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Sanjay Jha: भाजपा से की थी सियासी पारी की शुरुआत, अब बनाए गए JDU के कार्यकारी अध्यक्ष; पढ़ें इनका राजनीतिक सफर
डिजिटल डेस्क, पटना। Sanjay Jha Political Career दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में शनिवार को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संजय झा को जदयू का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने की घोषणा कर दी गई है।
बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संजय झा के नाम का प्रस्ताव लाया, जिस पर जेडीयू के नेताओं ने सर्वसम्मति से सहमति दे दी। संजय झा नीतीश कुमार के करीबी नेता माने जाते हैं। आइए आपको बताते हैं संजय झा के सियासी सफर के बारे में...
BJP से की सियासी पारी की शुरुआतबता दें कि संजय कुमार ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत भाजपा से की थी और बाद में ये जदयू से जुड़ गए। वर्तमान में ये जदयू के राष्ट्रीय महासचिव भी हैं और भाजपा में रहते हुए ये विधान पार्षद भी चुने गए थे। इसके अलावा ये राज्य योजना पर्षद के सदस्य भी रह चुके हैं। संजय झा की एक साफ छवी वाले नेता माने जाते हैं और इनके खिलाफ कोई भी आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं है।
संजय झा भाजपा नेता अरूण जेटली और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी भी माने जाते हैं। साल 2014 में जदयू के टिकट पर लड़ा था चुनाव और हार का करना पड़ा सामना। विधान परिषद् उप चुनाव में सांसद एक बार फिर जदयू उम्मीदवार के रूप में निर्विरोध विधान पार्षद चुने गए थे।
दरभंगा से नहीं मिल सका था टिकटसंजय झा ने साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी दरभंगा से ही जदयू के टिकट पर चुनाव लडने की पूरी तैयारी की थी, लेकिन यह सीट भाजपा के कोटे में चली गई और इस कारण ये चुनाव नहीं लड़ पाए।
साल 2014 में हुए लोकसभा आम चुनाव में संजय झा ने जदयू के टिकट पर दरभंगा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और उस समय भी हार का सामना करना पड़ा था। मधुबनी जिले के झंझारपुर प्रखंड के अररिया संग्राम गांव के रहने वाले संजय झा ने जेएनयू विवि दिल्ली से इतिहास में स्नातकोत्तर की पढ़ाई की है।
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JDU Meeting: संजय झा चुने गए जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, पार्टी की बैठक में लिया गया बड़ा फैसला
डिजिटल डेस्क, पटना। Sanjay Jha: JDU नेता संजय झा को पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। दिल्ली में हो रही बैठक में यह बड़ा फैसला लिया गया है। बैठक में बिहार के सीएम नीतीश कुमार के साथ कई दिग्गज नेता मौजूद रहे। बता दें कि पहले ही अटकलें लग रही थीं कि संजय झा को ही जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान दी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद संजय झा (Sanjay Jha) के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा की है। नीतीश कुमार ने यह घोषणा दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में चल रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में लिया है।
कौन हैं संजय झा, पढ़ें इनका सियासी सफरसंजय कुमार झा नीतीश कुमार के खास और करीबी नेता माने जाते हैं। इन्होंने बिहार सरकार में जल संसाधन और सूचना और जनसंपर्क विभाग के मंत्री के रूप में कार्य किया है। वे बिहार विधान परिषद के सदस्य भी थे। रवरी 2024 में वे बिहार से बशिष्ठ नारायण सिंह के स्थान पर जनता दल (यूनाइटेड) से निर्विरोध राज्यसभा के सदस्य चुने गए थे।
इससे पहले नीतीश कुमार खुद संभाल रहे थे यह जिम्मेदारीबता दें कि इससे पहले ललन सिंह के इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार खुद जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कमान संभाल रहे थे। लेकिन अब जैसे ही विधानसभा चुनाव नजदीक आया तो उन्होंने इसकी जिम्मेदारी संजय झा को दे दी। अब संजय झा के ऊपर देश में जेडीयू के संचालन की जिम्मेदारी होगी।
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Patna Property Tax: पटना वाले ध्यान दें... प्रॉपर्टी टैक्स में मिल रही है जबरदस्त छूट, इस शर्त को करना होगा पूरा
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: अभी तक संपत्ति कर जमा नहीं किया है तो रविवार तक जरूर कर दें। ऐसा करने पर भुगतान में पांच प्रतिशत की छूट मिलेगी। निगम छूट का लाभ देने के लिए रविवार को काउंटर खुला रखेगा। पटना नगर निगम द्वारा पहली बार क्यूआर कोड लगी डिमांड वार्डों में भेजी गई है।
नगर निगम कर्मी घर- घर जाकर आमजनों से प्रोपर्टी टैक्स का भुगतान करवा रहे। यह डिमांड हर व्यक्ति के टैक्स के अनुसार तैयार किया गया है। क्यूआर कोड को स्कैन करते ही आमजन को अपनी बकाया राशि की जानकारी मिल जा रही है।
पटना नगर निगम द्वारा आमजन की सुविधा के लिए टैक्स काउंटर पर कियोस्क की सुविधा भी दी जा रही है। जिसमें आमजन खुद से सम्पत्ति कर का भुगतान कर रहे हैं। संपत्ति शुल्क का भुगतान निगम की बेवसाइट https://www.pmc.bihar.gov.in/Home.aspx एवं https://pmcptax.bihar.gov.in/pmc/public पर जाकर सीधे सीधे अपने संपत्ति कर का भुगतान कर सकते है।
अप्रैल से 30 जून तक पांच प्रतिशत का लाभ, जुलाई से सितंबर तक कोई लाभ एवं कोई पेनाल्टी नहीं लगेगी। इसके बाद अक्टूबर से मार्च प्रतिमाह 1.5 प्रतिशत की पेनाल्टी लगेगी।
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'नेता का बेटा राजनीति नहीं तो क्या...', Nitish Kumar के बेटे की सियासी एंट्री पर लवली आनंद का बड़ा बयान; अटकलें तेज
