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Bihar Online Jamabandi: जमीन मालिक ध्यान दें! अगर जमाबंदी में है कोई गलती तो इस पोर्टल पर करें सुधार
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Jamin Jamabandi News जमाबंदी पंजी के ऑनलाइन डिजिटाइजेशन में कई तरह की त्रुटियां सामने आ रही हैं। रैयतों के नाम, पिता के नाम, पता, खाता-खेसरा, रकबा आदि में अशुद्धियां दिख रही हैं। कई जमाबंदी ऐसे हैं जिनमें खाता-खेसरा, रकबा, चौहद्दी आदि या तो है ही नहीं अथवा दिख नहीं रही है। इन्हें अपडेट किया जाना है।
ऑनलाइन दाखिल-खारिज, एलपीसी, भू लगान की त्रुटियों को भी दूर करना है। किसी भी प्रकार की अशुद्धि की स्थिति में स्वत: संज्ञान लेकर अथवा रैयतों से परिमार्जन प्लस पोर्टल के माध्यम से प्राप्त आवेदन के आलोक में प्रक्रिया के अनुरूप अंचलाधिकारी उसमें सुधार करेंगे।
नाम से लेकर खाता, खेसरा तक में होगा सुधारडिजिटाइज्ड जमाबंदी में रैयत अथवा पिता के नाम में सुधार मूल जमाबंदी पंजी के अनुरूप होगा। पता या जाति में सुधार के लिए संबंधित दस्तावेज के आधार पर अंचल अधिकारी आगे की कार्रवाई करेंगे। पिता का नाम मूल जमाबंदी में नहीं रहने पर साक्ष्य के आधार पर उसे जोड़ा जाएगा।
मूल जमाबंदी में खाता, खेसरा, रकबा अंकित नहीं होने पर रैयत द्वारा समर्पित अभिलेख के आधार पर सुधार होगा। इस स्थिति में जरूरत पड़ने पर सीओ जमीन की मापी भी करवा सकते हैं। परिमार्जन प्लस पोर्टल लागू होने के बाद ऑनलाइन की गई पुरानी जमाबंदी में सुधार करने के लिए रैयत को प्रक्रिया के तहत आवेदन करना होगा। उन्हें बिहार भूमि पोर्टल पर रजिस्टर कर लॉगिन करना होगा।
इसके बाद वे परिमार्जन मेनू पर क्लिक करेंगे। इसके बाद पुरानी जमाबंदी में सुधार के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके आगे अपना नाम, पिता का नाम, पता, खाता-खेसरा, रकबा, चौहद्दी, कुलकुल क्षेत्रफल, लगान से संबंधित सुधार का अलग-अलग आप्शन मिलेगा। जितने बदलाव के लिए आवेदन करना है, उन्हें सेलेक्ट करेंगे। आवेदन को संशोधित करने की सुविधा भी रहेगी।
प्रति महीने की जाएगी जांचआवश्यक सुधार कर आवेदक अपने आवेदन को सबमिट करेंगे। यह अंचल अधिकारी के पास जाएगा। इसके बाद अंचल अधिकारी उसे राजस्व कर्मचारी को अग्रसारित करेंगे। राजस्व कर्मचारी और राजस्व पदाधिकारी से होते हुए फिर अंचल अधिकारी उसे फाइनल एप्रूवल देंगे। किसी तरह की कमी पाए जाने पर आवेदन को रिजेक्ट भी किया जा सकेगा।
परिमार्जन प्लस पोर्टल (Bihar Parimarjan Plus Portal) के माध्यम सीओ के स्तर से किए गए सुधार में से 20 प्रतिशत जमाबंदियों का सत्यापन प्रति माह डीसीएलआर और 10 प्रतिशत का अपर समाहर्ता करेंगे। परिमार्जन के नए आवेदन अब परिमार्जन प्लस पोर्टल से प्राप्त किए जाएंगे। सभी मामलों को तय समय-सीमा में निष्पादित करना है। इसमें लापरवाही या शिथिलता बरतने पर कार्रवाई की जाएगी।
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Rohini Acharya : 'चाचा आएंगे...', सिंगापुर जाते-जाते ये क्या बोल गईं रोहिणी आचार्य? बिहार पॉलिटिक्स में मची हलचल
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) लोकसभा चुनाव के बाद सिंगापुर रवाना हो गईं हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने बच्चों से मिलने जा रही हैं। 15 दिनों बाद वापस लौट आएंगी। सिंगापुर जाते जाते उन्होंने बिहार की राजनीति में हलचल मचाने वाला बयान दे दिया है।
रोहिणी आचार्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार को फिर से ठनठन गोपाल बना दिया। कुछ नहीं दिया बिहार को। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भी बोल रही है कि केंद्र सरकार ने हमें झुनझुना थमा दिया है। बिहार आकर एनडीए के नेताओं ने बड़ी बड़ी बातें की, लेकिन कुछ नहीं दिया।
हम उनको महागठबंधन में क्यों वापस लेकर आएंगे- रोहिणी आचार्यBihar News उन्होंने कहा कि भाजपा (BJP) की सारी सच्चाई सामने आ गई अब जनता तय करे कि उन्होंने (भाजपा) कितने झूठे वादे किए थे, लेकिन क्या हुआ। इसके अलावा, बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर रोहिणी आचार्य ने कहा कि हम उनको महागठबंधन में क्यों वापस लेकर आएंगे? वह बड़े हैं, उन्हें आशीर्वाद देना है। चाचा जी आएंगे और कब आएंगे ये तो वही बताया पाएंगे। हमलोग तो उनके बाल बच्चे हैं, उनका आशीर्वाद चाहिए।
बता दें कि रोहिणी आचार्य ने सारण सीट से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाईं। इस सीट पर भाजपा के राजीव प्रताप रुडी की जीत हुई। मतदान के दौरान दोनों के समर्थकों के बीच बवाल भी हुआ। जिसकी चर्चा आज तक हो रही है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। पूर्णिया जिले के रूपौली विधानसभा क्षेत्र में हो रहे उप चुनाव को लेकर लिए एनडीए और महागठबंधन के दलों के बीच टकराव की नौबत आ गई है। 2020 में जदयू की बीमा भारती जीती थीं। वह अब राजद में हैं, लेकिन महागठबंधन की सहयोगी भाकपा ने भी रूपौली पर दावा कर दिया है।
पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने बुधवार को कहा- पार्टी ने रूपौली में अपना उम्मीदवार देने का निर्णय किया है। निर्णय से महागठबंधन के दलों के नेतृत्व को अवगत करा दिया है। उस सीट पर महागठबंधन के किसी अन्य दल की तुलना में हमारी दावेदारी मजबूत है।
भाकपा की दावेदारी ने बढ़ाया राजद का संकट2020 में वहां भाकपा उम्मीदवार को करीब 42 हजार वोट आया था। 1995 में भाकपा के बाल किशोर मंडल की जीत हुई थी। पार्टी 1972 से इस सीट पर चुनाव लड़ रही है। भाकपा की दावेदारी के बाद राजद का संकट बढ़ गया है, क्योंकि राजद टिकट पर पूर्णिया से लोकसभा चुनाव लड़ने के कारण ही बीमा भारती को विस की सदस्यता से त्याग पत्र देना पड़ा था।
