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नीचे फर्राटा भरेगी मेट्रो, ऊपर दौड़ेंगे वाहन; पटना के पहले डबल डेकर फ्लाइओवर से घंटों का सफर मिनटों में
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी का पहला डबल डेकर फ्लाइओवर बनकर तैयार है। इसकी शुरुआत अप्रैल में ही होनेवाली थी। उम्मीद है कि जल्द ही इसका लोकार्पण किया जाएगा। इस मार्ग की खासियत यह है कि नीचे मेट्रो, उसके ऊपर के तीन सतह पर वाहनों की रफ्तार दिखेगी।
2.2 किलोमीटर के फिनिशिंग का काम भी लगभग पूरागांधी मैदान स्थित कारगिल चौक से पटना साइंस कालेज तक बने इस 2.2 किलोमीटर लंबे डबल डेकर के फिनिशिंग का काम भी लगभग पूरा हो चुका है। दो लेन वाले डबल डेकर एलिवेटेड रोड से इस क्षेत्र में आवागमन सुगम हो जाएगा। कुल 65 पिलरों पर बने इस मार्ग से घंटों का सफर मिनटों में तय हो सकेगा।
पटना कालेज से बीएन कालेज तक दूसरा तल
डबल डेकर का पहला तल 1.7 किमी जबकि दूसरा तल पटना कालेज से बीएन कालेज तक जबकि दूसरा तल कारगिल चौक से साइंस कालेज तक 2.2 किमी है। ऊपरी तल से कारगिल चौक से साइंस कालेज की ओर वाहनों का परिचालन होगा।
निचले तल पटना कालेज से गांधी मैदान जाने कोनिचले तल का उपयोग पटना कालेज से गांधी मैदान की ओर जाने के लिए होगा। ऊपर के तल की कनेक्टिविटी पीएमसीएच के मल्टीलेवल पार्किंग से दी गई है। डबल डेकर फ्लाइओवर से अशोक राजपथ की यातायात व्यवस्था में व्यापक बदलाव की उम्मीद है। इस मार्ग पर यात्रा करना एक चुनौती रही है, लेकिन अब इस मार्ग की सूरत बदल जाएगी।
चार वर्षों में तैयार हुआ डबल डेकर फ्लाइओवरडबल डेकर का निर्माण 422 करोड़ की लागत से हुआ है। इसका शिलान्यास चार सितंबर 2021 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। इस तरह से करीब चार वर्षों में यह तैयार हुआ है।
छात्रों, मरीजों को होगा अधिक लाभपिछले माह सीएम ने इसका निरीक्षण कर जल्द शेष कार्य पूरा करने का निर्देश भी दिया था। उन्होंने कहा कि इस फ्लाइओवर से छात्रों, मरीजों और अशोक राजपथ पर आवागमन करनेवालों को काफी सुविधा होगी। उन्हें जाम से छुटकारा मिलेगा।
बिहार में ट्यूशन नहीं पढ़ा सकेंगे सरकारी टीचर, शिक्षा विभाग के ACS ने दे दी आखिरी चेतावनी
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में ट्यूशन पढ़ाने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षकों पर कार्रवाई होगी। गर्मी की छुट्टी के बाद स्कूली बच्चों की बायोमीट्रिक हाजिरी होगी। सभी सरकारी प्रारंभिक विद्यालयों में प्री-स्कूल चलेंगे।
गर्मी की छुट्टी के पहले प्रारंभिक कक्षाओं के सभी बचे बच्चों को हर हाल में पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध करा दी जाएंगी। लाइब्रेरियन की नियुक्ति के लिए रिक्तियों की गणना की जा रही है। शनिवार को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने लाइव कार्यक्रम में इसकी जानकारी दी।
'शिक्षा की बातः हर शनिवार' कार्यक्रम में डॉ. एस. सिद्धार्थ ने साफ शब्दों में कहा कि सरकारी स्कूलों के शिक्षक ट्यूशन नहीं पढ़ा सकते। सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के लिए ट्यूशन प्रतिबंधित है।
अगर शिक्षक ट्यूशन पढ़ाते पाए गए या उनके द्वारा ट्यूशन पढ़ाने की शिकायत मिली, तो उन पर निश्चित रूप से कार्रवाई होगी। स्कूल अवधि में सरकारी स्कूलों के बच्चे भी ट्यूशन पढ़ने नहीं जाएंगे। स्कूल अवधि के बाद वे प्राइवेट टीचर से ट्यूशन पढ़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए गर्मी की छुट्टी के बाद बच्चों की भी बायोमीट्रिक हाजिरी होगी। बच्चों के साथ शिक्षकों की भी बायोमीट्रिक हाजिरी होगी।
उन्होंने कहा कि पीएमश्री विद्यालय योजना केंद्र प्रायोजित है। इस योजना में शामिल विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित किया जाना है। बिहार के भी बहुत सारे विद्यालय इस योजना में केंद्र द्वारा शामिल किए गए हैं।
कोशिश होगी कि केंद्र सरकार इस योजना में बिहार के और स्कूल शामिल करे। उन्होंने कहा कि नियुक्ति के पांच साल बाद भी टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज के व्याख्याताओं की सेवा संपुष्ट नहीं होने के मामले में जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई होगी। ऐसे व्याख्याताओं की सेवा की संपुष्टि एक सप्ताह में होगी।
अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यह हर कक्षा के वर्ग शिक्षक की जिम्मेदारी है कि उनकी कक्षा के बच्चे नियमित रूप से स्कूल आयें। एक व्यवस्था विकसित करेंगे कि अगले साल से गर्मी की छुट्टी में बच्चों के लिए डांस और खेल समेत अन्य कला को लिए का समर कैंप लगे।
उनकी कोशिश होगी कि हर प्रारंभिक विद्यालय में प्री-स्कूल का संचालन हो। चालीस बच्चे आंगनबाड़ी में पढ़ेंगे और बाकी बच्चों की पढ़ाई प्री-स्कूल में होगी।
उन्होंने कहा कि प्रारंभिक स्कूलों के दो करोड़ बच्चों को दी जाने वाली किताबों की छपाई की प्रक्रिया बदल गयी है। अभी से अगले साल के लिए प्रक्रिया शुरू हो गयी है। किताबों का रिवीजन भी चल रहा है। अगले साल नये शैक्षिक सत्र शुरू होने के एक माह पहले किताबें पहुंच जाएंगी।
बिहार की राजधानी में बड़ी वारदात, पटना में एडीजी के सामने बीच सड़क पर सैकड़ों लोगों की भीड़ पर बरसाईं गोलियां
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी के अपराधियों में पुलिस का खौफ समाप्त हो गया है। अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि पुलिस महकमे के सबसे बड़े अधिकारी के सामने सैकड़ों लोगों की भीड़ पर गोलियां बरसाते हुए फरार हो जा रहे हैं।
हड़ताली मोड़ से सटे बोरिंग कैनाल रोड पर वारदातयह नजारा राजधानी की हृदयस्थली हड़ताली मोड़ से सटे बोरिंग कैनाल रोड पर शनिवार की शाम लगभग साढ़े चार बजे देखने को मिला। यह क्षेत्र श्रीकृष्णापुरी थाने के अधीन है। अपराधियों को रोकने के लिए एडीजी के बाडीगार्ड ने भी जवाबी फायरिंग की, लेकिन वे बिना नंबर की काले रंग की स्कार्पियो से भाग निकले।
स्कार्पियो रोकने का मैसेज होता रहा फ्लैशवायरलेस पर नाकाबंदी कर स्कार्पियो रोकने का मैसेज फ्लैश होता रहा, मगर जिले की 20 हजार से अधिक की फौज नाकाम साबित हुई। इधर, शहर के वीवीआइपी इलाके में एडीजी और अपराधियों के बीच मुठभेड़ की जानकारी पाकर एसएसपी अवकाश कुमार, सिटी एसपी स्वीटी सहरावत दलबल के साथ मौके पर पहुंचीं। सीसी कैमरे के फुटेज खंगाले गए। उसमें दो अपराधियों के चेहरे दिख रहे हैं। एसएसपी का दावा है कि आरोपित जल्द गिरफ्त में होंगे।
नशे में धुत अपराधियों ने पहले की थी मारपीटवार्ड नंबर 21 के पार्षद रणधीर कुमार ने बताया कि दोपहर 3:55 बजे काले रंग की स्कार्पियो हड़ताली मोड़ की तरफ से आई, जिस पर चार युवक सवार थे। सभी नशे में धुत लग रहे थे। स्कार्पियो ने इंदिरा भवन के पास एक मिठाई दुकान के सामने खड़ी बैलेनो कार में टक्कर मार दी। इसके बाद स्कार्पियो से युवक उतरे और बैलेनो के चालक से मारपीट शुरू कर दी। इस बीच लोगों की भीड़ जमा हो गई।
