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Bihar Weather: बिहार के इन दो जिलों में मौसम दिखाएगा रौद्र रूप, आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश की संभावना
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: राजधानी व आसपास के इलाकों में शनिवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे। इसके साथ ही गरज-तड़क के साथ छिटपुट वर्षा की संभावना है। भागलपुर व कटिहार जिले के एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
पूर्वी भागों के सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, खगड़िया, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, भागलपुर, मुंगेर, बांका, जमुई में 30-40 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से आंधी-तूफान के साथ मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्टअगले तीन दिनों के दौरान प्रदेश के उत्तरी पूर्वी भागों में गरज-तड़क के साथ वर्षा के आसार हैं। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, बंगाल की खाड़ी से आ रही पूर्वी हवाओं में मौजूद नमी के कारण प्रदेश में फिलहाल मौसम बदला हुआ है। हालांकि, दो से तीन दिनों बाद तापमान में वृद्धि की संभावना है।
बेगूसराय के बखरी में हुई सबसे ज्यादा बारिशबीते 24 घंटों के दौरान बेगूसराय, मुंगेर, दरभंगा, खगड़िया, समस्तीपुर, पटना, भागलपुर, बांका, वैशाली के अलग-अलग भागों में वर्षा दर्ज की गई। बेगूसराय के बखरी में सर्वाधिक वर्षा 63.2 मिमी दर्ज की गई। पटना जिले के खुसरूपुर में 42.2 मिमी, अथमलगोला में 34.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
इन जगहों पर दर्ज हुई वर्षामुंगेर के तारापुर में 60.2 मिमी, बेगूसराय में 57.2 मिमी, दरभंगा के हायाघाट में 52.8 मिमी, समस्तीपुर के रोसड़ा में 49.2 मिमी, खगड़िया के गोगरी में 44.0 मिमी, नालंदा के सरमेरा में 43.0 मिमी, भागलपुर के साहकुंड में 40.4 मिमी, सुल्तानगंज में 39.2 मिमी, बांका के अमरपुर में 38.6 मिमी, वैशाली के बिदुपुर में 38.0 मिमी, अररिया के रानीगंज में 32.0 मिमी।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 29.1 21.6 गया 34.8 24.2 भागलपुर 28.2 20.6 मुजफ्फरपुर 29.0 23.3
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Bihar Election 2025: विधानसभा चुनाव में बूथों की संख्या 77895 से बढ़कर होगी 92000, तैयारी में जुटा इलेक्शन कमीशन
राज्य ब्यूरो, पटना। भारत निर्वाचन आयोग बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है। आयोग के निर्देश के बाद राज्य में 2 मई से 30 जून तक जिलों में ईवीएम की कंट्रोल यूनिट (सीयू), बैलेट यूनिट (बीयू) और वीवीपैट की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) शुरू हो जाएगी।
आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए बूथों का मानक बदल दिया गया है। पहले हर बूथ पर 1500 मतदाताओं के मतदान की व्यवस्था होती थी। अब नए मानकों के अनुसार 1200 मतदाताओं पर एक बूथ का गठन किया जाएगा। वर्तमान में राज्य में 77895 बूथ हैं। अब बूथों की संख्या बढ़कर लगभग 92000 हो जाएगी।
इसको लेकर भारत निर्वचान आयोग से 1200 प्रति बूथ मानक के अनुसार 16 हजार कंट्रोल यूनिट, 17 हजार वीवीपैट और 22 हजार बैलेट यूनिट की मांग की गई है। वर्तमान में लगभग 1 लाख से अधिक ईवीएम जिलों के बज्रगृहों में भंडारित की गई है। ईवीएम का एफएलसी चरणवार तरीके से किया जाएगा।
इसका कार्यक्रम जिलों को भेज दिया गया है। शीघ्र ही सभी जिलों में जिलाधिकारियों के नेतृत्व में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रथम स्तरीय जांच में कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट एवं वीवीपैट की बैट्री और उसके सभी फंक्शन की जांच की जाएगी। यह सभी काम जिलाधिकारी के निरीक्षण में किया जाएगा।
वर्तमान में राज्य में करीब 1 लाख 10 हजार के करीब ईवीएम हैं। सभी ईवीएम लोकसभा चुनाव के पहले मंगाई गई थीं। एम-3 मॉडल की इन सभी मशीनों का पहली बार लोकसभा चुनाव 2024 में प्रयोग किया गया था।
20 प्रतशित अधिक ईवीएम की जरूरतचुनाव कराने के लिए मतदान केंद्रों से 20 प्रतशित अधिक ईवीएम की जरूरत होती है। इस जरूरत को ध्यान में रखकर मतदान केंद्रों के हिसाब से जिलों को ईवीएम आवंटित करने की तैयारी चल रही है।
ताकि, मशीन की कोई कमी नहीं हो। सभी जगह फर्स्ट लेबल जांच में खराब मशीन को हटाने के बाद भी चुनाव आयोग के मानक को पूरा किया जा सके।
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Patna High Court: दहेज हत्या मामले में न्यायिक मजिस्ट्रेट की याचिका खारिज, हाई कोर्ट ने CBI को सौंपा मामला
जागरण संवाददाता, पटना। पटना हाई कोर्ट ने अपने एक महत्वपूर्ण निर्णय से रोहतास जिला के निलंबित न्यायिक पदाधिकारी प्रतीक शैल की याचिका को खारिज करते हुए न केवल प्राथमिकी को बरकरार रखा, बल्कि पूरे प्रकरण की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो को सौंपने का आदेश भी दिया।
यह निर्णय न्यायमूर्ति विवेक चौधरी की एकलपीठ ने प्रतीक शैल की क्रिमिनल रिट याचिका पर सुनवाई करते हुए पारित किया। याचिकाकर्ता ने अपनी पत्नी की मृत्यु के संबंध में दर्ज की गई प्राथमिकी (आलमगंज थाना कांड संख्या 747/2023) को निरस्त करने की मांग की थी, जिसमें दहेज हत्या (आईपीसी 304B) का आरोप था।
कोर्ट ने इस प्रकरण की तकनीकी प्रकृति, चिकित्सीय दस्तावेज़ों के आधार तथा राज्य पुलिस द्वारा भारतीय दंड संहिता की धारा 498A एवं दहेज निषेध अधिनियम की धाराएं 3 और 4 सम्मिलित न करने की चूक को देखते हुए, मामला केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो को सौंप दिया।
कोर्ट ने अन्वेषण अधिकारी को निर्देशित किया है कि वह मामले की केस डायरी, जब्त की गई वस्तुएं और दस्तावेजों को दिनांक 19 अप्रैल 2025 तक सीबीआई के संबंधित प्राधिकारी को सौंप दे।
साथ ही कोर्ट ने याचिकाकर्ता को निर्देशित किया कि वह आदेश की तिथि से तीन दिनों के भीतर पटना के एसीजेएम-6 के समक्ष आत्मसमर्पण करें। यदि ऐसा नहीं किया गया तो उनके विरुद्ध जारी गैर-जमानती वारंट निष्पादित किया जाएगा।
कोर्ट ने सीबीआई को अनुमति दी है कि वह आलमगंज थाना कांड संख्या 747/2023 के संदर्भ में भारतीय दंड संहिता की धारा 304A या वैकल्पिक रूप से धारा 304 भाग-II के साथ धारा 498A तथा दहेज निषेध अधिनियम की धाराएं 3 और 4 याचिकाकर्ता और अन्य अभियुक्तों के विरुद्ध जोड़े।
याचिकाकर्ता की ओर से वरीय अधिवक्ता निवेदिता निर्विकार ने दलील दी कि याचिकाकर्ता की पत्नी की मृत्यु पेट की टीबी से हुई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट, एफएसएल रिपोर्ट और अस्पताल द्वारा जारी की गई चिकित्सा का सारांश प्रस्तुत करते हुए उन्होंने कहा कि मृत्यु के पीछे याचिकाकर्ता का कोई हाथ नहीं था।
मृतक चंदनी चंद्रा के पिता अशोक कुमार की ओर से वरीय अधिवक्ता चितरंजन सिन्हा ने दलील दी कि विवाह के बाद से याचिकाकर्ता की बेटी को दहेज के लिए प्रताड़ित किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि पहले से 30 लाख रुपये नकद, कार, आभूषण और अन्य उपहार दिए गए, परंतु ससुराल पक्ष द्वारा 20 लाख रुपये और मांगते हुए उत्पीड़न किया गया।
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Bihar IPS Promotion: बिहार में 5 IPS अधिकारियों का हुआ प्रमोशन, अब मिली ये नई जिम्मेदारी; विभाग भी बदले
राज्य ब्यूरो,पटना। Bihar Police News: बिहार कैडर के पांच वरीय आइपीएस अधिकारियों की जिम्मेदारी बदल गई है। यातायात के अपर पुलिस महानिदेशक सुधांशु कुमार को असैनिक सुरक्षा के अपर आयुक्त पद के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
नागरिक सुरक्षा की डीआइजी अनुसूईया रणसिंह को प्रोन्नति के बाद इसी इकाई में आइजी की जिम्मेदारी दी गई है। पटना के विधि-व्यवस्था एसपी विवेक कुमार को प्रोन्नति के बाद अपराध अनुसंधान विभाग में डीआइजी बनाया गया है।
वहीं एक और नव प्रोन्नति अधिकारी मो. फरोगुद्दीन को एसडीआरएफ के समादेष्टा की जगह गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन सेवाएं में डीआइजी की नई जिम्मेदारी दी गई है।
अभी तक गृह रक्षा वाहिनी एवं अग्निशमन के डीआइजी रहे मृत्युंजय कुमार चौधरी को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो का डीआइजी बनाया गया है। गृह विभाग ने शुक्रवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।
आईपीएस अधिकारियों का प्रमोशन कैसे होता है?- आईपीएस अधिकारियों को पदोन्नति के लिए न्यूनतम सेवा अवधि पूरी करनी होती है, जो रैंक के अनुसार भिन्न होती है।
- अधिकारियों के काम के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया जाता है, जिसमें उनकी कार्यक्षमता, नेतृत्व क्षमता, और निर्णय लेने की क्षमता को देखा जाता है।
- आईपीएस अधिकारियों को विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेना होता है, जो उन्हें उच्च पदों के लिए तैयार करते हैं।
- पदोन्नति के लिए एक बोर्ड का गठन किया जाता है, जो अधिकारियों के प्रदर्शन, अनुभव, और योग्यता का मूल्यांकन करता है।
- अंतिम निर्णय सरकार द्वारा लिया जाता है, जो बोर्ड की सिफारिशों पर आधारित होता है।
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Bihar Politics: महागठबंधन की दूसरी बैठक की डेट हो गई फिक्स, इस फॉर्मूले पर हो सकती है बात
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: विधानसभा चुनाव को लेकर महागठबंधन के दलों की दूसरी अहम बैठक 24 अप्रैल को होगी। राजद के प्रदेश कार्यालय में 17 अप्रैल को आयोजित पहली बैठक के ठीक एक सप्ताह बाद गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में यह बैठक होने वाली है। इस बैठक में राजद की ओर से समन्वय समिति के अध्यक्ष तेजस्वी यादव, कांग्रेस से राजेश राम, कृष्णा अल्लावारू, वीआइपी से मुकेश सहनी समेत वाम दलों के प्रमुख नेता शामिल होंगे।
तेजस्वी बनाए गए थे समन्वय समिति के अध्यक्षतेजस्वी को समन्वय समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद पहली बार महागठबंधन के नेता एक साथ बैठक करने वाले हैं। सूत्रों के अनुसार, सदाकत आश्रम में होने वाली इस बैठक में महागठबंधन के दल सीटों के बंटवारे पर बातचीत शुरू कर सकते हैं। सीट बंटवारे में दलों के पिछले प्रदर्शन के साथ इस बार की तैयारियों को भी ध्यान में रखा जाएगा।
इन मुद्दों पर होगी चर्चाऐसे में सीट बंटवारे का फार्मूला तय किया जा सकता है। इसके अलावा प्रदेश इकाई की तर्ज पर जिला और प्रखंड स्तर पर भी समन्वय समिति बनाई जानी है। इसको लेकर भी बैठक में अहम निर्णय लिए जा सकते हैं। विधानसभा चुनाव के लिए प्रभावी मुद्दों और आगामी रणनीति पर भी चर्चा की जा सकती है।
मालूम हो कि समन्वय समिति में तेजस्वी के साथ महागठबंधन के सभी छह दलों राजद, कांग्रेस, वीआइपी, भाकपा, माकपा और माले के दो-दो प्रतिनिधि को शामिल किया गया है।
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बिहार के 101 अनुमंडलों को जिला मुख्यालयों से जोड़ने के लिए चलेंगी 166 डीलक्स बसें, जल्द शुरू होगा परिचालन
डिजिटल डेस्क, पटना। राज्य के सभी 101 अनुमंडलों को जिला मुख्यालयों से जोड़ने के लिए जल्द ही डीलक्स बसों का परिचालन शुरू होगा। अगले महीने के दूसरे हफ्ते से ये बसें सड़कों पर दौड़ेंगी। बीएसआरटीसी (बिहार राज्य पथ परिवहन निगम) 6 शहरों के अनुमंडलों को 109 जोन में बांटकर कुल 166 बसों को चलाने की तैयारी कर रहा है। ये सभी बसें पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया, भागलपुर और गया की पंचायतों को जिला मुख्यालयों से जोड़ेंगी। इनके परिचालन का पूरा रूट निर्धारित कर लिया गया है। अभी सभी बसें परमिट फेज में हैं। जल्द ही इन सभी का परमिट क्लियर कर दिया जाएगा।
बसों में कैमरा और पैनिक बटन
बीएसआरटीसी से मिली जानकारी के मुताबिक, ये सभी बसें डीजल से चलने वाली और नॉन-एसी होंगी, जिनमें 40 लोग बैठ सकेंगे। साथ ही बस में कैमरा, पैनिक बटन और जीपीएस ट्रैकर भी लगा होगा। इन बसों के शुरू होने से लोगों की पहुंच जिला मुख्यालयों के साथ ही राजधानी तक भी सुगम हो जाएगी। आने वाले दिनों में प्रखंड स्तर से भी बस सुविधा शुरू करने की योजना बन रही है।
इनमें सबसे अधिक 32 बसें राजधानी से अन्य अनुमंडलों के लिए रवाना होंगी। पटना से रक्सौल, नरकटियागंज, जयनगर, गोपालगंज, दरभंगा, रांची, गुमला, नवादा, राजगीर, आरा-रांची, आरा-धनबाद, आरा-वाराणसी, बिहारशरीफ-रांची, बिहारशरीफ-बोकारो, पटना-हावड़ा, पटना-वाल्मीकिनगर-भैंसालोटन के लिए बसें चलेंगी।
अन्य जिलों के लिए भी बसें
पूर्णिया से कुल 25 बसें एक ट्रिप में चलेंगी। भागलपुर से 24, दरभंगा से 24 बस, मुजफ्फरपुर से 30 और गया जिले से 31 डीजल बसें अलग-अलग समय पर चलेंगी। यह सभी बसें राज्य के सभी जिलों को जोड़ने के साथ आगे राजधानी से जुड़ेंगी। इनमें पटना, दरभंगा और गया के अनुमंडलों से झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लिए भी बस चलाने की तैयारी है।
Bihar News: 'मशाल-2024' प्रतियोगिता के सफल आयोजन को लेकर पाटलिपुत्र खेल परिसर में हुई उच्चस्तरीय बैठक
डिजिटल डेस्क, पटना। खेल विभाग, शिक्षा विभाग तथा बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में देश की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता "मशाल-2024" के सफल आयोजन को लेकर आज पाटलिपुत्र खेल परिसर में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता डॉ. बी. राजेंदर, अपर मुख्य सचिव, खेल विभाग ने की। बैठक में अजय यादव, सचिव, शिक्षा विभाग, रवीन्द्रण शंकरण, महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण, महेन्द्र कुमार, निदेशक, खेल विभाग सहित सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि विद्यालय स्तर पर प्रतियोगिता 25 से 27 अप्रैल 2025 तक आयोजित की जाएगी। त्रैमासिक परीक्षा 27 अप्रैल के बाद आयोजित की जाएगी ताकि प्रतिभागियों को परीक्षा और प्रतियोगिता दोनों में उचित समय मिल सके। इसके अलावा, 19 मई 2025 से Complex Resource Centre स्तर की प्रतियोगिताएं शुरू होंगी, जिनमें प्रत्येक विद्यालय से 77 खिलाड़ी भाग लेंगे। यह आयोजन बिहार के युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
खिलाड़ियों के विद्यालय परिवर्तन को लेकर भी स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं। कक्षा 8 और 10 के खिलाड़ियों के विद्यालय बदलने के लिए ADD (नया जोड़ना) और DELETE (पुराना हटाना) विकल्प उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे पोर्टल पर खिलाड़ियों की जानकारी सटीक बनी रहे। विद्यालय स्तर पर बैटरी टेस्ट आयोजित कर उसका डेटा पोर्टल पर दर्ज करना अनिवार्य होगा। वर्तमान में कुल पंजीकृत खिलाड़ियों की संख्या 15,62,405 है, जिनमें से 3,94,257 खिलाड़ियों का बैटरी टेस्ट डेटा पोर्टल पर सफलतापूर्वक अपलोड हो चुका है।
प्रतियोगिता के सुचारू संचालन के लिए SOP (Standard Operating Procedure) गाइडलाइन पहले ही उपलब्ध कराई जा चुकी है। विद्यालय स्तर की प्रतियोगिताओं में स्थानीय नेता, प्रमुख एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करना सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही, विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी इस आयोजन में शामिल किया जाएगा ताकि वे अपने बच्चों का उत्साहवर्धन कर सकें।
प्रतियोगिता से संबंधित सभी सूचनाएं और पोर्टल से जुड़ी समस्याएं MASHAAL 2024 - DEO Group एवं MASHAAL 2024 – DPO SSA Group के माध्यम से साझा की जाएंगी। मशाल वेब-पोर्टल 20 अप्रैल 2025 को प्रातः 11 बजे से खोल दिया जाएगा, जिससे संबंधित अधिकारी और प्रतिभागी आवश्यक जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
अंत में, प्रत्येक जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (DPO) को निर्देश दिया गया है कि वे सुनिश्चित करें कि प्रत्येक विद्यालय इस प्रतियोगिता में अनिवार्य रूप से भाग ले। यह प्रतियोगिता बिहार के युवा खिलाड़ियों की प्रतिभा को निखारने और उन्हें राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सभी संबंधित अधिकारी एवं शिक्षक इस आयोजन को सफल बनाने के लिए पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करें।
Patna News: इस फोरलेन पर बिना सिग्नल दौड़ेंगी गाड़ियां, पटना में ऐसी पहली सड़क हो गई तैयार
जितेंद्र कुमार, पटना। जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के सामने पीर अली खां रोड जल्द ही नए लुक में दिखेगी। पटना की पहली सड़क जिसका डिवाइडर स्टेनलेस स्टील ग्रिल से सजा होगा।
भिखारी ठाकुर गोलंबर से पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के बीच बिना सिगनल वाहन परिचालन के लिए दो यू-टर्न से लेन बदल कर कहीं भी आ जा सकेंगे। एयरपोर्ट का नया टर्मिनल भवन अब नेहरू मार्ग डुमरा चौकी से आगे बढ़ते ही दिखने लगेगा।
कहां से कहां जा सकेंगे?राइडिंग रोड से आने वाले वाहनों को अब आइएएस भवन के पास यू-टर्न लेकर एयरपोर्ट टर्मिनल, एयरपोर्ट कार्गो, पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, बीएमपी और बीआइटी की ओर जा सकेंगे।
पशु विज्ञान विश्वविद्यालय की ओर से एयरपोर्ट जाने के लिए भी आएएस भवन यू-टर्न लेना होगा। एयरपोर्ट से निकलकर सीधे डुमरा चौकी, भिखारी ठाकुर गोलंबर की ओर नहीं जा सकेंगे।
एयरपोर्ट-पीर अली रोड पर बिना सिग्नल दौड़ेगी गाड़ियां।
बिहार पथ विकास निगम मुख्यालय की ओर से यू-टर्न लेकर लेन बदलनी होगी। सुगम यातायात संचालन के लिए एयरपोर्ट के संपर्क पथ पर यू-टर्न की चौड़ाई 12 मीटर होगी। एक साथ दो से अधिक गाड़ियां मुड़ सकती हैं।
यह व्यवस्था नेहरू मार्ग पर चिड़िया घर, बिहार म्यूजियम और सचिवालय के सामने बिना सिग्नल सुगम यातायात व्यवस्था की सफलता को देखते हुए किया गया है।
एयरपोर्ट जाने वालों को जाम से राहतशहर के किसी भी क्षेत्र से एयरपोर्ट आने-जाने वाले यात्रियों को प्रवेश और निकास द्वार पर जाम से राहत मिलेगी। दानापुर, फुलवारीशरीफ और आशियाना नगर की ओर से आवागमन के लिए कांफेड के बगल से बीआइटी, फुलवारीशरीफ जेल रोड का उपयोग कर सकेंगे।
पटना नूतन राजधानी पथ प्रमंडल को इस कार्य की जिम्मेदारी दी गई है। इस कार्य के लिए विभागीय रखरखाव मद से ही इस मार्ग का लुक बदला जा सकेगा। इस पर कुल 1.25 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
पीर अली रोड से दिखाई देता अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का नया टर्मिनल।
सड़क पर एक नजर- भिखारी ठाकुर गोलंबर से वेटनरी कालेज चौराहा 1200 मीटर फोर लेन के डिवाइडर पर लगेगी स्टेनलेस स्टील ग्रिल
- आइएएस भवन और पथ विकास निगम मुख्यालय के पास लेन बदलने के लिए बन रहा दो यू-टर्न
- पीर अली खां रोड की लंबाई - 1200 मीटर
- पथ निर्माण पर खर्च - 1.25 करोड़
- पथ की चौड़ाई - 14 मीटर
- यू-टर्न पर पथ की चौड़ाई - 12 मीटर
- डिवाइडर पर स्टेनलेस स्टील ग्रिल की ऊंचाई - 2 फीट
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Bihar News: बीपीएससी परीक्षा में डिबार किए गए अभ्यर्थियों को मिली राहत, स्थायी प्रतिबंध आदेश रद
जागरण संवाददाता, पटना। पटना हाईकोर्ट ने शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा 2023 के दौरान दूसरे उम्मीदवार को अपने स्थान पर बैठाने के आरोप में स्थायी रूप से डिबार किए गए अभ्यर्थी को बड़ी राहत दी है।
न्यायाधीश सत्यव्रत वर्मा की एकलपीठ ने आयोग द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को निरस्त करते हुए वेबसाइट से नोटिस हटाने और देशभर के सभी आयोगों को यह सूचना भेजने का निर्देश दिया है कि प्रतिबंध का आदेश अब प्रभावी नहीं है।
यह आदेश प्रभाष कुमार द्वारा दाखिल याचिका पर सुनवाई के बाद दिया गया। याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता अविनाश शेखर ने कोर्ट को बताया कि बिहार लोक सेवा आयोग ने 29 दिसंबर 2023 को एक सूचना जारी कर 49 अभ्यर्थियों पर यह आरोप लगाया कि वे शिक्षक प्रतियोगिता परीक्षा में अपनी जगह दूसरे को बैठा दिया था।
आगामी परीक्षा में बैठने से कर दिया गया था वंचितइसी आधार पर उन्हें किसी भी आगामी परीक्षा में बैठने से स्थायी रूप से वंचित कर दिया गया। अधिवक्ता ने दलील दी कि याचिकाकर्ता ने 8 दिसंबर 2023 को गणित शिक्षक के पद के लिए आयोजित परीक्षा में स्वयं शामिल होकर बायोमेट्रिक जांच और फोटो वेरीफिकेशन करवाया था।
उन्हें परीक्षा में केवल 40 अंक प्राप्त हुए और वे चयनित भी नहीं हुए। ऐसे में न तो कोई अनुचित लाभ प्राप्त हुआ और न ही किसी तरह की अनियमितता सिद्ध हुई। बीपीएससी ने अपने जवाबी हलफनामे में माना कि यदि कोई अभ्यर्थी परीक्षा में गड़बड़ी करता है, तो बिहार परीक्षा संचालन कानून के तहत कार्रवाई हो सकती है।
लेकिन इस मामले में याचिकाकर्ता के खिलाफ ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की गई। कोर्ट ने याचिकाकर्ता की दलीलों को स्वीकारते हुए बीपीएससी के स्थायी प्रतिबंध संबंधी आदेश को गलत और अवैध करार देते हुए उसे रद कर दिया।
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Bihar News: बिहार के 101 अनुमंडलों में चलेंगी 166 डीलक्स बसें, जिला मुख्यालय से होगी कनेक्टिविटी; रूट तय
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी 101 अनुमंडलों को जिला मुख्यालयों से जोड़ने के लिए 166 डीलक्स बसों का परिचालन शुरू होगा। परिवहन विभाग के अनुसार, अगले महीने के दूसरे सप्ताह से बसें सड़कों पर दौड़ने लगेंगी।
इसको लेकर बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) छह शहरों के अनुमंडलों को 109 जोन में बांटकर कुल 166 बसों को चलाने की तैयारी कर रहा है। ये सभी बसें पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पूर्णिया, भागलपुर और गया की पंचायतों को जिला मुख्यालयों से जोड़ेंगी।
इनके परिचालन का पूरा रूट निर्धारित कर लिया गया है। अभी सभी बसें परमिट फेज में हैं। जल्द ही इन सभी का परमिट क्लियर कर दिया जाएगा।
राजधानी तक की यात्रा हो जाएगी सुगमबीएसआरटीसी के अनुसार, ये सभी नान-एसी होंगी जो डीजल से चलेंगी। इनमें 40 लोग बैठ सकेंगे। साथ ही बसों में कैमरा, पैनिक बटन और जीपीएस ट्रैकर भी लगा होगा। इन बसों के शुरू होने से लोगों की पहुंच जिला मुख्यालयों के साथ ही राजधानी तक भी सुगम हो जाएगी।
आने वाले दिनों में प्रखंड स्तर से भी बस सुविधा शुरू करने की योजना बनाई जा रही है। इनमें सबसे अधिक 32 बसें राजधानी से अन्य अनुमंडलों के लिए रवाना होंगी।
पटना से रक्सौल, नरकटियागंज, जयनगर, गोपालगंज, दरभंगा, रांची, गुमला, नवादा, राजगीर, आरा-रांची, आरा-धनबाद, आरा-वाराणसी, बिहारशरीफ-रांची, बिहारशरीफ-बोकारो, पटना-हावड़ा, पटना-वाल्मीकिनगर के लिए भी बसें चलेंगी।
भागलपुर और दरभंगा से चलेंगी इतनी बसेंपूर्णिया से कुल 25 बसें एक ट्रिप में चलेंगी। भागलपुर और दरभंगा से 24-24 बसें, मुजफ्फरपुर से 30 और गया जिले से 31 डीजल बसें अलग-अलग समय पर चलेंगी। यह सभी बसें राज्य के सभी जिलों को जोड़ने के साथ आगे राजधानी से जुड़ेंगी।
इनमें पटना, दरभंगा और गया के अनुमंडलों से झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के लिए भी बसें चलाने की तैयारी हैं।
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जागरण संवाददाता, पटना। मातृ-शिशु मृत्युदर में कमी लाने के लिए गर्भावस्था में जांच की सबसे विश्वनीय अल्ट्रासाउंड जांच सुविधा बढ़ाने के लिए सिविल सर्जन ने राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत को पत्र लिखा है। सिविल सर्जन डा. अविनाश कुमार सिंह ने अनुमंडलीय अस्पताल बाढ़ व पालीगंज, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बख्तियारपुर, गर्दनीबाग अस्पताल में एक-एक सामान्य अल्ट्रासाउंड मशीन स्थापित करने की मांग की है।
वहीं, दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल की अल्ट्रासाउंड मशीन आठ वर्ष पुरानी होने के कारण होने वाली परेशानी का हवाला देते हुए नई सामान्य मशीन मांगी है।
इसके अलावा गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में एक सामान्य मशीन कार्यरत होने के बावजूद गंभीर रोगियों की जांच के लिए पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन देने का आग्रह किया गया है।
31 अस्पताल, अभी छह में होता अल्ट्रासाउंडसिविल सर्जन के अधीन जिले में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उससे उच्च स्तर के 31 अस्पताल हैं। इनमें से सिर्फ छह सदर अस्पताल गुरु गोविंद सिंह, दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल, बिहटा, नौबतपुर, मोकामा के रेफरल हास्पिटल व मसौढ़ी के अनुमंडलीय अस्पताल में ही अल्ट्रासाउंड जांच होती है। शहरी क्षेत्र में सिर्फ गुरु गोविंद सिंह में ही मुफ्त अल्ट्रासाउंड जांच सुविधा होती है।
- अल्ट्रासाउंड मशीनों की तत्काल आवश्यकता
- मातृ-शिशु मृत्युदर कम करने का प्रयास
- अस्पतालों में अल्ट्रासाउंड सुविधा का विस्तार
- गर्भावस्था में भ्रूण की उम्र, स्थिति व हृदय गति समेत विकास की निगरानी।
- लिवर, किडनी, पित्ताशय, तिल्ली, अग्न्याशय आदि अंगों में पथरी, ट्यूमर, सूजन का मूल्यांकन।
- हृदय की धड़कन, वाल्व की स्थिति, रक्त प्रवाह व कार्यप्रणाली की जांच।
- स्त्री रोग एवं प्रजनन स्वास्थ्य में गर्भाशय व डिम्बग्रंथि की स्थिति व संतानहीनता के कारणों की जांच में उपयोग।
- यूरिन में रुकावट, प्रोस्टेट ग्रंथि, मूत्राशय की स्थिति की जांच।
- मांसपेशियों व जोड़ो में सूजन, तरल पदार्थ संग्रह या चोट का पता लगाना।
- डाप्लर अल्ट्रासाउंड से रक्त प्रवाह की दिशा-गति का विश्लेषण, थक्के, नसों में रुकावट या वैरिकोज़ वेन्स की जांच में भी यह उपयोगी।
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मृत्युंजय मानी, पटना। स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग आमजन के लिए खोल दी गयी है। प्रथम दो घंटे का शुल्क 20 रुपये रखा गया है। प्रत्येक दो घंटे पर 20-20 रुपये शुल्क बढ़ता जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 21 फरवरी को प्रगति यात्रा के दौरान इसका लोकार्पण किया था। फिलहाल मौर्यलोक कैंपस स्थित 60 कारों की क्षमता वाली पार्किंग को आम जन के लिए खोला गया है।
तारामंडल के सामने 96 कारों की क्षमता वाली पार्किंग के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा। बता दें कि बुद्धमार्ग कोतवाली टी प्वाइंट पर एक मौर्यालोक और दूसरी तारामंडल की तरफ कार पार्किंग बनी है।
शटल सिस्टम वाली स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण 28 लाख की लागत से कराया गया है। बिहार में पहली बार 600 टन स्टील स्ट्रक्चर वाली आधुनिक पार्किंग का निर्माण कराया है।
बुद्धमार्ग में फुटओवरब्रिज का भी निर्माण कराया गया है। स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग की क्षमता 156 कार की पार्किंग की है।
मौर्यलोक की तरफ 60 तथा तारामंडल की तरफ 96 कार एक साथ पार्क की जा सकेगी। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने ट्रायल प्रक्रिया पूरी कर ली है।
तारामंडल और मौर्यलोक के पास स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग।
मौर्यलोक के सामने तारामंडल की तरफ बनी स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग सीधे नेहरुपथ से जुड़ रही है। नेहरुपथ से वाहन सीधे ब्रिज से आएंगे और वापस जाएंगे।
ब्रिज निर्माण पथ निर्माण विभाग करने जा रहा है। स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग से जोड़ने के लिए निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया है।
खुद ब खुद खाली स्थान पर चली जाती है कारस्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग के प्लेटफार्मर पर गाड़ी खड़ा करना है। एक कार्ड मिलेगा। कार अपने आप खाली स्थान पर जाकर लग जाएगी। वापस कार लेने के लिए स्कैन करते ही वह स्वत: नीचे आ जाएगी। तय शुल्क जमा करके कार लेकर चले जाना है।
पार्किंग के लिए कितने रुपये चुकाने होंगे?- पहले दो घंटे : 20 रुपये
- प्रत्येक दो घंटे पर : 20 रुपये
स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग में आमजन अपने वाहन की पार्किंग करने लगे हैं। मौर्यालोक परिसर में लगने वाला पार्किंग शुल्क स्वचालित मल्टीलेवल कार पार्किंग में भी लगेगा। मुख्य मकसद है कि लोग यहां अपना वाहन लगाएं। शहर में पहली बार इस तरह की पार्किंग का निर्माण किया गया है। - अनिमेष कुमार पराशर, आयुक्त, पटना नगर निगम।
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Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में इन मुद्दों पर NDA सरकार को घेरेगा महागठबंधन, शुरू हुई तैयारी
राज्य ब्यूरो, पटना। महागठबंधन की समन्वय समिति सप्ताह भीतर पूर्ण आकार पा लेगी। उसके बाद इसकी बैठकों का क्रम शुरू होगा। उन बैठकों के साथ ही महागठबंधन की चुनावी रणनीति परवान चढ़ती जाएगी। मुद्दे लगभग तय हैं और घटक दल अपनी-अपनी पसंद की सीटें भी चिह्नित कर चुके हैं।
समीकरण व संभावना के आधार पर समन्वय समिति सीटों पर समझौते की बात आगे बढ़ाएगी। गुरुवार को प्रेस-वार्ता में महागठबंधन के नेताओं ने इसका संकेत दिया।
चुनावी मुद्दे तयराज्य व केंद्र सरकार के विरुद्ध आरोपों की झड़ी लगाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि महागठबंधन की बैठक के एजेंडे में वस्तुत: बिहार की चिंता रही। नौजवानों, महिलाओं, गरीबों के हित से जुड़े मुद्दों पर बात हुई। पलायन, बेरोजगारी, आरक्षण, भ्रष्टाचार, अपराध आदि हमारे मुद्दे हैं।
उन पर महागठबंधन एकमत है और जनता के बीच एकसुर में अपनी बात रखेगा। 2012 के बाद बिहार को स्थिर सरकार नहीं मिली। जनादेश के अपमान का आरोप लगाते हुए उन्होंने दावा किया कि अगली सरकार महागठबंधन की होगी।
बिहार की दुर्दशा के लिए तेजस्वी ने पीएम से मांगा जवाबतेजस्वी ने कहा कि भाजपा मुद्दों पर बात नहीं करती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बार-बार बिहार आ रहे। बिहार की दुर्दशा के लिए उन्हें उत्तर देना चाहिए। एकमात्र नीतीश कुमार दोषी नहीं। बिहार में अपराध व भ्रष्टाचार चरम पर है। क्या यही डबल इंजन है?
मोदी बताएं कि अपने शासन-काल में उन्होंने बिहार क्या दिया और गुजरात को क्या? पिछले 20 वर्षों में कोई सकारात्मक काम नहीं हुआ, जिससे बिहार आगे हो। प्रति व्यक्ति आय, निवेश, किसानों की आय, सभी मामलों में बिहार फिसड्डी है।
मुद्दों से इधर-उधर नहीं होने देंगे: अल्लावारूअल्लावारू ने कहा कि महागठबंधन की चुनावी रणनीति जन-हित पर केंद्रित होगी। हम मुद्दों पर एकजुट होकर जाएंगे और मोदी-शाह को मुद्दों से इधर-उधर नहीं होने देंगे। उन मुद्दों का उल्लेख हम घोषणा-पत्र में भी करेंगे। बैठक में मतदाता सूची में धोखाधड़ी को नियंत्रित करने पर भी चर्चा हुई।
बिना पैसे के नहीं हो सकता प्रदेश में कई काम : मुकेश सहनीविकासशील इन्सान पार्टी (वीआइपी) के संस्थापक मुकेश सहनी ने कहा कि बिहार में कोई भी काम बिना पैसे के नहीं हो सकता। चुनौती देते हुए कहा कि वे (एनडीए) 20 वर्ष पहले की बात करते हैं, अभी की नहीं।
आइए, खुले मंच पर चर्चा कर लेते हैं। अगर पुरस्कृत किया जाए तो सारे गलत कामों का मेडल भाजपा को मिलेगा। वीआइपी तेवर और डिलीवर में पीछे नहीं रहने वाली।
नीतीश सरकार में रहते हुए उत्तर प्रदेश सरकार का विरोध कर मैं इसकी अनुभूति करा चुका हूं। अब लालू प्रसाद की विचारधारा वाली सरकार बनाना है। माले के प्रदेश सचिव कुणाल ने कहा कि भाजपा पर्दे के पीछे से सरकार चला रही।
बिहार की स्थिति बेहद दयनीय है। माकपा के प्रदेश सचिव ललन चौधरी और भाकपा के प्रदेश सचिव रामनरेश पांडेय ने बिहार में बदलाव का संकल्प जताते हुए महागठबंधन को एकजुट बताया।
बैठक में सहभागीराजद से पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी व आलोक मेहता, प्रदेश प्रधान महासचिव रणविजय साहू व सांसद संजय यादव। कांग्रेस से कृष्णा अल्लावरू, प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार, विधायक दल के नेता डा. शकील अहमद खान व मदन मोहन झा।
माले के प्रदेश सचिव कुणाल व धीरेंद्र झा। भाकपा से रामनरेश पांडेय, नागेंद्र ओझा। माकपा से ललन चौधरी, विधायक दल के नेता अजय कुमार। विकासशील इन्सान पार्टी से संस्थापक मुकेश सहनी, बाल गोविंद बिंद, पप्पू चौहान।
पारस को आमंत्रण नहींरालोजपा अध्यक्ष पशुपति पारस के भी बैठक में उपस्थित होने की चर्चा थी, लेकिन महागठबंधन ने उन्हें आमंत्रित नहीं किया। अंदरुनी सूत्र बता रहे कि अब कोई भी नया दल समन्वय समिति के निर्णय से ही महागठबंधन का घटक बनेगा।
समन्वय समिति की सहमति के बगैर अगर रालोजपा को राजद सहयोगी बनाना चाहता है तो उसे अपने हिस्से से ही बंटवारा करना होगा। ऐसे में पारस का मामला अभी भंवर में प्रतीत होता है।
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Bihar News: बिहार में परीक्षा माफियाओं पर EOU का शिकंजा, 175 का डोजियर तैयार
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने करीब 175 परीक्षा माफियाओं का डोजियर तैयार किया है। यह डोजियर प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली कराने वाले अपराधियों की कुंडली है, जिसमें उनके गिरोह के साथ विस्तृत जानकारी एक जगह इकट्ठा की गई है।
अपराधियों पर रखी जा रही नजरइस डोजियर की मदद से पेपर लीक में शामिल अपराधियों पर नजर भी रखी जा रही है। इस डोजियर में कई ऐसे अपराधी भी हैं, जो दूसरे राज्यों की प्रतियोगी परीक्षाओं में भी आरोपित हैं। ऐसे में इनकी गिरफ्तारी के लिए डोजियर के जरिए दूसरे राज्यों से भी मदद ली जा रही है।
ईओयू कर रही जांचपिछले कुछ वर्षों में बिहार में सिपाही भर्ती, बीपीएससी, शिक्षक भर्ती, नीट और स्वास्थ्य विभाग की ओर से आयोजित सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (सीएचओ) की परीक्षाओं में पेपर लीक व धांधली की घटनाएं हुई हैं। इन कांडों की जांच बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) कर रही है।
वरीय अधिकारियों के अनुसार, हाल के दिनों में बिहार में हुए पेपर लीक की घटनाओं में शामिल अभियुक्तों की तलाश और नेटवर्क को खंगालने के बाद इस डोजियर को तैयार किया गया है। इनमें कई अपराधी गिरफ्तार भी हुए हैं, जबकि कइयों को गिरफ्तार किये जाने की प्रक्रिया चल रही है।
डोजियर की मदद से अपराधियों तक पहुंचना होगा आसानपेपर लीक से जुड़े कई मामलों में आरोपित जमानत पर भी हैं। इस डोजियर की मदद से भविष्य में परीक्षा में धांधली या पेपर लीक का मामला सामने आने पर गिरोह तक पहुंचना आसान होगा। इसके साथ सतर्कता के तौर पर परीक्षा से पहले कुछ बड़े माफियाओं की ऑनलाइन-ऑफलाइन गतिविधियों पर भी नजर रखी जाएगी।
इसका मदद से किसी भी एक अपराधी की संलिप्तता सामने आने पर उनके पूरे नेटवर्क तक पहुंच हो सकेगी। इनके विरुद्ध पूर्व के मामला होने से न्यायालय से सजा दिलाने में भी आसानी होगी।
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जागरण संवाददाता, पटना। शौर्य दिवस पर 23 अप्रैल को राजधानी के आकाश में भारतीय वायुसेना के नौ हाक 132 जेट विमान करतब दिखाएंगे। भारतीय वायुसेना की प्रतिष्ठित सूर्य किरण एरोबैटिक टीम भव्य शो का आयोजन करेगी। यह सभी के लिए यह एक अविस्मरणीय क्षण होगा।
तैयारियों में जुटा जिला प्रशासनइसके लिए जिला प्रशासन तेजी से सारी प्रशासनिक तैयारी कर रहा है। जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने शो की प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा के दौरान कहा कि यह अत्यंत गर्व की बात है कि पटना जिले में पहली बार यह शो होने जा रहा है। विश्वप्रसिद्ध जेपी गंगा पथ पर यह एयर शो होगा।
जेपी गंगा पथ पर होगा आयोजनआयुक्त कार्यालय के सामने जेपी गंगा पथ अंडरपास से पूरब की तरफ सभ्यता द्वार के पास गंगा नदी के किनारे तक कार्यक्रम स्थल है। इसके लिए भीड़ प्रबंधन, प्रोटोकाल, सुरक्षा समेत अन्य तैयारियां तेजी से की जा रही हैं।
21 को आएगी सूर्य किरण एरोबैटिक टीमडीएम ने बताया कि 21 अप्रैल को सूर्य किरण एरोबैटिक टीम आएगी। इसके बाद 22 अप्रैल को फुल ड्रेस रिहर्सल तथा 23 अप्रैल को जेपी गंगा पथ पर लगभग एक घंटे के भव्य एयर शो का आयोजन होगा।
दूसरे दिन का कार्यक्रम स्कूल-कालेजों के छात्र-छात्राओं के लिए विशेष रूप से समर्पित है। ताकि युवाओं में वायु सेना के प्रति रुचि, गर्व और करियर के अवसरों की जानकारी हो।
स्कूल-कॉलेजों में किया जा रहा प्रचारइसके लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी को स्कूल-कॉलेज एवं विश्वविद्यालयों में शो के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार का निर्देश दिया गया है। भीड़-प्रबंधन, सुचारु यातायात तथा विधि-व्यवस्था के लिए दंडाधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया जाएगा।
अस्थायी नियंत्रण कक्ष एवं अस्थायी अस्पताल की स्थापना की जाएगी। जेपी सेतु से गांधी सेतु तक निजी नावों का परिचालन बंद रहेगा।
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Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले RJD को बड़ा झटका, इस दिग्गज नेता की बहु ने थामा बीजेपी का दामन
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद पीताम्बर पासवान की पुत्रवधू प्रीति राज ने गुरुवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने अंगवस्त्र एवं पुष्पगुच्छ भेंटकर प्रीति राज का स्वागत किया।
दिलीप जायसवाल ने दिलाई बीजेपी की सदस्यताप्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि हमेशा जनता के कल्याण और राष्ट्र के प्रति समर्पित भाजपा परिवार में लोगों की आस्था हर दिन बढ़ती जा रही है। पार्टी के प्रति आस्था जता रहे सभी का स्वागत है। साथ ही जायसवाल ने प्रीति राज से कहा कि पार्टी से जुड़कर वे राष्ट्र एवं बिहार के विकास में अपना बहुमूल्य योगदान दें।
कार्यकर्ताओं की बदौलत ही भाजपा सबसे बड़ी पार्टीएक ओर जहां राजद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सांसद की पुत्रवधू ने बीजेपी का दामन थाम लिया। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को मंगल तालाब स्थित घसीटा कहार ऑडिटोरियम में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया।
भाजपा एक राजनीतिक संगठन के साथ-साथ सामाजिक संगठन है। समाज कल्याण, संस्कृति उत्थान, राष्ट्रीय आपदा में कार्य करते हुए एक सशक्त राष्ट्र निर्माण कार्य में कार्यकर्ता एकजुट होकर कार्य करते हैं। यह बात विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव ने कार्यकर्ता सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कही।
कार्यकर्ता सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्ष, मंत्री हरि साहनी व महापौर सीता साहू भी शामिल हुईं। मंत्री ने कहा कि कार्यकर्ताओं के मेहनत का फल है भाजपा आज विश्व का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बना है। महापौर ने कहा कि संगठन में कार्यकर्ता ही सर्वोपरि होते हैं। केंद्र की भाजपा सरकार ने देश हित में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
कार्यक्रम का संचालन भाजपा प्रदेश प्रवक्ता प्रभाकर मिश्र ने किया। सम्मेलन में प्रदेश भाजपा नेता मृत्युंजय झा, पूर्व विधान पार्षद आजाद गांधी, पूर्व उपमहापौर रूप नारायण मेहता, बलराम मंडल, किरण शंकर ने भी राष्ट्र हित को ध्यान में रखते हुए संगठन को मजबूत बनाने पर बल दिया।
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Bihar Weather: बिहार में आज भी जारी रहेगा मौसम का कहर, तेज आंधी और बारिश मचाएगी तबाही; IMD का ऑरेंज अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: राजधानी पटना सहित प्रदेशभर के मौसम में लगातार बदलाव जारी है। शुक्रवार को भी राजधानी व आसपास इलाकों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। इसके साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-तड़क के साथ बारिश होगी, जिसे लेकर मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी किया है।
इन जिलों में बारिश के आसारबिहार के पूर्वी व पश्चिम चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर, दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय व नवादा जिले के कुछ स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात और 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवा चलने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
पूर्वी भागों के कुछ स्थानों गरज-तड़क को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। हालांकि, इस दौरान तापमान में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है।
प्रदेश के प्रमुख शहरों का तापमान शहरअधिकतम तापमान(डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम तापमान(डिग्री सेल्सियस में) पटना 37.0 26.0 भागलपुर 36.0 24.0 मुजफ्फरपुर 35.0 25.0 सिवान : बारिश से बढ़ी किसानों की चिंता
जिले में गुरुवार की दोपहर हुई झमाझम वर्षा ने जहां को लोगों को गर्मी से राहत दिलाई, वहीं जगह-जगह जल जमाव व कीचड़ होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। वहीं इस वर्षा से किसानों के चेहरे पर सिकन देखी गई।
बताया जाता है कि किसानों की फसल खेतों खड़ी है तथा कुछ काटकर दवनी के लिए खलिहान में रखी है। वर्षा से उनकी गेहूं की फसल बर्बाद होने की आशंका से किसान काफी चिंतित नजर आ रहे हैं। किसानों का कहना है कि समय पर वर्षा नहीं होने से पंपिंग सेट से फसलों की सिंचाई की, जब फसल तैयार हुई और काटने के समय आया तो बारिश इसे नुकसान पहुंचा रही है।
बारिश से किसानों की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। इससे किसान अपने भाग्य को कोस रहे हैं। यह वर्षा आम, लीची एवं सब्जी की खेती के लिए लाभदायक साबित होगी। वहीं, गेंहू सहित पकी फसलों के लिए नुकसानदायक है।
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Indian Railways: पटना से ट्रेन में बैठ कर सकेंगे कश्मीर की वादियों की सैर, चिनाब पुल बनने से यात्रा हुई आसान
नीरज कुमार, पटना। बिहार से माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए अच्छी खबर है कि वे अब रेल मार्ग से कश्मीर की वादियों की भी सैर करेंगे।
भारतीय रेलवे ने चिनाब नदी एवं अंजी खंड पर पुल का निर्माण कर जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर को पटना सहित देश के अन्य भागों से जोड़ दिया है। इससे श्रद्धालु अब श्रीनगर तक आसानी से जा सकेंगे। इसका लाभ बिहार समेत देशभर के पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं को मिलेगा।
रेलवे ने ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक नाम से यह प्रोजेक्ट तैयार किया है। चिनाब नदी पर बना पुल रियासी जिले में स्थित है।
अंजी खड्ड पुल।
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल है। चिनाब नदी पर बना रेल पुल 1,315 मीटर लंबा है। नदी तल से यह पुल 359 मीटर ऊंचा है। पुल की कुल लागत 1,486 करोड़ रुपये है। कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन ने इसे तैयार किया है। अगले 120 वर्षों के मद्देनजर इस पुल को तैयार किया गया है।
इसका आर्च 550 मीटर है। यह पुल 266 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चलने वाली आंधी को भी सहन कर सकता है। इस पुल के निर्माण में 28,660 मीट्रिक टन इस्पात लगा है। इस पुल के निर्माण में आईआईटी रुड़की एवं आईआईटी दिल्ली के विशेषज्ञों ने योगदान दिया है।
पटना से जम्मू, उसके बाद श्रीनगर का करेंगे सैरपटना जंक्शन से श्रद्धालु या पर्यटक पहले जम्मू जाएंगे। उसके बाद वहां से रियासी स्थित चिनाब पुल होते हुए श्रीनगर जाएंगे। पटना से अर्चना एक्सप्रेस या हिमगिरी एक्सप्रेस से पर्यटक जम्मू जा सकते हैं।
वहां से पर्यटक वंदेभारत एक्सप्रेस से चिनाब पुल होते हुए श्रीनगर तक की यात्रा करेंगे। चिनाब पुल बनने के बाद पर्यटक श्रीनगर से रामेश्वरम तक रेलमार्ग से यात्रा कर सकते हैं।
अंजी में देश का पहला केबल आधारित रेल पुल तैयारजम्मू-कश्मीर के अंजी खंड में देश का पहला केबल आधारित रेलपुल तैयार किया गया है। यह पुल कटड़ा एवं रियासी को जोड़ रहा है। यह पुल तल से 331 मीटर की ऊंचाई पर बना है। अंजी पुल 725 मीटर लंबा है।
इसके 96 केबल स्थिरता सुनिश्चित करते हैं। इसके निर्माण में 8,200 मीट्रिक टन से अधिक स्टील का इस्तेमाल किया गया है।
ऊधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक परियोजना का काम पूरा कर लिया गया है। इस रेल लाइन से आसपास के गांवों को विकास होगा। चिनाब रेलवे पुल के आसपास में बसे करीब 73 गांवों को भी 225 किमी सड़कों से जोड़ा गया है। चिनाब नदी पुल बन जाने से अब कश्मीर की घाटियों का भ्रमण व श्रीनगर आना-जाना और आसान हो जायेगा। - राजेश खरे, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी, उत्तरी रेलवे
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Bihar News: डोर-टू-डोर जा कर उपभोक्ताओं को Rooftop Solar के फायदों की दें जानकारी- ऊर्जा सचिव
डिजिटल डेस्क, पटना। पीएम सूर्य घर योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ऊर्जा सचिव एवं बीएसपीएचसीएल के सीएमडी पंकज कुमार पाल ने मुख्यालय एवं सभी क्षेत्रीय विद्युत अभियंताओं को निर्देश दिया।
ऊर्जा सचिव ने सभी संबंधित विद्युत आपूर्ति अंचल, प्रमंडल एवं सेक्शन स्तर पर लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए ठोस कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी विद्युत अधीक्षण अभियंता अपने-अपने अंचल में निर्धारित लक्ष्य के अनुसार योजना क्रियान्वयन की समीक्षा करेंगे।
पंकज कुमार पाल ने सूर्य घर योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए एक विशेष सेल बनाने का निर्देश दिया जिसकी अध्यक्षता मुख्य अभियंता करेंगे। साथ ही उन्होंने डोर-टू-डोर अभियान चलाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि अधिक विद्युत खपत वाले उपभोक्ताओं से सीधा संपर्क स्थापित कर उन्हें सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने के लाभ बताएं और यह भी बताएं कि इससे उनका बिजली बिल कैसे न्यूनतम हो सकता है। इस योजना के अंतर्गत खराब प्रदर्शन करने वाले अभियंताओं को सख्त हिदायत देते हुए उन्हें अपनी कार्यशैली में सुधार लाने का निर्देश दिया गया।
ज्ञात हो कि पीएम सूर्यघर योजना के तहत उपभोक्ताओं को 2 किलोवाट तक 30,000 रुपए प्रति किलोवाट, तीसरे किलोवाट के लिए 18,000 रुपए अतिरिक्त किलोवाट के लिए और तीन किलोवाट से अधिक के लिए 78,000 रुपए की सब्सिडी मिलेगी।
उन्होंने सभी अभियंताओं से कहा कि वे पीएम सूर्य घर योजना के क्रियान्वयन में लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करें। प्रत्येक उपभोक्ता तक पहुंचकर उन्हें सौर ऊर्जा के दीर्घकालिक लाभ बताएं और आवेदन प्रक्रिया में सहयोग प्रदान करें। उन्होंने ये भी कहा कि लक्ष्य आधारित कार्य के साथ-साथ परिणाम पर भी पूरा फोकस रहे।
उन्होंने सभी क्षेत्रीय अभियंताओं को निर्देश दिया कि वे सप्ताह में दो दिन 'सौर ऊर्जा जन-जागरूकता दिवस' के रूप में मनाएं और अधिक से अधिक सौर संयंत्रों की स्थापना सुनिश्चित करें। उल्लेखनीय है कि राज्य में अब तक कुल 5683 निजी भवनों पर सौर संयंत्र अधिष्ठापित किए गए हैं जिससे 21 मेगावाट बिजली उत्पादित हो रही है। इस योजना के क्रियान्वयन से न केवल सौर ऊर्जा को प्रोत्साहन मिल रहा है बल्कि लोगों के बिजली बिल में भी अप्रत्याशित कमी आ रही है।
'अप्रैल में केंद्र और राज्य मत्स्य योजनाओं को हर हाल में करें पूरा', समीक्षा बैठक मत्स्य निदेशक ने जारी किए आदेश
डिजिटल डेस्क, पटना। मत्स्य निदेशालय ने केंद्र एवं राज्य योजनाओं को अप्रैल माह में हर हाल में पूर्ण करने का आदेश जारी कर दिया है। साथ ही एमआईएस पोर्टल पर प्राप्त आवेदनों की जांच करने के बाद मत्स्य प्रसार पदाधिकारी और मत्स्य विकास पदाधिकारी को अग्रेतर कार्रवाई के लिए जिला मत्स्य पदाधिकारी को भेजने का निर्देश दिया है।
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के अंतर्गत आने वाले मत्स्य निदेशालय के निदेशक अभिषेक रंजन की अध्यक्षता में गुरुवार को एक समीक्षा बैठक की गई। इस बैठक में निदेशक ने मुजफ्फरपुर, शिवहर, कटिहार एवं अरवल जिलों के साथ-साथ राज्य एवं केंद्र प्रायोजित योजनाओं की भी समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में मत्स्य निदेशक अभिषेक रंजन ने बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत मुजफ्फरपुर जिले में कुल 20.01 हेक्टेयर भूमि में नए तालाबों का निर्माण किया गया है। इसी तरह शिवहर जिले में 18.14 हेक्टेयर, कटिहार में 6.79 हेक्टेयर, अरवल में 7.13 हेक्टेयर भूमि पर तालाब के निर्माण का काम पूरा कर लिया गया है।
इस योजना के तहत मुजफ्फरपुर में 6.33 हेक्टेयर, शिवहर में 12.62 हेक्टेयर, कटिहार में 11.88 हेक्टेयर, अरवल में 0.35 हेक्टेयर तालाबों की मरम्मती का काम पूरा कर लिया गया है। वहीं राज्य योजनांतर्गत विशेष सहायता योजना के तहत मुजफ्फरपुर में 21.00 एकड़, शिवहर में 5.43 एकड़, कटिहार में 24.00 एकड़ और अरवल में 7.99 एकड़ में तालाब बनाए गए हैं।
मुख्यमंत्री चौर विकास योजना के तहत सात निश्चय-02 में मुजफ्फरपुर में 75.93 हेक्टेयर में और कटिहार में 51.54 हेक्टेयर में तालाब निर्माण का काम पूर्ण हो चुका है। इस समीक्षा बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 में उपरोक्त जिलों के द्वारा अबतक प्राप्त की गई उपलब्धियों पर भी चर्चा की गई। बैठक में मुजफ्फरपुर, शिवहर, कटिहार और अरवल जिले के मत्स्य विकास पदाधिकारी और मत्स्य प्रसार पदाधिकारी, परियोजना समन्वयक तथा अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।