Dainik Jagran
CM नीतीश कुमार ने 'खेलो इंडिया यूथ गेम्स' के आधिकारिक 'लोगो' तथा केंद्रीय मंत्री ने 'शुभंकर' का किया अनावरण
जागरण संवाददाता, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित 'संवाद' में आयोजित कार्यक्रम में खेलो इंडिया यूथ गेम्स, बिहार 2025 के आधिकारिक 'लोगो' तथा केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने 'शुभंकर' का रिमोट के माध्यम से अनावरण किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री ने खेल सॉन्ग का भी शुभारंभ किया। साथ ही खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मशाल गौरव यात्रा रथ को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि खेलो इंडिया यूथ गेम्स, 2025 का बिहार में आयोजन हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 4 मई को खेलो इंडिया यूथ गेम्स, 2025 का पटना में उद्घाटन करेंगे।
हम सभी खिलाड़ियों का बिहार की धरती पर स्वागत करते हैं। यह आयोजन बिहार में खेल संस्कृति को बढ़ावा देने और युवा प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस आयोजन के माध्यम से राज्य में खेलों की बुनियादी संरचना को और मजबूत करने तथा युवाओं को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा।
ज्ञातव्य है कि बिहार में पहली बार खेलो इंडिया यूथ गेम्स, बिहार 2025 का आयोजन हो रहा है। 4 मई से 15 मई तक बिहार के पांच जिलों पटना, नालंदा (राजगीर), गया, भागलपुर और बेगूसराय में खेल महाकुंभ का आयोजन होगा।
इसमें 28 खेलों के लिए देशभर से 8 हजार 500 खिलाड़ी और 1500 टेक्निकल स्टाफ यानी कुल 10 हजार लोग भाग लेंगे। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मशाल गौरव यात्रा 15 अप्रैल से 2 मई के बीच बिहार के 38 जिलों से होकर गुजरेगी।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स का 'लोगो' बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और खेल भावना का प्रतीक है। इसका नारंगी और हरा रंग उत्साह और प्रकृति का मेल दर्शाता है।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025, बिहार के शुभंकर 'गजसिंह' का स्वरूप एवं अवधारणा राज्य की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं खेल भावना का प्रतीक है।
यह शुभंकर बिहार की समृद्ध पुरातात्विक विरासत से प्रेरित है, जो पाल काल के दौरान नालंदा एवं बोधगया स्थित मंदिरों और स्तंभों पर अंकित गजसिंह (हाथी-सिंह के संयोग) की मूर्तियों से लिया गया है।
गजसिंह, खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025, बिहार का शुभंकर मात्र एक प्रतीक नहीं, बल्कि सशक्त, साहसी एवं बुद्धिमान खिलाड़ी की भावना का जीवंत रूप है।
यह शुभंकर राज्य की खेल संस्कृति को सुदृढ़ करने एवं देश के युवा खिलाड़ियों को संगठित, अनुशासित एवं उन्नत खेल भावना के लिए प्रेरित करेगा। बिहार, भारत के खेल क्षेत्र में एक नया स्वर्णिम अध्याय लिखने के लिए तत्पर है।
डिजाइन में महाबोधि मंदिर और नालंदा विश्वविद्यालय का प्रतीक ऐतिहासिक और बौद्धिक विरासत के सम्मान को दर्शाता है। पीपल वृक्ष, गौरैया और गंगेटिक डॉल्फिन प्रकृति और उनके संरक्षण का संदेश देते हैं।
मधुबनी पेंटिंग और छठ पूजा जीवंत सांस्कृतिक पहचान को दर्शाता है। वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जैव विविधता की मिसाल है। अशोक चक्र और सिंह न्याय, शक्ति और ऐतिहासिक गौरव के प्रतीक हैं।
बिहार के नक्शे में सजी यह डिजाइन राज्य की विविध पहचान, सांस्कृतिक धरोहर और खेल संस्कृति के विकास का शक्तिशाली प्रतीक बन चुकी है।
'खेल के रंग, बिहार के संग!' यह केवल नारा नहीं, बल्कि बिहार के खेल पुनर्जागरण का संदेश है, जो राज्य को वैश्विक खेल मानचित्र पर लाने का संकल्प दर्शाता है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मांडविया को पुष्प गुच्छ भेंटकर स्वागत किया।
कार्यक्रम में खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. बी. राजेंदर ने मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री को प्रतीक चिह्न भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान आयोजन से संबंधित एक लघु फिल्म प्रदर्शित की गई।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, खेल मंत्री सुरेंद्र मेहता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, पुलिस महानिदेशक विनय कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, सामान्य प्रशासन तथा खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. बी. राजेन्दर, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी श्री गोपाल सिंह, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविन्द्रण शंकरण, खेल निदेशक महेन्द्र कुमार सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
Patna News: पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल को लेकर आ गया एक और अपडेट, यात्रियों की सुविधा के लिए लिया गया अहम फैसला
जागरण संवाददाता, पटना। पटना एयरपोर्ट (जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा) का नया टर्मिनल बन कर तैयार हो गया है।
संभावना है कि 24 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे, फिर सामान्य यात्रियों के लिए भी नए टर्मिनल से आवागमन शुरू हो जाएगा।
तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। अब पहले की तरह प्रवेश करने के बाद टर्मिनल तक जाने के लिए आधा किलोमीटर अंदर नहीं जाना होगा। सड़क से सीधे नए टर्मिनल में प्रवेश कर सकते हैं।
नए टर्मिनल में प्रवेश के लिए दो और निकास के लिए एक द्वार होंगे। वाहन रैंप से होकर मल्टी लेवल पार्किंग एरिया में जा सकते हैं। पार्किंग स्थल से टर्मिनल में लिफ्ट और सीढ़ी दोनों से आने की व्यवस्था है।
