी।
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राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में चुनावी सभाओं और रैलियां को जोर बढ़ रहा है। रविवार को गृह अमित शाह एनडीए प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार के लिए कटिहार में थे। यहां उन्होंने महागठबंधन पर जोरदार हमला बोला।
शाह की बिहार यात्रा के बीच नेता प्रतिपक्ष ने चुटकी लेते हुए कहा,
बिहार में गर्मी बहुत है। अमित शाह जी जब भी बिहार आएं तो सत्तू पीएं इससे शरीर ठंडा और दिमाग शांत रहता है। सत्तू पीने से बिहार की जानकारी भी हो जाएगी।
जनता ने बना लिया है मन...रांची में महागठबंधन की रैली को संबोधित करने के बाद पटना पहुंचे नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि रांची की रैली शानदार रही। लोगों का ऐसा हुजूम उमड़ा की मैदान छोटा पड़ गया। उन्होंने कहा जनता ने मन बना लिया है। बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश से ये लोग (एनडीए गठबंधन) साफ हो रहा है। इसके बाद इनके पास करने के लिए कुछ नहीं होगा।
अमित शाह ने क्या कहा था?सभा को संबोधित करते हुए कहा अमित शाह ने दावा किया कि पीएम मोदी ने देश से परिवारवाद, जातिवाद और तुष्टिकरण को समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि सालों से कांग्रेस और इनके साथी लालू यादव कहते थे कि गरीबी हटाओ, लेकिन कोई गरीबी नहीं हटी। उन्होने कहा कि पीएम मोदी ने महज 10 साल में देश के 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाल दिया। लालू और राबड़ी ने मिलकर बिहार को जंगलराज में बदल दिया था।
एनडीए के डबल इंजन पर राजद का अटैकदूसरी ओर राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने शाह की बिहार यात्रा के बाद कहा कि कुछ कालखंड को छोड़कर बिहार में पिछले दस वर्षों से बिहार में डबल इंजन की सरकार है।
चितरंजन ने कहा कि इन दस वर्षों में बिहार को क्या दिया गया इस पर चुप्पी साधे रहे गए। 2014 के लोकसभा चुनाव के समय बेरोजगारी और महंगाई पर किए गए वादों की कोई चर्चा नहीं की।
उन्होंने कहा भाजपा नेताओं की बातों को कोई अब गंभीरता से लेता भी नहीं है, क्योंकि सभी इस बात को समझ चुके हैं कि भाजपा केवल झूठ बोलने वालों की पार्टी है।
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UGC NET 2024 Application Form: यूजीसी नेट एग्जाम के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू, पेपर-पेन से होगी परीक्षा, यहां करें अप्लाई
जागरण संवाददाता, पटना। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) की ओर से राष्ट्रीय स्तर के जूनियर रिसर्च फेलोशिप एवं सहायक प्राध्यापक के लिए राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) अब छह वर्षों के बाद एकबार फिर से ऑनलाइन से ऑफलाइन मोड में आयोजित होगी।
इसमें अभ्यर्थी ओएमआर शीट पर ऑफलाइन (पेन-पेपर) मोड में 16 जून को परीक्षा में शामिल होंगे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने यूजीसी नेट जून 2024 के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया आरंभ कर दिया है।
अभ्यर्थी वेबसाइट ugcnet.nta.ac.in पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। नेट जून 2024 के लिए आवेदन 10 मई रात 11:50 तक कर सकते है। कुल 83 विषयों की परीक्षा एक साथ एक दिन ही आयोजित होगी।
