Dainik Jagran
बिहार विधान परिषद के सभापति के कंप्यूटर से छेड़छाड़, चेम्बर के अंदर से डिलीट किया डाटा
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानपरिषद के सभापति अवधेश नारायण सिंह के चेंबर में लगे कंप्यूटर से छेड़छाड़ करने का मामला सामने आया है। विधान परिषद के कर्मचारी पर ही कंप्यूटर से डाटा और फाइल डिलीट करने का आरोप है। इसकी शिकायत आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) से की गई है, जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
साइबर अटैक या मालवेयर का मामला नहींईओयू के अनुसार, साइबर सेल की टीम ने सभापति की अनुमति से विधानपरिषद जाकर कंप्यूटर की जांच की है। जांच के दौरान किसी तरह के साइबर अटैक या मालवेयर का मामला सामने नहीं आया है। कंप्यूटर से कुछ फ़ाइल डिलीट होने का मामला पाया गया है।
एक कर्मी के ऊपर शकविधानपरिषद कार्यालय से जानकारी मिली कि कुछ दिन पूर्व एक कर्मी को परिषद से हटाया गया है, जो एक नेता का रिश्तेदार भी है। प्राथमिक जांच में आशंका जताई गई है कि उसी ने कंप्यूटर से छेड़छाड़ कर फाइल डिलीट की है। ईओयू इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।
जांच ईओयू के डीआइजी साइबर के नेतृत्वइस पूरे मामले की जांच ईओयू के डीआइजी साइबर के नेतृत्व में की जा रही है। फिलहाल सभापति के कंप्यूटर के हार्डडिस्क को ईओयू की टीम अपने साथ ले गई है, जिसकी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। ईओयू अधिकारियों के अनुसार, हार्ड डिस्क से डिलीट फ़ाइल और डाटा की रिकवरी का प्रयास भी तकनीकी मदद से किया जाएगा। इसमें जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
कुछ डाटा और फाइल डिलीटईओयू एडीजी नैय्यर हसनैन खान ने कहा कि विधानपरिषद के सभापति के कंप्यूटर से छेड़छाड़ की शिकायत पर साइबर सेल की टीम जांच के लिए गई थी। प्राथमिक जांच में कुछ डाटा और फाइल डिलीट होने की बात सामने आई है। इसकी जांच की जा रही है। साजिश के तहत अगर यह काम किया गया है तो दोषी की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Tej Pratap Yadav: विवादों के बीच सामने आए तेज प्रताप, सोशल मीडिया पर वीडियो ने मचाया तहलका
डिजिटल डेस्क, पटना। ताजा विवाद के बीच तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है। तेज प्रताप इस वीडियो में एक दफ्तर में एंट्री लेते नजर आ रहे हैं। उन्होंने वीडियो के साथ एक पोस्ट भी लिखा है। तेज प्रताप ने लिखा, "हमारे सभी सपने सच हो सकते हैं; अगर हममें उन्हें पूरा करने का साहस हो।" तेज प्रताप ने यह पोस्ट अंग्रेजी में किया है।
उल्लेखनीय है कि 12 वर्ष पुराने प्रेम-प्रसंग को सार्वजनिक करने के कारण तेज प्रताप को लालू प्रसाद ने परिवार के साथ राजद से भी निष्कासित कर दिया है। यह वीडियो जिस कमरे मेंं बनाया गया है, वह वस्तुत: आफिस की तरह दिख रहा है। यह तेज प्रताप के सरकारी आवास का ही एक कमरा है।
उसकी दीवार पर उन्होंंने माता-पिता (राबड़ी देवी-लालू प्रसाद) की तस्वीर लगा रखी है। उस कमरे मेंं तेजप्रताप कुर्सी पर बैठ रहे हैं और बैकग्राउंड में म्यूजिक बज रहा है। अंग्रेजी में उनका पोस्ट है। उसका आशय है कि हमारे सारे सपने सच हो सकते हैं, अगर हममें उन्हें पूरा करने का साहस हो।
“All our dreams can come true; if we have the courage to pursue them. #TejPratapYadav #India #Bihar pic.twitter.com/114CLGMZyd
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) June 5, 2025कुछ दिन पहले भी तेज प्रताप ने एक पोस्ट किया था, जो खूब वायरल हुआ। तेज प्रताप ने एक्स पर लिखा था, "मेरे प्यारे मम्मी पापा.... मेरी सारी दुनिया बस आपदोनों में ही समाई है। भगवान से बढ़कर है आप और आपका दिया कोई भी आदेश। आप हैं तो सबकुछ है मेरे पास। मुझे सिर्फ आपका विश्वास और प्यार चाहिए ना कि कुछ और। पापा आप नहीं होते तो ना ये पार्टी होती और ना मेरे साथ राजनीति करने वाले कुछ जयचंद जैसे लालची लोग। बस मम्मी पापा आपदोनों स्वस्थ और खुश रहें हमेशा।"
वहीं, कुछ दिनों बाद तेज प्रताप ने तेजस्वी को लेकर भी एक पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, मेरे अर्जुन से मुझे अलग करने का सपना देखने वालों, तुम कभी अपनी साजिशों में सफल नहीं हो सकोगे, कृष्ण की सेना तो तुम ले सकते हो, लेकिन खुद कृष्ण को नहीं।
तेज प्रताप ने आगे लिखा, मैं हर साजिश को जल्द बेनकाब करूंगा। बस मेरे भाई भरोषा रखना मैं हर परिस्थिति में तुम्हारे साथ हूं, फिलहाल दूर हूं, लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ था और रहेगा। मेरे भाई मम्मी पापा का ख्याल रखना, जयचंद हर जगह है अंदर भी और बाहर भी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार के रेल यात्रियों को दिया बड़ा तोहफा, पटना से श्रीनगर जाना हुआ आसान
जागरण संवाददाता, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चिनाब एवं अंजी पुल के उद्घाटन करने से पटना से श्रीनगर जाने वाले यात्रियों को काफी सुविधा होगी। अब तक लोग यहां से जम्मू तक ट्रेन से जाते थे। उसके बाद बस या अन्य निजी वाहनों से लोग श्रीनगर जाते थे, लेकिन दोनों पुल के शुभारंभ होने से अब जम्मू से ट्रेन श्रीनगर तक शुरू हो गई है।
वंदे भारत से श्रीनगर तक जा सकते हैंउधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लाइन परियोजना के तहत इसका निर्माण किया गया है। माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए यहां से काफी संख्या में लोग जाते हैं। अर्चना एक्सप्रेस पटना जंक्शन से जम्मू तवी जाती है। अब यात्री पटना से जम्मू जाने के बाद वंदे भारत से श्रीनगर तक जा सकते हैं।
तीसरी-चौथी लाइन जल्द, जंक्शन पर बढ़ेंगी सुविधाएंछपरा: छपरा जंक्शन पर रेलवे द्वारा बड़े विस्तार की योजना बनाई जा रही है, जिसके तहत तीसरी और चौथी रेल लाइन का निर्माण जल्द ही शुरू होगा। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक अनूप कुमार सत्यपति ने हाल ही में छपरा जंक्शन का निरीक्षण किया और इस महत्वाकांक्षी योजना की जानकारी दी।
