Dainik Jagran
पैक्स चुनाव में शिक्षकों की ड्यूटी को लेकर आया नया ऑर्डर, सभी जिलाधिकारियों के पास पहुंचा 24 पेज का दिशा-निर्देश
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में 26 नवंबर से 3 दिसंबर के बीच पांच चरणों में पैक्स चुनाव होने है। इसकी मुकम्मल तैयारियों को लेकर बिहार राज्य निर्वाचन प्राधिकार की ओर से रविवार को सभी जिलाधिकारियों सह जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को 24 पृष्ठों में दिशा-निर्देश जारी किया गया है।
इसके मुताबिक, शांतिपूर्ण व भयमुक्त चुनाव को लेकर हर जिले में अभी से तमाम तैयारियां सुनिश्चित करनी हैं। सरकारी विद्यालयों में शिक्षण कार्य में लगे शिक्षकों को पैक्स चुनाव में प्रतिनियुक्त नहीं किया जाएगा, लेकिन अपरिहार्य परिस्थितियों में ऐसा करने पर कोई रोक नहीं होगी।
इसी सहकारी समितियों के पदाधिकारियों और कर्मियों की भी चुनाव कार्य में प्रतिनियुक्त नहीं होगी। चुनाव में पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति आदेश जिलाधिकारी जारी करेंगे, जबकि चुनाव संबंधी सुरक्षा व्यवस्था की कमान आरक्षी अधीक्षक व वरीय आरक्षी अधीक्षक संभालेंगे।
मतदान कर्मियों का प्रशिक्षण जल्द पूरा कराने की हिदायतप्राधिकार के सचिव पुरुषोत्तम पासवान के हस्ताक्षर से जारी निर्देश में सभी जिलाधिकारियों को हिदायत दी गई है कि मतदान कार्य से जुड़े कर्मियों को दिए जाने वाले अनिवार्य प्रशिक्षण को सुचारू रूप से जल्द संपन्न करा लें। प्रशिक्षण की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।
संबंधित मतदान कर्मियों को पहचान पत्र का विवरण एक पंजी में भी अलग से संधारित किया जाए। चुनाव कार्यों में महिलाओं की प्रतिनियुक्ति में खासा ध्यान रखा जाए। कहा गया है कि प्रतिनियुक्त की जानी वाली प्रत्येक महिला के लिए आवासन, स्नान, शौच आदि के लिए स्वतंत्र व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाएगी।
अगर ऐसी व्यवस्था संभव न हो सके तो महिला कर्मी को चुनाव पर प्रतिनियुक्त नहीं किया जाएगा। पैक्स चुनाव में गर्भावस्था के अंतिम चरण में चल रही किसी महिला को, चाहे वह मातृत्व अवकाश पर हो अथवा नहीं या जो चिकित्सकीय सलाह पर कोई कठिन अथवा श्रमसाध्य कार्य करने के योग्य नहीं हो, चुनाव में ड्यूटी पर नहीं लगाया जाएगा। दिव्यागंजनों की भी प्रतिनियुक्त नहीं की जाएगी।
भगोड़े अपराधियों से लेकर शस्त्रों के सत्यापन को विशेष अभियानप्राधिकार ने भगोड़े, हिस्ट्रीशीटर और अन्य अपराधियों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर गिरफ्तारी का निर्देश सभी जिलों को दिया है। साथ ही, शस्त्रों एवं शस्त्र की दुकानों की अनुज्ञप्तियों का शत-प्रतिशत सत्यापन कराने को कहा है।
संदिग्ध एवं आपराधिक चरित्र के व्यक्तियों की धर-पकड़, उपद्रवियों एवं शरारती तत्वों के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता के संगत प्रावधानों के अधीन निरोधात्मक कार्रवाई करने को भी कहा गया है। ताकि, मतदाता निर्भय होकर स्वतंत्रतापूर्वक अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।
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रियल एस्टेट एजेंट ध्यान दें, RERA ने जारी किया नया निर्देश; बैंक डिटेल और दस्तावेजों से जुड़ी है बात
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्र व राज्य की आर्थिक मामलों से जुड़ी जांच एजेंसियों को रियल एस्टेट क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर काला धन निवेश किए जाने की शिकायतें मिल रही हैं। काले धन को सफेद करने में रियल एस्टेट एजेंटों की मदद ली जाती है।
इसको देखते हुए रेरा ने रियल एस्टेट एजेंटों को अपना बैंक खाता, जमीन खरीद-बिक्री से संबंधित कागजात और तमाम पुराने रिकॉर्ड को सुरक्षित और अपडेट रखने के निर्देश दिए हैं। ताकि संदेह की स्थिति में सीबीआइ, ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसी या राज्य की एजेंसी वित्तीय मामलों की जांच कर सके।
व्यक्तिगत एजेंट का रेरा में निबंधन अनिवार्यबता दें कि रियल एस्टेट क्षेत्र में कार्य करने वाली कंपनी या व्यक्तिगत एजेंट का रेरा में निबंधन अनिवार्य है। निबंधन के दौरान कंपनी का नाम, रजिस्टर्ड पता, उद्यम का प्रकार, कंपनी के निबंधन का विवरण, एजेंट का नाम, पता, फोटो, पैन व आधार कार्ड आदि की जानकारी देना अनिवार्य होता है।
वर्तमान में रेरा अधिनियम के तहत लाइसेंस नवीकरण के लिए आवेदन करते समय अपडेट दस्तावेज देने की अनिवार्यता नहीं थी। परंतु प्राधिकरण ने इससे संबंधित पुराने नोटिस में अब संशोधन कर दिया है।
बिहार रेरा ने अनिबंधित परियोजनाओं की गुप्त सूचना देने पर ईनाम देने की योजना वापस ले ली है।
पहले बनाई गई थी यह व्यवस्था15 जुलाई 2022 से प्रारंभ हुई इस योजना के तहत बिना निबंधन रियल एस्टेट परियोजनाओं का संचालन करने की गुप्त जानकारी पर 10 हजार रुपये का नकद इनाम देने की व्यवस्था बनाई गई थी।
प्राधिकरण के मुताबिक कई स्रोतों से इस संबंध में जानकारी उपलब्ध होने की वजह से ईनाम देने की योजना को पहली नवंबर 2024 के प्रभाव से बंद करने का निर्णय लिया गया है।
फ्लैट नहीं दिया, अब 21 प्रतिशत चक्रवृद्धि ब्याज जोड़कर वापस करनी होगी राशिधोखाधड़ी जितनी चालाकी से हुई, उपभोक्ता न्यायालय ने उतना ही तगड़ा निर्णय भी सुनाया है। पूरी राशि लेकर भी देविका बिस्वास को फ्लैट नहीं देने वाले वास्तु विहार को अब 21 प्रतिशत चक्रवृद्धि ब्याज जोड़ते हुए राशि वापस करनी है। इसके अलावा हर्जाना भी देना है।
वास्तु विहार का आधिकारिक नाम मेसर्स टेक्नो कल्चर बिल्डिंग सेंटर प्राइवेट लिमिटेड है। देविका बिस्वास कोलकाता में रायपुर रोड (पूर्व) की निवासी हैं। सितंबर, 2013 में उन्होंने 5.25 लाख रुपये में रांची में एक छोटे फ्लैट (वास्तु नैनो) के लिए अनुबंध किया।
बुकिंग के समय 1.90 लाख रुपये का भुगतान भी कर दिया। अनुबंध की शर्तों के अनुसार शेष राशि उन्होंने 36 किस्तों में चुका दी। उसके बाद भी उन्हें फ्लैट नहीं मिला। अक्टूबर, 2016 में फ्लैट देने का अनुबंध था। समय से फ्लैट नहीं देने पर वास्तु विहार द्वारा तीन हजार रुपये मासिक भुगतान की शर्त थी।
बार-बार के आग्रह के बावजूद देविका को मासिक राशि भी नहीं मिली। अंतत: वे पटना मेंं जिला उपभोक्ता आयोग पहुंचीं। वास्तु विहार ने इस मामले में क्षेत्राधिकार का प्रश्न खड़ा किया।
वास्तु विहार क्या था दावा?आयोग के अध्यक्ष प्रेम रंजन मिश्रा और सदस्य रजनीश कुमार ने साक्ष्यों के आकलन के क्रम में पाया कि अनुबंध में स्पष्ट उल्लेख है कि किसी भी तरह के विवाद में न्यायिक परिक्षेत्र पटना होगा। वास्तु विहार का दावा था कि उसने छह प्रतिशत सामान्य ब्याज जोड़कर राशि वापसी की पेशकश की थी, जिसका कोई साक्ष्य नहीं मिला।
इस तरह स्वयं के बचाव मेंं उसके तर्क झूठे निकले। आयोग ने निर्णय दिया कि वास्तु विहार 21 प्रतिशत चक्रवृद्धि ब्याज के साथ 5.25 लाख रुपये देविका को वापस करेगा। ब्याज की गणना एक सितंबर, 2016 से होगी।
इस मामले में मानसिक व शारीरिक पीड़ा झेलने के एवज में एक लाख रुपये हर्जाना देना होगा और 20 हजार रुपये न्यायिक खर्च के अतिरिक्त।
चार माह के भीतर राशि का भुगतान नहीं होने पर कानूनी कार्रवाई होगी और तब आदेश तामिल कराने के लिए 10 हजार रुपये अतिरिक्त देने होंगे। कानूनी कार्रवाई में हर्जाने के साथ जेल की सजा का भी प्रविधान है।
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Bihar Weather Today: छठ के दिन कैसा रहेगा मौसम? IMD ने दी ताजा जानकारी, बारिश और ठंड को लेकर पढ़ें नया अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। लोक आस्था के महापर्व छठ में इस बार सुबह के अर्घ्य के समय ठंड का प्रभाव नहीं रहेगा। राजधानी समेत प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता नहीं होने अभी ठंड का प्रभाव नहीं है। प्रदेश का न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने से नवंबर में गुलाबी ठंड रहेगी।
इस माह तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री तक अधिक रहने की संभावना है। माह के अंत में सर्द हवा के कारण ठंड में वृद्धि के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान राजधानी समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों का मौसम शुष्क बना रहेगा।
सुबह के समय रहेगा धुंध का असरउत्तर पश्चिम भाग के पश्चिम व पूर्वी चंपारण के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। पांच दिनों के दौरान तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। सुबह के समय धुंध का असर रहेगा। रविवार को पछुआ के प्रभाव से पटना सहित 20 जिलों के अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
