Dainik Jagran
Patna News: आग से बचाव के लिए अग्निशमन विभाग तेजी से हो रहा हाईटेक, हाइड्रेंट और जलस्रोतों की हुई जीआईएस मैपिंग
कुमार रजत, पटना। अगलगी से बचाव के लिए अग्निशमन सेवा को लगातार हाइटेक किया जा रहा है। डिजिटल मैप से अग्निशमन कार्यों की ऑनलाइन मानीटरिंग की जा रही है। इसके साथ ही हाइड्रेंट और जलस्रोतों की भी जीआइएस मैपिंग की गई है, ताकि एक क्लिक पर ऑनलाइन इसे देखा जा सके।
इसके लिए लोदीपुर के अग्निशमन मुख्यालय में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर भी स्थापित किया गया है, जिसका डायल-112 से एकीकरण किया जा रहा है। बिहार अग्निशमन सेवा के द्वारा राज्य में 52 विभागीय हाइड्रेंट समेत 46 हजार 688 हाइड्रेंट चिह्नित किए गए हैं।
गृह दर्शन ऐप पर कुल नौ हजार 269 हाइड्रेंट की जीआइएस मैपिंग की गई है। इसके अलावा 34 हजार से अधिक जलस्रोतों को भी जीआइएस तकनीक से मैप किया गया है। पटना में बड़ी इमारतों और प्रमुख संस्थानों को देखते हुए डिजिटल मैप तैयार कर अग्निशमन कार्यों की ऑनलाइन मॉनीटरिंग शुरू की गई है।
अगलगी पर त्वरित रिस्पांस के लिए राज्य के सभी जिलों में 239 संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर अग्निशमन वाहनों की पहले से तैनाती की गई है। इसके अलावा 771 आन रोड अग्निशमन वाहनों में से 471 मिस्ट टेक्नोलाजी वाहनों को पुलिस थानों में तैनात किया गया है।
इन वाहनों को ईंधन और पानी भरकर 24 घंटे तैयार रखने का निर्देश है। आग लगने पर घटनास्थल पर जल्द पहुंचने के लिए जिला अग्निशमन पदाधिकारी के स्तर से रूट-चार्ट मैप और कम्युनिकेशन प्लान भी तैयार किया गया है। इसे सभी अग्निशमन केंद्रों और गाडि़यों में उपलब्ध कराया गया है।
गलियों में आग बुझाने को 12 मिस्ट तकनीक वाली बाइकअग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, बहुमंजिली भवनों में आग बुझाने के लिए 52 मीटर और 42 मीटर के दो-दो जबकि 32 मीटर का एक हाइड्रोलिक प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है। संकीर्ण रास्तों और गलियों में अग्निशमन के लिए 12 मिस्ट तकनीक वाली बाइक उपलब्ध कराई गई है।
इसके अलावा जल्द ही 22 मीटर ऊंचाई वाले दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्म सह टर्न टेबल एरियल सीढ़ी की खरीद होगी। इसके अलावा 32 मीटर ऊंचाई के टर्न टेबल लैडर, पांच हजार लीटर वाले 20 वाटर टेंडर, दो हजार लीटर वाले 20 छोटी फेम टेंडर, दो रेस्क्यू टेंडर आदि की भी खरीद की जाएगी। इसके अलावा 2380 फायरमैन हेलमेट, 424 एलईडी टार्च आदि की खरीद भी की जा रही है।
3538 भवनों और 1409 अस्पतालों का फायर ऑडिटअग्निशमन अधिकारियों के अनुसार, इस साल अब तक कुल 3538 सरकारी व निजी भवनों और होटलों का फायर ऑडिट किया गया है। इसके अलावा 1409 अस्पतालों का भी आडिट पूरा हो चुका है।
पटना में अब तक 687 सरकारी व गैर सरकारी भवनों, अस्पतालों, होटलों आदि का फायर ऑडिट किया गया है। राज्य में छह हजार से अधिक फायर माकड्रिल जबकि 5600 स्थानों पर नुक्कड़ नाटक आयोजित कर जागरूकता अभियान चलाया गया है। जीविका दीदी एवं जनप्रतिनिधियों की मदद से भी दस हजार से अधिक जागरूकता बैठकें आयोजित हुई हैं।
Prashant Kishor: नीतीश के मंत्री पर खूब बरसे प्रशांत किशोर, बोले- नवंबर में बिहार का निजाम बदल जाएगा
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। जनसुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर भी चुनाव को लेकर पूरा जोर लगा रहे हैं।
बिहार में संपूर्ण क्रांति और व्यवस्था परिवर्तन के उद्देश्य से शुरू की गई ''बिहार बदलाव यात्रा'' के तहत जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर शुक्रवार को सिवान पहुंचे।
यहां उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर जमकर निशाना साधा। प्रशांत किशोर ने कहा कि मंगल पांडेय ने स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए कोई काम नहीं किया है। इस बार उनकी पार्टी (भाजपा) भी उनको साइड करेगी।
प्रशांत किशोर ने कहा कि आज मैं एक बड़ा खुलासा कर रहा हूं। मंगल पांडेय की हालत इस वक्त काफी खराब है। उनपर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का दबाव है। उन्हें इस बार चुनाव लड़ने को कहा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि आज तक मंगल पांडेय ने चुनाव नहीं लड़ा है। ये लोग रिकमेंडेशन वाले लीडर हैं। इसके साथ, प्रशांत किशोर ने यह भी कहा कि इस बार बिहार में बदलाव तय है। बिहार में चुनाव के बाद निजाम बदल जाएगा। लिखकर ले लीजिए प्रदेश में नया मुख्यमंत्री बनेगा।
पीके ने बिहार की बेहतरी के लिए दुआ मांगीप्रशांत किशोर ने सिवान में हसनपुरा प्रखंड स्थित मजार पर चादरपोशी कर बिहार की बेहतरी के लिए दुआ मांगी। दारौंदा बाजार में समर्थकों ने प्रशांत किशोर को लड्डुओं से तौला।
इस दौरान प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अधिकारी और नेता राशन कार्ड बनाने से लेकर जमीन की रसीद कटाने तक के लिए रिश्वत ले रहे हैं, जिससे आम लोग परेशान हैं।
उन्होंने सिवान की जनता से अपील की कि उन्हें और उनके बच्चों को लूटने वाले नेताओं से दूर रहें और प्रदेश में जनता का राज स्थापित करने में अपनी भूमिका निभाएं।
Bihar Weather: आज पटना में लीजिए मौसम का मजा, 11 जिलों में चलेगी 60 KM की रफ्तार से हवा; जारी हुआ अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश में नमीयुक्त पुरवा हवा एवं दक्षिण पूर्व हवा के कारण 24 मई से 31 मई तक प्रदेश के अधिसंख्य भागों में हल्की से मध्यम दर्जे की वर्षा एवं कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी है।
अधिसंख्य जिलों के कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ वज्रपात एवं सतही हवा की गति 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से झोंके के रूप में चलने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, 27 मई के आसपास पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तरी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित आसपास इलाकों में बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों पर तेज हवा के साथ बूंदाबांदी व हल्की वर्षा की संभावना है।
समस्तीपुर, वैशाली, सारण, सिवान , गोपालगंज, पूर्वी व पश्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा में 50-60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने के साथ मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर औरेंज अलर्ट जबकि पटना सहित शेष जिलों में यलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन जिलों में ऐसा रहा मौसम का मिजाजबीते 24 घंटों के दौरान मुंगेर, बांका, बेगूसराय, खगड़िया, समस्तीपुर, अररिया, वैशाली में वर्षा दर्ज की गई। मुंगेर के असरगंज में सर्वाधिक वर्षा 112.8 मिमी दर्ज की गई।