सूत्रों की मानें तो यूजीसी नेट ऑनलाइन परीक्षा में सेंटर पर धांधली के आरोपों की शिकायत लगातार मिल रही थी। इसके बाद यह कदम उठाया गया। यूजीसी नेट दिसंबर 2018 से कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) मोड में एनटीए की ओर से आयोजित हो रहा है।
किस वर्ग को देने कितना आवेदन शुल्क देना होगा?सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आवेदन शुल्क 1150 रुपये, ईडब्ल्यूएस, ओबीसी एनसीएल के लिए 600 रुपये, एससी, एसटी, दिव्यांग और थर्ड जेंडर के लिए आवेदन शुल्क 325 रुपये हैं।
एक कैंडिडेट के लिए एक ही आवेदन फार्म जमा किये जाएंगे। एक से ज्यादा फार्म भरने पर सभी आवेदन रद्द कर दिए जाएंगे।
पीएचडी प्रवेश के लिए भी होगा नेट स्कोर का उपयोगयूजीसी ने कहा है कि सत्र 2024-25 से पीएचडी प्रवेश के लिए भी नेट स्कोर का उपयोग किया जाएगा। यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि नेट का स्कोर विभिन्न संस्थानों में पीएचडी कार्यक्रमों के लिए आवेदन करने के लिए किसी भी सत्र से अपने स्कोर का उपयोग कर सकते हैं।
जून 2024 से, नेट उम्मीदवारों को तीन श्रेणियों में पात्र घोषित किया जाएगा। ये तीन श्रेणियां में पहला जेआरएफ के साथ पीएचडी में प्रवेश और सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति के लिए पात्र होंगे।
दूसरा जेआरएफ के बिना पीएचडी में प्रवेश और सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति के पात्र तथा तीसरा केवल पीएचडी कार्यक्रम में प्रवेश के पात्र होंगे।
नेट देने के लिए ये अभ्यर्थी होंगे योग्ययूजीसी के चेयरमैन प्रो एम जगदीश कुमार बदलाव को लेकर बताया कि चार वर्षीय पाठ्यक्रम में शामिल अभ्यर्थी अंतिम वर्ष या अंतिम सेमेस्टर में होने पर भी इसके लिए आवेदन कर सकते है। पहले पीजी फाईनल ईयर, फाइनल सेमेस्टर या पीजी पास आउट अभ्यर्थी आवेदन करते थे।
चार वर्षीय पाठ्यक्रम वाले अभ्यर्थी कोई भी विषय से नेट की परीक्षा में शामिल हो सकते है। हालांकि, अभ्यर्थी को नेट परीक्षा के लिए वहीं विषय चुनना होगा जो विषय यूजीसी नेट में शामिल हैं और जिसमें आगे पीएचडी करना चाहते हैं।
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Bihar News: बिहार में यात्रियों के भारी भीड़ से परेशान हुआ इंडियन रेलवे, आरामदायक यात्रा के लिए करेगा ये काम
जागरण संवाददाता, पटना। भारतीय रेलवे ने यात्रियों की संख्या में वृद्धि होने पर कोचों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया है। इससे पूर्व मध्य रेलवे के यात्रियों को सुविधा मिलने की उम्मीद की जा रही है।
राजधानी के राजेन्द्रनगर टर्मिनल से सहरसा जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में कोच की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। यह ट्रेन 22 अप्रैल को राजेन्द्र नगर से सहरसा के लिए रवाना होगी। यह ट्रेन अब 21 कोच लेकर सहरसा जाएगी।
