Bihar News
Bihar News: होमगार्ड भर्ती परीक्षा में अबतक 677 अभ्यर्थी सफल, विभाग को प्राप्त हुए हैं 69,014 आवेदन
जागरण संवाददाता, पटना। गृहरक्षक बल की शारीरिक सक्षमता जांच परीक्षा में बुधवार को 152 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए। 15 मई से शुरू इस परीक्षा में 677 अभ्यर्थी सफल घोषित हुए हैं। शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च विद्यालय गर्दनीबाग में चल रही परीक्षा में स्वच्छ नामांकन के लिए जिलाधिकारी ने अधिकारियों को पूरी तरह सतर्क रहने का निर्देश दे रखा है।
पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न कराएं परीक्षाउन्होंने शारीरिक दक्षता सक्षमता जांच परीक्षा को बहुत सावधानीपूर्वक तथा पूर्ण पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराने को कहा है। जिले में 1,479 पदों पर होमगार्ड की बहाली की जानी है। इस पद के लिए 69,014 आवेदन प्राप्त हुए। इसके बाद शारीरिक सक्षमता जांच परीक्षा की प्रक्रिया 15 मई से चल रही है।
जिलाधिकारी ने बताया कि सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों एवं प्रखण्डों से आनेवाले अभ्यर्थियों एवं परिजनों हेतु वाटप्रूफ पंडाल अस्थायी ठहराव स्थल शारीरिक सक्षमता जाँच परिसर के बाहर बनाया गया है जिसमें एक दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया गया है।
पीए सिस्टम से गाइड किया जाएगाअस्थायी ठहराव स्थल में पेयजल एवं शौचालय की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही एक हेल्प डेस्क भी अधिष्ठापित की गई है, जहां से आने वाले अभ्यर्थियों को पीए सिस्टम से गाइड किया जाएगा।
जिलाधिकारी ने कहा कि प्रवेश द्वार से केवल उम्मीदवारों का प्रवेश होगा। बाहरी व्यक्ति का मैदान में प्रवेश वर्जित रहेगा। मैदान में प्रवेश का मुख्य मार्ग विद्यालय के मेन गेट की ओर से होगा। इस कार्य हेतु मुख्य प्रवेश द्वार एवं मुख्य निकास द्वार पर पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है।
पदाधिकारियों/कर्मियों की प्रतिनियुक्तिसाथ ही पूछ-ताछ काउंटर पर अभ्यर्थियों के पावती/अनुक्रमांक सहित अन्य समस्याओं के निराकरण हेतु पदाधिकारियों/कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। जिलाधिकारी ने बताया कि गृहरक्षकों के स्वच्छ नामांकन को सुचारू रूप से सम्पन्न कराने हेतु 04 निबंधन काउंटरों का निर्माण करते हुए निबंधन काउंटर पर दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, कर्मियों एवं सशस्त्र बल की प्रतिनियुक्ति की गई है।
जिलाधिकारी द्वारा कार्यपालक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, पटना पूर्वी को जांच स्थल पर पेयजल हेतु 04 टैंकर की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया। साथ ही कार्यपालक पदाधिकारी, नूतन राजधानी अंचल, पटना नगर निगम को अभ्यर्थियों/कर्मियों के लिए 02 मोबाइल शौचालय की व्यवस्था एवं साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया गया।
जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक, यातायात, पटना को जाँच स्थल पर एवं उनके आस-पास वाहनों की पार्किंग तथा यातायात व्यवस्था के प्रबंधन एवं सतत अनुश्रवण करने का निदेश दिया।
मेडिकल की भी रहे सुविधाजिलाधिकारी ने सिविल सर्जन, पटना को निदेश दिया कि जांच स्थल पर चिकित्सा पदाधिकारी एवं जीवन रक्षक दवाओं के साथ चिकित्सक, पारा मेडिकल स्टाफ सहित 02 एम्बुलेंस की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही निकटतम अस्पतालों को आपातकालीन स्थिति के लिए समुचित चिकित्सकीय व्यवस्था तैयार हालत में रखेंगे।
जिलाधिकारी ने जिला अग्निशमन पदाधिकारी, पटना को निदेश दिया कि जांच स्थल पर 01 (एक) अदद फायर वाटर टेंडर की प्रतिनियुक्ति कराना सुनिश्चित करेंगे।
शांतिपूर्ण तरीके से विधि-व्यवस्था बनाए रखेंजिलाधिकारी ने कहा कि वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना द्वारा गृहरक्षकों के स्वच्छ नामांकन प्रक्रिया में शांतिपूर्ण तरीके से विधि-व्यवस्था बनाए रखने हेतु शहीद राजेन्द्र प्रसाद सिंह, राजकीय उच्च विद्यालय, गर्दनीबाग, पटना में अवस्थित मैदान में अस्थायी थाना अधिष्ठापित कराया जाएगा।
उक्त ब्रीफिंग बैठक में जिलाधिकारी, पटना डॉ. चन्द्रशेखर सिंह के साथ वरीय पुलिस अधीक्षक, पटना श्री अवकाश कुमार, उप विकास आयुक्त, पटना श्री समीर सौरभ एवं अन्य वरीय संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
पटना में आम से बाजार लबालब, मालदह, जर्दालू व दशहरी का दाम देखें; असली-नकली की पहचान जानें
जागरण संवाददाता, पटना। उमस भरे मौसम में राहत देने के लिए आम की मिठास से बाजार लबालब है। फलों का राजा आम हर गली मोहल्लों से लेकर मुख्य बाजार तक छाया हुआ है। कुछ दिन पहले तक महाराष्ट्र, ओडिशा व पश्चिमी बंगाल से आयातित आम का बोलबाला था, इसमें अब स्थानीय रंग भी छाने लगा है।
झारखंड से भी राजधानी आ रहा आमअब झारखंड के साथ-साथ भागलपुर से मालदह, दशहरी व जर्दालु आ रहा है। बाजार में आवक बढ़ने के साथ ही थोक में इसके दर में कमी आई है। स्थिति यह है कि 60-80 रुपये किलो बिकने वाला मालदह थोक में 40-60 रुपये प्रति किलो में बुधवार को बाजार समिति में हाथोंहाथ गया।
आवक से दाम में हुई कटौतीपटना फ्रूट एवं भेजिटेब्ल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शशिकांत प्रसाद ने बताया कि बाजार में आवक बढ़ी है। इसके कारण दाम में गिरावट आई है। वर्तमान में 20 प्रतिशत मालदह ओडिशा व बंगाल से आ रहा है, जबकि 80 प्रतिशत झारखंड व भागलपुर के आसपास से आना आरंभ हुआ है।
बंबइया, गुलाबखास, दशहरी, आम्रपाली भीइसके अतिरिक्त जर्दालु भी आने लगा है। बंबईया, गुलाबखास, दशहरी, आम्रपाली का भी खेप आ रही है। उन्होंने बताया कि अभी 70-80 पीकअप आम हर दिन बाजार समिति पहुंच रही है, इसके अतिरिक्त मीठापुर व अन्य जगहों पर भी आम की खेप आ रहे है। इसके कारण दाम में भी गिरावट दर्ज की गई है।
अप्राकृतिक रूप से पका आम नुकसानदेहविशेषज्ञ बताते हैं कि बाजार में 60-70 प्रतिशत तक आम अप्राकृतिक रूप से पकाए हुए मिल रहे हैं। ये हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदेह हैं। यह न केवल स्वाद में फीका होता है, बल्कि केमिकल से पका होने के कारण स्वास्थ्य पर भी विपरित असर डालता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता होती प्रभावितइसके कारण हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रभावित होती है। इसके अतिरिक्त कई बीमारियों को भी आमंत्रण मिलता है। आइजीआइएमएस के डा. मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि आम देखने के साथ-साथ खाने में भी काफी स्वादभरा व आनंदायी होता है, लेकिन यदि यह प्राकृतिक रूप से पका हुआ नहीं हो तो हमारे शरीर पर बुरा असर छोड़ता है।
आम की प्रमुख किस्मदुधिया मालदह :: बिहार की प्रमुख आम की प्रजाति दुधिया मालदह पटना के दीघा में होता है। इसे लंगड़ा या दुधिया मालदह भी कहा जाता है। यह आम अपनी विशेष विशेषताओं, जैसे कि सफेद रंग, मीठा स्वाद और विशिष्ट आकार के लिए जाना जाता है। यह एक अद्वितीय स्वाद के लिए प्रसिद्ध है।
बंगनपल्ली : यह दक्षिण भारत की प्रसिद्ध किस्म है। यह मीठा और रसदार होता है।
लंगड़ा : बिहार की प्रमुख किस्मों में एक लंगड़ा आम भी अनोखे स्वाद के लिए जाना जाता है। यह हल्का हरा-पीला रंग और तीखा-मीठा स्वाद का है।
अल्फांसो (हापुस) : यह प्रमुख रूप से महाराष्ट्र की किस्म है। इसे राजा के रूप में भी जानते है।
चौसा : यह भी बिहार का प्रमुख आम है। यह बक्सर इलाके में अधिक फसल होती है।
ऐसे करें पहचानआम के प्राकृतिक रूप से या अप्राकृतिक रूप से पकने की पहचान आसानी से की जा सकती है। प्राकृतिक रूप से पके आम का रंग हमेशा हल्का पीला और हरा होता है। इसमें हर आम का रंग भिन्न होता है। केमिकल वाला आम चमकदार होता है।
प्राकृतिक रूप से पका आम हमेशा एक बेहद अच्छी खुशबू व ताजगी देता है। रसायन से पके आम अपेक्षाकृत खुशबू नहीं देते हैं, जिसमें एक समान चमक नहीं होती। प्राकृतिक पका आम का स्वाद मीठा व जूसी व रसदार होता है, जबकि कृत्रिम पका आम के स्वाद में अंतर होता है।
