Dainik Jagran

Subscribe to Dainik Jagran feed Dainik Jagran
Jagran.com Hindi News
Updated: 8 hours 29 min ago

Bihar Jamin Jamabandi: जमाबंदी की आधार सीडिंग में सुस्ती पर बिफरे DM चंद्रशेखर सिंह, 4 सीओ से स्पष्टीकरण

October 28, 2024 - 6:45pm

जागरण संवाददाता, पटना। एक महीना में फतुहा में आठ, पटना सदर में 22, धनरुआ में 28 एवं पुनपुन में केवल 47 जमाबंदियों की आधार सीडिंग (Bihar Jamabandi Aadhaar Seeding) की गई। इसपर नाराजगी जताते हुए जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने संबंधित अंचलाधिकारियों से स्पष्टीकरण किया है। वे सोमवार को राजस्व मामलों की समाहरणालय में समीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने हिदायत दी कि समय सीमा के बाद किसी भी अंचल में दाखिल-खारिज एवं परिमार्जन का मामला लंबित नहीं रहना चाहिए। एक्सपायर्ड आवेदनों की संख्या हर हाल में शून्य रखें। अन्यथा लापरवाह अंचलाधिकारी कार्रवाई के दायरे में आएंगे।

दाखिल-खारिज पर डीएम ने दिए सख्त निर्देश

75 दिनों से अधिक समय से दाखिल-खारिज के आवेदन लंबित रहने को डीएम ने गंभीरता से लिया। उन्होंने सभी डीसीएलआर को प्रत्येक सप्ताह कम से कम एक अंचल का निरीक्षण कर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि आज की तिथि में दाखिल-खारिज के 45,272 मामले लंबित हैंं। इनमें से 9,682 आवेदन 35 दिन से अधिक तथा 30,526 आवेदन 75 दिनों से अधिक समय से लंबित है। एक माह में प्राप्त आवेदनों की संख्या में निष्पादन लगभग दुगुना है। यह प्रशंसनीय है। उन्होंने अंचलाधिकारियों की सराहना की।

आवेदनों का समय-सीमा के अंदर निष्पादन नहीं करने, नापीवाद एवं अतिक्रमणवाद का विधिवत संचालन नहीं करने पर अनुशासनात्मक एवं विभागीय कार्रवाई की चेतावनी भी दी। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि 28 सितंबर से 28 अक्टूबर तक दाखिल-खारिज के मामले में बेलछी, पुनपुन, बिक्रम, बख्तियारपुर एवं धनरुआ ने अच्छी प्रगति की है जबकि खुसरूपुर, बिहटा, अथमलगोला, मोकामा एवं घोसवरी का प्रदर्शन खराब रहा है।

वहीं, 75 दिनों से अधिक समय से लंबित दाखिल-खारिज के मामलों में खुसरूपुर, दनियावां, घोसवरी, बेलछी एवं पंडारक में काफी कम आवेदन लंबित हैं। वहीं बिहटा, पटना सदर, संपतचक, धनरुआ एवं फुलवारीशरीफ में इनकी संख्या काफी ज्यादा है। डीएम ने संबंधित सीओ को तुरत स्थिति में सुधार का निर्देश दिया। वहीं, परिमार्जन में बख्तियारपुर, दुल्हिनबाजार, पटना सदर एवं धनरुआ के सीओ को बेहतर करने काे कहा गया। उन्होंने कहा कि सभी अंचलाधिकारी नियमित रूप से राजस्व कर्मचारीवार दाखिल-खारिज एवं परिमार्जन के मामलों की समीक्षा करें।

कल्याण, पंचायती राज, समाज कल्याण एवं अन्य योजनाओं के लिए भूमि की उपलब्धता कराने की जिम्मेदारी अपर समाहर्ता को दी। चिह्नित भूमि की एनओसी अंचलाधिकारी देंगे।

ये भी पढ़ें- Bihar Jamin Survey: भूमि सर्वे के बीच नीतीश सरकार ने बदले जमीन रजिस्ट्री के नियम, रैयतों को मिलेगी राहत

ये भी पढ़ें- Bihar Jamin Survey: भूमि सर्वे के बीच आई बड़ी खबर, इतने दिनों तक जमीन की रजिस्ट्री पर लगी रोक

Categories: Bihar News

Nitish Kumar ने CM हाउस में की बैठक, इनको मिली अगल-बगल की कुर्सी; झटपट हो गया 2025 का फैसला

October 28, 2024 - 6:14pm

राज्य ब्यूरो, पटना। अगले वर्ष प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav) में एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही मैदान मेंं उतरेगा। मुख्यमंत्री आवास में एनडीए के प्रदेश नेताओं की महत्वपूर्ण बैठक में एनडीए नेताओं ने इस निर्णय को आगे किया। अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए एनडीए ने 225 सीट का लक्ष्य तय किया है। मुख्यमंत्री ने एनडीए की एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि हर हाल में नीचे के स्तर तक संगठन को मजबूत करना है। एनडीए की बैठक में यह स्लोगन गूंजा - 2025 फिर से नीतीश।

एनडीए की बैठक की अध्यक्षता भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने की, जबकि संचालन जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने किया। बैठक में विषय प्रवेश जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कराया। हम के संतोष सुमन व लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने अपने दल का प्रतिनिधत्व किया। बता दें कि नीतीश कुमार के एक तरफ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तो दूसरी तरफ जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा बैठे थे।

'एकजुटता ही हमारी पूंजी'

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मौके पर कहा कि राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर पर एनडीए की जो एकता है वह जमीनी स्तर पर भी दिखना जरूरी है। एकजुटता ही हमारी पूंजी है। अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने राजद के 15 वर्षों के शासनकाल में बिहार की स्थिति और उसके बाद अपने कार्यकाल में हुए कार्यों की चर्चा की।

उन्होंने कहा कि 2005 के पहले बिहार में क्या स्थिति थी यह नयी पीढ़ी को नहीं मालूम है। इस बारे में नयी पीढ़ी को बताना जरूरी है। उनकी सरकार ने हर क्षेत्र मे काम किया है। शिक्षा व स्वास्थ्य के साथ-साथ आधारभूत संरचना के क्षेत्र में हुए कार्यों की उन्होंने चर्चा की। सात निश्चय-2 के तहत युवाओं को मिले रोजगार पर भी बात की।

नीतीश कुमार का राजद पर निशाना

राजद पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि पहले दंगा-फसाद हाेता रहता था। एनडीए की सरकार जब आयी तो इसे नियंत्रित किया। भागलपुर दंगा पीड़ितों का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि हमने दंगा पीड़ितों को न्याय दिलाया। पीड़ितों के लिए पेंशन की व्यवस्था करायी। बिहार में उनकी सरकार में विधि-व्यवस्था की स्थिति ठीक हुई। पहले शाम हाेते ही लोग घरों में कैद हो जाते थे पर अब ऐसी स्थिति नहीं है।

केंद्र सरकार से मिल रहे सहयोग की भी मुख्यमंत्री ने अपने संबाेधन में चर्चा की। उन्होंने कहा कि केंद्र से मिल रहे सहयोग के लिए वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के प्रति आभार प्रकट करते हैं।

एनडीए की बैठक में केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, रामनाथ ठाकुर, रालोमो नेता उपेंद्र कुशवाहा, जदयू के वरिष्ठ नेता बशिष्ठ नारायण सिंह, मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, विजय चौधरी व रेणु देवी ने भी अपने विचार रखे।

ये भी पढ़ें- Bihar Politics: लोकसभा चुनाव में मिली हार को अब तक भूल नहीं पाए उपेंद्र कुशवाहा, काराकाट सीट को लेकर फिर दिया बयान

ये भी पढ़ें- Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने मुसलमानों को लेकर दिया बड़ा बयान, 'केरोसिन' और 'लालटेन' का किया जिक्र

Categories: Bihar News

Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने मुसलमानों को लेकर दिया बड़ा बयान, 'केरोसिन' और 'लालटेन' का किया जिक्र

October 28, 2024 - 2:34pm

राज्य ब्यूरो, पटना। पुत्र ओसामा के साथ हेना शहाब की राजद में वापसी को जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने लालू प्रसाद (Lalu Yadav) की विवशता बताया है। रविवार को बयान जारी कर पीके ने कहा कि मुस्लिम समुदाय लालटेन में केरोसिन की तरह जलता रहा और लालू परिवार में रोशनी होती रही।

उन्होंने कहा, चूंकि उपचुनाव में एक भी मुसलमान को टिकट नहीं दिया, इसलिए लालू एक ऐसे परिवार को राजद में लाए, जिसके मुखिया की मय्यत में भी जाना इनको गवारा नहीं था। जन सुराज पार्टी द्वारा बेलागंज में मुस्लिम प्रत्याशी दिए जाने के बाद शहाब परिवार की राजद में वापसी हुई है।

उन्होंने कहा कि हम मुसलमानों को पूरा हक दिलाने का वादा करते हैं। हम अपनी बुद्धि और संसाधनों का उपयोग करके मुस्लिम युवाओं को राजनीति में अवसर प्रदान करेंगे।

शहाब परिवार की राजद में वापसी, लालू बोले- दूर तो हुए ही नहीं थे

काफी मान-मनौवल के बाद भी लोकसभा चुनाव में छिटके रहे शहाब परिवार की रविवार को घर-वापसी हो गई। पुत्र ओसामा के साथ हेना शहाब ने पार्टी सुप्रीमो लालू प्रसाद के हाथों राबड़ी आवास में राजद की सदस्यता ग्रहण की। उनका स्वागत करते हुए लालू ने कहा कि अब राजद और मजबूत होगा। काफी दिनों से उनके साथ नहीं होने के प्रश्न पर लालू ने कहा कि यह परिवार तो हमसे कभी दूर था ही नहीं। अब ये लोग पहले से अधिक निकट आ गए हैं।

जन सुराज से भी आमद:

राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि जन सुराज पार्टी से डॉ. एनुअल हक के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने रविवार को तेजस्वी के हाथों राजद की सदस्यता ग्रहण की। इसमें राजद के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व विधायक डा. अनवर आलम का महत्वपूर्ण योगदान है।