सत्यपति ने बताया कि कोपा समहौता स्टेशन से तीसरी रेल लाइन का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ होगा, जो सीधे गोल्डेनगंज तक जाएगी। इससे रेल यातायात में सुगमता आएगी और भीड़भाड़ में कमी आएगी। चौथी लाइन के निर्माण की योजना भी भविष्य में बनाई गई है, जिससे क्षेत्र की रेलवे कनेक्टिविटी और मजबूत होगी।
निरीक्षण के दौरान, उन्होंने छपरा जंक्शन पर परिचालन से संबंधित सभी कार्यालयों का गहन निरीक्षण किया। स्टेशन मास्टर कार्यालय में सुविधाओं में वृद्धि और साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए गए। वर्तमान में छपरा जंक्शन पर 15 रेल लाइनें हैं, और 16वीं लाइन का निर्माण भी जल्द शुरू होगा।
इस महत्वपूर्ण निरीक्षण में वरिष्ठ मंडल परिचालन प्रबंधक अजय प्रताप सिंह और स्टेशन उपाधीक्षक राजन कुमार सहित अन्य रेलवे अधिकारी भी उपस्थित थे। उन्होंने क्षेत्र में रेलवे परिचालन और विकासात्मक योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
जेईई एडवांस में असफलता पर नहीं घबराएं, देश से विदेश तक में हैं इंजीनियरिंग के कई विकल्प
जागरण संवाददाता, पटना। देशभर के आइआइटी में नामांकन के लिए हुए जेईई एडवांस परीक्षा में सफलता नहीं मिलने पर अभ्यर्थियों घबराने की जरूरत नहीं है। इसके बगैर भी इंजीनियरिंग के कई विकल्प खुले हैं। आइआइटी पटना के डीन सह कुलसचिव प्रो. एके ठाकुर बताते हैं कि अभ्यर्थी अपने अनुरूप मेहनत करते हैं, इसमें सीट के अनुरूप सफलता मिलती है, इसमें कुछ अभ्यर्थियों को सफलता नहीं मिलने पर परेशान हाेने लगते हैं।
इंजीनियरिंग के कई विकल्प उपलब्धजेईई एडवांस में सफलता नहीं मिलने पर परेशान नहीं होने चाहिए, इसके बाद भी इंजीनियरिंग के कई विकल्प उपलब्ध हैं। इसमें देश के कई बड़े इंजीनियरिंग संस्थानों के साथ-साथ ट्रीपल आइटी व एनआइटी में भी जेईई मेन के स्कोर के आधार पर नामांकन लिए जाते हैं। एनआइटी पटना के एसोसिएट डीन डा. ओमजी शुक्ला ने बताया कि जेईई एडवांस परीक्षा में सफलता न मिलने पर निराश होने की आवश्यकता नहीं है।
प्रवेश के लिए ऑप्शन पर दें ध्यानऐसे कई विकल्प हैं जो आपको इंजीनियरिंग के क्षेत्र में प्रवेश दिला सकते हैं। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) में प्रवेश के लिए जेईई मेन का स्कोर काफी उपयोगी है। भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (ट्रीपल आइटी) में प्रवेश के लिए भी जेईई मेन स्कोर का उपयोग किया जा सकता है। सरकारी वित्तपोषित तकनीकी संस्थान (जीएफटीआइ) में भी जेईई मेन स्कोर के माध्यम से प्रवेश संभव है।
कई देश बेहतरीन इंजीनियरिंग प्रोग्राम प्रदान करतेइसके अतिरिक्त कई अन्य अच्छे इंजीनियरिंग कालेज हैं। इनमें वीआइटी, बिट्स पिलानी, मणिपाल आदि। साथ ही बिहार के तमाम सरकारी इंजीनियरिंग संस्थानों में जेईई मेन के स्कोर के माध्यम से ही नामांकन लिए जाएंगे। इसके लिए बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता पर्षद की ओर से आवश्यक कार्रवाई की जाती है। इसके साथ ही आप विदेश में पढ़ाई के लिए भी आवेदन कर सकते हैं, कई देश बेहतरीन इंजीनियरिंग प्रोग्राम प्रदान करते हैं।
तेज आवाज हर उम्र के लिए खतरनाक, सोचने पर मजबूर करेगी बिहार में 14 साल की लड़की संग हुई घटना
जागरण संवाददाता, पटना। शादी, पार्टी या जुलूस, डीजे की तेज धुन, सबका जरूरी हिस्सा मानी जाने लगी है। कांच को दरकाने वाली इस तेज आवाज के खतरे से आमजन अंजान हैं तो प्रशासन सख्त कानूनों को लागू कराने की ओर से उदासीन। नतीजा, डीजे की तेज आवाज न सिर्फ सुनने की क्षमता प्रभावित कर रही है, बल्कि हृदय व बीपी रोगियों की जान पर भी भारी पड़ रही है।
तेज ध्वनि से बेहोश हुई, फिर चली गई जानशिवहर में 14 वर्षीय किशोरी पिंकी कुमारी इसी तेज ध्वनि से बेहोश हुई और इलाज में लापरवाही के चलते मौत हो गई। देश व प्रदेश में हाल के वर्षों में कान संबंधी रोगियों की संख्या करीब 20 प्रतिशत तक बढ़ी है। इसका बड़ा कारण डीजे की तेज आवाज है।
किशोरों-बच्चों को होता है अधिक खतराईएनटी विशेषज्ञों के अनुसार, किशोरों-बच्चों जिनके श्रवण अंग व तंत्रिका तंत्र पूरी तरह से विकसित नहीं होते हैं, उनके कानों में लगातार सीटी जैसी आवाज व सेंसोरीन्यूरल हियरिंग लास के मामले बढ़े हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 85 डेसिबल से अधिक आवाज यदि लगातार सुनी जाए तो यह श्रवण शक्ति को स्थायी नुकसान होता है। वहीं, डीजे की तेज आवाज 100 से 120 डेसिबल तक की होती है।
तेज ध्वनि दिल, दिमाग व कान को करती प्रभावितआइजीआइएमएस में ईएनटी के विभागाध्यक्ष डा. राकेश कुमार सिंह के अनुसार कान 50 से 65 डेसिबल तक की आवाज सहने के लिए बने हैं। 90 डेसिबल से अधिक तेज आवाज में लगातार रहने से श्रवण शक्ति के साथ हृदय व मस्तिष्क पर तात्कालिक व दीर्घकालिक दुष्प्रभाव देखेने को मिलते हैं।
कोक्लिया क्षतिग्रस्त होने से स्थायी बहरापन हो सकताखासकर बच्चों व हृदय रोगियों पर। यदि किसी व्यक्ति को अचानक 120–130 डेसिबल की ध्वनि का सामना करना पड़े, तो उसके कान के अंदरूनी भाग कोक्लिया क्षतिग्रस्त होने से स्थायी बहरापन हो सकता है। कानों में लगातार सीटी जैसी आवाज शुरू हो सकती है जो कभी-कभी जीवनभर रह सकती है। बम जैसी तेज आवाज पर कान के पर्दे फट सकते हैं या रक्तस्राव हो सकता है।
वाल्व संबंधी हृदय रोग होने पर मृत्यु का खतराइंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान के उपनिदेशक डा. संदीप कुमार ने बताया कि शिवहर में जिस किशोरी की डीजे की तेज आवाज से मृत्यु हुई, उसके स्वजन को पता नहीं होगा पर वह वाल्व संबंधी हृदय रोग ग्रसित रही होगी। वैसे अचानक तेज आवाज के संपर्क में आने से एड्रेनेलिन-कार्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन का स्राव ज्यादा होने से बीपी तेजी से बढ़ता है।
इससे हृदय गति अत्यधिक बढ़ती है और पहले से हृदय रोगियों या कमजोर दिल वालों के लिए यह स्थिति जानलेवा हो सकती है। जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित बच्चों-किशोरों में तेज ध्वनि से अचानक मृत्यु की आशंका होती है। कुछ मामलों में दिल की धड़कन अनियमित होने से वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन या कार्डियक अरेस्ट हो सकता है।