Patna Junction: एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित होगा पटना जंक्शन, 40 फीट चौड़े दो फुटओवर ब्रिज बनेंगे
जागरण संवाददाता, पटना। भारतीय रेलवे पटना जंक्शन (Patna Junction) को एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित करेगा। यहां पर विश्वस्तरीय सुविधाएं यात्रियों को मुहैया कराई जाएंगी। वेटिंग हॉल से लेकर यातायात के अत्याधुनिक सुविधाएं यात्रियों को मुहैया कराने की तैयारी चल रही है। यात्रियों को समान ले जाने और लाने के लिए ट्रॉली की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
पटना जंक्शन से उतरने वाले यात्री ट्रॉली के माध्यम से अपने समान को लेकर मल्टी मॉडल हब तक जा सकते हैं। वहां पर उन्हें टोकन की भी सुविधा रहेगी। इसके अलावा, पटना जंक्शन पर दो नए फुट ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा। दोनों फुट ओवर ब्रिज 40 फीट चौड़ा होगा। दोनों फुटओवर ब्रिज पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर एक से लेकर दस तक लंबे होंगे।
अगर कोई यात्री मल्टी मॉडल हब से पटना जंक्शन पहुंचता है और गया लाइन की ट्रेन पकड़ना है तो वह सीधे पार्सल के पास बनने वाले फुटओवर ब्रिज से गया लाइन पहुंच सकता है। उसी तरह मीठापुर फुटओवर ब्रिज के पास भी 40 फीट चौड़ा फुट ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है।
राजधानी एवं पटना जंक्शन के समीप यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए दानापुर मंडल के एडीआरएम आधार राज, नगर विकास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर एवं बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के एमडी शीर्षत कपिल अशोक ने पटना जंक्शन पर संयुक्त बैठक की।
टूटेगा पटना जंक्शन का टिकट घर, दो नए भवन बनेंगेपटना जंक्शन का प्रसिद्ध टिकट घर अब टूट जाएगा। उसके बदले दो नये भवन बनाये जाएंगे। दोनों भवन, दो नये फुटओवर ब्रिज के पास बनाये जाएंगे। एक नया भवन वर्तमान पार्सल के पास बनेगा, तो दूसरा नये पार्किंग के पास बनाया जाएगा।
अब महावीर मंदिर से लेकर नये पार्किंग तक लंबा एरिया पटना जंक्शन को मिलने जा रहा है। इससे यात्रियों को आने-जाने में काफी सुविधा होगी। आरएमएस के पास स्थित विद्युत केंद्र भी वहां से स्थानांतरण कर दिया जाएगा। दाेनों भवनों को सबवे के माध्यम से मल्टी मोडल हब से जोड़ दिया जाएगा।
सुधा का दूध बुथ भी स्टेशन के सामने से हटेगागेट नंबर एक के समीप कार्यरत सुधा बुथ को भी वहां से हटाकर पार्सल के समीप एक कोने में किया जाएगा। वहां से वाहन पार्किंग को भी हटाने की तैयारी चल रही है।
दो फेज में विकसित होगा हार्डिंग पार्करेलवे द्वारा हार्डिंग पार्क में बनाया जाने वाला टर्मिनल दो फेज में विकसित किया जाएगा। पहले फेज का काम शुरू हो गया है।अगले वर्ष दिसंबर में पहले फेज का काम पूरा कर लिया जाएगा। वहीं दूसरे फेज का काम भी जल्द शुरू करने की तैयारी चल रही है।
हार्डिंग पार्क में बनेंगे पांच प्लेटफॉर्मरेलवे द्वारा तैयार योजना के अनुसार हार्डिंग पार्क में पहले फेज के अंतर्गत पांच प्लेटफॉर्म विकसित किए जाएंगे। इसके लिए पांच लाइन होगी। यहां पर लोकल ट्रेनों के लिए टर्मिनल का निर्माण किया जा रहा है।
यहां पर गया, बक्सर, विक्रमगंज, बेगूसराय एवं उत्तरी बिहार के लिए ट्रेनें चलाई जाएंगी। पटना जंक्शन के मुख्य प्लेटफॉर्म पर राजधानी जैसी प्रमुख ट्रेनों का परिचालन किया जाएगा।
चार, पांच एवं छह नंबर प्लेटफॉर्म का होगा विस्तारदानापर रेल मंडल के एडीआरएम के आधार राज ने कहा कि पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर चार, पांच एवं छह का विस्तार हार्डिंग पार्क की ओर किया जाएगा। इससे ट्रेनों के परिचालन में काफी सुविधा होगी।
पटना जंक्शन पर पांच हजार यात्रियों की होगी होल्डिंगएडीआरएम आधार राज ने कहा कि पटना जंक्शन का नये सिरे से विकास किया जा रहा है। पटना जंक्शन पर फिलहाल पांच हजार यात्रियों की होल्डिंग क्षमता होगी। साथ ही अगले दस वर्ष में विकास कर उसकी होल्डिंग क्षमता दस हजार कर दी जाएगी।
फुलवारी शरीफ के समीप अंडर पास बनाने का काम शुरूरेलवे की ओर से फुलवारी शरीफ गुमटी के समीप अंडर पास बनाने का काम शुरू हो गया है। जल्द ही इसे तैयार कर लिया जाएगा। इसका निर्माण राज्य सरकार की ओर से कराया जा रहा है।
पाटलिपुत्र स्टेशन के पश्चिमी भाग में बेहतर होगी व्यवस्थारेलवे की ओर से पाटलिपुत्र स्टेशन के पास भी विकास कार्य काफी जोर-शोर से किया जा रहा है। यहां पर स्टेशन के पश्चिमी भाग में यात्रियों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाएगा।
इस संबंध में एडीआरएम आधार राज ने बिहार राज्य पुल निर्माण निगम के एमडी शीर्षत कपिल अशोक से इस संबंंध में संयुक्त बैठक भी की। दोनों अधिकारियों ने समस्या का जल्द समाधान करने की बात कही।
अकाल तख्त के हुकुमनामा पर तख्त साहिब में विरोध, अध्यक्ष ने अमित शाह और नीतीश कुमार को भेजा पत्र
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। अकाल तख्त की ओर से बुधवार को जारी हुकुमनामा में तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के बर्खास्त व तनखैया घोषित पूर्व जत्थेदार रंजीत सिंह की सेवा बहाल करने के फैसला की सूचना मिलते ही पंच-प्यारे व संगतों में आक्रोश गहरा गया।
चार घंटों तक अफरा-तफरीलगभग चार घंटों तक अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। तख्त श्री हरिमंदिर परिसर में हंगामा की स्थिति उत्पन्न हो गई। तनावपूर्ण स्थिति देख प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार जगजोत सिंह सोही ने गृह मंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री व पटना के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर अनहोनी की आशंका जता त्वरित कार्रवाई की गुहार लगाई।
बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनाततख्त साहिब में तनावपूर्ण माहौल देख एसडीओ सत्यम सहाय, डीएसपी-2 डा. गौरव कुमार, वीआईपी सुरक्षा के सहायक कमांडेंट दिनेश कुमार, चौक थानाध्यक्ष दुष्यंत कुमार, मालसलामी थानाध्यक्ष सुनील कुमार, बाईपास थानाध्यक्ष राजेश झा दो दर्जन पुलिस बल के साथ पहुंचे।
एसडीओ व डीएसपी ने की बैठकतख्त श्री हरिमंदिर के वीआइपी कमरे में एसडीओ व डीएसपी ने पूर्व बर्खास्त जत्थेदार रंजीत सिंह व तत्कालीन जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह व पंच प्यारों के साथ बैठक की। बैठक में प्रबंधक समिति के अध्यक्ष सरदार जगजोत सिंह सोही, सदस्य महेंद्र पाल सिंह ढिल्लन और हरपाल सिंह जाैहल, समाजसेवी अमरजीत सिंह शम्मी, सरदार दमनजीत सिंह रानू, मंजीत सिंह, सेवादार कल्याण समिति के पदाधिकारी तेजेंद्र सिंह बंटी व दीपक सिंह समेत अन्य थे।
हुकुमनामा को सर्वसम्मति से खारिज करने की दी सूचनाबैठक के दौरान तख्त श्री हरिमंदिर के पंच प्यारों ने अधिकारियों को बताया कि अकाल तख्त से निर्गत हुकुमनामा को सर्वसम्मति से खारिज कर दिया गया है। ऐसे में पूर्व बर्खास्त तनखैया जत्थेदार के संबंध में दिया गया हुकुमनामा तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब की मर्यादा के अनुसार मान्य नहीं होगा।
माहौल खराब करने का आरोपपंच-प्यारों व संगतों का आरोप है कि पूर्व जत्थेदार दो दर्जन से अधिक निहंग जत्थों के साथ आकर तख्त साहिब का माहौल खराब करना चाहते हैं। इधर पूर्व जत्थेदार रंजीत सिंह ने कहा कि मेरे ऊपर षड्यंत्र के तहत लगाए गए आरोप जांच में निराधार निकले थे। अकाल तख्त ने तख्त साहिब में मेरी सेवा बहाल कर दी है।
मामले की जांच की जा रहीउधर, एसडीओ और डीएसपी ने दोनों पक्षों से बातचीत के बाद बताया कि अकाल तख्त के पत्र मामले की जांच की जा रही है। प्रबंधक समिति की नियमावली 78 व 79 में दिए गए नियमों का पालन करते हुए जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा। जिलाधिकारी ही जांच के बाद अग्रतर कार्रवाई करेंगे।
वर्तमान स्थिति यथावत रखने का आदेशप्रबंधक समिति के अध्यक्ष ने प्रशासन को बताया तख्त श्री हरिमंदिर के कस्टोडियन जिला व सत्र न्यायाधीश हैं। दोनों पक्षों की बातें सुनकर एसडीओ व डीएसपी ने वर्तमान स्थिति यथावत रखने का आदेश दिया। दोनों पक्षों को शांत कराने के बाद पुलिस प्रशासन के साथ पूर्व जत्थेदार निहंगों के जत्था के साथ तख्त साहिब में मत्था टेका।
बातचीत कर मामला शांत कराया गयादरबार साहिब में पूर्व जत्थेदार को सिरोपा नहीं दिया गया। डीएसपी-2 ने बताया कि दोनों पक्षों से सौहार्दपूर्ण वातारण में बातचीत कर मामला शांत कराया गया है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से तख्त श्री हरिमंदिर में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई। तख्त परिसर का माहौल तनावपूर्ण बना है। उधर सेवादारों ने बैठक कर पंच-प्यारों के हुकुमनामा का पालन करने का निर्णय लिया।
यह भी पढ़ें
Bihar News: अकाल तख्त व दमदमा साहिब के जत्थेदार को पंच-प्यारों ने किया तनखैया घोषित
CBSE 10th and 12th Board: पहले उत्तर पुस्तिका देखेंगे छात्र, तब वेरिफिकेशन के लिए करेंगे आवेदन
जागरण संवाददाता, पटना। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने छात्रों को राहत देते हुए परीक्षा परिणाम के बाद उत्तर पुस्तिका देखने और पुनर्मूल्यांकन का अवसर देने का निर्णय लिया है। इस बार 10वीं और 12वीं के छात्र पहले मूल्यांकन की गई उत्तर पुस्तिका देख सकेंगे, फिर सत्यापन और पुनर्मूल्यांकन का विकल्प चुनेंगे।
बोर्ड ने पहली बार प्रक्रिया में बदलाव किया गया है। पिछले साल तक पहले सत्यापन व पुर्नमूल्यांकन के लिए आवेदन करते थे। जब जरूरत होती थी, तो स्कैन कापी की मांग करते थे। जो छात्र उत्तरपुस्तिका की स्कैन कापी के लिए आवेदन करेंगे वह ही वेरिफिकेशन आफ मार्क्स के लिए आवेदन करने योग्य होंओ।
छात्र उत्तर पुस्तिका की जांच और टोटलिंग का सत्यापन करा सकेंगे। बोर्ड ने कहा है कि पुनर्मूल्यांकन के बाद अंक घट भी सकते हैं, इसलिए छात्र सोच-समझकर आवेदन करें। पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन माध्यम से होगी और निर्धारित समय सीमा के बाद कोई आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा।
27 मई तक करें आवेदन, सात सौ रुपये का भुगतान करना होगा12वीं के छात्र 27 मई रात 11.59 बजे तक उत्तर पुस्तिका की फोटोकापी के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया 21 मई से शुरू है। इसके लिए प्रति विषय स्कैन कापी प्राप्त करने के लिए सात सौ रुपये का भुगतान करना होगा।
उसके बाद जो छात्र अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं हैं वह अंकों के सत्यापन व पुर्नमूल्यांकन करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें 28 मई से तीन जून 11.59 बजे तक आवेदन करना होगा।
उत्तरपुस्तिका का सत्यापन कराने के लिए उन्हें प्रति पुस्तिका पांच सौ रुपये का भुगतान करना होगा। जबकि पुर्नमूल्यांकन के लिए प्रति प्रश्न 100 रुपये का भुगतान करना होगा।
10वीं के लिए प्रति विषय 500 रुपये देने होंगे10 वीं के छात्रों को यह मौका 27 मई से मिलेगा। 27 मई से दो जून रात 11. 59 बजे तक उत्तरपुस्तिका की स्कैन कापी प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें पांच सौ रुपये प्रति विषय का भुगतान करना होगा।
अंकों के सत्यापन के लिए आवेदन तीन जून से सात जून तक किया जा सकता है। उत्तरपुस्तिका के सत्यापन के लिए उन्हें प्रति विषय पांच सौ रुपये व पुर्नमूल्यांकन के लिए प्रति प्रश्न 100 रुपये देना होगा। आवेदन ऑनलाइन करना होगा।
Bihar Kisan News: बिहार में चना-मसूर और सरसों की होगी सरकारी खरीद, एक क्लिक में जानिए दाम
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के किसानों से सरकारी स्तर पर चना, मसूर और सरसों की खरीद की जाएगी। इसके लिए केंद्र सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) निर्धारित है। 5650 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चना, 6700 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से मसूर और 5950 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सरसों की अधिप्राप्ति होगी।
इस बाबत सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय एजेंसी नेफेड और एनसीसीएफ के अधिकारियों के साथ बैठक की।
उन्होंने बताया कि रबी विपणन मौसम 2025-26 में किसानों से दलहन/तिलहन की अधिप्राप्ति हेतु केंद्र सरकार ने नेफेड और एनसीसीएफ को अधिकृत किया है, जबकि राज्य में दलहन/तिलहन अधिप्राप्ति कार्यक्रम का नोडल डिपार्टमेंट की जिम्मेदारी खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग को दी गई है। बिहार राज्य खाद्य निगम राज्य स्तरीय एजेंसी है।
दलहन/तिलहन अधिप्राप्ति के पूर्व किसानों का निबंधन, गोदाम की उपलब्धता एवं सर्वेयर की नियुक्ति आदि कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान सहकारिता विभाग के सचिव धर्मेंद्र सिंह, निबंधक और सहयोग समितियां इनायत खान समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पटना में राजकुमार राव और वामिका गब्बी ने पकड़ लिए कान, फिल्मों में भविष्य देख रहे कलाकारों को दी टिप्स
अक्षय पांडेय, पटना। आइएएस-पीसीएस की फैक्ट्री और राजनीति का गढ़ माना जाने वाला बिहार फिल्मों के लिए भाग्यशाली है। इसी प्रदेश ने सिनेमा हाल एवं थिएटर को जिंदा रखा है। क्योंकि इस राज्य के लोग जमीन से जुड़े हैं, इस लिए पर्दे पर बिहार ही दिख रहा है।
''भूल चूक माफ'' का प्रमोशन करने आए पटनाराष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त अभिनेता राजकुमार राव और अभिनेत्री वामिका गब्बी के ये विचार हैं। दोनों बुधवार को पटना में राजधानी के संजय मिश्रा और विनीत कुमार के अभिनय से सजी व करण शर्मा द्वारा निर्देशित फिल्म ''भूल चूक माफ'' का प्रचार करने आए थे।
राजकुमार बोले, मैं पहली बार बिहार आया हूं''शाहिद'', ''काई पो चे'', ''सिटीलाइट्स'', ''न्यूटन'' और ''स्त्री'' जैसी तमाम फिल्मों में अभिनय से प्रशंसा बटोर चुके राजकुमार ने कहा कि मैं पहली बार बिहार आया हूं। इस प्रदेश में आने की इच्छा काफी दिनों से थी। बिहार वालों के पास कमाल की ऊर्जा है। इस राज्य का सिनेमा से काफी गहरा लगाव है।
हमारे काम को यहां के लोग काफी पसंद करते हैं। बिहार के ऊपर की कहानियों पर कई सफल फिल्में बनी हैं। भविष्य में अगर बिहार के विषय पर फिल्म करने का अवसर मिला तो जरूर करूंगा।
बड़े शहरों को संवारते हैं छोटे शहर वालेवामिका गब्बी ने कहा कि मैं पहली बार बिहार आई हूं। राजधानी में गजब का निखार है। लिट्टी-चोखा का स्वाद तो गजब है। पटना के लोगों की ऊर्जा देखते बनती है। मुंबई जैसे बड़े शहरों में रह रहे लोग बिहार को छोटा कहते होंगे, पर ऐसा नहीं है। छोटे शहर वाले ही बड़े शहरों को संवारते हैं।
बिहार सिनेमा के लिए काफी लकी है। इस राज्य के लोगों में फिल्मों की गजब समझ है। तभी यहां बड़ी-बड़ी फिल्मों का प्रचार करने अभिनेता, अभिनेत्री एवं निर्देशक आ रहे हैं। मोबाइल से इतर, बिहार के लोग अभी भी सिनेमा हाल में फिल्में देखने जा रहे हैं।
तैयारी के साथ पहुंचें मुंबईराजकुमार और वामिका ने फिल्मी पेशे में भविष्य देखने वालों को सीख भी दी। वामिका ने कहा कि अब मौकों की कमी नहीं है। बस अपनी कला के प्रति प्रेम होना चाहिए। काम ऐसा करने चाहिए कि कोई आपको नकार न सके। राजकुमार ने कहा कि अब हर शहर में अवसर है। मुंबई केवल ट्राई करने के लिए न जाएं, तैयारी के साथ पहुंचे। किसी को जल्दी, किसी को देर से ही सही, पर सफलता मिलेगी जरूर।
फिल्मों में दिखना चाहिए पटनाबिहार की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म महारानी व भूल चूक माफ के निर्देशक करण शर्मा ने कहा कि मैं पटना का विकास देख अंचभित हूं। यहां कई ऐसे स्थान हैं, जिन्हें सिनेमा के जरिए पर्दे पर दिखाया जाना चाहिए। करण ने कहा कि एनएसडी में अध्ययनरत रहने के दौरान मेरे बहुत से मित्र बिहार के थे।
राजधानी के संजय मिश्रा और विनीत कुमार के अभिनय की प्रशंसा करते हुए करण ने कहा कि बिहार की बोली में अपनापन लगता है। करण ने कहा कि शहर में घूमने का सबसे सुलभ माध्यम माल हैं, ऐसे में ऐसी फिल्मों का निर्माण किया जाना चाहिए, जो परिवार के साथ देखी जा सके।
Bihar New Four Lane: इस जिले में बनेगी नई फोरलेन सड़क, CM नीतीश कुमार ने दिया अफसरों को आदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सैदपुर नाला पर पहाड़ी तक भूमिगत नाला के साथ सड़क निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने शीतला मंदिर फ्लाईओवर के पास के नाला, ड्रेनेज पंपिंग प्लांट, पहाड़ी तथा सैदपुर नाला का स्थल निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि हमने पहले भी इसे आकर कई बार देखा है। यह योजना काफी अच्छी है। उन्होंने निर्देश दिया कि सैदपुर नाले का बेहतर ढंग से जीर्णोद्धार कर इसके ऊपर फोरलेन सड़क बनाने का कार्य तेजी से पूरा करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके निर्माण से सैदपुर, राजेन्द्र नगर, मुसल्लहपुर हाट, गायघाट और पहाड़ी क्षेत्र में ट्रैफिक जाम की समस्या समाप्त होगी तथा न्यू पटना बाईपास से जुड़ने का लोगों को एक वैकल्पिक मार्ग की सुविधा मिलेगी। फोर लेन बन जाने से शहरवासियों को बेहतर आवागमन की सुविधा मिलने के साथ-साथ शहर भी खुबसूरत दिखेगा।
निरीक्षण के दौरान नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह एवं नगर आयुक्त अनिमेष परासर ने मुख्यमंत्री को इस योजना के संबंध में विस्तार से जानकारी दी।
निरीक्षण के दौरान जल संसाधन व संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि और जिलाधिकारी डा.चन्द्रशेखर सिंह उपस्थित थे।
259.81 करोड़ की योजना पर तेजी से हो रहा कार्यपटना के नौ ड्रेनेज पंपिंग स्टेशन एवं एक सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के पानी का बहाव सैदपुर नाला के माध्यम से होता है।
नगर विकास विभाग के तहत बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड (बुडको) द्वारा 259.81 करोड़ रुपये की लागत से सैदपुर नाला पर पहाड़ी तक भूमिगत नाला के साथ सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इस नाला की लंबाई 5.61 किलोमीटर है।
Bihar: 10 अगस्त से पहले होगा शिक्षकों का अप्वाइंटमेंट और ट्रांसफर-पोस्टिंग, शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले 10 अगस्त तक राज्य में शिक्षकों की नियुक्ति से लेकर सभी प्रकार के स्थानातंरण एवं पदस्थापन का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसी अवधि में राज्य में जहां अनुकंपा के आधार पर 6,421 पदों पर सेवाकाल में मृत शिक्षकों एवं कर्मियों के आश्रितों की नियुक्ति होगी।
वहीं, सरकारी विद्यालयों में चौथे चरण के तहत शिक्षकों की नियुक्ति भी अगस्त तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के माध्यम से सक्षमता परीक्षा भी समय से करायी जाएगी। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार की अध्यक्षता में बुधवार को उच्चस्तरीय बैठक में यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया।
अफसरों काे समय से सभी टास्क पूरा करने के निर्देशशिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विभागीय योजनाओं के कार्यान्वयन की अद्यतन स्थिति की समीक्षा के दौरान संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि तमाम शिक्षकों के स्थानातंरण और पदस्थापन के बचे कार्य 10 अगस्त तक पूरा कर लें।
बैठक के बाद शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बताया कि सक्षमता परीक्षा एवं बिहार लोक सेवा आयोग समेत सभी लंबित परीक्षाएं दो माह के अंदर करायी जाएंगी। अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति भी शीघ्र होगी। इससे संबंधित 6,421 पदों पर नियुक्ति के लिए नियमावली को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
महिला शिक्षकों की मातृत्व अवकाश की विसंगतियां होंगी दूरशिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य के विद्यालयों व महाविद्यालयों में कार्यरत महिला शिक्षकों की मातृत्व अवकाश की विसंगतियां जल्द दूर होंगी। प्रारंभिक विद्यालयों में दिव्यांग बच्चों के लिए होने वाली 7,279 विशेष अध्यापकों की नियुक्ति के लिए जरूरत वाले स्कूलों का चयन किया जा चुका है।
विशेष अध्यापकों की नियुक्ति के लिए बिहार लोक सेवा आयोग को अधियाचना भेजी गई है। उन्होंने बताया कि जीर्ण-शीर्ण अवस्था में जितने भी छात्रवास हैं, उनके जीर्णोद्धार होंगे। स्कूल-कालेजों में छात्रावासों की चहारदीवारी बनेगी।
साढ़े छह लाख शिक्षकों की साल में दो बार होगी ट्रेनिंगशिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य के सरकारी विद्यालयों में साढ़े छह लाख शिक्षक हैं। हर शिक्षक को साल में दो बार एक-एक हफ्ते की आवासीय ट्रेनिंग जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में होगी। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों और महाविद्यालयों के पास कितनी जमीन है, उसका रिकार्ड बनेगा। इसके लिए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के
सेवानिवृत्त अपर समहर्ता की नियुक्ति होगी और उनके नेतृत्व में गठित टीम लैंड बैंक की रिपोर्ट तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि विद्यालयों, महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों के विकास के लिए विधायकों और विधान पार्षदों की अनुशंसाओं पर भी अमल करने एवं उसे समय-सीमा के अंदर पूरा करने के निर्देश बिहार राज्य शैक्षणिक आधारभूत संरचना विकास निगम को दिया गया है।
नेतरहाट के पैटर्न पर चल रहे सिमुलतला आवासीय विद्यालय का भी गौरव स्थापित किया जाएगा। बैठक में शिक्षा विभाग के सचिव अजय यादव, उच्च शिक्षा निदेशक प्रो.एनके अग्रवाल, प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला, विशेष सचिव एवं निदेशक (प्रशासन) सुबोध कुमार चौधरी, उच्च शिक्षा के उप निदेशक डा.दीपक कुमार सिंह एवं प्राथमिक शिक्षा के उप निदेशक संजय कुमार चौधरी सहित सभी अधिकारी मौजूद थे।
मल्टी मॉडल हब से पटना सिटी, हाजीपुर, बैरिया बस स्टैंड के लिए चलेंगी बसें; एक क्लिक में जानिए डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम मल्टी मोडल हब से पटना सिटी, हाजीपुर और पाटलिपुत्र बस टर्मिनल बैरिया के लिए बस का परिचालन शुरू करेगा। इस रूट की बस गांधी मैदान से बुद्ध मार्ग होते हुए मल्टी मॉडल हब पहुंचेगी।
यहां से आर. ब्लॉक होते हुए सातमूर्ति के पास फ्लाइओवर पर चढ़ेगी और मीठापुर ब्रिज होते हुए पटना जंक्शन के करबिगहिया छोर से आगे बढ़ जाएगी। इसके लिए अभी तीन-चार दिनों तक इंतजार करना पड़ेगा। वर्तमान में यह बस गांधी मैदान से चिरैयाटांड पुल होते हुए चलती है। इसके रूट में बदलाव करने का फैसला ले लिया गया है।
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम और यातायात एसपी से रूट निर्धारण बैठक हो गई है। यातायात एसपी ने अनुमति भी दे दिया। परिवहन निगम तीनों रूट पर चलने वाले बसों को क्रमवार ढंग से परिचालन शुरू कराएगा। मल्टीमोडल हब से तीन रूट की बसें अभी नहीं मिल रही है।
रेल यात्री सब-वे से मल्टीमोडल हब में आ रहे हैं और जानकारी मिल रही है कि इस रूट की बसें नहीं चलती है। मल्टी मोडल हब से दानापुर, एम्स, गांधी मैदान, बिहटा आदि रूट की बसें मिल रही है। इसके साथ सभी रूट पर चलने वाली पिंक बसें खुल रही है।
बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के प्रशासक अतुल कुमार वर्मा ने बताया कि मल्टी मोडल हब से पटना शहर के सभी रूटों पर चलने वाली बसें खुलेंगी। पटना पूर्वी क्षेत्र के बसों का भी परिचालन होगा। सभी पिंक बसें मल्टी मोडल हब से खुलने लगी हैं। पिंक बसों की संख्या में वृद्धि की जाएगी। मल्टी मोडल हब से बस परिचालन व्यवस्था को व्यवस्थित किया जा रहा है।
आईजीआईएमएस के अंदर जाने लगी पिंक बसदानापुर से गांधी मैदन के बीच चलने वाली पिंक बस आइजीआइएमएस कैंपस के अंदर जाने लगी है। इसके साथ कुछ सीएनजी बसें भी कैंपस के अंदर जाती है। निगम अधिकारियाें ने बताया कि महिलाओं की सुविधा के लिए अस्पताल परिसर में भेजा जा रहा है।
