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Bihar Politics: शिवानंद तिवारी बोले- नरेंद्र मोदी का विकास आम आदमी के लिए नहीं, वंदे भारत शुरू तो की; लेकिन...
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विकास आम आदमी के लिए नहीं है। उन्होंने अपने 10 वर्षों के शासन में कभी आम आदमी की खोज खबर नहीं ली। यहां तक कि आम आदमी की सवारी रेलगाड़ी में भी संपन्न लोगों का ही ख्याल रखा।
यही कारण है कि पीएम मोदी ने वंदे भारत जैसी तेज गति की रेलगाड़ियों का तो प्रबंध किया, लेकिन उसमें आम गरीबों के सफर की गुंजाइश नहीं रखी। आज भी देश के गरीब रेलगाड़ियों में अमानवीय तकलीफ झेल कर सफर करते हैं।
शिवानंद ने स्मार्ट सिटी का भी उठाया मुद्दाउन्होंने कहा कि बिहार की आबादी का बहुत बड़ा हिस्सा रोजी रोटी के लिए हर साल पलायन करता है। इस श्रेणी के लोगों के पास श्रम के अलावा अपने और परिवार के भरण पोषण के लिए दूसरा कोई जरिया नहीं है। इनमें प्रायः दलित, अति पिछड़े, पिछड़े, मुसलमानों का पसमांंदा हिस्सा शामिल हैं।
सामान्य वर्ग के लोग भी पलायन करते हैं, लेकिन यह श्रमिक वर्ग नहीं है। ये श्रमिकों की निगरानी का काम करते हैं। ऐसे लोगों की सुविधा का ख्याल मोदी जी की रेल में नहीं रखा गया है। उन्होंने कहा कि यही हाल स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का है। शहरों को स्मार्ट बनाने के नाम पर रोज कमाकर खाने वालों को सड़क के किनारे से खदेड़ा जा रहा है।
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SSC GD Results 2024 : एसएससी जीडी कांस्टेबल के लिए अब 46,617 पदों पर होगी भर्ती, कभी भी जारी हो सकता है रिजल्ट
जागरण संवाददाता, पटना। एसएससी जीडी कांस्टेबल रिजल्ट (SSC GD Constable Result 2024) जारी होने से पहले पदों की संख्या लगभग दोगुनी बढ़ा दी गई है।
लिखित परीक्षा फरवरी-मार्च में आयोजित की गई थी। अब एसएससी जीडी कांस्टेबल की वैकेंसी 26 हजार 146 से बढ़कर 46 हजार 617 हो गई है। अपडेटेड वैकेंसी के बाद रिजल्ट कभी भी जारी हो सकता है।
अब बीएसएफ में 12,076, सीआइएसएफ कमें 13,632, सीआरपीएफ में 9,410, एसएसबी में 1,926, आइटीबीपी में 6,287, असम राइफल्स में 2,990 तथा एसएसएफ में 296 पदों पर भर्ती होगी। एसएससी ने इन रिवाइज्ड वैकेंसी का नोटिफिकेशन वेबसाइट ssc.gov.in पर जारी कर दिया है।
एसएससी जीडी कांस्टेबल के लिए 46,47,646 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। एसएससी जीडी कांस्टेबल परीक्षा में उत्तर प्रदेश और बिहार में 15,20,063 अभ्यर्थी शामिल हुए हैं। यूपी में 11,18,823 और बिहार में 4,01,240 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं। अपडेटेड वैकेंसी में पुरुषों के कुल 41467 और महिलाओं के लिए 5150 पद चिन्हित हैं।
92 केंद्रों पर 44 हजार अभ्यर्थी देंगे सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षासंघ लोक सेवा आयोग की ओर से सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 16 जून को पटना केंद्र के 92 परीक्षा उप केंद्रों पर दो पालियों में होगी। इसमें कुल 44,064 अभ्यर्थी शामिल होंगे।
स्वच्छ, कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा संपन्न कराने के लिए शुक्रवार को प्रमंडलीय आयुक्त सह समन्वयी पर्यवेक्षक कुमार रवि ने पदाधिकारियों को जिम्मेदारी का पाठ पढ़ाया। एसकेएम हाल में हुई ब्रीफिंग के दौरान डीएम शीर्षत कपिल अशोक भी मौजूद रहे रहे।
सीनियर आइएएस ऑफिसर बनाए गए प्रेक्षकआयुक्त ने कहा कि यूपीएससी ने परीक्षा के सफल संचालन के लिए भारतीय प्रशासनिक सेवा के पांच वरीय पदाधिकारियों को प्रेक्षक के तौर पर नामित किया है।
इस परीक्षा की महत्ता एवं गरिमा को ध्यान में रखते हुए सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारियों एवं पदाधिकारियों को सक्रिय रहना होगा।
स्टैटिक दंडाधिकारियों सह सहायक पर्यवेक्षकों, जोनल दंडाधिकारियों सह सहायक समन्वय पर्यवेक्षकों, सुरक्षित दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
एक दिन पहले देनी होगी निरीक्षण रिपोर्टस्थानीय निरीक्षण अधिकारी एक दिन पूर्व परीक्षा की सारी तैयारियों का जायजा लेकर उसी दिन आयुक्त को रिपोर्ट करेंगे। अधिकारियों को यूपीएससी की मार्गदर्शिका से अवगत कराया गया। यूपीएससी के प्रतिनिधि ने परीक्षा के सभी पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
आयुक्त के सचिव विनय कुमार ठाकुर एवं अपर जिला दंडाधिकारी, विधि-व्यवस्था राजेश रौशन ने अहम जानकारी दी।
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तेजस्वी के बयान पर मांझी बोले- 'जो क्राइम करेगा वो मारा जाएगा', गिरिराज सिंह ने भी कही बड़ी बात; गरमाई सियासत
एएनआई, नई दिल्ली। तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के बयान पर बिहार में सियासत गरमा गई है। ललन सिंह के बाद अब गिरिराज सिंह और जीतन राम मांझी ने भी पलटवार किया है। दरअसल, तेजस्वी यादव ने एक बयान में कहा था कि नीतीश कुमार की सरकार में यादवों को टारगेट कर गोली मारी जा रही है। इस बयान के बाद बिहार में सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने सामने हैं।
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ललन सिंह के बाद गिरिराज सिंह क्या बोले?केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती है। उन्होंने कहा कि जनता ने जिन्हें व्हिलचेयर पर बैठा दिया है, वही आज बोल रहे हैं। इससे पहले केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने कहा था कि घटनाओं को जो अंजाम देगा वो जेल जरूर जाएगा। इसे किसी जाति से जोड़कर देखे जाने की जरूरत नहीं है।
मांझी बोले- NDA सरकार ऐसे ही काम करती हैकेंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने भी तेजस्वी के बयान पर प्रतिक्रिया दी। मांझी ने कहा कि हम जाति नहीं देखते, जो भी क्राइम करेगा वो मारा जाएगा। क्राइम करने वालों पर तत्काल कार्रवाई होगी ही। नीतीश सरकार न किसी को फंसाती है और किसी को बचाती है। न्यायोचित काम किया जाता है। उनके (तेजस्वी) पिता जी के राज में क्या होता था? अपहर, लूट और हत्याओं का नेगोशिएशन सीएम हाउस में होता था। वो आज नहीं हो रहा है। फिर उन्हें कहने का क्या अधिकार है? गलत करने वाले पर कार्रवाई होगी ही, चाहे वो जिस जाति का हो।
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#WATCH पटना: RJD नेता तेजस्वी यादव के बयान पर केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा, "क्रिमिनलों की कोई जात नहीं होती, अपराधियों की कोई जात नहीं होती है... जनता ने जिन्हें व्हिलचेयर पर बैठा दिया है वही आज बोल रहे हैं।" pic.twitter.com/q121o1EcPS
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 15, 2024#WATCH | Gaya, Bihar: On Congress President Mallikarjun Kharge's statement, Union Minsiter Jitan Ram Manjhi says, "All I would say is that by mistake they have got some strength..."
