Feed aggregator

आज होली पर बरसेंगे बादल! दिल्ली-यूपी में बारिश का अलर्ट; कश्मीर में बर्फबारी से जीवन अस्त-व्यस्त

Dainik Jagran - National - March 14, 2025 - 7:06am

डिजिटल, डेस्क, नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के कई जिलों और राजधानी दिल्ली एनसीआर में गुरुवार शाम को मौसम का मिजाज अचानक बदल गया और हल्की बारिश हुई। बारिश होने के बाद तेज हवा चलने लगी जिसके बाद ठंडा मौसम हो गया। बारिश के साथ ओले पड़ने पर मौसम सुहावना हो गया। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिली।

दिल्ली एनसीआर में छाए रहेंगे बादल

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को अधिकतम तापमान 34.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार को हल्की बारिश या बूंदाबांदी के साथ आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहने का अनुमान है। इससे होली के दिन लोगों को हल्की बारिश का सामना करना पड़ सकता है।

राजस्थान के कई राज्यों में हो सकती है बारिश

मौसम विभाग के अनुसार आज भी कई इलाकों में बादल छाये रहे, वहीं आज दिल्ली, यूपी, बिहार, राजस्थान समेत कुछ राज्यों में बारिश की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही राजस्थान के जयपुर और बीकानेर में तेज बारिश होने की संभावना है।

कश्मीर में बर्फबारी-बारिश से ठंड का प्रकोप, भूस्खलन, स्कूल बंद

पिछले तीन दिन से कश्मीर के उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी और मैदानों में बारिश जारी रहने से सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त है। दर्जनों संपर्क मार्ग बंद हो गए हैं। अनंतनाग के पहलगाम में भूस्खलन होने से तीन लोग घायल हो गए। गुरेज में भारी बर्फबारी होने व हिमस्खलन के खतरे के कारण प्रशासन ने 15 मार्च तक स्कूल बंद करने का आदेश जारी किया है। प्रदेश में गुलमर्ग सबसे ठंडा स्थान रहा।

बर्फबारी व बारिश की संभावना जताई

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान कश्मीर में अधिकांश इलाकों में बर्फबारी व बारिश की संभावना जताई है। यात्रियों, पर्यटकों और ट्रांसपोर्टरों को यात्रा से पूर्व सलाह लेने को कहा गया है। ऊधर, जम्मू संभाग में अधिकतम तापमान में भी उछाल आने से गर्मी का अहसास होने लगा है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते सोमवार से कश्मीर का मौसम बदला हुआ है।

गुलमर्ग में भी तड़के बर्फबारी शुरू हुई

गुरुवार को भी घाटी के उच्च पर्वतीय इलाकों साधना टाप, गुरेज,राजदान टाप, सोनमर्ग,यूसमर्ग, टंगडार तथा अन्य उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी हुई। श्रीनगर में भी बुधवार मध्य रात्रि बारिश शुरू हुई जो अभी भी रुक-रुक जारी है। गुलमर्ग में भी तड़के बर्फबारी शुरू हुई जो रुक रुक कर जारी रही।

पहाड़ियों पर भारी बर्फबारी की सूचना

गुलमर्ग के ऊपरी हिस्सों अफरवट, सनशाइन पीक, बूटापथरी व अन्य पहाड़ियों पर भारी बर्फबारी की सूचना है। गुरेज में भी बर्फबारी हुई। यहां पहले से बर्फबारी होने से क्षेत्र दो से ढा़ई फीट बर्फ की चादर से ढका हुआ है। गुरेज के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) मुख्तार अहमद अहंगर ने सभी शैक्षणिक संस्थान 13 से 15 मार्च तक बंद करने का एलान किया है।

Categories: Hindi News, National News

भारत के खिलाफ ट्रंप का टैरिफ बनेगा अमेरिकियों के लिए गले की फांस, महंगी हो सकती हैं दवाएं