ट्रैफिक व्यवस्था में भी होगा बदलावएयरपोर्ट पर ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव को लेकर योजना बनाई जा रही है, ताकि सड़क पर वाहनों को खड़ा न होना पड़े। इससे जाम की स्थिति नहीं बनेगी।
जानकारी के अनुसार, एयरपोर्ट गोलंबर को हटाने के बाद पीर अली खान मार्ग में बने फुटपाथ को तोड़ कर सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा।
नेहरू पथ शेखपुरा मोड़ की तरफ से पीर अली खान मार्ग होकर चितकोहरा गोलंबर चले जाएंगे। शेखपुरा मोड़ से वाहन आइएएस भवन के पास यू-टर्न लेकर एयरपोर्ट जाएंगे।
चेक-इन काउंटर पर नहीं होगी भीड़वर्तमान में यात्रियों की औसत संख्या प्रतिदिन 12 हजार है। लगभग साढ़े छह हजार यात्री सुबह छह से रात 10 बजे तक यात्रा करते हैं। ऐसे में चेकइन काउंटर पर भीड़ बनी रहती है।
52 चेकइन काउंटर बन कर तैयार हैं। इसके अलावा सेल्फ चेकइन क्योस्क भी होंगे। इससे चेकइन काउंटर पर यात्रियों की भीड़ नहीं लगेगी।
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Patna News: बिहटा में तिलक समारोह के दौरान तेज आंधी से टूटी छत की रेलिंग; दूल्हा समेत 1 दर्जन घायल
संवाद सूत्र, बिहटा। थाना क्षेत्र के कुंजवा में सोमवार की शाम एक तिलक समारोह के बीच आई तेज आंधी से छत की रेलिंग और पंडाल के अचानक टूटकर गिर जाने से करीब एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
जिसमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही। घायलों में काफी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। हादसे के बाद तिलक समारोह में अफरातफरी मच गई और देखते ही देखते खुशी का माहौल चित्कार में बदल गया।
आनन-फानन में स्थानीय लोगों द्वारा सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। कुंजवा में पाटलिपुत्र सांसद डॉ. मीसा भारती का ससुराल है।
तिलक समारोह के दौरान हुआ हादसाबताया जाता है कि कुंजवा निवासी मोहन विश्वकर्मा के पुत्र रौशन कुमार की शादी तय है, जिसको लेकर बिहटा के राघोपुर से लोग तिलक चढ़ाने उनके घर पहुंचे थे। तिलक समारोह का आयोजन घर के आगे बने एस्बेस्टस के दुचारा में किया गया था।
पूजा-पाठ और गीत का दौर चल ही रहा था कि अचानक आई तेज आंधी से छत पर बना पंडाल रेलिंग तोड़ते हुए एस्बेस्टस पर जा गिरा। जिससे उसके नीचे बैठी महिलाएं और बच्चे दबकर जख्मी हो गए।
लोगों का किया जा रहा रेस्क्यूथाना प्रभारी राज कुमार पाण्डेय ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि लोगों का रेस्क्यू किया जा रहा है। घटना के बाद स्थानीय लोगों की काफी भीड़ जुट गई और सभी अंदर फंसे लोगों को बाहर निकालने में जुट गए।
घायलों की पहचान कुंजवा निवासी मोहन विश्वकर्मा के पुत्र रौशन कुमार, रहीश यादव की पुत्री नंदनी कुमारी (13), रवि कुमार की पत्नी श्रृंखला कुमारी (32) सुरेन्द्र शर्मा की पत्नी शांति देवी (50) लखन विश्कर्मा की पत्नी देवंति देवी(40) के रुप में की गई।
वहीं, शिवजी शर्मा की पत्नी सरस्वती देवी (55), मंटू शर्मा की पत्नी उषा देवी (55), स्व. राम नाथ मिस्त्री की पत्नी कुंती देवी (56), रामदयाल शर्मा की पत्नी कौशल्या देवी (55), रमेश शर्मा के पुत्र जिकू कुमार( 8) भी इस हादसे में घयाल हो गए हैं।
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Bihar Politics: पटना की सड़कों पर किसने लगाए 'भूलेगा नहीं बिहार' वाले पोस्टर? QR कोड स्कैन करने से खुलेगा सच
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर पोस्टर वार ने माहौल गर्म कर दिया है। राजधानी पटना की दीवारों पर एक के बाद एक कई पोस्टर सामने आए हैं, जिनमें राजद सुप्रीमो लालू यादव, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव एवं तेजप्रताप यादव पर अनुसूचित समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियों और कथित भेदभाव के आरोप लगाए गए हैं।
अहम बात यह रही कि यह पूरा घटनाक्रम ऐसे वक्त में सामने आया है, जब देशभर में 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव आंबेडकर जयंती मनाई जा रही है।
ऐसे में इन पोस्टरों ने न सिर्फ राजद के अनुसूचित समर्थन के दावों पर प्रश्न खड़े कर दिए हैं, बल्कि चुनावी मौसम में अनुसूचित जाति के सम्मान और उनके राजनीतिक प्रतिनिधित्व को लेकर बहस भी छेड़ दी है।
'भूलेगा नहीं बिहार' बनी नई मुहिम'भूलेगा नहीं बिहार' शीर्षक वाले इन पोस्टरों में राजद के शीर्ष नेताओं के पुराने बयान और घटनाएं उजागर की गई हैं। साथ ही हर पोस्टर पर एक क्यूआर कोड दिया गया है। स्कैन करने पर वेबसाइट पर राजद के कथित जंगलराज, परिवारवाद, भ्रष्टाचार एवं अनुसूचित समाज के विरुद्ध अत्याचारों का विस्तृत ब्यौरा दिया गया है।
पोस्टरों में बताए गए आरोपपोस्टर में तेजप्रताप यादव द्वारा मांझी समाज के विरुद्ध दिए गए एक विवादित बयान का जिक्र किया गया है, जिसे कई अनुसूचित संगठनों ने अपमानजनक बताया है। वहीं, लालू यादव द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को लेकर की गई अभद्र टिप्पणी को भी प्रमुखता से दिखाया गया है।
पोस्टर लगाने वालों ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि जिन लोगों ने आंबेडकर के आदर्शों की कसम खाई, वही आज उनके समाज के साथ अन्याय कर रहे हैं।
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Patna Police: पटना में बड़े पैमाने पर पुलिस अफसरों का ट्रांसफर, एक ही जगह पर जमे 402 दारोगा और ASI हटाए गए
जागरण संवाददाता, पटना। दो वर्षों अथवा इससे अधिक समय से एक ही जगह पर जमे दारोगा और एएसआइ को सोमवार की शाम इधर से उधर कर दिया गया।
वहीं, पुलिस लाइन में पदस्थापना की प्रतीक्षा कर रहे 125 पुलिस पदाधिकारियों की भी अलग-अलग थानों में तैनाती की गई।
एसएसपी अवकाश कुमार के आदेश पर दारोगा और सहायक अवर निरीक्षक के नाम कंप्यूटर में फीड किए गए थे। यादृच्छिक तरीके से तबादला और पदस्थापना की गई।
गौर हो कि हाल में एसएसपी ने जिले के लगभग तमाम थानों का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान थानों के लंबित कांडों की समीक्षा भी की गई थी। साथ ही उनके लंबित रहने के कारणों पर भी विचार-विमर्श किया गया था।
अत्याधुनिक पुलिसिंग से बढ़ा विश्वासपुराने वाहनों से हिचखोले खाते हुए गलियों में गश्त और जर्जर भवन में पुलिसिंग बीते समय की बात हो गई। समय के साथ बिहार में कानून-व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए बिहार पुलिस लगातार काम कर रही है।
जर्जर और किराए के भवनों को छोड़ पुलिस अब खुद के हाइटेक बिल्डिंग में बने थानों में ड़्यूटी कर रही। नए वाहन मिले और रात्रि गश्त में चौकसी बढ़ाई गई।
क्षेत्रफल और लोगों की सुविधा को देखते हुए टाउन आउट पोस्ट (टीओपी) खोले गए। उनकी संख्या भी बढ़ाई गई। लंबित मामलों के निपटारे को लेकर पुलिस पदाधिकारियों की संख्या बढ़ी।
कानून-व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए डोर-टू-डोर सर्वे हुआ तो वहीं अपराधियों का डाटा तैयार किया गया। सीसीटीएनएस के जरिए लोगों को यातायात नियमों का पाठ पढ़ाया गया। यातायात चेक पोस्टों को महिला पुलिसकर्मियों के हवाले किया गया।
बढ़ते साइबर अपराध के मामलों को देखते हुए सभी पुलिस जिलों (रेल जिला सहित) में कुल 44 साईबर थाना की स्थापना की गयी है, जो पुलिस उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी के नियंत्रणाधीन क्रियाशील है।
समय के साथ इंटरनेट मीडिया पर भी बिहार पुलिस की सक्रियता बढी। लोगों के बीच बिहार पुलिस की विश्वसनीयता का परिणाम है कि फेसबुक पर एक मिलियन फालोवर्स हो गए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय हर साल देश के थानों की विधि-व्यवस्था के आधार पर रैंकिंग जारी करता है। इस वर्ष पटना का राजीव नगर थाना केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई थानों की रैंकिंग में देश में सातवें स्थान पर है और बिहार में यह थाना पहले स्थान पर रहा।
हाइटेक सिस्टम से लैश डायल 112 की गाड़ियों की संख्या भी बढ़ाई, जो शहर के हर चौक चौराहों पर दिखता है। डायल 112 पर आने वाले काल का रिस्पांस टाइम भी बेहतर किया।
अग्निशमन विभाग को भी संसाधनों से लैस किया गया। दमकल के साथ बाइक और हाइड्रोलिक प्लेटफार्म की संख्या बढ़ाई गई।
आग लगने की सूचना पर त्वरित कार्रवाई के लिए संवेनदशील से लेकर अतिसंवेदशील क्षेत्रों का मैप तैयार करने के साथ ही नई इमारतों में फायर एनआसी के लिए घर बैठे सुविधा उपलब्ध कराने के लिए वेबसाइट को लांच किया गया।
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Bihar Politics: बिहार में NDA को कौन लीड करेगा? नायब सैनी के बयान से उठे विवाद पर डिप्टी CM ने कर दिया क्लियर
पीटीआई, पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सोमवार को कहा कि एनडीए राज्य में सत्ता बरकरार रखेगी और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार के नेतृत्व में अगली सरकार बनाएगी।
भाजपा नेता एक समारोह के दौरान पत्रकारों से बात कर रहे थे, जहां नीतीश कुमार ने 'आंबेडकर समग्र सेवा अभियान' की शुरुआत की। इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आदिवासियों और दलितों के लिए बनाई गई योजनाएं सभी इच्छित लाभार्थियों तक पहुंचे।
सीएम को दी बधाईबिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बाबासाहेब आंबेडकर की जयंती पर एक अभियान शुरू करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई, जो एससी और एसटी के लिए उनकी गहरी चिंता को दर्शाता है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि अधिकारी उज्ज्वला योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना सहित 22 योजनाओं के कार्यान्वयन का जायजा लेंगे। सभी पंचायतों को कवर किया जाएगा। जहां भी लाभ सभी लोगों तक नहीं पहुंचा होगा, वहां सुधारात्मक कार्रवाई की जाएगी।
नायब सैनी के बयान पर दिया जवाबचौधरी से हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के उस बयान से उठे विवाद के बारे में भी पूछा गया जिसमें उन्होंने कहा था कि इस बार का चुनाव सम्राट चौधरी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष ने जवाब दिया कि एनडीए नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य में सरकार चला रही है। हम उनके नेतृत्व में अगली सरकार बनाने के लिए भी तत्पर हैं।
तेजस्वी को घेरातेजस्वी के आरोपों पर भी डिप्टी सीएम ने जवाब दिया। तेजस्वी यादव के आरोपों पर चौधरी ने व्यक्तिगत हमला करते हुए कहा कि आपके माता-पिता (लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी) ने बिहार को लूटा है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में विश्वविद्यालय बनाने की बात की जाती थी, लेकिन जब 10 विश्वविद्यालयों के लिए स्वीकृति दी गई थी, तो उनकी सरकार में केवल 2 ही बने। नीतीश कुमार ने बिहार को 23 विश्वविद्यालयों की सौगात दी।
चौधरी ने केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के इस आरोप का भी मजाक उड़ाया कि भाजपा ने पिछले साल के लोकसभा चुनावों में उनके हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को उचित सौदा नहीं दिया। भाजपा नेता ने कहा कि सभी नेताओं के लिए अपनी पार्टी की मांग उठाना स्वाभाविक है। इसका ध्यान रखा जाएगा।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य की जो निबंधित संस्थाओं एवं एनजीओ अपना वार्षिक ब्योरा नहीं देंगे, उनका निबंधन रद किया जाएगा।
निबंधन विभाग ने ऐसी सभी संस्थाओं व स्वयंसेवी संगठनों को वार्षिक ब्यौरा ऑनलाइन जमा कराने के लिए 31 मई 2025 तक की समयसीमा दी है।
ऐसा नहीं करने वाले सभी एनजीओ व संस्थाओं का निबंधन रद करने की कार्रवाई की जाएगी। यह रिपोर्ट भी अब भौतिक रूप से विभाग में स्वीकार नहीं किए जायेंगे बल्कि इसे ऑनलाइन अपलोड करना होगा।
विभागीय जानकारी के अनुसार, रजिस्ट्रीकरण नियमावली के अनुसार सभी संस्थाओं को अपनी वार्षिक रिपोर्ट, ऑडिट रिपोर्ट, प्रपत्र ग और विदेशी अंशदान की प्राप्ति एवं उपयोगिता से संबंधित ब्यौरा हर साल देना अनिवार्य है।
बावजूद कई संस्थाओं ने पांच वर्षों से अधिक समय से वांछित रिपोर्ट जमा नहीं कराया है। इनको अंतिम मौका देते हुए 31 मई तक रिपोर्ट ऑनलाइन अपलोड करने का निर्देश दिया गया है।
क्या होता है एनजीओएनजीओ (NGO) का अर्थ है 'नॉन-गवर्नमेंटल ऑर्गनाइजेशन' यानी गैर-सरकारी संगठन। यह एक स्वतंत्र संगठन होता है जो सरकार से अलग काम करता है और सामाजिक, आर्थिक, पर्यावरणीय या अन्य मुद्दों पर काम करता है। एनजीओ का उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों के हितों की रक्षा करना और उनकी जरूरतों को पूरा करना होता है।
एनजीओ विभिन्न क्षेत्रों में काम करते हैं, जैसे कि- शिक्षा और स्वास्थ्य
- महिला सशक्तिकरण और बाल विकास
- पर्यावरण संरक्षण और संरक्षण
- गरीबी उन्मूलन और आजीविका संवर्धन
- मानवाधिकार और सामाजिक न्याय
एनजीओ सरकार, निजी क्षेत्र और समुदाय के साथ मिलकर काम करते हैं और विभिन्न परियोजनाओं और कार्यक्रमों को लागू करते हैं। उनका उद्देश्य समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाना और लोगों के जीवन में सुधार करना होता है।
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Bank FD Interest Rates 2025: इन बैंकों ने घटाया एफडी पर ब्याज, सोच-समझकर जमा करें राशि
नलिनी रंजन, पटना। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से किए गए रेपो रेट में 25 बेसिक प्वाइंट की कटौती का असर अब दिखने लगा है। इसके कारण विभिन्न बैंकों ने अपने फिक्स्ड डिपॉजिट या वार्षिक जमा योजना की ब्याज दरों (Bank FD Interest Rates 2025) में कटौती की है।
इसका बड़ा असर दिख रहा है कि बैंक ऑफ इंडिया की ओर से 7.3 प्रतिशत सबसे अधिक ब्याज दर की 400 दिनी फिक्स्ड डिपॉजिट योजना को बंद कर दिया है।
ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. कुमार अरविंद ने बताया कि आरबीआई की ओर से रेपो रेट में कमी से आमजनों के जमा योजना पर जहां कम ब्याज मिलेगा। वहीं, ऋणधारकों को भी कम ब्याज लगने से उनका ईएमआई की राशि में भी कमी आएगी।
उन्होंने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक ने सात दिनों से लेकर 10 वर्षों तक की जमा योजनाओं पर साढ़े तीन प्रतिशत से 7.10 प्रतिशत तक ब्याज दे रही थी, सीनियर सीटीजन को चार प्रतिशत से 7.60 प्रतिशत तक ब्याज दे रही थी। पीएनबी ने भी 10 अप्रैल से ब्याज दर में बदलाव किया है।
एचडीएफसी बैंक ने भी की ब्याज दर में कमीएचडीएफसी बैंक भी बचत खाता पर 0.25 प्रतिशत ब्याज की कमी की है। यह दर 12 अप्रैल से लागू की गई है। इसके अतिरिक्त फिक्स्ड डिपाजिट पर भी ब्याज दर घटाया है। एक्सिस बैंक की ओर से 11 अप्रैल से लागू किए गए नए ब्याज दर के अनुसार, कुछ बदलाव किए गए हैं। जिसे ग्राहक उसके वेबसाइट से भी देख सकते हे।
SBI ने भी ब्याज दर में कटौतीभारतीय स्टेट बैंक ने भी 15 अप्रैल से अपने बचत खाता एवं फिक्स्ड डिपाजिट पर ब्याज दर में बदलाव करने की घोषणा की है। इसके तहत एसबीआई अब सात दिन से लेकर 10 वर्षों तक की जमा योजना पर साढ़े तीन प्रतिशत से 6.90 प्रतिशत ब्याज देगा।
सीनियर सीटीजन्स के लिए चार प्रतिशत से साढ़े सात प्रतिशत ब्याज मिलेगा। एक से दो वर्ष के एफडी पर 7.30 प्रतिशत ब्याज से घटा कर 7.20 प्रतिशत एवं दो से तीन वर्ष के एफडी पर साढ़े सात प्रतिशत से घटाकर 7.40 प्रतिशत ब्याज दर किया गया है।
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Bihar Politics: चुनाव से पहले पशुपति पारस ने तोड़ा NDA से 'रिश्ता', बताया RLJP का सियासी प्लान
राज्य ब्यूरो, पटना। डॉ. बीआर आंबेडकर की जयंती पर सोमवार को पटना के बापू सभागार में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) की ओर से आयोजित संकल्प महासम्मेलन असरदार दिखी। कार्यक्रम में आए सभी जिलाध्यक्षाें और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने एनडीए से नाता तोड़ने की घोषणा की।
उन्होंने वक्फ संशोधन कानून (Waqf Amendment Law) को लेकर केंद्र सरकार और चौकीदार-दफादार में पासवान जाति की उपेक्षा को लेकर नीतीश सरकार पर जोरदार हमला बोला। कहा- भाजपा की नेतृत्व वाली केंद्र व राज्य की एनडीए सरकार घोर दलित और अल्पसंख्यक विरोधी है।
'मैं एनडीए से नाता तोड़ने की घोषणा करता हूं...'पशुपति पारस (Pashupati Paras) ने कहा कि आज डॉ. आंबेडकर जयंती पर एनडीए से अपनी पार्टी का नाता तोड़ने की घोषणा करता हूं। हम अब एक नया बिहार बनाएंगे और सभी 243 विधानसभा सीटों पर पार्टी को मजबूत करेंगे, जो गठबंधन उचित सम्मान देगा, उसमें शामिल होंगे। पार्टी बड़े जन आंदोलन की तैयारी में है। दलितों, पिछड़ों, और वंचित वर्गों के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।
उन्होंने रामविलास पासवान को भारत रत्न देने एवं निजी क्षेत्र की नौकरियों में आरक्षण लागू करने की मांग सरकार से की।
इस मौके पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण कुमार अग्रवाल ने सभी अतिथियों व कार्यकर्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि एक-एक कार्यकर्ता का सम्मान पार्टी का सम्मान है। रालोजपा विधानसभा चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इसमें हमारे तमाम कार्यकर्ताओं की बड़ी भूमिका होगी। हमारी पार्टी जनता के वोट से जनता के लिए काम करनेवाली सरकार बनाएगी।
प्रधान महासचिव केशव सिंह ने कार्यक्रम का संचालन किया। लोक गायक आलोक पासवान ने रालोजपा की सदस्यता ग्रहण की।