राजद से करार भी था कि अगर वह लोकसभा चुनाव हारती हैं तो विस उप चुनाव में भी उन्हें राजद अपना उम्मीदवार बनाएगा।
एनडीए के दलों में भी हो सकती है तकरारकुछ ऐसा ही दावा एनडीए में शामिल लोजपा (रा) का भी है। 2020 में लोजपा उम्मीदवार शंकर सिंह रूपौली में दूसरे नम्बर पर रहे थे। वह 2005 के फरवरी वाले विधानसभा चुनाव में विधायक भी बने थे।
शंकर सिंह लोजपा (रा) के अध्यक्ष चिराग पासवान से मिलने दिल्ली गए हैं। टिकट न मिलने पर उनके निर्दलीय चुनाव लड़ने की संभावना है। रूपौली में 14 जून से नामांकन शुरू हो रहा है।
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Upendra Kushwaha : 'टांग खींचने की बजाय...', विभाग बंटवारे के बाद किसपर भड़के कुशवाहा? नए बयान से बिहार में बढ़ी हलचल
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi केंद्रीय मंत्रिमंडल गठन के बाद बिहार कोटा के सांसदों को मिले पद को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर है। विपक्ष का आरोप है कि 30 सांसद देने के बाद भी मंत्रिमंडल विस्तार में बिहार को सिर्फ झुनझुना थमाया गया है।
विपक्ष के इन्हीं आरोपों को बीच पूर्व केंद्रीय मंत्री राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने कहा है कि टांग खींचने की बजाय सहयोगात्मक सोच के साथ आगे बढ़ने की जरूरत है। कुशवाहा ने बुधवार को एक्स मीडिया पर एक पोस्ट डालकर अपना पक्ष रखा है।
उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा कि केंद्रीय कैबिनेट में शामिल बिहार के मंत्रियों के बीच विभागों के वितरण को लेकर मीडिया में अनावश्यक बहस चलाई जा रही है। आदमी को हमेशा सकारात्मक सोचना चाहिए।
मेरी समझ से सभी मंत्रालय महत्वपूर्ण है- उपेन्द्र कुशवाहाउन्होंने कहा कि किसी भी क्षेत्र में प्रगति की यह प्रथम शर्त है। मेरी समझ से सभी मंत्रालय महत्वपूर्ण है। बस, काम करने की दृढ़ इच्छा शक्ति और मजबूत व पक्का इरादा के साथ कुछ कर गुजरने की दृष्टि होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि आखिर क्या चाहिए बिहार को? अच्छी शिक्षा और अच्छा स्वास्थ्य के अलावे किसानों के घर खुशहाली और नौजवानों के हाथों को काम ही न? जरा सोचिए, किसानों को उनकी फसल का लाभकारी मूल्य और नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराने वाला महत्वपूर्ण विभाग किस के पास है? बिहार के मंत्रियों के पास ही न।
कुशवाहा ने बिहार से केंद्र में गए इन मंत्रियों का लिया नामBihar News कुशवाहा ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय चिराग पासवान के पास, सुक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्रालय जीतन राम मांझी के पास और पंचायती राज, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय ललन सिंह के पास है और कपड़ा मंत्रालय जो गिरिराज सिंह के पास है, के माध्यम से भी बड़ी संख्या में रोजगार पैदा किया जा सकता है।
कुशवाहा ने कहा कि राम नाथ ठाकुर के माध्यम से कृषि मंत्रालय और श्री राजभूषण निषाद के माध्यम से जलशक्ति मंत्रालय में भी हमारी दखल अंदाजी है। क्या ऐसे महत्वपूर्ण मंत्रालयों का बिहार के पास होना एक अवसर नहीं है हमारे लिए ?
मुख्यमंत्री पहले से लगे-डटे हैं- उपेन्द्र कुशवाहाउन्होंने आगे कहा कि जहां तक शिक्षा व स्वास्थ्य का सवाल है। इन दोनों विषयों में मुख्य जवाबदेही का कार्यक्षेत्र राज्य की सरकार के पास है। जहां मुख्यमंत्री पहले से लगे-डटे हैं। अत: अनावश्यक बहस में लगे लोगों से आग्रह है कि चुनाव खत्म हो चुका है। केंद में काम करने वाली सरकार बन चुकी है।
उन्होंने आगे कहा कि आइए, हम सब मिलकर ऋणात्मक बहस के बजाय सकारात्मक हो कर बिहार की प्रगति की चिंता में लगें। टांग खिंचाई की जगह सहयोगात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें। अन्यथा समय निकलते जाएगा और हमारा बिहार पीछे छूटता ही चला जाएगा।
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Niyojit Teacher: सक्षमता परीक्षा पास शिक्षक ध्यान दें, शिक्षा विभाग ने DEO से मांगी 4 बड़ी जानकारी, पढ़ें पूरा मामला
दीनानाथ साहनी, पटना। Niyojit Shikshak Counselling: बिहार में सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण एक लाख 87 हजार 818 नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। ऐसे शिक्षकों की चरणबद्ध तरीके से काउंसलिंग होगी। शिक्षा विभाग के इस कदम को नियोजित शिक्षकों के लिए खुशखबरी मानी जा रही है।
शिक्षा विभाग ने DEO से मांगी 4 बड़ी जानकारीइसके लिए शिक्षा विभाग ने सभी प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों से विषयवार स्वीकृत बल, कार्यरत बल एवं रिक्त पदों तथा वर्गवार नामांकित छात्र-छात्राओं के बारे में पूरा ब्योरा जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) से मांगा है।
ब्योरा 25 जून तक उपलब्ध कराना अनिवार्ययह ब्योरा ई-मेल पर शिक्षा विभाग को 25 जून तक उपलब्ध कराना अनिवार्य है। सक्षमता परीक्षा में कक्षा 11वीं से 12वीं के पांच हजार 313, कक्षा नौवीं से 10वीं के 20 हजार 354, कक्षा छठी से आठवीं के 22 हजार 941 और कक्षा पहली से पांचवीं के एक लाख 39 हजार 10 शिक्षक उत्तीर्ण हैं। काउंसिलिंग के बाद ये सभी विशिष्ट शिक्षक बनने वाले हैं।
इन शिक्षकों से 3 जिलों के विकल्प लिए गए थेइन शिक्षकों से सक्षमता परीक्षा का फार्म भरते वक्त ही तीन जिलों के विकल्प लिए गए थे। इन शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा में मिले अंक एवं आरक्षण के आधार पर जिला आवंटित किए गए हैं। ये शिक्षक विद्यालय आवंटित होने और योगदान की तिथि से विशिष्ट शिक्षक बन जाएंगे और इन्हें राज्यकर्मी का दर्जा भी मिल जाएगा।