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार की सियासत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के बेटे निशांत कुमार (E. Nishant Kumar ) की एंट्री को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। जदयू के कई नेता इस बात की मांग कर चुके हैं कि जदयू की खोई हुई प्रतिष्ठा को वापस लाने के लिए निशांत को जदयू ज्वाइन कराया जाए।
जदयू नेता मांग कर रहे हैं कि निशांत को पार्टी ज्वॉइन कराकर पार्टी की महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां देनी चाहिए। हालांकि, अबतक इस पूरे प्रकरण पर नीतीश कुमार या पार्टी की तरफ से कोई बयान नहीं आया है।
आनंद मोहन के बयान से सियासी अटकलें तेजइस बीच, शिवहर सांसद और बाहूबली नेता आनंद मोहन (Mohan Anand) की पत्नी लवली आनंद (Lovely Anand) के बयान से अटकलों का बाजार गर्म हो गया है। लवली आनंद ने निशांत कुमार (Nishant Kumar) के राजनीति में आने का खुलकर स्वागत किया है।
निशांत कुमार के जदयू ज्वॉइन करने के सवाल पर उन्होंने कहा, "नेता का बेटा राजनीति नहीं करेगा तो क्या खेती- बाड़ी करेगा।" उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के बेटे को राजनीति में ले आना एक स्वागत योग्य कदम है।
उदाहरण देकर बेटे के पॉलिटिक्स में आने को बताया सहीउदाहरण देकर निशांत के राजनीति ज्वाइन करने को सही ठहराते हुए लवली आनंद ने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। डॉक्टर का बेटा डॉक्टर, वकील का बेटा वकील बन जाता है। अगर पॉलिटीशियन का बेटा पॉलिटिक्स में आता है तो दिक्कत क्या है।
नीतीश कुमार के बेटे निशांत के राजनीति में आने की जानकारी पर उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है, लेकिन अगर ऐसा होता है तो इसका स्वागत होगा।
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JDU Meeting: क्या संजय झा बनेंगे जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष? विजय चौधरी के जवाब से सियासी अटकलें तेज
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News Today: दिल्ली में जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक जारी है। कार्यकारिणी बैठक से पहले सुबह 10 बजे राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक भी हुई। बैठक में नीतीश कुमार के साथ जेडीयू के कई दिग्गज नेता मौजूद थे।
बता दें कि इससे पहले नीतीश कुमार राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कोई न कोई नया फैसला लेते रहे हैं। आज भी यह अटकलें लग रही हैं कि वह कोई न कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं।
विजय चौधरी के बयान से बढ़ी सियासी अटकलेंइस फैसले के तहत यह माना जा रहा है कि संजय झा (Sanjay Jha) को जेडीयू का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जा सकता है। वहीं संजय झा को कमान मिलने की अटकलों पर जेडीयू नेता विजय चौधरी का बयान भी सामने आ गया है। विजय चौधरी ने कहा कि मैंने भी इस बारे में सुना है, कुछ भी हो सकता है। लेकिन हमें अंतिम फैसले का इंतजार करना चाहिए।
वहीं विजय चौधरी के इस बयान से कहीं न कहीं संजय झा के नाम पर मुहर लगता दिख रहा है। हालांकि, अभी आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना होगा।
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Bihar Politics: किसके नेतृत्व में होगा 2025 का विधानसभा चुनाव? आ गया JDU नेता का फाइनल जवाब; सियासी पारा हाई
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू सुप्रीमो नीतीश कुमार (Nitish Kumar) शनिवार को दिल्ली में अपनी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए हैं। इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी के सभी सांसद, केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर समेत अन्य राज्यों के वरिष्ठ नेता मौजूद हैं।
इस बैठक के पहले बिहार में सियासी अटकलें भी तेज हो गईं। नीतीश कुमार की कुर्सी को लेकर भी तरह-तरह की बातें सामने आ रही हैं। हालांकि, आधिकारिक ऐलान के बाद ही कुछ क्लियर हो पाएगा। इस बीच जेडीयू के दिग्गज नेता केसी त्यागी के बयान से सियासी पारा हाई हो गया है।
कौन करेगा 2025 विधानसभा चुनाव का नेतृत्व? केसी त्यागी ने दिया बयानजेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि 2025 का चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा। न केवल प्रधानमंत्री ने इसकी घोषणा की, बल्कि बीजेपी के दोनों राज्य पार्टी अध्यक्षों और सदन के नेता ने भी इसकी घोषणा की है। सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा की गई कि नीतीश कुमार एनडीए के नेता हैं और अगला चुनाव उनके नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
लोकसभा चुनाव परिणाम और विधानसभा चुनाव पर भी होगी चर्चासूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव के विश्लेषण और 2025 में होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीतियों सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की जाएगी।
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Patna News: पहले स्कूटी में जोरदार टक्कर मारकर किया लहूलुहान, फिर NH के ओवरब्रिज से उठाकर फेंका नीचे; मौत
संवाद सूत्र, फतुहा, पटना। बिहार की राजधानी पटना में बाइक सवार बदमाशों ने गुरुवार रात एक कपड़ा दुकानदार की स्कूटी में टक्कर मारकर लहूलुहान कर दिया। इसके बाद फतुहा-दनियावां एनएच पर महारानी चौक से कुछ दूर रेलवे ओवरब्रिज से नीचे फेंक दिया, जिससे उनकी मौत हो गई।
कपड़ा दुकानदार की पहचान फतुहा के गोविंदपुर मोहल्ला निवासी 40 वर्षीय विजय कुमार के रूप में हुई। विजय स्कूटी से तकादा करने छोटी लाइन मोहल्ले में जा रहे थे।
आरओबी के नीचे रेलवे लाइन किनारे व्यवसायी को घायल स्थिति में पड़ा देख आसपास के लोगों ने फतुहा थाने को सूचित किया।