पासवान परिवार में कलह पर सूरजनभान बोले- समय आने पर पोल खोलेंगेकेन्द्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष सूरजभान सिंह ने कहा कि पासवान परिवार में जो टूट-फूट है, उसके बारे में पशुपति पारस और राजकुमार (चिराग पासवान) ही बताएंगे या फिर जदयू-भाजपा वाले बताएंगे। समय आने पर सभी की पोल खोलेंगे। यह परिवार अगर मिल जाए तो अच्छी चीज है। हमें राजनीति से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान देवता थे। आज भी हम इस परिवार का बहुत सम्मान करते हैं।
इन नेताओं ने किया संबोधित:प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज पासवान, विधान पार्षद भूषण कुमार राय, राष्ट्रीय महासचिव सांसद चंदन सिंह, पूर्व विधायक अनिल चौधरी, विरेश्वर सिंह, अम्बिका प्रसाद बीनू, रालोजपा के हरियाणा अध्यक्ष मुकेश कुमार, झारखंड के अध्यक्ष राजकुमार राय, दिल्ली के अध्यक्ष विनोद नागर, दलित सेना के प्रदेश अध्यक्ष धनश्याम कुमार दाहा, महासचिव रंजीत पासवान वयुवा नेता यश राज पासवान।
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Bihar: बिना थर्ड पार्टी बीमा कराए वाहन चलाया तो कटेगा ऑटोमैटिक ई-चालान, मिलेगा 1 दिन का ग्रेस पीरियड
राज्य ब्यूरो, पटना। अब बिना थर्ड पार्टी बीमा कराए वाहन चलाने पर शहरी क्षेत्र में भी ऑटोमैटिक ई-चालान कटेगा। पहले चरण में चारों स्मार्ट सिटी- पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और बिहारशरीफ में इसे लागू किया जाएगा। स्मार्ट सिटी शहरों में लगाए गए एएनपीआर (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरों के माध्यम से ऐसे वाहनों का ऑटोमैटिक ई-चालान काटा जाएगा।
परिवहन विभाग के अनुसार, यह चालान एक दिन में एक ही बार कटेगा। निर्गत ई-चालान की राशि जमा करने के लिए विभाग की ओर से एक दिन की अनुग्रह अवधि (ग्रेस पीरियड) दिया जाएगा। इस अवधि के बाद भी थर्ड पार्टी बीमा न कराने पर फिर से ई-चालान निर्गत किया जाएगा।
परिवहन सचिव ने दी जानकारीपरिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सभी वाहन मालिकों को अपने वाहन का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कराना अनिवार्य है। जिन वाहनों का बीमा प्रमाण पत्र अपडेट नहीं है, उन वाहनों पर मोटरयान अधिनियम, 1988 की धारा 196 के तहत शमन के रूप में ई चालान निर्गत करने का प्रविधान है।
उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में टोल प्लाजा पर ई-डिटेक्शन सिस्टम के माध्यम से बिना थर्ड पार्टी बीमा के वाहनों का ऑटोमैटिक चालान काटा जा रहा है। इसके साथ ही हैंड हेल्ड डिवाइस के माध्यम से भी चालान निर्गत किया जाता है।
दुर्घटना में मौत पर पांच लाख का मुआवजा:- थर्ड पार्टी बीमा कराने से न केवल वित्तीय सुरक्षा मिलती है, बल्कि यह दुर्घटना होने पर घायल पीड़ितों को भी मदद मिलती है।
- गाड़ी का बीमा नहीं होने पर जुर्माना का प्रविधान है, साथ ही दुर्घटना होने पर घायल के इलाज का खर्च और मृत्यु होने की स्थिति में कम से कम पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का प्रविधान है।
- मुआवजा प्राप्त करने में मदद: यह बीमाधारक को हुए नुकसान या नुकसान के लिए मुआवजा प्राप्त करने में मदद करता है
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Bihar Weather: जारी रहेगा तूफान और बारिश का कहर, IMD का 26 जिलों में बिजली गिरने का अलर्ट; लोग रहें सावधान
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: प्रदेश के मध्य भागों से झारखंड होते हुए उत्तर तटीय ओडिशा तक एक द्रोणिका का प्रभाव बना हु्आ है। वहीं, 16 अप्रैल को पश्चिमी हिमालय क्षेत्रों में विक्षोभ की संभावना है। इन सभी मौसमी कारकों के कारण प्रदेश के मौसम में 19 अप्रैल तक गरज-तड़क के साथ कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा व तेज हवा चलने की संभावना है।
26 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी- मौसम विभाग के अनुसार, अगले 24 घंटे के दौरान पटना सहित 26 जिलों में मेघ गर्जन, बिजली गिरने व 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चल सकती है। इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
- रविवार को पटना सहित आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के कारण मौसम में विशेष परिवर्तन नहीं देखा गया।
बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के नालंदा, किशनगंज, लखीसराय, बांका, शेखपुरा, मुंगेर, पूर्णिया के अलग-अलग भागों में वर्षा दर्ज की गई। नालंदा के सिलाव में सर्वाधिक वर्षा 41.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
गोपालगंज में 35 डिग्री के पार पहुंचा पाराराजधानी का अधिकतम तापमान 32.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 35.4 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। प्रदेश के अधिसंख्य जिलों के तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
इन जगहों पर दर्ज हुई वर्षानालंदा के बेन में 38.4 मिमी, बिहारशरीफ में 35.8 मिमी, किशनगंज के बहादुरगंज में 34.2 मिमी, नालंदा के सरमेरा में 30.4 मिमी, बांका के बौसी में 26.8 मिमी, बांका में 24.8 मिमी, किशनगंज में 22.4 मिमी, शेखपुरा में 22.2 मिमी, लखीसराय में 19.8 मिमी, पूर्णिया के कस्बा में 19.8 एवं नालंदा के राजगीर में 19.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 32.2 23.6 गया 33.5 22.8 भागलपुर 29.5 20.3 मुजफ्फरपुर 32.0 25.0
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Patna News: मोकामा में दिल दहला देने वाली घटना, युवती के सिर में मारी 4 गोलियां, पाईन किनारे फेंका शव
संवाद सहयोगी, बाढ़। बिहार में इन दिनों अपराधियों में प्रशासन का भय नहीं दिख रहा है। मोकामा के घोसवरी थाना क्षेत्र के टाल इलाके में शहरी गांव के समीप बदमाशों ने एक युवती की गोली मारकर हत्या कर दी और पईन किनारे फेंक दिया।