राजधानी के अधिकतम तापमान में 1.3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि 34.5 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
राजधानी समेत आसपास इलाकों में सुबह के समय हल्के कोहरे का प्रभाव बना रहा। दिन में धूप निकलने के साथ मौसम सामान्य बना रहा।
मौसम में बदलाव का दिखने लगा असरमौसम का असर अब दिखने लगा है। दिन में तेज धूप व गर्मी का प्रभाव अभी भी बना हुआ है, लेकिन सुबह में गुलाबी ठंड व धुंध भी अपना प्रभाव दिखाने लगा है। रविवार की सुबह साढ़े सात बजे तक मुख्य सड़क सहित अन्य क्षेत्रों में दृश्यता में कमी बनी रही।
सुबह में कुहासा व गुलाबी ठंड के साथ पूरा दिन व रात के 10 बजे तक गर्मी अपना प्रभाव छोड़ने का नाम नहीं ले रहा है। हालांकि नवंबर की शुरुआत के साथ ठंड भी प्रभावशाली हो जाना चाहिए, लेकिन मौसम का मिजाज हर किसी की समझ से बाहर रहने लगा है।
सुबह में कुहासा के साथ दिन में बादल भी बने रहने से कभी-कभी बारिश जैसी संभावना दिखने से त्योहार के प्रति गंभीर रहने वाले लोग थोड़ा असहज महसूस करने लगते हैं क्योंकि छठ के त्योहार में चूल्हा बनाने व सुखाने से लेकर गेहूं व चावल धोना, सुखाना भी आवश्यक है।
ऐसे में हर आदमी यहीं कहते मिल रहा हैं कि मौसम का मिजाज कुछ समझ नहीं आ रहा है। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि आसमान में बादल छाए रहेंगे लेकिन बारिश की संभावना नहीं है। इसके अलावे तापमान में भी गिरावट का अनुमान बताया गया है।
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सीतामढ़ी जिले में भाजपा नेता पर गोलीबारी, गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती; ताबड़तोड़ फायरिंग से दहला इलाका
संवाद सूत्र, जागरण, बैरगनिया (सीतामढ़ी)। बिहार के सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया प्रखंड के भाजपा ग्रामीण मंडल के अध्यक्ष जयप्रकाश निराला को घात लगाकर बैठे अपराधियों ने गोली मारकर गंभीर रुप से घायल कर दिया।
बताया गया है कि भाजपा नेता जयप्रकाश बैरगनिया बाजार स्थित अपने कपड़े की दुकान से रविवार की रात्रि अपने घर परसौनी जा रहे थे। रास्ते में बखरी गांव के पास उन पर कई राउंड गोलियां चलाई गईं। इस दौरान एक गोली उनके बाएं बाजू पर लगी और वे गंभीर रुप से घायल हो गए। गोलियों की आवाज से पूरा इलाका गूंज उठा और लोगों में दहशत फैल गई।
बाजू में लगी गोलीभाजपा नेता को गोली लगने की सूचना मिलते ही ग्रामीणों एवं उनके परिजनों ने उन्हें उठाकर सीतामढ़ी डॉ. अरुण कुमार के पास ले जाकर इलाज कराया। बताया गया है कि बाजू में लगी गोली निकाल दी गई है। और अब वे खतरे से बाहर है। घटना की सूचना पर रीगा विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोतीलाल प्रसाद व भाजपा नगर मंडल के अध्यक्ष प्रदीप कुमार इलाजरत जयप्रकाश निराला के पास पहुंचकर हालचाल जाना।
पुराने विवाद में वारदातभाजपा नगर मंडल के अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने बताया कि पूर्व विवाद को लेकर उनके गांव परसौनी के ही कुछ लोगों ने साजिश रचकर जान मारने की नीयत से उन पर गोली चलाई है।
अभी नहीं दी लिखित शिकायतबैरगनिया थाना पुलिस नर्सिंग होम में भाजपा नेता का कुशल क्षेम जानने पहुंची थी। साथ में बैरगनिया के क्षेत्रीय विधायक मोतीलाल प्रसाद भी थे। एसडीपीओ राम कृष्णा ने ही घटना की पुष्टि की। साथ ही उन्होंने कहा कि स्वजन का कहना है कि भाजपा नेता पर उनके ही पूर्व व्यावसायिक पार्टनर लक्ष्मी प्रसाद ने हीं गोली चलवाई है। हालांकि इस बात की अभी लिखित शिकायत नहीं मिली है। जांच के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। पुलिस घटना की जांच में जुटी है।
पटना में होटल मालिक की हो चुकी हत्याबिहार में अपराधी बेखौफ हैं। कुछ दिन पहले राजधानी पटना में एक होटल मालिक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। घटना पीरबहोर थाना क्षेत्र के कुतुबुद्दीन लेन की थी। रविवार को दोपहर साढ़े तीन बजे वारदात को अंजाम दिया गया। होटल मालिक को बदमाशों ने पांच गोलियां मारी थीं। होटल मालिक की पहचान शकील मलिक के तौर पर हुई थी। वह मूलत: जहानाबाद के बघवारा का रहने वाला था। जानकारी के मुताबिक 20 लाख रुपये की रंगदारी न देने पर बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया।
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Nitish Kumar : CM नीतीश ने अचानक इस दिग्गज नेता का छू लिया पैर, संभालने पहुंचे विजय कुमार चौधरी; पढ़ें पूरा मामला
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। Bihar Political News Today: चित्रगुप्त पूजा के अवसर पर रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नौजर घाट स्थित ऐतिहासिक श्री आदि चित्रगुप्त मंदिर पहुंचकर भगवान चित्रगुप्त की विशेष पूजा अर्चना किए। मुख्यमंत्री ने बिहार में अमन को लेकर भगवान चित्रगुप्त से दुआएं मांगी। इसके बाद उन्होंने जो किया उसकी चर्चा पूरे बिहार में हो रही है। नीतीश कुमार ने पीएम मोदी के बाद एक और दिग्गज नेता का पैर छूकर सभी को चौंका दिया है। वहां खड़े लोग भी हैरान रह गए।
भाजपा के पूर्व सांसद ने की तारीफ तो सीएम नीतीश ने छुए पैरइस दौरान भाजपा के पूर्व राज्यसभा सांसद सह मंदिर प्रबंधक समिति के अध्यक्ष आरके सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मंदिर के इतिहास से अवगत कराया और जमकर उनके काम की तारीफ करने लगे। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार ने आरके सिन्हा का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इस दौरान आरके सिन्हा थोड़ा डगमगाते दिखे तो विजय कुमार चौधरी ने उन्हें संभाला।
आरके सिन्हा ने नीतीश कुमार के काम की तारीफ कीचित्रगुप्त पूजा के इस खास मौके पर बीजेपी नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद आरके सिन्हा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का धन्यवाद कर रहे थे। उन्होंने मंच से कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से विशेष रूप से मंदिर पर ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री के दिशानिर्देश पर ही इस मंदिर में व्यवस्था ठीक की जा रही है। मंदिर का पुननिर्माण सीएम नीतीश कुमार के प्रयास से ही संभव हो पाया।
इस दौरान सीएम ने लोगों से मिलकर उन्हें चित्रगुप्त पूजा की शुभकामनाएं दी। सीएम के साथ जल संसाधन व संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, पुलिस महानिदेशक आलोक राज, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार के अलावे जिला प्रशासन के कई अधिकारी थे।
नीतीश कुमार ने दिग्गज नेता के छुए पैर, विजय चौधरी ने दोनों को संभाला#NitishKumar #BiharNews #biharnewstoday pic.twitter.com/unkpKDGnSy
— Sanjeev Kumar (@Sanjeev47429593) November 3, 2024 चित्रगुप्त पूजा कब मनाया जाता है?चित्रगुप्त पूजा एक महत्वपूर्ण त्योहार है जो हर साल दीपावली के बाद आने वाली भाईदूज या भैया दूज के दिन मनाया जाता है। यह दिन कार्तिक शुक्ल द्वितीया को पड़ता है, जब भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है, जो लेखनी के रूप में की जाती है ¹। इस दिन लेखनी, दवात और पुस्तकों की भी पूजा की जाती है।
चित्रगुप्त पूजा का महत्वचित्रगुप्त पूजा का महत्व वणिक वर्ग के लिए नवीन वर्ष की शुरुआत के रूप में है, जब नवीन बही-खातों पर 'श्री' लिखकर कार्य प्रारंभ किया जाता है। यह दिन यम द्वितीया के रूप में भी मनाया जाता है, जब मृत्यु के देवता यमराज और भगवान चित्रगुप्त की पूजा की जाती है।
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राज्य ब्यूरो,पटना। राजद के 4 लाख सक्रिय सदस्यों का ब्योरा जन सुराज पार्टी (जसुपा) के हाथ लग गया है। अब राजद इसकी जांच में लगा है कि आखिर यह हुआ कैसे। नेतृत्व को आशंका है कि प्रदेश मुख्यालय में पूर्व निर्धारित दायित्वों के निर्वहन में पार्टी पदाधिकारियों व इंटरनेट मीडिया प्रभारियों की कोताही और डाटा इंट्री आपरेटरों की मिलीभगत से ऐसा हुआ है।
फोन कॉल के बाद हुआ खुलासाजसुपा की ओर से राजद के कुछ सक्रिय सदस्यों को फोन किए जाने के बाद इसकी जानकारी हुई। उल्लेखनीय है कि जसुपा वैसे तो बिहार में सक्रिय प्राय: सभी दलों को खुली चुनौती दे रही, लेकिन मुसलमानों के लिए उसकी पैरोकारी राजद को कुछ अधिक ही अखर रही है। कारण, राजद का आधार वोट है, जो यादवों के साथ मुसलमानों को जोड़कर बनता है। राजनीति में उसे माय (मुसलमान-यादव) समीकरण कहते हैं।