तेजस्वी बोले- 'हमारा मुद्दा गरीबी और विकास'

तेजस्वी ने बताया कि हेना और ओसामा के साथ उनके दर्जनों समर्थकों ने भी राजद की सदस्यता ली है। अब सिवान के साथ पूरे बिहार में राजद को मजबूती मिलेगी। सांप्रदायिक शक्तियों के विरुद्ध संघर्ष और सामाजिक न्याय के लिए राजद प्रतिबद्ध है। हमारा मुद्दा गरीबी और विकास का है, लेकिन राजग और भाजपा द्वारा विनाश की बात की जा रही। जनता अमन-चैन चाहती है, जबकि नीतीश सरकार विद्वेष फैला रही।

ये भी पढ़ें- Bihar Politics: लोकसभा चुनाव में मिली हार को अब तक भूल नहीं पाए उपेंद्र कुशवाहा, काराकाट सीट को लेकर फिर दिया बयान

ये भी पढ़ें- Bihar Politics: 'मोदी ने गिरिराज को कपड़ा नहीं, लफड़ा मंत्री बना रखा है' केंद्रीय मंत्री के विवादित बयान पर भड़की RJD

Categories: Bihar News

Diwali 2024: नीतीश सरकार का दीवाली से पहले एक और बड़ा फैसला, इन अधिकारियों की लग गई मौज

October 28, 2024 - 2:19pm

राज्य ब्यूरो, पटना। किसानों की सहूलियत व खेती-किसानी को बढ़ावा देने के लिए सरकार प्रखंडों में तैनात प्रखंड कृषि अधिकारियों (बीएओ) को और अधिक स्वतंत्र एवं शक्ति संपन्न बनाने जा रही है। बीएओ के नियंत्री अधिकारी (बॉस) अब प्रखंड विकास अधिकारी (बीडीओ) नहीं होंगे। बीडीओ के बजाए अब जिला कृषि अधिकारियों को बीएओ का नियंत्री अधिकारी बनाने की तैयारी है। कृषि विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। सामान्य प्रशसासन विभाग की मुहर के बाद इस पर ग्रामीण विकास विभाग से सुझाव मांगा गया है।

दरअसल, ग्रामीण विकास अधिकारी (आरडीओ) एवं राजस्व अधिकारी (अंचल निरीक्षक) के रूप में ग्रामीण एवं राजस्व सेवा में नियुक्ति होती है। ये दोनों बीएओ के समकक्षी अधिकारी हैं। तीनों का वेतनमान एवं सेवा संवर्ग समकक्ष है।

अरसे से तीनों श्रेणी के अधिकारियों की नियुक्ति 4600 ग्रेड पे एवं लेवल-7 श्रेणी के अधिकारियों में होती है। तीनों ही पर्यवेक्षीय सेवा संवर्ग में चयनित होते हैं, पर ग्रामीण विकास अधिकारी एवं राजस्व अधिकारी राजपत्रित अधिकारी घोषित कर दिए गए। वहीं, बीएओ इससे वंचित रह गए। नियमावली में विसंगति होने एवं संशोधन नहीं किए जाने के कारण बीएओ हाशिए पर रह गए।

बता दें कि आरंभ में जब प्रखंडों की संरचना हुई थी तब बिहार प्रशासनिक सेवा के एडीएम रैंक के अधिकारी बीडीओ व सीओ बनाए जाते थे। आगे चलकर सेवा नियमावली में संशोधन कर राजस्व सेवा से राजस्व अधिकारी (अंचल निरीक्षण) एवं ग्रामीण विकास अधिकारियों को प्रोन्नत कर सीओ एवं बीडीओ का दायित्व दिया गया। वहीं, बीएओ के पद को अपग्रेड नहीं किया है। इस कारण विसंगति उत्पन्न हुई। अब इसमें संशोधन करने की पहल की जा रही है।

डीसीएलआर और भू अर्जन पदाधिकारी के पद पर बिप्रसे अधिकारियों की तैनाती का विरोध

बिहार राजस्व सेवा संघ यूनाइटेड ने इस संवर्ग के लिए चिह्नित पदों पर बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की तैनाती का विरोध किया है। रविवार को यहां हुई बैठक में कहा गया कि डीसीएलआर और जिला भू अर्जन पदाधिकारियों के पद पर बिप्रसे के अधिकारियों की तैनाती के विरोध में जल्द ही सरकार को ज्ञापन दिया जाएगा।

बैठक की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष कुंदन कुमार लाल ने की। उन्होंने कहा कि राजस्व सेवा संघ के अधिकारियों की तैनाती में मनमानी की जा रही है, जबकि साल भर पहले मिली प्रोन्नति के कारण इस संवर्ग के अधिकारी उच्चतर पदों पर तैनाती के योग्य हो गए हैं। बैठक में संघ के उपाध्यक्ष शिवशंकर गुप्ता, महासचिव प्रवीण कुमार पांडेय सहित अन्य अधिकारी शामिल हुए।

ये भी पढ़ें- BPSC Teachers: बिहार में कई बीपीएससी टीचरों की नौकरी पर लटक रही तलवार, शिक्षा विभाग ने 48 घंटे के भीतर मांगा ब्योरा

ये भी पढ़ें- Bihar Jamin Survey: फिर बढ़ी जमीन मालिकों की परेशानी! ब्लॉक से लेकर सर्वे ऑफिस तक के काट रहे चक्कर, यहां समझें उपाय

Categories: Bihar News

दीवाली-छठ को लेकर रेलवे विभाग ने दे दी एक और खुशखबरी, पटना रूट पर शुरू हुई कई स्पेशल ट्रेन; देखें टाइम-टेबल

October 28, 2024 - 9:03am

जागरण संवाददाता, पटना। दीपावली एवं छठ के दौरान यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को देखते हुए रेलवे द्वारा कई स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। इसी कड़ी में चार जोड़ी और स्पेशल ट्रेनें चलाईं जाएंगी।

नई ट्रेनों में कोटा-दानापुर स्पेशल ट्रेन, पटना-न्यू जलपाईगुड़ी स्पेशल ट्रेन, कटिहार-मधेपुरा एवं कटिहार-छपरा को शामिल किया गया है। रेलवे की ओर से कोटा-दानापुर स्पेशल ट्रेन को गुना, सागर, कटनी, प्रयागराज छिवकी, पंडित दीन दयाल उपाध्याय जं. के रास्ते कोटा से दानापुर तक चलाया लाएगा।

इस स्पेशल ट्रेन में तृतीय वातानुकूलित श्रेणी के 19 कोच होंगे। यह स्पेशल गाड़ी कोटा से 27 अक्टूबर को रवाना हो गई। यह ट्रेन दस नवंबर तक कोटा से प्रत्येक रविवार एवं गुरुवार को तथा दानापुर से 28 अक्टूबर से 11 नवंबर तक प्रत्येक सोमवार एवं शुक्रवार को चलाई जाएगी।

स्पेशल ट्रेन कोटा से रविवार एवं गुरुवार को 9.25 बजे रात्रि खुलकर अगले दिन आठ बजे रात्रि बजे दानापुर पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन दानापुर से सोमवार एवं शुक्रवार को 9.30 बजे रात्रि खुलकर अगले दिन 10.25 बजे रात्रि कोटा पहुंचेगी।

पटना से न्यू जलपाईगुड़ी तक के लिए स्पेशल ट्रेन

पटना से न्यू जलपाईगुड़ी के लिए स्पेशल ट्रेन बरौनी, मोकामा, कटिहार, किशनगंज, सिलीगुड़ी होते हुए जाएगी। इस स्पेशल ट्रेन में प्रथम वातानुकूलित श्रेणी का एक, द्वितीय वातानुकूलित श्रेणी के दो, तृतीय वातानुकूलित श्रेणी के छह कोच होंगे। तृतीय वातानुकूलित इकोनोमी श्रेणी का एक कोच एवं शयनयान श्रेणी के छह कोच होंगे।

यह स्पेशल ट्रेन दो से 30 नवंबर तक न्यू जलपाईगुड़ी एवं पटना जंक्शन के बीच चलाई जाएगी। यह ट्रेन न्यू जलपाईगुड़ी से शनिवार को 05.00 बजे सुबह खुलकर उसी दिन शाम 5.40 बजे पटना जंक्शन पहुंचेगी।

वापसी में पटना-न्यू जलपाईगुड़ी स्पेशल शनिवार को पटना जं. से 7.30 बजे शाम में खुलकर अगले दिन सुबह 09.30 बजे न्यू जलपाईगुड़ी पहुंचेगी ।

रेलवे ने कटिहार और मधेपुरा के बीच भी एक स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह ट्रेन पूर्णिया, बनमनखी, जानकीनगर, मुरलीगंज के रास्ते कटिहार और दौरम मधेपुरा के मध्य चलाई जाएगी। यह स्पेशल ट्रेन 28 अक्टूबर से 30 नवंबर तक प्रतिदिन कटिहार और मधेपुरा के मध्य परिचालित की जाएगी।

ये है ट्रेन का टाइम-टेबल

ट्रेन कटिहार से प्रतिदिन 7 बजे रात्रि में खुलकर रात 10.00 बजे दौरम मधेपुरा पहुंचेगी। वापसी में मधेपुरा से प्रतिदिन रात 10.45 बजे खुलकर देर रात 02.30 बजे कटिहार पहुंचेगी। कटिहार से छपरा के लिए भी स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी।

यह ट्रेन नवगछिया, मानसी, खगड़िया, बरौनी, शाहपुर पटोरी, हाजीपुर, सोनपुर के रास्ते कटिहार और छपरा के मध्य चलाई जाएगी। इस स्पेशल ट्रेन का परिचालन कटिहार से रविवार को प्रारंभ हो गया। इसका परिचालन कटिहार से 28 नवंबर तक प्रत्येक गुरुवार, रविवार एवं सोमवार को किया जाएगा।

छपरा से 28 अक्टूबर से 29 नवंबर तक प्रत्येक शुक्रवार, सोमवार एवं मंगलवार को परिचायल किया जाएगा। यह ट्रेन कटिहार से चार बजे दिन में खुलकर रात 12.20 बजे छपरा पहुंचेगी।

वापसी में छपरा से 04.30 बजे सुबह प्रस्थान कर उसी दिन 12.30 बजे दिन में कटिहार पहुंचेगी। इस गाड़ी में वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का एक, वातानुकूलित तृतीय श्रेणी के तीन, शयनयान श्रेणी के 12, साधारण श्रेणी के पांच कोच होंगे।

यह भी पढ़ें-

ट्रेन में एसी नहीं चलने की शिकायत करना पड़ा भारी, RPF ने पहले तो यात्री को पीटा- फिर दर्ज करा दिया मुकदमा

त्योहारों में दिल्ली और CM सिटी गोरखपुर के लिए चलेंगी पूजा स्पेशल ट्रेनें, घर जाने में होगी आसानी

Categories: Bihar News

Bihar News: पटना का यह फेमस सरकारी अस्पताल अब हो जाएगा प्राइवेट, क्या है वजह? सामने आई चौंकाने वाली बात

October 28, 2024 - 8:26am

जागरण संवाददाता, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की परिकल्पना पर बड़े कारपोरेट हॉस्पिटल की तर्ज पर बनाए गए प्रदेश के इकलौते राजेंद्र नगर अतिविशिष्ट नेत्र रोग अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग निजी हाथों में दे सकता है। इसके लिए कुछ निजी अस्पतालों से बातचीत चल रही है।

रविवार को दूसरी बार बेंगलुरू स्थित एक निजी अस्पताल के चिकित्सक व पदाधिकारी इसका निरीक्षण करने पहुंचे। स्वास्थ्य विभाग से मिले निर्देश के आलोक में प्रभारी निदेशक डॉ. अजीत कुमार द्विवेदी अवकाश के दिन आए और टीम को सभी छह माड्युलर ओटी समेत 106 बेड का पूरा अस्पताल घुमाया।

हालांकि, टीम या निदेशक ने यह नहीं बताया कि वे किस अस्पताल से हैं, लेकिन शंकर नेत्रालय प्रबंधन की चर्चा की जा रही थी।

चार वर्ष में डॉक्टर व चिकित्साकर्मी नहीं देने का खुला राज

संस्थान में कार्य कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि 2020 में नए भवन का उद्घाटन हुआ था। कोरोना महामारी के दौर में जब आइसोलेशन के लिए बेड कम पड़ गए थे तो यहां रोगियों को रखा गया था। स्थापना काल से ही यहां निदेशक के अलावा कोई स्थायी डॉक्टर या चिकित्साकर्मियों की नियुक्ति नहीं हुई।

वर्तमान में तो प्रभारी निदेशक के अलावा सिर्फ चार प्रतिनियुक्त डॉक्टर व चार बांड डॉक्टरों के सहारे यह अस्पताल चल रहा है। बावजूद इसके हर दिन चार से पांच मोतियाबिंद सर्जरी के साथ कई महंगी जांचें मुफ्त की जा रही है।

ओपीडी सेवा का प्रतिदिन औसतन 300 से अधिक मरीज लाभ लेते हैं। कर्मचारियों के अनुसार यदि बेड संख्या के अनुसार चिकित्सकों व चिकित्साकर्मियों की नियुक्त की जाए तो यह प्रदेश का बड़ा अस्पताल बन सकता है।

राजेंद्र नगर व‍िश‍िष्‍ट नेत्र अस्‍पताल के न‍िरीक्षण के दौरान नि‍देशक से उपलब्‍ध संसाधनों की जानकारी लेती नि‍जी अस्‍पताल की टीम।

दिवाली पर सरकारी के साथ निजी अस्पताल रहेंगे अलर्ट पर

दिवाली पर्व को देखते हुए सिविल सर्जन ने सरकारी के साथ निजी अस्पतालों को भी अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। इसके लिए पत्र जारी कर दिया गया है। सिविल सर्जन डा. मिथिलेश्वर कुमार ने दिवाली पर 24 घंटे कार्यरत रहने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का निर्देश दिया है।

पटाखे से जलने, सड़क दुर्घटना समेत किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या होने पर राजधानीवासी कंट्रोल रूम में फोन कर एंबुलेंस समेत उपचार के लिए नजदीकी अस्पताल में डाक्टर-चिकित्साकर्मी नहीं होने की स्थिति में फोन कर सकते हैं।

वहीं, सिविल सर्जन कार्यालय ने पर्व में ओपीडी सेवा बंद रहने पर 24 घंटे इमरजेंसी सेवा में आने वाले हर मरीज के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।

बताते चलें कि दीपावली में पटाखों से जलने, वायु प्रदूषण बढ़ने से अस्थमा रोगियों की समस्या बढ़ने के अलावा मिठाइयों व अन्य व्यंजनों के कारण पेट दर्द व पाचन संबंधी अन्य रोगों के मरीज इमरजेंसी में पहुंचते हैं। इसके लिए पीएमसीएच के प्लास्टिक सर्जरी विभाग को अलर्ट रहने को कहा गया है।

इसके अलावा दीपावली के पूर्व आइजीआइएमएस के नेत्र विभाग में भी इमरजेंसी सेवा उपलब्ध रहेगी। सिविल सर्जन ने पत्र में सभी चिकित्सा प्रभारियों को दवा व अन्य आवश्यक उपकरण जिला भंडारगृह से मंगवाने को कहा है। आपात स्थिति में त्वरित सहायता के लिए बहुत से कर्मियों का अवकाश स्वीकृत नहीं किया जाएगा।

यह भी पढ़ें-

लापरवाही! नर्स ने 6 महीने के बच्चे के शरीर में छोड़ी इंजेक्शन की निडिल, करना पड़ा ऑपरेशन

Bihar News: डेंगू के साथ अब मंकीपॉक्स की दस्तक, स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया अलर्ट

Categories: Bihar News

Bihar Weather: दीवाली में कैसा रहेगा मौसम? IMD के पूर्वानुमानों ने बढ़ाई टेंशन, पढ़ें बारिश को लेकर ताजा अपडेट

October 28, 2024 - 7:55am

जागरण संवाददाता, पटना। चक्रवात तूफान दाना के कमजोर होने के बाद मौसम में बदलाव आया है। दिन-रात के तापमान में छह डिग्री का अंतर बना हुआ है। दिन की तुलना में रात में हल्की ठंड महसूस होने लगी है। बादलों की आवाजाही बने होने के साथ ठंडी हवा के प्रवाह से न्यूनतम तापमान में भी गिरावट आई है।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार दीपावली तक मौसम का मिजाज ऐसा ही बना रहेगा। बादलों की आवाजाही बने होने के साथ प्रदेश में कहीं छिटपुट वर्षा तो कहीं बूंदाबांदी का प्रभाव बना रहेगा। उत्तर बिहार की तुलना में पटना सहित दक्षिणी भागों का मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।

असम व इसके आसपास चक्रवातीय परिसंचरण का प्रभाव बना हुआ है। इनके कारण पूर्वी व दक्षिणी भागों में हल्की वर्षा की संभावना है। पूर्वी व उत्तर पूर्वी हवा पांच से 10 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती रहेगी। मौसम में ठंडापन बना रहेगा। ग्रामीण व नदी वाले इलाकों में अन्य जगहों की तुलना में अधिक ठंड लोगों को महसूस होगा।

इन जिलों में हुई वर्षा

मौसम में आए बदलाव के कारण प्रदेश के अधिसंख्य भागों में हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा दर्ज की गई। बीते 24 घंटों के दौरान राजधानी समेत लखीसराय, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, शेखपूरा, बेगूसराय, किशनगंज समेत अन्य जिलों में वर्षा दर्ज की गई।

राजधानी में में 7.9 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबकि, सदर मुंगेर में सर्वाधिक वर्षा 84.0 मिमी दर्ज हुई। वहीं, भागलपुर के कोलगांव में 40.8 मिमी, मुंगेर में 37.0 मिमी, नौबतपुर में 32.0 मिमी, भागलपुर के सुल्तानगंज में 24.2 मिमी व खगड़िया में 23.0 मिमी वर्ष दर्ज की गई।

रविवार को पटना सहित आसपास इलाकों में बादल छाए रहने के साथ कुछ जगहों पर बूंदाबांदी का प्रभाव रहा। रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 1.4 डिग्री गिरावट के साथ 29.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

प्रमुख शहरों का तापमान शहर  अधिकतम न्यूनतम पटना 29.7  23.2 गया   29.7 25.1 भागलपुर  29.7  23.2 मुजफ्फरपुर 30.2  25.0

(तापमान डिग्री सेल्सियस में)

दाना तूफान की वर्षा से किसान को कही राहत तो कहीं परेशानी

बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान दाना का असर भोजपुर जिले के खरीफ फसल पर रविवार को स्पष्ट दिखा। जिन धान के खेतों को फसल को सिंचाई के पानी का इंतजार था, वहां के किसान वर्षा से निहाल हो गए।

वहीं जिन इलाकों में कम अवधि वाले धान की फसल लगाई गई थी और उनकी फसल में दाना आ गया था, वह गिर गया है। ऐसे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। शनिवार की देर रात शुरू हुई वर्षा रविवार की पूर्वाह्न नौ बजे तक रुक-रुक कर होती रही।

मौसम विभाग के अनुसार करीब 34 एमएम वर्षा हुई। वर्षा के बाद अगले कई दिनों स तक खेतों में नमी रहने के चलते रबी फसलों की बुआई में भी देर हो के सकती है।

आरा सदर प्रखंड के बीरमपुर गांव के किसान श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि रात की वर्षा से इलाके के पांच हजार एकड़ से अधिक धान की फसल गिर गई है। अगर यही हालत रही तो धान की फसल बुरी तरह बर्बाद हो जाएगी। वहीं जहां आलू की बुआई की गई थी, उसमें वर्षा का पानी जम गया है। इससे आलू का बीज सड़ जाएगा।

इससे भी किसानों को खाद व बीज की भारी क्षति हुई। वहीं उदवतंनगर, जगदीशपुर, बिहिया, शाहपुर के जिस इलाके में धान की फसल को पानी का इंतजार था, उसके लिए राहत बनकर वर्षा का पानी बरसा।

कृषि वैज्ञानिक प्रो. पीके द्विवेदी ने बताया कि कम अवधि वाले काजल प्रजाति के धान की फसल जो अब तैयार थी, वर्षा के पानी से गिर गई है। मौसम ठीक होने पर खास क्षति नहीं होगी। वहीं हालिया आलू की बुआई वाले खेत को काफी नुकसान हो सकता है।

यह भी पढ़ें-

Weather Update: दीपावली पर बदलेगा मौसम का मिजाज, आगरा में दिन गरम और रात ठंडी; देखें IMD का अपडेट

अक्टूबर में दिल्ली में दमघोंटू होती हवा की एक वजह आई सामने, IMD ने मौसम का भी जारी किया पूर्वानुमान

Categories: Bihar News

Bihar Politics: 'मोदी ने गिरिराज को कपड़ा नहीं, लफड़ा मंत्री बना रखा है' केंद्रीय मंत्री के विवादित बयान पर भड़की RJD

October 27, 2024 - 10:47pm

राज्य ब्यूरो, पटना। हिंदू स्वाभिमान यात्रा के दौरान अपने बयानों से एक बार फिर सुर्खियों में आए भाजपा के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह पर रविवार को राजद का पलटवार भी करारा रहा।

राजद के राज्यसभा सदस्य संजय यादव ने बयान जारी कर कहा कि गिरिराज सिंह के मन का पेंडुलम बकवाद और बकवास, बकबक और बड़बड़, बेकारी और बर्बादी तथा हिंदू और मुसलमान के बीच घूमता रहता है। वे कभी शिक्षा, स्वास्थ्य, गरीबी और बेरोजगारी की बात नहीं करते।

उन्होंने कहा कि पूरे देश में सात पीएम मित्र मेगा टेक्सटाइल पार्क की स्थापना की स्वीकृति मिली, लेकिन कपड़ा मंत्री रहते हुए भी गिरिराज बिहार में कोई टेक्सटाइल पार्क नहीं लगवा पाए। दरअसल, नरेन्द्र मोदी ने उन्हें कपड़ा नहीं, लफड़ा मंत्री बना रखा है।

उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि केंद्र सरकार का एक मंत्री सार्वजनिक रूप से देशवासियों को थप्पड़ मारने की बात कर रहा। केरल और आंध्र प्रदेश के राज्यपाल क्रमश: आरिफ मोहम्मद खान और अब्दुल नजीर भी मुसलमान हैं। तो क्या उन्हें भी गिरिराज सिंह थप्पड़ मारेंगे!

भाजपा और आरएसएस ने नफरत को दिया बढ़ावा: भाकपा

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव राम नरेश पाण्डेय ने भाजपा और आरएसएस पर निशाना साधा है। उन्होंने रविवार को कहा कि भाजपा और आरएसएस समाज में नफरत एवं हिंसा को बढ़ावा दे रही है। आरएसएस की मथुरा बैठक में जिस तरह के निर्णय लिए गए हैं, वह पूरी तरह समाज को बांटने वाला है और आपसी भाईचारा समाप्त करने वाला है।

उन्होंने कहा कि आरएसएस का बटेंगे तो कटेंगे बाला बयान पूरी तरह हिंदू समाज को डराने वाला है। जब देश की राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और सुप्रीम कोर्ट का जज हिंदू है तो हिंदू पर खतरा कब कैसे हो गया।

जब भाजपा की जमीन खिसकने लगी है तो आरएसएस से लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने वाले बयान देने लगे हैं। भाजपा हमेशा धर्म के नाम पर राजनीति करती है। बिहार में भी भाजपा और आरएसएस के लोग सांप्रदायिक तनाव पैदा कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें: Lalan Singh: लालू यादव से बड़ा कोई पाखंडी नहीं, राजद सुप्रीमो के लिए ये क्या बोल गए ललन सिंह


'गरीबों की जमीन छीनकर लैंड बैंक बनाना चाहते हैं नीतीश कुमार,' बिहार CM पर ये क्या आरोप लगा गए दीपंकर भट्टाचार्य


Chhath 2024: छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लेने गंगा घाट पहुंचे CM नीतीश, अधिकारियों को दिए चाकचौबंध व्यवस्था के निर्देश

Categories: Bihar News

Lalan Singh: लालू यादव से बड़ा कोई पाखंडी नहीं, राजद सुप्रीमो के लिए ये क्या बोल गए ललन सिंह

October 27, 2024 - 10:23pm

राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने रविवार को कहा कि लालू प्रसाद यादव से बड़ा पाखंडी देश में कोई नहीं। भ्रष्टाचार में सजा हुई। फिर भी वही कर रहे हैं।

वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर उन्होंने कहा कि उनकी बातों को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं। पटना पहुंचने के बाद एयरपोर्ट परिसर में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।

ललन सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव कुछ दिन पहले तक जब हमलोगों के साथ थे तो गुणगान किया करते थे। आज जब वह हमलोगों के साथ नहीं है तो उल्टा बोल रहे। वैसे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। प्रदेश की जनता यह देख रही है।

उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव के माता-पिता का जब बिहार में 15 वर्षों का शासन था, तब उन्होंने बिहार कि किस तरह से दुर्दशा कर दी थी। आज भी उन लाेगों के मन में यही है।

दिवंगत सांसद शहाबुद्दीन को राजद में शामिल कराए जाने पर जब ललन सिंह से उनकी प्रतिक्रिया पूछी गयी तो उन्होंने कहा कि यह दिख रहा है कि वे किसको-किसको शामिल करा रहे हैं। जबकि दाेष हमलोगों को देते हैं। जबकि काम वही कर रहे हैं।

सभी चार सीटों पर एनडीए को मिलेगी जीत : संजय झा

जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने रविवार को कहा कि बिहार में जिन चार विधानसभा क्षेत्रों में उप चुनाव हो रहा वहां एनडीए की जीत होगी। एनडीए प्रत्याशी बड़े मार्जिन से चुनाव में जीत हासिल करेंगे। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक मिलन समारोह में उन्होंने यह बात कही।

मिलन समारोह में समाजसेवी व क्रिकेटर ईशान किशन के पिता प्रणव कुमार पांडेय ने अपने कई साथियों के साथ जदयू की सदस्यता ग्रहण की।

संजय झा ने कहा कि प्रणव पांडेय सहित उनके परिवार के कई लोगों का समता पार्टी से गहरा लगाव रहा है। अपने पुत्र को क्रिकेटर बनाने तथा कारोबारी व्यस्तता की वजह से वह पार्टी को समय देने में अक्षम थे। अब उन्होंने पुन: जदयू परिवार में शामिल होकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हाथ को मजबूत बनाने का निर्णय लिया है। उनके आने से पटना और मगध क्षेत्र में पार्टी के संगठन को मजबूती मिलेगी।

जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने इस मौके पर कहा कि नीतीश कुमार ने अपने काम के बलबूते प्रदेशवासियों के दिलों में जगह बनायी है। इसका ही यह नतीजा है कि समाज के प्रति सेवा का भाव रखने वाले लोगों का जदयू की तरफ लगातार आकर्षण बढ़ रहा है। उन्हें उम्मीद है कि प्रणव पांडेय और उनकी पूरी टीम जदयू को मजबूती देने में कोई भी कसर नहीं छोड़ेगी।

Categories: Bihar News

Darbhanga Airport: अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से लैस होगा दरभंगा एयरपोर्ट, अथॉरिटी ने प्रस्ताव की दी मंजूरी

October 27, 2024 - 8:44pm

राज्य ब्यूरो, पटना। दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाने तथा इसके रनवे की लंबाई 12 हजार फीट तक बढ़ाने के प्रस्ताव को एयरपोर्ट आथॉरिटी ऑफ इंडिया ने मंजूरी दे दी है। इसके लिए 90 एकड़ अतिरिक्त भूमि की मांग की गई है। जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने अपने एक्स हैंडल पर इस आशय की जानकारी दी।

उन्होंने लिखा कि इस संबंध में राज्य सरकार के अधिकारियों से मेरी बात हुई है। अतिरिक्त भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया छह से आठ महीने में पूरी कर ली जाएगी।

रंग लाई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल

संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की शुरू से इच्छा रही है कि दरभंगा एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बने। दरभंगा एयरपोर्ट से आठ नवंबर, 2020 को उड़ान सेवा शुरू हुई थी।

मुख्यमंत्री ने 22 दिसंबर 2020 को तत्कालीन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को पत्र लिख कर दरभंगा एयरपोर्ट पर सुविधाओं के विकास तथा इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट (कार्गो सहित) के रूप में विकसित करने की आवश्यकता पर जोर दिया था।

उन्होंने कई बार कहा है कि दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाने के लिए राज्य सरकार हर तरह से सहयोग करने के लिए तैयार है।

संजय ने कहा कि इसी वर्ष 21 सितंबर को नयी दिल्ली में केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू जी को सौंपे ज्ञापन में भी विस्तार से बताया था कि दरभंगा एयरपोर्ट नेपाल सीमा से बहुत दूर नहीं है। वहां रनवे का विस्तार करते हुए उसे अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाना रणनीतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।

उत्तर बिहार में व्यापार और निवेश को मिलेगा बढ़ावा

संजय ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाने से उत्तर बिहार के लोगों के लिए विदेश आवागमन सुगम होगा। क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों तथा बिजनेस ट्रेवलर्स की संख्या बढ़ेगी। साथ ही, उत्तर बिहार में व्यापार और निवेश बढ़ाने के राज्य सरकार के प्रयासों को बल मिलेगा।

उड़ान योजना ने देशभर में कनेक्टिविटी को दी नयी ऊंचाई

संजय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू दूरगामी 'उड़ान योजना' ने हवाई यात्रा को सुलभ बनाकर देशभर में कनेक्टिविटी को नयी ऊंचाई प्रदान की है। छोटे शहरों को भी विकास एवं पर्यटन की मुख्य धारा से जोड़ दिया है। वर्ष 2014 में देश में हवाई अड्डों की संख्या 74 थी, जो 2024 में बढ़कर 157 हो चुकी है।

उन्होंने कहा कि 'उड़ान योजना' के तहत शुरू हुआ दरभंगा_एयरपोर्ट देश का सबसे सफल एयरपोर्ट है। यह बिहार के 14 जिलों की 6 करोड़ आबादी को हवाई संपर्कता प्रदान करता है। यहां से आवागमन करने वाले यात्रियों की संख्या वर्ष 2020-2021 में 1,53,281 से बढ़ कर वर्ष 2023-2024 में 5,26,066 हो चुकी है।

यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए यहां 52.65 एकड़ भूमि पर 912 करोड़ रुपये की लागत से नये सिविल एन्क्लेव के निर्माण का शिलान्यास माननीय प्रधानमंत्री द्वारा 20 अक्टूबर 2024 को किया जा चुका है।

राज्य सरकार ने नये सिविल एन्क्लेव के लिए 54 एकड़ और रनवे का विस्तार कर नाइट लैंडिंग फेसिलिटी स्थापित करने के लिए 24 एकड़ भूमि के भू-अर्जन की प्रक्रिया पहले ही पूर्ण कर ली है।

Categories: Bihar News

Sharda Sinha Health Update: अब कैसी है स्वर कोकिला शारदा सिन्हा की तबीयत? AIIMS के डॉक्टर ने बताई पूरी हकीकत

October 27, 2024 - 7:07pm

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली/पटना। पद्म भूषण से सम्मानित बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा एम्स के कैंसर सेंटर के मेडिकल आंकोलॉजी वार्ड में ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। वह पिछले करीब छह वर्षों से ब्लड कैंसर से पीड़ित हैं।

एम्स प्रशासन ने उनके स्वास्थ्य के बारे में बयान जारी कर कहा है कि वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर नहीं है। उनकी हालत स्थिर है और डॉक्टर उनके स्वास्थ्य की देखभाल कर रहे हैं।

शारदा सिन्हा वर्ष 2018 से मल्टीपल मायलोमा से पीड़ित हैं। उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर शुक्रवार की रात उन्हें मेडिकल आंकोलॉजी वार्ड में भर्ती कराया गया था।

मिली जानकारी के मुताबिक, शारदा सिन्हा को काफी समय से खाने-पीने में काफी दिक्कत हो रही थी, जिसके लिए उनका इलाज भी चल रहा था। लेकिन, 26 अक्टूबर की सुबह उनकी तबीयत काफी ज्यादा खराब हो गई। फिलहाल, शारदा सिन्हा एम्स के अंकोलॉजी मेडिकल डिपार्टमेंट में एडमिट हैं. 

हाल ही में शारदा के पति का हुआ था निधन

बता दें कि हाल ही में उनके पति ब्रज किशोर का 80 वर्ष की उम्र में ब्रेन हैमरेज से निधन हुआ था। इसी साल शारदा और उनके पति ब्रज किशोर ने अपनी शादी की 54वीं सालगिरह मनाई थी। शारदा सिन्हा की उम्र 72 साल है।

कौन हैं शारदा सिन्हा?

शारदा सिन्हा बिहार की सुप्रसिद्ध लोक गायिका हैं। उन्होंने 1980 में अपने सिंगिंग करियर की शुरुआत की थी। शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी गानों के लिए जानी जाती हैं।

वह अपने छठ गानों को लेकर बिहार में काफी प्रसिद्ध हैं। अबतक उन्होंने 62 से अधिक छठ के गानों को आवाज दे चुकी हैं।

संगीत में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए शारदा सिन्हा 1991 में पद्म श्री से सम्मानित किया गया। वहीं, 2018 में पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया।

यह भी पढ़ें: Bihar Politics: हिना शहाब और उनके बेटे ओसामा की हुई RJD में वापसी, लालू यादव ने दिलाई सदस्यता

छठ घाट तक पहुंचने वाले रास्ते को दुरुस्त कराएंं : नीतीश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को सड़क मार्ग से राजधानी के विभिन्न इलाकों का दौरा कर छठ महापर्व की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने निरीक्षण में शामिल अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि छठ घाट तक पहुंचने वाले रास्तों को दुरुस्त कराएं ताकि छठ व्रती सुगमता से गंगा नदी के किनारे बने छठ घाटों का भ्रमण कर सकें।

मालूम हो कि शनिवार को मुख्यमंत्री ने स्टीमर से नासरीगंज से कंगन घाट तक गंगा घाटों पर चल रही छठ की तैयारियों को देखा था। मुख्यमंत्री सड़क मार्ग से निरीक्षण के दौरान जेपी गंगा पथ होते हुए दीघा के पाटीपुल घाट, जेपी सेतु पश्चिमी घाट, जेपी सेतु घाट, पहलवान घाट, एलसीटी घाट, कलेक्ट्रेट घाट व कृष्णा घाट तक गए और वहां चल रही तैयारियों को देखा। पाटीपुल घाट पर वह कुछ देर के लिए रूके भी।

उन्होंने अधिकारियों को कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर प्रकार से छठ घाटों को तैयार कराएं। छठ व्रतियों को अर्घ्य देने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो, इसे सुनिश्चित कराएं। छठ व्रतियों की सुरक्षा के साथ-साथ उनकी सुविधाओं का विशेष ख्याल रखें ताकि उन्हें अर्घ्य देने में किसी तरह की दिक्कत नहीं हो।

Chhath 2024: छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लेने गंगा घाट पहुंचे CM नीतीश, अधिकारियों को दिए चाकचौबंध व्यवस्था के निर्देश

Categories: Bihar News

Bihar News: केंद्रीय अनुदान के लिए कॉलेजों का नैक मूल्यांकन अनिवार्य, फिसड्डी महाविद्यालयों के लिए ये है विभाग का प्लान

October 27, 2024 - 6:48pm

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के विश्वविद्यालयों और अंगीभूत महाविद्यालयों को केंद्रीय अनुदान पाने के लिए राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) से मूल्यांकन कराना अनिवार्य है।

केंद्रीय अनुदान में राज्य के शिक्षण संस्थानों की भागीदारी बढ़े, इसके मद्देनजर शिक्षा विभाग अब नैक मूल्यांकन में पिछड़ रहे शिक्षण संस्थानों का इलाज करेगा।

विभाग की टीम विभिन्न शैक्षणिक और विकास कार्यों के आधार पर कॉलेजों के प्रदर्शन का अध्ययन करेगी। सभी विश्वविद्यालयों के साथ-साथ अंगीभूत महाविद्यालयों की कमियों को दुरुस्त करने हेतु शिक्षा विभाग द्वारा जल्द गाइडलाइन जारी किया जाएगा।

शिक्षा विभाग ने चालू शैक्षणिक वर्ष में उच्च शिक्षण संस्थानों का अकादमिक अंकेक्षण भी कराने का फैसला किया है। विभाग द्वारा संबंधित संस्थानों से सेल्फ स्टडी रिपोर्ट भी मांगी जाएगी।

सेल्फ स्टडी रिपोर्ट के आधार पर आकलन किया जाएगा कि सरकार से पर्याप्त वित्तीय मदद के बावजूद उच्च शिक्षण संस्थान नैक मूल्यांकन में क्यों पिछड़ रहे हैं। जिन बिंदुओं पर ऐसे संस्थान पिछड़ जाते हैं उसे दुरुस्त करने के लिए क्या-क्या कदम उठाने होंगे।

शिक्षण संस्थानों में कर्मियों को दूर करने के लिए जल्द ही विश्वविद्यालय स्तर पर कमेटी बनेगी, जो अंगीभूत महाविद्यालयों में जाकर नैक मूल्यांकन की तैयारियों को लेकर प्राचार्यों को सुझाव देगी।

राज्य में उच्च शिक्षण संस्थानों में अकादमिक अंकेक्षण हेतु विशेषज्ञों की टीम जाएगी। टीम अंगीभूत महाविद्यालयों के प्रदर्शन का व्यापक आकलन करेगी। इनके पाठ्यक्रमों और शिक्षकों के साथ ही इनमें हो रहे शोध के स्तर आदि विभिन्न पैमानों पर भी इनका आकलन करेगी।

उच्च शिक्षा निदेशालय का मानना है कि कुछ उच्च शिक्षण संस्थानों में पहले से चले आ रहे पाठ्यक्रम तो अच्छे चल रहे हैं, मगर इनमें बदलती जरूरतों पर ध्यान में रखते हुए नए पाठ्यक्रमों की जरूरत और मौजूदा पाठ्यक्रमों की समीक्षा किया जाएगा।

यह भी पढ़ें: शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर सामने आई नई जानकारी, IAS S Siddharth ने बताया सबकुछ; पढ़ें कब तक होगा फेरबदल?

Bihar Police: बिहार पुलिस में बड़ा फेरबदल, जितेंद्र सिंह गंगवार बने असैनिक सुरक्षा डीजी, 5 जिलों में मिले नए ASP

Categories: Bihar News

'गरीबों की जमीन छीनकर लैंड बैंक बनाना चाहते हैं नीतीश कुमार,' बिहार CM पर ये क्या आरोप लगा गए दीपंकर भट्टाचार्य

October 27, 2024 - 5:39pm

राज्य ब्यूरो, पटना। भाकपा माले की ओर से रविवार को मिलर हाईस्कूल मैदान में आयोजित बदलो बिहार न्याय सम्मेलन में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की भागीदारी हुई। इसमौके पर नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ बिहार में बदलाव की लड़ाई तेज करने का संकल्प लिया।

माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में सत्ता परिर्वतन के लिए अभी से संघर्ष तेज करें। राज्य और केंद्र की सरकारें अहंकारी हैं, उसे जनता से कोई लेना-देना नहीं है। इसलिए बिना समय गंवाए जनता के बीच एनडीए की सरकार की पोल खोलें।

दीपंकर ने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जिस समय बिहार में बांध टूटा, उस समय पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी विधानसभा चुनाव जीतने की रणनीति बना रहे थे।

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भूमि आयोग की रिपोर्ट को ठंडे बस्ते में डालने वाले नीतीश कुमार जमीन सर्वे के जरिए गरीबों से जमीन छीनकर लैंड बैंक बनाना चाहते हैं, ताकि उसे कंपनियों को दिया जा सके।