रविवार की दोपहर शव पर ग्रामीणों की नजर पड़ी तो पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची घोसवरी थाने की पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
बदमाशों ने युवती के सिर में चार गोलियां मारी थी। घटना की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची और साक्ष्यों का संकलन किया। युवती हरे रंग की जीन्स और कुर्ती पहने हुई है।
पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से दो खोखा भी बरामद किया गया है, जिससे प्रतीत होता है कि हत्या नजदीक से की गई है। युवती की पहचान नहीं हो सकी है। पुलिस आसपास के इलाकों से लापता लड़कियों की जानकारी जुटा रही है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए बाढ़ अनुमंडल के पुलिस पदाधिकारी राकेश कुमार भी घटनास्थल पर पहुंचे और बताया कि हर पहलू से जांच की जा रही है। अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए तकनीकी सहायता भी ली जा रही है।
पुलिस ने आशंका जताई है कि युवती की कहीं और हत्या कर शव को यहां लाकर बदमाशों ने फेंक दिया।
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Bihar News: बिहार में दवा लाइसेंस के लिए नई प्रणाली लागू, ऑनलाइन करना होगा आवेदन
जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश में ड्रग लाइसेसिंग प्रक्रिया में बड़ा बदलाव हुआ है। बिहार ने औषधि नियंत्रण विभाग में पारदर्शिता बढ़ाने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए वन नेशन, वन ड्रग लाइसेंसिंग यानी ओएनडीएलएस सिस्टम लागू कर दिया है।
नए सिस्टम में नए ड्रग लाइसेंस या नवीनीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। सबसे पहले यह आवेदन राज्य औषधि नियंत्रक के पास जाएगा। वे संबंधित औषधि निरीक्षक को भौतिकी सत्यापन के लिए कागजात भेजेंगे।
इसके बाद यह रिपोर्ट उप औषधि नियंत्रक के पास जाएगी, जो उसके तकनीकी पहलुओं की पड़ताल और पुष्टि कर लाइसेंस निर्गत करने के लिए जिले के लाइसेंसिंग पदाधिकारी को भेजेंगे। इसके साथ ही प्रदेश के सभी दवा दुकानदारों का केंद्रीय डाटा भी तैयार किया जाएगा, जिससे उच्चाधिकारी उसकी निगरानी सुनिश्चित करा सकें।
होम्योपैथी समेत आयुष दवाओं के लिए भी नया नियम लागू किया गया है। यह जानकारी पटना के सहायक औषधि नियंत्रक चुनेंद्र महतो ने दी। उन्होंने बताया कि हाल ही में गया के बिपार्ड में सभी पदाधिकारियों को नए लाइसेंसिंग सिस्टम का प्रशिक्षण दिया गया है।
30 दिन में लाइसेंस या आवेदन रदनई लाइसेंसिंग प्रक्रिया पुरानी की तुलना में कुछ जटिल है, लेकिन इसमें अनियमितता की गुंजाइश नहीं रहेगी। नए सिस्टम के तहत अब नए लाइसेंस का आवेदन चार चरणों से गुजरेगा। सबसे पहले राज्य भर के आवेदन ड्रग कंट्रोलर के पास जाएंगे। यहां आवेदन पत्र और संलग्न दस्तावेजों की प्रारंभिक जांच की जाएगी।
यदि कोई दस्तावेज अधूरा हुआ तो आवेदन रोक कर सूचना दी जाएगी। सही होने पर राज्य औषधि नियंत्रक संबंधित औषधि निरीक्षक को भेजेंगे, जो दुकान-संस्थान और वहां की व्यवस्था की वास्तिक रिपोर्ट देंगे।
इसके बाद यह उप औषधि निरीक्षक के पास जाएगा जो तकनीकी मूल्यांकन यानी फार्मासिस्ट की योग्यता, दवा भंडारण व्यवस्था और अन्य तकनीकी पहलुओं की जांच व समीक्षा कर रिपोर्ट देंगे।
उनके स्तर पर सभी रिपोर्ट-दस्तोवज संतोषजनक पाए जाने पर लाइसेंस स्वीकृत करने के लिए आवेदन जिला लाइसेंसिंग पदाधिकारी को भेजा जाएगा। यह पूरी प्रक्रिया 30 दिन में पूरी कर लाइसेंस निर्गत करना है या आवेदन रद करना है। हर टेबल की कार्यवाही रिकॉर्ड में होगी और उच्चाधिकारी कभी भी उसकी जांच कर सकेंगे।
इसके अलावा भी दवा कारोबारियों को नए पोर्टल पर पंजीकरण कर संबंधित लाइसेंस और दस्तावेज अपलोड करने होंगे। इससे पूरे देश का केंद्रीय डाटा तैयार हो सकेगा।
बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन ओएनडीएलएस ड्रग लाइसेंस सॉफ्टवेयर का स्वागत करता है। इससे लाइसेंसिंग प्रक्रिया पहले से अधिक सरल, तेज और पारदर्शी होगी। इसमें सभी दवा व्यवसायियों को पुराने लाइसेंस स्वयं ही पोर्टल पर अपलोड करने होंगे। एसोसिएशन राज्य भर में संगठन की जिला ईकाइयों और औषधि विभाग के सहयोग से प्रशिक्षण मुहैया करा इस प्रणाली को सुगम बनाने का कार्य करेगा। - तरुण कुमार, प्रशासनिक सचिव, बिहार केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन
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राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस में एक ही नाम, पता, जन्म तिथि, पैन कार्ड और शारीरिक माप पर दो भाइयों के सिपाही पद पर बहाल होने के एक मामले की जानकारी मिलने के बाद आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने प्राथमिकी दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू की है। मामला करीब 41 वर्ष पुराना बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार मोहनियां के चौडीहरा गांव निवासी विक्रमा सिंह ने 1982 में कटिहार जीआरपी के साथ ही रोहतास जिला बल की सिपाही बहाली में सफलता हासिल की थी। मगर उन्होंने कटिहार जीआरपी में योगदान किया और 2023 में गया जिले से सेवानिवृत हुए।
ऐसे हुआ खुलासादूसरी ओर शिवहर जिले से भी विक्रमा सिंह नामक दारोगा सेवानिवृत्त हुए हैं। इस विक्रमा सिंह के पिता का नाम, पता, जन्म तिथि, पैन नंबर, ऊंचाई और छाती का नाम बिलकुल समान है। सिर्फ दोनों व्यक्ति के आधार नंबर, बैंक खाता नंबर और प्रथम योगदान स्थल में अंतर दिखा है।
जांच में पता चला है कि शिवहर जिले से रिटायर हुए विक्रमा सिंह की प्रथम नियुक्ति रोहतास जिला बल में सिपाही के पद पर हुई थी। दोनों भाइयों ने अलग-अलग जिलों में करीब 41 साल नौकरी करते हुए दारोगा पद से सेवानिवृत्ति ली।
