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Mithila Haat Bihar: मिथिला हाट की तर्ज पर पटना और रोहतास में बनेगा हाट, 76.96 करोड़ से होगा निर्माण
राज्य ब्यूरो, पटना। मधुबनी में बने मिथिला हाट (Mithila Haat Bihar) की तर्ज पर राज्य के अन्य जिलों में भी स्थानीय हस्तशिल्प और कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए हाट का निर्माण होगा। पटना में गांधी मैदान के पास पटना हाट तो रोहतास में इंद्रपुरी जलाशय के पास भी हाट बनाया जाएगा।
रोहतास में हाट के निर्माण के लिए स्थल चयन कर करीब 28 करोड़ की राशि भी स्वीकृत की गई है। वहीं, पटना हाट के निर्माण के लिए 48 करोड़ 96 लाख 52 हजार रुपये की योजना की प्रशासनिक स्वीकृति मिली है।
हाट में क्या-क्या होगा?विभागीय जानकारी के अनुसार, पटना हाट पर्यटकों के लिए सिर्फ खरीदारी की जगह न होकर मनोरंजन और सैर-सपाटे का स्थल होगा। पटना हाट में हस्तशिल्प और लोक कला से जुड़े उत्पादों को तो जगह मिलेगी ही, खाने-पीने के लिए रेस्तरां भी होगा। बच्चों के खेलने के लिए गेम जोन भी बनाया जाएगा, जिसमें तरह-तरह के मनोरंजक खेल होंगे।
इसके अलावा, पटना हाट में भूमिगत पार्किंग, सर्फेश पार्किंग, तीन मंजिल इंपोरियम, दो रेस्तरां, फायर फाइटिंग, फायर अलार्म, लिफ्ट, वाटर टैंक, सीसीटीवी सिस्टम, सोलर पावर जेनरेशन सिस्टम, चारदीवारी निर्माण और स्ट्रीट लाइट आदि का निर्माण होगा। पटना हाट और रोहतास हाट की तर्ज पर जल्द ही अन्य शहरों में भी हाट के निर्माण की योजना है।
गया और कैमूर में इस साल शुरू होगा रोप-वे:राजगीर और बांका के मंदार पर्वत की तर्ज पर जल्द ही बिहार में पांच नए पर्यटन केंद्रों पर पर्यटकों को रोपवे की सुविधा मिलेगी। इनमें गया का प्रेतशिला और डुंगेश्वरी, जहानाबाद का वाणावर, कैमूर का माता मुंडेश्वरी मंदिर और रोहतासगढ़ किला शामिल है।
विभागीय जानकारी के अनुसार, इसमें कैमूर और गया में रोप-वे का काम सबसे तेजी से चल रहा है और अंतिम चरण में है। इस साल अगस्त-सितंबर तक रोपवे का निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है।
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Khelo India Youth Games: थांग-टा स्पर्धा में दो स्वर्ण पदक जीतकर बिहार ने रचा इतिहास
जागरण संवाददाता,पटना। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में बुधवार को गया के बिहार इंस्टीट्यूट आफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट परिसर में चल रहे मणिपुर के पारंपरिक मार्शल आर्ट थांग-टा में मेजबान बिहार ने इतिहास रचते हुए पहली बार दो स्वर्ण पदक जीतकर कीर्तिमान स्थापित किया, जबकि मणिपुर ने सबसे ज्यादा तीन स्वर्ण पदकों के साथ दबदबा बनाए रखा।
प्रिय प्रेरणा और माहिका कुमारी ने जीता सोनाबिहार की ओर से प्रिय प्रेरणा और माहिका कुमारी ने स्वर्ण पदक जीतकर राज्य को गौरवान्वित किया। कुल आठ स्वर्ण पदकों में से मणिपुर ने तीन, बिहार और असम ने दो-दो, जबकि मध्य प्रदेश ने एक स्वर्ण पदक जीता। इसी के साथ गया में थांग-टा प्रतियोगिता का समापन हो गया। यूथ गेम्स अब अपने अंतिम पड़ाव में हैं। इसका समापन गुरुवार को होगा। अब तक मेजबान बिहार ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
चार भार वर्गों में हुई प्रतियोगिता25 राज्यों के 128 खिलाड़ियों ने चार भार वर्गों में हिस्सा लिया। 12 से 14 मई तक चले इस तीन दिवसीय आयोजन में प्री-क्वार्टरफाइनल से लेकर फाइनल तक रोमांचक मुकाबले हुए। बिहार के कोच सारंगथेम टीकेन सिंह, जो मूल रूप से मणिपुर से हैं उन्होंने बिहार की सफलता में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि बिहार के बच्चे बहुत प्रतिभाशाली हैं। हमने राजगीर में दो महीने का कैंप किया था। बच्चों ने बड़ी मेहनत की और बहुत तेजी से सीखा।
थांग-टा में होता है दो वर्गफुनबा अमा: पारंपरिक संस्करण जिसमें तलवार (चैबी) और ढाल (चुंगोई) का उपयोग होता है। फुनबा अनीशुबा : प्रेम कुमार द्वारा विकसित संस्करण, जिसमें ढाल नहीं होती, लेकिन किकिंग की अनुमति होती है।
थांग-टा के परिणामफुनबा अनीशुबा (बालक, -56किलो)
स्वर्ण : थोकचोम श्रीनिवास सिंह (मणिपुर)
रजत : सत्यं डांगी (मध्य प्रदेश)
कांस्य : राहुल यादव (राजस्थान), मनीष राय (नगालैंड)
फुनबा अनीशुबा (बालक, 60 किलो)
स्वर्ण: कोंजेंगबम परेहानबा सिंह (मणिपुर)
रजत: गर्व (दिल्ली)
कांस्य: हरमन सैनी (पंजाब), भुमिक राज (बिहार)
फुनबा अमा (बालक, -56 किलो):
स्वर्ण: प्रणय दास (असम)
रजत: वैभव शरद माली (महाराष्ट्र)
कांस्य: युमनाम मलेमंगनबा मैतेई (मणिपुर), जस्टिन वेनर (नगालैंड)
फुनबा अमा (बालक, -60 किलो):
स्वर्ण: राजदीप दास (असम)
रजत: लक्ष्य (हरियाणा)
कांस्य : लकी कुमार (बिहार), थोइबा युमनाम (मणिपुर)
फुनबा अनीशुबा (बालिका, -52किलो):
स्वर्ण : थांजम लेम्बिसाना देवी (मणिपुर)
रजत: थ. रेनूका देवी (असम)
कांस्य : तानिया डे (त्रिपुरा), सुवाक्षी सरगम (बिहार)
फुनबा अनीशुबा (बालिका, -56किलो):
स्वर्ण : माहिका कुमारी (बिहार)
रजत : मेमोला देवी (असम)
कांस्य : आलिया अक्तर (छत्तीसगढ़), प्रियांशी (हिमाचल प्रदेश)
फुनबा अमा (बालिका, -52किलो):
स्वर्ण : प्रिया प्रेर्णा (बिहार)
रजत : इरोम अनामिका देवी (मणिपुर)
कांस्य : किरण साहू (छत्तीसगढ़), अपेक्षा बसवराज (महाराष्ट्र)
फुनबा अमा (बालिका, -56 किलो):
स्वर्ण : अंजली रावत (मध्य प्रदेश)
रजत : लौरेंबम डैना देवी (मणिपुर)
कांस्य : लवली बर्मन (पश्चिम बंगाल), तनिष्का रमेश कुंभार (महाराष्ट्र)
वेटलिफ्टिंग में बिहार ने जीता कांस्यराजगीर स्पोर्ट्स एकेडमी सह बिहार स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी कैंपस स्थित इंडोर हाल- 01 के वेटलिफ्टिंग कोर्ट में बिहार ने कांस्य पदक जीता। बालकों की +102 किलोग्राम हेवीवेट कैटेगरी के मुकाबले में स्वर्ण पदक हरियाणा के सन्नी भाटी के तो नाम रहा। उन्होंने स्नैच में 117 किलोग्राम और क्लीन एंड जर्क में 151 किलोग्राम यानी कुल 268 किलोग्राम भार उठाया। रजत पदक जम्मू और कश्मीर के सात्विक लूथरा के नाम रहा। उन्होंने कुल 263 किलोग्राम का भार उठाया। कांस्य पदक बिहार के उज्जवल सिंह के नाम रहा। उन्होंने कुल 241 किलोग्राम भार उठाकर बिहार के लिए पदक जीता।
बिहार में पंचायत भवन हेतु भूखंड दान करने वालों के लिए बड़ा फैसला, पूर्वजों के नाम होगा मीटिंग हाल
राज्य ब्यूरो, पटना। वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये बुधवार को हुई पंचायती राज विभाग की समीक्षा बैठक में तय हुआ कि सभी पंचायतों में पंचायत सरकार भवनों का यथाशीघ्र निर्माण कर लिया जाए। जहां कोई समस्या है, उसके अविलंब निदान पर सहमति बनी।
1635 पंचायत सरकार भवनों का निर्माण कार्य पूराअब तक 1635 पंचायत सरकार भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। 269 ग्राम पंचायतों में अब तक भूमि उपलब्ध नहीं हो पाई है। वहां भूखंड चिह्नित करने, लोगों को भूखंड दान करने हेतु प्रेरित करने का निर्णय हुआ। तय हुआ कि भूखंड दान करने वाले व्यक्तियों को सम्मानित करने के साथ पंचायत सरकार भवन के मीटिंग हाल का नाम उनके पूर्वजों के नाम पर रखा जाएगा।
ई-ग्राम कचहरी से वाद दर्ज करना हो सुनिश्चितइसी के साथ सभी ग्राम पंचायतों में ई-ग्राम कचहरी के माध्यम से वाद दर्ज कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। बैठक में लंबित न्यायिक वाद एवं अंकेक्षण की समीक्षा भी हुई।