राहगीर व स्थानीय दुकानदार हुए आक्रोशितस्कार्पियो सवार युवकों की हरकत देख राहगीर व स्थानीय दुकानदार आक्रोशित हो गए। उन्होंने स्कार्पियो सवार युवकों को खदेड़ दिया। इस दौरान युवकों ने बुरा अंजाम भुगतने की चेतावनी दी। हालांकि, लोगों ने उनकी बातों पर गौर नहीं किया। कारण कि सड़क पर आए दिन इस तरह की मारपीट होती रहती है।
आधे घंटे बाद आकर बरसाने लगे गोलियांलगभग साढ़े चार बजे स्कार्पियो सवार वही युवक वापस आए और इंदिरा भवन से आगे बढ़ते ही मकानों व दुकानों को निशाना बनाते हुए फायरिंग करने लगे। इससे सड़क पर भगदड़ मच गई। इस बीच एडीजी का वाहन पीछे से आ गया। पुलिस का वाहन देखकर लोगों को हिम्मत मिली और वे अपराधियों को दोबारा खदेड़ने के लिए दौड़े।
एडीजी बना रहे थे फायरिंग कर रहे अपराधियों का वीडियोबकौल पार्षद, एडीजी फायरिंग कर रहे अपराधियों का वीडियो बना रहे थे। अपराधी तेजी से उत्तर दिशा में बढ़े और पहलवान मार्केट से यू-टर्न लेकर दक्षिण की ओर जाने के लिए पुल पर चढ़ गए। तब अपराधियों को रोकने के लिए एडीजी के बाडीगार्ड ने भी गोलियां चलाई थीं। अपराधियों की ओर से आठ राउंड फायरिंग की गई, जबकि पुलिस ने दो चक्र गोलियां चलाईं। मगर, अपराधी पुल पर चढ़ कर वाहन से तेज रफ्तार में फरार हो गए।
19 से 21 वर्ष की आयु के थे अपराधीप्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक, फायरिंग करने वाले अपराधियों की आयु 19 से 21 वर्ष के बीच थी। ऐसा लग रहा था कि उन्होंने सूखा नशा किया था। एक अपराधी आसमानी रंग के गोल-गला हाफ टी-शर्ट में था। उसने मास्क भी लगा रखा था। उसका साथी काले रंग की टी-शर्ट में था। चालक वाहन स्टार्ट कर खड़ा रहा। स्कार्पियो के शीशे भी काले थे।
Bihar Elections 2025: बिहार में कांग्रेस की बढ़ेंगी मुश्किलें, क्यूआर कोड के जरिए इतने लोगों ने कर दिया आवेदन
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव की अब तक घोषणा नहीं हुई है। बावजूद प्रदेश कांग्रेस में टिकटार्थियों के आवेदनों का सिलसिला शुरू हो गया है।
भले ही प्रदेश में विधानसभा की सीटें 243 हो परंतु कांग्रेस को ऐसे 250 अभ्यर्थियों के आवेदन प्राप्त हो चुके हैं जो उसके सिंबल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं। कांग्रेस नेतृत्व ने इस वर्ष टिकटों के बंटवारे को लेकर होने वाले विवाद और आरोप-प्रत्यारोप से बचने के लिए क्यूआर कोड के जरिये आवेदन करने की व्यवस्था बनाई है।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि चयन की प्रक्रिया को पारदर्शी और तकनीक-आधारित बनाए जाने का नतीजा यह हुआ है कि चुनाव लड़ने के इच्छुक लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रतिदिन क्यूआर कोड के जरिये दर्जनों आवेदन पार्टी को मिल रहे हैं।
सूत्रों ने बताया महज चंद दिनों में करीब 250 आवेदन आ चुके हैं। हालांकि, क्यूआर कोड के जरिये आवेदन करने वाले टिकटार्थियों के लिए पार्टी ने कड़ी शर्ते निर्धारित की हैं। इसके बावजूद आवेदन रुक नहीं रहे।
बताएं कि क्यूआर कोड के जरिये आवेदन करने वालों के लिए जो शर्ते निर्धारित की गई हैं उनमें आवेदनकर्ताओं को 3,000 घरों पर पार्टी का झंडा लगाना अनिवार्य होगा और इसका फोटो प्रमाण भी देना होगा।
टिकटार्थियों को बूथ कमेटियों की अद्यतन सूची, प्रत्येक पंचायत या वार्ड में 10 महिलाओं की शक्ति समिति की सूची और इंटरनेट मीडिया पर अपने फॉलोवर का विवरण देना अनिवार्य किया गया है।
इसके अलावा पंचायत स्तर पर व्हाट्सअप ग्रुप बनाना, पार्टी के निर्देशित सभी कार्यक्रमों की रिपोर्ट समय पर भेजना जैसी शर्ते भी लागू की गई हैं।
बिहार नगर पंचायत चुनाव की घोषणा, 28 मई को अधिसूचना; 28 जून को डाले जाएंगे वोट
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य निर्वाचन आयोग ने छह नगर निकायों में आम चुनाव के साथ ही 51 नगर निकायों में उप चुनावों के कार्यक्रमों की तिथि शनिवार को घोषित कर दी है। 28 जून को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदान कराया जाएगा।
लागू हो गई आदर्श आचार संहिताचुनाव वाले नगर निकाय क्षेत्रों एवं वार्डों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। आयोग द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार 28 मई को अधिसूचना प्रकाशन के साथ ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि पांच जून तय की गई है।
नामांकन पत्रों की जांच छह जून से नौ जून तकनामांकन पत्रों की जांच छह जून से नौ जून तक होगी। अभ्यर्थियों को नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 10 से 12 जून तय की गई है। नाम वापसी के बाद प्रत्याशियों को 13 जून को चुनाव चिह्न दिया जाएगा। मतदान 28 जून को सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक होगा और मतगणना 30 जून को सुबह आठ बजे से शुरू होगी।
मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद एवं सभी वार्ड पार्षदों का चुनावआयोग द्वारा पटना जिले के खुसरूपुर, नौबतपुर एवं विक्रम, पूर्वी चंपारण जिले के नगर पंचायत मेहसी एवं पकड़ीदयाल, रोहतास जिले के नगर पंचायत कोचस में आम चुनाव कराया जाएगा। इन छह नगर निकायों में मुख्य पार्षद, उप मुख्य पार्षद एवं सभी वार्ड पार्षदों का चुनाव कराया जाएगा।
45 वार्ड पार्षदों के लिए उप चुनाव करायाइसके अलावा 51 नगर निकाय क्षेत्रों में तीन निकायों में मुख्य पार्षद एवं तीन निकायों के उप मुख्य पार्षद सहित 45 वार्ड पार्षदों के लिए उप चुनाव कराया जाएगा। मुख्य पार्षद पद के लिए जहां उप चुनाव कराया जाना है उसमें नगर परिषद बांका, नगर पंचायत खिजरसराय एवं नगर पंचायत मैरवा सम्मिलित है।
उप मुख्य पार्षद पद के लिए भी होगा उप चुनावजबकि नगर परिषद बक्सर, नगर परिषद बोधगया एवं नगर पंचायत एकमा बाजार के उप मुख्य पार्षद पद के लिए उप चुनाव कराया जाना है। शेष अन्य नगर निकायों के वार्ड पार्षदों के रिक्त पदों पर उप चुनाव होगा।
मुकेश सहनी बोले, इंटरनेट मीडिया पर बनें ताकतवर, विरोधियों के दुष्प्रचार का जवाब देने को मुहूर्त न देखें
जागरण संवाददाता, पटना। विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के आईटी सेल की दो दिवसीय बैठक शनिवार को पश्चिम चंपारण के वाल्मीकि नगर में वाल्मीकि सभागार में शुरू हुई। बैठक में पार्टी के प्रमुख व बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी भी शामिल हुए और आईटी सेल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को संगठन की मजबूती और पार्टी की नीतियों को लोगों तक पहुंचाने के लिए तकनीक के इस्तेमाल करने पर बल दिया।
झारखंड -उत्तर प्रदेश के आईटी सेल के लोग हो रहे शामिलइस बैठक में बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के आईटी सेल के लोग शामिल हो रहे हैं। पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी ने कहा कि हम सभी का बिहार में एक बड़ा मुकाम हासिल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। अब वह समय आ गया है जब हम अपना मुकाम हासिल कर लें और बड़ा वजूद बना सकें। यही सपना हमारे पूर्वजों ने भी देखा था।