प्रखंड और पंचायतवार ब्योरा हुआ लीकजो डाटा लीक बताया जा रहा, उसमें सक्रिय सदस्यों का नाम-पता, उम्र-लिंग, मोबाइल नंबर, दायित्व, कार्यक्षेत्र और अभिरुचि आदि दर्ज हैं। प्रखंड और पंचायतवार श्रेणी में वर्गित यह ब्योरा प्रदेश कार्यालय के कंप्यूटरों में संग्रहित था। चुनावी रणनीति और संगठनात्मक कार्यों के लिए इसकी बड़ी उपादेयता है। ऐसे में इस डाटा का किसी भी विरोधी दल के हाथ लग जाने से राजद की संभावनाओं पर प्रतिकूल असर स्वाभाविक है। वह भी तब जबकि अगले वर्ष विधानसभा का चुनाव होना है।
दरअसल, जन सुराज के राजनीतिक अवतरण के समय ही राजद ने भविष्य के खतरे को भांप लिया था। जसुपा को भाजपा की बी टीम बताते हुए राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं को चेतावनी दी थी कि वे उसके बहकावे में न आएं।
उपचुनाव के दौरान जसुपा की रणनीति ने आशंका को किया पुष्टइस बीच नेतृत्व को सूचना मिली कि राजद के डाटा का उपयोग कर जसुपा अपने अभियान पर आगे बढ़ रही। विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव के दौरान जसुपा की रणनीति से राजद की यह आशंका पुष्ट हो रही है। हालांकि, जसुपा ऐसे आरोपों को पहले ही नकार चुकी है। वैसे भी इंटरनेट मीडिया के इस दौर में शायद ही कोई डाटा सुरक्षित है।
अर्से से राजद में सक्रिय नेताओं-कार्यकर्ताओं को जब जसुपा से फोन पर आफर मिलने लगा तब नेतृत्व को इसकी भनक लगी। कई नेताओं ने तो स्वयं प्रदेश नेतृत्व को इससे अवगत कराया। उनमें राजधानी पटना के साथ गया, आरा, भागलपुर, कटिहार आदि के नेता हैं।
प्रतिबद्ध नेताओं-कार्यकर्ताओं को लेकर नेतृत्व को कोई विशेष चिंता नहीं, लेकिन सक्रिय भूमिका में कुछ भ्रमणशील प्रवृत्ति के भी लोग हैं, जिन पर आंख मूंदकर विश्वास नहीं किया जा सकता। ऐसे में चुनाव के बीच सांगठनिक गोपनीयता बनाए रखने की कठिन चुनौती होगी।
राजद के लिए विधानसभा का अगला चुनाव एक अनमोल अवसर है। उसी से भविष्य तय होना है। ऐसे में कोई भी चूक भारी पड़ेगी। अब जबकि एक चूक हो गई है तो नेतृत्व का प्रयास ऐसी किसी भी पुनरावृत्ति से बचने की है।
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Bihar Teacher Posting: टीचरों की पोस्टिंग को लेकर सामने आई नई जानकारी, शिक्षा विभाग ने लिया बड़ा फैसला
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के प्रत्येक विद्यालय में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की पोस्टिंग होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग द्वारा जिलेवार प्रत्येक विद्यालय में छात्र-शिक्षक अनुपात का आकलन कराया जा रहा है।
चूंकि 31 दिसंबर से पहले शिक्षकों के स्थानातंरण और पदस्थापन सुनिश्चित किया जाना है, उससे पहले प्रत्येक विद्यालय में छात्र-शिक्षक अनुपात का आकलन इसलिए भी जरूरी है क्योंकि अधिसंख्य विद्यालयों में शिक्षकों का पदस्थापन हो चुका है।
10 नवंबर तक मांगी गई रिपोर्टविद्यालयों के निरीक्षण में यह बात सामने आई है कि कहीं छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की संख्या ज्यादा है तो कहीं कम। इसके मद्देनजर जिला शिक्षा अधिकारियों से 10 नवंबर तक आकलन रिपोर्ट मांगी गई है।
राज्य में 75 हजार सरकारी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय है, जहां एक करोड़ 72 लाख से ज्यादा छात्र पढ़ते हैं। शिक्षा विभाग ने सभी विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात एकसमान करने का लक्ष्य तय किया है।
विद्यालयों के निरीक्षण में यह बात भी सामने आई है कि विद्यालयों में कहीं छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की संख्या ज्यादा है तो कहीं कम। खासकर नगर निकाय क्षेत्र के विद्यालयों में छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की ज्यादा संख्या का पता चला है।
कहीं पर 55-56 छात्र पर एक शिक्षकबता दें कि शिक्षा के अधिकार अधिनियम, 2009 के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात 30:1 और उच्च माध्यमिक विद्यालयों में 35:1 होना चाहिए। इसके विरुद्ध राज्य के विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात का अभी तक वास्तविक आकलन नहीं हो पाया है।
सरकारी विद्यालयों में छात्र-शिक्षक अनुपात में अभी कई विसंगतियां हैं। कहीं पर 55-56 छात्र पर एक शिक्षक हैं तो कहीं पर 38-40 छात्र पर एक शिक्षक पदस्थापित हैं। इन्हीं विसंगतियों को दूर करने हेतु शिक्षा विभाग तेजी से काम कर रहा है।
स्वयं जुलाई सत्र की परीक्षा के लिए कल तक स्वीकार होगा आवेदननेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने स्टडी वेब्स आफ एक्टिव लर्निंग फार यंग एस्पायरिंग माइंड्स (स्वयं) जुलाई, 2024 सेमेस्टर की परीक्षा के लिए आवेदन की तिथि में विस्तार किया है। अब चार नवंबर तक आनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। वेबसाइट (exam.nta.ac.in/swayam) पर विस्तृत जानकारी अपलोड कर दी गई है।
अभ्यर्थी अपने आवेदन के विवरणों में सुधार कर सकते हैं। स्वयं जुलाई 2024 सेमेस्टर की परीक्षाएं दो पालियों में आयोजित की जायेगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 9:30 से दोपहर 12:30 बजे तक और दूसरी पाली की दोपहर तीन से शाम छह बजे तक होगी।
कार्यक्रम के अनुसार स्वयं जुलाई-2024 की परीक्षा सात, आठ, 14 और 15 दिसंबर को आयोजित की जाएगी। यह परीक्षा 525 विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए आयोजित की जाएंगी।
कुछ पेपर कंप्यूटर-आधारित टेस्ट मोड में आयोजित किये जायेंगे, जबकि कुछ हाइब्रिड मोड में होंगी। एनटीए द्वारा आयोजित टर्म एंड लिखित परीक्षा में 40 प्रतिशत अंक और आंतरिक मूल्यांकन में अलग से 40 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले, प्रमाण पत्र और क्रेडिट हस्तांतरण के लिए पात्र होंगे।
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Tejashwi Yadav: हत्याओं की सूची जारी कर तेजस्वी यादव ने पूछा, इसे जंगल-राज कहें या जालिम-राज
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में चार सीटों पर हो रहा उप चुनाव अगले वर्ष संभावित विधानसभा चुनाव की पृष्ठभूमि तैयार करे या न करे, लेकिन सत्ता के लिए संघर्ष अभी से तीखा होता जा रहा है। उल्लेखनीय कार्यों के लिए स्वयं श्रेय लेने की होड़ के साथ व्यवस्था में कमी-कोताही के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी चल रहा।
सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष भी इसमें पीछे नहीं। रविवार को बयान जारी कर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव में बिहार में बढ़ते अपराध के लिए पूर्णतया राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया है।
पिछले दिनों में हुई हत्याओं की सूची जारी करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधियों की दीवाली और कानून-व्यवस्था का दिवाला है। इसी के साथ उन्होंने सहानुभूति मिश्रित अंदाज मेंं मीडिया को सावधान भी किया है।
तेजस्वी ने क्या कहा?तेजस्वी कह रहे कि खबरदार खबरनवीसो! अगर किसी ने इसे जालिम-राज, जंगल-राज और दैत्य-राज कहा तो! यह विशेषाधिकार तो इस राज के संरक्षकों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ही है।
बिहार में अपराधियों की दिवाली और क़ानून व्यवस्था का दिवाला है।
ख़बरदार खबरनवीसों! अगर किसी ने इसे जालिम राज, जंगलराज और दैत्य राज कहा तो? यह विशेषाधिकार तो इस राज के संरक्षकों और प्रधानमंत्री जी को ही है। विगत दिनों में रूह को कंपकंपाने वाली “मुख्य हत्याओं” का संक्षिप्त…
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 3, 2024विगत दिनों में रूह को कंपकंपाने वाली केवल और केवल मुख्य हत्याओं का यह संक्षिप्त लेखा-जोखा है। तेजस्वी का यह ब्योरा अररिया में कारोबारी की हत्या से शुरू होता है और गया में पति-पत्नी व पटना में बुजुर्ग दंपती की हत्या पर जाकर ठहरता है।
इस क्रम में वे हत्या के 110 मामले गिना जा रहे। इस उल्लेख के साथ कि लूट, अपहरण, दुष्कर्म, चोरी-डैकती और जानलेवा हमले की घटनाएं इनसे अलग हैं।
व्रतियों को सेवा के लिए तमाम घाटों पर राजद कार्यकर्ता रहेंगे तैनात : हिमांशुबिहारशरीफ जिला राजद अध्यक्ष अशोक कुमार हिमांशु की अध्यक्षता में शनिवार को नालंदा जिला के बड़गांव, कोसुक, मोरा तालाब, बिहारशरीफ इमादपुर, आशा नगर, मनीराम अखाड़ा पर छठ घाटों का निरीक्षण किया गया।
जिला अध्यक्ष ने कहा कि लोक आस्था के महापर्व छठ पर छठव्रती माता, बहनों को किसी प्रकार का परेशानी ना हो इसके लिए जिला के पंचायत अध्यक्षों को घाट पर सेवा भाव के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