वहीं सहरसा-अमृतसर गरीब रथ एक्सप्रेस में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के एक कोच को जोड़ा जाएगा। यह सुविधा 21 अप्रैल से एक जुलाई तक उपलब्ध रहेगी। वहीं यह ट्रेन अमृतसर से सहरसा के लिए 20 अप्रैल से 30 जून तक चलाई जाएगी।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि दोनों ट्रेनों में कोचों की संख्या बढ़ाने की मांग लंबे समय से की जा रही थी। रेलवे की ओर से कोचों की संख्या बढ़ाने से यात्रियों में काफी खुशी देखी जा रही है। अब लोग दोनों ट्रेनों से आना-जाना कर सकते हैं।
पटना व दरभंगा से सोमवार को नई दिल्ली रवाना होगी स्पेशल ट्रेनयात्रियाें की सुविधा को लेकर सोमवार को पटना से नई दिल्ली के लिए अनारक्षित स्पेशल ट्रेन रवाना की जाएगी। यह ट्रेन पटना से 21.30 मिनट पर रवाना होगी। इसके लिए सभी तैयारी पूरी कर ली गई है।
वहीं दरभंगा से नई दिल्ली के लिए भी सोमवार को एक ट्रेन रवाना की जाएगी। यह ट्रेन दरभंगा से 20.30 बजे नई दिल्ली के रवाना होगी।
मुजफ्फरपुर से आनंद विहार के लिए भी सोमवार को अनारक्षित स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है। यह ट्रेन मुजफ्फरपुर से 5 बजे आनंद विहार के लिए प्रस्थान करेगी।
भारतीय रेलवे की ओर से जयनगर से उधना के लिए भी अनारक्षित स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी। यह ट्रेन 23 अप्रैल को जयनगर से 11 बजे उधना के लिए प्रस्थान करेगी।
वहीं, दूसरी गाड़ी जयनगर से मंगलवार को 2 बजे रवाना होगी। रेलवे की ओर से सहरसा से नई दिल्ली के लिए भी अनारक्षित स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया।
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Tejashwi Yadav: 'जंगलराज के युवराज...' नौकरी का क्रेडिट लेने पर बिहार में झिड़ी सियासी जंग, तेजस्वी पर भड़की JDU
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने रविवार को कहा कि जंगलराज के युवराज के बयानों काे देखें तो मानो ऐसा प्रतीत होता है कि झूठ बोलने की प्रतियोगिता आरंभ हो गयी है। लेकिन, उन्हें यह समझना चाहिए कि जंगलराज की कालिख 17 महीनों पर बोले जा रहे झूठ से नहीं धुलने वाली है।
राजीव रंजन ने जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कहीं। राजीव रंजन ने कहा कि आजकल तेजस्वी यादव पांच लाख नौकरी देने के एक ही झूठ का लगातार प्रचार कर रहे।
दिल पर हाथ रखकर बताएं तेजस्वी...राजीव रंजन ने कहा कि जंगलराज के युवराज से उनका आग्रह है कि दिल पर हाथ रख कर जनता को बताएं कि नौकरियों को दिए जाने में उनका क्या योगदान है? उन्हें यह समझना चाहिए कि इंटरनेट के जमाने में झूठ छिपता नहीं है।
जदयू प्रवक्ता ने आगे कहा कि तेजस्वी यादव जिस समय सरकार में आए, तब उन्हें तो इस बारे में जानकारी भी नहीं थी। जदयू के प्रवक्ता हिमराज राम, मनीष यादव, डॉ. हुलेश मांझी, पल्लवी पटेल और मीडिया पैनलिस्ट डॉ. मधुरेंदु पांडेय भी इस मौके पर मौजूद थे।
तीसरे चरण में नाम वापसी की आखिरी तिथि सोमवार
लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए सोमवार को नाम वापसी की आखिरी तिथि है। ऐसे में दोपहर तीन बजे बाद पता चला जाएगा कि कितने उम्मीदवार तीसरे चरण में चुनाव लड़ेंगे और कितने पीछे हट गए। 54 नामांकन पत्र जांच में सही पाए गए हैं।
इसमें तीसरे चरण की पांच लोकसभा क्षेत्रों में झंझारपुर में 10, सुपौल में 15, मधेपुरा में आठ, अररिया में नौ एवं खगड़िया में 12 अभ्यर्थी हैं। अब देखना यह है कि अंतिम रूप में कितने प्रत्याशी मैदान में डटे रहते हैं।