हम गांव-गांव तक ही नहीं, घर-घर तक पहुंचेंउन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि आज हमें जरूरत है कि पार्टी की विचारधारा और नीतियों को लेकर हम गांव-गांव तक ही नहीं, घर-घर तक पहुंचें। उन्होंने कहा कि पहले सरकार मीडिया और विपक्ष को अपनी तीसरी आंख मानती थी, लेकिन आज का दौर बदल गया है। मीडिया कंपनी बन चुकी है, जिसे लाभ कमाना है और दिल्ली की सरकार विपक्ष को ही खत्म करने में जुटी है।
आज इंटरनेट मीडिया एक बड़ी ताकतसहनी ने इंटरनेट मीडिया पर जोर देते हुए कहा कि आज इंटरनेट मीडिया एक बड़ी ताकत बन गई है। आज 20 करोड़ से अधिक लोग इंटरनेट मीडिया के जरिए अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दौर युवाओं का है और युवा इंटरनेट मीडिया पर सबसे ज्यादा सक्रिय रहते हैं।
अपनी बात पहुंचाने का बेहतर माध्यम है इंटरनेटयुवाओं के बीच अपनी बात पहुंचाने और केंद्र तथा राज्य सरकार की असफलताओं को बताने का सबसे बेहतर तरीका इंटरनेट मीडिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि विरोधियों के दुष्प्रचार का जवाब देने के लिए वे किसी भी मुहूर्त का इंतजार न करें, बल्कि मजबूत साक्ष्य के साथ करारा जवाब दें।
कई तरह की योजनाएं बनाई जाएंगीउन्होंने कार्यकर्ताओं में उत्साह भरते हुए कहा कि हमें इंटरनेट मीडिया के क्षेत्र में भी अपनी ताकत बनानी है। उन्होंने महागठबंधन की सरकार बनने के बाद भी कई तरह की योजनाएं बनाने की बात कही, जिससे बिहार के लोगों को रोजगार मिल सके।
बिहार की 11 यूनिवर्सिटी में स्नातक में एडमिशन की तारीख बढ़ी, PU और मौलाना मजहरुल नहीं हैं शामिल
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश के 11 पारंपरिक विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2025-29 में स्नातक कक्षा में नामांकन की तिथि 15 दिनों के लिए बढ़ा दी गई है।
नामांकन की अवधि को 15 दिनों तक बढ़ाने का निर्देश राज्य के उच्च शिक्षा निदेशक प्रो. एनके अग्रवाल ने पटना विश्वविद्यालय एवं मौलाना मजहरुल हक अरबी एवं फारसी विश्वविद्यालय, पटना को छोड़ शेष सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को दिया है।
शिक्षा विभाग के निर्देश में कहा गया है कि राज्य के विश्वविद्यालय अंतर्गत स्नातक डिग्री महाविद्यालयों के संबंधन हेतु प्राप्त प्रस्ताव पर विभाग द्वारा समीक्षा के उपरांत संबंधन की सहमति-अहसमति का पत्र निर्गत किया जा रहा है।
प्रस्तावित ऐसे महाविद्यालयों द्वारा सूचित किया गया है कि विश्वविद्यालयों में स्नातक कक्षाओं में शैक्षणिक सत्र 2025-29 में नामांकन की कार्रवाई की जा रही है।
प्रस्तावित महाविद्यालयों के संबंधन पर विभागीय समीक्षा उपरांत पत्र निर्गत करने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है। इसके मद्देनजर कुलसचिवों से कहा गया है कि अपने विश्वविद्यालय में शैक्षणिक सत्र 2025-29 में स्नातक कक्षाओं में विश्वविद्यालय द्वारा पोर्टल के माध्यम से लिये जा रहे नामांकन की अवधि को 15 दिनों के लिए विस्तारित किया जाए।
यह निर्देश पटना विश्वविद्यालय एवं मौलाना मजहरुल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय को छोड़ जिन विश्वविद्यालयों पर लागू होगा, उनमें पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, जयप्रकाश विश्वविद्यालय, बीआर आंबेडकर बिहार विश्वविद्यालय, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय, बीएन मंडल विश्वविद्यालय, पूर्णिया विश्वविद्यालय, तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय एवं मुंगेर विश्वविद्यालय शामिल हैं।
अप्रैल की रैंकिंग में बांका का फुल्लीडुमर अंचल पहले स्थान पर, दुल्हिन बाजार को अंतिम स्थान; यहां देखें लिस्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से जारी अप्रैल महीने की रैंकिंग में बांका का फुल्लीडुमर अंचल पहले स्थान पर रहा।पटना जिले के दुल्हिन बाजार को सूची में अंतिम स्थान मिला। हालांकि पटना सदर अंचल को टाप 10 में 10 वां स्थान मिला है।
रैंकिंग की सूची शनिवार को जारी की गई है। मार्च की रैंकिंग में फुल्लीडुमर सातवें नम्बर पर था। जमुई का लक्ष्मीपुर अंचल पिछले माह के नम्बर एक से इस माह दूसरे स्थान पर तो बेगूसराय का खोदबंदपुर अंचल दसवें से तीसरे स्थान पर पहुंच गया है।
औरंगाबाद का हसपुरा दूसरे से इस माह आठवें तो बांका का बरहट तीसरे से 31 वें स्थान पर पहुंच गया है। फरवरी में पहले स्थान पर सारण का नगरा और दूसरे स्थान पर औरंगाबाद का हसपुरा अंचल था। अप्रैल में नगरा आठवें स्थान पर है।
राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री संजय सरावगी ने रैंकिंग जारी होने के बाद से अंचल कार्यालयों में सकारात्मक सुधार दिख रहा है। अप्रैल माह में कई अंचलों ने लंबी छलांग लगाई है। विभाग का उद्देश्य भी यही है।
स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना से जनता का भला होगा और समय से उनके कार्य पूरे होंगे। अंचल कार्यालयों की रैंकिंग परिमार्जन प्लस, म्युटेशन, अभियान बसेरा-2, आधार सीडिंग की आदि के आधार पर की जाती है।
टॉप 10 अंचलफुल्लीडुमर (बांका)-84.40 अंक, लक्ष्मीपुर(जमुई)- 80.62, खोदबंदपुर (बेगूसराय)-80.01,सोनवर्षा (सीतामढ़ी)- 78.30 अंक, घोसी (जहानाबाद)-77.38, केसरिया (पूर्वी चंपारण)-77.27, डुमरिया (गया)-76.65, नगरा (सारण)- 75.93, हसपुरा (औरंगाबाद)- 75.93 एवं पटना सदर (पटना)- 75.89 अंक।
अंतिम 10 अंचलराजपुर(रोहतास)- 38.65 अंक, बोधगया (गया)- 37.81,कटिहार सदर(कटिहार)- 37.75, मोहनपुर (समस्तीपुर)- 37.19, कदवा (कटिहार)- 36.86, बड़हरा(भोजपुर)- 36.57,जगदीशपुर (भागलपुर)- 36.01 अंक,बथानी (गया)- 35.20, कोढ़ा (कटिहार)- 34.37 एवं दुलहिन बाजार (पटना)- 31.82 अंक
Patna News: आग से बचाव के लिए अग्निशमन विभाग तेजी से हो रहा हाईटेक, हाइड्रेंट और जलस्रोतों की हुई जीआईएस मैपिंग
कुमार रजत, पटना। अगलगी से बचाव के लिए अग्निशमन सेवा को लगातार हाइटेक किया जा रहा है। डिजिटल मैप से अग्निशमन कार्यों की ऑनलाइन मानीटरिंग की जा रही है। इसके साथ ही हाइड्रेंट और जलस्रोतों की भी जीआइएस मैपिंग की गई है, ताकि एक क्लिक पर ऑनलाइन इसे देखा जा सके।
इसके लिए लोदीपुर के अग्निशमन मुख्यालय में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी स्थापित किया गया है, जिसका डायल-112 से एकीकरण किया जा रहा है। बिहार अग्निशमन सेवा के द्वारा राज्य में 52 विभागीय हाइड्रेंट समेत 46 हजार 688 हाइड्रेंट चिह्नित किए गए हैं।
गृह दर्शन ऐप पर कुल नौ हजार 269 हाइड्रेंट की जीआइएस मैपिंग की गई है। इसके अलावा 34 हजार से अधिक जलस्रोतों को भी जीआइएस तकनीक से मैप किया गया है। पटना में बड़ी इमारतों और प्रमुख संस्थानों को देखते हुए डिजिटल मैप तैयार कर अग्निशमन कार्यों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग शुरू की गई है।
अगलगी पर त्वरित रिस्पांस के लिए राज्य के सभी जिलों में 239 संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर अग्निशमन वाहनों की पहले से तैनाती की गई है। इसके अलावा 771 आन रोड अग्निशमन वाहनों में से 471 मिस्ट टेक्नोलाजी वाहनों को पुलिस थानों में तैनात किया गया है।
इन वाहनों को ईंधन और पानी भरकर 24 घंटे तैयार रखने का निर्देश है। आग लगने पर घटनास्थल पर जल्द पहुंचने के लिए जिला अग्निशमन पदाधिकारी के स्तर से रूट-चार्ट मैप और कम्युनिकेशन प्लान भी तैयार किया गया है। इसे सभी अग्निशमन केंद्रों और गाडि़यों में उपलब्ध कराया गया है।
गलियों में आग बुझाने को 12 मिस्ट तकनीक वाली बाइकअग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, बहुमंजिली भवनों में आग बुझाने के लिए 52 मीटर और 42 मीटर के दो-दो जबकि 32 मीटर का एक हाइड्रोलिक प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है। संकीर्ण रास्तों और गलियों में अग्निशमन के लिए 12 मिस्ट तकनीक वाली बाइक उपलब्ध कराई गई है।
इसके अलावा जल्द ही 22 मीटर ऊंचाई वाले दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्म सह टर्न टेबल एरियल सीढ़ी की खरीद होगी। इसके अलावा 32 मीटर ऊंचाई के टर्न टेबल लैडर, पांच हजार लीटर वाले 20 वाटर टेंडर, दो हजार लीटर वाले 20 छोटी फेम टेंडर, दो रेस्क्यू टेंडर आदि की भी खरीद की जाएगी। इसके अलावा 2380 फायरमैन हेलमेट, 424 एलईडी टार्च आदि की खरीद भी की जा रही है।
3538 भवनों और 1409 अस्पतालों का फायर ऑडिटअग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, इस साल अब तक कुल 3538 सरकारी व निजी भवनों और होटलों का फायर ऑडिट किया गया है। इसके अलावा 1409 अस्पतालों का भी आडिट पूरा हो चुका है।
पटना में अब तक 687 सरकारी व गैर सरकारी भवनों, अस्पतालों, होटलों आदि का फायर ऑडिट किया गया है। राज्य में छह हजार से अधिक फायर माकड्रिल जबकि 5600 स्थानों पर नुक्कड़ नाटक आयोजित कर जागरूकता अभियान चलाया गया है। जीविका दीदी एवं जनप्रतिनिधियों की मदद से भी दस हजार से अधिक जागरूकता बैठकें आयोजित हुई हैं।
Prashant Kishor: नीतीश के मंत्री पर खूब बरसे प्रशांत किशोर, बोले- नवंबर में बिहार का निजाम बदल जाएगा
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर भी चुनाव को लेकर पूरा जोर लगा रहे हैं।
बिहार में संपूर्ण क्रांति और व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य से शुरू की गई ''बिहार बदलाव यात्रा'' के तहत जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर शुक्रवार को सिवान पहुंचे।
यहां उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर जमकर निशाना साधा। प्रशांत किशोर ने कहा कि मंगल पांडेय ने स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए कोई काम नहीं किया है। इस बार उनकी पार्टी (भाजपा) भी उनको साइड करेगी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि आज मैं एक बड़ा खुलासा कर रहा हूं। मंगल पांडेय की हालत इस वक्त काफी खराब है। उनपर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का दबाव है। उन्हें इस बार चुनाव लड़ने को कहा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज तक मंगल पांडेय ने चुनाव नहीं लड़ा है। ये लोग रिकमेंडेशन वाले लीडर हैं। इसके साथ, प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि इस बार बिहार में बदलाव तय है। बिहार में चुनाव के बाद निजाम बदल जाएगा। लिखकर ले लीजिए प्रदेश में नया मुख्यमंत्री बनेगा।
पीके ने बिहार की बेहतरी के लिए दुआ मांगीप्रशांत किशोर ने सिवान में हसनपुरा प्रखंड स्थित मजार पर चादरपोशी कर बिहार की बेहतरी के लिए दुआ मांगी। दारौंदा बाजार में समर्थकों ने प्रशांत किशोर को लड्डुओं से तौला।
इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अधिकारी और नेता राशन कार्ड बनाने से लेकर जमीन की रसीद कटाने तक के लिए रिश्वत ले रहे हैं, जिससे आम लोग परेशान हैं।
उन्होंने सिवान की जनता से अपील की कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं से दूर रहें और प्रदेश में जनता का राज स्थापित करने में अपनी भूमिका निभाएं।
Bihar Weather: आज पटना में लीजिए मौसम का मजा, 11 जिलों में चलेगी 60 KM की रफ्तार से हवा; जारी हुआ अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश में नमीयुक्त पुरवा हवा एवं दक्षिण पूर्व हवा के कारण 24 मई से 31 मई तक प्रदेश के अधिसंख्य भागों में हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा एवं कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी है।
अधिसंख्य जिलों के कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ वज्रपात एवं सतही हवा की गति 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से झोंके के रूप में चलने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, 27 मई के आसपास पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित आसपास इलाकों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर तेज हवा के साथ बूंदाबांदी व हल्की वर्षा की संभावना है।
समस्तीपुर, वैशाली, सारण, सिवान , गोपालगंज, पूर्वी व पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा में 50-60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने के साथ मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर औरेंज अलर्ट जबकि पटना सहित शेष जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में ऐसा रहा मौसम का मिजाजबीते 24 घंटों के दौरान मुंगेर, बांका, बेगूसराय, खगड़िया, समस्तीपुर, अररिया, वैशाली में वर्षा दर्ज की गई। मुंगेर के असरगंज में सर्वाधिक वर्षा 112.8 मिमी दर्ज की गई।
शुक्रवार को पटना का अधिकतम तापमान 36.1 डिग्री सेल्सियस जबकि 40.0 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी सबसे गर्म रहा। बेगूसराय, बांका, मुंगेर, मधुबनी, अररिया , किशनगंज, पूर्णिया व कटिहार को छोड़ कर पटना सहित शेष जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए मौसम विभाग ने किसान भाईयों को सतर्क रहने की सलाह दी है। फसलों को सुरक्षित स्थानों पर भंडारण करना होगा।
इन जगहों पर दर्ज हुई वर्षामुंगेर के धरहरा में 92.8 मिमी, बांका के शंभूगंज में 92.2 मिमी, खगड़िया में 56.4 मिमी, बेगूसराय के नवाकोठी में 43.8 मिमी, समस्तीपुर के हसनपुर में 37.4 मिमी, भागलपुर के शाहकुंड में 35.4 मिमी, मुंगेर के तारापुर में 30.6 मिमी, बांका के अमरपुर में 26.2 मिमी, अररिया में 12 मिमी , समस्तीपुर में 10 मिमी, खगड़िया के मानसी में 8.6 मिमी एवं वैशाली में 8.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमानशहर अधिकतम न्यूनतम
पटना- 36.1 28.1
गया- 36.5 27.0
भागलपुर- 31.2 26.5
मुजफ्फरपुर- 32.8 25.5
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
Darbhanga AIIMS: एम्स दरभंगा का डीपीआर 2 महीने में होगा तैयार, बाढ़ से बचाव के लिए बनेगा रिंग बांध