पंचायती राज सचिव मनोज कुमार ने की अध्यक्षताजिला पंचायत राज पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि 15वें वित्त आयोग एवं छठे राज्य वित्त आयोग द्वारा संपोषित जन-कल्याणकारी योजनाओं की स्वीकृति प्राप्त कर तेजी से राशि खर्च की जाए। बैठक की अध्यक्षता मुख्यालय से पंचायती राज सचिव मनोज कुमार ने की। उप-विकास आयुक्त, जिला पंचायत राज पदाधिकारी एवं जिला परिषदों के अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी जिलों से आनलाइन जुड़े रहे।
ग्राम पंचायतों में 6,23,358 लाइट लगाई जा चुकीइस दौरान बताया गया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों में 6,23,358 लाइट लगाई जा चुकी हैं। इसका लाभ गांव के लोग ले रहे हैं। केंद्रीकृत अनुश्रवण प्रणाली से इसकी नियमित निगरानी और खराब लाइट को शीघ्र ठीक कराए जाने का निर्देश दिया गया। जल-जीवन-हरियाली अभियान के अंतर्गत विभाग द्वारा 25,280 कुओं का जीर्णोद्धार तथा 18,554 सोख्ता का निर्माण कराया जा चुका है।
ग्राम पंचायतों में आरटीपीएस केंद्रों के नियमित हो संचालनकहा गया कि पर्यावरण सुरक्षा एवं जल संचयन की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। ग्राम पंचायतों में आरटीपीएस केंद्रों के संचालन से जनता के जीवन में सहजता आ रही है। इन केंद्रों पर विभिन्न लोक सेवाओं के अधिकार के लाभ से संबंधित 10,94,194 आवेदन प्राप्त हुए हैं। उनमें से 10,14,325 का निष्पादन हो चुका है। सभी ग्राम पंचायतों में आरटीपीएस केंद्रों के नियमित संचालन का निर्देश दिया गया।
Patna Airport: पटना एयरपोर्ट को लेकर आ गया नया अपडेट, 30 मई को पीएम मोदी बिहारवासियों को देंगे बड़ा गिफ्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 मई को पटना पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के नए टर्मिनल का उद्धाटन करेंगे। बुधवार को उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने इसकी जानकारी दी।
इसी के साथ उन्होंने संभावना जताई कि नए टर्मिनल के कारण पटना हवाईअड्डा से विमान यात्रियों की संख्या 30 लाख वार्षिक से बढ़कर एक करोड़ से अधिक हो जाएगी।
उन्होंने बताया कि हवाईअड्डा के अतिरिक्त प्रधानमंत्री सड़क, बिजली से जुड़ी विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी करेंगे।
पटना से सासाराम, वाराणसी-रांची फोरलेन हाई-वे, नवीनगर में 600 मेगावट के पावर प्लांट और बिहटा हवाईअड्डा के विस्तारीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास होना है।
सम्राट चौधरी ने की तैयारियों की समीक्षाबिहार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री रोहतास जिलान्तर्गत बिक्रमगंज में जनसभा भी करेंगे। सम्राट ने कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की।
दावा किया कि 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू होने के बाद बिहार की पहली यात्रा को लेकर महिलाओं में विशेष उत्साह है। जनसभा में कई लाख लोग उपस्थित होंगे।
समीक्षा बैठक में जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा और पुलिस निदेशक विनय कुमार आदि उपस्थित रहे।
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Bihar Board: बिहार बोर्ड ने 11वीं में एडमिशन के लिए दिया विशेष मौका, आवेदन के लिए 20 मई है लास्ट डेट
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar Board 11th Class Admission) ने राज्य के उच्च माध्यमिक विद्यालयों में (शैक्षणिक सत्र 2025-27) कक्षा 11वीं नामांकन के लिए आवेदन का विशेष मौका दिया है।
परीक्षा समिति ने कहा कि सीबीएसई, आइसीएसई एवं अन्य बोर्ड से 10वीं परीक्षा में सफल विद्यार्थी जो 11वीं में नामांकन के लिए इच्छुक हैं, वे ओएफएसएस के माध्यम से 20 मई तक आवेदन फॉर्म भर सकते हैं। आवेदन की प्रक्रिया 24 अप्रैल से जारी है। आवेदन की अंतिम तिथि आठ मई को समाप्त हो गई थी।
सीबीएसई 10वीं रिजल्ट आने के बाद समिति ने 14 से 20 मई तक आवेदन का विशेष मौका दिया है। आवेदन ऑनलाइन समिति के वेबसाइट https://ofssbihar.net पर जाकर भर सकते हैं। बोर्ड ने छात्रों को सामान्य सूत्री पत्र को ध्यान से पढ़ने के लिए कहा है।
इसमें छात्रों को ओएफएसएस के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया, चयन की प्रक्रिया, आवेदकों को नामांकन के लिए चुने जाने पर उन्हें सूचना देने की प्रक्रिया, आरक्षण तथा अन्य चीजों के विस्तृत जानकारी मिलेगी। केवल उच्च माध्यमिक स्तर के शिक्षा प्रदान करने वाली मान्यता प्राप्त सभी सरकारी व गैर सरकारी इंटर स्तरीय शिक्षण संस्थानों में नामांकन के लिए ओएफएसएस के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन किया जाएगा।
ऑफलाइन आवेदन स्वीकार नहीं किया जाएगा। परीक्षा समिति की ओर से कहा गया कि विद्यार्थी नामांकन प्रपत्र भरने से पहले ओएफएसएस के माध्यम से राज्य के विभिन्न इंटर स्तरीय शिक्षण संस्थानों में पिछले वर्ष (2024) में नामांकन के लिए जारी की गई मेधा सूची का कटऑफ अंक वेबसाइट https://ofssbihar.net पर देख लें, फिर तय करें कि वे नामांकन किस इंटर स्तरीय शिक्षण संस्थान में प्राथमिकता के अनुसार लेना चाहते हैं।
विद्यार्थी ओएफएसएस के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन भरते समय न्यूनतम 10 व अधिकतम 20 विकल्प चुन सकते हैं। विकल्प चुनने के पश्चात वही सारे विकल्प अंतिम विकल्प माना जाएगा तथा नामांकन प्रक्रिया के दौरान उन्हें बदला नहीं जाएगा। आवेदन शुल्क 350 रुपये निर्धारित है। आवेदन शुल्क जमा नहीं होने पर आवेदन प्रपत्र अस्वीकृत कर दिया जाएगा।
11 वीं में इस बार 17.50 लाख सीटों पर होगा नामांकनबिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटर में नामांकन को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। समिति ने इंटर स्तर की शिक्षा प्रदान करने वाले राज्य के सभी सरकारी, गैर सरकारी उच्च माध्यमिक विद्यालय, इंटर महाविद्यालयों की सूची ओएफएसएस वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है।
इस बार 10, 006 शिक्षण संस्थानों की सूची संकायवार सीटों के साथ जारी की गई। जिसमें 17.50 लाख से अधिक सीटों पर 1111 वीं में नामांकन होना है। डिग्री कालेजों में इंटर में नामांकन नहीं होगा।
इसके कारण समिति ने इस बार डिग्री कालेजों को इस सूची से हटा है। सीटों की संख्या से संबंधित सूची ओएफएसएस वेबसाइट www.ofssbihar.net पर अपलोड है।
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पटना की ऊबड़-खाबड़ सड़क बनने की डेट आ गई सामने, पथ निर्माण मंत्री ने दी मोहलत
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन की अध्यक्षता में राजधानी पटना में बुधवार को विभिन्न परियोजनाओं के कारण क्षतिग्रस्त हुए सड़कों की ससमय मरम्मत को लेकर समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में पथ निर्माण विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग तथा बुडको के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।