उन्होंने नीतीश सरकार पर आरोप लगाया कि स्मार्ट मीटर से जनता के पैसे को लूटा जा रहा की है बल्कि यह एक संगठित भ्रष्टाचार की उपज है। तभी तो आज नीतीश सरकार के अधिकारी जेल जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से कहा कि जो जिस जमीन पर बसा है उसको पहले जमीन का पर्चा दो, तब भूमि सर्वे कराओ।

सांसद राजाराम सिंह ने सम्मेलन में आरोप लगाया कि भाजपा देश के संसाधनों को पूंजीपतियों को दे रही है और नीतीश कुमार समर्थन दे रहे हैं। सासंद सुदामा प्रसाद ने कहा कि कृषि बजट का लाभ बटाईदारों को भी मिलना चाहिए।

पार्टी के अन्य नेताओं ने सम्मेलन में हुंकार भरते हुए कहा कि सरकार द्वारा एक माह में स्मार्ट मीटर वापस नहीं हुआ तो बिहार बंद होगा। मंच का संचालन ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी ने किया। पार्टी के राज्य कमेटी के सदस्य रणविजय कुमार ने दस सूत्री राजनीतिक प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

सम्मेलन को इन विधायकों व नेताओं ने किया संबोधित

माले पोलित ब्यूरो के सदस्य स्वदेश भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल, रामजी राय, मंजू प्रकाश, पार्टी विधायक दल के नेता महबूब आलम, विधायक महानंद सिंह, अजीत कुशवाहा, अमरजीत कुशवाहा, रामबलि सिंह यादव, सत्यदेव राम, बीरेंद्र गुप्ता, संदीप सौरभ, गोपाल रविदास, विधान पार्षद शशि यादव, धीरेन्द्र झा, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष धनंजय, निरंजन कुुमार, राजू यादव, आफताब आलम, केडी यादव, प्रदीप सिंह।

यह भी पढ़ें: Chhath 2024: छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लेने गंगा घाट पहुंचे CM नीतीश, अधिकारियों को दिए चाकचौबंध व्यवस्था के निर्देश

Bihar Students: 30 हजार से अधिक छात्रों का कटेगा नाम! प्रधानाध्यापकों को मिला नया आदेश; सामने आई चौंकाने वाली वजह

Categories: Bihar News

Chhath 2024: छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लेने गंगा घाट पहुंचे CM नीतीश, अधिकारियों को दिए चाकचौबंध व्यवस्था के निर्देश

October 27, 2024 - 4:29pm

राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को छठ महापर्व की तैयारियों को लेकर गंगा घाटों का निरीक्षण किया। वह स्टीमर से दानापुर के नासरीगंज से लेकर पटना सिटी के कंगन घाट तक गए और विभिन्न घाटों का जायजा लिया। इस क्रम में उन्होंने यह निर्देश दिया कि छठ व्रतियों की सुरक्षा को ध्यान में रख छठ घाटों का निर्माण कराएं।

मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को कहा कि छठ व्रतियों को अर्घ्य में किसी तरह की परेशानी नहीं हो। उनकी सुविधाओं का विशेष ख्याल रखें। गंगा नदी के जलस्तर व प्रवाह को देखते हुए छठ घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ घाटों के पास सुरक्षा के दृष्टिकोण से मजबूत बैरेकेडिंग कराएं। घाटों के पहुंच पथ तथा गंगा नदी के किनारे की सड़कों के पास भी छठ व्रतियों के सुचारू आवागमन को ले बैरेकेडिंग कराएं। यह भी सुनिश्चित कराएं कि छठ व्रतियों को हर प्रकार की सहूलियत मिले।

सुगम ट्रैफिक व्यवस्था बनाने के निर्देश

उन्होंने कहा कि छठ घाटों पर साइनेज का प्रयोग कर छठ व्रतियों को वहां की गयी व्यवस्था के बारे में जानकारी दी जाए। छठ पूजा के दौरान माइकिंग के माध्यम से छठ व्रती व श्रद्धालुओं को लगातार जानकारी दी जाए। छठ घाटों तक पहुंचने के लिए सुगम ट्रैफिक व्यवस्था की जाए। आवागमन में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं हो।

शौचालय व साफ-सफाई के इंतजाम के निर्देश

उन्होंने यह निर्देश भी दिया कि छठ घाटों पर शौचालय का भी इंतजाम कराएं, ताकि वहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी दिक्कत नहीं हो। स्वच्छता व साफ-सफाई के संबंध में भी मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए। पत्रकारों से बातचीत के क्रम मे उन्होंने कहा कि सारी व्यवस्थाएं सही तरीके से की जा रही है।

ये नेता रहे मौजूद

निरीक्षण के दौरान उप मु्ख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव, भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, ऊर्जा विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल, नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह सहित कई आला अधिकारी भी मौजूद थे।

यह भी पढ़ें: Vaishali News: हाजीपुर में पुलिस का बड़ा एक्शन, खतरनाक ड्रग्स के साथ 5 तस्कर अरेस्ट; 13 लाख रुपये भी जब्त

Bihar Students: 30 हजार से अधिक छात्रों का कटेगा नाम! प्रधानाध्यापकों को मिला नया आदेश; सामने आई चौंकाने वाली वजह

Categories: Bihar News

Sand Mining: अगले महीने बिहार में शुरू होंगे 217 बालू घाट, खनन विभाग ने जारी किया नया निर्देश; पढ़ें डिटेल

October 27, 2024 - 1:38pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Sand Mining In Bihar बड़े आकार में होने की वजह से प्रदेश के 16 जिलों के करीब 336 बालू घाटों कह ई-नीलामी अब तक नहीं हो पाई है। अब खान एवं भू-तत्व विभाग ने निर्णय लिया है कि इन बड़े घाटों को छोटा कर नए सिरे से पर्यावरण अनुमति प्राप्त कर इनकी नीलामी कराई जाएगी।

बालू खनन, परिवहन और भंडारण की नई नियमावली लागू होने के बाद विभाग ने नए बने घाटों की ई-नीलामी से पहले पर्यावरण स्वीकृति प्राप्त करने के लिए एजेंसी नियुक्त करेगी या फिर पदाधिकारी को इस कार्य के लिए प्राधिकृत करेगी।

विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, घाटों से खनन जल्द शुरू हो सके इसके लिए सबसे पहले ई-नीलामी इसके बाद पर्यावरणीय मंजूरी की प्रक्रिया होती थी। इस प्रक्रिया में काफी वक्त लगता था। जिससे निपटने के लिए विभाग ने एजेंसी या अधिकारी को प्राधिकृत करने का निर्णय लिया है।

संभावना जताई गई है कि इस कार्य को प्राथमिकता में पूरा किया जाएगा ताकि एक तय सीमा में बड़े घाटों का आकार छोटा कर नए सिरे से ई-नीलामी की प्रक्रिया पूरी की जा सके।

190 घाटों से बालू खनन शुरू

जानकारी के अनुसार, 16 अक्टूबर से पटना सहित प्रदेश के डेढ़ दर्जन जिलों के 190 घाटों से बालू खनन शुरू हुआ है। जबकि 27 घाट ऐसे हैं जहां से खनन प्रारंभ करने की प्रक्रिया चल रही है। विभाग की ओर से संभावना जताई गई है कि अगले महीने यानी नवंबर तक 217 बालू घाटों से खनन शुरू हो जाएगा।

विभाग ने जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि बालू खनन का प्रतिदिन का अपडेट प्रतिदिन विभाग को मुहैया कराएं ताकि खनन की अद्यतन जानकारी विभाग के पास उपलब्ध रहे।

नदी से बालू लादते ट्रैक्टर जब्त

उधर, अंबा (औरंगाबाद) में पुलिस ने अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को जब्त किया है। सूचना पर पुलिस पदाधिकारी पारस सिंह ने थाना क्षेत्र के ढूंढा बिगहा गांव के पास बटाने नदी से बालू लादते ट्रैक्टर को जब्त किया है।

चालक ट्रैक्टर छोड़ भागने में कामयाब रहा। अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को जब्त कर थाना लाया गया है। थानाध्यक्ष राहुल राज ने बताया कि जब्त ट्रैक्टर के मालिक एवं फरार चालक के विरुद्ध खनन अधिनियम के तहत प्राथमिकी की गई है। अवैध खनन रोकने के लिए पुलिस सख्त है।

गुरुआ में भी एक ट्रैक्टर जब्त

इसके अलावा, गुरुआ में भी पुलिस ने मोरहर नदी के बिरहिमा बालू घाट से चोरी की बालू लोड करते एक ट्रैक्टर को जब्त कर लिया। जब्त ट्रैक्टर को थाना ले आई। थानाध्यक्ष मोहम्मद सरफराज इमाम ने कहा कि पुलिस ट्रैक्टर मालिक व चालक के खिलाफ थाना में एफआईआर करने में जुटी है।

यह भी पढ़ें-

Bihar News: गंगा पर एक और मेगा ब्रिज बनकर तैयार, पटना से बेगूसराय जाना होगा आसान; अब बचा है सिर्फ एक काम

बालू के अवैध खनन और परिवहन पर रोक लगाने के लिए नीतीश सरकार ने बनाया गजब का प्लान, अब जिलों को मिलेगी ये सुविधा

Categories: Bihar News

Bihar News: गंगा पर एक और मेगा ब्रिज बनकर तैयार, पटना से बेगूसराय जाना होगा आसान; अब बचा है सिर्फ एक काम

October 27, 2024 - 1:20pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News In Hindi पटना से बेगूसराय और उससे आगे जाने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है। गंगा के ऊपर पटना जिले में एक और मेगा ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। यह मेगा ब्रिज मोकामा स्थित राजेंद्र सेतु के समानांतर औंटा से सिमरिया के बीच बना है। इस पुल की निर्माण लागत 1161 करोड़ रुपये है।

एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी के अनुसार, इस छह लेन वाले पुल के ऊपर गडर रखने का काम दो दिन पहले पूरा कर लिया गया है। इस पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाने से पटना से बेगूसराय और फिर उसके आगे निर्बाध संपर्कता संभव हो सकेगी।