सुनील राज, पटना। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दरभंगा की विस्तृत कार्य योजना (डीपीआर) करीब दो महीने में तैयार हो जाएगा। सरकार ने एम्स दरभंगा के डीपीआर निर्माण का कार्य आईआईटी दिल्ली को सौंपा है। जिसने परियोजना पर कार्य प्रारंभ कर दिया है। पिछले दिनों केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह बात सामने आई।
बैठक में मौजूद केंद्र सरकार की निर्माण एजेंसी एचएससीसी (इंडिया) के प्रतिनिधि महाप्रबंधक प्रोजेक्ट सुभाष शर्मा ने जानकारी दी कि दरभंगा एम्स के लिए राज्य सरकार ने जो जमीन चिह्नित की है उसका सीमांकन हो चुका और पिलर गाड़े जा रहे हैं।
इसके बाद बाउंड्री का कार्य किया जाएगा, जिसकी निविदा प्राप्त की जा चुकी है। बैठक में शामिल जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने दरभंगा एम्स के निर्माण के लिए प्राप्त जमीन को बाढ़ के पानी एवं जल जमाव से बचाने के लिए चारो ओर से रिंग बांध बनाने का सुझाव दिया है।
बैठक में यह सुझाव भी दिया गया कि एम्स परिसर से पानी निकासी के लिए संप हाउस का निर्माण किया जा सकता है। सुभाष शर्मा ने कहा कि जिस जमीन पर एम्स का निर्माण होना है उस जमीन पर लगभग पांच मीटर मिट्टी भराई की आवश्यकता है।
प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि ने उन्हें जानकारी दी कि मिट्टी भराई के लिए सरकार ने 309.29 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। जल संसाधन विभाग ने चिह्नित जमीन के निकट नदियों के गाद का उपयोग करने के लिए अनापत्ति प्रदान करने की सहमति दी गई।
इन बिंदुओं के अतिरिक्त बैठक में एम्स दरभंगा के लिए ग्रिड स्टेशन की स्थापना का सुझाव दिया गया। साथ ही पावर सब स्टेशन बनाने की बात भी उठी। पावर सब स्टेशन पर करीब 11.67 करोड़ रुपये की लागत आएगी। जबकि ग्रिड स्टेशन पर 347 करोड़ का व्यय संभावित है।
बैठक में पथ निर्माण विभाग ने जानकारी दी कि संपर्कता के लिए शोभन में बाइपास के फोर लेन का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा यहां जलापूर्ति के लिए पंप हाउस की स्थापना होगी।
कुछ महत्वपूर्ण बातें-- 188 एकड़ जमीन पर एम्स दरभंगा का निर्माण होना है। परियोजना के निर्माण का जिम्मा एचएससीसी इंडिया लिमिटेड को सौंपा गया है। पूरे निर्माण पर करीब 1261 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
- पहले चरण में आवंटित जमीन में से 2.25 लाख वर्ग मीटर से अधिक में एम्स के भवनों का निर्माण होगा। पूरी परियोजना को 36 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- 2019 में घोषित एम्स दरभंगा में अस्पताल, एक मेडिकल कॉलेज, एक आयुष अस्पताल, डाक्टरों और कर्मचारियों के आवास के साथ ही अध्ययनरत छात्रों के लिए हॉस्टल बनेंगे।
पटना वालों के लिए अच्छी खबर, दीघा के दूधिया मालदह आम को मिलेगा जीआइ टैग
नीरज कुमार, पटना। राजधानीवासियों के लिए अच्छी खबर है कि दीघा के दूधिया मालदह आम को जीआइ टैग प्रदान किया जाएगाा। इसके लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान के विज्ञानियों ने प्रस्ताव तैयार किया है। दीघा का दूधिया मालदह राजधानी की पहचान रहा है, इसके संरक्षण के लिए भी आवश्यक कदम उठाये जाएंगे। साथ ही इसको बढ़ावा देने के लिए सरकार विशेष योजना तैयार की जा रही है।
दूधिया मालदह का मीठास अन्य आमों से अलगमीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. शिवनाथ दास का कहना है कि दीघा के दूधिया मालदह आम की मीठास अन्य आमों से एकदम अलग है। यहां की मिट्टी की बनावट भी विशेष प्रकार की है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि जिस मिट्टी पर दूधिया मालदह आम की खेती होती है, वह मिट्टी गंगा एवं सोन के पानी से सिंचित होती रही है। पूर्व में यहां पर गंगा एवं सोन का संगम हुआ करता था। वर्तमान में गंगा एवं सोन का संगम के मनेर के पास है। परंतु पूर्व के वर्षों में वेटेनरी कालेज, दीघा एवं चिड़ियाघर से सोन बहा करता था।
कुर्जी से लेकर मनेर तक अच्छी मिट्टीदीघा के दुधिया मालदह आम के लिए कुर्जी मोड़ से लेकर मनेर तक की मिट्टी काफी अच्छी है। वर्तमान में राजधानी में बिहार विद्यापीठ, लोयाला हाईस्कूल, संत माइकल हाईस्कूल, संत जेवियर कालेज, आत्मदर्शन सहित कई संस्थानों में दीघा दूधिया मालदह के आमों के पेड़ मौजूद हैं। मनेर के कई किसानों ने भी मालदह आम के पौधे लगाये हैं।
1907 के गजेटियर में है दीघा मालदह का वर्णन1907 में प्रकाशित गजेटियर में दीघा मालदह आम का वर्णन है। इससे पता चलता है कि पटना शहर के आसपास दीघा मालदह आम की खेती होती थी। वर्तमान में पटना जिले में लगभग 190 हेक्टेयर में दुधिया मालदह की खेती की जा रही है। अब तक मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान की ओर से राजधानी के आसपास 1500 पेड़ों की पहचान की गई है। फिलहाल दीघा के दूधिया मालदह दो हजार मीट्रिक टन उत्पादन हो रहा है।
मीठापुर में होगा पांच हजार मालदह आम के पौधे का वितरणदीघा के दूधिया मालदह आम को बढ़ावा देने के लिए मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान की ओर से अगले माह पांच हजार पौधे का वितरण किया जाएगा। इसके अलावा यहां पर गुलाबखास, दशहरी, आम्रपाली सहित अन्य आमों के पौधों का वितरण किसानों के बीच किया जाएगा।
लीची एवं नींबू के पौधे भी मिलेंगेमीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान में इस वर्ष राजधानीवासियों एवं किसानों को नींबू, अमरूद, लीची एवं कटहल के पौधे मुहैया कराये जाएंगे। संस्थान की ओर से पौधे तैयार कर लिये गए हैं। वर्षा का इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही मानसून की वर्षा शुरू होगी पौधे का वितरण प्रारंभ कर दिया जाएगा।
बिहार के अनुसूचित जाति और जनजाति क्षेत्रों में हो रहा समग्र विकास, शिविर में आए आवेदनों का तेजी से निपटारा
डिजिटल डेस्क, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर सभी जिलों में समग्र सेवा अभियान चलाने की कार्य योजना तैयार की गई। राज्य के 60 हजार से अधिक छोटे-बड़े अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति टोलों में डॉ. अंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत विशेष विकास शिविर आयोजित किए गए थे। इनमें 22 प्रमुख योजनाओं से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए।
14 अप्रैल से 17 मई तक आयोजित सभी शिविरों में 22 लाख 99 हजार 405 आवेदन प्राप्त हुए। इसमें 9 हजार 477 आवेदन आधारभूत संरचनाओं तथा 22 लाख 89 हजार 928 आवेदन विभिन्न योजनाओं को पूरा करने की मांग को लेकर प्राप्त हुए हैं। इन पर संबंधित विभाग के स्तर से क्रियान्वयन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। एक तिहाई मामलों का निष्पादन करते हुए संबंधित व्यक्ति को इसका लाभ भी दिया जा चुका है।
विकास की ओर बढ़ते कदम
आधारभूत संरचनाओं से संबंधित कुल 9 हजार 477 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 3 हजार 114 कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किए जा चुके हैं। शेष 4 हजार 652 मामलों में कार्य प्रगति पर है। बड़ी बात ये है कि इस श्रेणी में प्राप्त हुए सभी आवेदनों में अबतक 32.86 प्रतिशत का निपटारा कर लिया गया है। वहीं, विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित 22 लाख 89 हजार 928 आवेदनों में से 9 लाख 92 हजार 203 को स्वीकृत किया गया है। इनमें 43.48 प्रतिशत आवेदनों का निपटारा कर दिया गया है।
विद्यालय निर्माण की स्थिति
आधारभूत संरचनाओं की जरूरतों से संबंधित विद्यालय निर्माण के लिए कुल 207 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 45 स्थलों पर काम पूरा हो चुका है। वहीं, 151 विद्यालय निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन हैं। बड़ी बात ये है कि मुजफ्फरपुर जिले से विद्यालय निर्माण के लिए सर्वाधिक 24 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें तीन पर काम पूरा हो चुका है जबकि 21 विद्यालय निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन हैं। वहीं, नवादा से कुल 14 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इनमें 11 पर काम पूर्ण हो चुके हैं जबकि तीन मामले प्रक्रियाधीन हैं। वहीं, सीवान, वैशाली और गोपालगंज जिले से विद्यालय निर्माण के लिए कुल 12 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें सीवान में एक जगह पर काम पूर्ण हो चुका है जबकि तीन प्रक्रियाधीन है। वैशाली में भी एक जगह पर काम पूरा हो चुका है, वहीं 11 विद्यालय निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन है। गोपालगंज में 12 जगहों पर स्कूल निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन है।
अन्य जिलों की बात करें तो अररिया से 2, अरवल से 4, औरंगाबाद से 4, बांका से 10, बेगूसराय और भागलपुर से 1, भोजपुर से 12, दरभंगा से 5, पूर्वी चंपारण से 10, गया से 11, कैमूर से 3, कटिहार से 2, किशनगंज से 3, लखीसराय से 3, मधुबनी से 8, मुंगेर से 5, पटना से 7, नालंदा से 4, रोहतास से 6, सहरसा से 8, समस्तीपुर से 3, सारण से 11, सीतामढ़ी से 4, सुपौल से 3 और पश्चिम चंपारण से 1 विद्यालय निर्माण के आवेदन प्राप्त हुए हैं।
आंगनबाड़ी निर्माण की वर्तमान स्थिति
आधारभूत संरचनाओं की जरूरतों से संबंधित आंगनबाड़ी निर्माण के लिए कुल 632 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से 172 स्थलों पर काम पूरा हो चुका है, जबकि 437 निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन हैं। विद्यालय निर्माण की तरह आंगनबाड़ी निर्माण को लेकर भी मुजफ्फरपुर से सर्वाधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 49 आवेदन मिले हैं। इनमें 18 आंगनबाड़ी निर्माण के काम पूरे हो गये हैं, वहीं, 30 प्रक्रियाधीन हैं। नवादा से भी 40 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें 33 जगहों पर निर्माण के काम पूर्ण हो चुके हैं और 7 प्रक्रियाधीन है। सीवान से कुल 36 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें 8 पर काम पूरा हो चुका है और 14 आंगनबाड़ी निर्माण के कार्य प्रक्रियाधीन है। वैशाली से कुल 33 आवेदन मिले हैं, इनमें 10 पर काम पूरा हो चुका है और 23 प्रक्रियाधीन है।
अन्य जिलों की बात करें तो अररिया से 16, अरवल से 7, औरंगाबाद से 15, बांका से 21, बेगूसराय से 9, भागलपुर से 9, भोजपुर से 37, बक्सर से 3, दरभंगा से 19, पूर्वी चंपारण से 32, गया से 14, गोपालगंज से 25, कैमूर से 26, कटिहार से 9, किशनगंज से कुल 14 आवेदन प्राप्त हुए हैं। लखीसराय से 13, मधुबनी से 33, पटना से कुल 24, रोहतास से 15, सहरसा से 18, समस्तीपुर से 10, सारण से 22, सुपौल से 15 और पश्चिम चंपारण से कुल 17 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राज्य सरकार ग्रामीण और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के बीच आधारभूत विकास को प्राथमिकता दे रही है। शिक्षा और पोषण के लिए चल रहे निर्माण कार्यों की गति सराहनीय है और इसका सीधा लाभ महादलित समुदायों को मिलेगा।
पटना में फिल्मी स्टाइल में वारदात, हत्या करने निकले अपराधियों के सामने आ गई पुलिस; दोनों तरफ से फायरिंग
जागरण संवाददाता, पटना। हत्या करने निकले अपराधियों की बिक्रम में पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम से मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से फायरिंग की गई, जिसमें एक अपराधी के घुटने में गोली लगी। वहीं, अपराधी की पिस्टल से चली गोली से पुलिस की बोलेरो का टायर फट गया।
मौके से जख्मी विशाल (पड़रियावां, बिक्रम), रितिक कुमार यादव उर्फ सुजीत कुमार (पतसाह रोड, बिहटा), शुभम उर्फ रेयांश कुमार (बोचाचक, फुलवारीशरीफ), सोनू कुमार (हरिदासपुर, खगौल), जितेंद्र कुमार (सोताचक, परसाबाजार) और अंकित कुमार (दयानपुर, बिहटा) शामिल हैं।
आरोपितों के पास से चार पिस्टल, दो मैग्जीन, 24 कारतूस, दो मोबाइल और दो बाइक बरामद की गई। दो पिस्टल पर मेड इन यूएसए लिखा था, जबकि एक बाइक की नंबर प्लेट हिंदी में लिखी थी। सिटी एसपी पश्चिमी शरथ आरएस ने बताया कि एसटीएफ के सहयोग से वाहन चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस को सफलता मिली। मुठभेड़ में जख्मी अपराधी का एम्स, पटना में उपचार चल रहा है।
उज्ज्वल को मारने निकले थे अपराधीएसटीएफ को गुरुवार की शाम गुप्त सूचना मिली कि बिक्रम थानांतर्गत दीनाबिगहा निवासी उज्ज्वल कुमार की हत्या की साजिश रची गई है। इसे अंजाम देने के लिए बिहटा के महुआर गांव का रहने वाला दयानंद दुबे उर्फ दया उर्फ छोटे गुर्गों के साथ नहर रोड से गुजरने वाला है। इसकी सूचना पर थानेदार विनोद कुमार नहर रोड पर निसरपुरा मोड़ के पास वाहन जांच करने लगे। तब तक एसटीएफ की टीम भी पहुंच गई थी। शाम करीब 7:10 बजे पुलिस ने हिंदी में नंबर लिखी बाइक को रोका, जिस पर जितेंद्र, सोनू और अंकित सवार थे। इनके पास से पिस्टल और कारतूस बरामद हुए।
बाइक लेकर खेत में गिरा विशालपुलिस पहले पकड़े गए युवकों से निसपुरा मोड़ पर पूछताछ कर ही रही थी कि तभी नौबतपुर की ओर से आ रही एक और बाइक को रुकने का इशारा किया गया। इस पर सवार जितेंद्र और सोनू बाइक से उतरकर भागने लगे, जिन्हें प्रशिक्षु दारोगा विष्णु कुमार ने दलबल के साथ दबोच लिया।
वहीं, विशाल बाइक लेकर भागने लगा। थानेदार और एसटीएफ की टीम विशाल का पीछा करने लगी। तभी उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में थानेदार ने एक और एसटीएफ के जवान साकेत कुमार ने दो राउंड फायरिंग की। इससे विशाल का बाइक पर संतुलन बिगड़ गया और वह महजपुरा सूर्य मंदिर के आगे वाहन लेकर खेत में गिर पड़ा। पुलिस ने घेराबंदी की और विशाल के नजदीक पहुंची, तब मालूम हुआ कि उसके घुटने में गोली लगी है।
नहीं मिला दयानंद, तलाश जारीजिस दयानंद दुबे उर्फ दया उर्फ छोटे को दबोचने के लिए पुलिस ने नाकाबंदी की थी, वह गिरफ्त में नहीं आ सका। उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। एफएसएल की टीम ने खेत और निसरपुरा मोड़ से वहां तक पहुंचने वाले रास्ते से खोखा, मैग्जीन व पिस्टल बरामद किया। थानेदार के बयान पर प्राथमिकी की गई है। अपराधियों के हथियार और फायरिंग करने वाले पुलिसकर्मियों की सरकारी पिस्टल बैलिस्टिक जांच के लिए भेजी जाएगी।
Bihar Teacher Transfer: ट्रांसफर से नाखुश शिक्षकों के लिए आया बड़ा अपडेट, पोस्टिंग के बाद करना होगा ये काम
राज्य ब्यूरो, पटना। स्थानांतरण से असंतुष्ट शिक्षक स्थानांतरित विद्यालय में योगदान के बाद अपने जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी के पास आवेदन कर सकेंगे। ऐसे आवेदनों का निराकरण जिला शिक्षा पदाधिकारी जिला स्थापना समिति के माध्यम से कराएंगे।
स्थानांतरण में विसंगति अथवा असंतुष्टि से संबंधित किसी प्रकार का आवेदन शिक्षा विभाग अथवा इसके निदेशालय के स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।
शेष शिक्षक जिनके आवेदन पर अब तक विचार नहीं हुआ है, उन पर द्वितीय चरण में समीक्षोपरांत निर्णय लिया जाएगा। ऐसे शिक्षकों के लिए ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर यह विकल्प उपलब्ध कराया गया है कि वे या तो अपना आवेदन वापस ले लें अथवा उस आवेदन को डीलीट कर नये सिरे से विकल्प को भर सकते हैं।
जो शिक्षक में पूर्व में भरे गए कारण को बदलना चाहते हैं, वे भी अपना पूर्व का आवेदन डीलीट कर नये सिरे से आवेदन भी दे सकते हैं। इन सभी आवेदनों पर द्वितीय चरण में जिलों में रिक्ति की उपलब्धता एवं छात्र-शिक्षक अनुपात के आधार पर विचार किया जाएगा।
शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, अररिया, कटिहार, खगड़िया, सुपौल, बांका, जमुई, किशनगंज, लखीसराय, भागलपुर एवं मधुबनी जिलों में छात्र-शिक्षक अनुपात औसत से काफी ज्यादा है। नया विकल्प चुनते समय शिक्षक यदि इन जिलों का विकल्प चुनते हैं, तो उस पर यथाशीघ्र विचार किया जायेगा।
Tuberculosis: नई दवा से 6 महीने में ड्रग रेसिस्टेंट टीबी रोगियों का इलाज संभव, जानिए अहम बातें
राज्य ब्यूरो, पटना। छह माह के ड्रग रेसिस्टेंट टीबी मरीजों के इलाज में बी-पाम रेजिमेन दवा कारगर साबित हो रही है। दवा के सेवन और उसके उपयोग की सही तकनीकी से अवगत कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पहल पर जिलों के संचारी रोग पदाधिकारी, ड्रग रेसिस्टेंट टीबी सेंटर के मेडिकल अफसर, सांख्यिकी सहायक, लैब तकनीशियन को दो दिनों का प्रशिक्षण दिया।
अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, यक्ष्मा, ने बताया कि बिहार पहला राज्य है जिसने स्वास्थ्यकर्मियों एवं पदाधिकारियों को बी-पाम रेजिमेन का प्रशिक्षण दिया है।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि रेजिमेन से ड्रग रेसिस्टेंट टीबी से ग्रस्त मरीजों का इलाज छह महीने में संभव हो सकेगा। इसके अलावा इसके प्रयोग की विधि से भी अवगत कराया गया।
एमडीआर टीबी गाइड लाइन के मुताबिक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, बी-पाम रेजिमेन से इलाज पर ड्रग रेसिस्टेंट टीबी के प्रबंधन एवं उपचार में होने वाले खर्च में कटौती होगी। इससे इलज सफलता दर में भी वृद्धि संभव है।
बिहार पासी समाज के अध्यक्ष शैलेश चौधरी ने समर्थकों के साथ ली भाजपा की सदस्यता, जायसवाल ने किया स्वागत
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में शुक्रवार को आयोजित मिलन समारोह में बिहार पासी समाज के अध्यक्ष शैलेश चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ली। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पार्टी में आने वाले सभी लोगों का स्वागत किया।
इस मौके पर जायसवाल ने कहा कि भाजपा किसी जाति, समाज या परिवार की नहीं, कार्यकर्ताओं की पार्टी है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता इस पार्टी में अपनी मेहनत की बदौलत बड़े पदों तक पहुंचता है। उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वालों से चुनाव की तैयारी में जुटने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर, अनुसूचित मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विधायक लखेन्द्र पासवान, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित प्रकाश एवं प्रभात मालाकार के अतिरिक्त अन्य नेता उपस्थित थे।
चुनाव जीतने का एक ही मंत्र है, बूथ जीतें : जायसवालबूथ सशक्तीकरण अभियान के तहत शुक्रवार को बिहार भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेशस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्घाटन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर संगठन को मजबूत करने, खास तौर पर बूथ इकाई को सशक्त करने पर बल दिया। कहा कि चुनाव जीतने का एक ही मंत्र है, बूथ को जीतें।
उन्होंने कहा कि पार्टी की शक्ती हमारे कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता हैं, जो कि संगठन को मजबूत बनाने और बूथ सशक्तीकरण अभियान जैसे भाजपा के विभिन्न अभियानों को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास करते हैं।
उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि आज देश में आप सभी कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ताओं के बदौलत भाजपा की सरकार चल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का सर्वांगीण विकास हुआ है।
उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए बूथ की इकाई को मजबूत करने के लिए न केवल योजना तैयार करनी होगी, बल्कि उसे धरातल पर उतारना होगा। नगर से लेकर गांव तक के सभी बूथों पर कार्यकर्ताओं की टोली बनाई जाए। इस मौके पर संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया, प्रदेश महामंत्री शिवेश राम, राजेश वर्मा एवं जगन्नाथ ठाकुर भी उपस्थित थे।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने आइजीआइएमएस के कायाकल्प को 300 करोड़ की नई योजनाएं की स्वीकृत
जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि डबल इंजन सरकार व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में कभी निचले पायदन पर रहने वाली स्वास्थ्य सेवाएं, आज कई मानकों देश में सबसे आगे हैं। शहरी क्षेत्र के आइजीआइएमएस जैसे बड़े अस्पतालों ही नहीं गांवों व जिला मुख्यालय तक में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ की जा रही हैं।
गत चार माह में 800 हेल्थ एंड वेलनसे सेंटर व हेल्थ सब सेंटर निर्माण का आदेश दिया गया। गत 20 दिन में 400 से अधिक ग्रामीण अस्पतालों का उद्धाटन या शिलान्यास किया गया है। आइजीआइएमएस में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। 701 करोड़ की योजनाएं पूर्व से चल रही हैं, वे इस वर्ष के अंततक पूर्ण हो जाएंगी।
नई योजनाओं को दी गई मंजूरीइसके अलावा करीब 300 करोड़ की नई योजनाओं को मंजूरी दी गई है, जो जल्द शुरू होंगी। संस्थान को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का हब बनाया जा रहा है। जून के पहले व अंतिम सप्ताह में कई नई सुविधाएं शुरू होंगी। पांच सौ बेड के मेडिसिन ब्लाक की दो विंग का उद्घाटन हो चुका है और अन्य दो का उद्घाटन अगस्त तक होगा। वहीं 1200 बेड वाले अस्पताल के पहले कुछ ब्लाक का उद्घाटन जल्द किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को आइजीआइएमएस परिसर में 16 करोड़ से बनने वाली चारदीवारी, परिसर के चारो ओर सड़क व नाला निर्माण जैसी आधारभूत संरचनाओं के शिलान्यास समारोह में कहीं। मौके पर स्थानीय विधायक संजीव चौरसिया, बीएमएसआइसीएल के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, आइजीआइएमएस के निदेशक डा. बिन्दे कुमार, चिकित्साधीक्षक डा. मनीष मंडल, डीन एकेडमिक्स डा. ओम कुमार, अतिरिक्त चिकित्साधीक्षक डा. समरेंद्र सिंह, नेत्र अधिकोष के प्रभारी डा. नीलेश मोहन आदि मौजूद थे।
24 घंटे बैट्रीचालित कार मरीजों को पहुंचाएगी विभागों तकस्वास्थ्य मंत्री ने आइजीआइएमएस की सुरक्षा के लिए परिसर के चारो ओर 1470 मीटर लंबी 10 फीट ऊंची, 10 इंच चौड़ी चारदीवारी जिसके ऊपर आरसीसी की दो फीट की ग्रिल लगी होगी, बनेगी। साथ ही निगरानी को चार वाच टावर बनेंगे। चारदीवारी से सटाकर छह मीटर की रोड व दो ट्रेंच जिसमें से एक से फोन-बिजली व अन्य तार तो दूसरे से पानी जाएगा। इससे संस्थान परिसर में खुले तारों का जाल खत्म हो जाएगा। परिसर के चारो ओर सड़क बनने के बाद सातो दिन 24 घंटे बैट्रीचालित कारों से मरीजों को विभिन्न विभागों में पहुंचाने की सुविधा शुरू की जाएगी। 15.99 करोड़ की लागत वाली यह योजना तीन से चार माह में पूरी हो जाएगी।
रोबो स्पाइनल मशीनों से सुसज्जित होगा फिजियोथेरेपी विभागस्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जून के पहले सप्ताह में फिजियोथेरेपी के रोबो स्पाइनल मशीन, चक्कर मशीन समेत अन्य अत्याधुनिक उपकरणों का लोकार्पण होगा। इसी माह बच्चों के लिए विशेष कैंसर वार्ड, दो माड्यूलर आपरेशन थिएटर, 24 नई डायलिसिस मशीनें व 20 बेड की क्रिटिकल केयर मेडिसिन इकाई का भी शुभारंभ होगा।
बनेगा पूर्वोत्तर भारत का प्रमुख दंत चिकित्सा संस्थानपटना : स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आइजीआइएमएस के दंत विभाग में मुंबई व अन्य राज्यों से लोग जटिल रोगों का उपचार कराने आ रहे हैं। इसे देखते हुए इस संस्थान को डेंटल रिसर्च एवं एजुकेशन का राष्ट्रीय केंद्र बनाने के लिए पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च की स्थापना की जाएगी। इस पर 91.70 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए 20291 वर्ग मीटर में आठ मंजिला भवन बनाया जाएगा। इसे पूर्वाेत्तर भारत का प्रमुख दंत चिकित्सा संस्थान बनाने की पहल की जा रही है।
स्वीकृत नई योजनाएं -------------------- लागत राशि करोड़ में
-बाउंड्री वाल, सड़क, नाला, ट्रेंच निर्माण ----16 करोड़
-मल्टी-लेवल कार पार्किंग----- 76.5 करोड़
---लेक्चर थिएटर व स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स--- 96.26 करोड़
-ब्वायज व गर्ल्स हास्टल (100-100 बेड)--- 18.45 करोड़
-पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च--- 91.70 करोड़
Coronavirus: भारत में फिर पैर पसार रहा कोरोना वायरस, मगर बिहार में नहीं हो रही जांच
जागरण संवाददाता, पटना। चीन, सिंगापुर, थाईलैंड के बाद कोरोना वायरस (Coronavirus) अब भारत के कई राज्यों में दस्तक दे चुका है। केरल, तमिलनाडु व महाराष्ट्र जैसे राज्यों में तो यह तेजी से फैल रहा है। दूसरी ओर, प्रदेश की राजधानी में अबतक कोरोना जांच की शुरुआत नहीं हुई है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर के पटना स्थित राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस यानी आरएमआरआई के निदेशक डॉ. कृष्णा पांडेय ने बताया कि अभी उनके यहां कोरोना की आरटीपीसीआर जांच नहीं हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग से अभी इस बाबत कोई दिशा-निर्देश भी नहीं मिले हैं। वहीं पटना के सिविल सर्जन डा. अविनाश कुमार सिंह का कहना है कि पटना व प्रदेश के अधिसंख्य लोगों में वैक्सीन या पूर्व संक्रमण के कारण कोरोना के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है। ऐसे में न तो घबराने की जरूरत है और न ही फिलहाल इसकी जांच कराने की। हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी तक उन्हें स्वास्थ्य विभाग से इस बाबत कोई गाइडलाइन नहीं मिली है। यदि मिलती है तो उसके अनुरूप व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
12 राज्यों से बड़ी संख्या में हर पटना आते लोग:देश में कोरोना मरीज केरल, तमिलनाड़, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, पुडुचेरी, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, राजस्थान व कर्नाटक जैसे राज्यों में मिले हैं। यहां से हर दिन बड़ी संख्या में यात्री पटना आते-जाते हैं। ऐसे में उनके साथ आया कोरोना वायरस घर या आसपास के कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए घातक हो सकता है।
मुंबई में एक किशोरी समेत दो लोगों की कोरोना से मौत की बात कही जा रही है। हालांकि, सरकार ने अभी इन्हें कोरोना से मृत्यु घोषित नहीं किया है। भारत सरकार ने इस नए जेएन-1 वैरियंट को लेकर गाइडलाइन जारी की है लेकिन राज्य के चीफ सर्विलांस पदाधिकारी डा. अजय कुमार शाही ने वरीय पदाधिकारियों की अनुमति के बिना कुछ भी बताने में असमर्थता दिखाई।
जेएन-1, वैरियंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित:कोरोना का नया जेएन 1 वैरियंट, ओमिक्रोन परिवार का ही सब वैरियंट है। जेएन1 के सब वैरिएंट्स एलएफ-7 व एनबी1.8 विदेशों में तेजी से संक्रमण फैलने के लिए जिम्मेदार हैं। कोरोना वायरस म्यूटेशन के कारण संक्रमण फैलाने, रोग की गंभीरता में बदलाव होता है।
डब्ल्यूएचओ ने इसे वैरियंट आफ इंटरेस्ट (वीओआई) घोषित किया है। हमारे देश के परिप्रेक्ष्य में आइसीएमआर हर वैरियंट के बारे में गाइडलाइन जारी करता है, हम उसका इंतजार कर रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ ने अबतक एटा, आईओटा, लैम्ब्डा, म्यू को ही वेरियंट आफ इंटरेस्ट घोषित किया है। हालांकि यह वेरियंट आफ कंसर्न की तरह सिद्ध खतरा, तेज व बड़े पैमाने पर फैलने वाला, गंभीर प्रकृति का नहीं है।
सामान्य लक्षण, गर्भवती, बीमार लोग रहे सावधान:कोरोना की दो लहरों में एनएमसीएच के नोडल पदाधिकारी रहे डा. अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इस वैरियंट के लक्षण भी बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, थकान-मांसपेशियों में दर्द, भूख में कमी, दस्त, पाचन संबंधी समस्याएं ही हैं।
इसके अलावा गंध-स्वाद जाना, नाक बंद, उल्टी, आंखों में जलन, गले में चुभन, नींद की समस्या हो सकती है। मधुमेह, थायराइड, हृदय के रोगी, गर्भवती महिलाएं या वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लेने वाले भी एहतियात बरतें। भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें, सर्दी-जुकाम से पीड़ित लोगों से दूरी, हाथों की स्वच्छता व शारीरिक दूरी का ध्यान रखें।
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