प्रदेश महासचिव हिमायूं अख्तर तारीक ने कहा कि लोक आस्था के छठ महापर्व पर पर किसी भी प्रकार का कोई परेशानी ना हो इसके लिए राष्ट्रीय जनता दल परिवार हर घाट पर पूरी व्यवस्था के साथ तैनात रहेगा। विगत वर्ष पर्यटन मंत्री रहते हुए तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बड़गांव में टेंट सिटी लगाया गया था।
इस बार भी टेंट सिटी लगाया जा रहा है। युवा अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा कि युवा राष्ट्रीय जनता दल की टीम छठ घाट पर मौजूद रहेंगे। इस मौके पर पूर्व प्रत्याशी से सुनील साव, दीपक कुमार सिंह, रजनीश कुमार सिंह, अनिल अकेला, अरविंद यादव, पवन यादव, विनोद प्रसाद, शेखर यादव आदि मौजूद थे।
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Elevated Road: पटना में दो दर्जन मकानों पर लगा निशान, अब उन्हें तोड़ने की तैयारी; एलिवेटेड रोड को लेकर आया अपडेट
संवाद सूत्र, फुलवारी शरीफ। शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए पटना के अनीसाबाद से फुलवारी शरीफ और एम्स गोलंबर तक बनने वाले एलिवेटेड सड़क व पुल के लिए शनिवार से डीमार्केशन का काम शुरू हो गया। पहले दिन करीब दो दर्जन मकान तोड़ने का निशान लगाया गया है।
निशान लगाने के साथ लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गई है। जिन्होंने सड़क किनारे सरकारी जमीन का अतिक्रमण कर पक्का निर्माण कर रखा है, उनके बीच हड़कंप मचा हुआ है।
मापी और डीमार्केशन का काम अंतिम चरण मेंअनीसाबाद से फुलवारी शरीफ और खगौल रोड एवं एम्स गोलंबर भूसौला दानापुर तक सड़क के दोनों तरफ काफी जमीन सरकार की है, लेकिन लोगों ने कच्चा-पक्का घर निर्माण कर वर्षों से अतिक्रमण कर रखा है। अवैध तरीके से निर्माण किए गए स्थल का पहले भी मापी हो चुकी है। शनिवार से मापी और डीमार्केशन का काम अंतिम चरण में होने वाला है।
अब तेजी से एलिवेटेड सड़क का निर्माण कार्य भी शुरू होने वाला है। वहीं, अनीसाबाद गोलम्बर से आगे सड़क के किनारे बने मकान और मार्केट वालों के बीच बेचैनी पैदा हो गई है।
बेलागंज की खराब सड़कों पर हिचकोले खा रही जदयू की प्रचार गाड़ीउधर, गया जिले के बेलागंज विधानसभा क्षेत्र के उप चुनाव में 34 साल बनाम 19 साल पर बहस है। इस सीट पर 1990 से राजद और पूर्ववर्ती जनता दल की जीत होती रही है। सत्तारूढ़ जदयू और पूर्ववर्ती समता पार्टी को यहां कभी जीत नहीं मिली। जदयू उप चुनाव को इसबार नहीं तो कभी नहीं की भावना से लड़ रहा है।
कार्यकर्ता, दल के पदाधिकारी, विधायक, सांसद और मंत्री सब जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी की जीत के लिए लगे हुए हैं। ताज्जुब की बात यह है कि जदयू की प्रचार गाड़ी खराब ग्रामीण सड़कों पर हिचकोले खा रही है।
किसान सिंचाई के कम साधनों की शिकायत कर रहे हैं तो आम उपभोक्ताओं का रोना है कि उनके लिए दी गई बिजली का उपयोग सिंचाई में हो जाता है।
नतीजा, ट्रांसफार्मर जवाब दे देता है। बेलागंज में जदयू के चुनाव प्रचार की कमान संभाल रहे ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. अशोक चौधरी स्वीकार करते हैं कि क्षेत्र की ग्रामीण सड़़कें खराब हैं। बीच चुनाव में ही ग्रामीण कार्य विभाग के एक कार्यपालक अभियंता को हटाया गया है। हटाने की अनुशंसा जिलाधिकारी ने की थी।
जदयू की प्रचार टीम में शामिल नेता-कार्यकर्ता क्षेत्र की बदहाली के लिए 34 साल से चुनाव जीत रहे राजद विधायक को जिम्मेवार ठहरा रहे हैं। राजद विधायक सुरेंद्र यादव अब जहानाबाद के सांसद हैं। उनके सांसद चुने जाने के कारण ही उप चुनाव हो रहा है। उनके पुत्र विश्वनाथ कुमार सिंह राजद के उम्मीदवार हैं।
वोटरों को जदयू की ओर से कहा जा रहा है कि 34 साल आपने एक दल को अवसर दिया है। उप चुनाव में वोट देकर साल भर का समय हमारी पार्टी को दीजिए। फर्क महसूस नहीं हुआ तो आम चुनाव में वोट नहीं दीजिएगा।
डॉ. चौधरी का आरोप है कि इस क्षेत्र में ग्रामीण कार्य विभाग का ठेका भी सुरेंद्र यादव के पास ही रहता आया है। उप चुनाव के बाद धांधली की विस्तृत जांच होगी।
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बिहार में उपचुनाव के ठीक पहले पशुपति पारस की पार्टी ने लिया बड़ा फैसला, 14 नेताओं को मिली नई जिम्मेदारी
राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) की नई प्रदेश कमेटी घोषित कर दी गई है। प्रिंस राज फिर प्रदेश अध्यक्ष व केशव सिंह को प्रधान महासचिव बनाए गए हैं।
राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस, केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह, पूर्व सांसद चंदन सिंह एवं प्रिंस राज पासवान के बीच हुई बैठक में नई प्रदेश कमेटी का पुर्नगठन किया गया। इसमें चौदह महासचिव और आठ उपाध्यक्ष बनाया गया है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्रवण कुमार अग्रवाल ने शनिवार को यह जानकारी दी।
विधान पार्षद भूषण कुमार को प्रदेश संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष, संजीव रंजन, बिजूल सिंह, रामानन्द यादव, कृष्ण बिहारी सिंह, माधव सिंह, देव कुमार सिंह, रंजीत कुमार एवं राजाराम पासवान को उपाध्यक्ष, सुनील कुमार सिन्हा कोषाध्यक्ष बनाया गया है।
इन नेताओं को मिली ये जिम्मेदारीकन्हैया कुमार सिंह, राजेश सिंह, शिवनाथ पासवान, चंदन गांधी, नंदकिशोर केसरी, दशरथ पासवान, राजेन्द्र विश्वकर्मा, तपेश्वर पासवान, दिग्विजय चौरसिया, सुनील सिंह, चंदन कुमार, रमेश सिंह, अभितोष सिंह एवं मो. मासूम को महासचिव, विष्णुदेव मंडल को प्रदेश सचिव, मुंगेरी पासवान, राधाकान्त पासवान, जयप्रकाश गुप्ता, सुरेश सिंह निषाद, मो. इदरिश को संगठन सचिव, चंदन सिंह और मनीष आनन्द को प्रवक्ता बनाया गया है।
स्मिता शर्मा को महिला प्रकोष्ठ, उपेन्द्र यादव को युवा प्रकोष्ठ, राजू राजवीर को तकनीकी प्रकोष्ठ, डा. सुमन को चिकित्सा प्रकोष्ठ, विजय दास को अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ, रविशंकर सिंह को पंचायती राज प्रकोष्ठ, परवेज खान को अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, दीनबंधु मिश्रा को अधिवक्ता प्रकोष्ठ एवं गोनेलाल मंडल को सहकारिता प्रकोष्ठ का अध्यक्ष बनाया गया है।
24 नवंबर से 22 दिसंबर तक जदयू का जिलास्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलनजदयू 24 नवंबर से 22 दिसंबर तक जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन करेगा। इसके लिए पांच टीमें बनी हैं। प्रत्येक टीम में नौ-नौ नेता हैं। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को यह जानकारी दी।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि जिलास्तरीय सम्मेलन के लिए गठित टीमों का नेतृत्व क्रमश: जदयू के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष संजय झा, जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार व केंद्रीय मंत्री रामनाथ ठाकुर सहित प्रदेश अध्यक्ष के रूप में वह खुद करेंगे।
शनिवार और रविवार को अलग-अलग जिलों में जिलास्तरीय सम्मेलन होगा। 22 दिसंबर को पटना में जिलास्तरीय सम्मेलन के साथ इसका समापन होगा। उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव में राज्य की 243 विधानसभा सीटों में 173 पर एनडीए को बढ़त मिली थी।
वहीं, महागठबंधन की बढ़त मात्र 63 सीटों पर थी। इसे ध्यान में रख 2025 के विधानसभा चुनाव में हमें इससे भी बड़ी जीत हासिल करनी है। हम 225 सीटों के लक्ष्य पर काम कर रहे हैं।
इन सम्मेलनों के माध्यम से एनडीए की चट्टानी एकता का संदेश नीचे तक पहुंचाना है। भ्रम फैलाने वालों, झूठ का बाजार लगाने वालों और बिना काम किए क्रेडिट लेने वालों का हिसाब जनता खुद करेगी।
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दीवाली बाद नीतीश सरकार ने युवाओं को दे दी एक और खुशखबरी, 4500 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी; पढ़ें डिटेल
राज्य ब्यूरो, पटना। नीतीश सरकार ने युवाओं को एक और खुशखबरी दे दी है। राज्य स्वास्थ्य समिति ने कम्युनिटी हेल्थ अफसर के 4500 पदों पर नियुक्ति का निर्णय लिया है। इस संबंध में विज्ञापन जारी कर दिया गया है।
आवेदन की प्रक्रिया भी पहली नवंबर से प्रारंभ हो चुकी है। संबंधित पद के लिए इच्छुक उम्मीदवार अपना आवेदन बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर 21 नवंबर तक कर सकेंगे।
राज्य स्वास्थ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार कम्युनिटी हेल्थ अफसरों का काम सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों के लिए महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व कल्याण केंद्रों पर आशाकर्मियों व अन्य देखभाल प्रदाता टीम का नेतृत्व करना होगा। जिन 4500 पदों पर नियुक्ति होनी है, उनमें 797 अनारक्षित पद हैं।
पिछड़े वर्ग के लिए 640 पदइनमें ईडब्ल्यूएस के लिए 45 पद, अनुसूचित जाति के लिए 1243 पद,अनुसूचित जनजातियों के लिए 55 पद, ईबीसी के लिए 1170 पद, पिछड़े वर्ग के लिए 640 जबकि डब्ल्यूबीसी के लिए 168 पद होंगे।
संबंधित पद के उम्मीदवारों के पास भारतीय या राज्य नर्सिंग परिषद की कम से कम बीएससी नर्सिंग की डिग्री होनी चाहिए। पद के अभ्यर्थियों के लिए उम्र सीमा अलग-अलग निर्धारित की गई है, जबकि दिव्यांग उम्मीदवारों को उम्र सीमा में 10 वर्ष की छूट मिलेगी।
नौकरी के नाम पर झूठा श्रेय लेकर खुद अपनी पीठ थपथपा रहे तेजस्वी: उमेशउधर, नौकरी के मुद्दे को लेकर बिहार में सियासी घमासान मचा है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को कहा कि नौकरी के नाम पर झूठा श्रेय लेकर खुद अपनी पीठ थपथपा रहे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव।
बिहार की जनता इस बात से अवगत है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2020 में सात निश्चय पार्ट-2 के तहत 10 लाख नौकरी व 10 लाख रोजगार देने का वादा किया था।वर्ष 2025 तक सरकारी पदों पर नियुक्ति का आंकड़ा 12 लाख के करीब पहुंचने वाला है।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि तेजस्वी यादव के माता-पिता ने 15 वर्षों के अपने शासनकाल में एक भी ऐसा काम नहीं किया जो जनता के बीच जाकर गिनाने लायक हो।
यही वजह है कि विपक्ष के नेतागण नीतीश कुमार के कार्यों का झूठा श्रेय बटोरकर अपनी सियासत चमकाने में लग गए हैं। हर चुनाव में नकारे जाने के बाद भी वे लोग सबक नहीं लेते। झूठ की राजनीति से बाज नहीं आ रहे।
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चौंका देगी प्रशांत किशोर की चुनावी फीस, बताया रणनीति बनाने के लिए पार्टियों से कितने लेते थे पैसे
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। Prashant Kishor election fees जन सुराज पार्टी के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बीते दिनों अपनी चुनावी फीस के बारे में खुलासा किया। उन्होंने बताया कि वह राजनीतिक दलों या नेताओं को चुनावी रणनीति सेवाएं प्रदान करने के लिए करोड़ों में फीस लेते थे।
100 करोड़ लेते हैं फीसबेलागंज में उपचुनाव के चलते एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने दर्शकों से बात करते हुए कहा कि अक्सर उनसे उनके अभियानों के लिए धन के स्रोत के बारे में सवाल किए जाते हैं। लेकिन उन्हें क्या पता नहीं है मेरी चुनावी फीस क्या थी।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, प्रशांत किशोर ने आगे खुलासा करते हुए बताया कि वो 100 करोड़ रुपये से अधिक की फीस लेते हैं। प्रशांत किशोर ने यह खुलासा 31 अक्टूबर को आगामी बिहार उपचुनावों के लिए प्रचार करते समय किया।
'10 राज्यों में मेरी बनाई सरकार ही चल रही'पीके ने आगे कहा कि विभिन्न राज्यों में दस सरकारें मेरी रणनीतियों पर चल रही हैं, तो क्या आपको लगता है कि मेरे पास अपने अभियान के लिए टेंट और छतरियां लगाने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं होंगे? क्या आपको लगता है कि मैं इतना कमजोर हूं? बिहार में किसी ने भी मेरी तरह की फीस के बारे में नहीं सुना है।
प्रशांत किशोर ने कहा, "अगर मैं किसी को सिर्फ एक चुनाव में सलाह देता हूं, तो मेरी फीस 100 करोड़ रुपये या उससे भी ज्यादा है। अगले दो सालों तक मैं सिर्फ एक ऐसी चुनावी सलाह से अपने अभियान को फंड कर सकता हूं।"
बेलागंज के अलावा रामगढ़, इमामगंज और तरारी विधानसभा क्षेत्रों में भी उपचुनाव होंगे। ये सभी सीटें इस साल की शुरुआत में खाली हो गई थीं, जब संबंधित विधायकों ने लोकसभा के लिए चुने जाने पर इस्तीफा दे दिया था।
2 अक्टूबर को पार्टी की हुई लॉन्चिंगपीके ने 2 अक्टूबर को पटना में आधिकारिक तौर पर जन सुराज पार्टी को लॉन्च किया था। उन्होंने कहा कि पार्टी दो-तीन सालों से सक्रिय है और हाल ही में चुनाव आयोग ने भी मंजूरी दे दी है। पार्टी की योजना अक्टूबर-नवंबर 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों में सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ने की है।
किशोर ने राजनीति में महिलाओं को आगे लाने की बात कही है और 40 महिला उम्मीदवारों को शामिल किया है। पीके का कहना है कि जन सुराज का लक्ष्य राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को चुनौती देना है।
Bihar Weather Today: बिहार में कब से पड़ेगी कड़ाके की ठंड? आ गया ताजा अपडेट, पढ़ें कहां कैसा रहेगा मौसम
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों का मौसम शुष्क रहेगा। उत्तर पूर्व भागों के सुपौल, अररिया, किशनगंज व दक्षिण पूर्व भागों के भागलपुर, बांका, जमुई व मुंगेर के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है।
पांच दिनों के दौरान तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है। वर्तमान में न्यूनतम तापमान अपने सामान्य से चार-पांच डिग्री ऊपर चढ़ा हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने नवंबर के मौसम को लेकर पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया है कि इस दौरान अधिसंख्य भागों का अधिकतम व न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
30-40 फीसद वर्षा संभवऐसे में ठंड का प्रभाव थोड़ा कम रहेगा। जबकि, अधिसंख्य भागों में सामान्य व सामान्य से अधिक वर्षा के आसार हैं। इस दौरान 30-40 फीसद वर्षा संभव है। न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने के कारण ठंड का प्रभाव कम होगा। नवंबर अंत तक हवा का रुख बदलने की संभावना है। ऐसा होने पर ठंड में वृद्धि होगी।
हालांकि, सुबह के समय पटना सहित अधिसंख्य भागों में हल्की धुंध का प्रभाव बना रहेगा। शनिवार को पटना सहित आसपास का मौसम सामान्य रहा। सुबह के समय राजधानी में घने कोहरे का प्रभाव रहा। सुबह साढ़े पांच बजे 14 सौ मीटर दृश्यता दर्ज की गई। दिन निकलने के बाद मौसम शुष्क बना रहा।
राजधानी का अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस के साथ 22.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 33.2 डिग्री सेल्यियस के साथ गया में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।
बीते 24 घंटों के दौरान किशनगंज जिले के ठाकुरगंज में 19.4 मिमी, कटिहार के मानसी में 8.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई। पटना सहित शेष जिलों का मौसम सामान्य बना रहा।
अक्टूबर में तापमान की स्थिति- दो अक्टूबर को मधुबनी में 37.2 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान।
- 22 अक्टूबर को डेहरी में सर्वाधिक न्यूनतम तापमान 19.0 डिग्री सेल्सियस।
- 24 अक्टूबर को रूपौली में 101.0 मिमी दर्ज हुई थी वर्षा।
- 30 अक्टूबर को पटना का 33.9 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान।
- 26 अक्टूबर को पटना में 22.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान।
उधर, भागलपुर में धीरे- धीरे मौसम बदल रहा है। सुबह के समय धूंध दिखाई देने लगी है। हल्की पछुआ हवा ठंड का एहसास कराने लगी है। आने वाले दिनों में भी ऐसा ही मौसम रहने का अनुमान है। अधिकतम तापमान में एक दिन में चार डिग्री की गिरावट आई है।
हालांकि, न्यूनतम तापमान स्थिर है। इसलिए दिन में भी मौसम सामान्य रहा। बिहार कृषि विश्वविद्यालय की मौसम विज्ञानी डा. नेहा पारीक ने बताया कि मौसम में हल्का बदलाव दिखेगा। धीरे - धीरे ठंड की ओर मौसम अग्रसर होगा। तापमान स्थिर रहेगा।
शनिवार को अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस, न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। 84 प्रतिशत आद्रता के साथ तीन किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पछुआ हवा चल रही है। फिलहाल ऐसा ही मौसम बना रहेगा।
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Bihar Crime: पटना में पुलिस बैरक में ASI की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, सिर में लगी थी गोली
जागरण संवाददाता, पटना। गांधी मैदान थानांतर्गत गोलघर के सामने एकता भवन स्थित पुलिस बैरक में शनिवार की सुबह सहायक अवर निरीक्षक (एएसआई) अजीत कुमार सिंह (40) की संदिग्ध परिस्थितियों में सिर में गोली लगने से मौत हो गई।
वे मूलरूप से भोजपुर जिले के तरारी थानांतर्गत बड़कागांव के निवासी थे। वर्तमान में पटना पुलिस लाइन में स्कार्ट ड्यूटी कर रहे थे। वारदात की सूचना पर सिटी एसपी (मध्य) स्वीटी सहरावत दलबल के साथ मौके पर पहुंचीं।
घटनास्थल से सरकारी पिस्टल और खोखा बरामद किया गया। पिस्टल की नली में एक गोली फंसी थी, जबकि मैग्जीन से भी आधा दर्जन कारतूस जब्त किए गए। यह पिस्टल उसी बैरक में रहने वाले एक एसटीएफ के जवान के नाम से जारी थी।
स्वजन ने दर्ज कराई हत्या की प्राथमिकी- एसपी ने बताया कि साक्ष्य आत्महत्या की ओर इशारा कर रहे हैं। हालांकि, स्वजन ने कुछ लोगों पर संदेह जताते हुए हत्या की प्राथमिकी कराई है। पुलिस सभी संभावित बिंदुओं पर छानबीन कर रही है। पोस्टमार्टम कराने के बाद शव स्वजन को सौंप दिया गया।
- अजीत को पुलिस लाइन में भी आखिरी विदाई दी गई। फायरिंग की आवाज से सकते में आ गए पुलिसकर्मी एकता भवन (पुराना एसटीएफ मुख्यालय) के निचले तल पर यातायात कार्यालय है। पुलिस लाइन में पुरानी बैरक को ध्वस्त किए जाने के बाद पुलिसकर्मी यहां रहते हैं।
अजीत के बैरक में 30-35 पुलिसकर्मी थे। सुबह में लगभग पौने पांच बजे फायरिंग की आवाज सुनाई दी, जिसके बाद पुलिसकर्मी सकते में आ गए। उन्होंने उठ कर देखा तो सामने कोई नहीं था। तभी उनकी नजर अजीत की चौकी के बगल में पड़ी।
वहां अजीत पलथी मारे औंधे मुंह पड़े थे। सिर से काफी खून बह रहा था। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने गांधी मैदान थाने को सूचना दी। साथी पुलिसकर्मी अजीत की मौत को आत्महत्या बता रहे हैं। हालांकि, अब तक खुदकुशी का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
मौके से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। मजबूत इरादे का था मेरा बेटा, नहीं कर सकता खुदकुशी अजीत के पिता पिता विनोद सिंह ने कहा कि मेरा बेटा मजबूत इरादे का सुलझा हुआ व्यक्ति था। वह आत्महत्या नहीं कर सकता। उसकी हत्या की गई है।
उन्होंने बताया कि किसी व्यक्ति से अजीत का न तो विवाद चल रहा था और न ही किसी प्रकार का पारिवारिक कलह था, जिससे विवश होकर वह आत्मघाती कदम उठा सके। तीन दिनों पहले बेटे से बात की थी। बातचीत का लहजा भी सामान्य था।
इस दौरान भी ऐसा महसूस नहीं हुआ कि उनके मन में किसी बात को लेकर उधेड़बुन चल रही हो। उन्होंने स्वजन को बताया था कि त्योहार के कारण छुट्टियां रद हैं। वे दिवाली पर घर नहीं आ सकते, मगर छठ में आने की कोशिश करेंगे।
चार भाइयों में दूसरे स्थान पर थे अजीतभाई मुन्ना सिंह ने बताया कि अजीत मिलनसार स्वभाव के थे। गांव आने पर भी वे नाते-रिश्तेदारों और दोस्तों से गर्मजोशी के साथ मिलते थे। बिहार पुलिस में 2007 में उनकी नियुक्ति हुई थी। भभुआ जिले में पदस्थापन के दौरान पीटीसी की और चार महीने पूर्व एएसआई में प्रोन्नत होने के बाद पटना जिला बल में स्थानांतरित किए गए थे।
वे चार भाइयों में दूसरे स्थान पर थे। उनके बड़े भाई सेना से सेवानिवृत्त हैं, जबकि मंझले निजी कंपनी में कार्यरत हैं। छोटे भाई रेलवे में लोको पायलट हैं। पिता गांव पर ही किसानी करते हैं। उनकी पत्नी शोभा देवी और 15 वर्षीय बेटी एवं 13 वर्षीय बेटा भी गांव पर ही रहते हैं।
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NEET PG: नीट पीजी का नामांकन कार्यक्रम जारी, 17 नवंबर तक होगा पहले चरण की काउंसिलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन; पढ़ें डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। मेडिकल काउंसिलिंग कमेटी (एमसीसी) ने नीट पीजी काउंसिलिंग-2024 का कार्यक्रम वेबसाइट mcc.nic.in पर जारी कर दिया है। पहले चरण की काउंसिलिंग के रजिस्ट्रेशन 17 नवंबर तक स्वीकार किए जाएंगे। सीट आवंटन परिणाम 20 नवंबर को घोषित किया जायेगा।
एमडी, एमएस, पीजी डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए काउंसिलिंग में देरी हुई है। पीजी मेडिकल कोर्स के लिए कक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होंगी। विकल्प के लिए विंडो आठ नवंबर को सक्रिय हो जाएगा।
इसके माध्यम से देश के सरकारी, निजी और डीम्ड मेडिकल कालेजों में एमडी, एमएस, डीएनबी और पीजी डिप्लोमा कार्यक्रमों में अखिल भारतीय कोटा (एआइक्यू) की सीटों नामांकन होगा।
दूसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व भुगतान चार से नौ दिसंबर तक, विकल्प पांच से नौ दिसंबर तथा नामांकन 13 से 20 दिसंबर तक होगा। तीसरे चरण के लिए रजिस्ट्रेशन व शुल्क भुगतान 26 दिसंबर से एक जनवरी तक स्वीकार किए जाएंगे।
नीट पीजी के लिए काउंसलिंग शुरूउधर, देहरादून में नीट-पीजी काउंसलिंग का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (एमसीसी) ने काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर दिया है, जो चार चरण में होगी। प्रथम चरण के लिए रजिस्ट्रेशन विंडो 17 नवंबर को बंद हो जाएगी। पीजी कोर्स के लिए कक्षाएं 20 दिसंबर से शुरू होंगी।
दरअसल, नीट-पीजी में शामिल 19 अभ्यर्थियों ने परीक्षा परिणाम पर सवाल उठाते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। याचिका में रिजल्ट की गड़बड़ियां और एग्जाम पैटर्न में अंतिम समय में किए गए बदलाव को लेकर सवाल उठाए गए। यह मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। जिस कारण काउंसलिंग में विलंब हुआ।
अभ्यर्थी काफी समय से काउंसलिंग शुरू होने का इंतजार कर रहे थे। लंबे इंतजार के बाद अब एमसीसी ने काउंसलिंग का कार्यक्रम जारी कर दिया है।
बता दें कि एमसीसी देशभर के सरकारी व निजी मेडिकल कालेजों की 50 प्रतिशत अखिल भारतीय कोटा की सीटों पर प्रवेश के लिए आयोजित करता है। साथ ही डीम्ड व केंद्रीय विवि की 100 प्रतिशत सीटों पर भी दाखिला इसी काउंसलिंग के माध्यम से होता है।
जरूरी सूचना- राउंड-1 पंजीकरण और शुल्क भुगतान
- 17 नवंबर 2024 तक विकल्प भरना और लाक करना
- आठ से 17 नवंबर सीट आवंटन
- 20 नवंबर दाखिले की अंतिम तिथि
- 21 से 27 नवंबर तक राउंड-2 पंजीकरण और शुल्क भुगतान
- चार से नौ दिसंबर विकल्प भरना व लाक करना
- पांच से नौ दिसंबर सीट आवंटन
- 12 दिसंबर दाखिले की अंतिम तिथि
- 13 से 20 दिसंबर तक राउंड
- 3 पंजीकरण और शुल्क भुगतान
- 26 दिसंबर से एक जनवरी विकल्प भरना और लाक करना
- 27 दिसंबर से एक जनवरी सीट आवंटन
- चार जनवरी दाखिले की अंतिम तिथि
- छह से 13 जनवरी स्ट्रे वेकेंसी राउंड पंजीकरण और शुल्क भुगतान
- 18 से 21 जनवरी विकल्प भरना
- 18 से 21 जनवरी (11.55 बजे तक) विकल्प लाक करना
- 21 जनवरी (शाम चार बजे से) सीट आवंटन-24 जनवरी दाखिले की अंतिम तिथि-25 से 30 जनवरी
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जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने डीएलएड संस्थानों में नामांकित प्रथम वर्ष के अभ्यर्थी जिन्होंने निर्धारित शुल्क जमा नहीं किया उन्हें अंतिम अवसर प्रदान किया है।
अभ्यर्थियों को दो नवंबर तक राशि जमा कर देनी है, नहीं तो उनका नामांकन व आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। संस्थान द्वारा कार्य अपडेशन के लिए निर्धारित तिथि चार नवंबर है।
परीक्षा समिति ने कहा है कि सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों के लिए जारी की गई तीन चयन सूची आलोक में अथवा सरकारी संस्थानों की स्पाट नामांकन प्रक्रिया के तहत किसी भी संस्थान में नामांकित कोई भी अभ्यर्थी गैर-सरकारी संस्थानों की स्पाट नामांकन की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए पात्र नहीं है।
डीएलएड कोर्स संचालित सभी संस्थानों में स्वीकृत सीट के 50 प्रतिशत स्थान विज्ञान एवं 50 प्रतिशत स्थान कला व वाणिज्य के अभ्यर्थियों के लिए आरक्षित रहने के प्रावधान को स्पाट नामांकन के लिए शिथिल कर दिया गया है।
चार नवंबर को जारी होगी खाली सीटों की सूचीपरीक्षा समिति द्वारा डीएलएड में स्पाट नामांकन के लिए चार नवंबर को खाली सीटों की सूची जारी की जाएगी। ईआरसी एनसीटीई से मान्यता प्राप्त व बिहार बोर्ड से संबद्धता प्राप्त राज्य के डीएलएड कोर्स संचालित सभी गैर सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों में डीएलएड प्रशिक्षण सत्र 2024-26 में रिक्त सीटों के लिए स्पाट नामांकन छह से 12 नवंबर के बीच आनलाइन आवेदन लिया जाएगा।
रिक्त सीटों का विवरण समिति के पोर्टल पर पांच नवंबर से उपलब्ध रहेगा। उसी के आधार पर छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकते हैं। 13 नवंबर को मेधा क्रम में संस्थान द्वारा औपबंधिक सूची प्रकाशित की जाएगी। 14 -15 नवंबर को औपबंधिक सूची पर अभ्यर्थियों से आपत्ति प्राप्त किया जाएगा।
16 नवंबर को उसका निराकरण किया जाएगा। प्राप्त आपत्तियों के निराकरण के बाद अंतिम मेधा सूची 18 नवंबर को प्राप्त होगा। 18 से 20 नवंबर तक सूची के आधार पर नामांकन लिया जाएगा। 21 व 22 को प्रतीक्षा सूची के अभ्यर्थी का मेधा क्रमानुसार नामांकन लिया जाएगा। 23 नवंबर तक पोर्टल पर नामांकन को अद्यतन करना है।
नो फाउंड वाले सक्षमता पास शिक्षकों का आवेदन लेना शुरूसक्षमता परीक्षा पास (प्रथम) के वैसे शिक्षक अभ्यर्थी काउंसलिंग के दौरान जिनका आवेदन नो फाउंड में चला गया था उनकी काउंसलिंग फिर से होगी। जिला शिक्षा कार्यालय ने विभिन्न कारणों से नो फाउंड में चले गए शिक्षक अभ्यर्थियों का आवेदन लेना शुरू कर दिया है। आवेदन की अंतिम तारीख चार नवंबर है।
आवेदन के आधार पर बिहार बोर्ड के पोर्टल के माध्यम से मूल कागजातों की जांच की जाएगी। जिला कार्यक्रम पदाधिकारी राजकमल ने बताया कि बिहार बोर्ड के पोर्टल पर मूल कागजात अपलोड करने की अंतिम तारीख नौ नवंबर है। पोर्टल पर सभी मूल कागजात सही पाया गया तो फिर से काउंसलिंग के लिए कैंप लगाया जाएगा।
काउंसलिंग की तिथि विभाग स्तर पर जारी की जाएगी। उन्होंने बताया कि सक्षमता पास (प्रथम) के शिक्षक अभ्यर्थियों की काउंसलिंग सितंबर माह में आयोजित हुई थी। जिसमें जिले के छह सौ शिक्षक अभ्यर्थियों का आवेदन विभिन्न कारणों से नो फाउंड में चला गया था।
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Jeevan Praman Patra: दूरदराज रहने वालों और वरिष्ठ नागरिकों का घर बैठे बनेगा जीवन प्रमाण पत्र, पढ़ लें पूरी प्रक्रिया
जागरण संवाददाता, पटना। पेंशनभोगियों को जीवन प्रमाण पत्र बनवाने का अभियान आरंभ हो चुका है। 30 नवंबर तक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र अभियान 3.0 की शुरूआत की गई है।
इसके लिए इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक ने डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र अभियान 3.0 के लिए पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्यााण विभाग के साथ समझौता किया है। इसके माध्यम से पेंशनभोगियों का चेहरा प्रमाणीकरण के साथ बायोमीट्रिक प्रमाणिकरण की प्रक्रिया होगी।
दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले सभी पेंशनभोगियों के साथ-साथ वरिष्ठ नागरिक पेंशनभोगियों को उनके घर पर ही यह सुविधा प्रदान करनी है। इसके तहत डाकघर में आने वाले पेंशनभोगियों को यह सेवा निशुल्क दी जाएगी, जबकि घर पर ही बुलाकर बनवाने पर 70 रुपये देने होंगे।
डाक विभाग के बिहार परिमंडल मुख्य डाक महाध्यक्ष अनिल कुमार ने कहा कि इस समझौते से पेंशनभोगियों को काफी लाभ प्राप्त होगा। इस संबंध में सभी मंडलीय अध्यक्षों को निर्देशित किया गया है।
उन्होंने कहा कि इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आइपीपीबी) ने पेंशन और पेंशनभोगी कल्याण विभाग और सभी केंद्रीय, राज्य और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन के पेंशनभोगियों के लिए जीवन प्रमाण बनवाने के लिए 2020 में डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र की डोरस्टेप सेवा शुरू की थी।
ऑनलाइन भी देख सकेंगे प्रमाण पत्रपेंशनभोगी को केवल नजदीकी डाकघर या नजदीकी डाकघर के डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक से संपर्क करने है। इसके बाद उन्हें घर पर ही जाकर डोरस्टेप सेवा प्रदान कर उनका डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र बनाने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
इसके लिए डाकिया या ग्रामीण डाक सेवक की ओर से प्रमाण पत्र के लिए अधिकतम 70 रुपये लिया जाएगा। इस सेवा के लिए पेंशनभोगी द्वारा केवल आधार संख्या और पेंशन का विवरण देना होगा।
प्रमाणपत्र बनाने की प्रक्रिया पूरी होने पर, पेंशनभोगी को उसके मोबाइल नंबर पर पुष्टिकरण एसएमएस प्राप्त होगा और प्रमाणपत्र को जिस दिन प्रक्रिया होगी उसके एक दिन के बाद https://jeevanpramaan.gov.in/ppouser/login पर आनलाइन देखा जा सकता है।
आधा दर्जन से अधिक योजनाओं को पूरा करने का लक्ष्यउधर, पथ निर्माण विभाग ने तय किया है कि अगले वर्ष तक पथ निर्माण विभाग की आधा दर्जन से अधिक सड़क व पुल परियोजनाओं का काम पूरा कर लिया जाएगा। उप मुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री ने शुक्रवार को पथ निर्माण विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा बैठक में यह बात सामने आई।
बैठक में लक्ष्य तय किया गया कि जनवरी 2025 तक गंगा पथ के शेष कार्य, अशोक राजपथ में निर्माणधीन डबल डेकर पुल व मीठापुर- महुली परियोजना के अंतर्गत भूपतिपुर से महुली पथांश का काम पूरा कर लिया जाए।
इसके अलावा ताजपुर-बख्तियारपुर पुल के चकलालशाही से बख्तियारपपर तक के पथांश को मार्च 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया। अगले वर्ष तक पथ निर्माण विभाग के वैसे राज्य पथ जिनकी चौड़ाई 3.75 मीटर है,को डबल लेन में विकसित करने की योजना है।
इसके लिए बजट में अतिरिक्त राशि की आवश्यकता होगी। वर्तमान में करीब 360 किमी सड़क राज्य उच्च पथ व एमडीआर श्रेणी की हैं, का चौड़ीकरण कराया जा रहा। इस वित्तीय वर्ष में 90 परियोजनाओं को पूरा कर लिया गया है।
समीक्षा बैठक में यह बताया गया कि पथ निर्माण विभाग के इस वर्ष के बजट की राशि 52.24 प्रतिशत राशि खर्च हो चुकी है। वर्तमान वित्तीय वर्ष में अक्टूबर माह तक बारिश के बावजूद 3295 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। यह वार्षिक योजना 4194.6 करोड़ का 78.55 प्रतिशत है।
वहीं, संशोधित योजना राशि 6292.16 करोड़ का यह 52.24 प्रतिशत है। उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी परियोजनाओं की कार्य गति को बढ़ाया जाए।
समीक्षा बैठक में पथ निर्माण विभाग के अपर मु्ख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह, सचिव संदीप कुमार आर पुडलकट्टी, बी कार्तिकेय धनजी, विशेष सचिव शीर्षत कपिल अशोक तथा अपर सचिव शैलजा शर्मा सहित विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे।
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Patna News: चिंगारी से पटना सिटी में 8 जगहों पर लगी भीषण आग, धू-धूकर जला लाखों का सामान
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। जिला प्रशासन की सख्ती और तमाम आदेश- निर्देश के बावजूद दीपावली में जमकर आतिशबाजी हुई। करोड़ों रुपये के पटाखों से आसमान पट गया। हर तरफ से बारूद की महक उठ रही थी। काले धुएं के बीच दम्मा के मरीज, वृद्ध व बच्चे खांसते दिखे।
एक तरफ त्योहार की खुशियां खिलखिला रही थी तो दूसरी ओर पटाखों की चिंगारी से कोई तबाह हो रहा था। पटना सिटी अनुमंडल के चार थाना क्षेत्रों में आठ जगहों पर लगी आग में लगभग 70 लाख रुपये से अधिक का नुकसान हुआ।
अग्निशमन की टीम फायर आफिसर गयानंद सिंह के नेतृत्व में दीपावली की रात से लेकर शुक्रवार की सुबह तक आग बुझाने के लिए यहां से वहां तक दौड़ती-भागती रही। छोटे-बड़े 20 दमकल की मदद से आग बुझाई गई। सुकून इस बात का रहा कि कई जगहों पर लगी भीषण से केवल सामान जलकर राख हुआ।
हरि मंदिर गली स्थित खिलौना दुकान की आग बुझाते फायर कर्मी व सहयोग करते नागरिक
किसी व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। आग लगने से हुई इन घटनाओं से नुकसान को कम करने की कोशिश के दौरान समाज के सभी धर्म व समाज के लोगों की एकजुटता देखने को मिली। जिसे जितना और जैसे मौका मिला सभी ने आग पर छत, दीवार, बालकोनी से पानी डाल कर बुझाने में सहयोग किया।
यहां हुई घटना- घटना 1 : चौक थाना अंतर्गत हरि मंदिर गली में गुरुवार की शाम एक खिलौना दुकान में आग लग गई। देखते ही देखते साबरा खातून की दुकान में रखे हजारों रुपये के खिलौने राख हो गए। खाली पड़े पुराने मकान में यह दुकान थी। अग्निशमन बुलेट के पाइप को मोटर से जोड़कर आग बुझायी गयी। इसमें स्थानीय नागरिकों ने भरपूर सहयोग किया।
- घटना 2 : आलमगंज थाना क्षेत्र के मठ लक्ष्मणपुर कोयरी टोला देवी स्थान के समीप गुरुवार की रात करीब बारह बजे दो फर्नीचर और एक अलीमारा कारखाना व गोदाम में आग लग गयी। फर्नीचर धू धू कर जल गया। फायर आफिसर ने बताया कि यह तीनों कारखाना मोहम्मद नासिर, मोहम्मद एकराम और शमीम अंसारी का था। आतिशबाजी के दौरान चिंगारी गिरने से कारखाना में आग लग गई।
- घटना 3 : सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के दरगाह रोड में नीम तल पीली कोठी के समीप गुरुवार की रात लगभग 12:40 बजे सोफा के दो कारखानों में पटाखों की चिंगारी से आग लग गई। तैयार व निर्माणाधीन दर्जनों सोफा व अन्य सामान जल गया। आसपास के लोगों ने टंकी व मोटर से आग पर लगातार पानी डाला । काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
- घटना 4 : खाजेकलां थाना क्षेत्र 'के मच्छरहट्टा स्थित सजावट की एक दुकान में गुरुवार की रात करीब ग्यारह बजे आग लग गई। मौके पर पहुंचे फायर आफिसर गयानंद सिंह ने बताया कि मुकेश कुमार की दुकान का सामान जल गया। आग लगने की वजह पटाखे की चिंगारी थी। दो बड़े और एक छोटे दमकल से यहां की आग बुझाई गई।
- घटना 5 : सुल्तानगंज थाना अन्तर्गत साहेब कालोनी स्थित एक मकान की छह पर रखी सेंट्रिंग की लकड़ी में आग लग गयी। फायर आफिसर ने बताया कि मोहम्मद मोईनुल की छत पर सेंट्रिग की सारी लकड़ियां जल गयी। यह आग पटाखे की चिंगारी से लगी थी। घर तक पहुंचने का रास्ता संकीर्ण होने के कारण अग्निशमन बुलेट की मदद से आग बुझाई गई।
- घटना 6 : सुलतानगंज थाना क्षेत्र के अंबेडकर कालोनी के समीप जमा कर रखे गए कबाड़ी में गुरुवार की रात करीब ग्यारह बजे आग लग गई। स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया। एक छोटे दमकल की मदद से आग बुझायी गयी। यह आग भी पटाखे की चिंगारी से लगने की बात अग्निशमन कर्मियों ने कही।
- घटना 7 : खाजेकलां के मौरी गली स्थित एक मकान के प्रथम मंजिल पर कपड़ा, रूई एवं मौरी बनाने वाली सामग्री के गोदाम में शुक्रवार की शाम आग लग गई। अग्निशमन बुलेट की मदद से आग को रोका गया।
- घटना 8 : खाजेकलां थाना के चोआ लाल लेन स्थित एक कबाड़ी दुकान में शुक्रवार की शाम आग लग गई। फायर आफिसर गयानंद सिंह ने बताया कि तीन दमकल से आठ पाइप जोड़ कर पानी पहुंचाया गया।
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BPSC Teacher Cut Off: प्रधान शिक्षक के लिए EWS से अधिक रहा SC का कटऑफ, यहां पढ़ें डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के प्रधान शिक्षक के परिणाम में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) का कटऑफ अनुसूचित जाति (एससी) के कम है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के पुरुष और महिला अभ्यर्थियों का कटऑफ 48 अंक है।
अनुसूचित जाति पुरुष और महिला का कटऑफ क्रमश: 49 व 48 अंक है। ईडब्ल्यूएस पुरुष व महिला अभ्यर्थियों के लिए पार्ट टू का कटऑफ अंक 20 व 17 है।
वहीं, एससी के पुरुष व महिला के लिए यह 24 व 18 अंक है। पिछड़े वर्ग की महिला और अनुसूचित जनजाति के पुरुष व महिला अभ्यर्थियों का कटऑफ ईडब्लयूएस के समान ही है। सामान्य श्रेणी के पुरुष व महिला का कटऑफ क्रमश: 67 व 59 अंक है।
अत्यंत पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) पुरुष व महिला का कटऑफ क्रमश: 59 व 49 तथा पिछड़ा वर्ग (बीसी) पुरुष व महिला अभ्यर्थियों का 61 और 52 अंक है। दिव्यांग और स्वतंत्रता सेनानी के स्वजन का कटऑफ भी 48 या उससे अधिक है।
आयोग के अनुसार बिहार प्रारंभिक विद्यालय प्रधान शिक्षक नियमावली, 2024 के आधार पर अभ्यर्थियों के योग्यता से संबंधित दावे का सत्यता की जांच प्रशासी विभाग द्वारा अपने स्तर पर करने के बाद नियुक्ति की कार्यवाही की जाएगी। ततवा-तांती अभ्यर्थियों का परिणाम अत्यंत पिछड़ा वर्ग में किया गया है।
प्रधानाध्यापक के लिए ईडब्ल्यूएस से ज्यादा व बीसी महिला का कटऑफ- उच्च माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाध्यापक के पदों के लिए जारी परिणाम में सामान्य श्रेणी पुरुष व महिला अभ्यर्थियों का कटऑफ क्रमश: 85 और 74 अंक है।
- ईडब्ल्यूएस और पिछड़ा वर्ग पुरुष का कटऑफ एक समान 79 अंक है। जबकि ईडब्ल्यूएस महिला से अधिक बीसी महिला का रहा है।
- बीसी महिला का कटऑफ 67 तो ईडब्ल्यूएस महिला का 63 अंक है। एससी पुरुष व महिला का क्रमश: 59 व 48 अंक है।
- एसटी में दोनों वर्ग का 48 तथा पिछले वर्ग की महिला का 67 अंक है। ईबीसी पुरुष व महिला क्रमश: 74 व 57 और बीसी पुरुष व महिला का 79 व 67 अंक है।
आयोग के अनुसार ईडब्ल्यूएस, बीसी, ईबीसी, एससी-एसटी, बीसीएल आदि के लिए पूर्व से सीटें निर्धारित होती हैं। इसमें से किसी भी आरक्षित श्रेणी में किसी दूसरी श्रेणी के अभ्यर्थियों को शामिल नहीं किया जाता है। जब किसी श्रेणी में अभ्यर्थियों की संख्या कम हो जाती है तो उनका कटऑफ भी नीचे चला जाता है।
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Air Pollution in Bihar: दीवाली की रात सबसे ज्यादा हाजीपुर में खराब हुई हवा, 340 पहुंचा AQI; कारण पटाखा नहीं कुछ और
जागरण संवाददाता, पटना। दीवाली की रात राजधानी की हवा पिछले वर्ष की तुलना में कुछ कम प्रदूषित हुई। इससे राजधानीवासियों को बड़ी राहत मिली, लेकिन पटाखों की तेज आवाज ने परेशानी बढ़ा दी।
शांत क्षेत्र में भी काफी शोर हुआ है। राजधानी में कुछ जगहों पर पीएम टू की मात्रा सामान्य से अधिक दर्ज की गई। हालांकि, राजधानी में कहीं भी वायु प्रदूषण की स्थिति खतरनाक स्तर तक नहीं पहुंची और पिछले वर्ष की तुलना में कम वायु प्रदूषण हुआ।
पिछले वर्ष दीवाली की रात राजधानी में एक्यूआई 333 था, इस बार 230 एक्यूआई रिकॉर्ड किया गया। यानी पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 103 एक्यूआई कम है। यह स्थिति राजधानीवासियों के लिए काफी राहत देने वाली है।
प्रशासन की कड़ाई एवं लोगों की जागरूकता से वायु प्रदूषण में आई कमीबिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉ. डीके शुक्ला ने कहा कि इस वर्ष प्रशासन की कड़ाई एवं लोगों की जागरूकता से वायु प्रदूषण में कमी आई। प्रशासन की ओर से वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कई स्तर पर काम किया गया। सड़कों पर निरंतर पानी का छिड़काव होने से उसका असर देखा गया।
इसके अलावा स्कूल-कालेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाने का भी प्रभाव इस वर्ष देखा गया। दैनिक जागरण भी लोगों को पटाखे को लेकर जागरूक करता रहा कि इसका कितना अधिक कुप्रभाव होता है।
तेज हवा ने भी दी लोगों को राहतविशेषज्ञों का कहना है कि इस वर्ष दीवाली की रात हवा की गति 5 से 7 किलोमीटर प्रति घंटा रहने के कारण लोगों को थोड़ी राहत मिली। हवा तेज होने के कारण राजधानी के आकाश में प्रदूषण का लेयर नहीं बन सका।
तेज हवा के कारण धुआं बिखर जा रहा था। यह सिलसिला पूरी रात जारी रही। साथ ही वातावरण में आजकल नमी कम होने के कारण धूलकण का बिखराव हो जा रहा है।
हाजीपुर में हाइवे निर्माण के कारण एक्यूआई 340 पर पहुंचीदीवाली की रात वायु प्रदूषण की मात्रा राज्य में सबसे ज्यादा हाजीपुर में रिकॉर्ड की गई। वहां पर 340 एक्यूआई रिकॉर्ड की गई। बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के अध्यक्ष डॉ. डी.के.शुक्ला का कहना है कि हाजीपुर में हो रहे वायु प्रदूषण का मुख्य कारण पटाखा नहीं है।
प्रदूषण से दीवाली को कोई लेना देना नहीं है। वर्तमान में वहां पर हाइवे का निर्माण किया जा रहा है, जिससे वायु प्रदूषण हो रहा है। उस पर भी नियंत्रण के लिए निर्माण एजेंसी को बोला गया है, अगर निर्माण एजेंसी समुचित कार्रवाई नहीं करती तो उसके खिलाफ बोर्ड कार्रवाई करेगा।
सामान्य दिनों की तुलना में दीवाली की रात वायु प्रदूषण में वृद्धिसामान्य दिनों की तुलना में दीवाली की रात राजधानी के वातावरण में वायु प्रदूषण में वृद्धि दर्ज की गई। राजधानी में चार जगहों पर वायु प्रदूषण का डाटा संग्रह किया गया। सभी जगहों पर सामान्य दिनों की तुलना में दीवाली की रात वायु प्रदूषण में वृद्धि हुई। खासकर पीएम-10 में काफी बढ़ा था।
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण पर्षद कार्यालय में दीवाली के एक दिन पहले एक्यूआई 54 रिकार्ड किया गया, वहीं दीवाली की रात यहां पर 188 पहुंच गया।
वहीं बेल्ट्रान भवन के पास दीवाली से एक रात पहले पीएम-10 की मात्रा 64 था, जो दीवाली की रात बढ़कर 110 हो गया।
बोरिंग रोड चौराहा के पास दीवाली से पहले वायु प्रदूषण की मात्र 49 एक्यूआई थी, जो दीवाली की रात बढ़कर 172 हो गई। वहीं अशोकराज पथ दीवाली से पहले 97 एक्यूआई था, जो दीवाली की रात बढ़कर 186 एक्यूआई हो गया।
पिछले वर्ष की तुलना में वायु प्रदूषण की स्थिति (एक्यूआई में) वर्ष दीवाली के पूर्व की स्थिति दीवाली की रात की स्थिति 2023 326 बहुत खराब 333 बहुत खराब 2024 185 मध्यम 230 खराब शांत क्षेत्र में हुआ शोरराजधानी में बेल्ट्रान के पास ध्वनि प्रदूषण सर्वाधिक रिकॉर्ड किया गया। वहां पर वायु प्रदूषण रात्र 10 से 11 बजे के बीच 70.7 डेसीबल रिकार्ड किया गया।
बेल्ट्रान का इलाका शांत क्षेत्र में आता है लेकिन वहां पर ध्वनि प्रदूषण इतना ज्यादा होना बेहद खतरनाक माना जाता है। वहीं शाम को यहां पर 56 एवं देररात 69.6 डेसीबल ध्वनि की मात्रा रिकॉर्ड किया गया।
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