Bihar News
Bihar By Election: सात सीटों पर उप चुनाव की पड़ गई नींव, 2 राज्यसभा सदस्य, 1 MLC और 4 MLA चुने गए सांसद
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar By-election Seats बिहार में लोकसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही तीन श्रेणी की सात सीटों पर उप चुनाव की नींव पड़ गई। विधान परिषद के वर्तमान सभापति देवेश चंद्र ठाकुर सीतामढ़ी से लोकसभा चुनाव जीत गए। ऐसे में अब इस सीट पर उप चुनाव के साथ ही विधान परिषद सभापति का पद भी रिक्त हो गया है।
इसके अलावा दो राज्यसभा सदस्य भी लोकसभा का चुनाव जीत गए हैं। इसमें भाजपा के विवेक ठाकुर नवादा संसदीय क्षेत्र से लोकसभा सदस्य चुन लिए गए हैं। इसी तरह राजद की राज्यसभा सदस्य मीसा भारती भी पाटलिपुत्र संसदीय सीट से चुनाव जीत गईं हैं। ऐसे में दोनों पदों पर अब उप चुनाव होगा।
चार विधायक चुने गए सांसदवहीं, चार विधायक भी लोकसभा चुनाव जीत गए हैं। इसमें औरंगाबाद जिले के इमामगंज से विधायक पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गया सुरक्षित सीट से सांसद चुन लिए गए हैं।
कैमूर जिले के रामगढ़ से विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह भी बक्सर से लोकसभा का चुनाव जीत गए हैं। जबकि गया जिले के बेलागंज से विधायक एवं पूर्व मंत्री सुरेंद्र यादव के अलावा आरा जिले के तरारी से सीपीआइ (माले) विधायक सुदामा प्रसाद भी आरा के सांसद चुन लिए गए हैं। ऐसे में इस सीट पर भी उप चुनाव तय हो गया है।
ये भी पढ़ें- Bihar Lok Sabha Chunav Result 2024: बिहार का फाइनल रिजल्ट यहां देखिए, 40 सीटों में से JDU-BJP-RJD को क्या मिला?
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar PM Modi: ...तो फिर नीतीश-मोदी साथ-साथ, पटना से आ गया मैसेज; NDA अब टेंशन फ्री!
Bihar Politics: 'Nitish Kumar ले सकते हैं बड़ा फैसला', Lalu Yadav के सबसे करीबी का दावा; सियासी हलचल तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election Result 2024 Latest Update) में जदयू की बड़ी जीत के साथ ही राजद ने उस पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को जहां सबसे बड़ा सेक्यूलर बताया, वहीं पार्टी सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा है कि नीतीश कुमार जल्द ही कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं।
शिवानंद तिवारी ने मंगलवार को कहा कि देश की राजनीति एक ऐसे मोड़ पर पहुंच गई है, जिसमें नीतीश कुमार ऐतिहासिक भूमिका निभा सकते हैं।
नीतीश की तारीफ में पढ़े कसीदेउन्होंने कहा नीतीश कुमार लंबे समय से एनडीए गठबंधन का हिस्सा होने के बावजूद अपने सेक्यूलर एजेंडा से पीछे नहीं हटे। चुनाव अभियान के दौरान मोदी जी ने मुसलमानों के खिलाफ जैसी भाषा का प्रयोग किया वह अकल्पनीय था। कोई सेक्यूलर व्यक्ति इस भाषा को कैसे सहन कर सकता है।
महात्मा गांधी का भी लिया नामउन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के लिए महात्मा गांधी आदर्श हैं, तो मोदी मानते हैं कि गांधी की पहचान फिल्म की वजह हुई। इसको देश का दुर्भाग्य नहीं तो क्या कहा जाएगा।
शिवानंद ने कहा लोकतंत्र पर संकट देख देश की जनता ने समझदारी और परिपक्वता दिखाई है। हिंदू राष्ट्र बनाने की घोषणा का दंभ जनता ने तोड़ा है। इस ऐतिहासिक पल में नीतीश जी को एक ऐतिहासिक भूमिका निभाने का अवसर मिला है।
पुराने साथी होने के नाते...उन्होंने कहा वे पुराने साथी होने के नाते आग्रह करेंगे कि आज की विशेष परिस्थिति में अपनी भूमिका पर पुनर्विचार करें। वहीं राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि नीतीश कुमार जल्द ही देशहित में कोई न कोई ऐतिहासिक निर्णय जरूर करेंगे।
यह भी पढ़ें: Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का भी चल जाता मैजिक! राहुल ने सारा टाइम तो 'यूपी के लड़के' को दे दिया
OMG! यहां मोदी-शाह की जोड़ी खा गई मात, जीती हुई सीटें भी हार गई बीजेपी; हो गया बड़ा 'खेला'
Bihar Lok Sabha Chunav Result 2024: बिहार का फाइनल रिजल्ट यहां देखिए, 40 सीटों में से JDU-BJP-RJD को क्या मिला?
कुमार रजत, पटना। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने बिहार में 75 प्रतिशत सीटें जीतकर अपना दबदबा तो बनाए रखा मगर पिछली बार वाला जादू नहीं चला। 2019 के लोकसभा चुनाव में 40 में 39 सीटें जीतने वाले राजग को इस बार 30 सीटों से ही संतोष करना पड़ा।
महागठबंधन ने पिछली बार महज किशनगंज की एक सीट जीती थी। इस बार उसने नौ सीटों पर जीत दर्ज की है। पूर्णिया की सीट पर पप्पू यादव ने निर्दलीय जीत हासिल की है।
राजग की ओर से भाजपा और जदयू ने क्रमश: 17 और 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था। दोनों ही दलों को 12-12 सीटों पर विजयश्री मिली। चिराग पासवान के नेतृत्व वाले लोजपा (रा) ने अपनी सभी पांच सीटों पर जीत दर्ज कर 100 प्रतिशत सफलता का रिकार्ड बनाए रखा। जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने भी अपनी गया की एकमात्र सीट जीत ली है।
राजग के साथी उपेंद्र कुशवाहा को इस बार भी काराकाट से हार का सामना करना पड़ा जिससे उनके दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) का खाता नहीं खुल सका। महागठबंधन की ओर से राजद ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा मगर महज चार सीटों पर ही जीत हासिल हो सकी।
कांग्रेस ने नौ में तीन जबकि भाकपा माले ने तीन में से दो सीट पर जीत दर्ज की। मुकेश सहनी की अगुवाई वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) ने इस बार भी तीन सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी सीटें गंवा दीं। सीपीआइ और सीपीएम को भी अपनी एक-एक सीट पर हार का सामना करना पड़ा है।
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह हारे, कुशवाहा, रामकृपाल को भी मिली मातकेंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह को आरा से हार का सामना करना पड़ा है। यह सीट भाजपा से भाकपा माले के सुदामा प्रसाद ने छीन ली है। इसी तरह लगातार दो बार से भाजपा के टिकट पर पाटलिपुत्र से जीत दर्ज कर रहे पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री रामकृपाल यादव को भी हार का सामना करना पड़ा है। लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती को तीसरे प्रयास में पाटलिपुत्र की जनता ने जीत का आशीर्वाद दिया है।
निर्दलीय उम्मीदवार भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की मौजूदगी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा को काराकाट में तीसरे स्थान पर ढकेल दिया है। यहां भाकपा माले के राजाराम सिंह कुशवाहा ने जीत दर्ज की। पवन सिंह दूसरे स्थान पर रहे।
देवेशचंद्र ठाकुर, लवली आनंद और रविशंकर प्रसाद जीतेविधानपरिषद के सभापति देवेशचंद्र ठाकुर ने सीतामढ़ी और लवली आनंद ने शिवहर से जीत दर्ज की है। इसी तरह प्रमुख नामों में रविशंकर प्रसाद ने पटना साहिब, गिरिराज सिंह ने बेगूसराय, राधामोहन सिंह ने पूर्वी चंपारण, राजीव रंजन प्रसाद सिंह उर्फ ललन सिंह ने मुंगेर और सुरेंद्र यादव ने जहानाबाद सीट से जीत दर्ज की है।
रोहिणी, आकाश, अंशुल और सन्नी हजारी हारेइस चुनाव में नेताओं के बेटे-बेटियों ने भी बड़ी संख्या में चुनाव लड़ा। इसमें हाजीपुर से चिराग पासवान, समस्तीपुर से मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी और पाटलिपुत्र से लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती ने जीत दर्ज की है।
वहीं, सारण से लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य, पटना साहिब से मीरा कुमार के बेटे अंशुल अविजित, समस्तीपुर से मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी, महाराजगंज से कांग्रेस सांसद अखिलेश प्रसाद सिंह के बेटे आकाश सिंह को हार का सामना करना पड़ा।
राजग ने बचाया उत्तर बिहार का किला, दक्षिण बिहार में हुई सेंधमारीइस लोकसभा चुनाव में राजग ने अपने उत्तर बिहार का किला बचाए रखा। उत्तर बिहार और तिरहुत की सभी सीटों पर इस बार भी भाजपा, जदयू और लोजपा के प्रत्याशी विजयी रहे। महागठबंधन ने दक्षिण बिहार में सेंधमारी कर राजग को बड़ा नुकसान पहुंचाया है।
अगर चरणवार विश्लेषण करें तो लोकसभा चुनाव का पहला और दूसरा चरण टाई रहा। पहले चरण की चार सीटों में दोनों गठबंधनों ने दो-दो सीटों पर जीत दर्ज की। दूसरे चरण की पांच सीटों में भी स्कोर दो-दो रहा जबकि एक सीट निर्दलीय ने जीता। इसके बाद तीसरे से छठे चरण तक हुए चुनाव की सभी 23 सीटों पर राजग ने जीत हासिल की। आखिरी चरण में महागठंधन ने फिर वापसी की और आठ में छह सीटों पर अपना कब्जा जमाया।
चरणवार इस तरह बदला समीकरणपहला चरण : चार सीटें
- राजग : 02, महागठबंधन : 02
दूसरा चरण : पांच सीटें
- राजग : 02, महागठबंधन : 02, निर्दलीय : 01
तीसरा चरण : पांच सीटें
- राजग : 05, महागठबंधन : 00
चौथा चरण : पांच सीटें
- राजग : 05, महागठबंधन : 00
पांचवां चरण : पांच सीटें
- राजग : 05, महागठबंधन : 00
छठा चरण : आठ सीटें
- राजग : 08, महागठबंधन : 00
सातवां चरण : आठ सीटें
- राजग : 02, महागठबंधन : 06
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar PM Modi: ...तो फिर नीतीश-मोदी साथ-साथ, पटना से आ गया मैसेज; NDA अब टेंशन फ्री!
ये भी पढ़ें- OMG! यहां मोदी-शाह की जोड़ी खा गई मात, जीती हुई सीटें भी हार गई बीजेपी; हो गया बड़ा 'खेला'
Nitish Kumar PM Modi: ...तो फिर नीतीश-मोदी साथ-साथ, पटना से आ गया मैसेज; NDA अब टेंशन फ्री!
राज्य ब्यूरो, पटना। Nitish Kumar PM Modi जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने मंगलवार को कहा कि बिहार की जनता ने विकास और सुशासन की राजनीति पर विश्वास जताया है। एनडीए की ताकत के आगे आईएनडीआईए पूरी तरह से धाराशायी हो गया।
जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता ने वोट की ताकत से झूठ और दुष्प्रचार की राजनीति करने वाले को सबक सिखाने का काम किया है।लगातार तीसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की मजबूत सरकार बनने जा रही है।
'एनडीए की जीत...'उन्होंने कहा कि एनडीए की जीत हमारे कार्यकर्ताओं के पसीने का प्रतिफल है। विगत 18 वर्षों में जो विकास के अभूतपूर्व काम हुए। उसके आधार पर जनता ने एनडीए को वोट दिया है। डबल इंजन की सरकार होने से आने वाले दिनों में बिहार के विकास को नयी रफ्तार मिलेगी।
पटना से मैसेज बिल्कुल क्लियरबता दें कि चुनाव परिणाम आने के बाद से ही नीतीश कुमार को लेकर खूब चर्चा हो रही थी कि क्या वो पलटी तो नहीं मार लेंगे। हालांकि, अब ऐसा होता नहीं दिख रहा है। जदयू के पटना कार्यालय से साफ हो गया है कि नीतीश-मोदी साथ-साथ हैं। जदयू एनडीए के साथ रहेगा और सरकार बनाएगा।
ये भी पढ़ें- OMG! यहां मोदी-शाह की जोड़ी खा गई मात, जीती हुई सीटें भी हार गई बीजेपी; हो गया बड़ा 'खेला'
ये भी पढ़ें- Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का भी चल जाता मैजिक! राहुल ने सारा टाइम तो 'यूपी के लड़के' को दे दिया
Bihar Politics: सहनी-कुशवाहा के साथ तो 'खेला' हो गया! लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार; अब क्या होगा?
सुनील राज, पटना। लोकसभा चुनाव में बिहार की जनता ने एक बार फिर के छोटे दलों पर भरोसा नहीं दिखाया। महागठबंधन की सहयोगी रही मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी, और भाजपा की सहयोगी रही उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा अपनी पार्टी की साख तक नहीं बचा पाए।
उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा इस बार चुनाव में भाजपा के साथ मिलकर मैदान में उतरी थी। सीट बंटवारे में हालांकि कुशवाहा की पार्टी को मात्र एक सीट काराकाट ही हासिल हुई।
इस सीट से उपेंद्र कुशवाहा स्वयं चुनाव मैदान में उतरे। लेकिन काराकाट की इस सीट पर भाकपा माले उम्मीदवार राजा राम सिंह और भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार के मुकाबले मतदाताओं ने कुशवाहा को तीसरे पायदान पर खड़ा कर दिया। पवन सिंह की किस्मत भी अच्छी नहीं रही।
भाजपा से चुनाव लड़ने का ऑफर ठुकराकर इस सुपर स्टार ने काराकट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का निर्णय लिया। खेसारी यादव जैसे सुपर स्टार उनके लिए प्रचार को पहुंच बावजूद पवन सिंह को पराजित होने से नहीं बचा सके।
मुकेश सहनी की पार्टी को अंतिम समय में राजद ने अपने कोटे की तीन सीटें सौंपी थी। पूर्वी चंपारण, गोपालगंज और झंझारपुर। पार्टी ने गोपालगंज से प्रेमनाथ चंचल उर्फ चंचल पासवान, झंझारपुर से सुमन कुमार महासेठ और पूर्वी चंपारण से डॉ. राजेश कुमार को मैदान में उतारा।
खुद तेजस्वी और मुकेश सहनी इन उम्मीदवारों के प्रचार के लिए पहुंचे। बावजूद तीनों ही उम्मीदवार पार्टी के लिए एक जीत नहीं ला सके। 2019 के चुनाव में भी वीआइपी तीन सीटों पर चुनाव मैदान में उतरी थी लेकिन उस दौरान भी पार्टी खाता नहीं खोल पाई थी।
सिवान में बाहुबली सांसद शहाबुद्दीन की पत्नी हेना शहाब की किस्मत का सितारा एक बार फिर नहीं चमका। हेना शहाब राजद के टिकट को ठुकरा कर निर्दलीय चौथी बार किस्मत आजमाने उतरी थी। लेकिन 2009, 2014 और 2019 की तरह 2024 के लोकसभा में भी मतदाताओं ने हेना शहाब पर विश्वास नहीं दिखाया। जदयू उम्मीदवार विजयलक्ष्मी देवी के हाथों हेना को फिर पराजय मिली।
जहानाबाद के सांसद रहे अरुण सिंह एक फिर यहां से अपनी किस्मत आजमा कर संसद तक पहुंचना चाहते थे। वे बपसा के टिकट पर जहानाबाद से उम्मीदवार थे। लेकिन यहां चुनाव का ट्रेंड ऐसा चला कि जदयू उम्मीदवार चंद्रेश्वर प्रसाद की तरह अरुण कुमार को भी राजद के कद्दावर उम्मीदवार सुरेंद्र यादव के हाथों बड़ी पराजय का सामना करना पड़ा।
अलबत्ता इन उम्मीदवारों की रेस में पप्पू यादव और जीतन राम मांझी ने बड़ी लकीर जरूर खींच दी। पप्पू यादव ने अपनी पार्टी जन अधिकार का विलय कांग्रेस में इस उम्मीद पर किया था कि उन्हें पूर्णिया से कांग्रेस का टिकट मिलेगा। लेकिन राजद की जिद के बाद पप्पू यादव पूर्णिया सीट पर निर्दलीय उतरे और उन्होंने राजद उम्मीदवार बीमा भारती और जदयू उम्मीदवार संतोष कुमार को पराजित कर यह सीट अपने नाम कर ली।
पप्पू की तरह जीतन राम मांझी ने भी संसद तक पहुंच बड़ा मैदान मारा है। अपनी पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के वे एक मात्र उम्मीदवार थे। जिनका मुकाबला गया में राजद उम्मीदवार कुमार सर्वजीत से था। लेकिन, एक लाख से अधिक वोट से पराजित कर गया संसदीय सीट अपने नाम कर ली।
यह भी पढ़ें: OMG! यहां मोदी-शाह की जोड़ी खा गई मात, जीती हुई सीटें भी हार गई बीजेपी; हो गया बड़ा 'खेला'
Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का भी चल जाता मैजिक! राहुल ने सारा टाइम तो 'यूपी के लड़के' को दे दिया
OMG! यहां मोदी-शाह की जोड़ी खा गई मात, जीती हुई सीटें भी हार गई बीजेपी; हो गया बड़ा 'खेला'
रमण शुक्ला, पटना। दस वर्षों की सत्ता विरोधी लहर का असर कहें या फिर प्रत्याशी बदलने की मार, लेकिन राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) पर नवाचार महंगी पड़ी। बिहार से लेकर केंद्र सरकार के शीर्ष चेहरा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आइएनडीआइए (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के सामने सातवें गढ़ को बचाने में मात खा गए।
राजग प्रत्याशियों की सर्वाधिक हार सातवें चरण की सीटों पर हुई। सातवें दौर की कुल आठ सीटों में सर्वाधिक नुकसान भाजपा को हुआ। पटना साहिब छोड़ भाजपा चार (पाटलिपुत्र, आरा, सासाराम एवं बक्सर) जीती हुईं सीटें हार गई।
अहम यह रहा कि पाटलिपुत्र, सासाराम एवं बक्सर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा हुई थी। गृह मंत्री अमित शाह भी तीनों संसदीय क्षेत्र में भाजपा की हैट-ट्रिक लगाने के लिए जनसभा करने आए, पर बात नहीं बनी।
जहानाबाद में सवर्ण मतों का बिखराव जदयू के जहानाबाद से सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी एंबुलेंस घोटाला की मार झेल नहीं पाए। सांसद के बेटे की कंपनी पर गड़बड़ी के आरोप भ्रष्टाचार का बड़ा मुद्दा बना। रही सही कसर सवर्ण समाज के चेहरा एवं पूर्व सांसद अरुण कुमार ने बतौर बसपा प्रत्याशी राजग के मतों में सेधमारी कर चंद्रवंशी को पलीता लगा दिया।
आरा में विकास हो गया फेलआरा में भी केंद्रीय मंत्री आरके सिंह की विकास योजनाएं और तरक्की की पहल धरी की धरी गई। विकास फेल हो गया। सांसद पर आरा के भाजपा कार्यकर्ताओं का असंतोष और संगठन की सुस्ती पार्टी के लिए महंगी पड़ी। बिहार में सर्वाधिक विकास का सेहरा किसी सांसद एवं केंद्रीय मंत्री नाम था तो वे हस्ती थे आरके सिंह, लेकिन आरा और बक्सर के कार्यकर्ताओं एवं कैडर की उपेक्षा भाजपा के विरुद्ध रही। दोनों सीटों पर कार्यकर्ताओं ने ही भितरघात भाजपा प्रत्याशियों का बेड़ा गर्क कर दिया।
काराकाट में क्षत्रिय वोट पर चोटभाजपा की ओर से प्रत्याशी कोई भी हो लेकिन हर सीट पर लड़ रहे हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जैसे संदेश मतदाताओं के बीच पहुंचाने में पार्टी फेल हो गई। काराकाट में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जनसभा के दौरान वर्ग विशेष से भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी छलकी थी।
क्षत्रिय (राजपूत) मतदाताओं को मनाने और साधने में भाजपा फेल हो गई। भाजपा ने कुल 17 प्रत्याशियों में क्षत्रिय समुदाय से सर्वाधिक पांच प्रत्याशी को टिकट दिया था। पर, उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर राजनाथ सिंह एवं बिहार के शीर्ष राजपूत नेता काराकाट में राजपूत मत को उपेंद्र कुशवाहा के लिए ट्रांसफर कराने में नाकाम साबित हुए।
निर्दलीय प्रत्याशी एवं भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह के पक्ष में भाजपा के जिला संगठन का जाना हर समीकरण और चुनाव प्रबंधन को आरा, काराकाट, बक्सर एवं सासाराम में मतों के बिखराव हवा देकर भाजपा की परेशानी बढ़ा दी।
मगध-शाहाबाद में झटकाराजग प्रत्याशियों के मध्य मगध एवं शाहाबाद क्षेत्र में भाजपा-जदयू एवं लोजपा का वोट ट्रांसफर नहीं हुआ। सातवें चरण के आठ सीटों में छह पर हार के पीछे सबसे बड़ा कारण यही रहा। आरा के अगिआंव विधानसभा उप चुनाव में जदयू के हार का कारण भी संभवत: यही उभरकर सामने आ रहा है।
ये भी पढ़ें- Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का भी चल जाता मैजिक! राहुल ने सारा टाइम तो 'यूपी के लड़के' को दे दिया
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 'ये बात जान लें...', NDA की जीत पर JDU का बड़ा बयान, नीतीश का नाम लेकर दिल्ली पहुंचा दिया मैसेज
Tejashwi Yadav: तेजस्वी यादव का भी चल जाता मैजिक! राहुल ने सारा टाइम तो 'यूपी के लड़के' को दे दिया
सुनील राज, पटना। बिहार के नेता प्रतिपक्ष की 57 दिनों में 251 से अधिक चुनावी सभाएं और सभाओं में रिकार्ड भीड़ भी तेजस्वी की पार्टी राजद को दो अंकों तक नहीं पहुंचा पाई।
विश्लेषक भी मानते हैं कि तेजस्वी ने मेहनत में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी, लेकिन यदि उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में राहुल का साथ मिला होता तो तेजस्वी और चमक उठते। यह अलग बात है कि भले ही 2019 के लोकसभा चुनाव की अपेक्षाकृत उसकी सफलता दर में उछाल जरूर आई है।
राजनीति गलियारों में क्या है चर्चा?राजनीति गलियारों में यह चर्चा आम है कि लोकसभा चुनाव के दौरान तेजस्वी यादव ने मेहनत भरपूर की। करीब महीने भर से कमर और रीढ़ की हड्डी के दर्द की अनदेखी कर वे लगातार चुनावी सभाएं करते दिखे।
तीन अप्रैल से 30 मई के बीच राजद के प्रमुख नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 251 से अधिक चुनावी सभाएं की। उनके मंचों पर एक नेता की उपस्थित लगातार रही वे थे मुकेश सहनी।
तेजस्वी को मिलता राहुल का साथ तो...सहनी को छोड़कर घटक दलों का दूसरा कोई बड़ा नेता तेजस्वी के साथ नजर नहीं आया। राहुल गांधी की सभा में तेजस्वी ने मंच जरूर साझा किया। लेकिन, चर्चा है कि यदि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने तेजस्वी का बिहार में यूपी की तरह साथ दिया होता तो महागठबंधन का बिहार परिणाम कुछ और होता।
टिकट बंटवारे में राजद की मर्जी ने बिगाड़ा खेलइससे पहले टिकट बंटवारे में भी राष्ट्रीय जनता दल की ही मर्जी चली। बिहार की सबसे बड़ी पार्टी होने को आधार बनाकर उसने 40 लोकसभा सीटों में 26 अपने पास रखी। जिनमें से तीन सीटें अंतिम समय में वीआइपी को सौंप दी गई।
राजनीतिक विश्लेषक भी मानते हैं कि वाम दलों को कुछ और सीटों पर लडने का मौका मिलता तो महागठबंधन को थोड़ा और फायदा होता।
तेजस्वी ने मुद्दों पर लड़ा चुनाव लेकिन...बड़ी बात यह रही कि चुनाव के पहले से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने चुनाव को मुद्दों के आधार पर आगे ले जाने का जो बीड़ा उठाया था, उससे वे पीछे नहीं हुए।
तेजस्वी यादव महंगाई, रोजगार, नौकरी, संविधान समाप्त करना, मुस्लिम आरक्षण, बिहार के लिए विशेष पैकेज की मांग जैसे मुद्दों को उठाकर ही मंच से अपनी मतदाताओं को संबोधित करते रहे। उनकी सभाओं में रिकार्ड भीड़ भी उमड़ी, लेकिन यह भीड़ वोट में तब्दील नहीं हो सकी।
यह भी पढ़ें: Bihar Lok Sabha Election Result 2024 Live : यहां पढ़ें बिहार लोकसभा इलेक्शन के ताजा अपडेट
Lok Sabha Election Result 2024 LIVE: लोकसभा इलेक्शन के ताजा अपडेट के लिए क्लिक करें
Nitish Kumar: 'ये बात जान लें...', NDA की जीत पर JDU का बड़ा बयान, नीतीश का नाम लेकर दिल्ली पहुंचा दिया मैसेज
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में एनडीए की जीत पर समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी है। उन्होंने राज्य की जनता को धन्यवाद देते हुएकहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ अतिपिछड़ी जातियों को आगे बढ़ाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि खासकर निषाद समाज को शिक्षित करने और सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर आगे बढ़ाने में नीतीश कुमार निरंतर कार्य कर रहे हैं। इसका का सुखद परिणाम है कि बिहार में चुनाव में एनडीए को बड़ी सफलता मिली है।
'निषाद समाज के नाम पर जो लोग...'मदन सहनी ने कहा कि निषाद समाज के नाम पर जो लोग भ्रम फैला रहे थे, उनका भी चेहरा बेनकाब हो गया है। ऐसे लोग निषाद समाज को ठगने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जब मौका मिलता है तो टिकट देने की बजाय दूसरे समाज को आगे बढ़ाने का काम करते हैं। ऐसे भ्रम फैलाने वाले लोग यह जान लें कि निषाद समाज नीतीश कुमार के साथ था, है और आगे भी रहेगा।
वहीं, जदयू के प्रदेश महासचिव पप्पू सिंह निषाद ने एनडीए की जीत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में हर वर्ग का विकास हो रहा है।
ये भी पढ़ें- Hajipur Lok Sabha Chunav Result: हाजीपुर में चल गई चिराग पासवान की 'पिक्चर', देखते रह गए लालू-तेजस्वी
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar के सवाल पर आ गया Rahul Gandhi का जवाब, सरकार बनाने पर कही बड़ी बात
Jitan Ram Manjhi : '...टूटने नहीं दूंगा', जीतन राम मांझी की 33 साल बाद बड़ी जीत, दिल खोलकर कह दी ये बात
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Lok Sabha Chunav Result : आखिरकार पांच दशक लंबी राजनीतिक पारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) सांसद बन ही गए। हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक मांझी ने चौथे प्रयास में गया (सुरक्षित) सीट से जीत हासिल की।
बिहार में पहला चुनाव परिणाम गया सीट (Gaya Lok Sabha Seat Result) का ही आया। इस तरह मांझी की जीत से ही बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का भी खाता खुला।
हम पार्टी के संस्थापक एवं संरक्षक मांझी ने एक लाख से अधिक मतों से राजद प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री कुमार सर्वजीत को हराया।
यह पहली बार है, जब हम को सांसद प्रतिनिधि मिला है। पटना में मांझी के सरकारी आवास पर जीत की खुशी खूब मनी। नेताओं ने मिठाइयां बांटीं तो आतिशबाजी भी की।
अहम पदों पर रहे हैं मांझीजीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) मंंत्री से मुख्यमंत्री तक कई अहम पदों पर रहें मगर कभी संसद सदस्य नहीं बन सके। पहली बार जीतन राम मांझी ने 1991 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर गया से चुनाव लड़ा था, मगर हार गए थे।
इसके बाद मांझी विधानसभा चुनाव ही लड़ते और जीतते रहे। लंबे अंतराल के बाद मांझी ने 2014 में जदयू के टिकट पर दूसरी बार लोकसभा का चुनाव लड़ा, मगर भाजपा और राजद के बाद तीसरे स्थान पर रहे।
गया के जिलाधिकारी से जीत का प्रमाण पत्र ग्रहण करते पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी।
पिछली बार सभी तीनों सीटें हारा था हमपिछले लोकसभा चुनाव में हम महागठबंधन का हिस्सा था। उसे गया, औरंगाबाद और नालंदा सीटें मिली थीं। मोदी लहर में हम एक भी सीट नहीं जीत पाई थी।
गया सीट से लड़ते हुए मांझी को तीन लाख 14 हजार वोट मिले थे, मगर वह जदयू के विजय कुमार मांझी से करीब डेढ़ लाख वोटों से चुनाव हार गए थे। इस बार हम राजग का हिस्सा है।
उसे एक ही सीट मिली जिस पर उसने जीत दर्ज कर अपनी विश्वसनीयता बढ़ा ली है। मांझी को इस जीत का फायदा अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में भी मिलने की संभावना है।
मोदी के साथ थे, हैं और रहेंगे : मांझीजीत से उत्साहित जीतन राम मांझी ने राजग के प्रति एकजुटता दिखाते हुए नरेन्द्र मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने की बात कही।
मांझी ने एक्स पर पोस्ट किया- हम नरेन्द्र मोदी के साथ थे, हैं और रहेंगे। हम सब बुधवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं और एक बार पुन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाएंगे।
इसके अलावा मांझी ने लिखा कि जीत की माला भले ही मुझे पहनाई जा रही हो, मगर यह गया के हर वर्ग के लोगों की जीत है। मैं जीतन राम मांझी जनता मालिकों की उम्मीदों को टूटने नहीं दूंगा।
यह भी पढ़ें
Gaya Election Result 2024: जीतनराम मांझी के दिल्ली जाने का रास्ता हुआ साफ, 1 लाख से भी ज्यादा वोटों से दर्ज की जीत
Pappu Yadav Result: पूर्णिया में जीते पप्पू यादव, लोगों के सामने बता दिया अपना अगला प्लान; कहा- मैं अब...
Bihar Election Result 2024: अपनी नई पीढ़ी को जिता ही डाले ये दिग्गज..., बेटी, पत्नी और जीजा ने मार ली बाजी
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: राजनीति के दिग्गज इस आम चुनाव में अपनी नयी पीढी या यूं कह लीजिए अपने स्वजन को राजनीति में स्थापित करने में कामयाब हो गए। वैसे दो मामलों में उन्हें असफलता भी हासिल हुई।
सबसे अधिक चर्चा अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी कीइस आम चुनाव में सबसे अधिक चर्चा जदयू के वरिष्ठ नेता व राज्य मंत्रिमंडल में ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की पुत्री शांभवी की हुई। शांभवी बिहार में सबसे कम उम्र की प्रत्याशी थीं इस बार के लोकसभा चुनाव में। लोजपा (रामविलास) के टिकट पर वह समस्तीपुर (सुरक्षित) लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार थीं। वह चुनाव जीतने में सफल रहीं।
शाम चार बजे ही वह 1.18 लाख मतों से आगे थीं। दिलचस्प यह रहा कि उन्होंने राज्य मंत्रिमंडल में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के पुत्र व कांग्रेस के टिकट पर मैदान में रहे सन्नी हजारी को पराजित किया।
लालू की दो बेटियाें में एक ने ही जीता चुनावराजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की दो बेटियां इस बार मैदान में थीं। मीसा भारती तीसरी बार पाटलिपुत्र सीट से चुनाव मैदान में थीं। दो बार की पराजय के बाद इस बार उन्होंने जीत का स्वाद चखा। वहीं राजद सुप्रीमो की एक अन्य पुत्री रोहिणी आचार्य सारण सीट से चुनाव मैदान में थीं पर वह चुनाव नहीं जीत सकीं।
अखिलेश प्रसाद अपने पुत्र को नहीं जीता सकेकांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह के पुत्र आकाश कुमार सिंह महाराजगंज सीट से कांग्रेस के टिकट पर मैदान में थे। पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अपने पुत्र को जीत नहीं दिला सके।
चिराग पासवान ने अपने बहनोई को सांसद बनायालोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने बहनोई अरुण भारती को जमुई लोकसभा सीट से अपने दल का उम्मीदवार बनाया था। इस सीट से चिराग सांसद हुआ करते थे। अरुण भारती को चिराग जमुई का सांसद बनाने में कामयाब रहे।
पूर्व विधायक अपनी पत्नी को सीवान से सांसद बनाने में सफल रहेपूर्व विधायक रमेश कुशवाहा अपनी पत्नी विजयलक्ष्मी कुशवाहा को सीवान से सांसद बनाने में सफल रहे। सीवान से जदयू ने अपनी सांसद कविता सिंह का टिकट काटकर विजयलक्ष्मी कुशवाहा को टिकट दिया था।
ये भी पढ़ें
Saran Lok Sabha Result: सारण सीट पर रोहिणी आचार्य ने सबको चौंकाया, राजीव प्रताप रूडी की बढ़ाई टेंशन
Bihar Politics: 35 सालों का इंतजार पूरा हुआ... लोकसभा चुनाव में माले ने लहराय परचम; काराकाट-आरा सीट पर कब्जा
दीनानाथ साहनी, पटना। लोकसभा चुनाव में महागठबंधन की प्रमुख सहयोगी भाकपा माले का प्रदर्शन शानदार रहा।माले ने पैंतीस वर्षों के बाद किसी आम चुनाव में दो सीटों पर जीत का परचम लहराया।
इससे पहले 1989 में रामेश्वर प्रसाद ने आरा सीट से जीत दर्ज कर पहली बार पार्टी को संसद की राह दिखायी थी। तब वे इंडियन पीपुल्स फ्रंट के उम्मीदवार के रूप में जीते थे। बाद में इस फ्रंट का नाम भाकपा माले हो गया।
इस बार के चुनाव में भाकपा माले को महागठबंधन से सीट शेयरिंग में तीन सीटें मिली थीं। इसमें आरा, काराकाट और नालंदा सीट शामिल हैं। काराकाट से राजाराम सिंह और आरा से सुदामा प्रसाद ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है।
दोनों ने अपने कद्दावर प्रतिद्वंदियों को हराया है। आरा में सुदामा प्रसाद ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री एवं पूर्व आइएएस राजकुमार सिंह के खिलाफ जीत दर्ज की है तो वहीं काराकाट में राजाराम सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा और भोजपुरी फिल्मों के स्टार पवन सिंह के विरुद्ध जीत का परचम लहराया है।
भाकपा माले के लिए यह ऐतिहासिक जीत इसलिए भी खास है कि बीते ढाई दशक से बिहार में वामपंथी दलों को लोकसभा के किसी चुनाव में जीत नसीब नहीं हुई थी। 1999 के चुनाव में भागलपुर सीट से माकपा के उम्मीदवार सुबोध राय को आखिरी जीत मिली थी।
इसके बाद से वामदल बिहार में लोकसभा चुनाव में जीत के लिए तरसते रहे। इस बार के चुनाव में भाकपा माले ने बिहार में वामपंथ की राजनीति को फिर से खड़ा करने का भी काम किया है। वैसे माले को नालंदा संसदीय सीट से भी जीत मिलने की उम्मीद थी, जहां से उसके उम्मीदवार संदीप सौरव पूरे दमखम के साथ मैदान में थे। मगर यहां सफलता नहीं मिली।
नालंदा सीट पर महागठबंधन के नेताओं के बीच सामंजस्य का अभाव भी हार का एक महत्वपूर्ण कारण माना रहा है, नहीं तो माले ने नालंदा सीट भी जीत कर महागठबंधन की झोली में डालने में कोई कसर नहीं छोड़ रखा था। वैसे माले का उम्मीदवार नालंदा सीट पर दूसरे स्थान पर रहा।
Nitish Kumar के सवाल पर आ गया Rahul Gandhi का जवाब, सरकार बनाने पर कही बड़ी बात
डिजिटल डेस्क, पटना/दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने लगे हैं। कई सीटों पर परिणाम आ भी चुके हैं। एनडीए 290 से ज्यादा सीटों पर लीड कर रहा है। वहीं, आईएनडीआईए 230 से अधिक सीटों पर लीड कर रहा है। शाम 5 बजे राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राहुल गांधी से जब नीतीश कुमार को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने काफी स्पष्ट जवाब दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि हम अपने गठबंधन के दलों की रिस्पेक्ट करते हैं और उनसे बिना बात किए कोई फैसला नहीं करेंगे। राहुल गांधी ने दोहराया कि कल आइएनडीआइए की बैठक होगी, उसमें सभी से बातचीत कर फैसला किया जाएगा।
वायनाड या अमेठी, किसे चुनेंगे राहुल गांधी?कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, "मैं दोनों सीटों पर जीता हूं। वायनाड और रायबरेली के मतदाताओं को दिल से धन्यवाद देता हूं...थोड़ा समय लूंगा और तय करूंगा कि कौन सी सीट पर रहूंगा। अभी निर्णय नहीं लिया है।"
'हिंदुस्तान के गरीब लोगों ने...'राहुल गांधी ने कहा, "इसे(संविधान) बचाने का काम हिंदुस्तान के सबसे गरीब लोगों ने किया है। मज़दूरों, किसानों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों ने इस संविधान को बचाने का काम किया है..."
नोट- खबर को अपडेट किया जा रहा है।बिहार के सर्राफा मार्केट में सोने-चांदी के बढ़े भाव, जानिए कब तक कम होंगे रेट
जागरण संवाददाता, पटना। चुनावी नतीजे की बयार के बीच स्थानीय पटना सर्राफा बाजार में मंगलवार को चांदी 900 रुपये प्रति किलो की बढ़त हासिल की। चांदी मजबूती के उपरांत 90,200 रुपये प्रति किलो की दर पर आ गयी। चांदी ने एक दिन पहले 900 रुपये की राहत दी थी।
सोने की भी टूटी खामोशीएक दिन पहले पूर्ववत रही सोना की खामोशी 100 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़त के साथ टूटा। सोना मजबूत होने के बाद सोना विठूर 72,300 रुपये व 22 कैरेट 72,150 रुपये प्रति दस ग्राम की दर पर आ गया। सोना -चांदी में कायम मजबूती को व्यापारिक वर्ग वैश्विक बाजार के हलचल का प्रभाव मान रहे है।
शादी सीजन है बड़ा फैक्टरशादी-विवाह के मौसम पर लगे विराम की वजह से ग्राहकों की खरीदारी के साथ आभूषण गढ़ने वालों और कारखानेदारों की खरीदारी धीमी रफ्तार में चल रही है। इसी बीच धातुओं में आयी मजबूती की वजह से खरीदारी प्रभावित हो सकती है।
सोने-चांदी में मिलेगी राहत?बाजार विशेषज्ञ का मानना है कि धातुओं में तीव्र उतार-चढ़ाव वैश्विक बाजार के प्रभाव से बना रहेगा। अगर वैश्विक समीकरण ठीक बैठता है, तो आने वाले समय में सोने-चांदी में राहत मिल सकती है। इसका प्रभाव व्यापारिक कामकाज में दिखाई देगा। अगले माह से वैवाहिक मौसम आरंभ होने पर ग्राहकी मांग बढ़ने की उम्मीद है।
यह भी पढ़ें : Nitish Kumar: नीतीश कुमार को लेकर Tejashwi Yadav ने की थी ये 'भविष्यवाणी', अब आ गया 'अग्निपरीक्षा' का वक्त
Bihar Election Result 2024 : Lalu Yadav की छोटी बेटी हार रही... बड़ी बिटिया का ऐसा है हाल; रुझान देख चौंक जाएंगे आप
डिजिटल डेस्क, पटना। लालू यादव (Lalu Yadav) ने 2024 के लोकसभा चुनाव (Bihar Election Result 2024) में अपनी दो बेटियों को मैदान में उतारा था। लालू ने मीसा को पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से जबकि, रोहिणी आचार्य को सारण सीट से उम्मीदवार बनाया था। इन दोनों ही सीटों पर भाजपा काफी मजबूत है।
भाजपा ने पाटलिपुत्र (Pataliputra Lok Sabha Election Result 2024) से जहां रामकृपाल यादव (Ramkripal Yadav Patliputra) को उम्मीदवार बनाया था, वहीं सारण (Saran Lok Sabha Election Result 2024) से राजीव प्रताप रूड़ी (Rajiv Pratap Rudy Saran) को टिकट दिया था। दोनों ही सीटों पर कांटे की टक्कर देखने को मिली। काउंटिंग की शुरुआत से लेकर अबतक दोनों ही दलों के प्रत्याशियों और कार्यकर्ताओं की सांसे अटकी रही।
हालांकि, देर शाम 5:30 बजे तक दोनों ही सीटों की तस्वीर लगभग साफ हो गई है। लालू यादव के लिए गुड न्यूज और बैड न्यूज दोनों है। पाटलिपुत्र सीट से जहां मीसा भारती चुनाव जीतती दिख रही हैं। वहीं, सारण से रोहिणी आचार्य एक बड़े अंतर से चुनाव हारती दिख रही हैं। सारण से राजीव प्रताप रूड़ी आगे चल रहे हैं।
देर शाम 5:30 बजे तक के नतीजों के मुताबिक, पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से मीसा भारती लीड कर रही हैं। अबतक की काउंटिंग में उन्हें 3,76,000 वोट मिल चुके हैं। वहीं, भाजपा प्रत्याशी व निवर्तमान सांसद रामकृपाल यादव को अबतक 3,16,996 वोट मिले हैं। मीसा भारती ने रामकृपाल यादव पप 59,004 वोटों की बढ़त बना के रखी हैं।
सारण लोकसभा सीट पर राजीव प्रताप रूड़ी और लालू यादव की छोटी बेटी रोहिणी आचार्य के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली शुरुआती रुझानों में दोनो एक-दूसरे को क्रॉस करते रहे, लेकिन शाम साढ़े पांच बजे तक राजीव प्रताप रूड़ी पंद्रह हजार की बढ़त बना ली है।
भाजपा प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी 2,98,662 वोटों के साथ लीड बनाए हुए हैं। वहीं, लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य 2,83,396 वोटों के साथ दूसरे नंबर पर बनी हुई हैं। दोनों के बीच सिर्फ 15,266 वोटों का अंतर है, लेकिन वोटों की गिनती अब अपने अंतिम चरण में है, लेकिन अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है।
यह भी पढ़ें: Bihar Lok Sabha Election Result 2024 Live : यहां पढ़ें बिहार लोकसभा इलेक्शन के ताजा अपडेट
Lok Sabha Election Result 2024 LIVE: लोकसभा इलेक्शन के ताजा अपडेट के लिए क्लिक करें
Nitish Kumar: नीतीश कुमार को लेकर Tejashwi Yadav ने की थी ये 'भविष्यवाणी', अब आ गया 'अग्निपरीक्षा' का वक्त
डिजिटल डेस्क, पटना। Tejashwi Yadav Nitish Kumar लोकसभा चुनाव के रुझान आ रहे हैं। देश में फिर से एनडीए सरकार बनती दिख रही है। एनडीए को 295 सीटों (Lok Sabha Election 2024) पर बढ़त है। वहीं, आईएनडीआईए को 230 सीटों पर लीड है। एनडीए (NDA) में जनता दल यूनाइटेड (JDU) की भी 13 सीटें हैं। इन 13 सीटों पर सबकी निगाहें हैं।
नीतीश कुमार को लेकर अटकलबाजी तेज है। राजद सांसद का कहना है कि नीतीश कुमार एनडीए (Nitish Kumar NDA) के साथ नहीं जाएंगे। वहीं, जदयू प्रवक्ता केसी त्यागी का कहना है कि जदयू एनडीए के साथ रहेगा। इस सबके बीच लोगों को तेजस्वी यादव की भविष्यवाणी भी याद रही है।
तेजस्वी यादव ने दिया था बड़ा बयानदरअसल, बीते दिनों एक जनसभा के दौरान तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया था। तेजस्वी यादव ने कहा था कि नीतीश कुमार 4 जून के बाद बड़ा फैसला ले सकते हैं।
तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद नीतीश कुमार के फिर से पलटी मारने को लेकर चर्चा होने लगी। हालांकि, नीतीश ने कई बार ये कहा कि वह अब इधर-उधर नहीं जाएंगे और एनडीए के साथ रहेंगे।
तेजस्वी यादव ने और क्या कहा था?उन्होंने कहा कि चार जून के बाद मोदी जी की विदाई तय है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को लेकर उन्होंने कहा कि चार जून के बाद हमारे चाचा नीतीश जी कोई बड़ा निर्णय ले सकते हैं, अपनी पार्टी को बचाने के लिए। तेजस्वी ने कहा कि 4 जून के बाद कुछ बड़ा होने जा रहा है।
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 'नीतीश कुमार को PM बनना चाहिए...', प्रधानमंत्री पद के लिए राजनीति शुरू; NDA नेता ने कर दी मांग
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: जबरदस्त फॉर्म में 73 साल के नीतीश कुमार, बिहार से लेकर दिल्ली तक चलेगा सिक्का!
Nitish Kumar: 'नीतीश कुमार को PM बनना चाहिए...', प्रधानमंत्री पद के लिए राजनीति शुरू; NDA नेता ने कर दी मांग
डिजिटल डेस्क, पटना। Lok Sabha Election Result 2024 लोकसभा चुनाव 2024 के रुझान आ रहे हैं। देश में एक बार फिर एनडीए सरकार बनती दिख रही है। एनडीए अभी 296 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं आईएनडीआईए 228 सीटों पर लीड कर रही है। इस बीच नीतीश कुमार को लेकर खूब चर्चा हो रही है। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की 14 सीटें काफी महत्वपूर्ण हैं।
राजद सांसद मनोज झा ने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) गठबंधन के साथ नहीं जाएंगे, लेकिन केसी त्यागी ने कहा कि जदयू एनडीए के साथ रहेगा। वहीं, अब जदयू एमएलसी के बयान ने सियासी पारा हाई कर दिया है।
#WATCH | Patna, Bihar: JDU MLC Dr Khalid Anwar says, "Who can be a better PM than Nitish Kumar?... Nitish Kumar is a seasoned politician who understands the society and the country. And he respects all the democratic institutions... We are a part of the NDA Alliance as of now,… pic.twitter.com/ejPrzkVjRk
— ANI (@ANI) June 4, 2024जेडीयू एमएलसी डॉ. खालिद अनवर ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, "नीतीश कुमार से बेहतर पीएम कौन हो सकता है?... नीतीश कुमार एक अनुभवी राजनेता हैं जो समाज और देश को समझते हैं और वह सभी लोकतांत्रिक संस्थाओं का सम्मान करते हैं"।
'हम अभी NDA का हिस्सा हैं, लेकिन...'उन्होंने आगे यह भी कहा कि हम अभी एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन पहले और आज भी लोग चाहते थे कि नीतीश कुमार पीएम बनें...।
ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: जबरदस्त फॉर्म में 73 साल के नीतीश कुमार, बिहार से लेकर दिल्ली तक चलेगा सिक्का!
ये भी पढ़ें- I.N.D.I.A के संपर्क में Nitish Kumar? RJD सांसद ने बता दी अंदर की बात; बोले- नीतीश के घर पर ही...
Chirag Paswan : चिराग पासवान बने सियासी पिक्चर के 'हीरो', इन नतीजों को ताकते रह जाएंगे पशुपति पारस
राज्य ब्यूरो, पटना। Chirag Paswan LJPR : बिहार से आए लोकसभा चुनावों के परिणाम में लोजपा-रामविलास का स्ट्राइक रेट सौ प्रतिशत का दिख रहा है। पहली बार चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान की छत्रछाया के बिना लोकसभा चुनाव में उतरे हैं।
ऐसे में उन्हें एनडीए से सीट शेयरिंग में पांच सीटें मिली थीं। इन सभी पर चिराग की पार्टी के उम्मीदवारों को सफलता मिली। खुद चिराग हाजीपुर से बड़े अंतर से जीतने जा रहे हैं। हालांकि, इसकी आधिकारिक घोषणा होना अभी बाकी है।
सियासी जानकारों का मानना है कि हाजीपुर से पहली बार जीतने जा रहे चिराग ने यह भी साबित किया कि रामविलास पासवान के राजनीतिक वारिस भी वही हैं। 2019 के चुनाव में लोजपा को छह सीटें मिली थीं तब भी लोजपा ने सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी।
बहनोई के साथ पहली बार संसद में दिखेंगे चिरागलोजपा-रामविलास के अध्यक्ष चिराग पासवान जहां तीसरी बार चुनाव जीत कर संसद पहुंचने वाले हैं। वहीं, दूसरी ओर उनके बहनोई अरुण भारती भी जमुई सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचेंगे। इस प्रकार साला-बहनाई पहली बार संसद में एकसाथ दिखेंगे।
जमुई से दो बार सांसद रहे चिराग ने इस बार वहां से अपने बहनोई को चुनाव लड़ाया था। वहीं, उनकी पार्टी के टिकट पर वैशाली सीट से वीणा देवी, समस्तीपुर से शांभवी चौधरी और खगड़िया से राजेश वर्मा जीत की ओर आगे बढ़ रहे हैं। पिछली बार हाजीपुर सीट से चिराग के चाचा पशुपति कुमार पारस ने चुनाव लड़ा था और जीत कर संसद पहुंचे थे।
यह भी पढ़ें
Nitish Kumar: जबरदस्त फॉर्म में 73 साल के नीतीश कुमार, बिहार से लेकर दिल्ली तक चलेगा सिक्का!
Munger Lok Sabha Chunav Result: मुंगेर में 'लल्लनटॉप' हुए ललन, ताकते रह गए लालू-तेजस्वी; देखें सबसे तेज नतीजे
Chirag Paswan: आ गया चिराग पासवान का 'रिपोर्ट कार्ड'! 5 सीटों पर चल रहा ये बड़ा 'खेल', देख लीजिए रुझान
I.N.D.I.A के संपर्क में Nitish Kumar? RJD सांसद ने बता दी अंदर की बात; बोले- नीतीश के घर पर ही...
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Lok Sabha Election Result 2024 नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को लेकर देश की सियासत में खूब चर्चा हो रही है। दोनों की पार्टी जदयू और टीडीपी 30 सीटों पर लीड कर रही हैं। एनडीए अभी 297 सीटों पर लीड कर रही है, अगर जदयू और टीडीपी ने हाथ खींचा तो जादूई आंकड़ा पार करने में एनडीए को समस्या होगी। इस बीच राजद सांसद मनोज झा ने बड़ा बयान दे दिया है।
मनोज झा ने दावा किया कि नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू एनडीए के साथ नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा, "नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू कभी भी उस तरह की पॉलिटिक्स नहीं करते, जिस तरह बीजेपी करती है। यह दोनों भाजपा के साथ गठबंधन में नहीं जाएंगे"।
'मैं दोनों की राजनीति को...'उन्होंने कहा कि मैं दोनों की राजनीति को अच्छे से जानता हूं। अभी जो बीजेपी का आंकड़ा है, उसमें इन दोनों नेताओं की अहम भूमिका है। ये दोनों नेता लोगों के हित में फैसला लेंगे। उनके पास मौका है कि वैंडेटा पॉलिटिक्स को खत्म करने का।
उन्होंने इशारों ही इशारों में यह भी कह दिया कि (नीतीश कुमार से) जिनको बात करना है वो कर रहे होंगे। मनोज झा आगे बोले- नीतीश कुमार ने तो खुद कहा था कि जो लोग 2014 में आए हैं उनको 2024 में जाना है। आइएनडीआइए की बुनियाद भी पटना में नीतीश कुमार के आवास पर पड़ी थी।
ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: 'गुब्बारा फट गया', नीतीश-नायडू के पास सत्ता की चाबी; RJD सांसद बोले- अब तो जाहिर है...
ये भी पढ़ें- NDA का मामला फंसा तो क्या करेंगे Nitish Kumar? सपा नेता ने बता दी अंदर की बात, अब होगा 'खेला'
Lok Sabha Election 2024: 'गुब्बारा फट गया', नीतीश-नायडू के पास सत्ता की चाबी; RJD सांसद बोले- अब तो जाहिर है...
डिजिटल डेस्क, पटना। Lok Sabha Chunav Result 2024 लोकसभा चुनाव के रुझानों में एक बार फिर देश में मोदी सरकार बनती दिख रही है। एनडीए ने 298 सीटों पर बढ़त बनाई हुई है। वहीं, आईएनडीआईए 227 सीटों पर लीड बनाए हुए है। इस बीच नीतीश कुमार को लेकर खूब चर्चा हो रही है।
दरअसल, एनडीए (NDA) जिन 298 सीटों पर लीड कर रही है, उसमें जदयू (JDU) की भी 15 सीटें हैं। ऐसे में विपक्षी नेता भी अब नीतीश कुमार से आस लगाए बैठे हैं।
आईपी सिंह बोले- नीतीश कुमार सबके हैं...सपा नेता आईपी सिंह ने तो साफ कह दिया नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सबके हैं। वहीं, अब राजद के राज्यसभा सांसज मनोज झा ने भी बड़ा हिंट दे दिया है।
#WATCH पटना, बिहार: #LokSabhaElections2024 पर राजद नेता मनोज झा ने कहा, "भाजपा की कुल सीटें 220-230 पर जा रही हैं। बहुमत से अभी भी दूर हैं। अगर मैं चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP और यहां JDU को थोड़ा विलग कर दूं तो बहुमत भी नहीं है। जाहिर है वे 400 पार का गुब्बारा फट गया है।" pic.twitter.com/g4qYpIUpdt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2024 'फट गया 400 पार का गुब्बारा...'लोकसभा चुनाव परिणाम पर राजद नेता मनोज झा (Manoj Jha) ने कहा, "भाजपा की कुल सीटें 220-230 पर जा रही हैं। बहुमत से अभी भी दूर हैं। अगर मैं चंद्रबाबू नायडू की पार्टी TDP और यहां JDU को थोड़ा विलग कर दूं तो बहुमत भी नहीं है। जाहिर है वे 400 पार का गुब्बारा फट गया है।"
ये भी पढ़ें- Lok Sabha Result 2024: Nitish Kumar के पास 'सत्ता की चाबी'! Modi के साथ ही रहेंगे या फिर कर देंगे 'खेला', चल गया पता
ये भी पढ़ें- NDA का मामला फंसा तो क्या करेंगे Nitish Kumar? सपा नेता ने बता दी अंदर की बात, अब होगा 'खेला'
Lok Sabha Result 2024: Nitish Kumar के पास 'सत्ता की चाबी'! Modi के साथ ही रहेंगे या फिर कर देंगे 'खेला', चल गया पता
डिजिटल डेस्क, पटना। दो बजे तक की काउटिंग में यह लगभग साफ हो गया है कि इस बार भाजपा अपने दम पर सरकार नहीं बना पाएगी। दो बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, एनडीए को कुल 295 सीटें मिलती दिख रही है। अबतक की काउंटिंग में भाजपा अकेले दम पर 240 सीट पर लीड बनाए हुए है। वहीं, वहीं, एनडीए 229 सीटों पर लीड बनाकर कड़ी टक्कर देता दिख रहा है।
इस बीच इस बात की चर्चा तेज हो रही है कि नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मार सकते हैं। इंडी गठबंधन के कई नेता व प्रवक्ता इस संबंध में बयानबाजी कर रहे हैं। इस बीच जदयू नेता और नीतीश कुमार के करीबी माने जाने वाले केसी त्यागी ने सफाई दी है।
#WATCH दिल्ली: JDU नेता केसी त्यागी ने कहा, "...नीतीश कुमार कल प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर पटना लौटे हैं। हम अपने पुराने स्टैंड पर कायम हैं। JDU नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर एक बार NDA में अपनी आस्था का इज़हार करता है और हम NDA में ही बने रहेंगे..." pic.twitter.com/jjpRpy1Kev
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2024केसी त्यागी ने कहा है कि नीतीश कुमार कल प्रधानमंत्री मोदी से मिलकर पटना लौटे हैं। हम अपने पुराने स्टैंड पर कायम हैं। JDU नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर एक बार NDA में अपनी आस्था का इजहार करता है और हम NDA में ही बने रहेंगे।
यह भी पढ़ें: Bihar Lok Sabha Election Result 2024 Live : यहां पढ़ें बिहार लोकसभा इलेक्शन के ताजा अपडेट
Lok Sabha Election Result 2024 LIVE: लोकसभा इलेक्शन के ताजा अपडेट के लिए क्लिक करें
Pages
![Subscribe to Bihar Chamber of Commerce & Industries aggregator - Bihar News](http://biharchamber.org/misc/feed.png)