आचार संहिता के चलते काउंसलिंग को रोक दिया गया थाबता दें कि पहले लोकसभा चुनाव के दौरान ही सक्षमता पास नियोजित शिक्षकों की काउंसलिंग की तैयारी थी। लेकिन, आदर्श चुनाव आचार संहिता के मद्देनजर काउंसिलिंग के लिए शिक्षा विभाग ने राज्य निर्वाचन कार्यालय से अनुमति मांगी थी। लेकिन, काउंसलिंग की अनुमति नहीं मिली। इसके साथ ही यह तय हो गया था कि काउंसिलिंग आचार संहिता की समाप्ति के बाद होगी। काउंसिलिंग में नियोजित शिक्षकों के उन प्रमाण-पत्रों एवं कागजातों का सत्यापन होना है, जो उनके द्वारा सक्षमता परीक्षा के आनलाइन फार्म भरते वक्त दिए गए थे।
जल्द जारी होगा काउंसिलिंग संबंधी शिड्यूलशिक्षा विभाग द्वारा सक्षमता पास नियोजित शिक्षकों की काउंसिलिंग संबंधी शिड्यूल शीघ्र जारी किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने शिड्यूल को अंतिम रूप दे दिया है। यही कारण है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक सन्नी सिन्हा की ओर से मंगलवार को सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि विद्यालयवार शिक्षकों की रिक्तियों को ब्योरा निर्धारित तिथि तक उपलब्ध कराएं।
इसके लिए विभाग ने ई-मेल से सभी जिलों को एक फार्मेट जारी किया गया जिसमें कक्षा पहली से पांचवीं, कक्षा छठी से आठवीं, कक्षा नौवीं से 10वीं और कक्षा 11वीं से 12वीं तक के लिए विद्यालयवार, विषयवार स्वीकृत बल, कार्यरत बल एवं रिक्त पदों की संख्या तथा वर्ग समूहवार नामांकित विद्यार्थियों की संख्या को भरकर शिक्षा विभाग को भेजना है।
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Bihar Politics: लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश को पहला झटका, इस कद्दावर नेता ने थाम लिया लालू का 'लालेटन'
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News In Hindi लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की जनता दल यूनाइटेड (JDU) को बड़ा झटका लगा है। राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के बेटे अजीत सिंह ने जदयू को छोड़ वापस से आरजेडी ज्वाइन कर ली है। लालू यादव के साथ अजीत सिंह की तस्वीरें भी सामने आई हैं।
बता दें कि सियासी गलियारों में चर्चा है कि अजीत सिंह (Ajit Singh) रामगढ़ से विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं। अजीत सिंह ने लोकसभा चुनाव के बीच राजद छोड़ जदयू ज्वाइन की थी, लेकिन अब वहां पर उनका मोह भंग हो गया है।
'मैं अब आईएनडीआईए गठबंधन के...'अजीत सिंह ने जदयू छोड़ने का कारण भी बताया। उन्होंने कहा कि संविधान विरोधी साम्प्रदायिक शक्तियों को पराजित करने के लिए जदयू को छोड़ा है। अजीत सिंह ने कहा, "मैं अब आईएनडीआईए गठबंधन के समर्थन में प्रचार-प्रसार करूंगा"।
नोट- खबर को जल्द ही अपडेट किया जाएगा
जयंत चौधरी से लेकर चिराग पासवान तक... Tejashwi Yadav ने जारी की 22 नेताओं की लिस्ट; PM Modi पर बोला हमला
राज्य ब्यूरो, पटना। लालू प्रसाद के बड़े परिवार को लेकर चुनाव के दौरान सत्तापक्ष लालू परिवार पर काफी हमलावर रहा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो लगातार अपनी चुनावी सभाओं में लालू परिवार पर आक्रमक रहे, लेकिन अब केंद्र में वापस मोदी सरकार के गठन में मंत्रियों के पद बंटवारे में परिवारवाद को लेकर विपक्ष हमलावर हो गया है।
पहले कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पर हमला बोला। वहीं, अब बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा के परिवारवाद को लेकर कड़ी टिप्पणी की है।
'कथित विरासत वाली पार्टियों की बदौलत ही...'तेजस्वी यादव ने एक्स हैंडल पर लिखा कि राजनीति में परिवारवाद के सबसे बड़े संरक्षणकर्ता, पालनकर्ता और पोषणकर्ता ही परिवारवाद पर लंबा-चौड़ा प्रवचन देते हैं। कथित विरासत वाली पार्टियों की बदौलत ही आज उनकी सरकार और सियासत सांस ले पा रही है। उनकी कथनी और करनी के इस अंतर को हमारे महान देश की महान जनता बखूबी समझती है।
अपने पोस्ट के साथ तेजस्वी यादव ने मोदी का परिवारवाद को लेकर एक सूची जारी की है, जिसमें कई ऐसे मंत्रियों, नेताओं के नाम हैं, जिनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि राजनीतिक रही है और सत्ता उन्हें विरासत से मिली है।
राजनीति में परिवारवाद के सबसे बड़े संरक्षणकर्ता, पालनकर्ता और पोषणकर्ता ही परिवारवाद पर लंबा-चौड़ा प्रवचन देते है।
कथित विरासत वाली पार्टियों की बदौलत ही आज उनकी सरकार और सियासत सांस ले पा रही है।
उनके कथनी और करनी के इस अंतर को हमारे महान देश की महान जनता बखूबी समझती है।#india pic.twitter.com/EDZrQ2T55j
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 11, 2024 तेजस्वी ने जारी की 22 नेताओं की लिस्टइस सूची में एचडी कुमार स्वामी पुत्र देवेगौड़ा, जयंत चौधरी पुत्र चौधरी चरण सिंह, रामनाथ ठाकुर पुत्र भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर, राव इंद्रजीत सिंह पुत्र राव वीरेंद्र सिंह, रवनीत सिंह बिट्टू पोते पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया पुत्र माधव राव सिंधिया, चिराग पासवान पुत्र रामविलास पासवान, पीयूष गोयल पुत्र वेदप्रकाश गोयल समेत कुल 22 मंत्री-नेताओं के नाम हैं।
तेजस्वी यादव ने लिखा कि मंत्रिमंडल में मोदी ने परिवारवाद को प्राथमिकता दी है। उन्होंने लिखा कि यह तो केवल मंत्रियों की सूची है सांसद तो न जाने कितने हैं जो परिवारवाद की पृष्ठभूमि से राजनीति में आए हैं।
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Prashant Kishor: 'अगर मेरी पार्टी चुनाव नहीं जीती तो...', PK ने कर दिया बड़ा दावा; नीतीश-तेजस्वी को होगी टेंशन!
