Bihar News
Khan Sir News: खान ग्लोबल स्टडीज के X अकाउंट की जांच कर ही पुलिस, हेल्थ पर भी आया अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। खान ग्लोबल स्टडीज (Khan Global Studies) नामक एक्स हैंडल पर खान सर (Khan Sir News) की रिहाई की मांग करते हुए भड़काऊ पोस्ट करने वाले हैंडलर (पोस्ट लिखने वाले) के खिलाफ केस दर्ज करने के बाद मामले की जांच की जा रही है। तकनीकी अनुसंधान कर इस पोस्ट के पीछे मंशा क्या थी? कहां से पोस्ट किया गया था? पता किया जा रहा है।
इस मामले में सचिवालय थाने में पुलिस ने अपने बयान पर प्राथमिकी की है। सचिवालय एसडीपीओ (प्रथम) डा. अनु कुमारी ने बताया कि मामले में कई बिन्दुओं पर जांच की जा रही है। इसके पूर्व पटना पुलिस पहले ही सफाई दे चुकी है कि खान सर को गिरफ्तार ही नहीं किया गया था। उनकी गिरफ्तारी का खंडन भी कर चुकी है।
आज डिस्चार्ज हो जाएंगे खान सर: डॉ. सतीश कुमारडॉ. प्रभात मेमोरियल हिरामती हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ. सतीश कुमार सिंह ने बताया कि खान सर के स्वास्थ्य में अब काफी सुधार है। सोमवार को उन्हें डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
शनिवार को सर्दी-खांसी व डिहाइड्रेशन के कारण उन्हें भर्ती किया गया था। पुलिस प्रशासन दो दिन में एक बार भी नहीं आया और न ही उन्हें पुलिस ने यहां भर्ती कराया था। वह खुद अस्पताल आए थे।
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BPSC की एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा की तिथि बदलेगी? आयोग ने दिया अपडेट
जागरण टीम, पटना/आरा। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की एकीकृत 70वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा 13 दिसंबर (BPSC 70th Exam Date 13th December) को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही आयोजित होगी।
आयोग ने कहा कि 23 सितंबर को विज्ञापन जारी हुआ और 28 सितंबर से ऑनलाइन आरंभ होकर 18 अक्टूबर तक आवेदन की मांग की गई थी, लेकिन अभ्यर्थियों के हित में इसे चार नवंबर तक विस्तारित किया गया था। इस अवधि में चार लाख 80 हजार आवेदन आए। इसमें अंतिम चार दिनों में एक लाख 30 हजार आवेदन आए।
बीपीएससी ने यह स्पष्टीकरण विभिन्न स्रोतों से सर्वर में खामी के कारण काफी संख्या में ऑनलाइन आवेदन होने की स्थिति में निर्धारित परीक्षा आयोजन की तिथि को विस्तार की मांग को लेकर दिया है।
'सर्वर में खामी की शिकायतें आधारहीन'परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि सर्वर में खामी संबंधित शिकायतें आधारहीन हैं। यूपीएससी व राज्य लोक सेवा आयोगों एवं अन्य परीक्षा संस्थानों द्वारा पूर्व निर्धारित परीक्षा तिथियों को ध्यान में रखते हुए तिथि निर्धारित की गई है। यह परीक्षा 13 दिसंबर को एकल पाली में दोपहर 12 से दो बजे तक होगी।
उन्होंने बताया, इसके लिए ई-एडमिट कार्ड में आवंटित परीक्षा केंद्र पर ससमय उपस्थित होकर परीक्षा में शामिल हों। इधर, कुछ अभ्यर्थियों ने आयोग के अध्यक्ष से मुलाकात कर छूटे लोगों के लिए मौका देने तथा लाठीचार्ज में जख्मी लोगों के लिए अलग से मौका देने की मांग की।
आरा: बीपीएससी के फॉर्म भरने की तिथि घोषित करने की मांगपिछले दिनों पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस लाठीचार्ज के खिलाफ छात्र राजद वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय इकाई ने परिसर में प्रदर्शन किया। इस दरम्यान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन भी किया। जिला पार्षद सह युवा राजद प्रदेश महासचिव भीम यादव ने 70वीं बीपीएससी की तिथि को दोबारा घोषित करने की मांग की।
उन्होंने बताया कि बीपीएससी परीक्षा के लिए परीक्षा फॉर्म भरने की प्रथम तिथि 18 अक्टूबर तक निर्धारित की गई। बाद में इसकी तिथि चार नवम्बर तक बढ़ाई गई। जिसमें करीब 90 हजार छात्र-छात्राओं ने फॉर्म भरने के लिए पंजीयन कराया था, लेकिन आयोग द्वारा निर्धारित तिथि से पहले ही परीक्षा फॉर्म की साइट बंद कर दी गई।
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Patna News: छोटे शहरों का नहीं बनेगा क्लस्टर, निकाय अपने स्तर पर करेंगे कूड़ा उठाव की व्यवस्था
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के बड़े और छोटे शहरों-निकायों में कचरा प्रबंधन की अलग-अलग व्यवस्था होगी। अब सिर्फ पटना, मुजफ्फरपुर, गया जैसे कुछ बड़े शहरों में ही आसपास के छोटे निकायों को जोड़कर क्लस्टर बनाते हुए कचरा उठाव और प्रसंस्करण की व्यवस्था की जाएगी। बाकी अन्य सभी छोटे शहरी निकाय स्वतंत्र रूप से अपने स्तर से कूड़ा उठाव की व्यवस्था करेंगे।
एजेंसी के चयन के लिए होंगे स्वतंत्रइसके लिए शहरी निकाय कचरा प्रबंधन की एजेंसी चयन के लिए भी स्वतंत्र होंगे। नगर विकास एवं आवास विभाग जल्द ही इस संबंध में मार्गदर्शिका जारी करेगा।
विभागीय जानकारी के अनुसार, पहले एकीकृत ठोस कचरा प्रबंधन योजना के तहत बड़े शहरों के साथ आसपास के छोटे शहरों को मिलाकर क्लस्टर बनाया जाना था।
योजना में बदलाव- यहां कई शहरी निकायों का कचरा एक जगह जमाकर ठोस अपशिष्ट का वैज्ञानिक तरीके से प्रबंधन एवं निस्तारण किया जाना था।
- इसके लिए अक्टूबर में राज्य में 24 क्लस्टर बनाकर 161 निकायों को इससे जोड़ने की योजना थी। शेष बच गए 100 निकायों को ही स्थानीय स्तर पर कचरा प्रबंधन करना था मगर अब इसमें बदलाव कर दिया गया है।
- छोटे शहरों में कम मात्रा में कचरा उत्पादन होने के चलते अब कुछ बड़े शहरी निकायों तक ही क्लस्टर योजना को सीमित कर दिया गया है।
विभागीय जानकारी के अनुसार, बड़े शहरी निकायों में क्लस्टर योजना के तहत जल्द एग्रीमेंट के साथ एमओयू होगा। योजना के तहत प्रसंस्करण में सूखे कचरे के प्रबंधन के लिए मेटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) और रिफ्यूज्ड डिराइव्ड फ्यूल (आरडीएफ) अपनाया जाना है।
गीले कचरे के प्रबंधन के लिए बायोमिथेनेशन संयंत्र और कंपोस्ट प्लांट लगाए जाएंगे। इसके बाद भी जो कचरा बचेगा उसका वैज्ञानिक लैंडफिल विधि में इस्तेमाल होगा। पटना में कचरे की रिसाइक्लिंग के लिए 450 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
कचरा संग्रहण केंद्र के लिए मिलेंगे पांच करोड़वर्तमान में कई शहरी निकायों में कचरा संग्रहण के लिए जगह की कमी है। अभी कूड़ा सड़क किनारे ही फेंक दिया जाता है। अब इन शहरों में कचरे को एक जगह इकट्ठा किया जाएगा।
इसके लिए वहां कचरा संग्रहण केंद्र बनाए जाएंगे। नगर विकास विभाग इसके लिए जमीन खरीदने में मदद करेगा। शहरी निकायों को जमीन खरीदने के लिए आवश्यकतानुसार पांच करोड़ रुपये तक की राशि दी जाएगी।
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सिगरेट का धुआं उड़ाने वालों की मौज, दो दशक में ही 'कोटपा' की फूली सांस
दिल्ली-बिहार और हैदराबाद की 7 अहम ट्रेनें अगले कुछ दिनों तक कैंसिल, कुछ का रूट भी बदला; पढ़ें डिटेल
सिगरेट का धुआं उड़ाने वालों की मौज, दो दशक में ही 'कोटपा' की फूली सांस
