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Bihar: सोमवार को पटना आएंगे राहुल गांधी, कांग्रेस में तेज हुई हलचल; इस कार्यक्रम की तैयारी में जुटे सभी नेता

Dainik Jagran - April 5, 2025 - 8:40pm

राज्य ब्यूरो, पटना। कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को एक बार फिर पटना आएंगे। वह श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित संविधान सुरक्षा सम्मेलन के जरिए लोगों से संवाद करेंगे।

बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष राजेश कुमार और संविधान सुरक्षा सम्मेलन के संयोजक डॉ. अनिल जयहिंद ने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में आयोजित प्रेस वार्ता में इसकी जानकारी दी।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हाल के सालों में देश के अलग अलग हिस्सों में संविधान और सामाजिक न्याय के लिए विपक्ष के नेता राहुल गांधी आंदोलनकारी की भूमिका में हैं।

सामाजिक एवं राजनीतिक परिवर्तन के लिए राहुल गांधी लगातार देश-समाज के वंचित वर्ग से संविधान सुरक्षा सम्मेलनों के जरिए संवाद स्थापित कर रहे हैं।

क्या बोले डॉ. अनिल जयहिंद? 

डॉ. अनिल जयहिंद ने कहा कि इस सम्मलेन में बिहार के अलग अलग जिलों से पिछड़े, अतिपिछड़ें, पसमांदा, दलित, आदिवासी वर्ग के सामाजिक संगठनों से जुड़े सामाजिक कार्यकर्ता, सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ने वाले आंदोलन से जुड़े लोग बड़ी संख्या में शामिल होंगे।

इससे जुड़े संगठनों एवं कार्यकर्ताओं ने आने की अपना सहमति पत्र भी राहुल गांधी के नाम भेजा है। इन सभी सहमति पत्रों को राहुल गांधी को जनसमूह की मौजूदगी में सौंपा जाएगा।

संवाददाता सम्मेलन में बिहार कांग्रेस के सह प्रभारी सुशील कुमार पासी, पूर्व सांसद अली अनवर , मोती लाल शर्मा, राजेश राठौड़, मंजीत आनंद साहू मौजूद रहें।

भाजपा की राजनीतिक राह पर जदयू, लोजपा और हम : तारिक अनवर

कटिहार से कांग्रेस के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर ने वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन करने पर जदयू, लोजपा और हम की आलोचना की है।

उन्होंने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि कहते हैं खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है। यह कहावत भाजपा-नीत बिहार गठबंधन पर सटीक बैठती है।

भाजपा की राजनीतिक राह पर चलते हुए जदयू, लोजपा और हम ने न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों की अवहेलना की, बल्कि बिहार की गंगा-जमनी तहज़ीब पर भी चोट की है।

बिहार की जनता इस विश्वासघात को कभी माफ नहीं करेगी। उन्होंने बिहार की जनता की ओर से प्रश्न पूछा है कि तीनों दल बताएं कि इन्होंने 1995 में वक्फ अधिनियम का संसद में समर्थन किया था या नहीं।

अगर हां तो फिर इसे आज गलत कैसे ठहरा सकते हैं? क्या यह नया वक्फ कानून बिहार की सांप्रदायिक सद्भावना पर सीधा हमला नहीं है। 

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IPS Aditya Kumar: बिहार में आईपीएस आदित्य कुमार को एक और झटका, गृह विभाग से जारी हुआ नया नोटिफिकेशन

Dainik Jagran - April 5, 2025 - 8:26pm

राज्य ब्यूरो, पटना। डीजीपी को हाईकोर्ट जज के नाम पर फर्जी काल कराने के आरोपों से घिरे आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार का निलंबन एक बार फिर लगभग छह माह के लिए बढ़ा दिया गया है। गृह विभाग ने उनकी निलंबन अवधि को दो अक्टूबर तक विस्तारित कर दिया है।

बिहार कैडर के 2011 बैच के आईपीएस अधिकारी आदित्य को आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद अक्टूबर, 2022 में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था।

इसके बाद पांच बार उनके निलंबन की समीक्षा कर अवधि विस्तार किया गया है। इस दौरान उच्चतम न्यायालय से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने के बाद आत्मसमर्पण करने पर वह पांच दिसंबर 2023 से 25 अप्रैल 2024 तक वह बेउर जेल में भी रहे।