ब्रेन स्ट्रोक, एंजाइटी से एसिडिटी तक का खतराआइजीआइएमएस में न्यूरो मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डा. अशोक कुमार के अनुसार डीजे की तेज आवाज से मस्तिष्क पर आघात जैसा असर हो सकता है। यह ब्रेन वेव्स को डिस्टर्ब कर न्यूरोवैस्कुलर सिस्टम को असंतुलित कर देता है। इससे बेहोशी, दौरे या ब्रेन स्ट्रोक की स्थिति बन सकती है।
तेज ध्वनि ट्रिगर का काम करती हैइसके अलावा चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन, एंजाइटी, एसिडिटी जैसे रोग भी हो सकते हैं। यदि कोई बच्चा या किशोर एपिलेप्सी प्रवण है तो तेज ध्वनि ट्रिगर का काम करती है और मिर्गी जैसे दौरे आ सकते हैं। स्मृति-ध्यान केंद्रण क्षमता प्रभावित होती है। सांस व हृदय गति को नियंत्रित करने वाली प्रणाली पर दबाव से ब्रेन हाइपरएक्टिव या शटडाउन में चला जाता है।
बचाव को इन उपायों को अपनाना फायदेमंद- -85 डेसिबल से अधिक ध्वनि पर 2 घंटे से अधिक रहने पर बच्चों की सुनने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।
- -हेडफोन या डीजे के पास अधिक देर नहीं रहें, खासकर यदि आप दिल, दिमाग या कान की बीमारी से ग्रसित हैं।
- -ईयरप्लग का प्रयोग करें जब शोरयुक्त वातावरण में हों। तेज़ आवाज से चक्कर, उल्टी, कान में दर्द या बेहोशी पर तुंरत ईएनटी विशेषज्ञ से मिलें।
- -तेज संगीत के आयोजकों को साउंड डेसिबल मीटर लगा अधिकतम सीमा 85–90 डेसिबल सुनिश्चित करनी चाहिए, ताकि जश्न मातम में नहीं बदले।
- -जन्मजात या पूर्व से हृदय रोगी या हाई बीपी वाले लोगों को तेज आवाज वाले कार्यक्रमों डीजे-पटाखे आदि से दूर रहना चाहिए।
- -16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, न्यूरोलाजिकल समस्या वाले व्यक्तियों को डीजे, पटाखा, लाउड म्यूजिक से दूर रखना चाहिए।
Bihar Pink Bus: महिलाओं के लिए 80 और पिंक बसें लाने की तैयारी, परिवहन विभाग ने शुरू की कवायद
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के विभिन्न जिलों में जल्द ही महिलाओं के लिए 80 और पिंक बसें चलाई जाएंगी। परिवहन विभाग के स्तर पर इसकी कवायद शुरू कर दी गई है। अभी पांच जिलों पटना, मुजफ्फरपुर, गया, पूर्णिया और दरभंगा में महिलाओं के लिए 20 पिंक बसें चलाई जा रही हैं।
मई माह से ही इन बसों का परिचालन शुरू किया गया है। पटना में सर्वाधिक आठ, मुजफ्फरपुर में चार जबकि भागलपुर, गया, पूर्णिया और दरभंगा में दो-दो पिंक बसें चलाई जा रहीं हैं।
इन पिंक बसों में मासिक पास की भी व्यवस्था है। इसके लिए महिलाओं को अपना आधार कार्ड, कॉलेज या स्कूल की आइडी और अपना मोबाइल नंबर बांकीपुर या फुलवारी स्थित बीएसआरटीसी के कार्यालय को उपलब्ध कराना होता है।
विभागीय जानकारी के अनुसार, पिंक बसों में सफर करने वाली महिलाओं की सुविधा और सहूलियत का ध्यान रखते हुए कंडक्टर की कमान भी महिलाओं को ही सौंपी गई है।
पटना में 16 महिलाओं को बस कंडक्टर के तौर पर जोड़ा गया है। इसी तरह गया और भागलपुर में चार-चार महिला कंडक्टरों को पिंक बस की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
Bihar DA Hike: बिहार में सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी, जुलाई में एक बार फिर बढ़ेगा डीए
राज्य ब्यूरो, पटना। सरकारी कर्मियों के महंगाई भत्ता (डीए) में इस वर्ष एक बार फिर वृद्धि होनी है। यह वृद्धि पहली जुलाई के प्रभाव से होगी, जिसके दो से तीन प्रतिशत के बीच रहने की चर्चा है। बहरहाल माना जा रहा कि डीए में यह वृद्धि सातवें वेतन आयोग के अंतर्गत अंतिम वृद्धि होगी, क्योंकि अगले वर्ष की शुरुआत से आठवें वेतन आयोग की अनुशंसाएं प्रभावी होनी हैं।
बिहार में सरकारी सेवकों को अभी सातवें वेतन आयोग का लाभ मिल रहा और केंद्रीय कर्मियों की तरह वे भी आठवें वेतन आयोग की आस लगाए हुए हैं।
16 जनवरी को ही केंद्र सरकार आठवें वेतन आयोग की स्वीकृति दे चुकी है, लेकिन अभी तक आयोग का गठन नहीं हुआ है। हालांकि, इसकी अनुशंसाएं अगले वर्ष पहली जनवरी से प्रभावी होनी हैं। केंद्रीय स्तर पर नया वेतनमान प्रभावी हो जाने के बाद राज्यों से भी उसे अपनाने का आग्रह होगा। राज्य अपनी वित्तीय स्थिति और बजट के अनुसार निर्णय लेंगे।
वित्तीय व्यवस्था और राजकोषीय अनुशासन में बिहार प्राय: केंद्र का अनुसरण करता रहा है। ऐसे में देर-सबेर यहां भी सरकारी सेवकों को आठवें वेतन आयोग का लाभ मिलना लगभग तय है। 01 अप्रैल, 2017 से बिहार के सरकारी सेवकों को थोड़ा कतर-ब्योंत के साथ सातवें वेतन आयोग का लाभ मिल रहा है।
महंगाई के आंकड़ों से डीए:पिछली बार डीए मेंं दो प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। इस कारण जनवरी, 2025 से डीए की दर बढ़कर 55 प्रतिशत पर पहुंच गई। तब तीन प्रतिशत वृद्धि का पूर्वानुमान था, लेकिन अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (औद्योगिक श्रमिक) के आंकड़ों ने इसकी अनुमति नहीं दी।
इसके आधार पर ही डीए में वृद्धि होती है। अभी इस परिदृश्य मेंं कोई बहुत परिवर्तन नहीं आया है। इसलिए डीए में वृद्धि की दर पिछली बार के ही आस-पास रहने की आशा है।
नीतीश कुमार के बाद अब चिराग ने पीएम मोदी को लिखा लेटर, बिहार के लिए कर दी बड़ी डिमांड
राज्य ब्यूरो, पटना। लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर पीएम मित्र योजना के तहत मेगा टेक्सटाइल पार्क के लिए भागलपुर के चयन का अनुरोध किया है। उन्होंने लिखा है कि इससे भागलपुर क्षेत्र का विकास होगा। स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी।
चिराग ने कहा, भागलपुर वस्त्र उद्योग में भारत की प्राचीन और समृद्ध परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है। भागलपुरी सिल्क, जिसे विश्वभर में ’क्वीन्स आफ फेब्रिक्स’ कहा जाता है, सदियों से भारतीय हस्तकला की पहचान रहा है।
ऐतिहासिक साक्ष्यों के अनुसार, भागलपुर का रेशम उत्पादन बौद्ध काल से चलता आ रहा है। यहां के बुनकरों ने अपनी अद्वितीय कारीगरी से देश-विदेश में भागलपुरी सिल्क की पहचान स्थापित की है। जापान, यूरोप, पश्चिमी एशिया सहित अनेक देशों में भागलपुरी उत्पादों की आज भी भारी मांग है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज भी भागलपुर में लगभग 50,000 से अधिक बुनकर परिवार प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से इस उद्योग से जुड़े हुए हैं।
चिराग ने लिखा है कि मेगापार्क के लिए भागलपुर और उसके आसपास के क्षेत्रों में 1000 एकड़ से अधिक भूमि सुलभ रूप से उपलब्ध कराई जा सकती है। भागलपुर रेल, सड़क और हवाई मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जिससे कच्चे माल की आपूर्ति और तैयार वस्त्रों के परिवहन में सुविधा होगी।
जंगलराज के दौर में बिहार आते राहुल तो हो सकता था अपहरण : मांझीदूसरी ओर, हम के संरक्षक एवं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने शुक्रवार को कहा कि राहुल गांधी जिस सहजता से बिहार का दौरा कर पा रहे हैं वह सुशासन की सरकार का ही नतीजा है। अगर लालू राज में राहुल गांधी बिहार आते तो उनका भी अपहरण हो सकता था। फिर उनकी सकुशल वापसी के लिए सोनिया गांधी को लालू प्रसाद वाले मुख्यमंत्री आवास में अपराधियों के सामने बैठकर डील करनी पड़ती।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को एक बार याद करना चाहिए कि उनके सहयोगी लालू प्रसाद और गांधी परिवार ने 20 साल पहले कैसा बिहार हमारे लिए छोड़ा था। पिछले दो दशक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिस बिहार का निर्माण किया है उसमें अब दूसरे राज्य के लोग आने से नहीं डरते। राहुल जी, ये नया बिहार है जो भयमुक्त है। यह सुशासन की सरकार की ही देन है कि आप ताबड़तोड़ बिहार का दौरा कर रहे हैं।
मांझी ने कहा कि राहुल गांधी एनडीए और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आभार जताइए जो आप बिहार के भयमुक्त वातावरण में आ रहे हैं और सुरक्षित वापस जा रहे हैं।
Bihar News: गाड़ी के नंबर से 'खेल' करना पड़ गया भारी, घर पहुंच गई पुलिस; वाहन भी गया
जागरण संवाददाता, पटना। रजिस्ट्रेशन नंबर से छेड़छाड़ करने पर पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने इंद्रा नगर मोहल्ले से स्विफ्ट डिजायर जब्त कर ली। कार के मालिक आदित्य राज ने नौ को स्टिकर लगा कर शून्य बना दिया था। दारोगा अर्चना कुमारी की लिखित शिकायत पर आदित्य के विरुद्ध प्राथमिकी की गई।
आरोपित गिरफ्त में आने से पहले फरार हो गया। थानेदार राजकिशोर कुमार ने बताया कि आरोपित की तलाश की जा रही है। वाहन को जब्त कर लिया गया है।
संदिग्ध हालात में कार रहने की सूचना प्राप्त हुईबताया जाता है कि बुधवार की दोपहर गश्त लगा रही महिला दारोगा को इंद्रा नगर में डबल ट्रांसफार्मर के पास संदिग्ध हालात में कार रहने की सूचना प्राप्त हुई। वह गाड़ी के पास पहुंचीं और नंबर प्लेट को गौर से देखा तो मालूम हुआ कि नौ नंबर पर स्टिकर लगाकर शून्य बना दिया गया है।
तलाशी में किसी प्रकार का संदिग्ध सामान बरामद नहींपुलिस को देख कर सामने वाले घर से एक महिला निकलीं और उन्होंने कार पर दावा किया। रजिस्ट्रेशन कार्ड पर कार मालिक का नाम आदित्य राज लिखा था। कार की तलाशी में किसी प्रकार का संदिग्ध सामान बरामद नहीं हुआ।
पहले भी सामने आए हैं ऐसे मामलेबता दें कि पटना में ऐसे मामले पहले भी सामने आए हैं। चालान से बचने के लिए गाड़ी का नंबर छिपाने और बदलने के मामले सामने आए हैं। पुलिस ने साफ कहा है कि यह करना अपराध है। पकड़े जाने पर कार्रवाई होना तय है।
पटना और मुजफ्फरपुर में बेहतर होगी रोड कनेक्टिविटी, 23 करोड़ की योजना को मिली मंजूरी
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना और मुजफ्फरपुर में बेहतर सड़क संपर्कता के लिए 23 करोड़ रुपए की योजना को प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी है। पटना की जिस योजना को प्रशासनिक स्वीकृति मिली है वह कंकड़बाग की है।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने शुक्रवार को इस आशय की जानकारी दी। पटना के लिए 6.68 करोड़ की राशि की स्वीकृति मिली है तो वहीं, मुजफ्फरपुर की सड़क के लिए 16.40 करोड़ खर्च किए जाएंगे।
पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि नई राजधानी पथ प्रमंडल, पटना अंतर्गत कंकड़बाग रोड नंबर दो से कंकड़बाग रोड नंबर चार वाया केन्द्रीय विद्यालय तक पथ के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण को ले 6.68 करोड़ की राशि स्वीकृत की गयी है। मुजफ्फरपुर में जिस योजना को प्रशासनिक स्वीकृति मिली है उससे
मुजफ्फरपुर से पटना जाने वाले लोगों को मिलेगा वैकल्पिक मार्ग मिलेगा। मुजफ्फरपुर के माड़ीपुर पावर हाउस चौक से सकरी पथ में कार्य को ले 16.40 करोड़ के अनुमानित व्यय पर प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है।
इससे जिले में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ एवं सुचारु बनाने, जाम की समस्या को दूर करने तथा आम जनता के आवागमन को सुगम बनाने में सहूलियत होगी।
माड़ीपुर पावर हाउस चौक से सकरी तक सड़क के जीर्णोद्धार से मुजफ्फरपुर से पटना आने वाले लोग इसे वैकल्पिक मार्ग के रूप में उपयोग कर पाएंगे।
Patna News: बाकरगंज में आभूषण के तीन कारोबारियों के परिसर में छापा, 70 किलो सोना और 5500 किलो चांदी बरामद
राज्य ब्यूरो, पटना। बाकरगंज में सराफा के तीन कारोबारियों के व्यावसायिक परिसरों से 70 किलो सोना और 5500 किलो चांदी बरामद हुई है।
गुरुवार को यह बरामदगी वाणिज्य-कर विभाग की अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने की, जिसने उन तीनों के ठिकानों पर छापामारी की थी।
बेहिसाब लेन-देन और कर चोरी की पुख्ता सूचना पर छापेमारी हुई, जो शुक्रवार को भी जारी रहेगी। बहरहाल छापेमारी टीम ने जब सोना-चांदी की खरीद बिल और दूसरे दस्तावेज की मांग तो तीनों कारोबारियों ने हाथ खड़े कर दिए।