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सिगरेट एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट अधिनियम कोटपा 2003 की धारा चार के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को निषेध भले कर दिया गया, लेकिन इस कानून को अमल में लाने में घोर लापरवाही बरती जा रही है।
जबकि कोटपा कानून के तहत होटल, रेस्तरां, सिनेमा हॉल, मॉल समेत अन्य सार्वजनिक जगहों पर धूम्रपान करना, या तंबाकू उत्पाद बेचना दोनों अपराध की श्रेणी में लाए गए थे। उक्त कानून के अनुपालन की दिशा में पुलिस की कार्रवाई यदा-कदा ही आरंभ काल में दिखी।
2011 के बाद तो बंदी के कगार पर आ पहुंची। अब तो कोटपा अधिनियम की चर्चा मात्र से कई थानेदार मुंह बना भन्ना जाते। पुलिस अधिकारी कहते हैं कि शराबियों को पकडूं या सिगरेट पीने वालों को ढूंढूं। 2011 के बाद से कोटपा अधिनियम के तहत सार्वजनिक स्थानों पर सिगरेट पीने वालों के विरुद्ध होने वाली जुर्माना की कार्रवाई शहरी थानाक्षेत्र में भी बंद के कगार पर पहुंच गई।
जगह-जगह दिख रही सिगरेट पीने वालों की बेशर्मीअब जगह-जगह सिगरेट पीने वाले बेशर्मी से सिगरेट के धुएं का गुबार दूसरे पर भी उड़ाते निकल जाते हैं। टोबैको उत्पाद से नाता नहीं रखने वाले कुढ़ कर रह जाते हैं।
अभियान टांय-टांय फिस्सतंबाकू उत्पादों से नाता तोड़ने को बीते साल डीएम सुब्रत कुमार सेन, सिविल सर्जन डॉ. अंजना कुमारी, डीएसपी आदि की मौजूदगी में 21 अगस्त 2023 को कोटपा अधिनियम को लेकर जागरूकता के लिए कार्यशाला आयोजित की गई थी। जिला स्वास्थ्य समिति की तरफ से कोटपा अधिनियम को लेकर प्रशिक्षण भी दिया गया था।
उस दौरान धूम्रपान करने से टीबी रोग होने और टीबी से होने वाली मौत का आंकड़ा भी पेश किया गया था, लेकिन कोटपा अधिनियम के अनुपालन की दिशा में जिलाधिकारी और एसएसपी स्तर से सख्ती करने वाली कोई बात सामने अबतक नहीं आ सकी है।
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जागरण संवाददाता, पटना। भारतीय रेलवे की ओर से प्रयागराज रामबाग रेल खण्ड के मध्य नॉन इंटरलॉकिंग कार्य करने के कारण पूर्व मध्य रेलवे की ओर से कुछ ट्रेनों के परिचालन को रद कर दिया गया है। साथ ही कुछ ट्रेनों के मार्ग बदलकर चलाने का निर्णय लिया गया है।
- रेलवे की ओर से आनन्द विहार टर्मिनस से नौ से 11 दिसम्बर तक चलने वाली आनन्द विहार टर्मिनस-सीतामढ़ी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
- जयनगर से 10 दिसम्बर तक चलने वाली जयनगर-नई दिल्ली एक्सप्रेस रद रहेगी।
- नई दिल्ली से नौ एवं 11 दिसम्बर को चलने वाली नई दिल्ली-जयनगर एक्सप्रेस रद रहेगी।
- सिकन्दराबाद से 10 दिसम्बर तक चलने वाली सिकन्दराबाद-दानापुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
- दानापुर से 11 दिसम्बर तक चलने वाली दानापुर-सिकन्दराबाद एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।
- उधना से 10 दिसम्बर को चलाई जाने वाली उधना-दानापुर एक्सप्रेस को भी रद कर दिया गया है।
- दानापुर से 11 दिसम्बर को चलने वाली दानापुर-उधना एक्सप्रेस को भी रद कर दिया गया है।
पटना जं. से 10 दिसम्बर को चलने वाली पटना जं.-अहमदाबाद एक्सप्रेस बदले हुए मार्ग पं. दीनदयाल उपाध्याय जं-मिर्जापुर-प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर के रास्ते चलाई जायेगी। इस गाड़ी का ठहराव काशी, वाराणसी, ज्ञानपुर रोड, प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज जं. स्टेशनों पर नहीं रहेगा।
पटना जं. से 10 दिसम्बर को चलने वाली पटना जं.-एर्नाकूलम एक्सप्रेस परिवर्तित मार्ग पं. दीनदयाल उपाध्याय जं-मिर्जापुर-प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर के रास्ते चलाई जायेगी। इस गाड़ी का ठहराव वाराणसी, ज्ञानपुर रोड, प्रयागराज रामबाग, प्रयागराज जं. स्टेशनों पर नहीं रहेगा।
लोकमान्य -जयनगर एक्सप्रेस के मार्ग में किया गया परिवर्तनलोकमान्य तिलक टर्मिनल से नौ एवं 10 दिसम्बर को चलने वाली लोकमान्य तिलक टर्मिनल-जयनगर एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग मानिकपुर-प्रयागराज जं.-प्रयागराज रामबाग-बनारस-औंड़िहार के स्थान पर परिवर्तित मार्ग मानिकपुर-प्रयागराज छिवकी-मिर्जापुर-वाराणसी-जौनपुर-औंड़िहार के रास्ते चलाई जायेगी।
इस गाड़ी का ठहराव नैनी जं., प्रयागराज जं., प्रयागराज रामबाग, ज्ञानपुर रोड, वाराणसी, वाराणसी सिटी, सारनाथ स्टेशनों पर नहीं होगा। जयनगर से सोमवार को खुलने वाली जयनगर-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस निर्धारित मार्ग औंड़िहार-वाराणसी-बनारस-प्रयागराज जं.-मानिकपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग औंड़िहार-जौनपुर-वाराणसी-प्रयागराज छिवकी-मानिकपुर के रास्ते चलाई जायेगी।
इस गाड़ी का ठहराव सारनाथ, वाराणसी सिटी, वाराणसी, ज्ञानपुर, प्रयागराज जं., प्रयागराज रामबाग एवं नैनी जं.स्टेशनों पर नहीं होगा।
लग्न के मौसम में ट्रेनों में बढ़ी भीड़, टिकट के लिए हो रही मारामारीत्योहारों का दौर समाप्त होने के साथ मांगलिक कार्यक्रमों का सीजन शुरू हो गया है। ऐसे में दूसरी जगह रहने वाले रिश्तेदारों का घरों पर पहुंचने का सिलसिला शुरू है। ट्रेनों में लोगों की इन दिनों खूब भीड़ चल रही है। दिल्ली, कोलकाता, मुंबई सहित तमाम लंबी दूरी से सिवान जंक्शन पर आने वाली ट्रेनों में यात्रियों की भीड़ देखने को मिल रही है।
इस कारण लोगों को समय पर ट्रेनों में टिकट नहीं मिल रह है और वे यात्रा को लेकर परेशान भी दिख रहे हैं। आलम यह है कि यात्री कई दिनों के प्रयास के बाद भी कंफर्म टिकट नहीं पा रहे हैं। ऐसे में मजबूरन उन्हें वापस लौटना पड़ रहा है। वहीं आरक्षण टिकट लगभग सभी ट्रेनों में फुल है। कुल मिलाकर यात्री ऐन-केन-प्रकारेण अपना कर कार्यक्रमों में शामिल होने की फिराक में लगे हुए हैं। इस कारण ट्रेनों में थर्ड ऐसी हो या सेकंड सभी कोच में यात्रियों की भीड़ दिख रही है।
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CLAT 2025 Result OUT: सीएनएलयू में नामांकन के लिए क्लैट का जारी हुआ परिणाम, नमन ने बिहार में किया टॉप
जागरण संवाददाता, पटना। कंसोर्टियम ऑफ नेशनल लॉ यूनिवर्सिटीज (सीएनएलयू) ने कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट (क्लैट) 2025 का रिजल्ट (CLAT 2025 Result) जारी कर दिया है। परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी रिजल्ट वेबसाइट consortiumofnlus.ac.in पर जाकर देख सकते हैं। यहां वह अपना स्कोरकार्ड भी चेक कर सकते हैं। परीक्षा एक दिसंबर को आयोजित हुई थी। इसके लिए बिहार में मुजफ्फरपुर व पटना में छह केंद्र बनाएं गए थे।
जानकारी के अनुसार, क्लैट में पटना के नमन ने ऑल इंडिया रैंक 60 प्राप्त कर बिहार टॉप किया है। उन्हें 96.50 अंक मिले हैं। दूसरा स्थान संस्थान के प्रियांक सिन्हा को प्राप्त हुआ है। इसके अतिरिक्त राज्य के अन्य अभ्यर्थियों में अनंता, प्रियांक, तुषित त्रिजल, अहाना, सुभ्रांशु, सर्वज्ञ, सारा, स्वराज, अंकित, उत्सव आकर्ष, रुद्रवीर, आयुषी, प्रकाश, तन्वी, सृष्टि आदि शामिल है।