तीसरे चरण संसदीय क्षेत्र में सात मई को चुनाव होना है। इस चरण में सभी सीट पर वर्तमान में राजग के सांसद हैं। अररिया सीट से भाजपा के प्रदीप सिंह सांसद हैं। जबकि खगड़िया से लोजपा के खाते में है। वहीं, झंझारपुर, सुपौल एवं मधेपुरा से जदयू के सांसद हैं।
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सुनील राज, पटना। Lok Sabha Election 2024 । बिहार में दूसरे चरण में जिन पांच सीटों पर चुनाव होना है उसमें बांका, पूर्णिया, भागलपुर और कटिहार सीटों पर 2019 का चुनाव जदयू ने जीता था। जबकि किशनगंज की एक मात्र सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी।
दूसरे चरण के इस चुनाव में पांच सीटों पर एनडीए की सहयोगी जदयू के उम्मीदवार मैदान में होंगे। जबकि महागठबंधन की ओर से तीन सीट कटिहार, किशनगंज और भागलपुर में एनडीए के सामने कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे तो दो सीट बांका और पूर्णिया में राजद जदयू को टक्कर देगा। महागठबंधन के इन दो प्रमुख दलों पर आधी-आधी लड़ाई का जिम्मा होगा।
पूर्णिया सीट पर कब और कौन जीता?दूसरे चरण की इन पांच सीटों की बात की जाए तो पूर्णिया संसदीय सीट 2014 और 2019 से जदयू के कब्जे में रही है। इस सीट पर 2009 और 2004 में भाजपा ने जीत दर्ज की थी। जबकि 1999 के लोकसभा चुनाव में राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने स्वतंत्र रूप से जीत दर्ज की थी।
राष्ट्रीय जनता दल ने पूर्णिया संसदीय सीट पर 1989 में कब्जा किया था। तब पार्टी के वरिष्ठ नेता मो. तस्लीमुद्दीन ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी। इसके बाद 1991 और 1996 में यह सीट पप्पू यादव के कब्जे में रही।
इस बार राजद ने यहां से बीमा भारती को उम्मीदवार बनाया है। बीमा का मुकाबला पूर्व विजेता संतोष कुशवाहा से होगा। लेकिन इन दोनों के बीच पप्पू यादव भी चुनाव मैदान में और निर्दलीय ताल ठोंक रहे हैं।
वह सीट जहां से मधु लिमये जैसे दिग्गज रहे सांसदबांका संसदीय सीट वैसी सीट है, जहां से मधु लिमये, चंद्रशेखर सिंह और मनोरमा देवी चुनाव जीतती रही हैं। इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दिग्विजय सिंह और बाद में उनकी पत्नी पुतुल सिंह ने भी जीता।
2014 के लोकसभा चुनाव में राजद ने जयप्रकाश नारायण यादव को उम्मीदवारी दी और वे चुनाव जीतने में सफल भी रहे।
लेकिन, 2019 के चुनाव में जदयू उम्मीदवार गिरिधारी यादव ने जय प्रकाश को पराजित करते हुए सीट अपने नाम कर ली। इस बार बांका संसदीय सीट पर एक बार फिर राजद से जय प्रकाश और जदयू की ओर से फिर गिरिधारी यादव मैदान में हैं।
कांग्रेस की इस पारपंरिक सीट का क्या है इतिहास?भागलपुर संसदीय सीट पर जदयू के अजय कुमार मंडल और कांग्रेस के बीच टक्कर होगी। 1980-84 तक भागलपुर कांग्रेस की पारंपरिक सीट हुआ करती थी।
लालू प्रसाद के बिहार की राजनीति में उदय के बाद 1989 से लेकर 1996 तक यह सीट जनता दल के पास रही। 2004 से लेकर 2009 के यहां भाजपा का कब्जा रहा।
लेकिन, 2014 के चुनाव में यह सीट राजद के पाले में आ गई। तब राजद के शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल ने इस पर जीत दर्ज की थी। लेकिन 2019 का चुनाव जदयू ने जीता।
