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Parliament Session: संसद में शपथ के समय शांभवी चौधरी रहीं फुल कॉन्फिडेंट, लवली आनंद की मैथिली ने भी किया इम्प्रेस
डिजिटल डेस्क, पटना। Parliament Session 18वीं लोकसभा के लिए बिहार की महिला सांसदों ने भी सोमवार को संसद भवन में सांसद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद शिवहर संसदीय सीट से सांसद लवली आनंद (Lovely Anand) और समस्तीपुर सीट से सांसद शांभवी चौधरी (Shambhavi Choudhary) की खूब चर्चा हुई।
संसद भवन में शपथ ग्रहण के दौरान लवली आनंद की मैथिली भाषा पर पकड़ ने सबको इम्प्रेस कर दिया। वहीं, शांभवी चौधरी शपथ ग्रहण के दौरान फुल कॉन्फिडेंट नजर आईं।
हम लवली आनंद ईश्वर के शपथ लैत छी....
आज संसद भवन में 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में मैथिली भाषा में शपथ ली।#ParliamentSession #18thLokSabha #Maithili pic.twitter.com/h8GDUd1Xy6
— Lovely Anand (@LovelyAnand_) June 24, 2024 लवली आनंद ने मैथिली भाषा में ली शपथशिवहर लोकसभा सीट से 29 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज करने वालीं लवली आनंद ने मैथिली भाषण में 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। लवली आनंद ने एक्स पर शपथ ग्रहण का वीडियो भी शेयर किया।
संसद में छा गईं शांभवी चौधरीलोजपा (रामविलास) की टिकट पर समस्तीपुर संसदीय सीट से शानदार जीत दर्ज करने वालीं शांभवी चौधरी ने भी शपथ ग्रहण का वीडियो एक्स हैंडल पर शेयर किया। वीडियो में देखा जा सकता है कि शपथ ग्रहण के दौरान शांभवी फुल कॉन्फिडेंट हैं। शांभवी ने बिना पर्चे पर पढ़े ही पूरी शपथ ली।
मैं, शाम्भवी ईश्वर की शपथ लेती हूं..
आज संसद भवन में ईश्वर व पूज्य दादा जी स्व० महावीर चौधरी जी के आशीर्वाद से 18 वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली।
साथ हीं एक शपथ और लेती हूं कि एक बेटी और बहन के रूप में समस्तीपुर की सेवा करूंगी आप ने जो विश्वास जताया है उस पर खरा उतरूँगी। pic.twitter.com/RUloOi4XZs
— Shambhavi Choudhary - शाम्भवी चौधरी (@Sham4Samastipur) June 24, 2024 समस्तीपुर में शांभवी चौधरी का डंकाबता दें कि शांभवी चौधरी ने समस्तीपुर लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की। उन्होंने कांग्रेस के सन्नी हजारी को 1,87,251 मतों के अंतर से हराया। परिणाम साफ बता रह हैं कि समस्तीपुर सीट पर शांभवी चौधरी के नाम का डंका बज रहा है। वहीं, आज उन्होंने संसद भवन में भी अपनी छाप छोड़ दी।
शपथ ग्रहण के बाद सांसद शांभवी चौधरी ने कहा, "संसद में महिलाओं और युवाओं के लिए आवाज उठाना मेरी प्राथमिकता होगी... मैं उनके लिए एक मजबूत आवाज बनने की कोशिश करूंगी और समस्तीपुर के लोगों की मांगों को पूरा करूंगी."
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फुलवारी फायरिंग मामले में 'किंग ऑफ पटना' गैंग की पहचान, फिल्मी स्टाइल में 50 बाइक से पहुंचे थे हमलावर
संवाद सूत्र, फुलवारीशरीफ। थाना क्षेत्र के हारून नगर में शनिवार की दोपहर हुई फायरिंग की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। जिस कॉलोनी में वारदात हुई है, वहां आगे और पीछे दो आइजी के निवास है। वहीं, इस पूरे मोहल्ले में कई आईपीएस-आईएस के साथ विधायक, मंत्री व सांसद के भी निवास है।
वारदात ने लोगों को यह सोचने पर मजबूतर कर दिया है कि जब वीआईपी मोहल्ले का यह हाल है तो आम का क्या होगा। ब्लैक कार के पीछे मोटरसाइकिलों पर युवाओं का दल और सभी हथियार से लैस यहां तक कैसे पहुंच गए और पुलिस को भनक तक नहीं लगी। आखिर कहां थी पुलिस?
गोलीबारी होने के बाद सभी आराम से निकल भी गए। बड़ी वारदात हो जाने के बाद पुलिस की नींद टूटी और उसने इस मामले में सीसीटीवी कैमरा के आधार पर फायरिंग करने वालों की पहचान शुरू की। जांच के क्रम में गोलीबारी करने वालों में पटना के बाइकर्स गैंग किंग ऑफ पटना के कई सदस्यों की पहचान हुई।
इसके साथ ही शराब कारोबार से जुड़े लोगों की पहचान कर पुलिस ने शुक्रवार की रात तीन स्थानों पर छापेमारी की। पुलिस चार लोगों को पूछताछ के लिए थाना लाई है। जिसमें वे लोग शामिल हैं, जिनके शोहदे मोटरसाइकिल पर सवार होकर फायरिंग करने गये थे।
वहीं, दूसरी ओर वारदात के 21 घंटे के बाद बिल्डर ताजउद्दीन द्वारा लिखित आवेदन देते हुए नौशाद मलिक,उसके दो भतीजे और हसन अली सहित दस लोगों को नामजद करते हुए करीब एक सौ अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
कहां थी पुलिसशुक्रवार को हारून नगर में जमीन विवाद में दो गुटों के बीच जमकर हुई फायरिंग के बाद भी इस घटना की चर्चा शहर में जोरों से होती रही। हारून कॉलोनी शहर का एक प\श इलाका है जहां नामचिन लोगों के भव्य निवास हैं।
क्या बोले कॉलोनी के सचिव?इस संबंध कॉलोनी के सचिव शाहीद प्रवेज ने कहा कि इस प्रकार की घटना दुखद है। यह घटना पुलिस की नाकामी को दर्शती है। हम सचिव होने के नाते प्रयास करेंगे कि इस प्रकार की घटना ना हो, मगर हमसे ज्यादा दायित्व पुलिस प्रशासन का बनता है। उन्हें इस प्रकार की घटना को रोकने के लिए कड़ा कदम उठाना होगा।
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Mithapur Mahuli Road Status: मीठापुर-महुली सड़क का निर्माण इसी वर्ष होगा पूरा, CM नीतीश कुमार ने दिए निर्देश
राज्य ब्यूरो, पटना। राजधानी पटना में निर्माणाधीन मीठापुर- सिपारा-महुली-पुनपुन फोरलेन सड़क के प्रथम चरण का निर्माण कार्य इसी वर्ष दिसंबर में पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को आला अधिकारियों के साथ इस निर्माणाधीन परियोजना का निरीक्षण किया।
उन्होंने पूरे प्रोजेक्ट की प्रगति के बारे में जानकारी ली। दो फेज में चल रहे निर्माण के तहत 11 किमी लंबी सड़क का निर्माण होना है।
निर्माण कुछ इस तरह चल रहाइस प्रोजेक्ट का निर्माण दो फेज में कराया जा रहा है। पहले फेज के तहत सिपारा-परसा-महुली के बीच फोरलेन का निर्माण कराया जा रहा है। इसकी लंबाई 6.7 किमी है। इसमें 5.4 किमी एलिवेटेड सड़क है।
सिपारा के पास इस पथ को न्यू बाइपास (एनएच-31) फोरलेन से जोड़ा जाएगा। इस सड़क के दूसरे फेज के निर्माण के तहत मीठापुर-सिपारा तथा महुली-पुनपुन के बीच फोर लेन सड़क का निर्माण होना है।
इसकी लंबाई 4.3 किमी है। इसमें मीठापुर से सिपारा तक 2.1 किमी एलिवेटेड सड़क है। इस पथ को संपतचक पथ से भी जोड़ने का काम चल रहा।
मुख्यमंत्री ने काम को तेजी से पूरा किए जाने का दिया निर्देशनिरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को तेजी से काम पूरा किए जाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से पटना के शहरी क्षेत्र में जाम की समस्या से मुक्ति मिलेगी।
पुनपुन तथा संपतचक क्षेत्र में आवागमन सुविधाजनक हो जाएगा। यह सड़क पुनपुन से पटना-गया-डोभी से जुड़ रही। इससे पटना एवं गया के बीच आवागमन में भी इस सड़क के सहूलियत हो जाएगी। गया एवं राजगीर को भी इस सड़क से संपर्कता मिल रही।
निरीक्षण में ये रहे मौजूदनिरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, राज्यसभा सदस्य संजय झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पटना के प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि व जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक भी मौजूद थे।
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Upendra Kushwaha: हार के बाद कुशवाहा करने जा रहे सबसे बड़ी बैठक, पटना में जुटेंगे कई दिग्गज नेता
राज्य ब्यूरो, पटना। Upendra Kushwaha On NDA राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि पार्टी का एक-एक नेता-कार्यकर्ता एनडीए की मजबूती के लिए काम करे। वे रविवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित शाहाबाद एवं मगध प्रमंडल के प्रमुख पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक की अध्यक्षता पार्टी के प्रदेश प्रभारी प्रदेश अध्यक्ष मदन चौधरी ने की।
NDA की हार पर हुई चर्चाबैठक के दौरान शाहाबाद व मगध क्षेत्र में एनडीए की हुई हार पर विस्तृत चर्चा हुई। जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने एनडीए की हार को गठबंधन की राष्ट्रीय बैठक में उठाने की बात उभर कर सामने आई।
अब पांच और छह जुलाई को पटना में मीटिंगबैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि पांच और छह जुलाई को पटना में दो दिवसीय राष्ट्रीय, प्रदेश पदाधिकारियों, जिलाध्यक्षों, सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्षों की बैठक आयोजित की जाए।
रविवार की बैठक में अंगद कुशवाहा, जंग बहादुर कुशवाहा, सुभाष चंद्रवंशी, प्रशांत पंकज, रिंकू सोनी समेत दूसरे पार्टी नेता कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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बिहार में UGC का बड़ा एक्शन, 5 विश्वविद्यालयों को घोषित किया डिफॉल्टर; 3 सरकारी यूनिवर्सिटी भी शामिल
जागरण संवाददाता, पटना। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों में लोकपाल नियुक्त नहीं करने वाले विश्वविद्यालयों की सूची जारी की है। इस डिफॉल्टर सूची में देशभर के 157 विश्वविद्यालय को शामिल किया गया है। इसमें 108 स्टेट यूनिवर्सिटी, 47 प्राइवेट विश्वविद्यालय तथा दो डीम्ड विश्वविद्यालय शामिल है।
बिहार में तीन सरकारी तथा दो निजी विश्वविद्यालय को इस सूची में शामिल किया गया है। सरकारी विश्वविद्यालयों में बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय, पटना, बिहार चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय पटना एवं तिलका मांझी विश्वविद्यालय भागलपुर शामिल है।
निजी विश्वविद्यालयों में अल करीम विश्वविद्यालय, कटिहार और माता गुजरी विश्वविद्यालय किशनगंज शामिल है। विश्वविद्यालयों में छात्रों की समस्या सुनने के लिए लोकपाल की नियुक्ति करना अनिवार्य होता है। यह छात्रों की शिकायतों का निवारण करता है।
यूजीसी की ओर से देशभर के सभी विश्वविद्यालयों को लोकपाल की नियुक्ति करने को लेकर कई बार स्मारित भी किया गया, लेकिन इनकी नियुक्ति नहीं होने के बाद यूजीसी ने अपनी डिफॉल्टर सूची जारी की। यूजीसी की ओर से डिफॉल्टर की सूची जारी होते ही इन विश्वविद्यालयों में लोकपाल की नियुक्ति की कार्रवाई तेजी से आरंभ कर दी गई है।
यूजीसी ने किया स्पष्ट, जिम्मेवारी समझें विश्वविद्यालयनई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालयों में लोकपाल की नियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है। इसमें विश्वविद्यालयों को शत-प्रतिशत लोकपाल की नियुक्ति करनी है। यह लोकपाल छात्र-छात्राओं की समस्याओं को संज्ञान लेकर उनके समाधान का उपाय सुझाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालयों में सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की नियुक्ति लोकपाल में किए जाने के प्राविधान किए गए हैं।
यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को स्पष्ट किया है कि वह अपनी विद्यार्थियों के प्रति जिम्मेवारी समझें और अविलंब लोकपाल की नियुक्ति कर यूजीसी को सूचित करें। छात्रों की समस्या को लेकर विश्वविद्यालयों का यह रवैया सही नहीं है।
डिफॉल्टर विश्वविद्यालयों की लिस्टसरकारी यूनिवर्सिटी में बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय, पटना, बिहार चिकित्सा विज्ञान विश्वविद्यालय पटना एवं तिलका मांझी विश्वविद्यालय भागलपुर शामिल है।
निजी विश्वविद्यालयों में अल करीम विश्वविद्यालय, कटिहार और माता गुजरी विश्वविद्यालय किशनगंज शामिल है।
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Bihar Crime News: आलमगंज में प्रॉपर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या, मेयर पुत्र समेत नौ नामजद; घटना CCTV में कैद
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। आलमगंज थाना क्षेत्र के जल्ला रोड में रविवार की सुबह लगभग पांच बजे घर के पास ही प्रॉपर्टी डीलर अरुण कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को अंजाम देने के बाद हत्यारे बाइक से फरार हो गए। दो की संख्या में आए हत्यारों ने चेहरा छिपाने के लिए टोपी पहन रखी थी। पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुकी है।
अरुण की पत्नी आशा कुमारी ने मेयर सीता साहू के पुत्र शिशिर कुमार समेत नौ लोगों पर आपराधिक षड्यंत्र के तहत हत्या कराने का आरोप लगाया है। एएसपी शरथ आरएस ने मेयर पुत्र को नामजद अभियुक्त बनाए जाने की पुष्ट की है। कहा कि हत्याकांड का जल्द उद्भेदन कर दिया जाएगा।
इधर, शिशिर ने बताया कि वे मां और परिवार के अन्य लोगों के साथ दूसरे शहर में हैं। उन्होंने कहा कि अरुण के स्वजन दुर्भावना से ग्रसित होकर साजिश के तहत उन्हें फंसा रहे हैं।
फूलों में पानी देने निकले थे अरुणआशा कुमार ने पुलिस को बताया कि सुबह उनके पति दरवाजे पर फूलों को पानी देने के लिए घर से बाहर निकले थे। तभी गली के मोड़ पर हत्यारों ने बाइक खड़ी की और पैदल उनके पास गए। सामना होता ही पति पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोली लगते ही वे जमीन पर गिर पड़े, जिसके बाद हत्यारे भाग निकले।
इधर, गोलियों की तड़तड़ाहट सुनकर स्वजन बाहर निकले और लहूलुहान हालत में अरुण को इलाज के लिए नालंदा मेडिकल हास्पिटल लेकर गए, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
जमीन की खरीद-बिक्री करते थे अरुणपत्नी ने बताया कि अरुण जमीन खरीद-बिक्री का काम करते थे। इसी को लेकर महापौर पुत्र शिशिर कुमार, दिव्य सुंदर, विकास गुप्ता, खड़बड़ गोप, छोटन गोप, राकेश, डीएम पप्पू, मंतोष कुमार महतो व मौली सोनार के द्वारा आपराधिक षडयंत्र रचकर पुरानी दुश्मनी व जमीनी विवाद के कारण हत्या करवाई है।
पत्नी ने प्राथमिकी में यह भी बताया है कि आठ मार्च 2023 को होली के दिन शिशिर, खड़बड़ गोप तथा उनके लोगों ने मारपीट कर पति को जेल भिजवा दिया था। सूत्रों की मानें तो हत्याकांड में पुलिस ने एक नामजद को हिरासत में लिया है। उससे पूछताछ की जा रही है।
चार भाइयों में सबसे छोटे थे अरुणपिता मदन मोहन प्रसाद ने बताया कि उनके चार पुत्रों में अरुण सबसे छोटे थे। हत्या के बाद मां ऊषा देवी. पत्नी आशा देवी, पुत्र आरव व पुत्री आराध्या का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं, अरुण की तीन बहनें संगीता, गीता व बबीता समेत लोग अन्य हत्याकांड से मर्माहत थे। नालंदा मेडिकल कॉलेज में पोस्टमार्टम के बाद अरुण का अंतिम संस्कार फतुहा में किया गया।
सूत्रों की मानें तो कई पुलिसकर्मियों से उनकी नजदीकी थी। सिटी क्षेत्र के थानों में भी उनका आना-जाना लगा रहता था। इस कारण विरोधियों को संदेह था कि वे उनकी खबर पुलिस तक पहुंचा देते हैं। हत्याकांड के बाद मोहल्ले में यह भी चर्चा थी कि जेल में रहने के दौरान एक कुख्यात अपराधी से अरुण की दोस्ती हुई थी। बाहर आने के बाद भी दोनों की बातें होती थीं। पुलिस सभी बिंदुओं पर छानबीन कर रही है।
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NEET Paper Leak Case: मुख्य आरोपी का क्या है सम्राट चौधरी से लिंक? RJD ने खोल दिया सबकुछ; नए बयान से मची खलबली
राज्य ब्यूरो, पटना। नीट परीक्षा (NEET Paper Leak Case) की जांच जहां केंद्र सरकार ने सीबीआई को सौंपी है। वहीं, इस परीक्षा को लेकर राजनीति भी जमकर हो रही है। राजद ने मांग की है कि नीट परीक्षा रद्द की जाए।
राजद के राज्यसभा सदस्य प्रो मनोज झा (Manoj Jha) ने रविवार को कहा कि 5 मई 2024 को आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट यूजी) का प्रश्नपत्र बिहार, हरियाणा और गुजरात जैसे भाजपा, एनडीए शासित राज्यों में लीक हुआ।
उन्होंने कहा कि देश के 24 लाख युवा छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। पहले तो भाजपाई शिक्षा मंत्री नीट परीक्षा में लीक को मान ही नहीं रहे थे। जब सारे साक्ष्य मिले तो तब भी एनडीए सरकार इसे रद्द करने से कतरा रहे हैं।
राजद ने पेश किए कई साक्ष्यBihar News झा ने आरोप लगाया कि पटना में एक गेस्ट हाउस बुकिंग को लेकर भाजपा हायतौबा मचा रही है जबकि हरियाणा के एक परीक्षा केंद्र से छह अभ्यर्थियों ने टॉप पोजिशन हासिल किया है। भाजपा के एक नेता का इस केंद्र से सीधा जुड़ाव है। यही हाल बिहार, गुजरात और झारखंड में भी है।
मनोज ने बताया कि इस संगठित भ्रष्टाचार में भाजपा और जदयू के नेताओं का नीट के आरोपियों से सीधा संपर्क होने के साक्ष्य मिल रहे हैं। नालंदा के संजीव मुखिया गिरोह ने बीपीएससी आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का भी पेपर लीक किया था, लेकिन उसपर कोई कारवाई नहीं हुई?
राजद ने सीएम नीतीश को भी घसीटाराजद नेता ने कहा कि उसके बेटे डॉक्टर शिव का नाम आया, लेकिन बिहार पुलिस ने उसे गिरफ्तार नहीं किया। ये सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा जिले से संबंध रखते हैं। सब रसूखदार हैं। देश में होने वाले हर पेपर लीक के तार नालंदा से जुड़े होते हैं।
उन्होंने कहा कि हमारे 17 महीनों की सरकार में हुई नियुक्तियों को छोड़ दें तो नीतीश कुमार के शासन में हुई अधिकांश नियुक्तियों में चाहे वो पुलिस में हों अथवा अन्य विभागों में आपको अधिकांश चयनित लोग नालंदा के ही मिलेंगे? यह संयोग है या प्रयोग यह बात हर बिहारी जानता है?
बीपीएससी पेपर लीक में तमाम साक्ष्य मिलने के बावजूद उसका मास्टरमाइंड संजीव मुखिया और उसकी पत्नी जो NDA की पूर्व प्रत्याशी व जदयू नेत्री पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। क्या ये रसूखदार मंत्री के करीबी हैं। इनका सीधे मुख्यमंत्री आवास तक इनकी पहुंच है।
मनोज झा ने पूछा कि अभी तक जितने भी पेपर लीक हुए हैं, उनके सरगनाओं का संबंध जेडीयू और भाजपा के नेताओं से ही क्यों है? क्या यह इतेफाक है?
राजद नेता ने कहा कि पेपर लीक का मुख्य आरोपी अमित आनंद बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) का खास है। सम्राट चौधरी से अमित आनंद का क्या रिश्ता है? सम्राट चौधरी ने अमित आनंद के साथ अपनी तस्वीरों को सोशल मीडिया से डिलीट क्यों किया?
मुख्य आरोपी को राजद ने बताया संजय जायसवाल का कारीबीमनोज झा ने कहा कि अमित आनंद का भाजपा सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल से क्या रिश्ता है? अमित आनंद संजय जायसवाल का कार्यालय देखता है। उसकी इस उपलब्धि को उसके कॉलेज ने अपनी वेबसाइट पर दर्शा रखा है। क्या अमित आनंद जदयू उपाध्यक्ष का सुपुत्र नहीं है? क्या उसे सत्ता का संरक्षण नहीं मिला?
मनोज झा ने पूछा कि सिकंदर यादवेंदु को नौकरी किसने दी? पड़ताल करो? सिकंदर का 2021 में जल संसाधन विभाग से नगर विकास विभाग में ट्रांसफर किसकी सरकार में हुआ? क्या यह जदयू और भाजपा में मंत्री की आपसी सहमति से नहीं हुआ?
मनोज झा ने कहा कि राजद (RJD) एनडीए सरकार से मांग करती है कि नीट परीक्षा को तत्काल रद्द किया जाए और भ्रष्टाचार में डूबे विश्वसनीयता खो चुकी एनटीए को भी तुरंत भंग कर दिया जाए। इस कड़ी में शिक्षा मंत्री को अविलंब इस्तीफा देना चाहिए।
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Bihar News: बिहार में उच्च शिक्षा प्रणालियों का होगा डिजिटलाइजेशन, छात्रों और शिक्षकों को होगा लाभ
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Higher Education News राज्य में उच्च शिक्षा प्रणालियों के डिजिटलाइजेशन की तैयारी है। दिसंबर तक सभी विश्वविद्यालयों में इस कार्य को पूरा किया जाना है। शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों से इस संदर्भ में प्रस्ताव मांगा है। विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों के लिए राज्य स्तर पर एक एकीकृत प्रबंधन सूचना प्रणाली विकसित की जाएगी।
इसके माध्यम से उच्च शिक्षा में गुणवत्ता एवं पारदर्शिता आएगी। शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालयों के स्तर से कार्यों में सुगमता आएगी। उच्च शिक्षण संस्थानों में छात्र-छात्राओं के नामांकन, शिक्षक, कर्मचारी, वित्तीय आदि की अद्यतन स्थिति के विषय में शीघ्र सूचनाएं मिलेंगी।
बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद द्वारा सभी विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों के लिए राज्य स्तर पर कॉमन डेटाबेस एकत्रित करने हेतु एकीकृत प्रबंधन सूचना प्रणाली (युनिफाइड-एमआइएस) को विकसित किया जा रहा है।
राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियानयहां बता दें कि राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रुसा) केंद्र उच्च शिक्षा प्रणाालियों का प्रायोजित डिजिटलीकरण योजना है, जो राज्य के उच्चतर शैक्षणिक संस्थाओं को वित्तपोषित करने के उद्देश्य से वर्ष 2013 में प्रारंभ की गयी थी। इस योजना में केंद्र एवं राज्य का वित्तीय अनुपात अद्यतन 60:40 है।
राज्य उच्चतर शिक्षा योजनाओं के समालोचनात्मक मूल्यांकन के आधार पर राज्यों को निधि दी जाती है। निधि का उपयोग उच्चतर शिक्षा में समानता, पहुंच और उत्कृष्टता मामलों में अपेक्षित सुधार के लिए राज्य की कार्य योजना के आधार पर होता है। यह योजना बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है।
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NEET Paper Leak: राजद का तस्वीरों के साथ बड़ा खुलासा, चिराग पासवान और JDU से जोड़ा संजीव मुखिया का कनेक्शन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/पटना। नीट पेपर लीक मामले में राष्ट्रीय जनता दल ने भी अब जनता दल यूनाइटेड पर हमला बोला है। राजद ने सोमवार को मीडिया के सामने कुछ तस्वीरें दिखाते हुए पेपर लीक मामले के आरोपी संजीव मुखिया से जदयू का कनेक्शन जोड़ा है।
दरअलस, राजद सांसद मनोज झा ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में आरोप लगाते हुए संजीव मुखिया की पत्नी की बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ हुई भेंट की एक तस्वीर जारी की। इसके अलावा राजद ने सांसद चिराग पासवान की पार्टी से संजीव मुखिया के कनेक्शन का भी खुलासा किया है।
राजद ने जारी कीं तस्वीरेंराजद ने अपने एक्स हैंडल पर भी इस संबंध में तस्वीरें जारी की हैं। पार्टी की ओर से इसके लिए तीन पोस्ट की गई हैं। इनमें से दो पोस्ट में नीट पेपर लीक मामले के आरोपी संजीव मुखिया की पत्नी की मुख्यमंत्री नीतीश से भेंट मुलाकात की तस्वीरों को साझा किया है।
वहीं, तीसरी पोस्ट में राजद ने लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और सांसद चिराग पासवान के साथ कनेक्शन बताया है। अपनी पहली पोस्ट में राजद ने सवाल करते हुए लिखा है कि अभी तक जितने भी पेपर लीक हुए हैं उनके सरगनाओं का संबंध जेडीयू और एनडीए के नेताओं से ही क्यों है? क्या यह संयोग है या प्रयोग?
अभी तक जितने भी पेपर लीक हुए है उनके सरगनाओं का संबंध जेडीयू और NDA नेताओं से ही क्यों है? क्या यह संयोग है या प्रयोग? #NEET #NTA pic.twitter.com/mBqXRudxHg
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) June 24, 2024 राजद ने उठाए सवालराजद ने अपनी पोस्ट में कुछ सवाल भी उठाए हैं। राजद ने पूछा है कि नीट पेपर लीक के किंगपिन और मुख्य सरगना नालंदा निवासी संजीव मुखिया को कौन बचा रहा है? क्या यह सच नहीं है कि संजीव मुखिया की पत्नी एनडीए से चुनाव लड़ चुकी है? जदयू की नेत्री रही है।
राजद ने संजीव मुखिया की पत्नी की मुख्यमंत्री आवास तक पहुंच को लेकर अपनी बात कही है। इसके अलावा राजद ने एक अन्य पोस्ट में लिखा है कि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान से उनके आवास पर टिकट प्राप्त करने के बाद नीट पेपर लीक का किंगपिन और मुख्य सरगना संजीव मुखिया अपनी पत्नी ममता देवी के साथ।
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पीटीआई, पटना। नीट पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) की जांच अब सीबीआई कर रही है। इस सिलसिले में दिल्ली से सीबीआई की एक टीम सोमवार सुबह पटना में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के ऑफिस पहुंची। एक अधिकारी ने बताया कि सीबीआई की टीम ईओयू से इस मामले से संबंधित सभी साक्ष्य एकत्र करने में जुटी है।
ईओयू के एक अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान ईओयू ने अब तक जो साक्ष्य एकत्र किए हैं, उनमें पटना के एक घर से बरामद हुए जले हुए प्रश्नपत्र के टुकड़े, गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल फोन, सिम कार्ड, लैपटॉप, पोस्ट-डेटेड चेक और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ प्रश्नपत्र शामिल हैं।
पूछताछ के लिए सीबीआई ये कर सकती है कामउन्होंने यह भी बताया कि गिरफ्तार किए गए सभी लोग पटना में न्यायिक हिरासत में हैं। सीबीआई की टीम अदालत से ट्रांजिट रिमांड हासिल करके विस्तृत पूछताछ के लिए उन्हें दिल्ली ले जा सकती है।
ईओयू अधिकारी ने यह भी बताया कि सीबीआई (CBI) सबूतों को नष्ट करने को लेकर इस मामले में कई एफआईआर दर्ज कर सकती है। इतना ही नहीं, उन आरोपियों के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति (डीए) के मामले भी दर्ज कर सकती है, जो सरकारी कर्मचारी हैं।
मुख्य आरोपी ने अपनी आय के अधिक संपत्ति अर्जित कीअधिकारी ने आगे कहा कि गिरफ्तार आरोपी सिकंदर प्रसाद यादवेंदु, दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर है, उसके खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया जा सकता है। उसने कथित तौर पर अपनी आय के अधिक संपत्ति अर्जित की है।
उन्होंने कहा कि मूल रूप से समस्तीपुर का रहने वाला यादवेंदु इस मामले में मुख्य आरोपी है। अधिकारी ने यह बताया कि यादवेंदु का आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने का इतिहास रहा है।
2012 में जूनियर इंजीनियर बनने से पहले वह रांची में ठेकेदार के तौर पर काम करता था। वह पहले 3 करोड़ रुपये के एलईडी घोटाले में फंसा था। उस मामले में अपनी भूमिका के लिए वह जेल की सजा काट चुका है।
अब तक ईओयू कर रही थी मामले की जांचबता दें कि अब तक नीट पेपर लीक मामले की जांच ईओयू कर रही थी, जिसने इस केस के सिलसिले में कुल 18 लोगों को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई ने रविवार को शिक्षा मंत्रालय के रेफरेंस पर नीट-यूजी में कथित अनियमितताओं के संबंध में प्राथमिकी दर्ज की थी। यह परीक्षा 5 मई को आयोजित हुई थी। नीट परीक्षा में गड़बड़ी को लेकर देश भर में छात्रों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला था।
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जागरण संवाददाता, पटना। पटना जंक्शन की करबिगहिया छोर की मुख्य सड़क फिर इस बार वर्षा होने पर डूबेगी। नगर निगम लोकसभा चुनाव के दौरान यहां प्री-कास्ट ड्रेनेज बनाने का फैसला लिया गया था। अब तक इस योजना की मंजूरी नहीं मिल पाई है।
नगर निगम के कंकड़बाग अभियंत्रण प्रमंडल 66 लाख की लागत से निर्माण कराने का प्राकलन बनाकर निगम मुख्यालय को भेज दिया। निगम मुख्यालय और विभाग के बीच यह प्रस्ताव रह गया।चिरैयाटांड पुल से मीठटापुर पुल के बीच वाले भाग में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम फ्लाइओवर का निर्माण कर रहा है।
सिर्फ पुल निर्माण के कारण नाला बाधितनाला के ऊपरी भाग पिलर पड़ जाने के कारण ध्वस्त हो गया है। यही कारण है कि पिछले वर्ष मानसून के दौरान यहां कमर भर जलजमाव हो गया था। जलनिकासी के लिए योजना भी बन गई है। योजना की मंजूरी के बाद ही कार्य शुरू हो सकेगा। यहां जलजमाव हो जाने के कारण मुख्य सड़क पर अवाजाही बंद हो जाती है।
पटना जंक्शन से करबिगहिया की तरफ यात्री नहीं निकल पाते हैं। आसपास घनी आबादी है। लोग प्रभावित हो जाते हैं। करबिगहिया का पानी सीधे मीठापुर बस पड़ाव संप हाउस में पानी जाने की व्यवस्था की गई है। सिर्फ पुल निर्माण के कारण नाला बाधित है।
क्या कहते हैं निगम के अधिकारी?निगम अधिकारियों का कहना है कि योजना मंजूर होते ही नाला निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।कंकड़बाग अंचल को करबिगहिया मुख्य सड़क पर जलमाव होने का भय सताने लगा है। अंचल की तरफ से पुराने नाले की सफाई कराने का दावा किया गया है।
इसके साथ मोटर पंप लगाकर पानी निकालने की व्यवस्था की गई है। अधिकारियों का जलजमाव होने के तत्काल बाद निकासी का कार्य शुरू हो जाएगा। नये नाला के निर्माण नहीं होने के बाद भी प्रयास है कि कम से कम लोग प्रभावित हों।
नगर निगम के वार्ड 29 के पार्षद विकास कुमार का कहना है कि करबिगहिया मुख्य सड़क है। स्टीमेट बन गया है। कार्य होना है। इस कार्य को कराकर मीठापुर बस पड़ाव संप से कनेक्ट कर दिया जाए। बड़ी राहत मिलेगी।
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Bihar Politics: ये मुद्दे नीतीश के सामने खड़ा करेंगे संकट! विस चुनाव से पहले RJD ने खेला 'मास्टर स्ट्रोक'
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने कहा है कि केंद्र और बिहार की एनडीए सरकार (NDA Government) का इकबाल समाप्त हो चुका है। एनडीए के नेता लालू (Lalu Yadav) और तेजस्वी (Tejashwi Yadav) को गाली देकर अपने कृत्य नहीं छिपा सकते।
मामला लाखों विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ का हो, कानून-व्यवस्था का हो या लूट-भ्रष्टाचार का, भाजपा-जदयू का चेहरा सबके सामने आ चुका है। राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने रविवार को कहा कि नीट-यूजी परीक्षा में पेपर लीक मामले में मुख्य सूत्रधार को बचाने की कोशिश हो रही है।
एनटीए के डीजी को बनाया बलि का बकरा- राजदउन्होंने कहा कि एनटीए के डीजी को बलि का बकरा बना कर मामले की लीपापोती की जा रही है। पेपर लीक के आरोपियों को सरकार का संरक्षण प्राप्त है। इसी प्रकार राज्य के हर हिस्से में आए दिन अपराधी बेधड़क होकर गोलीबारी कर लोगों की जान ले रहे हैं। यही स्थिति विकास के नाम पर लूट की है।
उन्होंने यह भी कहा कि एक सप्ताह के अंदर तीन पुल-पुलिया ध्वस्त हो गए। इसके बावजूद सरकार मौन है। उन्होंने कहा कि एनडीए नेता लालू और तेजस्वी गाली देना छोड़ बताएं कि आखिर कब तक ये लोग अपनी नाकामियों, भ्रष्ट कारगुजारियों और कुकृत्यों का ठीकरा दूसरों पर फोड़ते रहेंगे?
राजद के लिए भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार : राजीव रंजनवहीं, जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने रविवार को कहा कि राजद के लिए भ्रष्टाचार ही शिष्टाचार है। हवाबाजी की बजाय नीट-यूजी पेपर लीक मामले में माफिया से अपने संबंधों के बारे में राजद नेता जवाब दें। राजीव रंजन ने कहा कि पेपर लीक माफिया से तेजस्वी यादव के आप्त सचिव से संबंध होने की बात सामने आ रही।
खबरों पर कुछ ठोस बताने की बजाय राजद के नेता अभी भी बातों को गोल-मोल घुमाने की कोशिश कर रहे हैं। इससे लोगों के मन में संदेह पैदा हो रहा।
राजद नेताओं की हवाबाजी से लोगों को लगने लगा है कि कुछ न कुछ गड़बड़ जरूर है। जदयू प्रवक्ता ने कहा कि राजद का इतिहास गवाह है कि प्रदेश में होने वाले अधिकांश घोटाले के तार कहीं न कहीं इनके नेताओं से जरूर जुड़ जाते हैं।
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NEET Paper Leak Case : एक रात पहले किसने सॉल्व किया पेपर? PMCH से जुड़ा तार; पेपर लीक केस में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
राज्य ब्यूरो, पटना। NEET Paper Leak Case आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के द्वारा रेफरेंस प्रश्न पत्र की प्रति उपलब्ध करवा दी गई है। प्रारंभिक जांच में इसका मिलान लर्न बॉय्ज हॉस्टल एंड प्ले स्कूल से बरामद अधजले पेपर से हुआ है। अब इसको आगे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है।
ईओयू को 20 जून की शाम में एनटीए के द्वारा अधजले प्रश्न पत्र के सीरियल कोड से संबंधित रिपोर्ट मिली। इसके बाद ही यह स्पष्ट हुआ की नीट यूजी की परीक्षा में रामकृष्णनगर से बरामद अधजला प्रश्न पत्र का सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के परीक्षा केंद्र का है।
इसके बाद ही ईओयू की टीम हजारीबाग गई और जांच आगे बढ़ी। ईओयू को कई रिमाइंडर और लंबे इंतजार के बाद एनटीए से प्रश्नपत्र मिला।
इसके अलावा एनटीए से अब तक 15 संदिग्ध परीक्षार्थियों के रोल कोड की विवरणी ईओयू को मिली है। इनमें से चार से पूछताछ की जा चुकी है। शेष 11 अभी तक पूछताछ के लिए उपस्थित नहीं हुए हैं।
मेडिकल जांच के बाद जेल भेजे गए पांच आरोपितनीट यूजी मामले में देवघर से गिरफ्तार कर लाये गये पांच अभियुक्तों को रविवार को जेल भेज दिया गया। ईओयू ने पूछताछ के बाद सभी अभियुक्तों की राजवंशी नगर स्थित लोकनायक जयप्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) में मेडिकल जांच कराई गई।
देर शाम न्यायिक पदाधिकारी के समक्ष पेश करने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों में पंकु कुमार, परमजीत सिंह उर्फ बिट्टु, चिंटू उर्फ बालदेव कुमार, काजू उर्फ प्रशांत कुमार और राजीव कुमार उर्फ कारू शामिल हैं। सीबीआई के द्वारा रिमांड पर लिए जाने तक पांचों अभियुक्त न्यायिक हिरासत में रहेंगे।
पीएमसीएच से कैसे जुड़ा कनेक्शन?नीट यूजी (राष्ट्रीय प्रवेश सह पात्रता परीक्षा, अंडर ग्रेजुएट) पेपर लीक कांड की जांच पीएमसीएच (पटना मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल) तक पहुंच सकती है। सूत्रों की मानें तो इस मामले में पांच मई को पकड़े गए नीतीश कुमार के साथ रहे उसके एक अन्य सहयोगी को पीएमसीएच के पीजी (पोस्ट ग्रेजुएट) हॉस्टल से निकलते देखा गया था।
वह अभी फरार चल रहा है। इससे अंदेशा लगाया जा रहा है कि लीक बुकलेट में वर्णित प्रश्नों को वहीं के किसी पीजी छात्र ने हल किए थे। सूत्र बताते हैं कि हास्टल के आसपास लगे सीसी कैमरों के चार मई की रात के फुटेज खंगाले जाएं तो उससे कई राजफाश हो सकते हैं।
गिरोह से साठगांठ रखने वाले जूनियर डाक्टरों की भी पहचान की जा सकती है। पूर्व में भी मेडिकल परीक्षा में धांधली के तार पीएमसीएच से जुड़ चुके हैं। गिरोह में शामिल अधिसंख्य शातिरों के रिश्तेदार भी डॉक्टर हैं।
सरगना संजीव मुखिया के बेटे डॉ. शिव कुमार और उसके मित्र डा. शुभम मंडल ने भी पीएमसीएच से ही एमबीबीएस की पढ़ाई की थी।
रात नौ बजे दिए गए थे प्रश्नसूत्र बताते हैं कि संजीव मुखिया ने अपने एक नजदीकी के मोबाइल से प्रश्नपत्र भेजे थे, जिसका प्रिंटआउट लेकर गिरोह का गुर्गा चार मई की रात लगभग नौ बजे पीजी हॉस्टल में पहुंचा था। वह रात 11 बजे तक तीन बार हॉस्टल से अंदर-बाहर गया था।
प्रश्नों के सामने अंक में उत्तर लिख दिए गए थे। इसके बाद संजीव मुखिया के नजदीकी के उसी मोबाइल नंबर पर प्रश्न और उत्तर की फोटो खींच कर भेजी गई थी।
संभव है कि उसने हास्टल में ही हल प्रश्नपत्र का पीडीएफ बनाया था और बाइक से निकल गया। वह शख्स नामजद फरार अभियुक्तों में से कोई था या अन्य, इसका पता नहीं चल सका है।
सभी अभ्यर्थियों को मिली थी एक-एक छायाप्रतिखेमनीचक स्थित प्रभात रंजन के मकान (लर्न प्ले स्कूल एवं लर्न ब्वायज हास्टल) में बनाया गया अड्डा अमित आनंद और नीतीश कुमार के जिम्मे था। दोनों अभी जेल में हैं। सूत्रों के अनुसार, बाइक सवार शख्स जब इस अड्डे पर पहुंचा तो उसने कमरों में बैठे अभ्यर्थियों की गिनती की।
इसके बाद उतनी ही संख्या में वाइ-फाइ प्रिंटर से हल प्रश्नों की छायाप्रति निकाली और नीतीश व अमित को उपलब्ध कराई, जो सभी अभ्यर्थियों को बांट दिए गए।
कुछ देर तक वह शख्स वहीं रुका, फिर बाइक से कहीं चला गया। अगली सुबह (पांच मई) अभ्यर्थियों से छायाप्रति ले ली गई। उसकी गिनती कर बारीक टुकड़ों में सभी छायाप्रति को फाड़ कर फेंक दिया गया।
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Sonakshi-Zaheer Wedding: 'बिहार में घुसने नहीं देंगे...', सोनाक्षी-जहीर की शादी का विरोध; दिखे धमकी भरे पोस्टर
डिजिटल डेस्क, पटना। Bollywood News In Hindi बॉलीवुड की फेमस सेलिब्रिटी और बिहार की बेटी सोनाक्षी सिन्हा (Sonakshi Sinha) अब जहीर इकबाल (Zaheer Iqbal) के साथ शादी के बंधन में बंध गई हैं। जहां एक तरफ, फिल्मी गलियारों में इस शादी को लेकर उत्साह देखा जा रहा है।
वहीं, दूसरी ओर, बिहार में सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल की शादी (Sonakshi Sinha Zaheer Iqbal Marriage) के खिलाफ आवाज भी उठने लगी हैं।
पटना में सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल की शादी के खिलाफ लगे पोस्टर्स भी नजर आए हैं। ये पोस्टर हिन्दू शिवभवानी सेना द्वारा लगाए गए हैं। पोस्टर में लिखा गया है कि सोनाक्षी सिन्हा और जहीर इकबाल की शादी लव जिहाद को बढ़ावा देता है।
पोस्टर में और क्या लिखा गया?पोस्टर में आगे लिखा गया है कि शत्रुघ्न सिन्हा जी शादी के फैसले पर पुनर्विचार करें नहीं तो अपने बेटे लव और कुश के साथ-साथ घर का नाम 'रामायण' भी बदल दें। सोनाक्षी सिन्हा को हिन्दू शिवभवानी सेना बिहार में घुसने नहीं देगी।
बता दें कि पोस्टर में लव कुमार सिंह 'रुद्र' के नाम का भी जिक्र किया गया है, जो हिन्दू शिवभवानी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष बताए जाते हैं।
चर्चित एक्टर शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) की बेटी सोनाक्षी ने 23 जून को जहीर इकबाल से रजिस्टर्ड मैरिज की। वह लंबे समय से जहीर के साथ रिलेशनशिप में थीं। शादी के बाद लैविश रिसेप्शन पार्टी का भी आयोजन किया गया, जिसमें तमाम बॉलीवुड सितारों ने शिरकत की।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार में सप्ताह भीतर तीन पुल-पुलिया ध्वस्त हो गए। कांग्रेस (Congress) के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह व विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान ने इसके लिए पूर्णतया प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
रविवार को नेताद्वय ने कहा कि बिहार को बदनामियों का दंश झेलने के लिए अभिशप्त करने वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार को शासन का कोई नैतिक अधिकार नहीं रह गया है। गिरते-ढहते पुल-पुलिया को देखकर कौन कहेगा कि निर्माण में कोताही नहीं हो रही। यह कोताही वस्तुत: भ्रष्टाचार है।
छोटे कर्मचारियों-इंजीनियरों के सिर फोड़ दिया जाता है ठीकराध्वस्त हुए ये तीनों पुल-पुलिया जनता की गाढ़ी कमाई की लूट-खसोट के तीन उदाहरण हैं। सुशासन की सरकार को ऐसे मामलों पर शर्म भी नहीं आती। बड़ी मछलियों को बचाने के लिए ऐसी करतूतों का ठीकरा प्राय: छोटे कर्मचारियों-इंजीनियरों के सिर फोड़ दिया जाता है।
प्रश्न यह कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री, मंत्री से लेकर तमाम वरीय अधिकारी तक इसके लिए क्यों जिम्मेदार नहीं? क्या व्यवस्था उनके निर्देश के बगैर चलती है? नियंत्रण-निगरानी के असली प्राधिकार तो वे ही लोग हैं तो फिर ऐसी कमी-कोताही के लिए वे जिम्मेदार क्यों नहीं?
प्रदेश में पुलों गिरने पर कांग्रेस ने जताई नाराजगीबिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मो. खान अली, जिला उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी,
प्रद्युम्न दुबे, विनोद उपाध्याय, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार आदि ने कहा कि प्रदेश में एक सप्ताह में तीन पुल गिरे, पहले अररिया में, शनिवार को सिवान में तो रविवार मोतिहारी में पुल ध्वस्त होना सरकार की नाकामी है।
इससे पहले, 22 मार्च जिस दिन स्थापना दिवस माना रहा है। उक्त दिन ही सुपौल में बड़े पुल हादसे ने सबको हिल दिया था। जिसमें एक व्यक्ति की मौत एवं दर्जनों घायल हुए थे।
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Nitish Kumar: अपने दो खास मंत्रियों के साथ अचानक JDU कार्यालय पहुंचे नीतीश, विस चुनाव से पहले बढ़ी सियासी हलचल
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) रविवार की शाम बगैर सूचना के जदयू (JDU) प्रदेश कार्यालय पहुंच गए। रविवार होने के बाद भी वहां लगभग 50 की संख्या में पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश कार्यालय में मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने उन लोगों से बात की। यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव तो हो गया, अब विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग जाइए।
कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री को संपन्न हुए आम चुनाव के बारे में भी अपनी सूचना से अवगत कराया। मुख्यमंत्री जदयू प्रदेश कार्यालय में जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी (Vijay Chaudhary) व ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी (Ashok Chaudhary) के साथ पहुंचे थे। मुख्यमंत्री के आने की खबर पर वहां मौजूद कार्यकर्ता पहुंच गए। मुख्यमंत्री ने लगभग 20 मिनट तक कार्यकर्ताओं से बात की।
समस्याओं के बारे में हुई बातविधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी अपने कार्यालय कक्ष से बाहर आ गए। कार्यकर्ताओं ने अपनी कुछ समस्याओं के बारे में भी मुख्यमंत्री से बात की। चुनाव में जदयू की सफलता पर बधाई भी दी। लगभग आधा घंटा जदयू प्रदेश कार्यालय में रहने के बाद मुख्यमंत्री लौट गए।
लोकसभा चुनाव के पहले मुख्यमंत्री ने कई बार जदयू प्रदेश कार्यालय बिना किसी सूचना के पहुंचे थे। अनुपस्थित पदाधि्कारियों की क्लास भी लगायी थी। पार्टी में पदाधिकारियों की मौजूदगी को लेकर कई तरह की हिदायतें दी थी।
जदयू के वरिष्ठ नेता बशिष्ठ नारायण सिंह का हाथ टूटा, मुख्यमंत्री ने लिया हालजदयू के वरिष्ठ नेता व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह रविवार को अपने आवास में गिर गए। इस क्रम में उनका हाथ टूट गया। एलएनजीपी हॉस्पिटल में उनका उपचार किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बशिष्ठ नारायण से भेंटकर उनका हाल लिया।
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जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News Today अगले तीन से चार दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून (Monsoon Update) छा जाएगा। इसके लिए अनुकूल वातावरण बन रहा है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि वर्तमान में बिहार के रक्सौल की सीमा से मानसून गुजर रहा है।
उसके आगे बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। रविवार को राज्य में सर्वाधिक तापमान वैशाली एवं बक्सर में 41.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं, सबसे कम तापमान किशनगंज में 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। रविवार को वैशाली में भीषण उष्ण लहर रिकॉर्ड किया गया।
वहां पर राज्य में सर्वाधिक तापमान 41.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं, डिहरी, भोजपुर, औरंगाबाद, गोपालगंज एवं अरवल में उष्ण लहर दिनभर चलती है। डिहरी में 40.8, भोजपुर में 41.4, औरंगाबाद में 41.1, अरवल में 41.3 एवं गोपालगंज में 40.8 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।
अभी जारी रहेगा लू का कहरमौसम विज्ञानियों का कहना है कि सोमवार को राज्य के दक्षिणी भाग में एक या दो स्थानों पर गर्म वातावरण बना रहेगा। वहीं, रोहतास, औरंगाबाद, भोजपुर एवं अरवल में एक या दो स्थानों पर लू का कहर जारी रहेगा।
राजधानी में भीषण गर्मी ने लोग रहे परेशानराजधानी में भीषण गर्मी ने लोगों का खूब पसीना बहाया। राजधानी में रविवार को अधिकतम तापमान 39.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। रविवार सुबह दस बजे ही वातावरण में गर्मी इतनी ज्यादा बढ़ गई कि लोग घरों से बाहर निकलने में परहेज करने लगे। दोपहर में राजधानी का वातावरण काफी गर्म हो गया।
लोगों को घरों में भी परेशानी महसूस हो रही थी। राजधानी में रविवार को न्यूनतम तापमान 30.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। तेज धूप के कारण शहर की सड़कों पर वीरानी छाई रही। सोमवार को भी राजधानी में तेज गर्मी पड़ने के आसार हैं। ऐसे में मौसम विज्ञानियों ने लोगों को गर्मी से बचने की सलाह दी है।
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NEET Paper Leak Case: हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से बाहर आया था नीट का पेपर, बिहार EOU ने किए कई खुलासे
राज्य ब्यूरो, पटना। नीट (यूजी) परीक्षा का प्रश्न पत्र झारखंड के हजारीबाग के परीक्षा केंद्र ओएसिस स्कूल से बाहर आया था। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के अनुसार, पटना के रामकृष्णनगर थाना अंतर्गत नंदलाल छपरा स्थित लर्न ब्वायज़ हास्टल एंड प्ले स्कूल से बरामद अधजले प्रश्न पत्र का सीरियल कोड हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का ही है। इसका सत्यापन कर लिया गया है।
प्रथमदृष्टया हजारीबाग के ओएसिस परीक्षा केंद्र से प्रश्न पत्र की पैकिंग में छेड़छाड़ की जानकारी मिली है। प्रश्न प्रश्न पत्र के पोलीबैग, मूल प्रश्न पत्र की पैकिंग एवं संबंधित पैकिंग ट्रंक में छेड़छाड़ पाया गया है।
जांच टीम के अनुसार, प्रश्न पत्र के परिवहन और भंडारण के लिए तय सुरक्षा मानकों का अनुपालन पूर्ण रूप से नहीं किया गया। यही कारण है कि प्रश्न पत्र के बक्सों और लिफाफे के साथ छेड़छाड़ नहीं पकड़ी जा सकी। प्रश्न पत्र की पैकिंग में किस स्तर पर चूक हुई है, इस संबंध में अनुसंधान किया जा रहा है।
प्रश्न पत्र की चेन आफ कस्टडी का सत्यापन किया जा रहा है। इसको लेकर संबंधित परीक्षा केंद्र, एसबीआइ बैंक की शाखा और कुरियर कंपनी ब्लू डार्ट के दफ्तर में संबंधित कर्मियों का बयान लिया गया है।
चिंटू को वॉट्सऐप पर मिला था सॉल्वड पेपर का PDFईओयू के अनुसार, देवघर के देवीपुर फार्म हाउस से पकड़ा गया बलदेव उर्फ चिंटू इस पूरे प्रकरण के मुख्य सूत्रधारों में है। चिंटू, संजीव कुमार उर्फ लुटन मुखिया गिरोह से जुड़ा हुआ है।
अनुसंधान में मालूम चला है कि परीक्षा के दिन पांच मई की सुबह उसके मोबाइल पर इसी गिरोह के द्वारा नेट का सॉल्व प्रश्न पत्र (उत्तर सहित) की पीडीएफ फाइल भेजी गई थी। इसे स्कूल में रखे वाई-फाई प्रिंटर से प्रिंट निकाला गया। इसके बाद अभ्यर्थियों का ग्रुप बनवाकर उन्हें उत्तर सहित प्रश्न रटवाए गए थे।
अंतरराज्यीय पेशेवर गिरोह की भूमिकाईओयू के अनुसार, इस कांड का अनुसंधान अब आगे सीबीआइ को सौंपा जा रहा है। देवघर से गिरफ्तार चिंटू से पूछताछ में जांच टीम को कई अहम सुराग हाथ लगे हैं।
चिंटू के खुलासे और झारखंड से बरामद संदिग्ध लिफाफे एवं बॉक्स से मिली जानकारी के आधार पर इस कांड में एक संगठित अंतरराज्यीय पेशेवर गिरोह की संलिप्तता प्रकाश में आई है। इसमें शामिल अन्य व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
परीक्षार्थियों को स्कूल तक ले जाने वाला ड्राइवर भी गिरफ्तारनीट का प्रश्न पत्र रटाने वाली जगह लर्न बॉयज हॉस्टल एंड प्ले स्कूल की गोपनीयता बनाए रखने के लिए स्कूल से करीब दो किलोमीटर दूर एक ड्रॉप ऑफ पॉइंट बनाया गया था। इस जगह पर गिरोह के सदस्य उपस्थित थे।
यहां से परिक्षार्थियों को स्कूल तक ले जाने के लिए टैक्सी का उपयोग किया गया था जिसे भी बरामद कर लिया गया है। संबंधित टैक्सी ड्राइवर सह मालिक बिहारशरीफ के मुकेश कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
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Patna: मनेर में मिला अधेड़ का शव, मां बोली- शराब तस्करों ने गर्म पानी उड़ेलकर हत्या की; जांच में जुटी पुलिस
संवाद सूत्र, मनेर। पटना जिले के मनेर थाना क्षेत्र के खासपुर शेरपुर में गर्म पानी उड़ेलकर एक 47 वर्षीय अधेड़ की हत्या कर दी गई। मृतक की मां के अनुसार, शराब तस्करों ने उसके पुत्र की हत्या की है। घटना से आक्रोशित लोगों ने थोड़ी देर के लिए सड़क जामकर हंगामा किया।
थानाध्यक्ष सुनील कुमार भगत ने बताया कि सड़क पर भीड़भाड़ से जाम लगा था, अभी तक इस मामले में कोई भी प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है। अपराधियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है।
मनेर के खासपुर निवासी बुध्धु महतो के पुत्र ललन महतो का शव लावारिस स्थिति में उसके घर से 50 मीटर की दूरी पर जंगल में रविवार को मिला। स्वजन ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
पुलिस ने कहा- हत्या कहीं और की गईथानाध्यक्ष सुनील कुमार भगत के अनुसार, जहां से शव बरामद किया गया है, जगह को देखने से पता चलता है कि उसकी हत्या कहीं दूसरी जगह कर शव यहां लाकर छिपा दिया गया। शव देखने से प्रतीत होता है कि शरीर पर उबला हुआ कोई तरल पदार्थ डाला गया है। स्वजन द्वारा स्पष्ट बातें नहीं बताई जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि ललन महतो शराब पीने का आदी था। वहीं मां का कहना है कि गांव के ही एक व्यक्ति जो शराब निर्माण के साथ ही तस्करी का धंधा करता है। उसने ही मेरे बेटे की चोरी कर शराब पीने का आरोप लगा खौलता पानी फेंक कर हत्या कर दी है।
मृतक की पत्नी ने कही ये बातपत्नी शिवरातो देवी ने बताया कि प्रतिदिन की तरह हमारे पति ललन महतो गंगा किनारे मछली मारने गए थे इसी दौरान सूचना मिली कि उनका शव जंगल में पड़ा है। वहां गए तो देखें कि हाथ पैर बंधा हुआ था। पूरे बदन पर गर्म पानी डालकर उनकी हत्या की गई है।
गांव के ही तीन लोग सुबह-सुबह घर शिकायत करने पहुंचे थे कि तुम्हारा पति शराब चुराकर पी गया है, जब पकड़ा जाएगा तो हत्या कर देंगे। उस समय उनकी बात को मजाक समझा, लेकिन हत्यारों ने बेरहमी से हत्या कर दी।
पत्नी ने बताया कि हम लोग कमजोर जाति से हैं, इसलिए गांव के दबंग लोग हमें दबा रहे हैं। हमने प्राथमिकी के लिए भी आवेदन दे दिया है। थानेदार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। विधि व्यवस्था शांतिपूर्ण है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी होगी।
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Bihar RTE Admission: नजदीक आई निजी स्कूलों में आरटीई के तहत आवेदन की तारीख, गया से सबसे ज्यादा एप्लीकेशन आए
रवि कुमार, पटना। राज्य के निजी स्कूलों में अलाभकारी और कमजोर वर्ग के बच्चों का कक्षा एक में नामांकन के लिए आवेदन प्रक्रिया जारी है। ज्ञान दीप पोर्टल पर आनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 जून है।
शिक्षा विभाग से प्राप्त आकड़े के मुताबिक, अब तक सबसे अधिक गया जिले से 3,613 आवेदन प्राप्त हुए हैं। सबसे कम आवेदन पश्चिम चंपारण से 59 और पूर्वी चंपारण से 68 आवेदन प्राप्त हुए हैं। राजधानी पटना से 1071 आवेदन हुए हैं।
आवेदनों की जांच जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय स्तर पर की जा रही है। पटना जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि विभाग से मान्यता प्राप्त निजी स्कूलों को आरटीई के तहत 25 प्रतिशत सीटों पर अलाभकारी और कमजोर वर्ग के बच्चों का नामांकन अनिवार्य है।
नामांकन के बाद निजी स्कूल के संचालक इन बच्चों के साथ भेद-भाव नहीं करेंगे। विभाग की ओर से स्कूलों की जांच समय-समय पर की जाएगी।
ये कर सकते हैं आवेदनअलाभकारी में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, अत्यंत पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक समूह के बच्चे के माता-पिता का वार्षिक आय एक लाख होना चाहिए। इसी तरह कमजोर वर्ग में सभी जातियां व समुदाय के बच्चे जिनके माता-पिता का वार्षिक आय दो लाख रुपये से कम हो।
कक्षा में एक में नामांकन के लिए बच्चे का एक अप्रैल 2024 तक, छह वर्ष की आयु होना अनिवार्य है। आनलाइन आवेदन के समय पांच स्कूलों चयन करना होगा।
नामांकन में उन बच्चों की सबसे पहले प्राथमिकता दी जाएगी, जिनका घर से स्कूल की दूरी एक किलोमीटर है। एक से तीन किलोमीटर वाले को दूसरी और तीन से छह किलोमीटर वाले बच्चों तीसरी प्राथमिकता दी जाएगी।
ये तीन जिले सबसे आगेजिला - प्राप्त आवेदन
गया - 3,613
जहानाबाद- 1,958
पटना - 1,071
पांच सौ अधिक वाले जिलेबेगूसराय- 8,81
समस्तीपुर- 696
मुजफ्फरपुर - 570
जमुई - 513
दरभंगा - 503
इन जिलों को करनी होगी मशक्कतनालंदा-468
नवादा-473
बांका -452
मुंगेर-412
भोजपुर-400
मधुबनी-368
रोहतास-344
बक्सर -301
कैमूर-300
औरंगाबाद -232
गोपालगंज-204
खगड़िया-184
लखीसराय-167
मधेपुरा-144
सहरसा-140
अररिया - 138
पूर्णिया-136
भागलपुर - 131
अरवल - 123
कटिहार-108
सौ से कम वाले जिलेकिशनगंज-76
पूर्वी चंपारण -68
पश्चिम चंपारण -59
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