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'PM Modi ने 8 मंत्री देकर साबित कर दिया...', JDU नेता ने बता दी Modi 3.0 Cabinet की खास बात
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने सोमवार को कहा कि एनडीए 3.0 में बनेंगे विकास के कई नए रिकॉर्ड। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ लेते ही देश का आगे बढ़ना आरंभ हो गया है। शेयर बाजार के साथ-साथ देश का निदेशी मुद्रा भंडार भी उच्च स्तर पर पहुंच चुका है।
राजीव रंजन ने कहा कि आईएनडीआईए की तरह एनडीए में खानदानी दलों का जमावड़ा नहीं है बल्कि राष्ट्रधर्म की मूल भावना से जुड़े दलों के समूह यहां हैं। एनडीए में कोई परिवार भगवान की तरह नहीं है। एनडीए के घटक दलों में जनता ही जनार्दन है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए का बिहार के प्रति लगाव किसी से छिपा नहीं है। वर्तमान मंत्रिमंडल में आज तक की सर्वाधिक हिस्सेदारी देकर केंद्र ने फिर से इसे साबित किया है।
राजीव रंजन ने यह भी कहा कि वर्ष 2014 में बिहार से सात मंत्री हुए थे, वहीं 2019 में छह को जगह मिली और इस बार बिहार से आठ लोगों को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है।
सभापति के रूप में देवेशचंद्र ठाकुर का किरदार अविस्मरणीय : गुलाम गौसजदयू विधान पार्षद प्रो गुलाम गौस ने सोमवार को कहा कि विधान परिषद के सभापति के रूप में देवेशचंद्र ठाकुर का किरदार अविस्मरणीय रहा। प्रो गौस ने सीतामढ़ी से सांसद निर्वाचित हुए देवेशचंद्र ठाकुर से शिष्टाचार मुलाकात के बाद यह बात कही।
प्रो. गौस ने कहा कि देवेशचंद्र ठाकुर ने सभापति पद की गरिमा बढ़ायी है। विधान परिषद की कार्यवाही व्यवस्थित ढंग से चलाते हुए उन्होंने सभी सदस्यों को अवसर प्रदान किया।
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Bihar Sarkari Jobs: बिहार में 45 हजार पदों पर होगी भर्ती, नए आरक्षण के तहत जिलों से मांगी गई जानकारी
राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य विभाग ने हाल ही में विभिन्न कोटि और श्रेणी के तकरीबन 45 हजार पदों पर नियुक्ति का निर्णय लिया है। इन रिक्त पदों को चार महीने में भरा जाना है। जिसकी प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है।
प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए अब विभाग ने सभी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों के प्राचार्य, अधीक्षकों के साथ ही अन्य श्रेणी के अस्पताल प्रबंधन से नए आरक्षण नियमों के तहत संवर्गो का रोस्टर क्लियर करते हुए हुए रिक्त पदों की जानकारी तलब की है।
स्वास्थ्य विभाग की निदेशक प्रमुख (रोग नियंत्रण लोक स्वास्थ्य एवं पारा मेडिकल) डा. निहारिका शरण ने जारी पत्र में 45 हजार पदों पर नियुक्ति का हवाला देते हुए लिखा है कि स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में छह जून की बैठक में रिक्त पदों को तत्काल भ्ररने का निर्देश प्राप्त हुआ है।
साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की ओर से सात जून को विभाग की समीक्षा बैठक में रोस्टर क्लीयरेंस के लिए क्षेत्रीय कार्यालयों से स्वीकृत, कार्यरत, तथा रिक्त पदों की अद्यतन स्थिति प्राप्त करने के निदेश प्राप्त हुए हैं।
क्षेत्रीय कार्यालयों को जारी पत्र में कहा गया है कि वे पहली जून 2014 के आधार पर नियमित कर्मियों की कोटिवार सूचना विभाग को अविलंब मुहैया कराएं।
जिन पदों की जानकारी तलब की गई है उनमें फार्मासिस्ट, प्रयोगशाला प्रावैधिकी संवर्ग, एक्स-रे टेक्नीशियन, ईसीजी टेक्नीशियन, शल्य कक्ष सहायक संवर्ग, परिधापक और निम्न वर्गीय लिपिक के पद हैं। क्षेत्रीय कार्यालयों को 12 जून तक जानकारी मुहैया कराने का समय दिया गया है।
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Monsoon Latest Update 2024: मानसून को लेकर आया बड़ा अपडेट, ला-नीना के प्रभाव से अच्छी वर्षा के आसार
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी समेत प्रदेश में भीषण गर्मी व लू से राहत देने वाला मानसून बंगाल की खाड़ी में ठहरा हुआ है। बंगाल के इस्लामपुर में मानसून 31 मई से ठहरा है। हालांकि, चार से पांच दिनों के दौरान बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने के आसार है। इसके प्रभाव से मानसून आगे की ओर बढ़ेगा।
प्रदेश में मानसून को लेकर इंतजार पांच से छह दिनों में समाप्त होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के निदेशक एसएन थूल ने मौसमी विश्लेषण के आधार पर बताया है कि मानसून का प्रदेश में 15 जून तक आने की संभावना है। मानसून पूर्णिया, किशनगंज के रास्ते पूरे प्रदेश में प्रवेश करेगा।
इस बार ला-नीना का प्रभाव से अच्छी वर्षा की संभावना है। मौसम विज्ञानी के अनुसार समय से पहले और देर से प्रदेश में मानसून का प्रवेश होने से वर्षा में कोई विशेष प्रभाव नहीं पड़ता है। जून से सितंबर के बीच किसी माह में औसत से अधिक वर्षा होती है।
प्रर्याप्त वर्षा को लेकर बंगाल की खाड़ी दबाव का होना, हवा का प्रभाव, ट्रफ एरिया का विकसित होना समेत अन्य भौगोलिक कारक होते हैं। इन चीजों में कमी आने पर वर्षा के अनुपात में कमी आती है।
1 जून से 30 सितंबर तक मानसून सीजनभारतीय मौसम विज्ञान के अनुसार देश में एक जून से 30 सितंबर मानसून सीजन माना जाता है। मौसम विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार बीते 22 वर्षों के दौरान 2006 में मानसून निर्धारित समय से काफी पहले छह जून को प्रदेश में प्रवेश किया था।
इसके बावजूद प्रदेश में 913 मिमी कुल वर्षा दर्ज की गई थी जो सामान्य से 11 फीसद कम रहा था। वहीं, 2009 में 29 जून को मानसून प्रवेश किया था। मानसून के दौरान प्रदेश में 752 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी जो सामान्य से 27 फीसद कम रहा था। वहीं 2020 में मानसून निर्धारित समय पर 13 जून को प्रदेश में आया था।
इस दौरान सामान्य से 25 फीसद अधिक वर्षा 1272.5 मिमी दर्ज किया गया था। बीते 10 वर्षों के दौरान 2019, 2020, 2021 में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई। जबकि 2022 और 2023 में सामान्य से कम वर्षा हुई थी।
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Jee Advanced Topper: पटना के अनिकेत जेईई एडवांस में बने सेकेंड टॉपर, इतने नंबर लाकर हासिल किया दूसरा स्थान
जागरण संवाददाता, पटना। JEE Advance Topper पटना के अनिकेत ने गुवाहाटी जोन में दूसरा स्थान हासिल किया है। उन्होंने 360 में 301 अंक हासिल किए हैं। अनिकेत मूल रूप से औरंगाबाद के रहने वाले हैं। अपने परिवार के साथ पटना के रामजयपाल नगर में रहते हैं।
उनकी शुरुआती शिक्षा पटना के एक निजी विद्यालय में हुई। उनके पिता सुनील कुमार सिंह राज्य सरकार के एक विभाग में कार्यरत हैं। उनकी माता प्रतिमा सिंह गृहिणी हैं। अनिकेत की बड़ी बहन बीआइटी से बीटेक कर रही हैं।
सेल्फ स्टडी से की कामयाबी हासिलअनिकेत ने बताया कि सेल्फ स्टडी और ऑनलाइन के माध्यम से पढ़ाई कर कामयाबी हासिल की है। वे साफ्टवेयर के क्षेत्र में ही बड़ा काम करना चाहते हैं, फिलहाल दिल्ली आइआइटी से कंप्यूटर साइंस से बीटेक करेंगे। बेटे की इस सफलता से उनके माता-पिता और परिवार के सभी सदस्य काफी खुश हैं।
प्रथम कुमार की रुचि कंप्यूटर साइंस मेंबिहार के मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले प्रथम कुमार ने (ऑल इंडिया रैंक: 343) गुवाहाटी जोन में पांचवां स्थान हासिल किया है। प्रथम ने जेईई मेन ऑल इंडिया 33वीं रैंक हासिल की थी। जेईई मेन और जेईई एडवांस 2024 में बिहार स्टेट टॉपर बनकर अपने परिवार और राज्य का नाम रोशन किया है।
प्रथम कुमार का कहना है कि वह आइआइटी बाम्बे से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहता है। इनके पिता सुजीत कुमार सिंह एक प्राइवेट कंपनी में कार्य करते हैं। मां गृहिणी हैं। प्रथम ने बताया कि पहले चरण में कुछ अंकों से बेहतर पर्सेटाइल नहीं मिल सका था।
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यात्रियों के लिए खुशखबरी! अब 'Bharat Gaurav' ट्रेन से कर सकेंगे ज्योतिर्लिंगों के दर्शन, इतना देना होगा किराया
जागरण संवाददाता, पटना। Bharat Gaurav Train इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (IRCTC) ने राजधानी वासियों को पांच ज्योतिर्लिंगों का दर्शन कराने के लिए विशेष भारत गौरव ट्रेन चलाने का निर्णय लिया है। यह ट्रेन नौ जुलाई को राजधानी के पाटलिपुत्र स्टेशन से रवाना होगी।
आरा, बक्सर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन पर तीर्थ यात्रियों को ट्रेन मे सवार होने के लिए रुकते हुए उज्जैन (श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं श्री ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग), द्वारका (श्री नागेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं श्री द्वारिकाधीश मंदिर), सोमनाथ (श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग) शिरडी (साईं बाबा दर्शन) एवं नासिक (श्री त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग एवं शनि शिंगनापुर मंदिर) का दर्शन कराते हुए 19 जुलाई को लौटेगी।
'पर्यटन को बढ़ाने के लिए भारत गौरव ट्रेन की हो रही शुरूआत'आईआरसीटीसी के क्षेत्रीय प्रबंधक राजेश कुमार ने बताया कि निगम देखो अपना देश के तहत 'भारत गौरव' ट्रेन की शुरुआत करने जा रही है। भारत गौरव ट्रेन योजना के तहत भारतीय रेलवे रेल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगभग 33 प्रतिशत रियायत प्रदान कर रहा है।
9 जुलाई को बेतिया से खुलेगी ट्रेनयह पर्यटक ट्रेन नौ जुलाई को बेतिया से खुलेगी, जो बेतिया, सुगौली, रक्सौल, सीतामढ़ी, दरभंगा,समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, हाजीपुर जंक्शन होते हुए पटलिपुत्र स्टेशन पहुंचेगी। पाटलिपुत्र स्टेशन से इस ट्रेन में कफी संख्या में श्रद्धालु सवार होंगे।
कितना होगा किरायाबजट श्रेणी में स्लीपर क्लास से यात्रा होगी, इसका शुल्क रु. 20,899 प्रति व्यक्ति होगा। स्टैंडर्ड श्रेणी में थ्री एसी से यात्रा होगी, इसका शुल्क 35,795 रुपये प्रति व्यक्ति है। श्रेणी के हिसाब से वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित होटल मे रात्री विश्राम की व्यवस्था होगी।
शाकाहारी भोजन (सुबह, दोपहर और रात का भोजन), सुबह शाम चाय, साथ ही प्रत्येक दिन दो बोतल पानी के साथ ही घूमने के लिए श्रेणी के हिसाब से वातानुकूलित और गैर वातानुकूलित बस की व्यवस्था होगी। कोच मे सुरक्षागार्ड, सफाईकर्मी और टूर एस्कार्ट उपलब्ध रहेंगे।
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Real Estate GST: रियल एस्टेट से होगी जीएसटी की वसूली, वाणिज्य-कर विभाग ने तैयार की योजना
राज्य ब्यूरो, पटना। रियल एस्टेट व दूसरे सेवा क्षेत्र से जीएसटी की वसूली के लिए वाणिज्य-कर विभाग विशेष अभियान चलाएगा। दरअसल, अप्रैल की तुलना में मई में जीएसटी की वसूली कम हुई है। उसके बाद लक्ष्य के अनुरूप राजस्व की उगाही के लिए विभागीय स्तर पर पहल तेज हुई है।
दरअसल, नए वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही के दौरान लोकसभा चुनाव में अधिकारियों की व्यस्तता रही। इस कारण जीएसटी वसूली में तेजी नहीं आ सकी थी। चुनाव समाप्त होने के बाद अब नए सिरे से करदाताओं को चिह्नित किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि वाणिज्य-कर विभाग के कुल राजस्व संग्रह में जीएसटी का योगदान 78 प्रतिशत है। इसमें वैट का योगदान 20 प्रतिशत है। विद्युत शुल्क की हिस्सेदारी 1.50 प्रतिशत की है और पेशा कर की 0.50 प्रतिशत की।
विभाग द्वारा जिन नॉन-जीएसटी वस्तुओं पर टैक्स की वसूली की जा रही है, उनमें पेट्रोल-डीजल, प्राकृतिक गैस, एटीएफ सबसे महत्वपूर्ण हैं। इन पर वैट की वसूली की जाती है।
वहीं, विद्युत शुल्क की वसूली भी जीएसटी से बाहर है और इसकी वसूली विद्युत शुल्क अधिनियम के तहत होती है। पेशा कर की वसूली वाणिज्य-कर विभाग द्वारा ही की जाती है। इस मद में प्रतिवर्ष औसतन 150 करोड़ रुपये की वसूली होती है।
बहरहाल वाणिज्य-कर विभाग के तहत गठित आइटी सेल द्वारा कर निर्धारण के नए मामले चिह्नित किए गए हैं। मासिक कर राजस्व की लगभग 90 प्रतिशत राशि देने वाले करदाताओं की नियमित निगरानी की जा रही है। रेड फ्लैग रिपोर्ट के माध्यम पर भी कार्रवाई हो रही है।
पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में 2024-25 में तीन हजार करोड़ अधिक राजस्व संग्रह का लक्ष्य है। वित्तीय वर्ष 2023-24 विभाग को 39550 करोड़ का लक्ष्य दिया गया था। 2024-25 के लिए 42500 करोड़ का लक्ष्य है।
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PM Kusum Yojana: सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए अपनी जमीन किराए पर दे सकेंगे किसान, पढ़ें पूरी डिटेल
राज्य ब्यूरो, पटना। किसान अब सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए अपनी जमीन को किराए पर दे सकते हैं। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी होगी। पीएम कुसुम योजना के तहत यह काम होना है। इसके लिए बिहार स्टेट पावर जेनरेशन कंपनी ने 843 विद्युत उपकेंद्रों से जुड़े 1235 कृषि व मिश्रित फीडरों के सोलराइजेशन के लिए निविदा जारी कर दी है।
इस संबंध में आधिकारिक तौर पर यह बताया गया कि इस योजना में किसान या कोई फर्म 843 विद्युत केंद्रों के पांच किलोमीटर के दायरे के अंदर कृषि फीडर के लोड के अनुसार सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए अपनी जमीन किराए पर दे सकते हैं।
किसान अगर चाहें तो अपनी जमीन पर ऊंची संरचना तैयार कर उसके ऊपर सोलर प्लांट लगा सकते हैं और उसके नीचे खेती भी कर सकेंगे।
एक मेगावाट सोलर प्लांट के लिए कितनी जमीन?एक मेगावाट सोलर पावर प्लांट लगाने के लिए चार एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी। ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के सतत विकास पर केंद्रित है। पीएम कुसुम योजना इस उद्देश्य को पूरा करता है।
बिहार स्टेट पावर होल्डिंग कंपनी लिमिटेड अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक संजीव हंस ने कहा कि इस योजना के माध्यम से न केवल किसान सशक्त होंगे बल्कि राज्य को भी हरित ऊर्जा का फायदा होगा।
इस योजना के अंतर्गत नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा प्रति मेगावाट एक करोड़, पांच लाख तथा बिहार सरकार द्वारा प्रति मेगावाट 45 लाख रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी।
बोली लगाने वाले सफल व्यक्ति या किसानों के समूह को 15 महीने के अंदर सोलर पावर प्लांट का निर्माण करना होगा। बिजली कंपनी इस प्लांट से अगले 25 वर्षों तक बिजली क्रय करने के लिए इकरारनामा करेगी।
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Modi Cabinet: 'नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में मुसलमानों को...', नीतीश कुमार का नाम लेकर RJD का बड़ा आरोप
राज्य ब्यूरो, पटना। Modi Cabinet 3.0 राजद ने आरोप लगाया है कि केंद्र की मोदी सरकार में इस बार मुसलमानों को प्रतिनिधित्व नहीं दिया गया है। राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने रविवार को बयान जारी कर कहा कि राजग सरकार में भी मुस्लिम मुक्त मंत्रिमंडल का गठन भाजपा के उस सपने को पूरा कर रही है, जो पहले से भाजपा सरकार में होता था।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और राजग (NDA) के अन्य नेताओं ने भी भाजपा का विरोध तक नहीं किया। भाजपा सरकार एक बड़े वर्ग को विकास तथा केंद्र की सियासत से दूर करने के अपने एजेंडे को आगे बढ़ा रही है।
एजाज ने कहा कि नीतीश कुमार चुनाव के समय घूम-घूम कर कहा करते थे कि मुसलमान के लिए हमने क्या-क्या नहीं किया, लेकिन केंद्र सरकार के गठन में वे इस बात को भूल गए।
मोदी ने की बिहार के राजपूत समाज की उपेक्षा : राजेशप्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने रविवार को बयान जारी कर केंद्रीय मंत्रिमंडल में बिहार से राजपूत समाज को प्रतिनिधित्व नहीं दिए जाने के लिए नरेन्द्र मोदी की कटु आलोचना की है।
उनकी जिज्ञासा है कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? देश के साथ बिहार में राजपूत समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है। उसकी अनदेखी चिंतनीय है। बिहार से इस समाज के कई अनुभवी व दिग्गज राजनेता चुनाव जीते हैं। उन्हें अवसर नहीं दिया समाज की उपेक्षा है।
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भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद हर स्तर पर बिहार के विकास से जुड़े हर मुद्दे पर खूब चर्चा हो रही है। सबसे अधिक नोटिस मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के वक्तव्यों का लिया जा रहा है। बधाई के छोटे संदेश से लेकर अपने संक्षिप्त संबोधन में भी वह बिहार के विकास की बात जोड़ते रहे।
रविवार को जब केंद्र में नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ ली तो नीतीश कुमार ने अपने एक्स हैंडल पर उनके लिए बधाई का पोस्ट किया। इस बधाई संदेश के साथ उन्होंने यह जोड़ा कि नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में देश विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचेगा तथा बिहार के विकास में भी पूरा सहयोग मिलेगा।
दो दिनों के भीतर यह दूसरा मौका था जब मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की संज्ञान में बिहार के विकास की बात लाई थी।
नीतीश कुमार का एक्स हैंडल पर पोस्ट। फोटो- एक्स
केंद्र में नई सरकार के अस्तित्व में आने के दो दिन पहले जब दिल्ली में एनडीए संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री की मौजूदगी में मुख्यमंत्री को अपनी बात रखने का अवसर मिला तो वहां भी उन्होंने बिहार के विकास की बात कही।
'बिहार के लिए जो कुछ शेष रह गया है...'अपने संबोधन में उन्होंने यह विशेष रूप से जोड़ा कि बिहार के लिए जो कुछ शेष रह गया है उसे प्रधानमंत्री इस बार पूरा कर देंगे। उनका सीधा आशय बिहार के लिए विशेष पैकेज व विशेष राज्य के दर्जा से जुड़ी मांग से था।
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त जदयू के तमाम दिग्गज भी बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा जैसी पुरानी मांग की बात प्रमु्खता से करने लगे हैं। नई सरकार के गठन के बाद बिहार के विकास की बात अकारण नहीं कही जा रही है। सबसे महत्वपूर्ण आधारभूत संरचना का विषय है।
जब बिहार में डबल इंजन की सरकार नहीं थी तब पथ निर्माण विभाग ने भारतमाला योजना के तहत कई नई ग्रीन फील्ड सड़कों का प्रस्ताव सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजा था। उन प्रस्तावों को अभी मंजूरी नहीं मिली है। इसी तरह कई पुराने एनएच प्रोजेक्ट के निर्माण की गति अभी धीमी है। गंगा पर दो नए पुल का निर्माण भी कराया जाना है। निविदा की प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार्यादेश भी हो गया है पर काम तेजी से नहीं हो रहा।
इसी तरह स्वास्थ्य सेक्टर में दरभंगा में एम्स के निर्माण का भी मामला है। जाति आधारित गणना के बाद गरीबों की पहचान कर उन्हें स्वरोजगार के लिए राज्य सरकार दो-दो लाख रुपए की राशि उपलब्ध करा रही। राज्य सरकार का मानना है कि अगर केंद्र सरकार उसे इस मद में राशि उपलब्ध करा देती है तो यह काम लक्ष्य से पहले पूरा हो जाएगा। इस तरह कई अन्य सेक्टर में भी सीधे-सीधे केंद्र से मदद की बात कही जाती रही है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनावों में महागठबंधन के प्रमुख दल राजद का प्रदर्शन आशा के अनुरूप नहीं रहा। 23 सीटों पर चुनाव लड़ महज चार पर जीत दर्ज करने वाले राष्ट्रीय जनता दल को उम्मीद थी कि उसके खाते में कम से कम दस सीटें आएंगी। बावजूद पार्टी के हौसले में कोई कमी नहीं आई है।
उसने पूरे चुनाव के दौरान नौकरी, रोजगार, बिहार के विशेष दर्जा की मांग के मुद्दे को जिस प्रकार उठाया उसके असर चुनाव समाप्त होते ही दिखने शुरू हो गए हैं। अब पार्टी इन्हीं मुद्दों के साथ अगले वर्ष होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव पर केंद्रित कर दिया है।
राजद ने बनाई खास रणनीतिनेताओं को निर्देश दिए गए हैं कि विधानसभा चुनाव में समय बेहद कम रह गया है लिहाजा पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता, नेता चुनाव की तैयारी में जुट जाएं। लोकसभा चुनाव में यदि कोई चूक या गलती हुई है तो उससे सुधार कर चुनावी रणनीति बनाने में लग जाएं।
राजद सूत्रों ने दी जानकारीइंटरनेट मीडिया से लेकर ग्राउंड तक पार्टी की नीतियों और काम के बारे में लोगों से अधिक से अधिक संवाद करें। राजद सूत्र बताते हैं कि तेजस्वी यादव का स्पष्ट निर्देश है कि महागठबंधन की 17 महीने की सरकार में जो कार्य राजद की ओर से किए गए उनका व्यापक प्रचार-प्रसार जिलों से लेकर प्रखंड तक करें।
विशेषकर पांच लाख रोजगार-नौकरी, आरक्षण का दायरा बढ़ा कर 75 प्रतिशत करना, जाति आधारित गणना कराना जैसे मुद्दों का अधिक से अधिक प्रचार करें।
सूत्रों की माने तो मंगलवार को लालू प्रसाद के जन्मदिन के बाद से जिलों में बिहार के विशेष दर्जा, नौकरी, रोजगार, आरक्षण का दायरा बढ़ाना जैसे मुद्दों के साथ पार्टी नेता जिलों में काम शुरू कर देंगे।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics बीमा भारती (Bima Bharti) के इस्तीफे के बाद रिक्त हुई रुपौली सीट पर 10 जुलाई को चुनाव होगा। चुनाव आयोग ने बिहार की एक समेत सात राज्यों की 13 सीटों पर उप चुनाव की घोषणा कर दी है। बता दें कि बीमा भारती ने 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू के टिकट पर रुपौली क्षेत्र से जीत दर्ज की थी।
इसके बाद, लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने पाला बदल लिया था। राजद ने उन्हें पूर्णिया से टिकट दिया था। हालांकि, इस सीट से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव ने बाजी मार ली। अब देखने वाली बात ये होगी कि रुपौली सीट से किसे मौका मिलता है।
2020 में ये रहा हालBihar News अगर विधानसभा चुनाव की बात करें तो जदयू ने यहां से बीमा भारती पर भरोसा जताया था। वहीं, लोजपा ने भी जदयू के खिलाफ अपना कैंडिडेट खड़ा किया था। लोजपा ने शंकर सिंह को टिकट दिया था।
वहीं, महागठबंधन की तरफ से सीपीआई ने विकाश चंद्र मंडल को अपना प्रत्याशी ने बनाया था। बीमा भारती को सबसे अधिक 64 हजार से अधिक वोट मिले थे।
The Election Commission of India has decided to hold bye-elections to fill vacancies in 13 Assembly Constituencies in Bihar, West Bengal, Tamil Nadu, Madhya Pradesh, Uttarakhand, Punjab, and Himachal Pradesh.
Elections will be conducted on 10th July and the counting will be done… pic.twitter.com/ihhJpfoko3
— ANI (@ANI) June 10, 2024रुपौली सीट पूर्णिया जिले में आता है। तब यहां से कुल 15 प्रत्याशी मैदान में थे। इस बार के लिए अभी तक महागठबंधन और एनडीए की तरफ से प्रत्याशी की सूची सामने नहीं आई है।
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एएनआई, नई दिल्ली/पटना। Pappu Yadav : पूर्णिया लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से खफा हैं। उन्होंने सोमवार को सीएम नीतीश और केंद्रीय मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर जमकर भड़ास निकाली।
उनका कहना था कि ये (NDA) लोग वही लोग हैं जिन्होंने बिहार का बंटवारा किया। इस वजह से ना तो बिहार का विकास हुआ और ना ही झारखंड का। पप्पू यादव ने यहां तक कहा कि झारखंड अडानी और अंबानी के हाथों में चला गया है।
उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार को इस समय तीन चीजों पर बात करनी चाहिए थी।
पप्पू यादव ने जो तीन चीजें बताईं वो हैं- पहली, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले। दूसरी, जातिगत जनगणना और तीसरी अग्निवीर योजना। उनका कहना था कि बिहार की जनता के लिए कैबिनेट से ज्यादा ये महत्वपूर्ण हैं।
ये है पप्पू यादव का पूरा बयानदरअसल, पप्पू यादव (Pappu Yadav) से मीडिया ने सवाल किया था कि सभी दलों को मिलाकर बिहार से आठ मंत्री हैं। इससे क्या बिहार का भाग्य उदय होने वाला है?
इसके जवाब में पप्पू यादव ने कहा कि आजाद हिंदुस्तान के बाद बिहार का कभी कोई भाग्य उदय कर पाया? बिहार का बंटवारा इन्हीं लोगों ने किया ना?
उन्होंने कहा कि ना झारखंड का भाग्य उदय हुआ और ना बिहार का भाग्य उदय हुआ। झारखंड अडानी और अंबानी के हाथ चला गया।
नीतीश कुमार कहते मैं मंत्रिमंडल में नहीं जाऊंगा : पप्पूपप्पू यादव ने आगे कहा कि दूसरी बात अभी तो नीतीश कुमार को तीन बात करना चाहिए था। पहली बात करनी चाहिए थी कि मैं मंत्रिमंडल में नहीं जाऊंगा। मुझे विशेष राज्य का दर्जा दे दीजिए। विशेष पैकेज दे दीजिए।
पप्पू ने कहा कि दूसरी बात उन्हें (नीतीश को) करनी चाहिए थी कि मेरे जो तीन ड्रीम हैं, पहला 69 प्रतिशत आरक्षण, जिसे कांग्रेस-राजद और नीतीश कुमार की जदयू की सरकार ने प्रस्ताव लाकर लागू किया। इसके बाद दूसरा है जाति जन गणना और तीसरा है अग्निवीर।
पप्पू यादव ने कहा कि ये तीनों नीतीश कुमार और कांग्रेस के ड्रीम प्रोजेक्ट थे। आप इससे सदी के महानायक होते। ऐसे में मंत्रिमंडल से ज्यादा महत्वपूर्ण तो बिहार की जनता है। बिहार की जनता को आपने इंपोर्टेंट नहीं बनाया।
#WATCH | Delhi: Independent elected MP from Purnea Lok Sabha seat, Pappu Yadav says, "...These (NDA) people were the same people who divided Bihar. Neither Bihar developed nor did Jharkhand. Even, Jharkhand went into the hands of Adani and Ambani... Nitish Kumar should have… pic.twitter.com/ZxPb3UGLfg
— ANI (@ANI) June 10, 2024 ये मंत्रालय नहीं देंगे : पूर्णिया सांसदपप्पू यादव ने आगे सवाल करते हुए कहा कि बताइए कि ये रेल मंत्रालय देंगे नहीं, सर्विस ट्रांस्पोर्ट देंगे नहीं, वित्त मंत्रालय देंगे नहीं। इसके पहले पंचायती राज मंत्रालय था, क्या कुछ हो गया?
उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि इसके पहले भी बिजली मंत्रालय था, कुछ हो गया? आप हमें बता दीजिए क्या हुआ? बिजली में आत्मनिर्भर हुए? कटौती होती है।
नंबर टू चाहता है हमको पीएम घोषित करिए : पप्पू यादवइसलिए मुझे नाउम्मीदी नहीं है, लेकिन पहले तो इस सरकार में ही इतना कॉन्फिलिक्ट (टकराव) है नंबर वन और नंबर टू में तो क्या काम होगा? नंबर टू चाहता है हमको पीएम घोषित करिए।
आरएसएस के भीतर भी इनको लेकर द्वंद है। दूसरी तरफ चंद्रबाबू नायडु को आप जानते हैं उनकी... पर्सनैल्टी है। तीसरा मंत्रिमंडल में जो लोग गए हैं, इनमें भीतर कुछ है क्या?
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'भारत माता की जय...', केंद्रीय मंत्री Chirag Paswan का शपथ के बाद रिएक्शन, LJP नेता ने PM मोदी के लिए कही ये बात
डिजिटल डेस्क, पटना। Chirag Paswan : लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने रविवार को केंद्रीय मंत्री पद की शपथ ग्रहण की। इसके बाद उन्होंने पहला रिएक्शन देते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा की है। इसमें उन्होंने कैबिनेट मंत्री बनाए जाने को लेकर अपनी बात कही है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति आभार जताया है।
बता दें कि बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Jan Shakti Party) ने लोकसभा चुनाव में पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे। राजग गठबंधन में शामिल इस पार्टी ने पांचों सीटों (हाजीपुर, जमुई, खगड़िया, समस्तीपुर और वैशाली) पर जीत दर्ज की है। ऐसे में केंद्र में चिराग पासवान को कैबिनेट में जगह मिलने को बड़ा सियासी कदम माना जा रहा है।
बिना रुके, बिना थके... प्रधानमंत्री जी का आभार : चिरागबहरहाल, चिराग पासवान ने कैबिनेट मंत्री (Cabinet Minister) पद की शपथ लेने के बाद अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट साझा की है। इसमें उन्होंने लिखा है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल करने पर मैं, मेरे अभिभावक और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी के प्रति आभार प्रकट करता हूं।
चिराग ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा कि इस गरिमामयी अवसर पर मैं यह संकल्प लेता हूं कि मेरे जीवन का हर क्षण भारत और भारत के संविधान के महान मूल्यों के प्रति समर्पित रहेगा। बिना किसी भेदभाव के राष्ट्रसेवा के लिए बिना रुके, बिना थके निरंतर कार्य करता रहूंगा।
चिराग ने भारत माता की जय लिख पोस्ट को दिया विरामअपनी पोस्ट में चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने यह भी लिखा कि हम विकसित भारत और सशक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगे। अपनी पोस्ट के अंत में भारत माता की जय लिखकर उन्होंने अपनी लेखनी पर विराम लगाया।
इस पोस्ट के साथ उन्होंने अपने शपथ ग्रहण के अवसर की तीन तस्वीरें भी साझा की हैं। इनमें उन्हें शपथ लेते हुए और शपथ के बाद हस्ताक्षर करते हुए देखा जा सकता है। बता दें कि बीते 15 दिनों में चिराग पासवान के सोशल मीडिया फॉलोअर्स की संख्या में खासा इजाफा हुआ है।
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Bihar News : ASI पुत्र हत्याकांड में आया नया मोड़, लालू यादव के गांव से अरेस्ट हुए दो नाबालिग; इस उलझन पड़ी पुलिस
जागरण संवाददाता, पटना/गोपालगंज। Bihar Politics News Hindi शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के एजी कॉलोनी में एएसआई श्याम रंजन सिंह के बेटे आर्यन राज की हत्या में नामजद चार में दो आरोपितों को पुलिस की विशेष टीम ने गोपालगंज में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पैतृक गांव फुलवरिया से पकड़ लिया। दोनों सगे भाई इसी गांव के मूल निवासी हैं।
इनमें एक नाबालिग है, जबकि एक लड़की समेत तीन अन्य की तलाश में छापेमारी की जा रही है। दोनों भाइयों के स्वजन से भी पुलिस संपर्क करने की कोशिश रही है। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए दोनों भाइयों ने इसे आत्महत्या बताया है। जबकि आर्यन के पिता ने हत्या की प्राथमिकी कराई है।
इस बात को लेकर उलझी पुलिसBihar News नाबालिग के मोबाइल में घटना से जुड़ा एक वीडियो मिला है। वीडियो में एक युवक फ्लैट में बाहर से ताला बंद करते हुए देखा गया। ऐसे में सवाल उठने लगा है कि अगर मामला आत्महत्या का था तो फ्लैट का ताला बंद कर सभी वहां से भागे क्यों?
पूछताछ और वीडियो सामने आने के बाद पुलिस आत्महत्या और हत्या के बीच उलझ गई है। सचिवालय डीएसपी-2 साकेत ने बताया कि विधि विरुद्ध किशोर व उसके बड़े भाई के मोबाइल में जो वीडियो मिला है, उसका अवलोकन किया जा रहा है।
पूछताछ में दोनों ने बताया कि घटना के बाद वह डर गए थे, इसलिए भाग गए थे। जब तक फोरेंसिंक और पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आती, कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। मामले में तीन अन्य की तलाश की जा रही है। कई बिंदुओं पर छानबीन की जा रही है।
एएसआइ श्याम रंजन सिंह मूलरूप से भोजपुर के निवासी हैं। वह परिवार के साथ पटेल नगर इलाके में किराये पर फ्लैट लेकर रहते हैं। उनके बेटे आर्यन ने इसी वर्ष डीएवी से बारहवीं की परीक्षा पास की थी। वहीं, जिसके फ्लैट से आर्यन का शव मिला, वह गोपालगंज के एक ठेकेदार ने किराये पर ले रखा है।
वह पत्नी व दोनों पुत्र के साथ यहां रहते हैं। आर्यन बर्थडे पार्टी में जाने की बात कहकर शुक्रवार की शाम घर से निकला था। देर रात तक नहीं पहुंचा तो स्वजन ने खोजबीन शुरू की। शनिवार की सुबह साढ़े 11 बजे एफएसएल की टीम के साथ पुलिस ठेकेदार के फ्लैट पर पहुंची थी।
आठ घंटे के भीतर हुआ एक्शनताला तोड़ा गया तो अंदर एक चौकी के नीचे से आर्यन का शव बरामद किया गया। वहां खून के धब्बे भी मिले, जिसे टीम ने साक्ष्य के रूप में एकत्र किया। इससे हत्या के आरोप को बल मिला। श्याम रंजन सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे थे।
इस संबंध में उन्होंने आर्यन के तीन दोस्त, एक लड़की और अन्य अज्ञात के विरुद्ध हत्या की प्राथमिकी कराई थी। अनुसंधान कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छह सदस्यीय विशेष टीम का गठन किया गया।
नामजद आरोपितों के संभावित ठिकानों की पहचान कर पुलिस गोपालगंज पहुंची। आठ घंटे के भीतर दो नामजद आरोपितों को वहां के फुलवरिया गांव से पकड़ लिया गया।
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Modi 3.0 में क्या क्या होगा काम? RJD ने बताई एक-एक बात, नौकरी और रोजगार को लेकर भी मनोज झा ने कर दिया स्पष्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi राज्यसभा सदस्य और राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा है कि इस बार मोदी सरकार नहीं, बल्कि राजग सरकार ने शपथ ली है। उम्मीद है यह सरकार नौकरी और रोजगार जैसे मुद्दों पर काम करेगी।
नरेन्द्र मोदी सरकार के तीसरी बार शपथ ग्रहण के पूर्व राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि राजग सरकार बनने से समाज में कम ध्रुवीकरण होगा। कमजोर वर्गो के जीवन में सुधार होगा और सरकार सांठगांठ वाले पूंजीवाद से मुक्त होगी।
क्या बोले मनोज झा?उन्होंने कहा आज युवाओं की सबसे बड़ी जरूरत नौकरी और रोजगार है। उम्मीद करता हूं, सरकार इस मुद्दे पर काम करेगी। प्रो. झा ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा की शब्दावली पर हमला बोला और कहा कि प्रचार अभियान के दौरान भैंस से लेकर मंगलसूत्र और मुजरा तक सब किया गया।
आशा की जा सकती है भाजपा इसमें सुधार करेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू के किंग मेकर के रूप में उभरने के साथ उसे बिहार की विशेष दर्जे की लंबे समय से चली आ रहा मांग का कार्यान्वयन सुनिश्चित करना चाहिए।
इसके साथ ही झा ने राजग सरकार द्वारा देश भर में जाति आधारित गणना कराने तथा बिहार में आरक्षण बढ़ोतरी को संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि बिहार के लिए कृषि आधारित उद्योगों का खाका भी बनाया जाना चाहिए।
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Samrat Chaudhary : सरकार बनते ही सम्राट चौधरी ने RJD को क्या दिया संकेत? नए बयान से मची हलचल, कहा- NDA का मतलब...
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने विकसित भारत के संकल्प के साथ लगातार तीसरी बार नरेन्द्र मोदी के पीएम बनने पर कोटिशः बधाई व शुभकामनाएं दीं हैं।
उन्होंने कहा है कि तमाम तिकड़म करने के बावजूद राजद-कांग्रेस नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार पीएम बनने से रोकने में विफल रहा है। 1962 के बाद पहली बार लगातार तीसरी बार पीएम का पद संभालने वाले शख्शियत मोदी बन गए हैं, जो हम सबके लिए गर्व की बात है।
एनडीए का मतलब ही विकास और सुशासनBihar News चौधरी ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के इस तीसरे कार्यकाल में न केवल विकास को तेज गति मिलेगी, बल्कि देश हित में बड़े और कड़े फैसले भी लिए जाएंगे। विपक्ष के तमाम अफवाहों और प्रपंचों के बावजूद एनडीए एकजुट है।
उन्होंने कहा कि देश की महान जनता ने अगले पांच साल के लिए एनडीए को सरकार चलाने के लिए स्पष्ट बहुमत दिया है। एनडीए का मतलब ही विकास और सुशासन है। देश की जनता और एनडीए के सभी सहयोगी दलों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी और नेतृत्व पर भरोसा हैं।
मोदी सरकार के शपथ ग्रहण पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्नभाजपा प्रदेश कार्यालय में रविवार को देश में लगातार तीसरी बार नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी की। मनेर का लड्डू खिलाकर एक-दूसरे का मुंह मीठा कर एक-दूसरे को बधाई दी। रंग-गुलाल लगाकर एक साथ होली एवं दिवाली भी मनाई।
इस मौके पर पार्टी के कई वरिष्ठ नेता, कार्यकर्ताओं एवं पूर्व प्रदेश पदाधिकारियों भी उपस्थित थे। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिंह कहा कि देश में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद बिहार के विकास को गति मिलेगी।
इस अवसर पर मुख्य रूप से भाजपा के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी अरविंद शर्मा, भाजपा के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र तिवारी, भाजपा के प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित प्रकाश बबलू , भाजपा कीड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सतीश राजू के अलावा सैकड़ों कार्यकर्ता कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
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Bihar Weather : कब होगी मानसून की एंट्री? इन 4 जिलों में बारिश दिलाएगी गर्मी से राहत, पढ़ें मौसम का ताजा अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News राजधानी समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों में गर्म पछुआ के कारण भीषण गर्मी व लू के थपेड़े से लोगों का बुरा हाल है। दिन में गर्म पछुआ का प्रवाह से शरीर में जलन जैसे महसूस हो रहा है तो रात्रि में उमस भरी गर्मी से बुरा हाल है। मौसम में 13 मई तक कोई विशेष बदलाव की संभावना है।
इस दौरान गर्मी व लू का कहर जारी रहेगा। राजस्थान से आ रही गर्म पछुआ हवा और तीखी धूप की वजह से रविवार को पटना सहित जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई। राजधानी का अधिकतम तापमान सामान्य से सात डिग्री ज्यादा 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
46.1 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर तीसरे दिन भी प्रदेश में सबसे गर्म रहा। रविवार को पटना 12 जिले लू व भीषण लू की चपेट में रहे, जबकि अन्य जिलों में गर्म दिन से लोग परेशान रहे।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, राजधानी समेत नालंदा, गया, भोजपुर, बक्सर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद में गर्म दिन रहने के साथ गर्म रात्रि को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
दक्षिणी भागों के बांका, बेगूसराय, वैशाली, सारण, सिवान, शेखपुरा, गोपालगंज, शेखपुरा, लखीसराय, अरवल, जहानाबाद में लू को लेकर चेतावनी जारी की गई है। जबकि, अन्य जिलों में गर्म दिन रहने की संभावना है।
इन जिलों में होगी बारिशकिशनगंज, अररिया, बांका, भागलपुर में छिटपुट वर्षा की संभावना है। भीषण गर्मी से जनजीवन प्रवाहित राजधानी समेत प्रदेश में सूर्य के तल्ख तेवर व गर्म पछुआ हवा के प्रवाह से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। भीषण गर्मी के कारण राजधानी के गंगा पथ पर लगे पौधे पानी के अभाव में सूखे पड़ गए हैं।
इन जगहों पर हरियाली गायब हो गई है। दूसरी ओर शहर के चौक-चौराहे पर पेड़-पौधे के अभाव में लोगों को धूप से बचने को लेकर पेट्रोल पंप, मंदिर समेत अन्य जगहों पर शरण लेनी पड़ रही है। रविवार को एएन कालेज के सामने स्थित पेट्रोल पंप पर छात्र-छात्राएं छांव की तलाश में जमा हुए।
गर्मी के कारण बुरा हाल सड़कों पर घूमने वाले पशुओं का भी है। छांव की तलाश में पशु-पक्षी भी भटकते नजर आ रहे हैं।
मानसून आने का इंतजारभीषण गर्मी से राहत पाने को लेकर लोग मानसून के आने का इंतजार कर रहे हैं। विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून बीते नौ दिनों से बंगाल के इस्लामपुर में रूका है। पूर्वी भारत में मानसून रूकने के कारण प्रदेश में इसके समय पर आने के आसार कम हैं।
मौसम विज्ञानी के अनुसार प्रदेश में मानसून के प्रवेश करने की संभावित तिथि 13-15 जून निर्धारित है। पूर्वानुमान के आधार पर 15 जून से मानसून को आगे बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान अगर मौसमी सिस्टम सक्रिय होगा तो 15 जून के पहले मानसून को आगे बढ़ने की संभावना है।
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PM Modi Cabinet 3.0 : अटल सरकार में बुलंदी पर था बिहार, आज तक नहीं मिली इस मंत्रालय की कमान; अब मोदी 3.0 से आस
विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। अब तक की लगभग हर सरकार में बिहार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हालांकि, अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के कार्यकाल में जो बोलबाला रहा, वह बेजोड़ था। तब शीर्ष चार में से दो मंत्रालयों (रक्षा, वित्त) की कमान बिहार को मिली थी।
उसके बाद भी दूसरे कई महत्वपूर्ण मंत्रालय बिहार (Bihar Got Many Important Ministries) को मिले। जैसे कि रेल, कृषि और ग्रामीण विकास आदि, लेकिन शीर्ष चार मंत्रालयों (गृह, विदेश, वित्त, रक्षा) की कमान नहीं मिली।
वाजपेयी से पहले इंदिरा गांधी और चौधरी चरण सिंह की सरकार में भी रक्षा और विदेश मंत्रालय (External Affairs Ministry) के नेतृत्व का अवसर बिहार को मिला था।
गृह मंत्रालय (Home Ministry) में तो राज्य मंत्री से अधिक की उपलब्धि आज तक नहीं मिली। बहरहाल, हिस्से में आए मंत्रालयों से ही बिहार को अपने हित में सम्यक पहल की अपेक्षा है।
ये रही बिहार की केंद्र में सबसे बड़ी उपलब्धिबिहार की सर्वोत्तम उपलब्धि जगजीवन राम के नाम दर्ज उप प्रधानमंत्री (Deputy Prime Minister) का पद है। नेहरू से लेकर जनता सरकार तक वे कई महत्वपूर्ण ओहदों पर रहे।
उनमें प्रथम वरीयता वाले शीर्ष चार मंत्रालयों में से एक रक्षा मंत्रालय (Defense Ministry) का नेतृत्व भी है। बाद में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में जार्ज फर्नांडिस भी रक्षा मंत्री बने।
उनके साथ बिहार से दूसरे दिग्गज यशवंत सिन्हा को वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) की कमान मिली थी। वह वर्ष 1998 से 2002 का काल-खंड था। उस समय जार्ज नालंदा के सांसद थे और यशवंत राज्यसभा के सदस्य।
उसके बाद इन दोनों मंत्रालयों में बिहार इस मुकाम तक नहीं पहुंचा। केंद्रीय गृह मंत्री का पद (Home Minister) तो बिहार में खाते में आज तक नहीं आया।
परंतु, 170 दिनों तक विदेश मंत्री रहने की उपलब्धि श्यामनंदन मिश्र ने दर्ज कराई है। वह चौधरी चरण की सरकार थी और लोकसभा में श्यामनंदन बेगूसराय का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।
बिहार की पुरानी अपेक्षाएं यथावतइस बार घटक दलों को संतुष्ट-संतृप्त रखने और सामाजिक समीकरण साधने के उद्देश्य से बिहार से आठ मंत्री बनाए गए हैं। इतनी संख्या में बिहार से एक साथ मंत्री बनाए जाने का यह तीसरा अवसर है।
वाजपेयी की सरकार में सक्रिय दिग्गजों के कारण बिहार को विशेष वरीयता मिली थी। उसके बाद मनमोहन सिंह के कार्यकाल में भी रेल और ग्रामीण विकास जैसे महत्वपूर्ण विभाग मिले।
रेल मंत्रालय की कमान इतनी बार मिली कि लंबे समय तक उसकी पहचान बिहार से ही जुड़ी रही। बड़ी परियोजनाओं के रूप में उसका अपेक्षित लाभ भी मिला।
इस बार अपने कोटे के मंत्रियों से बिहार को ऐसे ही लाभ की अपेक्षा है। गरीबों के लिए आवास और मनरेगा आदि योजनाओं का संचालन ग्रामीण विकास मंत्रालय करता है।
पिछली सरकार में कुछ समय के लिए केंद्र और बिहार के बीच इन योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर कहासुनी होती रही है। उसकी पुनरावृत्ति से इतर इस बार ठोस पहल की दरकार है।
इन योजनाओं पर देना होगा ध्यानहर वर्ष कहर ढाने वाली बाढ़ से निजात के लिए नदी जोड़ परियोजनाओं पर आगे बढ़ना होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लाभ से बिहार अभी तक वंचित है। गंगा-कोसी से गाद की उड़ाही की मांग पुरानी है।
खेती-किसानी के समग्र विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा बनाए गए कृषि रोड-मैप के सफल क्रियान्वयन में भी केंद्र से सहयोग अपेक्षित है। इन सबसे आगे विशेष दर्जा और विशेष पैकेज की चिर प्रतीक्षित अभिलाषा भी यथावत है।
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Bihar In Modi 3.0 : केंद्र में बिहार की धमक बढ़ी, फिर भी मोदी मंत्रिमंडल में इस समुदाय को नहीं मिली जगह
रमण शुक्ला, पटना। PM Modi Cabinet 3.0 : दस वर्ष बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल (Narendra Modi Cabinet) में बिहार के मंत्रियों की भागीदारी बढ़ गई है। बिहार राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से मंत्रियों की संख्या छह से बढ़कर आठ हो गई।
बता दें कि 15 वर्षों बाद बिहार से कुल आठ मंत्री बनाए गए हैं। वहीं, दक्षिण बिहार एवं शाहाबाद में राजपूतों की राजग से बगावत महंगी पड़ी। राजग ने मोदी सरकार में बिहार के राजपूतों का प्रतिनिधित्व ही समाप्त कर दिया।
भाजपा, जदयू एवं लोजपा किसी भी पार्टी के कोटे से एक भी राजपूत सांसद को मंत्रिमंडल में सम्मिलित नहीं किया गया। बहुत संभव है कि भविष्य में कैबिनेट विस्तार में इसे ध्यान में रखा जाए।
यह स्थिति तब बनी है, जबकि अगले वर्ष बिहार में विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा कोटे से मंत्रियों की संख्या चार की चार रखी गई है, पर राजपूतों का पत्ता साफ हो गया। पिछली सरकार में पूर्व नौकरशाह व आरा से सांसद रहे आरके सिंह राजपूत कोटे से ऊर्जा मंत्री थे।
15 वर्ष बाद बढ़ा प्रतिनिधित्वकेंद्रीय मंत्रिमंडल में डेढ़ दशक बाद बिहार का प्रतिनिधित्व बढ़ा है। इससे पहले 2009 में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की नेतृत्व वाली यूपीए (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) की सरकार में बिहार से नौ मंत्री हुआ करते थे।
वहीं, यूपीए से पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी नौ मंत्री हुआ करते थे। हालांकि, अभी बिहार से एक-दो और मंत्री के मोदी मंत्रिमंडल में सम्मिलित होने की संभावना है।
बिहार से कौन-कौन बने मंत्री?
भाजपा से गिरिराज सिंह (भूमिहार), सतीश चंद्र दुबे (ब्राह्मण समुदाय), नित्यानंद राय (Nityanand Rai) (यादव समुदाय) और राजभूषण चौधरी (मल्लाह/निषाद समुदाय)। जदयू से ललन सिंह (भूमिहार) और रामनाथ ठाकुर (Ramnath Thakur) (नाई/अत्यंत पिछड़ा वर्ग समुदाय)। लोजपा से चिराग पासवान (पासवान समुदाय)। हम से जीतन राम मांझी (मुसहर समुदाय)।
- राजग की अटल सरकार : वाजपेयी सरकार में बिहार से डॉ. सीपी ठाकुर, संजय पासवान, हुकुमदेव नारायण, राजीव प्रताप रूडी, शाहनवाज हुसैन, रविशंकर प्रसाद, कैप्टन जयनारायण निषाद, नीतीश कुमार, जार्ज फर्नांडिस एवं शरद यादव मंत्री हुआ करते थे।
- यूपीए की मनमोहन सरकार : कांग्रेस की अगुवाई वाली मनमोहन सिंह सरकार में भी बिहार से लालू यादव, कांति सिंह, जय प्रकाश नारायण यादव, रघुनाथ झा, अखिलेश सिंह, अली अशरफ फातमी, प्रेम गुप्ता, मीरा कुमार, रामविलास पासवान मंत्री बनाए गए थे।
- मगध में मांझी, शाहाबाद साफ : राजग ने मगध से पूर्व मुख्यमंत्री एवं हम (हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा) के टिकट पर गया से पहली बार सांसद चुने गए जीतन राम मांझी को मंत्री बनाकर प्रतिनिधित्व दिया है। ऐसे में अब मगध की नांव मांझी के हाथ में है। वहीं, शाहाबाद की छह सीटों पर राजग की हार के कारण मंत्री कोटे का पत्ता साफ हो गया।
मुजफ्फरपुर से पहली बार सांसद चुने गए राज भूषण चौधरी को भाजपा ने राज्य मंत्री बनाकर 26 वर्षों बाद एक बार फिर मल्लाहों का महत्व बढ़ा दिया है।
इससे पहले वाजपेयी सरकार में कैप्टन जय नारायण निषाद 1998 में मंत्री रहे थे। वहीं, भाजपा ने अश्विनी चौबे की जगह राज्यसभा सदस्य सतीश चंद्र दुबे को मंत्री बनाकर चंपारण को साधने का प्रयास किया है।
दुबे वाल्मीकिनगर से 2014 से 2019 के बीच सांसद रहे हैं। वहीं, वर्षों बाद भूमिहार जाति से दो कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं।
उनमें भाजपा से गिरिराज सिंह एवं जदयू से राजीव रंजन सिंह ऊर्फ ललन सिंह हैं। यादव जाति से एक बार फिर नित्यानंद राय लगातार दूसरी बार मोदी मंत्रिमंडल में लिया गया है।
आठ में से छह बने पहली बार मंत्रीबिहार से मंत्री पद की शपथ लेने वाले आठ राजनेताओं में छह पहली बार मंत्री बने हैं। जीतन राम मांझी, ललन सिंह, गिरिराज सिंह एवं चिराग पासवान कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। रामनाथ ठाकुर, नित्यानंद राय, सतीश चंद्र दुबे एवं राजभूषण चौधरी को राज्य मंत्री का दर्जा मिला है।
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Nityanand Rai: कौन हैं Modi 3.0 में मंत्रीपद की शपथ लेने वाले नित्यानंद राय? अमित शाह के माने जाते हैं बेहद करीबी
डिजिटल डेस्क, पटना। नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर लिया है। उनके साथ कुल 74 सांसदों ने भी मंत्रीपद की शपथ ग्रहण की है। बिहार की बात करें तो यहां से भाजपा के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय, गिरिराज सिंह और रालोजपा (रामविलास) सांसद चिराग पासवान, जदयू सांसद ललन सिंह, रामनाथ ठाकुर और हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के सांसद जीतनराम मांझी ने मंत्रीपद की शपथ ग्रहण किया है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता नित्यानंद राय ने राज्य मंत्री के तौर पर मंत्रिपद की शपथ ग्रहण किया है। 58 वर्षीय नित्यानंद राय ऊजियारपुर से सांसद हैं। वे वैशाली जिले के गंगाब्रिज थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। नित्यानंद ने बिहार विश्ववद्यालय के आरएन कॉलेज हाजीपुर से बीए ऑनर्स की डिग्री हासिल की है।
छात्रनेता के तौर पर की थी राजनीतिक जीवन की शुरुआतनित्यानंद राय के राजनीतिक जीवन की शुरुआत छात्र राजनेता के तौर पर हुई थी। इन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी। नित्यानंद राय पहली बार वर्ष 2000 में विधायक बनकर बिहार विधानसभा पहुंचे थे। वे लगातार 2010 तक हाजीपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए।
अमित शाह के करीबी माने जाते हैं नित्यानंद रायनित्यानंद राय 2014 में पहली बार उजियारपुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर जीतकर संसद पहुंचे थे। नित्यानंद राय को संगठन के कार्य में बेहद कुशल माना जाता है। इसी कुशलता के कारण वे अमित शाह के बेहद करीबी माने जाते हैं।
बिहार भाजपा से जुड़ी अहम निर्णयों में नित्यानंद राय की भूमिका अहम मानी जाती है। इसी भूमिका को देखते हुए उन्हें भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने 2016 में बिहार प्रदेश का भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया था।
पहली बार 2014 में लड़ा था लोकसभा चुनावनित्यानंद राय ने 2019 में भी उजियारपुर सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और अपनी दूसरी जीत दर्ज की। 2019 में लगातार दूसरी बार लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे नित्यानंद राय को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने मंत्रिमंडल में जगह दी थी। प्रधानमंत्री मोदी ने नित्यानंद राय को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जैसा महत्वपूर्ण पद दिया था। इस बार भी नित्यानंद राय को कोई अहम पद मिलने की संभावना है।
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