On Tejashwi Yadav's statement, he says, "We don't care about caste, whoever is involved in a… pic.twitter.com/F62vWvodd5
— ANI (@ANI) June 15, 2024Deaths Due to Extreme Heat: बिहार में भीषण गर्मी का सितम, महज एक दिन में दो शिक्षकों समेत 16 लोगों की मौत
जागरण टीम, पटना। बिहार में भीषण गर्मी व उष्ण लहर का कहर अधेड़ व बुजुर्गों पर भारी पड़ रहा है। दोपहर में बाहर निकले लोग तेजी से बीमार हो रहे हैं, राह चलते अचेत होकर गिर जा रहे हैं। शुक्रवार को अरवल में सर्वाधिक सात मौत हुई। वहीं नालंदा, भोजपुर व सारण में दो-दो व बक्सर में एक मौत हुई है।
पटना के बिहटा में एक शिक्षक की हृदयाघात से मौत के बाद अंतिम संस्कार में शामिल होने गए दूसरे शिक्षक की भी हृदयाघात से मौत हो गई, स्वजन के अनुसार, दोनों के निधन का कारण अत्यधिक गर्मी था।
कई जिलों में पारा 45 के पारभोजपुर, बक्सर व अरवल जिले में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। गुरुवार को बक्सर का तापमान देश में सर्वाधिक 47.2 डिग्री सेल्सियस रहा था।
हीटवेव से सात लोगों की मौतअरवल में उष्ण लहर के कुप्रभाव से सात लोगों की मौत की पुष्टि आधिकारिक रूप से नहीं की गई है, परंतु स्वजन असामयिक निधन को लू व ताप का असर मान रहे हैं।
कहां किसकी गई जान?अरवल में करपी प्रखंड के खजूरी गांव के बुजुर्ग पुरुष व महिला की अचानक तेज बुखार के बाद मौत हो गई। करपी डीह निवासी पटना में गार्ड ने भी तेज बुखार के बाद पीएमसीएच में दम तोड़ा।
इसी गांव की एक बुजुर्ग महिला व खेत में बिचड़ा देखने गए किसान का निधन लू लगने से हो गया। इसी तरह अन्य गांवों में भी बाहर निकले दो लोग अचानक अचेत हुए और अस्पताल ले जाने के क्रम में निधन हो गया।
नालंदा के एकंगरसराय थाना क्षेत्र के माधोपुर अमनार गांव निवासी महिला बाजार में अचेत होकर गिर पड़ीं। अस्पताल में चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
वहीं, परवलपुर प्रखंड के कतरू बिगहा गांव के पास ईंट भट्टा पर काम कर रहे रांची के मजदूर की लू लगने से मौत हो गई। सारण, भोजपुर, बक्सर में भी कई लेागों की अचानक मौत हो गई।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: बिहार से तीन विधायकों ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद विधानसभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। त्यागपत्र देने वालों में जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) इमामगंज से विधायक थे और वे अब गया कि सांसद के साथ मंत्री भी हैं।
इनके अलावा रामगढ़ विधायक सुधाकर सिंह बक्सर से सांसद हो चुके हैं। जबकि सुदामा प्रसाद तरारी से विधायक थे और अब आरा से सांसद चुने गए हैं। इन तीनों ने शुक्रवार को विधानसभा अध्यक्ष को अपना त्यागपत्र भेज दिया है।
बिहार विधान परिषद के सभापति ने दिया इस्तीफाबिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने शुक्रवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। वे 25 अगस्त, 2022 को बिहार विधान परिषद के सभापति चुने गए थे। इससे पूर्व तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से 2002 में निर्दलीय एवं 2008 में जदयू से बिहार विधान परिषद के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। 2008 में बिहार सरकार में आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री रहे।
2014 में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय सदस्य के रूप में तथा 2020 में जदयू से तिरहुत स्नातक क्षेत्र से बिहार विधान परिषद् के सदस्य निर्वाचित हुए थे। अब सीतामढ़ी से लोकसभा चुनाव में विजयी होने के बाद उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता छोड़ने का निर्णय किया है।
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Bihar Sakshamta Pariksha 2.0: सक्षमता परीक्षा की तारीखों का हुआ एलान, इस वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड करें एडमिट कार्ड
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने स्थानीय निकाय शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा 2024 (द्वितीय) परीक्षा की तिथि जारी कर दी है। परीक्षा 26 से 28 जून तक आनलाइन आयोजित होगी। इसमें 85 हजार से भी अधिक शिक्षक शामिल होंगे।
प्राथमिक विद्यालय के (कक्षा एक से पांच) शिक्षक अभ्यर्थियों, मध्य विद्यालय के (कक्षा छह से आठ) के शिक्षक अभ्यर्थियों, माध्यमिक विद्यालय के (कक्षा नौवीं से 10 वीं) के शिक्षक अभ्यर्थियों एवं उच्च माध्यमिक विद्यालय के (कक्षा 11 वीं से 12 वीं) के शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए आयोजित इस परीक्षा में 150 वस्तुनिष्ठ प्रश्न होंगे, जिसके लिए 2.30 घंट का समय निर्धारित रहेगा। इसका एडमिट कार्ड भी जारी कर दिया गया है।
इस वेबसाइट पर जल्द अपलोड होगा प्रवेश पत्रपरीक्षा में सम्मिलित होने के लिए जिन शिक्षक आवेदकों का आवेदन पत्र ऑनलाइन विधि से उनके जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) के माध्यम से समिति को प्राप्त हुआ है, उनका प्रवेश पत्र समिति के वेबसाइट https://www.bsebsakshamta.com और http://secondary.biharboardonline.com/ पर जल्द ही अपलोड कर दिया जाएगा।
ऐसे अपलोड करें प्रवेश पत्रवेबसाइट पर उपलब्ध लिंक पर क्लिक करके और उस पर लॉग इन आइडी में अपना आवेदन नंबर एवं पासवर्ड में अपना जन्म तिथि अंकित कर लॉग इन कर इसे डाउनलोड कर सकते हैं।
जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) का साइन कराना जरूरीआवेदक वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड करने के उपरांत उसे अपने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) से प्रति हस्ताक्षरित कराएंगे।