शुक्रवार को पटना का अधिकतम तापमान 36.1 डिग्री सेल्सियस जबकि 40.0 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी सबसे गर्म रहा। बेगूसराय, बांका, मुंगेर, मधुबनी, अररिया , किशनगंज, पूर्णिया व कटिहार को छोड़ कर पटना सहित शेष जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए मौसम विभाग ने किसान भाईयों को सतर्क रहने की सलाह दी है। फसलों को सुरक्षित स्थानों पर भंडारण करना होगा।
इन जगहों पर दर्ज हुई वर्षामुंगेर के धरहरा में 92.8 मिमी, बांका के शंभूगंज में 92.2 मिमी, खगड़िया में 56.4 मिमी, बेगूसराय के नवाकोठी में 43.8 मिमी, समस्तीपुर के हसनपुर में 37.4 मिमी, भागलपुर के शाहकुंड में 35.4 मिमी, मुंगेर के तारापुर में 30.6 मिमी, बांका के अमरपुर में 26.2 मिमी, अररिया में 12 मिमी , समस्तीपुर में 10 मिमी, खगड़िया के मानसी में 8.6 मिमी एवं वैशाली में 8.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमानशहर अधिकतम न्यूनतम
पटना- 36.1 28.1
गया- 36.5 27.0
भागलपुर- 31.2 26.5
मुजफ्फरपुर- 32.8 25.5
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
Darbhanga AIIMS: एम्स दरभंगा का डीपीआर 2 महीने में होगा तैयार, बाढ़ से बचाव के लिए बनेगा रिंग बांध
सुनील राज, पटना। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) दरभंगा की विस्तृत कार्य योजना (डीपीआर) करीब दो महीने में तैयार हो जाएगा। सरकार ने एम्स दरभंगा के डीपीआर निर्माण का कार्य आईआईटी दिल्ली को सौंपा है। जिसने परियोजना पर कार्य प्रारंभ कर दिया है। पिछले दिनों केंद्र सरकार के अधिकारियों के साथ हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह बात सामने आई।
बैठक में मौजूद केंद्र सरकार की निर्माण एजेंसी एचएससीसी (इंडिया) के प्रतिनिधि महाप्रबंधक प्रोजेक्ट सुभाष शर्मा ने जानकारी दी कि दरभंगा एम्स के लिए राज्य सरकार ने जो जमीन चिह्नित की है उसका सीमांकन हो चुका और पिलर गाड़े जा रहे हैं।
इसके बाद बाउंड्री का कार्य किया जाएगा, जिसकी निविदा प्राप्त की जा चुकी है। बैठक में शामिल जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने दरभंगा एम्स के निर्माण के लिए प्राप्त जमीन को बाढ़ के पानी एवं जल जमाव से बचाने के लिए चारो ओर से रिंग बांध बनाने का सुझाव दिया है।
बैठक में यह सुझाव भी दिया गया कि एम्स परिसर से पानी निकासी के लिए संप हाउस का निर्माण किया जा सकता है। सुभाष शर्मा ने कहा कि जिस जमीन पर एम्स का निर्माण होना है उस जमीन पर लगभग पांच मीटर मिट्टी भराई की आवश्यकता है।
प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि ने उन्हें जानकारी दी कि मिट्टी भराई के लिए सरकार ने 309.29 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की है। जल संसाधन विभाग ने चिह्नित जमीन के निकट नदियों के गाद का उपयोग करने के लिए अनापत्ति प्रदान करने की सहमति दी गई।
इन बिंदुओं के अतिरिक्त बैठक में एम्स दरभंगा के लिए ग्रिड स्टेशन की स्थापना का सुझाव दिया गया। साथ ही पावर सब स्टेशन बनाने की बात भी उठी। पावर सब स्टेशन पर करीब 11.67 करोड़ रुपये की लागत आएगी। जबकि ग्रिड स्टेशन पर 347 करोड़ का व्यय संभावित है।
बैठक में पथ निर्माण विभाग ने जानकारी दी कि संपर्कता के लिए शोभन में बाइपास के फोर लेन का कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा यहां जलापूर्ति के लिए पंप हाउस की स्थापना होगी।
कुछ महत्वपूर्ण बातें-- 188 एकड़ जमीन पर एम्स दरभंगा का निर्माण होना है। परियोजना के निर्माण का जिम्मा एचएससीसी इंडिया लिमिटेड को सौंपा गया है। पूरे निर्माण पर करीब 1261 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
- पहले चरण में आवंटित जमीन में से 2.25 लाख वर्ग मीटर से अधिक में एम्स के भवनों का निर्माण होगा। पूरी परियोजना को 36 महीने में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
- 2019 में घोषित एम्स दरभंगा में अस्पताल, एक मेडिकल कॉलेज, एक आयुष अस्पताल, डाक्टरों और कर्मचारियों के आवास के साथ ही अध्ययनरत छात्रों के लिए हॉस्टल बनेंगे।
पटना वालों के लिए अच्छी खबर, दीघा के दूधिया मालदह आम को मिलेगा जीआइ टैग
नीरज कुमार, पटना। राजधानीवासियों के लिए अच्छी खबर है कि दीघा के दूधिया मालदह आम को जीआइ टैग प्रदान किया जाएगाा। इसके लिए बिहार कृषि विश्वविद्यालय के मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान के विज्ञानियों ने प्रस्ताव तैयार किया है। दीघा का दूधिया मालदह राजधानी की पहचान रहा है, इसके संरक्षण के लिए भी आवश्यक कदम उठाये जाएंगे। साथ ही इसको बढ़ावा देने के लिए सरकार विशेष योजना तैयार की जा रही है।
दूधिया मालदह का मीठास अन्य आमों से अलगमीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. शिवनाथ दास का कहना है कि दीघा के दूधिया मालदह आम की मीठास अन्य आमों से एकदम अलग है। यहां की मिट्टी की बनावट भी विशेष प्रकार की है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता है कि जिस मिट्टी पर दूधिया मालदह आम की खेती होती है, वह मिट्टी गंगा एवं सोन के पानी से सिंचित होती रही है। पूर्व में यहां पर गंगा एवं सोन का संगम हुआ करता था। वर्तमान में गंगा एवं सोन का संगम के मनेर के पास है। परंतु पूर्व के वर्षों में वेटेनरी कालेज, दीघा एवं चिड़ियाघर से सोन बहा करता था।
कुर्जी से लेकर मनेर तक अच्छी मिट्टीदीघा के दुधिया मालदह आम के लिए कुर्जी मोड़ से लेकर मनेर तक की मिट्टी काफी अच्छी है। वर्तमान में राजधानी में बिहार विद्यापीठ, लोयाला हाईस्कूल, संत माइकल हाईस्कूल, संत जेवियर कालेज, आत्मदर्शन सहित कई संस्थानों में दीघा दूधिया मालदह के आमों के पेड़ मौजूद हैं। मनेर के कई किसानों ने भी मालदह आम के पौधे लगाये हैं।
1907 के गजेटियर में है दीघा मालदह का वर्णन1907 में प्रकाशित गजेटियर में दीघा मालदह आम का वर्णन है। इससे पता चलता है कि पटना शहर के आसपास दीघा मालदह आम की खेती होती थी। वर्तमान में पटना जिले में लगभग 190 हेक्टेयर में दुधिया मालदह की खेती की जा रही है। अब तक मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान की ओर से राजधानी के आसपास 1500 पेड़ों की पहचान की गई है। फिलहाल दीघा के दूधिया मालदह दो हजार मीट्रिक टन उत्पादन हो रहा है।
मीठापुर में होगा पांच हजार मालदह आम के पौधे का वितरणदीघा के दूधिया मालदह आम को बढ़ावा देने के लिए मीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान की ओर से अगले माह पांच हजार पौधे का वितरण किया जाएगा। इसके अलावा यहां पर गुलाबखास, दशहरी, आम्रपाली सहित अन्य आमों के पौधों का वितरण किसानों के बीच किया जाएगा।
लीची एवं नींबू के पौधे भी मिलेंगेमीठापुर कृषि अनुसंधान संस्थान में इस वर्ष राजधानीवासियों एवं किसानों को नींबू, अमरूद, लीची एवं कटहल के पौधे मुहैया कराये जाएंगे। संस्थान की ओर से पौधे तैयार कर लिये गए हैं। वर्षा का इंतजार किया जा रहा है। जैसे ही मानसून की वर्षा शुरू होगी पौधे का वितरण प्रारंभ कर दिया जाएगा।