डिजिटल डेस्क, पटना। Prashant Kishor जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आधिकारिक रूप से राजनीति में एंट्री ले ली है। प्रशांत किशोर जल्द ही 'जन सुराज' को राजनीतिक दल बनाने जा रहे हैं। उन्होंने इसका एलान भी कर दिया है। वहीं, 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2025) को लेकर पीके ने अपनी रणनीति भी साफ कर दी है।
प्रशांत किशोर ने पटना स्थित ज्ञान भवन में आयोजित जन सुराज (Jan Suraaj) के समारोह में कहा कि जब उनका दल चुनाव लड़ेगा तो गठबंधन का कोई उपाय नहीं होगा। प्रशांत किशोर ने कहा, "हम ना तो चुनाव से पहले और ना ही चुनाव के बाद किसी तरह का गठबंधन करेंगे"।
कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगा जन सुराज?प्रशांत किशोर ने विशाल सभा को संबोधित करते हुए यह भी बताया कि उनकी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। प्रशांत किशोर ने दावा किया कि उनका दल बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि हम एक भी सीट कम नहीं करेंगे। पीके ने कहा, 243 का मतलब 243, 242 नहीं। प्रशांत किशोर के इस दावे से नीतीश-तेजस्वी भी टेंशन में आ सकते हैं। चुनावी मैदान में मुकाबला और कड़ा हो सकता है।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि कि अगर उनका दल चुनाव नहीं जीता तो 5 वर्ष और काई रगड़ना मंजूर है, लेकिन किसी के साथ गठबंधन नहीं करना है। या तो अर्श पर मरेंगे या फर्श पर मरेंगे। बीच में लटकने का उपाय नहीं है।
प्रशांत किशोर ने बताया जन सुराज का पहला संकल्पप्रशांत किशोर ने जन सुराज का पहला संकल्प भी साझा किया। उन्होंने कहा, "जन सुराज की व्यवस्था बनी तो सारभर के अंदर परेशानी में पड़े हुए लोग जो मजबूरी में पलायन किए हैं उनको वापस लाकर यहां रोजगार की व्यवस्था करनी है"।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जन सुराज रोजगार की गारंटी देगा और इसमें कहीं कोई शक मत रखिए, एक साल से ज्यादा नहीं लगेगा। उन्होंने कहा, "जो मजबूरी में गया है उसको सालभर के अंदर वापस बिहार लाने का का संकल्प जन सुराज ने लिया है। यही हमारा पहले संकल्प है"।
गलत साबित हुई PK की भविष्यवाणीगौरतलब है कि बीते दिनों प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव को लेकर भविष्यवाणी की थी। उन्होंने दावा किया था कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 300 से ज्यादा सीटें आएंगी। हालांकि, उनका दावा फेल साबित हुआ। किशोर ने बाद में कहा कि वह अब चुनावी भविष्यवाणी नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी माना कि उनके आंकड़े पूरी तरह से गलत साबित हुए।
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Bihar Politics: 'तेजस्वी ने गुनाह नहीं किया है तो...' , जेडीयू नेता के बयान से सियासत तेज; भड़क सकती है आरजेडी
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने मंगलवार को कहा कि तेजस्वी यादव ने अगर गुनाह नहीं किया है तो फिर जांच से क्यों डर रहे? भ्रष्टाचार के मामले में फंसे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) जिस तरह से केंद्रीय एजेंसियों को धमका रहे, उससे यह पता चलता है कि वह जेल जाने को लेकर बुरी तरह से डरे हुए हैं।
क्या तेजस्वी यादव को न्यायपालिका पर भरोसा नहीं है: राजीव रंजनराजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव को यह बताना चाहिए कि क्या उन्हें देश की न्यायपालिका पर भरोसा नहीं है? राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव को यह पता है कि जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती जाएगी, वैसे-वैसे उनके भ्रष्टाचार की कलई खुलती जाएगी। जो मामले अब तक दबे हुए हैं जांच में उनके खुलने की भी संभावना है।
तेजस्वी बयानबाजी से अपना दामन साफ दिखाने का प्रयास कर रहेराजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव अभी से ही वह जांच एजेंसियों के खिलाफ बयानबाजी कर अपना दामन साफ दिखाने का प्रयास कर रहे हैं। पर उन्हें यह समझना चाहिए कि जांच एजेंसियों को धमकाने से उनके भ्रष्टाचार के दाग मिटने वाले नहीं हैं।
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Government Jobs: युवाओं के पास Agniveer, बैंक Clerk-PO बनने का मौका; पढ़ें सिविल सेवा और ITI से जुड़े अहम अपडेट
जागरण टीम, पटना/गया। युवाओं और विद्यार्थियों के लिए रोजगार और शिक्षा से जुड़ी अच्छी खबर सामने आई है। रोजगार के असवर तलाश रहे युवाओं के पास अग्निवीर योजना के तहत सेना में शामिल होने का मौका है।
वहीं, सरकारी बैंकों में भी करीब 10 हजार पदों पर क्लर्क व पीओ की भर्ती निकली है। इसके अलावा यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। वहीं, बिहार में आईटीआई में एडमिशन को लेकर बड़ा अपडेट है। यहां पढ़ें चारों जरूरी खबरें...
अग्निवीर बनने का मौका, गया में होगी प्रक्रियाAgniveer GD Bharti: अग्निवीर जीडी भर्ती 25 से 29 जून तक बोधगया के बीएमपी-3 ग्राउंड पर होगी। सेना भर्ती कार्यालय के अनुसार 25 जून को अरवल, औरंगाबाद, शेखपुरा और कैमूर (भभुआ), 26 जून को गया, जहानाबाद, लखीसराय, 27 जून को नालंदा, नवादा, रोहतास और जमुई के अभ्यर्थियों की शारीरिक परीक्षा होगी।
28 जून को अग्निवीर ओए एवं टेक भर्ती अरवल, औरंगाबाद, गया, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, नालंदा, नवादा, रोहतास और शेखपुरा, 29 जून को अग्निवीर ट्रेड्समैन भर्ती के लिए अरवल, औरंगाबाद, गया, जमुई, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, नालंदा, नवादा, रोहतास, शेखपुरा के अभ्यर्थियों की परीक्षा होगी।
29 जून को बिहार और झारखंड के अन्तर्गत सभी जिलों के नर्सिंग और फार्मा के अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे। सेना भर्ती में होने वाले अग्निवीर सैनिक जीडी, सैनिक क्लर्क, स्टोरकीपर, तकनीकी, नर्सिंग सहायक और सैनिक ट्रेडमैन पदों के लिए भर्ती की जाएगी।
क्लर्क व पीओ के 9,995 पदों के लिए 27 जून तकGovernment Bank Job: बैंकिंग कार्मिक चयन संस्थान (आईबीपीएस) ने आरआरबी क्लर्क (RRB Clerk) और पीओ (RRB PO) के नौ हजार 995 पदों पर बहाली के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आवेदन के लिए वेसबाइट ibps.in पर लिंक 27 जून तक उपलब्ध होगा।
इसमें सफल अभ्यर्थी देशभर के क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों (आरआरबी) में आफिस असिस्टेंट और ऑफिसर (स्केल 1, 2 और 3) के पदों पर नियुक्त होंगे। इसमें मल्टीपर्पज ऑफिस असिस्टेंट (क्लर्क) के पांच हजार 585, आफिसर स्केल -1 के तीन हजार 499, ट्रेनी मैनेजर स्केल-2 के 21 तथा आफिसर स्केल-3 के 129 पद चिह्नित किए गए हैं। आवेदन, परीक्षा सहित तमाम जानकारी वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है।
इस वर्ष 151 ITI में 32,772 सीटों पर होगा नामांकनITI Admission: पटना। इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा संचालित 151 आइटीआई में 32,772 सीटों नामांकन लिया जाएगा। इसके अलावा लगभग 1,250 निजी संस्थानों के सवा लाख सीटों पर भी नामांकन होगा। आइटीआई संस्थानों में नामांकन की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है।
आईटीआई संस्थानों में नामांकन के लिए मैट्रिक पास होना अनिवार्य है। राज्य के आईटीआई संस्थानों में बच्चों को पढ़ाने के लिए कई हाईटेक ट्रेड शुरू किए गए हैं। इसके लिए टाटा टेक की ओर से श्रम संसाधन विभाग से समझौता किया गया है। नए ट्रेडों का संचालन संयुक्त रूप से किया जाएगा।
UPSC (CSE) में 30 मिनट पहले तक ही मिलेगा प्रवेशUPSC Exam: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा 16 जून को होगी। इसमें शामिल होने के लिए प्रवेश पत्र जारी कर दिया गया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले परिसर में प्रवेश कर जाना होगा।
निर्धारित अवधि के 30 मिनट पहले गेट बंद कर दिया जाएगा। Civil Service Prelims प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होगी। पहली पाली सुबह 9:30 से 11:30 बजे तथा दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 2:30 से शाम 4:30 बजे तक होगी।
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Jitan Ram Manjhi: मंत्री बनते ही मांझी ने खाई कसम; पीएम मोदी से कर दिया बड़ा वादा; कहा- मैं प्रण लेता हूं कि...
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi: पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने मंगलवार को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय का पदभार ग्रहण करने के बाद कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को सफल बनाने का काम करेंगे। देश एवं बिहार की गरीब जनता के लिए आर्थिक समृद्धि का द्वार खोलना मेरी प्राथमिकता होगी।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के द्वारा देश के विकास में योगदान के लिए मिली इस जिम्मेदारी से अभिभूत हूं और विकसित भारत के दृष्टिकोण के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अपेक्षाओं को पूरा करने का प्रण लेता हूं। यह विश्वास दिलाता हूं कि विकास की रोशनी जहां तक अभी नहीं पहुंच सकी है, वहां तक विकास को पहुंचाना है।
जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ होती है, जिसे आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री के विजन को सफल बनाना है।
जीतन राम मांझी सामान्य परिवार में जन्म लिया थाजीतनराम मांझी एक सामान्य परिवार में जन्मे थे। ये आज भी अपना प्रेरणास्त्रोत पर्वत पुरूष दशरथ मांझी को मानते हैं। जीतनराम मांझी गर्व के साथ कहते हैं कि वे मेरे परिवार के सदस्य और अग्रज रहे हैं। जीतनराम मांझी को जब जीत मिली तो वह शानदार तरीके से पहली बार सबसे लोकसभा में पहुंचकर अपनी संघर्ष की गाथा को मंत्री के रूप में परिणित किया।
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Bihar Politics: सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को मिल गया स्पेशल टास्क; इन मंत्रियों को भी मिली नई जिम्मेदारी
राज्य ब्यूरो,पटना। Bihar Political News Today: लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया समाप्त होने के बाद अब राज्य में सरकार कामकाज ने गति पकडऩी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में सरकार ने मंत्रियों को जिला का प्रभार दे दिया है। उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) को पटना जबकि उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को मुजफ्फरपुर और भोजपुर का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। मंत्रिमंडल सचिवालय ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिए हैं।
मंत्रियों को जिला का प्रभार देने का कार्य आचार संहिता की वजह से यह कार्य बाधित था। मंत्रिमंडल द्वारा जारी आदेश के मुताबिक जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी को पूर्णिया और नालंदा का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। उर्जा और योजना विकास विभाग के मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव को वैशाली का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
प्रेम कुमार और श्रवण कुमार को भी मिली जिम्मेदारीसहकारिता मंत्री डा. प्रेम कुमार को नवादा जिला, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार को समस्तीपुर और मधेपुरा, सूचना एवं प्रावैधिकी मंत्री संतोष कुमार सुमन को औरंगाबाद का मंत्री बनाया गया है। इन मंत्रियों के अलावा विज्ञान प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार को सारण, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी को सिवान, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को दरभंगा और बेगूसराय का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
नीरज कुमार को कटिहार की जिम्मेदारीपीएचईडी मंत्री नीरज कुमार को कटिहार का प्रभारी मंत्री, ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री अशोक चौधरी को सीतामढ़ी और जहानाबाद का प्रभारी मंत्री बनाया गया है। खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह को मधुबनी, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी को सुपौल का प्रभार दिया गया है। इनके अलावा उद्योग एवं पर्यटन मंत्री नीतीश मिश्रा को अररिया व गया, नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री नीतीन नवीन को बक्सर और कैमूर का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डा. दिलीप कुमार को सहरसा, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी को खगडिय़ा, परिवहन मंत्री शीला कुमारी को शेखपुरा एवं लखीसराय, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को पूर्वी चंपारण, अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण मंत्री जनक राम को पश्चिम चंपारण और पिछड़ा एवं अति पिछड़ा कल्याण मंत्री हरी सहनी को अरवल, गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णनंदन पासवान को गोपालगंज की जिम्मेदारी मिली है।
इसके अलावा भवन निर्माण मंत्री जयंत राज को रोहतास, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो. जमा खान को किशनगंज और शिवहर, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री रत्नेश सदा को जमुई, पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता को मुुंगेर, खेल मंत्री सुरेंद्र महतो को बांका जबकि श्रम संसाधन मंत्री संतोष कुमार सिंह को भागलपुर का प्रभारी मंत्री बनाया गया है।
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Patna Metro Update: पटना मेट्रो को लेकर नया अपडेट, अब इस रूट के लिए खुदाई शुरू; 5 स्टेशन होंगे कवर
राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News: मोइनुलहक स्टेडियम से पटना विश्वविद्यालय तक मेट्रो सुरंग की खोदाई का काम पूरा होने के बाद अब अगले चरण की खुदाई का काम शुरू कर दिया गया है। दूसरे चरण में अशोक राजपथ के नीचे पटना विश्वविद्यालय से पीएमसीएच होते हुए गांधी मैदान तक मेट्रो सुरंग की खुदाई की जा रही है।
मंगलवार को टनल बोरिंग मशीन ने करीब 2302 मीटर लंबी मेट्रो सुरंग की खुदाई का काम शुरू कर दिया। पटना मेट्रो (Patna Metro) के कोरिडोर-दो में एलिवेटेड और भूमिगत दोनों रूट पर काम चल रहा है।
इन 5 स्टेशनों को करेगा कवरयह रूट न्यू आइएसबीटी से मलाही पकड़ी, पटना विश्वविद्यालय, गांधी मैदान होते हुए पटना जंक्शन तक जाएगा। इस रूट में न्यू आइएसबीटी से लेकर मलाही पकड़ी तक पांच स्टेशन एलिवेटेड हैं, जिसके पिलर ढलाई के बाद गर्डर रखे जाने का काम अंतिम चरण में है। वहीं मलाही पकड़ी से आगे राजेन्द्रनगर से लेकर पटना जंक्शन तक यह भूमिगत यानी अंडरग्राउंड मेट्रो चलेगी।
इसी रूट में सुरंग खुदाई का काम चल रहा है। पटना मेट्रो का निर्माण कर रही दिल्ली मेट्रो रेल कारपारेशन (डीएमआरसी) के अनुसार, मोइनुलहक स्टेडियम से पटना विश्वविद्यालय तक सुरंग की खुदाई करने वाली पहली टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम-1) को ही विश्वविद्यालय के पास सुरंग खुदाई में लगाया गया है। इस टीबीएम-1 को 13 मई को रीट्रीवल किया गया और 24 मई को पुनः विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन से गांधी मैदान की ओर दूसरी यात्रा के लिए शाफ्ट में उतारा गया था।
मंगलवार से सुरंग खोदने का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। अत्याधुनिक कम्प्यूटरीकृत नेविगेशन प्रणाली से लैस टीबीएम -1 प्रतिदिन औसत 10 मीटर की खुदाई करेगा। सुरंग निर्माण के दौरान चौबीस घंटे काम की निगरानी की जाएगी जिससे जमीन के ऊपर चल रहे यातायात, व्यवसाय और लोगों को किसी तरह की परेशानी न हो।
10 माह में खोदी गई थी पटना मेट्रो की पहली सुरंगमोइनुलहक स्टेडियम से पटना विश्वविद्यालय तक करीब डेढ़ किमी लंबी सुरंग की खुदाई करीब दस माह में पूरी हुई थी। टीबीएम -1 ने 20 मार्च को विश्वविद्यालय मेट्रो स्टेशन पर पहला ब्रेक थ्रू सफलतापूर्वक हासिल किया था। वहीं दूसरी टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम)-2 ने 14 मई को ब्रेक थ्रू हासिल किया था।
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IIT-NIT Admission: बिहार बोर्ड का परसेंटाइल हुआ कम, महराष्ट्र में OBC का कटऑफ सामान्य वर्ग से ज्यादा; पढ़ें ये रिपोर्ट
जागरण संवादददाता, पटना। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईटी) में नामांकन के लिए 12वीं की वार्षिक परीक्षा में अपने बोर्ड के 20 परसेंटाइल या 75 प्रतिशत अंक प्राप्त करना अनिवार्य है।
यदि किसी विद्यार्थी ने जेईई एडवांस में बेहतर रैंक प्राप्त की है, लेकिन वह 12वीं में 75 प्रतिशत अंक या अपने बोर्ड के 20 परसेंटाइल कटऑफ में शामिल नहीं है तो वह नामांकन से वंचित होंगे। सभी परीक्षा बोर्ड ने जोसा (संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण) को 20 परसेंटाइल का कटआफ उपलब्ध करा दिया है।
बिहार बोर्ड में सामान्य श्रेणी का परसेंटाइल पिछले वर्ष की तुलना में चार अंक कम हुआ है। महाराष्ट्र बोर्ड में सामान्य श्रेणी के छात्रों से दोनों वर्ष ओबीसी छात्रों का कटआफ अधिक रहा है।
20 परसेंटाइल का कटऑफ सबसे अधिक सीआइसीएसई का है। 20 परसेंटाइल का कटऑफ गणित, भौतिकी, रसायन, भाषा विषय व अन्य एक विषय में प्राप्त अंक के आधार पर जारी किया जाता है। पूरी वस्तुस्थिति पर जयशंकर बिहारी की रिपोर्ट :-
बोर्ड और श्रेणीवार 20 परसेंटाइल कटऑफबिहार विद्यालय परीक्षा समिति वर्ष सामान्य ओबीसी एससी एसटी 2023 351 345 327 331 2024 347 319 313 311यह भी पढ़ें - Jee Advanced Topper: पटना के अनिकेत जेईई एडवांस में बने सेकेंड टॉपर, इतने नंबर लाकर हासिल किया दूसरा स्थान
सीबीएसई वर्ष सामान्य ओबीसी एससी एसटी 2023 420 412 382 372 2024 417 414 391 372 सीआइएसई वर्ष सामान्य ओबीसी एससी एसटी 2023 444 432 418 378 2024 444 431 415 375 झारखंड एकेडमिक काउंसिल वर्ष सामान्य ओबीसी एससी एसटी 2023 384 381 373 372 2024 366 374 354 349 महाराष्ट्र स्टेट बोर्ड सेकेंड्री एंड हायर सेकेंड्री एजुकेशन : वर्ष सामान्य ओबीसी एससी एसटी 2023 348 352 331 323 2024 378 383 364 366 बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन मध्यप्रदेश वर्ष सामान्य ओबीसी एससी एसटी 2023 407 395 384 364 2024 415 407 396 374 बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन, राजस्थान वर्ष सामान्य ओबीसी एससी एसटी 2022 417 474 468 465 2023 414 419 399 387 माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तरप्रदेश वर्ष सामान्य ओबीसी एससी एसटी 2023 369 362 348 333 2024 385 376 361 350
BPSC TRE 3.0: अध्यापक नियुक्ति परीक्षा की तारीख बदली, HC के आदेश पर बीपीएससी ने जारी किया नया शेड्यूल
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने मंगलवार को तृतीय चरण की अध्यापक नियुक्ति परीक्षा की संशोधिक संभावित तिथि जारी कर दी है।
परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि उच्च न्यायालय के आदेश के आलोक में चार से 10 जून तक अतिथि शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए गए हैं।
पूर्व से निर्धारित परीक्षा तिथि में संशोधन किया गया है। अब परीक्षा जिला मुख्यालयों में 19 से 22 जुलाई तक संभावित है।
प्रधानाध्यापक व प्रधान शिक्षक की परीक्षा तिथि बदलीअपर सचिव सह परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि प्रधानाध्यापक की परीक्षा 23 जून को निर्धारित की गई थी। इसी दिन बीसीईसीबी की परीक्षा होनी है। एक जिले में दो परीक्षाओं के आयोजन कराने में व्यवहारिक कठिनाइयां हो रही हैं। इस कारण अब प्रधानाध्यापक की परीक्षा 28 जून को निर्धारित की गई है।
वहीं, प्रधान शिक्षक के पदों पर नियुक्ति के लिए परीक्षा 22 जून को निर्धारित की गई थी। इस तिथि में भी बीसीईसीबी की परीक्षा होने के कारण अब इसका आयोजन 29 जून को निर्धारित की गई है। विस्तृत जानकारी वेबसाइट पर जल्द ही अपलोड कर दी जाएगी।
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Bihar Weather Today: बिहार में मानसून कब आएगा? पढ़ें मौसम विभाग का नया अपडेट; 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: राजधानी समेत प्रदेश में अगले चार दिनों तक भीषण गर्मी व लू का प्रभाव जारी रहेगा। पटना समेत प्रदेश के 26 जिलों में 14 जून तक गर्म पछुआ हवा का प्रवाह जारी रहेगा। सूर्य के तल्ख तेवर व राजस्थान से आने वाली गर्म हवा से दिन-रात अभी राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना ने पटना सहित गया, सारण, रोहतास, शेखपुरा, गोपालगंज और वैशाली में भीषण गर्मी व लू को लेकर चेतावनी दी है।
इन 6 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारीजबकि, प्रदेश के छह जिलों के बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद , नवादा, सिवान और अरवल में भीषण (हीट वेव) लू को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है। उत्तर-पश्चिम, उत्तर-मध्य और दक्षिण भागों के एक या दो स्थानों पर आर्द्र दिन रहने की संभावना है।
मानसून को लेकर मौसम विभाग का नया अपडेटतपती गर्मी से राहत को लेकर लोग अब मानसून की आस लगाए बैठे हैं। वहीं मौसम विज्ञान केंद्र की नई जानकारी के अनुसार मानसून को प्रदेश में आने की संभावना 15-20 जून के आसपास जताई जा रही है। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार मानसून अपने निर्धारित समय से देर से आने के आसार है। पूरे प्रदेश में मानसून का प्रभाव जून के अंत होने की संभावना है।
इन जिलों में बारिश के आसारBihar News: सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। मंगलवार को पटना व आसपास इलाकों का अधिकतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ 42.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, 46.5 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर चौथे दिन प्रदेश में सबसे गर्म रहा।
देश में प्रयागराज सबसे गर्म रहामौसम विभाग के अनुसार प्रयागराज देश में सबसे गर्म स्थान रहा। यहां पर मंगलवार को अधिकतम तापमान 47.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
इन 12 जिलों में रहा लू का प्रभावBihar News: मंगलवार को पटना सहित गया, मुजफ्फरपुर, डेहरी, शेखपुरा, गोपालगंज, जमुई, बक्सर, भोजपुर, वैशाली, औरंगाबाद, जीरादेई, अरवल एवं रोहतास के बिक्रमगंज में लू का प्रभाव बना रहा। वहीं, शेष भागों में पछुआ के कारण गर्म दिन बना रहा।
मानसून के आने का इंतजारभीषण गर्मी व लू के प्रभाव से लोगों के साथ जीव-जंतुओं का भी बुरा हाल है। घरों में दिन-रात लोग एसी में रहने को मजबूर हैं। वहीं घरों में लगे पंखे व कूलर से लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है। शहर के चौक- चौराहे पर लगे पेड़-पौधे भी गर्मी के कारण झुलस रहे हैं।
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Bihar Crime News: पिस्टल के बल पर पत्रकार समेत 3 से लूटपाट, शिक्षक का फोड़ा सिर; पढ़ें पूरा मामला
जागरण संवाददाता, पटना। पत्रकार नगर और गांधी मैदान थाना क्षेत्रों में सोमवार की रात साढ़े तीन से मंगलवार की भोर साढ़े चार बजे तक बाइक सवार अपराधियों ने पिस्टल के बल पर पत्रकार, शिक्षक समेत तीन लोगों से लूटपाट की।
लूट का विरोध करने पर अपराधियों ने पिस्टल की बट से वार कर शिक्षक का सिर फोड़ दिया। हैरत है कि एक घंटे तक हथियारबंद अपराधी सड़क पर उत्पात मचाते रहे, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी।
इन वारदातों ने पुलिस की गश्ती पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। प्रारंभिक जांच में माना जा रहा है कि तीनों वारदातों में एक ही गिरोह की संलिप्तता है। सिटी एसपी (पूर्वी) भारत सोनी ने बताया कि तकनीकी जांच से आरोपितों की पहचान की जा रही है।
हेलमेट भी लेकर चले गए लुटेरेबताया जाता है कि एक दैनिक अखबार के पत्रकार विवेकानंद ठाकुर रात साढ़े तीन बजे कार्यालय से चित्रगुप्त नगर पोस्टआफिस गली स्थित घर लौट रहे थे। वे गली के समीप पहुंचे ही थे कि बाइक सवार दो अपराधियों ने उन्हें घेर लिया।
इसके बाद पिस्टल दिखा कर उनसे मोबाइल और पर्स लूट ली। बाइक की चाबी और हेलमेट भी लेकर फरार हो गए। घर पहुंचने के बाद उन्होंने स्वजन के मोबाइल से काल कर पुलिस को जानकारी दी।
पत्रकार से लूटपाट करने के बाद अपराधियों ने मलाहीपकड़ी चौक पर युवक से बाइक लूट ली। पुलिस घटनास्थल के पास लगे सीसी कैमरों के फुटेज खंगाल रही है। अंधेरा होने की वजह से आरोपितों के चेहरे साफ नहीं दिख रहे।
मधुबनी के रहने वाले हैं शिक्षकमधुबनी के अरेर थाना क्षेत्र के रहने वाले कृष्ण मोहन ठाकुर पेशे से शिक्षक हैं। वे स्कूल जाने के लिए पटना जंक्शन से ट्रेन पकड़ने वाले थे। भोर में लगभग साढ़े चार बजे अपराधियों ने उन्हें गांधी मैदान थाना क्षेत्र के राजेंद्र पथ में भट्टाचार्य मोड़ के पास रोक कर समय पूछा।
उन्होंने चलते-चलते इशारा किया कि उनके पास घड़ी नहीं है। तब अपराधियों ने पिस्टल भिड़ा दी और मोबाइल छीनने लगे। विरोध करने पर पिस्टल के बट से उनका सिर फोड़ दिया। शोर-शराबा सुनकर आसपास के होटलों के गार्ड दौड़े तो अपराधी वहां से फरार हो गए।
Upendra Kushwaha: अचानक बदल गए उपेंद्र कुशवाहा के सुर, चंद शब्दों में Lalu Yadav से कह दी 'मन की बात'!
डिजिटल डेस्क, पटना। Upendra Kushwaha On Lalu Yadav राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद ने मंगलवार को अपनी 77वीं जन्मतिथि मनाई। उन्होंने 1राबड़ी आवास में परिवार के सदस्यों और पार्टी नेताओं की उपस्थिति में 77 पाउंड का केक काटा।
लालू प्रसाद की 77वीं जन्मतिथि पर उन्हें बधाई देने वालों का दिनभर तांता लगा रहा। देश के नामी राजनेताओं और अलग-अलग क्षेत्र की शख्सियतों ने भी उन्हें फोन कर बधाई दी।
नीतीश-सोनिया गांधी ने दी बधाई, मगर चर्चा उपेंद्र कुशवाहा कीबधाई देने वालों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, तामिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन,पं बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव शामिल हैं।
'सामाजिक न्याय का योद्धा'वहीं, राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने भी उनको बधाई दी। उनकी बधाई की चर्चा पूरे हरियाणा में रही। कल तक रैलियों में लालू को कोसने वाले कुशवाहा ने उनको सामाजिक न्याय का योद्धा बता दिया।
कुशवाहा ने एक्स हैंडल पर लिखा, "अपने समय में सामाजिक न्याय के बड़े योद्धा रहे श्रीमान लालू प्रसाद जी को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं। ईश्वर से उनके उत्तम स्वास्थ्य एवं दीर्घायु होने की कामना करता हूं"।
काराकाट से हारने के बाद छलका था कुशवाहा का दर्दबता दें कि काराकाट सीट से चुनाव लड़े उपेंद्र कुशवाहा को जीत नसीब नहीं हुई। काराकाट में पवन सिंह की एंट्री से उनका खेल खराब हो गया। यहां से सीपीआई-एमएल के राजा राम सिंह ने बाजी मारी।
बीते दिनों कुशवाहा का दर्द भी सामने आ गया। कुशवाहा ने कहा था कि पवन सिंह को फैक्टर बनाया गया या वे बने, ये सब लोग जानते हैं। मुझे और कुछ नहीं कहना। कुशवाहा ने परोक्ष रूप से गुटबाजी को उनकी हार का कारण बताया।
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Bihar School News: सरकारी स्कूलों के शिक्षकों की ऑनलाइन होगी अटेंडेंस, छात्रों के लिए भी नया आदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश के सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों की अब ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने मोबाइल एप तैयार किया है। इसी एप पर सभी छात्र-छात्राओं की उपस्थिति भी लगेगी। इसके लिए प्रत्येक विद्यालय को टैबलेट उपलब्ध कराया जा रहा है।
इस संबंध में विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ की ओर से मंगलवार को सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है।
इसके पहले शिक्षा विभाग द्वारा प्रतिदिन वीडियो कांफ्रेंसिंग से शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति संबंधी आंकड़ा लिया जा रहा था। इस व्यवस्था को बंद करते हुए शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं की उपस्थिति ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप के माध्यम से लेने का फैसला लिया गया है। इस नई व्यवस्था के तहत पहले चरण में तत्काल सभी प्रधानाध्यापक और शिक्षक मोबाइल एप के माध्यम से प्रतिदिन उपस्थिति दर्ज करेंगे।
दूसरे चरण में ई-शिक्षाकोष मोबाइल एप से छात्र-छात्राओं की प्रतिदिन उपस्थिति ली जाएगी। ऑनलाइन उपस्थिति के लिए प्रधानाध्यापक व शिक्षक को दो बटन दिखायी देंगे। एक बटन स्कूल इन का और दूसरा स्कूल आउट का होगा।
ऐसे दर्ज होगी उपस्थितिविद्यालय आते समय स्कूल इन और जाते समय स्कूल आउट का बटन क्लिक करेंगे। स्कूल इन बटन को क्लिक करते ही मोबाइल का कैमरा सेल्फ मोड में खुल जाएगा। उसके बाद कैप्चर बटन क्लिक किया जाएगा। उसके बाद उनका फोटो, तिथि, समय दिखाई देगा। फिर, कंफर्म बटन क्लिक करते ही उपस्थिति दर्ज हो जाएगी।
यहां से डाउनलोड करें ई-शिक्षाकोष एपअपर मुख्य सचिव ने जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि गूगल प्ले स्टोर से ई-शिक्षाकोष एप को अपने एंड्रायड मोबाइल फोन में डाउनलोड करें। सभी प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक अपने टीचर आईडी से ई-शिक्षाकोष एप पर लाग-इन करेंगे।
जिन शिक्षकों के पास पूर्व के टीचर आइडी उपलब्ध नहीं हैं अथवा भूल गए हैं, वे अपने प्रधानाध्यापक से संपर्क कर पूर्व से जेनेरेटेट टीचर आइडी प्राप्त करें। टीचर आइडी उपलब्ध कराने के लिए प्रधानाध्यापक स्कूल के लाग-इन आइडी से शिक्षक माड्यूल में जाकर संबंधित शिक्षक का टीचर आइडी उपलब्ध कराएंगे।
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Bihar Politics: लोकसभा चुनाव खत्म, अब होगी I.N.D.I.A की 'अग्निपरीक्षा'; 10 जुलाई को हो जाएगा फैसला
विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। पिछली बार की तुलना में इस बार लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने वाले महागठबंधन (I.N.D.I.A Bloc) की असली परीक्षा रूपौली में होगी। वहां की जदयू विधायक बीमा भारती राजद के टिकट पर पूर्णिया में मात खा चुकी हैं। रूपौली में भी उन्हें अपेक्षित वोट नहीं मिले।
बीमा को पराजित करने वाले राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव अभी नियमत: कांग्रेस के हुए नहीं हैं, लेकिन राजद के सर्वेसर्वा (लालू और तेजस्वी) से मिले अपमान और अवरोध के दंश से वे तिलमिलाए हुए हैं। पूर्णिया लोकसभा क्षेत्र के छह विधानसभा क्षेत्रों में से एक रूपौली भी है, जहां महागठबंधन में पिछली बार भाकपा का प्रत्याशी था।
इस बार उप चुनाव में वहां पप्पू से अड़ंगे की आशंका है। वैसी स्थिति में महागठबंधन के नेतृत्वकर्ता राजद को कांग्रेस से हस्तक्षेप की अपेक्षा होगी। कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व के लिए पप्पू को मनाना सहज भी नहीं होगा। ऐसे में केंद्रीय नेतृत्व का ही आसरा होगा।
पांच बार विधायक रही हैं बीमा भारतीविधानसभा का पहला चुनाव निर्दलीय जीतने वाली बीमा पांच बार विधायक रही हैं। एक बार राजद से और पिछली तीन पारी जदयू से। एक समय वे नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल की सदस्य भी रहीं। पिछले वर्ष प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के दौरान उनका मन विचलित हुआ। संसद पहुंचने की महत्वाकांक्षा में वे जदयू छोड़ राजद के पाले में चली गईं।
पूर्णिया में हुई दुर्गति के बाद विरोधी उनके राजनीतिक अवसान का ताना-बाना बुनने लगे हैं, जबकि बीमा रूपौली से उप चुनाव लड़कर अपना अस्तित्व सिद्ध करने की उधेड़बुन में हैं। बाहुबली पति अवधेश मंडल के कारण राजनीतिक वर्चस्व बनाए रखने की उनकी विवशता है।
गंगोता समाज के वोटर निर्णायकरूपौली में गंगोता समाज के मत निर्णायक हैं, जिसके बूते बीमा अब तक राजनीति करती रही हैं। इस बार उप चुनाव में उस समाज की प्रतिबद्धता भी कसौटी पर होगी कि वह व्यक्ति प्रभावित है या दल-गठबंधन से। हालांकि, लोकसभा चुनाव में उसका रुझान मिल गया है। रूपौली में 10 जुलाई को मतदान होना है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में रूपौली पर जदयू की दावेदारी स्वाभाविक है, लेकिन महागठबंधन के भीतर समन्वय में अड़चन आएगी। पिछले कई चुनावों में वहां सम्मानजनक वोट पाने वाली भाकपा ने अभी दावेदारी छोड़ी नहीं है। बुधवार को बैठक कर वह अपना रुख तय करेगी।
पप्पू का किससे है पंगा?दूसरी तरफ राजद में बीमा के नाम पर सहमति सहज नहीं। बदली परिस्थितियों में दूसरा कोई दल उनके साथ शायद ही खड़ा हो, जबकि पप्पू का पंगा बीमा से ज्यादा राजद से है। ऐसे में राजद को पप्पू से सहायता की अपेक्षा फलीभूत होगी या नहीं, यह कहना कठिन है। हालांकि, भविष्य की राजनीति के दृष्टिगत कांग्रेस आलाकमान के निर्देश की अवहेलना वे शायद ही करें। इस निर्देश के लिए कांग्रेस से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद आग्रह कर सकते हैं। राजद के अंदरखाने ऐसी चर्चा है।
सांसद चुने जाने के बाद प्रियंका गांधी से भेंट कर पप्पू ने कांग्रेस के प्रति अपने झुकाव का एक और संदेश दिया है। पूर्णिया से टिकट की अपेक्षा में अपनी जन अधिकार पार्टी का विलय करते हुए वे दिल्ली में कांग्रेस का हाथ थामे थे। पटना में प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें अपनाने से इनकार कर दिया, जबकि लालू ने एकतरफा निर्णय लेते हुए पूर्णिया में राजद का सिंबल बीमा को थमा दिया।
पप्पू के लिए मन मसोस कर निर्दलीय मैदान में उतरने के अलावा दूसरा उपाय नहीं था। राजद नेतृत्व ने उसके बाद भी उनका पीछा नहीं छोड़ा। पूर्णिया की जनसभा में पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने जन-समूह से सार्वजनिक आग्रह किया कि अगर बीमा की जीत संदिग्ध लगे तो अपना वोट राजग को दे दें। उनका स्पष्ट संकेत पप्पू को परास्त करने का था, जबकि अपनी जीत दर्ज कराते हुए पप्पू रूपौली में भी बीमा से 61827 वोट अधिक पाने में सफल रहे।
विधानसभा के पिछले चुनाव में बीमा को वहां 64324 मत मिले थे। इस बार उन्हें 10968 वोट मिले हैं। प्रत्याशियों में जदयू के संतोष कुशवाहा को सर्वाधिक 97469 मत मिले हैं। इस संख्या के आगे पप्पू बौने हो जाते हैं। यह आंकड़ा ही महागठबंधन को एकजुटता के लिए प्रेरित करेगा।
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