अलबत्ता उन तीनों ने स्वेच्छया 90 लाख रुपये का भुगतान किया है। विभाग के सूत्रों का कहना है कि सूचना मिली थी बाकरगंज में बड़े पैमाने पर बिना वैध बिल के सोना-चांदी का कारोबार हो रहा है।
पर्याप्त आंकड़ा और साक्ष्य जुटने के बाद हुई कारवाईविभाग की विशेष शाखा ने पर्याप्त आंकड़ा और साक्ष्य जुटने के बाद कारवाई की। निरीक्षण में बेहिसाब लेन-देन का पता चला है।
बड़े पैमाने पर कर चोरी के साक्ष्य मिले हैं। तीन व्यापारियों के व्यावसायिक परिसरों को सील कर दिया गया है और निरीक्षण अभी जारी रहेगा।
Bihar Weather: बिहार के 7 जिलों में हल्की बारिश के आसार, वज्रपात को लेकर सावधान रहने की अपील; पढ़ें मौसम का हाल
जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश में नमी युक्त पुरवा हवा के कारण मौसम आमतौर पर सामान्य बना हुआ है। प्रदेश के अधिसंख्य भागों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ कई स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और वर्षा से लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना एवं आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। जबकि प्रदेश के उत्तरी भागों के सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया व कटिहार के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है।
24 घंटे बाद चार दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की वृद्धि के आसार है। 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की वृद्धि के आसार है। हालांकि भीषण गर्मी व हीट वेव लू को लेकर कोई संभावना नहीं है।
पश्चिमी विक्षोभ एक द्रोणिका के रूप में मध्य और ऊपरी क्षोभ मंडल के ऊपर बना हुआ है। इनके प्रभाव से मौसम में विशेष बदलाव के आसार नहीं है।
बीते 24 घंटों के दौरान कटिहार, लखीसराय, जमुई, नालंदा, शेखपुरा, पटना के फतुहा, मुंगेर, नवादा, जहानाबाद, बांका, भभुआ , मधेपुरा, वैशाली एवं नालंदा में वर्षा दर्ज की गई।
कटिहार के कुरसेला में 80.8 मिमी सर्वाधिक वर्षा दर्ज की गई। राजधानी का अधिकतम तापमान 36.1 डिग्री सेल्सियस जबकि 37.9 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
इन स्थानों पर दर्ज हुई वर्षालखीसराय के सूर्यगढ़ा में 65.8 मिमी, जमुई के गिद्धौर में 60 मिमी, नालंदा के सरमेरा में 57.8 मिमी, जमुई के लक्ष्मीपुर में 54.4 मिमी, कटिहार में 45 मिमी, पूर्णिया के भवानीपुर में 43 मिमी, शेखपुरा के बरबिगहा में 39.4 मिमी, पटना के दनियांवा में 37.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
फतुहा में 35.4 मिमी, नवादा के कौआकोल में 34.2 मिमी, किशनगंज के बहादुरगंज में 31.2 मिमी, जहानाबाद के मखदुमपुर में 28.4 मिमी, बांका के बेलहर में 26.8 मिमी, भभुआ के अधवारा में 24.2 मिमी, भागलपुर के नाथनगर में 23.4 मिमी, वैशाली के राघोपुर में 22.4 मिमी में वर्षा दर्ज की गई।
Bihar Police: राजगीर पुलिस अकादमी का होगा विस्तार, 4000 सिपाहियों के प्रशिक्षण की होगी व्यवस्था
कुमार रजत, पटना। राजगीर के बिहार पुलिस अकादमी का जल्द ही विस्तार किया जाएगा। अभी यहां दारोगा और डीएसपी रैंक के पुलिस पदाधिकारियों को ही प्रशिक्षण मिलता है। जल्द ही राजगीर में चार हजार सिपाहियों के प्रशिक्षण की भी व्यवस्था होगी। इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
इस पर करीब 12 करोड़ छह लाख 36 हजार की अनुमानित राशि खर्च होने का अनुमान है। गृह विभाग ने इसकी प्रशासनिक स्वीकृति देते हुए तत्काल पांच करोड़ की राशि भी जारी कर दी है।
राजगीर पुलिस अकादमी में चार हजार सिपाहियों के प्रशिक्षण के लिए आधारभूत संरचना का भी विकास किया जाएगा। यह सिपाहियों के प्रशिक्षण का सबसे बड़ा केंद्र होगा। इसके लिए परेड ग्राउंड, स्टाफ क्वार्टर, एकेडमिक बिल्डिंग आदि का भी निर्माण किया जाना है।
इसके अलावा सिपाहियों के प्रशिक्षण केंद्र के लिए सेकेंडरी एंट्रेंस गेट भी बनाया जाएगा। दरअसल, हाल के दिनों में बिहार पुलिस में बड़ी संख्या में सिपाहियों की बहाली शुरू हुई है।
एक साथ 10 से 12 हजार सिपाहियों की बहाली की जा रही है, जिनके प्रशिक्षण के लिए नए केंद्रों की जरूरत महसूस की गई है। इसी को देखते हुए राजगीर पुलिस अकादमी के पास ही जमीन चिह्नित कर चार हजार सिपाहियों के प्रशिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।
राजगीर स्थित बिहार पुलिस अकादमी देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस अकादमी में एक है। इसे पुलिस उपाधीक्षकों के प्रशिक्षण के लिए पूर्वी भारत के सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण केंद्र का पुरस्कार भी मिल चुका है। यह पुलिस अकादमी करीब 133 एकड़ क्षेत्र में फैली है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 2018 में इसका उद्घाटन किया था।
गर्दनीबाग में बनेगा बिहार मानवाधिकार आयोग का भवन:दूसरी ओर, राजधानी के गर्दनीबाग में बिहार मानवाधिकार आयोग का कार्यालय भवन बनाया जाएगा। यह कार्यालय भवन चार मंजिला होगा। गृह विभाग ने इसकी स्वीकृति दे दी है।
मानवाधिकार आयोग के कार्यालय भवन के निर्माण पर करीब 22 करोड़ 98 लाख की राशि खर्च होगी जिसकी प्रशासनिक स्वीकृति दी गई है। वर्तमान में सूचना भवन परिसर में बिहार मानवाधिकार आयोग का कार्यालय चल रहा है।
PM मोदी फिर आ रहे बिहार, जनसभा से राज्य को देंगे करोड़ों की सौगात; पीएम से 5 दिन पहले आएंगे अमित शाह
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव मेंं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की कमान तो जैसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही संभाल रखी है। उनके एक के बाद एक दौरे से ऐसा प्रतीत हो रहा है। इस बार वे 20 जून को सिवान आ रहे हैं। वहां उनकी बड़ी जनसभा होगी। उस मंच से वे बिहार को कई करोड़ की योजनाएं दे सकते हैं।गुरुवार को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. दिलीप जायसवाल ने प्रेस-वार्ता मेंं इसकी जानकारी दी।
29 और 30 मई को आए थे पीएमतीन माह में मोदी तीसरी बार बिहार आ रहे हैं। इससे पहले उनका दो दिवसीय दौरा 29 और 30 मई को हुआ था। 29 मई को वे पटना में हवाईअड्डा के नए टर्मिनल के उद्घाटन के साथ रोड-शो किए थे और 30 मई को रोहतास जिला के बिक्रमगंज मेंं जनसभा।