भागलपुर में कांग्रेस एक बार फिर अपनी खोई जमीन हासिल करने मैदान में है। कांग्रेस से अजीत शर्मा और जदयू से अजय कुमार मंडल के बीच यहां टक्कर होनी है।
किशनगंज और कटिहार का सियासी पेंचकिशनगंज और कटिहार क्षेत्र में एक सीट पिछले चुनाव जदयू ने जीती तो दूसरी सीट कांग्रेस ने। कटिहार सीट से दुलालचंद गोस्वामी मैदान में थे। जिनका मुकाबला कांग्रेस के तारिक अनवर से हुआ। तारिक पराजित हुए।
तारिक अनवर 1980, 1984, 1996 और 1998 तक जीत प्राप्त की इसके बाद यहां भाजपा आ गई। लेकिन 2014 में तारिक फिर जीते और भाजपा के निखिल चौधरी पराजित रहे। 2019 में दुलालचंद ने तारिक को पराजित कर जीत प्राप्त की।
इस सीट पर ये दोनों उम्मीदवार फिर आमने सामने हैं। दूसरी ओर किशनगंज संसदीय सीट 2009 से कांग्रेस के पास रही है।
दो बार सीट पर कांग्रेस के असरारूल हक ने जीत दर्ज की। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी की प्रचंड लहर में भी कांग्रेस अपनी यह सीट बचाने में सफल रही थी।
तब मो. जावेद ने जदयू उम्मीदवार मो. अशरफ को पराजित कर महागठबंधन को एक मात्र जीत दिलाई थी। इस चुनाव यहां जदयू के मुजाहिद आलम और कांग्रेस के मो. जावेद के बीच टकराव होगा।
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Bihar News: बिहार के इन 13 हजार शिक्षकों और कर्मियों के लिए गुड न्यूज! इलेक्शन के बाद सैलरी फिक्स करेगा शिक्षा विभाग
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के संस्कृत विद्यालयों और मदरसों में कार्यरत 13 हजार शिक्षकों एवं कर्मचारियों का वेतन निर्धारण होगा। इसमें 1,659 अनुदानित संस्कृत विद्यालयों एवं 531 मदरसाें के शिक्षक-कर्मचारी शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद शिक्षा विभाग ने संबंधित शिक्षकों को पंचम एवं षष्ठम वेतन पुनरीक्षण के अनुरूप वेतन निर्धारण करने का निर्णय लिया है।
इसके साथ ही, विभाग ने सभी संबंधित संस्कृत विद्यालयों व मदरसों से कार्यरत मानव संसाधन के बारे में भी अभिलेख मांगा गया है।
स्कूलों से मांगे गए कर्मचारियों और शिक्षकों से संबंधित अभिलेखशिक्षा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक, अनुदानित संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसों से उनके शिक्षकों व कर्मचारियों से संबंधित अभिलेख मांगे गये है।
अभिलेख को शिक्षा विभाग के प्री-आडिट सेल (पूर्व अंकेक्षण कोषांग) में जमा कराना होगा। इसके लिए माडल प्रपत्र (फार्मेट) जारी किया गया है। उसी में अभिलेख मांगे गये हैं।
अभिलेख के सत्यापन के बाद पंचम एवं षष्ठम वेतन की अंतर राशि का निर्धारण होगा और फिर राशि भुगतान होगा। इसका लाभ उन शिक्षकों व कर्मचारियों को भी होगा, जो सेवानिवृत हो चुके हैं।
पटना उच्च न्यायालय ने दिया था आदेशयहां बता दें कि संबंधित संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसों के शिक्षकों और कर्मियों को पंचम व षष्ठम वेतन की अंतर राशि का भुगतान पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर किया जाना है।
माध्यमिक शिक्षा के विशेष निदेशक सचिन्द्र कुमार के हस्ताक्षर से सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है।
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