स्थानीय पुलिस की मदद से उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद पीएमसीएच रेफर कर दिया। वहां शुक्रवार को उन्होंने दम तोड़ दिया।
क्यों की गई दुकानदार की हत्या?फतुहा-1 डीएसपी निखिल कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और छानबीन की। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया दुकानदार की हत्या का कारण रुपये के लेन-देन से जुड़ा हो सकता है। इसकी जांच की जा रही है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों की पहचान की जा रही है।
घायल अवस्था में पुलिस को दिए बयान में कपड़ा दुकानदार विजय कुमार ने बताया था कि वे गोविंदपुर से स्कूटी से तकादा करने छोटी लाइन मोहल्ले में जा रहे थे। जब वे रेलवे ओवरब्रिज के समीप पहुंचे तो बाइक सवार बदमाशों ने स्कूटी में ठोकर मारकर गिरा दिया।
इसके बाद बदमाशों ने हत्या की नीयत से सड़क से उठाकर रेल ओवरब्रिज के नीचे फेंक दिया। बाइक सवार तीनों बदमाश हेलमेट लगाए थे, इस कारण पहचान नहीं सका।
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पति ने देखी पत्नी की लाइव मौत, वीडियो कॉल कर फांसी के फंदे से लटकी महिला; ये थी वजह
NEET Paper Leak: बिहार की सियासत में एंट्री चाहता था पेपर लीक का आरोपी संजीव; LJP के टिकट पर लड़ चुका है चुनाव
जागरण टीम, पटना। मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी के प्रश्नपत्र लीक मामले के मुख्य आरोपित संजीव कुमार उर्फ लूटन पर गलत तरीके से नौकरी पाने या तकनीकी कॉलेजों में नामांकन पाने के इच्छुक अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों का बड़ा भरोसा रहा है।
इसी भरोसे के दम पर वर्ष 2016 में संजीव ने अपनी गृह पंचायत नालंदा जिले के नगरनौसा प्रखंड के भूतहाखार से पत्नी ममता देवी को मुखिया का चुनाव लड़वाया और वह जीत भी गई। तब से लोग संजीव को संजीव मुखिया या लूटन मुखिया के नाम से संबोधित करते आ रहे हैं।
संजीव ने पंचायत में समर्थन की बदौलत ही बिहार की राजनीति में प्रवेश का मार्ग ढूंढा। पहले उसने पत्नी को जद यू से जोड़ा और हरनौत विधायक हरिनारायण सिंह के विकल्प के तौर पर दल में उभारने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।
2020 में लोजपा के टिकट पर लड़ा विस चुनाव चुनाव2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू से टिकट नहीं मिलने पर संजीव ने मुखिया पत्नी ममता देवी को लोजपा के टिकट पर हरनौत से विधानसभा का चुनाव लड़वाया। पत्नी सीधे मुकाबले में आ गई, लेकिन विधायक हरिनारायण सिंह से लगभग 29 हजार मतों के बड़े अंतर से पराजित हो गई।
2021 में सहयोगी को लड़ाया चुनावविधानसभा चुनाव लड़ने के बाद संजीव उर्फ लूटन ने पत्नी को दूसरी बार वर्ष 2021 मुखिया का चुनाव लड़ाना प्रतिष्ठा के विरुद्ध माना। चूंकि, संजीव का अपना प्रभाव कायम था, इसलिए अपने एक निकट सहयोगी की पत्नी को मुखिया का चुनाव जितवा दिया।
2016 में पत्नी को फिर लड़ाया मुखिया का चुनाव2016 का पंचायत चुनाव सीटों के आरक्षण के आधार पर हुआ था। भूतहाखार पंचायत महिला आरक्षित हो गया था। इस चुनाव में मुखिया रघुवंश मणि ने अपनी पुत्रवधु को उम्मीदवार बनाया था। राजद नेता सुरेंद्र यादव ने भतीजे की पत्नी को चुनाव मैदान में उतारा था।
इस बीच चुनाव में संजीव कुमार ने पत्नी ममता देवी का नामांकन करा दिया। जिससे मुखिया का चुनाव क्षेत्र में चर्चित हो गया। ममता देवी लगभग तीन सौ मतों से चुनाव जीत गईं।
क्या कहते हैं संजीव के प्रतिद्वंदी?निकटतम प्रतिद्वंद्वी रहीं सुधा देवी के चचेरे ससुर सुरेंद्र यादव ने बताया कि युवाओं में संजीव उर्फ लूटन के प्रति भरोसा था कि कहीं न कहीं नौकरी की सेटिंग करा ही देंगे। इस भरोसे ने उसे वोट और पैसे भी दिलाए। उन्होंने दावा किया कि उस चुनाव में पंचायत से एक हजार युवाओं ने लूटन को शैक्षिक प्रमाण पत्र सुपुर्द किया था।
कैसे बना पेपर लीक का मुख्य आरोपी?सुरेंद्र यादव कहते हैं कि गलत तरीके से रुपये के बल पर नौकरी या नामांकन पाने के लालची लोगों का भरोसा बने रहने के कारण ही लूटन सिपाही भर्ती, शिक्षक भर्ती और मेडिकल प्रवेश परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक करने का मुख्य आरोपी बन बैठा। इससे क्षेत्र की बदनामी हो रही है।
कभी आर्थिक अपराध इकाई तो कभी सीबीआइ की टीम संजीव उर्फ लूटन के गांव भूतहाखार पंचायत के यारपुर बलवा में छापेमारी करने पहुंच रही है। नीट-यूजी पेपर लीक की जांच सीबीआइ को सौंपे जाने से संजीव से लाभान्वित हुए युवक और उसके स्वजन भी सशंकित हैं।
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NEET Paper Leak: दिनभर CBI के सवालों से जूझते रहे दोनों आरोपी, जल्द उगल सकते हैं कई बड़े राज
Bihar Jobs: बिहार में फिर से बंपर सरकारी नौकरी, इन 3 विभागों में होगी सबसे अधिक भर्ती; पढ़ें बिहार सरकार का प्लान
राज्य ब्यूरो, जागरण। Bihar News: जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने शुक्रवार को कहा कि बिहार में फिर से नौकरियों की बहार आ रही है। नीतीश कुमार की सरकार अपने हर वादे को पूरा करती है। अपने वादे के तहत उन्होंने लगभग पांच लाख युवाओं को नौकरी उपलब्ध करा दी है।
इन 3 विभागों में होगी बंपर सरकारी भर्ती (Bihar Government Jobs)राजीव रंजन ने कहा कि आने वाले कुछ महीनों में तकरीबन तीन लाख सरकारी नौकरी दिए जाने की दिशा में तैयारी पूरे जोरों पर है। इन नौकरियों के तहत सबसे अधिक नियुक्ति शिक्षा, स्वास्थ्य व गृह विभाग में होनी है।
इन विभागों में भी निकलेगी वैकेंसीइसके अतिरिक्त सामान्य प्रशासन, ग्रामीण विकास, समाज कल्याण, लघु जल संसाधन व कृषि विभाग आदि में भी नौकरियां होनी है। वहीं सरकार लोगों को रोजगार देने के मोर्चे पर भी तेजी से काम कर रही है। लघु उद्यमी योजना के तहत बिहार के करीब 94 हजार परिवारों को दो-दो लाख रुपए दिए गए हैं।
