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Patna Bomb Blast: देर रात बम धमाकों से दहला पटना का बाकरगंज, एक बच्ची घायल
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी पटना के पीरबहोर थाना क्षेत्र के बाकरगंज मोहल्ले की एक गली में शनिवार की देर रात एक-एक कर दो बम तेज आवाज के साथ विस्फोट कर गए। इससे इलाके में अफरातफरी मच गई। धमाके में एक बच्ची मामूली रूप से जख्मी हो गई, जिसे उपचार के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।
मौके पर पहुंची पुलिसधमाके की सूचना पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। घटनास्थल से स्प्लिंटर और बम विस्फोट के अवशेष बरामद किए गए हैं। टाउन सीडीपीओ -1 दीक्षा ने बताया कि बम के छींटे लगने से बच्ची जख्मी हुई है।
वह खतरे से बाहर है। बम की घातक क्षमता कम थी। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि धमाका इलाके में दहशत फैलाने के इरादे से किया गया था। आरोपित की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।ट
शनिवार रात करीब 10 बजे हुए धमाकेबताया जाता है कि रात करीब दस बजे बाकरगंज इलेक्ट्रॉनिक मार्केट एवं इसके आसपास की दुकानें बंद हो रही थीं। ग्राहकों की भीड़ लगभग न के बराबर थी। दुकानदान प्रतिष्ठान बंद कर घर लौटने की तैयारी में थे। तभी तेज धमाका हुआ, जिससे सड़क पर भगदड़ मच गई।
बाकरगंज मोहल्ले में पसरा सन्नाटालोग जब तक कुछ समझ पाते कि तेज आवाज के साथ एक और धमाका हुआ। इसके बाद बाकरगंज मोहल्ले में कुछ पल के लिए सन्नाटा पसर गया। लगभग 15 मिनट तक इंतजार करने के बाद जब बाहर से किसी प्रकार की आहट नहीं मिली, तब दुकारदार उस ओर भागे, जिधर से धमाके की आवाज आई थी। इस बीच लोगों ने पुलिस को सूचना भी दी।
पुलिस ने बरामद किया बम बनाने में इस्तेमाल सामानप्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो माहौल शांत होने के बाद पुलिस गली में घुसने की हिम्मत जुटा पाई। घटनास्थल से सुतली, तीन का डिब्बा एवं बम बनाने में प्रयुक्त सामग्री बरामद हुई है। पुलिस की सूचना पर एफएसएल की टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए हैं।
सात वर्षीय बच्ची हुई घायलछानबीन में मालूम हुआ कि एक सात वर्षीय बच्ची घर के दरवाजे के पास पिता के इंतजार में बैठी थी। धमाके की आवाज सुन कर वह सहम गई। इस दौरान एक स्प्लिंटर उसे जा लगा, जिससे वह चीखने लगी थी। जलन के कारण वह लगातार रो रही थी। स्थानीय लोग उसकी ओर दौड़े, मगर आरोपित फरार होने में कामयाब रहा।
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Bihar Weather Today: बिहार में आंधी-तूफान और बारिश से अभी नहीं मिलेगी निजात, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश के अधिसंख्य भागों के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। पटना व आसपास इलाकों में आंशिक बादल छाए रहने के साथ गरज-तड़क की संभावना है।
4 दिनों में तापमान में बदलाव की संभावना नहींमौसम विभाग के अनुसार, अगले चार दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। इसके बाद तीन दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की वृद्धि के आसार हैं।
नालंदा में 28 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चली हवाएंशनिवार को नालंदा के राजगीर में 28 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा दर्ज की गई। पटना सहित अधिसंख्य जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
पटना के अधिकतम तापमान में 2.1 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ 36.1 डिग्री सेल्सियस व 39.0 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। पटना सहित अधिसंख्य भागों का मौसम सामान्य बना रहा। आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहे।
प्रमुख शहरों के तापमान में वृद्धिगया के अधिकतम तापमान में 2.8 डिग्री, औरंगाबाद में 1.9 डिग्री, डेहरी में 2.2 डिग्री, बक्सर में 1.7 डिग्री, भोजपुर में 1.5 डिग्री, वैशाली में 1.9 डिग्री, दरभंगा में 1.2 डिग्री, भागलपुर में 2.1 डिग्री, बांका में 2.2 डिग्री, किशनगंज में 1.8 डिग्री, गोपालगंज में 0.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 36.1 26.3 गया 38.5 23.8 भागलपुर 36.1 24.0 मुजफ्फरपुर 34.0 25.1
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राज्य ब्यूरो, पटना। सीबीआई की एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात सेना के सहायक इंजीनियर कौशलेश कुमार को 50 हजार रुपये घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
दरभंगा एयरफोर्स स्टेशन परिसर में बनी सड़क के बिल भुगतान और किये गये कार्य की नपाई के बदले घूस की राशि मांगी गई थी। सीबीआई ने शिकायत के बाद जांच में शिकायत सही पाई, जिसके बाद एसीबी की टीम ने सहायक इंजीनियर को घूस की राशि लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया।
एयरफोर्स स्टेशन कार्यालय से हुई गिरफ्तारीआरोपी की गिरफ्तारी एयरफोर्स स्टेशन कार्यालय से की गई है। गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की टीम ने आरोपी कौशलेश कुमार के एमईएस एरिया, एयरफोर्स स्टेशन और दरभंगा स्थित घर की तलाशी ली।
इसमें आरोपी के नाम पर विभिन्न बैंकों के खातों में 63 लाख 11 हजार 651 रुपये जमा पाए गए। वहीं, छह लाख रुपये से अधिक की दो संपत्ति के कागजात जब्त किए गए हैं। इसके साथ ही हुंडई कार और स्कूटी भी मिली है। तलाशी के दौरान डिजाइन किए गए आभूषण भी बरामद हुए हैं।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई को इस बारे में शिकायत की गई थी कि बिल भुगतान के बदले इंजीनियर कमीशन की मांग कर रहे हैं। ठेकेदार की शिकायत के बाद सत्यापन में मामला सही पाया गया।
सत्यापन के दौरान ठेकेदार ने कमीशन के पैसे किस्त में देने की बात कही, जिसे गैरिसन इंजीनियर ने स्वीकार कर लिया।
मजदूर के वेश में पहुंचे अधिकारीसूत्रों के अनुसार, अभियान के दौरान सीबीआई के अधिकारियों ने मजदूर के वेश में परिसर में प्रवेश किया। एक टीम परिसर के बाहर इंतजार कर रही थी। इंजीनियर को पकड़े जाने के बाद दूसरी टीम ने एयरफोर्स स्टेशन परिसर में प्रवेश की कोशिश की, लेकिन गेट पर सुरक्षा इंचार्ज से उनकी बहस हो गई।
सीबीआई अधिकारियों के साथ दुर्व्यवहार की भी शिकायत दर्ज कराई गई है। मामले में सीबीआई के स्तर पर प्राथमिकी दर्ज किए जाने की कार्रवाई की जा रही है।
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ईडी ने उदाहरण के साथ सामने रखा टेंडर का खेल, रिशु श्री और संजीव हंस को कितना मिला? ये भी हुआ साफ
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राज्य ब्यूरो, पटना। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच रिपोर्ट के अनुसार, रिशु श्री ने जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग और भवन निर्माण जैसे कई विभागों के टेंडर को अधिकारियों को कमीशन पहुंचाकर मैनेज किया था।
संजीव हंस को 67 लाख नकदइस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के बाद विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) ने इन दावों की जांच शुरू कर दी है। ईडी की रिपोर्ट में बाकायदा उदाहरण के साथ टेंडर के खेल का पर्दाफाश किया गया है। इसमें जल संसाधन विभाग के एक टेंडर को मैनेज करने के लिए तत्कालीन सचिव संजीव हंस को 67 लाख नकद रिश्वत पहुंचाने की जानकारी भी दी गई है।
125 करोड़ की अनुमानित लागत से निविदाईडी की रिपोर्ट के अनुसार, जल संसाधन विभाग ने सुपौल के बीरपुर में भौतिक माडलिंग केंद्र स्थापित करने के लिए 125 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से निविदा जारी की थी। रिशु श्री ने जल संसाधन विभाग में अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए यह टेंडर अहमदाबाद स्थित मेसर्स शेवरोक्स कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को दिलवा दिया।
संतोष कुमार द्वारा नियंत्रित है फर्मफिर बाद में इस काम का उप-ठेका मेसर्स मातृस्व कंस्ट्रक्शन को दिलवा दिया। यह रिशु श्री के करीबी सहयोगी और कर्मचारी संतोष कुमार द्वारा नियंत्रित एक फर्म था। जांच रिपोर्ट के अनुसार, रिशु श्री ने संतोष कुमार के माध्यम से शुरुआती फंडिंग के रूप में इसमें लगभग चार करोड़ रुपये का निवेश भी किया था।
एस सर यानी संजीव हंसजांच के दौरान ईडी ने पिछले साल 16 जुलाई को पटना के शांति कुंज, एसके विहार में उप-ठेकेदार मेसर्स मातृस्व इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय परिसर में तलाशी अभियान चलाया। इसमें पवन कुमार की पहचान कंपनी के निदेशक के रूप में हुई। उसके पास रिश्वत के नाम पर लेनदेन का विवरण भी मिला। जब पवन कुमार से शीट में 'एस सर' के रूप में 67 लाख रुपये दर्ज किए जाने के बारे पूछा गया तो उसने बताया कि 'एस सर' तत्कालीन जल संसाधन सचिव संजीव हंस हैं और उन्हें कमीशन (रिश्वत) के रूप में इस राशि का नकद भुगतान किया गया था। संजीव हंस के अलावा पवन कुमार ने जल संसाधन विभाग के विभिन्न अधिकारियों का भी नाम लिया है, जिनके खिलाफ रिश्वत के रूप में भुगतान ईडी के द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों में दर्ज पाया गया है।
विभागीय ठेकेदारों से 50 लाख का कमीशन भी लियाजांच के दौरान ईडी ने पाया कि 24 जुलाई, 2020 को एचडीएफसी बैंक में मेसर्स मातृस्व इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड के खाते से कमलकांत गुप्ता नामक व्यक्ति के खाते में 50 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए। निदेशक पवन कुमार ने ईडी अधिकारियों को दिए अपने बयान में खुलासा किया कि कमलकांत को 50 लाख रुपये की यह राशि कुछ और नहीं बल्कि संजीव हंस का जल संसाधन विभाग के ठेकेदारों से लिया गया कमीशन है। यह भी जानकारी मिली कि पवन कुमार ईंधन व्यय के रूप में बढ़ी हुई राशि दिखाता था ताकि इस नकदी का उपयोग विभिन्न सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को रिश्वत देने में किया जा सके।
Bihar: अगर आपकी गेंदबाजी में है धार तो तलाश रहा बीसीए, ऐसे कर सकते हैं आवेदन
जागरण संवाददाता, पटना। अगर आप भी एक बेहतर गेंदबाज हैं, तो आपकी खोज बिहार क्रिकेट संघ को है। बिहार क्रिकेट संघ बालिंग टैलेंट हंट पहल के तहत प्रतिभाशाली गेंदबाजों की खोज कर रहा है। इसके लिए सीधे वेबसाइट पर आवेदन किया जा सकता है। बीसीए द्वारा टैलेंट की पहचान के लिए यह आयोजन किया जा रहा है।
16 से 25 वर्ष के गेंदबाजों को मौकाइस पहल के तहत 16 से 25 वर्ष के गेंदबाजों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने और पेशेवर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा। उन्हें प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के उच्च स्तर के लिए तैयार किया जा सके। बालिंग टैलेंट हंट में आवेदन करने का अंतिम मौका पांच मई तक है।
बड़े खिलाड़ी करेंगे प्रतिभा की पहचानप्रतिभाशाली गेंदबाजों की पहचान मोइनउल-हक स्टेडियम पटना में नौ से 12 मई तक शिविर लगाकर की जाएगी। चयन समिति में क्रिकेट निदेशक, स्थानीय चयनकर्ता और कोच प्रारंभिक दौर में प्रतिभा का चयन करेंगे। अंतिम दौर में दो पूर्व प्रतिष्ठित टेस्ट क्रिकेटर, जो राष्ट्रीय चयनकर्ता भी रह चुके सलिल अन्कोला और वेंकटपति राजू प्रतिभा का चयन करेंगे।
राज्य की टीम के साथ प्रशिक्षण का अवसरटाप 10 तेज गेंदबाज और 10 स्पिन गेंदबाजों को शार्टलिस्ट किया जाएगा। उन्हें राज्य टीमों के साथ प्रशिक्षण के अवसर दिए जाएंगे। संघ इन खिलाड़ियों को तैयार करेगा और निरंतर निगरानी में रखेगा तथा उन्हें राज्य स्तर पर प्रदर्शन का अवसर प्रदान करेगा।
यहां समझें आवेदन की प्रक्रियाबिहार क्रिकेट एसोसिएशन की वेबसाइट www.biharcricketassociation.in पर जाएं और नोटिफिकेशन सेक्शन पर क्लिक करें। वहां आपको दो विकल्प दिखाई देंगे पहला, एक क्यूआर कोड, जिसे आप अपने फ़ोन में इंस्टाल किए गए गूगल क्रोम ब्राउजर को खोलकर उसमें मौजूद कैमरा फीचर के माध्यम से स्कैन कर सकते हैं।
फार्म में भरना होगा सभी विवरणस्कैन करने के बाद आप सीधे आवेदन प्रक्रिया में प्रवेश कर सकेंगे। दूसरा विकल्प बीसीए की वेबसाइट पर नोटिफिकेशन में एक फोटो आइकन का होगा। इस पर क्लिक करते ही एक आवेदन फार्म खुलेगा। इस फार्म में आवश्यक विवरण भरकर आप अपना आवेदन पूरा कर सकते हैं।
Bihar News: इन अफसरों को चिह्नित करने में जुटी सरकार, चुनाव से पहले होगा तबादला; जारी हुआ नया ऑर्डर
राज्य ब्यूरो, पटना। चुनाव आयोग के निर्देश पर विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसको लेकर बड़ी संख्या में सरकार को रिक्त पदों को भरने का निर्देश दिया गया है।
साथ ही एक स्थान पर तीन साल से अधिक समय से कार्यरत कर्मियों के स्थानांतरण की समय- सीमा भी निर्धारित कर दी गई है। सरकार ने अधिकारियों एवं कर्मियों के स्थानांतरण का कटऑफ डेट 31 अगस्त निर्धारित किया है।
आयोग ने चुनाव कार्यों से प्रत्यक्ष जुड़े हुए ऐसे अधिकारियों को चिह्नित करने का निर्देश दिया गया है, जिनका जिला के अंतर्गत चार वर्षो में तीन वर्ष की सेवा पूर्ण हो गई है। सामान्य प्रशासन विभाग को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है।
रिक्त पदों को भरने का निर्देशआयोग के निर्देश पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने वर्तमान में सहायक निर्वाची अधिकारी सहित अन्य पदों पर रिक्तियों के विरुद्ध पदस्थापन करने का भी अनुरोध सामान्य प्रशासन विभाग से किया गया है।
रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति करने की कार्रवाई की जानी है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी की ओर से सामान्य प्रशासन विभाग को जानकारी दी गई है कि राज्य में मतदान कार्य के लिए कर्मियों की पर्याप्त संख्या है।
इसके बावजूद जहानाबाद, अरवल एवं शिवहर जिलों में दूसरे जिलों से कर्मियों का स्थानांतरण किया गया है। इसकी मॉनीटरिंग दायित्व सभी प्रमंडलीय आयुक्त को दिया गया है।
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पीएम नरेंद्र मोदी के संदेश संग बिहार में पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स का होगा आगाज, यहां देखें पहले दिन का शेड्यूल