बिहार से 70 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने हासिल की सफलता:क्लैट में शामिल होने के लिए बिहार से 4414 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था, इसमें 4288 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। आंकड़ों के अनुसार इसमें से 70 प्रतिशत से अधिक अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है। यूजी (एलएलबी) के लिए 4026 परीक्षार्थियों को शामिल होना था, लेकिन परीक्षा में 3927 परीक्षार्थी शामिल हुए।
यूजी में सफलता का प्रतिशत 65 प्रतिशत रहा। वहीं, पीजी (एलएलएम) के लिए 388 परीक्षार्थियों को शामिल होना था, लेकिन परीक्षा में 361 परीक्षार्थी ही शामिल हुए। पीजी में सफलता का प्रतिशत लगभग 70 रहा। इस बार बिहार का रिजल्ट काफी बेहतर रहा है।
11 दिसंबर से रजिस्ट्रेशन:जो भी परीक्षार्थी इस परीक्षा में सफल हुए हैं वे काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे। काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन 11 से 20 दिसंबर तक किया जाएगा। इस बार दो और नए एनएलयू शामिल हुए जो कि एनएलयू गोवा व प्रयागराज है।
देश में क्लैट के माध्यम से प्रवेश मिलने वाले एनएलयू कि संख्या इस बार 24 से बढ़कर 26 हो गयी हैं। इस बार 26 एनएलयूज के यूजी कोर्स में उपलब्ध लगभग 3650 सीटों पर नामांकन होगा।
महत्वपूर्ण तिथि:- क्लैट रिजल्ट: 10 दिसंबर
- नामांकन के लिए रजिस्ट्रेशन: 11 से 20 दिसंबर तक
- प्रथम मेरिट सूची का प्रकाशन: 26 दिसंबर
- फ्रीज और फ्लोट विकल्प के लिए पुष्टि शुल्क का भुगतान: 26 दिसंबर से चार जनवरी तक
- सेकेंड आवंटन लिस्ट जारी: 10 जनवरी
- फ्रीज और फ्लोट विकल्प के लिए पुष्टिशुल्क का भुगतान: 10 से 16 जनवरी
- थर्ड आवंटन लिस्ट जारी: 24 जनवरी
- फ्रीज और फ्लोट विकल्प के लिए पुष्टि शुल्क का भुगतान : 24 से 30 जनवरी
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Bihar Weather: पछुआ हवाओं से बढ़ी कनकनी, कोहरा भी करेगा परेशान; IMD ने जारी किया अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: राज्य में पश्चिमोत्तर से आने वाली हवाओं का प्रभाव दिखाई देने लगा है। सुबह के समय प्रदेश में घने कोहरे की चादर नजर आती है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार, आज कई इलाकों में बारिश होने के आसार हैं, वहीं आने वाले 3-4 दिनों में न्यूनतम तापमान में वृद्धि होगी। बदलते मौसम की वजह से बीमारियों में भी इजाफा हो रहा है। अस्पतालों में सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं।
प्रदेश के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- राजधानी पटना में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
पश्चिमी विक्षोभ के असर की वजह से आज प्रदेश के कई इलाकों में बारिश के आसार हैं। इसके साथ ही कुछ जगहों पर बादल छाए रहेंगे। वहीं सुबह के समय घने कोहरे की चादर नजर आएगी।
डेहरी रहा सबसे ठंडाप्रदेश में ठंड में तेजी से इजाफा हो रहा है। रविवार को रोहतास का डेहरी सबसे ठंडा रहा। डेहरी का न्यूनतम तापमान 7 डिग्री के करीब दर्ज किया गया, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है।
ठंड के कारण बुखार के मरीजों में इजाफाठंड ने धीरे-धीरे पांव पसारना प्रारंभ कर दिया है। जहानाबाद जिले के तापमान में भी लगातार गिरावट देखी जा रही है। रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 26 डिग्री व न्यूनतम 15 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। हालांकि, सूर्य भगवान के दर्शन होने से लोगों को काफी राहत मिल रही है।
सुबह-शाम के समय सर्द हवा से कनकनी बढ़ जा रही है। वहीं इसकी वजह से बुखार से अधिक लोग ग्रसित हो रहे हैं। अस्पताल में मरीजों की संख्या अधिक दिख रही है। अधिकांश बुखार, कोल्ड डायरिया, फ्लू, वायरल फीवर, सर्दी-खांसी आदि के मरीज आ रहे हैं। ठंड के कारण लोगों की दिनचर्या में बदलाव करना पड़ रहा है।
तड़के चार बजे सुबह घूमने वाले लोग भी अब छह बजे के बाद घूमने निकल रहे हैं। बुजुर्गों ने तो भ्रमण करना ही छोड़ दिया हैं। वे लोग दोपहर में घर से बाहर निकल रहे हैं। कड़ाके की ठंड की वजह से सुबह के समय घर से निकलने से बच रहे हैं।
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Bihar Politics: 'बिहार सरकार का विकास का दावा किताबी', नीतीश कुमार की यात्रा से पहले कांग्रेस का कड़ा प्रहार
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics: बिहार कांग्रेस (Bihar Congress) ने राज्य सरकार के विकास के दावों को किताबी बताया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह (Dr. Akhilesh Prasad Singh) ने कहा कि बिहार में 20 वर्षों से नीतीश सरकार विकास के दावे कर रही है, लेकिन यह दावे खोखले हैं।
हकीकत कुछ और है। डा. सिंह रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में मीडिया से बात कर रहे थे।
बता दें कि कांग्रेस की ओर से यह प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के प्रदेश की यात्रा पर निकलने से पहले आई है। ऐसे में सियासी हलचल तेज हो गई है।
बिहार का प्रदर्शन देश में सबसे खराब: कांग्रेस- उन्होंने कहा कि कैग से आई स्वास्थ्य सेवाओं की वर्तमान रिपोर्ट और नीति आयोग की जुलाई में आई रिपोर्ट को आधार बनाकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि नीति आयोग के टिकाऊ विकास सूचकांक में बिहार का प्रदर्शन देश में सबसे खराब आंका गया।
- शिक्षा के मामले में बिहार सबसे निचले पायदान अर्थात् 36वें स्थान पर है। ग्रामीण साक्षरता दर और भी खराब है जो महज 43 प्रतिशत ही है। कैग की रिपोर्ट में कहा गया कि कुल भेजी गई राशि का 31 प्रतिशत रकम बिहार ने खर्च ही नहीं किया।
- डब्ल्यूएचओ के तय मानकों के अनुसार यहां प्रति हजार की संख्या पर एक डॉक्टर भी उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि व्यापार करने की सुविधा में भी बिहार 26वें स्थान पर है और प्रति व्यक्ति आय में भी राष्ट्रीय औसत आय से बेहद कम है।
- चीनी उत्पादन के मामले में बिहार पहले 27 प्रतिशत योगदान देता था जो अब दो प्रतिशत रह गया है। साइबर मामले में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
बीपीएससी (BPSC) छात्रों के प्रदर्शन पर लाठीचार्ज की निंदा करते हुए उन्होंने कहा कि नार्मलाइजेशन और सर्वर की समस्या से अभ्यर्थियों में ऊहापोह की स्थिति बना दी गई।
बता दें कि बीपीएससी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर लाठीचार्ज का मुद्दा इस समय प्रदेश में गर्माया हुआ है। इसे लेकर विपक्षी दल लगातार नीतीश सरकार पर निशाना साध रहे हैं।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस की केंद्र में सरकार बनते हमलोग बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने का काम करेंगे।
संवाददाता सम्मेलन में राजेश राठौड़, ब्रजेश प्रसाद मुनन, निर्मल वर्मा, बंटी चौधरी, लालबाबू लाल, ज्ञान रंजन सहित अन्य नेतागण मौजूद रहे।
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राज्य ब्यूरो, पटना। सरकारी और गैर-सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराने के सरकारी अभियान में अब खास महाल की वैसी जमीन भी शामिल होगी, जिन पर अवैध कब्जा है।
खास महाल की जमीन के साथ आम शिकायत यह है कि लीज की शर्तों का पालन नहीं हो रहा है। इस जमीन के स्वामित्व परिवर्तन की शिकायतें भी आने लगी हैं। विभाग ऐसी शिकायतों की समीक्षा कर रहा है।
क्या कहते हैं नीतीश के मंत्री- राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायसवाल ने रविवार को बताया कि सरकार प्रयास करेगी कि खास महाल के वैद्य स्वामित्व वालों को कोई परेशानी नहीं हो।
- उन्होंने कहा कि दूसरी तरफ यह भी देखा जाएगा कि इस पर किसी तरह का अवैध कब्जा न हो। आवास के लिए आवंटित जमीन के व्यवसायिक उपयोग पर भी सरकार गौर करेगी।
- राज्य सरकार ने फरवरी 2022 में खास महाल की जमीन के सर्वेक्षण का निर्णय किया था। खास महाल जमीन वाले 12 जिलों के डीएम को जवाबदेही दी गई थी कि वह लीज और स्वामित्व विवाद की जांच करें।
- अगर लीज के अनुसार स्वामित्व है तो उसका नवीकरण कर दें। अगर गड़बड़ी पकड़ में आती है तो लीज रद कर उसका अधिग्रहण कर लें। लेकिन, इस प्रयास का ठोस परिणाम नहीं आया।
प्रदेश के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डॉ. दिलीप कुमार जायवाल ने यह भी कहा कि खास महाल की जमीन की उपयोगिता और बाजार मूल्य की तुलना में सरकार को बहुत कम राजस्व की प्राप्ति होती है।
ऐसे में सरकार देखेगी कि बिना वैध स्वामित्व के साथ छेड़छाड़ किए कैसे अधिक राजस्व की प्राप्ति हो सकती है। 2011 खास महाल नीति में इस जमीन की पूरी जवाबदेही डीएम को दे दी गई है।
करीब 4200 एकड़ है खास महाल की जमीनराज्य में खास महाल जमीन का रकबा करीब 42 सौ एकड़ है। यह जमीन शहरों के मध्य में हैं और इसकी कीमत भी बहुत बढ़ गई है। पटना के अलावा सासाराम, मुंगेर, पूर्णिया में अधिक जमीन है।
अकेले पटना में खास महाल की जमीन का रकबा 137 एकड़ है। शिकायत यह भी है कि मूल लीज धारकों के निधन के बाद उनके उत्तराधिकारियों ने जमीन बेच दी। इस प्रक्रिया से खास महाल की जमीन की खरीद-बिक्री लीज की शर्तों का उल्लंघन है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य सरकार दो लाख 34 हजार नए पदों पर नियुक्ति की तैयारी में जुट गई है। विभिन्न विभागों में होने वाली इन नियुक्तियों के लिए जल्द ही विभिन्न आयोगों को अधियाचना भेजी जाएगी।
ये नियुक्तियां अगर चालू वित्तीय वर्ष (मार्च 2025) में हो जाती हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का न सिर्फ वादा पूरा होगा, बल्कि यह लक्ष्य को पार कर जाएगा।
इस समय प्रदेश में दो लाख 11 हजार पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। यह सरकार के विभिन्न आयोगों में प्रक्रियाधीन हैं। सूत्रों ने बताया कि प्रक्रिया को तेज कर इन पदों का जल्द से जल्द भरने के लिए कहा गया है।
72 हजार पद होंगे रिक्त- नौकरी पाने की आस लगाए बैठे युवाओं के लिए अच्छी खबर यह भी है कि अगले वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में सरकारी सेवकों के अवकाश ग्रहण करने के कारण विभिन्न विभागों में 72 हजार पद रिक्त हो रही हैं।
- तैयारी यह है कि रिक्तियों के तुरंत बाद इन्हें भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाए। सुशासन के कार्यक्रम में सात निश्चय के तहत 2020-25 के बीच 10 लाख सरकारी नौकरी और 10 लाख रोजगार देने का लक्ष्य रखा गया था।
- अब तक सात लाख 17 हजार लोगों को सरकारी नौकरी दी जा चुकी है।
- रिक्तियों को भरने की वर्तमान प्रक्रिया समय पर पूरी हो जाए तो चालू वित्तीय वर्ष में 10 के बदले 12 लाख लोगों को सरकारी नौकरियां मिल जाएंगी।
- इनमें से अधिसंख्य नौकरियां शिक्षा, गृह, राजस्व एवं भूमि सुधार, जल संसाधन, खेल सहित अन्य विभागों में दी गई हैं।
- आंकड़ों के अनुसार, सात निश्चय के तहत अब तक 24 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के साधन उपलब्ध करा दिए गए हैं।
- करीब 10 लाख और लोगों को रोजगार देने की योजना पर काम चल रहा है। यह पूरी हुआ तो 10 के बदले 34 लाख लोग स्वरोजगार प्राप्त कर लेंगे।
विधान परिषद सदस्य और जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने दावा किया कि एक विज्ञापन से एक ही दिन में एक लाख 20 हजार से अधिक शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देकर राज्य सरकार ने पूरे देश में रिकॉर्ड बनाया है।
12 फीसदी दूसरे राज्य के लोगबड़ी बात यह है कि नियुक्त हुए शिक्षकों में 14 हजार से अधिक दूसरे राज्यों के हैं। हाल के दिनों में शिक्षकों की जितनी नियुक्तियां हुई हैं, उनमें करीब 12 प्रतिशत दूसरे राज्यों के हैं।
पड़ोसी उत्तर प्रदेश और झारखंड के ही नहीं, दिल्ली और हरियाणा के युवा भी राज्य में सरकारी नौकरी कर रहे हैं।
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Bihar School: सरकार जानेगी शिक्षा व्यवस्था का हाल, 81 हजार सरकारी विद्यालयों को इन मानकों पर मिलेगी रैंकिंग
दीनानाथ साहनी, पटना। नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत से पहले मार्च में राज्य के सभी 81 हजार विद्यालयों की रैंकिंग कर सरकार शिक्षा व्यवस्था का हाल जानेगी। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा कई मापदंडों के आधार पर रैंकिंग देने की योजना को अमल में लाने की तैयारी हो रही है।
विभाग का कहना है कि राज्य में स्कूली शिक्षा में और बेहतर सुधार लाने का सरकार का यह एक्शन प्लॉन है। इस प्लान के जरिए पहली बार सरकारी विद्यालयों की रैंकिंग करने का अहम निर्णय लिया है।
इन मानदंडों के आधार पर मिलेगी रैंकिंगसरकार के इस फैसले से स्कूली शिक्षा और छात्र-छात्राओं के समग्र विकास पर जोर रहेगा। इसको लेकर सरकारी विद्यालयों की गुणवत्ता में सुधार लाने की प्राथमिकता भी दी जाएगी।
रैंकिंग के लिए तय फार्मेट में शिक्षा, को-करिकुलर एक्टिविटीज, स्वच्छता, अनुशासन, रिसोर्स यूटिलाइजेशन, शिकायत निवारण आदि विशिष्ट मानदंडों को आधार बनाया गया है।
इसी आधार पर प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के लिए अलग-अलग रैंकिंग की जाएगी। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ.एस. सिद्धार्थ ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिख कर विभाग के फैसले के बारे में अवगत कराया है।
पत्र में कहा गया है कि सभी विद्यालयों की रैंकिंग निर्धारित मापदंडों के आधार पर साल में दो बार की जाएगी।
मार्च और नवंबर में पूरा करना होगा कामहर साल मार्च और नवंबर में रैंकिंग कार्य पूरा करना होगा। तय फॉर्मेट में शिक्षा, को-करिकुलर एक्टिविटीज, स्वच्छता, अनुशासन, रिसोर्स यूटिलाइजेशन, शिकायत निवारण आदि विशिष्ट मानदंडों के आधार पर प्राथमिक, माध्यमिक, माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के लिए अलग-अलग रैंकिंग की जाएगी।
सरकार ने यह फैसला नीति आयोग द्वारा स्कूली शिक्षा क्षेत्र में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के प्रदर्शन का मूल्यांकन करने के लिए विकसित स्कूल एजुकेशन क्वालिटी इंडेक्स के चलते लिया है।
इस इंडेक्स का उद्देश्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अपनी ताकत और कमजोरियों की पहचान करने और जरूरी पाठ्यक्रम सुधार या नीतिगत हस्तक्षेप करने के लिए एक मंच प्रदान करके शिक्षा नीति पर परिणामों पर ध्यान केंद्रित करना है।