Dainik Jagran - National - March 14, 2025 - 7:06am

 जेएनएन, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगले महीने से भारतीय वस्तुओं पर पारस्परिक कर (रेसिप्रोकल टैरिफ) लगाने की बात कही है। इस घोषणा के मद्देनजर माना जा रहा है कि भारत के खिलाफ ट्रंप का टैरिफ अमेरिकियों के लिए गले की फांस बन सकता है क्योंकि अमेरिका में दवाओं की कीमतें बढ़ सकती हैं। लाखों अमेरिकियों को अपनी दवा के लिए अधिक रकम चुकानी पड़ सकती है।

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने अधिकारियों के साथ चर्चा के लिए अमेरिका की एक अनिर्धारित यात्रा की थी। इस यात्रा का उद्देश्य व्यापार समझौते पर सहमति बनाना था।

दो अप्रैल से भारत पर भी जवाबी टैरिफ लगाएंगे ट्रंप

उनकी यह यात्रा ट्रंप की इस घोषणा के बाद हुई जब उन्होंने कहा था कि अमेरिकी वस्तुओं पर भारत के टैरिफ के जवाब में वह दो अप्रैल से भारत पर भी जवाबी टैरिफ लगाएंगे। हालांकि, दवाओं जैसे भारत के महत्वपूर्ण निर्यात उद्योगों पर कर की वृद्धि को गोयल रोकना चाहते हैं।

अमेरिका में इस्तेमाल होने वाली लगभग आधी जेनेरिक दवाएं अकेले भारत से आती हैं। ये दवाएं ब्रांड नाम वाली दवाओं के मुकाबले काफी सस्ती होती हैं। अमेरिका में डॉक्टर मरीजों को जिन 10 दवाओं को लेने की सलाह देते हैं, उनमें से नौ दवाएं भारत जैसे देशों से आयात की जाती हैं। इससे वाशिंगटन को स्वास्थ्य सेवा लागत में अरबों की बचत होती है।

जेनेरिक दवाओं से 219 बिलियन डॉलर की बचत हुई

कंसल्टिंग फर्म 'आईक्यूवीआईए' के एक अध्ययन के अनुसार, केवल 2022 में ही भारतीय जेनेरिक दवाओं से 219 बिलियन डॉलर की बचत हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि व्यापार समझौते के बिना ट्रंप के टैरिफ कुछ भारतीय जेनेरिक दवाओं को अव्यवहारिक बना सकते हैं। इससे कंपनियों को बाजार से बाहर निकलने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है और मौजूदा दवा की कमी और बढ़ सकती है।

भारतीय दवा कंपनियों को भी लग सकता है झटका

ट्रेड रिसर्च एजेंसी - ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) के अनुसार, फार्मास्यूटिकल क्षेत्र भारत का सबसे बड़ा औद्योगिक निर्यात है। भारत सालाना लगभग 12.7 बिलियन डालर की दवाओं का निर्यात करता है, जिस पर लगभग कोई कर नहीं देना पड़ता। हालांकि, भारत में आने वाली अमेरिकी दवाओं पर 10.91 प्रतिशत शुल्क लगता है। अमेरिका द्वारा कोई भी पारस्परिक टैरिफ जेनेरिक दवाओं और विशेष दवाओं दोनों की लागत बढ़ाएगा।

भारतीय दवा कंपनियां बड़े पैमाने पर जेनेरिक दवाएं बेचती हैं

भारतीय दवा कंपनियां बड़े पैमाने पर जेनेरिक दवाएं बेचती हैं। वे पहले से ही कम मार्जिन पर काम करती हैं और वे भारी कर का खर्च वहन नहीं कर पाएंगी। वे प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तुलना में बहुत कम कीमतों पर बेचती हैं। अतएव, वे दुनिया के सबसे बड़े फार्मा बाजार में हृदय, मानसिक स्वास्थ्य, त्वचाविज्ञान और महिलाओं के स्वास्थ्य की दवाओं में लगातार प्रभुत्व हासिल कर रही हैं।

यह भी पढ़ें- ट्रंप टावर में घुसे सैंकड़ों प्रदर्शनकारी, फलस्तीनी कार्यकर्ता महमूद की हिरासत के खिलाफ कर रहे प्रदर्शन

Categories: Hindi News, National News

Alert: जम्मू-कश्मीर में सक्रिय हैं 76 आतंकवादी, इनमें 59 पाकिस्तानी... अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां

Dainik Jagran - National - March 14, 2025 - 7:06am

 एएनआई, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 59 विदेशी आतंकवादियों सहित कुल 76 आतंकवादी सक्रिय हैं।

जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या में भारी गिरावट

सरकारी सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि आंकड़े जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या में भारी गिरावट दर्शाते हैं, जहां 2024 में इसी अवधि में कुल 91 आतंकवादी सक्रिय थे।

17 स्थानीय आतंकवादी सक्रिय

76 सक्रिय आतंकवादियों में से 17 स्थानीय आतंकवादी हैं जो केंद्र शासित प्रदेश में सक्रिय हैं। जम्मू-कश्मीर 1980 के दशक से उग्रवाद और आतंकवाद का केंद्र रहा है, जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों, सीमा पार से घुसपैठ और कट्टरपंथी प्रयासों से उग्रवाद को बढ़ावा मिलता रहा है।

59 सक्रिय विदेशी आतंकवादियों में से तीन हिजबुल मुजाहिदीन के

सूत्रों ने बताया कि 59 सक्रिय विदेशी आतंकवादियों में से तीन हिजबुल मुजाहिदीन के हैं, 21 जैश-ए-मोहम्मद के हैं और 35 लश्कर-ए-तैयबा के हैं। हालांकि, 17 स्थानीय आतंकवादियों में से तीन जम्मू में और 14 घाटी में सक्रिय हैं। 2024 में 91 सक्रिय आतंकवादियों में से 61 विदेशी आतंकवादी और 30 स्थानीय आतंकवादी थे।

2022 में कुल 135 आतंकवादी सक्रिय थे

आंकड़ों के अनुसार, 2022 में कुल 135 आतंकवादी सक्रिय थे। इनमें से 85 विदेशी आतंकवादी थे और 50 स्थानीय आतंकवादी थे। 2022 में सक्रिय आतंकवादियों के आंकड़े की तुलना में 2023 में सक्रिय आतंकवादियों की संख्या में लगभग 48.35 प्रतिशत की गिरावट आई है।

बांडीपोरा में आतंकी मददगार पकड़े

सुरक्षाबलों ने गुरुवार को उत्तरी कश्मीर के बांडीपोरा में आतंकरोधी अभियान के दौरान आतंकियों के दो मददगारों को पकड़ा। इनके पास से दो ग्रेनेड, एसाल्ट राइफल के 17 कारतूस, एसाल्ट राइफल की एक मैगजीन, पिस्तौल के आठ कारतूस व एक मैगजीन, दो मोबाइल फोन और अन्य सामान भी बरामद किया गया है।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि बांडीपोरा में सेना की 13 आरआर और सीआरपीएफ की 45वीं वाहिनी के जवानों के साथ मिलकर पुलिस ने गंडबल-हाजिन सड़क पर एक नाका लगाया था। यह नाका इलाके में कुछ राष्ट्रविरोधी तत्वों की गतिविधियों की सूचना मिलने पर लगाया गया था। नाका पार्टी ने वहां से गुजरने वाले सभी वाहनों और लोगों की छानबीन शुरू कर दी।

इसी दौरान नाका पार्टी ने वहां से गुजर रहे दो युवकों को रुकने का संकेत किया। उन युवकों ने रुकने के बजाय वहां से भागने का प्रयास किया। नाका पार्टी ने उनके भागने के इरादे को विफल बनाते हए उन्हें पकड़ लिया।

सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के लिए काम करते हों दोनों

उनकी तलाशी ली गई और उनके पास से हथियार व अन्य सामान मिला। उनकी पहचान नसीर अहमद पर्रे निवासी कठपुरा हाजिर और मुदस्सिर अहमद पर्रे निवासी गंडबल हाजिन के रूप में हुई है। यह दोनों बांडीपोरा में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के लिए काम करते हैं।

यह भी पढ़ें- ट्रंप टावर में घुसे सैंकड़ों प्रदर्शनकारी, फलस्तीनी कार्यकर्ता महमूद की हिरासत के खिलाफ कर रहे प्रदर्शन; गिरफ्तार

Categories: Hindi News, National News

Bihar News: शराब की टोह में उड़ने लगे ड्रोन, होटल-ढाबों पर विशेष नजर; होली पर प्रशासन की खास तैयारी

Dainik Jagran - March 14, 2025 - 6:00am

राज्य ब्यूरो, पटना। होली को लेकर शराब के अवैध निर्माण और तस्करी को रोकने के लिए शहरी क्षेत्र में ड्रोन की मदद ली जा रही है। दियारा क्षेत्र के अलावा शहरों के होटल, रेस्तरां, ढाबा और लाइन होटलों के आसपास यह ड्रोन विशेष नजर रख रहे हैं। इसके लिए करीब 45 ड्रोन को लगाया गया है, जो शराब की टोह ले रहे हैं।

ढाबा और लाइन होटल के आसपास लगे टैंकर, कंटेनर और ट्रक आदि की जांच हैंड हेल्ड स्कैनर से की जा रही है। इसके साथ ही शराब के संदिग्ध ठिकानों और संवेदनशील स्थलों के लिए विशेष गश्ती टीम भी लगाई गई है।

मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग के संयुक्त सचिव कृष्ण कुमार ने बताया कि पूरी कार्रवाई की मुख्यालय स्तर से मॉनीटरिंग की जा रही है। सभी जिलों से हर दिन कार्रवाई की अपडेट रिपोर्ट मांगी जा रही है। शराब पीकर हुड़दंग करने वालों को तुरंत गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।

24 घंटे पेट्रोलिंग जारी

होली को लेकर प्रत्येक जिले में 24 घंटे पेट्रोलिंग के लिए तीन-तीन टीमें गठित की गई हैं। शराब की होम डिलीवरी की आशंका को देखते हुए सघन जांच करने को कहा गया है। सीमावर्ती इलाकों के चेकपोस्ट पर हर वाहन की सघन जांच करने का निर्देश दिया गया है, इसमें लापरवाही पर कार्रवाई की चेतावनी अधिकारियों को दी गई है।

उत्पाद आयुक्त रजनीश कुमार सिंह के निर्देश पर सभी जिलों में ऐसे क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है, जहां पूर्व में जहरीली शराब से जुड़ी घटनाएं हुई हैं। इन इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसमें मुखबिरों की भी मदद ली जा रही है।

सभी अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टी कैंसिल

होली को लेकर पहले ही 16 मार्च तक सभी मद्यनिषेध पदाधिकारियों व कर्मियों का अवकाश रद किया जा चुका है। उत्पाद विभाग के अलावा थाना पुलिस के स्तर से भी शराब की तस्करी रोकने के लिए विशेष चौकसी के निर्देश दिए गए हैं।

अफवाह फैलाने वालों पर सख्ती, संवेदनशील क्षेत्रों में लगातार गश्ती

होली के दौरान अफवाह फैलाने वाले और सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने वालों से सख्ती से निबटा जाएगा। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को ऐसे असामाजिक तत्वों पर विधि सम्मत कार्रवाई का निर्देश जारी किया है। होली को लेकर पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों की छुट्टियां पहले ही 18 मार्च तक रद कर दी गई हैं।

पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद सभी जिलों में संवेदनशील और मिश्रित आबादी वाले स्थलों को चिह्नित कर वहां विशेष चौकसी और पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके लिए जिला पुलिस बल के अलावा बी-सैप और केंद्रीय बलों की लगभग पांच दर्जन से अधिक टुकडि़यां लगाई गई हैं।

जुमे की नमाज के दौरान उपद्रवी तत्वों पर विशेष नजर रखने को कहा गया है। त्योहार के दौरान डीजे, सार्वजनिक रूप से अश्लील गाना बजाने और सड़कों पर हुड़दंग जैसी घटनाओं को रोकने को लेकर गश्ती बढ़ाने को कहा गया है। डीजीपी कंट्रोल रूम और इंटरनेट मीडिया कंट्रोल रूम में डीएसपी से इंस्पेक्टर रैंक के अतिरिक्त पुलिस अफसरों की ड्यूटी लगाते हुए इसे 24 घंटे सक्रिय रखा गया है।

यह फेसबुक, एक्स और वाट्सएप आदि के वायरल संदेशों की डिजिटल पेट्रोलिंग करेंगे। इसके साथ ही जिला व क्षेत्र के अफसरों को नियमित अंतराल पर लगातार खैरियत प्रतिवेदन भेजने का निर्देश है।

डीजीपी विनय कुमार ने कहा कि होली को लेकर सोशल मीडिया सहित अन्य माध्यमों से उपद्रवी व असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। डीजे पर प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने आम लोगों से यातायात नियमों का पालन करने के साथ ही रैश ड्राइविंग नहीं करने की अपील की है।

ये भी पढ़ें- Holi 2025: बिहार में विलुप्त हो रही पुरानी परम्पराएं, होली पर मिट्टी के ढेले से लगाते थे बारिश का अनुमान

ये भी पढ़ें- Bihar Police Promotion: बिहार में 63 दारोगा का हो गया प्रमोशन, अब इस बड़े पद पर होगी तैनाती

Categories: Bihar News

राहत: मधुमेह की दवा के दामों में भारी कटौती, 60 वाली गोली 5.50 रुपये में मिलेगी

Dainik Jagran - National - March 14, 2025 - 3:36am

 आइएएनएस, नई दिल्ली। मधुमेह में इस्तेमाल की जाने वाली दवा एम्पाग्लिफ्लोजिन का पेटेंट समाप्त होने के चलते भारत में इसके दाम में भारी कटौती हो गई है। इसकी कीमत में अब करीब 90 प्रतिशत की कमी आ गई है। पेटेंट खत्म होने से बाजार में इसकी जेनेरिक दवाएं आ गई हैं।

एम्पाग्लिफ्लोजिन बाजार में जार्डिएंस के नाम से बिकती है

जर्मनी की फार्मा कंपनी बोएहरिंगर इंगेलहेम द्वारा विकसित की गई एम्पाग्लिफ्लोजिन बाजार में जार्डिएंस के नाम से बिकती है। टाइप-2 मधुमेह के मरीज इस गोली का सेवन करते हैं और इससे रक्त शर्करा नियंत्रित होती है।

बाजार में एम्पाग्लिफ्लोजिन की जेनेरिक दवाएं लांच

जार्डिएंस की पहले कीमत 60 रुपये प्रति टैबलेट थी, जिसे घटाकर अब 5.50 रुपये प्रति टैबलेट कर दिया गया है। मैनकाइंड, एल्केम और ग्लेनमार्क जैसी फार्मास्यूटिकल कंपनियों ने बाजार में एम्पाग्लिफ्लोजिन की जेनेरिक दवाएं लांच कर दी हैं।

मैनकाइंड फार्मा द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, एम्पाग्लिफ्लोजिन के 10 मिलीग्राम वेरिएंट की कीमत 5.49 रुपये प्रति टैबलेट और 25 मिलीग्राम वेरिएंट की 9.90 रुपये प्रति टैबलेट रखी गई है। एल्केम ने इसे एम्पोनार्म के नाम से लांच किया है और इसकी कीमत करीब 80 प्रतिशत कम रखी है।

नकल से बचाने के लिए दवा के पैक पर सुरक्षा बैंड

कंपनी द्वारा जारी बयान के अनुसार, मरीजों को ध्यान में रखते हुए एल्केम ने इसकी नकल से बचाने के लिए दवा के पैक पर सुरक्षा बैंड दिया है। इसके साथ ही इंफोग्राफिक्स के रूप में मधुमेह प्रबंधन की जानकारी दी गई है। वहीं, ग्लेनमार्क फार्मा ने इसे ग्लेम्पा के नाम से 10 और 25 एमजी के दो वेरिएंट में पेश किया है।

Categories: Hindi News, National News

तमिलनाडु सरकार की एक कंपनी के परिचालन में भारी गड़बड़ियां, ईडी ने बेहिसाब नकद लेनदेन का किया पर्दाफाश

Dainik Jagran - National - March 14, 2025 - 2:21am

 पीटीआई, नई दिल्ली। तमिलनाडु राज्य विपणन निगम लिमिटेड (टीएएसएमएसी) के परिचालन में ईडी को भारी गड़बड़ियां मिली हैं। छापे के बाद मिले साक्ष्यों से ईडी को पता चला है कि निविदा प्रक्रियाओं में हेरफेर की गई। डिस्टिलरी कंपनियों के माध्यम से एक हजार करोड़ रुपये के बेहिसाब नकद लेनदेन भी किया गया।

राज्य में शराब व्यापार पर इस कंपनी का एकाधिकार है। ईडी ने गुरुवार को बयान में दावा किया कि छह मार्च को टीएएसएमएसी के कर्मचारियों, डिस्टिलरी के कारपोरेट कार्यालयों और संयंत्रों पर छापेमारी के बाद मिले साक्ष्यों से भ्रष्ट आचरणों का संकेत मिलता है।

ठिकानों पर भी तलाशी ली गई

आबकारी मंत्री सेंथिल बालाजी से जुड़े प्रमुख सहयोगियों के ठिकानों पर भी तलाशी ली गई थी। ईडी को तलाशी के दौरान ट्रांसफर पोस्टिंग, परिवहन और बार लाइसेंस निविदाओं, कुछ डिस्टिलरी कंपनियों को पक्ष देने वाले इंडेंट आर्डर, टीएएसएमएसी अधिकारियों की मिलीभगत के साथ टीएएसएमएसी आउटलेट्स द्वारा प्रति बोतल 10-30 रुपये के अतिरिक्त शुल्क से संबंधित डाटा मिला।

डाटा से टीएएसएमएसी के निविदा आवंटन में हेरफेर का पता चला। टीएएसएमएसी द्वारा बार लाइसेंस निविदाओं के आवंटन के मामले में निविदा शर्तों में हेरफेर से संबंधित साक्ष्य पाए गए, जिसमें बिना किसी जीएसटी/पैन नंबर और केवाईसी दस्तावेज के आवेदकों को अंतिम निविदाएं आवंटित करने का मामला भी शामिल था।

डिस्टिलरीज ने बढ़ा-चढ़ाकर खर्च किए

ईडी ने कहा कि तलाशी में एसएनजे, कॉल्स, एसएआइएफएल और शिवा डिस्टिलरी जैसी डिस्टिलरी कंपनियों और देवी बाटल्स, क्रिस्टल बाटल्स और जीएलआर होल्डिंग जैसी बॉटलिंग कंपनियों से जुड़ी बड़े पैमाने पर वित्तीय धोखाधड़ी भी पाई गई।

डिस्टिलरीज ने बढ़ा-चढ़ाकर खर्च किए और विशेष रूप से बोतल बनाने वाली कंपनियों के माध्यम से मनगढ़ंत फर्जी खरीदारी की ताकि बेहिसाब नकदी में एक हजार करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की जा सके। इन फंडों का इस्तेमाल घूस के रूप में किया गया था।

रिकॉर्ड में हेरफेर

ईडी ने पाया कि बॉटलिंग कंपनियों ने बिक्री के आंकड़े बढ़ा दिए, जिससे डिस्टिलरीज को अतिरिक्त भुगतान करने का मौका मिला। बाद में इसे नकद में निकाल लिया गया और कमीशन काटने के बाद वापस कर दिया गया। डिस्टिलरी और बॉटलिंग कंपनियों के बीच यह मिलीभगत वित्तीय रिकॉर्ड में हेरफेर के माध्यम से की गई थी।

अन्नामलाई ने स्टालिन पर बोला हमला

टीएएसएमएसी में हजार करोड़ रुपये की अनियमितताओं का पता लगाने के ईडी के दावों के बाद तमिलनाडु प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने गुरुवार को कहा कहा, ईडी ने हजार करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी के बारे में बताया है, जिसका भुगतान रिश्वत के रूप में किया गया था।

भाजपा ने किया प्रदर्शन

सिस्टम में हेराफेरी करके द्रमुक अपना खजाना भरने के लिए आम लोगों को लूट रही है। मुख्यमंत्री स्टालिन को खुद से यह भी पूछना चाहिए कि क्या उन्हें तमिलनाडु का मुख्यमंत्री बने रहने का नैतिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भाजपा ने 17 मार्च को टीएएसएमएसी मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन की घोषणा की है।

Categories: Hindi News, National News

...जब होली और हज यात्रियों के लिए रोकनी पड़ी थी ट्रेन, अप्रिय घटना से बचने के लिए उठाया था कदम; पढ़ें इनसाइड स्टोरी

Dainik Jagran - National - March 14, 2025 - 2:18am

 पीटीआई, नई दिल्ली। दो मार्च, 1999 को होली वाले दिन, जब हज यात्रियों को उत्तर प्रदेश के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील मऊ से दिल्ली के लिए ट्रेन में सवार होना था, तब किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन को ट्रेन को अस्थायी रूप से रोकने के लिए लोको पायलट पर निषेधाज्ञा लगानी पड़ी थी।

यह कदम हज यात्रियों का सामना रंगों का पर्व मना रहे लोगों से नहीं होने देने के लिए उठाया गया था। अब 26 वर्ष बाद फिर उसी तरह की स्थिति बनती दिख रही है। रमजान के दौरान विभिन्न राज्यों खासतौर पर उत्तर प्रदेश के संभल में प्रशासन यह सुनिश्चित करने के लिए कमर कस रहा है कि शुक्रवार को जुमे की नमाज और होली दोनों शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो जाए।

उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी ने अपनी पुस्तक में किया जिक्र

उत्तर प्रदेश के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह की पुस्तक 'थ्रू माई आइज: स्केचेस फ्राम ए काप्स नोटबुक' में 1999 में होली वाले दिन मऊ के अधिकारियों के सामने आईं चुनौतियों का विस्तार से जिक्र किया गया है।

उन्होंने पुस्तक में लिखा है कि रेलवे ने होली समाप्त होने तक दोपहर में पहुंचने वाली ट्रेन को कुछ घंटे विलंबित करने के अधिकारियों के आग्रह को अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद मऊ के अधिकारियों ने लोको पायलट पर निषेधाज्ञा लगा दी।

भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ

भारत के इतिहास में पहली बार धारा 144 का उपयोग एक चलती ट्रेन को रोकने के लिए किया गया। दंड प्रक्रिया संहिता की इस धारा का उपयोग आमतौर गैरकानूनी रूप से लोगों के जमा होने और शांति व्यवस्था में खलल रोकने के लिए किया जाता है।

अधिकारियों ने रेलवे से मदद मांगी थी

मऊ जिले में सांप्रदायिक हिंसा के इतिहास को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने रेलवे से मदद मांगी थी। हालांकि रेलवे ने यह कहते हुए इन्कार कर दिया कि ट्रेनों की समय-सारिणी में बदलाव नहीं किया जा सकता, चाहे स्थिति कितनी भी संवेदनशील क्यों न हो।

यह भी पढ़ें- होली स्‍पेशल ट्रेन: रेल यात्रियों को तोहफा, यूपी, बिहार, पंजाब, हरियाणा के लिए चलेंगी स्‍पेशल ट्रेनें, देखें पूरी लिस्‍ट

Categories: Hindi News, National News

Pages

Subscribe to Bihar Chamber of Commerce & Industries aggregator

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar