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Patna High Court: 'ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट शराब सेवन का निर्णायक सबूत नहीं', पटना हाई कोर्ट की अहम टिप्पणी
प्रत्युष प्रताप सिंह, पटना। पटना हाई कोर्ट ने अपने एक महत्वपूर्ण आदेश से यह तय किया कि ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट शराब सेवन का निर्णायक सबूत नहीं माना जा सकता है।
न्यायाधीश बिबेक चौधरी की एकलपीठ ने सुपौल जिला में अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) कार्यालय के लिपिक प्रभाकर कुमार सिंह को ड्यूटी के दौरान शराब पीने के आरोप में बर्खास्त किए जाने के संबंध में दायर रीट याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया।
हाई कोर्ट ने सुप्रीम कोर्ट के न्याय निर्णय का हवाला देते हुए कहा कि रक्त एवं मूत्र परीक्षण किए बगैर केवल ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट की रिपोर्ट यह साबित करने के लिए पर्याप्त नहीं है कि संबंधित व्यक्ति ने शराब का सेवन कर रखा है।
क्या है मामला?याचिकाकर्ता को 5 फरवरी 2018 को ड्यूटी के दौरान शराब सेवन करने के आरोप में पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में सेवा संहिता का हवाला देते हुए उसको पद से निलंबित कर दिया गया।
जेल से बाहर आने के बाद याचिकाकर्ता की गुहार पर उसे सेवा में योगदान देने का लाभ तो दिया गया, लेकिन उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई।
विभागीय कार्रवाई के दौरान याचिकाकर्ता ने अपना स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि प्रासंगिक समय पर वह सर्दी और खांसी से पीड़ित था और उसने अल्कोहल युक्त कफ सिरप लिया था और केवल संदेह के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया था।
'चिकित्सा अधिकारी ने नहीं की कोई जांच'उन्होंने अपने बचाव में यह भी कहा था कि चिकित्सा अधिकारी या किसी अन्य प्राधिकारी द्वारा यह पता लगाने के लिए कोई जांच नहीं की गई थी कि उसने 5 फरवरी, 2018 को शराब पी थी या नहीं। अल्कोहल की जांच के लिए उसके रक्त और मूत्र के नमूने नहीं लिए गए थे, लेकिन विभागीय कार्रवाई में उनकी कारणपृच्छा को तथ्यहीन, आधारहीन और स्वीकार योग्य नहीं मानते हुए एवं ब्रेथ एनालाजर जांच में अल्कोहल की मात्रा 102एम/100एमएल मिलने का तर्क देते हुए उन्हें बर्खास्त कर दिया।
हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता के बर्खास्तगी आदेश को निरस्त करते हुए कहा कि यह मानने के अलावा कोई विकल्प नहीं है कि अनुशासनात्मक प्राधिकारी माननीय सर्वोच्च न्यायालय की टिप्पणी पर विचार करने में विफल रहे और केवल ब्रेथ एनालाइजर की रिपोर्ट पर नौकरी से बर्खास्त कर दिया।
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CBI और NIA में सब-इंस्पेक्टर बनने का सुनहरा मौका, SSC CGL के 17,727 पदों पर होगी भर्ती; आवेदन शुरू
राज्य ब्यूरो, प्रयागराज। SSC CGL Vacancy 2024 कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की संयुक्त स्नातक स्तरीय परीक्षा (सीजीएल) के 17,727 पदों पर भर्ती के लिए सोमवार से आवेदन प्रक्रिया शुरू हो गई। एसएससी द्वारा वेबसाइट पर अधिसूचना जारी कर दी गई है।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 24 जुलाई तक चलेगी। 25 जुलाई की रात 11 बजे तक फीस जमा की जा सकेगी और फॉर्म में संशोधन 10 से 11 अगस्त को किया जा सकेगा।
एसएससी-सीजीएल के जरिए केंद्र सरकार के मंत्रालय, विभागों, कार्यालयों में ग्रुप बी और सी के पदों को भरा जाएगा।
इसमें ग्रुप बी के तहत असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर, इंस्पेक्टर सेंट्रल एक्साइज, इंस्पेक्टर प्रिवेंटिव ऑफिसर, इंस्पेक्टर एग्जामिनर, असिस्टेंट इंर्फोसमेंट ऑफिसर, सीबीआई और एनआईए में सब इंस्पेक्टर, नारकोटिक्स ब्यूरो में सब इंस्पेक्टर, टैक्स असिस्टेंट और ग्रुप सी के तहत ऑडिटर, एकाउंटेंट, टैक्स असिस्टेंट सहित कुल 34 पदों के लिए 17,727 संभावित रिक्तियों पर भर्ती होगी।
रिक्तियों को बाद में बढ़ाया-घटाया जा सकेगा। आवेदन के लिए उम्र सीमा 18 से 32 वर्ष निर्धारित है। एससी, एसटी, ओबीसी और पीडब्ल्यूबीडी श्रेणी के उम्मीदवारों को उम्र सीमा में छूट दी गई है।
ग्रुप बी और सी पदों पर मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातक डिग्री लेने वाले अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। इसको लेकर विस्तृत दिशानिर्देश वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।
200 नंबर की होगी टियर-1 परीक्षासीजीएल टियर-1 परीक्षा सितंबर-अक्टूबर में और टियर-2 परीक्षा दिसंबर में होगी। टियर-1 परीक्षा 200 अंकों की होगी। इसमें 100 प्रश्न होंगे। जनरल इंटेलीजेंस एंड रीजनिंग, जनरल अवेयरनेस, क्वांटिटेंटिव एप्टीट्यूड, इंग्लिश कांप्रिहेंशन में 25-25 प्रश्न होंगे। गलत उत्तर पर आधा नंबर काटे जाएंगे।
इन शहरों में होगी परीक्षाएसएससी मध्यक्षेत्र प्रयागराज के तहत यूपी और बिहार के 13 शहरों में परीक्षा केंद्र बनेंगे। इसमें बिहार में भागलपुर, मुजफ्फरनगर, पटना, पूर्णिया और उत्तर प्रदेश में आगरा, बरेली, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, प्रयागराज और वाराणसी शहर शामिल हैं।
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BPSC Head Master Jobs: पटना में सबसे ज्यादा होगी प्रधान अध्यापकों की नियुक्ति, इस आधार पर होगा जिलों का आवंटन
राज्य ब्यूरो, पटना। BPSC Head Masters Jobs राज्य के प्राथमिक विद्यालयों में होने वाली 40,518 प्रधान अध्यापकों की नियुक्ति में सबसे ज्यादा 1,984 प्रधान अध्यापक पटना जिला को मिलेंगे।
दूसरा स्थान पूर्वी चंपारण का है, जहां 1,914 प्रधान अध्यापकों की नियुक्ति होनी है। तीसरे स्थान पर मधुबनी है। वहां प्रधान अध्यापकों के 1,883 पद हैं। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने जिलेवार रिपोर्ट बिहार लोक सेवा आयोग को भेज दी है।
शिक्षा विभाग केे मुताबिक, बिहार लोक सेवा आयोग के माध्यम से प्रधान शिक्षकों की नियुक्ति होगी। इन नियुक्तियों से प्राथमिक विद्यालयों में शैक्षणिक व प्रशासनिक व्यवस्था में बड़े सुधार लाने में मदद मिलेगी। ऐसे प्रधान शिक्षकों को विद्यालय संचालन हेतु विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
नेतृत्व क्षमता विकास के बारे में शिक्षकों को विशेषज्ञ प्रशिक्षण देंगे। बता दें कि प्राथमिक विद्यालयों के लिए प्रधान अध्यापक के स्वीकृत कुल 40,518 पद हैं।
इन पदों पर बिहार लोक सेवा आयोग की लिखित परीक्षा के आधार पर नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग द्वारा जिलों को पद आवंटित किए गए हैं। सभी जिलों में जिला शिक्षा पदाधिकारियों को आवंटित पदों को लेकर रोस्टर क्लियरेंस करा लिया गया है।
जिलेवार पदों की संख्यारोस्टर क्लियरेंस के बाद सबसे ज्यादा 1,984 पद पटना जिले में हैं। दूसरे स्थान पूर्वी चंपारण जिले का है, जहां 1,914 पद हैं। तीसरे स्थान मधुबनी का है, जहां 1,883 पद हैं। चौथे स्थान गया का है, जहां 1,697 पद हैं। पांचवां स्थान पश्चिमी चंपारण का है, जहां 1,639 पद हैं।
छठे स्थान पर मुजफ्फरपुर है, जहां 1,632 पद हैं। सातवें स्थान पर समस्तीपुर है, जहां 1,540 पद हैं। आठवें स्थान पर सारण है, जहां 1,436 पद हैं। नौवें स्थान पर दरभंगा है, जहां 1,424 पद हैं। 10वें स्थान पर पूर्णिया है, जहां 1,354 पद हैं।
नालंदा में 1,352, अररिया में 1,327, रोहतास में के 1,271, बांका में 1,220, सीवान में फि 1,209, भोजपुर में 1,139, कटिहार में 1,115, वैशाली में 1,112, सीतामढ़ी में 1,107, औरंगाबाद में 1,093, गोपालगंज में 1,055, सुपौल में 1,047, नवादा में 963, भागलपुर में 902 पद शामिल हैं।
इसके अलावा, जमुई में 828, किशनगंज में 812, मधेपुरा में 810, सहरसा में 754, बेगूसराय में 738, बक्सर में 651, कैमूर में 612, जहानाबाद में 547, खगड़िया में 544, मुंगेर में 536, लखीसराय में 473, अरवल में 335, शेखपुरा में 247 एवं शिवहर में 216 पद शामिल हैं।
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Upendra Kushwaha: NDA ने उपेंद्र कुशवाहा के लिए क्या सोच रखा है? सियासी गलियारों में नई चर्चाओं ने पकड़ा जोर
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi जातियों के जोड़ तोड़ से चल रही राज्य की राजनीति में इस समय कुशवाहा की पूछ बढ़ गई है। अति पिछड़े की तरह कुशवाहा भी राजनीति के केंद्र में आ गए। लोकसभा चुनाव में महागठबंधन ने सात कुशवाहा उम्मीदवार उतारा। जीत तो दो की ही हुई, लेकिन इसने पहले से चल रहे जातियों के समीकरण को उलट-पलट कर रख दिया।
राजद ने सांसद अभय कुशवाहा को संसदीय दल का नेता बनाकर एनडीए पर और दबाव बढ़ा दिया है। अब एनडीए भरपाई की कोशिश में है। क्योंकि 2005 से विधानसभा के पिछले चुनाव तक यही माना जा रहा था कि कुशवाहा एकमुश्त एनडीए के साथ हैं।
एनडीए इस बात से परेशान है कि लोकसभा की तरह 2025 के विधानसभा चुनाव में भी कुशवाहा वोटरों ने बेरूखी दिखाई तो क्या होगा? जाति आधारित गणना में कुशवाहा की आबादी छह प्रतिशत से अधिक बताई गई है।
भरपाई के लिए एनडीए ने उठाया पहला कदमयह आबादी राजद (RJD) के माय समीकरण से जुड़ जाती है तो एनडीए को भारी नुकसान होगा। भरपाई के लिए एनडीए (NDA) का पहला कदम उठ चुका है।
राज्यसभा की दो और विधान परिषद की एक सीट रिक्त है। ये तीनों एनडीए के खाते में जा रही हैं। इनमें एक राज्यसभा और एक विधान परिषद सीट पर कुशवाहा उम्मीदवार हो सकते हैं।
वैसे एनडीए से कुशवाहा की दूरी 2020 के विधानसभा चुनाव के समय ही नजर आ गई थी। तब उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) की रालोसपा, महागठबंधन के साथ थी। 2020 में 16 कुशवाहा विधायक बने, जिनमें नौ महागठबंधन के दलों के थे।
भाजपा ने सम्राट चौधरी को नेतृत्वकारी टीम में शामिल कियाBihar News एनडीए के घटक दलों-भाजपा (BJP) और जदयू (JDU) के क्रमश: चार और तीन विधायक जीते। उसके बाद एनडीए नेतृत्व ने भरपाई का प्रयास किया। उपेंद्र कुशवाहा एनडीए से जुड़े। जदयू ने उन्हें विधान परिषद में भेजा। भाजपा ने सम्राट चौधरी को नेतृत्वकारी टीम में शामिल किया।
बारी-बारी से वे विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष, प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री बनाए गए। उपेंद्र जदयू से अलग हो गए। राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के नाम से नई पार्टी बनाई। एनडीए के घटक बने। लोकसभा चुनाव में काराकाट में उपेंद्र की की हार का कारण भाजपा से जुड़े रहे अभिनेता पवन सिंह को बताया गया।
पवन निर्दलीय लड़े और राजद विरोधी वोटों के दम पर उन्हें दूसरा स्थान मिला। भाजपा को अहसास था, कि उपेंद्र की हार का लांक्षण उसी पर लगेगा। भाजपा के बड़े बड़े नेता प्रचार के लिए काराकाट गए। लोकसभा में हार के बावजूद उपेंद्र कुशवाहा को एनडीए की बैठक में बुलाया गया। अब उन्हें राज्यसभा भेजने की चर्चा हो रही है।
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Nitish Kumar: नीतीश सरकार को क्यों लिखनी पड़ी अमित शाह के विभाग को चिट्ठी? महज 1 साल के लिए रखी है ये डिमांड
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics राज्य सरकार (Nitish Kumar Government) ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर नक्सल प्रभावित इलाकों में अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी)- अभियान के पद पर कार्यरत पांच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति अवधि एक साल बढ़ाने का अनुरोध किया है। इसको लेकर गृह विभाग के अपर सचिव सुधांशु कुमार चौबे ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव को पत्र लिखा है।
जिन पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति अवधि चौथे साल के लिए बढ़ाने का अनुरोध किया गया है, उनमें मुंगेर में पदस्थापित कुणाल कुमार, जमुई में पदस्थापित ओंकार नाथ सिंह, बगहा (पश्चिमी चंपारण) में पदस्थापित दिवेश कुमार मिश्रा, लखीसराय में पदस्थापित मोती लाल और गया में पदस्थापित मुकेश कुमार सेवरिया शामिल हैं।
एएसपी के माध्यम से उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अभियान चलाया जा रहाBihar News इन सभी की तीन साल की प्रतिनियुक्ति अवधि पूरी हो गई है और अब चौथे साल के लिए अवधि विस्तार का अनुरोध किया गया है। गृह विभाग ने कहा है कि एएसपी (अभियान) के माध्यम से केंद्रीय एजेंसियों एवं राज्य पुलिस के बीच समन्वय स्थापित कर नक्सल व उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अभियान चलाया जा रहा है।
तीन वर्ष के अल्प समय में इन पदाधिकारियों का नक्सल उन्मूलन अभियान काम काफी सराहनीय रहा है। माओवादियों के प्रभाव वाले इलाकों में पहले चरण में इन पदाधिकारियों के द्वारा पांच फुटओवर ब्रिज (एफओबी) का निर्माण किया गया है।
दूसरे चरण में भी पांच एफओबी के शीघ्र निर्माण की योजना है। इसके लिए जमीन चिह्नित कर नक्शा पास करने और लेआउट प्लान आदि का कार्य किया जा रहा है।
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Prashant Kishor: प्रशांत किशोर और NEET पेपरलीक के किंगपिन की पत्नी एक साथ, वायरल तस्वीर से मचा सियासी बवाल
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार में नीट पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) को लेकर सियासत तेज है। कुछ दिनों पहले, बिहार के डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने इस मामले का तार पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से जोड़ा था।
वहीं, राजद ने भी कुछ तस्वीरें मीडिया के साथ साझा कीं, जिसमें आरोपियों के साथ एनडीए के कई नेता नजर आए। अब राजद ने इस मामले में चुनावी विश्लेषक और जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर का नाम उछाला है।
दरअसल, राजद की प्रवक्ता कंचन यादव ने अब प्रशांत किशोर और ममता देवी की एक तस्वीर अपने एक्स अकाउंट पर साझा की है। तस्वीर में ममता देवी और प्रशांत किशोर एक साथ दिख रहे हैं। इस तस्वीर से बिहार में सियासी बवाल मचा है। बता दें कि ममता देवी नीट पेपर लीक मामले के किंगपिन संजीव मुखिया की पत्नी हैं।
जमीन की खरीद-बिक्री से जुड़े रहे हैं नीट पेपर लीक कांड के आरोपीनीट पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई ने झारखंड के देवघर से पांच बदमाशों को गिरफ्तार किया है। उसमें तीन राजगीर प्रखंड के छबिलापुर थाना क्षेत्र बेलदार बिगहा के रहने वाले हैं। ये सभी जमीन की खरीद- बिक्री का धंधा करते थे।
बेलदार बिगहा में एकंगर सराय के कुंडवा पर निवासी राजीव कुमार का ननिहाल है। इस कारण ये लोग एक दूसरे से पूर्व परिचित थे। इस कांड में गांव के दो अन्य युवकों की संलिप्तता की जांच की जा रही है। ईओयू की टीम ने उन दो युवकों की गिरफ्तारी के लिए रविवार की रात उनके घर पर दस्तक दी थी, लेकिन दोनों में से कोई नहीं मिला।
NEET पेपरलीक किंगपिन संजीव मुखिया की पत्नी और प्रशांत किशोर।
पेपर लीक माफिया का कनेक्शन @BJP4India, @Jduonline और @PrashantKishor तक जा रहा है।
इसकी जाँच कब होगी? pic.twitter.com/smUTjzhFnI
— Kanchana Yadav (@Kanchanyadav000) June 24, 2024सूत्रों की माने तो महेन्द्र प्रसाद के पुत्र सुमन कुमार और महेश प्रसाद के पुत्र विकास कुमार की तलाश आर्थिक अपराध इकाई की टीम कर रही है। वहीं, संजीव मुखिया भी नालंदा जिले का रहने वाला है।
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'सब सही है...', Jitan Ram Manjhi को आखिर क्यों कहना पड़ा ऐसा, संविधान को लेकर विपक्ष पर बोला हमला
एएनआई, नई दिल्ली/पटना। Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने एक बार फिर कहा है कि एनडीए में सब सही है। उन्होंने संविधान को खतरे में बताए जाने को लेकर विपक्ष पर कड़ा प्रहार भी किया है।
गया लोकसभा सीट से सांसद जीतन राम मांझी ने समूचे विपक्ष पर थोथी दलील देने का आरोप लगाया। इसके साथ ही नीट पेपर लीक मामले को लेकर भी हमला बोला।
मांझी ने क्या कहा?जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे थोथी दलील दे रहे हैं। मांझी ने विपक्ष से सवाल किया कि वे बताएं कि आखिर कैसे संविधान खतरे में है?
उन्होंने कहा कि केंद्र बहुमत की सरकार चल रही है। सब सही है। बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दलों के नेता संविधान बदल देने का राजग पर आरोप लगाते आ रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार को जीतन राम मांझी ने अपनी प्रतिक्रिया दी थी।
#WATCH विपक्ष के बयान पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, "वे थोथी दलील दे रहे हैं। बताएं कि कैसे संविधान खतरे में है...बहुमत मिला, बहुमत की सरकार चल रही है। सब सही है।"
NEET मामले पर उन्होंने कहा, "हिन्दुस्तान में न्यायपालिका सबसे ऊपर है। जब कोई मामला न्यायालय के अधीन है… pic.twitter.com/pm1iky5phR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 24, 2024 नीट पेपर लीक पर भी बोले जीतन रामकेंद्र सरकार में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने मीडिया से बात करते हुए नीट पेपर लीक (NEET Paper Leak Case) मामले को लेकर भी विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान की न्यायपालिका सबसे ऊपर है।
उन्होंने कहा कि जब कोई मामला कोर्ट के अधीन है तो उसमें किसी को हस्तक्षेप करने का या कुछ बोलने का कोई अधिकार नहीं है। बता दें कि नीट पेपर लीक मामले को लेकर इन दिनों देश का सियासी माहौल गर्म है।
इधर, इस मामले में बिहार में नौ आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी हो चुकी है। मूल रूप से नालंदा जिले के रहने वाले संजीव मुखिया (Sanjeev Mukhiya) को इस पूरे मामले का मास्टर माइंड बताया जा रहा हे। हालांकि, संजीव मुखिया की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है।
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Tejashwi Yadav: नीट मामले के बीच बिहार में अब इस मुद्दे पर सियासत तेज, तेजस्वी को सीधे PM से कहनी पड़ी ये बात
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार में बीते कुछ दिनों में अपराध की घटनाओं में वृद्धि आई है। आए दिन कहीं न कहीं से कोई आपराधिक घटना सामने आ रही है।
बढ़ते अपराध के बीच बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) को घेर लिया। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा कि प्रधानमंत्री जी आपके पावन मुखारविंद से बिहार में दिन दोगुनी रात चौगुनी वृद्धि कर रहे रिकॉर्ड तोड़ अपराध पर दो शब्द निंदा के अपेक्षित हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने पोस्ट में हाल के दिनों में अलग अलग हुई कई वारदातों का हवाला भी दिया है। उन्होंने पोस्ट में लिखा कि वैसे भी सभी न्यायप्रिय और विवेकशील बिहारी कहते हैं कि आपको चुनाव के वक्त ही जंगलराज के जंगली सपने आते है। आपकी जानकारी और संज्ञान के लिए 2-3 दिन की आपराधिक घटनाओं की दर्दनाक अल्प सूची सांझा कर रहा हूं।
इन घटनाओं का तेजस्वी ने किया जिक्रतेजस्वी ने पोस्ट में 33 आपराधिक घटनाओं का ब्यौरा दिया है। उन्होंने लिखा शेखपुरा में डबल इंजन सरकार में डबल पावर से लैस अपराधियों ने आठ साल की बच्ची की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या की। कैमूर में अपराधियों ने युवक की हत्या की। अपराधियों ने तांडव मचा सिविल कोर्ट के स्टाफ की गोली मारकर हत्या की।
तेजस्वी ने आगे लिखा कि मधेपुरा में बेलगाम अपराधियों ने ईंट और पत्थरों से सिर और चेहरे को कूच-कूच कर एक युवक की निर्मम हत्या की। अररिया में 55 साल के एक व्यक्ति की हत्या कर अपराधियों ने शव फेंका। बेतिया में अपराधियों ने पत्रकार पर चाकू से जानलेवा हमला किया।
स्कूल में घुसकर हेडमास्टर को गोली मरने की बात को भी किया उजागरउन्होंने लिखा कि सीतामढ़ी में सत्ता संरक्षित लुटेरों ने सीएसपी संचालक से सरेआम आठ लाख रुपए लूटे। पुलिस मुकदर्शक। एनडीए के स्थानीय सांसद जातीय बदला लेने में व्यस्तऔर मस्त। तेजस्वी यहीं नहों रुके, उन्होंने आगे लिखा कि नालंदा में भगवा गमछाधारी ने स्कूल में घुसकर हेडमास्टर को गोली मारी।
इतनी ही नहीं उन्होंने यह भी लिखा कि सिवान में एडीजे के एक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या की गई। नवादा में तीन महिलाओं की संदिग्ध हालात में मौत। समस्तीपुर में सरकारी अपराधियों ने दिनदहाड़े अंधाधुंध फायरिंग हुई, जिसमें दो लोग घायल हुए। मोतिहारी जिला अंतर्गत थाने के हाजत में युवक की संदेहास्पद मौत।
इसके अलावा, तेजस्वी ने यह भी बताया कि छेड़खानी का विरोध करने पर अपराधियों ने चलाई गोली, गोलीबारी में एक की मौत। भोजपुर में गोलियां चली, एक की मौत। नालंदा में सरकारी अपराधियों ने एक युवक की पीट-पीटकर निर्मम हत्या की। कुल मिलाकर नेता प्रतिपक्ष ने कुल 33 घटनाओं का जिक्र किया है।
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NEET Paper Leak Case: तो ऐसे हुआ था पेपर लीक... नीट केस में सामने आया एक और बड़ा अपडेट, गिरोह ने इनसे ली थी मदद
जागरण संवाददाता, पटना। नीट यूजी पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) में साइबर अपराधियों की संलिप्तता भी उजागर हुई है। अंतरराज्यीय गिरोह ने नीट यूजी प्रश्न पत्र बाहर लाने के लिए साइबर अपराधियों से संपर्क किया था। पेपर लीक मामले में देवघर से गिरफ्तार पंकु, कारू और बिट्टू कुमार साइबर ठग गिरोह से जुड़े है।
ये लोग शेखपुरा, नालंदा और नवादा में अपना संगठित गिरोह चलाकर लोन एवं नौकरी सेटिंग करवाने आदि के नाम पर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। इन्हीं तीनों ने पेपर लीक से जुड़े गिरोह को आश्रयस्थल, डुप्लीकेट सिम कार्ड और मोबाइल फोन उपलब्ध कराया था।
पूछताछ में पता चला कि तीनों फर्जी सिम और फर्जी बैंक खाता का उपयोग कर साइबर ठगी की रकम भी मंगाते थे। पेपर लीक से जुड़े गिरोह को डुप्लीकेट सिम और मोबाइल फोन इसी गिरोह ने उपलब्ध कराया था।
पंकू और बिट्टू ने पूछताछ में ईओयू को बताया कि उन दोनों ने देवघर से फर्जी आइडी के आधार पर दो मोबाइल खरीदे थे, जिसमें फर्जी सिम लगाए थे।
कारू के पास से दो अलग अलग कंपनियों का मोबाइल, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, एसबीआई का तीन एटीएम कार्ड, ब्लैंक चेक, 40 हजार नकद, कार, जियो कंपनी का दो खाली रैपर, जिसपर दो मोबाइल लिखा हुआ था, देवघर के बारमसिया चौक स्थित मोबाइल स्टोर से खरीदारी किए सामान, इंडियन बैंक का पासबुक, पंजाब नेशनल बैंक का पासबुक मिला।
दोनों पासबुक राजीव कुमार के नाम से था। साथ ही चार अलग अलग बैंकों के ब्लैंड चेक को बरामद किया गया। इसी तरह पंकु कुमार के पास से एक मोबाइल, एयरटेल कंपनी का सिम कार्ड, आईसीआईसीआई, इंडियन, एक्सीस, विजया, बैंक ऑफ बड़ौदा बैंक का एटीएम कार्ड, पंकु के नाम से दो पैन कार्ड, एक पासपोर्ट औ चेक बुक मिला।
इसी तरह परमजीत उर्फ बिट़्टू कुमार के पास से एक मोबाइल, नकद, तीन बैंकों का एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, बिट्टू के नाम से दो आधार कार्ड, बैंक पासबुक, राम रौशन का आधार कार्ड और चंदन कुमार के नाम से वोटर आइडी कार्ड मिला था।
मोबाइल, सिम कार्ड और बैंक खाता से उजागर होंगे राजतीनों के पास से बरामद मोबाइल एक ही कंपनी के हैं। इनके पास से बरामद मोबाइल फोन और सिम कार्ड की जांच की जा रही है। डुप्लीकेट सिम कार्ड से किस मोबाइल नंबर पर बात की गई थी?
बरामद मोबाइल से डिलीट किए गए नंबर, मैसेज को भी जांच एजेंसी रिकवर कर रही है। ताकि यह पता चला चल सके कि उस नंबर से कितने लोगों से संपर्क किया गया था और मैसेज कहां कहां भेजे गए थे। जरूरत पड़ी तो ईओयू इन तीनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर सकती है।
गिरोह के संपर्क में थे तीनों आरोपिततीनों आरोपितों ने पूछताछ में कई और का नाम उजागर किए है। हालांकि जांच प्रभावित न हो इस वजह से उनका सभी का नाम गोपनीय रखा गया है। तीनों कब से और कैसे गिरोह के संपर्क में आए? कब से गिरोह के लिए डुप्लीकेट सिम और मोबाइल के साथ अन्य संसाधन उपलब्ध करा रहे थे? किसी और राज्य के गिरोह से इनका संपर्क था या नहीं, इस बिन्दु पर भी जांच की जा रही है।
नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में नौ आरोपितों की जमानत याचिका पर सुनवाई 25 को नीट प्रश्न पत्र लीक मामले में आठ आरोपितों की ओर से दायर नियमित जमानत याचिका और एक आरोपित द्वारा दायर अग्रिम जमानत याचिका पर शुक्रवार को अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंचम राजेंद्र प्रसाद सिन्हा की अदालत में सुनवाई हुई। अदालत ने इस मामले में पुलिस से पूर्ण केस डायरी की मांग की।
इस मामले में सुनवाई की अगली तिथि 25 जून मुकर्रर की गयी है। सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष की ओर से अदालत को बताया गया कि जो केस डायरी दाखिल की गई वह अपडेट नहीं है।
आरोपित रीना कुमारी के अधिवक्ता उदय शंकर सिंह ने बताया कि इस मामले में आरोपित संजीव कुमार की ओर से अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की गई है, जबकि सिकंदर येदुवेन्दु उर्फ सिकन्दर प्रसाद येदुवेन्दु आयुष राज, रीना कुमारी, शिवानंद कुमार, अखिलेश कुमार, अमित आनंद, रौशन कुमार और नीतीश कुमार की ओर से नियमित जमानत याचिका दाखिल की गई है।
पूछताछ के लिए ईओयू कार्यालय पहुंचा परीक्षार्थी सोनूनीट-यूजी पेपर लीक कांड में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की नोटिस पर सोमवार को एक और छात्र पहुंचा। छात्र की पहचान नीट परीक्षार्थी सोनू कुमार के रूप में हुई है, जो अपने अभिभावक के साथ आया था।
हालांकि, पूरा मामला सीबीआइ को सौंपे जाने के कारण उससे विस्तार से पूछताछ नहीं की जा सकी। संक्षिप्त पूछताछ में आवश्यक जानकारी लेकर उसे वापस भेज दिया गया।
मालूम हो कि ईओयू ने करीब 15 परीक्षार्थियों को नोटिस दिया था जिसमें चार से पूछताछ की जा चुकी है। सोनू कुमार पांचवां परीक्षार्थी था, जो ईओयू की नोटिस पर पहुंचा था।
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Bihar Weather: आरा और वैशाली समेत बिहार के इन 8 जिलों में कब होगी वर्षा? आ गया मौसम विभाग का ताजा अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today प्रदेश में मानसून (Monsoon In Bihar) के आगमन के बावजूद भीषण उष्ण लहर का कहर जारी है। हालांकि, राजधानी में दिनभर तीखी धूप एवं उमस के बाद रात में हुई हल्की वर्षा ने राजाधनीवासियों को बड़ी राहत दी।
अगले दो दिनों में प्रदेश के विभिन्न भागों में अच्छी वर्षा के आसार बन रहे हैं। प्रदेश के कुछ भागों में भीषण गर्मी का कहर जारी रही। खासकर, शेखपुरा, वैशाली एवं मुंगेर में भीषण उष्ण लहर का कहर जारी रहा। वहीं, गोपालगंज, बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद एवं अरवल में उष्ण लहर रहा।
सोमवार को राज्य में सर्वाधिक तापमान वैशाली में 43.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। सबसे कम न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
क्या कहते हैं मौसम विज्ञानी?पटना मौसम विज्ञान (IMD Patna) केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि राज्य में मानसून का प्रवेश हो गया है। उसी क्रम में दिनभर गर्मी के बाद रात में राजधानी में वर्षा हुई। रात में वर्षा के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली।
लंबे समय बाद राजधानी में हल्की वर्षा रिकॉर्ड की गई। वर्षा के बाद लोगों ने शाम को काफी दिनों के बाद घरों की खिड़कियों को खोलकर ठंडी हवा का आनंद लिया।
राजधानी के अलावा फारबिसगंज, किशनगंज, वीरपुर, राजापाकर और अररिया में वर्षा हुई। अगले दो से तीन दिनों में प्रदेश के विभिन्न इलाके में वर्षा रिकॉर्ड की गई।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि प्रदेश के वातावरण में धीरे-धीरे आर्द्रता बढ़ रही है। जैसे-जैसे वातावरण में आर्द्रता बढ़ रही है, उसके अनुपात में वर्षा भी आगे बढ़ रही है।
वर्षा के लिए आर्द्रा बेहतर नक्षत्रBihar News मौसम विज्ञानियों का कहना है कि वर्षा के लिए आर्द्रा नक्षत्र का विशेष महत्व है। इसी नक्षत्र में अधिकांश कृषि कार्य होते हैं। मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. एमडी ओझा का कहना है कि आर्द्रा में अधिकांश किसान धान का बीज डालकर बिचड़ा तैयार करते हैं।
रोहणी नक्षत्र में डाले गए बीच रोपनी के लिए भी तैयार हो जाते हैं। जो किसान आर्द्रा में बीज नहीं डालेंगे तो उसके बाद बीज डालने का समय काफी बीत जाएगा।
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Bihar Vidhan Mandal Session: विधानमंडल का मानसून सत्र 22 जुलाई से होगा, जानिए पांच बैठकों में क्या-क्या होगा
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू होगा। इसमें कुल पांच बैठकें होंगी। विधानसभा की ओर से सोमवार को जारी औपबंधिक कार्यक्रम के अनुसार पहले दिन नए सदस्यों का शपथ ग्रहण होगा।
मालूम हो कि रूपौली विधानसभा क्षेत्र में उप चुनाव हो रहा है। इसका परिणाम 13 जुलाई को आएगा। उप चुनाव में जीते विधायक का शपथ ग्रहण सत्र के पहले दिन होगा। वित्तीय वर्ष 2024-25 के प्रथम व्यय विवरणी का उपस्थापन होगा।
राज्यपाल द्वारा हस्ताक्षरित अध्यादेशों की प्रतियां सदन के पटल पर रखी जाएंगी। 23 एवं 24 जुलाई को राजकीय विधेयक लिए जाएंगे। 25 जुलाई को प्रथम अनुपूरक व्यय विवरणी वाद विवाद एवं मतदान होगा। 26 जुलाई को गैर-सरकारी संकल्प के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित हो जाएगी।
रूपौली में एक का पर्चा रद्द, अब बचे 12 उम्मीदवारइधर, रूपौली विधानसभा उप चुनाव को लेकर नामांकन पत्र दाखिल करने वालों के नामांकन पत्रों की जांच सोमवार को संपन्न हो गई। इस विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में कुल 13 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरा था। जांच के दौरान एक अभ्यर्थी का नामांकन पत्र रद कर दिया गया, जबकि शेष 12 उम्मीदवारों के नामांकन पत्र वैध पाए गए हैं।
वैध नामांकन पत्रों में जदयू के कलाधर प्रसाद मंडल और राजद की बीमा भारती का नामांकन पत्र भी सम्मिलित है। उप चुनाव में नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवारों के नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 26 जुलाई निर्धारित की गई है। मतदान 10 जुलाई को कराया जाएगा, जबकि मतगणना 13 जुलाई को होगी।
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Bihar News: राज्य के सात विश्वविद्यालयों में नए कुलसचिवों की नियुक्ति, राजभवन सचिवालय ने जारी की अधिसूचना
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्यपाल एवं कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर के आदेश से राज्य के सात विश्वविद्यालयों में नए कुलपतियों की नियुक्ति की गई है। सोमवार को राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोंग्थू के हस्ताक्षर से इसकी अधिसूचना जारी की गई है।
इस अधिसूचना के मुताबिक, पटना विश्वविद्यालय में डा.शालिनी को कुलसचिव नियुक्त किया गया है। ये वर्तमान में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं। जबकि पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में कुलसचिव पद पर प्रो. नरेन्द्र कुमार झा को नियुक्त किया गया है। ये वर्तमान में पटना विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र विभाग में प्रोफेसर हैं।
बिपिन कुमार मगध विवि के कुलसचिव बनेअधिसूचना के मुताबिक, मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के कुलसचिव पद पर डा. बिपिन कुमार की नियुक्ति की गई है। ये वर्तमान में मोकामा के आरआरएस कालेज में अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर हैं। नालंदा खुला विश्वविद्यालय के कुलसचिव पद पर डा. समीर कुमार शर्मा की नियुक्ति की गई है। ये वर्तमान में पटना विश्वविद्यालय के अंग्रेजी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं।
जय प्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा के कुलसचिव के रूप में प्रो. नारायण दास की नियुक्ति की गई है। ये वर्तमान में वैशाली जिले के एमएसएम समता कालेज जन्दाहा में प्रोफेसर हैं। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव के पद पर प्रो. ब्रजेशपति त्रिपाठी की नियुक्ति की गई है। ये वर्तमान में पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय में
अर्थशास्त्र विभाग में प्रोफेसर हैं। बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के कुलसचिव के रूप में प्रो.विपिन कुमार राय की नियुक्ति की गई है। ये वर्तमान में मुजफ्फरपुर के एसआरपीएस कालेज, जयंतपुर में प्रभारी प्राचार्य के पद पर कार्यरत हैं।
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'वे हर तरफ अपने ज्ञान का आतंक फैला रहे हैं', मनोज झा पर भड़की भाजपा; कहा- झूठ बोलकर...
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने कहा कि राजद के ज्यादा काबिल नेता पार्टी के लिए मुसीबत बन गए हैं। मनोज झा तो काबिलियत की सारी सीमाएं लांघ चुके हैं। वे हर तरफ अपने ज्ञान का आतंक फैला रहे हैं।
यही नहीं, अपने झूठे बयान से जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन बिहार और देश की जनता मनोज झा के झूठ से भ्रमित नहीं होगी।
राजद शासनकाल में मनोज झा के वर्तमान आका भले ही अपराधियों के मुंह देखकर कार्रवाई करते थे, लेकिन एनडीए की सुशासन की सरकार न किसी को बचाती है और न ही फंसाती है।
नीट पेपर लीक मामले में जो भी दोषी होगा, वह जेल की हवा खाएगा। संजीव मुखिया हो या फिर जंगल राज के युवराज का पीएस, मामले में अगर दोषी पाया जाएगा तो उसे कोई नहीं बचा सकता।
'नीट मामले में दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा'जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने सोमवार को कहा कि नीट पेपर लीक मामले में दाेषियाें को बख्शा नहीं जाएगा। अपने कुकर्मों पर पर्दा डालने के लिए राजद द्वारा जदयू पर अनर्गल आरोप लगाया जा रहा है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि नीट परीक्षा धांधली में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के करीबियों की संलिप्तता हैरान करने वाली है।
अपराधियों और जालसाजों के साथ सांठगांठ राजद की कार्य संस्कृति का हिस्सा रहा है। तेजस्वी यादव अपने शागिर्दों के माध्यम से उसी राजनीतिक परंपरा को आगे बढ़ाने की दिशा में काम रहे हैं। जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूरे मामले में सरकार संवेदनशील है।
राज्य की आर्थिक अपराध इकाई पूरी गंभीरता से इस मामले को देख रही है। आगे की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा गया है। विद्यार्थियों के भविष्य के साथ किसी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा।
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Bihar Politics: 'नीतीश सरकार में गरीबों पर माफिया के हमले बढ़े', माले ने NDA को घेरा; भाकपा 22 जुलाई से करेगी आंदोलन
राज्य ब्यूरो, पटना। भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने सोमवार को कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली भाजपा-जदयू की सरकार में दलितों व गरीबों पर माफिया और सामंती ताकतों के हमले बढ़े हैं। खासकर भूमि माफिया द्वारा गरीबों के जमीनों और घरों पर कब्जे की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है।
कुणाल ने कहा कि गया में बेदखली का विरोध कर रहे संजय मांझी का भू-माफिया ने तलवार से हाथ काट डाला। यही हाल पूरे राज्य में है। भूमि माफिया प्रशासन के संरक्षण में गरीबों के जमीनों पर कब्जे कर रहे हैं और इसका विरोध करने वालों पर हमले कर रहे हैं।
न्यायालय व प्रशासनिक मिलीभगत के जरिए भूमि माफिया लगातार दलित-गरीबों को बेदखल करके जमीन पर कब्जा जमा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन समस्याओं से अपनी नजरें फेर ली हैं।
22 से 27 जुलाई तक चलेगा आंदोलनपटना। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन द्वारा श्रमिकों की समस्याओं को लेकर 22 से 27 जुलाई तक आंदोलन किया जाएगा। इसके तहत मजदूरों को संगठित कर सभी प्रखंड मुख्यालयों में धरना-प्रदर्शन कार्यक्रम होगा।
सोमवार को भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पाण्डेय ने यूनियन की राज्य परिषद की बैठक में इसकी घोषणा की। बैठक में बिहार राज्य खेत मजदूर यूनियन के महासचिव जानकी पासवान ने रिपोर्ट पेश किया। उन्होंने कहा कि खेत मजदूरों पर लगातार हमले बढ़ रहे हैं।
महंगाई आसमान छूने लगी है। जिसका असर गरीबों की जिंदगी पर पड़ रहा है। सरकार सभी फैसले गरीब विरोधी ले रही है। एनडीए सरकार बनने के साथ ही महगाई भी बढ़ने लगी है।
बैठक की अध्यक्षता सुधीर कुमार ने की। बैठक को उप महासचिव पुनीत मुखिया, अनिल कुमार, सत्येंद्र कुमार, रमाकांत अकेला, रामपुकार मुखिया, तिरपित पासवान, रामचन्द्र पासवान, कन्हैया प्रसाद आदि ने संबोधित किया।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के रामबली सिंह चंद्रवंशी की विधान परिषद सदस्यता खत्म होने की वजह से हो रहे उप चुनाव में जदयू के भगवान सिंह कुशवाहा एनडीए के प्रत्याशी होंगे। जदयू द्वारा जल्द ही इसकी आधिकारिक घाेषणा की जाएगी।
जदयू नेता भगवान सिंह कुशवाहा भोजपुर जिले के जगदीशपुर से विधानसभा का चुनाव लड़ते रहे हैं। वर्ष 1990 में उन्होंने भाकपा (माले) की टिकट पर चुनाव जीता था। इसके बाद वर्ष 2006 में उन्होंने इस सीट से जदयू की टिकट पर चुनाव लड़ा और उन्हें जीत हासिल हुई थी।
उपेंद्र कुशवाहा का राज्यसभा जाना तयवह नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री भी रहे। पिछला विधानसभा चुनाव उन्होंने लोजपा की टिकट पर भी पिछली बार के विधान सभा चुनाव में वह मैदान में थे।
एनडीए में हुए मंथन के अनुसार, यह सीट उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी रालोमो को मिलनी थी। पर अब जब यह सीट जदयू को मिल गयी है तो उपेंद्र कुशवाहा को राज्यसभा भेजा जाना तय माना जा रहा है।
12 जुलाई को होगी वोटिंगपटना। बिहार विधान परिषद के सदस्य रामबली सिंह अयोग्य घोषित किए जाने के बाद रिक्त पद पर उप चुनाव कराने की अधिसूचना मंगलवार को जारी होगी। विधानसभा सदस्यों (विधायकों ) द्वारा इस रिक्त पद के लिए मतदान किया जाएगा।
मतदान की तिथि 12 जुलाई निर्धारित की गई है। चुनाव आयोग के अनुसार विधान परिषद की रिक्त हुई इस सीट पर 25 जून को अधिसूचना जारी की जाएगी। मंगलवार से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
नामांकन की अंतिम तिथि दो जुलाई निर्धारित की गई है, जबकि नामांकन पत्रों की जांच तीन जुलाई को की जाएगी। नाम वापसी की अंतिम तिथि पांच जुलाई निर्धारित है।
अगर मतदान की नौबत आई तो 12 जुलाई को सुबह नौ बजे से दोपहर चार बजे तक होगा। उसके बाद उसी दिन (12 जुलाई) को ही शाम पांच बजे से मतगणना होगी। उल्लेखनीय है कि राजद के अनुरोध पर तत्कालीन सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने रामबली की सदस्यता समाप्त कर दी गई थी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Samrat Chaudhary On Emergency भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि एक बार फिर से कांग्रेस समेत विपक्ष के द्वारा 'संविधान बदलने' वाले झूठ के जरिए अपने 'पापों' को छुपाने की कोशिश की जा रही है। 25 जून, 1975 को संविधान की हत्या कर लोकतंत्र की गला घोंटने वालों का संविधान की दुहाई देना हास्यास्पद है।
सम्राट ने आपातकाल का जिक्र करते हुए कहा कि भारत की नई पीढ़ी इस बात को कभी नहीं भूलेगी कि 50 साल पहले 25 जून को कांग्रेस द्वारा देश के संविधान की धज्जियां उड़ाई गई थीं। देश को जेलखाना बना दिया गया और लोकतंत्र को पूरी तरह से कुचल दिया गया था।
'कांग्रेस की फितरत में तानाशाही'उन्होंने कहा कि आज अपने संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए देशवासी इस बात का संकल्प लें कि जो 50 साल पहले किया गया, कांग्रेस फिर करने की हिम्मत नहीं करे। कांग्रेस की फितरत में ही तानाशाही है।
'देश की जनता को यह नहीं भूलना चाहिए...'उन्होंने यह भी कहा कि देश की जनता को यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि 25 जून 1975 को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए देश में आपातकाल लगा दिया था। रातों-रात देशभर के विरोधी राजनेताओं को जेलों में ठूंस दिया गया था।
सम्राट ने कहा कि कांग्रेस की कुकृत्य की वजह से ही 25 जून सदैव भारत के लोकतंत्र के इतिहास में 'काला दिन' के रूप में जाना जाएगा। संविधान और लोकतंत्र में निष्ठा रखने वाले लोगों के लिए 25 जून कभी न भूलने वाला दिन है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने सोमवार को कहा कि लोगों की हथियाई जमीन वापस करने में तेजस्वी यादव को क्या तकलीफ है? विकास के समर्थक होने का झूठा ढोंग कर रहे राजद नेताओं में थोड़ी भी इंसानियत बची है तो उन्हें बताना चाहिए कि उनके युवराज नाबालिग रहते ही करोड़ों की संपत्ति के मालिक कैसे बन गए?
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि वास्तव में तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आज राजद के समस्त नेता झूठे बयानों के जरिए लालू परिवार के काले कारनामों से अपना पिंड छुड़ाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव यह बात अच्छे से जान लें कि झूठे बयानों से उनके परिवार के भ्रष्टाचार की कालिख मिटने वाली नहीं है, इसलिए यदि वह सही मायने में साफ मन से राजनीति करना चाहते हैं तो अपनी काली आमदनी को खुद से उजागर कर दें।
उन्होंने कहा कि आम लोगों से हड़पी जमीनों को वापस कर बिहार की जनता से माफी मांग नए सिरे से शुरुआत करें।
युवाओं को रोजगार मुहैया कराएगी एनडीए सरकार : राजेश सिंहलोजपा रामविलास के प्रवक्ता राजेश सिंह ने कहा कि एनडीए की सरकार में किसानों और युवाओं को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे। जो जिम्मेवारी केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री के रूप में चिराग पासवान को मिली है, उसके तहत वे बिहार के किसानों और युवाओं के साथ इस मंत्रालय से जुड़े सभी लाभान्वितों के लिए रोडमैप बनाकर काम में जुट गए हैं।
राजेश सिंह ने कहा कि रोजगार सृजन से लेकर बिहार समेत देश भर के किसानों और युवाओं के लिए रोजगार गारंटी की पहल तेज कर दिया है। बहुत जल्द बिहार में खाद्य प्रसंस्करण से उद्योग को बढ़ावा देने और जन-जन तक पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रम होंगे।
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NEET UG Paper Leak: FIR के साथ पटना पहुंचे CBI अफसर, EOU ने सौंपी 300 पेज की जांच रिपोर्ट; आगे क्या होगा? जानिए अपडेट
राज्य ब्यूरो, पटना। नीट यूजी पेपर लीक मामले की जांच मिलते ही सीबीआई हरकत में आ गई है। जांच का जिम्मा मिलते ही सबसे पहले आपराधिक प्राथमिकी दर्ज करने के बाद सीबीआई ने कई अलग-अलग टीमों का गठन भी कर दिया।
सोमवार को सीबीआई की दो सदस्यीय जांच टीम पटना पहुंची। दोनों अधिकारी पटना में सीबीआई कार्यालय के निकट ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) के कार्यालय पहुंचे और ईओयू द्वारा 39 दिनों की जांच रिपोर्ट और पटना पुलिस की 11 दिनों की जांच रिपोर्ट अपने कब्जे में ले ली। रिपोर्ट का अध्ययन करने के बाद सीबीआई आगे की जांच में जुटेगी।
छह घंटे से ज्यादा ईओयू दफ्तर में रहे अधिकारीसोमवार की सुबह करीब सवा दस बजे सीबीआई के दोनों अफसर बेली रोड स्थित ईओयू कार्यालय पहुंचे। इन दोनों अफसरों के साथ सीबीआई पटना ब्रांच के भी डीएसपी स्तर के दो अधिकारी साथ थे। दोनों अधिकारियों ने ईओयू डीआइजी मानवजीत सिंह ढिल्लन से अब तक की जांच रिपोर्ट हासिल की।
लगभग 300 पेज के जांच रिपोर्ट में नीट पेपर लीक मामले से जुड़े आरोपियों के साथ ही पेपर लीक के तरीके पैसे का लेनदेन, आरोपियों के पुराने रिकार्ड, आपराधिक इतिहास का पूरा ब्योरा दर्ज है।
जांच रिपोर्ट मिलने के बाद अधिकारियों ने ढिल्लन से अब तक तक जांच कैसे आगे बढ़ी इस बारे में भी विस्तार से बातचीत की। जांच टीम में शामिल अधिकारियों से भी पूछताछ की गई। सीबीआई के दोनों अफसर करीब छह घंटे ईओयू दफ्तर में रहे।
रिपोर्ट में दर्ज हैं कई महत्वपूर्ण जानकारियांसूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ईओयू ने अब तक जो साक्ष्य एकत्र किए हैं, उनमें एक घर से बरामद हुए जले हुए प्रश्न पत्र के टुकड़े, गिरफ्तार किए गए लोगों के मोबाइल फोन, सिम कार्ड, लैपटाप, पोस्ट-डेटेड चेक और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा उपलब्ध कराए गए संदर्भ प्रश्नपत्र सहित अन्य सबूत शामिल हैं।
चर्चा है कि अपनी जांच की पहली कड़ी पूरी करने के बाद दिल्ली से पटना आई टीम के दोनों अफसर दिल्ली लौटेंगे। सीबीआई अब तक गिरफ्तार आरोपियों को ट्रांजिट पर दिल्ली भी ले जा सकती है।
सीबीआई को शक कि गिरफ्तार आरोपी हो सकते हैं कैरियरनीट पेपर मामले में ईओयू ने अपनी जांच के आधार पर अब तक आधिकारिक तौर पर 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हालांकि चर्चा है कि अब तक 24 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। इनमें 13 को पटना जबकि पांच को देवघर से गिरफ्तार किया गया है।
सूत्रों की माने तो सीबीआई को आशंका है कि गिरफ्तार आरोपी कैरियर हो सकते हैं। इनका काम केवल अभ्यर्थियों के लिए सेटिंग करना हो सकता है। पेपर लीक का मास्टर माइंड कोई और है। सूत्र बताते हैं कि जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी सीबीआई पेपर लीक मामले में पैसे के लेन देन के तरीके, स्वरुप कैश, गोल्ड या चेक के साथ ही बिचौलियों के कमीशन सहित अन्य मामलों की जांच करेगी।
सीबीआई की कई टीम गठित, गोधरा में भी जांचनीट पेपर लीक मामले में जांच का जिम्मा मिलने के बाद सीबीआई ने कई विशेषज्ञ टीमों का गठन किया है। इनमें से एक टीम को पटना रवाना किया गया था जबकि दूसरी टीम गोधरा गई है। जहां स्थानीय पुलिस ने पहले से मामले दर्ज किए हैं।
जानकारी के अनुसार, सीबीआई ने इस मामले में यूपी, दिल्ली, मध्य प्रदेश में भी संबंधित अधिकारियों से संपर्क किया है। सीबीआई नीट परीक्षा में साजिश, धोखाधड़ी, उम्मीदवारों, संस्थानों और बिचौलियों द्वारा सबूतों को नष्ट करना, अनियमितताओं का पता लगाने के साथ ही एनटीए से जुड़े लोगों की भूमिका की भी जांच करेगी।
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NEET And TRE 3 Paper Leak: 90 दिनों में 2 पेपर लीक, दोनों में हजारीबाग और नालंदा का कनेक्शन
कुमार रजत, पटना। NEET UG And TRE 3 Paper Leak बिहार में पिछले तीन महीने में दो पेपर लीक हुए और दोनों ही पेपर-लीक में हजारीबाग और नालंदा का कनेक्शन सामने आया है। पांच मई को हुई नीट (यूजी) और 15 मार्च को आयोजित बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा में दोनों जगहों की प्रमुख भूमिका रही। दोनों पेपर लीक में समानताएं भी काफी रहीं।
दोनों ही बार प्रश्न-पत्र परीक्षा से पहले परिवहन के दौरान बाहर निकाले जाने की बात सामने आ रही है। इसके अलावा, दोनों ही बार अभ्यर्थियों को परीक्षा से पहले एक सुरक्षित जगह पर जमा कर प्रश्न-पत्र का प्रिंट निकालकर उत्तर रटवाए गए थे।
दोनों मामलों की जांच कर रही पुलिस टीम ने भी माना है कि शिक्षक भर्ती और नीट पेपर लीक के तार आपस में जुड़े हैं। इसका सबसे बड़ा कारण दोनों ही पेपर लीक में संजीव मुखिया गिरोह की भूमिका मानी जा रही है। शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया का बेटा डा. शिव था। वहीं नीट पेपर लीक मामले में खुद संजीव मुखिया बिहार का मास्टरमाइंड माना जा रहा है।
शिक्षक भर्ती : नालंदा में लीक हुआ प्रश्न-पत्र, हजारीबाग में रटाए गए उत्तरपुलिस जांच के अनुसार, तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई-तीन) का प्रश्न-पत्र परीक्षा से तीन दिन पहले ही लीक हो चुका था। प्रश्नपत्रों को ट्र्रांसपोर्ट के माध्यम से पटना से नवादा भेजा जा रहा था, इसी दौरान कुरियर कंपनी के सांठ-गांठ से नालंदा के नगरनौसा के बुद्धा फैमिली रेस्तरां में प्रश्न-पत्र को स्कैन कर लिया गया।
इस दौरान मास्टरमाइंड डा. शिव, उसके पिता संजीव मुखिया और गिरोह के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। इसके बाद दस से 12 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थियों से वसूली कर झारखंड के हजारीबाग समेत अन्य होटल, रिर्जाट व अन्य सुरक्षित जगहों पर उत्तर याद करवाया गया।
हजारीबाग के कोहिनूर होटल से 250 से अधिक की गिरफ्तारी इसी सिलसिले में हुई थी। डा. शिव अपने गिरोह के सदस्यों के साथ उज्जैन से गिरफ्तार हो चुका है। बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा समेत अन्य परीक्षाओं में भी इस गिरोह के सदस्यों की भूमिका सामने आई है।
नीट: हजारीबाग से बाहर आया प्रश्न, नालंदा के आधा दर्जन से अधिक गिरफ्तारवहीं, नीट परीक्षा में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल परीक्षा केंद्र का बुकलेट परीक्षा से पहले बाहर आ गया था। जांच में परीक्षा केंद्र या वहां तक लाए जाने के दौरान प्रश्न-पत्र के बक्से और पालीबैग से छेड़छाड़ कर पेपर निकाले जाने की आशंका जताई जा रही है। हजारीबाग से नीट प्रश्न-पत्र को निकालकर संजीव मुखिया गिरोह ने देवघर से गिरफ्तार चिंटू को वॉट्सऐप पर भेजा था।
नालंदा के मूल निवासी चिंटू ने उसे प्रिंट निकालकर पटना में अमित आनंद और नीतीश कुमार को दिए जहां करीब 30-35 परीक्षार्थियों को परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र के उत्तर रटवाए गए।इस मामले का आरोपित नालंदा का ही संजीव मुखिया है, जो गिरफ्तार डा. शिव का पिता है।
इसके अलावा देवघर से पेपर लीक मामले में जिन पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें चार बालदेव उर्फ चिंटू, पंकु, राजीव उर्फ कारू और परमजीत उर्फ बिट्टू नालंदा के ही हैं। पटना में परीक्षा के दिन गिरफ्तार नीतीश कुमार बीपीएससी के द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में भी हजारीबाग से पकड़ा गया था। जमानत पर छूटने के बाद वह नीट गड़बड़ी में पकड़ा गया।
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Bihar Deled Admission 2024: डीएलएड संस्थानों में नामांकन के लिए इतनी लगेगी फीस, इस दिन आएगी मेरिट लिस्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Deled Admission 2024 बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने प्रशिक्षण संस्थानों में डीएलएड (शैक्षणिक सत्र 2024-26) में नामांकन के लिए शुल्क तय कर दिया है। शिक्षण संस्थान अधिकतम 60 हजार रुपये प्रति वर्ष व दो वर्ष में कुल 1.20 लाख रुपये से अधिक शुल्क नहीं लेना है।
समिति ने कहा है कि कोई भी प्रशिक्षण संस्थान किसी भी विद्यार्थी से कोई आवेदन शुल्क नहीं लेगा। नामांकन के दौरान केवल नामांकन शुल्क एवं अन्य शुल्क लेना है। नामांकन में किसी तरह की कठिनाई हो तो समिति के मोबाइल नंबर 9546114508 पर संपर्क किया जा सकता है।
आवेदन करने की अंतिम तिथि 26 जूनपरीक्षा समिति ने डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2024 में उत्तीर्ण अभ्यर्थियों (स्कोर कार्ड के आधार पर) का ईआरसी-एनसीटीई से मान्यता प्राप्त सरकारी एवं निजी संस्थानों में नामांकन के लिए आवेदन की तिथि जारी कर दिया है।
अभ्यर्थी प्रशिक्षण सत्र 2024-26 में नामांकन के लिए प्रशिक्षण संस्थानों में 26
जून तक आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन शुल्क ऑनलाइन जमा करना होगा। परीक्षा समिति ने कहा है कि ऑनलाइन आवेदन को पोर्टल https;//www.deledbihar.com आवेदन की तिथि तक खुला रहेगा।
दो जुलाई को जारी होगी मेरिट लिस्टडीएलएड कोर्स संचालित संस्थानों में नामांकन के लिए समिति द्वारा दो जुलाई को प्रथम चयन सूची जारी की जाएगी। चयनित अभ्यर्थियों का संबंधित प्रशिक्षण संस्थान में तीन से आठ जुलाई तक नामांकन लिया जाएगा। उक्त अवधि में नामांकन नहीं कराने पर उनके नाम द्वितीय चयन सूची में विचार नहीं किया जाएगा।
यदि आवेदन प्रथम चरण में निचली प्राथमिकता वाले संस्थान में चुने जाने पर संतुष्ट नहीं है, वैसे अभ्यर्थी अपने नामांकन के उपरांत तीन से आठ जुलाई तक पोर्टल के माध्यम से लॉग-इन में जाकर अपने अपने द्वारा दिए गए उच्च प्राथमिकता वाले संस्थान में नामांकन की संभावना के लिए स्लाइड अप विकल्प का उपयोग कर सकते हैं।
परीक्षा समिति ने कहा है दूसरी मेरिट लिस्ट सूची 12 जुलाई को जारी की जाएगी। दूसरी सूची के आधार पर नामांकन की तिथि 13 से 16 जुलाई तक होगा। तृतीय सूची 19 जुलाई को जारी की जाएगी। तृतीय सूची के आधार पर नामांकन 20 से 22 जुलाई लिया जाएगा।
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