बिना जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) के प्रति हस्ताक्षर के प्रवेश पत्र मान्य नहीं होगा तथा उन्हें परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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Bihar News: नगर निकाय कर्मियों के लिए बड़ी खबर! चेतावनी के बाद विभाग ने वापस लिया 7वां वेतनमान बंद करने का आदेश
जागरण संवाददाता, पटना। नगर विकास एवं आवास विभाग ने नगर निकाय कर्मियों को सातवां वेतनमान नहीं देने तथा दिए गए लाभ को कर्मियों से वसूली करने के निर्देश को शुक्रवार को वापस ले लिया है। यह निर्देश 10 जून को जारी किया था।
इस निर्देश का विरोध पटना नगर निगम की तरफ से सशक्त स्थायी समिति के सदस्य डॉ. आशीष कुमार सिन्हा ने किया था। चेतावनी दिया था कि पटना नगर निगम सातवां वेतनमान पर रोक नहीं लगने देगा।
आशीष के अनुसार, एक अप्रैल 2018 से सशक्त स्थायी समिति और निगम बोर्ड से पारित प्रस्ताव के बाद सातवां वेतनमान दिया जा रहा है। उस समय करीब 1200 कर्मी थे। वर्तमान में 600 कर्मी कार्यरत हैं। इनसे सातवां वेतनमान की राशि नहीं वसूली जाएगी। बात नहीं बनने पर कर्मचारियों के लिए न्यायालय की शरण में जाने की घोषणा किया गया था।
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने वाले थे कर्मीडॉ. आशीष कुमार सिन्हा ने आदेश वापस होने पर खुशी प्रकट किया है। दूसरी तरफ पटना नगर निगम संयुक्त कर्मचारी समन्वय समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश सिंह ने इस आदेश को तुगलकी आदेश बताते हुए 16 जून को बिहार राज्य लोकल बॉडी संयुक्त कर्मचारी संघर्ष मोर्चा की बैठक बुलाई थी। उसमें अनिश्चिकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा करने वाले थे।
पटना नगर निगम और कर्मचारी संगठनों के विरोध के बाद नगर विकास एवं आवास विभाग ने अपने आदेश को स्थगित कर दिया है।
चंद्रप्रकाश सिंह ने कहा कि मानसून में बिहार की जनता परेशानियों से बच गई। इस आदेश का राज्यभर में जबरदस्त विरोध होने वाला था। उम्मीद है कि राज्य सरकार नगर निकाय के दैनिक कर्मियों की समस्याओं का भी हल करेगी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। कमतर प्रदर्शन को भी आंकड़ों की बाजीगरी से अपनी सराहनीय उपलब्धि बताने वाले बैंकों को सरकार ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया है कि बिहार के प्रति अपने उत्तरदायित्व से वे मुकर नहीं सकते हैं। राज्य में कार्यरत बैंकों की शाखाओं में जमा धन या तो सरकार का है या फिर नागरिकों का।
स्पष्ट है कि उस धन पर पहला हक बिहार का है, लेकिन बैंक यहां अपेक्षा के अनुरूप ऋण का वितरण नहीं कर रहे। किसानों, पशुपालकों व मत्स्यपालकों के बीच ऋण वितरण में सर्वाधिक उदासीनता है। इस कारण राज्य का साख-जमा अनुपात (सीडी रेशियो) आज भी राष्ट्रीय औसत से काफी कम है।
शुक्रवार को राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उप मुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने सीडी रेशियो बढ़ाने का निर्देश देते हुए कहा कि ऋण वितरण के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की व्यवस्था की जाए, ताकि बार-बार बैंकों के चक्कर न लगाने पड़ें। इसके साथ ही ऋण वितरण की प्रक्रिया को और सुलभ बनाते हुए भुगतान के लिए एक समय-सीमा तय की जाए।
राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति (एसएलबीसी) की यह संयुक्त बैठक (88वीं एवं 89वीं) थी। उसमें सम्राट ने कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य इत्यादि क्षेत्रों में पूंजी की उपलब्धता बढ़ाने के साथ बैंकों को रोजगार के नए अवसर पैदा करने का निर्देश दिया।
सम्राट चौधरी ने बड़े बैंकों से आग्रह किया कि वे सीडी रेशियो बढ़ाने में अपेक्षित योगदान दें। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिहार के बैंकों में जमा राशि की तुलना में ऋण वितरण नहीं हो रहा, जबकि बैंकों का एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां) 11.5 प्रतिशत से घटकर 7.54 प्रतिशत हो गया है।
बिहार का सीडी रेशियो 57.5 प्रतिशत पर पहुंच गया है, फिर भी यह राष्ट्रीय औसत (86.57 प्रतिशत) से काफी कम है। वार्षिक ऋण लक्ष्य (एसीपी) में गिरावट चिंताजनक है।
दूध उत्पादन में गुजरात और मछली उत्पादन में आंध्र प्रदेश से बिहार इसलिए पिछड़ रहा, क्योंकि यहां के पशुपालकों व मत्स्यपालकों को बैंक अपेक्षित सहयोग नहीं कर रहे।
उन्होंने कहा कि बैठक में जिन मुद्दों पर चर्चा हुई है, उसका परिणाम अगली बैठक में मिलना चाहिए। अभी डबल इंजन की सरकार है जिससे बैंकों को पूरा सहयोग मिलेगा।
स्वरोजगार के लिए ऋण देने का आग्रहवन, पर्यावरण एवं सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने जिला एवं प्रखंड स्तर पर बैंकों के साथ बैठक पर जोर दिया। ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षित युवकों-युवतियों के 4561 आवेदनों में से मात्र 1417 को ही स्वीकृति देकर ऋण उपलब्ध कराने पर नाराजगी जताई।
उन्होंने शेष 2862 प्रशिक्षित आवेदकों को भी स्वरोजगार शुरू करने के लिए ऋण देने का अनुरोध किया। गरीबों के लिए घर बनाने में भी बैंकों से सहायता उपलब्ध कराने को कहा।
पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन मंत्री रेणु देवी ने कहा कि बिहार मछली उत्पादन में आत्मनिर्भर हो चुका है। इसमें बैंकों का कोई विशेष सहयोग नहीं रहा। बैंक सहयोग करें तो पशुपालन एवं मत्स्य उत्पादन में बिहार बड़ा निर्यातक हो सकता है।
नगर विकास मंत्री नितिन नवीन ने फुटपाथी दुकानदारों को ऋण उपलब्ध कराने और शहरी क्षेत्रों में स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक सहायता देने का आग्रह किया।
कृषि क्षेत्र की उपेक्षा से क्षुब्ध हुए मंगलबैंकों की हीला-हवाली के कारण बैठक में कृषि मंत्री मंगल पांडेय क्षुब्ध रहे। तल्ख तेवर के साथ उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र की अनदेखी उचित नहीं।
लगभग दो तिहाई जनसंख्या आज भी कृषि पर आश्रित है। ऐसे में कृषि क्षेत्र को आगे बढ़ाए बगैर बिहार का विकास नहीं हो सकता। बैंक इसमें कोताही बरत रहे।
वर्ष 2023-24 के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध मात्र 27 प्रतिशत किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) का वितरण हुआ। उन्होंने कहा कि इस औसत से यदि बिहार में ऋण वितरण होता रहा तो राष्ट्रीय औसत के निकट पहुंचने में वर्षों लग जाएंगे।
बैंकों को उद्यमियों के पास जाना होगारिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक सुजीत कुमार अरविंद ने कहा कि अब समय आ गया है कि ऋण देने के लिए बैंक उद्यमियों के पास जाए। उन्होंने राज्य के सीडी रेशियो को लेकर चिंता जताई और कहा कि इसे बढ़ाने की आवश्यकता है। प्राथमिक क्षेत्र की तुलना में गैर-प्राथमिक क्षेत्र को अधिक ऋण देने पर प्रश्न उठाते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में कृषि क्षेत्र में ऋण को लेकर बैंकों को और गंभीर होना चाहिए।
विकास आयुक्त ने बैंकों को दिखाया आईनादक्षिण-पश्चिम के राज्यों के सीडी रेशियो का हवाला देते हुए विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद ने एसएलबीसी की बैठक में बैंकों को आईना दिखा दिया।
उन्होंने कहा कि दक्षिण-पश्चिम के राज्यों का सीडी रेशियो सौ प्रतिशत से अधिक है, तो बिहार का 58.71 प्रतिशत ही क्यों है। आंध्र प्रदेश का सीडी रेशियो 157 प्रतिशत, तेलंगना का 126 प्रतिशत, तमिलनाडु का 144 प्रतिशत और महाराष्ट्र का 101 प्रतिशत है।
दूसरी तरफ बिहार का सीडी रेशियो 58.71 प्रतिशत ही है, जबकि राज्य की गैर निष्पादित संपत्तियों (एनपीए) में भी लगातार कमी आ रही है। विकास आयुक्त ने कहा कि बैंकों को बिहार के विकास के लिए आगे आना होगा।
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विधान परिषद के सभापति पद से देवेश चंद्र ठाकुर ने दिया इस्तीफा, नीतीश को ढूंढना होगा दूसरा चेहरा
Neet Paper Leak Case: 'अब तो अपराधी कबूल रहा है...', नीट परीक्षा धांधली पर भड़के तेजस्वी; बोले- गजब अंधेर मचा दिया
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics: विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि भाजपा की सरकार केंद्र में रहे या राज्य में, पेपर लीक होना तय है। नीट पेपर लीक बहुत ही गंभीर विषय है। हिरासत में अपराधी कबूल रहा है कि पेपर लीक किया गया है। अभ्यर्थी, अभिभावक, विद्यार्थी, युवा सभी चिंतित हैं। पूरी व्यवस्था सशंकित है।
एनडीए सरकार ऊपर से नीचे तक अहंकार में डूबी है: तेजस्वी यादवतेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने कहा कि एनडीए की सरकार ऊपर से नीचे तक इस कदर अहंकार में डूबी है कि देश में परीक्षाओं की विश्वसनीयता की सरासर अनदेखी करते सबूतों को नकार रही है। उन्होंने कहा कि पेपर लीक के सबूत सार्वजनिक होने, जांच-गिरफ्तारी और साजिश करने वालों द्वारा अपराध स्वीकार करने के बाद भी केंद्र सरकार यह मानने को तैयार ही नहीं हैं कि नीट परीक्षा में कुछ धांधली भी हुई है।
सब सबूत सामने है लेकिन शिक्षा मंत्री....तेजस्वी ने कहा कि सब सबूत सामने है। लेकिन केंद्रीय शिक्षा मंत्री इतने अनभिज्ञ हैं कि मानने को तैयार ही नहीं हैं कि कुछ गड़बड़ हुआ भी है। अहंकारी मोदी सरकार कुंभकर्णी नींद में ऐसे सोयी है कि लाखों अभ्यर्थियों के सपनों में आग भी लग जाए तो इन्हें परवाह नहीं। इन्होंने देश में गजब अंधेर मचा दिया है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Devesh Chandra Thakur Resignation बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने शुक्रवार को अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। वे 25 अगस्त, 2022 को बिहार विधान परिषद के सभापति चुने गए थे।
इससे पूर्व तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से 2002 में निर्दलीय एवं 2008 में जदयू से बिहार विधान परिषद के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। 2008 में बिहार सरकार में आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री रहे।
2014 में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय सदस्य के रूप में तथा 2020 में जदयू से तिरहुत स्नातक क्षेत्र से बिहार विधान परिषद् के सदस्य निर्वाचित हुए थे। अब सीतामढ़ी से लोकसभा चुनाव में विजयी होने के बाद उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता छोड़ने का निर्णय किया है।
कुवैत में आग लगने की घटना में दो लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री ने शोक जतायामुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुवैत में एक बहुमंजिली इमारत में आग लगने की घटना में बिहार के दो लोगों की मौत पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना अत्यंत ही दुखद है।
मुख्यमंत्री के निर्देश पर दिल्ली स्थित बिहार के स्थानिक आयुक्त ने कुवैत दूतावास से संपर्क स्थापित कर बिहार के दो लोगों के शव को उनके मूल निवास तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यमंत्री ने दोनों मृतकों के निकटतम आश्रितों को दो-दो लाख रुपए मुख्यमंत्री राहत कोष से दिए जाने की घोषणा की है।
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Lalan Singh: दिल्ली से अचानक पटना पहुंचे ललन सिंह, मंत्रालय को लेकर दिया बड़ा बयान; सियासी अटकलें तेज!
राज्य ब्यूरो, पटना। Lalan Singh केंद्र में पंचायती राज व पशुपालन मंत्री पद संभालने के बाद मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह शुक्रवार को पटना पहुंचे।
एयरपोर्ट परिसर में संवाददाताओं से बातचीत के क्रम में उन्होंने कहा कि उन्हें जो जिम्मेवारी मिली है उसे वह निष्ठापूर्वक निभाएंगे। विभाग को लेकर उन्हें या फिर उनके दल को किसी तरह की कोई नाराजगी नहीं है।
मालूम हो कि विभाग आवंटन को लेकर राजद नेता तेजस्वी प्रसाद ने यह बयान दिया था कि प्रधानमंत्री ने बिहार को झुनझुना थमा दिया है।
'बिल्ली के भाग्य ये छींका नहीं टूटता है...'तेजस्वी यादव के इस बयान पर ललन सिंह ने नेता प्रतिपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बिल्ली के भाग्य से छींका नहीं टूटता है। ललन सिंह ने कहा कि वह गुलदस्ते लेने के लिए नहीं बल्कि काम करने के लिए मंत्री बने हैं।
तेजस्वी यादव ने क्या कहा था?विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा है कि बिहार में इंसान की जान की कोई कीमत नहीं रह गई है। अपराधी किसी को गोली मार सकता है। अपराधियों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। मुख्यमंत्री सहित सरकार के किसी भी मंत्री को बढ़ते अपराध की चिंता नहीं है।
तेजस्वी ने शुक्रवार को यहां कहा कि बेगूसराय में सरकारी अपराधियों ने तांडव किया। दुष्कर्म के बाद एक युवती की हत्या कर दी। जब चाहे, जहां चाहे अपराधी किसी को भी गोली मार रहे है। मुख्यमंत्री सहित सरकार के किसी मंत्री को बढ़ रहे अपराध की चिंता नहीं है। मुजफ्फरपुर में एक युवक की गोली मार कर हत्या कर दी गई। हत्या की यह घटना दिन दहाड़े हुई।
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BSEB Deled Result OUT 2024: बिहार बोर्ड डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा का परिणाम जारी, 4 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी पास
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Deled Exam Result Out 2024 बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने शुक्रवार को डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2024 का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया। परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के परीक्षाफल में 4,29,159 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।
इस परीक्षा में कुल 5,68,972 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए थे। इस प्रकार, इस परीक्षा में अभ्यर्थियों की उत्तीर्णता प्रतिशत 75.43 प्रतिशत है। परीक्षा फल वेबसाइट https://secondary.biharboardonline.com पर जाकर देख सकते हैं।
वेबसाइट पर उपलब्ध लिंक से अभ्यर्थी अपने यूजर आइडी एवं पासवर्ड का उपयोग कर अपना स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। इस परीक्षा का आयोजन समिति द्वारा एक से 30 अप्रैल तक सीबीटी के माध्यम से राज्य के नौ जिलों में किया गया था।
परीक्षा में उत्तीर्णता के लिए न्यूनतम पास अंक अनारक्षित श्रेणी के उम्मीदवार के लिए 35 प्रतिशत तथा आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवार के लिए 30 प्रतिशत लाना अनिवार्य था।
राज्य में 306 डीएलएड कॉलेजों के 30,750 सीटों पर होगा नामांकनइस परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाएगी। मेरिट लिस्ट के अनुसार ही राज्य के सभी सरकारी एवं गैर-सरकारी संबद्धता प्राप्त अध्यापक शिक्षा संस्थानों में नामांकन राज्य सरकार के आरक्षण नियमों, सरकार द्वारा उर्दू तथा कला, वाणिज्य एवं विज्ञान विषयों के लिए निर्धारित स्थान एवं अभ्यर्थियों द्वारा महाविद्यालय के लिए दी गई प्राथमिकता के आधार पर नामांकन लिया जाएगा। राज्य में 306 डीएलएड कालेजों के 30,750 सीटों पर नामांकन होना है।
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EPFO Claim: अब ईपीएफ से नहीं निकाल सकेंगे कोविड एडवांस राशि, 75% Amount को लेकर भी आया अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। EPFO Claim Settlement कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने एडवांस राशि निकालने के नियम में बदलाव किया है। इसके तहत बीते कई वर्षों से चल रही कोविड-19 एडवांस की सुविधा बंद करने का फैसला लिया है। इस बाबत ईपीएफओ ने अधिसूचना भी जारी कर दिया है।
कोविड-19 महामारी के दौरान ईपीएफ सदस्यों को कोविड-19 को लेकर एडवांस राशि देने का प्राविधान किया था। इससे कोविड के दौरान नौकरी छूटने, वेतन में कटौति आदि संकटों से गुजर रहे सदस्यों को लाभ मिला, लेकिन अब अधिसूचना में कहा गया है कि अब कोविड महामारी का कोई प्रभाव नहीं है।
तत्काल प्रभाव से बंद हुई ये सर्विसऐसे में इस एडवांस को तत्काल प्रभाव से बंद करने का निर्णय किया गया है। यह नियम सभी ट्रस्टों पर भी लागू होगा, उन्हें भी इसकी जानकारी दे दी गई है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत ईपीएफ खातों से राशि निकासी का प्राविधान पहली बार मार्च 2020 में किया गया। इसके बाद श्रम मंत्रालय की ओर से जून 2021 में ईपीएफ सदस्यों के लिए खातों से नान रिफंडेबल एडवांस देने का प्राविधान किया। इसका लाभ काफी लोगों ने लिया।
सैलरी में बेसिक तीन महीने या खाते में उपलब्ध राशि का 75 प्रतिशत तक निकासीईपीएफओ के नियमानुसार, सदस्यों को उनके बेसिक सैलरी (EPFO Basic Salary Claim) के रूप में मिलने वाली राशि का तीन गुणा या उनके खाते में उपलब्ध राशि का 75 प्रतिशत राशि (EPFO 75 Percentage Amount Claim) निकासी की सुविधा दी गई है।
इससे कम राशि को भी निकासी की जा सकती है। घर खरीदारी, गृह ऋण उतारने, शादी या शिक्षा के लिए एडवांस राशि लेकर इसका लाभ ले सकते हैं।
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Nitish Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला, सरकार इन लोगों को देगी बेरोजगारी भत्ता; HRA भी बढ़ाया गया