जमानत पर मुक्त होने के बाद उन्होंने वापस मुख्यालय में अपना योगदान दिया है। वर्तमान में आदित्य कुमार के विरुद्ध आपराधिक कार्यवाही कोर्टट में चल रही है, जिस कारण उनकी निलंबन अवधि को बढ़ाने का आदेश जारी किया गया है।

आईपीएस के मुख्य कार्य

भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) भारत की सबसे प्रतिष्ठित और चुनौतीपूर्ण नौकरियों में से एक है। आईपीएस अधिकारी देश की कानून व्यवस्था बनाए रखने और अपराध नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

आईपीएस बनने के लिए उम्मीदवारों को सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करनी होती है, जो संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित की जाती है।

आईपीएस अधिकारियों को विभिन्न पदों पर नियुक्त किया जाता है, जैसे कि एसएचओ (स्टेशन हाउस ऑफिसर), डीएसपी (डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस), एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) और आईजी (इंस्पेक्टर जनरल)। उनकी जिम्मेदारियों में अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था बनाए रखना, यातायात प्रबंधन और समुदाय के साथ समन्वय करना शामिल है।

आईपीएस अधिकारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाता है, जिसमें उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार किया जाता है। उन्हें अपने काम में उच्च स्तर की ईमानदारी, निष्पक्षता और पेशेवरता बनाए रखनी होती है। आईपीएस सेवा में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को कड़ी मेहनत और समर्पण की आवश्यकता होती है।

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Patna News: पटना में इन दो रूटों को कनेक्ट करने जा रही नीतीश सरकार, जेपी गंगा पथ को लेकर भी आ गया नया अपडेट

Dainik Jagran - April 5, 2025 - 8:06pm

राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को जेपी गंगा पथ के तहत बन रहे पटना साहिब रेलवे स्टेशन से पटना घाट तक संपर्क पथ के निर्माण का कार्यारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने यह निर्देश दिया कि इस पथ का निर्माण कार्य समय सीमा के अनुरूप कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने पटना घाट, ओपी साह सामुदायिक भवन के निकट, पटना साहिब रेलवे स्टेशन के समीप पर्यटक सूचना केंद्र और पटना-बख्तियारपुर फोरलेन स्थित गुरु गोविंद सिंह लिंक पथ का स्थल निरीक्षण भी किया।

निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों ने पटना साहिब रेलवे स्टेशन से पटना घाट तक बनने वाले संपर्क पथ के संबंध में मुख्यमंत्री को विस्तृत जानकारी दी।

बढ़ेगी जेपी गंगा पथ की उपयोगिता

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस संपर्क पथ के बन जाने से जेपी गंगा पथ की उपयोगिता और बढ़ेगी। इससे लोगों को आवागमन में सहूलियत मिलेगी। इस संपर्क पथ का ठीक ढंग से निर्माण कार्य पूरा हो, इसका विशेष रूप से ख्याल रखें।

मालूम हो कि बिहार स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा 52.54 करोड़ रुपये की लागत से पटना साहिब रेलवे स्टेशन से पटना घाट तक सम्पर्क पथ का निर्माण कराया जा रहा है।

इस पथ का निर्माण राज्य सरकार एवं रेलवे के बीच भूमि के परस्पर आदान-प्रदान के आधार पर किया जा रहा है। यह पथ पटना साहिब रेलवे स्टेशन से प्रारंभ होकर पटना घाट होते हुए जेपी गंगा पथ तक संपर्कता प्रदान करेगा। इसकी कुल लंबाई 1.5 किलोमीटर है।

इस सम्पर्क पथ के अन्तर्गत अशोक राजपथ पर फ्लाईओवर का प्रविधान किया गया है। इस पथ के निर्माण से अशोक राजपथ एवं मारूफगंज मंडी क्षेत्र में जाम की समस्या से निजात मिलेगी।

मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य

जेपी गंगा पथ का एनएच-30 (पटना-बख्तियारपुर पथ) से संपर्कता प्राप्त होगा। इस कार्य के पूर्ण किये जाने की अवधि 12 माह निर्धारित की गयी है और इसे मार्च 2026 तक पूर्ण किये जाने का लक्ष्य है।

इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप कुमार आर पुडकलकट्टी मौजूद थे।

वहीं, पथ निर्माण विभाग के सचिव बी कार्तिकेय धनजी, बिहार राज्य पथ विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शीर्षत कपिल अशोक, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, राज्य नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव अरविंद कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह भी इस मौके पर मौजूद थे।

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Bihar News: कॉमन फैसिलिटी सेंटर से संवरेगी बिहार के युवाओं की जिंदगी, जून तक पूरा होगा निर्माण कार्य

Dainik Jagran - April 5, 2025 - 7:46pm

डिजिटल डेस्क, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा प्रगति यात्रा के दौरान पटना में की गई घोषणाएं अब पूरी तरह से सरजमीं पर उतरने लगी हैं। स्मार्ट सिटी योजना के तहत किए गए प्रमुख प्रावधानों में से एक, कॉमन फैसिलिटी सेंटर जल्दी ही शुरू होने जा रहा है।

पटना के मीठापुर मेट्रो स्टेशन के पास यह सुविधा युवाओं के लिए एक बड़ी सौगात साबित होगी। 30 करोड़ रुपये की लागत से 26 हजार वर्गफुट क्षेत्र में बन रहा कॉमन फैसिलिटी सेंटर अब अपने अंतिम चरण में है। पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने इस सेंटर के ग्राउंड फ्लोर पर पोस्ट ऑफिस, नगर निगम कार्यालय, बैंक, ओपन एयर थिएटर, एटीएम और पब्लिक कोर्टयार्ड का निर्माण कराया है, जो जून 2025 तक पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा।

बिहार के युवाओं को बड़ी सौगात

जी प्लस 2 बिल्डिंग के चारों ब्लॉक बनकर जल्द तैयार हो जाएंगे, जिसके बाद युवाओं को विभिन्न तरह की सुविधाएं मिलेंगी। इस बिल्डिंग में अत्याधुनिक सुविधाएं एक ही परिसर में उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके निर्माण से आम लोगों के साथ-साथ युवाओं को काफी मदद मिलेगी।

पढ़ाई से लेकर सुविधाएं एक ही छत के नीचे

पहले तल पर युवाओं की दैनिक जरूरतों को ध्यान में रखते हुए कन्विनियंस स्टोर, जनरल शॉप, स्टेशनरी शॉप, सैलून और ब्यूटी पार्लर जैसी सुविधाएं मौजूद होंगी। वहीं, दूसरे तल पर 'दीदी की रसोई', किचन एंड स्टोर और एक खूबसूरत ओपन एयर कैफे बनाया जा रहा है।

हर मंजिल पर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग टॉयलेट की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा दो हाई-स्पीड लिफ्ट और सीढ़ियां, एक जिम और एक छोटा शॉपिंग मॉल भी बनकर तैयार है। खास बात यह है कि पूरे परिसर में हरियाली और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया है।

आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का भी विस्तार

7.49 करोड़ रुपये की लागत से तैयार यह बिल्डिंग न केवल सुविधाओं से भरपूर है बल्कि इसके चारों ओर का पूरा इलाका भी आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर से सुसज्जित किया जा रहा है। इस परियोजना के तहत 25 मीटर राइट ऑफ वे (आरओडब्ल्यू) पर 5.79 करोड़ रुपये की लागत से पीक्यूसी (पीक्यूसी) रोड का निर्माण किया गया है। इस हिस्से में कॉमन सर्विस सेंटर के सामने स्टॉर्म ड्रेन और यूटिलिटी डक्ट भी बनाए गए हैं ताकि पानी निकासी और अन्य जरूरी सेवाएं बाधित न हो।

इसी तरह चंद्रगुप्त इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के सामने 6.54 करोड़ रुपये की लागत से 15.3 मीटर राइट ऑफ वे पर पीक्यूसी रोड तैयार किया गया है, जिसमें स्टॉर्म ड्रेन और यूटिलिटी डक्ट की व्यवस्था की गई है।

वहीं चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के सामने भी 15.3 मीटर राइट ऑफ वे पर 7.11 करोड़ रुपये की लागत से सड़क, स्टॉर्म ड्रेन और यूटिलिटी डक्ट का निर्माण हुआ है। कॉमन सर्विस बिल्डिंग के चारों ओर के पूरे साइट का विकास कार्य 1.43 करोड़ रुपये में कराया गया है, जिसमें सौंदर्यीकरण, फुटपाथ और यातायात सुविधाएं शामिल है। इसके अतिरिक्त, 1.61 करोड़ रुपये से जलापूर्ति प्रणाली का निर्माण किया गया है, जिससे पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

पटना के एजुकेशनल हब को मिलेगी नई पहचान

इस फैसिलिटी सेंटर से विशेष रूप से उन युवाओं को लाभ मिलेगा, जो आसपास के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों जैसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट), चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (सीएनएलयू), आर्यभट्ट ज्ञान यूनिवर्सिटी (एकेयू), मौलाना मजहरूल हक अरबी और फारसी विश्वविद्यालय, नालंदा ओपन यूनिवर्सिटी के पटना परिसर और चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान में पढ़ते हैं। एक ही जगह पर रोजमर्रा की जरूरतें पूरी होने से उन्हें समय और संसाधनों की बचत होगी।

मेट्रो स्टेशन के पास 30 करोड़ की लागत से हो रहा तैयार

मीठापुर का यह इलाका सड़क और मेट्रो दोनों से जुड़ा हुआ है, जिससे यहां आना-जाना बेहद आसान होगा। दूसरे राज्यों से आने वाले युवाओं को अब पटना में एक ऐसा सेंटर मिलेगा, जहां वे आरामदायक और सुविधाजनक वातावरण में पढ़ाई और जीवन जी सकेंगे। इस योजना से युवाओं को काफी सहूलियत मिलेगी।

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ISRO के POEM-4 की 'घर वापसी', अंतरिक्ष में फसल उगाने के बाद हाथ लगी एक और सफलता

Dainik Jagran - National - April 5, 2025 - 7:29pm

पीटीआई, बेंगलुरु। भारत का पीएसएलवी आर्बिटल एक्सपेरिमेंटल मॉड्यूल-4 (पीओईएम-4) सफलता का एक और झंडा गाड़कर धरती के वातावरण में लौट गया है। पीओईएम-4 का सुरक्षित पुन:प्रवेश (Re-Entry) अंतरिक्ष में बढ़ते मलबे को रोकने की दिशा में एक और उपलब्धि है। यह अंतरिक्ष पर्यावरण और मलबा मुक्त अंतरिक्ष मिशन में भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी की प्रमुख भूमिका की पुष्टि करता है।

Re-Entry के बाद हिंद महासागर क्षेत्र में पहुंचा पीओईएम-4

इसरो ने कहा कि अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग मिशन के लिए इस्तेमाल किए गए ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान के ऊपरी चरण पीओईएम-4 पृथ्वी के वायुमंडल में पुन: प्रवेश कर गया है। इसरो ने एक्स पर पोस्ट किया, पीओईएम-4 मॉड्यूल ने वायुमंडल में पुन: प्रवेश किया। चार अप्रैल 2025 को भारतीय समय अनुसार पूर्वाह्न आठ बजकर तीन मिनट पर हिंद महासागर क्षेत्र में पहुंचा।

इसरो के पीएसएलवी-सी60 राकेट ने 30 दिसंबर, 2024 को 'स्पैडेक्स' मिशन को लांच किया था। 'स्पैडेक्स' उपग्रहों को 475 किमी की ऊंचाई पर स्थापित करने के बाद पीएसएलवी-सी60 के पीएस4 चरण भी लगभग उसी कक्षा में था। पीएसएलवी-सी60 के पीएस4 चरण का इस्तेमाल कर इस अनोखे और सस्ते अंतरिक्ष प्लेटफार्म को विकसित किया गया।

Atmospheric Re-entry of POEM-4

On December 30, 2024, ISRO’s PSLV-C60 launched twin SPADEX satellites and after injecting satellites at 475 km altitude, the specially configured upper stage (PS4) of PSLV-C60 (called PSLV Orbital Experimental Module in short POEM-4) was also… pic.twitter.com/teQGV5EASx

— ISRO (@isro) April 4, 2025

  • मिशन के दौरान, पीओईएम-4 ने कुल 24 पेलोड ने वैज्ञानिक प्रयोग किए।
  • इनमें 14 विभिन्न इसरो से और 10 प्राइवेट विश्वविद्यालयों और स्टार्ट-अप से संबंधित थे।
  • इस दौरान भारत ने 'स्पैडेक्स'- मिशन के साथ भेजे गए लोबिया के बीज को पहली बार अंतरिक्ष में अंकुरित करने में कामयाबी हासिल की थी।
  • जब तक पीओईएम-4 कक्षा में था, तब इस पर इसरो की रडार केंद्रों और यूनाइटेड स्टेट्स स्पेस कमांड कमान (यूएसएसपीएसीईसीओएम) केंद्रो द्वारा भी लगातार नजर रखी जा रही थी।

इसरो ने कहा कि ट्रैकिंग डाटा का इस्तेमाल पुन: प्रवेश भविष्यवाणी प्रक्रिया में किया गया। यह देखा गया कि पीओईएम-4 की कक्षा घटकर 174 किमी/3165 किमी रह गई है और इस प्लेटफार्म के चार अप्रैल को पृथ्वी के वायुमंडल में पुन: प्रवेश करने की भविष्यवाणी की गई। इसके बाद इसरो सिस्टम फॉर सेफ एंड सस्टेनेबल स्पेस आपरेशन्स मैनेजमेंट (आइएस4ओएम) द्वारा पीओईएम-4 के वायुमंडल में पुन: प्रवेश की घटना पर बारीकी से नजर रखी गई और पूर्वानुमानों में नियमित रूप से अपडेट किया गया।

इसरो का प्रायोगिक मिशन है पीओईएमपीओईएम

पीओईएम या पोएम इसरो का प्रायोगिक मिशन है। इसके तहत कक्षीय प्लेटफॉर्म के रूप में पीएस-4 चरण का उपयोग करके कक्षा में वैज्ञानिक प्रयोग किया जाता है। पीएसएलवी चार चरणों वाला रॉकेट है। इसके पहले तीन चरण प्रयोग होने के बाद समुद्र में गिर जाते हैं और अंतिम चरण उपग्रह को कक्षा में प्रक्षेपित करने के बाद अंतरिक्ष में कबाड़ बन जाता है। इसरो के पीओईएम मिशन से अंतरिक्ष कचरे की समस्या से निपटने में भी मदद मिलेगी।

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'हमारी सरकार बनी तो कूड़ेदान में होगा वक्फ बिल', तेजस्वी यादव ने कहा- मुसलमानों के बाद निशाने पर होंगे हिंदू

Dainik Jagran - April 5, 2025 - 7:08pm

राज्य ब्यूरो, पटना। वक्फ संशोधन विधेयक के हवाले से राजद का प्रयास स्वयं को मुसलमानों का हितैषी सिद्ध करने का है। शनिवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में प्रेस-वार्ता कर तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में जब हमारी सरकार बनेगी तो इस विधेयक को किसी भी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे।

हम इसे कूड़ेदान में फेंक देंगे। इस विधेयक के विरुद्ध सदन से लेकर सड़क तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी और हम कोर्ट की शरण में हैं। इससे पहले हमने एनआरसी का भी विरोध किया था। आरक्षण की लड़ाई में भी राजद कोर्ट गया है।

तेजस्वी ने कहा कि वक्फ विधेयक असंवैधानिक है और इसमें संविधान के अनुच्छेद-26 का उल्लंघन किया गया है। आरएसएस और भाजपा का काम संविधान विरोधी है। अपने उद्योगपति मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए वे ऐसा कर रहे।

मुसलमानों के बाद निशाने पर होंगे इसाई और सिख, अंतत: हिंदू भी - तेजस्वी

वक्फ संशोधन विधेयक के विरोध में राजद ने 18 पहलुओं पर अपनी बात संयुक्त संसदीय समिति के समक्ष रखी। ई-मेल भी किया, लेकिन नरेंद्र मोदी की सरकार यह संविधान विरोधी विधेयक लेकर आई।

शनिवार को प्रेस-वार्ता में इस दावे के साथ तेजस्वी यादव ने कहा कि मुसलमानों के बाद भाजपा वाले सिख और इसाई पर भी हमला बोलेंगे। उसके बाद इनके निशाने पर 80 प्रतिशत हिंदू होंगे। यही इनके भविष्य का एजेंडा है। 65 प्रतिशत आरक्षण के साथ भी भाजपा ने यही किया। कमंडल वाले हिंदू और मुसलमान को दूर करना चाहते हैं।

जदयू को तेजस्वी ने भाजपा का अल्पसंख्यक विरोधी प्रकोष्ठ बताया। वक्फ विधेयक पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर प्रश्न उठाया। तेजस्वी ने कहा कि पद से हटाने की धमकी देकर जदयू के अल्पसंख्यक नेताओं को जबरदस्ती प्रेस-वार्ता में बैठाया गया। गुलाम गौस सहित कई नेताओं को बोलने नहीं दिया गया।

हमने देखा कि मुंगेर में उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को अधिकारी मटन परोस रहे थे। नीतीश कुमार की फोटो हटाकर मात्र नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाई जा रही है। चुनाव तक ये लोग नीतीश को जैसे-तैसे साथ रखेंगे और उसके बाद क्या परिणाम होना है, यह सब जानते हैं।

प्रेस वार्ता में प्रो. मनोज कुमार झा, मो. शाहनवाज आलम, डॉ. मो. शमीम अहमद, अख्तरूल इस्लाम शाहीन, कारी मो. सोहैब, डॉ. अनवर आलम, शक्ति सिंह यादव, एजाज अहमद आदि उपस्थित रहे।

चिराग पर भी कसा तंज

चिराग पासवान के बयान पर तेजस्वी ने कहा कि वे मीठा बोलते हैं और पीछे से छुरी मारते हैं। उनके पिता रामविलास पासवान ने गोधरा कांड के बाद त्यागपत्र दिया था या तो उस समय रामविलास गलत थे, या अभी चिराग गलत हैं।

राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खां ने विधेयक का समर्थन किया है। इस पर तेजस्वी ने कहा कि उनकी अपनी राय हो सकती है। हमारी अपनी राय है।

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Patna Metro: इंतजार की घड़ी खत्म, सबसे पहले इस रूट पर चलेगी पटना मेट्रो; शहरवासियों के लिए आ गया बड़ा अपडेट

Dainik Jagran - April 5, 2025 - 6:55pm

राज्य ब्यूरो, पटना। मलाही पकड़ी से न्यू आइएसबीटी तक पटना मेट्रो का प्रायोरिटी कॉरिडोर 15 अगस्त से शुरू करने का लक्ष्य है।

नगर विकास एवं आवास मंत्री जिवेश कुमार ने शनिवार को पटना मेट्रो की समीक्षा की करते हुए निर्माण कंपनी और अधिकारियों को हर हाल में इस समयसीमा के अंदर काम पूरा करने का निर्देश दिया है।

समीक्षा बैठक के दौरान विभाग की अपर सचिव वर्षा सिंह के साथ पटना मेट्रो रेल कार्पोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल) और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) की टीम उपस्थित रही।

इस तारीख से शुरू होगी मेट्रो सेवा

मंत्री ने पटना मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर की वर्तमान स्थिति और निर्माण कार्यों की प्रगति के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी ली।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी कार्यों को तय समय सीमा में पूर्ण किया जाए, ताकि मेट्रो सेवा को 15 अगस्त 2025 से आम जनता के लिए प्रारंभ किया जा सके।

यह परियोजना राज्य के नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा साबित होगी और इसे समय पर पूरा करना हम सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए।

सभी अधिकारियों को कड़ी मेहनत करने की सलाह

उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों एवं इंजीनियरों को कड़ी मेहनत करने और समन्वय के साथ कार्य करने को कहा।

मालूम हो कि प्रायोरिटी कोरिडोर के लिए मेट्रो डिपो और एलिवेटेड स्टेशनों का निर्माण तेजी से जारी है। करीब छह किमी लंबे इस एलिवेटेड रूट में मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ रोड, जीरो माइल और न्यू आइएसबीटी मेट्रो स्टेशन हैं।

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