बिहार के अनुसूचित जाति और जनजाति क्षेत्रों में हो रहा समग्र विकास, शिविर में आए आवेदनों का तेजी से निपटारा
डिजिटल डेस्क, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के मौके पर सभी जिलों में समग्र सेवा अभियान चलाने की कार्य योजना तैयार की गई। राज्य के 60 हजार से अधिक छोटे-बड़े अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति टोलों में डॉ. अंबेडकर समग्र सेवा अभियान के तहत विशेष विकास शिविर आयोजित किए गए थे। इनमें 22 प्रमुख योजनाओं से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए।
14 अप्रैल से 17 मई तक आयोजित सभी शिविरों में 22 लाख 99 हजार 405 आवेदन प्राप्त हुए। इसमें 9 हजार 477 आवेदन आधारभूत संरचनाओं तथा 22 लाख 89 हजार 928 आवेदन विभिन्न योजनाओं को पूरा करने की मांग को लेकर प्राप्त हुए हैं। इन पर संबंधित विभाग के स्तर से क्रियान्वयन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। एक तिहाई मामलों का निष्पादन करते हुए संबंधित व्यक्ति को इसका लाभ भी दिया जा चुका है।
विकास की ओर बढ़ते कदम
आधारभूत संरचनाओं से संबंधित कुल 9 हजार 477 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 3 हजार 114 कार्य सफलतापूर्वक पूर्ण किए जा चुके हैं। शेष 4 हजार 652 मामलों में कार्य प्रगति पर है। बड़ी बात ये है कि इस श्रेणी में प्राप्त हुए सभी आवेदनों में अबतक 32.86 प्रतिशत का निपटारा कर लिया गया है। वहीं, विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित 22 लाख 89 हजार 928 आवेदनों में से 9 लाख 92 हजार 203 को स्वीकृत किया गया है। इनमें 43.48 प्रतिशत आवेदनों का निपटारा कर दिया गया है।
विद्यालय निर्माण की स्थिति
आधारभूत संरचनाओं की जरूरतों से संबंधित विद्यालय निर्माण के लिए कुल 207 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 45 स्थलों पर काम पूरा हो चुका है। वहीं, 151 विद्यालय निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन हैं। बड़ी बात ये है कि मुजफ्फरपुर जिले से विद्यालय निर्माण के लिए सर्वाधिक 24 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें तीन पर काम पूरा हो चुका है जबकि 21 विद्यालय निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन हैं। वहीं, नवादा से कुल 14 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इनमें 11 पर काम पूर्ण हो चुके हैं जबकि तीन मामले प्रक्रियाधीन हैं। वहीं, सीवान, वैशाली और गोपालगंज जिले से विद्यालय निर्माण के लिए कुल 12 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें सीवान में एक जगह पर काम पूर्ण हो चुका है जबकि तीन प्रक्रियाधीन है। वैशाली में भी एक जगह पर काम पूरा हो चुका है, वहीं 11 विद्यालय निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन है। गोपालगंज में 12 जगहों पर स्कूल निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन है।
अन्य जिलों की बात करें तो अररिया से 2, अरवल से 4, औरंगाबाद से 4, बांका से 10, बेगूसराय और भागलपुर से 1, भोजपुर से 12, दरभंगा से 5, पूर्वी चंपारण से 10, गया से 11, कैमूर से 3, कटिहार से 2, किशनगंज से 3, लखीसराय से 3, मधुबनी से 8, मुंगेर से 5, पटना से 7, नालंदा से 4, रोहतास से 6, सहरसा से 8, समस्तीपुर से 3, सारण से 11, सीतामढ़ी से 4, सुपौल से 3 और पश्चिम चंपारण से 1 विद्यालय निर्माण के आवेदन प्राप्त हुए हैं।
आंगनबाड़ी निर्माण की वर्तमान स्थिति
आधारभूत संरचनाओं की जरूरतों से संबंधित आंगनबाड़ी निर्माण के लिए कुल 632 आवेदन प्राप्त हुए। इनमें से 172 स्थलों पर काम पूरा हो चुका है, जबकि 437 निर्माण के मामले प्रक्रियाधीन हैं। विद्यालय निर्माण की तरह आंगनबाड़ी निर्माण को लेकर भी मुजफ्फरपुर से सर्वाधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं। मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक 49 आवेदन मिले हैं। इनमें 18 आंगनबाड़ी निर्माण के काम पूरे हो गये हैं, वहीं, 30 प्रक्रियाधीन हैं। नवादा से भी 40 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें 33 जगहों पर निर्माण के काम पूर्ण हो चुके हैं और 7 प्रक्रियाधीन है। सीवान से कुल 36 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें 8 पर काम पूरा हो चुका है और 14 आंगनबाड़ी निर्माण के कार्य प्रक्रियाधीन है। वैशाली से कुल 33 आवेदन मिले हैं, इनमें 10 पर काम पूरा हो चुका है और 23 प्रक्रियाधीन है।
अन्य जिलों की बात करें तो अररिया से 16, अरवल से 7, औरंगाबाद से 15, बांका से 21, बेगूसराय से 9, भागलपुर से 9, भोजपुर से 37, बक्सर से 3, दरभंगा से 19, पूर्वी चंपारण से 32, गया से 14, गोपालगंज से 25, कैमूर से 26, कटिहार से 9, किशनगंज से कुल 14 आवेदन प्राप्त हुए हैं। लखीसराय से 13, मधुबनी से 33, पटना से कुल 24, रोहतास से 15, सहरसा से 18, समस्तीपुर से 10, सारण से 22, सुपौल से 15 और पश्चिम चंपारण से कुल 17 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि राज्य सरकार ग्रामीण और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के बीच आधारभूत विकास को प्राथमिकता दे रही है। शिक्षा और पोषण के लिए चल रहे निर्माण कार्यों की गति सराहनीय है और इसका सीधा लाभ महादलित समुदायों को मिलेगा।
पटना में फिल्मी स्टाइल में वारदात, हत्या करने निकले अपराधियों के सामने आ गई पुलिस; दोनों तरफ से फायरिंग
जागरण संवाददाता, पटना। हत्या करने निकले अपराधियों की बिक्रम में पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम से मुठभेड़ हो गई। दोनों ओर से फायरिंग की गई, जिसमें एक अपराधी के घुटने में गोली लगी। वहीं, अपराधी की पिस्टल से चली गोली से पुलिस की बोलेरो का टायर फट गया।
मौके से जख्मी विशाल (पड़रियावां, बिक्रम), रितिक कुमार यादव उर्फ सुजीत कुमार (पतसाह रोड, बिहटा), शुभम उर्फ रेयांश कुमार (बोचाचक, फुलवारीशरीफ), सोनू कुमार (हरिदासपुर, खगौल), जितेंद्र कुमार (सोताचक, परसाबाजार) और अंकित कुमार (दयानपुर, बिहटा) शामिल हैं।
आरोपितों के पास से चार पिस्टल, दो मैग्जीन, 24 कारतूस, दो मोबाइल और दो बाइक बरामद की गई। दो पिस्टल पर मेड इन यूएसए लिखा था, जबकि एक बाइक की नंबर प्लेट हिंदी में लिखी थी। सिटी एसपी पश्चिमी शरथ आरएस ने बताया कि एसटीएफ के सहयोग से वाहन चेकिंग की जा रही थी। इसी दौरान पुलिस को सफलता मिली। मुठभेड़ में जख्मी अपराधी का एम्स, पटना में उपचार चल रहा है।
उज्ज्वल को मारने निकले थे अपराधीएसटीएफ को गुरुवार की शाम गुप्त सूचना मिली कि बिक्रम थानांतर्गत दीनाबिगहा निवासी उज्ज्वल कुमार की हत्या की साजिश रची गई है। इसे अंजाम देने के लिए बिहटा के महुआर गांव का रहने वाला दयानंद दुबे उर्फ दया उर्फ छोटे गुर्गों के साथ नहर रोड से गुजरने वाला है। इसकी सूचना पर थानेदार विनोद कुमार नहर रोड पर निसरपुरा मोड़ के पास वाहन जांच करने लगे। तब तक एसटीएफ की टीम भी पहुंच गई थी। शाम करीब 7:10 बजे पुलिस ने हिंदी में नंबर लिखी बाइक को रोका, जिस पर जितेंद्र, सोनू और अंकित सवार थे। इनके पास से पिस्टल और कारतूस बरामद हुए।
बाइक लेकर खेत में गिरा विशालपुलिस पहले पकड़े गए युवकों से निसपुरा मोड़ पर पूछताछ कर ही रही थी कि तभी नौबतपुर की ओर से आ रही एक और बाइक को रुकने का इशारा किया गया। इस पर सवार जितेंद्र और सोनू बाइक से उतरकर भागने लगे, जिन्हें प्रशिक्षु दारोगा विष्णु कुमार ने दलबल के साथ दबोच लिया।
वहीं, विशाल बाइक लेकर भागने लगा। थानेदार और एसटीएफ की टीम विशाल का पीछा करने लगी। तभी उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में थानेदार ने एक और एसटीएफ के जवान साकेत कुमार ने दो राउंड फायरिंग की। इससे विशाल का बाइक पर संतुलन बिगड़ गया और वह महजपुरा सूर्य मंदिर के आगे वाहन लेकर खेत में गिर पड़ा। पुलिस ने घेराबंदी की और विशाल के नजदीक पहुंची, तब मालूम हुआ कि उसके घुटने में गोली लगी है।
नहीं मिला दयानंद, तलाश जारीजिस दयानंद दुबे उर्फ दया उर्फ छोटे को दबोचने के लिए पुलिस ने नाकाबंदी की थी, वह गिरफ्त में नहीं आ सका। उसकी तलाश में छापेमारी की जा रही है। एफएसएल की टीम ने खेत और निसरपुरा मोड़ से वहां तक पहुंचने वाले रास्ते से खोखा, मैग्जीन व पिस्टल बरामद किया। थानेदार के बयान पर प्राथमिकी की गई है। अपराधियों के हथियार और फायरिंग करने वाले पुलिसकर्मियों की सरकारी पिस्टल बैलिस्टिक जांच के लिए भेजी जाएगी।
Bihar Teacher Transfer: ट्रांसफर से नाखुश शिक्षकों के लिए आया बड़ा अपडेट, पोस्टिंग के बाद करना होगा ये काम
राज्य ब्यूरो, पटना। स्थानांतरण से असंतुष्ट शिक्षक स्थानांतरित विद्यालय में योगदान के बाद अपने जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी के पास आवेदन कर सकेंगे। ऐसे आवेदनों का निराकरण जिला शिक्षा पदाधिकारी जिला स्थापना समिति के माध्यम से कराएंगे।
स्थानांतरण में विसंगति अथवा असंतुष्टि से संबंधित किसी प्रकार का आवेदन शिक्षा विभाग अथवा इसके निदेशालय के स्तर पर स्वीकार नहीं किया जाएगा।
शेष शिक्षक जिनके आवेदन पर अब तक विचार नहीं हुआ है, उन पर द्वितीय चरण में समीक्षोपरांत निर्णय लिया जाएगा। ऐसे शिक्षकों के लिए ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर यह विकल्प उपलब्ध कराया गया है कि वे या तो अपना आवेदन वापस ले लें अथवा उस आवेदन को डीलीट कर नये सिरे से विकल्प को भर सकते हैं।
जो शिक्षक में पूर्व में भरे गए कारण को बदलना चाहते हैं, वे भी अपना पूर्व का आवेदन डीलीट कर नये सिरे से आवेदन भी दे सकते हैं। इन सभी आवेदनों पर द्वितीय चरण में जिलों में रिक्ति की उपलब्धता एवं छात्र-शिक्षक अनुपात के आधार पर विचार किया जाएगा।
शिवहर, सीतामढ़ी, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, अररिया, कटिहार, खगड़िया, सुपौल, बांका, जमुई, किशनगंज, लखीसराय, भागलपुर एवं मधुबनी जिलों में छात्र-शिक्षक अनुपात औसत से काफी ज्यादा है। नया विकल्प चुनते समय शिक्षक यदि इन जिलों का विकल्प चुनते हैं, तो उस पर यथाशीघ्र विचार किया जायेगा।
Tuberculosis: नई दवा से 6 महीने में ड्रग रेसिस्टेंट टीबी रोगियों का इलाज संभव, जानिए अहम बातें
राज्य ब्यूरो, पटना। छह माह के ड्रग रेसिस्टेंट टीबी मरीजों के इलाज में बी-पाम रेजिमेन दवा कारगर साबित हो रही है। दवा के सेवन और उसके उपयोग की सही तकनीकी से अवगत कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग की पहल पर जिलों के संचारी रोग पदाधिकारी, ड्रग रेसिस्टेंट टीबी सेंटर के मेडिकल अफसर, सांख्यिकी सहायक, लैब तकनीशियन को दो दिनों का प्रशिक्षण दिया।
अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी, यक्ष्मा, ने बताया कि बिहार पहला राज्य है जिसने स्वास्थ्यकर्मियों एवं पदाधिकारियों को बी-पाम रेजिमेन का प्रशिक्षण दिया है।
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि रेजिमेन से ड्रग रेसिस्टेंट टीबी से ग्रस्त मरीजों का इलाज छह महीने में संभव हो सकेगा। इसके अलावा इसके प्रयोग की विधि से भी अवगत कराया गया।
एमडीआर टीबी गाइड लाइन के मुताबिक इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के अनुसार, बी-पाम रेजिमेन से इलाज पर ड्रग रेसिस्टेंट टीबी के प्रबंधन एवं उपचार में होने वाले खर्च में कटौती होगी। इससे इलज सफलता दर में भी वृद्धि संभव है।
बिहार पासी समाज के अध्यक्ष शैलेश चौधरी ने समर्थकों के साथ ली भाजपा की सदस्यता, जायसवाल ने किया स्वागत
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में शुक्रवार को आयोजित मिलन समारोह में बिहार पासी समाज के अध्यक्ष शैलेश चौधरी ने अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ली। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने पार्टी में आने वाले सभी लोगों का स्वागत किया।
इस मौके पर जायसवाल ने कहा कि भाजपा किसी जाति, समाज या परिवार की नहीं, कार्यकर्ताओं की पार्टी है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता इस पार्टी में अपनी मेहनत की बदौलत बड़े पदों तक पहुंचता है। उन्होंने भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने वालों से चुनाव की तैयारी में जुटने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में दरभंगा सांसद गोपालजी ठाकुर, अनुसूचित मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष विधायक लखेन्द्र पासवान, प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित प्रकाश एवं प्रभात मालाकार के अतिरिक्त अन्य नेता उपस्थित थे।
चुनाव जीतने का एक ही मंत्र है, बूथ जीतें : जायसवालबूथ सशक्तीकरण अभियान के तहत शुक्रवार को बिहार भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रदेशस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। उद्घाटन भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस मौके पर संगठन को मजबूत करने, खास तौर पर बूथ इकाई को सशक्त करने पर बल दिया। कहा कि चुनाव जीतने का एक ही मंत्र है, बूथ को जीतें।
उन्होंने कहा कि पार्टी की शक्ती हमारे कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ता हैं, जो कि संगठन को मजबूत बनाने और बूथ सशक्तीकरण अभियान जैसे भाजपा के विभिन्न अभियानों को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास करते हैं।
उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि आज देश में आप सभी कर्तव्यनिष्ठ कार्यकर्ताओं के बदौलत भाजपा की सरकार चल रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश का सर्वांगीण विकास हुआ है।
उन्होंने विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत सुनिश्चित करने के लिए बूथ की इकाई को मजबूत करने के लिए न केवल योजना तैयार करनी होगी, बल्कि उसे धरातल पर उतारना होगा। नगर से लेकर गांव तक के सभी बूथों पर कार्यकर्ताओं की टोली बनाई जाए। इस मौके पर संगठन महामंत्री भीखूभाई दलसानिया, प्रदेश महामंत्री शिवेश राम, राजेश वर्मा एवं जगन्नाथ ठाकुर भी उपस्थित थे।
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने आइजीआइएमएस के कायाकल्प को 300 करोड़ की नई योजनाएं की स्वीकृत
जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि डबल इंजन सरकार व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में कभी निचले पायदन पर रहने वाली स्वास्थ्य सेवाएं, आज कई मानकों देश में सबसे आगे हैं। शहरी क्षेत्र के आइजीआइएमएस जैसे बड़े अस्पतालों ही नहीं गांवों व जिला मुख्यालय तक में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं सुदृढ़ की जा रही हैं।
गत चार माह में 800 हेल्थ एंड वेलनसे सेंटर व हेल्थ सब सेंटर निर्माण का आदेश दिया गया। गत 20 दिन में 400 से अधिक ग्रामीण अस्पतालों का उद्धाटन या शिलान्यास किया गया है। आइजीआइएमएस में मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। 701 करोड़ की योजनाएं पूर्व से चल रही हैं, वे इस वर्ष के अंततक पूर्ण हो जाएंगी।
नई योजनाओं को दी गई मंजूरीइसके अलावा करीब 300 करोड़ की नई योजनाओं को मंजूरी दी गई है, जो जल्द शुरू होंगी। संस्थान को आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं का हब बनाया जा रहा है। जून के पहले व अंतिम सप्ताह में कई नई सुविधाएं शुरू होंगी। पांच सौ बेड के मेडिसिन ब्लाक की दो विंग का उद्घाटन हो चुका है और अन्य दो का उद्घाटन अगस्त तक होगा। वहीं 1200 बेड वाले अस्पताल के पहले कुछ ब्लाक का उद्घाटन जल्द किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को आइजीआइएमएस परिसर में 16 करोड़ से बनने वाली चारदीवारी, परिसर के चारो ओर सड़क व नाला निर्माण जैसी आधारभूत संरचनाओं के शिलान्यास समारोह में कहीं। मौके पर स्थानीय विधायक संजीव चौरसिया, बीएमएसआइसीएल के प्रबंध निदेशक धर्मेंद्र कुमार, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, आइजीआइएमएस के निदेशक डा. बिन्दे कुमार, चिकित्साधीक्षक डा. मनीष मंडल, डीन एकेडमिक्स डा. ओम कुमार, अतिरिक्त चिकित्साधीक्षक डा. समरेंद्र सिंह, नेत्र अधिकोष के प्रभारी डा. नीलेश मोहन आदि मौजूद थे।
24 घंटे बैट्रीचालित कार मरीजों को पहुंचाएगी विभागों तकस्वास्थ्य मंत्री ने आइजीआइएमएस की सुरक्षा के लिए परिसर के चारो ओर 1470 मीटर लंबी 10 फीट ऊंची, 10 इंच चौड़ी चारदीवारी जिसके ऊपर आरसीसी की दो फीट की ग्रिल लगी होगी, बनेगी। साथ ही निगरानी को चार वाच टावर बनेंगे। चारदीवारी से सटाकर छह मीटर की रोड व दो ट्रेंच जिसमें से एक से फोन-बिजली व अन्य तार तो दूसरे से पानी जाएगा। इससे संस्थान परिसर में खुले तारों का जाल खत्म हो जाएगा। परिसर के चारो ओर सड़क बनने के बाद सातो दिन 24 घंटे बैट्रीचालित कारों से मरीजों को विभिन्न विभागों में पहुंचाने की सुविधा शुरू की जाएगी। 15.99 करोड़ की लागत वाली यह योजना तीन से चार माह में पूरी हो जाएगी।
रोबो स्पाइनल मशीनों से सुसज्जित होगा फिजियोथेरेपी विभागस्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जून के पहले सप्ताह में फिजियोथेरेपी के रोबो स्पाइनल मशीन, चक्कर मशीन समेत अन्य अत्याधुनिक उपकरणों का लोकार्पण होगा। इसी माह बच्चों के लिए विशेष कैंसर वार्ड, दो माड्यूलर आपरेशन थिएटर, 24 नई डायलिसिस मशीनें व 20 बेड की क्रिटिकल केयर मेडिसिन इकाई का भी शुभारंभ होगा।
बनेगा पूर्वोत्तर भारत का प्रमुख दंत चिकित्सा संस्थानपटना : स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आइजीआइएमएस के दंत विभाग में मुंबई व अन्य राज्यों से लोग जटिल रोगों का उपचार कराने आ रहे हैं। इसे देखते हुए इस संस्थान को डेंटल रिसर्च एवं एजुकेशन का राष्ट्रीय केंद्र बनाने के लिए पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च की स्थापना की जाएगी। इस पर 91.70 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए 20291 वर्ग मीटर में आठ मंजिला भवन बनाया जाएगा। इसे पूर्वाेत्तर भारत का प्रमुख दंत चिकित्सा संस्थान बनाने की पहल की जा रही है।
स्वीकृत नई योजनाएं -------------------- लागत राशि करोड़ में
-बाउंड्री वाल, सड़क, नाला, ट्रेंच निर्माण ----16 करोड़
-मल्टी-लेवल कार पार्किंग----- 76.5 करोड़
---लेक्चर थिएटर व स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स--- 96.26 करोड़
-ब्वायज व गर्ल्स हास्टल (100-100 बेड)--- 18.45 करोड़
-पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट आफ डेंटल एजुकेशन एंड रिसर्च--- 91.70 करोड़
Coronavirus: भारत में फिर पैर पसार रहा कोरोना वायरस, मगर बिहार में नहीं हो रही जांच
जागरण संवाददाता, पटना। चीन, सिंगापुर, थाईलैंड के बाद कोरोना वायरस (Coronavirus) अब भारत के कई राज्यों में दस्तक दे चुका है। केरल, तमिलनाडु व महाराष्ट्र जैसे राज्यों में तो यह तेजी से फैल रहा है। दूसरी ओर, प्रदेश की राजधानी में अबतक कोरोना जांच की शुरुआत नहीं हुई है।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर के पटना स्थित राजेंद्र मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस यानी आरएमआरआई के निदेशक डॉ. कृष्णा पांडेय ने बताया कि अभी उनके यहां कोरोना की आरटीपीसीआर जांच नहीं हो रही है।
स्वास्थ्य विभाग से अभी इस बाबत कोई दिशा-निर्देश भी नहीं मिले हैं। वहीं पटना के सिविल सर्जन डा. अविनाश कुमार सिंह का कहना है कि पटना व प्रदेश के अधिसंख्य लोगों में वैक्सीन या पूर्व संक्रमण के कारण कोरोना के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो चुकी है। ऐसे में न तो घबराने की जरूरत है और न ही फिलहाल इसकी जांच कराने की। हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी तक उन्हें स्वास्थ्य विभाग से इस बाबत कोई गाइडलाइन नहीं मिली है। यदि मिलती है तो उसके अनुरूप व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
12 राज्यों से बड़ी संख्या में हर पटना आते लोग:देश में कोरोना मरीज केरल, तमिलनाड़, महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, पुडुचेरी, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, राजस्थान व कर्नाटक जैसे राज्यों में मिले हैं। यहां से हर दिन बड़ी संख्या में यात्री पटना आते-जाते हैं। ऐसे में उनके साथ आया कोरोना वायरस घर या आसपास के कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों के लिए घातक हो सकता है।
मुंबई में एक किशोरी समेत दो लोगों की कोरोना से मौत की बात कही जा रही है। हालांकि, सरकार ने अभी इन्हें कोरोना से मृत्यु घोषित नहीं किया है। भारत सरकार ने इस नए जेएन-1 वैरियंट को लेकर गाइडलाइन जारी की है लेकिन राज्य के चीफ सर्विलांस पदाधिकारी डा. अजय कुमार शाही ने वरीय पदाधिकारियों की अनुमति के बिना कुछ भी बताने में असमर्थता दिखाई।
जेएन-1, वैरियंट ऑफ इंटरेस्ट घोषित:कोरोना का नया जेएन 1 वैरियंट, ओमिक्रोन परिवार का ही सब वैरियंट है। जेएन1 के सब वैरिएंट्स एलएफ-7 व एनबी1.8 विदेशों में तेजी से संक्रमण फैलने के लिए जिम्मेदार हैं। कोरोना वायरस म्यूटेशन के कारण संक्रमण फैलाने, रोग की गंभीरता में बदलाव होता है।
डब्ल्यूएचओ ने इसे वैरियंट आफ इंटरेस्ट (वीओआई) घोषित किया है। हमारे देश के परिप्रेक्ष्य में आइसीएमआर हर वैरियंट के बारे में गाइडलाइन जारी करता है, हम उसका इंतजार कर रहे हैं।
डब्ल्यूएचओ ने अबतक एटा, आईओटा, लैम्ब्डा, म्यू को ही वेरियंट आफ इंटरेस्ट घोषित किया है। हालांकि यह वेरियंट आफ कंसर्न की तरह सिद्ध खतरा, तेज व बड़े पैमाने पर फैलने वाला, गंभीर प्रकृति का नहीं है।
सामान्य लक्षण, गर्भवती, बीमार लोग रहे सावधान:कोरोना की दो लहरों में एनएमसीएच के नोडल पदाधिकारी रहे डा. अजय कुमार सिन्हा ने बताया कि इस वैरियंट के लक्षण भी बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द, थकान-मांसपेशियों में दर्द, भूख में कमी, दस्त, पाचन संबंधी समस्याएं ही हैं।
इसके अलावा गंध-स्वाद जाना, नाक बंद, उल्टी, आंखों में जलन, गले में चुभन, नींद की समस्या हो सकती है। मधुमेह, थायराइड, हृदय के रोगी, गर्भवती महिलाएं या वैक्सीन की दोनों डोज नहीं लेने वाले भी एहतियात बरतें। भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें, सर्दी-जुकाम से पीड़ित लोगों से दूरी, हाथों की स्वच्छता व शारीरिक दूरी का ध्यान रखें।
Agniveer Bharti Bihar 2025: बिहार के 5 जिलों में होगी अग्निवीर भर्ती रैली, इन पदों पर होगी बहाली
जागरण संवाददाता, पटना। न्यू केएलपी ग्राउंड, चांदमारी दानापुर छावनी में बिहार के सात जिलों के लिए अग्निवीर भर्ती रैली पांच से 15 अगस्त तक होगी। इसके अतिरिक्त सैनिक तकनीकी सहायक, फार्मासिस्ट सिपाही की बहाली भी होनी है। इसको लेकर शुक्रवार को जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई।
इसमें भर्ती निदेशक कर्नल बिंदु अग्निहोत्री की मौजूदगी में आवश्यक प्रशासनिक इंतजामों पर चर्चा की गई। रैली की व्यापक तैयारियों की समीक्षा की गई। इसमें भारतीय सेना और जिला प्रशासन के बीच भर्ती प्रक्रिया में ईमानदारी, पारदर्शिता और दक्षता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने की आपसी प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।
पटना समेत बक्सर, भोजपुर, सिवान, सारण, गोपालगंज और वैशाली के शॉर्टलिस्ट किए गए पुरुष अभ्यर्थियों के लिए अग्निवीर (जनरल ड्यूटी), अग्निवीर (टेक्निकल), अग्निवीर (क्लर्क/स्टोर कीपर टेक्निकल), अग्निवीर ट्रेड्समैन (10वीं) और अग्निवीर ट्रेड्समैन (8वीं) के लिए सेना भर्ती रैली होनी है।
इसी तरह सैनिक तकनीकी नर्सिंग सहायक और सिपाही फार्मासिस्ट के लिए बिहार और झारखंड राज्यों के शार्टलिस्ट किए गए पुरुष अभ्यर्थियों के लिए भी भर्ती रैली होगी।
मुख्यालय भर्ती क्षेत्र (बिहार और झारखंड) बिहार राज्य के योग्य और प्रेरित युवाओं से देश की सेवा करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के इस प्रतिष्ठित अवसर का लाभ उठाने के लिए युवाओं को आमंत्रित किया है।
कहा है जो युवा साहसिक, अनुशासित, चुनौतीपूर्ण करियर चाहते हैं तथा मातृभूमि के प्रति निस्वार्थ सेवा चाहते हैं, कि वे दानापुर छावनी के चांदमारी स्थित न्यू केएलपी ग्राउंड में आयोजित भर्ती रैली में भाग लें।
बिहार में वोटिंग बढ़ाने को नया प्लान, अब दूरी नहीं बनेगी मत न देने की वजह; लंबी कतार से मिलेगी मुक्ति
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में मतदान का राष्ट्रीय औसत प्राप्त करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग दूरगामी पहल करने जुटा है। अबकी बार बड़ी सोसायटी वाले अपार्टमेंटों और आवासीय कालोनी के अंदर भी बूथ स्थापित किए जाएंगे। शहरी क्षेत्र में मतदान को प्रतिशत बढ़ाने के लिए आयोग ने यह पहल की है। शीघ्र ही ऐसे स्थलों को चिह्नित करने की प्रक्रिया आयोग की ओर शुरू की जाएगी।
नगर निकायों की संख्या बढ़कर 261 हुईदरअसल, बिहार में नगर निकायों की संख्या बढ़कर अब 261 हो गई है। शहरों में बड़ी संख्या में मतदाता अपार्टमेंटों में रहते हैं। विशेषकर राजधानी पटना के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में अपार्टमेंटों की संख्या अधिक है। साथ ही शहरों में आवासीय कालोनियों की संख्या भी अधिक है। शहरों में बहुमंजिला इमारतों और घनी आबादी वाली कालोनियों के लिए अतिरिक्त मतदान केंद्र बनाने से शहरी मतदाताओं की मतदान केंद्र तक पहुंच में सुधार की संभावना है।
1200 मतदाताओं पर एक बूथ की स्थापनाआयोग ने निर्देश दिया है कि विधानसभा चुनाव में 1200 मतदाताओं पर एक बूथ की स्थापना की जाए। राज्य में वर्तमान में कुल 77895 बूथ हैं। ये बूथ 1500 मतदाताओं के आधार पर बनाए गए थे। शहरी क्षेत्रों में सिर्फ 1167 बूथ हैं जो 5667 स्थानों पर स्थापित किए गए हैं। अपार्टमेंट और कालोनियों में रहने वाले मतदाता अक्सर अपने घरों से निकलकर बूथ की लंबी कतारों में खड़े होकर मतदान करने से बचते हैं।
दूरी नहीं बनेगी मत ने देने की वजहराज्य में मतदाताओं पर पिछले वर्ष कराए गए केएपी सर्वे में 6.3 प्रतिशत मतदाताओं ने बताया था कि मतदान केंद्र से दूरी के कारण उन्होंने मतदान नहीं किया। इसी तरह से सर्वे में 2.4 प्रतिशत मतदाताओं का कहना था कि वे बूथों पर लंबी कतार के कारण मतदान करने नहीं जाते हैं।
लंबी कतार से भी मुक्ति मिलेगीअपार्टमेंट में बूथ स्थापित करने के बाद बूथ की दूरी मिट जाएगी और साथ ही लंबी कतार से भी मुक्ति मिलेगी। लोकसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत बढ़ाने को लेकर आयोग की ओर से बुजुर्ग मतदाताओं को घर पर मतदान की व्यवस्था भी किया गया था।
इसमें 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं और दिव्यांग मतदाताओं को सुविधा दी गई थी। इसका लाभ हुआ कि लोकसभा चुनाव 2024 में 7902 मतदाताओं ने होम वोटिंग के माध्यम से वोट किया था। इसमें 85 वर्ष और उससे अधिक आयु के कुल 4679 मतदाता थे जबकि 3223 दिव्यांग मतदाताओं ने मत डाला था।
Bihar News: बालू माफियाओं पर एक्शन के लिए सरकार ने बनाया नया प्लान, अब नहीं कर पाएंगे कोई चालाकी
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में बालू के अवैध खनन, परिवहन पर निगरानी की कड़ी में अब खनन पट्टा क्षेत्रों व उसके आस-पास सेटेलाइट की मदद से मॉनीटरिंग का निर्णय लिया गया है। सेटेलाइट की मदद से खनन पट्टा क्षेत्र की पांच सौ मीटर की परिधि में अवैध खनन गतिविधि पर विभाग को तत्काल अलर्ट मिलेगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर दी जानकारीसेटेलाइट से लघु खनिजों की निगरानी की पूर्ण व्यवस्था को लागू करने के पूर्व खान एवं भू-तत्व विभाग ने पदाधिकारियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर इसकी जानकारी दी।
खान निदेशक विनोद दूहन की अध्यक्षता में पिछले दिनों हुई इस बैठक में गांधीनगर (गुजरात) के भारतीय खान ब्यूरो से आए क्षेत्रीय खान नियंत्रक पुष्पेंद्र गौड़ ने माइनिंग सर्विलांस सिस्टम से अधिकारियों का परिचय कराया।