24 अप्रैल को मधुबनी में हुई थी जनसभादो दिनों के दौरान वे 48500 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किए थे। उससे पहले 24 अप्रैल को मधुबनी जिला के झंझारपुर में उनकी जनसभा हुई थी। वहां से उन्होंने आतंकियों को अकल्पनीय सजा दिए जाने की घोषणा की थी। तब पहलगाम में आतंकी हमला हो चुका था और पाकिस्तान से प्रतिशोध के लिए जनमानस बेकल था। दिलीप ने बताया कि 11 वर्षों में मोदी 51 बार बिहार आ चुके हैं।
15 को अररिया में रहेंगे शाहमोदी से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का दौरा होने वाला है। भाजपा सूत्रों के अनुसार, शाह 15 जून को अररिया में जनसभा को संबोधित करेंगे। अररिया मुसलमान बहुल सीमांचल के चार जिलों में से एक है, जिस पर भाजपा का चुनावी फोकस कुछ अधिक है।
राहुल जहां जाते हैं, वहां कांग्रेस को डुबो देते हैंसंपूर्ण क्रांति दिवस की वर्षगांठ पर आयोजित प्रेस-वार्ता में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डा. दिलीप जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आगे राहुल गांधी वास्तव में पप्पू हैं। वे परिवारवाद की पौध हैं और पचपन में ही बचपन वाले ही रह गए। राहुल जहां जाते हैं, वहां कांग्रेस को डुबो देते हैं।
कई सरकारों को अपदस्थ कियाइंदिरा गांधी और राजीव गांधी की सरकार ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई कई सरकारों को अपदस्थ किया। राहुल के पूर्वजों ने देश मेंं आपातकाल लागू कर लोकतंत्र पर आघात पहुंचाया।लोकतंत्र को बचाने के उपक्रम में ही जयप्रकाश नारायण ने संपूर्ण क्रांति का आह्वान किया था।
भाजपा ही पिछड़ा व अति-पिछड़ा वर्ग की हितैषीजातिगत गणना और मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू करने में उन्होंने कांग्रेस सरकारों की आनाकानी पर क्षोभ व्यक्त किया। कहा कि भाजपा ही पिछड़ा व अति-पिछड़ा वर्ग की हितैषी है। प्रेस-वार्ता में दानिश इकबाल, अमित प्रकाश बबलू, प्रभात मालाकार, सूरज पांडे रणवीर कुमार उपस्थित रहे।
भावना पर नहीं होती कार्रवाईमुजफ्फरपुर की दुष्कर्म पीड़िता नाबालिग की पीएमसीएच में मृत्यु के संदर्भ में उन्होंने कहा कि सरकार भावना में आकर कार्रवाई नहीं करती। प्रशासनिक और न्यायिक व्यवस्था जांच रिपोर्ट के आधार पर चलती है। प्रारंभिक स्तर की कार्रवाई हुई है। मामले की जांच हो रही है। आगे की कार्रवाई उसी आधार पर तय होगी।
पटना के जेपी सेतु पर वैन और कार की टक्कर से दोनों वाहनों में लगी आग, कूद कर भागी सवारी
जागरण संवाददाता, पटना। जेपी सेतु पर पिलर नंबर आठ और नौ के बीच गुरुवार की दोपहर सोनपुर की ओर से आ रही पार्सल वैन में कार ने पीछे से जबरदस्त टक्कर मार दी। हादसे में दोनों वाहन धू-धू कर जलने लगे। दोनों वाहनों में सवार लोग कूद कर भागे और जान बचाई।
तीन घंटे तक वाहनों की लंबी कतार लगीअग्निकांड से दोनों ओर वाहनों का परिचालन रुक गया, जिसके कारण जाम लग गया। जैसे-तैसे दमकल वहां तक पहुंचा और आग बुझाई। दुर्घटना के कारण तीन घंटे तक वाहनों की लंबी कतार लगी रही। बताया जाता है कि सोनपुर की ओर से पार्सल वैन गुरुवार की दोपहर करीब 3 बजे पटना की तरफ आ रही थी। पीछे से आ रही तेज रफ्तार कार ने उसमें टक्कर मार दी और उसका अगला हिस्सा वैन में घुस गया।
टक्कर से वैन का फ्यूल टैंक फट गयामाना जा रहा है कि इंजन गरम था और टक्कर से वैन का फ्यूल टैंक फट गया, जिससे आग लग गई थी। गांधी मैदान ट्रैफिक थानेदार ब्रजेश कुमार ने बताया कि हादसे की खबर पर अग्निशमन विभाग को सूचना दी गई। मौके पर चार दमकल पहुंचा पहुंचा था। किसी के जख्मी अथवा हताहत की सूचना नहीं मिली। पुलिस ने दोनों वाहनों को जब्त कर लिया है।
पुलिस पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचेदुर्घटना की खबर सुन कर सोनपुर एसडीएम भी पुलिस पदाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे थे। दोनों वाहनों के चालक फरार हो गए। ढाई बजे के बाद वाहनों का परिचालन शुरू हो पाया। तब तक जेपी गंगा पथ पर भी वाहनों की लंबी कतार लग गई थी। ट्रेन और फ्लाइट पकड़ने वाले यात्री वाहनों से उतरकर पैदल गए।
लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण हादसाअपर पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार सिंह ने बताया कि दोपहर तीन बजे के आसपास तेज रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाने के कारण हादसा हुआ। यातायात पुलिस और दमकल की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पा लिया। वाहनों को जब्त कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
डिजिटल अरेस्ट गिरफ्तारी नहीं, 24 घंटे के अंदर शिकायत करने पर वापस मिल जाएगा पैसा
जागरण संवाददाता, पटना। डिजिटल अरेस्ट वास्तव में किसी प्रकार की गिरफ्तारी नहीं होती है और न ही किसी कानूनी प्रक्रिया में इसे कोई मान्यता प्राप्त है। कभी भी कोई आपको डिजिटल अरेस्ट का प्रयास करे तो घबराएं नहीं। तुरंत पुलिस को शिकायत करें।
किसी साइबर अपराधी द्वारा आपके एकाउंट से पैसा निकाला जाता है तो तत्काल इसकी शिकायत पुलिस एवं संबंधित बैंक को करें। 24 घंटे के अंदर शिकायत करने पर पूरा पैसा वापस हो सकता है। इस तरह का निर्देश भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से सभी बैंकों को दिया गया है।
जैसे ही आप पुलिस एवं बैंक को एकाउंट से पैसा निकालने की शिकायत करते हैं। जिस एकाउंट में पैसा जाता है उसे तत्काल होल्ड कर दिया जाता है ताकि अपराधी उसे निकाल नहीं सकें। इससे आपका पैसा बच जाता है। डिजिटल अरेस्ट वास्तव में किसी प्रकार की गिरफ्तारी नहीं होती है और न ही किसी कानूनी प्रक्रिया में इसे कोई मान्यता प्राप्त है। ये बातें गुरुवार को दैनिक जागरण की ओर से आयोजित प्रश्न प्रहर कार्यक्रम में कानून विशेषज्ञ नीरज कुमार ने राज्यभर से पाठकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब में कहीं।