जागरण संवाददाता, पटना। बुद्ध और महावीर की पावन धरती बिहार में पहली बार होने जा रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स का भव्य शुभारंभ रविवार शाम पाटलिपुत्र खेल परिसर में होगा। आयोजन की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका शुभारंभ करेंगे। पहले दिन वालीबॉल, जूडो, कबड्डी, मल्लखंभ और तीरंदाजी स्पर्धा होगी।
मुख्यमंत्री नीतीश बढाएंगे हौसलाउद्घाटन के मौके पर पाटलिपुत्र खेल परिसर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, मुख्य अतिथि युवा कार्य एवं खेल और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के मंत्री डा.मनसुख एल मांडविया, विशिष्ट अतिथि उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, युवा एवं खेल मंत्रालय से रक्षा निखिल खडसे, बिहार के खेल मंत्री सुरेन्द्र मेहता समेत अन्य गणमान्य उपस्थित रहेंगे।
मैथिली की गूंजेगी आवाज, पंकज भी होंगेबिहार की लोक गायिका मैथिली ठाकुर उद्घाटन समारोह में सुर लहरी बिखेरेंगी तो अभिनेता पंकज त्रिपाठी पूरे कार्यक्रम के दौरान बिहार की गौरव गाथा का बखान करेंगे। उद्घाटन में राजधानी के सात स्कूलों के छह सौ बच्चे प्रस्तुति देंगे। इन बच्चों के साथ 200 एनसीसी कैडेट भी शामिल होंगे।
1600 कलाकार देंगे प्रस्तुतिउद्घाटन समारोह में 1600 कलाकार प्रस्तुति देंगे। इसमें 200 कलाकार बालीवुड से होंगे। शाम छह बजे इसका उद्घाटन होगा। इन खेलों में देश के सभी 28 राज्यों और आठ केंद्र शासित प्रदेशों से दस हजार खिलाड़ी, खेल प्रशिक्षक और उनके सपोर्ट स्टाफ आएंगे।
मंच पर दिखेगी बिहार की संस्कृतिस्टेडियम के मुख्य ग्राउंड पर करीब 100 मीटर लंबा स्टेज बनाया गया है। यहां उद्घाटन समारोह का आकर्षण लेजर शो व आतिशबाजी होगी। उद्घाटन समारोह में पहली प्रस्तुति गंगा आरती की होगी। दूसरी प्रस्तुति बिहार की देवीशक्ति पर आधारित होगी। बिहार की देवीशक्ति में मां मुंडेश्वरी, मंगला गौरी, गया, मां गंगा, मां सीता होगी। देश के ख्याति प्राप्त वाद्य यंत्र साधक भी मंच पर होंगे, जिनमें तौफिक कुरैशी, विक्रम घोष, प्रवीण गोखंडी, राजेश वैद्य के अलावा एआर रहमान कालेज के स्टूडेंटस अपनी प्रस्तुति देंगे।
गेट संख्या दो से आएंगे आम नागरिकखेलो इंडिया गेम्स का आनंद लेने के लिए आम नागरिकों को प्रवेश संख्या दो से आने दिया जाएगा। इस गेम्स में सात सौ से अधिक बिहार के खिलाड़ी 28 खेलों में हिस्सा लेंगे। गेट संख्या एक से विशेष अतिथि, मुख्य अतिथि, वीआईपी, मीडिया वालों को प्रवेश दिया जाएगा।
टाप-आठ राज्यों की टीमें लेंगी हिस्साटीम खेल में देश के टाप-आठ राज्यों की टीम हिस्सा लेगी। व्यक्तिगत स्पर्धाओं में हर राज्य से 16-16 खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। एक स्पर्धा में एक खिलाड़ी जबकि मेजबान होने के नाते एक स्पर्धा में बिहार के दो-दो खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। पूरे प्रतियोगिता में कुल 2535 पदक दांव पर होगी।
Patna News: सीएम नीतीश कुमार ने किया PMCH के 1117 बेड के अस्पताल का शुभारंभ, मिलेंगी खास सुविधाएं
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: विश्व के दूसरे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में बन रहे पुनर्विकास परियोजना के तहत फेज वन के टावर वन तथा टावर टू में 1117 बेड के अस्पताल का शुभारंभ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पीएमसीएच के शताब्दी वर्ष को यादगार बनाने के लिए 22 फीट की प्रतीक स्वरूप निर्मित मूर्ति का भी अनावरण किया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित अस्पताल भवन का निरीक्षण कर मरीजों के लिए उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अस्पताल भवन के ऊपरी तल पर जाकर पीएमसीएच के आसपास के इलाकों का मुआयना किया।
इस दौरान एयर एंबुलेंस के उतरने की व्यवस्था की जानकारी ली। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अस्पताल भवन के 9वें तल पर जाकर नर्स स्टेशन, स्वच्छ वस्त्र भंडार, विशिष्ठ कमरा, अति विशिष्ट कमरा, नर्स कक्ष आदि का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने अस्पताल भवन के तीसरे तल का निरीक्षण कर परामर्श कक्ष, कैंसर जांच कक्ष, बांझपन क्लीनिक, कोल्पोस्कोपी क्रियाविधि कक्ष, मलिन वस्त्र भंडार को भी देखा।
पहले तल पर मुख्यमंत्री ने यहां उपलब्ध कराई गई आपातकालीन सेवाओं एवं सुविधाओं को लेकर जानकारी प्राप्त किया। इससे पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। इस दौरान उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय उपस्थित थे।
इसके पहले पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सांसद रविशंकर प्रसाद, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, प्रमंडलीय आयुक्त मयंक बरबड़े, डीएम चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी अवकाश कुमार, पीएमसीएच प्राचार्य डा. विद्यापति चौधरी, अधीक्षक डा. आइएस ठाकुर भी थे।
एयर एंबुलेंस वाला पहला अस्पताल बना पीएमसीएचमुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया कि पीएमसीएच बिहार का पहला अस्पताल है जिसके ऊपरी छत पर सीरियस मरीजों को तत्काल उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एयर एंबुलेंस के उतरने की व्यवस्था की गई है। पीएमसीएच तक एंबुलेंस एवं वाहनों के सुचारू रूप से परिचालन के लिए जेपी गंगा पथ से जोड़ा जा चुका है। इसके अतिरिक्त अशोक राजपथ में निर्माणाधीन डबल डेकर रोड से भी पीएमसीएच को जोड़ा जाएगा, ताकि मरीजों को ससमय चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा सके।
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अविलंब पूरा कराएं निर्माण कार्य
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में तेजी लाकर पीएमसीएच के पुनर्विकास परियोजना को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण कराएं। जब यह काम पूरा हो जाएगा तो पीएमसीएच में मरीजों के लिए 5462 बेड की सुविधा होगी। इसके बन जाने के बाद इलाज के लिए मरीजों को मजबूरी में बाहर नहीं जाना पड़ेगा।
2018 में तैयार हुआ था पुनर्विकास परियोजनाराज्य सरकार की ओर से पीएमसीएच को 5462 बेड के अस्पताल एवं 250 नामांकन क्षमता वाले चिकित्सा महाविद्यालय के रूप में उन्नयन के लिए कुल पांच हजार 540 करोड़ रुपये की लागत से छह दिसंबर 2018 को पुनर्विकास परियोजना की स्वीकृति दी गई है। मुख्यमंत्री की ओर से पीएमसीएच के पुनर्विकास परियोजना का शिलान्यास आठ फरवरी 2021 को किया गया है। मुख्यमंत्री ने कई बार परियोजना कार्य का निरीक्षण करते हुए मार्गदर्शन भी दिया है।
पहले चरण में 550 बेड का छात्रावास का हुआ था शुभारंभ27 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री के द्वारा प्रथम चरण के तहत 550 बेड का छात्रावास, 175 वाहनों का मल्टीलेवल कार पार्किंग एवं बाह्य रोगी विभाग ओपीडी एवं ब्लड सेंटर निर्माण कार्य का शुभारंभ किया था। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार मार्च 2027 तक पीएमसीएच के सभी निर्माण कार्य को पूरा किया जाना है, इसके बाद यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन जाएगा।
