Dainik Jagran
Nitish Kumar ने आखिरकार दे ही दी KK Pathak को छुट्टी, इस तेजतर्रार IAS अधिकारी को दिया ACS का प्रभार
राज्य ब्यूरो, पटना। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के 28 दिनों के उपार्जित अवकाश के आवेदन को सरकार ने अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है।
उनकी जगह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव और मंत्रिमंडल सचिवालय के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
केके पाठक तीन जून 30 जून तक अवकाश पर रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने रविवार को इस आशय की अधिसूचना जारी की।
भीषण गर्मी में भी स्कूल खुला रखने के आदेश पर हुआ था विवादकेके पाठक की चर्चा विगत एक हफ्ते से इस कारण अधिक हो रही थी कि उन्हाेंने झुलसा देने वाली गर्मी में बच्चों के लिए भी स्कूल खोल दिए थे।
जब पारा बढ़ने पर अचानक दो-तीन दिन पहले बड़ी संख्या में विद्यार्थी स्कूल में बेहोश हो गए तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका संज्ञान खुद लिया। इस तरह की व्यवस्था उन्हें अच्छी नहीं लगी। मुख्यमंत्री ने तुरंत मुख्य सचि्व ब्रजेश मेहरोत्रा को निर्देश दिया कि वह स्कूलों को लेकर निर्णय करें।
आपदा प्रबंधन समूह की बैठक के बाद तुरंत आठ जून तक स्कूलों को बंद किए जाने का निर्देश मुख्य सचिव के स्तर से जारी किया गया। चर्चा है कि केके पाठक के काम करने की शैली से मुख्यमंत्री नाराज हैं।
पूर्व में भी लंबी छुट्टी पर जा चुके हैं केके पाठकमहागठबंधन की सरकार में जब चंद्रशेखर शिक्षा मंत्री थे तो केके पाठक से उनका भी पंगा हो गया था। केके पाठक उस समय भी लंबी छुट्टी पर चले गए थे। बाद में कुछ दिनों बाद मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद वह पुन: वापस लौटे थे।
केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए कई माह पहले हो चुके हैं विरमितशिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने राज्य सरकार को यह आवेदन दिया था कि वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाना चाहते हैं। उनके इस आवेदन पर राज्य सरकार ने काफी पहले उन्हें विरमित किए जाने का निर्देश दिया था। कई माह बीत जाने के बाद भी वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर नहीं गए। चर्चा है कि जुलाई में वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के लिए निकल सकते हैं।
यह भी पढ़ें: Bihar Politics: बिहार में खेला करेंगे कुशवाहा, वैश्य और निषाद वोटर! कामयाब होगा Lalu का दांव या BJP मारेगी बाजी?
Ramkripal Yadav Attack: 'हिंसा के बलपर चुनाव जीतना चाहते हैं Lalu Yadav', रामकृपाल पर हुई फायरिंग पर भड़के सम्राट
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी रामकृपाल यादव पर फायरिंग एवं भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
उन्होंने रविवार को कहा कि राजद व लालू नहीं बदले। लालू का मतलब गुंडागर्दी, गुंडों को प्रश्रय देने का काम है। पार्टी कार्यकर्ताओं व लोगों को भरोसा देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ ही दिनों में इन मामलों में कार्रवाई दिखेगी।
उन्होंने कहा कि पूरे मामले में चुनाव आयोग से भी कार्रवाई का आग्रह किया गया है। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में सांसद रामकृपाल यादव के साथ एक प्रेसवार्ता में सम्राट ने उक्त बातें कहीं।
सम्राट ने कहा कि इस चुनाव में लालू और उनके परिवार ने अराजकता दिखाने का काम किया है। चाहे सारण की घटना हो या पाटलिपुत्र का चुनाव, यह हिंसा के रूप में जिस तरह बदलते गए, उससे साफ है कि यह परिवार पूरी तरह गुंडागर्दी पर उतर गया है।
डिप्टी सीएम ने कहा कि पूरे बिहार में शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न हो गया, सिर्फ सारण और पाटलिपुत्र में हंगामा हुआ, जहां लालू यादव की बेटियां चुनाव लड़ रही थीं।
हिंसा के बलपर चुनाव जीतना चाहता है लालू परिवारचौधरी ने कहा कि बिहार के लोकतंत्र को शर्मसार करने वाले लालू और उनका परिवार हिंसा के बल पर चुनाव जीतना चाहता है। हम लड़ेंगे। इनकी गुंडागर्दी का भाजपा के कार्यकर्ताओं ने प्रतिकार किया जो आज अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं की प्रशंसा की।
घटना को बताया काला अध्यायउन्होंने कहा कि जिस तरह भाजपा प्रत्याशी पर गोलियां चलाई गईं, वह काला अध्याय है। उप मुख्यमंत्री ने कल की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जब रामकृपाल यादव पर गोली चली तो उन्होंने फोन कर सिर्फ इतना कहा कि क्षेत्र में शांति स्थापित होनी चाहिए।
रामकृपाल यादव ने घटना के बारे में क्या बतायाप्रेसवार्ता में रामकृपाल यादव ने कहा कि आज तक कभी भी सुरक्षा घेरे में नहीं रहे। उनकी सुरक्षा जनता और कार्यकर्ताओं ने ही की है। उन्हें जानकारी मिली थी कि नियम के विरुद्ध तिनेरी गांव के पास चुनाव के दौरान एक मतदान केंद्र पर मसौढ़ी विधायक रेखा देवी अपने लोगों के साथ पहुंची थी।
भाजपा के समर्थकों ने जब इसका प्रतिकार किया तब उन लोगों के साथ मारपीट की गई। वे पूरी घटना जानने और कार्यकर्ताओं से मिलने पहुंचे थे। जब वे लौट रहे थे, तब तीन गोलियां चलाई गईं। एक कार्यकर्ता की जमकर पिटाई की गई। प्रेसवार्ता में प्रदेश मीडिया संयोजक दानिश इकबाल भी उपस्थित रहे।
यह भी पढ़ें: Nitish Kumar: लोकसभा चुनाव में नीतीश ने खूब दिखाया 'जंगलराज' का डर, इन मुद्दों पर भी मांगा वोट
Bihar Politics : सच हुआ एग्जिट पोल तो बिहार में आएगा सियासी भूचाल, टूट सकता है तेजस्वी का CM बनने का सपना
विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। तात्कालिक नफा-नुकसान से आगे बिहार की राजनीति पर लोकसभा चुनाव के परिणाम का दीर्घकालिक प्रभाव तय है। इस परिणाम के साथ ही लगभग डेढ़ वर्ष बाद होने वाले विधानसभा चुनाव की पटकथा का लेखन भी शुरू हो जाएगा।
दोनों गठबंधनों के स्वरूप में बहुत अधिक परिवर्तन नहीं होने पर भी उपलब्धि व प्रदर्शन के आधार पर बड़े भाई की भूमिका का पुनर्निर्धारण भी संभावित है। स्थापित चेहरों की क्षमता का पुनर्आकलन होगा तो साख-धाक के लिए जूझने वालों की कूवत की परख भी हो जाएगी।
एक्जिट पोल अगर सही निकले तो महागठबंधन को अथाह दुख देने वाला यह लगातार तीसरा चुनाव होगा। ऐसे में उसके अस्तित्व-नेतृत्व पर संकट होगा। अगर अनुमान गलत हुए तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के लिए बिहार की सत्ता को निर्बाध रखने की चुनौती होगी।
परिणाम महागठबंधन के लिए महत्वपूर्णकोई दो राय नहीं कि इस बार का परिणाम महागठबंधन के लिए तुलनात्मक रूप से अधिक महत्वपूर्ण है। कसौटी पर तेजस्वी यादव की नेतृत्व-कला और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की इच्छा वाला नया सामाजिक समीकरण है।
माय (मुस्लिम-यादव) के साथ कुशवाहा समाज को जोड़कर उन्होंने राजद के जनाधार में विस्तार की एक महीन चाल चली थी। उसकी पैमाइश के साथ कांग्रेस के जनाधार और मतों के हस्तांतरण की क्षमता की परख होनी है तो वाम दलों की बुनियाद का आकलन भी। मुकेश सहनी के सानिध्य का फलाफल भी मिलना है। इनके आधार मतों में सेंधमारी से ही बिहार में राजग को विस्तार मिला है।
महागठबंधन में सीटों के साथ टिकट वितरण से लेकर प्रचार की कमान तय करने तक सारे निर्णयों के सूत्रधार लालू रहे हैं और तेजस्वी नायक की भूमिका में। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खराब स्ट्राइक रेट पर राजद अतिशय मुखर रहा है। तब सफलता का श्रेय उसी ने लिया था।
इस बार विफल होने पर हार का ठीकरा भी उसी के सिर फूटना है। ऐसे में असीम धैर्य की अपेक्षा होगी, जिसकी राजद नेतृत्व से मात्र कल्पना की जा सकती है। सारण और पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में मतदान के दौरान लगे आरोप इसके प्रमाण हैं। उन दोनों क्षेत्रों में लालू की पुत्रियां क्रमश: रोहिणी आचार्य और मीसा भारती राजद की प्रत्याशी थीं। सारण में लालू कैंप किए रहे, जबकि पाटलिपुत्र में उन्होंने रोड-शो किया था।
हाशिये के वोट मायने केएक्जिट पोल ने राजद को तात्कालिक तौर पर बहुत बेचैन किया है और आगे अपने खेमे को सहेज रखने की कठिन चुनौती है। इस चुनौती को नजरअंदाज करने पर उसकी चौहद्दी माय (मुस्लिम-यादव) समीकरण तक ही सिमटकर रह जानी है। दूसरी तरफ राजग से अति पिछड़ा वर्ग का अभी पूर्णतया मोह-भंग नहीं हुआ।
सवर्णों का सानिध्य उसे पूर्ववत बताया जा रहा, जबकि वंचित और महावंचित के बीच खींची गई मोटी रेखा भी मलिन हो चुकी है। अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित आठ सीटों के परिणाम इसकी तस्दीक करेंगे।
श्रेय की होड़ में कुलबुलाएंगे साझीदारपरिणाम अनुकूल रहने पर भाजपा अपने भविष्य के हिसाब से सहयोगियों को साधने-बांधने का प्रयास कर सकती है, क्योंकि राजग का चुनाव अभियान ही पूर्णतया नरेन्द्र मोदी पर केंद्रित रहा है। ऐसे में भाजपा का एक धड़ा फ्रंट फुट पर खेलने के लिए मचल सकता है। सुशील मोदी के देहांत के बाद कोई अवरोधक भी नहीं रहा।
श्रेय की होड़ मचेगी तो उसमें दबने-पिछड़ने वाले साझीदार कुछ तो कुलबुलाएंगे ही। तब गया और काराकाट का दर्द भी उखड़ आएगा। कोई संशय नहीं कि इसी बहाने विशेष राज्य के दर्जा जैसे मुर्दा हो चुके मुद्दे भी जिंदा हो जाएं।
विपरीत परिणाम पर मचेगा हड़कंपसर्वाधिक चुनौतीपूर्ण स्थिति एक्जिट पोल के विपरीत परिणाम पर होगी। तब राजग में उलट-पुलट की आशंका बढ़ेगी। वैसे में भाजपा के लिए बिहार में अपने बूते सत्ता की कामना को अभी दबाए रखना होगा। दूसरी तरफ महागठबंधन, विशेषकर राजद को उस अति-उत्साहित समाज को नियंत्रित रखना होगा, जो दूसरे के घेरे में घुसपैठ तक अपनी स्वतंत्रता मानता है।
इस समाज ने अतीत में राजद का परचम लहराया है, लेकिन संभावना की राह में रोड़े भी यही समाज अटका रहा। कोई अतिरिक्त उपाय निकाले बिना इस नव-संप्रभु वर्ग के साथ सामाजिक न्याय की आस वाली दूसरी जातियों को जोड़ पाना संभव नहीं।
ये भी पढ़ें-
Nitish Kumar: लोकसभा चुनाव में नीतीश ने खूब दिखाया 'जंगलराज' का डर, इन मुद्दों पर भी मांगा वोट
बिहार में लोकसभा चुनाव के रणबाकुरों की संख्या में आई बड़ी कमी, 2019 में लड़े थे 626 कैंडिडेट; 2024 में घटकर हुए सिर्फ इतने
रमण शुक्ला, पटना। लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में 2024 में चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की संख्या में कमी आई है। खास बात यह है कि पुरुष एवं महिला दोनों श्रेणी के प्रत्याशियों की संख्या घटी है।
2019 में 40 संसदीय क्षेत्र में कुल 626 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे। वहीं, 2024 के चुनाव में कुल प्रत्याशियों की संख्या घटकर 497 रह गई।
इसी तरह 2019 में आधी आबादी से भाग्य आजमाने वाले प्रत्यशियों की संख्या 56 थी। 2024 में महिला प्रत्याशियों की संख्या घटकर 39 पर आ गई।
ऐसे में प्रतिशत के गणित से देखा जाए तो 2019 में 8.95 प्रतिशत की तुलना में 2024 में 7.85 प्रतिशत महिलाएं ही मैदान में इस बार उतरीं थीं। यह अंतर एक प्रतिशत से अधिक है।
इस बार एक दिलचस्प आंकड़ा यह है कि पहले, दूसरे एवं तीसरे चरण में मात्र तीन-तीन महिलाएं ही मैदान में उतरने का हिम्मत दिखा पाईं। इसके बाद चरण दर चरण महिला प्रत्याशियों की संख्या बढ़ती गई।
अंतिम चरण में लड़े सर्वाधिक धुरंधरबिहार में सात चरणों में संपन्न हुए चुनाव में सर्वाधिक 134 लड़ाके अंतिम चरण यानी सातवें चरण में मैदान में उतरे। इसमें 122 पुरुष प्रत्याशी एवं 12 महिलाएं भाग्य आजमा रहीं थीं। इसमें सर्वाधिक लड़ने वाले 29 प्रत्याशियों की संख्या में नालंदा लोकसभा क्षेत्र रहीं।
वहीं, सबसे कम 10 प्रत्याशी सासाराम लोकसभा क्षेत्र से भाग्य आजमा रहे थे। दिलचस्प यह रहा कि अंतिम चरण में ही सर्वाधिक 12 महिलाएं मैदान में उतरीं।
छठे चरण में उतरीं आठ महिलाएंमहासमर के छठे चरण में कुल 86 प्रत्याशी 18वीं लोकसभा में पहुंचने के लिए मैदान में भाग्य आजमा रहे थे। 86 लड़ाके में 78 पुरुष एवं आठ महिलाएं सम्मिलित हैं। छठे चरण वाले आठ संसदीय क्षेत्र में सर्वाधिक 15 प्रत्याशी वैशाली संसदीय क्षेत्र से तो सबसे कम पांच लड़ाके महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में थे।
पांचवें चरण में 80 आजमा रहे दांवसांसद बनने के लिए पांचवें चरण की लड़ाई में कुल 80 प्रत्याशी रहे। उनमें 74 पुरुष एवं छह महिलाएं थीं। पांचवें चरण वाले पांच संसदीय क्षेत्र में सर्वाधिक 26 प्रत्याशी मुजफ्फरपुर तो सबसे कम 12 प्रत्याशी मधुबनी लोकसभा क्षेत्र से लड़ रहे थे।
चौथे चरण में 55 के बीच मुकाबलाइस चरण के पांच संसदीय क्षेत्र से कुल 55 प्रत्याशी मैदान में थे। इसमें 51 पुरुष एवं चार महिलाओं का भाग्य ईवीएम में बंद है। चार महिलाओं में दो नई नवेली नेत्रियां मुंगेर से अनिता देवी एवं समस्तीपुर से शांभवी चौधरी सर्वाधिक चर्चित रहीं।
चौथे चरण में सर्वाधिक 13 प्रत्याशी उजियारपुर से और सबसे कम आठ धुरंधर दरभंगा संसदीय क्षेत्र से संसद पहुंचने का सपना संजोए हुए हैं।
तीसरे चरण में 54 का बंद है किस्मतलोकसभा के रण में तीसरे चरण में कुल 54 प्रत्याशी जूझे हैं। उनमें 51 पुरुष एवं तीन महिलाएं सम्मिलित हैं। इस चरण में सर्वाधिक 15 उम्मीदवार सुपौल संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतरे थे, जबकि सबसे कम आठ प्रत्याशी की मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र से संसद पहुंचने की हसरत है।
दूसरे दौर में 50 के बीच लड़ाईसांसद बनने के लिए दूसरे चरण में कुल 50 उम्मीदवार मैदान में थे। इसमें 47 पुरुष एवं तीन महिलाओं ने भाग्य आजमाया। इस चरण में सबसे ज्यादा 12-12 प्रत्याशी किशनगंज एवं भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से उतरे थे। वहीं, सबसे कम सात ने पूर्णिया से संसद पहुंचने की उम्मीद पाल रखी है।
पहले चरण में 38 में तीन महिलाएंचार संसदीय क्षेत्रों में पहले चरण के लिए संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कुल 38 प्रत्याशी मैदान में थे। इसमें 35 पुरुष एवं तीन महिलाएं लड़ीं। सर्वाधिक 14 प्रत्याशी गया संसदीय क्षेत्र से मैदान में उतरे थे। जबकि, सबसे कम सात ने जमुई से भाग्य आजमाया था। अब चार जून को चुनाव परिणाम बताएगा कि किस पर जनता ने ज्यादा भरोसा किया।
यह भी पढ़ें: Bihar Politics: बिहार में खेला करेंगे कुशवाहा, वैश्य और निषाद वोटर! कामयाब होगा Lalu का दांव या BJP मारेगी बाजी?
Nitish Kumar: लोकसभा चुनाव में नीतीश ने खूब दिखाया 'जंगलराज' का डर, इन मुद्दों पर भी मांगा वोट
Bihar Politics: बिहार में खेला करेंगे कुशवाहा, वैश्य और निषाद वोटर! कामयाब होगा Lalu का दांव या BJP मारेगी बाजी?
अरुण अशेष, पटना। लोकसभा चुनाव के परिणाम से परख होगी कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की रणनीति आज भी कारगर है या समय के साथ इसके प्रभाव में कमी आई है। राजद ने उम्मीदवारों के चयन में 1991 के सामाजिक आधार को फिर से हासिल करने का प्रयास किया है। इसे जातियों की संख्या के आधार पर हिस्सेदारी के रूप में देख सकते हैं।
गठबंधन के सभी पांच दलों को उनके सामाजिक आधार के अनुसार टिकट देने की सलाह दी गई। कांग्रेस को नौ सीटें मिलीं। इनमें सात सामान्य हैं। इन पर तीन सवर्ण, दो मुस्लिम, दो अनुसूचित जाति, एक अति पिछड़ा और एक कुशवाहा उम्मीदवार बनाए गए। राजद ने अपने कोटे से सिर्फ दो सवर्णों को टिकट दिया। इनमें एक भूमिहार और एक राजपूत हैं।
महागठबंधन के 40 में से 5 उम्मीदवार सवर्णमहागठबंधन के 40 में से पांच उम्मीदवार सवर्ण हैं। इनमें तीन भूमिहार, एक ब्राह्मण और एक राजपूत हैं। 2019 में इनकी संख्या नौ थी। लक्ष्य यह कि 1991 के लोकसभा चुनाव की तरह अगड़े-पिछड़े के बीच गोलबंदी हो जाएगी।
देखना होगा कि यह लक्ष्य किस हद तक हासिल हो पाया। हां, 2019 की तुलना में माय समीकरण से इतर की कुछ जातियों की उम्मीदवारी में भागीदारी बढ़ा कर अवधारणा बनाने का जो प्रयास किया गया, उसका प्रभाव चुनाव प्रचार के दौरान जन चर्चाओं में देखा गया।
कुशवाहा, वैश्य और निषाद करेंगे खेला?एक, कुशवाहा इस बार महागठबंधन के साथ हैं। दो, वैश्य वोटर भाजपा से अलग होकर महागठबंधन से जुड़ गए। तीन, विकासशील इंसान पार्टी के मुकेश सहनी के महागठबंधन में आ जाने से निषादों का पूरा वोट स्थानांतरित हो गया।
इसके लिए 2019 की तुलना में महागठबंधन के उम्मीदवारों की सूची में व्यापक बदलाव किया गया। 2019 में दो कुशवाहा और एक दांगी उम्मीदवार थे।
इस बार कुशवाहा उम्मीदवारों की संख्या सात हो गई। पिछली बार के एक के बदले तीन वैश्य उम्मीदवार बनाए गए। निषाद दो थे। एक रह गए। प्रचार ऐसा किया गया कि इन तीनों महत्वपूर्ण सामाजिक समूहों का पूरा वोट राजग से महागठबंधन में चला गया।
नीतीश या लालू किसकी तरफ जाएंगे मुस्लिम?मुसलमानों के बारे में यह धारणा बनाई गई कि ये महागठबंधन के पक्ष में एक पैर पर खड़े हो गए। राजग ने 40 में से सिर्फ एक मुसलमान को उम्मीदवार बनाया। जदयू और खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मुस्लिम वोटों को लेकर आश्वस्त दिखाई दे रहे हैं।
जदयू को उम्मीद है कि भाजपा को भले ही मुसलमानों का वोट नहीं मिला हो। जदयू उम्मीदवारों को कम संख्या में ही सही, इस समुदाय का वोट मिला है। मुख्यमंत्री ने हरेक चुनावी सभा में मुसलमानों का विशेष आह्वान किया। बताया कि उनकी सरकार ने मुसलमानों के लिए कितना काम किया है।
महागठबंधन में पिछले चुनाव की तुलना में इस बार मुसलमानों की उम्मीदवारी कम (छह की जगह चार) हो गई। सिवान और दरभंगा जैसी मुस्लिम बहुल कही जाने वाली सीटों पर यादव उम्मीदवार दिए गए। मुसलमानों को कम उम्मीदवार बनाने का तर्क यह दिया गया कि इससे भाजपा को हिंदू-मुस्लिम के नाम पर ध्रुवीकरण करने में सफलता नहीं मिलेगी।
गैर माय को साधने में कामयाब होगी राजद?गैर माय समीकरण के उम्मीदवारों की जीत के बारे में यह आकलन किया गया कि माय समीकरण का वोट एकमुश्त मिलेगा। बस, संबंधित उम्मीदवार की जाति का वोट उनसे जुड़ जाए तो जीत पक्की हो जाएगी।
बक्सर, वैशाली, शिवहर, महाराजगंज, उजियारपुर, नवादा, औरंगाबाद, भागलपुर, सुपौल आदि सीटों पर जीत की कामना इसी समीकरण के आधार पर की गई है।
राजद ने एक प्रयोग सुपौल में किया। यह सामान्य सीट है, लेकिन वहां से अनुसूचित जाति के चंद्रहांस चौपाल को उम्मीदवार बनाया।
अयोध्या में श्रीराम मंदिर आंदोलन से जुड़े कामेश्वर चौपाल इसी क्षेत्र के हैं। उनके प्रभाव के कारण यह समूह भाजपा या राजग से जुड़ा हुआ माना जाता है।
चौपाल पहले अति पिछड़ी जाति में थे। उन्हें नीतीश सरकार में ही अनुसूचित जाति की सूची में शामिल किया गया। सबसे बड़ी आबादी अति पिछड़ों की मानी जाती है। राजद की तुलना में जदयू ने इस समूह को वरीयता दी।
महागठबंधन की ओर से सबसे अधिक 11 यादव उम्मीदवार उतारे गए। धारणा यह कि यादव बिरादरी के वोटर महागठबंधन के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
यह भी पढ़ें: Nitish Kumar: लोकसभा चुनाव में नीतीश ने खूब दिखाया 'जंगलराज' का डर, इन मुद्दों पर भी मांगा वोट
Nitish Kumar: लोकसभा चुनाव में नीतीश ने खूब दिखाया 'जंगलराज' का डर, इन मुद्दों पर भी मांगा वोट
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। संपन्न हुए आम चुनाव में जदयू के स्टार प्रचारकों ने पुराने मसलों को ही वोटरों के बीच आगे किए रखा। जदयू नेताओं के चुनावी मंंच से लालू-राबड़ी के शासन काल के दौरान विधि-व्यवस्था, जंगल राज और फिर नीतीश कुमार के 18 वर्षों के शासन काल में आधारभूत संरचना और सोशल सेक्टर में हुए काम की चर्चा होती रही।
कई जगहों पर दिखा कि डबल इंजन की सरकार पर भी बात हुई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब नवादा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा को साझा किया तो उस दिन ही उन्होंने पूरे मनोयोग से जदयू के स्टार प्रचारकों के लिए चुनावी लाइन को तय कर दिया था।
लालू-राबड़ी के 15 वर्षों के शासन काल की खूब हुई चर्चामुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जदयू के सभी स्टार प्रचारकों ने अपनी चुनावी सभा में आए लोगों से लालू-राबड़ी के 15 वर्षों का जिक्र किया।
मुख्यमंत्री ने तो इस मसले पर चुनावी सभा में आए लोगों से संवाद के अंदाज में अपनी बात कही। उन्होंने बार-बार यह सवाल किया कि 2005 के पहले क्या स्थिति थी? शाम होते ही लोग घर में बंद हो जाते थे। अपराधियों का खौफ इतना अधिक था कि पूछिए मत।
उन्होंने कई बार अपनी चुनावी सभाओं में यह कहा कि जिन लोगों ने इसे भोगा है वह इस बारे में नयी पीढ़ी को बताएं। मुख्यमंत्री की इस लाइन को ही जदयू के स्टार प्रचारकों ने आगे बढ़ाया। अपहरण उद्योग की चर्चा की।
यह सवाल भी उठाया कि तेजस्वी यादव अपनी चुनानी सभाओं में इस पर क्यों कुछ नहीं बोलते? जदयू के कुछ नेताओं ने मतदान के ठीक पहले राजद के पंद्रह वर्षों के शासनकाल के दौरान हुए नरसंहार के विषय को भी उठाया।
अल्पसंख्यकों के विषय को भी जदयू के स्टार प्रचारकों ने उठायाअल्पसंख्यकों के विषय को भी चुनाव के दौरान जदयू के स्टार प्रचारकों ने खूब उठाया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब नवादा के वारिसलीगंज स्थित माफी में अपनी पहली चुनावी सभा कर रहे थे तो इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने शासनकाल में सांप्रदायिक सद्भाव को बरकरार रखा। अल्पसंख्यकों ले लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं चलायीं। उद्यमिता के लिए नीतिगत रूप से आर्थिक सहायता की।
मुख्यमंत्री यह भी पूछा कि हमने जब इतना किया है तो हमको नहीं दीजिएगा क्या? जदयू के कई स्टार प्रचारकों ने बार-बार यह कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर भागलपुर दंगा के दोषियों को सजा मिली। पीड़ितों को आर्थिक मदद की गयी। यह भी जोड़ा कि पूर्व की सरकार ने इस दंगे से जुड़ी फाइल को बंद कर दिया था।
आधारभूत संरचना को लेकर भी खूब बातें हुईंजदयू के चुनावी मंच से आधारभूत संरचना को लेकर भी खूब बातें हुईं। सड़क और पुल के अतिरिक्त इस बार इंजीनियरिंग और पॉलिटेक्निक संस्थानों के भवन व अस्पतालों के निर्माण पर चर्चा हुई।
संवाद के नए तत्व में जाति आधारित जनगणनाजदयू के चुनावी मंच पर संवाद के नए तत्व में जाति आधारित जनगणना को नोटिस में लिया गया। वोटरों को जदयू के स्टार प्रचारकों ने यह बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर जाति आधारित गणना हुई। इसके आधार पर आरक्षण के दायरे को बढ़ाया गया।
यह भी पढ़ें: ड्राइविंग लाइसेंस दिलवाने के नाम पर चल रहा 'खेल', एक्शन में परिवहन विभाग; दिया ये सख्त निर्देश
Saran News: सारण जिला परिषद में मचा बवाल, 32 पार्षद अचानक गए सैर पर; अध्यक्ष की कुर्सी पड़ी खतरे में
Bihar Politics: 'अब तो एनडीए सरकार की...' , लालू की पुत्री मीसा भारती का अलग ही दावा; दिया चौंकाने वाला बयान
संवाद सूत्र, मनेर (पटना)। Bihar Politics in Hindi: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सुपुत्री एवं बिहार के सबसे हॉट सीट माने जाने वाले पाटलिपुत्र लोकसभा की उम्मीदवार मीसा भारती ने कहा इस बार पाटलिपुत्र की जनता इस बार जवाब दे दिया है।
मीसा भारती (Misa Bharti) ने कहा कि सत्ता में बैठे एनडीए सरकार की विदाई हो गई। जीत प्रति आश्वस्त दिख रहीं डॉ मीसा भारती ने कहा कि पाटलिपुत्र की जनता इस बार बदलाव चाहती थी और इस बार बदलाव हो गया।
जहां मीसा भारती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस बार जनता की जीत होगी और जनता के बीच हम लोग जनता के मुद्दों के साथ चुनाव लड़े हैं, जहां एक तरफ देश में मोदी की 10 साल की सरकार थी और इन 10 सालों में जो जनता से वादे किए, वह पूरे नहीं किया।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा न देकर बिहारियों को बेवकूफ बनायामीसा भारती (Misa Bharti) ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जा देने की बात कही गई थी लेकिन वह भी पूरा नहीं हो पाया। देश की जनता हो या पाटलिपुत्र की जनता को हर बार बेवकूफ बनाते आए हैं। लेकिन इस बार जनता जवाब देने का काम कर रही है साथ ही कहा की बिहार में इंडिया गठबंधन की जीत होगी और जनता यही चाहती है।
वहीं पीएम मोदी ध्यान मग्न और पूजा कर रहे हैं जिस पर मीसा भारती ने हमला करते हुए कहा कि हम लोग भी ध्यान व पूजा करते हैं लेकिन कैमरा और मीडिया के साथ नहीं करते वही मोदी जी ध्यान भी कर रहे हैं तो मीडिया और कैमरा के साथ कर रहे हैं।
यह भी पढ़ें
Exit Poll आने के बाद अचानक दिल्ली पहुंचे नीतीश कुमार, बिहार में मची खलबली; एक दिन पहले हुई थी I.N.D.I.A की बैठक
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) रविवार को अचानक दिल्ली पहुंच गए हैं। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह दिल्ली क्यों पहुंचे हैं। इसको लेकर बिहार की राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। बता दें कि एक दिन पहले एग्जिट पोल सामने आया है। इसमें एनडीए की बढ़त को दर्शाया गया है।
वहीं, एक दिन पहले इंडी गठबंधन की बैठक भी हुई है। माना जा रहा है कि नीतीश दिल्ली में एनडीए के नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं।
#WATCH | Bihar CM and JD(U) leader Nitish Kumar arrives in Delhi. More details awaited. pic.twitter.com/tcM8s8VISw
— ANI (@ANI) June 2, 2024 तेजस्वी ने क्या कहा था ?बता दें कि कुछ दिनों पहले बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने दावा किया था कि चार जून के बाद कुछ बड़ा होने वाला है। इसके साथ उन्होंने नीतीश को महागठबंधन में भी शामिल होने का ऑफर दे दिया था। नीतीश के इस यात्रा से कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
एग्जिट पोल में एनडीए को बढ़तगौरतलब है कि एग्जिट पोल पर एक नजर डालें तो 4 जून को पीएम मोदी तीसरी बार अपनी सरकार बनाने जा रहे हैं। बिहार में भी एनडीए को जबरदस्त बढ़त मिल रही है। सीएम नीतीश की यह दिल्ली यात्रा निजी बताई जा रही है। वह सोमवार को वापस बिहार लौट आएंगे।
यह भी पढ़ें-
Nitish Kumar: आ गए Exit Poll के नतीजे, अब सीधा दिल्ली जा रहे नीतीश कुमार; ये है प्लान
Manoj Jha: महागठबंधन वाले खुश हो जाइए..., मनोज झा ने बताया सीटों का अनुमान, कहा-मैंने जिंदगी में कभी...
पीटीआई, पटना। Bihar Political News Today: बिहार समेत पूरे देश में लोकसभा चुनाव का परिणाम 4 जून को आने वाला है। इससे पहले नेताओं के अनुमान आने शुरू हो गई है। इसी क्रम में आरजेडी से राज्यसभा सांसद मनोज झा ने महागठबंधन की सीटों को लेकर अपना अनुमान बता दिया है।
मनोज झा (Manoj Jha) के अनुमान से महागठबंधन में खुशी की लहर दौड़ सकती है। मनोज झा ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए कहा कि मैंने जिंदगी में कभी और मेरी पार्टी ने भी कभी एग्जिट पोल को तवज्जो नहीं दी। 2015 देखिए, 2020 देखिए, आपको उदाहरण मिल जाएगा। कई लोग तो माफीनामा भी लिखते हैं।
मनोज झा ने कहा कि ये एग्जिट पोल तो पीएमओ से आया है। कोई जोशी जी हैं जो तैयारी कर रहे हैं। मैंने तेजस्वी जी का कैंपेन देखा है। इस कैंपेन में आरजेडी के परिवर्तन पत्र ने हंगामा मचा दिया है। रोजगार, महंगाई, महिलाओं का सशक्तिकरण सब पर जोर दिया गया है।
महागठबंधन को कितनी सीटेंमनोज झा ने कहा कि जो भी आंकड़े आप देख रहे हैं, उनमें व्यापक उलटफेर होगा। मेरे अनुमान से महागठबंधन को 25 से अधिक सीटें मिल रही हैं। उन्होंने कहा कि 4 जून को एग्जिट पोल नहीं बल्कि वास्तविक परिणाम सामने होगा और हमलोग पूरी तरह से बढ़त बनाएंगे।
मनोज झा ने कहा मैंने तेजस्वी यादव जैसा कैंपेन अभी तक नहीं देखा। मनोज झा ने कहा कि मैं आपलोगों को यकीन दिलाता हूं कि बिहार में हमलोग 25 से अधिक सीटें जीतने जा रहे हैं।
यह भी पढ़ें
Exit Poll को लेकर RJD के भीतर क्या चल रहा? तेजस्वी यादव ने फिर दिया रिएक्शन, कहा- अकेले लड़कर बिहार में...
राज्य ब्यूरो, पटना। Exit Poll एक्जिट पोल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) की है-ट्रिक के दावे के बीच बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एक बार फिर कहा कि जीत रहा है आईएनडीआईए। तो दूसरी ओर राजद के प्रवक्ताओं ने एक्जिट पोल के खिलाफ खाता ही खोल दिया है।
राजद (RJD) के कई प्रवक्ताओं ने आंकड़ों के खिलाफ हमलावर तेवर दिखाए और कहा कि सर्वे करने वाले भाजपा प्रवक्ताओं की तरह अपने आंकड़ों में मोदी की है-ट्रिक कर गुणगान कर रहे हैं। जबकि हकीकत कुछ और है।
बिहार के लोगों को साथ लेकर चलने की कोशिश- तेजस्वी यादवBihar News पूर्व उप मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि झूठ, छल, प्रपंच से अकेले लड़कर उन्होंने पूरे चुनाव बिहार के लोगों को साथ लेकर चलने की कोशिश की है और अपने मकसद में सफल भी रहे। उन्होंने दावा किया कि जीत रहा है आईएनडीआईए, जीत रही है जनता।
तेजस्वी के दावे के बीच ही राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने एक वीडियो जारी कर कहा कि सातवें चरण के चुनाव के बाद मोदी घराना एक्जिट पोल लेकर आया। लेकिन, जो आंकड़े एक्जिट पोल में दिखाए गए वे सच्चाई से परे हैं।
खुश करने के लिए आंकड़े तैयार किए गएशक्ति ने कहा कि चुनाव के दौरान जब कड़क गर्मी पड़ रही थी, उस दौरान अफरा-तफरी में एसी कमरों में बैठकर मोदी सरकार को खुश करने के लिए यह आंकड़े तैयार किए गए। जो सिवाय मोदी के गुणगान के और कुछ नहीं।
वहीं, चितरंजन गगन ने कहा कि एक्जिट पोल तैयार करने वालों की आका है भाजपा। जाहिर है ये लोग उसी के मन के अनुरूप काम करेंगे। वहीं एजाज अहमद ने कहा एक्जिट पोल और सच के आंकडा़ें में जमीन आसमान का अंतर देखने को मिलेगा।
यह भी पढ़ें-
Pappu Yadav : काउंटिंग से पहले पप्पू यादव को बड़ी राहत, इस केस में कोर्ट से मिली जमानत; पढ़ें डिटेल
Ram Kripal Yadav : 'वे जान मार देते, कभी सोचा नहीं था...', फायरिंग को लेकर RJD के बारे में क्या बोले राम कृपाल?
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi पाटलिपुत्र से भाजपा (BJP) सांसद राम कृपाल यादव (Ram Kripal Yadav) पर पोलिंग बूथ के पास शनिवार की शाम मतदान के दौरान फायरिंग हुईओ। इस घटना के लिए भाजपा नेता ने राजद को जिम्मेदार ठहराया है। बता दें कि इस सीट से उनके खिलाफ राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी मीसा भारती मैदान में हैं।
राम कृपाल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शनिवार शाम वह क्षेत्र के पोलिंग बूथ का भ्रमण करने के लिए निकले थे, इस दौरान उन्हें सूचना मिली कि स्थानीय विधायक रेखा देवी बूथ पर मतदान को बाधित करने की कोशिश कर रही हैं। हंगामे के बाद वह मौके पर पहुंचे। इसके बाद, राम कृपाल दूसरे गांव के लिए निकले तो पहले से ही कुछ लोग बंदूक के साथ वहां मौजूद थे।
तीन-चार फायरिंग की गईराम कृपाल ने आगे बताया कि कुछ लोगों ने उनपर तीन-चार फायरिंग कर दी। इसके बाद जब भाजपा समर्थकों ने पूछा कि सांसद पर गोली क्यों कर रहे हो, इसपर उन्होंने समर्थकों पर भी राइफल के बट से हमला कर दिया। हालांकि, उनकी जान बच गई, ऐसा हो सकता है वह उनका भी जान मार देते। उन्होंने कहा कि हम कभी ऐसा सोच भी नहीं सकते थे।
उन्होंने कहा कि पाली और दानापुर में भी उनके कार्यकर्ताओं को पीटा गया। बता दें कि पटना- गया- डोभी सड़क मार्ग (एनएच-22) स्थित थाना के तिनेरी मठ के समीप तिनेरी से लौट रहे भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव पर शनिवार की देर शाम कुछ बदमाशों ने फायरिंग कर दी।
समर्थकों के साथ हुई मारपीटइसके अलावा, उनके दो समर्थकों में से एक कुणाल कुमार को बाइक सवार कुछ बदमाशों ने पिस्तौल की बट से मारकर सिर फोड़ दिया। तिनेरी पंचायत के मुखिया पति शशि कुमार के साथ भी मारपीट की। साथ ही उसे फोन से किसी ने धमकी भी दी। सूचना मिलने पर मौके पर फिर सांसद पहुंचे और एसएसपी को सूचना दी।
इधर ग्रामीणों ने आरोपित युवकों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर तिनेरी के पास सड़क जाम कर दिया। इसबीच मौके पर सिटी एसपी (पूर्वी)भारत सोनी पहुंच गए और ग्रामीणों से बात की। अब इस मामले में पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
यह भी पढ़ें-
Patna News: पटना जाने वाले ध्यान दें...., आज रात से बढ़ जाएगा Toll Tax; अब चुकाने होंगे इतने रुपये
Patna News: पटना जाने वाले ध्यान दें...., आज रात से बढ़ जाएगा Toll Tax; अब चुकाने होंगे इतने रुपये
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। Patna News: राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 30 पर दीदारगंज के समीप स्थित पटना बख्तियारपुर टोल प्लाजा से रविवार की आधी रात यानी तीन जून आरंभ होते ही टोल टैक्स अधिक देना होगा। एक अप्रैल से लागू होने वाली नयी दर पर लगायी गई रोक सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा हटा ली गई है।
अब वाहनों में लगे फास्टैग से बढ़े हुए दर से ही टैक्स की कटौती होगी। यह जानकारी शनिवार को टोल प्लाजा के महाप्रबंधक बी एन चौधरी ने दी। उन्होंने बताया कि टोल टैक्स में बढ़ोतरी ढाई से तीन प्रतिशत यानी पांच से 30 रुपये तक की हुई है।
टोल प्लाजा के बीस किलोमीटर के दायरे में रहने वालों को वाहन के लिए अब मासिक 340 रुपए देना होगा। महाप्रबंधक ने बताया कि पटना बख्तियारपुर टोल प्लाजा से चौबीस घंटों में लगभग बीस हजार वाहनों की आवाजाही होती है। यहां से गुजरने वाले 95 प्रतिशत वाहनों में फास्टैग लगा है।
टोल पर आने-जाने वाले मार्ग में छह-छह मार्ग हैं। सभी मार्ग में टोल टैक्स की कैशलेस सुविधा फास्टैग कार्ड के माध्यम से लागू है।
यह भी पढ़ें
Shatrughan Sinha : शत्रुघ्न सिन्हा ने PM मोदी का नाम लेकर क्या कह दिया ऐसा? मच सकता है घमासान, बोले- देर कर दी...
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार बाबू के नाम से प्रसिद्ध सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने कहा कि चार जून का इंतजार कीजिए। इंडी गठबंधन ऐतिहासिक जीत हासिल करने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) विवेकानंद राक मेमोरियल पर ध्यान- साधना, मीडिया और मतदताओं का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि साधना करने में पीएम मोदी ने विलंब कर दिया है। अब उनकी विदाई तय है। पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र में कदमकुआं स्थित संत सेवरीन हाई स्कूल में उन्होंने अपने बड़े पुत्र लव कुमार सिन्हा के साथ मतदान किया।
सिन्हा ने कहा कि भाजपा (BJP) के 400 पार नारे की दावे की पोल खुलने वाली है। पश्चिम बंगाल में भी टीएमसी (TMC) बेहतर प्रदर्शन करने जा रही है।
इंडी गठबंधन वाले दिन में सपना न देखें : रविशंकर प्रसादवहीं, पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद (Ravishankar Prasad) ने पटना वीमेंस कालेज मतदान केंद्र पर मतदान करने के बाद कहा कि देशभर की जनता नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में स्थाई सरकार बनाने के लिए मतदान कर रही है। इंडी गठबंधन वाले दिन में ही सपना न देखें।
रविशंकर ने कहा कि देश के किसान, व्यवसायी सहित हर वर्ग के लोग चाहते हैं कि नरेन्द्र मोदी पुन: प्रधानमंत्री बनें। भारत का विकास दर तेजी से बढ़ रहा है। आईएनडीआईए वाले बैठक कर कर सरकार बनाने का सपना न देखें।
यह भी पढ़ें-
Patna News: आखिर इंटरनेट मीडिया पर क्यों ट्रेंड होता रहा पटना? चर्चे में रहे इन नेताओं के नाम; समझिए पूरा माजरा
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: छठे चरण चुनाव के बाद जब बारी पटना की आई तो लोगों ने मतदान के साथ इंटरनेट मीडिया पर अपनी धमक दिखाई। पटना साहिब और पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र में शनिवार को हुए मतदान के दिन आम से खास लोग दिन भर इंटरनेट मीडिया पर ट्रेंड करते दिखे।
इन उम्मीदवारों के नामों के हैशटैग पर पूरे दिन चर्चा होती रहीसातवें चरण की वोटिंग आरंभ होते हुए रविशंकर प्रसाद, रामकृपाल, तेजप्रताप, तेजस्वी, मीसा भारती समेत अन्य नाम के हैशटैग पर पूरे दिन चर्चा होती रही। चुनाव परिणाम भले ही कुछ दिनों में आएंगे पर इंटरनेट पर मतदान को लेकर समीकरण बनने लगे। मौसम के साथ मिलने के बाद मतदाता घरों से निकल मतदान कर इंटरनेट मीडिया (एक्स) पर तस्वीरें साझा कर लोगों को प्रोत्साहित करते रहे।
तेजस्वी भी रहे ट्रेंड मेंवहीं, वोट देने के बाद प्रत्याशियों ने भी लोगों को जागरूक करने को अपनी तस्वीर को साझा किए। तेजस्वी यादव ने मतदान कर अंगुली में लगी स्याही की तस्वीर साझा करते हुए एक्स पर लिखा है कि नौकरी, बेरोजगारी, महंगाई और मुद्दों से ध्यान भटकाने एवं लोकतंत्र, आरक्षण और संविधान हटाने वालों को अब जनता हटा रही है। अपने मतदान के प्रयोग से जन समस्याओं को दूर एवं लोकतंत्र को मजबूत करें।
लालू यादव भी चर्चा में रहेBihar News: वहीं, राजद सुप्रीमो अपने परिवार के साथ वोट डालने के बाद एक्स पर तस्वीर साझा करते हुए लिखते हैं कि संविधान व आरक्षण बचाने के लिए मतदान का प्रयोग अवश्य करें। हालांकि, इस बीच वह आचार संहिता के विवाद में भी फंसते दिखे। भाजपा ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कर दी।
रविशंकर प्रसाद भी लिस्ट में रहे शामिलवहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद अपनी पत्नी के साथ वोट देने के बाद तस्वीर को साझा करते हुए लिखते हैं कि आत्मनिर्भर व विकसित भारत के लिए लोकतंत्र के महापर्व में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए मतदान अवश्य करें। प्रत्याशी मीसा भारती ने वोट डालने के बाद फोटो साझा करते हुए लिखा है, मुस्कुराइए बन रही है आइएनडीए की सरकार। पोस्ट के बाद लोग अपने प्रतिक्रिया देते रहे।
यह भी पढ़ें
Tejashwi Yadav : तो इसलिए सटीक नहीं है Exit Poll, तेजस्वी के इस रिएक्शन ने सबको कर दिया हैरान; कहा- भाजपा सरकार...
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) शनिवार को व्हीलचेयर पर पटना के वेटनरी कालेज मैदान में वोट डालने पहुंचे। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि बिहार से चौंकाने वाला परिणाम आएगा। केंद्र की भाजपा (BJP) सरकार जा रही है। लोगों ने महंगाई गरीबी के विरुद्ध देश बचाने के लिए मतदान किया है।
उन्होंने दावा किया कि आईएनडीआईए को 300 सीटें आएंगी। एग्जिट पोल के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा कि कौन सा और किसका एग्जिट पोल (Exit Poll)? हम चुनाव के दौरान जमीन पर लोगों के बीच रहे हैं और हमें जनता पर पूरा भरोसा है।
विमान से दिल्ली रवाना हुए थे तेजस्वीBihar News वहीं, कन्याकुमारी में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ध्यान शिविर के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी ने कहा कि यह कोई ध्यान नहीं, फोटो शूट है। मतदान के बाद तेजस्वी यादव आईएनडीआईए की बैठक में शामिल होने के लिए विमान से नई दिल्ली रवाना हो गए।
उन्होंने इस बात को खारिज किया कि इस बैठक का उद्देश्य गठबंधन के बहुमत से कम होने की स्थिति में सहयोगियों को टूटने से रोकना है।
लालू के खिलाफ शिकायत भाजपा की हार की बौखलाहट : राजदराष्ट्रीय जनता दल ने अंतिम चरण का चुनाव संपन्न होने के साथ ही भाजपा की मुकम्मल विदाई का दावा किया है। राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के खिलाफ चुनाव आयोग में भाजपा द्वारा की गई शिकायत उसके हार की बौखलाहट की निशानी है।
आईएनडीआईए के जनबल के सामने भाजपा और उसके सहयोगी दलों का धनबल फेल हो गया। मतदाताओं ने उपमुख्यमंत्री के रूप में तेजस्वी यादव के कामों से प्रभावित होकर महागठबंधन के उम्मीदवारों के पक्ष में मतदान किया है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस बार बदलाव की हवा चल रही है और तीन सौ से ज्यादा सीटों पर इंडिया गठबंधन जीतने जा रही है। राजद प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि पूरे चुनाव अभियान के दौरान भाजपा नेताओं द्वारा आदर्श चुनाव आचार संहिता का माखौल उड़ाया गया है।
यह भी पढ़ें-
नीलांचल एक्सप्रेस के ऊपर टूटकर गिरा ओवरहेड तार, दो यात्री की हालत गंभीर; इन ट्रेनों का रूट चेंज
Bihar Weather Today: बिहार में बिगड़ने वाला है मौसम, अलर्ट किया गया जारी; इन 10 जिलों के लोग रहें सावधान
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Weather News: बिहार में चल रही खतरनाक लू के बीच मौसम विभाग ने लोगों के लिए राहत की खबर दी है। मौसम विभाग के मुताबिक बिहार के 10 जिलों में मौसम बिगड़ने के आसार हैं और तेज बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि, कई जिलों में अब भी लू का कहर जारी रहेगा। इसलिए लोगों को पूरी तरह से अलर्ट रहने की सलाह दी गई है।
इन 10 जिलों में छाए बादल, मध्यम से तेज बारिश के आसारकटिहार, खगड़िया, बेगूसराय, पूर्णिया, सहरसा, मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर, भागलपुर और सुपौल के आसमान में बादल छाए हुए हैं। यहां मध्यम से लेकर तेज बारिश की संभावना जताई गई है।
इन जिलों में पड़ सकती है भीषण 'लू'आरा, पटना, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, बक्सर, सारण में भीषण लू चलने के आसार हैं। यहां लोगों को सावधान रहने की सलाह दी गई है। इन जिलों में लोगों को दोपहर में घर से बाहर निकलने से परहेज करने के लिए कहा गया है।
पश्चिम चंपारण जिले में तापमान फिर पहुंचा 41 डिग्री परBihar News: पश्चिम चंपारण जिले में धूप व गर्मी के भीषण प्रकोप विगत कई दिनों से बढ़ रहा है। इस दौरान शनिवार को को तापमान 41 डिग्री सेल्सियस पर था। जिससे दोपहर में आम लोगों का घरों से निकलना मुश्किल था। सुबह से ही धूप चढ़ा हुआ था।
यह भी पढ़ें
Ramkripal Yadav : पाटलिपुत्र से BJP प्रत्याशी रामकृपाल यादव पर फायरिंग, बाल-बाल बची जान
जागरण टीम, मसौढ़ी/पटना। Firing on Ramkripal Yadav पाटलिपुत्र सांसद और भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव पर पटना-डोभी सड़क मार्ग पर तिनेरी मठ के पास शनिवार की देर शाम बाइक सवार अपराधियों ने फायरिंग कर दी, जिसमें वे बाल-बाल बच गए।
हालांकि, उन्हें मुख्य मार्ग तक विदा करने आए तिनेरी गांव की मुखिया रीना कुमारी के पति शशि कुमार की अपराधियों ने पिटाई कर दी। वहीं, उनके साथ रहे कुणाल कुमार का पिस्तौल की बट से वार कर सिर फोड़ दिया।
समर्थकों पर हमले की सूचना पाकर सांसद दोबारा लौटे और घटना की जानकारी एसएसपी राजीव मिश्रा को दी। इसके बाद सिटी एसपी (पूर्वी) भारत सोनी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपितों की खोज शुरू कर दी।
चालक की सूझ-बूझ से बची जानबताया जाता है कि सांसद के साथ उनका एक भी अंगरक्षक नहीं था। वे चौपहिया वाहन की अगली सीट पर थे। फायरिंग होते ही चालक ने सूझ-बूझ से काम लिया और गाड़ी को जहानाबाद की ओर लेकर बढ़ चला। गोली उनके वाहन पर भी नहीं लगी।
हमले के बाद सांसद के समर्थक सड़क पर बैठ गए और परिचालन बाधित कर दिया। वे आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। पुलिस-प्रशासन के समझाने पर आक्रोशित लोगों ने करीब आधे घंटे बाद जाम हटाया।
इसके बाद परिचालन सामान्य हो सका। सांसद की लिखित शिकायत पर नौ लोगों को आरोपित बनाया गया। पुलिस उनकी तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
विधायक से हुए विवाद को सुलझाने आए थे सांसदतिनेरी मध्य विद्यालय स्थित मतदान केंद्र संख्या 178 पर दोपहर में विधायक रेखा देवी और उनके समर्थक गए थे। वहां मतदाताओं से विधायक की झड़प हो गई थी। इसकी जानकारी मिलने सांसद वहां पहुंचे थे।
मतदान समाप्त होने के बाद उन्होंने ग्रामीणों से बातचीत की। इसके बाद पटना के लिए निकले थे। तिनेरी मठ के पास सड़क की उत्तरी छोर से उनकी गाड़ी पर फायरिंग की गई। सांसद ने इस वारदात में तिनेरी मठ के कुछ बदमाशों की संलिप्तता बताई है।
मतदान के बाद हुआ था हमलाएसएसपी के मुताबिक, वारदात शाम साढ़े सात बजे बाद की है। सांसद ने आवेदन में उल्लेख किया है कि उनके काफिले पर हमला किया गया था। फायरिंग की बात कही गई है। सांसद ने नौ अभियुक्तों पर प्राथमिकी कराई है।
एसएसपी ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ था। वारदात से पहले ईवीएम भी वज्रगृह तक सुरक्षित पहुंच गई थी।
सिटी एसपी ने बताया कि सांसद के कार्यकर्ता चोटिल हुए हैं। जिन अभियुक्तों के बारे में बताया गया है, उनकी पहचान कर ली गई है। गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
चिराग पासवान ने बताया राजद की बौखलाहटरामकृपाल यादव पर हुए इस अटैक पर चिराग पासवान ने राजद पर हमला किया है। चिराग ने कहा कि यह अभी सिर्फ एग्जिट पोल में एनडीए के पक्ष में परिणाम आएं, पुरी झांकी तो अभी बांकी है।
चिराग ने कहा कि पाटलिपुत्र से एनडीए प्रत्याशी रामकृपाल यादव पर जानलेवा हमला कायरतापूर्ण हरकत है। विपक्षी दल और उनके समर्थक अपनी हार देखकर बौखला गए हैं। प्रशासन से मांग है की ऐसे अपराधियों को जल्द से जल्द चिन्हित कर उचित करवाई करे।
अभी तो मात्र एग्जिट पोल में ही परिणाम आएं है, पुरी झांकी तो अभी बांकी है।
पाटलिपुत्र से एनडीए प्रत्याशी आदरणीय श्री @ramkripalmp जी पर जानलेवा हमला करना कायरतापूर्ण हरकत है। विपक्षी दल और उनके समर्थक अपनी हार देख कर बौखला गए है। प्रशासन से मांग है की ऐसे अपराधियों को जल्द से…
यह भी पढ़ें: Bihar Exit Poll Result 2024 Live: बिहार का एग्जिट पोल चौंकाने वाला, ABP-C Voter ने NDA को दी इतनी सीटें
Lalu Yadav का 'MY' समीकरण तय करेगा Pappu Yadav पास होंगे या फेल, नीतीश कुमार का खेमा उत्साहित
Bihar Politics: पाटलिपुत्र में मीसा और रामकृपाल के बीच कांटे की टक्कर, यहां पढ़ें एग्जिट पोल के क्या हैं अनुमान
जागरण संवाददाता, पटना। पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में शनिवार को 56.91 प्रतिशत मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग किया। वोट का आंकड़ा बीते लोकसभा चुनाव से बढ़ा लेकिन मतदान का प्रतिशत पुराने आंकड़े के करीब आकर ठहर गया।
छह विधानसभा वाले इस क्षेत्र में चौथी बार भाजपा और राजद के बीच कांटे का मुकाबला रहा और मतगणना रोमांचक होने की संभावना है। भाजपा के रामकृपाल यादव और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की पुत्री मीसा भारती तीसरी बार आमने-सामने मुकाबला है।
दोनों के बीच कांटे की टक्करचुनाव खत्म होने के बाद आए एग्जिट पोल में भी इस बात की संभावना जताई गई है कि पाटलिपुत्र सीट पर रामकृपाल यादव और मीसा भारती के बीच कांटे की टक्कर है। ऐसी भी संभावना है कि इस सीट पर शह और मात बेहद ही कम अंतर का होने वाला है।
मतदाताओं की संख्या में 1.39 लाख की वृद्धिवर्ष 2019 की तुलना मतदाताओं की संख्या में 1.39 लाख वृद्धि हुई है। इस हिसाब से मतदान प्रतिशत तो पुराना ही रह गया लेकिन वाेटरों की कुल संख्या में हुई वृद्धि से मतदान का आंकड़ा भी बढ़ गया है। ये नए वोटर चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं।
2019 का रोमांचक रहा था मुकाबलापाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र का परिणाम रोमांचक रहा है। 2019 के चुनाव में राजद के मीसा भारती 11 वें चक्र तक बढ़त बनाए रही थी। 2014 में सातवें चरण के बाद मीसा भारती पिछड़ती चली गई थी। छह विधानसभा में बिक्रम, दानापुर और फुलवारीशरीफ से भाजपा को जीत के लिए निर्णायक बढ़त देते आ रहा है। राजद को मनेर, मसौढ़ी और पालीगंज में बढ़त देता है।
2019 में भाजपा ने 39320 मतों से दर्ज की थी जीतवर्ष 2019 में भाजपा 39320 मतों से जीत हासिल की थी। 2014 में 41 हजार से राजद के मीसा भारती को हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट पर 2009 में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद करीब 21 हजार वोटों से जदयू के रंजन प्रसाद यादव से हारे थे।
यह भी पढ़ें: Bihar Voting Precentage 2024: टोटल 7 चरणों में बिहार में कितना रहा मतदान प्रतिशत, 2019 से अधिक या कम? पढ़ें यहां
Bihar Election 2024: पटना में वोटिंग के दौरान अलग ही नजारा, पूर्व राज्यपाल की तीन पीढ़ियों ने एकसाथ किया मतदान
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar News: आमचुनाव 2024 में लोकतंत्र के कई रंग देखने को मिले। ऐसा ही एक दृश्य पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के खाजपुरा स्थित चलंत मतदान केंद्र संख्या 90 पर दिखा। यहां एक साथ तीन पीढ़ियों ने मतदान कर लोकतंत्र के महापर्व का जश्न मनाया।
सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद ने पुत्र सह विधायक डा. संजीव चौरसिया, पूर्व वार्ड पार्षद दीपक चौरसिया, पुत्रवधू व पूर्व वार्ड पार्षद मधु चौरसिया, पौत्र ऋषभ व ओंकार एवं पौत्री यशस्विनी के साथ मतदान किया। मतदान के बाद विधायक डा. संजीव चौरसिया ने सभी से बढ़-चढ़कर मतदान करने की अपील की।
ये भी पढ़ें
Bihar Exit Poll 2024: जेडीयू का NDA की सीटों को लेकर चौंकाने वाला दावा, कहा- हमलोग इस बार तो...
Nitish Kumar: आ गए Exit Poll के नतीजे, अब सीधा दिल्ली जा रहे नीतीश कुमार; ये है प्लान
राज्य ब्यूरो, पटना। Nitish Kumar Bihar Exit Poll 2024 लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर एग्जिट पोल के नतीजे आ चुके हैं। देश में एनडीए की लहर है। एग्जिट पोल की मानें तो एक बार फिर नरेंद्र मोदी 4 जून को सरकार बनाने जा रहे हैं। बिहार में एनडीए को अच्छी-खासी बढ़त है। इस सबके बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिल्ली जाने का प्लान किया है।
एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद खबर आई कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार को दिल्ली जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक, यह उनकी निजी यात्रा है। हालांकि, खबर मिल रही है कि वैसे इस यात्रा के दौरान एनडीए के कुछ नेताओं से मुलाकात भी कर सकते हैं। मुख्यमंत्री सोमवार को पटना लौट आएंगे।
लोकसभा चुनाव के सभी चरण में जनता ने राजग को दिया भरपूर आशीर्वाद- मंगल पांडेयस्वास्थ्य एवं कृषि मंत्री मंगल पांडेय ने राज्य में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव संपन्न होने पर चुनाव आयोग, चुनाव में शामिल पुलिसकर्मी, राज्यकर्मी, मीडियाकर्मी के साथ-साथ मतदाताओं को बधाई दी है। पांडेय ने कहा कि सबों के सहयोग और सजगता से लोकतंत्र का महापर्व उत्सवी महौल में संपन्न हुआ। सभी सात चरण में मतदाताओं ने एक बार फिर राजग को अपना भरपूर आशीर्वाद देकर 40 की 40 सीट राजग की झोली में डालने का काम किया है।
उन्होंने दावा किया कि वोटिंग के लिए लोगों में उत्सुकता ऐसी थी कि पहले मतदान फिर जलपान और अन्य कोई काम किया। आखिरी चरण में भी संपन्न आठ सीटों पर एनडीए की जीत सुनिश्चित है और महागठबंधन का खाता भी नहीं खुलने वाला है।
चार जून को विलाप की तैयारी में जुटा विपक्ष- राजीव रंजनजदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने शनिवार को कहा कि चार जून को विलाप की तैयारी में जुट गया है विपक्ष। विपक्ष के खेमे में मातम की स्थिति है। हार का ठीकरा फोड़ने के लिए नए बहाने की खोज हो रही है।
राजीव रंजन ने कहा कि विपक्ष की राजनीतिक नौटंकी अभी से ही आरंभ हो गयी है। इस बार भी इस बात की अधिक संभावना है कि विपक्षी दल अपनी हार का ठीकरा इवीएम पर फोड़ेंगे। विपक्ष को यदि थोड़ी भी समझ होगी तो वह चुनाव के बाद झूठ की राजनीति से तौबा कर लेंगे।
उन्होंने कहा, यदि उन्होंने वंशवाद, भ्रष्टाचार और घोटालों से परहेज नहीं किया तो उनके राजनीतिक बेड़े को डूबने से कोई नहीं बचा सकता। विपक्ष की राजनीतिक अब भी 90 के दशक में फंसी हुई है।
ये भी पढ़ें- Bihar Exit Poll में हो गया 'खेला', चौंकाने वाले आए नतीजे; Prashant Kishor ने कह दी बड़ी बात
ये भी पढ़ें- Bihar Exit Poll Result 2024: बिहार में मोदी-नीतीश की जोड़ी 'सुपरहिट', मगर चिराग पासवान का क्या हुआ?