30 मई तक हर हाल में करें ठीकबैठक में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने निर्देश दिया कि 30 मई तक हर हाल में पटना की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का काम पूरा किया जाए। साथ ही, उन्होंने विभिन्न विभागों/एजेंसियों की परियोजनाओं के अंतर्गत राजधानी पटना में क्षतिग्रस्त होने के पश्चात पथ निर्माण विभाग को हस्तांतरित सड़कों की मरम्मत की प्रगति की जानकारी भी ली।
मरम्मत करने में देरी क्षम्य नहींउन्होंने बैठक में संबंधित अधिकारियों से कहा कि खोदाई के बाद छोड़ी गई क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत में किसी प्रकार की देरी क्षम्य नहीं है। उन्होंने सभी एजेंसियों को निर्देश किया कि निर्माण स्थलों पर सभी खुले मैनहोल को ढकने के साथ ही सभी गड्ढों को भी अविलंब भरना सुनिश्चित करें, जिससे आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
क्षतिग्रस्त होने जैसा कोई कार्य न करेंमंत्री नितिन नवीन ने बैठक में नगर विकास एवं आवास विभाग के सभी एजेंसियों को निर्देश दिया कि पाइपलाइन बिछाने के क्रम में क्षतिग्रस्त होने के बाद मरम्मत योग्य सभी सड़कों को 25 मई तक पथ निर्माण विभाग को हस्तांतरित करना सुनिश्चित करें, ताकि पथ निर्माण विभाग द्वारा पांच जून तक इन सड़कों के मरम्मत का काम भी पूर्ण किया जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि 30 मई के बाद ऐसा कोई भी नया काम प्रारंभ नहीं किया जाए, जिसमें सड़कों की खोदाई या क्षति शामिल हो।
बैठक में कई अधिकारी मंत्री के साथ रहेबैठक में नगर विकास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप कुमार आर. पुडकलकट्टी, पथ निर्माण विभाग के सचिव बी. कार्तिकेय धनजी, बुडको के प्रबंध निदेशक अनिमेष कुमार पराशर तथा अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
अब तक 12.78 किमी सड़कों की मरम्मतइस दौैरान बैठक में नई राजधानी पथ प्रमंडल, पटना में अब तक 12.78 किलोमीटर सड़क की मरम्मत की जानकारी दी गई। पटना पश्चिम पथ प्रमंडल में 2.70 किलोमीटर में से 1.75 किलोमीटर पर कार्य पूरा हो गया है, जबकि पटना सिटी पथ प्रमंडल में मरम्मत का काम जल्द शुरू किया जाएगा।
New Tax Regime: 14,65,000 तक की Annual CTC पाने वालों को नहीं देना होगा टैक्स, ऐसे मिलेगा लाभ
जागरण संवाददाता, पटना। आयकर विभाग ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए आयकर रिटर्न फॉर्म जारी कर दिए है। ऐसे में जल्द ही आईटीआर दाखिल करने की प्रक्रिया आरंभ होने का अनुमान है। इसका इंतजार लोगों में है। नौकरीपेशा लोगों के दिमाग में हमेशा टैक्स देनदारी कम करने का तिगड़म चलता रहता है।
आयकर विशेषज्ञ की मानें तो यदि आपकी वार्षिक सीटीसी 14 लाख 65 हजार रुपये है तो देनदारी कम कर सकते हैं। सीए आशीष रोहतगी एवं सीए रश्मि गुप्ता ने बताया कि यदि किसी कर्मचारी की सीटीसी 14.65 लाख रुपये है, इसमें यदि 50 प्रतिशत हिस्सा भी बेसिक सैलरी होता है तो शेष को अन्य चीजों में बांट कर डिवाइड कर सकते हैं।
इसके अनुसार. कर्मचारी भविष्य निधि के अंशदान के लिए बेसिक सैलरी का 12 प्रतिशत राशि जमा किया जाता है, यह राशि टैक्स छूट के तहत होती है। इसमें 87,900 रुपये जमा किया जा सकता है।
एनपीएस में कंपनी योगदान में 14 प्रतिशत योगदान भी टैक्स फ्री माना हाता है। यह आयकर अधिनियम के 80 सीसीडी दो के तहत मान्य होता है। इसके तहत एक लाख दो हजार पांच सौ 50 रुपये बचत की जा सकती है। साथ ही न्यू टैक्स रीजीम में स्टैंडर्ड डिडक्शन का मानक 75 हजार है। इसका भी लाभ उठा सकते हैं।
न्यू टैक्स रिजिम में 12 लाख तक कोई आयकर देनदारी नहींकेंद्र सरकार की ओर से बजट में किए गए प्राविधान के अनुसार, 12 लाख रुपये की वार्षिक आय करने पर कोई टैक्स देनदारी नहीं बनती है। इससे अधिक आय होने पर अगले स्लैब के दर के अनुसार, आयकर भुगतान देय होता है।
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उच्च शिक्षा के लिए बिहार सरकार का बड़ा फैसला, अब एक समय में छात्रों को होगा दोहरा लाभ
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य की सभी यूनिवर्सिटी ''बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय'' (मेरु) बनेंगी। इनमें छात्र-छात्राओं को ड्यूअल डिग्री (दोहरी डिग्री) मिलेगी। यानी, एक छात्र एक ही समय में या अलग-अलग समय पर दो अलग-अलग डिग्री हासिल करेंगे।
नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क को बनाएगा प्रभावीशिक्षा विभाग द्वारा जल्द ही नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क को प्रभावी बनाया जाएगा। इसके लिए सभी छात्र-छात्राओं एवं संस्थाओं का एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट (एबीसी) पोर्टल पर निबंधन होगा तथा सभी पाठ्यक्रम की मैपिंग कर डिग्री क्रेडिट अपलोड की जाएगी।
ज्यादा अनुदान व केंद्रांश का लाभ मिलेगासरकार के इस फैसले से केंद्र से विश्वविद्यालयों को ज्यादा से ज्यादा अनुदान व केंद्रांश का लाभ मिलेगा। वर्तमान में प्रदेश में सिर्फ दो विश्वविद्यालय बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय (मेरु) के दायरे में हैं। इनमें पटना यूनिवर्सिटी और ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी शामिल है।
100-100 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृतबहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय'' (मेरु) के रूप में इन दोनों विश्वविद्यालयों के लिए 100-100 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत है। यह राशि अब दोनों विश्वविद्यालयों में खर्च की जानी है। शिक्षा विभाग ने बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद (रुसा) को निर्देश दिया है कि मात्र दो संस्थान ही नहीं, बल्कि सभी यूनिवर्सिटी को बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किया जाए।
संपदा के उपयोग को साझा किया जानाइसके लिए विश्वविद्यालयों के बीच एवं विश्वविद्यालय के अंदर संस्थाओं के बीच संपदा के उपयोग को साझा किया जाना है। बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय'' (मेरु) के रूप में विकसित करने हेतु आवश्यक शर्त है कि ड्यूअल डिग्री देने का प्रयास किया जाए।
30 अप्रैल को तैयार हुआ था प्रस्तावराज्य में सभी यूनिवर्सिटी को बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय बनाने को लेकर बीते 30 अप्रैल से एक मई तक उच्चस्तरीय बैठक हुई थी। उसके आधार पर शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव रुसा को दिया था। यह प्रस्ताव उच्च शिक्षा के उप निदेशक दीपक कुमार सिंह के हस्ताक्षतर से परिषद के उप सचिव (प्रशासन) को भेजा गया है।
इंटर्नशिप कोर्सेज समयानुकूल होंइसके मुताबिक इंटर्नशिप कोर्सेज समयानुकूल हों, इसके लिए इंडस्ट्री के साथ बैठ कर उसे विकसित करना होगा एवं क्रेडिट ट्रांसफर की व्यवस्था करनी होगी। यह तभी संभव है, जब राज्य के सभी यूनिवर्सिटी बहुविषयक शिक्षा और अनुसंधान विश्वविद्यालय के दायरे में आ जाएंगे। मल्टीपल इंट्री एवं मल्टीपल एक्जिट की व्यवस्था करनी होगी। यह तभी संभव है, जब सभी विश्वविद्यालय पूरी तरह से नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के अंदर एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट (एबीसी) कम्पलायंट हो जाएंगे।
कालेज-यूनिवर्सिटी में होंगे डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चरउच्च शिक्षा निदेशालय के प्रस्ताव के मुताबिक राज्य के सभी विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुविधा विकसित करने हेतु कार्य योजना तैयार की जा रही है। नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क तथा एकेडमिक बैंक आफ क्रेडिट को क्रियाशील बनाने के लिए काम किया जा रहा है। इसके लिए सभी छात्र-छात्राओं का अपार आइडी होना जरूरी है। इंडियन नालेज सिस्टम के तहत पूर्व से उपलब्ध सामग्रियों का भारतीय भाषाओं में बनाने की आवश्यकता जतायी गयी है।
समर्थ के क्रियान्वयन भी जरूरीयह भी कहा गया है कि समर्थ के क्रियान्वयन भी जरूरी है। अप्रेटिंशिप को डिग्री का हिस्सा बनाने के लिए अप्रेटिंशिप कराये जाने होंगे और इसके लिए इंडस्ट्री से संपर्क बनाना होगा। मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण प्रोग्राम के तहत आवश्यकतानुसार शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था करनी होगी। नैक व एनआइआरएफ के लिए महाविद्यालयों-विश्वविद्यालयों की हैंडहोल्डिंग करनी होगी। इसके लिए आवश्यक निधि संसाधन विकसित करनी होगी।
बिहार में पुलिस को लेकर आम लोग क्या सोचते हैं? मंत्री-सांसद के सामने नीतीश कुमार ने खुद बताया
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि आम जन को पुलिस पर पूरा भरोसा है। पुलिसकर्मियों का यह दायित्व है कि वे जनता के भरोसा पर खरा उतरें। कानून व्यवस्था को बेहतर बनाए रखने के लिए पूरी मुस्तैदी से काम करें।
गृह एवं आपदा प्रबंधन विभाग का किया निरीक्षणसीएम ने बुधवार को पटेल भवन स्थित गृह एवं आपदा प्रबंधन विभाग का निरीक्षण किया। पटेल भवन स्थित अपने कक्ष में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और राज्य की कानून व्यवस्था एवं पुलिसिंग गतिविधि की बेहतरी के लिये किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली।
कार्यों का बेहतर ढंग से निपटारा करेंनिरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी लोग समय पर कार्यालय आकर अपने कार्यों का बेहतर ढंग से निपटारा करें। मुख्यमंत्री राज्य आपातकालीन संचालन केन्द्र भी गये और वहां की व्यवस्थाओं तथा कार्य पद्धतियों की जानकारी ली।
24 घंटे संचालित रहता है केंद्रइस दौरान विकास आयुक्त सह आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने इस केंद्र की कार्य पद्धति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह केद्र 24 घंटे संचालित रहता है। इससे कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं।
राज्य के मौसम एवं तापमान की मिलती है जानकारीइस केंद्र से राज्य का मौसम, तापमान एवं आपदा से संबंधित विभिन्न गतिविधियों की जानकारी मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत उपयोगी केंद्र है। इसका संचालन बेहतर ढंग से करें, ताकि राज्य के लोगों को इसका लाभ मिलता रहे।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विभागों का लिया जायजामुख्यमंत्री ने पांचवें तल स्थित बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के विभिन्न भागों का जायजा लिया। मुख्यमंत्री ने कांफ्रेंस हाल में बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, सदस्य एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के कार्यों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री के समक्ष आगजनी से बचाव के लिये जन जागरूकता को लेकर बनायी गयी वीडियो गीत भी प्रस्तुत की गई।
मंत्री व सांसद बैठक में रहे मौजूदबैठक और निरीक्षण में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, आपदा प्रबंधन मंत्री विजय कुमार मंडल, जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं सांसद संजय कुमार झा, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डा. उदय कांत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, प्राधिकरण के सदस्य श्री पीके राय, कौशल कुमार मिश्र, नरेन्द्र कुमार सिंह, प्रकाश कुमार, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि सहित गृह एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।
'स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर हो बिहटा एयरपोर्ट' , केंद्रीय मंत्री नायडु से मिले रोहित कुमार सिंह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने सोमवार को नई दिल्ली में भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडु से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान उन्होंने पटना के बिहटा में निर्माणाधीन ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का नामकरण स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और किसान-मजदूरों के महान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर करने की मांग दोहराई।
रोहित कुमार सिंह ने मंत्री नायडु को बताया कि स्वामी सहजानंद सरस्वती न सिर्फ बिहार बल्कि पूरे भारत के किसानों की आवाज थे। उन्होंने जमींदारी प्रथा के उन्मूलन के लिए बड़ा आंदोलन खड़ा किया और भारतीय किसान सभा जैसी ऐतिहासिक संस्था की स्थापना कर लाखों किसानों को संगठित किया। उनके विचार आज भी ग्रामीण भारत और किसानों के संघर्ष के प्रतीक हैं।
बिहटा से है सहजानंद सरस्वती का ऐतिहासिक संबंधरोहित ने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती का ऐतिहासिक आश्रम सीताराम आश्रम बिहटा में ही स्थित है, जो आज भी किसान चेतना और सामाजिक न्याय के केंद्र के रूप में देखा जाता है। ऐसे में यह उचित होगा कि पटना के पास बन रहे इस नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को स्वामी जी के नाम पर समर्पित किया जाए। इससे एक ओर जहां बिहार के ऐतिहासिक गौरव को मान्यता मिलेगी, वहीं देश के युवाओं और किसानों को प्रेरणा भी मिलेगी।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 में बिहार के खिलाड़ियों ने रचा इतिहास, मणिपुर का दबदबा बरकरार
डिजिटल डेस्क, गया/पटना। मणिपुर की पारंपरिक मार्शल आर्ट थांग-टा, जो खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 (KIYG) में शामिल पांच स्वदेशी खेलों में से एक है, बुधवार को गया के बिहार इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन एंड रूरल डेवलपमेंट (BIPARD) में समाप्त हुई। मेजबान बिहार ने इतिहास रचते हुए पहली बार दो स्वर्ण पदक जीतकर कीर्तिमान स्थापित किया, जबकि मणिपुर ने सबसे ज्यादा तीन स्वर्ण पदकों के साथ अपना दबदबा बनाए रखा।
बिहार की ओर से प्रिय प्रेरणा और माहिका कुमारी ने स्वर्ण पदक जीतकर राज्य को गौरवान्वित किया। कुल आठ स्वर्ण पदकों में से मणिपुर ने तीन, बिहार और असम ने दो-दो, जबकि मध्य प्रदेश ने एक स्वर्ण पदक जीता।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार थांग-टा, मल्लखंब, गतका, कलरिपयट्टु और योगासन जैसे पारंपरिक स्वदेशी खेलों को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। भारत 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए प्रयासरत है और अगर ऐसा हुआ तो इन खेलों को ओलंपिक में जगह बनाने का प्रयास किया जाएगा।
थांग-टा का सफर और हुइद्रोम प्रेमकुमार की भूमिका70 वर्षीय हुइद्रोम प्रेमकुमार, जो थांग-टा के पुनरुत्थान के मुख्य स्तंभ रहे हैं, ने खेल की यात्रा पर प्रकाश डाला।
वह कहते हैं, “1891 में ब्रिटिश सरकार ने इस खेल को प्रतिबंधित कर दिया था क्योंकि यह उनके लिए चुनौती बन रहा था। 1930 में एक स्थानीय राजा के प्रयासों से इसे पुनर्जीवित किया गया और फिर मेरे गुरु राजकुमार सनाहान ने इसकी बागडोर संभाली।”
1988 में सनाहान के निधन के बाद, प्रेमकुमार ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया। उन्होंने इसे भारत के कोने-कोने में और विदेशों (दक्षिण कोरिया, ईरान) तक पहुँचाया। 2021 में जब इसे खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शामिल किया गया, तब इस खेल को नई पहचान मिली।
प्रेमकुमार ने कहा, “मैंने अपनी पूरी ज़िंदगी थांग-टा को समर्पित कर दी है। हम जहाँ हैं, उस पर गर्व है, लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है। स्थानीय मार्शल आर्ट्स को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। दूसरों का अपमान नहीं, लेकिन अपनी परंपरा को ज़्यादा समर्थन मिलना चाहिए।”
प्रतियोगिता और प्रतिभागिता
थांग-टा में दो वर्ग शामिल थे:
फुनबा अमा (Phunaba Ama): पारंपरिक संस्करण जिसमें तलवार (चैबी) और ढाल (चुंगोई) का उपयोग होता है।
फुनबा अनीशुबा (Phunaba Anishuba): प्रेमकुमार द्वारा विकसित संस्करण, जिसमें ढाल नहीं होती, लेकिन किकिंग की अनुमति होती है।
25 राज्यों के 128 खिलाड़ियों ने चार भार वर्गों (-52kg, -56kg लड़कियाँ; -56kg, -60kg लड़के) में भाग लिया। 12 से 14 मई तक चले इस तीन दिवसीय आयोजन में प्री-क्वार्टरफाइनल से लेकर फाइनल तक रोमांचक मुकाबले हुए।
बिहार के कोच की भूमिका
बिहार के कोच सारंगथेम टीकेन सिंह, जो मूल रूप से मणिपुर से हैं, ने बिहार की सफलता में अहम भूमिका निभाई।
कोच सिंह ने कहा, “बिहार के बच्चे बहुत प्रतिभाशाली हैं। हमने राजगीर में दो महीने का कैंप किया था। उन्होंने बड़ी मेहनत की और बहुत तेज़ी से सीखा।”
थांग-टा के परिणाम-
फुनबा अनीशुबा (बालक, -56kg):
• स्वर्ण: थोकचोम श्रीनिवास सिंह (मणिपुर)
• रजत: सत्यं डांगी (मध्य प्रदेश)
• कांस्य: राहुल यादव (राजस्थान), मनीष राय (नागालैंड)
फुनबा अनीशुबा (बालक, -60kg):
• स्वर्ण: कोंजेंगबम परेहानबा सिंह (मणिपुर)
• रजत: गर्व (दिल्ली)
• कांस्य: हरमन सैनी (पंजाब), भुमिक राज (बिहार)
फुनबा अमा (बालक, -56kg):
• स्वर्ण: प्रणय दास (असम)
• रजत: वैभव शरद माली (महाराष्ट्र)
• कांस्य: युमनाम मलेमंगनबा मैतेई (मणिपुर), जस्टिन वेनर (नागालैंड)
फुनबा अमा (बालक, -60kg):
• स्वर्ण: राजदीप दास (असम)
• रजत: लक्ष्य (हरियाणा)
• कांस्य: लकी कुमार (बिहार), थोइबा युमनाम (मणिपुर)
फुनबा अनीशुबा (बालिका, -52kg):
• स्वर्ण: थांजम लेम्बिसाना देवी (मणिपुर)
• रजत: थ. रेनूका देवी (असम)
• कांस्य: तानिया डे (त्रिपुरा), सुवाक्षी सरगम (बिहार)
फुनबा अनीशुबा (बालिका, -56kg):
• स्वर्ण: माहिका कुमारी (बिहार)
• रजत: मेमोला देवी (असम)
• कांस्य: आलिया अक्तर (छत्तीसगढ़), प्रियांशी (हिमाचल प्रदेश)
फुनबा अमा (बालिका, -52kg):
• स्वर्ण: प्रिया प्रेर्णा (बिहार)
• रजत: इरोम अनामिका देवी (मणिपुर)
• कांस्य: किरण साहू (छत्तीसगढ़), अपेक्षा बसवराज (महाराष्ट्र)
फुनबा अमा (बालिका, -56kg):
• स्वर्ण: अंजली रावत (मध्य प्रदेश)
• रजत: लौरेंबम डैना देवी (मणिपुर)
• कांस्य: लवली बर्मन (पश्चिम बंगाल), तनिष्का रमेश कुंभार (महाराष्ट्र)
खेलो इंडिया यूथ गेम्स, खेलो इंडिया कार्यक्रम का हिस्सा हैं, जिसे 14 अक्टूबर, 2017 को लॉन्च किया गया था।
Bihar News: बिहार के लोगों के लिए अच्छी खबर, पटना आइजीआइएमएस को अगस्त में मिलेंगे दो नए अस्पताल
जागरण संवाददाता, पटना। आइजीआइएमएस शासी निकाय की बैठक मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की अध्यक्षता में हुई। इसमें बीएमएसआइसीएल के पदाधिकारियों को अगस्त के पूर्व निर्माणाधीन 1,200 बेड के नए अस्पताल भवन व 500 बेड के मेडिसिन ब्लाक के शेष 300 बेड की तीन विंग तैयार करने का निर्देश दिया गया। 15 अगस्त के पहले इन दोनों भवनों का उद्घाटन कराने का लक्ष्य है।
मेडिकल सिमुलेटर खरीदारी की मिली अनुमतिइसके अलावा क्षेत्रीय चक्षु संस्थान के लिए नौ नए डाक्टरों की नियुक्ति के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई। यही नहीं, पीजी छात्रों व डाक्टरों का कौशल बढ़ाने के लिए जटिल सर्जरी को वास्तिवक जैसे आभासी माहौल में सिखाने के लिए सिमुलेटर खरीदारी को भी स्वीकृत दी गई।
इस मेडिकल सिमुलेटर से डाक्टरों का सर्जरी कौशल बढ़ाने में मदद मिलेगी। इसमें अभ्यास के दौरान आभासी मरीज सांस लेते, उसकी धड़कन, रक्तस्राव आदि के लक्षण दिखने से डाक्टर सटीक अभ्यास कर सकेंगे। सिमुलेटर से आंखों की पुतलियों व अन्य जटिल सर्जरी सिखाई जाएगी।
अभ्यास के दौरान मानव आंखों की तरह ही व्यवहार करता है। शासी निकाय की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, आइजीआइएमएस के निदेशक प्रो. डा. बिंदे कुमार, डीन प्रो. डा. ओम कुमार, डा. राजेश कुमार तिवारी, डा. भीम कुमार, मनोनीत सदस्य डा. सुभाष प्रसाद, डा. राजीव रंजन व पद्मश्री अलंकृत डा. विजय प्रकाश आदि शामिल थे।
न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर की होगी नियुक्तिबैठक में न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति को स्वीकृति दी गई। इसके अलावा फैकल्टी के प्रमोशन, छात्र-छात्राओं के लिए नए हास्टल निर्माण, हास्टल निर्माण के लिए बीएमएसआइसीएल को टेंडर करने समेत कई आदेश दिए गए।
संस्थान में एक नया लेक्चर हाल बनाने का भी निर्णय लिया गया। वार्ड में देखरेख की निगरानी सेवा शुरू करने का निर्णय लिया गया।
डेंटल कॉलेज शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकृति संस्थान में लंबे समय से प्रस्तावित पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट़्यूट आफ डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च सेंटर स्थापित किया जाएगा।
इसे न्यूक्लियर मेडिसिन भवन के बगल में स्थापित किया जाएगा। बताते चलें कि प्रदेश में डेंटल क्षेत्र में परास्नातक की पढ़ाई मात्र दो सीटों पर हो रही है। आइजीआइएमएस में डेंटल के सभी विभागों में पीजी पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा।
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Bihar Weather Today: आज से बिहार में मौसम लेगा करवट, 13 जिलों को नहीं मिलेगी राहत; अलर्ट जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: राजधानी समेत प्रदेश के मौसम का अलग मिजाज बना हुआ है। सोमवार की देर रात राजधानी में मेघ गर्जन के साथ छिटपुट वर्षा से मौसम सामान्य हुआ, जबकि मंगलवार को पुरवा के कारण नमी में वृद्धि होने से उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहे।
13 जिलों में बारिश की संभावना नहींमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित 13 जिलों में गर्म व आर्द्र दिन रहेगा।
27 जिलों में एक या दो जगहों पर बारिश की संभावनापूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, मधेपुरा, सुपौल, सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय, सीतामढ़ी और मधुबनी के
कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ तेज बारिश के आसार हैं। जबकि दक्षिण-मध्य, दक्षिण-पश्चिम भागों के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
