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NEET Paper Leak: दिनभर CBI के सवालों से जूझते रहे दोनों आरोपी, जल्द उगल सकते हैं कई बड़े राज
राज्य ब्यूरो, पटना। Neet Paper Leak: नीट यूजी पेपर लीक मामले में कोर्ट की अनुमति के बाद रिमांड पर लिए गए चिंटू और मुकेश से देर रात तक सीबीआइ की पूछताछ जारी रही। दोनों आरोपियों को फिलहाल अलग-अलग सेल में रखकर पूछताछ की जा रही है। इसके बाद दोनों आरोपियों से मिले जवाबों का मिलान किया जाएगा। इसके बाद उन्हें आमने-सामने बिठाकर पूर्व में दिए गए उनके जवाब और सवालों को उठाया जाएगा।
जानकारी के अनुसार आरोपियों के लिए कुछ सवालों की सूची जांच टीम ने पहले से तैयार कर रखी थी। पूछताछ का यह सिलसिला अगले तीन जुलाई तक जारी रहेगा। इन आरोपियों से जांच एजेंसी को नीट यूजी पेपर लीक में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिलने की उम्मीद है।
सीबीआई के इन सवालों का सामना करना पड़ा: सूत्रBihar News: सूत्रों की माने तो पहले दिन की पूछताछ में दोनों आरोपियों चिंटू और मुकेश को अलग-अलग बिठाकर जो सवाल पूछे गए उनमें पेपर कैसे और कहां से मिला?, आप किसके लिए काम करते हैं?, पेपर लीक की योजना किसने बनाई, योजना को पूरा करने में कितना वक्त लगा? उन्हें पेपर लीक मामले में कैसे शामिल किया गया, पैसों का लेन-देन कैसे होना तय हुआ था? और पेपर लीक की राशि में आपके हिस्से में कितनी राशि आई जैसे सवाल पूछे गए।
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Patna News: बिहार में भाजपा नेता का लापता पुत्र बरामद, 21 जून से था गायब; जांच में यह बात आई सामने
संवाद सहयोगी, दानापुर। Patna News दानापुर पुलिस ने 6 दिन बाद लापता भाजपा नेता के पुत्र आशु को बरामद कर लिया। पुलिस ने लगातार उसके दोस्तो व मोबाइल लोकेशन की जांच करते हुए जानकारी इक्ट्ठा कर उसे दिल्ली से बरामद किया।
दानापुर पुलिस उसे लेकर आज (शुक्रवार) को लेकर दानापुर पहुंचेगी। पिछले 6 दिन से परेशान पुलिस ने उसे बरामदगी के बाद राहत की सांस ली। ऑन लाइन गेमिंग के लेकर लापता होने की बात जांच में सामने आई थी।
21 जून को बी फार्मा की परीक्षा देने की बात कह घर से बाहर निकला थाPatna News: 21 जून को घर से सिवान के दुरौंधा में बी फार्मा की परीक्षा देने के बात कह कर शाहपुर थाना क्षेत्र के डीफेंस कालोनी निवासी राजेश कुमार सिंह का पुत्र आशु सिंह निकला था। उसके बाद से वो गायब था। 22 जून को रात मे उसने मां को व्हाटसअप कॉल कर दोस्तो द्वारा अगवा कर गोलारोड के डीराम डीएवी स्कूल के निकट एक अपार्टमेंट मे रखने की बात बतायी।
मां ने पिता को 23 जून को लापता होने की जानकारी दीमां ने उसके पिता को इसकी जानकारी 23 जून को दी। जिसके बाद पिता राजेश सिंह अपने लोगो के साथ दानापुर थाना पहुंच मामला दर्ज कराते हुए शिवम व रिक्की समेत तीन लोगो को आरोपित करते हुए मामला दर्ज कराया था। लगातार कार्रवाई मे जुटी पुलिस उसके लैपटॉप व मोबाइल को खंगालने जुटी रही।
दिल्ली से बरामद हुआ आशुइसके साथ आरोपी समेत कई लोगो को पुलिस अभिरक्षा में लेकर कार्रवाई व पुछताछ में जुटी थी। जिसके बाद पुलिस ने ठोस जानकारी के आधार पर दिल्ली से आशु को बरामद किया। थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार भारद्वाज ने बताया कि आशु की बरामदगी कर ली गई है।
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Bihar News: सरकारी अस्पतालों में अब नहीं मिलेगी ये फ्री दवाएं, जानें स्वास्थ्य मंत्री ने आखिर क्यों दिया ऐसा आदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाई गई दवाओं की आवश्यक सूची (ईडीएल) में संशोधन की तैयारी है। स्वास्थ्य विभाग का निर्णय हुआ है कि जो दवाएं समय के साथ अनुपयोगी हो चुकी है, उनके नाम आवश्यक दवा सूची से हटाए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में बीते दिनों हुई समीक्षा बैठक के बाद विभाग ने यह निर्णय लिया है।
मंत्री ने अपनी समीक्षा में पाया था कि सरकारी अस्पतालों में मुफ्त और नियमित वितरण के लिए जो दवाओं की सूची निर्धारित है, उसमें कई दवाएं ऐसी हैं जिनका इस्तेमाल अब बेहद कम या नहीं के बराबर होता है।
70 से 80 किस्म की दवाओं का उपयोग लगभग बंदसरकारी दवाओं की सूची में छह सौ से अधिक दवाओं को शामिल किया गया है। अलग-अलग अस्पतालों में दवा वितरण का कोटा निर्धारित है।
इन दवाओं में 70 से 80 किस्म की दवाओं का उपयोग अब लगभग नहीं हो रहा है, क्योंकि डॉक्टर पर्चे पर उन दवाओं को नहीं लिखते।
अनुपयोगी दवाओं को सूची से बाहर करने का निर्देशमंत्री से मिले निर्देश के आलोक में अब स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में बिहार स्वास्थ्य सेवाएं आधारभूत संरचना निगम को अनुपयोगी हो चुकी दवाओं को सूची से बाहर करने के निर्देश दिए हैं।
सूत्रों का कहना है कि इसके पहले निदेशक प्रमुख की अध्यक्षता में समीक्षा की जाएगी। इसके बाद दवाओं की सूची को संशोधित कर दिया जाएगा।
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Patna News: पटना डीएम के एक्शन से हड़कंप, खुद के दफ्तर में पकड़ी बड़ी लापरवाही; एक साथ 54 कर्मचारियों को झटका
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना के जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह ने प्रभार ग्रहण करने के साथ ही कार्यालयों की संस्कृति सुधारने की बात कही थी। बावजूद समाहरणालय के कई कर्मी पुराने ढर्रे पर चल रहे थे। नतीजा यह हुआ कि एक-दो नहीं, पूरे 54 कर्मियों की लेटलतीफी अगले ही दिन गुरुवार को पकड़ी गई।
54 कर्मचारियों के 1 दिन के वेतन पर लगाई रोकइन सबके एक दिन के वेतन पर डीएम ने रोक लगा दी। सभी से स्पष्टीकरण भी मांगा है। डीएम ने समाहरणालय की सभी शाखाओं के कर्मियों की उपस्थिति की जांच की। स्थापना, नजारत, निर्वाचन, भू-अर्जन, शस्त्र, आपदा प्रबंधन, जनसंपर्क, नयाचार, विधि, आपूर्ति, सामान्य सहित विभिन्न शाखाओं की बायोमेट्रिक उपस्थिति का अवलोकन किया।
लेटलतीफी के चलते आगबबूला हुए डीएम साहबकुल 248 कर्मियों में से 54 कर्मी 11:02 बजे तक कार्यालय से अनुपस्थित पाए गए। इन सभी अनुपस्थित कर्मियों का एक दिन का वेतन अगले आदेश तक अवरुद्ध करते हुए स्पष्टीकरण पूछा गया है।
संतोषजनक जवाब नहीं प्राप्त होने पर इनके वेतन की कटौती एवं अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी। वहीं, डीएम के निर्देश पर सभी अनुमंडल पदाधिकारियों ने भी अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत विभिन्न कार्यालयों में उपस्थिति की जांच की। फतुहा में दो डाक्टर समेत सर्वाधिक कर्मी समय पर कार्यालय में नहीं मिले।
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Tejashwi Yadav: 'पीएम मोदी और नीतीश कुमार के चलते...', तेजस्वी यादव ने फोड़ा सियासी बम; अब क्या करेगी JDU और BJP
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: बिहार में बीते 10 दिनों में चार/पुल-पुलिया गिरने की घटना हो चुकी है। सिवान, अररिया, मोतिहारी इसका उदाहरण हैं। पुलों के गिरने की घटनाओं को लेकर बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कटघरे में खड़ा किया है।
पीएम मोदी और नीतीश कुमार के सदाचार के चलते पुल गिरानेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट डाल कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के सदाचार के कारण मात्र 10 दिन के अंदर बिहार में करोड़ों की लागत से निर्मित और निर्माणाधीन केवल चार ही पुल गिरे है।
डबल इंजन सरकार के पायलट अब कहेंगे कि...तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा, एनडीए की सरकार है तो सत्ता पक्ष और उनका अभिन्न अंग मीडिया इसे भ्रष्टाचार तो कदापि ही नहीं कहेंगे। डबल इंजन सरकार के पायलट अब कहेंगे कि शुक्र मनाओ कि 10 दिन में 4 ही पुल गिरे है, 10 तो नहीं गिरे है ना। ये पायलट यह भी कहेंगे कि पुल गिरने के दोषी तो विपक्ष और जनता है?
बिहार में बढ़ते अपराध को लेकर हमलावर हुए तेजस्वी यादवबिहार में बढ़ते अपराध और पुल के गिरने को लेकर तेजस्वी यादव काफी हमलावर हो गए हैं। तेजस्वी यादव लगातार अपने एक्स हैंडल पर इस मुद्दे को उठा रहे हैं। इस बार वह केवल नीतीश कुमार को ही नहीं, साथ में पीएम मोदी से भी सवाल पूछ रहे हैं।
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Saayan Kunal: शांभवी चौधरी के पति सायन कुणाल कौन सा काम करते हैं? पढ़िए उनकी क्वालिफिकेशन से लेकर डिग्री तक
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics: बिहार की समस्तीपुर लोकसभा सीट इस बार काफी चर्चा में रही है, क्योंकि यहां से देश की सबसे कम उम्र की उम्मीदवार शांभवी चौधरी जीतकर लोकसभा पहुंची हैं। बता दें कि शांभवी चौधरी बिहार के मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं। शांभवी चौधरी (Shambhavi Choudhary) चुनाव से पहले से काफी सक्रिय नजर आ रही थीं।
शांभवी की जीत में कई लोगों का योगदान माना जा रहा है। इसमें सबसे अहम योगदान शांभवी चौधरी के पति सायन कुणाल (Saayan Kunal) का माना जा रहा है। सायन कुणाल एक जिम्मेदार पति की तरह हमेशा शांभवी के साथ खड़े नजर आते हैं। तो चलिए आज आपलोगों को बताते हैं कि सायन कुणाल कौन का काम करते हैं? उनकी क्वालिफिकेशन और डिग्री और क्या है?
सायन कुणाल कौन सा काम करते हैं? (Saayan Kunal Job)Bihar News: सायन कुणाल का जन्म 18 अगस्त 1996 को हुआ है। वह एक उद्यमी, समाजसेवी और लेखक हैं जो ज्ञान निकेतन स्कूल के वर्तमान डायरेक्टर भी हैं। सायन कुणाल बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले हैं। बता दें कि सायन कुणाल पूर्व आईपीएस आचार्य किशोर कुनाल के बेटे हैं। उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर पटना जलजमाव 2019 और कोविड-19 संकट के दौरान निस्वार्थ भाव से सेवा की थी ।
सायन कुणाल की क्वालिफिकेशन (Saayan Kunal Qualification)सायन कुणाल ने अपनी स्कूली शिक्षा पटना के प्रतिष्ठित ज्ञान निकेतन स्कूल से की। अपनी उद्यमशीलता की महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने एमिटी विश्वविद्यालय, नोएडा में प्रवेश लिया जो उनके दफ्तर के पास ही था। उन्होंने 2019 में बीबीए, एलएलबी (एच), सुम्मा कम लाउड डिग्री के साथ स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उन्हें कई अवसरों पर राष्ट्रपति भवन में आमंत्रित किया गया है।
फिलहाल वह विदेश से एलएलएम कोर्स करने की योजना बना रहे हैं। वह जब भी किसी गणमान्य व्यक्ति से मिलते हैं तो वंचितों से जुड़े कई अहम मुद्दा उठाते हैं।
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IIT पटना के हाइब्रिड कोर्स में ग्रेजुएशन के लिए नामांकन शुरू, JEE Main ही नहीं, ये परीक्षा देकर भी ले सकते हैं एडमिशन
जागरण संवाददाता, पटना। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) पटना के हाइब्रिड मोड में तीन वर्षीय स्नातक कार्यक्रम (पूर्णकालिक) में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जेईई मेन के स्कोर पर विद्यार्थी बीएससी (आनर्स) कंप्यूटर साइंस और डेटा एनालिटिक्स व बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) में नामांकन प्राप्त कर सकते हैं।
वे विद्यार्थी जो जेईई मेन में शामिल नहीं हुए हैं, उन्हें 30 जून को आयोजित आइआइटीपी-एसएटी प्रवेश परीक्षा में शामिल होना होगा। इसमें प्राप्त अंक के आधार पर नामांकन सुनिश्चित होगा।
न्यूनतम इतने मार्क्स जरूरीहाइब्रिड कोर्स की विस्तृत जानकारी वेबसाइट https://cet.iitp.ac.in/ पर उपलब्ध है। तीन वर्षीय यूजी हाइब्रिड प्रोग्राम के लिए बीएससी (ऑनर्स) के लिए साइंस स्ट्रीम में 12वीं और बीबीए के लिए सभी स्ट्रीम में न्यूनतम 60 प्रतिशत अंक होना चाहिए। इसके साथ अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य स्तरीय प्रवेश परीक्षा के स्कोर को भी वरीयता दी जाएगी।
जेईई, एनईईटी, सीयूईटी, बिटसैट, केवीपीवाई, एनटीएसई/इंस्पायर छात्रवृत्ति धारक, यूएस (एसएटी-1, एसएटी-2), यूके (बीएमएटी) की रैंक का भी लाभ विद्यार्थी उठा सकते हैं।
आइआइटी पटना के होंगे एलुमिनाईआइआइटी पटना प्रबंधन के अनुसार, हाइब्रिड मोड में नामांकन प्राप्त करने वाले विद्यार्थी संस्थान के एलुमिनाई होंगे। पासआउट होने पर उन्हें रेगुलर कोर्स के छात्रों की तरह सुविधाएं दी जाएंगी। शैक्षणिक कार्यक्रम में छात्रों को प्लेसमेंट और इंटर्नशिप का भी सहयोग मिलेगा।
आइआइटी पटना के निदेशक प्रो टीएन सिंह ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और डेटा साइंस दुनिया भर के उद्योगों में क्रांति लाने वाले महत्वपूर्ण कारक बनकर उभरे हैं।
प्रौद्योगिकी के बदलते हुए परिदृश्य और उद्योग जगत के कुशल संसाधनों की मांग को पूरा करने के उद्देश्य से आइआइटी पटना ने हाइब्रिड मोड में दो और तीन वर्षीय कोर्स आरंभ किए हैं।
उन्होंने कहा कि इससे फ्लेक्सिबल लर्निंग की सुविधा मिलेगी। नई शिक्षा नीति के तहत मल्टी एग्जिट का भी विकल्प मिलेगा।
पीजी स्तर के कोर्स भी हाइब्रिड मोड मेंहाइब्रिड मोड में एमटेक-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस इंजीनियरिंग, एक्जीक्यूटिव एमटेक-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डेटा साइंस इंजीनियरिंग, एक्जीक्यूटिव एमटेक-कंप्यूटर साइंस व इंजीनियरिंग तथा एक्जीक्यूटिव एमबीए- (डुअल स्पेशलाइजेशन) में नामांकन की विस्तृत जानकारी वेबसाइट पर अपलोड है।
एमटेक के लिए पात्रता बीटेक, बीई, एमएससी, एमसीए या संबंधित क्षेत्र की स्नातक स्तरीय उपाधि होनी चाहिए। एक्जीक्यूटिव एमटेक के लिए पात्रता अलग है।
यह कार्यक्रम कामकाजी पेशेवरों के लिए डिजाइन किया गया है। इच्छुक पेशेवर के पास बीटेक, बीई, एमएससी, एमसीए या संबंधित क्षेत्र की डिग्री होनी चाहिए।
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चेक रिपब्लिक के नागरिक को 15 दिन के अंदर देश छोड़ने का आदेश, नेपाल के रास्ते आया था भारत
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राज्य ब्यूरो, पटना। भारत में घुसपैठ करने के मामले में पटना हाई कोर्ट ने चेक रिपब्लिक के नागरिक को 15 दिनों के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है।
न्यायाधीश बिबेक चौधरी की एकल पीठ ने कॉस्परेक पेट्र की याचिका पर सुनवाई करते हुए चेक रिपब्लिक के दूतावास को उसे स्वदेश वापस भेजने के संबंध में कार्रवाई का आदेश दिया है।
याचिकाकर्ता की ओर से कोर्ट को बताया गया कि साइबर अपराध का शिकार होने के बाद प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए कॉस्पेरक भारत में प्रवेश कर गया।
रक्सौल से किया गया था गिरफ्तारनेपाल होकर भारत में प्रवेश के दौरान उसे रक्सौल (हरैया आउट पोस्ट) में वैध वीजा नहीं होने के आधार पर पुलिस ने उसके गिरफ्तार कर लिया। विदेशी कानून की धारा 14/14ए/14बी के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए उसकी गिरफ्तारी हुई थी।
रक्सौल मजिस्ट्रेट ने दी थी 2 साल की सजाकोर्ट को बताया गया कि रक्सौल के मजिस्ट्रेट ने आवेदक को दोषी ठहराते हुए दो वर्ष कारावास और दस हजार अर्थदंड की सजा दी। इस सजा को अपील दायर करके चुनौती दी गई, लेकिन अपील निरस्त हो गई।
सजा की वैधता को हाईकोर्ट में दी थी चुनौतीयाचिकाकर्ता ने सजा की वैधता को पटना हाईकोर्ट के समक्ष चुनौती दी। कोर्ट ने निचली अदालतों की सजा को निरस्त करते हुए कहा कि बगैर वैध वीजा के भारत में रहना अवैध है।
हाईकोर्ट ने चेक गणराज्य दूतावास को दिया ये आदेशहाईकोर्ट ने नई दिल्ली स्थित चेक गणराज्य के दूतावास को सात दिनों के भीतर तत्काल आवेदक का चार्ज लेकर उसे दूतावास में रखने का आदेश दिया है। उसके बाद 15 दिनों के भीतर आवेदक को दूतावास की सहायता से उसके देश वापस भेजने का आदेश दिया है।
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Bihar Niyojit Teacher: नियोजित शिक्षकों को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका, कहा- नौकरी छोड़िए या सक्षमता परीक्षा दीजिए
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के सरकारी स्कूलों में पढ़ाने वाले नियोजित शिक्षकों को बड़ा झटका देते हुए स्पष्ट किया कि सरकार के नियमों के अनुसार नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा देनी होगी। यदि वे नियमों के अनुसार नहीं चलते हैं तो उन्हें नौकरी छोड़ देनी चाहिए।
नौकरी छोड़िए या सक्षमता परीक्षा दीजिएसुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीवी नागरत्ना एवं जस्टिस उज्जल भूयान की वैकेशन बेंच ने गुरुवार को परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ और बिहार प्रारंभिक शिक्षक संघ की याचिका को निरस्त करते हुए यह निर्णय सुनाया। सुप्रीम कोर्ट के जज ने कहा कि या तो आपलोग नौकरी छोड़ दीजिए या नहीं तो फिर सक्षमता परीक्षा पास करिए।
चार लाख नियोजित शिक्षकों के लिए बड़ा झटकाप्रारंभिक शिक्षक संघों द्वारा सक्षमता परीक्षा को रद्द करने की मांग की गई थी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले अप्रैल में पटना हाई कोर्ट के भी याचिकाकर्ताओं की इस तरह की मांग निरस्त कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट के इस निर्णय से बिहार के लगभग चार लाख नियोजित शिक्षकों को बड़ा झटका लगा है।
नई शिक्षक नियमावली के अनुसार, नियोजित शिक्षकों को अगर राज्यकर्मी का दर्जा प्राप्त करना है तो उन्हें सक्षमता परीक्षा पास करनी होगी, जिसके लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) की ओर से सक्षमता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है।
अपने कौशल को बेहतर करने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिएकोर्ट ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माण में आपलोग एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन स्थितियों के दृष्टिगत उन्हें अपने कौशल को बेहतर बनाने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। बता दें कि बिहार सरकार ने पहले ही स्पष्ट किया है कि सक्षमता परीक्षा पूरी तरह वैकल्पिक है। परीक्षा पास करने वाले नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा, बीपीएससी शिक्षकों के समान वेतन और अन्य सुविधाएं मिलेंगी।
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बिहार में मानसून की पहली बारिश का कहर, आकाशीय बिजली की चपेट में आने से बच्ची सहित 5 लोगों की मौत
जागरण टीम, पटना। बिहार के पटना सहित कई जिलों में गुरुवार को भारी बारिश दर्ज की गई। मानसून की पहली बारिश में आकाशीय बिजली गिरने की घटनाएं हुई, जिसकी चपेट में आने से 5 लोगों की मौत हो गई है। वज्रपात की चपेट में आने से औरंगाबाद में दो और कैमूर, वैशाली व पूर्वी चंपारण में एक-एक मौत हो गई।
मृतकों में औरंगाबाद जिले के टंडवा थाना क्षेत्र के बुधन बिगहा गांव के 58 वर्षीय जीतन यादव और 55 वर्षीय लल्लू यादव शामिल हैं। टंडवा थाना अध्यक्ष रामजी प्रसाद ने बताया कि दोनों का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया गया है।
कैमूर में किशोर की मौतकैमूर के मोहनियां अनुमंडल के कुढ़नी थाना क्षेत्र के बहुआरा गांव में वज्रपात से सरोज राय के 15 वर्षीय बेटे विवेक राय की मौत हो गई। वह वर्षा के दौरान छत से जल निकासी की पाइप को साफ कर रहा था।
सीओ दिलीप कुमार ने बताया कि कुढ़नी थानाध्यक्ष ने पोस्टमार्टम की प्रक्रिया करा दी है। मृतक के पिता को आपदा राहत के तहत तय मुआवजा राशि दी जाएगी।
वैशाली में युवक की मौतवैशाली के हाजीपुर सदर प्रखंड के बराटी थाना क्षेत्र के बिशनपुर राम गांव में खेत में काम कर रहे 30 वर्षीय धीरज कुमार की वज्रपात से मौत हो गई। पिता अर्जुन पासवान ने बताया कि गत 27 मई को ही उसकी शादी हुई थी।
पूर्वी चंपारण में 8 साल की बच्ची की मौतपूर्वी चंपारण के पीपरा थाना क्षेत्र के सरियतपुर गांव में ठनका गिरने से आठ वर्षीय बच्ची ब्यूटी कुमारी उर्फ सुरुचि कुमारी की मौत हो गई। वहीं, ब्यूटी की सहेली रेशमी कुमारी गंभीर रूप से घायल हो गई। दोनों राजकीय मध्य विद्यालय सरियतपुर खां टोला से छुट्टी होने के बाद घर आ रही थीं।
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जागरण संवाददाता, पटना। छिटपुट बारिश के बीच खासकर राजधानी पटना में गुरुवार को मानसून की पहली झमाझम बारिश हुई। तेज हवा व गरज-तड़क के साथ पटना में सर्वाधिक बारिश 43.0 मिमी दर्ज की गई। उमस के बाद पटना में इंद्रदेव मेहरबान दिखे। राहत की बूंदों से राजधानी तर-बतर हो गई।
बारिश के कारण जहां एक ओर तापमान में गिरावट आई तो दूसरी ओर लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली है। प्रदेश के दरभंगा, बेतिया, मोतिहारी, नवादा समेत अन्य जगहों पर बारिश से मौसम सामान्य बना रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार शुक्रवार को पटना सहित प्रदेश के सभी भागों में गरज-तड़क के साथ हल्की बारिश की संभावना है। जबकि, पूर्वी व पश्चिम चंपारण में मेघ गर्जन के साथ भारी बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।
गुरुवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, 41.3 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। दक्षिण-पश्चिम मानसून की उत्तरी सीमा पटना से होकर आगे की ओर बढ़ रही है।
दो से तीन दिनों के दौरान मानसून का प्रसार प्रदेश के सभी जिलों के साथ झारखंड की ओर बढ़ेगा। इसके प्रभाव से प्रदेश के सभी स्थानों पर छिटपुट व हल्की बारिश की संभावना है।
बीते 24 घंटों के दौरान उत्तरी भागों के अधिसंख्य भागों में झमाझम बारिश दर्ज की गई। पश्विम चंपारण के रामनगर में सर्वाधिक बारिश 108.2 मिमी दर्ज की गई। जून में बारिश की स्थिति सामान्य से 58 फीसद कम है।
इन जगहों पर दर्ज की गई बारिश
बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बारिश हुई। गाेपालगंज में 91.4 मिमी, सुपौल के बौसा में 85.6 मिमी, मुजफ्फरपुर के सरिया में 66.4 मिमी, सुपौल में 64.2 मिमी, किशनगंज के बहादुरगंज में 54.2 मिमी बारिश दर्ज की गई।
वहीं, शिवहर के पीपराही में 47.4 मिमी, किशनगंज के टेढ़ागाछ में 46.4 मिमी, मुजफ्फरपुर के कुढ़नी में 36.8 मिमी, वैशाली में 35.4 मिमी, मुजफ्फरपुर के रेवाघाट में 32.2 मिमी, सुपौल के निर्मली में 27.6 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इसके अलावा, गुरुवार को गया में 4.3 मिमी, भागलपुर में चार मिमी, मुजफ्फरपुर में 2.3 मिमी, छपरा में 1.5 मिमी, भोजपुर में 4.6 मिमी, औरंगाबाद में 6.6 मिमी, अरवल में 6.3 मिमी, मुंगेर में 5.9 मिमी बारिश दर्ज की गई।
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'मुझे अंदेशा है कि नीतीश कुमार के साथ...' अश्विनी चौबे के बयान से बड़ी JDU की टेंशन; पप्पू यादव ने BJP को लेकर कर दिया ये दावा
एएनआई, नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) की तैयारी शुरू हो चुकी है। राज्य में अपनी परफॉर्मेंस को और बेहतर बनाने में जुटी भाजपा ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर प्रतिक्रिया दी। भाजपा की केंद्रीय नेतृत्व ने साफ कर दिया है कि आगामी विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार की लीडरशिप में ही एनडीए लड़ने वाली है।
अश्विनी चौबे के बयान से बड़ी जेडीयू की टेंशनहालांकि, भाजपा के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने एक ऐसा बयान दिया, जिससे जेडीयू का खेमा परेशान है।
उन्होंने कहा,"इस बार बिहार में एनडीए भाजपा के नेतृत्व में चुनाव लड़े और भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बननी चाहिए। पूर्ण बहुमत के साथ भाजपा अकेले दम पर आए और एनडीए को भी आगे बढ़ाए।’ चौबे ने नीतीश कुमार को लेकर कहा कि वो उनके साथ थे, हैं और रहेंगे।"
अश्विनी चौबे के इस बयान पर पूर्णिया में निर्दलीय सांसद चुने जाने वाले पप्पू यादव ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के साथ दिक्कत यह है कि वह अपनी पहचान और विचारधारा से समझौता नहीं कर पा रहे हैं। सबका अपना स्वभाव है।
#WATCH | Delhi: Lok Sabha MP from Purnea, Pappu Yadav says, "... The problem with Nitish Kumar is that he is unable to compromise with his identity and ideology... We feel that there might be a conspiracy against Nitish Kumar by his people. Some of Nitish Kumar's people are more… pic.twitter.com/62CWP30rZQ
— ANI (@ANI) June 27, 2024नीतीश कुमार के कुछ लोग भाजपा के साथ: पप्पू यादवराजद के साथ थे, तभी भी उनको कुछ दिक्कतें हुई। नीतीश कुमार एक अच्छे लीडर हैं। हमें लगता है कि नीतीश कुमार के खिलाफ उनके लोगों द्वारा साजिश हो सकती है। नीतीश कुमार के कुछ लोग भाजपा के साथ हैं।"
पप्पू यादव ने आगे भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा ने नीतीश कुमार के बारे में काफी बुरा-भला बोला है। मुझे इस बात का अंदेशा है कि नीतीश कुमार के साथ रहने वाले लोग उन्हें धोखा न दे दें। भाजपा नेता सम्राट चौधरी उनके (नीतीश कुमार) बेटे के समान हैं, लेकिन उन्हें नीतीश जी कहते हैं। बिहार भाजपा नीतीश कुमार के खिलाफ है।
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पटना और दानापुर से आनंद विहार के लिए 29 जुलाई तक स्पेशल ट्रेन, जानिए रूट और टाइमिंग
जागरण संवाददाता, पटना। यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे ने पटना एवं दानापुर से आनंद विहार के लिए चलाई जा रही स्पेशल ट्रेन का परिचालन 29 जुलाई तक किया जाएगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार पटना-आनंद विहार सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन का परिचालन चार जुलाई से 28 तक किया जाएगा।
प्रत्येक रविवार एवं गुरुवार को पटना जंक्शन से 22.20 बजे स्पेशल ट्रेन खुलेगी, जो अगले दिन 15 बजे आनंद विहार पहुंचेगी। वापसी में यही गाड़ी आनंद विहार-पटना सुपर फास्ट स्पेशल (Anand Vihar Patna Train) गाड़ी 5 जुलाई से 29 जुलाई तक प्रत्येक सोमवार एवं शुक्रवार को आनंद विहार से रवाना होगी।
यह ट्रेन आनंद विहार से 23.20 बजे प्रस्थान करेगी, जो अगले दिन 17.20 बजे पटना जंक्शन पहुंचेगी। अप एवं डाउन में यह ट्रेन दानापुर, आरा, बक्सर, डीडीयू, प्रयागराज एवं कानपुर सेंट्रल स्टेशनों पर रुकेगी।
पटना-आनंद विहार सुपर फास्ट ट्रेन का शेड्यूलवहीं, पटना-आनंद विहार सुपर फास्ट स्पेशल ट्रेन का परिचालन 6 जुलाई से 27 जुलाई तक किया जाएगा। यह ट्रेन प्रत्येक शनिवार को चलाई जाएगी। सुपर फास्ट ट्रेन पटना से 22.20 बजे रवाना होगी, जो अगले दिन 15 बजे आनंद विहार पहुंचेगी।
वापसी में यही गाड़ी आनंद विहार से पटना के लिए सात जुलाई से 28 तक चलाई जाएगी। आनंद विहार से यह ट्रेन प्रत्येक रविवार को पटना के लिए रवाना होगी। अप एवं डाउन में इस ट्रेन का ठहराव दानापुर, आरा, बक्सर में रुकेगी।
दानापुर-आनंद विहार सुपरफास्ट ट्रेनदानापुर-आनंद विहार सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन का परिचालन सात जुलाई से 28 तक किया जाएगा। यह ट्रेन प्रत्येक रविवार को चलाई जाएगी। इस ट्रेन को दानापुर से 7.30 बजे रवाना किया जाएगा।
वापसी में यह ट्रेन आठ जुलाई से 29 जुलाई तक प्रत्येक सोमवार को चलाई जाएगी। आनंद विहार से यह ट्रेन 5 बजे प्रस्थान करेगी, जो 20.45 बजे दानापुर पहुंचेगी।
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Bihar Politics: 'तेजस्वी यादव के MLA जान से मारने की...', लालू के लाल पर भड़के डिप्टी CM विजय सिन्हा
राज्य ब्यूरो, पटना। Vijay Sinha On Tejashwi Yadav उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि इंटरनेट मीडिया एक्टिविस्ट बनने की जगह तेजस्वी यादव को अपने आसपास देख लेना चाहिए। उनकी पार्टी से लेकर निजी सहयोगियों तक में स्वयं को अव्वल दर्जे का जालसाज, रंगदार और आरोपी बनने की होड़ मची है।
उन्होंने कहा कि अभी कुछ दिनों पहले उनके सरकारी आप्त सचिव के तार नीट प्रश्नपत्र लीक मामले से जुड़े प्रमुख आरोपी से जुड़े होने की खबर से लोग उबरे भी नहीं थे कि इधर उनकी पार्टी की एक विधायक और एक बड़बोले प्रवक्ता की सरेआम गुंडागर्दी लोगों के सामने आ गई है।
'तेजस्वी के विधायक जान से मारने की धमकी देते हैं'उन्होंने कहा कि जिला परिषद सदस्य जैसे एक जनप्रतिनिधि को तेजस्वी के विधायक और पार्टी के प्रवक्ता जान से मारने की धमकी देते हैं। जनप्रतिनिधियों को जबरन अपने आवास में कैद करते हैं और जिला परिषद अध्यक्ष के चुनाव को गलत तरीके प्रभावित करने का प्रयास करते हैं।
उन्होंने कहा कि नैतिकता और ईमानदारी का आवरण ओढ़ने से पहले तेजस्वी यादव अपने घर की सफाई करें। आज का बिहार उनके द्वारा पोषित अराजक तत्वों को अब बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है।
'तेजस्वी बताएं कि राजद राज में शाम ढलते ही...'जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने गुरुवार को कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव यह बताएं कि राजद के राज में शाम ढलते ही लोग घर से निकलने में क्यों डरते थे? नेता प्रतिपक्ष अगर एक बार भी ईमानदारी से अपने माता-पिता के राज से बिहार के वर्तमान स्थिति की तुलना कर लें तो उन्हें कुशासन और सुशासन के बीच का अंतर समझ में आ जाएगा।
राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव को यह पता होना चाहिए कि राजद के राज में सरकार समर्थित माफियाओं का आतंक इतना अधिक था कि न्यायालय को परेशान होकर उस शासनकाल को जंगलराज कहना पड़ा था।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि झूठ और दुष्प्रचार को राजनीति मान चुके तेजस्वी यादव को बयान देने के पहले तथ्यों को जानना चाहिए।
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Bihar Police Bharti: परीक्षा से 4 दिन पहले लीक हुआ था सिपाही भर्ती का प्रश्न-पत्र, संजीव मुखिया मास्टरमाइंड
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Police Paper Leak पिछले साल एक अक्टूबर को ली गई बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्न-पत्र परीक्षा से चार दिन पूर्व ही लीक हो गया था। हाल ही में नीट और शिक्षक भर्ती परीक्षा का प्रश्न-पत्र लीक करने के आरोपित नालंदा का संजीव मुखिया ही सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक का भी मुख्य आरोपित है।
इस मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने पूरे मामले का उद्भेदन कर दिया है। इस मामले में पुलिस ने सात आरोपितों को गिरफ्तार किया है। वहीं बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक में पूर्व से गिरफ्तार संजीव मुखिया के बेटे समेत सात आरोपितों को पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया गया है।
संजीव मुखिया की गिरफ्तारी पर रोक होने से उसे नहीं पकड़ा जा सका है। ईओयू के अनुसार, परीक्षा का आयोजन करने वाली केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने प्रश्न-पत्र की प्रिंटिंग, पैकेजिंग एवं जिला कोषागार तक प्रश्न-पत्र एवं अन्य गोपनीय सामग्री पहुंचाने की जिम्मेवारी कोलकाता की कैलटेक्स मल्टीवेंचर प्राइवेंट लिमिटेड को दी गई थी।
जांच में पता चला कि यह एक छद्म (शेल) कंपनी है। इस कंपनी का बस एक कमरे का कार्यालय है, जहां कोई कर्मी तक नहीं था। कंपनी की अपनी कोई प्रिंटिंग प्रेस, वेयर हाउस या लाजिस्टिक व्यवस्था भी नहीं है। इस कंपनी ने सिपाही भर्ती परीक्षा से जुड़े सारे काम आपराधिक षड्यंत्र के तहत ब्लेसिंग सेक्योर्ड प्रेस प्राइवेट लिमिटेड के जरिए आउटसोर्सिंग कर कराए।
यह कोलकाता के गिरफ्तार अभियुक्त कौशिक कर की कंपनी है। वह इसके पूर्व भी उत्तरप्रदेश और अरुणाचल प्रदेश में ली गई परीक्षाओं के पेपर लीक का आरोपित रहा है और जेल भी जा चुका है।
बिना लॉक और सुरक्षा के खुली गाड़ी में भेजे गए प्रश्न-पत्रईओयू के अनुसार, केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती), पटना से परीक्षा के प्रश्न-पत्र एवं गोपनीय सामग्रियों को प्रेस से जिला कोषागार तक भेजने में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का अनुपालन नहीं किया गया। खुली गाडि़यों में बिना सील लाक और सुरक्षाकर्मी के प्रेस से डीपी वर्ल्ड एक्सप्रेस लाजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के कोलकाता स्थित वेयर हाउस में भेजा गया।
फिर प्रश्न-पत्र एवं गोपनीय सामग्रियों को जिला कोषागार न पहुंचाकर, पटना स्थित डीपी वर्ल्ड एक्सप्रेस लाजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड के पटना स्थित वेयर हाउस में अनलोड किया गया। फिर वहां से जिला कोषागारों में गोपनीय सामग्रियों को भेजने के लिए जेनिथ लॉजिस्टिक को आउटसोर्स किया गया।
पटना में छह घंटे से ज्यादा गाड़ी रोककर उड़ाए प्रश्न-पत्रजांच में पता चला कि प्रश्न-पत्रों को ले जाने वाली गाड़ियां जिला कोषागरों में जाने के क्रम में कई जगह रुकते हुए पहुंची। इस दौरान जीपीएस की मानीटरिंग भी नहीं की गई। मोतिहारी जिला ले जाने वाली गाड़ी पटना के डीपी वर्ल्ड लाजिस्टिक एंड एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के वेयरहाउस में लोड होने के बाद छह घंटे से ज्यादा समय तक पटना में ही रुकी रही जहां संजीव मुखिया के संगठित पेपर लीक गिरोह के सदस्यों ने प्रश्न-पत्र गायब किए।
इसके लिए जेनिथ लॉजिस्टिक एंड एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड के मुंशियों रमेश कुमार और राहुल पासवान को नौकरी एवं पैसे का प्रलोभन देकर बक्सों और लिफाफे खोलकर परीक्षा से चार दिन पहले प्रश्न-पत्र प्राप्त कर लिया गया। प्रश्न-पत्रों की फोटो खींचने के बाद इसे साल्व किया गया और अभ्यर्थियों से पैसे लेकर इनकी उत्तर-कुंजी उपलब्ध कराई गई।
इस संबंध में कंपनी के पटना स्थित वेयर हाउस में लगे सीसीटीवी फुटेज, गाडि़यों में लगे जीपीएस और ड्राइवरों के मोबाइल नंबर का सीडीआर विश्लेषण कर साक्ष्य इकट्ठा किए गए हैं।
दो अक्टूबर को रद्द कर दी गई थी परीक्षाकेंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) के द्वारा 21 हजार 391 सिपाही के पदों के लिए परीक्षा आयोजित की थी। इसके लिए करीब 18 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा फार्म भरे थे। एक अक्टूबर को दो पालियों में परीक्षा ली गई थी मगर परीक्षा से पहले ही प्रश्न-पत्र की उत्तर कुंजी (एंसर-की) वाट्सएप, फेसबुक जैसे इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई। इसके बाद दो अक्टूबर को न केवल एक तारीख को ली गई परीक्षा को रद कर दिया गया बल्कि सात और 15अक्टूबर को होने वाली परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया था।
इनकी 26 जून को हुई गिरफ्तारीकौशिक कुमार कर, नवाबगंज, नार्थ 24 परगना, पश्चिम बंगाल। सौरभ बंदोपाध्याय, सेक्टर आई, जानकीपुरम, लखनऊ। सुमन बिस्वास, न्यू बैरकपुर, कोलकाता। संजय दास, वाईलेन गुरुलिया, नार्थ 24 परगना, पश्चिम बंगाल। (सभी निदेशक काल्टेक्स मल्टीवेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड, कोलकाता)
यह पांच जून को हुए गिरफ्तारनालंदा के दीपनगर के अश्विनी रंजन उर्फ सोनी, नालंदा के नगरनौसा के विक्की कुमार, रोहतास के नटवार के अनिकेत उर्फ बादशाह। (सभी संजीव मुखिया गिरोह के सदस्य)
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New Criminal Laws: बिहार में 3 दिन बाद बदल जाएगा कानून, पुलिस करेगी ये सारे काम, आप भी पढ़ लें अपने अधिकार
राज्य ब्यूरो, पटना। New Criminal Laws एक जुलाई से लागू होने वाले तीन नए कानूनों में कई अहम बदलाव किए गए हैं। बदलते दौर को देखते हुए पुलिस अनुसंधान में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ाया गया है। इसके साथ ही अभियुक्तों की गिरफ्तारी में भी कई शर्तें जोड़ी गई हैं।
ऐसे मामले जिनमें तीन साल से कम सजा का प्रविधान है, उसमें गिरफ्तारी के लिए कम से कम डीएसपी रैंक के अधिकारी की अनुमति जरूरी होगी। इसके अलावा शारीरिक रूप से कमजोर और 60 वर्ष से अधिक आयु के लाेगों को भी गिरफ्तार करने के लिए डीएसपी की अनुमति अनिवार्य होगी।
नए कानून में जोड़ी गई ये भी बातकिसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने पर पुलिस को इसकी सूचना उसके परिजन, मित्र या नामित व्यक्ति को देनी की अनिवार्यता भी नए कानून में जोड़ी गई है।
इसी तरह 15 साल से कम या 60 साल से अधिक आयु के व्यक्ति, महिला या दिव्यांग और गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को भी पुलिस थाने में उपिस्थत होने के लिए बाध्य नहीं कर सकेगी। हथकड़ी का इस्तेमाल भी गंभीर अपराधों में ही किया जा सकेगा।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कोर्ट कर सकेगा सुनवाईनए कानून लागू होने के बाद न्यायालय भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से केस की सुनवाई की जा सकेगी। किसी भी तलाशी या जब्ती के दौरान पुलिस पदाधिकारियों को वीडियोग्राफी करना अनिवार्य होगा।
गवाहों के बयान जो अब तक लिखित रूप में लिए जाते थे, उसकी भी ऑडियो-वीडियो रिकार्डिंग की जाएगी। इलेक्ट्रानिक रिकार्ड की मान्यता भी दस्तावेजों की तरह ही होगी। सात वर्ष या इससे अधिक सजा वालो मामलों में पुलिस को फारेंसिंक टीम की सहायता लिया जाना अनिवार्य कर दिया गया है।
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प्रभु राम के बाद माता सीता के ध्यान में लगे PM मोदी, नीतीश कुमार के सांसद से कर दिया ये वादा
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi सीतामढ़ी स्थित मां जानकी के प्राक्ट्य स्थल को विकसित कर वहां भव्य मंदिर के निर्माण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने गुरुवार जदयू सांसद देवेशचंद्र ठाकुर (Devesh Chandra Thakur) को भरोसा दिया।
जदयू के सभी सांसदों ने जदयू (JDU) संसदीय दल के नेता दिलेश्वर कामत और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के नेतृत्व में प्रधानमंत्री से उनके संसद स्थित कक्ष में भेंट की।
देवेश चंद्र ठाकुर ने मां जानकी मंदिर का मसला उठाते हुए कहा कि अगर वहां भव्य मंदि्र बन जाए और पर्यटकीय सुविधाओं का विकास हो जाएगा तो बड़ी संख्या में वहां लोग पहुंचेंगे। इससे क्षेत्र का भी विकास होगा।
इन समस्याओं को लेकर भी सांसदों ने रखी अपनी बातइसके अलावा, उन्होंने वैशाली, बोधगया और सिख सर्किट के विकास पर भी अपनी बात रखी। रीगा चीनी मिल मसले पर भी बात कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विषय से जुड़े कागजात के साथ वह उनसे मिलें। कुछ सांसदों ने अपने इलाके में रेल व पानी से जुड़ी समस्याओं पर बात की।
ललन सिंह (Lalan Singh) ने जदयू सांसदों से प्रधानमंत्री की मुलाकात के संबंध में अपने एक्स हैंडल पर लिखा कि प्रधानमंत्री से शिष्टाचार भेंट के दौरान नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में हो रहे विकास कार्यों के विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा हुई।
जदयू सांसदों ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में पूरी निष्ठा से समर्पित रहने का संकल्प दोहराया।
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Bihar Politics: बिहार आए विनोद तावड़े को करारा झटका, मीटिंग में नहीं पहुंचे BJP के हारे तीन प्रत्याशी
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar BJP Vinod Tawde लोकसभा चुनाव में भाजपा की पांच समेत राजग की नौ सीट गंवाने के बाद गुरुवार को पटना पहुंचे बिहार प्रभारी विनोद तावड़े को करारा झटका लगा है। बिहार प्रभारी के बुलावे पर पार्टी के हारे हुए तीन सांसद नहीं आए।
इसमें आरा से प्रत्याशी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह, औरंगाबाद के पूर्व सांसद सुशील सिंह एवं पाटलिपुत्र के पूर्व सांसद राम कृपाल यादव के नाम सम्मिलित हैं।
वहीं, बतौर प्रदेश महामंत्री दो प्रत्याशी बक्सर से चुनाव हारे मिथिलेश तिवारी एवं सासाराम से मुंह की खाने वाले शिवेश राम तावड़े के समक्ष उपस्थित हुए। दोनों ने अपनी-अपनी हार के कारणों से प्रभारी को अवगत कराया।
22 दिन बाद आए प्रदेश प्रभारी पहुंचे पटनाचुनाव परिणाम के 22 दिन बाद प्रदेश प्रभारी पटना पहुंचे थे। इस दौरे का मकसद लोस चुनाव परिणाम की समीक्षा है। इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा जीती हुई अपनी पांच सीटें गवां दी है। औरंगाबाद, पाटलिपुत्र, सासाराम, आरा और बक्सर लोकसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों की हार हुई है। हार के पीछे की कई वजहें हैं।
अपनों ने ही दिया झटकाअबकी बार बिहार में भाजपा 17 सीटों पर प्रत्याशी दी थी। इनमें से 12 लोस सीटों पर जीत मिली। पांच प्रत्याशी चुनाव हार गए। हारे हुए प्रत्याशी, रामकृपाल यादव, शिवेश राम, आरके सिंह, मिथिलेश तिवारी और सुशील कुमार सिंह को पटना बुलाया गया था, लेकिन इनमें तीन प्रत्याशी बैठक में शामिल होने नहीं पहुंचे।
दो प्रत्याशियों ने संगठन के कई नेताओं ने पर भीतरघात का आरोप मढ़ा। इस वजह से उनकी हार हुई। इसके बाद पार्टी के प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक ली।
भाजपा के मंत्रियों पांच बिंदु पर दिया टास्कहारे हुए प्रत्याशियों से फीडबैक लेने के बाद तावड़े ने नीतीश सरकार में सम्मिलित भाजपा कोटे के मंत्रियों की बैठक ली। इस दौरान पांच बिंदुओं पर काम करने का टास्क दिया। इसमें दो-दो महत्वाकांक्षी योजना को चिह्नित कर सीधे जनता से संवाद कायम करने।
संगठन से जुड़े पार्टी पदाधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित शिकायत का समाधान कराने। रोस्टर बनाकर हर किसी एक जिले का दौर करने के अलावा जिलों में पार्टी पदाधिकारियों एवं प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए।
पांच जुलाई को केंद्र सरकार में एनडीए के सभी मंत्रियों के अभिनंदन समारोह में सहभागिता के अतिरिक्त 12 जुलाई को होने वाली पार्टी की बड़ी बैठक में तैयारी के निर्देश दिए।
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Bihar Politics: '...तो BJP शून्य पर आउट हो जाती', भाजपा के कद्दावर नेता का बयान; नीतीश कुमार का लिया नाम
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद (RJD) ने दावा किया है कि यदि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) एनडीए में नहीं होते तो भाजपा लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) में बिहार में शून्य पर आउट होती। भाजपा नेता संजय पासवान की टिप्पणी के बाद राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने यह दावा किया।
संजय पासवान ने कहा था कि नीतीश भाजपा के साथ न होते तो भाजपा का चुनाव में खाता तक नहीं खुलता। भाई वीरेंद्र (RJD Leader Bhai Virendra) ने दावा किया कि यदि नीतीश कुमार महागठबंधन में होते तो आईएनडीआईए बिहार में 40 की 40 सीटों पर चुनाव जीतता।
'सच बात मुंह से निकल ही जाती है'संजय पासवान (Sanjay Paswan Bihar BJP) के बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा उन्होंने जो भी कहा वह सच कहा है। सच बात मुंह से निकल ही जाती है।
उन्होंने भाजपा के खिलाफ तेवर दिखाते हुए कहा इस देश की जनता ने नफरत फैलाने वालों, मंदिर की राजनीति करने वालों को सबक सिखाया है।
अपराध को लेकर नेता प्रतिपक्ष का तंज, सवाल पूछना भी अपराधबिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) प्रदेश में अपराध को लेकर लगातार सरकार पर हमलावर है। गुरुवार को एक बार फिर उन्होंने तेवर दिखाए और कहा कि बिहार में ट्रबल इंजन सरकार में डबल अपराध के डरावने दृश्य दिख रहे हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने एक्स पर विभिन्न आपराधिक घटनाओं को जोड़ते हुए एक पोस्ट डाली और कहा कि बिहार में सरकारी अपराधी कब, किसे, कहां, क्यों और कैसे मार दें, इसकी गारंटी यमराज भी नहीं दे सकते।
उन्होंने तंज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से इस मंगलमय जंगलराज पर सवाल करना भी अपराध की श्रेणी में आता है। यह पहला मौका नहीं है जब तेजस्वी अपराध को लेकर सरकार पर हमलावर हुए हैं। इससे पहले भी लगातार इस मुद्दे पर आवाज उठाते रहे हैं।
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सावधान! Smart Meter मीटर रिचार्ज के नाम पर हो रही धांधली, इधर बैलेंस अपडेट करने के लिए भरी डिटेल; उधर कट गए 6 लाख
संवाद सहयोगी, दानापुर। Smart Meter Recharge बिजली ऑफिस का कर्मचारी बता स्मार्ट मीटर चार्ज करने की झांसे में लेकर साइबर बदमाशो ने एक व्यक्ति के खाते से करीब 6 लाख रुपये उड़ा लिए। इस बाबत पीड़ित ने साइबर थाने में मामला दर्ज कराया है।
बताया जाता है कि बीबीगंज निवासी पीड़ित संतोष गुप्ता को दो दिन पहले रात में एक नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बिजली ऑफिस का कर्मचारी बताया और कहा कि आपने स्मार्ट मीटर का रिचार्ज नहीं कराया है, जिससे आपकी लाइट काटी जा रही है।
पीड़ित को एक ऐप डाउनलोड करने की दी सलाहइतना सुनना के बाद पीड़ित ने मीटर रिचार्ज रहने और अभी भी बैलेंस होने की बात कही। जिसके बाद उसने बिल और मीटर अपडेट नहीं होने की झांसा देकर वाट्सऐप पर बिजली विभाग का ऐप भेजने और उसे डाउनलोड कर डिटेल भरने की बात कही।
इसमें कन्जूमर आईडी और मोबाइल नंबर डालना था। ऐप इंस्टाल करते ही 13 रुपये का रिचार्ज का ऑप्शन आया। जिसमें उन्होने डेबिट कार्ड का नंबर डाल दिया। इसके कुछ ही देर के बाद से बदमाशों ने उनके बैंक खाते से करीब 6 लाख रुपये की निकासी कर लिया।
करायपरसुराय में स्मार्ट मीटर लगना शुरूकरायपरसुराय प्रखंड में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाने संबंधित कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। वर्ष 2025 तक ग्यारह हजार विद्युत उपभोक्ताओं के घरों पर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाने का लक्ष्य निश्चित है जिसे पूरा किया जाएगा।
कनीय विद्युत अभियंता ने बताया कि मीटर लगाए जाने का कार्य इंटेलिस मार्ट सर्विस लिमिटेड के द्वारा किया जा रहा है। बताया कि करायपरसुराय बाजार में चार विद्युत उपभोक्ताओं के यहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाकर इसकी शुरुआत कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2025 तक ग्यारह हजार विद्युत उपभोक्ताओं के यहां प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित है, जिसे पूरा किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इसके बारे में लोगों को जागरूक करने को लेकर विभिन्न वाहनों से ग्रामीण क्षेत्रों तथा बाजारों में प्रचार प्रसार किया जा रहा है तथा इसके फायदे के बारे में बताया जा रहा है।
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