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Bihar News: कॉन्ट्रैक्ट पर बहाल डेढ़ हजार से अधिक चालक सिपाहियों की हो गई बल्ले-बल्ले, DGP ने जारी किया नया ऑर्डर
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस में संविदा पर बहाल करीब डेढ़ हजार से अधिक चालक सिपाही स्थायी रूप से नियुक्त किए जाएंगे।
डीजीपी विनय कुमार ने हाईकोर्ट के निर्णय के आलोक में इससे जुड़ा आदेश जारी कर दिया है। इसमें ऐसे चालक सिपाही जो 12वीं परीक्षा उत्तीर्ण हैं, उन्हें 15 मई 2025 तक संबंधित जिला व इकाई में स्थायी रूप से नियुक्त किए जाने का आदेश दिया गया है।
डीजीपी ने जारी आदेश में कहा है कि वैसे संविदा चालक जो वर्तमान में केवल 10वीं उत्तीर्ण हैं, उन्हें फिलहाल 60 वर्ष की सेवानिवृति आयु तक संविदा नियुक्ति दी जाएगी।
ऐसे चालक सिपाहियों के योगदान करने के पांच वर्ष के भीतर 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेने पर उनको भी नियमित कर दिया जाएगा।
आदेश के अनुसार, पांच वर्ष के अंदर परीक्षा उत्तीर्ण नहीं कर पाने वाले 10वीं पास संविदा चालक भी हटाए नहीं जाएंगे बल्कि सेवानिवृत्ति तक संविदा चालक सिपाही के रूप में काम करेंगे।
डीजीपी ने सभी नियुक्ति प्राधिकार को आदेश का अनुपालन करने से पहले सभी दस्तावेजों के सत्यापन का निर्देश भी दिया है।
मालूम हो कि संविदा चालक सिपाहियों की 2010 से अब तक हर साल 11 महीने की संविदा पर बहाली होती आयी है।
पीटीसी पास 990 सिपाही बने एएसआईबिहार पुलिस के पीटीसी (प्रमोशनल ट्रेनिंग कोर्स) पास 990 सिपाहियों को एएसआई (सहायक अवर निरीक्षक) बनाया गया है।
बिहार पुलिस मुख्यालय के कार्मिक एवं कल्याण प्रभाग ने इससे संबंधित कार्यकारी प्रोन्नति आदेश जारी कर दिया है।
इन प्रोन्नत पुलिसकर्मियों को पदभार ग्रहण करने की तिथि से एएसआई पद का कार्यकारी उच्चतर प्रभार और आर्थिक लाभ मिलेगा।
किसी भी पदाधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही, निलंबन, सजा या निगरानी, फौजदारी, आपराधिक मामला लंबित होने पर उनको कार्यकारी प्रभार देय नहीं होगा।
ऐसे में एएसआइ में प्रोन्नत सभी पुलिसकर्मियों को न्यायिक शपथ पत्र देना होगा कि उनके विरुद्ध किसी प्रकार की विभागीय कार्यवाही संचालित या लंबित नहीं है।
इधर, पुलिस मुख्यालय ने बिहार पुलिस सेवा के 731 पदाधिकारियों की औपबंधिक वरीयता सूची जारी कर दी है। यह औपबंधिक वरीयता सूची एक अप्रैल 2025 के आधार पर बनाई गई है।
आइजी मुख्यालय ने शुक्रवार को सभी आइजी, डीआइजी, एसएसपी, एसपी व बी-सैप कमांडेंटों को पत्र भेज कर वरीयता सूची के प्रकाशन की तिथि से एक हफ्ते के भीतर साक्ष्य सहित दावा - आपत्ति पेश करने का निर्देश दिया है।
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सीएम नीतीश कुमार ने 1117 बेड के अस्पताल का किया उद्घाटन, निरीक्षण कर मरीजों के लिए सुविधाओं का लिया जायजा
डिजिटल डेस्क, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल पुनर्विकास परियोजना ( फेज - 1 ) के अंतर्गत अस्पताल भवन के टावर ( 1 ) एवं (II) में 1117 शैय्या के अस्पताल का शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने पी०एम०सी०एच० के शताब्दी वर्ष को यादगार बनाने के लिए 22 फीट की प्रतीक स्वरूप निर्मित मूर्ति का भी अनावरण किया ।
उद्घाटन के पश्चात मुख्यमंत्री ने नवनिर्मित अस्पताल भवन का निरीक्षण कर मरीजों के लिए उपलब्ध कराई गई सुविधाओं का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने सबसे पहले अस्पताल भवन के ऊपरी तल पर जाकर पी०एम०सी०एच० के आसपास के इलाकों का मुआयना किया एवं एयर एंबुलेंस के उतरने की व्यवस्था की जानकारी ली। इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने अस्पताल भवन के 9वें तल जाकर नर्स स्टेशन, स्वच्छ वस्त्र भंडार, विशिष्ट कमरा, अति विशिष्ट कमरा, नर्स कक्ष आदि का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने अस्पताल भवन के तीसरे तल का निरीक्षण कर परामर्श कक्ष, कैंसर जांच कक्ष, बांझपन क्लिनिक, कोल्पोस्कोपी क्रियाविधि कक्ष, मलिन वस्त्र भंडार आदि का मुआयना किया। लोकार्पित अस्पताल भवन के प्रथम तल पर पहुंचकर मुख्यमंत्री ने उपलब्ध कराई गई आपातकालीन सेवाओं एवं सुविधाओं के संबंध में अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि पी०एम०सी०एच० बिहार का पहला अस्पताल है जिसके ऊपरी छत पर सीरियस मरीजों को तत्काल उचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने हेतु एयर एंबुलेंस के उतरने की व्यवस्था की गई है। पी०एम०सी०एच० तक एंबुलेंस एवं वाहनों के सुचारू परिचालन हेतु इसे जे०पी० गंगा पथ से जोड़ा जा चुका है। इसके अलावा अशोक राजपथ में निर्माणाधीन डबल डेकर रोड से भी पी०एम०सी०एच० को जोड़ा जाएगा ताकि मरीजों को ससमय चिकित्सा सेवा उपल्बध कराई जा सके।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्य में तेजी लाकर पी०एम०सी०एच० के पुनर्विकास परियोजना को निर्धारित समय सीमा के अंदर पूर्ण कराएं। जब यह काम पूरा हो जाएगा तो पी०एम०सी०एच० में मरीजों के लिए 5462 बेड की सुविधा होगी। इसके बन जाने से इलाज हेतु किसी मरीज को मजबूरी में बाहर नहीं जाना पड़ेगा ।
ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार द्वारा पटना चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल को 5462 बेड के अस्पताल एवं 250 नामांकन की क्षमता वाले चिकित्सा महाविद्यालय के रूप में उन्नयन हेतु कुल 5 हजार 540 करोड़ रूपये की लागत राशि पर 06 दिसंबर 2018 को पुनर्विकास परियोजना की स्वीकृति दी गयी है। मुख्यमंत्री द्वारा पी०एम०सी०एच के पुनर्विकास परियोजना का शिलान्यास 08 फरवरी 2021 को किया गया है। मुख्यमंत्री के द्वारा शुरू से ही कई बार परियोजना कार्य का निरीक्षण कार्य करते हुए मार्गदर्शन प्रदान किया गया है।
27 फरवरी 2024 को मुख्यमंत्री के द्वारा प्रथम चरण के अंतर्गत 550 बेड का छात्रावास, 175 वाहन का मल्टीलेवल कार पार्किंग एवं बाह्य रोगी विभाग (ओ०पी०डी०) एवं ब्लड सेंटर का निर्माण कार्य का उद्घाटन किया गया था ।
मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार काफी तेजी से कार्य हो रहा है और इसे मार्च, 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। इस परियोजना के पूर्ण होने के उपरांत यह भारत का सबसे बड़ा एवं विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बन जायेगा ।