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BPSC TRE 3 Date: शिक्षक भर्ती परीक्षा का टाइम टेबल जारी, नोट कर लें ये डेट; 88 हजार पदों पर होगी नियुक्ति
जागरण संवाददाता, पटना। BPSC TRE 3 Date: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने शुक्रवार को तृतीय अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता पुनर्परीक्षा (TRE 3) का कार्यक्रम जारी कर दिया है।
अपर सचिव सह परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि परीक्षा (BPSC Teacher Recruitment Exam Third Phase) का आयोजन 19, 20 व 21 जुलाई को एकल पाली तथा 22 जुलाई को दो पालियों में राज्य के जिला मुख्यालयों में किया जाएगा। प्रश्न पत्र लीक होने के कारण तृतीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा को रद्द कर दिया गया था।
इसके माध्यम से शिक्षा विभाग के प्राथमिक विद्यालयों (Primary School Teacher Job) में 28 हजार 26, मध्य विद्यालयों में 19 हजार 645, माध्यमिक विद्यालयों में 16 हजार 970 तथा उच्च माध्यमिक में 22 हजार 373 पदों पर नियुक्ति होनी है।
इसके साथ शिक्षा विभाग के विशेष विद्यालयों में 65 तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में 210, कक्षा छह से 10 में 126 तथा उच्च माध्यमिक में 359 पदों पर नियुक्ति होगी। तृतीय चरण की परीक्षा से कुल 88 हजार 99 पदों पर नियुक्ति होनी है।
एकल पाली में दोपहर 12:00 बजे से होगी परीक्षा19 जुलाई को एकल पाली में दोपहर 12:00 से 2:30 बजे तक शिक्षा विभाग के मध्य विद्यालयों के लिए गणित एवं विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत एवं उर्दू विषय के लिए परीक्षा होगी।
20 जुलाई को शिक्षा विभाग की कक्षा एक से पांच के लिए सामान्य, उर्दू व बांग्ला तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में सामान्य विषय के लिए परीक्षा होगी।
21 जुलाई को शिक्षा विभाग के माध्यमिक (कक्षा नौ-10) विद्यालयों में हिंदी, बांग्ला, उर्दू, संस्कृत, अरबी, फारसी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, ललित कला, नृत्य, शारीरिक शिक्षा, मैथिली, संगीत एवं सामाजिक विज्ञान विषयों तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग में कक्षा छह से 10 के लिए हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान एवं शारीरिक शिक्षा विषयों की परीक्षा होगी।
22 को उच्च माध्यमिक विद्यालयों के लिए परीक्षाआयोग के अनुसार, 22 जुलाई को पहली पाली में सुबह 9:30 से दोपहर 12:00 बजे तक शिक्षा विभाग तथा अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के उच्च माध्यमिक (कक्षा 11-12) विद्यालयों में सभी विषयों की परीक्षा होगी।
वहीं, दूसरी पाली में दोपहर 2:30 से शाम 5:00 बजे अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग में कक्षा छह से 10 के लिए कंप्यूटर एवं संगीत व कला विषय के अभ्यर्थियों की परीक्षा होगी।
Paper Leak: बिहार में एक और पेपर लीक! BPSC की इस परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका पर जमकर हुआ हंगामा
Bihar Politics: इधर नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे, उधर सम्राट और विजय चौधरी को मिल गई नई जिम्मेदारी; सियासी हलचल तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: लोकसभा चुनाव नतीजे आने के एक महीने के भीतर जेडीयू शनिवार को नई दिल्ली में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रही है। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब राज्य में भाजपा के एक वर्ग की मांग है कि पार्टी को अगले विधानसभा चुनाव में अपना मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार खड़ा करना चाहिए। हालांकि, जदयू और भाजपा नेताओं ने दोनों दलों के बीच संभावित अविश्वास के दावों को खारिज कर दिया है।
नीतीश कुमार दिल्ली पहुंचे तो बिहार के दो बड़े नेता की जिम्मेदारी बढ़ीनीतीश कुमार (Nitish Kumar) जहां जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए दिल्ली पहुंचे तो वहीं बिहार में दो बड़े नेता की जिम्मेदारी बढ़ा दी गई है। इनमें भाजपा के सम्राट चौधरी हैं तो उधर जेडीयू के विजय कुमार चौधरी हैं। इस जिम्मेदारी के बाद अब दोनों नेताओं की भूमिका बढ़ जाएगी।
दरअसल, बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और जल संसाधन एवं संसदीय कार्य विभाग के मंत्री विजय कुमार चौधरी को पूर्वी क्षेत्रीय परिषद का सदस्य नामित किया गया है। इसके अलावा गृह विभाग के प्रधान सचिव को अतिरिक्त सलाहकार के रूप में नामित किया गया है। गृह विभाग की विशेष शाखा ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
क्षेत्रीय परिषद का क्या काम है?क्षेत्रीय परिषद के तहत बुनियादी ढांचे, माइनिंग, जल आपूर्ति, पर्यावरण और वन और राज्य-पुनर्गठन के साथ-साथ प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी), दूरसंचार/इंटरनेट के व्यापक विस्तार और सामान्य क्षेत्रीय हितों के मुद्दों सहित कई विषयों पर चर्चा की जाती है।
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Bihar Weather Today: अगले 72 घंटे में बिहार के कई इलाकों में भारी बारिश के आसार, जानें क्या है IMD का नया अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। दक्षिण-पश्चिम मानसून बिहार में सक्रिय हो गया है। मानसून बिहार होते हुए उत्तर प्रदेश पहुंच गया है। शुक्रवार को बिहार के कई इलाकों में हल्की फुहारें पड़ी तो कुछ जगहों पर रुक-रुक-रुककर बारिश होती रही। हालांकि, अधिकांश जिलों में धूप खिली रही, जिसके कारण लोगों ने एक बार फिर उमस भरी गर्मी का अहसास किया।
शनिवार देर शाम पटना के कुछ हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी दर्ज की गई। हालांकि, पटना समेत दक्षिण बिहार के अधिकांश इलाकों में लोग गर्मी से परेशान रहे।
2-3 दिन में अच्छी बारिश के आसारराहत की बात यह है कि मौसम विभाग ने बारिश को लेकर नया अपडेट जारी किया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि राज्य में अभी मानसून का दौर शुरू हुआ है। ऐसे में दो से तीन दिनों तक राज्य के अधिकांश इलाकों में अच्छी बारिश की उम्मीद है।
कहां कितना तापमान दर्ज किया गया?शुक्रवार को बिहार में सर्वाधिक तापमान 40.1 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं, पटना में अधिकतम तापमान 36.2 और न्यूनतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
राज्य में सबसे कम तापमान सुपौल में रिकार्ड किया गया। सुपौल में न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
कहां कितने मिमी हुई बारिश?पिछले चौबीस घंटे में राजधानी में 42.8 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड की गई। इसके अलावा, मुजफ्फरपुर में 11, छपरा में 7.6, मोतिहारी में 12.2, वैशाली में 15.5 एवं किशनगंज में 12 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई है।
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Bihar Politics: मोदी-शाह के लिए सिरदर्द बनेंगे BJP के दो दिग्गज नेता? अचानक पढ़ाने लगे राजनीति की A-B-C-D
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार भाजपा के दो दिग्गज नेता वर्षों तक विधायक, सांसद एवं विधान पार्षद के अलावा केंद्रीय मंत्री भी रहे। राज करने के बाद अब वे पार्टी को राजनीति सिखाने लगे हैं। यह दोनों नेता बीजेपी की टॉप लीडरशिप यानी पीएम मोदी, अमित शाह की भी टेंशन बढ़ा सकते हैं। विधान परिषद में कार्यकाल पूरा होते ही पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान कह रहे हैं कि भाजपा बिहार में लोकसभा की 12 सीटों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कारण विजयी रही है।
दूसरी तरफ, पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे अब पार्टी को 2025 का विधानसभा चुनाव नीतीश से अलग होकर अकेले लड़ने की सीख देने लगे हैं। पार्टी में पहुंच-पकड़ वाले पद से किनारे हुए दिग्गजों के बड़बोलेपन के निहितार्थ को राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के नेता के साथ विपक्ष एवं जनता भी समझ रही है।
यह स्थिति तब है जबकि संजय पासवान के बेटे गुरु प्रकाश वर्तमान में भाजपा के प्रदेश पदाधिकारी हैं। प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने प्रदेश मंत्री का दायित्व दे रखा है। इससे पहले, गुरु प्रकाश भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता थे।
इधर, दोनों नेताओं के बयान पर भाजपा के नेता से लेकर प्रदेश पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का कहा है कि चौबे व पासवान दबाव की राजनीति करने में जुट गए हैं। दोनों नेताओं के बयान के दूरगामी संदेश हैं।
भाजपा के नेतृत्व में लड़ा जाए विधानसभा चुनाव : चौबेपूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने 26 जून को प्रेसवार्ता में कहा था कि उनकी इच्छा है कि बिहार विधानसभा चुनाव भाजपा के नेतृत्व में लड़ा जाए। भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ बनेगी। घटक दलों को भी आगे बढ़ाया जाएगा।
साथ ही कहा था कि मेरी समझ से प्रदेश हो या जिला कहीं भी किसी आयातित व्यक्ति को पार्टी अध्यक्ष का जिम्मा नहीं सौंपना चाहिए, बल्कि भाजपा संगठन के मूल से जुड़े व्यक्ति को ही अध्यक्ष होना चाहिए। पार्टी में विधायक व सांसद भी आयातित हो रहे हैं। उन्हें संगठन की विचारधारा में ढालना होगा।
इसके अर्थ यह भी निकाले जा रहे हैं कि चौबे ने सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर भी प्रश्न खड़े किए हैं। अब भाजपा के दोनों नेताओं को राजग के सहयोगी दल के साथ विपक्षी भी चुटकी ले रहे हैं।
तो जीरो पर आउट हो जाती भाजपा : पासवानभाजपा के वरिष्ठ नेता संजय पासवान ने 26 जून को स्वामी सहजानंद पर आयोजित समारोह में कहा, मुझे यह कहने में गुरेज नहीं है कि इस बार (लोकसभा चुनाव में) अगर नीतीश कुमार भाजपा के साथ नहीं होते तो बिहार में भाजपा जीरो पर आउट हो जाती।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह कहने में थोड़ा अटपटा लगता है लेकिन यह सच्चाई है। इन दिनों बिहार में ताकत का धुव्रीकरण हुआ है। बिहार में एक ताकत तेजस्वी यादव के साथ गई है। वहीं, नीतीश कुमार भी एक ताकत का समूह बन गए हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। JDU National Executive Meeting जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी दिल्ली में शनिवार को 11 बजे से आरंभ होगी। दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित हो रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को ले राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष की हैसियत से नीतीश कुमार कुछ महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं।
यह कहा जा रहा कि जदयू के लिए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष के नाम की घोषणा संभव है। इसके पीछे यह तर्क दिया जा रहा कि नीतीश कुमार की व्यस्तता आने वाले समय में विधानसभा चुनाव को लेकर बढ़ेगी। ऐसे में वह किसी युवा नेता को पार्टी का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बना सकते हैं। किसी को राष्ट्रीय स्तर पर संगठन का दायित्व दिए जाने की भी चर्चा है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठकराष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के पहले जदयू के राष्ट्रीय पदाधिकारियों की बैठक होगी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव, सचिव व अन्य पदाधिकारी इस दौरान मौजूद रहेंगे।
इस बैठक के तुरंत बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू होगी। इस बैठक में मुख्य रूप से नीतीश कुमार का संबोधन होगा। मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह व रामनाथ ठाकुर के अतिरिक्त लोकसभा व राज्यसभा में जदयू संसदीय दल के नेता का भी संबोधन होगा।
एक साथ कई एजेंडे पर विमर्शजदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एक साथ कई मुद्दों पर विमर्श होगा। इनमें सबसे महत्वपूर्ण संपन्न हुए आम चुनाव में जदयू के परफॉर्मेंस की भी समीक्षा होनी है।
जिन सीटों पर जदयू की हार हुई और जहां से जीते वहां किस तरह से पार्टी का परेशानी हुई, कोर वोट बैंक किस तरह से काम किया और गठबंधन के घटक दलों का सहयोग किस स्तर पर रहा इस पर भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चर्चा प्रस्तावित है। अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर भी बातें होनी हैं।
सभी राज्यों के जदयू प्रदेश अध्यक्ष भी रहेंगे मौजूदजदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में जदयू के उन राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष भी मौजूद रहेंगे जहां पार्टी का संगठन काम कर रहा। दक्षिण और उत्तर पूर्व राज्यों का प्रतिनिधित्व भी रहेगा।
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Bihar Transfer Posting: बिहार में 54 जेल अधिकारियों का तबादला, 35 काराधीक्षक और 19 उपाधीक्षक बदले
राज्य ब्यूरो, पटना। गृह विभाग (कारा) ने 54 जेल अधिकारियों का तबादला कर दिया है। इसमें आदर्श केंद्रीय कारा बेउर समेत 35 कारा अधीक्षक और 19 उपाधीक्षक बदल गए हैं। बेउर जेल के अधीक्षक रहे जितेंद्र कुमार और बक्सर केंद्रीय कारा के अधीक्षक राजीव कुमार को सहायक कारा महानिरीक्षक (क्षेत्र) बनाया गया है।
विधु कुमार को आदर्श केंद्रीय कारा बेउर, मनोज कुमार को पूर्णिया, अरुण पासवान को गया, राजीव कुमार झा को भागलपुर, विजय कुमार अरोड़ा को मोतिहारी और ज्ञानिता गौरव को केंद्रीय कारा बक्सर का नया अधीक्षक बनाया गया है।
लालबाबू सिंह को शेखपूरा जेल में अधीक्षक की जिम्मेदारीइसके अलावा लालबाबू सिंह को शेखपुरा, प्रभात कुमार को फुलवारीशरीफ, संजय कुमार को मधेपुरा, राकेश कुमार को शिवहर, संजीव कुमार को जमुई, दीपक कुमार को औरंगाबाद, जवाहर लाल को किशनगंज, सुजीत राय को सासाराम, सुजीत झा को अररिया, मोतीलाल को सुपौल, देवाशीष को सिवान, अभिषेक को बिहारशरीफ, रामधार सिंह को लखीसराय, रूपक कुमार को वैशाली और आशीष रंजन को बांका मंडल कारा में अधीक्षक की नई जिम्मेदारी दी गई है।
धीरज को बेनीपट्टी, तारिक अनवर को बिक्रमगंज, अनिल को दानापुर, अरविंद कुमार को रोसड़ा, त्रिभुवन सिंह को दलसिंहसराय, राकेश कुमार सिंह को झंझारपुर, सतीश कुमार को शरेघाटी और अशोक कुमार को हिलसा उपकारा में प्रतिनियुक्त किया गया है।
वहीं, बबीता को बक्सर महिला मंडल कारा का अधीक्षक बनाया गया है। इसके अलावा राजेश कुमार को गया, अजय कुमार एवं सुशील कुमार गुप्ता को बेउर, रामेश्वर राउत को भागलपुर, अमर सत्यम को मुजफ्फरपुर, संदीप कुमार वर्मा को बक्सर और सुधीर शर्मा को पूर्णिाय केंद्रीय कारा का नया उपाधीक्षक बनाया गया है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। विद्यालय में छुट्टी हो गयी थी। कुछ बच्चे कंधे पर किताब-कॉपियों का बैग लटकाए घर लौट रहे थे। ये बच्चे राजधानी पटना स्थित राज्य सचिवालय के विकास भवन के सामने से गुजर रहे थे कि अचानक उनके सामने एक कार रुकी।
बच्चे कुछ समझ पाते कि उस कार का दरवाजा खुला और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ बाहर निकले। दरअसल, उस वक्त डॉ. सिद्धार्थ शिक्षा विभाग जा रहे थे। तभी उनकी नजर सामने से आते बच्चों पर पड़ी। स्कूलों में 12.10 बजे छुट्टी हुई थी।
डॉ. सिद्धार्थ को सामने खड़े देख छात्र भौंचका रह गए। तभी डॉ. सिद्धार्थ ने बच्चों से उनके नाम पूछे। उनमें एक बच्चे ने अपना नाम अक्षय बताया, तो दूसरे ने सुभाष। दोनों ही बच्चे प्रारंभिक विद्यालय के थे। दोनों ही स्कूल ड्रेस में थे।
संभवतः उन्हें स्कूल ड्रेस में ही देख कर डॉ. सिद्धार्थ ने अपनी गाड़ी रुकवायी थी, ताकि उनसे कक्षा में करायी जाने वाली पढ़ाई-लिखाई की जानकारी ले सकें। अब तक दोनों बच्चे भी सहज हो चुके थे। राह चलते लोग और फुटपाथी दुकानदारों के साथ उनके ग्राहकों की नजरें भी उधर ही टिक गईं।
एस सिद्धार्थ ने बच्चों से क्या पूछा?डॉ. सिद्धार्थ ने बच्चों से स्कूल में होने वाली पढ़ाई की जानकारी ली। बच्चों ने भी उन्हें बताया कि स्कूल में बढ़िया से पढ़ाया जाता है। बच्चों ने स्कूल की पढ़ाई को बेहतर बताया। डा. सिद्धार्थ ने एक बच्चे से होमवर्क की कापी मांगी। वे कॉपी के पेज उलट-पलट कर देखने लगे। कॉपी अंग्रेजी की थी।
उन्होंने देखा कि शिक्षक द्वारा होमवर्क कैसे चेक किया गया है। अचानक उनके मुंह से निकला कि इसमें तो डेट है ही नहीं। दोनों बच्चों से कई और जानकारी लेने के बाद उन्हें पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करते हुए डॉ. सिद्धार्थ अपनी गाड़ी में बैठ गए और शिक्षा विभाग चले गए।
लोगों ने की ACS की तारीफशिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ द्वारा बच्चों की पढ़ाई के प्रति यह सजगता को देख विकास भवन के पास सड़क पर यह दृश्य देख रहे लोगों ने तारीफ की।
बता दें कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की कुर्सी संभालने के बाद डॉ. सिद्धार्थ ने अपने अधिकारियों को भी निर्देश दिया था कि जब भी विद्यालय के निरीक्षण पर जाएंग तो विद्यालय आते-जाते बच्चों से बात जरूर करें। उनके अभिभावकों से बात करें। इससे बच्चों और अभिभावकों की समस्याएं शिक्षा विभाग के संज्ञान में आएंगी। इससे समस्याओं का निराकरण में मदद मिलेगी।
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NEET Paper Leak: पेपर लीक की कड़ियां जोड़ रही CBI, क्या चिंटू और मुकेश करेंगे बड़ा खुलासा?
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar NEET UG Paper Leak Case नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई अपनी आगे बढ़ती जांच के बीच पेपर लीक की कड़िया जोड़ने में जुटी है। रिमांड पर लिए गए चिंटू और मुकेश से पूछताछ के क्रम में इन दो आरोपियों ने पहले आशुतोष और मनीष का नाम लिया। आशुतोष और मनीष के जरिये मकान मालिक प्रभात और उनकी पत्नी का नाम सामने आया है।
इसी कड़ी में केंद्रीय जांच एजेंसी की टीम ने रिमांड पर लिए गए चिंटू और मुकेश की निशानदेही पर सबूतों की तलाश में शुक्रवार को कंकड़बाग स्थित राकी के ठिकाने और खेमनीचक स्थित लर्न और प्ले स्कूल का मुआयना भी किया। इन दोनों स्थानों पर कुछ लोगों से जानकारी भी ली गई। इस मुआयने के दौरान सीबीआइ टीम के साथ चिंटू और मुकेश भी मौके पर मौजूद थे।
करीब 11 बजे जांच टीम आरोपियों को लेकर कंकड़बाग निकलीरिमांड पर लिए गए चिंटू और मुकेश से पूछताछ के बाद शुक्रवार की सुहबह करीब 11 बजे सीबीआइ अधिकारियों की टीम इन दोनों को साथ लेकर राकी के ठिकाने पर कंकड़बाग पहुंची। बता दें कि चिंटू के देवघर से गिरफ्तार होने के बाद राकी अंडरग्राउंड हो गया था।
चर्चा है कि रॉकी नेपाल भाग चुका है। कंकड़बाग में सीबीआई टीम ने उस स्थान को देखा जो राकी का पटना में ठिकाना था। इसके बाद जांच टीम खेमनीचक स्थित लर्न एंड प्ले स्कूल भी पहुंची। यह वही स्थान है जहां से अधजला प्रश्नपत्र बरामद किया गया था और जिसके आधार पर जांच आगे बढ़ी थी।
कल से होगी बेउर में बंद आरोपियों से पूछताछअपनी जांच को आगे बढ़ाने के लिए सीबीआई शनिवार से नीट यूजी पेपर लीक मामले में जेल में बंद 13 अन्य आरोपियों से पूछताछ शुरू करेगी। केंद्रीय जांच एजेंसी ने सीबीआइ की विशेष कोर्ट से जेल में आरोपियों से पूछताछ की अनुमति मांगी थी। जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
जिन आरोपियों से जेल में पूछताछ होनी है उनमें दानापुर निवासी आयुष राज, रोहतास निवासी बिट्टू कुमार, दानापुर निवासी अखिलेश कुमार, गया के बाराचट्टी क्षेत्र का निवासी शिवनंदन कुमार, रांची का अवधेश कुमार, समस्तीपुर निवासी सिकंदर यादवेंदु, पटना के नेपाली नगर निवासी आशुतोष कुमार, एकंगरसराय निवासी रोशन कुमार, गया का नीतीश कुमार, समस्तीपुर का अनुराग यादव, रांची का अभिषेक कुमार, पटना का अमित आनंद और समस्तीपुर की एक महिला रानी कुमारी शामिल है।
पटना लाया जा रहा है हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का प्राचार्यपेपर लीक मामले में जांच को आगे बढ़ाने के लिए सीबीआई की एक टीम हजारीबाग से गिरफ्तार ओएसिस स्कूल के प्राचार्य एहसानउल हक को लेकर पटना आ रही है। संभावना जताई गई है कि रात दस बजे के बाद किसी भी वक्त इस आरोपी को लेकर सीबीआइ टीम पटना पहुंच जाएगी।
प्रिंसिपल के साथ वाइस प्रिंसिपल इम्तियाज और जमालुद्दीन भी साथ में पटना लाए जा रहे हैं। पटना लाकर इन आरोपियों से अब तक मिले पुख्ता सबूतों के आधार पर अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी।
मेरठ जेल में बंद रवि अत्री से पूछताछ की तैयारी में जांच एजेंसीपेपर लीक मामले में जांच एजेंसी मेरठ जेल में बंद रवि अत्री से भी पूछताछ करेगी। ऐसा सूत्रों का दावा है। रवि अत्री के गैंग ने पटना और नालंदा के बार्र्डर से नीट पेपर लीक कराने में अहम भूमिका निभाई थी। रवि के साथ ही काम करने वालों में अतुल वत्स और संजीव मुखिया के नाम भी शामिल है। ततुल जहानाबाद जिले का और संजीव मुखिया नालंदा का रहने वाला है। फिलहाल दोनों आरोपी फरार चल रहे हैं।
मनीष और आशुतोष को पांच दिन की रिमांड पर लेने की तैयारीसीबीआई सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को पेपर लीक मामले में गिरफ्तार आरोपी मनीष प्रकाश ओर आशुतोष को जांच एजेंसी पांच दिनों की रिमांड पर लेने की तैयारी में है। सीबीआई कोर्ट ने के विशेष दंडाधिकारी हर्षवर्धन सिंह की अदालत ने यह आदेश सीबीआई के आवेदन पर सुनवाई के बाद दिया।
आशुतोष और मनीष प्रकाश को 29 जून से 4 जुलाई तक के लिए सीबीआइ को सौपे जाने का आदेश आदर्श केंद्रीय कारागार बेउर के अधीक्षक को दिया है। इससे पहले अदालत ने 26 जून को इस मामले के दो अन्य आरोपी चिंटू उर्फ बलदेव और मुकेश को रिमांड पर देने का आदेश दिया था।
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Chirag Paswan: प्रधानमंत्री मोदी ने की सांसद चिराग से मुलाकात, अपने खास दोस्त के लिए कही ये बात
डिजिटल डेस्क, पटना। PM Modi Met Chirag Paswan प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को संसद भवन में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष एवं हाजीपुर से सांसद चिराग पासवान से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान लोक जनशक्ति पार्टी (रा) के सभी सांसद भी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात के बाद लोक जनशक्ति पार्टी (रा) के पांचों सांसदों के साथ संसद भवन की कैंटीन में लंच भी किया। सांसदों में
कौन-कौन रहा मौजूदहाजीपुर से सांसद चिराग पासवान, समस्तीपुर से सांसद शांभवी चौधरी, जमुई से सांसद अरुण भारती, खगड़िया से सांसद राजेश वर्मा और वैशाली से सांसद वीणा देवी।
आपका स्नेह और मार्गदर्शन हमें नई ऊर्जा और विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए दृढ़इच्छाशक्ति प्रदान करता है। हमें अपना बहुमूल्य समय देने के लिए और अपने अनुभव को साझा करने के लिए आभार। https://t.co/M589EQOVxW
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) June 28, 2024'राम विलास पासवान जी मेरे बहुत प्रिय मित्र थे'प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात को लेकर एक्स हैंडल पर पोस्ट किया। उन्होंने लिखा- लोक जनशक्ति पार्टी (रा) के सांसदों के साथ मेरी मुलाकात बहुत अच्छी रही। श्री राम विलास पासवान जी मेरे बहुत प्रिय मित्र थे, जिनके बहुमूल्य विचार मुझे बहुत याद आते हैं।
उन्होंने आगे लिखा- मुझे देखकर खुशी हुई कि चिराग पासवान आगे बढ़ रहे हैं और और राम विलास जी के दृष्टिकोण को पूरा कर रहे हैं। हमारी पार्टियां सार्वजनिक सेवा के लिए मजबूती से एक साथ हैं।
'आपका स्नेह और मार्गदर्शन...'चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री मोदी के पोस्ट का जवाब दिया। उन्होंने लिखा- आपका स्नेह और मार्गदर्शन हमें नई ऊर्जा और विकसित भारत के संकल्प को साकार करने के लिए दृढ़इच्छाशक्ति प्रदान करता है। हमें अपना बहुमूल्य समय देने के लिए और अपने अनुभव को साझा करने के लिए आभार।
बता दें कि एक दिन पहले यानी गुरुवार प्रधानमंत्री मोदी ने जनता दल यूनाइटेड के 12 सांसदों से मुलाकात की थी। इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार जी का नेतृत्व बिहार को विकास के पथ पर ले गया है। हम इसे जारी रखेंगे। सुशासन के लिए मिलकर काम करना।
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Jitan Ram Manjhi: मंत्रालय में जीतन राम मांझी कैसे करेंगे काम? भावुक होकर बताया प्लान B; यहां होगा ज्यादा फोकस
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi: केंद्र सरकार में मंत्रालय बंटने के बाद अब सभी केंद्रीय मंत्री अपने विभाग के बारे में अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं। मंत्री अधिकारियों से मंत्रालय के बारे में छोटी से छोटी जानकारी ले रहे हैं। इतना ही नहीं मंत्री अपना टारगेट भी लोगों को बता रहे हैं।
जीतन राम मांझी हुए भावुकइसी क्रम में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने भी अपना टारगेट बता दिया है। इस दौरान वह भावुक तरह से बात कर रहे थे। जीतन राम मांझी ने बताया कि वे अपने विभाग में कैसे काम करेंगे।
जीतन राम मांझी ने बताया अपना टारगेटजीतन राम मांझी ने कहा कि हम स्वयं ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं। वहां का हमें प्रैक्टिकल अनुभव है। वहां लोग 8-10 घंटे की कड़ी मेहनत करते हैं। उन्हें ठीक से दिहाड़ी भी नहीं मिलती। माइक्रो व्यापार को जब तक हम उस तबके तक नहीं पहुंचाएंगे, तब तक पूर्णता की बात करना बेईमानी होगी।
मंत्रालय का नाम सुनकर चौंक गए थे जीतन राम मांझीबता दें कि इससे पहले जीतन राम मांझी ने दिल्ली से बिहार पहुंचते ही एक चौंकाने वाला बयान दिया था। जिसके बाद सियासत तेज हो गई थी। जीतन राम मांझी ने कहा था कि हम अपने विभाग वाला लिफाफा खोला तो चौंक गए। MSME मंत्रालय देखकर हमको कुछ समझ नहीं आया और हम माथा ठोकने लगे थे।
फिर हम सोचने लगे अरे भाई ये क्या मिला है। हम तुरंत पीएम मोदी से मिलने के लिए आगे बढ़ गए लेकिन पीएम मोदी ने हमें दो कदम पहले ही रोक दिया और कहा कि हम आपको अपना विजन वाला मंत्रालय दिए हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Nitish Kumar Samrat Chaudhary उप मुख्यमंत्री सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने गुरुवार देर शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर मुलाकात की।
उनकी यह भेंट भाजपा के प्रदेश कार्यालय में पार्टी के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े के साथ दिन भर की मैराथन बैठक के बाद हुई, इसलिए राजनीतिक गलियारे में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं, क्योंकि इस मुलाकात के अगले ही दिन नीतीश कुमार दिल्ली जा रहे।
दिल्ली क्यों जा रहे नीतीश कुमार?हालांकि, मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे का मुख्य कारण जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक है।
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री ने सम्राट को अगले महीने प्रस्तुत होने वाले अनुपूरक बजट के संदर्भ में चर्चा के लिए बुलाया था।
नीतीश का मंत्रिमंडल विस्तारदूसरी तरफ, भाजपा नेताओं के बीच चर्चा है कि बिहार में शीघ्र ही मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। मुख्यमंत्री आवास से बुलावा उसी संदर्भ में विचार-विमर्श के लिए था। उल्लेखनीय है कि नीतीश मंत्रिमंडल में अभी मंत्रियों के पांच पद रिक्त हैं।
उप मुख्यमंत्री सम्राट ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत किया पौधारोपणभाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी गुरुवार पटना में हुई हल्की बारिश के बीच 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत सरकारी आवास 11 एम, स्ट्रैंड रोड में पौधरोपण किया। उन्होंने लोगों और कार्यकर्ताओं से भी पौधरोपण करने की अपील की।
इस मौके पर भाजपा अध्यक्ष चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा शुरू किए गए देशव्यापी अभियान 'एक पेड़ मां के नाम' के तहत देशभर में मां के नाम पर पौधारोपण का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के लोगों और कार्यकर्ताओं से भी अपील है कि वे एक पौधा मां के नाम पर लगाकर देश को समर्पित करें।
उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि हम सभी सामूहिक रूप से पौधारोपण करें और प्रकृति संरक्षण के महाभियान को बल दें। उन्होंने कहा कि पेड़ से हमें छांव तो मिलेगी ही, फल भी मिलेगा। इससे देश की समृद्धि और पर्यावरण सन्तुलन में भी सहयोग मिलेगा।
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