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Cabinet Meeting Decision राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के मकान किराया भत्ता में वृद्धि कर दी है। मकान किराया भत्ता को चार श्रेणी में बांटा गया है। पटना में रहने वाले कर्मचारियों को पहले मकान भत्ता के रूप में मूल वेतन का 16 प्रतिशत मिलता था। इन्हें अब 20 प्रतिशत भत्ता मिलेगा।
इसके अलावा, सरकार ने मनरेगा के तहत काम नहीं मिलने की अवस्था में श्रमिकों को बेरोजगारी भत्ता देने का प्रस्ताव भी स्वीकृत किया है। करीब तीन महीने बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल बैठक में इन प्रस्तावों के साथ कुल 25 प्रस्ताव स्वीकृत किए गए।
अलग-अलग होगी मकान किराया भत्ता दरमंत्रिमंडल की बैठक के बाद कैबिनेट के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बताया कि मकान किराया भत्ता का चार श्रेणी में बांटा गया है। पटना के कर्मचारियों को वाई श्रेणी में रखते हुए वेतन का 20 प्रतिशत मकान भत्ता के रूप में दिया जाएगा। इन्हें पहले 16 प्रतिशत भत्ता मिलता था। जेड श्रेणी के शहरों को आठ प्रतिशत के स्थान पर 10 प्रतिश्त भत्ता देय होगा।
अवर्गीकृत शहरों में भत्ता दर अब छह प्रतिशत की बजाय साढ़े सात प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्रों में चार के स्थान पर पांच प्रतिशत होगी।
जेड श्रेणी में शामिल किए गए हैं प्रदेश के 32 शहरजेड श्रेणी में शामिल हैं अररिया, आरा, औरंगाबाद, बगहा, बेगूसराय, बेतिया, भागलपुर, बिहार शरीफ, बक्सर, छपरा, दरभंगा, डिहरी, गया, गोपालगंज, हाजीपुर, जमालपुर, जमुई, जहानाबाद, कटिहार, किशनगंज, लखीसराय, मधुबनी, मोकामा, मोतिहारी, मुंगेर, मुजफ्पफरपुर, नवादा, पूर्णिया, सहरसा, समस्तीपुर, सासाराम, सीतामढ़ी, सिवान और सुपौल।
मनरेगा में मांगने पर काम नहीं तो मिलेगा बेरोजगारी भत्तामंत्रिमंडल ने मनरेगा योजना के तहत काम मांगने पर काम न मिलने की अवस्था में बेरोजगार श्रमिक को भरण पोषण के लिए बेरोजगारी भत्ता देने का प्रस्ताव स्वीकृत किया है। इसके लिए बिहार बेरोजगारी भत्ता नियमावली 2024 स्वीकृत की गई है।
मनरेगा के तहत काम मांगने पर 15 से 30 दिनों के अंदर काम देना होगा। काम नहीं मिलने पर संबंधित व्यक्ति को सरकार अगले सौ दिनों के लिए महंगाई भत्ता देगी। भत्ता के रूप में श्रमिक को पहले महीने में निर्धारित मजदूरी का एक चौथाई और इसके अगले महीने से मजदूरी का आधा हिस्सा दिया जाएगा।
अक्षर आंचल योजना संचालन के लिए 7.74 करोड़ स्वीकृत महादलित, दलित और अल्पसंख्यक अति पिछड़ा वर्ग अक्षर आंचल योजना के लिए सरकार ने 7.74 करोड़ रुपये से अधिक का अनुदान स्वीकृत किया है। इस राशि से 20 हजार टोला सेवक और 10 हजार तालीमी मरकज के शिक्षा सेवकों का वेतन भुगतान किया जाएगा। प्रदेश में 20 हजार टोला सेवक और 10 हजार तालीमी मरकज के शिक्षा सेवक हैं।
अब आम लोगों को ऑनलाइन मिलेंगे राजस्व दस्तावेजमंत्रिमंडल ने आम लोगों की सहूलियत के लिए राजस्व दस्तावेज ऑनलाइन देने का प्रस्ताव स्वीकृत किया है। डॉ. एस. सिद्धार्थ ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा राजस्व दस्तावेज यथा राजस्व प्रशासन से जुड़े सभी पुराने न्यायिक आदेश, नक्शा, भू-अभिलेख न अन्य दस्तावेजों को स्कैन कर डिजिटल पटल पर संरक्षित किए जा रहे हैं। आवेदन करने पर संबंधित नागरिकों को पुराने परंपरागत तरीके के साथ-साथ नये तरीके यानी ऑनलाइन भी यह दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि किसी भी प्रतिलिपि के लिए स्टांप शुल्क अभिलेखों के पृष्ठों के आधार पर निर्धारित होगा। यह यह राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा कार्यकारी आदेश के तहत तय होगा। इसका भुगतान भी विभाग द्वारा विकसित आनलाइन किया जा सकेगा।
डॉ. सिद्धार्थ के अनुसार डाटा सेंटर द्वारा निर्धारित शुल्क के साथ पंजीकृत आवेदन प्राप्त होने पर उसे संबंधित अधिकारी के पास भेजा जाएगा। वहां से अधिकारी डिजिटल हस्ताक्षर अंकित प्रति प्राप्त कर आवेदक को दो दिनों में उपलब्ध कराएंगे। साथ ही कंप्यूटर पर संधारित प्रेषण पंजी में आवेदन संख्या, आवेदक का नाम व प्रेषण की तिथि अंकित कर दी जाएगी।
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NEET UG Paper Leak: नीट पेपर लीक से जुड़ी बड़ी खबर, EOU ने 9 परीक्षार्थियों को भेजा नोटिस; पेरेंट्स को भी बुलाया
राज्य ब्यूरो, पटना। NEET UG Paper Leak Case 2024 बिहार में नीट (यूजी) पेपर लीक मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने नौ परीक्षार्थियों को नोटिस भेजा है। यह सभी नीट परीक्षार्थी बिहार के अलग-अलग जिलों के हैं। सभी को अभिभावकों के साथ पूछताछ के लिए ईओयू कार्यालय बुलाया गया है।
दरअसल, पांच मई को नीट की परीक्षा से पहले ही पटना में सॉल्वर गिरोह के द्वारा एक निजी स्कूल में कुछ परीक्षार्थियों को प्रश्न-पत्र रटवाने का मामला सामने आया था। पुलिस की छानबीन में सॉल्वर गिरोह के पास 13 परीक्षार्थियों के रोल कोड मिले थे। इनमें से चार को पुलिस ने उसी समय गिरफ्तार कर लिया था।
शेष नौ परीक्षार्थियों के बारे में जानकारी के लिए ईओयू ने परीक्षा का संचालन करने वाली एजेंसी एनटीए (नेशनल टेस्टिंग काउंसिल) को पत्र लिखा था। बुधवार की देर रात एनटीए ने अपने जवाब में मांगे गए परीक्षार्थियों का प्रवेश-पत्र भेजा था। इसके जरिए ईओयू को परीक्षार्थियों के मोबाइल नंबर और पते की जानकारी मिल गई।
इसी पते पर नोटिस भेजकर परीक्षार्थियों को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा एनटीए से अन्य जानकारी के लिए फिर से पत्राचार भी किया जा रहा है।
बड़ा सवाल, सॉल्वर गिरोह के पास कैसे आया रोल-कोड?परीक्षार्थियों व उनके अभिभावकों से सॉल्वर गिरोह से उनके जुड़ाव के बारे में सवाल किया जाएगा। यह पूछा जाएगा कि सॉल्वर गिरोह तक उनके रोल-कोड कैसे पहुंचे? क्या परीक्षार्थी या उनके अभिभावकों ने कभी उनसे संपर्क किया?
यह भी पूछा जाएगा कि कहीं यह नौ परीक्षार्थियों को भी साल्वर गिरोह ने परीक्षा से पहले प्रश्न-पत्र रटवाए थे या नहीं?
मालूम हो कि नीट पेपर लीक मामले में अभी तक पुलिस ने 13 आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनमें चार अभियुक्त परीक्षार्थी हैं और बाकी उनके अभिभावक और सॉल्वर गिरोह के सदस्य हैं। इनसे ईओयू ने रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की है।
एनटीए से मिली जानकारी के आधार पर नीट के नौ परीक्षार्थियों को नोटिस भेजा गया है। साल्वर गिरोह के पास इन सभी के रोल कोड मिले थे। इन सभी को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। - मानवजीत सिंह ढिल्लन, डीआइजी, ईओयू
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Bihar Politics: 'यादवों की हत्या को लेकर...', JDU ने तेजस्वी यादव को दिखाया आईना! याद दिलाया थानेदार का मर्डर
राज्य ब्यूरो, पटना। JDU On Tejashwi Yadav जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष व प्रदेश प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव व अनुप्रिया ने शुक्रवार को कहा कि यादवों की हत्या के मामले में राजद नेता गलतबयानी कर रहे। लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासनकाल में सैकड़ों यादवों की हत्याएं हुईं।
निहोरा यादव ने कहा कि राजद (RJD) के शासनकाल में पटना से सटे मसौढ़ी में ही दो सौ से अधिक हत्याएं हुईं। पूरे बिहार में यह संख्या हजारों में है। क्या तेजस्वी यादव इस बात को नहीं जानते?
उन्होंने आगे कहा, लालू-राबड़ी (Lalu Yadav Rabri Devi) शासन काल में तो धनरूआ के थानेदार सुमन यादव को मार डाला गया था। गलत आरोप लगाने से पहले तेजस्वी यादव को राजद शासनकाल के इतिहास को पढ़ लेना चाहिए।
गरीबों को जमीन नहीं लौटाने का कारण बताएं तेजस्वी: राजीव रंजननाजदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने शुक्रवार को कहा कि गरीबों की जमीनें न लौटाने का कारण बताएं तेजस्वी यादव। कानून व्यवस्था पर ज्ञान देने के पहले आईना देखना चाहिए उन्हें।
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि लालू प्रसाद ने जिस भ्रष्टाचार के संस्कार बीज को रोपा था राजद के युवराज आज उसे सींच कर वटवृक्ष लगाने में जुटे हैं। यही वजह है कि नौकरी के बदले लिए गए जमीन के बाद भी वह जमीन लौटाने को तैयार नहीं हैं।
जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि दरअसल सीना ठोंक कर झूठ बोलना राजद की पुरानी आदत है। दुनिया में कोई कुकर्म नहीं बचा जो राजद के शासनकाल में बिहार में नहीं हुआ। तेजस्वी यादव के खोखले बयानों में किसी की रुचि नहीं है।
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Bihar Student Scholarship: मैट्रिक के विद्यार्थियों को 10 हजार और इंटर पास को 25 हजार रुपये की छात्रवृत्ति, पढ़ें डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार बोर्ड से वर्ष 2024 में मैट्रिक व इंटरमीडिएट की परीक्षा में पास होने वाले छात्र-छात्राओं को मुख्यमंत्री बालक बालिका प्रोत्साहन योजना और मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत छात्रवृत्ति दी जाएगी।
जिला शिक्षा कार्यालय के अनुसार, मुख्यमंत्री बालक-बालिका प्रोत्साहन योजना के तहत वर्ष 2024 के लिए कुल 23,346 विद्यार्थियों ने शिक्षा विभाग के मेधा साफ्ट पोर्टल पर आवेदन किया है। इनमें से 17,465 विद्यार्थियों का आवेदन स्वीकृत कर लिया गया।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री बालिका प्लस टू प्रोत्साहन योजना के तहत 27,377 छात्राओं का आवेदन स्वीकृत किया गया है। मैट्रिक में प्रथम श्रेणी प्राप्त करने वाले प्रत्येक विद्यार्थी को 10 हजार रुपये दिया जाएगा। वहीं, इंटर पास सभी श्रेणी की छात्राओं को 25 हजार रुपये छात्रवृत्ति दी जाएगी।
इसके अलावा इंटर के ही एससी-एसटी कैटेगरी के विद्यार्थियों को 10 हजार रुपये अतिरिक्त छात्रवृत्ति दी जाएगी।
15 जून तक आवेदनछात्रवृत्ति के लिए शिक्षा विभाग के पोर्टल पर आवेदन 15 जून तक आवेदन करने की अंतिम तिथि है। आवेदन करते समय विद्यार्थियों को आधार नंबर देना अनिवार्य है। जिनके पास आधार नंबर नहीं होगा उनको छात्रवृत्ति से वंचित होना पड़ेगा।
इससे पहले वर्ष 2023 में मुख्यमंत्री बालक बालिका प्रोत्साहन योजना के तहत जिले के 21,758 विद्यार्थियों को छात्रवृति दी गयी थी। वहीं, वर्ष 2023 में जिले में इंटर पास 27,377 छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की गई थी।
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Nitish Kumar: नीतीश कुमार लेंगे बड़ा फैसला? दिल्ली में होगी JDU की हाई लेवल मीटिंग; सियासी अटकलें तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। JDU National Executive Meeting जदयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक इसी महीने की 29 तारीख को दिल्ली में होगी। दिल्ली स्थित कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के डिप्टी स्पीकर हॉल में सुबह 11.30 बजे से होने वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संपन्न हुए आम चुनाव के बाद की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा होगी।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आफाक अहमद खान के अनुसार, मु्ख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार (Nitish Kumar) राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सभी राज्यों के जदयू प्रदेश अध्यक्ष इस बैठक में शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, जदयू के सभी केंद्रीय मंत्री व पार्टी के सांसद इस बैठक में शामिल होंगे।
बैठक को संबोधित करेंगे नीतीश कुमारबता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विशेष रूप से राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करेंगे। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सबसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस आम चुनाव में सफलता के लिए धन्यवाद का प्रस्ताव लिया जाएगा। केंद्र की सरकार में जदयू (JDU) की सहभागिता पर भी चर्चा होगी।
बैठक में आम चुनाव में जदयू को हासिल मतों की क्या स्थिति रही और जिन सीटों पर जदयू को जीत नहीं मिली उसके कारणों पर भी विमर्श होगा।
देश के महत्वपूर्ण विषयों पर जदयू की एनडीए (NDA) में किस तरह की मौजूदगी रही इस पर भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में प्रस्ताव लिए जाएंगे। अन्य राज्यों में जदयू के विस्तार से जुड़े प्रस्ताव को भी लिया जाएगा।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Lalan Singh On Tejashwi Yadav केंद्रीय मंत्री बनने के बाद मुंगर के सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह शुक्रवार को दिल्ली से पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर जदयू कार्यकर्ताओं ने उनका जोर-शोर से स्वागत किया।
वहीं, मीडिया से बातचीत के दौरान ललन सिंह ने राजद नेता तेजस्वी यादव पर हमला बोला।
दरअसल, तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने एक बयान जारी कर कहा है कि नीतीश के राज में यादवों को टारगेट कर गोली मारी जा रही है। उनके बयान पर बिहार में सियासी पारा हाई है। ललन सिंह से जब इसपर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि तेजस्वी के बयान का जवाब आप तेजस्वी से ही ले लीजिए।
#WATCH पटना: केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन(ललन) सिंह ने कहा, "जो भी जिम्मेदारी मिली है उसका हम निष्ठापूर्वक निर्वहन करेंगे... हम पूरी तरह संतुष्ट हैं..." pic.twitter.com/L2z7nSWdfO
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 14, 2024 'तेजस्वी के पास कोई काम नहीं...'ललन सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी यादव के पास कोई नहीं है। घंटनाएं होती हैं, लेकिन जो भी अंजाम देगा वो जेल जरूर जाएगा। उन्होंने कहा कि इसे किसी भी जाति से जोड़कर देखे जाने की जरूरत नहीं है। ललन सिंह बोले, तेजस्वी यादव फालतू की बातें कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बिलाई के भाग्य से छींका नहीं टूटता।
'हम भी केंद्रीय मंत्री बने हैं...'मीडिया ने केंद्रीय मंत्री बनने पर को लेकर भी ललन सिंह से सवाल पूछा। इस पर ललन सिंह ने कहा कि कहीं भी मंत्री बने केंद्र में बने या फिर राज्य में काम करने के लिए ही बनते हैं। उन्होंने कहा, "हम भी केंद्रीय मंत्री बने हैं काम करेंगे। जो भी जिम्मेदारी मिली है उसे पूरी निष्ठापूर्वक निभाएंगे"।
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JoSAA Counselling 2024 : लॉक के बाद भी च्वाइस में कर सकेंगे संशोधन, इन 59,917 सीटों पर नामांकन के लिए होगी काउंसलिंग
जागरण संवाददाता, पटना। संयुक्त सीट आवंटन प्राधिकरण (जोसा) आइआइटी, एनआइटी, ट्रीपल आइटी सहित 100 से अधिक तकनीकी संस्थानों में नामांकन के लिए रजिट्रेशन स्वीकार कर रहा है।
जोसा ने स्पष्ट किया है कि यदि कोई अभ्यर्थी पोर्टल में च्वाइस लॉक करने के बाद उसमें संशोधन की आवश्यकता समझते हैं, तो उन्हें अवसर प्रदान किया जाएगा।
अभ्यर्थी को इसके लिए सबसे पहले पोर्टल में अनलॉक करने का अनुरोध सबमिट करना होगा। पंजीकृत मोबाइल और ईमेल पर एक ओटीपी भेजा जाएगा, जिसका उपयोग कर च्वाइस को संशोधित कर पाएंगे। यह च्वाइस फिलिंग की अंतिम तिथि तक अनिवार्य रूप से संपन्न कर लेना होगा।
यदि कोई अभ्यर्थी च्वाइस फिल कर लाक नहीं किए हैं, तो अंतिम समय सीमा में वह स्वत: लॉक हो जाएगा। इसमें संशोधन का अवसर नहीं मिलेगा।
आईआईटी पटना के डीन एकेडमिक प्रो. एके ठाकुर के अनुसार, अभ्यर्थी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के पूर्व जोसा का बिजनेस रूल्स को अच्छी तरह समझ लें।
किसी तरह की त्रुटि होने पर हेल्प डेस्क की सहायता भी ले सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों की ओपनिंग और क्लोजिंग रैंक का आकलन कर अधिक से अधिक च्वाइस सबमिट करना बेहतर होगा।
नौ IIT व 16 NIT ने ब्रांच चेंज का विकल्प किया बंदपहले वर्ष के प्रदर्शन के आधार पर ब्रांच अपग्रेडेशन के विकल्प को 23 में से नौ आइआइटी तथा पटना सहित 16 एनआइटी ने सत्र 2024-25 में नामांकित विद्यार्थियों के लिए प्रभावी नहीं करेगा।
आइआइटी मुंबई, मद्रास, खड़गपुर, हैदराबाद, जम्मू, मंडी, भुवनेश्वर, धारवाड़ और आइआइटी धनबाद ने स्पष्ट कर दिया है कि उनके यहां ब्रांच अपग्रेडेशन के विकल्प बंद कर दिया गया है।
एनआइटी में पटना, जयपुर, इलाहाबाद, कालीकट, दिल्ली, हमीरपुर, सूरतकल, नागालैंड, पुड्डूचेरी, रायपुर, कुरूक्षेत्र, राउकेला, तिरूचिरापल्ली, वारंगल, सूरत और आंध्रप्रदेश अपग्रेडेशन विकल्प को बंद कर दिया है।
हर वर्ष बड़ी संख्या में विद्यार्थी शीर्ष आइआइटी-एनआइटी की कोर ब्रांच में पढ़ाई का सपना पहले वर्ष की मेहनत से साकार कर पाते हैं। अब इन संस्थानों में ऐसा संभव नहीं हो पाएगा।
59,917 सीटों पर नामांकन के लिए होगी काउंसलिंगजेईई एडवांस और मेन की रैंक पर इस वर्ष 59 हजार 917 सीटों पर काउंसलिंग का आयोजन जोसा संचालित करेगा। इसमें 23 आइआइटी के 17 हजार 740, 32 एनआइटी की 24 हजार 229, 26 ट्रिपल आइटी की आठ हजार 546, 40 जीएफटीआइ की नौ हजार 402 सीटों पर नामांकन होना है।
2023 की तुलना में इस बार आइआइटी में 355, एनआइटी में 275, ट्रिपलआइटी में 800, जीएफटीआइ में 1335 सीटें की वृद्धि हुई है।
जोसा पिछले साल की तुलना में 2765 अधिक सीटों पर रजिस्ट्रेशन स्वीकार कर रहा है। जेईई मेन और एडवांस क्वॉलीफाई अभ्यर्थी इस वर्ष 121 कॉलेजों की 865 ब्रांचेंज में नामांकन के लिए 18 जून तक रजिस्ट्रेशन और च्वाइस फिलिंग कर सकते हैं।
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