शिक्षकों की वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट भी अनिवार्यशिक्षा विभाग के मुताबिक प्रत्येक विद्यालय की रैंकिंग सौ अंकों की होगी और शिक्षकों की वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट के लिए यह अनिवार्य भी होगी। इसका उद्देश्य छात्रों को समग्र शिक्षा के लिए गुणवत्ता में सुधार करना है और इसके लिए शिक्षकों की भूमिका सर्वोपरि है।
टॉप करने वाले संस्थानों का वर्गीकरण करने के लिए विद्यालयों को उनकी रैंकिंग के आधार पर स्टार आवंटित किए जाएंगे, जैसा कि यूजीसी ने कालेजों और विश्वविद्यालयों के लिए किया है।
नंबर के आधार पर विद्यालयों को मिलेंगे स्टार- 85-100 के बीच अंक लाने वाले टाप विद्यालयों को पांच स्टार मिलेंगे।
- 75 से 84 अंक लाने वाले विद्यालयों को चार स्टार मिलेंगे।
- 50 से 74 अंक लाने वाले विद्यालयों को तीन स्टार मिलेंगे।
- 25 से 49 अंक लाने वाले विद्यालयों को दो स्टार मिलेंगे।
- शून्य से 24 अंक लाने वाले विद्यालयों को एक स्टार दिए जाएंगे।
विद्यालयों की इस स्टार रेटिंग का उद्देश्य उन्हें आकांक्षी और गुणवत्ता के प्रति जागरूक बनाना है, जिससे छात्र-छात्राओं को अच्छी शिक्षा देने के लिए बढ़िया माहौल तैयार होगा। इससे कमजोर विद्यालयों को भी आगे बढ़ने और कड़ी मेहनत करने में मदद मिलेगी।
वे भी इसमें शामिल होंगे और सरकार से अपनी ज़रूरत की मांग करेंगे। इसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं को सर्वश्रेष्ठ देने के लिए स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का माहौल बनाना है।
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Bihar Board Toppers Prize: बिहार में इंटर-मैट्रिक टॉपर्स के लिए खुशखबरी, इनाम राशि हुई दोगुना, छात्रवृत्ति भी बढ़ी
जागरण संवाददता, पटना। Bihar Board Toppers Prize Amount Increase: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने वर्ष 2025 से इंटरमीडिएट और मैट्रिक परीक्षा के टॉपर की पुरस्कार राशि दोगुनी कर दी है। परीक्षा समिति के अध्यक्ष द्वारा इसकी जानकारी दी गई।
परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 में तीनों संकाय - विज्ञान, कला एवं वाणिज्य में प्रथम पांचवें रैंक तक और मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 में प्रथम से 10 वें रैंक तक स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों की देय पुरस्कार राशि दोगुनी की जाएगी।
- मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में टॉपर की पुरस्कार राशि हुई दुगनी
- प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को अब एक लाख रुपये की जगह दो लाख रुपये मिलेंगे।
- द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 75 हजार की जगह 1.5 लाख रुपये मिलेंगें।
- तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 50 हजार की जगह एक लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
- मैट्रिक वार्षिक परीक्षा 2025 में चतुर्थ स्थान से 10 वें तक स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 10 हजार की जगह 20 हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे।
- इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 में चतुर्थ एवं पांचवां स्थान प्राप्त किए हुए विद्यार्थियों को 15 हजार की जगह 30 हजार रुपये पुरस्कार राशि दी जाएगी।
- पहले की तरह मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट 2025 के सभी पुरस्कृत विद्यार्थियों को एक-एक लैपटॉप, प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया जाएगा।
रीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि बोर्ड द्वारा टॉपर विद्यार्थियों को दिए जाने वाले 'बिहार विद्यालय परीक्षा समिति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेधा छात्रवृत्ति' की राशि में भी वर्ष 2025 से बढ़ोतरी की जाएगी।
इसके तहत वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2025 में प्रथम से 10वें रैंक तक स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को प्रतिमाह 12 सौ रुपये की जगह अब प्रतिमाह दो हजार रुपये दिया जाएगा।
इसी तरह वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2025 के टॉप-10 विद्यार्थियों को राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान में नियमित रूप से नामांकित होकर अध्ययनरत रहने वाले 11 वीं एवं 12 वीं कक्षा में यानी दो वर्ष तक प्रति माह दो हजार रुपये छात्रवृत्ति दी जाएगी।
तकनीकी डिप्लोमा पाठ्यक्रम में नियमित अध्ययनरत रहने वाले पर उक्त कोर्स की समाप्ति तक प्रति माह दो हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाएगी।
अध्यक्ष ने बताया कि इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 के तीनों संकायों में भी टॉप-5 में स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को 15 सौ रुपये माह की जगह 25 सौ रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दी जाएगी।
छात्रवृत्ति की यह राशि राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान में सामान्य स्नातक पाठ्यक्रम के लिए नामांकित होकर नियमित रूप से अध्ययनरत रहने पर तीन वर्ष तक दी जाएगी।
स्नातक तकनीकी शिक्षा पाठ्यक्रम में नामांकित होकर नियमित रूप से अध्ययनरत रहने पर चार वर्ष तक या समेकित पांच वर्षीय कोर्स के लिए पांच वर्ष तक यह छात्रवृत्ति दी जाएगी।
तकनीकी शिक्षा डिप्लोमा पाठ्यक्रम में नामांकित होकर नियमित रूप से अध्ययनरत रहने पर उक्त कोर्स की समाप्ति तक यह छात्रवृत्ति दी जाएगी।
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Bihar Jobs 2024: संशोधित नर्सिग सेवा नियमावली को मिली मंजूरी, प्रदेश में 21 हजार से ज्यादा पदों पर नियुक्ति का रास्ता साफ
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश सरकार ने स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाली परिचारिका (नर्स) बहाली की नियुक्ति और प्रोन्नति की नई नियमावली स्वीकृत की है। पूर्व की नियमावली में संशोधन के बाद मूल कोटि स्टाफ नर्स के पदों पर नियुक्ति सीधी भर्ती या प्रतियोगिता परीक्षा की निर्धारित प्रक्रिया और आयेाग की अनुशंसा पर होगी।
नियमावली संशोधन पर मंत्रिमंडल ने अपनी स्वीकृति दे दी है। इसके बाद अब प्रदेश में 21 हजार से ज्यादा नियुक्तियों का रास्ता भी साफ हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मूल कोटि स्टाफ नर्स के पद पर बहाली के लिए संशोधित नियमावली में जो प्रवधान किए गए हैं उसके अनुसार नियुक्ति के लिए शैक्षणिक योग्यता एवं अर्हता मान्यता प्राप्त संस्थान से भारतीय नर्सिंग परिषद (Indian Nursing Council), नई दिल्ली द्वारा निर्धारित जीएनएम कोर्स में उत्तीर्णता के साथ संबंधित प्रमाण पत्र आवश्यक होगा।
हालांकि, बिहार से बाहर के संस्थानों में सेवा देने के लिए भारतीय नर्सिंग परिषद नई दिल्ली से उपयुक्तता प्राप्त करना अनिवार्य होगा। पहले की नियमावली में बीएससी नर्सिंग वाले योग्य नहीं थे, लेकिन अब वो भी योग्य होंगे
नई नियमावली के अनुसार पात्रता और छूट- बीएससी नर्सिंग योग्यताधारी भी आवेदन के पात्र होंगे।
- अभ्यर्थियों का बिहार परिचारिका निबंधन परिषद से निबंधित रहना अनिवार्य होगा।
- नियुक्ति के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 21 वर्ष होगी। इ
- इसके अलावा बिहार में सरकारी, गैर सरकारी, स्वास्थ्य संस्थान, अस्पताल में संविदा पर कार्य करने वाले अभ्यर्थियों को उक्त अवधि के समतुल्य उसी पद पर अधिकतम उम्र सीमा में छूट भी मिलेगी।
- भर्ती आयोग सरकार की अनुशंसा पर रिक्तियों का विज्ञापन देकर आवेदन आमंत्रित करेगा।
- परीक्षा पास करने वालों की मेधा सूची तैयार होगी इसके बाद ही संबंधित को नौकरी मिल सकेगी।
अस्पतालों में नर्सिंग सेवा को बेहतर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा 21 हजार से अधिक नर्स-एएनएम की नियुक्तियां की जानी हैं। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग नर्सिग सेवा नियमावली की स्वीकृति का इंतजार कर रहा था।
अब संशोधित नर्सिग सेवा नियमावली को स्वीकृति मिलने के बाद इन पदों पर नियुक्ति का रास्ता भी साफ हो गया है। प्रतियोगिता परीक्षा के माध्यम से नर्सिंग के रिक्त पदों पर नियुक्ति की जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग नर्स के 6298 एवं एएनएम के 15089 रिक्तियों की अधिसूचना भेजने की तैयारी कर रहा है। संशोधित नियमावली के अनुसार, अब जल्द ही इन पदों पर नियुक्ति की जाएगी। इसके तहत पूर्व में संविदा पर काम करने वालों को आयु सीमा में छूट भी मिलेगी।
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Bihar Politics: क्या नीतीश के साथ हो जाएगा खेल! महाराष्ट्र में BJP की 'बड़े भाई' की भूमिका से बिहार में अलर्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। महाराष्ट्र में बड़े भाई की भूमिका में आने की भाजपा की जिद ने जदयू को सतर्क कर दिया है। उसे पहली बार लग रहा है कि 2025 के विधानसभा चुनाव में अगर भाजपा और जदयू के विधायकों की संख्या में बड़ा अंतर आया तो वर्षों से दोनों दलों के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर बनी सहमति टूट भी सकती है। यही कारण है कि जदयू अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है।
तैयारी के लिहाज से देखें तो जदयू अन्य सभी दलों से आगे है। वहीं जदयू की अति सक्रियता के कारण समय पूर्व विधानसभा चुनाव की चर्चाएं भी होने लगी हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के पहले ही एनडीए के घटक दलों ने मुख्यमंत्री निवास में बैठक कर घोषणा की थी कि अगला चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
नीतीश ही अगले मुख्यमंत्री होंगे यह बताने की जरूरत इसलिए नहीं पड़ी, क्योंकि इसके पहले के चुनाव जब नीतीश के नेतृत्व में लड़े गए और जीत हुई तो वही मुख्यमंत्री भी बने।
लोजपा सांसद के बयान से बढ़ी चिंताहाल ही में लोजपा सांसद अरुण भारती ने यह कहकर जदयू को चिंता में डाल दिया कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, जनता तय करेगी। अरुण भारती लोजपा (रा) के अध्यक्ष चिराग पासवान के बहनोई हैं।
- सांसद अरुण भारती ने यह भी कहा कि विधानसभा का चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और लोजपा (रा) के अध्यक्ष चिराग पासवान के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
- राजनीति के जानकार मानते हैं कि भारती का वक्तव्य अनायास नहीं है, उन्होंने शांत तालाब में एक कंकड़ फेंक दिया है।
लोजपा सांसद की टिप्पणी पर जदयू की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई, लेकिन कोई समझदार इसे यह कहकर खारिज भी नहीं कर रहा है कि भारती पहली बार सांसद बने हैं। उन्हें राजनीति की गहरी समझ नहीं है।
इधर, जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार दावा कर रहे हैं कि नीतीश न सिर्फ अगले विधानसभा चुनाव का नेतृत्व करेंगे, बल्कि अगली सरकार भी उन्हीं के नेतृत्व में बनेगी।
संयोग से बिहार में महाराष्ट्र की तरह ही इस समय एक मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री हैं। दोनों उप मुख्यमंत्री भाजपा के हैं। अतीत में कभी यह चर्चा भी चली थी कि नीतीश केंद्र की राजनीति में जाएंगे और भाजपा को मुख्यमंत्री का पद दे दिया जाएगा।
फिलहाल, एनडीए ने 243 सदस्यीय विधानसभा में 225 सीट जीतने का लक्ष्य निर्धारित किया है। जाहिर है, इसमें अधिक सीट जीतने की आपसी होड़ भी शामिल है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। शनिवार को मिलर हाई स्कूल मैदान में मगध सम्राट जरासंध के जन्मोत्सव समारोह सह चंद्रवंशी सम्मान रैली में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए पिछड़ा, अति-पिछड़ा वर्ग की हितैषी बताया। वहीं लालू यादव पर जमकर निशाना साधा। शिक्षा मंत्री ने तेजस्वी यादव के 200 यूनिट फ्री बिजली के वादे को हास्यास्पद बताया।
- उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार ने पिछड़ा, अति-पिछडा वर्ग को उचित सम्मान और सत्ता में भागीदारी दी है।
- वहीं दूसरी ओर लालू यादव ने 15 वर्ष के राज में अति पिछड़ों और दलितों को आरक्षण नहीं दिया, लेकिन इन समुदायों का वोट लेकर राज और भ्रष्टाचार किया।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद्रवंशी समाज और अतिपिछड़ों को सम्मान देना एनडीए सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि जरासंध की भूमि राजगीर (नालंदा) से आने वाले नीतीश कुमार न्याय के साथ विकास कर रहे हैं।
लालू यादव पर लगाया आरक्षण ना देने का आरोपविपक्ष कटाक्ष करते हुए उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल जो लोग आरक्षण -आरक्षण रट कर सामाजिक न्याय के मसीहा बनना चाहते हैं, उन लोगों ने 2001 में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव करा दिया था। 15 साल सत्ता में रहने वाली लालू-राबड़ी सरकार ने किसी को आरक्षण नहीं दिया।
लालटेन दिखाकर तेजस्वी का फ्री बिजली देने का वादा हास्यास्पदस्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा 200 यूनिट फ्री बिजली देने के वायदे को हास्यास्पद बताया है। उन्होंने कहा है कि उनके माता-पिता के 15 वर्षों के राज में बिहार में अंधेरा छाया रहता था।
गांवों में बिजली के दर्शन नदारद थे। महज कुछ घंटों के लिए आने वाली बिजली अखबारों की सुर्खियां बनती थी।
राजद शासन काल के अंतिम वर्ष 2005 में जहां बिहार में मात्र 700 मेगावाट बिजली की उपलब्धता थी। वहीं, एनडीए सरकार बिजली क्षमता करीब 7,323 मेगावाट है। जबकि, पीक आवर में खपत बढ़कर 8,005 मेगावाट हो गई है।
किसानों को महज 65 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। आज बिहार में शहरी इलाकों में 23-24 घंटे और ग्रामीण इलाकों में 21-22 घंटे बिजली की आपूर्ति होती है।
अखाड़ा स्थल के जीर्णोद्धार की घोषणाअखिल भारवर्षीय चंद्रवंशी चेतना परिषद की ओर से आयोजित मगध सम्राट जरासंध का जन्मोत्सव सह चंद्रवंशी स्वाभिमान रैली में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बड़ी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि आज का यह अवसर न केवल हमारे समाज की एकता और परंपराओं को बल देता है, बल्कि हमारे गौरवशाली इतिहास के प्रतीक, मगध सम्राट जरासंध के जीवन और योगदान को श्रद्धांजलि देने का भी अवसर है।
वीरचंद पटेल पथ स्थित मिलर स्कूल मैदान जायसवाल ने कहा कि जरासंध महाराज के अखाड़ा स्थल का जीर्णोद्धार होगा। उन्होंने कहा कि नालंदा स्थित यह स्थल भारतीय इतिहास का गौरव है। यही नहीं, ऐतिहासिक स्थलों में इसका अलग स्थान है, यही कारण है कि सरकार की योजना इसके जीर्णोद्धार की है।
उन्होंने इस मौके पर राजगीर में महाराज जरासंध के अखाड़ा को संरक्षित स्मारक के रूप में घोषित होने की भी घोषणा की।
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Patna की बेटी ने बॉलीवुड में रोशन किया नाम, मिस बिहार से लेकर निर्माता बनने तक का सफर
सोनाली दुबे, पटना। पटना के डाकबंगला चौराहे से निकलकर सुकृति ने बॉलीवुड तक का सफर तय किया है। वे आज एक सफल अभिनेत्री और फिल्म निर्माता हैं। डीपीएस, पटना से पढ़ाई करने वाली सुकृति की यात्रा संघर्ष और सपनों की कहानी रही है। पिता राजेंद्र प्रसाद गुप्ता खुद प्रशासन में थे और उनकी इच्छा थी कि बेटी पढ़ाई में उत्कृष्टता हासिल करे। यही वजह रही कि सुकृति ने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की।
पढ़ाई में अव्वल रहने के साथ-साथ उन्होंने खेलों में भी अपनी पहचान बनाई। बास्केटबॉल में गहरी रुचि थी और उन्होंने अपने स्कूल का राज्य स्तर पर प्रतिनिधित्व भी किया था। तकनीकी क्षेत्र में रुचि रखने वाली सुकृति ने सोचा था कि बीपीएससी की तैयारी करेंगी, लेकिन अभिनय के प्रति बचपन का जुनून उन्हें कहीं और खींच रहा था।
वे बताती हैं, परीक्षा के बाद पापा ने मुझसे कहा कि एक बार मुंबई जाकर अपने अभिनय के सपने को जीने की कोशिश करो।
पापा की इस सलाह ने उनकी जिंदगी बदल दी। मुंबई पहुंचकर थिएटर में काम करना शुरू किया। शुरुआती दिनों में उन्होंने कई विज्ञापन किए, जिनमें कुछ चर्चित रहे। लेकिन उनकी फिल्मी यात्रा बिहार से ही शुरू हुई।
2011 में मिस बिहार का ताज जीतने के बाद उन्हें आह्वान नाम की फिल्म में काम करने का मौका मिला, जिसकी शूटिंग अररिया में हुई थी। इसके बाद उन्होंने फिल्म काशी इन सर्च ऑफ गंगा में एक गेस्ट रोल भी किया।
सुकृति की जिंदगी में असली मोड़ 2022 में आया, जब उनकी फिल्म 'जनहित में जारी' रिलीज हुई। इस फिल्म के पोस्टर पर स्वयं को देखकर उन्हें बेहद गर्व महसूस हुआ। हाल ही में उनकी शार्ट फिल्म 'अमर आज मरेगा' ने दर्शकों को काफी प्रभावित किया है।
ऑन स्क्रीन और ऑफ स्क्रीन का अनुभवसुकृति ने न सिर्फ स्क्रीन पर शानदार अभिनय किया है, बल्कि ऑफ-कैमरा भी अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है। अपने प्रोडक्शन हाउस भारत चलचित्र के तहत उन्होंने जैमाला, डे 180 और मेरे जीवन साथी जैसी फिल्में प्रोड्यूस की हैं। वह कहती हैं।
सुकृति ने बताया कि ऑन-स्क्रीन काम करते हुए मैंने अभिनय की बारीकियां सीखीं, लेकिन जब प्रोड्यूसर बनी, तब समझ आया कि दो घंटे की फिल्म बनाने के पीछे कितनी मेहनत छिपी होती है। कहानी लिखना, अभिनेताओं का मार्गदर्शन करना, हर विभाग के साथ समन्वय बनाना, यह सब आसान नहीं है।
बिहार से जुड़ी यादेंपटना के बारे में वे कहती हैं कि मौर्यालोक में दोस्तों के साथ घूमना, चाचा के साथ स्कूटी पर जाना। ये पल आज भी मेरे मन में ताजे हैं। हर शनिवार और रविवार को चाचा जी हमें स्कूटी पर लेकर गोलघर लेकर जाते थे।
गोलघर के पास का दृश्य, वहां से पूरे पटना शहर का जो नजारा दिखता था, वह बहुत खास हैं। चाचा हमें वहां के इतिहास के बारे में भी बताते थे।
भविष्य की योजनाओं के बारे में उन्होंने कहा, अगर मौका मिला तो मैं मधुबनी पेंटिंग और बिहार की संस्कृति पर फिल्म बनाऊंगी, ताकि हमारी विरासत दुनिया तक पहुंचे।
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Bihar Weather Today: बिहार में आज होगी झमाझम बारिश? इन लोगों से सावधानी बरतने की अपील, पढ़ें लेटेस्ट वेदर अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: राज्य का मौसम तेजी से बदल रहा है। हिमालय की तराई वाले इलाके में बर्फबारी होने से प्रदेश के मैदानी भाग में ठंड बढ़ने के आसार बन गए हैं। अगले चौबीस घंटे के अंदर तापमान में गिरावट आएगी। पश्चिमी एवं उत्तरी भाग में विक्षोभ एवं पूर्वोत्तर भारत में चक्रवात बनने के कारण रविवार और सोमवार को बादल छाए रहेंगे। कई इलाकों में बारिश के भी आसार हैं।
प्रदेश के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- राजधानी पटना में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
पश्चिमी एवं उत्तरी भाग में विक्षोभ एवं पूर्वोत्तर भारत में चक्रवात का असर बिहार में भी देखने को मिलेगा। रविवार एवं सोमवार को आकाश में बादल छाए रहेंगे। वहीं कुछ इलाके में वर्षा भी होने के आसार हैं। खासकर राज्य के दक्षिण एवं पूर्वी भाग में वर्षा की उम्मीद की जा रही है।
शनिवार को गया सबसे गर्मशनिवार को राज्य में गया सर्वाधिक गर्म स्थान रहा। वहां का अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं पूसा एवं जीरादेई सर्वाधिक ठंडा स्थान रहा, वहां पर न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया। वहीं राजधानी में अधिकतम तापमान 24.8 एवं न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सयस दर्ज किया गया।
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि प्रदेश का मौसम काफी तेजी से बदल रहा है। बदलते मौसम में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहने की जरूरत है।
खासकर किसानों को वर्षा को लेकर सावधानी बरतनी होगी। राज्य में धान की कटाई एवं दौनी चल रही है। इस समय खुले में धान की पैदावार रखना नुकसानदायक साबित हो सकता है।
आकाश में बादल छाने के बाद न्यूनतम तापमान में एक बार फिर वृद्धि हो सकती है। वहीं दो दिनों के बाद न्यूनतम तापमान में और गिरावट आ सकती है। दो दिनों के बाद न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की कमी हो सकती है।
न्यूनतम तापमान में अभी उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि 15 दिसंबर के बाद राज्य के न्यूनतम तापमान में गिरावट शुरू हो जाएगी।
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Bihar News: ठेकेदार ने बैंक में घुसकर महिला मैनेजर से की बदसलूकी, फोन-पर्स पटका; देता रहा भद्दी-भद्दी गालियां
जागरण संवाददाता, पटना। गांधी मैदान थाना क्षेत्र में शनिवार को केनरा बैंक की शाखा में घुस कर ठेकेदार राकेश कुमार सिंह ने महिला मैनेजर से बदसलूकी की। उन्हें गालियां दीं। फोन और पर्स पटक दिया। मारने के लिए हाथ भी उठाया। घटना के बाद से मैनेजर सदमे में हैं। किसी तरह सहकर्मी के साथ वह थाने पहुंचीं और शिकायत दर्ज कराई।
सिबिल स्कोर सही करने का दबाव बना रहा था ठेकेदारउन्होंने सीसी कैमरे के फुटेज और मोबाइल की रिकार्डिंग भी साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत की है। थानेदार सीताराम के निर्देश पर दारोगा रश्मि ने आरोपित ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया। वह गर्दनीबाग के आम बगीचा मोहल्ले का रहने वाला है। थानेदार ने बताया कि राकेश कुमार सिंह को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
बताया जाता है कि ठेकेदार राकेश कुमार सिंह ने ऋण के लिए केनरा बैंक की गांधी मैदान शाखा में आवेदन किया था। उसका सिबिल स्कोर सही नहीं था। इस कारण उसे ऋण देने से मना कर दिया गया। इसके बाद वह महिला मैनेजर को सिबिल स्कोर सही करने का दबाव बना रहा था।
महिला मैनेजर की पिटाई करने के लिए भागते हुए सोफे तक आयामैनेजर ने जब समझाने की कोशिश की कि सिबिल स्कोर सही करना उनके स्तर की बात नहीं है, तब वह भड़क गया। वह महिला मैनेजर की पिटाई करने के लिए भागते हुए सोफे तक आया। वहां उन्हें गालियां देने लगा और अंगुली से गाल दबा दिया। इसके बाद उनका मोबाइल व पर्स भी पटक दिया।
महिला मैनेजर घबरा कर वीडियो बनाने लगीं तो कुर्सी पर बैठक अनाप-शनाप कहने लगा। इस दौरान उसे बैंककर्मी समझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वह मानने के लिए तैयार नहीं था। वह कुछ देर बाद वहां से चला गया।
औरंगाबाद में निरीक्षण करने जा रहे खान निरीक्षक पर हमलाअवैध खनन रोकने के लिए शनिवार की देर शाम केरा बालू घाट की ओर निरीक्षण करने जा रहे औरंगाबाद के खान निरीक्षक मो. दानिश आलम पर अवैध बालू धंधेबाजों द्वारा हमला किया गया। वे बाल बाल बचे। लगभग 50 से 60 लोगों के समूह ने ईंट पत्थर व लाठी डंडे से उनपर हमला किया। उनके वाहन का शीशा क्षतिग्रस्त हुआ है।
खान निरीक्षक ने बताया कि अवैध खनन को रोकने के लिए कुछ दिन पहले केरा घाट की ओर जाने वाले रास्ते को उन्होंने कटवाया था। सूचना मिली कि उस रास्ते को अवैध बालू धंधेबाजों ने भरवा दिया है। इसकी जांच करने अपने वाहन से केरा बालू घाट की ओर जा रहे थे।
इसी दौरान बालू घाट जानेवाले रास्ते में अज्ञात लोगों द्वारा उनके वाहन पर लाठी- डंडे और ईंट पत्थर से हमला किया गया। किसी तरह वे और उनके साथ मौजूद खनन विभाग की पुलिस अपना बचाव करते हुए वहां से निकले और थाना पहुंचे।
Tirhut Graduate By Election Result: तिरहुत स्नातक उपचुनाव में किसे मिलेगी जीत? मतगणना का ये है फॉर्मूला
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में विधान परिषद (Bihar Legislative Council) की तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र उप चुनाव (Tirhut Graduate Constituency By Election Result 2024) की मतगणना सोमवार 9 दिसंबर को कराई जाएगी। मतगणना सुबह आठ बजे से मुजफ्फरपुर के एमआईटी कॉलेज प्रांगण में होगी। चुनाव आयोग की ओर से मतगणना को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अशोक प्रियदर्शी ने शनिवार को मुजफ्फरपुर में वैशाली, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी एवं शिवहर जिले के जिलाधिकारियों सहित सभी पदाधिकारियों को मतगणना का प्रशिक्षण दिया।
इसके लिए प्रारंभिक 20 टेबल पर मतगणना आरंभ की जाएगी। तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र उप चुनाव (Tirhut Graduate Constituency By Election Result 2024) में कोटा प्राप्त करने वाले प्रत्याशी ही निर्वाचित घोषित किए जाएंगे।
वरीयता क्रम में दिया गया है वोट- मतों की गिनती प्रत्याशियों को मिले वरीयता के आधार पर की जाएगी। मतदाताओं ने हर प्रत्याशी को एक, दो, तीन सहित जितने प्रत्याशी हैं, उनके नाम के सामने वरीयता क्रम में मत दिया है।
- ऐसे में पहले चरण में प्रत्याशियों के प्रथम वरीयता के आधार पर मतों की गिनती की जाएगी। इस प्रकार जो भी प्रत्याशी मतों का निर्धारित कोटा पूरा कर लेंगे, वह विजयी घोषित किए जाएंगे।
कोटा की गिनती तब तक जारी रहेगी, जब तक वह पूरा नहीं हो जाए। प्रत्याशियों के लिए कोटा का फार्मूला (Tirhut Graduate Constituency By Election Result 2024 Quota Formula) निर्धारित है। इसमें पहले कुल वैध मतों की गिनती की जाएगी।
कुल वैध मतों का आधा से एक मत अधिक प्राप्त करने वाले प्रत्याशी को निर्वाचित घोषित कर दिया जाता है। उदाहरण के तौर पर अगर मतदान कुल 1100 हुआ है और वैध मतों की संख्या 1000 है।
ऐसे में विजयी प्रत्याशी को 501 मत लाना आवश्यक है। अगर प्रथम वरीयता में किसी को 501 मत प्राप्त होते हैं तो वह विजयी घोषित हो जाएगा।
कम मत मिलने पर क्या होगा?अगर किसी भी प्रत्याशी को पहली वरीयता में 501 मत प्राप्त नहीं होता है तो सबसे कम प्रत्याशी के मतों को हटाकर दूसरी वरीयता को शामिल किया जाएगा।
यह प्रक्रिया तब तक जारी रहेगी, जब तक कि किसी प्रत्याशी को 501 मत प्राप्त नहीं हो जाता। इस प्रक्रिया से ही मतगणना संपन्न कराई जाएगी।
गौरतलब है कि कुल 18 प्रत्याशियों का किस्मत बैलेट बाक्स में बंद हैं। इसमें तीन दलों के अतिरिक्त 15 निर्दलीय प्रत्याशी हैं।
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Khan Sir Health Update: खान सर अस्पताल में हुए भर्ती, डॉक्टर कर रहे निगरानी; जानिए ताजा हेल्थ अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। Khan Sir News: खान सर को सर्दी व खांसी हो गई है। वे थाना से बाहर आते ही बीमार पड़ गये। उसके बाद उन्हें राजधानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। हालांकि अस्पताल के चिकित्सकों को कहना है कि खतरे की कोई बात नहीं है। जल्द ही वे स्वस्थ हो जाएंगे।
प्रभात मेमोरियल हीरामती हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ सतीश कुमार सिंह ने कहा है कि खान सर को सर्दी खांसी है और शरीर में पानी की कमी हो गई है। प्राइवेट रूम में भर्ती हैं। खतरे की कोई बात नहीं।
खान सर की रिहाई की मांग करने वाले हैंडलर के खिलाफ FIRखान ग्लोबल स्टडीज नामक एक्स हैंडल पर खान सर की रिहाई की मांग करते हुए भड़काऊ पोस्ट करने वाले हैंडलर (पोस्ट लिखने वाले) के विरुद्ध सचिवालय थाने में प्राथमिकी की गई है। पुलिस ने अपने बयान पर प्राथमिकी की है। सचिवालय एसडीपीओ (प्रथम) डा. अनु कुमारी ने बताया कि छात्रों और बीपीएससी अभ्यर्थियों को भड़काने के लिए ऐसा पोस्ट किया गया था। यदि इस पोस्ट के कारण विधि-व्यवस्था बिगड़ती है तो इसके जिम्मेदार खान ग्लोबल स्टडीज के एक्स हैंडलर होंगे।
खान सर को नहीं किया गया था गिरफ्तारएसडीपीओ ने बताया कि गर्दनीबाग धरनास्थल पर शुक्रवार को बीपीएससी अभ्यर्थी हंगामा कर रहे थे। उनके समर्थन में खान सर (कोचिंग संचालक फैजल खान उर्फ खान सर) पहुंचे थे। वे स्वयं गर्दनीबाग थाने में दंडाधिकारी से मिलने आए।
कुछ देर वहां रुकने के बाद पुलिस की गाड़ी से अपनी कार तक छोड़ने का आग्रह किया। पुलिस वाहन से सुरक्षाकर्मियों के साथ उन्हें अटल पथ तक छोड़ा गया था। उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया था और न ही हिरासत में लिया गया। इसके बावजूद एक्स पर भ्रमित करने वाले भड़काऊ पोस्ट किए गए।
क्या है मामलाबता दें कि 70वीं बीपीएससी परीक्षा में नार्मलाइजेशन नहीं लागू होने की घोषणा के बावजूद अफवाह सुनकर नार्मलाइजेशन के विरोध में अभ्यर्थी गर्दनीबाग धरनास्थल पर पहुंचे थे। वहां वे उग्र हो गए थे, जिसके कारण पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा था। इसमें एक अभ्यर्थी के पैर की हड्डी टूट गई थी। इसके बाद कोचिंग संचालक खान सर वहां आए थे।
उन्हें पुलिस के साथ गर्दनीबाग थाने में जाते देखा गया था। इसपर अभ्यर्थियों ने उनकी गिरफ्तारी और हिरासत में लिए जाने की अफवाह उड़ा दी थी। थोड़ी देर बाद उन्हें पुलिस की गाड़ी से जाते देखा गया था।