साइबर क्राइम के मामले कहां दर्ज कराए जा सकते हैं?साइबर क्राइम के मामले साइबर थाने में दर्ज किए जाते हैं। वहां पर मामला दर्ज कर उसकी जांच-पड़ताल करने के बाद कानून के अनुसार साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
साइबर अपराधी एकाउंट से पैसा निकाल लेते हैं, कैसे रोकें?साइबर अपराधियों की नजर लोगों के एकाउंट पर रहती है। वे किसी तरह आपके एकाउंट से पैसा निकाल लेते हैं। एकाउंट से पैसा निकालने के बाद तत्काल शिकायत करना जरूरी है। उसके बाद ही पुलिस या बैंक कार्रवाई करते हैं। बिना शिकायत कोई कार्रवाई होना संभव नहीं है।
कितने दिनों तक की सजा हो सकती है?साइबर अपराधियों के खिलाफ दस साल तक की सजा हो सकती है। इसके अलावा जुर्माना लगाया जा सकता है। यह सब केस की गंभीरता पर निर्भर करता है।
कई बार चरित्र का हनन करते हैं, क्या कार्रवाई हो सकती है?अवश्य कार्रवाई हो सकती है। ऐसे लोगों के खिलाफ प्रमाण के साथ पुलिस को िशकायत करनी चाहिए ताकि कठोर कार्रवाई की जा सके।
एटीएम में पिन फंसाकर पैसा निकालना साइबर अपराध है?एटीएम से पिंन फंसाकर पैसा निकालने के मामले बढ़ते जाते हैं। इस तरह के मामले साइबर अपराध की श्रेणी में आते हैं। इस तरह के मामले में तत्काल कार्रवाई की जाती है। नेट बैंकिंग के माध्यम से होने वाले अपराध भी इसी श्रेणी में आते हैं।
मोबाइल का डाटा सुरक्षित रखना संभव है?आजकल मोबाइल का डाटा सुरक्षित रखना काफी मुश्किल है। कई एप आप मोबाइल पर डाउनलोग करते हैं, उसके बाद आपका डाटा सार्वजनिक होने लगता है।
आनलाइन तरीके से शिकायत दर्ज कराने की कोई व्यवस्था है?साइबर अपराध के मामले दर्ज कराने के लिए आप 1930 पर फोन कर सकते हैं। इसके अलावा सरकारी द्वारा घोषित वेबसाइट पर भी लिखित शिकायत की जा सकती है।
किसी प्रोफेशनल को बदनाम करने के लिए साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपनाते हैं। उनसे निपटने के लिए क्या कराना चाहिए?
किसी प्रोफेशनल को कोई साइबर अपराधी बदनाम करने का प्रयास करता है तो आप साइबर थाने में शिकायत कर सकते हैं। पुलिस जांच के उपरांत ऐसे अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जा सकती है।
अगर कोई अपराधी किसी अन्य एकाउंट से मेरे एकाउंट में पैसा भेजता है तो पूरा एकाउंट फ्रीज हो जाएगा?
नहीं, केवल भेजी गई राशि को ही फ्रीज किया जा सकता है। शेष राशि पूर्व के भांति आप उपयोग कर सकते हैं।
Bihar Politics: राहुल गांधी ने शेयर किया नीतीश कुमार के मंत्री का वीडियो, बोले- बेटे की कसम दिलाकर...
राज्य ब्यूरो, पटना। मुजफ्फरपुर नाबालिग दुष्कर्म कांड को लेकर राजनीति जारी है। एक ओर सरकार लगातार दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई में जुटी है। वहीं, विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर लगातार हमलावर है। इसी कड़ी में अब लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने प्रदेश सरकार पर हमला बोला है।
राहुल गांधी ने गुरुवार को अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट डाल कर लिखा कि बिहार की स्थिति बेहद भयावह है। एक तरफ, असंवेदनशीलता की हर सीमा को पार करते हुए, दुष्कर्म पीड़िता की मौत से टूटे परिजनों को बिहार सरकार के मंत्री धक्का मारते हैं और बेटे की कसम दिलाकर न्याय मांगने वालों का अपमान करते हैं।
वहीं दूसरी तरफ, एक भाजपा नेता मुझे अपमानित करने की कोशिश में बिहार की माताओं, बहनों और गुरुओं को अभद्र भाषा से निशाना बना रहे हैं।
वे अपनी पोस्ट में लिखते हैं कि सत्ता की भूख ने इनकी संवेदनाएं छीन ली हैं। कुर्सियों की चमक ने इनकी आंखें बंद कर दी हैं। क्या ऐसे लोग महिलाओं की सुरक्षा करेंगे? शिक्षकों को सम्मान देंगे? फिर से कहूंगा, नीतीश सरकार अब न्याय नहीं, सिर्फ सत्ता की राजनीति का प्रतीक बन चुकी है।
दशकों तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने कभी अतिपिछड़ों की सुध नहीं ली: बिजेंद्रदूसरी ओर, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने गुरुवार को कहा कि दशकों तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने अतिपिछड़ाें की कोई सुध नहीं ली। वहीं, परिवहन मंत्री शीला मंडल ने कहा कि अति पिछड़ा समाज नीतीश कुमार को अपना सच्चा हितैषी मानता है। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में इन्होंने यह बात कही।
बिजेंद्र यादव ने कहा कि राहुल गांधी जब विपक्ष में होते हैं तब उन्हें अतिपिछड़ा समाज की चिंता सताती है। जब उनकी पार्टी सत्ता में रही तब उन्होंने इस समाज के लिए कोई चिंता नहीं की।
परिवहन मंत्री शीला मंडल ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अतिपिछड़ा वर्ग के सामाजिक आर्थिक व शैक्षणिक सशक्तिकरण के लि्ए ऐतिहासिक पहल की है। अतिपिछड़ा समाज नीतीश कुमार को अपना सच्चा हितैषी मानता है। किसी के आने या जाने से जनता की भावना पर कोई असर नहीं पड़ता है।
बिहार प्रशासनिक सेवा के 16 अधिकारियों को नई जिम्मेदारी, सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी की अधिसूचना
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार प्रशासनिक सेवा के 16 अधिकारियों को नई जिम्मेवारी दी गई है। सामान्य प्रशासन विभाग ने गुरुवार को इस आशय की अधिसूचना जारी की। अपर समाहर्ता, बेतिया, राजीव कुमार सिंह को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग में अपर सचिव बनाया गया है।
सुमन उप विकास आयुक्त मधुबनीअपर समाहर्ता, सुपौल, राशिद कलीम को सामान्य प्रशासन विभाग में प्रशासनिक अधिकारी, कुमार देवेंद्र प्रौज्जवल, नगर आयुक्त, समस्तीपुर को अपर सचिव, जल संसाधन विभाग, पदस्थापना की प्रतीक्षा में चल रहे सुमन प्रसाद साह को उप विकास आयुक्त, मधुबनी, बिहार राज्य कर्मचारी चयन आयोग में संयुक्त सचिव अजय कुमार को संयुक्त, सचिव जल संसाधन विभाग बनाया गया है।
मंजीत संयुक्त सचिव विज्ञान एवं प्रावैधिकीपदस्थापना की प्रतीक्षा में चल रहे कुमार सिद्धार्थ को संयुक्त सचिव विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सीतामढ़ी के जिला परिवहन अधिकारी स्वप्निल को उप विकास आयुक्त दरभंगा, अपर समाहर्ता, नालंदा, मंजीत कुमार को संयुक्त सचिव विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग का जिम्मा दिया गया है।
संदीप उप विकास आयुक्त समस्तीपुरपदस्थापना की प्रतीक्षा में चल रहे संदीप कुमार काे उप विकास आयुक्त समस्तीपुर, अपर समाहर्ता जहानाबाद ब्रजेश कुमार को अपर समाहर्ता, समस्तीपुर, पदस्थापना की प्रतीक्षा में चल रहे कुमार ओमकेश्वर काे मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेष कार्य पदाधिकारी, पदस्थापना की प्रतीक्षा में चल रहे गोपाल कुमार को विशेष कार्य पदाधिकारी बिहार विकास मिशन बनाया गया है।
संजीव भू अर्जन पदाधिकारी सारणगोपालगंज के जिला भू अर्जन पदाधिकारी संजीव कुमार सिंह को जिला भू अर्जन पदाधिकारी सारण बनाया गया है। पदस्थापना की प्रतीक्षा में चल रहे अश्वनि कुमार को विशेष कार्य पदाधिकारी बिहार विकास मिशन, भूमि सुधार उप समाहर्ता, छपरा सदर प्रियव्रत रंजन को जिला पंचायती राज पदाधिकाी मुजफ्फरपुर तथा भूमि सुधार उप समाहर्ता, अरवल , प्रवीण कुमार को जिला भू अर्जन पदाधिकारी समस्तीपुर बनाया गया है।
बिहार के दो खिलाड़ी बने 'खेलो इंडिया एथलीट' तलवारबाजी में केशर और रवि ने किया कमाल
जागरण संवाददाता, पटना। तलवारबाजी में बिहार के दो खिलाड़ी केशर राज और रवि कुमार यादव 'खेलो इंडिया एथलीट' बने हैं। बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवींद्रण शंकरण ने बताया कि स्पोर्ट्स आथरिटी आफ इंडिया की खेलो इंडिया स्कीम के अंतर्गत प्रतिभा खोज समिति के विशेषज्ञों और चयनकर्ताओं की अनुशंसा पर तलवारबाजी में देश के आठ उत्कृष्ट खिलाड़ियों का चयन किया था।
बिहार के लिए गर्व का क्षणइसमें से बिहार के दो खिलाड़ी केशर राज और रवि कुमार यादव का भी चयन हुआ। यह बिहार के लिए बहुत खुशी और गर्व की बात है। केशर राज तलवारबाजी की 'फायल और रवि कुमार यादव 'इपी'' विधा के लिए चुने गए हैं।
हाई परफार्मेंस सेंटर में आवासीय प्रशिक्षणचयनित दोनों खिलाड़ियों को खेलो इंडिया के हाई परफार्मेंस सेंटर में आवासीय प्रशिक्षण, खेल उपकरण, स्वास्थ्य बीमा आदि की सुविधा प्राप्त होने लगेगी। हाल ही में 4 से 15 मई तक बिहार में हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के राजगीर में हुई तलवारबाजी स्पर्धा में मोतिहारी के रवि कुमार यादव ने इपी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। वर्ष 2024-25 में राष्ट्रीय स्तर पर दो पदक हासिल किया था।
विद्यालय खेल में जीता था रजतजम्मू कश्मीर में आयोजित 68वीं विद्यालय खेल अंडर-17 राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में तलवारबाजी के इपी एकल स्पर्धा रजत पदक तथा भारतीय तलवारबाजी संघ द्वारा उत्तराखंड के रुद्रपुर में आयोजित अंडर-17 राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में कांस्य पदक हासिल किया था। इसी वर्ष कैडेट वर्ल्ड चैंपियनशिप एवं कैडेट एशियन चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया है।
केशर ने बिहार की झोली में डाला था स्वर्णमोतिहारी की ही केशर राज ने 68वीं राष्ट्रीय विद्यालय तलवारबाजी अंडर-14 प्रतियोगिता, जम्मू कश्मीर में तलवारबाजी के फायल एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक हासिल किया था। वहीं भारतीय तलवारबाजी संघ द्वारा ओडिशा के कटक में आयोजित अंडर-14 राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में कांस्य पदक तथा खेलो इंडिया अस्मिता लीग में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
दोनों खिलाड़ी मोतिहारी के रहने वालेवर्ष 2023-24 में भी अंडर-14 राष्ट्रीय तलवारबाजी प्रतियोगिता में भी कांस्य पदक हासिल कर चुकी हैं। दोनों खिलाड़ी मोतिहारी के खेल भवन में संचालित जिला तलवारबाजी प्रशिक्षण केंद्र के प्रशिक्षु खिलाड़ी रहे हैं तथा वर्तमान में नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, गुवाहाटी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
Bihar Bijli: बिजली उपभोक्ताओं को राहत देने की तैयारी, ऊर्जा सचिव ने अधिकारियों को दिए ये निर्देश
राज्य ब्यूरो, पटना। ऊर्जा सचिव सह बिजली कंपनी के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने गुरुवार को राजस्व प्रबंधन प्रणाली की समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने यह निर्देश दिया कि बिजली उपभोक्ताओं की समस्या समाधान की गति बढ़ाने को ले मानव संसाधन बढ़ाए जाएंगे। बैठक में एनबीपीडीसीएल के प्रबंधन निदेशक राहुल कुमार सहित बिजली कंपनी के कई वरीय अधिकारी भी मौजूद थे।
ऊर्जा सचिव ने रेवन्यू मैनेजमेंट सिस्टम (आरएमएस) प्रणाली के सुचारू कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने को ले कई पहलुओं पर निर्देश दिए। उन्होंने एजेंसी को प्राथमिकता के आधार पर फील्ड टीमों और उपभोक्ताओं द्वारा दर्ज की जा रही समस्याओं के त्वरित समाधान हेतु प्रणाली विकसित करने को कहा, ताकि उपभोक्ता सेवाओं में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न न हो।
मालूम हो कि राज्य में पायलट परियोजना के रूप में गया ग्रामीण, पटना ग्रामीण, शिवहर व बेनीपुर (दरभंगा), में आरएमएस लागू किया जा रहा है। ऊर्जा सचिव ने संबंधित एजेंसी को निर्देशित किया कि सभी प्रकार की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर निराकरण किया जाए ताकि राजस्व संग्रहण प्रणाली में बिलिंग की प्रक्रिया निर्बाध बनी रहे।
आईटी अवसंरचना के क्षेत्र में भी ऊर्जा सचिव ने आरएमएस की आवश्यकताओं के अनुरूप अपग्रेड सुनिश्चित करने को ले आईटी टीम को निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि एनबीपीडीसीएल और एसबीपीडीसीएल के सभी डिवीजनों में लाइव जाने से पहले पूरी तैयारी कर ली जाए, ताकि वर्तमान चरण में और तेजी से कार्य किया जा सके।
प्रीपेड बिलिंग और एनर्जी अकाउंटिंग से संबंधित बचे हुए दो माड्यूल्स तय समय सीमा के भीतर बिना किसी समस्या के लागू किए जाएं, ताकि राजस्व प्रबंधन प्रणाली का क्रियान्वयन पूरी तरह से निर्बाध रूप से हो सके।