प्रदेश के कुछ भागों में गर्म व आर्द्र दिन जबकि शेष जिलों में मेघ गर्जन, वज्रपात के साथ वर्षा की बनी रहेगी। अगले सात दिनों कुछ इसी प्रकार की स्थिति बने रहने के आसार है।
बीते 24 घंटे में कैसा रहा मौसमबीते 24 घंटों के दौरान पटना सहित अधिसंख्य भागों में वर्षा दर्ज की गई। मुजफ्फरपुर के मोतीपुर में 59 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
बीते 24 घंटों के दौरान पटना सहित 11 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना के अधिकतम तापमान में 1.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 37.7 डिग्री सेल्सियस एवं 42.0 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। शेष जिलों के तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
बिहार की राजधानी पटना समेत अपने जिले के मौसम का हाल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
Pink Bus: पटना में चलने वाली पहली पिंक बस का रूट तय, महिलाओं-छात्राओं के लिए पास का रेट अलग-अलग; पढ़ें डिटेल
राज्य ब्यूरो, पटना। राजधानी में अगले माह जून से सड़कों पर महिलाओं के लिए विशेष पिंक बसें दौड़ने लगेंगी। पटना में इन बसों के परिचालन का रूट भी निर्धारित कर लिया गया है।
पहली पिंक बस गांधी मैदान से दानापुर स्टेशन तक के लिए चलेगी। इसके अलावा गांधी मैदान से पटना एम्स, पटना साहिब, कुर्जी आदि रूट पर भी बसों का परिचालन किया जाएगा।
बस का परिचालन शुरुआत में हर दिन सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक गांधी मैदान से होगा। इन बसों का संचालन सीएनजी से होगा।
परिवहन विभाग के अनुसार, पिंक बस में सफर करने के लिए किफायती दर पर मासिक पास बनेगा। इसके लिए छात्राओं से 400 रुपये और कामकाजी महिलाओं से 550 रुपये शुल्क लिया जाएगा। रोजाना सफर करने वाली महिलाओं का टिकट शुल्क छह से लेकर 25 रुपये तक होगा।
परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने बताया कि बसों में उन सभी सुविधाओं को जोड़ा गया है, जिससे महिलाओं को सफर में सहूलियत होगी।
बस का किराया भी बेहद कम है, ताकि सुविधाजनक सफर छात्राओं से लेकर रोजाना काम पर जाने वाली महिलाओं तक को मिले।
भागलपुर, पूर्णिया और मुजफ्फरपुर में भी चलेंगी पिंक बसेंपहले चरण में परिचालन के लिए अब तक 20 पिंक बसें आ चुकी हैं, जिनमें जून से पटना में 10 बसें चलेंगी। इसके एनओसी, रजिस्ट्रेशन एवं परमिट का काम जल्द पूरा हो जाएगा।
आने वाले दिनों में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) की देखरेख में भागलपुर, पूर्णिया और मुजफ्फरपुर में भी पिंक बस सेवा शुरू करने की योजना है।
राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के बजट में प्रदेश के मुख्य शहरों में महिलाओं और छात्राओं के लिए सुरक्षित एवं सुविधाजनक परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पिंक बस योजना लागू की है।
इस योजना के तहत 25 सीटों वाले पिंक बस में सीसीटीवी कैमरे के साथ पैनिक बटन, चार्जिंग प्वाइंट और माइक की भी सुविधा दी गयी है। ड्राइवर के हाथ में ही सारे फीचर कंट्रोल की सुविधा होगी।
पटना में पिंक बस की होगी यह रूटगांधी मैदान-मगध महिला कॉलेज-पटना महिला कॉलेज-जेडी वीमेंस कॉलेज-आइजीआइएमएस-सगुना मोड़-दानापुर स्टेशन।
गांधी मैदान-मगध महिला कॉलेज-पटना जंक्शन-पुराना सचिवालय-चितकोहरा-अनीसाबाद-महावीर कैंसर संस्थान-फुलवारी चौक-एम्स अस्पताल।
गांधी मैदान-मगध महिला कॉलेज-पटना जंक्शन-राजेंद्र नगर-एनएमसीएच-कुम्हरार-ढनकी मोड़-जीरो माइल-टेंट सिटी मोड़-पटना साहिब स्टेशन।
गांधी मैदान-मगध महिला कॉलेज-पटना वीमेंस कॉलेज-बोरिंग रोड गोलंबर-एएन कॉलेज-पानी टंकी-पाटलिपुत्र गोलंबर-पीएंडएम मॉल-कुर्जी-दीघा-बाटा मोड़-दानापुर बस स्टैंड।
गांधी मैदान-आरटीए कार्यालय (गोलघर)-पुलिस लाइन मोड़-बांस घाट-राजापुर पुल-एलसीटी घाट-कुर्जी-दीघा-दानापुर बस स्टैंड।
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Patna News: मुंबई पुलिस और CBI अधिकारी बनकर 32 लाख की ठगी, हैरान कर देगा पूरा मामला
जागरण संवाददाता, पटना। साइबर ठगों ने युवक को फोन कर खुद को मुंबई पुलिस और सीबीआई अधिकारी बताया, फिर मनी लान्ड्रिंग में केस दर्ज होने की बात बोलकर उनसे 32 लाख रुपये की ठगी कर ली।
पीड़ित की शिकायत पर साइबर थाने की पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच कर रही है। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उनके पास अंजान नंबर से फोन आया।
बोला गया कि, आपका नंबर दो घंटे में बंद कर दिया जाएगा। शिकायत है कि आपके नंबर से लड़कियों फोन कर परेशान किया जाता और इसका लिंक मनी लॉन्ड्रिंग से भी जुड़ा है।
आपको मुंबई आकर साइबर अपराध थाना में शिकायत दर्ज कराना होगा। पीड़ित ने कहा कि मुंबई आना संभव नहीं है, तब उसने बोला कि आपके कॉल को मुंबई साइबर क्राइम शाखा में ट्रांसफर किया जा रहा है।
नंबर ट्रांसफर करने के बाद एक युवती ने उनसे बात की। बोली कि आपके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है। फिर दो अलग अलग नंबर से वाट्सएप कॉल किया गया।
डीपी में लगा हुआ था मुंबई पुलिस का लोगोनंबर के डीपी में मुंबई पुलिस का लोगो लगा हुआ था। उनसे बोला गया कि आपको बैंक खाता सहित अन्य जानकारी साझा करना होगा।
बातचीत के दौरान एक ठग खुद को सीबाआई अधिकारी बता रहा था। उन्हें वीडियो कॉल किया गया। पूछताछ किया गया और फिर बैंक खाता सत्यापन के नाम पर उसमें जमा 32 लाख रुपये को दूसरे खाता नंबर में ट्रांसफर कराया गया।
उनसे बोला गया कि सत्यापन के बाद पैसा वापस उनके खाते में भेज दिया जाएगा। इसके बाद ठगों का नंबर बंद हो गया।
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ट्रेन से बार-बार बजता हॉर्न सुन घर से बाहर निकले लोग, शराब के लिए पटना में रोक दी Train
जागरण संवाददाता, पटना। शराब तस्करों ने राजेंद्र नगर और गुलजारबाग के बीच चेन पुलिंग कर गुरुमुखी एक्सप्रेस को रोक दिया। यात्रियों ने इसका विरोध किया तो उनसे बहस करने लगे और ट्रेन के खुलते ही शराब तस्करों ने ट्रेन पर पथराव कर शीशा तोड़ दिया।
सीसीटीवी फुटेज में दिखे पांच अपराधीघटना की सूचना पर मौके पर पहुंची रेल पुलिस छानबीन में जुट गई। घटनास्थल के पास एक हास्टल में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देखा गया। फुटेज में दिखा कि ट्रेन खुलने के बाद पांच लोगों द्वारा ट्रेन पर पथराव किया जा रहा है। हालांकि, फुटेज में चेहरा स्पष्ट नहीं दिखा। मामले में केस दर्ज कर आरोपितों की पहचान की जा रही है।
गाड़ी नंबर 12326 पर किया पथरावराजेंद्र नगर रेल पुलिस रविवार को सूचना मिली कि राजेन्द्रनगर एवं गुलजारबाग के बीच गाड़ी नंबर 12326 गुरुमुखी चेन पुलिंग कर करीब दस लोग उपद्रव करते हुए शराब उतार रहे हैं एवं पत्थरबाजी कर एसी बोगी का शीशा तोड़ दिए हैं। रेल पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो देखा कि रेलवे ट्रैक पर शीशे के टुकड़े गिरे हैं।
बार-बार बज रहा था हॉर्नवारदात को लेकर आसपास के लोगों से पूछताछ में पता चला कि यहां ट्रेन रुकी थी। ट्रेन से बार बार हॉर्न सुनाई दे रहा था। जब लोग घर से बाहर निकले तो देखा कि चार-पांच लोगों द्वारा बैग उतरा जा रहा था। वहीं, यात्री शोर मचा रहे थे कि शराब उतार रहा है।
बैग उतारने के दौरान यात्रियों से किया झगड़ाबताया जाता है कि ट्रेन में सवार यात्रियों ने जब घटना का विरोध किया तो ट्रेन से बैग उतारने वाले तस्कर उनसे झगड़ा करने लगे। कुछ देर बाद जैसे ही वहां से ट्रेन खुली रेलवे ट्रैक के दोनों तरफ से पांच-पांच की संख्या में जुटे लोगों द्वारा पत्थरबाजी की गई, जिससे ट्रेन की खिड़की का शीशा टूट गया।
एक माह पूर्व परसा रेलवे स्टेशन के पास चेन पुलिंगगौरतलब है कि बीते आठ अप्रैल की सुबह परसा रेलवे स्टेशन की सिपारा गुमटी के पास ट्रेन चेन पुलिंग कर 15-20 तस्करों को शराब की खेप उतारते हुए देखा गया था। ट्रेन में मौजूद पुलिस बल जब शराब तस्करों को दबोचने के लिए आगे बढ़ी तो वह उन पर पथराव कर दिए। घटनास्थल पर 198 लीटर शराब छोड़कर भाग गए। रेल पुलिस ने इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
बिहार में मिला जापानी इंसेफेलाइटिस का मामला, इस बीमारी से 2009 से 2014 के बीच गई थी 56 की जान
जागरण संवाददाता, पटना। गर्मी के दस्तक देने के पहले ही स्वास्थ्य विभाग ने जापानी इंसेफेलाइटिस (जेई) व एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) से बचाव के लिए जेई टीकाकरण तेज करने का निर्देश दिया था। बावजूद इसके मई माह में जापानी इंसेफेलाइटिस का पहला मामला पटनासिटी के मालसलामी में सामने आया है।
पीएमसीएच में कराया गया था भर्तीबच्चे को पीएमसीएच के शिशु विभाग में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को स्वास्थ्य में बेहतर सुधार के बाद उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। वेक्टर बोर्न रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. सुभाष चंद्र प्रसाद व महामारी पदाधिकारी डा. प्रशांत कुमार ने इसकी पुष्टि की है।
मार्च तक जेई का एक भी मामला नहीं थाडॉक्टर ने बताया कि चार वर्षीय जेई पीड़ित शिवम कुमार कमजोरी व सांस की समस्या से पीड़ित था। जेई वैक्सीन की दोनों डोज लेने के कारण बच्चे में गंभीर लक्षण नहीं उभरे। इसके पूर्व पंडारक में भी एक बच्चे में इसकी पुष्टि हुई थी। मार्च तक जेई का एक भी मामला नहीं था।
रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर दी जानकारीडा. सुभाष चंद्र प्रसाद ने बताया कि तेज बुखार व अर्ध बेहोशी जैसे लक्षण के बाद बच्चे को पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था। तीन दिन पहले जेई की आशंका में उसका नमूना जांच के लिए भेजा गया था। रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद पीएमसीएच प्रशासन ने इसकी जानकारी दी। बच्चा अब पूरी तरह से ठीक है। उसके घर के आसपास जिला स्वास्थ्य समिति की टीम निगरानी कर रही है।
किसी अन्य बच्चे को नहीं है बीमारीकिसी अन्य बच्चे में अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने बच्चों को चमकी-जेई से बचाने के लिए लक्षण के प्रति सतर्क किया है। उन्होंने कहा कि तेज बुखार व अर्ध बेहाशी जैसे लक्षण होने पर तुरंत अस्पताल जाएं। बच्चों को खाली पेट नहीं सोने, साफ पानी पिलाएं व मच्छरों से बचाएं।
क्यों जरूरी है सावधानीप्रदेश में जापानी इंसेफेलाइटिस व एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम 2009 से 2014 तक काफी जानलेवा था। इस बीच प्रदेश में एईएस के 4400 मामले सामने आए थे और 1,309 यानी करीब 30 प्रतिशत की मृत्यु हो गई थी। इसी दौरान जेई के 396 मामले सामने आए थे और 56 यानी 14 प्रतिशत की मौत हुई थी।
कैसे फैलता है जेईजेई मुख्यत: क्यूलेक्स मच्छरों के काटने से फैलता है। ये धान के खेतों व स्थिर पानी में पनपते हैं। यह वायरस मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करता है, जिससे बच्चों में गंभीर न्यूरोलाजिकल समस्याएं हो सकती हैं। इसका कोई विशिष्ट इलाज नहीं होने से लक्षणों का उपचार किया जाता है। इससे बचाव के लिए टीकाकरण के साथ मच्छरों से बचाव, जलजमाव रोकना जरूरी है। बच्चों में तेज बुखार, झटके यानी चमकी, ठंड लगना व असामान्य व्यवहार पर तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
Khelo India Youth Games: बास्केटबॉल में बिना जीते बिहार बाहर, कुश्ती में भी निराशाजनक प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, पटना। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की बास्केटबॉल प्रतियोगिता से मंगलवार को बिहार की टीम बाहर हो गई है। पटना के कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र खेल परिसर के इंडोर हाल में चार दिनों से चल रहे मुकाबले में बिहार की टीम एक भी मैच जीत नहीं पाई। वहीं राजधानी के ज्ञान भवन में खेली जा रही कुश्ती में भी बिहार का खराब प्रदर्शन रहा।
पहले राजस्थान ने हरायामंगलवार को बास्केटबॉल मुकाबले की शुरुआत बालक वर्ग में बिहार और राजस्थान के मुकाबले से हुई। चार सेट में चले इस मैच में राजस्थान ने पहले ही सेट से बढ़त में रही। पहले सेट में राजस्थान 27-9 से आगे रही। वहीं दूसरे सेट में भी राजस्थान की टीम 60-18, तीसरे सेट में 109-24 के स्कोर से दबदबा बनाकर आगे रही। आखिरी सेट में राजस्थान ने बिहार को बड़े स्कोर 126-30 के अंतर से हरा दिया। इस तरह बिहार चौथे दिन भी कोई मुकाबला नहीं जीत पाया।
केरल ने बिहार को किया पराजितबास्केटबाल का दूसरा मुकाबला बालिका वर्ग में केरल और बिहार की टीम से हुआ। मुकाबले की शुरुआत के पहले क्वार्टर सेट में ही केरल ने 32-3 के बड़े अंतर से बिहार को पीछे ढकेल दिया। वहीं दूसरा सेट 52-7, तीसरा क्वार्टर सेट 95-7 का रहा। आखिरी सेट में केरल का स्कोर 111-9 रहा। इस तरह इस मुकाबले में भी बिहार की टीम बड़े स्कोर के अंतर से यह मैच हार गई।
एमपी ने तमिलनाडु को मात दीतीसरा मुकाबला बालिका वर्ग में तमिलनाडु और मध्य प्रदेश के बीच खेला गया। तमिलनाडु ने पहले क्वार्टर सेट में 24-18 से बढ़त के साथ शुरुआत की। दूसरा क्वार्टर सेट 40-31 और तीसरा क्वार्टर सेट 50-57 रहा। दोनों टीम के बीच स्कोर का ज्यादा अंतर नहीं रहा। आखिरी सेट में मध्य प्रदेश ने महज तीन अंक अधिक बनाकर तमिलनाडु को यह मुकाबला 76-73 से हरा दिया।
मध्य प्रदेश ने छत्तीसगढ़ को हरायाचौथा मुकाबला बालक वर्ग में छत्तीसगढ और मध्य प्रदेश से हुआ। पहले सेट में छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश से पांच अंकों से पीछे रही। इस समय स्कोर 25-30 का था। दूसरे सेट में मध्य प्रदेश 44-31, तीसरे सेट में 58-47 पर रही। आखिरी सेट में मध्य प्रदेश ने 80-60 से मुकाबला अपने नाम कर लिया। पांचवां मुकाबला पंजाब और महाराष्ट्र के बीच खेला गया। मध्य प्रदेश में 83-48 से यह मुकाबला जीत लिया।
कुश्ती में बिहार के हाथ खालीखेलो इंडिया यूथ गेम्स के तहत गांधी मैदान स्थित ज्ञान भवन में कुश्ती के दूसरे दिन मंगलवार को हरियाणा ने चार मुकाबले जीते। मेजबानी कर रही बिहार के हाथ अब भी खाली है। बालक वर्ग में महाराष्ट्र और हरियाणा के बीच फाइलन मुकाबला खेला गया। इसमें महाराष्ट्र के प्रणव सुधी और हरियाणा के हर्ष के साथ फाइनल मुकाबला हुआ। फाइनल मुकाबले में हरियाणा के हर्ष ने महाराष्ट्र के प्रणव सुधी को शिकस्त दी।
कुश्ती में हरियाणा का दबदबादूसरा फाइनल मुकाबला हरियाणा के अर्जुन और महाराष्ट्र के सूरज के बीच हुआ। इसमें हरियाणा ने महाराष्ट्र को पटखनी दी। तीसरा फाइनल मुकाबला दिल्ली के योगेश और यूपी के आदित्य गुप्ता से हुआ। इसमें यूपी ने दिल्ली को हराया। चौथा फाइनल मुकाबला महाराष्ट्र के परम लक्ष्मण और हरियाणा के सचिन कुमार के साथ हुआ। इसमें महाराष्ट्र ने हरियाणा को रोमांचतक तरिके से हराया।
उत्तर प्रदेश को मिली जीतपांचवां मुकाबला हरियाणा के नैना और दिल्ली के अदिती कुमारी के बीच हुआ। इसमें हरियाणा ने दिल्ली को शानदार तरिके से हराया। छठा मुकाबला यूपी के शिल्पी और हरियाणा के टिना के साथ हुआ। इसमें यूपी ने हरियाणा को पटखनी दी।
लड़की से दुष्कर्म के बाद पटना एयरपोर्ट पर पाइप में ठूंस दिया था, तीन दिनों बाद भी कोई पहचान नहीं पा रहा
जागरण संवाददाता, पटना। जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (पटना एयरपोर्ट) की नई टर्मिनल बिल्डिंग में वाटर हार्वेस्टिंग की पाइप में मिली मृत युवती से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इसके बाद मुंह दबा कर उसकी हत्या कर दी गई। हालांकि, अब तक अधिकारिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है।
तीन दिन बाद भी पहचान नहींतीन दिनों बाद भी युवती की पहचान नहीं हो सकी है। यदि किसी ने दावा नहीं किया तो पुलिस शव को लावारिस मान कर बुधवार को उसका अंतिम संस्कार कर देगी। पोस्टमार्टम विभाग के सूत्रों के अनुसार, युवती के गुप्तांग से भारी मात्रा में सीमन मिले हैं। साथ ही गुप्तांग के आसपास खून के धब्बे भी थे, जिससे सामूहिक दुष्कर्म की पुष्टि करते हैं।
जांच के लिए भेजा गया सीमन का स्वाबसीमन का स्वाब तैयार कर जांच के लिए एफएसएल भेज दिया गया है। इससे मालूम हो पाएगा कि कितने लोग दुष्कर्म में शामिल थे। इसके अलावा युवती के गले पर निशान नहीं मिला, लेकिन दम घुटने से उसकी मौत की आशंका व्यक्त की गई है।
कई तरह के लगाए जा रहे कयासइससे अंदेशा है कि उसके मुंह पर कपड़ा ढका गया होगा। यह एक व्यक्ति का काम नहीं हो सकता और इसमें काफी समय भी लगा होगा। कयास है कि वारदात में दो या उससे अधिक लोग संलिप्त थे। इस घटना को रात में अंजाम दिया गया होगा। सचिवालय एसडीपीओ-1 डा. अनु कुमारी ने शव की पहचान करने का हरसंभव प्रयास जारी है।
युवती के शादीशुदा होने पर संदेहपोस्टमार्टम सूत्रों के अनुसार, युवती की आयु लगभग 30 वर्ष है। पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव अकड़ चुका था। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि शव मिलने से 12 से 18 घंटे पहले जान गई थी। पोस्टमार्टम के दौरान ऐसे साक्ष्य नहीं मिले, जिससे यह पता चल कि वह मां बन चुकी थी या कभी गर्भपात कराया गया हो? ऐसे में उसके शादीशुदा होने की आशंका नहीं जताई जा सकती है।
पुलिस ने की गुप्तचरों की तैनातीइधर, मौके से मिले युवती के कपड़ों को देख कर यह संदेह व्यक्त किया जा रहा है कि वह साधारण अथवा निम्न वर्गीय परिवार की थी। पुलिस ने गुप्तचरों की तैनाती कर दी है। लिहाजा, वारदात के बाद से एयरपोर्ट पर कर्मी इस मामले में आपस में भी चर्चा करने से डर रहे हैं।
शुक्रवार की रात का फुटेज खंगाल रही पुलिसअब तक की जांच से स्पष्ट हो गया कि पाइप में मिली युवती शनिवार को एयरपोर्ट की नई बिल्डिंग में नहीं आई थी। पुलिस ने घटनास्थल से जुड़े 22 कैमरों के फुटेज खंगाल डाले। अब गुरुवार और शुक्रवार के फुटेज देखे जा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो परस्थितियों और साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने जांच को दिशा देने के लिए एक अपुष्ट थ्योरी बनाई है, जिसके तहत यह माना जा रहा है कि वारदात शुक्रवार की रात हुई थी।
मानिसक रूप से कमजोर होने की बातसंभव है कि यह युवती मानिसक रूप से कमजोर होगी। यहां भटक कर पीर अली गोलंबर से पटेल गोलंबर के बीच आ गई होगी। इस बीच एयरपोर्ट की नई बिल्डिंग में काम करने वाला कोई मजदूर बाहर गया होगा, जिसकी नजर युवती पर पड़ी और वह बहला-फुसला कर उसे अंदर लाया। इसके बाद उसने साथियों के साथ मिल कर दुष्कर्म किया, फिर युवती की हत्या कर शव को पाइप में डाल दिया।
पुराने निकास मार्ग की तरफ से लाया गया होगायुवती को पुराने निकास मार्ग की तरफ से लाया गया होगा, क्योंकि वहां निर्माण कार्य के कारण कैमरे हटा दिए गए हैं। यही वजह है कि युवती परिसर में लगे किसी कैमरे में कैद नहीं हो सकी। पुलिस डुमरा चौकी से पटेल गोलंबर के बीच लगे कैमरों के फुटेज भी निकालने में जुट गई है। साथ ही शुक्रवार की रात काम पर लगे मजदूरों की सूची तैयार की गई है। सभी से अलग-अलग पूछताछ जारी है।
एयरपोर्ट एडमिन में कार्यरत अधिकारी ने दी थी सूचनावारदात की बाबत पटना एयरपोर्ट में एडमिन विभाग में कार्यरत एम अवेथराम की लिखित शिकायत पर हत्या की प्राथमिकी की गई। इसमें उन्होंने बताया कि 10 मई की शाम पांच बजे कुछ मजदूरों ने सूचित किया कि बरसात का पानी गिराने वाली लोहे की पाइप से सड़ांध आ रहा है।
पैर दिखा तो निकाला शवपाइप में झांक कर देखा गया तो अंदर किसी मनुष्य का पैर दिखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने गैस कटर से पाइप काटकर युवती का शव बाहर निकाला। पुलिस के मुताबिक, युवती के शरीर के ऊपरी भाग में कपड़े नहीं थे। वहां काम करने वाली तीन एजेंसियों से महिलाकर्मियों की सूची मांगी गई थी, लेकिन कोई भी गायब नहीं है। पुलिस ने उपस्थिति पंजी जब्त कर ली है। पोस्टमार्टम के बाद बेसरा सुरक्षित रखा गया है।
Ration Card Apply Online: अब घर बैठे ऑनलाइन बनेगा राशन कार्ड, नीतीश सरकार ने लॉन्च किया पोर्टल
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य सरकार द्वारा अब जरूरतमंदों के लिए ऑनलाइन राशन कार्ड बनाने की पहल की गई है। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने जरूरतमंद लोगों से ऑनलाइन राशन कार्ड (Ration Card Online Apply Bihar) बनवाने की अपील की है।
विभाग के मुताबिक अब योग्य लाभार्थी अब घर बैठे आसानी से अपना राशनकार्ड बनवा सकते हैं। इससे आम लोगों को दफ्तरों के चक्कर और वहां लगने वाली लंबी कतारों से छुटकारा मिलेगा।
इस वेबसाइट पर करें आवेदननया राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन की पूरी प्रक्रिया को डिजिटल और पारदर्शी बनाया है। इसके आवेदन के लिए वेबसाइट Rconline.bihar.gov.in पर जाना होगा। वहां न्यू यूजर साइन अप फॉर मेरी पहचान पर क्लिक कर रजिस्ट्रेशन करना होगा।
यहां परिवार के किसी सदस्य के नाम से फॉर्म भरने के बाद मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी के जरिए रजिस्ट्रेशन पूरा होगा। इसके बाद नई आईडी और पासवर्ड से लागिन कर आवेदन पत्र भरा जा सकता है।
कौन-से डॉक्युमेंट अपलोड करने होंगे?आवेदन प्रक्रिया में परिवार के सदस्यों की जानकारी दर्ज कर आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, बैंक पासबुक, निवास प्रमाण पत्र, परिवार का फोटो, आवेदक के हस्ताक्षर का फोटो तथा यदि शर्तें लागू हो तो दिव्यांगता, आय या जाति प्रमाण पत्र की स्वहस्ताक्षरित फोटोकॉपी अपलोड करनी होगी।
मोबाइल पर आएगा रेफरेंस नंबर, ट्रैक करें एप्लीकेशनआवेदन जमा करने के बाद रेफरेंस नंबर मोबाइल पर एसएमएस के जरिए प्राप्त होगा, जिससे आवेदन की स्थिति को ट्रैक किया जा सकेगा। यह सुविधा आम लोगों के समय और संसाधनों की बचत करेगी, साथ ही राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाएगी।
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