पुष्पेंद्र गौड़ ने बताया कि खनन निगरानी प्रणाली में भारतीय रिमोट सेंसिंग कार्यक्रम में इस्तेमाल होने वाली इसरो के कार्टोसेट सेटेलाइट से उच्च क्षमता की तस्वीरें मिलती हैं। इस प्रणाली के उपयोग से सभी खनन पट्टों का आइटी की मदद से डाट केएमएल व डाटा शेप फाइल तैयार किया जाएगा।
नागरिक भी दर्ज करा सकेंगे शिकायतइस प्रणाली की खासियत है कि इसके एप पर सामान्य नागरिक भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। इस बैठक में नागपुर के भारतीय खान ब्यूरो से आये वरीय तकनीकी सहायक (सर्वे) मो कासिम ने ड्रोन डाटा मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल से संबंधित जानकारी दी।
अवैध खनन पर लगेगी रोकप्रदेश में सरकार द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयासों के बाद भी अवैध खनन पर लगाम नहीं लग पा रही है। यही नहीं बेखौफ खनन माफिया पुलिस कर्मियों पर हमला करने से भी पीछे नहीं हटते। ऐसे में सेटेलाइट की मदद से अवैध खनन को रोकने में मदद मिलेगी।
Patna Metro: पटना मेट्रो प्रोजेक्ट में कंसल्टेंट नियुक्ति पर हाईकोर्ट सख्त, कॉरपोरेशन से जवाब तलब
विधि संवाददाता, पटना। पटना मेट्रो रेल परियोजना में परामर्शदाता (कंसल्टेंट) की नियुक्ति को लेकर उठे सवालों पर पटना हाईकोर्ट ने गंभीर रुख अपनाया है। अंतराष्ट्रीय समूह डांग मिजोंग कंसल्टेंसी की ओर से दायर रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट की खंडपीठ ने पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड से 26 जून तक विस्तृत जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश आशुतोष कुमार एवं न्यायाधीश पार्थ सारथी की खंडपीठ ने यह आदेश कोर्ट के ग्रीष्मावकाश से ठीक पहले जारी किया।
क्या है मामलायाचिकाकर्ता की ओर से वरीय अधिवक्ता मृगांक मौली ने अदालत को बताया कि पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने कंसल्टेंट की नियुक्ति के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मांगा था। याचिकाकर्ता कंपनी ने सभी प्रक्रियाओं का पालन किया, परंतु तकनीकी निविदा को खोला ही नहीं गया।
इस बीच अखबार में प्रकाशित खबर में यह उजागर हुआ कि कॉरपोरेशन ने निविदा प्रक्रिया में एक जापानी कंपनी को अनुचित रूप से वरीयता देने के लिए पारदर्शिता नहीं बरती और कुछ ऐसी शर्तें जोड़ीं, जो निविदा दस्तावेज में पूर्व से निर्धारित नहीं थीं।
याचिकाकर्ता कंपनी द्वारा की गई पड़ताल में सामने आया कि कॉरपोरेशन ने गोपनीयता का हवाला देते हुए कुछ ऐसी अहर्ताएं जोड़ीं, जो वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से उचित नहीं थीं।
अधिवक्ता मौली ने कोर्ट से कहा कि मेट्रो जैसी जनहित से जुड़ी परियोजना में अगर शुरुआत से ही पारदर्शिता नहीं बरती जाएगी, तो पूरी परियोजना की गुणवत्ता संदेह के घेरे में आ जाएगी।
कोर्ट ने मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की ओर से पेश वरीय अधिवक्ता सत्यदर्शी संजय को याचिकाकर्ता द्वारा लगाए गए आरोपों पर विधिसम्मत और तथ्यपूर्ण जवाब 26 जून से पहले दाखिल करने का आदेश दिया है।
Bihar Weather Today: बिहार के इन 6 जिलों के लोग रहें सावधान, आंधी-बारिश जमकर मचाएगी कोहराम
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश में आंधी-पानी से मौसम सामान्य बने होने के साथ लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली है। यह प्री मानसून की वजह से है। उत्तर बिहार में बदरा खूब बरस रहे हैं, जबकि पटना समेत दक्षिणी भागों में बूंदाबांदी की स्थिति बनी है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित अधिसंख्य भागों में बादल छाए रहने, कुछ स्थानों पर 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने व छिटपुट वर्षा के आसार है।
6 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्टप्रदेश के छह जिलों के बक्सर, भोजपुर, भभुआ, रोहतास, औरंगाबाद एवं अरवल में 50-60 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी-पानी को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। पांच दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
बिहार की राजधानी पटना समेत अपने जिले के मौसम का हाल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
बीते 24 घंटों के दौरान भागलपुर, सुपौल, गया, मधुबनी, किशनगंज, पूर्वी चंपारण, बांका, पूर्णिया, जमुई के अलग-अलग भागों में वर्षा दर्ज की गई। भागलपुर के सोनहलुआ में सर्वाधिक वर्षा 59 मिमी दर्ज की गई।
गुरुवार को पटना सहित 17 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 39.2 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी (रोहतास) सबसे गर्म रहा। पटना व आसपास इलाकों में धूप व आंशिक बादल छाए रहने से मौसम खुशनुमा बना रहा।
इन जगहों पर दर्ज हुई वर्षागया के डुमरिया में 46.4 मिमी, सुपौल के छातापुर में 45.2 मिमी, गया के इमामगंज में 44.2 मिमी, मधुबनी के बेनीपट्टी में 44 मिमी, सुपौल के किशनपुर में 42.2 मिमी, मधुबनी के झंझारपुर में 39 मिमी, किशनगंज के ठाकुरगंज में 37 मिमी, पूर्वी चंपारण के अदापुर में 36.2 मिमी, मधेपुरा के कुमारखंड में 35 मिमी।
बांका के बेलहर में 35 मिमी, दरभंगा के जाले में 32.4 मिमी, बांका के कटोरिया में 28.4 मिमी, मधुबनी में 28.1 मिमी, बांका के शंभूगंज में 26.4 मिमी, पश्चिम चंपारण के सुगौली में 25.2 मिमी, झाझा में 24.8 मिमी एवं पश्चिम चंपारण के सिकटा में 24.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
पटना
34.5 26.4 गया 35.0 25.4 भागलपुर 34.2 24.6 मुजफ्फरपुर 31.0 25.2पटना में चुप्पी तोड़ पति के साथ थाने पहुंच गई महिला, कहा- होटल जाने के बाद की जा रही थी ब्लैकमेल
जागरण संवाददाता, पटना। ब्लैकमेलिंग और यौन शोषण से आजिज महिला ने चुप्पी तोड़ दी और पति के साथ जक्कनपुर थाने में आकर शिकायत की, जिसके बाद आरोपित को दबोच लिया गया। आरोपित की पहचान पटना सिटी के छोटी पटनदेवी मोहल्ला निवासी अमित शर्मा के रूप में हुई है।
पुराने बस स्टैंड के समीप एक होटल वारदातथानेदार रितुराज कुमार ने बताया कि महिला से पहली बार मीठापुर पुराने बस स्टैंड के समीप एक होटल में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था। अप्रैल से आरोपित लगातार उसे ब्लैकमेल कर रहा था। इसी को लेकर महिला परेशान थी।
निजी फाइनेंस कंपनी में महिला करती है कामबताया जाता है कि महिला सोने के बदले रकम देने वाली निजी फाइनेंस कंपनी में काम करती है। वह एक बच्चे की मां है। अमित किसी काम के सिलसिले में उसके कार्यालय में गया था, जहां उसकी मुलाकत पीड़िता से हुई थी।
हुई दोस्ती, महिला को होटल बुलायादोनों के बीच अच्छी दोस्ती हो गई। उसने कुछ महीने पहले महिला को होटल में बुलाया था। वहां कोल्ड ड्रिंक में मादक पदार्थ मिला कर महिला को पिलाया, जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद अमित ने उसके साथ गंदा काम किया।
न्यूड वीडियो बनाकर करने लगा ब्लैकमेलसाथ ही महिला का बिना कपड़ों वाला वीडियो बना लिया। इस वीडियो को दिखा कर अमित उसे ब्लैकमेल करता और बार-बार होटल में बुलाता था। आजिज होकर महिला ने घटना की जानकारी पति को दी। पति ने उसका हौसला बढ़ाया और महिला को लेकर थाने पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई।
वीडियो वायरल करने की देर रहा था धमकीमहिला ने बताया कि होटल में वारदात के बाद से उसे युवक ब्लैकमेल करने लगा था। दुष्कर्म के बाद आरोपित बार-बार होटल बुलाने लगा था। महिला ने बताया कि युवक ने वारदात के बाद उसका आपत्तिजन वीडियो बना लिया था। वह वीडियो को वायरल करने की धमकी दे रहा था।
बिहार के लोग भी ले सकेंगे अंतरराष्ट्रीय खेलों का आनंद, राजगीर में बन रहे क्रिकेट स्टेडियम के लिए महाराष्ट्र से मंगाई गई लाल मिट्टी
डिजिटल डेस्क, पटना। राजगीर में अंतर्राष्ट्रीय मानकों पर आधारित क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। भवन निर्माण विभाग की तरफ से यह स्टेडियम राज्य में क्रिकेट में रूचि रखने वाले खिलाड़ियों को अपने हुनर को उजागर करने के लिए बेहतरीन मौका देगा।
क्रिकेट पिच और ऑउटफील्ड का निर्माण कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है। पिच की गुणवत्ता और मानक को ध्यान में रखते हुए इसके लिए महाराष्ट्र से विशेष लाल मिट्टी मंगवाई गई है। जबकि, मोकामा से लाई गई काली मिट्टी का उपयोग सात अतिरिक्त पिचों के निर्माण में किया जा रहा है। मैदान में घास बिछाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसके अलावा जनरल स्टैंड ईस्ट, जनरल स्टैंड वेस्ट तथा रिवर्स पवेलियन का सिविल वर्क भी तेजी से पूरा किया जा रहा है।
स्टेडियम के मुख्य पवेलियन के आधारभूत संरचना का कार्य पूरा कर लिया गया है। अब ब्रिकवर्क, प्लास्टर, पुट्टी और वायरिंग जैसे फिनिशिंग के काम तेजी से किए जा रहे हैं। इसके साथ ही जनरल स्टैंड ईस्ट, जनरल स्टैंड वेस्ट और रिवर्स पवेलियन का सिविल वर्क भी प्रगति पर है।
भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि राजगीर खेल परिसर में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मानकों का पालन किया जा रहा है। बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए मैदान से पानी की निकासी के लिए ड्रेनेज सिस्टम विकसित किया जा रहा है।
72 हजार वर्गमीटर होगा स्टेडियम का क्षेत्रफल
यह क्रिकेट स्टेडियम 72 हजार 843 वर्गमीटर भूखंड पर तैयार किया जा रहा है। इसमें 40 हजार दर्शकों के बैठने की सुविधा होगी। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए विशेष पवेलियन, कोच और मैनेजर के लिए अलग व्यवस्था तथा वीवीआईपी अतिथियों के लिए विशेष स्टैंड बनाया जा रहा है। इस स्टेडियम के बन जाने से न सिर्फ राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों का आयोजन संभव होगा, बल्कि स्थानीय खिलाड़ियों को भी उत्कृष्ट प्रशिक्षण और खेल सुविधाएं मिलेंगी।
बिहार में 6 लाख से अधिक दिव्यांगजनों को मिला UDID कार्ड, समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने की समीक्षा बैठक
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में कुल 6 लाख 16 हजार 329 दिव्यांगजनों को अबतक यूनिक दिव्यांग पहचान-पत्र (यूडीआईडी) जारी किया गया है। शेष लंबित 1 लाख 1 हजार 334 नये आवेदनों को जल्द से जल्द निष्पादित करने के लिए विशेष पहल की जा रही है। समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने कम-से-कम 25 प्रतिशत लंबित मामलों का निष्पादन जून 2025 के अंत तक करने का निर्देश राज्य स्तरीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण समीक्षा बैठक के दौरान दिया।
विभागीय बैठक के दौरान सचिव बंदना प्रेयषी ने दिव्यांगजनों के सर्वे एवं प्रमाणीकरण के लिए नियमित रूप से विशेष शिविरों के आयोजन का भी आदेश दिया ताकि सभी पात्र लाभार्थियों को इस पहचान-पत्र से आच्छादित किया जा सके।
समीक्षा के क्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छत्र योजना ‘सम्बल’ के अंतर्गत वितरित किए जाने वाले बैट्री चालित ट्राईसाइकिल और अन्य सहायक उपकरणों को ससमय पात्र लाभुकों तक वितरित करने का निर्देश दिया। इस दौरान बैटरी चालित ट्राईसाइकिल के लिए कुल वार्षिक लक्ष्य 6,000 और सहायक उपकरण हेतु वार्षिक लक्ष्य 7,000 निर्धारित करने का निर्देश दिया गया। पिछले वर्ष कुल 24,981 ट्राईसाइकिल और 97,142 उपकरण लाभार्थियों को वितरित किए जा चुके हैं।
58 लंबित आवेदनों के निष्पादन का भी निर्देश
बैठक के दौरान कानूनी संरक्षकता (लीगल गार्जियनशीप) से संबंधित कुल 58 लंबित आवेदनों के निष्पादन का भी निर्देश दिया गया। सचिव ने योजनाओं के समयबद्ध क्रियान्वयन, जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संगठनों के सहयोग तथा वृहद प्रचार-प्रसार हेतु फ्लैक्स, बैनर, नुक्कड़-नाटक, माइकिंग आदि माध्यमों के प्रयोग पर बल दिया।
मानसिक रूप से विक्षिप्त महिलाओं एवं बच्चों के पुनर्वास की पहल
विभागीय सचिव ने पटना स्थित तीन आसरा गृहों की भी समीक्षा की और अधिकारियों को लाभार्थियों के परिवारों से संपर्क कर उन्हें पुनर्वासित करने के निर्देश दिए। साथ ही मूक-बधिर, नेत्रहीन और मानसिक दिव्यांग बच्चों के आवासीय और दिवाकालीन विद्यालयों (चमन) की संचालन स्थिति की भी गहन समीक्षा की।
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति और पुनर्वास योजनाओं पर जोर
बैठक में राष्ट्रीय छात्रवृत्ति योजना, एडीप योजना, दीनदयाल दिव्यांग पुनर्वास योजना (डीडीआरएस) एवं सीपीडीए योजना की भी समीक्षा की गई। वर्ष 2025-26 में 5,000 विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने का लक्ष्य तय किया गया है। गौरतलब है कि पिछले पांच वर्षों में 7,755 छात्र-छात्राएं इस योजना से लाभान्वित हो चुके हैं।
राज्य आयुक्त नि:शक्तता कार्यालय के विषयों की समीक्षा
राज्य आयुक्त नि:शक्तता कार्यालय से संबंधित 27 लंबित निबंधन/पुनर्निबंधन आवेदनों की त्वरित जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश भी बैठक के दौरान दिया गया। समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी ने अंत में सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे गंभीरता, संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्य करते हुए राज्य के दिव्यांगजनों को योजनाओं का समुचित लाभ समय पर उपलब्ध कराएं।
समीक्षा बैठक में इनकी रही मौजूदगी
समाज कल्याण विभाग की सचिव बंदना प्रेयषी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय के निदेशक योगेश कुमार सागर, उपसचिव हरिशंकर राम, अपर आयुक्त नि:शक्तता रुबि कुमारी , उपनिदेशक भुवन कुमार समेत दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय के कई पदाधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।