इसके अलावा अन्य 5 पुराने मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों को भी 2500 बेड का किया जा रहा है। इस क्रम में दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पूर्व से उपलब्ध 1030 बेड के अलावा 330 नये बेड यानी कुल 1360 बेड, अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, गया में पूर्व से उपलब्ध 444 बेड के अलावा 623 नये बेड यानी कुल 1067 बेड, जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, भागलपुर में पूर्व से उपलब्ध 400 बेड के अलावा 810 नये बेड यानी कुल 1210 बेड, कृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, मुजफ्फरपुर में पूर्व से उपलब्ध 500 बेड के अलावा 705 नये बेड यानी कुल 1205 बेड तथा नालन्दा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल, पटना में पूर्व से उपलब्ध 400 बेड के अलावा 470 नये बेड यानी कुल 870 बेड की उपलब्धता हो गयी है। शेष बेड के लिए भी कार्य तेजी से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर आई०जी०आई०एम०एस०, पटना में अलग से 3000 बेड का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जो इसी साल अगस्त में पूरा हो जायेगा। राज्य सरकार द्वारा निर्णय लेकर इस अस्पताल में रोगियों के लिए मुफ्त दवा की व्यवस्था की गयी है तथा विकास के कई काम किये गये हैं ।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय ने मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ एवं स्मृति चिह्न भेंटकर स्वागत किया ।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पाण्डेय, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सांसद रविशंकर प्रसाद, विधायक अरुण कुमार सिन्हा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त सह अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पटना प्रमंडल के आयुक्त मयंक बरबड़े, जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार, पी०एम०सी०एच० के अधीक्षक आई०एस० ठाकुर सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति, पी०एम०सी०एच० के चिकित्सकगण एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।
Patna News: बिहटा में समधी मिलन के दौरान हर्ष फायरिंग, मच गई चीख-पुकार; जान बचाकर भागे लोग
संवाद सूत्र, बिहटा (पटना)। Patna News: पटना के नेउरा थाना क्षेत्र के सुभाव टोला गांव में शादी समारोह में समधी मिलन के रस्म के दौरान हर्ष फायरिंग में एक व्यक्ति को गोली लग गई। गोली लगते ही अफरातफरी मच गई। लोगों ने आनन फानन में जख्मी को उठाकर निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां चिकित्सको ने प्राथमिक उपचार के बाद रेफर कर दिया।
गोली लगने से घायल व्यक्ति की पहचान फुलवारीशरीफ के ईसोपुर गांव निवासी स्व गुलाब राय के 50 वर्षीय पुत्र बच्चू राय के रूप में हुई। घटना की जानकारी मिलने के बाद नेउरा थाने की पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन की।
जानिए पूरा मामलाजानकारी के अनुसार, नेउरा थाना क्षेत्र के सुभाव टोला में अशोक राय की बेटी की बारात आयी थी। दरवाजा लगने के दौरान समधी मिलन का कार्यक्रम चल रहा था। लोगों ने पटाखे के साथ साथ हर्ष फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के दौरान बच्चू राय के पैर में गोली लग गई और वह जमीन पर गिर गए। गोली चलने के बाद अफरातफरी मच गई।
घटना को लेकर बच्चू राय के दामाद विकास कुमार के द्वारा नेउरा थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। इस संबंध में थाना प्रभारी राजेश कुमार पांडेय ने हर्ष फायरिंग में गोली लगने की पुष्टि करते हुए बताया कि छानबीन की जा रही है।
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बिहारः शिक्षक की चिट्टी पढ़ भावुक हुए ACS, अब टीचर को 'तुम' कहना पड़ेगा भारी, सैलरी पर भी अहम फैसला
राज्य ब्यूरो, पटना। जिला शिक्षा कार्यालयों और क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक कार्यालयों में शिक्षकों से चढ़ावा मांगने और अमर्यादित व्यवहार (जैसे तुम से संबोधन कर अपमानित करना) की शिकायतों पर शिक्षा विभाग ने कड़ा रुख दिखाया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ ने गंभीरता से लेते हुए आदेश दिया है कि ऐसे व्यवहार करने वाले पदाधिकारियों पर दंडात्मक कार्रवाई किया जाएगा।
ग्रुप डी के कर्मचारियों को रखा गया मुक्तशिक्षा विभाग के आदेश के मुताबिक अब शिक्षकों के वेतन भुगतान के बाद ही जिला शिक्षा पदाधिकारियों, जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों एवं उनके कार्यालयों के अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारियों को वेतन मिलेगा। इस आदेश से सिर्फ ग्रुप डी के कर्मचारियों को मुक्त रखा गया है।
एस सिद्धार्थ को डाक से मिला पत्रदरअसल, बिहार लोक सेवा आयोग की पहली अध्यापक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-वन) से नियुक्त होकर कार्य कर रहे एक शिक्षक ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डा. एस. सिद्धार्थ को पत्र लिखा है। यह पत्र उन्हें शुक्रवार की डाक में मिला। पत्र लिखने वाले शिक्षक ने अपना नाम तो नहीं लिखा है, लेकिन उसे पढ़ कर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव भावुक होकर उसमें उठाए गए सवालों पर सोचने के लिए विवश हो गए।
अधीनस्थ क्लर्क उन्हें ''तुम'' कहते हैंशिक्षक ने अपने पत्र में अपर मुख्य सचिव से कहा है कि आप शिक्षकों को ''आप'' कह कर संबोधित करते हैं, उन्हें पूरा सम्मान देते हैं, लेकिन डीईओ (जिला शिक्षा पदाधिकारी), डीपीओ (जिला कार्यक्रम पदाधिकारी) और उनके कार्यालयों के अधीनस्थ क्लर्क उन्हें ''तुम'' कहते हैं, अपमानित करते हैं। चढ़ावा चढ़ाने के लिए विवश करते हैं।
कार्यालय में जाना शिक्षकों की विवशताडीईओ और डीपीओ के कार्यालय में जाना शिक्षकों की विवशता है। उन्हें वेतन, बकायों और सेवा संबंधी दूसरे कार्यों के लिए उन कार्यालयों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। ऐसी व्यवस्था की जाए कि शिक्षकों को डीईओ और डीपीओ के कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़े।
रिश्वतखोरी जैसे गंभीर मुद्दे उठायेअध्यापक की भावना एवं उनके द्वारा पत्र में उठाए गए सवालों से अपर मुख्य सचिव उसे शिक्षा की बातः हर शनिवार कार्यक्रम में रखने के लिए विवश हो गए। इस कार्यक्रम में पत्र को भी पढ़ा गया, ताकि शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी और उनके अधीनस्थ कर्मचारी अपनी छवि उस आईने में देख सकें। पत्र में वेतन में देरी, डीईओ-डीपीओ का दुव्यर्वहार, रिश्वतखोरी जैसे गंभीर मुद्दे उठाये गए हैं।
एसीएस ने समझी शिक्षकों की वेदनाअपर मुख्य सचिव ने कहा कि मैंने इस पत्र को कई बार पढ़ा है और शिक्षकों की वेदना को पूरी तरह समझा है। उन्होंने ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिया कि जब तक शिक्षकों को वेतन नहीं मिलेगा, तब तक शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों (ग्रुप-डी को छोड़कर) को वेतन नहीं दिया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शिक्षकों को तंग करने या वेतन रोकने की शिकायत आयी, तो सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
Bihar Bank Merger: दो ग्रामीण बैंकों का हुआ विलय, 78 हजार करोड़ रुपये का हुआ कारोबार; जानिए और क्या बदलेगा
जागरण संवाददाता, पटना। दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक के प्रधान कार्यालय में समावेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। केंद्र सरकार की अधिसूचना के अनुसार एक मई से राज्य के दो बैंक उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक एवं दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक एक हो गए यह अब बिहार ग्रामीण बैंक के रूप में कार्य करेंगा। इसका प्रधान कार्यालय पटना होगा।
समावेशन के अवसर पर हुआ कार्यक्रम का आयोजनसमावेशन के अवसर पर बिहार ग्रामीण बैंक के अध्यक्ष आशुतोष कुमार झा, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक विनय कुमार सिन्हा, नामिणी निदेशक प्रकाश मिश्रा, महाप्रबंधक संतोष सिन्हा, सहायक महाप्रबंधक सुयेश जायसवाल, बिकास कुमार भगत ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
बिहार का सबसे बड़ा बैंकअध्यक्ष आशुतोष कुमार झा ने कहा कि अब हमारा बैंक बिहार का सबसे बड़ा बैंक बन गया है। आज से 21 सौ से अधिक शाखा, 65 सौ से अधिक ग्राहक सेवा केंद्र, साढ़े तीन करोड़ से अधिक ग्राहक, आठ हजार से अधिक कर्मचारी बिहार ग्रामीण बैंक के हिस्सा हो गए हैं।
दोनों बैंकों के समावेशन होने के बाद 78 हजार करोड़ का कारोबार हो गया है। उन्होंने कहा कि अब हम सभी नए जोश के साथ छोटे किसान, उद्यमियों, जीविका दीदियों, युवाओं, महिला आदि के ऋण सहित सभी कार्यों का प्राथमिकता के साथ कार्य होगा।
उन्होंने कहा कि हमारे एनपीए में कमी आई है, मुनाफे में भी आ चुके हैं। अब केंद्र या राज्य सरकार की योजनाओं को तेजी से क्रियान्वयन कराया जाएगा।
नाबार्ड सीजीएम विनय कुमार सिन्हा ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों तक बैंकिंग सुविधा आसानी से पहुंच सकेगी। गांव में भी अब सभी सुविधाएं मिल जाएंगी। इसमें राज्य के साथ-साथ केंद्र का भी ओनरशिप है। बिहार ग्रामीण बैंक का ग्रामीण क्षेत्रों में 28-30 प्रतिशत कारोबार हो रहा है, इसमें अब ग्रोथ मिलेगा।
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Caste Census: 'प्रधानमंत्री जी जाति जनगणना...', तेजस्वी यादव का PM को ओपन लेटर, बिहार में बढ़ाएगा सियासी टेंशन
डिजिटल डेस्क, पटना। देश में जाति जनगणना कराने के केंद्र सरकार फैसले के बाद श्रेय लेने की होड़ और बयानबाजी का दौर जारी है। इसी अब बिहार में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ओपन लेटर लिखा है।
बता दें कि 30 अप्रैल को मोदी कैबिनेट की बैठक में जाति जनगणना कराने का फैसला लिया गया था। इसके बाद बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इसका श्रेय लालू यादव को दिया था।
इससे सभी दलों के नेताओं के बीच बयानबाजी और श्रेय लेने की होड़ मच गई थी। ज्ञात हो कि बिहार में सबसे पहले जाति गणना के लिए सर्वे कराया गया है। कई दल पूरे देश में इसे कराने की मांग करते रहे हैं।
तेजस्वी ने ट्वीट कर साझा किया पत्रतेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर पीएम मोदी को लिखे गए पत्र को साझा किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जाति जनगणना कराने का निर्णय देश को समानता के अधिकारों की ओर ले जाने वाला और परिवर्तनकारी क्षण हो सकता है।
उन्होंने आगे लिखा कि जाति जनगणना के लिए संघर्ष करने वाले लाखों लोग सिर्फ डेटा के लिए इसे कराना नहीं चाहते। तेजस्वी ने कहा कि इससे वह सम्मान मिलने और फिर से सशक्त होने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
तेजस्वी यादव का पत्रतेजस्वी यादव ने अपने पत्र में पीएम मोदी को लिखा कि हाल ही में आपकी सरकार द्वारा देश में जाति जनगणना कराने की घोषणा ने नई आशा का संचार किया है। इसी आशा के साथ आपको यह पत्र लिख रहा हूं। बीते कई वर्षों से आपकी सरकार और एनडीए गठबंधन के दल जाति जनगणना को गैरजरूरी और विभाजनकारी बताकर नकारते रहे हैं।
बिहार की जाति जनगणना का किया जिक्रतेजस्वी यादव ने अपने पत्र में बिहार की जाति जनगणना का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बिहार जाति सर्वेक्षण से पता चला कि ओबीसी और ईबीसी हमारे राज्य की आबादी का लगभग 63% हिस्सा हैं। देश में होने वाली जनगणना में भी ऐसे ही पैटर्न सामने आने की संभावना है।
तेजस्वी ने कहा कि आपकी सरकार अब एक ऐतिहासिक मोड़ पर खड़ी है। जाति जनगणना कराने का निर्णय हमारे देश की समानता की यात्रा में एक परिवर्तनकारी क्षण हो सकता है।
इस दौरान उन्होंने इस बात पर भी सवाल उठाए कि जनगणना के डेटा का उपयोग सुधार के लिए किया जाएगा या फिर यह कई पिछली आयोग रिपोर्टों की तरह धूल भरे अभिलेखागार तक ही सीमित रहेगा?
My letter to PM Sh. @narendramodi Ji.
The decision to conduct the caste census can be a transformative moment in our nation's journey towards equality. The millions who have struggled for this census await not just data but dignity, not just enumeration but empowerment.… pic.twitter.com/t2uszNfjOH
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 3, 2025ये भी पढ़ें
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NEET UG Exam 2025: नीट यूजी परीक्षा से पहले NTA का एक्शन, बिहार के 15 से अधिक टेलीग्राम चैनल किए गए बंद
जागरण संवाददाता, पटना। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने चार मई को आयोजित नीट यूजी के लिए राज्य के 35 जिलों में 125 से अधिक केंद्र बनाया है। राज्य से 1.19 लाख विद्यार्थियों ने परीक्षा में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन किया है। पटना में 75 से अधिक केंद्र बनाए गए हैं।
प्रवेश पत्र को अच्छी तरह पढ़ें परीक्षार्थीएनटीए ने परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र में दिए गए निर्देश का अच्छी तरह से अध्ययन कर लेने की सलाह दी है। परीक्षार्थी को प्रवेश पत्र में फोटो (जैसा आवेदन पत्र में अपलोड किया गया) चिपकाना है। एक पोस्टकार्ड साइज फोटो प्रवेश पत्र के साथ संलग्न निर्धारित प्रारूप में चिपका कर परीक्षा केंद्र पर साथ लेकर आएंगे।
इसके अतिरिक्त एक और पासपोर्ट साइज फोटो भी लेकर आएंगे, इसे अटेंडेंस शीट पर चिपकाना होगा। इसके साथ ही विद्यार्थियों को पेन भी सेंटर पर ही दिया जाएगा।
फोटोयुक्त पहचान पत्र में आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, वोटर कार्ड, 12वीं कक्षा का फोटोयुक्त प्रवेश पत्र आदि में से किसी एक को लाना होगा। फोटो कॉपी मान्य नहीं होगा। पारदर्शी वॉटर बोतल और यदि कोई दिव्यांग है तो उससे संबंधित प्रमाण पत्र ले जाने होंगे।
राज्य के 15 से अधिक टेलीग्राम चैनल को बंद करने का आदेशनीट यूजी की परीक्षा को लेकर झूठी अफवाह व जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ एनटीए बड़ी कार्रवाई करेगा। एनटीए ने गलत सूचना देने वाले टेलीग्राम और इंस्टाग्राम चैनलों को साइबर अपराध समन्वय केंद्र को ब्लॉक कर कार्रवाई करने के लिए पत्र लिखा है।
पोर्टल पर मिली शिकायतें में कई टेलीग्राम चैनल का प्रश्नपत्र पहुंचाने का दावा किया गया है। झूठे दावे वाले सोशल नेटवर्किंग चैनल पर कार्रवाई कर रिपोर्ट मांगी है। पोर्टल पर 1600 से अधिक शिकायतें मिली हैं।
इसमें नीट यूजी के फर्जी प्रश्न पत्र वायरल करने को लेकर 126 से अधिक टेलीग्राम चैनल व 25 से अधिक इंस्टाग्राम चैनल के खिलाफ एनटीए ने कार्रवाई के लिए गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है। इसमें बिहार से 15 अधिक टेलीग्राम चैनल शामिल हैं।
एनटीए ने शिकायत के लिए लिंक किया है जारीनेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने नीट-यूजी 2025 के संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट के लिए एक नया प्लेटफार्म लॉन्च किया है। यह पहल पिछले वर्ष हुई परीक्षा में अनियमितताओं के बाद उठाया गया है, ताकि इस बार ऐसे मामलों को रोका जा सके।
नीट यूजी के संदिग्ध मामलों की रिपोर्ट करने के लिए पोर्टलhttp://neetclaim.centralindia.cloudapp.azure.com/ का इस्तेमाल कर सकते हैं। एनटीए ने अभ्यर्थियों को यह भी सलाह दी है कि अनैतिक तत्वों के बहकावे में नहीं आएं।
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Bihar Weather Today: बिहार में नहीं थम रहा मौसम का कहर, आंधी-बारिश ने बढ़ाई आफत; बिजली गिरने का भी अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश में अभी मौसम में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। कहीं बादल देखे जा रहे हैं तो कहीं गरज-तड़क के साथ वर्षा हो रही है। वहीं, कई जिलों में तेज धूप निकल रही है। दोपहर में तपिश इतनी ज्यादा है कि दो मिनट भी धूप बर्दाश्त नहीं हो रही है। अभी कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही बने रहने के आसार हैं।
हालांकि, मई में पूर्वी भागों के अधिसंख्य भागों के अधिकतम तापमान सामान्य से कम, उत्तर मध्य भागों में सामान्य व पटना सहित शेष भागों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का पूर्वानुमान है।
इस दौरान तापमान 36-38 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं। पश्चिम भागों में दो से तीन दिन हीट वेव एवं पश्चिम भागों में सामान्य से अधिक लू चलने की संभावना है। बाकी इलाकों में गर्म हवाएं चलेंगी।
राजधानी समेत 23 जिलों में गरज-तड़क के आसारमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित 23 जिलों के अलग-अलग भागों में झोंके के साथ 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने के साथ वज्रपात, मेघ गर्जन को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
सात मई तक प्रदेश के अलग-अलग भागों में तेज हवा के साथ गरज-तड़क को लेकर पूर्वानुमान है। इस दौरान मौसम सामान्य बने रहने की संभावना है।
इन इलाकों में हुई बारिशबीते 24 घंटों के दौरान पटना के मनेर, मसौढ़ी समेत बेगूसराय, जहानाबाद, बांका, जमुई, नवादा, गया, भागलपुर, मुंगेर के अलग-अलग भागों में वर्षा दर्ज की गई। बेगूसराय के मटियानी में 42.6 मिमी सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई। पटना के मनेर में 38.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस, जबकि 37.1 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
अप्रैल में डेहरी व गया रहा सबसे गर्मअप्रैल में डेहरी व गया 44.6 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रदेश में सबसे गर्म स्थान रहा। 26 अप्रैल को डेहरी व गया में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया था। वहीं, राजधानी में 43.0 डिग्री सेल्सियस सर्वाधिक अधिकतम तापमान 26 अप्रैल को दर्ज किया गया था।
पटना में सबसे कम न्यूनतम तापमान 20.5 डिग्री सेल्सियस 11 अप्रैल को दर्ज किया गया था। अप्रैल में सामान्य से 170 फीसद अधिक वर्षा प्रदेश में हुई। माह में आठ दिन ठनका गिरा।
इन स्थानों पर दर्ज हुई वर्षा- जहानाबाद के मोदनगंज- 31.6 मिमी
- मुंगेर के संग्रामपुर -30.2 मिमी
- बांका के कटोरिया -25.2 मिमी
- बांका -24.4 मिमी
- जमुई के चकाई -18.4 मिमी
- पटना के मसौढ़ी -16.4 मिमी
- गया के मोहनपुर -12.2 मिमी
- भागलपुर के नाथनगर -11.2 मिमी
- नवादा के रजौली -10.6 मिमी
न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 34.0 22.2 गया 35.7 18.4 भागलपुर 34.0 21.9 मुजफ्फरपुर 33.2 23.5
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बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव हुआ निर्वाचन आयोग, 13 जिलों में होने लगी EVM और VVPAT की जांच शुरू
राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव को लेकर 13 जिलों में वेबकास्टिंग के साथ ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) शुरू हो गई।
चुनाव आयोग ने 30 जून तक एफएलसी का काम पूरा कराने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस काम 200 से अधिक इंजीनियरों और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तैनात दर्जनों अधिकारियों लगाया गया है। जांच का काम सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया जा रहा है।
आयोग के अधिकारियों के अनुसार ईवीएम मशीनों की प्रथम स्तरीय जांच एक ऐसी जटिल प्रक्रिया है जिसके कारण इसको मिनी इलेक्शन भी कहा जाता है।
मिटाया जाता है पुराना रिकॉर्डप्रथम स्तरीय जांच में सभी पुराने सभी रिकॉर्ड को मिटाया जाता है। ईवीएम पर लगे स्लिप को हटाया जाता है, बैलेट पेपर जिस पर नाम पता और चुनाव चिह्न अंकित रहता है उसको हटाया जाता है। साथ ही ग्रीन स्टिकर और टैग को भी हटा दिया जाता है।
इसके बाद कंट्रोल यूनिट के आंकड़ों को मिटाने के पहले एक और प्रक्रिया की जाती है। यह जांच किया जाता है कि किसी बूथ के ईवीएम को लेकर मतदान और मतगणना में कोर्ट केस तो नहीं किया गया है।
अगर किसी चुनाव परिणाम में कोर्ट केस किया गया है, उसके पहले आयोग की ओर से अपील करके यह निर्धारित करा लिया जाता है कि इवीएम को लेकर कोई केस नहीं है। इसके साथ ही प्री-एफएलसी किया जाता है जिसमें ईवीएम मशीन के अंदर के सभी सर्किट, बैट्री सहित उसके फंक्शन की जांच की जाती है।
इसके अलावा वीवीपैट के अंदर के सभी पुराने स्लिप को हटा कर डमी पेपर डाल दिया जाता है। इन सभी प्रक्रियाओं को करने के बाद शुरू होती है अंतिम जांच की प्रक्रिया।
इसमें ईवीएम जांच के बाद पांच प्रतिशत ईवीएम को राजनीतिक दलों की उपस्थिति में जांच की जाती है। कुल जिले की मशीनों में से पांच प्रतिशत मशीनों को रैंडम तरीके से अलग करके उसमें वोटिंग करके जांच की जाती है। जिससे यह पता चल सके की मशीन फूलप्रूव हो चुकी है।
डाले जाते हैं वोटइसके लिए पांच प्रतिशत मशीनों में से एक प्रतिशत ईवीएम में 1200 वोट डालकर जांच किया जाता है, जबकि शेष चार प्रतिशत ईवीएम में दो प्रतिशत ईवीएम में 1000 वोट और दो प्रतिशत में 500 वोट का मतदान कर जांच किया जाता है।
इसके बाद एक और जांच की जाती है, जिसमें एक कंट्रोल यूनिट में चार बैलेट यूनिट को जोड़कर मतदान किया जाता है। यह प्रक्रिया राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में पूरी की जाती है। साथ ही जांच की गई मशीनों की लिस्ट राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को सौंपी जाती है।
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Bihar Postal Service: दिल्ली के लिए रेल, हवाई के बाद अब सड़क मार्ग से भी जुड़ा बिहार डाक सेवा
जागरण संवाददाता, पटना। नई दिल्ली के लिए बिहार डाक सर्किल ट्रेन, हवाई संपर्क के साथ-साथ सड़क मार्ग से भी सीधे रजिस्ट्रर्ड पार्सल को तय समय में सस्ते दर पर डिलेवर करेगा। इसके लिए अब बिहार डाक सर्किल ने नई दिल्ली के लिए वाया प्रयागराज, लखनऊ, बरेली के रास्ते सामग्री भेजे जाएंगे।