मामले का खुलासा तब हुआ, जब दूसरे भाई ने पेंशन के लिए शिवहर के कोषागार में दस्तावेज जमा किए, जबकि एक भाई पहले ही रोहतास कोषागार से पेंशन उठा रहा था। अब ईओयू मामले से जुड़े जालसाजों की पहचान करेगा और सरकार को आर्थिक नुकसान पहुंचाने वाले कर्मियों को चिह्नित करेगा।
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Bihar Politics: चुनाव से पहले कन्हैया कुमार की बढ़ी मुश्किलें, पटना में दर्ज हुआ एक और मामला; वजह भी सामने आई
जागरण संवाददाता, पटना। कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि उनके खिलाफ पटना के कोतवाली थाने में एक मामला दर्ज किया गया है।
शिकायत दर्जभारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कन्हैया कुमार पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने एक निजी टेलीविजन चैनल को दिए साक्षात्कार में प्रधानमंत्री के खिलाफ अभद्र भाषा और अमर्यादित टिप्पणी का इस्तेमाल किया था।
पुलिस की कार्यवाहीकोतवाली इंस्पेक्टर राजन कुमार ने जानकारी दी है कि लिखित शिकायत प्राप्त होने के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है और पुलिस द्वारा इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है।
साक्षात्कार में आरोपशिकायत में यह उल्लेख किया गया है कि 11 अप्रैल को प्रसारित हुए साक्षात्कार के दौरान कन्हैया कुमार ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके कारण यह मामला दर्ज किया गया है।
इस मामले में भी दर्ज हुआ केसबता दें कि एक दिन पहले भी पटना में कन्हैया कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया गया था। वह पलायन रोको, नौकरी दो पदयात्रा कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री आवास की तरफ जा रहे थे।
इसको लेकर पुलिस ने कन्हैया कुमार समेत 40 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की। हालांकि, बाद में एसकेपुरी थाने से सभी को बांड भरा कर छोड़ दिया गया। प्राथमिकी नगर निगम के रजिस्ट्रार गोपाल प्रसाद चौहान की लिखित शिकायत पर की गई।
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Bihar News: '10 लाख रुपये दो वरना...', बीमा भारती को मिली जान से मारने की धमकी; FIR के बाद एक्टिव हुई पटना पुलिस
संवाद सूत्र, फुलवारी शरीफ। बिहार की पूर्व गन्ना मंत्री बीमा भारती से रविवार की सुबह अज्ञात लोगों ने फोन कर दस लाख की रंगदारी की मांगी है।
रकम नहीं देने पर जान मारने की धमकी भी दी है। पूर्व मंत्री ने धमकी मिलने के साथ ही फुलवारी शरीफ थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर फोन नम्बर की जांच करते हुए रंगदारी मांगने वाले की तलाश में जुट गई है।
पुलिस को दी सूचनाघटना के संबंध में पूर्व गन्ना मंत्री बीमा भारती ने पुलिस को लिखित आवेदन देते हुए बताया है कि उनके मोबाईल नम्बर पर रविवार की सुबह साढ़े दस बजे एक अज्ञात नम्बर से फोन आया।
फोन जब उन्होंने उठाया तब फोन करने वाले ने उनको धमकी देते हुए कहा कि दस लाख की रंगदारी दो वरना जान से मार देंगें।
वह कुछ समझ पाती रंगदारी मांगने वाला अनापशनाप भी बोलने लगा। वह लगातार रंगदारी और जान मारने की बात करता रहा।
फोन आने के बाद सहम गईं पूर्व मंत्रीइस फोन के बाद वह डर गई और फिर फुलवारी शरीफ थाना को लिखित सूचना दी। थानाध्यक्ष फुलवारी शरीफ एस एम हैदरी ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया गया है और फोन नम्बर की जांच कर आवश्यक कारवाई की जा रही है। मालूम हो कि बीमा भारती फुलवारी शरीफ के एकता नगर में विगत दिनों से रह रही हैं।
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Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले मांझी ने सीट को लेकर ठोक दिया दावा, नई डिमांड के बाद बढ़ा सियासी पारा
राज्य ब्यूरो, पटना। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (से.) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक रविवार को पार्टी संरक्षक जीतन राम मांझी के आवास पर आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता मंत्री और पार्टी अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने की। बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि पार्टी गठबंधन के तहत विधानसभा चुनाव में 25 से 30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। बैठक में यह निर्णय भी लिया गया कि 25-30 जिलों में सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
बैठक में संगठनात्मक मजबूती, इंटरनेट मीडिया को सक्रिय बनाने, पार्टी का यू-टयूब चैनल शुरू करने, हम सेना नाम प्रशिक्षित कार्यकर्ताओं की टीम बनाने और प्रत्येक जिले में सौ समर्पित कार्यकर्ताओं का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण देने पर भी सहमति बनाई गई।
संतोष कुमार ने कहा कि पार्टी का स्थापना दिवस 20 मई को पटना में भव्य रूप से मनाया जाएगा। इस दौरान मांझी दर्पण नाम पार्टी स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
बैठक में रामचंद्र प्रसाद सिंह, वीरेंद्र कुमार सिंह, देवेंद्र मांझी, श्याम सुंदर शरण, कौशलेंद्र कुमार, पम्पी शर्मा, रमेश सिंह, राजेश रंजन, शंकर मांझी, सहित दूसरे कई नेता उपस्थित रहे।
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IAS Transfer: बंदना बनीं समाज कल्याण विभाग की सचिव, बिहार में 3 IAS अफसरों का तबादला; 2 को मिला अतिरिक्त प्रभार
राज्य ब्यूरो, पटना। उद्योग विभाग की सचिव बंदना प्रेयसी को समाज कल्याण विभाग का सचिव बनाया गया है। वह बिहार राज्य महिला एवं बाल विकास निगम की प्रबंध निदेशक के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगी।
वहीं, अपर मुख्य सचिव समाज कल्याण विभाग, हरजोत कौर बम्हारा को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने रविवार को तीन अधिकारियों के तबादले की अधिसूचना जारी की। दो अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
मिहिर कुमार सिंह को मिला अतिरिक्त प्रभारपथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह को उद्योग विभाग के अपर मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
राजस्व पर्षद की सदस्य डॉ. सफीना एएन को मगध प्रमंडल के आयुक्त के रूप में पदस्थापित किया गया है। वह अपर महानिदेशक, बिपार्ड गया के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगी।
बिहार भवन. नयी दिल्ली में स्थानिक आयुक्त के रूप में पदस्थापित कुंदन कुमार को आधारभूत संरचना विकास प्राधिकार (आइडा) के प्रबंध निदेशक काअतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
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Bihar Jobs 2025: शिक्षा विभाग में होगी एक और बंपर भर्ती, BPSC लेगा एग्जाम
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक गुणवत्ता की मॉनिटरिंग हेतु सहायक शिक्षा विकास पदाधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
शिक्षा विभाग के स्तर से 1339 पदों नियुक्ति हेतु अधियाचना भेजने की कार्रवाई को अंतिम रूप से दिया जा रहा है। आयोग द्वारा अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा ली जाएगी। इसमें उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया जाएगा।
अभ्यर्थियों की न्यूनतम योग्यता स्नातक बिहार शिक्षा प्रशासन संवर्ग नियमावली, 2025 के मुताबिक अभ्यर्थियों के लिए शैक्षणिक योग्यता किसी मान्यता विश्वविद्यालय से स्नातक या समकक्ष रखा गया है।
वहीं, न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष है। नियुक्ति में राज्य सरकार द्वारा लागू आरक्षण का प्रविधान भी प्रभावी होगा। न्यूनतम आयु की गणना संबंधित वर्ष की पहली अगस्त के आधार पर होगी। ये नियुक्तियां बिहार शिक्षा प्रशासन संवर्ग में प्राप्त होंगी।
सहायक शिक्षा विकास पदाधिकारी का पद मूल कोटि का होगा। इस पद पर नियुक्त होने वालों की प्रोन्नति शिक्षा विकास पदाधिकारी के पद पर होगी।
मेधा सूची के आधार पर वरीयता का निर्धारणसीधी भर्ती से नियुक्त सहायक शिक्षा विकास पदाधिकारियों का वरीयता निर्धारण आयोग के मेधा सूची के आधार किया जाएगा। सहायक शिक्षा विकास पदाधिकारी पद पर नियुक्त कर्मियों की परिवीक्षा अवधि योगदान की तिथि से एक वर्ष के लिए होगी।
परिवीक्षा अवधि में सेवा संतोषजनक नहीं पाए जाने की स्थिति में परिवीक्षा अवधि का विस्तार अगले एक वर्ष के लिए किया जा सकेगा। यदि विस्तारित अवधि में भी सेवा संतोषजनक नहीं पायी जाएगी, तो नियुक्ति प्राधिकार ऐसे कर्मी को सेवामुक्त कर सकेगा।
नियुक्त सहायक शिक्षा विकास पदाधिकारियों को यथा निर्धारित विभागीय परीक्षा उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। विभागीय परीक्षा के विषय पाठ्यक्रम एवं प्रक्रिया का निर्धारण राजस्व पर्षद द्वारा विभाग के परामर्श से किया जाएगा।
प्रोन्नति पर विचारार्थ न्यूनतम कालावधि एवं अन्य शर्त के वही होगी, जो राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर निर्धारित की जाएगी।
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Bihar Politics: बिहार चुनाव को लेकर कांग्रेस पूरी तरह से एक्टिव, क्या नई रणनीति से RJD पर बन पाएगा दबाव?
सुनील राज, पटना। वैसे तो बिहार विधानसभा चुनावों की घोषणा में अभी वक्त है। लेकिन, कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने सहयोगी राजद पर दबाव की रणनीति के तहत पार्टी में केंद्रीय टीम के दिग्गजों को मोर्चा संभालने के लिए मैदान में उतार दिया है।
यूं तो पार्टी चार्जशीट कार्यक्रम के नाम पर बिहार में अपराध और विधि-व्यवस्था के मुद्दे पर एनडीए सरकार पर हमलावर है। लेकिन उसकी इस कवायद को सहयोगी दल खास कर राष्ट्रीय जनता दल दबाव से जोड़ा जा रहा है।
पिछले दो दशकों से राजद से गठजोड़ कर चुनाव मैदान में उतरने वाली कांग्रेस वैसे तो अपने दम पर अकेले मैदान में तो नहीं उतरेगी लेकिन, सीटों को लेकर दबाव में भी नहीं आएगी।
यही कारण है कि एक ओर जहां प्रदेश नेतृत्व में बदलाव किए गए, वहीं अभी से राजद पर दबाव की कोशिशें भी शुरू हो गई है।
दबाव बनाने का जिम्मा केंद्रीय स्तर के नेताओं को दिया गया है। केंद्रीय नेता यहां आकर जहां चुनाव की जमीन तैयार कर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री फेस के मुद्दे पर भी खुलकर अपना पक्ष रख रहे हैं।
सूत्र बता रहे हैं कि राहुल गांधी के अलावा पार्टी के करीब दिग्गज 40 नेताओं को बिहार में उतारा जा रहा है। जो नाम सामने आए हैं।
उनमें रणदीप सुरजेवाला, मीरा कुमार, दिग्विजय सिंह, सचिन पायलट, अलका लांबा, सुप्रिया श्रीनेत्र, कन्हैया कुमार, कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद, इमरान प्रतापगढ़ी, पवन खेड़ा, जयराम रमेश, जिग्नेश मेवाणी और कुमारी शैलेजा के नाम प्रमुख हैं।
इनमें से राहुल गांधी के तीन महीने में तीन दौरे हो चुके हैं। राहुल के अलावा सचिन पायलट, अलका लांबा, सुप्रिया श्रीनेत्र, कन्हैया, पवन खेड़ा और जिग्नेशन मेवाणी का दौरा हो भी चुका है। आने वाले महीनों में कई और वरिष्ठ कांग्रेस नेता बिहार का रुख करेंगे और कांग्रेस को मजबूत दिशा देंगे।
20 को बिहार आ सकते हैं कांग्रेस अध्यक्ष खरगेकांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे 20 अप्रैल को बिहार आ सकते है। जानकारी के अनुसार मल्लिकार्जुन 20 को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में पार्टी के अध्यक्ष, प्रभारी की मौजूदगी में प्रदेश नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
पार्टी के सूत्रों की माने तो 19 को बक्सर में पार्टी की एक रैली प्रस्तावित है। इसमें भी खरगे शामिल हो सकते हैं परंतु यह कार्यक्रम अब तक तय नहीं हुआ है परंतु 20 का उनका दौरा करीब-करीब तय हो चुका है।
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