बख्तियारपुर-मोकामा ग्रीन फील्ड सड़क का है यह हिस्सा

औंटा-सिमरिया छह लेन पुल (Six Lane Bridge) बख्तियारपुर से मोकामा के बीच बन रहे ग्रीन फील्ड फोर लेन सड़क का हिस्सा है। इस सड़क के बड़े हिस्से का निर्माण कार्य पूरा हो गया है।

बख्तियारपुर में आरओबी का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद निर्बाध परिचालन

पटना से मोकामा के बीच निर्बाध संपर्कता को केंद्र में रख इस प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली थी। पर बख्तियारपुर में सड़क के आरंभ होने के ठीक पहले एक आरओबी का निर्माण कराया जाना है। आरओबी के नहीं बन पाने की वजह से इस ग्रीन फील्ड सड़क को बख्तियारपुर से संपर्कता नहीं मिल पा रही है।

एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि रेलवे से आरओबी के निर्माण को अनुमति मिल गयी है। आरओबी के लिए गडर रखने का काम आरंभ होना है। ऐसी उम्मीद है कि मार्च तक आरओबी का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा।

इस प्रोजेक्ट का फायदा

इस प्राेजेक्ट को एक साथ कई जिलों को फायदा होगा। पटना से बख्तियारपुर के बीच फोर लेन सड़क पहले से उपलब्ध है। अभी बेगूसराय की ओर जाने के लिए पुराने एनएच और जर्जर राजेंद्र सेतु से गुजरना पड़ता है। नियमित रूप से इस इलाके में जाम रहता है।

पुल और बख्तियारपुर में आरओबी के निर्माण से यह समस्या खत्म हो जाएगी। नालंदा जिले की तरफ से आने वाले वाहन को बेगूसराय के लिए इससे सीधी संपर्कता मिल सकेगी। भागलपुर की तरफ से आने वाले वाहन को भी सहजता होगी।

अब पुल के फीनिशिंग पर काम

एनएचएआई के अधिकारियों ने बताया कि औंटा-सिमरिया पुल पर गडर रखने का काम पूरा हो जाने के बाद अब उसके फीनिशिंग पर काम आरंभ हुआ है। इसे भी मार्च के पहले पूरा कर लिया जाएगा।

यह भी पढ़ें-

Bihar Politics: बिहार में बनाए जाएंगे 1000 नए पुल-पुलिया, नीतीश कुमार के मंत्री ने दी जानकारी; तेजस्वी पर भी बोला हमला

Bihar News: बिहार में गिरते पुलों को लेकर एक्शन में नीतीश सरकार, कई निर्माणाधीन ब्रिजों के डिजाइन की होगी जांच

Categories: Bihar News

Bihar Politics: हिना शहाब और उनके बेटे ओसामा की हुई RJD में वापसी, लालू यादव ने दिलाई सदस्यता

October 27, 2024 - 12:01pm

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Politics हिना शहाब और उनके पुत्र ओसामा की हुई राजद में वापसी। सुप्रीमो लालू प्रसाद ने उन दोनों को राजद की सदस्यता दिलाई। मौके पर तेजस्वी यादव भी उपस्थित रहे।

तेजस्वी ने कहा कि सांप्रदायिक शक्तियों से मिलकर निपटने की राजद की प्रतिबद्धता पुरानी है। हिना और ओसामा के साथ होने से पार्टी को मजबूती मिलेगी। बिहार की जनता अमन-चैन चाहती है। राजद उसके लिए हर संभव प्रयास करेगा।

बता दें कि हिना शहाब काफी समय से राजद से नाराज चल रही थी। लोकसभा चुनाव के दौरान, राजद ने हिना को टिकट की पेशकश भी की थी, लेकिन उन्होंने राजद का टिकट लेने से इनकार कर दिया था। वह निर्दलीय मैदान में उतर गईं थीं। हालांकि, वह जीत दर्ज करने में असफल रहीं। 

8 अगस्त को भी हुई थी लालू से मुलाकात

पिछले कुछ यह दिनों से राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज थी कि हिना शहाब राजद में शामिल हो सकती हैं। यह भी अफवाहें चल रही थी कि उनकी राजद से नाराजगी दूर हो गई। 8 अगस्त को हिना शहाब ने राजद सुप्रीमो लालू यादव से मुलाकात की थी। 

तब राजद से जुड़े कुछ नेताओं ने बताया था कि हिना की राजद से दूरी और नाराजगी को खत्म करने के लिए खुद  लालू यादव को मोर्चा संभालना पड़ा था। तब हिना शहाब लालू यादव के बुलावे पर ही उनसे मिलने पहुंची थीं। 

उस दौरान लालू प्रसाद ने हिना शहाब से बंद कमरे में लगभग घंटे भर बातचीत की थी। तब उनकी नाराजगी और संसदीय चुनाव में पार्टी के टिकट पर चुनाव नहीं लड़ने की वजहों पर चर्चा हुई। उस दौरान कमरे तीन अन्य बड़े नेता भी मौजूद थे। 

लंबे समय तक शहाबुद्दीन रहे हैं राजद के सांसद

बता दें कि शहाबुद्दीन लंबे समय तक राजद के सांसद रहे। उनके निधन के बाद, हिना शहाब को पार्टी ने बार-बार मौके दिए, लेकिन वे सिवान से चुनाव जीत नहीं पाईं। निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा, लेकिन जदयू उम्मीदवार से हार गईं।

अब हिना शहाब और ओसामा के पार्टी में शामिल होने से राजद को मुस्लिम वोटों में काफी फायदा हो सकता है।कुछ समय पहले यह चर्चा थी कि सिवान, छपरा और गोपालगंज जैसे क्षेत्रों में मुस्लिम वोट का छितराव न हो, इस वजह से राजद लगातार हिना और ओसामा से संपर्क साध रही थी। अब कामयाबी मिली है।

यह भी पढ़ें-

RJD ने शराब बनाने वाली कंपनी से कब लिया 46 करोड़ का चंदा? सामने आई अंदर की बात, बिहार में मचा घमासान

तेजस्वी यादव ने JDU प्रवक्ता नीरज कुमार को भेजा 12.10 करोड़ के मानहानि का नोटिस, वेतन घोटाला करने का लगाया था आरोप

Categories: Bihar News

शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर सामने आई नई जानकारी, IAS S Siddharth ने बताया सबकुछ; पढ़ें कब तक होगा फेरबदल?

October 27, 2024 - 10:17am

राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों में शिक्षकों के स्थानातंरण व पदस्थापन की पूरी कार्रवाई इसी वर्ष पूरा होगा। चालू शैक्षणिक वर्ष में ही शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों के स्थानातंरण व पदस्थापन की मुकम्मल तैयारी की जा रही है।

31 दिसंबर तक नये विद्यालयों में शिक्षकों के स्थानातंरण और पदस्थापन की प्रक्रिया पूरी कर लीजाएगी। शिक्षकों को रैंडमाइजेशन के आधार पर विद्यालय का आवंटन होगा।

महिला एवं दिव्यांग शिक्षकों से लिये जाएंगे दस पंचायत के विकल्प

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के मुताबिक शिक्षकों के स्थानातंरण व पदस्थापन के लिए अगले हफ्ते में वेबसाइट लांच हो जाएगा। उसके बाद शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन लिये जाएंगे। इसके लिए आवेदन का फार्मेट भी शिक्षा विभाग जारी करेगा।

महिला एवं दिव्यांग शिक्षकों से स्थानातंरण व पदस्थापन के लिए दस पंचायत के विकल्प लिये जाएंगे। असाध्य रोगों से ग्रस्त शिक्षकों से भी पंचायत के विकल्प लिये जाएंगे। पुरुष शिक्षकों से विकल्प के रूप में दस अनुमंडल लिये जाएंगे।

उनके मुताबिक, स्थानातंरण व पदस्थापन की संपूर्ण प्रक्रिया में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जाएगी। इसके लिए पूरी प्रक्रिया कंप्यूटर के माध्यम से अपनायी जाएगी। उन्होंने ने शिक्षकों को आश्वस्त किया है कि सबकुछ व्यवस्थित तरीके से होगा। घबराने की कोई बात नहीं।

सर्दियों की छुट्टियों में पूरी होगी स्थानातंरण-पदस्थापन की कार्रवाई

अपर मुख्य सचिव के मुताबिक स्थानातंरण व पदस्थापन की कार्रवाई सर्दियों की छुट्टियों में पूरी हो जाएगी, ताकि सर्दियों की छुट्टियों के बाद जब विद्यालय खुलें, तो शिक्षक नए विद्यालय में हों।

स्थानातंरण व पदस्थापन के लिए सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों एवं बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा से नियुक्त अध्यापकों के आवेदन एक साथ लिये जाएंगे। आवेदन के लिए शिक्षकों को पर्याप्त समय मिलेंगे।

काउसलिंग से वंचित नियोजित शिक्षकों को मिलेगा मौका

पहली सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों के पदस्थापन विशिष्ट शिक्षक के पद पर होगी। विशिष्ट शिक्षक के पद पर योगदान की तिथि से उन्हें राज्यकर्मी का दर्जा और सुविधाएं मिलेंगी। पहली सक्षमता परीक्षा पास एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षक पास हुए।

इनमें से एक लाख 84 हजार 452 नियोजित शिक्षक ही काउंसिलिंग में उपस्थित हुए। शेष 3366 नियोजित शिक्षक अनुपस्थित रहे। उपस्थित एक लाख 84 हजार 452 नियोजित शिक्षकों में से एक लाख 73 हजार 527 नियोजित शिक्षकों की ही काउंसलिंग हो पायी है।

शेष 10 हजार 925 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग विभिन्न कारणों से नहीं हो पायी है। इनमें से काउंसलिंग में अनुपस्थित 3366 नियोजित शिक्षकों को फिर से काउंसलिंग का अवसर दिया जाना है।

जिन 124 नियोजित शिक्षकों का बायोमेट्रिक और आधार तो सत्यापित है, लेकिन प्रमाणपत्रों का सत्यापन लंबित है, उन्हें भी फिर से काउंसलिंग का अवसर मिलेगा।

जिन 311 नियोजित शिक्षकों का बायोमेट्रिक और आधार तो सत्यापित है, लेकिन मोबाइल नहीं रहने के कारण ओटीपी नहीं गया, उन्हें भी फिर से काउंसलिंग का मौका दिया जाएगा। प्रमाणपत्र की मूल प्रति प्रस्तुत नहीं करने वाले 9,996 नियोजित शिक्षकों को भी काउंसलिंग का अवसर मिलेगा।

इससे इतर जिन 32 नियोजित शिक्षकों का आधार सत्यापित हुआ, लेकिन बायोमेट्रिक नहीं तथा जिन 239 नियोजित शिक्षकों, जिनका आधार और बायोमेट्रिक दोनों ही सत्यापित नहीं हुआ, के मामले में बिहार विद्यालय परीक्षा समिति का मंतव्य के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।

ऐसे नियोजित शिक्षक, जिन्हें नाम, जन्मतिथि, लिंग, आधार संख्या एवं मोबाइल नंबर में परिवर्तन कराना है, उन्हें अपने आवंटित जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में आवेदन करने होंगे।

यह भी पढ़ें-

Bihar News: शिक्षा के क्षेत्र में नई मिसाल पेश कर रहा पूर्णिया का उन्नयन क्लासेस, यूट्यूब से कई जिलों के छात्र उठा रहे लाभ

Bihar Police: बिहार पुलिस में बड़ा फेरबदल, जितेंद्र सिंह गंगवार बने असैनिक सुरक्षा डीजी, 5 जिलों में मिले नए ASP

Categories: Bihar News

RJD ने शराब बनाने वाली कंपनी से कब लिया 46 करोड़ का चंदा? सामने आई अंदर की बात, बिहार में मचा घमासान

October 27, 2024 - 9:08am

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi जदयू के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता नीरज कुमार ने शनिवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से यह सवाल किया कि बिहार में जब शराबबंदी लागू है तो फिर उन्होंने शराब बनाने वाली कंपनियों से चंदा क्यों लिया?

जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह बात कही। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश प्रवक्ता अंजुम आरा व हिमराज राम भी मौजूद थे।

जदयू प्रवक्ताओं ने कहा कि बिहार को बदनाम करने के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने लोकसभा चुनाव के ठीक पहले शराब बनाने वाली कंपनियों से इलेक्ट्राल बांड के रूप में 46.64 करोड़ रुपए लेने का महापाप किया। शराबबंदी के विषय में उनका अनर्गल प्रलाप महज संयोग नहीं बल्कि एक राजनीतिक प्रयोग है।

राबड़ी देवी के शासनकाल को लेकर जदयू ने बोला हमला

नीरज ने कहा कि जहरीली शराब से होने वाली मौत पर राजनीतिक टीका-टिप्पणी करने से पहले नेता प्रतिपक्ष को एनसीआरबी का डाटा देख लेना चाहिए। राबड़ी देवी के शासनकाल (1999-2005) में जहरीली शराब से होने वाली मौत के आंकड़े अनुसार पूरे देश में बिहार छठे स्थान पर था।

वही, नीतीश कुमार के शासनकाल मे जब शराबबंदी लागू नहीं थी तब बिहार आठवें स्थान पर था। शराबबंदी लागू होने के बाद बिहार 13 वें स्थान पर आ गया। राबड़ी देवी के शासन काल में जहरीली शराब से 456 लोगों की मौत हुई। क्या इसकी जिम्मेदारी लालू प्रसाद लेंगे? यह राजद को स्पष्ट करना चाहिए।

लालू-राबड़ी-तेजस्वी ने जताया राजो बाबू के निधन पर शोक

र्व मंत्री राजेंद्र प्रसाद यादव उर्फ राजो बाबू के निधन पर राजद नेताओं ने गहरी शोक संवेदना प्रकट की है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बयान जारी कर कहा कि राजो बाबू के निधन से समाजवादी आंदोलन और बिहार को अपूर्णीय क्षति हुई है। वे कर्मठ व अपने कार्यों के प्रति ईमानदार थे।

प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि उनके सम्मान में राजद के राज्य कार्यालय में पार्टी का झंडा आधा झुका दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो. मनोज कुमार झा, राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव, प्रदेश के प्रधान महासचिव रणविजय साहू आदि ने शोक प्रकट किया है।

राजो बाबू मधेपुरा से कांग्रेस व राजद के टिकट पर विधायक रहे थे। वार्ड कमिश्नर से शुरू हुई उनकी राजनीतिक-यात्रा नगरपालिका के अध्यक्ष, विधायक होते हुए उद्योग राज्य मंत्री तक पहुंची। शुक्रवार रात उन्होंने आइजीआइएमएस में अंतिम सांस ली।

यह भी पढ़ें-

तेजस्वी यादव ने JDU प्रवक्ता नीरज कुमार को भेजा 12.10 करोड़ के मानहानि का नोटिस, वेतन घोटाला करने का लगाया था आरोप

नेपाल से आने वाली बाढ़ से निपटने के लिए बिहार में बनेगा नया बैराज, केंद्र सरकार से मिली मंजूरी

Categories: Bihar News

Bihar Weather: बारिश ने बदला मौसम का मिजाज, अब बिहार में ठंड ने मारी एंट्री; पढ़ें IMD का ताजा अपडेट

October 27, 2024 - 7:43am

जागरण टीम, पटना। हल्की बूंदाबांदी से राजधानी के मौसम में बदलाव आया है। माहौल में हल्की ठंड घुल गयी है। वहीं, प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भी हल्की बूंदाबांदी और बादलों की आवाजाही बनी रही।

अगले एक-दो दिन हल्की फुहार की संभावना है। पुरवा के कारण मौसम सामान्य बना रहेगा। वहीं तीन दिनों के दौरान प्रदेश के अधिकतम तापमान में दो से चार डिग्री की क्रमिक वृद्धि का पूर्वानुमान है।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार शनिवार को आठ जिलों को छोड़ कर पटना सहित शेष जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।

पटना का अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस जबकि 33.7 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी में प्रदेश का सर्वाधिक तापमान दर्ज किया गया। बीते 24 घंटों के दौरान दाना चक्रवात के कारण पूर्वी भागों के अधिसंख्य भागों में वर्षा दर्ज की गई। कटिहार में सर्वाधिक वर्षा 18.0 मिमी दर्ज हुई। 

चक्रवातीय वर्षा व हवा ने ठंड का एहसास कराया

पिछले तीन दिनों से समुद्री चक्रवातीय वर्षा एवं हवा के कारण वातावरण में पर्याप्त है। रात में ठंड महसूस होने लगी है। बीमार लोगों के अलावा छोटे बच्चों, बुजुर्गों की तकलीफ बढ़ गई है।

शनिवार की सुबह आठ बजे से शाम तक रूक-रूककर रिमझिम फुहारें आसमान से गिरती रही। पूरे दिन आसमान बादलों से ढका रहा। हवा के झोंकों एवं आंशिक वर्षा ने ठंड की दस्तक मानों करा दी है। बिहार में कई जगहों पर कीचड़ व गंदगी हो गई है। इससे बाजार करने निकले लोगों को दिक्कत हुई।

दूसरी ओर, वर्षा के साथ हवा के झोंके किसानों के दिल को हिला रही है। किसानों को आशंका है कि अगर हवा का दबाव ज्यादा हुआ, तो खेतों में बाली उगल रही फसल जमीन पर गिर जाएगी। जिससे किसानों का सारा परिश्रम पर पानी फिर जाएगा।

पूर्णिया में दूसरे दिन भी चला वर्षा का दौर, मौसम बना सुहाना

उधर, पूर्णिया में भी चक्रवाती तूफान की वजह से शनिवार को भी दिन भर रूक रूक कर हल्की वर्षा हुई जिससे मौसम सुहाना बना रहा। बारिश के साथ नमी युक्त हवा भी चलती रही जिससे लोगों को ठंड का अहसास होता रहा।

बादल, वर्षा और पूरबा हवा के कारण तापमान सामान्य से सात डिग्री नीचे रहा तथा लोगो को गर्म कपड़ों की तलाश करनी पड़ी। मौसम केंद्र पूर्णिया द्वारा शनिवार को अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 21.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।

वहीं, शहर में पिछले 24 घंटें में लगभग 10 एमएम वर्षा हुई है। वहीं प्रखंड क्षेत्रों में भी हल्की वर्षा हुई है। जलालगढ़ में 9.2, भवानीपुर और डगरूआ में सात, कसबा में 6.0 और अमौर में 5.4 एमएम वर्षा रिकार्ड हुई है। मौसम विभाग के अनुसार अभी 24 घंटे मौसम पर इसका प्रभाव बना रहेगा।

तीन दिनों से मौसम खराब

रविवार को भी आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे तथा एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। बंगाल की खाड़ी से उठे दाना चक्रवाती तूफान की वजह से पिछले तीन दिनों से इस क्षेत्र में मौसम खराब बना हुआ है। बुधवार की शाम से ही आसमान में बादल छाए हैं तथा लगातार हल्की वर्षा हो रही है।

साथ ही तेज ठंडी हवा ने तापमान काफी नीचे ला दिया। वर्षा ने ठंड की दस्तक दे दिया है। गुरुवार को भी दिन भर वर्षा का दौर चला तथा ठंडी हवा चली जिससे तापमान नीचे आ गया। यही हाल शनिवार को भी रहा। शनिवार को भी सुबह से ही मौसम का रूख बदला हुआ था।

फुहार के साथ शुरू हुई वर्षा दोपहर तक रिमझिम तक पहुंची। पूरे दिन रूक रूक कर हल्की वर्षा होती रही। मौसम केंद्र के सहायक विज्ञानी राकेश कुमार के अनुसार अभी दो दिनों तक इसका असर बना रहेगा। आसमान में आंशिक बादल छाए रहेंगे लेकिन वर्षा की रफ्तार पर ब्रेक लगेगा। एक दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। 

यह भी पढ़ें-

Bihar Weather Today: बिहार में चक्रवात दाना का प्रभाव, 18 जिलों में मूसलाधार बारिश का अलर्ट; पढ़ें आज का मौसम

Bihar Weather Today: बिहार में कितना रहा चक्रवात 'दाना' का असर, कहां कितना नुकसान? पढ़िए पूरे राज्य की रिपोर्ट

Categories: Bihar News

Pages

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar