Bihar News

Patna Gold Silver Price: ग्लोबल मार्केट ने सोने-चांदी की तेजी पर लगाया ब्रेक, यहां पढ़ें पूरी डिटेल

Dainik Jagran - June 7, 2024 - 8:16pm

जागरण संवाददाता, पटना। Patna Gold Silver Price । वैश्विक बाजार के प्रभाव पर शुक्रवार को भी स्थानीय पटना सर्राफा बाजार में सोना चांदी में विपरीत हालत बने। चांदी ने 300 रुपये प्रति किलो की और बढ़त हासिल की। चांदी बढ़त के उपरांत 89,900 रुपये प्रति किलो की दर पर आ गयी।

महज दो दिन के व्यापारिक कामकाज में चांदी ने 1300 रुपये प्रति किलो की बढ़त हासिल की। सोना ने 100 रुपये प्रति दस ग्राम की राहत दी।

सोना गिरावट के उपरांत सोना विठूर 72,400 रुपये व 22 कैरेट 72,250 रुपये प्रति दस ग्राम की दर पर आ गया। एक दिन पहले सोना ने 300 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़त हासिल की थी।

व्यापारिक वर्ग वैश्विक बाजार के उतार-चढ़ाव और निवेशक की रुझान बुलियन बाजार में वापस लौटने का प्रभाव सोना-चांदी में उत्पन्न हालात को मान रहे हैं।

ग्राहकों की खरीदारी के साथ आभूषण गढ़ने वालों और कारखानेदारों की खरीदारी धीमी रफ्तार में चल रही है। इसी बीच धातुओं में कायम मजबूती से खरीदारी प्रभावित होगी। इसका कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

खासतौर पर चांदी की तेजी से कारखानेदार की खरीद घटेगी। वैवाहिक मौसम पर लगे विराम की वजह से कारोबार पहले से कमजोर है। इसी बीच धातुओं में कायम तेजी से कारोबार का गणित प्रभावित हो रहा है।

बाजार विशेषज्ञ का तर्क है धातुओं में तीव्र उतार-चढ़ाव के बीच वैश्विक बाजार के प्रभाव से आने वाले समय में सोने-चांदी में राहत मिल सकती है। राहत के बाद ही ग्राहकी मांग बढ़ने की उम्मीद है।

यह भी पढ़ें: Ara Lok Sabha Result 2024: RK सिंह के हार की बड़ी वजह आ गई सामने! इस 10% के अंतर ने मोदी के मंत्री दे दी चौंकाने वाली मात

Ganga Dussehra 2024: हिंदू धर्म के लिए विशेष है गंगा दशहरा व निर्जला एकादशी, यहां पढ़ें समय, विधि व महत्व सबकुछ

Land For Job Scam: लोकसभा चुनाव खत्म होते ही एक्शन में CBI, Lalu Yadav के खिलाफ दाखिल कर दी फाइनल चार्जशीट

Categories: Bihar News

Land For Job Scam: लोकसभा चुनाव खत्म होते ही एक्शन में CBI, Lalu Yadav के खिलाफ दाखिल कर दी फाइनल चार्जशीट

Dainik Jagran - June 7, 2024 - 6:26pm

एएनआई, दिल्ली/पटना। लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव और उनके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सीबीआई ने इस मामले में राजद सुप्रीमो लालू यादव और 77 अन्य आरोपियों के खिलाफ फाइनल चार्चशीट दाखिल कर दी है।

चार्चशीट में शामिल आरोपियों में 38 उम्मीदवार भी शामिल हैं, लालू यादव के अलावा, राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव भी इस मामले में आरोपी हैं।

सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि उसे सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी का इंतजार है। सीबीआई की विशेष अदालत दाखिल चार्जशीट पर 6 जुलाई को विचार करेगी।

बीते साल अक्टूबर में कोर्ट ने दी थी जमानत

बता दें कि नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में कोर्ट ने 4 अक्टूबर 2023 पूर्व रेल मंत्री लालू यादव, तेजस्वी यादव व राबड़ी देवी और अन्य को नई चार्जशीट के संबंध में जमानत दे दी थी।

दूसरी चार्जशीट में इन आरोपियों के नाम

सीबीआई के मुताबिक, लैंड फॉर जॉब मामले में दाखिल दूसरी चार्जशीट में तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे तेजस्वी यादव, पश्चिम मध्य रेलवे (WCR) के तत्कालीन GM, WCR के दो CPO, निजी व्यक्ति, एक निजी कंपनी सहित 17 आरोपियों के खिलाफ दाखिल की गई।

मई 2022 में दर्ज किया गया था मामला

सीबीआई ने मई 2022 को तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियों मीसा वन हेमा और अज्ञात लोक सेवकों और निजी व्यक्तियों सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया था।

लालू यादव परिवार पर क्या हैं आरोप?

लालू यादव पर आरोप है कि रेलवे मंत्री रहते हुए उन्होंने 2004-2009 के दौरान रेलवे के विभिन्न जोन में ग्रुप-डी के पदों पर नियुक्ति के बदले अपने परिवार के सदस्यों और अन्य के नाम पर जमीन के हस्तांतरण कराकर आर्थिक लाभ लिया था।

यह भी आरोप है कि क्षेत्रीय रेलवे में ऐसी नियुक्तियों के लिए कोई विज्ञापन या सार्वजनिक सूचना जारी नहीं की गई थी, फिर भी पटना के निवासी नियुक्त व्यक्तियों को मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर स्थित विभिन्न क्षेत्रीय रेलवे में स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था।

यह भी पढ़ें: Lalu Yadav: लालू के गांव को VIP पसंद, राबड़ी के मायका में नीतीश का डंका; इस बार रिजल्ट ने सभी को चौंकाया

Bihar Teachers: उधर KK Pathak छुट्टी पर गए, इधर S Siddharth ने दे दिया बड़ा आदेश; यहां पढ़ें डिटेल

Categories: Bihar News

Nitish Kumar: नीतीश की किस बात पर ठहाका लगाने लगे नरेंद्र मोदी? NDA संसदीय दल की बैठक में बजने लगीं तालियां; VIDEO

Dainik Jagran - June 7, 2024 - 2:15pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली/पटना। Nitish Kumar : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बोलने का अंदाज भी काफी निराला है। यही वजह है कि उनकी कही बात पर शुक्रवार को एनडीए के संसदीय दल का नेता चुने गए नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) भी खुद को ठहाका लगाने से नहीं रोक सके। आइए बताते हैं कि आखिर नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में ऐसा क्या कह दिया था।

दरअसल, राजग के संसदीय दल का नेता चुने जाने के दौरान मंच से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बोलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने अपनी बात बड़ी ही सहजता से रखी। बता दें कि लोकसभा चुनाव के परिणामों ने नीतीश की पार्टी जदयू को मजबूती दी है। यही वजह है कि सियासी गलियारों में इन दिनों नीतीश कुमार को 'किंग मेकर' भी कहा जा रहा है।

नीतीश कुमार बोले और हंस पड़े नरेंद्र मोदी

बहरहाल, बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार (JDU Leader Nitish Kumar) ने कहा कि हमारी पार्टी जदयू, भाजपा संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन देती है। यह बहुत खुशी की बात है कि 10 साल से ये प्रधानमंत्री हैं और फिर प्रधानमंत्री होने जा रहे हैं।

नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि इन्होंने पूरे देश की सेवा की है और उम्मीद है कि अगली बार सब पूरा कर देंगे। हम लोग पूरे तौर पर सब दिन इनके साथ रहेंगे। हमें लगता है कि अगली बार जब आएंगे तो कुछ सीट जो ये (विपक्ष) जीत गए हैं अगली बार सब हारेंगे।

नीतीश की इन बातों पर भी लगे ठहाके

वीडियो में देखा जा सकता है कि नीतीश की इस बात पर भी कक्ष में बैठे अधिकांश नेता हंसते हुए नजर आए। आगे नीतीश ने कहा कि हम लोग तो पूरे तौर पर हर तरह से जो आप चाहिएगा उस काम के लिए हम लोग लगे रहेंगे।

उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा होगा कि जितने लोग साथ हुए हैं और सब लोग बहुत अच्छे ढंग से अपनी बात कर रहे हैं। सब लोग ठीक हैं। सब लोग मिलकर चलेंगे। हम लोग पूरा आपके साथ रहेंगे।

नीतीश ने दोनों हाथों को जोड़ते हुए कहा कि मेरा आग्रह यही है कि जल्दी से जल्दी आपका काम शुरू हो जाए, शपथग्रहण हो जाए। अब आप तो इतवार (रविवार) को करने वाले हैं, हम तो चाहते थे कि आज ही हो जाता तो अच्छा था।

नीतीश की इस बात पर भी कक्ष में खूब ठहाके लगे। आगे उन्होंने कहा कि लेकिन जब आपकी इच्छा हो, जब भी हो, जितनी तेजी से काम हो जाए बहुत अच्छा है। बहुत अच्छा रहेगा इस बार, हम लोगों को बड़ी खुशी होगी।

पूरे देश में इसका ज्यादा फायदा है। इधर-उधर कोई करना चाहता है उसका कोई लाभ नहीं है। इसलिए मैं आपका अभिनंदन करता हूं। आपके नेतृत्व में सब लोग काम करेंगे। साथ चलेंगे।

#WATCH बिहार के मुख्यमंत्री और JDU नेता नीतीश कुमार ने कहा, "हमारी पार्टी JDU, भाजपा संसदीय दल के नेता नरेंद्र मोदी को भारत के प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन देती है। यह बहुत खुशी की बात है कि 10 साल से ये पीएम हैं और फिर पीएम होने जा रहे हैं। इन्होंने पूरे देश की सेवा की है और… pic.twitter.com/LZ0tGJSO86

— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 7, 2024 मांझी ने पर्वत पुरुष से जोड़ा कनेक्शन

एनडीए संसदीय दल की बैठक में, हम (एस) के संस्थापक जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि मैं मेरी पार्टी की तरफ से नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता नामित करने के प्रस्ताव का समर्थन करता हूं।

एक ही बात मैं यहां कहना चाहता हूं कि हम उस वंश के लोग हैं जो 24 बरस लगातार छैनी हथौड़ा लेकर पर्वत को काटा पर्वत पुरुष दशरथ मांझी दृढ़ इच्छा के धनी उसी परिवार के हम हैं।

इसी आधार पर हम आश्वस्त करना चाहते हैं इस सदन को कि हम हर हालत में नरेंद्र मोदी के साथ और एनडीए के साथ रहेंगे, समर्थन करते रहेंगे। उन्होंने नव निर्वाचित सांसदों को भविष्य के लिए बधाई भी दी।

यह भी पढ़ें

Nitish Kumar Poster : 'टाइगर जिंदा है', पटना की सड़कों पर लगे CM नीतीश कुमार के पोस्टर, कहां साधा निशाना?

Pappu Yadav: नायक के अंदाज में पप्पू यादव ने लिया एक्शन, पूरे पूर्णिया में हो रही तारीफ; तुरंत दे दिया ये ऑर्डर

Categories: Bihar News

Nitish Kumar Poster : 'टाइगर जिंदा है', पटना की सड़कों पर लगे CM नीतीश कुमार के पोस्टर, कहां साधा निशाना?

Dainik Jagran - June 7, 2024 - 12:30pm

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में लोकसभा चुनाव के बाद आए परिणामों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक बार फिर राष्ट्रीय राजनीति के केंद्र में लाकर खड़ा कर दिया है। इस बीच पटना की सड़कों पर नीतीश कुमार के पोस्टर लगाए गए हैं।

इन पोस्टरों के माध्यम से संदेश देने का प्रयास किया गया है। बता दें कि पोस्टर पर 'टाइगर जिंदा है' लिखा गया है। यह पोस्टर पटना के कोतवाली थाने के पास लगाया गया है।

बता दें कि पटना की सड़कों पर पोस्टर लगाए जाने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पटना में जदयू, राजद जैसे दल अपने-अपने पोस्टर लगा चुके हैं। इन पोस्टरों की सियासी गलियारों में चर्चा भी होती रही है।

बहरहाल, ताजा जानकारी के अनुसार, जिस पोस्टर का वीडियो वायरल हुआ है, वह पटना में कोतवाली थाने के पास लगाया गया है। इस पोस्टर में 'टाइगर जिंदा है' लिखा हुआ है।

इसी तरह एक अन्य पोस्टर की तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें 'नीतीश कुमार सब के हैं कोटि-कोटि बधाई' लिखा गया है।

इसके अलावा एक अन्य पोस्टर पर डबल इंजन सरकार, दोगुनी रफ्तार तीसरी बार फिर मोदी सरकार लिखकर बधाई संदेश दिया गया है। इसमें नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार की बड़ी तस्वीर लगी है।

अब इन पोस्टरों की वजह से सियासी गलियारों में चचा है कि इनके माध्यम से कहां निशाना साधने और क्या संदेश देने की कोशिश की गई है?

अभी कहां हैं नीतीश कुमार?

बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस समय राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौजूद हैं। वह यहां एनडीए की संसदीय दल की बैठक में शामिल होने के लिए आए थे।

ताजा जानकारी के अनुसार, इस बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा गया है। मोदी के नाम का भाजपा नेता अमित शाह और नितिन गडकरी ने अनुमोदन किया है।

#WATCH पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तस्वीर और 'टाइगर जिंदा है' के नारे के साथ पोस्टर लगाए गए हैं। pic.twitter.com/DSSaj6iHvQ

— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 7, 2024 फ्लाइट में तेजस्वी के साथ सफर करते नजर आए थे नीतीश 

बता दें कि बिहार की राजनीति में खासा दखल रखने वाली नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने केंद्र सरकार बनाने के लिए राजग को अपना समर्थन दिया है।

हालांकि, इससे पहले सियासी गलियारों में नीतीश कुमार के एक बार फिर पलटी मारने की अफवाहें दौड़ने लगी थीं।

इन अफवाहों को तब और हवा मिली जब एक दिन पहले ही तेजस्वी यादव के साथ फ्लाइट में सफर करते हुए नीतीश कुमार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा था।

यह भी पढ़ें

Nitish Kumar: JDU ने की इतने मंत्रियों की डिमांड! BJP ने भी दे दिया क्लियर कट जवाब; अब डील होगी या नहीं?

Nitish Kumar: नीतीश कुमार तो बन गए 'किंग मेकर', अब चिराग पासवान और मांझी को क्या देंगे मोदी?

Categories: Bihar News

OMG! बैंक खाते से 8 दिन में 242402 बार हुआ लेनदेन, इस खाताधारक की तरह कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ऐसी गलती?

Dainik Jagran - June 7, 2024 - 7:48am

संवाद सूत्र, मोकामा (पटना)। SBI Bank Fraud : स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मोकामा शाखा के एक खाते में मात्र आठ दिनों में 2,42,402 बार में 04 करोड़ 41 लाख रुपये के लेनदेन का बड़ा मामला प्रकाश में आया है। खाताधारक को इसका पता तब चला, जब उसका खाता फ्रीज किए जाने की जानकारी देने शाखा प्रबंधक उसके घर पहुंचे।

खाताधारक ने इस मामले में स्वयं को निर्दोष बताते हुए बैंक के क्लर्क रणधीर कुमार पर उनके खाते के गलत उपयोग का आरोप लगाते हुए मोकामा थाने में प्राथमिकी कराई है। थाना अध्यक्ष महेश्वर प्रसाद राय ने प्राथमिकी की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपित से पूछताछ की जाएगी, तब मामला स्पष्ट होगा। वैसे यह मामला चौंकाने वाला है। साइबर फ्राड का मामला हो सकता है।

पुलिस को दिया लिखित आवेदन

भुक्तभोगी मोकामा थाना क्षेत्र के शिवनार (वार्ड संख्या-चार) निवासी राजेन्द्र सिंह के पुत्र रौशन कुमार हैं। उन्होंने पुलिस को दिए आवेदन में उल्लेख किया है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मोकामा शाखा में आयुष जनरल स्टोर के नाम से उनका खाता है।

गत जनवरी माह में उसी बैंक शाखा के क्लर्क रणधीर कुमार ने उन्हें वाट्सएप काल कर बताया कि उनके खाते पर पांच लाख रुपये का लोन पास हुआ है, इसलिए अपने नेट बैंकिंग का यूजर आइडी और पासवर्ड बताओ, ताकि पैसा तुम्हारे खाते में ट्रांसफर हो सके।

बैंककर्मी की बातों पर भरोसा कर उन्होंने सारी जानकारी दे दी। इसके बाद उन्हें कोई लोन नहीं मिला, उल्टे उनके मोबाइल नंबर पर लेन-देन का मैसेज आना बंद हो गया। बैंककर्मी रणधीर ने मिलने पर बताया कि अभी एक माह समय लगेगा।

बैंक कर्मी पर लगाया ये आरोप

इस बीच गत 07 फरवरी को उनके खाते को फ्रीज कर दिया गया। इसकी सूचना कुछ दिन पूर्व शाखा प्रबंधक ने उनके घर पर आकर दी। जब उन्होंने बैंक में जाकर जानकारी ली तो बताया गया कि 31 जनवरी 2024 से 07 फरवरी 2024 के बीच, मात्र आठ दिनों में उनके खाते से 02 लाख 42 हजार 402 बार में 04 करोड़ 41 लाख रुपये का लेनदेन किया गया है।

रौशन का दावा है कि यह लेनदेन न तो उन्होंने किया है और न ही उन्हें इस लेनदेन की कोई जानकारी है। उन्होंने आरोप लगाया कि बैंक के कलर्क रणधीर कुमार ने झांसा देकर उनका यूजर आइडी और पासवर्ड ले लिया और उनके खाते का गलत इस्तेमाल किया है।

यह भी पढ़ें

'एक चमाट मारेंगे...बिहार पहुंच जाओगी', महिला के साथ सहकर्मी ने किया दुर्व्यवहार; पीड़िता ने बयां किया अपना दर्द

Bank Alert: June में बंद हो गए इस सरकारी बैंक के कई account, जानें क्या है वजह

Categories: Bihar News

Bihar Weather Today: बिहार में बिगड़ने वाला है मौसम, 8 जिलों के लोग रहें सावधान; मौसम विभाग का अलर्ट जारी

Dainik Jagran - June 7, 2024 - 7:10am

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather: बिहार में मौसम एक बार फिर से करवट लेने वाला है। यहां 8 जिलों में तेज आंधी और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं राजधानी समेत प्रदेश के दक्षिणी भागों के अधिसंख्य भागों में शुष्क पछुआ हवा व आर्द्रता में वृद्धि में होने उमस भरी गर्मी से लोग परेशान रहेंगे। 

इन 8 जिलों में होगी बारिश

उत्तरी भागों में नमी युक्त पुरवा हवा के कारण मौसम सामान्य बने होने के साथ पूर्वी व प​श्चिम चंपारण, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज में गरज-तड़क के साथ आंधी पानी की चेतावनी है। दक्षिणी भागों के भोजपुर, रोहतास, बक्सर, औरंगाबाद, भभुआ, गया और जहानाबाद में गर्म दिन रहने की चेतावनी है।

वैशाली सबसे अधिक गर्म जिला रहा

गुरुवार को पटना का अधिकतम तापमान में 2.2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ 39.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि 41.1 डिग्री सेल्सियस के साथ वैशाली में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। बीते 24 घंटों के दौरान अररिया के नरपतगंज में सर्वाधिक वर्षा 67.6 मिमी दर्ज किया गया।

इन जिलों में दर्ज की गई बारिश

वहीं, पूर्वी चंपारण के ललबेगियाघाट में 66.0 मिमी, पूर्णिया में 58.6 मिमी, अररिया के पलासी में 48.4 मिमी, कटिहार में 44.0 मिमी, अररिया के जोकिहाट में 42.4 मिमी, पूर्णिया के श्रीनगर में 40.2 मिमी, किशनगंज के बहादुरगंज में 38.2 मिमी, अररिया में 36.0 मिमी एवं कटिहार के कदवा में 35.4 मिमी वर्षा दर्ज की गई। 

मौसम में बदलाव से मिली राहत गुरुवार की सुबह में पटना समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों में मौसम ने अचानक करवट लिया। आकाश में काले बादल छाए रहने के साथ 40-45 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज हवा का प्रवाह जारी रहा।

इन 12 जिलों में भी बारिश

राजधानी समेत 12 जिलों के नालंदा, बगहा, पूर्णिया, गोपालगंज, मोतिहारी, आरा, शेखपुरा, बेतिया में हवा के झोंके के साथ झमाझम वर्षा से लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत मिली। तेज हवा के कारण कई जगहों पर पेड़-पौधे के साथ आम,लीची को भी नुकसान हुआ। धूल भरी आंधी के कारण कुछ समय के लिए अंधेरा छाया रहा।

लोगों को सावधान रहने की जरूरत

मौसम विज्ञानी एसके पटेल ने बताया कि दक्षिण भागों में गर्म पछुआ हवा का प्रवाह होने व नमी की मात्रा अधिक बनी है। प्री-मानसून सीजन के दौरान प्रदेश के मौसम में अचानक बदलाव आते रहता है। कभी तेज आंधी-पानी तो कहीं बिना वर्षा के मेघ गर्जन होना आम बात होती है। ऐसे स्थिति में मौसम में बदलाव होते ही लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। 

 शहर  अधिकतम   न्यूनतम

पटना 39.0              27.5

गया 38.2                27.8

भागलपुर 36.7           24.7

मुजफ्फरपुर 33.4        26.0 

यह भी पढ़ें

Ramkripal Yadav: रामकृपाल यादव का खेल किसने किया खराब? राज से हट गया पर्दा; सियासी हलचल हुई तेज

Bihar Election Result 2024: बिहार में भाजपा-जदयू के साथ कैसे हो गया खेला? यहां समझिए पूरा हिसाब-किताब

Categories: Bihar News

Patna News: पटना के बिहटा में छात्र की गोली मार हत्या, परिवार में मची चीख-पुकार; दो दिन पहले हो गया था गायब

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 11:36pm

 संवाद सूत्र, बिहटा। Patna News:  पटना के बिहटा थाना क्षेत्र में आए दिन अपराधी हत्या, लूट, गोलीबारी की घटनाओं को अंजाम दे रहे। बीते तीन दिन पूर्व सोमवार को उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक शाखा से दिनदहाड़े 14 लाख रुपये की लूट एवं दो दिन पूर्व एक युवक की गोली मारकर की गई हत्या की गुत्थी पुलिस अभी सुलझा भी नहीं पाई थी कि फिर एक छात्र की गोली मार हत्या कर दी गई।

सूचना मिलते ही पुलिस वहां पहुंची और छानबीन करते हुए हत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी है। पुलिस ने थाना क्षेत्र के पैनाल गांव के बधार से छात्र का शव बरामद किया है। वहीं शव मिलने की खबर से क्षेत्र में दहशत है। बाद में शव की पहचान होते ही स्वजन में कोहराम मच गया। ग्रामीण आक्रोशित हो गए। स्वजन दोस्तों पर हत्या कर शव को ठिकाने लगाने का आरोप लगा रहे है।

शव की पहचान बहपुरा के रामपुर इस्माइल निवासी पूर्व मुखिया बिल्ली गोप के भतीजा सह विश्वनाथ प्रसाद के 18 वर्षीय पुत्र कुंदन कुमार के रूप में की गई। बताया जाता है कि दो दिन पूर्व कुंदन कुमार अपने दोस्तों के साथ घर से निकला, लेकिन देर रात तक घर नहीं लौटने पर स्वजन ने दोस्तों से पूछताछ करते हुए खोजबीन शुरू की।

कुछ पता नही चलने पर लिखित शिकायत कर गुमशुदगी का मामला दर्ज कराते हुए किसी अनहोनी की आशंका जाहिर की थी। पुलिस अभी छानबीन कर ही रही थी कि बधार में शव मिलने की सूचना मिली।

क्या कहते हैं डीएसपी

डीएसपी पंकज कुमार मिश्रा ने हत्या की पुष्टि करते हुए बताया कि कुंदन दो दिन पूर्व 4 जून को अपने चचेरे भाई सन्नी कुमार, आदित्य कुमार सहित आधा दर्जन दोस्तों के साथ पार्टी मनाने बिहटा के गुलटेरा बाजार गया था। उन्होंने बताया कि हिरासत में लिए गए चचेरे भाई सन्नी कुमार से जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पार्टी के बाद पैनाल गांव के समीप सिगरेट व ठंडा का पार्टी चला।

उसके बाद दोस्त आदित्य के पास रहे पिस्तौल से बधार में पहुंचने हवाई फायरिंग की गई, लेकिन पिस्टल में ही गोली फंस गया। जिसे आदित्य और सन्नी निकालने की कोशिश करने लगे। इसी दौरान पिस्टल से अचानक फायर हो गई और गोली कुंदन कुमार को जा लगी।

गोली लगते ही कुंदन बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा। सभी दोस्त कुंदन को छोड़ वहां से फरार हो गए। पुलिस सन्नी को जेल भेज घटना में शामिल अन्य दोस्तों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है। उन्होंने बताया कि हत्याकांड का राजफाश जल्द कर लिया जाएगा।

यह भी पढ़ें

Ramkripal Yadav: रामकृपाल यादव का खेल किसने किया खराब? राज से हट गया पर्दा; सियासी हलचल हुई तेज

Bihar Election Result 2024: बिहार में भाजपा-जदयू के साथ कैसे हो गया खेला? यहां समझिए पूरा हिसाब-किताब

Categories: Bihar News

Neet Exam Result 2024: नीट के 44 टापर को मिला ग्रेस, अब उठ रहे सवाल; सीरियल नंबर 62-69 तक छात्र संदेह के घेरे में

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 11:29pm

जागरण संवाददाता, पटना। Neet Exam Result 2024: एनटीए द्वारा 5 जून को जारी किए गए नीट के रिजल्ट को लेकर अब कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। नीट के 44 टापर को रिजल्ट को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं । ये 44 टापर को एनडीए ने ग्रेस दिया है । इस बार टापर की श्रेणी में कल 67 छात्र-छात्राओं को जगह मिली है ,इसमें से कई छात्र एक ही परीक्षा केंद्र पर परीक्षा दिए है।

मुख्य रूप से सीरियल नंबर 62 से लेकर 69 तक छात्र संदेह के घेरे में है । इनका पंजीयन नंबर एक ही सेंटर का है यह विद्यार्थी हरियाणा के एक केंद्र पर परीक्षा दिए थे।

हालांकि, अभी तक स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता कि रिजल्ट में कोई गड़बड़ी हुई है। जानकारों का कहना है कि इस वर्ष 1500 छात्रों को ग्रेस मिला है। इसको लेकर कई तरह के सवाल किया जा रहे हैं।

यह भी पढ़ें

Ramkripal Yadav: रामकृपाल यादव का खेल किसने किया खराब? राज से हट गया पर्दा; सियासी हलचल हुई तेज

Bihar Election Result 2024: बिहार में भाजपा-जदयू के साथ कैसे हो गया खेला? यहां समझिए पूरा हिसाब-किताब

Categories: Bihar News

Bihar Election Result 2024: बिहार की इन सीटों पर जातियों को कोई नहीं हिला पाया, लेकिन इन जगहों पर हो गई सेंधमारी

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 10:51pm

विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। Bihar Political News Today: राजनीति संभावना ही नहीं, समीकरण का भी खेल है। इस समीकरण को साधकर ही बिहार में जातीय आधिपत्य वाले कई किले बुलंद हुए थे। इस बार उनमें से तीन किलों में सेंधमारी हो गई है। परिसीमन के बाद हुए तीन चुनावों तक पिछड़ा वर्ग व सवर्णों के आधिपत्य वाले ऐसे 19 किले थे। उनकी संख्या घटकर 16 रह गई है।

औरंगाबाद और आरा में पिछले चुनाव तक राजपूत समाज को विजयश्री मिली थी। उन दोनों क्षेत्रों से इस बार पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग से सांसद चुने गए हैं। इसके विपरीत वैश्य समाज को प्राथमिकता देने वाले शिवहर ने राजपूत समाज से अपना प्रतिनिधि चुन लिया है।

राजनीतिक हलकों में बिहार के चित्तौड़गढ़ के उपनाम से ख्यात रहे औरंगाबाद के सामाजिक समीकरण में 2009 के चुनाव से ही कुछ परिवर्तन हो गया। उसका कारण परिसीमन था। परिसीमन ने बिहार के लगभग सभी 40 संसदीय क्षेत्रों के भूगोल और समीकरण में थोड़ा-बहुत बदलाव किया।

उसके बाद मात्र जाति के दम पर राजनीति करने वाले कुछ ज्यादा जोर मारने लगे। बावजूद राजपूत समाज ने 2009 से 2019 तक संपन्न हुए तीन चुनावों में औरंगाबाद पर कब्जा बरकरार रखा। इस बार राजद के अभय कुशवाहा चढ़ाई में सफल रहे हैं।

भाजपा के सुशील कुमार सिंह अपनी लगातार चौथी जीत से वंचित हो गए। ऐसी ही स्थिति आरा की है, जहां भाजपा के आरके सिंह हैट-ट्रिक से चूक गए। वहां भाकपा (माले) के सुदामा प्रसाद बाजी मार ले गए हैं। कुशवाहा और सुदामा क्रमश: पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज से हैं।

औरंगाबाद के बाद शिवहर और महाराजगंज को क्रमश: बिहार का दूसरा और तीसरा चितौड़गढ़ कहा जाता है। ऐसा उन दोनों संसदीय क्षेत्रों में राजपूत समाज के दम-खम के कारण है। महाराजगंज अपने उस उपनाम को आज भी कायम रहे है, लेकिन शिवहर के मिजाज में परिसीमन के बाद से ही बदलाव आ गया।

वहां पिछले तीन चुनावों में वैश्य समाज की रमा देवी विजयी रही थीं। भाजपा ने इस बार उन्हें बेटिकट कर दिया। समझौते के तहत वह सीट जदयू के खाते में गई, जिसने लवली आनंद को मैदान में उतारा। लवली का तीर निशाने पर लगा है। राजद की रितु जायसवाल अपने पहले ही चुनाव में चित हो गईं। जातीय आधार पर जीत की ललक में राजद उन्हें लेकर आया था, लेकिन सफल नहीं रहा। रितु वैश्य समाज से हैं।

दरअसल, सामाजिक समीकरण को साधने के उद्देश्य ही जाति आधारित गणना हुई थी। लोकसभा के इस चुनाव में लगभग सभी दल उसका श्रेय लेने की होड़ में रहे। प्रत्याशियों के निर्धारण का वह बड़ा पैमाना रहा और काफी हद तक उसका लाभ भी मिला है।

इस बार के चुनाव में हार-जीत के कई और कारण भी रहे, लेकिन यह अटल सत्य है कि बिहार की राजनीति से जाति नहीं जाती। सेंधमारी के तमाम प्रयास के बावजूद अगर जातीय आधिपत्य वाले 16 किले इस बार भी बुलंद रहे तो कोई दो राय नहीं कि वहां बिरादराना वोटों की पहरेदारी पुख्ता रही है।

यह भी पढ़ें

Buxar Lok Sabha Result 2024: बक्सर में BJP का खेल किसने बिगाड़ा? राज से हट गया पर्दा; सियासी हलचल तेज

Misa Bharti: ' बस दो दिन रुक जाइए फिर...', चुनाव जीतते ही मीसा भारती का बड़ा एलान, बुरी तरह भड़क सकती है BJP

Categories: Bihar News

Bihar News: पटना हाईकोर्ट से शिक्षा विभाग को लगा एक और बड़ा झटका, माध्यमिक शिक्षा निदेशक के इस आदेश पर लगाई रोक

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 10:32pm

राज्य ब्यूरो, पटना। पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार के माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी आठ मई, 2024 के उस आदेश पर रोक लगा दी है, जिसके तहत माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को निर्देश दिया था कि वह छात्रों का उसी सरकारी विद्यालय में इंटरमीडिएट कक्षाओं में नामांकन ले, जहां से छात्रों ने मैट्रिक की परीक्षा उत्तीर्ण की है।

न्यायाधीश राजीव रंजन प्रसाद की एकल पीठ ने छह सप्ताह में प्रतिवादियों को अपने-अपने जवाबी हलफनामे दायर करने का निर्देश दिया है।

कोर्ट ने निधि कुमारी एवं अन्य की ओर से दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए बोर्ड को निर्देश दिया कि वह छात्रों के आवेदन पत्र में दिए गए विकल्प के आधार पर कक्षा 11वीं में नामांकन के लिए सीटें आवंटित करे और छात्रों को उसी सरकारी स्कूल में प्रवेश लेने के लिए प्रतिबंधित न करे, जहां से उन्होंने 10वीं की परीक्षा पास की है।

न्यायालय ने माना कि उक्त पत्र के माध्यम से माध्यमिक शिक्षा विभाग ने छात्रों के अपनी पसंद के संस्थान में नामांकन लेने के अधिकार को प्रतिबंधित कर दिया है और इस प्रकार उक्त निर्णय कानून के अनुरूप नहीं है। इस मामले की अगली सुनवाई छह सप्ताह बाद होगी।

इग्नू सत्रांत परीक्षा आज से, जेल सहित 30 केंद्रों पर होगी परीक्षा

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) के छात्रों का सत्रांत परीक्षा सात जून से आयोजित होगी। यह परीक्षा 15 जुलाई तक चलेगी। इस में देशभर में कुल 53,56,232 परीक्षार्थी भाग लेंगे।

इसके लिए 891 परीक्षा केन्द्र बनाएं गए है। इसमें पटना क्षेत्रीय केंद्र के अधीन 30 परीक्षा केंद्र बनाएं गए है। इनमें तीन परीक्षा केन्द्र पटना शहर एवं आठ परीक्षा केन्द्र केन्द्रीय एवं जिला कारागारों में बनाये गए है।

पटना क्षेत्रीय केन्द्र के अधीन कुल 381224 से अधिक छात्र इस परीक्षा में शामिल होगें। जिन परीक्षार्थियों के पास इग्नू पहचान पत्र नहीं है, उन्हें अन्य वैध पहचान पत्र जैसे आधार, मतदाता पहचान पत्र और सरकार द्वारा जारी अन्य पहचान पत्र के साथ परीक्षा में शामिल हो सकते है।

18 जून को होने वाली सत्रांत परीक्षा 23 जून को पुनर्निधारित किया गया है। 11 जून को शाम में होने वाली BSKG178 की परीक्षा भी अब 15 जुलाई के लिए पुनर्निर्धारित की गई है। उसी तरह नौ जुलाई को आयोजित होने वाली BEGE-101 और BHDE-101 की परीक्षाओं को 15 जुलाई के लिए संशोधित किया गया है।

क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अभिलाष नायक ने बताया कि सत्रांत परीक्षा में शामिल होने हेतु सभी योग्य परीक्षार्थियों को हाल टिकट, परीक्षा सूचना पर्ची जारी कर दिया गया है। हाल टिकट इग्नू की वेबसाइट www.ignou.ac.in पर उपलब्ध है।

यह भी पढ़ें: 'नीतीश कुमार और नायडू कभी भी मोदी को...', मनोज झा का सबसे चौंकाने वाला दावा; I.N.D.I.A का मैसेज क्लियर!

Nitish Kumar: पहले दिल्ली में दिखा नीतीश का दम, अब बिहार में हो गया गेम; सम्राट को भी माननी पड़ी ये बात

Categories: Bihar News

Nitish Kumar: JDU ने की इतने मंत्रियों की डिमांड! BJP ने भी दे दिया क्लियर कट जवाब; अब डील होगी या नहीं?

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 10:13pm

जागरण टीम, पटना। Nitish Kumar News नीतीश कुमार की जदयू ने नरेंद्र मोदी का समर्थन करने का फैसला कर लिया है। मोदी 3.0 सरकार में जदयू की अच्छी-खासी भूमिका देखने को मिल सकती है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि जदयू ने तीन सांसदों को मंत्री बनाने की मांग रखी है। इस पर अब बीजेपी का भी जवाब आ गया है।

बिहार बीजेपी के दिग्गज नेता और राज्य के डिप्टी CM विजय सिन्हा ने कहा है कि देश की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने का जनादेश दिया है। विपक्ष के झूठे और नकारात्मक एजेंडे के बावजूद तीसरी बार PM मोदी की सरकार बनाकर जनता ने आशीर्वाद दिया है।

जदयू की मंत्रियों की डिमांड पर उन्होंने कहा, "वो NDA के सबसे पुराने मित्र हैं, कहीं कोई दिक्कत नहीं होगी"।

#WATCH दिल्ली: बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा, "देश की जनता ने प्रधानमंत्री मोदी को फिर से प्रधानमंत्री बनाने का जनादेश दिया है। विपक्ष के झूठे और नकारात्मक एजेंडे के बावजूद तीसरी बार PM मोदी की सरकार बनाकर जनता ने आशीर्वाद दिया है... NDA के वे(JDU) सबसे पुराने मित्र… pic.twitter.com/l3GCixDv8F

— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 6, 2024 'अगले कुछ दिनों में...'

उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने यह भी कहा कि अगले कुछ दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार राजग सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही देश 'विकसित भारत' के संकल्प की दिशा में तेजी से अग्रसर हो जाएगा। बिहार में भी डबल इंजन की सरकार आचार संहिता के बंधनों से मुक्त होकर नई ऊर्जा और उमंग के साथ विकास कार्यों में फिर से जुट जाएगी।

'प्रधानमंत्री ने कई बार कहा है कि...'

विजय सिन्हा ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कई बार कहा है कि विकसित भारत के संकल्प को धरातल पर उतारने में देश के पूर्वी हिस्से की भूमिका अहम होने वाली है। इस लिहाज से देखा जाए तो आने वाले दिनों में देश के तीव्र विकास में बिहार का विकसित होना भी लाजमी है।

उन्होंने कहा कि 2005 में बिहार को जंगलराज से निजात दिलाकर जबसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में राजग की सरकार बनी है तबसे हमने न्यायपूर्ण सतत विकास को जन-जन तक पहुंचाने का प्रयास किया है।

ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: नीतीश कुमार तो बन गए 'किंग मेकर', अब चिराग पासवान और मांझी को क्या देंगे मोदी?

ये भी पढ़ें- Upendra Kushwaha: 'मेरी हार में पवन सिंह...', कुशवाहा का छलका दर्द; इशारों ही इशारों में दे गए बड़ा संकेत

Categories: Bihar News

Bihar Jobs: बिहार के छात्रों की बल्ले बल्ले... स्वास्थ्य विभाग में बंपर भर्ती, 4 महीने के भीतर हो गई नियुक्ति

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 10:12pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News Today: लोकसभा चुनाव की आदर्श आचार संहिता समाप्त होते ही सरकार ने नियुक्तियों का पिटारा खोल दिया है। स्वास्थ्य विभाग ने एलान किया है कि अगले चार महीने के अंदर स्वास्थ्य विभाग में डाक्टर, नर्स सहित 45 हजार से अधिक पदों पर नियुक्तियां की जाएंगी।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया एलान

चुनावी भाग-दौड़ समाप्त होते ही राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय गुरुवार को कार्यालय पहुंचे और यहां उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मंत्री पांडेय ने निर्देश दिए कि प्रदेश की जनता को बेहतर और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मुख्यालय से लेकर स्वास्थ्य उप केंद्रों तक जो भी पद रिक्त हैं उन पर अगले चार महीने में नियुक्तियां की जाएं।

मंत्री ने कहा जनमानस को मुफ्त चिकित्सा सुविधा देने के साथ ही राज्य में रोजगार के अवसर प्रदान करना भी सरकार की प्राथमिकता है। डाक्टर व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के पद पर नियुक्तियां होने से सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाओं को और भी प्रभावकारी बनाया जा सकेगा। बैठक में अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, सचिव संजय कुमार सिंह, सुहर्ष भगत, धर्मेंद्र सिंह, सचिव शशांक शेखर, अमिताभ सिंह समेत दूसरे पदाधिकारी उपस्थित रहे।

इन रिक्त पदों पर होगी बहालियां 

सहायक प्राध्यापक - 1339

विशेषज्ञ चिकित्सा पदाधिकारी - 3523

सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी - 396

सामान्य चिकित्सा पदाधिकारी (संविदा) - 1290

दन्त चिकित्सक - 64

सिस्टर ट्यूटर - 362

नर्स - 6298

ए.एन.एम. - 15089

फार्मासिस्ट - 3637

एक्स-रे तकनिशीयन - 803

ओ.टी. असिस्टेन्ट - 1326

ई.सी.जी. तकनिशियन - 163

लैब टेक्नीशियन - 3080

ड्रेसर - 1562

सी.एच.ओ. (संविदा) - 4500

यह भी पढ़ें

Buxar Lok Sabha Result 2024: बक्सर में BJP का खेल किसने बिगाड़ा? राज से हट गया पर्दा; सियासी हलचल तेज

Misa Bharti: ' बस दो दिन रुक जाइए फिर...', चुनाव जीतते ही मीसा भारती का बड़ा एलान, बुरी तरह भड़क सकती है BJP

Categories: Bihar News

Ramkripal Yadav: रामकृपाल यादव का खेल किसने किया खराब? राज से हट गया पर्दा; सियासी हलचल हुई तेज

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 9:49pm

जितेंद्र कुमार,पटना। Bihar News: बिहार की पाटलिपुत्र सीट इस बार खूब चर्चा में रही। बीजेपी के दिग्गज नेता रामकृपाल यादव की हार के बाद यह सीट सुर्खियों में आ गई। रामकृपाल यादव (Ramkripal Yadav) की हार ने बीजेपी समर्थकों को चौंकाकर रख दिया। कार्यकर्ताओं को समझ नहीं आ रहा था कि आखिर इतनी मेहनत के बाद कहां चूक हो गई।

वाम दल ने दो जगह बिगाड़ा रामकृपाल का खेल

पटना जिले की राजनीति में 'लाल सलाम' का साथ मिलने से महागठबंधन का हाथ मजबूत हुआ है। 2020 विधानसभा चुनाव के समय नया राजनीतिक गठबंधन ने भाजपा और जदयू के परंपरागत सीटों पर कब्जा जमा लिया था।

चार साल में भाजपा और जदयू इसका तोड़ नहीं निकाल सका। पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र का नतीजा पूरी तरह से विधानसभा चुनाव 2020 की तरह सामने आया है। इसके साथ एनडीए के परंपरागत वोट में महागठबंधन ने सेंध लगाकर चकित कर दिया।

पाटलिपुत्र के छह विधानसभा क्षेत्र में सिर्फ दानापुर से भाजपा के रामकृपाल यादव पुराने प्रतिद्वंदी राजद की मीसा भारती से आगे रहे। 2019 के चुनाव में भाजपा को यहां से 29000 की बढ़त मिली थी। इस बार रामकृपाल को 2 हजार लेकिन मीसा भारती को 20 हजार अधिक वोट मिले। नतीजा भाजपा की बढ़त मात्र 12 हजार पर सिमट गई।

पालीगंज और मसौढ़ी में 'लाल सलाम' की पुरानी जमीन --

इंडियन पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) अब भाकपा माले का पालीगंज और मसौढ़ी पुरानी जमीन रही है। मसौढ़ी से आइपीएफ के टिकट पर सबसे पहला विधायक योगेश्वर गोप 1990 में चुने गए थे। ''''लाल सलाम'''' की पुरानी जमीन पालीगंज में 2005 के दोनों विधानसभा चुनाव भाकपा माले के नंद कुमार नंदा चुने गए थे। भाजपा की उषा विद्यार्थी और जदयू के जयवर्द्धन यादव को मौका दिया है।

महागठबंधन के सहयोगी भाकपा माले 2020 में इस सीट पर कब्जा जमा लिया। मसौढ़ी सीट राजद के खाते में गया। पालीगंज में भाजपा बीते लोकसभा चुनाव से तीन हजार अधिक वोट मिला लेकिन मीसा को 19 हजार अधिक वोट मिले। नतीजा बीते चुनाव की तुलना तीन हजार की बढ़त 19 हजार पहुंच गया।

 मनेर और मसौढ़ी ने मीसा का भर दिया खोइंछा --

लगातार दो चुनाव में हार का सामना कर रही राजद की मीसा भारती का खोइंछा मनेर ने भर दिया। यहां भाजपा के रामकृपाल यादव को बीते लोकसभा चुनाव की तुलना में एक हजार अधिक वोट मिले लेकिन मीसा के खोइंछा में 17 हजार से अधिक वोटों की बढ़त दे दी।

मसौढ़ी में भाजपा के वोट में तीन हजार अधिक वोट मिले लेकिन मीसा को 25 हजार से बढ़त देकर जीत पक्का करने में मददगार बना। फुलवारीशरीफ में बीते चुनाव में रामकृपाल ने राजद को 15 हजार से शिकस्त दिया था इस बार आठ हजार अधिक वोट लाकर भी मीसा से पांच हजार पीछे रह गए। फुलवारीशरीफ में महागठबंधन का सहयोगी भाकपा माले विधायक बड़ा फैक्टर रहा।

बिक्रम में 5 हजार से पीछे रही भाजपा  

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिक्रम में भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में सभा की थी। बिक्रम से 2019 के चुनाव में भाजपा की बढ़त 14 हजार थी। इसबार भाजपा को तीन हजार अधिक वोट मिले लेकिन राजद उम्मीदवार को पिछले चुनाव से 22 हजार अधिक वोट हासिल हुआ।

नतीजा रामकृपाल यादव पांच हजार वोट से पीछे हो गए। यह विधानसभा 2005 से भाजपा के कब्जे था जहां से महागठबंधन का सहयोगी कांग्रेस ने खाता खोला था। भाकपा माले ने यहां भी महागठबंधन के सहयोगी राजद को बढ़त दिलाने में कामयाब रहा

यह भी पढ़ें

Buxar Lok Sabha Result 2024: बक्सर में BJP का खेल किसने बिगाड़ा? राज से हट गया पर्दा; सियासी हलचल तेज

Misa Bharti: ' बस दो दिन रुक जाइए फिर...', चुनाव जीतते ही मीसा भारती का बड़ा एलान, बुरी तरह भड़क सकती है BJP

Categories: Bihar News

Nitish Kumar: नीतीश कुमार तो बन गए 'किंग मेकर', अब चिराग पासवान और मांझी को क्या देंगे मोदी?

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 9:47pm

डिजिटल डेस्क, पटना। Nitish Kumar News दिल्ली की सत्ता में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 'किंग मेकर' के रूप में उभरे हैं। नीतीश कुमार ने मोदी को समर्थन भी दे दिया है। 9 जून को नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री की शपथ लेंगे। नीतीश कुमार की जनता दल यूनाइटेड की मोदी 3.0 में अहम भूमिका होगी। मोदी 3.0 कैबिनेट में जदयू कोटे से तीन मंत्री हो सकते हैं।

अब नीतीश कुमार तो मोदी की नई सरकार में सेट हो जाएंगे, लेकिन 5 सांसदों वाले चिराग और हम के संरक्षण जीतन राम मांझी का क्या होगा? क्योंकि चिराग के पांच सांसद और मांझी भी एनडीए के पार्टनर हैं।

चिराग-मांझी बन सकते हैं मंत्री

चिराग पासवान (Chirag Paswan) और मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने भी अपनी डील लगभग फाइनल कर ली है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि चिराग और मांझी को भी केंद्र में मंत्री बनाया जा सकता है। चिराग के पास तो पांच सांसद हैं और मौजूदा स्थिति को देखा जाए तो उनका दावा भी काफी मजबूत है। मांझी भी केंद्र में मिनिस्टर बनाए सकते हैं।

कल दिल्ली में जदयू की बैठक

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को सुबह 9.30 बजे अपने दिल्ली स्थित आवास पर जदयू (JDU) संसदीय दल की बैठक बुलायी है। जदयू के सभी नव निर्वाचित सांसद बैठक में मौजूद रहेंगे। इसके अतिरिक्त जदयू के राज्यसभा सदस्यों व वरिष्ठ पदाधिकारियों की भी मौजूदगी रहेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नयी सरकार में जदयू की सहभागिता पर इस बैठक में निर्णय संभावित है। इस बैठक के दो घंटे बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली में एनडीए की बैठक में शामिल होंगे।

ये भी पढे़ं- Bihar Election 2024: बागियों ने किया NDA प्रत्याशियों का बेड़ा गर्क, समझें आरा-बक्सर समेत 7 सीटों का गुणा-भाग

ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 12 सांसदों पर कितने मंत्री..? ये है नीतीश कुमार की डिमांड, 'किंग मेकर' के लिए अगले 24 घंटे अहम

Categories: Bihar News

Upendra Kushwaha: 'मेरी हार में पवन सिंह...', कुशवाहा का छलका दर्द; इशारों ही इशारों में दे गए बड़ा संकेत

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 8:58pm

राज्य ब्यूरो, पटना। काराकाट में त्रिकोणीय लड़ाई में फंसे एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा चुनाव नहीं जीत पाए। काराकाट लोकसभा के मुकाबले में पवन सिंह तो हारे ही उनके साथ उपेंद्र कुशवाहा की भी हार हो गई। उन्हें काराकाट की जनता ने तीसरे पायादान पर रखा।

चुनाव हारने के बाद पहली बार उन्होंने अपनी हार के कारण बताए। उन्होंने इशारों में भीतरघात की बात कही और कहा कि पवन सिंह फैक्टर बने या बनाए गए सबको मालूम है।

'सबको सब पता होता है...'

राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष कुशवाहा ने कहा कि काराकाट में उनकी हार कैसे हुई यह बात आज किसी से छिपी नहीं है। आज इंटरनेट मीडिया का युग है। टेक्नोलॉजी काफी आगे पहुंच चुकी है। किसी भी विषय के बारे में किसी को बताने की जरूरत कहां पड़ती है। सबको सब पता होता है।

'जैसा की मैंने पहले ही कहा...'

उन्होंने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि इस बात को ऊपर किसे बताने की जरूरत है। जैसा की मैंने पहले ही कहा कि इंटरनेट मीडिया का युग है और सबको सब पता होता है ऐसी स्थिति में किसे बताने की जरूरत है।

पवन सिंह ने किया त्रिकोणीय किया मुकाबला

बता दें कि काराकाट में पहले लड़ाई आमने-सामने की थी, लेकिन भाजपा के आसनसोल के प्रस्ताव को ठुकरा कर पवन सिंह काराकाट में निर्दलीय मैदान में उतर गए। जिसके बाद यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया।

इस चुनाव में पवन सिंह की एंट्री के बाद यहां चुनावी नतीजों में उपेंद्र कुशवाहा तीसरे पायदान पर पहुंच गए थे।

काराकाट में किसे मिले कितने वोट?
  • सीपीआई-एमएल के राजा राम सिंह - 3,80,581
  • निर्दलीय पवन सिंह - 2,74,723
  • राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा - 2,53,876

ये भी पढ़ें- Bihar Election 2024: बागियों ने किया NDA प्रत्याशियों का बेड़ा गर्क, समझें आरा-बक्सर समेत 7 सीटों का गुणा-भाग

ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 12 सांसदों पर कितने मंत्री..? ये है नीतीश कुमार की डिमांड, 'किंग मेकर' के लिए अगले 24 घंटे अहम

Categories: Bihar News

Nitish Kumar: नीतीश कुमार को मनाना अब विपक्षी गठबंधन के लिए मुश्किल, JDU के दिग्गज नेता के जवाब ने तोड़ी उम्मीद

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 8:34pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News in Hindi Today: बिहार से लेकर पूरे देश में सीएम नीतीश कुमार की चर्चा जोरों पर है। विपक्षी दल जहां नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के पलटने का इतजार कर रही है, तो वहीं भाजपा अब उन्हें किसी भी तरह से खोना नहीं चाहती है। लेकिन इस बीच अब जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने सब कुछ क्लियर कर दिया।

क्या कहा जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा

जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने गुरुवार को कहा कि देश की जनता द्वारा नकार दिए जाने के बाद भी सत्ता में आने को ले विपक्ष व्याकुल है। देश व बिहार की जनता ने एनडीए के पक्ष में स्पष्ट जनादेश दिया है।

जदयू प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आइएनडीआइए बहुमत के आंकड़े से काफी दूर है, फिर भी विपक्ष जनादेश के विरुद्ध जाकर पिछले दरवाजे से सत्ता हासिल करने के असफल प्रयास में जुटा है।

आइएनडीआइए के नेता लाख कोशिश कर लें लेकिन...

आइएनडीआइए के नेता लाख कोशिश कर लें, लेकिन केंद्र में सरकार बनाने का उनका सपना पूरा नहीं होगा। इस आम चुनाव में देश एवं बिहार की जनता ने विपक्ष के नकारात्मक राजनीति को सिरे से नकार दिया। चुनाव परिणाम से विपक्ष को सबक लेने की जरूरत है। जनता सच और झूठ के अंतर को बखूबी जानती है।

यह भी पढ़ें

Buxar Lok Sabha Result 2024: बक्सर में BJP का खेल किसने बिगाड़ा? राज से हट गया पर्दा; सियासी हलचल तेज

Misa Bharti: ' बस दो दिन रुक जाइए फिर...', चुनाव जीतते ही मीसा भारती का बड़ा एलान, बुरी तरह भड़क सकती है BJP

Categories: Bihar News

Bihar Election 2024: बागियों ने किया NDA प्रत्याशियों का बेड़ा गर्क, समझें आरा-बक्सर समेत 7 सीटों का गुणा-भाग

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 8:28pm

रमण शुक्ला, पटना। अंतिम दौर में मगध व शाहाबाद की सात सीटों पर राजग की हार के पीछे भाजपा-जदयू के बागियों एवं भितरघातियों का हाथ रहा। उन्हीं सबने राजग प्रत्याशियों का बेड़ा गर्क किया। लगभग हर सीट पर बागियों ने जितने वोट काट लिए, करीब-करीब उतने ही मतों से राजग प्रत्याशियों की हार हुई है।

इसमें एक पहले चरण वाली औरंगाबाद सीट छोड़ छह सीटें पाटलिपुत्र, जहानाबाद, काराकाट, सासाराम, आरा एवं बक्सर में हुई जीत-हार की पटकथा भी कभी राजग के साथ रहे बागियों ने लिखी। यह बात दीगर है कि पार्टी ने उन जयचंदों से किनारा भी किया, लेकिन तब तक काफी देर हो गई थी।

भाजपा संगठन से लेकर राजग के मतदाताओं के बीच संभवत: इसकी भरपाई नहीं हुई। वहीं, आरा में सांसद की उपेक्षा के कारण संगठन का मनोबल ही टूट गया था। सांसद का मतदाताओं एवं कार्यकर्ताओं से दूरी भी भाजपा के पक्ष कम मतदान के पीछे बड़ी वजह रही।

औरंगाबाद में भितरघात की मार

औरंगाबाद में कुशवाहा मतदाता के एकजुटता के साथ ही भाजपा के भितरघातियों ने भाजपा सांसद सुशील सिंह की हार की पटकथा लिखी। इसमें पूर्व विधायक रामाधार सिंह का खुलकर सांसद का विरोध करना सबसे अहम रहा। इसके अलावा जिले में संगठन से जुड़े पदाधिकारियों का विरोध भी सांसद के लिए घातक रहा।

भाजपा सूत्रों के अनुसार अंदरखाने भाजपा के सांसद प्रत्याशी रहे कृष्ण बल्लभ प्रसाद सिंह ऊर्फ बबूआ जी और पूर्व जिलाध्यक्ष विनय शर्मा जैसे वरिष्ठ नेताओं की नाराजगी सांसद के लिए नुकसान साबित हुआ। अति पिछड़े में कहार मतदाताओं भी सांसद विमुख होना हार का एक मुख्य कारण रहा। ऐसी कई वजहों से 79, 111 मतों से सांसद की हार हुई।

पाटलिपुत्र में थ्री-के फैक्टर

रामकृपाल यादव की हार के सारण के अगड़ा-पिछड़ा और जदयू के कोर वोटर की बेरुखी महंगी पड़ी। इसके अलावा थ्री के फैक्टर ने ज्यादा चोट किया। राजद के कोर वोटर की तुलना में राजग थ्री-के (कोईरी-कुशवाहा, कुर्मी एवं कहार) तीन वर्ग के मतदाताओं का उत्साह ठंडा रहना भी पाटलिपुत्र से भाजपा सांसद के हार के पीछे अहम कारण रहा।

हालांकि, यह एक अहम तथ्य है कि 2019 की तुलना में अबकी बार रामकृपाल को लगभग 20 हजार मत ज्यादा फिर भी भाजपा सांसद हार गए। 2019 में रामकृपाल को 500900 मत मिल थे। वहीं, 2024 में 5,02800 मत मिले हैं। इसके बावजूद भाजपा प्रत्याशी की 85,174 मतों भाजपा प्रत्याशी की हार हुई।

आरा में संगठन की उपेक्षा

पूर्व केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह की हैटट्रिक की नाव कार्यकर्ताओं और जिला संगठन की उपेक्षा के भंवर में डूब गई। भाजपा के जिला पदाधिकारियों का आरोप है कि सांसद से चुनाव में भाजपा का कार्यकर्ता और कुछ नहीं, लेकिन थोड़ा सम्मान चाह थी। पर, कार्यकर्ता को वह भी नहीं मिला तो वह क्यों तपती धूप में पार्टी के लिए जान देता? भाजपा संगठन के लिए जानी जाती है और चुनाव में खासतौर पर आरएसएस के स्वंयसेवक रणनीति में अहम भूमिका निभाते थे।

इस बार धरातल पर उनकी सक्रियता नहीं दिखी। जनता तो दूर सांसद तक कार्यकर्ताओं की पहुंच भी सुलभ नहीं थी। रही सही कसर पवन सिंह के कारण पिछड़े मतदाताओं का सांसद के विरोध में मत करना हार का अहम कारण रहा। आरके सिंह 59808 मत से चुनाव हार गए।

बक्सर में क्षत्रिय हुए सुधाकर के साथ

बक्सर में भाजपा प्रत्याशी मिथिलेश तिवारी के हार के पीछे क्षत्रिय मतदाताओं का एक मुश्त राजद प्रत्याशी सुधाकर सिंह के पक्ष मत करना सबसे बड़ी वजह रही। वहीं, पूर्व नौकरशाह आनंद मिश्रा ने निर्दलीय चुनाव लड़कर जितना मत कटा लिया उससे कहीं कम मत से मिथिलेश की हार हुई।

पूर्व नौकरशाह को 47409 मत मिले जबकि मिथिलेश की हार 30091 मतों से हुई। वहीं, मिथिलेश के प्रति जिला संगठन की भी वैसी सक्रियता नहीं दिखी। बाहरी व्यक्ति का प्रत्याशी होना भी अंदरखाने विरोध चरम पर रहा।

काराकाट से चली पिछड़ा विरोधी लहर

पवन सिंह का काराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ना और क्षत्रिय समुदाय के युवा वर्ग का उपेंद्र कुशवाहा के विरुद्ध मुखर होना रालोमो प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा की हार की बड़ी वजह रही। हालांकि इसका नुकसान भाजपा-जदयू प्रत्याशियों की अंतिम चरण वाले कई सीटों झेलनी पड़ी।

यही नहीं, काराकाट में भाजपा के संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने भी कुशवाहा का साथ नहीं दिया। इसके अलावा बार-बार गठबंधन बदलना भी कुशवाहा के लिए घातक साबित हुआ। ऐसे में उपेंद्र तीसरे पायदान पर चले गए।

सासाराम में छेदी-ललन का नहीं मिला साथ

भाजपा प्रत्याशी शिवेश राम को पिता की विरासत मिलने की उम्मीद पर पार्टी के भितरघातियों ने ही पानी फेर दिया। पूर्व सांसद छेदी पासवान और सांसद बनने का सपना संजोकर भाजपा से जुड़े ललन पासवान का भितरघात ने शिवेश का बेड़ा गर्ग कर दिया। दोनों की पूरे चुनाव में सक्रिता पार्टी प्रत्याशी के प्रति नहीं दिखी। इसके अलावा कुशवाहा मतदाताओं भी मीरा कुमार और राजद के कारण प्रभाव में ज्यादा मतदान कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष किया।

जहानाबाद में कुशवाहा हुए विमुख जदयू के बागी और औरंगाबाद से राजद के सांसद चुने गए अभय कुशवाहा के अलावा राजद से जुड़े पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग के नेताओं की किलेबंदी राजग प्रत्याशी की स्थित लचर होती चली गई। हार का कारण भी यही रहा।

इसके अलावा पवन के पक्ष में क्षत्रिय मदाताओं की लामबंदी से कुशवाहा मतदाता राजद की ओर हो लिए। राजद की ओर से छह-छह कुशवाहा समाज के नेताओं को प्रत्याशी बनाए जाने का संदेश जदयू प्रत्याशी चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के लिए घातक साबित हुआ।

ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 12 सांसदों पर कितने मंत्री..? ये है नीतीश कुमार की डिमांड, 'किंग मेकर' के लिए अगले 24 घंटे अहम

ये भी पढ़ें- Manish Kashyap: रिजल्ट के बाद मनीष कश्यप का चौंकाने वाला एलान, कहा- मैं अब अपने सियासी सफर के साथ...

Categories: Bihar News

Bihar School Timing: बिहार में फिर बदला स्कूलों का समय, 10 से 13 जून तक लागू होगा नया टाइमटेबल

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 8:11pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar School Timing Changed राज्य में सभी सरकारी स्कूलों का समय बदल गया है। 10 जून से 30 जून तक सभी सरकारी स्कूल सबेरे 6.30 से 12.10 बजे दिन तक चलेंगे। सबेरे 6.30 बजे प्रार्थना की घंटी बजेगी। उसके 10 मिनट पहले शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों की उपस्थिति अनिवार्य होगी।

इससे संबंधित आदेश माध्यमिक शिक्षा निदेशक सन्नी सिन्हा के हस्ताक्षर से गुरुवार को जारी हुआ है। यह आदेश सभी प्राथमिक, मध्य, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के साथ ही संस्कृत विद्यालयों एवं मदरसों के लिए लागू किया गया है।

ये है नया टाइमटेबल

इसके मुताबिक स्कूलों में सबेरे 6.30 से 6.45 तक प्रार्थना होगी। 6.45 से 7.20 तक पहली घंटी, 7.20 से 7.55 तक दूसरी घंटी, 7.55 से 8.30 तक तीसरी घंटी, 8.30 से 9.05 तक चौथी घंटी, 9.05 से 9.40 तक पांचवीं घंटी, 9.40 से 10.15 तक छठी घंटी एवं 10.15 से 10.50 बजे तक सातवीं घंटी चलेगी। 10.50 से 11.30 बजे तक 3री से 8वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए ''मिशन दक्ष'' के अंतर्गत कक्षा चलेगी।

इस अवधि में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं के लिए नियमित कक्षा चलेगी। जो बच्चे ''मिशन दक्ष'' से आच्छादित नहीं हैं, उनके लिए 10.50 से 11.30 की अवधि में खेलकूद, पेंटिंग एवं अन्य सृजनात्मक गतिविधि चलेगी।

11.30 से 12.10 बजे तक 1ली से 8वीं कक्षा के बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन चलेगा, जबकि 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के लिए विशेष कक्षाएं चलेंगी।

जो बच्चे विशेष कक्षा से आच्छादित नहीं हैं, उनके लिए 11.30 से 12.10 की अवधि में खेलकूद, पेंटिंग एवं अन्य सृजनात्मक गतिविधि चलेगी।

ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 12 सांसदों पर कितने मंत्री..? ये है नीतीश कुमार की डिमांड, 'किंग मेकर' के लिए अगले 24 घंटे अहम

ये भी पढ़ें- Monsoon Update 2024: कब आएगा मानसून? मौसम विभाग ने बता दी तारीख, इस बार सामान्य से अधिक वर्षा के आसार

Categories: Bihar News

पटना के लिए रांची, टाटा, रक्सौल, कटिहार और गया से चलेगी परीक्षा स्पेशल; जानें टाइमिंग और रूट

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 8:00pm

जागरण संवाददाता, पटना। नौ जून को आईटीआई में नामांकन के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षा के लिए भारतीय रेलवे ने परीक्षार्थियों की सुविधा के परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। रेलवे ने पटना आने वाले विद्यार्थियों के लिए रांची, टाटा, रक्सौल, कटिहार एवं गया से परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय लिया गया है।

वहीं, मुजफ्फरपुर से छपरा के लिए परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाया जाएगा। रेलवे की ओर से आठ जून को रांची से पटना के लिए परीक्षा स्पेशल ट्रेन का संचालन किया जाएगा। यह ट्रेन रांची से 14.10 बजे खुलेगी, उसी दिन 23 बजे पटना जंक्शन पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन अगले दिन 21 बजे पटना जंक्शन से खुलेगी जो 5.30 बजे रांची पहुंचेगी।

टाटा से पटना के लिए स्पेशल ट्रेन

वहीं, टाटा से पटना के लिए आठ जून को 16.15 बजे परीक्षा स्पेशल ट्रेन खुलेगी। रक्सौल से पटना के लिए परीक्षा स्पेशल ट्रेन का परिचालन आठ जून को किया जाएगा, उस दिन 13.15 बजे ट्रेन रक्सौल से खुलेगी और उसी दिन 22.30 बजे पटना जंक्शन पहुंचेगी। अगले दिन यह ट्रेन पटना जंक्शन से 19.10 बजे खुलेगी और 5 बजे रक्सौल पहुंचेगी।

कटिहार से पटना के लिए स्पेशल ट्रेन

कटिहार से पटना के लिए परीक्षा स्पेशल गाड़ी आठ जून को संचालित की जाएगी। पटना से कटिहार के लिए परीक्षा स्पेशल गाड़ी पटना जंक्शन से आठ जून को 13 बजे खुलेगी और उसी दिन कटिहार 21 बजे खुलेगी। उसी दिन यह गाड़ी 22 बजे कटिहार से खुलेगी, जो अगले दिन पांच बजे पटना जंक्शन खुलेगी।

वहीं, गया से पटना के लिए स्पेशल ट्रेन आठ जून को चलाई जाएगी। गया से यह ट्रेन 20 बजे खुलेगी, जो तीन घंटे में पटना जंक्शन पहुंचेगी। मुजफ्फरपुर से छपरा के लिए आठ जून को परीक्षा स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी। यह ट्रेन मुजफ्फरपुर से 15 बजे खुलेगी, जो उसी दिन 18.30 बजे छपरा पहुंचेगी।

ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 12 सांसदों पर कितने मंत्री..? ये है नीतीश कुमार की डिमांड, 'किंग मेकर' के लिए अगले 24 घंटे अहम

ये भी पढ़ें- Bihar Jamabandi Portal: नीतीश सरकार ने लॉन्च किया 'परिमार्जन प्लस' पोर्टल, जमाबंदी में आसानी से कर पाएंगे सुधार

Categories: Bihar News

बिहार STF को बड़ी कामयाबी, यूपी में पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुआ बेगूसराय का इनामी अपराधी निलेश राय

Dainik Jagran - June 6, 2024 - 7:41pm

राज्य ब्यूरो, पटना। उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुए पुलिस मुठभेड़ में बेगूसराय का दो लाख का इनामी कुख्यात निलेश राय मारा गया। बिहार एसटीएफ, यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस की संयुक्त टीम ने बुधवार को निलेश राय के विरुद्ध कार्रवाई की। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में बिहार एसटीएफ का एक जवान एवं यूपी एसटीएफ का एक जवान घायल हो गया है, जिसका स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।

निलेश के गैंग के अन्य साथी भागने में सफल रहे। निलेश राय, पिता-गोपाल राय, गांव-बारो रामपुर टोला, थाना-गड़हरा, जिला-बेगूसराय का रहने वाला था। उस पर बेगूसराय, बरौनी रेल पुलिस एवं जसीडीह (झारखंड) के थानों में 16 से अधिक गंभीर कांड दर्ज हैं, जिनमें हत्या, डकैती, रंगदारी, लूट, आर्म्स एक्ट एवं पुलिस पर हमला जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।

बिहार पुलिस मुख्यालय ने उस पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने निलेश के पास से नौ एमएम की नौ एमएम की रेगुलर पिस्टल, .315 एवं .32 बोर की दो पिस्टल, 19 कारतूस और एक बाइक बरामद किया है।

एक सप्ताह से यूपी में कैंप कर रही थी बिहार एसटीएफ

गुप्त सूचना के आधार पर बिहार एसटीएफ की टीम निलेश राय की गिरफ्तारी को लेकर पिछले एक सप्ताह से पश्चिमी यूपी में कैंप कर रही थी। पुलिस के पास इनपुट था कि उक्त अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में है। इसकी सूचना यूपी एसटीएफ को दी गई।

यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के रतनपुर थाना क्षेत्र में बिहार एसटीएफ, यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस के द्वारा संयुक्त चेकिंग अभियान चलाया जा रहा था। पुलिस को देखकर निलेश राय एवं उसके गैंग ने पुलिस पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अपराधी निलेश राय को गोली लगी जिससे वह घायल हो गया। इलाज के क्रम में स्थानीय अस्पताल में उसकी मौत हो गई।

निलेश राय साल 2006 से अपराध की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। उस पर वर्ष 2014 में बेगूसराय जिला के गढ़हरा थाना अंतर्गत प्रमोद सिंह, वर्ष 2015 में तेघड़ा के कन्हैया सिंह और वर्ष 2016 में कन्हैया सिंह की पत्नी की गोली मारकर हत्या का आरोप था। बेगूसराय के फुलवरिया में डकैती के दौरान हत्या मामले में भी निलेश की भूमिका सामने आई थी।

ये भी पढ़ें- Nitish Kumar: 12 सांसदों पर कितने मंत्री..? ये है नीतीश कुमार की डिमांड, 'किंग मेकर' के लिए अगले 24 घंटे अहम

ये भी पढ़ें- Monsoon Update 2024: कब आएगा मानसून? मौसम विभाग ने बता दी तारीख, इस बार सामान्य से अधिक वर्षा के आसार

Categories: Bihar News

Pages

Subscribe to Bihar Chamber of Commerce & Industries aggregator - Bihar News

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar