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Vivah Panchami 2024: राम-सिया के व्रत-पूजन से सुखद होगा वैवाहिक जीवन, जानें विवाह पंचमी का पौराणिक महत्व
जागरण संवाददाता, पटना। अगहन शुक्ल पंचमी शुक्रवार को श्रवणा व धनिष्ठा नक्षत्र के युग्म संयोग में प्रभु श्रीराम और जनक नंदनी माता सीता का विवाह उत्सव मनाया जा रहा है। ज्योतिष आचार्यों के अनुसार, इस दिन अतिशुभकारी सर्वार्थ सिद्धि योग एवं रवियोग का भी उत्तम संयोग रहेगा। मान्यता है कि विवाह पंचमी के दिन सीताराम भगवान की पूजा एवं दर्शन करने से सारी अभिलाषा पूर्ण होती है।
इस दिन सभी राम मंदिरों व ठाकुरबाड़ी में षोडशोपचार से विधिवत पूजा-आराधना की जाएगी। मंदिरों में इसके लिए विशेष सजावट की गई है। भव्य शृंगार कर भगवान की आरती उतारी जाएगी।
ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा ने बताया की सीताराम विवाहोत्सव के दिन रामचरितमानस, राम रक्षास्त्रोत का पाठ व स्तुति करने से पारिवारिक अड़चनें दूर होती हैं और आपसी प्रेम प्रगाढ़ होते हैं। विवाह पंचमी पर रामचरितमानस का नवाह्ण परायण कथा की भी परंपरा है। माता जानकी के प्राकट्य स्थल सीतामढ़ी के धनुषा में इस मौके पर भव्य मेला लगता है। इस दिन वहां स्थित बरगद के पेड़ में महिलाएं सूत बांधती हैं।
विवाहोत्सव पंचमी पर श्री दुर्गा सप्तशती के अर्गला स्त्रोत एवं दुर्गा सहस्त्रनाम का पाठ करने से वैवाहिक लग्न, स्वास्थ्य तथा दांपत्य जीवन की बाधाएं नष्ट हो जाती है। तुलसी माला से सीताराम नाम का जाप करने से मनोकामना पूर्ति का वरदान मिलता है। विवाह पंचमी पर ग्रह-गोचरों का शुभ संयोग बनने से राम-जानकी विवाह और पूजा-अर्चना करना अति पुण्य फलदायी होगा। सुहागिन महिलाओं को सीता राम की पूजा करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होगी। कुंवारी कन्या को सीताराम की पूजा से मनचाहा वर की प्राप्ति होगी।
ब्रह्माजी ने लिखी थी विवाह की लग्न पत्रिका:धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, स्वयंवर में धनुष तोड़ने के बाद विवाह की सूचना मिलते ही राजा दशरथ भरत, शत्रुघ्न व अपने मंत्रियों के साथ जनकपुर आ गए। ग्रह, तिथि, नक्षत्र योग आदि देखकर ब्रह्माजी ने उस पर विचार कर लग्न पत्रिका बनाकर नारदजी के हाथों राजा जनक को भिजवाया था। शुभ मुहूर्त में श्रीराम की बरात का आगमन हुआ था। सीताराम का विवाह संपन्न होने पर राजा जनक और राजा दशरथ ने एक दूसरे को प्रसन्नता पूर्वक गले लगाया था।
विवाह पंचमी का क्या है पौराणिक महत्व:श्रीरामचरितमानस के अनुसार अगहन शुक्ल पंचमी को भगवान राम और जनकपुत्री जानकी का विवाह हुआ था। इस कारण इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। भगवान राम को चेतना और मां सीता को प्रकृति का प्रतीक माना गया है। ऐसे में दोनों का मिलन इस सृष्टि के लिए अति उत्तम माना गया है। ऐसी मान्यता है कि विवाह पंचमी के दिन भगवान राम और सीता का विवाह कराने से ऐसे जातकों की समस्याएं दूर हो जाती हैं, जिनकी शादी में अड़चनें आ रही हैं।
विवाह पंचमी के दिन भगवान श्री राम और मां सीता के संयुक्त रूप की उपासनी की जाती है। इस दिन रामचरित मानस और बालकांड में भगवान राम और सीता के विवाह प्रसंग का पाठ करना शुभ माना जाता है। इससे परिवार में सुख का वास और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
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Patna News: ड्रोन से मच्छर मारने की तैयारी, पटना में इन 12 जगहों पर नगर निगम करेगा 'हवाई' हमला
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी के बीचो-बीच मौजूद नालों की वजह से आसपास रहने वालों को गंदगी और बदबू की परेशानी झेलनी पड़ती है। इससे बीमारी फैलने के साथ साथ इलाके में मच्छरों के प्रकोप का खतरा भी मंडराता रहता है। अब नगर निगम इस समस्या से निपटने के लिए ड्रोन का सहारा लेने जा रहा है। नालों में पहली बार ड्रोन से एंटी लार्वा का छिड़काव किया जाएगा।
जीविका उपलब्ध कराएगा ड्रोनपटना नगर निगम जीविका का सहयोग लेकर राजधानी के सभी नालों में एंटी लार्वा का छिड़काव करेगा। इसके लिए जीविका के सीईओ हिमांशु शर्मा ड्रोन उपलब्ध कराएंगे।
पटना नगर निगम क्षेत्र में करीब एक दर्जन बड़े नाले हैं। नाले के किनारे रहने वाले लोगों को मच्छरों की वजह से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं ये मच्छर डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी की वजह भी बनते हैं।
राजधानी में ये बड़े नाले बन रहे बीमारी की वजहपटना में राजीव नगर नाला, बाबा चौक नाला, सैदपुर नाला, सर्पेंटाइनरोड नाला, मंदिरी नाला, आनंदपुरी नाला, बाकरगंज नाला, नूतन राजधानी अंचल में न्यू बाइपास नाला, कंकड़बाग अंचल में न्यू बाइपास नाला, बदशाही नाला, योगीपुर नाला, पश्चिम दरवाजा नाला सहित कई बड़े नाले हैं।
इसके अलावा शहर के सेकेंड्री कचरा प्वाइंट और जलजमाव वाले क्षेत्रों में भी ड्रोन से एंटी लार्वा का छिड़काव किया जाएगा। पटना नगर निगम इसकी तैयारी कर रहा है। जीविका के पास प्रशिक्षित विशेषज्ञ हैं, जिनके माध्यम से नालों में एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जाएगा।
डेंगू पर नियंत्रण के लिए सभी 375 सेंटरों में है टीमडेंगू पर नियंत्रण के लिए पटना नगर निगम के सभी 75 वार्डों में 375 सेक्टर हैं। सभी सेक्टरों में एंटी लार्वा के छिड़काव के लिए विशेष टीम हैं। यह जलजमाव वाले क्षेत्रों में छिड़काव करती है। कई बार घर-घर जाकर एंटी लार्वा का छिड़काव भी कराया गया।
पटना नगर निगम आयुक्त ने दी जानकारीइस बारे में जानकारी देते हुए पटना नगर निगम आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि ड्रोन से शहर के सभी खुले नाले, सेकेंड्री कचरा प्वाइंटों के आसपास एंटी लर्वा का छिड़काव कराने जा रहे हैं। जीविका ड्रोन उपलब्ध करा रहा है। छिड़काव कार्य जल्द पूर्ण कराए जाएंगे। सभी तैयारियां हो गई हैं।
मच्छरों के आतंक से राहतराजधानी पटना में बढ़ते मच्छरों के आतंक के बीच नगर निगम की इस पहल से आने वाले दिनों में स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इसके साथ ही मच्छरों की वजह से होने वाली डेंगू, मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियों का खतरा भी कम होगा।
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Bihar News: 'खून' से रंगे हाथ खिला रहे गेंदा-गुलाब, बदली सोच तो बंदी करने लगे बागवानी
Patna News: पूर्व सांसद रामकृपाल यादव बेटे के खिलाफ FIR दर्ज, मचा सियासी बवाल; व्यापारी से मारपीट का मामला
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र की मुख्य सड़क पर रोड नंबर 14 से 16 के बीच बुधवार की रात व्यापारी को बेरहमी से पीटने के मामले में पूर्व सांसद रामकृपाल यादव के बेटे अभिमन्यु यादव समेत उनके दो बाउंसर के विरुद्ध प्राथमिकी कर ली गई है।
पीड़ित हार्डवेयर व्यवसायी नंदन कुमार के मुताबिक, घटना के बाद से उन्हें कई रसूखदारों के कॉल आ रहे हैं। हालांकि, वे निडर होकर कानूनी लड़ाई लड़ने को तैयार हैं। थानेदार अमित कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। घटनास्थल पर लगे सीसी कैमरों के फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।
बताया जाता है कि बुधवार की रात रोड नंबर 14 से 16 के बीच नंदन की कार सड़क किनारे खड़ी थी। तभी अभिमन्यु यादव का काफिला उधर से गुजर रहा था।
नंदन की कार के कारण जाम की स्थिति बन गई थी। नंदन कार आगे ही बढ़ाने ही वाले थे कि उनके साथ मारपीट शुरू हो गई। उनका आरोप है कि पूर्व सांसद पुत्र के कहने पर उनके (अभिमन्यु) बाउंसरों ने बेरहमी से पिटाई कर दी।
गाड़ी से खींच कर पीटानंदन का आरोप है कि उन्हें गाड़ी से खींचकर बाउंसरों ने नीचे उतारा और बेरहमी से पिटाई की। इससे उनकी आंख के नीचे गंभीर चोटें आईं हैं। इसके अलावा शरीर के कई हिस्सों में भी चोट है। गौर हो कि पूर्व में टीम अभिमन्यु के विरुद्ध मारपीट के मामले में दीघा थाने में भी प्राथमिकी हो चुकी है। पुलिस ने एक बाइक जब्त की थी, जिस पर टीम अभिमन्यु लिखा था।
कौन हैं राम कृपाल यादव- राम कृपाल यादव बिहार के पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से 17वीं लोकसभा के सदस्य थे ।
- वह राष्ट्रीय जनता दल के सदस्य थे और लालू यादव के करीबी विश्वासपात्र थे।
- बाद में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये।
- राम कृपाल यादव 2014 से 2019 तक दिल्ली में केंद्रीय मंत्री भी रहे
- रामकृपाल यादव का जन्म 12 अक्टूबर 1957 को हुआ था।
- उन्होंने मगध विश्वविद्यालय, पटना से बैचलर ऑफ आर्ट्स (ऑनर्स) और बैचलर ऑफ लॉ की डिग्री प्राप्त की।
- राम कृपाल यादव इस बार लोकसभा चुनाव में लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती ने शिकस्त दे दी थी
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Bihar News: 'खून' से रंगे हाथ खिला रहे गेंदा-गुलाब, बदली सोच तो बंदी करने लगे बागवानी
जागरण संवाददाता, पटना। जिनके हाथ खून से रंगे थे, वे अब खुरपी लेकर बागवानी कर रहे हैं। संगीन अपराधों में जेल में बंद ये कैदी आज वहां की बगिया में गेंदा, गुलाब खिला खुशबू बिखेर रहे हैं। उनकी सोच में यह बदलाव बेउर आदर्श केंद्रीय कारा प्रशासन के सार्थक प्रयास से संभव हो सका है।
संगीन मामलों में कैद बंदियों से फूलों की खेती करवाई जा रही है। सुबह से शाम तक बंदी बागवानी में लगे रहते हैं। वहीं जेल प्रशासन द्वारा उन्हें इसका विशेष प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।
फूलों के बारे में कैदियों को दिया जा रहा विशेष प्रशिक्षण और ये जानकारियां- किस मौसम में कौन सा फूल खिलेगा।
- मिट्टी की गुणवत्ता कैसी होनी चाहिए।
- सिंचाई के लिए कितना पानी लगेगा।
जेल अधीक्षक डॉ. विधु कुमार ने बताया कि बागवानी में बड़ी संख्या में कैदियों ने रूचि दिखाई है। सुधार कार्यक्रम के तहत फूलों की खेती कराई जा रही है। भविष्य में इसे बड़े स्तर पर करने की योजना है।
कारा प्रशासन के मुताबिक, कैदियों की प्रतिभा से आमजन को भी रूबरू कराने की लगातार कवायद की जा रही है।
इससे बंदियों को सराहना मिलेगी तो वे सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित होंगे। अभी मुक्ति बाजार में जूट, हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, मसाले आदि बिक रहे हैं।
फूलों को बाजार में लाने की तैयारीबेउर आदर्श केंद्रीय कारा प्रशासन जल्द ही कैदियों द्वारा लगाए गए फूलों की माला को बाजार में लाने की तैयारी है।
करीब डेढ़ महीने में इस योजना को मूर्तरूप देने पर काम किया जा रहा है। इसके लिए गेंदा के फूलों की खेती पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बताया जाता है कि दो प्रकार के गेंदा फूल लगाए जा रहे हैं। इनकी खेती के लिए उन स्थानों को साफ कराया गया है, जहां कभी कचरे का अंबार लगा रहता था। गेंदा का एक प्रकार साल भर खिलता है, जबकि दूसरा मौसमी है।
विशेषज्ञ देंगे औषधीय पौधों की जानकारीजेल की बागवानी में औषधीय पौधों को भी शामिल किया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञों से विमर्श जारी है। किस तरह के औषधीय पौधे लगाए जा सकते हैं। मिट्टी और वातावरण कैसे हो आदि लाभप्रद जानकारियां हासिल की जा रही हैं।
पहले जेल कर्मियों को इस बारे में बताया जाएगा, फिर बंदियों को प्रशिक्षण मिलेगा। दूसरी ओर, ठंड आते ही बुजुर्ग और बीमार बंदियों का प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण कराया जा रहा है।
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Bihar Weather Todya : कंपकपाने वाली ठंड के लिए हो जाइए तैयार, पश्चिमी विक्षोभ से झमाझम बारिश के भी आसार
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: दिसंबर महीने की शुरुआत होने के साथ ही ठंड ने भी अपना असर दिखाना शुरू कर दिया। सुबह और शाम के तापमान में गिरावट के बाद अब दिन में भी पारा गिरना शुरू हो गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों में मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। ठंड में तेजी से इजाफा होगा। वहीं 8-9 दिसंबर को बारिश के भी आसार हैं, जिसके बाद कड़ाके की ठंड दस्तक देगी।
प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- राजधानी पटना में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
ठंड की दस्तक के बाद अब मौसम विभाग ने बिहार में बारिश को लेकर भी बड़ा अलर्ट जारी किया है। IMD के अनुसार, एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिसकी वजह से 8 और 9 दिसंबर को बारिश होने के आसार हैं। बारिश के बाद ठिठुरन और बढ़ेगी।
डेहरी रहा सबसे ठंडाप्रदेश में रोहतास का डेहरी सबसे ठंडी जगह बना हुआ है। डेहरी का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के करीब दर्ज किया गया। आने वाले दिनों में इसके और कम होने के आसार हैं।
प्रदूषण बना बीमारियों की वजहएक ओर जहां प्रदेश में सर्दी का सितम बढ़ रहा है, वहीं दूसरी तरफ प्रदूषण में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। वायु प्रदूषण कई बीमारियों का कारण भी बन रहा है। कुल मौतों में सात प्रतिशत मृत्यु का कारण प्रदूषण को माना जा रहा है। ये बातें गुरुवार को राज्य के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने प्रेस बयान जारी कर कहीं।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण कर ही हम धरती को बचा सकते हैं। मंत्री ने कहा कि राज्य के कई शहरों में प्रदूषण खतरनाक स्तर तक पहुंच चुका है। उस पर नियंत्रण के लिए बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद को निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दुनियाभर में अभियान चलाया जा रहा है, जिससे इसका प्रभाव पूरे मानव जाति पर नहीं पड़ सके
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महंगे होंगे रेडीमेड कपड़े! बढ़ सकती हैं GST की दरें, निर्मला सीतारमण के पास पहुंचा प्रस्ताव
राज्य ब्यूरो, पटना। महंगे रेडीमेड कपड़ों पर जीएसटी (GST On Readymade Garments) की दरें बढ़ाई जा सकती हैं। इसके लिए उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Choudhary) की अध्यक्षता वाला मंत्रियों का समूह (जीओएम) पहले ही अपनी अनुशंसा कर चुका है।
उस अनुशंसा पर अब केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की अध्यक्षता वाली जीएसटी परिषद (GST Council) को निर्णय लेना है। राजस्थान के जैसलमेर में 21 दिसंबर को इसकी बैठक प्रस्तावित है।
दो दिसंबर को हुई जीएसटी परिषद की बैठक में सम्राट रेडीमेड कपड़ों पर दरों के तीन स्लैब निर्धारित करने का सुझाव दे चुके हैं। 1500 रुपये तक के मूल्य वाले रेडीमेड कपड़ों पर 05 प्रतिशत, 1501 से 10000 रुपये तक के लिए 18 प्रतिशत और 10000 रुपये से अधिक के मूल्य पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगाने की अनुशंसा हुई है।
वित्त विभाग के सूत्र बता रहे कि जैसलमेर में होने वाली बैठक में जीवन और स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर जीएसटी के प्रमुख प्रस्ताव पर भी विचार होना है। स्वास्थ्य बीमा के लिए वरिष्ठ नागरिकों द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम और टर्म लाइफ इंश्योरेंस के लिए हर द्वारा भुगतान किए गए प्रीमियम पर छूट मिलने की संभावना है।
रेडीमेड कपड़ों पर जीएसटी की अनुशंसा मूल्य दर 1500 रुपये तक 05 प्रतिशत 1501-10000 रुपये तक 18 प्रतिशत 10000 से अधिक 28 प्रतिशत पिछले माह से कम जीएसटी की वसूली हुई नवंबर मेंपिछले वर्ष नवंबर की तुलना में इस बार नवंबर में बिहार में 12 प्रतिशत अधिक जीएसटी का संग्रहण हुआ है। इस बार 1561 करोड़ रुपये मिले हैं। नवंबर, 2023 में कुल 1388 करोड़ रुपये की वसूली हुई थी। विवाह आदि समारोह शुरू हो जाने के कारण राजस्व में यह उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज हुई है। वाणिज्य-कर विभाग को आशा है कि वित्तीय वर्ष के समापन तक वृद्धि का यह क्रम जारी रहेगा। हालांकि, इसी वर्ष अक्टूबर में हुई 1604 करोड़ रुपये की वसूली से नवंबर में 43 करोड़ रुपये कम जीएसटी मिले हैं।
अक्टूबर में अच्छी वसूली का कारण दशहरा और दीपावली रहा था। प्रतिशत के रूप में बड़े राज्यों में एकमात्र महाराष्ट्र की उपलब्धि बिहार से अधिक रही है। उसने 14 प्रतिशत अधिक का संग्रहण किया है। हालांकि, राशि के रूप में बिहार और महाराष्ट्र का अंतर काफी अधिक है। इस वर्ष नवंबर में महाराष्ट्र में 29948 करोड़ रुपये की वसूली हुई है। पड़ोसी झारखंड की उपलब्धि भी बिहार के बराबर ही 12 प्रतिशत अधिक की रही है। वहां कुल 2950 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।
पिछली बार की तुलना में इस बार नवंबर में बंगाल और उत्तर प्रदेश में क्रमश: छह और पांच प्रतिशत अधिक जीएसटी की वसूली हुई है। राष्ट्रीय स्तर पर यह 9.38 प्रतिशत अधिक रही है। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि अपने पड़ोसी राज्यों की तुलना में बिहार जीएसटी के रूप में राजस्व प्राप्त करने में अभी काफी पीछे है। इसका कारण उन राज्यों में औद्योगिक और व्यावसायिक परिवेश का बेहतर होना है।
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Bihar news: सारण-भोजपुर में डांस के दौरान विवाद में गरजीं बंदूकें, सेना व पुलिस जवान समेत चार जख्मी
जागरण टीम, पटना। सारण व भोजपुर में विवाह समारोह के दौरान नाच का आयोजन विवाद की वजह बन गया। सारण के रसूलपुर थाना क्षेत्र के असहनी गांव में सिवान से आई बरात में नर्तकियों से गीत की फरमाइश के विवाद में गांव के ही दो पक्षों के बीच अंधाधुंध फायरिंग हो गई। जिसमें झारखंड पुलिस के जवान समेत तीन गंभीर जख्मी हो गए।
वहीं भोजपुर जिले के कोईलवर थाना क्षेत्र के सकड्डी गांव में पटना जिले से आई बरात में गांव के ही बदमाश युवक नर्तकियों से दुर्व्यवहार करने लगे, दुल्हन के भाई सेना में हवलदार ने मना किया तो उन्हें गोली मार दी गई।
सारण के असहनी गांव में हुई फायरिंग में एक पक्ष के अशोक ओझा के पुत्र झारखंड पुलिस के जवान रंजीत ओझा उर्फ लाट ओझा व बलिया पोखरा निवासी अर्जुन पांडेय के पुत्र राजेश पांडेय तथा दूसरे पक्ष के भैरव यादव के पुत्र जख्मी धीरज यादव गंभीर जख्मी हो गए। सभी असहनी गांव के ही हैं।
सिवान के महाराजगंज थाना क्षेत्र के महुवारी गांव से गयानंद तिवारी के पुत्र की बरात असहनी के ओझा टोला में सरोज ओझा के घर आई थी। तीनों घायलों का उपचार पटना के रूबन हास्पिटल व पीएमसीएच में चल रहा है।
रसूलपुर थाना अध्यक्ष प्रभात कुमार ने बताया कि पुलिस ने मौके से एक दर्जन से अधिक खोखा बरामद किया है। आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस या प्रशासन से नाच की अनुमति नहीं ली गई थी। इधर, सकड्डी गांव में आई बरात के जनवासे में नर्तकियों से दुर्व्यवहार का विरोध करने पर दुल्हन के भाई सेना के हवलदार 38 वर्षीय राजेश कुमार को गोली मार दी गई। वह जम्मू-कश्मीर के रजौरी में पदस्थापित हैं। गोली दाएं हाथ में लगी है। आरा सदर अस्पताल में उपचार चल रहा है। सभी सात हमलावर सकड्डी गांव के ही बताए जा रहे हैं।
डीएसपी रंजीत सिंह ने बताया कि सेना के हवलदार अर्जुन शर्मा के पुत्र हैं। पुलिस हमलावरों की गिरफ्तारी का प्रयास कर रही है। जख्मी फौजी ने पुलिस को बताया कि उनकी छोटी बहन काजल की बरात मनेर निवासी मिथलेश शर्मा के यहां से आई थी।
नाच के दौरान गांव के छह-सात लड़के हथियार लेकर शामियाना में घुस आए और स्टेज पर चढ़कर नर्तकियों के साथ अभद्र व्यवहार व फायरिंग करने लगे। उन्होंने मना किया तो उन लोगों कुर्सी चलाकर मारपीट शुरू कर दी। इसी क्रम में एक बदमाश ने उन पर गोली चला दी, जो उनके हाथ में लगी है।
BPSC 70th Admit Card: बीपीएससी 70वीं प्रारंभिक परीक्षा का शेड्यूल जारी, 2034 पदों पर होनी है नियुक्ति
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने गुरुवार को एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा (BPSC 70th Exam Schedule) का कार्यक्रम जारी कर दिया है। सचिव सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि परीक्षा 13 दिसंबर को दोपहर 12:00 से 2:00 बजे तक राज्य के अधिसंख्य जिलों में बनाए गए केंद्रों पर एकल पाली में हाेगी। प्रवेश पत्र शुक्रवार से अभ्यर्थी यूजर आईडी और पासवर्ड का उपयोग कर डैशबोर्ड से डाउनलोड करेंगे।
एक ही पाली में परीक्षा आयोजित की जा रही है। पूर्व की तरह इस बार भी रिजल्ट तैयार किया जाएगा। नॉर्मलाइजेश को लेकर कुछ असमाजिक तत्व अफवाह फैला रहे हैं। नॉर्मलाइजेश से रिजल्ट तैयार नहीं होगा। परीक्षा में शामिल होने के लिए चार लाख 83 हजार अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया है।
परीक्षा केंद्र की जानकारी 10 दिसंबर को उपलब्ध कराई जाएगी:आयोग ने विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया है कि शुक्रवार को डैशबोर्ड पर डाउनलोड एडमिट कार्ड बटन क्लिक करने पर ई-प्रवेश पत्र उपलब्ध होगा। इसमें आवंटित परीक्षा केंद्र कोड के रूप में दर्ज होगा, जिसमें केंद्र कोड एवं जिला का नाम अंकित रहेगा। परीक्षा केंद्र कोड डैशबोर्ड पर 10 दिसंबर से उपलब्ध कराई जाएगी।
सभी अभ्यर्थी ई-प्रवेश कार्ड का एक अतिरिक्त प्रति अपने साथ परीक्षा केंद्र पर अनिवार्य रूप से लाएंगे। उसे परीक्षा अवधि में वीक्षक के समझ हस्ताक्षर कर देना है। आयोग ने अभ्यर्थियों को सलाह दिया है कि परीक्षा से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए बीपीएससी की वेबसाइट के संपर्क में रहे।
एक घंटा पहले बंद हो जाएगा प्रवेश:सचिव सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि परीक्षा दोपहर 12:00 बजे से प्रारंभ होगी। इसके एक घंटा पहले सुबह 11:00 बजे तक ही अभ्यर्थियों को ई-प्रवेश पत्र आदि जांच के बाद केंद्र में प्रवेश की अनुमति होगी। किसी भी स्थिति में सुबह 11:00 बजे के बाद अभ्यर्थी को केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा। सुबह 9:30 बजे से अभ्यर्थी आवंटित केंद्र में प्रवेश कर सकेंगे। प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प होंगे। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए एक तिहाई अंक कम कर दिया जाएगा।
कई सेट में होंगे प्रश्न पत्र:आयोग ने स्पष्ट किया है कि 13 दिसंबर की परीक्षा के लिए प्रश्न पत्रों के कई सेट बनाए गए हैं। इनमें किसी एक सेट से सभी केंद्रों पर परीक्षा होगी। किस सेट से परीक्षा होगी। इसका निर्णय परीक्षा प्रारंभ होने से कुछ देर पहले किया जाएगा। प्रश्न पत्र का बाक्स अभ्यर्थियों के सामने उनके कक्ष में खुलेगा।
प्रश्न पत्र के बॉक्स को चिपकाने वाला कलर सीट से कई स्तर पर सील किया जाएगा। बॉक्स के चारों ओर कलर सीट लपेटा जाएगा। लाक भी कई स्तर से सील होंगे। छेड़छाड़ की स्थिति में इसे पूर्व की तरह नहीं किया जा सकेंगे।
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CBSE 12th Practical Exam: सीबीएसई 12वीं के छात्र ध्यान दें! प्रैक्टिकल एग्जाम को लेकर आ गया बड़ा अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं और 12वीं कक्षा की प्रायोगिक परीक्षा (CBSE 10th 12th Practical Exam 2025) एक जनवरी 2025 से शुरू होगी। वहीं, लिखित परीक्षाएं 15 फरवरी से शुरू होंगी। 12 वीं बोर्ड की परीक्षा 15 फरवरी से चार अप्रैल तक चलेगी। जबकि 10 वीं बोर्ड की परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होकर 18 मार्च तक चलेगी।
सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक डॉ. संयम भारद्वाज द्वारा सभी स्कूलों को पत्र जारी कर प्रायोगिक परीक्षा, प्रोजेक्ट, इंटरनल असेसमेंट के लिए गाइडलाइंस भेजी हैं। बोर्ड ने कहा है कि सभी स्कूल यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रायोगिक परीक्षा एक जनवरी से शुरू हो जाएं और डेटशीट की जानकारी प्रत्येक विद्यार्थी और अभिभावकों को देंगे।
बोर्ड ने कहा है कि असेसमेंट होने के बाद ही अंक लिंक में अपलोड किए जाएंगे। अंक अपलोड करने के दौरान स्कूल सुनिश्चित करेंगे कि सही-सही अंक अपलोड हो, क्योंकि बाद में कोई सुधार का मौका नहीं किया जाएगा। 12 वीं की प्रायोगिक परीक्षा एक्सटर्नल एग्जामिनर ही लेंगे। स्कूलों को यह भी सुनिश्चित करना होगा कि परीक्षा बोर्ड की ओर से नियुक्त किए गए परीक्षक ही लेंगे। अलग-अलग गतिविधियों में विद्यार्थियों का कार्यक्रम देखकर डेटशीट तैयार की जाएगी। कार्यक्रम के हिसाब से ही विद्यार्थी प्रायोगिक परीक्षा देंगे। इसके बाद कोई दूसरा मौका उन्हें नहीं दिया जाएगा।
बोर्ड ने कहा है कि प्रायोगिक परीक्षा देते हुए प्रत्येक ग्रुप के विद्यार्थी का फोटोग्राफ भी बोर्ड को भेजना होगा। इसमें परीक्षक, पर्यवेक्षक के साथ विद्यार्थी का भी चेहरा दिखाना भी जरूरी है। 10 वीं की प्रायोगिक परीक्षा और प्रोजेक्ट स्कूल खुद कराएंगे। इसके लिए बाहर से कोई परीक्षक नहीं आएगा। स्कूलों को खुद ही प्रायोगिक परीक्षा की आंसर शीट का तैयार करना होगा। बोर्ड ने कहा है कि 12 वीं के लिए कुछ विषयों के लिए बाहर से परीक्षक जाएंगे। इसमें संबंधित स्कूल सहयोग करेंगे।
एक बैच में 30 से अधिक विद्यार्थी होने पर तीन पालियों में होगी प्रायोगिक परीक्षासीबीएसई ने कहा है कि स्कूल विद्यार्थियों की अंतिम सूची तैयार करेंगे और सुनिश्चित करेंगे। जिसमें स्कूल का कोई भी छात्र, जिसका नाम लिस्ट ऑफ कैंडिडेट (एलओसी) में प्रस्तुत नहीं किया गया है, उसे प्रायोगिक परीक्षा व आंतरिक मूल्यांकन में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
स्कूल प्रायोगिक परीक्षा, आंतरिक मूल्यांकन को समय पर पूरा करना सुनिश्चित करेंगे। प्रायोगिक परीक्षा के दौरान यदि विद्यार्थी के किसी बैच की संख्या 30 से अधिक है तो प्रायोगिक परीक्षा एक दिन में दो से तीन पालियों में आयोजित की जा सकती है।
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Bihar Bhumi: नीतीश सरकार ने जमीन मालिकों और सर्वेकर्मियों को दी बड़ी राहत, अब खत्म हुआ ये सिरदर्द
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Bhumi Survey 2024 राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने भूमि सर्वेक्षण में 'कैथी लिपि' में लिखे गए दस्तावेजों के पढ़ने में आने वाली समस्या का निदान कर दिया है। गुरुवार को विभागीय मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल कैथी लिपि से संबंधित एक पुस्तिका का लोकार्पण किया। दावा किया कि इससे कैथी लिपि में लिखे एक सर्वे खतियान एवं पुराने दस्तावेजों को पढ़ने में सुविधा होगी।
कैथी लिपि में लिखे रहने के कारण विशेष सर्वेक्षण (Bihar Land Survey) प्रक्रिया में आम रैयतों के साथ-साथ सर्वे कर्मियों को भी दिक्कत हो रही थी। यह पुस्तिका विभागीय वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। इसके लिए बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के शोध छात्र प्रीतम कुमार की सेवाएं ली गईं।
मंत्री ने क्या बताया?डॉ. जायसवाल ने कहा कि कैथी में लिखित दस्तावेजों को हिंदी लिपि में रूपांतरित करने के लिए लोग निजी व्यक्तियों या पुराने सरकारी कर्मियों का सहारा लेते थे। इसके लिए उनसे कभी-कभी अनावश्यक राशि की वसूली भी की जाती थी। अधिकांश लोगों ने इस संबंध में विभाग और क्षेत्रीय कार्यालयों में अपनी समस्याएं रखी थीं। इसी के आलोक में विभाग ने इस पुस्तिका के प्रकाशन का निर्णय लिया।
लोकार्पण समारोह में विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, सचिव जय सिंह, भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशक जे प्रियदर्शिनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रमपश्चिम चंपारण, दरभंगा, समस्तीपुर, सीवान, सारण, मुंगेर एवं जमुई के बंदोबस्त कार्यालयों में पदस्थापित विशेष सर्वेक्षण कर्मियों को कैथी में लिखे दस्तावेजों को पढ़ने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है। विभाग द्वारा राज्य के अन्य सभी जिलों में भी प्रशिक्षण का कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है।
विभाग द्वारा उठाए गए इस कदम से राज्य के सभी वैसे रैयत लाभान्वित होंगे जिनके पास भू- स्वामित्व से संबंधित पुराने दस्तावेज कैथी लिपि में लिखे हुए हैं और उसके आधार पर ही उनकी भूमि के स्वामित्व का निर्धारण वर्तमान सर्वे की प्रक्रिया में किया जाना है।
भूमि सर्वेक्षण के कारण गांवों का नक्शा खरीदने में बढ़ी लोगों की दिलचस्पीभूमि सर्वेक्षण के कारण जमीन से जुड़े दस्तावेजों में आम लोगों की बढ़ी रूचि का प्रभाव सोनपुर मेला में भी नजर आ रहा है। यहां लगे राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के स्टाल पर बड़ी संख्या में लोग नक्शा खरीद रहे हैं। राजस्व नक्शों की बिक्री के लिए स्टाल नंबर दो पर दो काउंटर बनाए गए हैं। इससे भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय को पौने ग्यारह लाख रुपये की आय हुई है।
विभाग के प्रवक्ता के अनुसार, दोनों काउंटर पर सीएस, आरएस, चकबंदी एवं म्युनिसिपल सर्वे नक्शा उपलब्ध है। इनकी संख्या एक लाख 36 हजार के करीब है। इन नक्शों को 150 रुपये प्रति शीट का भुगतान करके प्राप्त किया जा सकता है। भुगतान नकद किया जाता है। छोटे गांव का नक्शा एक शीट में जबकि बड़े गांव का नक्शा एक से अधिक शीट में मिलता है।
प्रवक्ता ने बताया कि मेला घूमने आनेवाला कोई भी रैयत 150 रुपये प्रति शीट के हिसाब से भुगतान करके अपने गांव का नक्शा हासिल कर सकता है। इससे पूर्व 10 रुपये की पर्ची पर अपना विवरण देना होता है। इसमें खाता, खेसरा, गांव का नाम, राजस्व थाना नंबर, अंचल और जिला का नाम भरना पड़ता है। इस पूरी प्रक्रिया में हरेक आवेदक को औसत 10 मिनट का समय लग रहा है। मंगलवार तक 2842 लोगों द्वारा 7177 शीट्स के लिए आवेदन दिया है।
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IAS Sanjeev Hans: संजीव हंस केस में नया मोड़, काली कमाई को सफेद करने वालों पर ED की नजर
राज्य ब्यूरो, पटना। आईएएस संजीव हंस (IAS Sanjeev Hans) पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। मंगलवार को हंस व अन्य के खिलाफ दिल्ली, गुड़गांव, जयपुर, नागपुर में ईडी की छापामारी में जहां 60 करोड़ के शेयर में निवेश और रियल इस्टेट में 18 करोड़ के निवेश के प्रमाण मिले, वहीं केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी को कई ऐसे लोगों के सुराग भी मिले हैं जो संजीव हंस की काली कमाई को सफेद करने में हंस के मददगार थे। सुराग मिलने के बाद ईडी ऐसे तत्वों के खिलाफ सबूत जुटाने में जुट गई है।
ईडी पटना जोनल कार्यालय की टीम ने मंगलवार को आईएएस संजीव हंस और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दिल्ली, गुड़गांव, कोलकाता, जयपुर, नागपुर में 13 स्थानों पर एक साथ छापा मारा था। जिनके यहां यह कार्रवाई की गई वे सभी हंस के सहयोगी बताए जाते हैं।
छापामारी के दौरान जांच एजेंसी को यह जानकारी मिली कि विभिन्न सरकारी पदों पर रहते हुए और अपनी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के दौरान हंस ने भ्रष्टाचार से करोड़ों की आय अर्जित की थी। संजीव हंस के मददगारों में पूर्व विधायक गुलाब यादव और अन्य कई नामी लोगों के नाम बताए जा रहे हैं।
संजीव हंस के करीबी के डी-मैट अकाउंट से बरामद किए 60 करोड़ के शेयरमंगलवार को ईडी ने अपनी कार्रवाई के दौरान संजीव हंस के एक करीबी सहयोगी (वर्तमान में इस मामले में न्यायिक हिरासत में) के परिवार के सदस्यों के नए खोले गए डी-मैट खातों में 60 करोड़ रुपये के शेयर पाए गए हैं। इसके अलावा, उनके परिसर से 70 बैंक खातों का विवरण भी मिला। इन बैंक खातों का इस्तेमाल अपराध की आय को इकट्ठा करने नकदी को छिपाने के लिए किया जाता था। ईडी ने छापामारी में रियल एस्टेट में लगभग 18 करोड़ रुपये का निवेश किया और इस तरह के सौदों में भारी मात्रा में नकदी छिपाने के साक्ष्य भी एकत्र किए गए हैं।
जांच एजेंसी ने डी-मैट खातों के लगभग 60 करोड़ और 70 बैंक खातों में शेष राशि को तत्काल फ्रिज कर दिया है। अन्य परिसरों से 16 लाख की विदेशी मुद्रा और 23 लाख रुपये भी बरामद किए गए।
ईडी को अपनी छापामारी के दौरान कई ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं जिनसे यह प्रमाणित होता है कि हंस की काली कमाई को सफेद करने वाले कई बड़े-बड़े लोग थे। अब ये सभी ईडी की रडार पर हैं। सूत्रों की माने तो ऐसे तमाम लोगों को निकट भविष्य में कार्रवाई संभावित है।
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बिहार से यूपी, झारखंड, बंगाल, ओडिशा के लिए चलेंगी 4967 बसें; 323 अंतरराज्यीय रूट किए गए चिह्नित
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार से जल्द ही उत्तरप्रदेश, झारखंड, बंगाल, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के प्रमुख शहरों तक बसों से जाना आसान हो जाएगा। बिहार से पड़ोसी राज्यों के लिए जल्द ही 300 से अधिक रूटों पर करीब पांच हजार नई बसें चलाए जाने की योजना है। परिवहन विभाग ने इन अंतरराज्यीय मार्गों पर परमिट के लिए आवेदन आमंत्रित किया है। परमिट प्राप्त करने के इच्छुक वाहन स्वामी संबंधित रिक्त मार्गों के लिए 30 जनवरी 2025 तक आनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि परिवहन विभाग ने यात्रियों के सुगम और सुलभ आवागमन को ध्यान में रखते हुए अंतरराज्यीय मार्गों पर बस परिचालन के लिए परमिट की प्रक्रिया को आसान किया गया है। राज्य के वाहन मालिक परमिट लेकर अधिकृत मार्गों पर बस सेवा प्रारंभ कर सकते हैं।
परिवहन विभाग के अनुसार, राज्य में बसों के परिचालन के लिए 5522 अंतर्क्षेत्रीय और 323 अंतरराज्यीय मार्ग अधिसूचित हैं। अभी पड़ोसी राज्यों के विभिन्न रुटों पर परमिट के लिए कुल 4967 रिक्तियां हैं। इसके लिए विभिन्न रूटों का राज्यवार रिक्ति निकाली जा रही है।
राज्य परिवहन आयुक्त ने दी जानकारीराज्य परिवहन आयुक्त नवीन कुमार ने बताया कि राज्यवार परमिट की रिक्ति से जुड़ी जानकारी परिवहन विभाग की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी। राज्य परिवहन प्राधिकरण एवं क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण की नियमित बैठकों में परमिट स्वीकृत किए जा रहे हैं। इससे यात्रियों का आवागमन तो आसान होगा ही, परिवहन क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
झारखंड के लिए सबसे अधिक बसें राज्य रिक्ति बिहार-झारखंड 4692 बिहार-बंगाल 120 बिहार-उत्तर प्रदेश 80 बिहार-छत्तीसगढ़ 70 बिहार-ओडिशा 03 यह अंतरराज्यीय मार्ग किए गए चिह्नित- बिहार-झारखंड के बीच 200 मार्ग
- बिहार-पश्चिम बंगाल के बीच 45 मार्ग
- बिहार-छत्तीसगढ़ के बीच 28 मार्ग
- बिहार-उत्तर प्रदेश के बीच 34 मार्ग
- बिहार-ओडिशा के बीच 16 मार्ग
पड़ोसी राज्यों तक सुगम आवागमन को ध्यान में रखते हुए अंतरराज्यीय मार्गों पर बस परिचालन के लिए परमिट देने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके लिए 30 जनवरी तक ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है। - संजय कुमार अग्रवाल, सचिव, परिवहन विभाग
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Tejashwi Yadav: तेजस्वी ने BPSC परीक्षार्थियों को कर दिया खुश, सीधे CM नीतीश को लिखा लेटर; कर दी बड़ी डिमांड
राज्य ब्यूरो,पटना। Bihar Political News Hindi: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएसएसी) की 70वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का फार्म भरने के लिए अभ्यर्थियों को पांच दिन का अतिरिक्त समय देने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है।
बताया है कि बीपीएससी के सर्वर मेंं तकनीकी गड़बड़ी के कारण कई अभ्यर्थी फार्म नहीं भर पाए हैं। उन्होंने एक दिन और एक पाली, एक पेपर और एक पैटर्न से यह परीक्षा कराने की मांग की है। इसी के साथ उन्होंने अभ्यर्थियों की तैयारी के लिए परीक्षा की तिथि को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है।
तेजस्वी ने मांग के साथ चेतावनी भी दीअभ्यर्थियों की समस्याओं के त्वरित समाधान की मांग करते हुए तेजस्वी ने चेतावनी भी दी है। उनका कहना है कि अगर मांगों पर तत्परता से विचार नहीं हुआ तो राजद आंदोलनकारियों के साथ मिलकर संघर्ष को आगे बढ़ाएगा। तेजस्वी का आरोप है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार विद्यार्थियों व परीक्षार्थियों के भविष्य और सपनों के साथ खिलवाड़ कर रही। उन्होंने सरकार को इससे बाज आने की चेतावनी दी है।
उन्होंने लिखा है कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण बीपीएससी का सर्वर ठीक से काम नहीं कर रहा था। ऐसे में कई विद्यार्थी फार्म भरने से वंचित रह गए। यह उनके भविष्य और परिश्रम पर आघात है। दूसरी ओर से विद्यार्थियों को ही अगंभीर बताना अफसरशाही के अहंकार और तानाशाही का प्रमाण है।
सामान्यीकरण पर नीति स्पष्ट करे सरकार: तेजस्वी यादवजो फार्म भर चुके हैं, उन्हें पूरी परीक्षा पद्धति की भी जानकारी नहीं दी गई। यह नहीं पता कि सामान्यीकरण की व्यवस्था प्रभावी होगी या नहीं। सामान्यीकरण पर नीति स्पष्ट करने का आग्रह करते हुए उन्होंने राय दी है कि इस विवादित और अन्यायपूर्ण प्रकिया से बचा जाए। यह प्रक्रिया सदैव ही विवादित रही है। किसी भी प्रश्न का सरल या कठिन होना अभ्यर्थियों की तैयारी पर निर्भर करता है, नहीं कि परीक्षा एजेंसी की इच्छा, हठधर्मिता या बुद्धिमता पर।
बीपीएससी परीक्षा के लिए योग्यता मानदंड- आयु सीमा: सभी उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम आयु सीमा 20 वर्ष है। सामान्य पुरुषों के लिए ऊपरी आयु सीमा 37 वर्ष, सामान्य महिला और ओबीसी उम्मीदवारों के लिए 40 वर्ष तथा एससी और एसटी उम्मीदवारों के लिए 42 वर्ष है।
- शैक्षणिक योग्यता: अभ्यर्थी ने किसी सरकारी, मान्यता प्राप्त कॉलेज या विश्वविद्यालय से स्नातक या कोई अन्य समकक्ष डिग्री प्राप्त की हो।
- राष्ट्रीयता: यह आवश्यक है कि अभ्यर्थी भारतीय नागरिक हो तथा उसके पास इसकी पुष्टि के लिए आवश्यक दस्तावेज हों।
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बिहटा-दानापुर एलिवेटेड रोड पर आया बड़ा अपडेट, पटना साहिब से जेपी गंगा पथ तक बनेगा नया संपर्क मार्ग
जितेंद्र कुमार, पटना। जेपी गंगा पथ से पटना साहिब रेलवे स्टेशन तक रेलवे की पुरानी रेल पटरी सहित 18.54 एकड़ भूमि पर नॉन स्टॉप संपर्क पथ का निर्माण होगा। बिहार सरकार की वर्ष 2019 से प्रस्तावित इस परियोजना को रेलवे बोर्ड ने कुछ शर्त के साथ मंजूरी दे दी है। बिहटा-दानापुर एलिवेटेड रोड (Bihta Danapur Elevated Road) के लिए भी रेलवे ने खगौल में 14.38 एकड़ जमीन बिहार सरकार को देने के प्रस्ताव को कुछ शर्त के साथ स्वीकृति दी है।
दोनों परियोजना के लिए राज्य सरकार वीर कुंवर पार्क (हार्डिंग पार्क) की 4.80 एकड़ जमीन के साथ 98.24 करोड़ रुपये रेलवे को भुगतान करेगी। दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड का निर्माण चल रहा है, लेकिन जेपी गंगा पथ से पटना साहिब तक संपर्क पथ का कार्य 2022 में निविदा के बाद रेलवे से जमीन मिलने की प्रतीक्षा में आरंभ नहीं हुआ है।
रेलवे बोर्ड द्वारा बिहार सरकार के साथ जमीन बदलैन का अनुमोदन वर्ष 2019 में किया गया था। रेल मंत्रालय की मंजूरी से दानापुर स्टेशन के पास 14.3830 एकड़ रेलवे की जमीन बिहटा-दानापुर एलिवेटेड कारिडोर के लिए देना था। पटना घाट से पटना साहिब रेलवे स्टेशन तक 18.5495 एकड़ रेलवे की जमीन आदान-प्रदान करने की बात थी। इसके एवज में पटना जंक्शन के पास वीर कुंवर सिंह हार्डिंग पार्क की 4.8009 एकड़ जमीन रेलवे को देने का प्रस्ताव था। चूकी रेलवे की जमीन ज्यादा थी, इसलिए आधारभूत संरचना विकास के लिए समान मूल्य के आधार पर सशर्त मंजूरी रेलवे बोर्ड ने दे दी है।
जमीन बदलैन के लिए रेलवे की शर्तपूर्व मध्य रेलवे हाजीपुर के महाप्रबंधक ने रेलवे बोर्ड के मंजूरी के बाद नियम और शर्त के साथ जमीन आदान-प्रदान संबंधित पत्र जारी कर दिया है। पत्र के अनुसार भूमि का सही वर्गीकरण, गणना और वर्तमान दर के अनुसार मूल्यांकन की जाएगी। रेलवे की भूमि आदान-प्रदान में राशि का अंतर राज्य सरकार भुगतान करेगी।
भूमि सौंपने से पहले पूरी राशि भुगतान करना होगा। दानापुर स्टेशन के पास सिविल निर्माण स्थानांतरित और पुनर्निर्माण करने की राशि राज्य सरकार देगी। रेलवे को निकट भविष्य में रेल परिचालन आवश्यकता नहीं होगी इसकी जांच की जाएगी। सरकार से ली जाने वाली भूमि स्वामित्व अतिक्रमण मुक्त होना चाहिए।
पटना साहिब से आसान होगी सड़क परिवहन सेवापटना साहिब आने वाले यात्री इस मार्ग से नॉन स्टॉप कंगन घाट, दीदारगंज, गाय घाट अथवा दीघा जेपी सेतु पहुंच सकते हैं। गंगा पथ से पटना घाट तक छह लेन रोड होगी। साथ ही पटना सिटी की घनी आबादी में फोरलेन के साथ सर्विस लेन होगी। अशोक राजपथ क्रासिंग के पास ऊपर दो लेन फ्लाई ओवर होगा।
अटल पथ जैसा पटना साहिब टू जेपी गंगा पथ फोरलेनआर ब्लॉक से दीघा तक रेल पटरी और भूमि पर बना अटल पथ की तरह्र ही पटना साहिब रेलवे स्टेशन से जेपी गंगा पथ तक 1.55 किलोमीटर संपर्क फोरलेन का निर्माण होगा। पटना सिटी में अशोक राजपथ के उपर से यह फोरलेन गुजरेगी। घनी आबादी के बीच एक्सप्रेस लेन के दोनों ओर मोहल्ले के नागरिकों के आवागमन के लिए सर्विस लेन बनाया जाएगा। बिहार राज्य पथ विकास निगम करीब 57 करोड़ की लागत से इस पथ का निर्माण कराएगा। इसका टेंडर वर्ष 2022 में ही हो गया था। पुरानी दर ही इस कार्य को मामूली सुधार के साथ पूरा करने की योजना है।
रेलवे ट्रैक हटाकर सड़क का होगा निर्माणपूर्व में पटना-दीघा तक रेल लाइन की तरह पटना साहिब से पटना घाट रेलवे लाइन थी। इसका उपयोग काफी पहले बंद हो चुका है। गुरुगोविंद सिंह के 350 वें प्रकाश पर्व के मौके पर 2017 में इस मार्ग का निर्माण होना था लेकिन रेलवे से अनापत्ति नहीं मिलने के कारण कार्य नहीं हो सका। दीघा-आर ब्लाक रेल लाइन को हटाकर अटल पथ का निर्माण करा दिया गया है अब पटना साहिब - पटना घाट रेल लाइन हटाकर आधुनिक फोरलेन का डीपीआर तैयार कर लिया गया है।
दीदारगंज से दीघा के बीच जेपी गंगा पथ से नॉन स्टॉप रास्ता पटना साहिब रेलवे स्टेशन तक मिलेगा। कच्ची दरगाह-बिदुपरा छह लेन गंगा पुल से इस मार्ग जुड़ जाएगा। गंगा पथ दीदारगंज में समाप्त होगा जहां से फतुहा की ओर जाने के लिए पुराना एनएच 30 और आरओबी से दीदारगंज- बख्तियारपुर फोर लेन का संपर्क हो जाएगा। पटना-साहिब स्टेशन से पटना घाट होते जेपी गंगा पथ जोड़ने का विशेष कॉरिडोर महत्वाकांक्षी परियोजना है। पटना सिटी की घनी आबादी के बीच रेलवे लाइन की उपयोगिता समाप्त हो गई है। सरकार स्तर पर रोड के लिए सहमति बन गई है। - डॉ. चंद्रशेखर सिंह, जिलाधिकारी, पटना
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Bihar Teacher Transfer Policy: सामान्य शिक्षकों के लिए खुशखबरी, सरल व उदार स्थानातंरण नीति होगी लागू
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश जदयू कार्यालय में बुधवार को आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और भवन निर्माण मंत्री जयंत राज शामिल हुए। इन मंत्रियों ने विभिन्न जिलों से कार्यक्रम में आए लोगों की की समस्याओं को सुना और उनके निष्पादन हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने शिक्षकों के स्थानातंरण को लेकर भी बड़ा ऐलान किया।
शिक्षकों के स्थानातंरण से जुड़े प्रश्न पर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने पत्रकारों से कहा कि ऐसे शिक्षक जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं, उनकी विशेष परिस्थितियों को ध्यान में रखकर उनके लिए स्थानातंरण और पदस्थापन की प्रक्रिया शुरू की गई है।
सक्षमता परीक्षा पूरी होने के बाद सामान्य शिक्षकों के लिए सरल एवं उदार स्थानातंरण तथा पदस्थापन की नीति लागू की जाएगी।
जांच के लिए करें आवेदनशिक्षा मंत्री वेतन कटौती वाले शिक्षकों को भी बड़ी राहत दी है। उन्होंने कहा कि जिन शिक्षकों के वेतन की कटौती हुई है, उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं हैं। वे जांच के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ग्रामीण विकास मंत्री ने नीतीश कुमार को सराहाग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि नीतीश सरकार ने आधी आबादी को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया है। राज्य में 10 लाख 81 हजार से अधिक जीविका समूहों से जुड़कर एक करोड़ 30 लाख से अधिक महिलाएं सशक्त हुई हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार संवाद यात्रा के जरिए महिलाओं के लिए चल रही विकास योजनाओं का जायजा लेंगे।
कार्यक्रम में में ग्रामीण विकास, शिक्षा और भवन निर्माण मंत्री के साथ ही विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी और नवीन आर्य चंद्रवंशी भी मौजूद रहे।
5 हजार शिक्षकों ने किया स्थानातंरण के लिए आवेदनराज्य के सरकारी विद्यालयों (प्रारंभिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक) में कार्यरत ऐसे शिक्षक/शिक्षिका, जो विशेष समस्या के कारण स्थानांतरण के लिए इच्छुक हैं, उनके पांच हजार आवेदन ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर आए हैं।
शिक्षा विभाग ने विशेष समस्या से ग्रस्त शिक्षक-शिक्षिका से ही ऐच्छिक तबादले के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे हैं, जिसके लिए एक दिसंबर से 15 दिसंबर तक ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन शुरू होने के साथ ही अब तक 5 हजार शिक्षकों ने आवेदन कर दिया है।
शिक्षा विभाग ने स्थानातंरण के लिए ये सात विशेष कारण तय किए हैं, जिनके आधार पर शिक्षक स्थानांतरण के लिए आवेदन कर सकते हैं।
स्थानातंरण के लिए 7 विशेष कारण- असाध्य रोग (विभिन्न प्रकार के कैंसर) स्वयं/पति-पत्नी/बच्चों
- गंभीर बीमारी (किडनी रोग, हृदय रोग, लीवर रोग)-स्वयं/पति-पत्नी/बच्चों
- दिव्यांगता के आधार पर स्वयं नियुक्त शिक्षक/शिक्षिका
- ऑटिज्म/मानसिक दिव्यांगता स्वयं/पति-पत्नी/बच्चों
- विधवा एवं परित्यक्ता महिला शिक्षिका के लिए
- पति/पत्नी के पदस्थापन के आधार पर शिक्षक/शिक्षिका दोनों के लिए
- ऐच्छिक स्थान से वर्तमान पदस्थापन की दूरी शिक्षक/शिक्षिका दोनों के लिए
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अचानक दिल्ली पहुंच गए विजय सिन्हा, PM मोदी से की मुलाकात; दोनों के बीच क्या बात हुई?
राज्य ब्यूरो, पटना। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री से शिष्टाचार-भेंट के दौरान राज्य से जुड़े जनसरोकार के मुद्दे पर भी सार्थक चर्चा हुई। इस दौरान राज्य के विकास को लेकर प्रधानमंत्री से मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ। विशेषकर विकसित भारत के संकल्प में युवाओं की भूमिका को लेकर प्रधानमंत्री से विशेष मार्गदर्शन मिला।
उनकी ओर से विगत दिनों लखीसराय में ''राज्य युवा उत्सव'' के सफल आयोजन पर खुशी व्यक्त की गई। उन्होंने समेकित विकास में युवाओं को अधिक से अधिक भागीदार बनाने का निर्देश भी दिया।
सिन्हा ने कहा कि विगत दस वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने युवाओं को देश के विकास में सर्वोच्च स्थान दिया है। 2014 में शासन में आते ही यह सरकार युवा नीति-2014 लेकर आई। विगत दस वर्षों में करीब 400 नए विश्वविद्यालय खोले गए। इसी सरकार के प्रयासों से आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम वाला देश बना है। 28 लाख करोड़ से अधिक जो मुद्रा लोन दिए गए हैं, उससे भी हमारे युवा ही सर्वाधिक लाभान्वित हुए हैं।
प्रधानमंत्री की प्रेरणा से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राज्य की डबल इंजन सरकार भी लगातार युवाओं को विकास का वाहक बनाने में जुटी है। उद्योग, पर्यटन, फिल्म, आईटी , खेल से जुड़े जो भी नीतिगत पहल हाल के दिनों में हमारी सरकार ने लिए हैं । उन सभी में विशेष रूप से युवाओं को लक्षित किया गया है। राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर भी प्रधानमंत्री से जो परिचर्चा हुई। उसमें भी उनकी ओर से अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ने का निर्देश मिला है।
कांग्रेस ने बोला हमलाराज्यसभा सदस्य और बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने सीएजी (कैग) रिपोर्ट को लेकर जदयू-भाजपा की एनडीए सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नीतीश-भाजपा की जोड़ी ने मिलकर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को खोखला कर दिया है। कैग की रिपोर्ट ने राज्य सरकार और उनकी कार्यशैली की धज्जियां उड़ा दी है। साथ ही सरकार की जन उपेक्षा को खुलेआम कर कठघरे में खड़ा कर दिया है।
डॉ. अखिलेश ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य संरचना और स्वास्थ्य सेवाओं के प्रबंधन पर आडिट रिपोर्ट, 2016-2022 की रिपोर्ट से यह समझ में आता है कि कैसे बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था को ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा ने आईसीयू में झोंक रखा है। वर्ष 2016-17 से 2021-22 के दौरान किए गए 69,790.83 करोड़ के बजट प्रविधानों में से बिहार ने केवल 48,047.79 करोड़ खर्च किए गए। 21,743.04 करोड़ रुपयों का उपयोग तक नहीं किया गया।
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राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक पार्टियों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, राबड़ी देवी और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उस दौर में तेजस्वी यादव को क्रिकेट खेलने के लिए झारखंड पलायन करना पड़ा।
तेजस्वी यादव पर साधा निशानाजदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उस दौर में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को झारखंड जाकर क्रिकेट खेलना पड़ा था। उन्हें बताना चाहिए कि वे अपने राज्य से क्रिकेट क्यों नहीं खेल पाए। उन्हें झारखंड पलायन क्यों करना पड़ा।
क्रिकेट को लेकर भी कसा तंजनीरज कुमार ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए कहा कि मैं उनकी क्रिकेट से जुड़ी उपलब्धियों का जिक्र इस तरह करूंगा- सात क्रिकेट मैच, कुल 37 रन और एक विकेट। इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं और नीरज ने कहा कि नीतीश कुमार के शासन में अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का निर्माण हुआ। अंतरराष्ट्रीय मैच खेले जा रहे हैं।
कार्यकर्ता दर्शन संवाद कार्यक्रम की यात्रा पर भी साधा निशानानीरज कुमार ने तेजस्वी यादव की कार्यकर्ता दर्शन संवाद कार्यक्रम की यात्रा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की यात्रा असत्य की खेती के लिए हो रही है। उन्हें इस यात्रा में बताना चाहिए कि शराबबंदी वाले राज्य में उनकी पार्टी ने शराब बनाने वाली कंपनियों से इलेक्टोरल बॉन्ड के रूप में चंदा क्यों लिया।
RJD के शासनकाल में सिर्फ अपहरण उद्योगजदयू के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि राजद शासनकाल में सिर्फ अपहरण उद्योग चलता था। अब वास्तविक उद्योग स्थापित हो रहा है। तेजस्वी को यह भी बताना चाहिए कि नीतीश कुमार के शासन में लाखों लोगों को नौकरियां दी गईं, लेकिन रेलवे की नौकरियों की तरह किसी की जमीन नहीं ली गई। लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इसी से उनके पास 75 बीघा जमीन है।
जाति आधारित गणना नीतीश की देननीरज ने कहा कि जाति आधारित गणना और उस आधार पर आरक्षण का निर्धारण नीतीश कुमार की देन है। न्यायालय ने इसे रद्द कर दिया है। अब इस समय यह कानून ही अस्तित्व में नहीं है तो किस कानून को संविधान की नौंवी अनुसूची में शामिल किया जाएगा।
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जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिल रहा है। आज राजधानी समेत प्रदेश का मौसम शुष्क बना रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में तीन दिनों में तापमान में और गिरावट होगी। सुबह और शाम के समय हल्का कोहरा छाया रहेगा। अगले तीन दिनों के दौरान पटना सहित प्रदेश के न्यूनतम तापमान में एक से तीन डिग्री की गिरावट संभव है। इसके साथ ही 8-9 दिसंबर कों कुछ इलाकों में बारिश के भी आसार हैं।
प्रदेश के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- राजधानी पटना में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, हिमालय के तराई वाले हिस्सों में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है। इसके कारण 8 और 9 दिसंबर को पटना सहित दक्षिणी भागों के कुछ इलाकों में बादल छाए रहने के साथ हल्की बारिश होने की भी संभावना है।
न्यूनतम तापमान में इजाफाबुधवार को पटना सहित 27 जिलों के न्यूनतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। पटना का न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री सेल्सियस, जबकि 10.0 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी (रोहतास) में प्रदेश का न्यूनतम तापमान सबसे कम दर्ज किया गया। पटना सहित आसपास के इलाकों में हल्की धुंध छाई रही। धूप निकलने के बाद मौसम सामान्य बना रहा।
नवादा में भी बढ़ा पारानवादा जिले में पिछले 24 घंटों के दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। बुधवार को जिले का अधिकतम तापमान करीब 29 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। तापमान में एक से डेढ़ डिग्री की मामूली बढ़त आंकी गई। हालांकि, ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। लोगों ने गर्म कपड़े निकाल लिए हैं।
दुकानों और फुटपाथों पर स्टॉल, शाल, कंबल और ऊनी कपड़ों की दुकानें सज गई है। फुटपाथी दुकानों से लेकर मॉल तक में गर्म कपड़ों पर आकर्षक छूट देकर ग्राहकों को लुभाने की भरपूर कोशिश की जा रही है। इधर, इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों में हाट वॉटर, केटली और रूम हीटर की मांग बढ़ गई है।
प्रदूषण में इजाफाठंड की दस्तक के साथ ही प्रदूषण में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। राजधानी पटना सहित कई जिलों का AQI 200 पार पहुंच गया है। वहीं आने वाले कुछ दिनों तक इसके कम होने के आसार नहीं हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा 4500 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ) की बहाली के लिए आयोजित की गई परीक्षा का संचालन करने वाली कंपनी वी शाइन टेक प्राइवेट लिमिटेड ने करोड़ों रुपये में गड़बड़ी की डील की थी। सॉल्वर गिरोह ने कंपनी के ठेकेदारों को सभी एक दर्जन परीक्षा केंद्रों को मैनेज करने के बदले यह राशि दी थी।
आर्थिक अपराध इकाई की जांच में यह बातें सामने आई है। ईओयू के स्तर से सभी परीक्षा केंद्रों को विधिवत सील कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
ईओयू ओर से दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, सभी 12 परीक्षा केंद्रों पर सॉल्वर गिरोह की सेटिंग थी। ईओयू की छापेमारी में जिन परीक्षा केंद्रों के मालिकों, केंद्राधीक्षकों और आईटी मैनेजर आदि को पूछताछ के लिए लाया गया था, उन्होंने भी अपनी पूछताछ में कई खुलासे किए हैं। आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि परीक्षा में कदाचार और धांधली की साजिश अगमकुआं थाना अंतर्गत भागवतनगर के शांति मार्केट स्थित एक किराये के फ्लैट में की गई थी।
इसके अलावा, अयोध्या इंफोसोल नाम के परीक्षा केंद्र पर भी षड्यंत्र रचा गया था। इसमें नालंदा के आदित्य कुमार, रविभूषण, कुम्हरार के निखिल कुमार नेहरा, रविशंकर, हिमांशु गौतम, अंकेश गौतम के साथ वी शाइन कंपनी के स्थानीय कांट्रेक्टर आदि की भूमिका थी।
पुलिस की छापेमारी में भागवतनगर के किराये के फ्लैट से शुभम राज, रविरंजन चाौधरी, सौरव कुमार, राहुल कुमार को गिरफ्तार किया गया है। यहां से पुलिस को कई प्रकार के इलेक्ट्रानिक उपकरण, पैन कार्ड, आधार कार्ड, एटीएम कार्ड, बैंक पास बुक, चेकबुक, नए और पुराने मोबाइल सेट आदि भी बरामद हुए हैं।
अलग लीज लाइन के जरिए कराई जा रही थी नकल:ईओयू की अब तक की जांच में पाया गया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर नकल के लिए इंटरनेट की अलग से लीज लाइन की व्यवस्था की गई थी। इसे परीक्षा केंद्र के ही एक लैपटॉप से जोड़कर चुनिंदा अभ्यर्थियों के कंप्यूटरों से जोड़ा गया था जिसके जरिए नकल कराई जा रही थी। इसी तकनीक से प्रश्नों के उत्तर ऑनलाइन सॉल्व हो रहे थे। गिरफ्तार आरोपितों में बड़ी संख्या नालंदा गिरोह से जुड़े लोगों की है। इनके भी कनेक्शन खंगाले जा रहे हैं कि इनकी भूमिका पूर्व के परीक्षा धांधली में रही है या नहीं।
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IAS संजीव हंस मामले में दिल्ली, नागपुर समेत 13 जगहों पर छापे, ED ने बरामद किए 60 करोड़ के शेयर
राज्य ब्यूरो, पटना। जेल में बंद भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और उर्जा विभाग के पूर्व प्रधान सचिव संजीव हंस (IAS Sanjeev Hans) की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी जांच और तेज कर दी है। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय ने एक बार फिर संजीव हंस और अन्य के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दिल्ली, गुड़गांव, कोलकाता समेत 13 स्थानों पर एक साथ छापा मारा। कार्रवाई के दौरान ईडी ने 60 करोड़ के शेयर, 23 लाख रुपये नकद के साथ ही 16 लाख रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा बरामद की है।
बुधवार को ईडी पटना जोनल कार्यालय की अलग-अलग टीमों ने सुबह-सुबह ही आईएएस संजीव हंस और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिग और भ्रष्टाचार के मामले में दिल्लr, कोलकाता, गुड़गांव, जयपुर के साथ ही नागरपुर समेत 13 पर एक साथ छापा मारा। जांच दल की सुरक्षा के लिए बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस भी तैनात की गई थी।
सूत्रों ने दी अहम जानकारीसूत्रों ने बताया प्रवर्तन निदेशालय का छापामारी अभियान देर शाम तक चला। ईडी ने अपनी इस कार्रवाई के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस तो बरामद किए ही इसके साथ ही 60 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर, करीब 16 लाख रुपये मूल्य के अस्पष्टीकृत विदेशी मुद्रा और लगभग 23 लाख रुपये भी बरामद किए।
प्रवर्तन निदेशालय ने पहली बार संजीव हंस और राजद के पूर्व विधायक गुलाब यादव (RJD Ex-MLA Gulab Yadav) के अलग-अलग ठिकानों पर 16 जुलाई को दबिश दी थी। इन पर आरोप हैं कि पद का दुरुपयोग करते हुए हंस और गुलाब यादव ने अवैध तरीके से करोड़ों की संपत्ति अर्जित की। पहली बार में ही ईडी ने हंस और गुलाब के पटना, झंझारपुर के साथ ही मुंबई, पुणे के करीब दो दर्जन स्थानों पर दबिश दी थी।
इसके बाद अलग-अलग चरणों में पंजाब और दिल्ली से लेकर पटना तक कई बार छापामारी की गई। छापामारी के दौरान जांच टीम ने 90 लाख रुपये नकद के साथ 13 किलो चांदी और सोना भी बरामद किया था। इसके साथ ही जांच टीम को कई बेनामी संपत्ति के दस्तावेज भी हाथ लगे थे। यहां बता दें कि मंगलवार तीन दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय ने संजीव हंस की पत्नी मोना हंस और गुलाब यादव की पत्नी अंबिका गुलाब यादव को पूछताछ का समन भेजा है।
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