शुक्रवार को बिहार डाक सर्किल के मुख्य डाक महाध्यक्ष एमयू अबदाली ने पटना-नई दिल्ली आरटीएन सेवा को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया गया।
कौन-कौन मौजूद रहा?इस मौके पर सीजीएम पार्सल निदेशालय अदनान अहमद, निदेशक डाक सेवाएं पवन कुमार, वरीय अधीक्षक पीटी प्रमंडल राजदेव प्रसाद, मुख्य डाकपाल जीपीओ रंजय कुमार सिंह, वरीय अधीक्षक मनीष कुमार, सहायक निदेशक (मेल्स) सर्किल कार्यालय अशोक प्रसाद, सहायक निदेशक (बीडी) सर्किल कार्यालय पटना नवीन कुमार, अधीक्षक पटना साहिब प्रमंडल अनिल कुमार भी थे।
वरीय अधीक्षक पीटी प्रमंडल राजदेव प्रसाद ने बताया कि पटना से दिल्ली वाया प्रयागराज, लखनऊ, बरेली सामग्री भेजे जाएंगे। हर दिन 10 टन कैपिसिटी माल जा सकेंगे।
इसमें रजिस्टर्ड पार्सल व बिजनेस पार्सल भेजने की सुविधा होगी। ग्राहकाें के बल्क सामानों के बुकिंग के 72 घंटे में नई दिल्ली में पार्सल को डिलेवर किया जा सकेगा। यह स्पीड पोस्ट से सस्ता होगा।
इस सेवा के शुरू होने से पटना से दिल्ली के बीच आने वाले सभी प्रमुख शहरों तक डाक विभाग की पहुंच सुगम बनाएगा। यह आरटीएन सेवा ग्राहकों द्वारा प्रयागराज, लखनऊ एवं बरेली को भेजे जाने वाले पार्सल को बहुत ही कम समय में पहुंचाने का काम करेगा।
इस सेवा के तहत हम डाक को अपने गंतव्य शहर तक अपेक्षाकृत कम समय में पहुंचा सकेंगे। इस सेवा के शुरू होने पर बिहार डाक परिमंडल और पार्सल हब पटना के कर्मचारियों ने हर्ष जताया।
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बिहार विधानसभा चुनाव की सुगबुगाहट के बीच आयोग ने बताया तैयारी का समय, तीन साल वालों की मांगी लिस्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर शुक्रवार को सचिवालय स्थित सभागार में मुख्य सचिव की अध्यक्षता में अंतर-विभागीय बैठक आयोजित की गई। मुख्य सचिव ने स्पष्ट निर्देश दिया कि चुनाव से जुड़ी सभी तैयारियां जुलाई तक पूरी कर ली जाए, ताकि चुनाव प्रक्रिया सुचारु, शांतिपूर्ण और पारदर्शी ढंग से संपन्न कराई जा सके। बैठक में मुख्य निर्वाचन अधिकारी समेत पुलिस महानिदेशक, सभी प्रमुख सचिव, विभागीय निदेशक और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
की गई कार्ययोजना की समीक्षाबैठक में चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए विभिन्न विभागों के बीच समन्वय और कार्ययोजना की समीक्षा की गई। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि रिटर्निंग आफिसर और असिस्टेंट रिटर्निंग आफिसर के रिक्त पदों को शीघ्र भरने के निर्देश दिए गए हैं।
संवेदनशील स्थानों पर तैनात रहेंगे जवानइसके अलावा, ऐसे अधिकारियों की पहचान की जा रही है जिन्होंने किसी एक जिले में तीन साल से अधिक सेवा पूरी कर ली है, ताकि स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू की जा सके। बैठक में बताया गया कि राज्य के 2106 संवेदनशील स्थानों पर केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की तैनाती के लिए पहले से तैयारी की जा रही है।
सैटेलाइट फोन जैसे विकल्प पर विचारउन्होंने शैडो जोन में संपर्क साधने के लिए सैटेलाइट फोन जैसे वैकल्पिक संचार माध्यमों पर भी काम किया जाना चाहिए। दिव्यांग मतदाताओं और चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मियों के लिए चिकित्सा सुविधा, आपातकालीन इलाज और व्हील चेयर की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
सभी सुविधाओं का रखा जाए ध्यानसभी मतदान केंद्रों पर पेयजल, शौचालय और छाया जैसी आवश्यक सुविधाएं जुलाई तक हर हाल में उपलब्ध कराने के निर्देश दिया गया। लाजिस्टिक और परिवहन के लिए वाहनों की व्यवस्था, ईंधन भुगतान, सामग्री का सुरक्षित भंडारण और जलमार्ग विकल्पों पर कार्य किया जाना है।
इंटीग्रेटेड चेकिंग टीमें रहेंगे तैनातइसके अलावा चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन, नकद वितरण और शराब के उपयोग जैसी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए इंटीग्रेटेड चेकिंग टीमों की तैनाती की जाएगी। दिव्यांग मतदाताओं के लिए फोल्डेबल व्हील चेयर, वाहन सुविधा और विशेष व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। स्वीप कार्यक्रम के तहत सोशल मीडिया, लोक संवाद, रेडियो और मोबाइल वैन के माध्यम से व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
संजीव मुखिया की डील में शामिल था एक छात्र और कनसल्टेंट, राजस्थान, हरियाणा और यूपी से जुड़ा कनेक्शन
राज्य ब्यूरो, पटना। नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार संजीव मुखिया से केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) की पूछताछ में यह बात सामने आई है कि पेपर लीक के मास्टर माइंड संजीव मुखिया का नेटवर्क अकेले बिहार में नहीं था। उसका कनेक्शन गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों तक फैला हुआ था। कोर्ट से चार दिनों की रिमांड मिलने के बाद सीबीआइ ने संजीव मुखिया से पूछताछ शुरू कर दी है।
पेपर लीक के समय गुजरात में थासूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूछताछ के दौरान संजीव मुखिया ने यह जानकारी दी कि पिछले वर्ष पांच मई को जिन दिन नीट यूजी पेपर लीक हुआ था उस दिन वह बिहार नहीं, बल्कि गुजरात में था। उसने बताया कि गोधरा के जिस समय जलाराम स्कूल के परीक्षा केंद्र पर नीट पेपर लीक हुआ था वह उस केंद्र से महज डेढ़ से दो किमी की दूरी पर मौजूद था।
अधिकारी के एक रिश्तेदार का आया नामसंजीव मुखिया ने कबूल किया है कि परीक्षा में एक पुलिस अधिकारी के एक रिश्तेदार ने परीक्षार्थियों से पेपर की डील कराई थी। मामले के प्रकाश में आने के बाद ही गुजरात पुलिस की एसआइटी ने संबंधित परीक्षा केंद्र के प्राचार्य पुरूषोत्तम शर्मा, शिक्षक तुषार भट्ट, वडोदरा के शिक्षा परामर्शी परशुराम, उसके सहयोगी विभोर आनंद और दलाल आरिफ वोहरा को गिरफ्तार किया था।
लखीसराय का रहने वाला है विभोरविभोर आनंद मूल रूप से लखीसराय का रहने वाला है। गुजरात पुलिस ने उसे उसके दरभंगा स्थित ससुराल से गिरफ्तार किया था। संजीव मुखिया ने जांच एजेंसी को बताया कि विभोर के एक रिश्तेदार डीआइजी रैंक के पुलिस अफसर हैं।
परीक्षा को लेकर सीधे करता था डीलसूत्र बताते हैं कि संजीव मुखिया ने कबूला है कि विभोर आनंद छात्रों और अभिभावकों से सीधे डील करता था और उन्हें शिक्षा सलाहकार परशुराम से मिलाता था। उसके अनुसार परशुराम दूसरे देशों में पढ़ाई के लिए सलाह देने के साथ वीजा फर्म चलाता है।
बात बनने पर मिलता था कमीशनजब उसकी डील अभ्यर्थी से हो जाती थी तब विभोर आनंद को कमीशन मिलता था। पूछताछ के दौरान संजीव मुखिया ने अपने गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब के साथ ही उत्तर प्रदेश के नेटवर्क के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं। सूत्रों के अनुसार इस मामले में अधिक साक्ष्य जुटाने के लिए सीबीआइ टीम मुखिया को गुजरात भी ले जा सकती है।
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