मल्टी लेबल पार्किंग में सुविधा विस्तार की तेज हुई तैयारीमल्टी लेबल पार्किंग में यात्री सुविधा विस्तार का कार्य शुरू हो गया है। लाइटें लग गई। सफाई होने लगा है। शौचालय का रखरखाव किया गया है। गांधीमैदान, नेहरुपथ, बोरिंग रोड, बोरिंग कैनाल रोड का आटो बुद्ध मार्ग से आए और फ्रेजर रोड होते हुए आगे बढ़ते गया। यातायात पुलिस के निगरानी में आटो परिचालन सामान्य ढंग से जारी रहा।
Bihar News: चार जिलों के टॉप क्रमिनल को STF ने दबोचा, कई नक्सली भी हत्थे चढ़े
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस की विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन नक्सली और तीन जिलों के टॉप 10 अपराधी सहित छह वांछित अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसमें वांछित नक्सली लालबाबू यादव, शिवक कुमार सहित कई बड़े नाम शामिल हैं।
इन जिलों के वांछित नक्सली गिरफ्तारनवादा जिले के वांछित नक्सली लालबाबू यादव को कल्पा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है, उस पर सिरदला थानान्तर्गत निर्माणाधीन खरौंध रेलवे पुल को जलाने तथा पुलिस बल पर फायरिंग का आरोप है।
वहीं, गया जिले के वांछित नक्सली राम खेलावन उर्फ खिलावन यादव की इमामगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तारी हुई है। इस नक्सली के विरुद्ध गया जिले के विभिन्न थानों में कई नक्सल कांड दर्ज हैं। औरंगाबाद के वांछित नक्सली शिव कुमार को मदनपुर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।
20 हजार रुपये के इनामी की गिरफ्तारीनक्सलियों के अलावा एसटीएफ की विशेष टीम ने मोतिहारी के 20 हजार रुपये के इनामी अपराधी विजय कुमार उर्फ विजय दास को उसके सहयोगी संजय कुमार दुबे के साथ गिरफ्तार किया है। विजय दास के विरुद्ध मोतिहारी जिले के कई थानों में एनडीपीएस एक्ट सहित कई कांड दर्ज हैं।
गया जिले के टॉप 10 वांछित श्रवण चौधरी सहित उसके सहयोगी गिरफ्तारगया जिले के टॉप 10 वांछित श्रवण चौधरी को भी उसके चार अन्य सहयोगी अपराधियों के साथ गिरफ्तारी हुई है। इनमें मो. कामरान, प्रकाश पासवान, रंजीत चौधरी और दीपू मालाकार के नाम शामिल हैं। सीतामढ़ी जिले के अपराधी अर्जुन कुमार को सीतामढ़ी नगर थाना के सदर अस्पताल इलाके से छापामारी कर पकड़ा गया।
ये भी पढ़ें
Muzaffarpur News: मुजफ्फरपुर में 7 अंचलाधिकारियों का वेतन बंद, DM ने इस वजह से लिया एक्शन; मचा हड़कंप
Patna News: पटना हाईकोर्ट का बड़ा फैसला, बिहार के कॉलेजों में लॉटरी से नहीं होगी प्राचार्यों की नियुक्ति
विधि संवाददाता, पटना। बिहार के महाविद्यालयों में प्रधानाचार्य की नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर राज्यपाल सचिवालय द्वारा जारी अधिसूचना पर पटना हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। यह अधिसूचना 16 मई, 2025 को जारी की गई थी, जिसमें कहा गया था कि राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के अंतर्गत आने वाले महाविद्यालयों में प्रधानाचार्य की पदस्थापना लॉटरी प्रणाली के माध्यम से की जाएगी।
इस अधिसूचना के खिलाफ सुहेली मेहता एवं अन्य द्वारा अधिवक्ता सिद्धार्थ प्रसाद के माध्यम से याचिका दायर की गई। कोर्ट से अनुमति मिलने के बाद मामला अदालत में पेश हुआ, जिसे न्यायमूर्ति राजेश कुमार वर्मा की एकलपीठ ने गंभीरता से लेते हुए त्वरित सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया।
कोर्ट ने अगले आदेश तक लगाई रोकसुनवाई के दौरान राज्यपाल सचिवालय की ओर से अधिवक्ता भी उपस्थित थे और उन्होंने अपना पक्ष रखा। कोर्ट ने प्रथम दृष्टया अधिसूचना को उचित नहीं मानते हुए अगले आदेश तक उस पर रोक लगा दी।
साथ ही, कोर्ट ने यह भी निर्देश दिया कि यदि राज्यपाल चाहें तो उक्त अधिसूचना में आवश्यक संशोधन कर कानूनी प्रक्रिया के तहत नये सिरे से अधिसूचना जारी कर सकते हैं।
डॉ.दिव्या रानी हंसदा को मिला ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के कुलसचिव का अतिरिक्त प्रभारराजभवन सचिवालय ने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय,दरभंगा के कुलसचिव डॉ.अजय कुमार पंडित को पदमुक्त कर दिया है। उनके स्थान पर इस विश्वविद्यालय में गृह विज्ञान विभाग की अध्यक्ष एवं एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. दिव्या रानी हंसदा को कुलसचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
राज्यपाल के प्रधान सचिव ने जारी की अधिसूचनाइस संबंध में मंगलवार को राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोंग्थू के हस्ताक्षर से अधिसूचना जारी की गई। इसके मुताबिक डॉ. अजय कुमार पंडित के बीमार रहने और लंबे समय से अवकाश पर होने के कारण राज्यपाल एवं कुलाधिपति द्वारा विश्वविद्यालय के शैक्षणिक एवं प्रशासनिक को सुचारू बनाए रखने के हित में उन्हें पदमुक्त करने का निर्णय लिया गया है। वहीं नियमित कुलसचिव की नियुक्ति होने तक डॉ.दिव्या रानी हंसदा अतिरिक्त प्रभार में रहेंगी।
ये भी पढ़ें
Patna News: राजधानी की सड़कों का बुरा हाल, अस्पताल पहुंचना भी मुश्किल! दीघा-आशियाना रोड ऐसी हो गई है हालत
नीरज कुमार, पटना। राजधानी में निर्माण एजेंसियों की कार्यप्रणाली अब लोगों के जान पर भारी पड़ने लगी है। सिर पर मानसून है और अभी से ही शहर की सड़कें धंसने लगी है।
बरसात के दौरान शहर में क्या होगा कहना मुश्किल है। मंगलवार को राजधानी के शास्त्रीनगर स्थित आइजीआइएमएस के समीप सड़क का आधा हिस्सा ही धंस गया।
यहां पर बिहार राज्य शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम (बुडको) की ओर से नाला की खोदाई चल रही थी। यहां पर नमामि गंगे का कार्य चल रहा है। शहर में सड़क धंसने की यह पहली घटना नहीं है।
इसके पहले लोयाला हाईस्कूल के पास सड़क धंसने के कारण बीच सड़क पर ट्रक फंस गया था। ट्रक फंसने के कारण दिनभर सड़क पर जाम लगा रहा है।
इसी सड़क के किनारे राज्य के कई प्रमुख संस्थान एवं अस्पताल हैं। इसके अलावा अटल पथ के समीप नाला पर सड़क भी धंस गई थी। यहां पर पाटलिपुत्र औद्योगिक क्षेत्र में आने वाला ट्रक फंस गया।
वर्तमान में सड़कों को धंसना कई संकेत दे रहा है, अगर बरसात से पहले सड़कों का ठीक से मरम्मत नहीं किया गया तो बहुत बुरी स्थिति होने वाली है।
दीघा-आशियाना सड़क की स्थिति गांव से भी बदतरवर्तमान में दीघा को आशियाना से जोड़ने वाली सड़क ग्रामीण सड़कों से भी बदतर है। यह सड़क राजधानी के अति व्यस्त सड़कों में से एक है।
इस सड़क से राजधानी के कई प्रतिष्ठित स्कूल जुड़े हैँ। यहां पर काफी नारकीय स्थिति पैदा हो जाती है। बदहाल सड़क पर भीषण जाम। वाहन चालक एक तरफ से वाहन का बचाते हैं तो दूसरी ओर गिर जाते हैं।
राजीवनगर निवासी अशोक कुमार का कहना है कि सड़क खराब होने के कारण बाइक सवारों को कमर में दर्द होने लगा है।
इस मार्ग से नियमित गुजरने वाले लोग अक्सर दर्द की शिकायत कर रहे हैं। परंतु न तो बुडको अपना काम खत्म रहा है। न ही पथ निर्माण विभाग सड़क मरम्मत कर रहा है। इसका खामियाजा लोगों को चुकाना पड़ रहा है।
आरसी सिंह का कहना है कि कई बार पथ निर्माण विभाग से आग्रह किया गया है कि जल्द से जल्द सड़क को ठीक किया जाए। अब देखना है कि कब बदहाल सड़क से लोगों को राहत मिलने वाली है।
छह माह से नहीं बन रहा अशोक राजपथराजधानी में कुर्जी मोड़ से लेकर गांधी मैदान तक अशोक राजपथ पर मुख्य सड़क को दस से अधिक जगहों पर खोदकर पिछले छह माह से छोड़ दिया गया है।
पावर ग्रिड का काम चल रहा था लेकिन अभी तक खोद हुए भाग को मरम्मत नहीं किया गया। मैनपुरा निवासी मणिकांत का कहना है कि मुख्य सड़क के एक भाग को खोदे होने के कारण लोग एक ही भाग से गुजर रहे हैं।
ऐसे में प्रतिदिन खोदे हुए भाग के पास वाहन दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। सड़क जिस भाग में ठीक है उसी से दोनों तरह के लोग गुजरना चाह रहे हैं, ऐसे में वाहन आपस में टकरा जा रहे हैं।
मैनपुरा के पास तो सड़क के किनारे काफी गड्ढा काटकर छोड़ दिया गया है। यहां पर ढ़लाई की गई थी, उस सड़क को खोदकर छोड़ दिया गया है, जबकि पथ निर्माण को सड़क को मरम्मत करना था।
यह भी पढ़ें-
अचानक जानीपुर पुलिस स्टेशन पहुंच गए पटना SSP, इंस्पेक्शन के दौरान दिखा कुछ ऐसा; तुरंत थानेदार को कर दिया सस्पेंड
जागरण संवाददाता, पटना। गंभीर कांडों के अनुसंधान में लापरवाही और वरीय अधिकारियों के आदेश का अनुपालन नहीं करने के आरोप में मंगलवार को जानीपुर थानाध्यक्ष बलवीर कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया।
एसएसपी अवकाश कुमार मंगलवार को जानीपुर थाने का औचक निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस दौरान वह पूर्व के लंबित कांडों और निकट समय में प्रतिवेदित संवेदनशील घटनाओं के गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान तथा शीघ्र निष्पादन सुनिश्चित करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
साथ ही अपराध नियंत्रण एवं गंभीर कांडों के अनुसंधान के प्रगति की समीक्षा की गई। निरीक्षण के क्रम थानाध्यक्ष जानीपुर द्वारा वरीय पदाधिकारियों के आदेश/निर्देश का अनुपालन नहीं किया जा रहा था तथा गंभीर प्रकृति के कांडों के अनुसंधान में रूचि नहीं लिया जा रहा था।
इनके द्वारा कर्तव्यों के निर्वहन में लापरवाही बरती जा रही थी। इस आरोप में थानाध्यक्ष जानीपुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया।
एटीएम बूथ में घुसा संदिग्ध, पुलिस ने बाहर से लगा दिया तालाशास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के राजा बाजार पिलर नंबर 49 के पास यूको बैंक के एटीएम बूथ में संदिग्ध के घुसने की सूचना मिलते ही पुलिस की गश्ती गाड़ी पहुंच गई।
संदिग्ध ने शटर को गिरा दिया था। पुलिस ने उस पर बाहर से ताला जड़ दिया। गश्ती दल ने इसकी सूचना थानाध्यक्ष को दी।
थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी पहचान दानापुर निवासी संदीप कुमार के रूप में हुई। उसके पास से एक प्लास और दो पेचकस बरामद किया गया।
वह एटीएम के ऊपर के हिस्से का नट खोल चुका था। वह अकेले ही घटना को अंजाम देने पहुंचा था। घटना मंगलवार शाम की है। आरोपित एटीएम बूथ के बाहर पहुंचा।
पहले इधर उधर देखा, फिर अंदर दाखिल हो शटर गिरा दिया। किसी ने उसकी इस गतिविधि को देखकर डायल 112 को फोन कर दिया। एटीएम में चोरी के प्रयास की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई।
उस समय शटर गिरा हुआ था। यह देख पुलिस ने उसे शटर को पूरी तरह नीचे गिरा दिया और बाहर से ताला लगा दिया।
इससे आरोपित बूथ के अंदर ही फंस गया। थोड़ी देर में थाने की पुलिस भी पहुंच गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है।
यह भी पढ़ें-
Bihar Weather: बिहार के इन 3 जिलों में रहने वाले लोग हो जाएं सावधान! आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश की चेतावनी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश में अप्रैल की तरह मई में ज्यादा दिनों तक झुलसा देने वाली गर्मी से राहत मिलेगी। माह में मौसम का मिजाज मिलाजुला कर सामान्य बने रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग के अनुसार उच्च दाब सामान्य स्थिति में होने के साथ बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी युक्त हवा के कारण ट्रफ लाइन बनने से प्रदेश में मेघ गर्जन, वज्रपात व वर्षा होने से लोगों को भीषण गर्मी व (हीटवेव) से राहत मिलेगी। इस दौरान न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक होने व पुरवा के कारण उमस का प्रभाव बना रहेगा।
3 जिलों में भारी बारिश की चेतावनीमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित प्रदेश के अधिसंख्य भागों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और आंधी-पानी के हालात बने रहेंगे। प्रदेश के तीन जिलों के कटिहार, किशनगंज और पूर्णिया में भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
पूर्वी भाग के पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी एवं मधुबनी जिले के कुछ भागों में आंधी-पानी के साथ 50-60 किमी प्रतिघंटा व शेष जिलों में 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
अररिया के जोकिहाट में हुई सबसे ज्यादा बारिशबीते 24 घंटों के दौरान अररिया, सुपौल, मधेपुरा, खगड़िया, मधेपुरा, दरभंगा, पश्चिम चंपारण में वर्षा दर्ज की गई। अररिया के जोकिहाट में सर्वाधिक वर्षा 87.8 मिमी दर्ज की गई।
डेहरी रहा सबसे गर्ममंगलवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 36.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 41.0 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
बिहार की राजधानी पटना समेत अपने जिले के मौसम का हाल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
राजधानी व आसपास इलाकों में तीखी धूप निकलने के साथ दोपहर बाद आंशिक रूप से बादल छाए रहे। मंगलवार को पटना सहित जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
प्रमुख जिलों में वर्षा की स्थितिअररिया में 60.6 मिमी , पूर्णिया के रूपौली में 44.8 मिमी , फारबिसगंज में 44.6 मिमी, मधेपुरा के सिंहेश्वर में 42.4 मिमी, पूर्णिया के जलालगढ़ में 41.8 मिमी, सुपौल के परपतगंज में 39.8 मिमी, सुपौल के पिपरा में 39.6 मिमी, सुपौल के राघोपुर में 38.2 मिमी, किशनगंज के चरघरिया में 36.6 मिमी।
पूर्णिया के बैसा में 34.6 मिमी, खगड़िया के बेलदौर में 31.4 मिमी, दरभंगा के जाले में 28.4 मिमी, पूर्णिया के अमौर में 27.6 मिमी, सुपौल के मरौना में 27.6 मिमी, मधेपुरा के चौसा में 26.4 मिमी, मधुबनी में 22.8 मिमी एवं मधेपुरा में 22.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहरअधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 36.7 25.8 गया 39.8 25.6 भागलपुर 35.4 25.3 मुजफ्फरपुर 32.4 24.6
ये भी पढ़ें
यूपी-बिहार में गर्मी का कहर जारी, राजस्थान में झुलसा रही लू; मानसून को लेकर आया ताजा अपडेट
Water Metro: गंगा में तैरेगी वाटर मेट्रो, पटना के NIT स्टेशन से होगी कनेक्ट; सिर्फ 40 रुपये किराया
अहमद रजा हाशमी, पटना सिटी। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय जल मार्ग से बिहार में गंगा को जोड़ने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट की सफलता के बाद आवागमन का एक और बड़ा माध्यम बिहार को मिलने वाला है। इसी वर्ष अगस्त में पटना मेट्रो के प्रथम फेज का परिचालन शुरू होने के बाद गंगा में वाटर मेट्रो चलाने की तैयारी है।
दैनिक यात्रियों के साथ पर्यटकों को विशेष प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक जहाज गंगा के रास्ते उत्तर बिहार को राजधानी के एनआईटी स्थित पटना मेट्रो स्टेशन से जोड़ेगा। इस योजना का प्रारूप तय करने को केरल के कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड के तीन पदाधिकारियों के दल ने पटना पहुंच चार दिनों तक गंगा में कई जगहों का प्राथमिक अध्ययन किया।
पटना क्षेत्र के गंगा स्थल का किया अध्ययन। सौ. आईडब्लूएआई
भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्लूएआई) पटना के निदेशक अरविंद कुमार ने मंगलवार को बताया कि केंद्र सरकार के पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय द्वारा देश के जिन 17 स्थानों पर वाटर मेट्रो शुरू करने की योजना है, उनमें बिहार का पटना जिला प्रथम स्थान पर है।
उन्होंने बताया कि कोच्चि से आए दल में कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड के एसडीजीएम निशांत एन, अर्जुन कृष्णा के व जरीन सैम जेनसान शामिल थे। यह टीम इस योजना को लेकर राज्य सरकार के मुख्य सचिव से भी मिली। चार दिनों तक स्थल निरीक्षण करने के बाद मई के प्रथम सप्ताह में टीम लौट गयी।
आईडब्लूएआई के निदेशक ने बताया कि यह टीम दोबारा बाढ़ के दिनों में पटना आएगी और गंगा में जल प्रवाह की गति, नदी के बहाव तथा अन्य मामलों का अध्ययन करेगी। यह टीम दिसंबर में केंद्र सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी।
एनआईटी में पटना मेट्रो से जुड़ेगी वाटर मेट्रोआईडब्लूएआई के निदेशक अरविंद कुमार ने बताया कि केंद्र के सहयोग से केरल सरकार वहां के कोच्चि शहर में सफलतापूर्वक सुरक्षित और सस्ते दर पर जल परिवहन सेवा उपलब्ध करा रही है। इसी कोच्चि मेट्रो रेल लिमिटेड की टीम ने पटना के उत्तर में गंडक, सोनपुर, हाजीपुर, कोनहरा, दानापुर, दीघा, बिदुपुर, गायघाट, पहलेजा घाट आदि के जल क्षेत्रों का अध्ययन किया।
योजना की शुरुआत में गंडक से वाटर मेट्रो चलाकर पटना के एनआईटी स्थित अशोक राजपथ पर बने पटना मेट्रो स्टेशन से जोड़ने की है।
इसके अलावा, विभिन्न राज्यों के शहर प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, गांधी नगर, श्रीनगर, जम्मू कश्मीर, बंगाल, गोवा, असम के ढुबरी व गुवाहाटी, मंगलुरु, कर्नाटक, महाराष्ट्र के मुंबई व वसई, अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप में वाटर मेट्रो शुरू करने की योजना है। गंगा, ब्रह्मपुत्र नदी, डल झील, अंडमान और लक्षद्वीप में द्वीपों को जोड़ा जाएगा।
इलेक्ट्रॉनिक वाटर मेट्रो पर 100 यात्रियों की क्षमता:निदेशक ने बताया कि गंगा में वाटर मेट्रो चलाने के लिए एक मीटर से कम पानी की आवश्यकता है। विशेष रूप से तैयार और सुविधाओं से सुसज्जित इलेक्ट्रॉनिक जलयान सौर ऊर्जा से भी चलेगा।
इसमें 50 यात्रियों के बैठने और 50 यात्रियों के खड़े होकर सफर करने की व्यवस्था है। इसका न्यूनतम किराया 20 से 40 रुपये के बीच होने की संभावना है।
ये भी पढ़ें- Patna Metro: इंतजार की घड़ी खत्म, सबसे पहले इस रूट पर चलेगी पटना मेट्रो; शहरवासियों के लिए आ गया बड़ा अपडेट
ये भी पढ़ें- बिहार में मेट्रो के काम में आएगी तेजी, 397 जेई को मिली पोस्टिंग; 1 हफ्ते में ज्वाइन करेंगे ऑफिस
पटना वालों की अजीब परेशानी, सड़कों पर मांस नोंच ले रहे कुत्ते; अस्पतालों में चूहों का आतंक
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी पटना को स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद जोरों पर है। वहीं, दूसरी ओर सड़कों पर आवारा कुत्ते मासूमों को नोच रहे हैं तो अस्पतालों में चूहे मरीजों का मांस कुतर रहे हैं। आमजन न तो गलियों में सुरक्षित हैं और न ही एनएमसीएच जैसे बड़े अस्पतालों में सुकून है। जिम्मेदारों की उदासीनता से जानवर नहीं व्यवस्था खूंखार हो गई है, जिसका दर्द आमजन काे झेलना पड़ रहा है।
तीन हजार से अधिक लोगों को हर माह काट रहे कुत्तेराजधानी पटना की सड़कों पर आवारा कुत्तों का आतंक साल दर साल तेजी से बढ़ रहा है। 2023-24 के बिहार आर्थिक सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2022-2023 में 22 हजार 599 लोगों को कुत्तों ने काटा था। वहीं 1 अप्रैल 2024 से मार्च 2025 के बीच 29 सरकारी अस्पतालों में 27 हजार 790 लोगों ने एआरवी लेने के लिए पंजीयन कराया।
इसमें न्यू गार्डिनर रोड का आंकड़ा शामिल नहीं है जहां हर दिन 40 से 50 नए समेत औसतन 60 लोग एआरवी वैक्सीन लेने पहुंचते हैं। जनवरी से अप्रैल के बीच यहां 8828 एआरवी की डोज दी गई। यानी हर माह औसतन 650 से 750 लोग कुत्ता काटने पर बचाव की वैक्सीन लेने न्यू गार्डिनर पहुंच रहे हैं।
पालीगंज में 6680, पंडारक में 4390हर माह औसतन तीन हजार लोग कुत्तों के काटने से सरकारी अस्पतालों में एंटी रैबीज वैक्सीन यानी एआरवी लेने पहुंच रहे हैं। वहीं, सिविल सर्जन डा. अविनाश कुमार सिंह के अनुसार पालीगंज में 6680, पंडारक जैसे छोटे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 4390 वाइल एआरवी की मौजूद हैं, जो कुत्तों के आतंक को स्पष्ट करने को पर्याप्त हैं।
शहरी क्षेत्र में कुत्तों का आतंक ज्यादास्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल के परिक्षेत्र में अप्रैल 2024 से मार्च 2025 तक 1447, गर्दनीबाग अस्पताल क्षेत्र में 2434, पटना सदर पीएचसी क्षेत्र में 1002 और सबसे अधिक न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में करीब सात से आठ हजार लोग कुत्तों के शिकार बने। शहर से सटे फुलवारीशरीफ सीएचसी परिक्षेत्र में 2394, दानापुर-खगौल पीएचसी-अनुमंडल में 2290 तो संपतचक पीएचसी में 1835 लोगों को कुत्तों ने काटा।
कई अस्पतालों के मरीज चूहों से परेशानपटना : एनएमसीएच में भले ही छह माह में चूहों के दो बड़ी करतूत सामने आने से वहां का प्रबंधन शर्मिंदा है, पर अन्य सरकारी अस्पताल इससे अछूते नहीं है। पुराने जर्जर भवनों में चलने वाले गर्दनीबाग, न्यू गार्डिनर, कंकड़बाग स्थित जयप्रभा पीएचसी से लेकर पीएमसीएच तक की हालत इससे कुछ इतर नहीं है। यहां भी मरीज और चिकित्साकर्मी चूहों की उछल-कूद व कुतरने की आदत से परेशान हैं।
चिकित्सकीय उपकरण के काम नहीं करने से ऐसा?पीएमसीएच में तो अक्सर किसी चिकित्सकीय उपकरण के काम नहीं करने का कारण चूहों के तार कुतरने को बताया जाता है। बस अंतर यही है कि एनएमसीएच की तरह इन अस्पतालों में चूहों ने अबतक किसी मृत व्यक्ति की आंख नहीं निगली या डायबिटिक न्यूरोपैथी से पीड़ित ऐसा कोई मरीज नहीं मिला, जिससे पैर की अंगुलियां कुतरने का पता नहीं चले।
गंदगी और आसपास की स्थिति मुख्य कारणगर्दनीबाग अस्पताल के पीछे सचिवालय हाल्ट व उजाड़ सी स्थिति है। भवन जर्जर होने के कारण चूहों को छिपने की पर्याप्त जगह मिलती है। स्टेशन के प्लेटफार्म व अस्पताल में भर्ती रोगियों के यहां-वहां भोजन फेंकने से चूहों को आश्रय मिल रहा है।
न्यू गार्डिनर रोड के जर्जर भवन व पीछे उजाड़ जगह हाेने से यहां भी बड़े-बड़े चूहे हैं लेकिन सिर्फ ओपीडी सेवा के कारण यहां मरीज इनके शिकार नहीं बन पाते। यही जयप्रभा पीएचसी का भी है। इसके अलावा किराए के भवनों में खुले शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में से अधिकसंख्य में चूहों का आतंक है।
पटना के नगर आयुक्त ने जिलाधिकारी को लिखा पत्र, सुरक्षा के लिए कराएं पुलिस बल की तैनाती
जागरण संवाददाता, पटना। नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह को पत्र लिखकर मल्टी मोडल हब और सब-वे में सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती कराने का आग्रह किया है। पत्र में कहा है कि बड़ी संख्या में रेल यात्री बस एवं आटो के लिए आ रहे हैं।
सुरक्षा की व्यवस्था आवश्यक है। बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मल्टीमोडल हब और भूतिगत सब-वे का लोकार्पण किया था। सब-वे में सिक्यूरिटी गार्ड की तैनाती हो गई है। मल्टी मोडल हब, सब-वे और मल्टी लेबल पार्किंग है। रात्रि में भी सुरक्षा की जरूरत है। नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने बताया कि पटना जंक्शन के आसपास नई व्यवस्था व नई सुविधाएं हैं। प्रतिदिन व्यवस्था में सुधार हो रहा है। चार-पांच दिनों के अंदर पूर्णरूप से व्यवस्था में सुधार आ जाएगा।
गांधी मैदान से आने वाले आटो को रोक रहे हैं पुलिसकर्मीप्रशासन की सख्ती के बाद भी गांधी मैदान से पटना जंक्शन के बीच चलने वाले आटो जंक्शन गोलंबर की तरफ बढ़ जा रहे हैं। पुलिस कर्मी जंक्शन गोलंबर के पहले आटो को रोककर चिरैयाटांड की तरफ भेजते रहे। जंक्शन गोलंबर से बुद्ध स्मृति पार्क के आगे तक पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी। इस कारण इस स्थान पर आटो नहीं लगे।
मल्टीमोडल हब का पार्किंग खाली, रैंप बना स्टैंडआटो चालकों ने मल्टी मोडल हब के रैंप को स्टैंड बना दिया है। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड हब के प्रथम तल को आटो स्टैंड के लिए आवंटित कर दिया है। इसके अंदर में खाली रह रहा है। रैंप से एक तरफ से आटो प्रथम तल पर जा रहे हैं और रैंप के रास्ते में तीन लेयर बनाकर नीचले हिस्से तक आटो को खड़ा कर दे रहे हैं। नीचले हिस्से में यात्री मिलने के बाद आटो आगे बढ़ते जाते हैं। आटो चालकों को एक घंटे तक नीचले हिस्से में आने के लिए धीरे-धेरे चलना पड़ता है।
मल्टीमोडल हब में खड़ा होने लगी निजी बसेंमल्टी मोडल हब में निजी बसें खड़ा होकर यात्रियों को लेने लगी है। बुद्ध मार्ग को ये बस स्टैंड बना दिए थे। प्रशासन धीरे-धीरे बुद्धमार्ग से निजी बसों को हटाने की दिशा में कार्य शुरू कर दिया है।
जंक्शन गोलंबर से मल्टीमोडल हब के बीच नहीं लगे आटोपुलिस प्रशासन की सख्ती के कारण जंक्शन गोलंबर से मल्टीमोडल हब के बीच आटो नहीं लगे। सड़क के किनारे की दुकानों को यातायात पुलिस व्यवस्थित करते नजर आई। मल्टीमोडल हब से जपीओ गोलंबर के बीच जहां-तहों आटो रूककर यात्री उठाते नजर आए। जंक्शन गोलंबर से मल्टीमोडल हब तक के मुख्य सड़क की दोनों तरफ पैदल यात्रियों का रेला लगा रहा है। सब-वे से अधिक लोग मुख्य सडु़क से आते-जाते नजर आए। सब-वे भी यात्रियों से भरा रहा।
यातायात एसपी जंक्शन के आसापास करते रहे भ्रमणयातायात एसपी मल्टीमोडल हब, पटना जंक्शन के आसपास भ्रमण करते रहे। यातायात पुलिस काफी चौकस नजर आई। इस कारण सड़कों पर सुगम यातायात जारी रहा। यातायात एसपी बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के अधिकारियाें से बैठक कर बसों के परिचालन में आ रही परेशालियों से अवगत हुए। उसमें सुधार कराने का आश्वासन दिए।
बिहार में बाढ़ से बचाव की चौतरफा तैयारी कर रही सरकार, सूचना-सहायता के लिए जारी किया नंबर
राज्य ब्यूरो, पटना। जल संसाधन विभाग का दावा है कि उसने बाढ़ से बचाव के लिए व्यापक व बहु-स्तरीय तैयारी की है। विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष उसका प्रस्तुतीकरण दिया गया है। बाढ़ पूर्व कटाव-रोधी कार्य तो हुए ही हैं, तटबंधों की सतत निगरानी की व्यवस्था है। बाढ़ चेतावनी प्रणाली के साथ नेपाल से समन्वय की व्यवस्था है और एक जून से बाढ़ नियंत्रण कोषांग सक्रिय हो जाएगा, जो आठों पहर कार्यरत रहेगा।
1310.09 करोड़ की लागत से कटाव-रोधी कार्यगंगा, कोसी, गंडक, बूढ़ी गंडक, बागमती, कमला बलान, महानंदा आदि नदी बेसिन में कुल 394 स्थलों पर 1310.09 करोड़ की लागत से कटाव-रोधी कार्य हुए हैं। कुल 3808 किलोमीटर लंबे तटबंध की निगरानी के लिए प्रत्येक किलोमीटर पर एक तटबंध श्रमिक की व्यवस्था हुई है।
श्रमिकों के लिए अस्थायी आवासननिगरानी एवं चौकसी हेतु पदाधिकारियों एवं श्रमिकों के लिए अस्थायी आवासन, शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था है। तटबंधों के अति-संवेदनशील स्थलों पर तटबंध एंबुलेंस की व्यवस्था रहेगी। बराज से जलस्राव में अप्रत्याशित वृद्धि होने पर संबंधित क्षेत्रीय पदाधिकारियों एवं जिलाधिकारियों पूर्व सूचना दी जाएगी।
वर्षापात का पूर्वानुमान ले होगा कार्यगणितीय प्रतिमान केंद्र द्वारा बक्सर से कहलगांव तक गंगा पर सात स्थलों सहित विभिन्न नदियों (घाघरा, गंडक, बागमती, अधवारा, कोसी, महानंदा आदि) के कुल 42 स्थलों का 72 घंटे पूर्व का बाढ़ पूर्वानुमान दिया जाएगा। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग और बिहार मौसम सेवा केंद्र से सभी जिलों के लिए अगले पांच दिनों एवं नेपाल प्रभाग का अगले तीन दिनों के लिए वर्षापात का पूर्वानुमान प्राप्त कर इसका उपयोग माडलिंग कार्य में किया जाएगा।
सूचना और सहायताबाढ़ नियंत्रण कोषांग के अंतर्गत एक जून से सहायता केंद्र कार्यरत कर लिया जाएगा। इसके अंतर्गत प्रतिदिन 24 घंटे टाल फ्री - नंबर-1800 345 6145, दूरभाष संख्या-0612-2206669, 0612-2215850 और मोबाइल नंबर-7463889706, 7463889707 कार्यरत रहेगा।
बाढ़ संघर्षात्मक बलविभाग स्तर पर तकनीकी बल का गठन हुआ है। तटबंधों और नदियों के अन्य आक्राम्य स्थलों की सुरक्षा के निमित क्षेत्रीय अभियंताओं को परामर्श देने हेतु अनुभवी सेवानिवृत्त अभियंताओं की अध्यक्षता में बाढ़ संघर्षात्मक बल की उपस्थिति रहेगी।
नेपाल से समन्वयउत्तर बिहार के विभिन्न नदी बेसिन में होने वाले वर्षापात के पूर्वानुमान की सूचना नेपाल से ससमय प्राप्त करने की व्यवस्था है। जल संसाधन विभाग के संपर्क पदाधिकारी काठमांडु स्थित संपर्क कार्यालय के द्वारा नेपाल एवं बिहार के बीच महत्वपूर्ण कड़ी का काम करते है।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने की घोषणा, 26 से अभियान चला पंचायतों में बनेगा आयुष्मान कार्ड
जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वप्न है कि हर गरीब तक उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचें। इसके लिए 23 सितंबर 2018 में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू की गई। उस समय प्रदेश के 1.21 करोड़ परिवारों के 5.5 करोड़ लोग लाभार्थी थे।
मुख्यमंत्री नीतीश से इसका दायरा बढ़ाने का आग्रहइसकी उपयोगिता को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इसका दायरा बढ़ाने का आग्रह किया। उनके मार्गदर्शन में गरीबों-वंचितों तक इसका लाभ पहुंचाने के लिए हर राशन कार्डधारी के लिए मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू की गई। इसके बाद लाभार्थी परिवारों की संख्या 1.79 करोड़ व लाभुकों की संख्या 8.50 करोड़ से अधिक हो गई।
प्रदेश में 3.75 करोड़ के पास आयुष्मान कार्डयह कुल आबादी का करीब 62 प्रतिशत है। अब तक प्रदेश में 3.75 करोड़ लोगों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। इसके अलावा 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी आयवर्ग के लोगों को पांच लाख तक के निशुल्क उपचार सुविधा को वय वंदना आयुष्मान योजना शुरू की गई। इसके तहत 2 लाख 32 हजार आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। सरकार सभी लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए 26, 27 व 28 मई को पंचायत स्तर पर विशेष अभियान चलाने जा रही है। मुख्य सचिव ने इसके लिए सभी जिलाधिकारियों से लेकर बीडीओ तक को इसे सफल बनाने के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति द्वारा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना में नव सूचीबद्ध 68 निजी अस्पतालों की उन्मुखीकरण कार्यशाला में ये बातें कहीं।
कोई खुशी से अस्पताल नहीं आता...स्वास्थ्य विभाग के सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि इस यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम से निजी अस्पतालों का बिजनेस तो बढ़ता है पर उन्हें लाभार्थी का ध्यान रखना चाहिए। कोई खुशी से अस्पताल नहीं आता है। ऐसे में गरीब-वंचितों की इस योजना में धोखाधड़ी नहीं की जानी चाहिए। इसकी जरूरत भी नहीं है क्योंकि हर उपचार के लिए पैकेज तय है और कोई भी आखिर में कुछ भी अपने साथ लेकर नहीं जाता।
बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी शशांक शेखर सिन्हा ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के माध्यम से सभी लाभार्थियों को निशुल्क, सुलभ व गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के महत्व को दोहराया।
कई अधिकारी रहे मौजूदमौके पर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत, अपर सचिव डा. आदित्य प्रकाश, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रशासनिक पदाधिकारी राजेश कुमार, स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के प्रशासी पदाधिकारी शैलेश चंद्र दिवाकर, डायरेक्टर आपरेशन आलोक रंजन, रीतेश मिश्रा, आइजीआइएमएस के निदेशक प्रो. डा. बिंदे कुमार, आइजीआइसी के निदेशक डा. सुनील कुमार, डा. अमिताभ आदि मौजूद थे।
जल्द देश में दूसरे नंबर पर होंगे कार्ड बनाने मेंस्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना में अब तक प्रदेश के 587 निजी व 586 सरकारी समेत कुल 1173 अस्पताल सूचीबद्ध हो चुके हैं। छह वर्षों में योजना के तहत 20.5 लाख लोगों का इलाज हुआ, जिस पर 2670 करोड़ रुपये खर्च हुए। वित्तीय वर्ष 2024-25 में ही 1000 करोड़ रुपये गरीबों के उपचार में खर्च किए गए। अब तक 3.75 करोड़ आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं, जिसमें से 2.8 करोड़ कार्ड गत 14 माह में बने।
बिहार आयुष्मान कार्ड बनाने में देश में तीसरे स्थान परबिहार आयुष्मान कार्ड बनाने में देश में तीसरे स्थान पर है। अत्यधिक जनसंख्या के कारण उत्तर प्रदेश नंबर वन रहेगा लेकिन बहुत जल्द हम दूसरा नंबर हासिल कर लेंगे। उन्होंने नए सूचीबद्ध 68 अस्पतालों से अपील की कि वे योजना के हर पहलू को समझें और अपने अस्पतालों में उन्मुखीकरण सत्र आयोजित कर स्टाफ को भी इसकी बारीकियां समझाएं।
70 वर्ष के कुल 2.33 लाख लाभुकों का आयुष्मान वय वंदना कार्डनिशुल्क उपचार की बात कर उन्हें हीन नहीं दिखाएं, उनकी सेवा कर खुद को उपकृत समझें। अबतक 70 वर्ष से अधिक उम्र के कुल 2.33 लाख लाभुकों का आयुष्मान वय वंदना कार्ड बन चुका है। देश में 29 हजार अस्पताल सूचीबद्ध हैं जहां आयुष्मान कार्ड पर मुफ्त इलाज होता है।
Pages
