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अकाउंट में नहीं थे पैसे, एटीएम से 100 की जगह निकलने लगे 500 के नोट; पटना में गिराना पड़ा शटर
जागरण संवाददाता, पटना। बैंक खाते में अचानक बड़ी राशि आ जाने की घटना तो आपने सुनी होगी, पटना में एटीएम से 100 की जगह 500 और 500 के बदले 100 के नोट निकलने लगे। राजधानी में हुई घटना के बाद ग्राहक सन्न रह गए।
शास्त्री नगर में है पीएनबी की एटीएमदरअसल, पटना के शास्त्री नगर इलाके में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की एटीएम है। बताया जाता है कि पीएनबी की एटीएम से देर रात अचानक सौ की जगह पांच सौ और 500 के बदले सौ रुपये के नोट निकलने लगे। घटना के बाद रात करीब दो बजे हुई, जिसके का बाद इसकी जानकारी एक युवक ने पुलिस को दी।
युवक ने किया पुलिस को फोनयुवक के द्वारा मिली जानकारी के बाद पुलिस ने तुरंत सक्रियता दिखाई। जवानों ने वहां पहुंच कर एटीएम बूथ का शटर गिरा ताला लगा दिया। थानेदार ने बताया कि रात करीब दो बजे एक युवक ने पुलिस को जानकारी दी कि वह डेबिट कार्ड से सौ रुपये निकालने गया था।
घटना के बाद बैंक को दी गई जानकारीइसके बाद कैश डिस्पेंसर से पांच सौ रुपये निकल गए, जबकि उसके खाते में इतनी रकम नहीं थी। वहीं, दूसरा ग्राहक पहुंचा तो उसे पांच सौ के बदले सौ रुपये मिले। थानेदार अमर कुमार ने बताया कि पुलिस ने बैंक अधिकारियों को जानकारी दी है।
खाते में नहीं थे इतने पैसे की निकले 500घटना को लेकर युवक ने बताया कि उसके खाते में इतने पैसे नहीं थे कि 500 के नोट निकलें। जैसे ही मशीन से आवाज हुई और 500 के नोट निकलने लगे तो उसे शंका हुई। उसने तुरंत अपना बैलेंस चेक किया। पता चला कि उसके खाते में पैसे नहीं हैंं। इसी बीच दूसरा ग्राहक भी बैंक आया। उसने राशि डाली तो 100 के नोट निकलने लगे। इसके बाद पुलिस को घटना की सूचना दी गई।
रैक में डाल दिया गया होगा दूसरा नोटमामले को लेकर बैंक के अधिकारियों का कहना है कि यह संभव है मानवीय भूल के कारण 500 की रैक में 100 और 100 के रैक में 500 के नोट डाल दिए गए हों। यह पूरी प्रक्रिया निजी एजेंसी करती है। ऐसे में बैंक को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं है। बैंक को पता चल जाता है कि किसके किसके डेबिट कार्ड से विड्रोल हुआ है और उसे आधार पर आगे की प्रक्रिया अपनाई जाती है।
Khelo India Youth Games: तलवारबाजी में मोतिहारी के कुमार रवि को कांस्य, महाराष्ट्र ने जीता सोना
जागरण संवाददाता, पटना। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में सोमवार को बिहार ने तलवारबाजी (बालक) में कांस्य पदक जीता। मोतिहारी के कुमार रवि ने कांस्य पर कब्जा किया। राजगीर खेल परिसर में आयोजित तलवारबाजी में खिलाड़ियों ने गजब का दमखम दिखाया। बालक वर्ग की एपे और महिलाओं की फायल व्यक्तिगत स्पर्धा आयोजित की गई। दोनों वर्गों के खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन किया। फाइनल मुकाबले में मेजबान बिहार के खिलाड़ियों ने पूरे आत्मविश्वास और जोश के साथ खेल की शुरुआत की, लेकिन उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
प्राची, साईप्रसाद जंगावाड ने जीता स्वर्णबालक वर्ग की एपे और महिलाओं की फायल व्यक्तिगत स्पर्धाओं में महाराष्ट्र और हरियाणा ने क्रमशः स्वर्ण पदक जीता। महिलाओं की फायल व्यक्तिगत स्पर्धा में हरियाणा की प्राची ने सेमीफाइनल में तेजस्विनी को हराया। हालांकि, फाइनल में मणिपुर की मंगलेइबी तक्हेल्लम्बम के खिलाफ मुकाबला बेहद कड़ा रहा। दूसरे बाउट तक स्कोर बराबरी पर था। तीसरे बाउट में प्राची ने शानदार खेल दिखाते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया और मंगलेइबी को रजत से संतोष करना पड़ा। इस स्पर्धा में कांस्य पदक चंडीगढ़ की प्रांशी अरोड़ा और हरियाणा की तेजस्विनी ने जीते।
गुजरात के मनीष को रजत मिलाजीत के बाद प्राची ने कहा, मैं खुश हूं कि मैंने यह हासिल किया और मैं हर स्थिति के लिए तैयार थी। शुरुआती बाउट में थोड़ी घबराहट थी, लेकिन बाद में मैंने नियंत्रण पाया और स्वर्ण पदक जीत लिया। इसके विपरीत, महाराष्ट्र के साईप्रसाद जंगावाड ने पुरुषों की एपे व्यक्तिगत स्पर्धा में क्वालिफायर से ही दबदबा बनाए रखा और आसानी से स्वर्ण पदक जीत लिया। गुजरात के मनीष कुमार चौधरी को रजत मिला। पंजाब के अश्विनी शौर्य और बिहार के रवि कुमार यादव को कांस्य पदक मिले। साईप्रसाद ने कहा, मैं बहुत उत्साहित हूं। मैंने इस पल के लिए कड़ी मेहनत की है और अपने कोच व परिवार का समर्थन पाकर आभारी हूं।
कुश्ती में हरियाणा का दबदबाखेलो इंडिया यूथ गेम्स में एक से बढ़कर एक मुकाबले हो रहे हैं। सोमवार को ज्ञान भवन में कुश्ती प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल मुकाबले खेले गए। पहले दिन हरियाणा ने सातों मुकाबले जीतकर फाइनल में जगह बनाई। वहीं, बिहार के जतिन मंगलवार को कांस्य पदक के लिए खेलेंगे। कुश्ती के पहले दिन मुकाबले की शुरुआत आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश के बीच हुए मैच से हुई। इस मुकाबले में मध्य प्रदेश ने जीत से शुरुआत की। दूसरा मुकाबला यूपी और नगालैंड के बीच हुआ।
Patna News: डाक से भेजता था फर्जी ज्वाइनिंग लेटर, उलझा देते थे एक अपराधी के तीन नाम
जागरण संवाददाता, पटना। कोतवाली थाना पुलिस के हत्थे चढ़ा सुभाष चंद्रा सिर्फ पटना में नहीं, बल्कि अन्य जिलों में बेरोजगारों को नौकरी का झांसा देकर उनसे लाखों रुपये की ठगी कर चुका है। हाइकोर्ट सहित अन्य सरकारी विभाग में नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करता था। इस खेल में वह अकेला नहीं हैं, बल्कि गिरोह बनाकर काम कर रहा था। सुभाष ही गिरोह सरगना है। उसने अपने तीन नाम रखे थे।
हरेक सदस्य की भूमिका भी अलगगिरोह में हरेक सदस्य की भूमिका भी अलग होती थी। युवकों से संपर्क करना, उन्हें नौकरी का झांसा देना और फिर भरोसे में लेकर उनसे पैसा कब और किसके खाता में जमा कराना हैं, योजना के तहत गिरोह काम करता था। सुभाष खुद को रीडर बताता था और उसके अन्य साथी प्रशिक्षक व लिपिक बन जाते थे।
दो दर्जन के साथ की ठगीसुभाष और उसके साथियों ने सिवान जिले में दो दर्जन युवकों को इसी साल डाक से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेजता था और बहाली के नाम पर तीन-तीन लाख रुपये की ठगी करता था। इसी साल जनवरी में सिवान जिले में सुभाष चंद्रा और उसके दो अन्य साथियों के खिलाफ केस हुआ है, जिसमें दो दर्जन युवकों से ठगी की बात सामने आई।
सिवान में भी दर्ज है केसइस गिरोह ने इन युवकों काे भी डाक से फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भेज दिया था और पैसा अलग अलग खातों में जमा कर लिया था। बाद में युवकों को पता चला कि लेटर फर्जी था। कोतवाली इंस्पेक्टर राजन कुमार ने बताया कि उसके अन्य साथियों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जांच में पता चला कि सुभाष चंद्रा के खिलाफ खिलाफ सिवान जिले में भी केस दर्ज हुआ है। वहां भी कई लोगों से नौकरी के नाम पर ठगी का मामला दर्ज है। सुभाष को रिमांड पर लेकर पूछताछ किया गया जाएगा। वह और किस जिले में किन लोगों से ठगी किया है, इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
अलग अलग नाम से है सरगना की पहचानसुभाष चंद्रा के खिलाफ दो वर्ष पूर्व कोतवाली थाने में केस हुआ था। सुभाष चंद्रा हर जगह अपना नाम बदल देता था। इस वजह से उसे सुभाष चंद्र बोस उर्फ संतोष कुमार उर्फ गार्ड साहब के नाम से लोग जानते हैं। कोतवाली थाने की पुलिस ने उसे गोपालपुर के चक बैरिया से गिरफ्तार कर किया और जेल भेजा।उसके पास से फर्जी आईडी कार्ड, फर्जी दो टंकित लेटर पैड, फर्जी प्रवेश पत्र, फर्जी नियुक्ति पत्र, फर्जी शपथ पत्र, फर्जी स्वास्थ्य प्रमाण पत्र, कई अभ्यर्थियों का शैक्षणिक प्रमाण पत्र सहित अन्य दस्तावेज बरामद किया गया है।
साइबर थाने की पुलिस भी कर चुकी है भंडाफोड़बीते 25 अप्रैल को साइबर थाने की पुलिस ने तीन जालसाजों को गिरफ्तार किया है, जो हाइकोर्ट से लेकर सचिवालय का फर्जी वेबसाइट बनाकर हाइकोर्ट में क्लर्क, चपरासी का नौकरी दिलाने का दावा करते थे। जाल में फंसने वाले बेरोजगारों से पैसा वसूलने के लिए यह गिरोह भी फर्जी वेबसाइट से साक्षात्कार, दस्तावेजों की जांच एवं योगदान कराने का फर्जी मेल भेजते थे। पोस्ट आफिस से ज्वाइिनंग लेटर भी भेजा गया था। प्रशिक्षण के नाम पर तीन महीने तक हाइकोर्ट परिसर में किसी निजी कंपनी में स्क्रैनिंग के काम में लगा दिया जाता था। तय राशि वसूलने के लिए ठग तीन महीने तक फर्जी वेबसाइट से ही प्रशिक्षण के दौरान वेतन देते थे।
Bihar IPS Officers: बिहार के 5 तेजतर्रार आईपीएस अफसरों को केंद्र में आईजी रैंक, सामने आई नामों की लिस्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार कैडर के पांच आईपीएस अधिकारियों को केंद्र में महानिरीक्षक (आईजी) रैंक दी गई है। केंद्र सरकार की अपॉइंटमेंट कमेटी ऑफ कैबिनेट (एसीसी) ने पिछले दिनों देश भर के 85 आईपीएस अफसरों को आईजी रैंक में शामिल किए जाने की मंजूरी दी है, जिनमें बिहार कैडर के भी पांच पुलिस अफसर शामिल हैं।
इनमें 2004 बैच के विनय कुमार, 2005 बैच के जितेंद्र राणा और मनु महाराज, 2006 बैच के सिद्धार्थ मोहन जैन और 2007 बैच के दलजीत सिंह का नाम शामिल हैं। वर्तमान में यह सभी पुलिस अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। बिहार सरकार ने इन सभी अफसरों को पहले से ही आईजी रैंक दे रखा है।
आईपीएस परिवीक्षाधीन अधिकारियों को पटना हाईकोर्ट परिसर में मिला विधिक प्रशिक्षणविधि संवाददाता, जागरण, पटना: पटना हाई कोर्ट परिसर स्थित बिहार महाधिवक्ता कार्यालय में 12 मई को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के 76वें आधारभूत पाठ्यक्रम के तहत प्रशिक्षु अधिकारियों के लिए एक दिवसीय विधिक प्रशिक्षण सत्र आयोजित किया गया।
इस सत्र में अभियोजन प्रणाली, न्यायिक प्रक्रिया और पुलिस अन्वेषण में विधिक समन्वय की बारीकियों पर विस्तार से चर्चा की गई।
महाधिवक्ता पी.के शाही ने अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि विवेचना की गुणवत्ता तभी सुनिश्चित हो सकती है जब पुलिस अधिकारियों को विधिक ज्ञान हो। कई बार तकनीकी त्रुटियों के कारण अपराधी सजा से बच जाते हैं, जिसे रोकने के लिए विधिक प्रशिक्षण आवश्यक है।
कार्यक्रम में सरकारी अधिवक्ता श्री विकास कुमार, श्री अंकुर सिन्हा सहित कई वरीय अधिवक्ता मौजूद रहे। प्रशिक्षु अधिकारियों ने कार्यक्रम को अत्यंत उपयोगी बताया और विधिक जानकारी को अपने कर्तव्यों में सहायक बताया।
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पटना की 11 सड़कें सौंपी जाएंगी पथ निर्माण विभाग को, रोकी गई नेहरूपथ को काटने की योजना
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार राज्य शहर आधारभूत संरचना विकास निगम (बुडको) ने नमामि गंगे के तहत कार्य करने वाली एजेंसी को निर्देश दिया है कि राजधानी के जिन सड़कों पर काम हो रहा है, वहां काम खत्म होने के तत्काल बाद उसे पथ निर्माण विभाग को सौंप दिया जाए ताकि पथ निर्माण विभाग उस सड़क को तत्काल ठीक कर सके।
एक दो दिनाें में सौंप दी जाएगी सड़कवर्तमान में पथ निर्माण विभाग शहर के 11 सड़कों को तैयार कर लिया है। उसे पथ निर्माण विभाग को सौंपने की तैयारी शुरू कर दिया है। बुडको के अभियंताओं का कहना है कि एक दो दिनाें में शहर के प्रमुख सड़काें को पथ निर्माण विभाग को सौंप दिया जाएगा।
कुर्जी बालू पर की सड़क का निर्माण पूराबुडको की ओर से कुर्जी बालू पर की सड़क का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। इसे एक दो दिनों में पथ निर्माण विभाग को सौंप दिया जाएगा। उसके एक सप्ताह के अंदर पथ निर्माण विभाग सड़क को मरम्मत का कार्य शुरू कर देगा।
बोरिंग रोड की संतुष्टि गली का काम खत्मइसी तरह बोरिंग रोड की संतुष्टि गली का काम भी खत्म हो गया है। बोरिंग कैनाल रोड से बोरिंग रोड को जोड़ने वाले सहदेव महतो मार्ग का काम पूरा करने की तैयारी चल रही है। उसे भी इस सप्ताह में पूरा कर लिया जाएगा।
पोलसन से राजीवनगर तक बन रहा नालापोलसन से राजीवनगर नाला तक बरसात का पानी निकालने के लिए बड़ा नाला का निर्माण किया जा रहा है। इसका काम भी लगभग पूरा हो गया है। कुछ जगहों पर नाला जोड़ने का काम काफी जोर-शोर से चल रहा है। यहां पर नमामि गंगे का काम भी चल रहा है। दोनों का काम जल्द खत्म करने का निर्देश दिया गया है। बुडको की ओर से काम खत्म करने के बाद सड़क पथ निर्माण विभाग को सौप दिया गया है।
फिलहाल नेहरूपथ की कटिंग नहीं होगीबुडको की ओर से फिलहाल नेहरूपथ को काटने की योजना रोक दी गई है। राजवंशीनगर हनुमान मंदिर तक सड़क का निर्माण किया जा रहा है। उसके आगे नेहरूपथ को काटना है लेकिन बरसात के बाद अब वहां पर कार्य किया जाएगा।
नाले के लिए काटी है सड़कमालूम हो किया अगले माह राजधानी में मानसून की वर्षा शुरू हो जाएगी, इसके मद्देनजर बुडको ने शहर में जहां-जहां अभी नाला के लिए सड़क काटी है, वहां पर काम पूरा करने की कोशिश की जा रही है। इसी को लेकर आदेश दिया गया है।
Bihar Election 2025: बिहार में 'जाति' पर चर्चा होगी तेज, विधानसभा चुनाव से पहले लिखी जा रही पटकथा
रमण शुक्ला, पटना। Bihar Assembly Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की उलटली गिनती शुरू होने के साथ ही राजनीतिक दलों में सूक्ष्म मत प्रबंधन की गोटियां बिछने लगी है। दोनों गठबंधन में पार्टी के रणनीतिकार भी सर्वे रिपोर्ट, पूर्व के परिणाम एवं सत्ता विरोधी हवा के रुख को भांपते हुए मतदाताओं को साधने के जतन में अभी जुट गए हैं।
राजद की ओर से शुरू किए गए विधानसभावार सामाजिक न्याय परिचर्चा की काट के तहत भाजपा ने जातिगत सम्मेलन कराने का दायित्व पार्टी के सिपहसालारों को दिया है।
इसके साध्य सामाजिक महापुरुष एवं आराध्य होंगे। हालांकि, इसमें सीधे तौर पर पार्टी की भूमिका नहीं होगी। फिर भी भाजपा का प्रयास अक्टूबर तक 1000 से 1200 के बीच जातिगत सम्मलेन कराने की है।
लक्ष्य में प्रति विधानसभा क्षेत्र कम से कम चार से पांच सम्मेलन सम्मिलित किया गया है। मतों के गणित में विधानसभावार सामाजिक वर्चस्व या सर्वाधिक आबादी वाली जातियां होंगी।
उदाहरण के तौर पर जिस विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति में पासवान (दुसाध), ऋषिदेव, सदा, मुसहर, मांझी, भुइयां एवं राजावर समाज के मतदाता अधिक हैं तो उनमें गौरेया बाब, रविदास महाराज, डा. भीम राव आंबेडकर या अन्य सामाजिक महापुरुषों के नाम पर सम्मेलन के आयोजन का दायित्व पार्टी के कार्यकर्ताओं को दिया गया है। कार्यक्रम स्थल विधानसभा क्षेत्र की हृदय स्थली होगी।
इसी तरह क्षत्रिय समाज की बहुलता वाली सीट पर महाराणा प्रताप या वीर कुंवर सिंह आदि के नाम पर आयोजन किया जाएगा तो वैश्य मतदाताओं को साधने के लिए भामा शाह सम्मेलन कराने की पटकथा लिखी जा रही है।
आयोजन की तिथि तय करने के उपरांत प्रदेश नेतृत्व की ओर पार्टी के जाति विशेष के वरिष्ठ नेताओं, केंद्र या राज्य सरकार में सम्मिलित मंत्री, भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, पार्टी पदाधिकारी को संबोधन के लिए मुख्य अतिथि, विशिष्ठ अतिथि एवं सम्मेलन के उद्घाटनकर्ता के तौर पर भेजा जाएगा।
- भाजपा का जातिगत सम्मेलन कराने का लक्ष्य
- कुर्मी और कुशवाहा समाज पर फोकस
- चुनाव के लिए सूक्ष्म मत प्रबंधन का प्रयास
- चुनाव में जातिगत सम्मेलन से वोट साधने का प्लान
केंद्र से लेकर भाजपा शासित प्रदेशों में पिछले एक दशक में पार्टी की ओर से नेतृत्व से वंचित समाज को उभारने पर विशेष जोर है।
संगठन से लेकर सरकार में भागीदारी बढ़ाने के साथ सर्व समाज को लेकर चलने की रणनीति पर भी भाजपा फोकस कर रही है।
इसका उदाहरण नीतीश सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार है। वर्तमान में नीतीश सरकार के केंद्र भाजपा की ओर से सर्वोपरि लक्ष्य में कुशवाहा (कोईरी) कुर्मी, धानुक एवं चंद्रवंशी समाज हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री रहते हुए सम्राट चौधरी ने कुर्मी समाज की नेत्री अनामिका सिंह पटेल को विधान परिषद भेजा तो चंद्रवंशी समाज के वरिष्ठ नेता डा. भीम सिंह को राज्यसभा भेजकर दूरगामी संदेश दिया।
दिलीप जायसवाल ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का दायित्व संभालने के उपरांत कुर्मी समाज के कृष्ण कुमार मंटू को नीतीश मंत्रिमंडल में सम्मिलित कर भाजपा कोटे से पहली बार कुर्मी समाज को प्रतिनिधित्व दिया।
हालांकि, संगठन से जुड़े पदधारकों का कहना है कि कुर्मी एवं कुशवाहा समाज के प्रतिनिधित्व को बढ़ाने के पीछे पार्टी के सूक्ष्म रणनीति प्रदेश संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया की रणनीति सर्वोपरि रही है।
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Patna News: पटना के मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में जल्द शुरू होगी रोबोटिक सर्जरी
जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के निर्देश पर मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल आइजीआइएमएस को एसजीपीजीआई लखनऊ व पीजीआई चंडीगढ़ की तर्ज पर विकसित करने की दिशा में कार्य शुरू हो गया है। आने वाले कुछ माह में यहां आधुनिकतम चिकित्सा तकनीक रोबोटिक सर्जरी से उपचार शुरू हो जाएगा।
संस्थान में निर्माणाधीन छह नए स्टेट ऑफ आर्ट ऑपरेशन थिएटर में से दो या तीन को रोबोटिक ऑपरेशन थिएटर बनाया जाएगा। शुक्रवार को इस बाबत निदेशक प्रोफेसर डॉ. बिंदे कुमार, चिकित्साधीक्षक डॉ. मनीष मंडल, डीन प्रो. डॉ. ओम कुमार, प्रो. डॉ. राजेश कुमार तिवारी आदि के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की गई।
आईजीआईएमएस, पटना। जागरण फोटो
चिकित्साधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी को जल्द शुरू करने की प्रक्रिया जारी है। बताते चलें कि संस्थान में अभी 12 ऑपरेशन थिएटर हैं, इस कारण रोगियों को 15 दिन से दो माह तक का नंबर सर्जरी की जटिलता को देखते हुए दिया जाता है।
संक्रमित रोगियों की सर्जरी सिर्फ शुक्रवार को एक ओटी में की जाती है, क्योंकि उसे इसके बाद दो दिन तक विसंक्रमण के लिए बंद करना पड़ता है।
छह नए स्टेट ऑफ आर्ट ऑपरेशन थिएटर में से दो या तीन रोबोटिक सर्जरी, दो या तीन जीआई सर्जरी और एक हेपेटाइटिस-एचआईवी समेत अन्य संक्रमित रोगियों के लिए बनाई जा रही है। इनके शुरू होने से संस्थान में 18 ऑपरेशन थिएटर हो जाएंगे हैं।
सभी ऑपरेशन थिएटर का हो जाएगा एक ब्लॉक:डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि नई बन रही छह ओटी को भी कॉरिडोर से पुराने 12 ऑपरेशन थिएटर से जोड़ दिया जाएगा। इससे सभी ओटी का एक अलग ब्लॉक बन जाएगा। ऑपरेशन थिएटर में जिसका राेगी होगा, उनके स्वजन की मानसिक व शारीरिक मनोदशा को ध्यान में रखते हुए 200 लोगों की क्षमता वाले एक पूर्ण वातानुकूलित वेटिंग हॉल का उद्घाटन पहले ही हो चुका है।
इसमें चाय-काफी, नाश्ता, ठंडा पानी के साथ एलईडी टीवी लगा है। मरीज के स्वजन को बुलाने के लिए माइक सिस्टम व यहां टेलिफोन रहेगा।
जटिल अंगों की हो सकेगी सटीक सर्जरी:ओपेन, लैप्रोस्कोपिक, इंडोस्कोपिक के बाद अब सर्जरी की आधुनिक तकनीक रोबोटिक सर्जरी है। रोबोटिक हथियार इतने सूक्ष्य व सटीक होते हैं कि जटिल सर्जरी में भी बहुत कम नुकसान होता है। सटीक कट व कम चीरे से रक्तस्राव बहुत कम होता है।
कम चीरे से घाव जल्द भरते हैं और कम ऊतक क्षतिग्रस्त होने के कारण रोगी को दर्द भी कम होता है। रोगी को अस्पताल में बहुत कम समय तक रहना पड़ता है और वह अपने काम में भी जल्दी लौट सकता है। इस तकनीक में संक्रमण की आशंका बहुत कम हो जाती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, रोबोटिक आर्म्स ओपेन, लैप्रोस्कोपक व इंडोस्कोपिक की तुलना में अधिक तीव्र व सटीक गति से सर्जरी कर सकते हैं। सर्जन मॉनिटर पर लगातार हाई डिफिशियंसी वाली थ्री-डी तस्वीर देख सकते हैं जिससे जटिल संरचना वाले अंगों की सटीक सर्जरी कम से कम नुकसान में करना संभव हो जाता है।
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बिहार में भूमि अधिग्रहण को लेकर समस्या, मुआवजा दर के विवाद से अटकीं कई सड़क परियोजनाएं
राज्य ब्यूरो, पटना। सरकार ने भूमि अधिग्रहण के कारण धीमी गति से चल रही परियोजनाओं के कार्यान्वयन में तेजी लाने का निर्देश दिया है। राज्य के भू अर्जन निदेशक कमलेश कुमार सिंह ने संबंधित अधिकारियों को कहा है कि वे इस विषय को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
पिछले दिनों हुई समीक्षा बैठक का किया जिक्रविभाग में पिछले दिनों हुई समीक्षा बैठक का जिक्र करते हुए जिलों को कहा गया है कि मुआवजे के भुगतान में तेजी लाएं। समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि केंद्र और राज्य सरकार की कई सड़क परियोजनाएं मुआवजा में देरी या इससे जुड़े विवाद के कारण अटकी हुई हैं।
मुंगेर के खरिया गांव मामले में मुआवजा नहींसमीक्षा बैठक में बताया गया कि मुंगेर के खरिया गांव से गुजरने वाली सड़क के रास्ते में बाधित संरचना को हटा दिया गया है। लेकिन, मुआवजे का भुगतान नहीं किया गया है। मोहम्मदनगर एवं रामनगर में भी भू अर्जन को लेकर कुछ समस्या है।
गया जिले के पांच गांवों में जमीन अधिग्रहणएनएच 119 डी के लिए गया जिले के पांच गांवों में जमीन का अधिग्रहण तो किया गया है, लेकिन उसका स्वामित्व अधियाची विभाग को नहीं सौंपा गया है। एनएच 327 डी के निर्माण में किशनगंज जिले के कुछ हिस्से में बाधा है।
विवाद अधिग्रहीत जमीन पर मौजूद संरचनाओं को लेकरविवाद अधिग्रहीत जमीन पर मौजूद संरचनाओं को लेकर है। इसी परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण में सीतामढ़ी जिले के छह गांवों में परेशानी है। रैयत अधिक दर की मांग कर रहे हैं। एनएच 319 ए के निर्माण में कैमूर जिले की महज छह सौ मीटर बाधक है। इसके लिए वहां कम रूका हुआ है। इस जमीन का अधिग्रहण हुआ।
एनएच 105 के रास्ते में भी भूमि अधिग्रहण की बाधाअधियाची विभाग को इस पर दखल कब्जा नहीं दिया गया। एनएच 105 के रास्ते में भी भूमि अधिग्रहण की बाधा है। दरभंगा जिला में 31.32 करोड़ में से केवल 2.70 करोड़़ का भुगतान किया गया। मुआवजे की राशि कम बता कर रैयत इसे ले नहीं रहे हैं। रैयत विराेध कर रहे हैं। इसे देखते हुए शिविर लगाकर मुआवजा भुगतान का निर्देश दिया गया है।
सड़क टूटी, चलना मुश्किलजागरण, गढ़पुरा (बेगूसराय)। गढ़पुरा बाजार से वार्ड संख्या-16 होते हुए नाथ बाबा स्थान से समस्तीपुर जिला के हसनपुर प्रखंड को जानेवाली प्रमुख ग्रामीण सड़क जर्जर है। सड़क इस तरह से टूट गई है कि इस पर चलना कठिन हो गया है। इस संबंध में गढ़पुरा के ग्रामीण लाल बहादुर झा, अरविंद यादव आदि ने बताया कि करीब 20 वर्ष पूर्व सड़क की पीसीसी ढलाई की गई थी। तीन-चार वर्षों में यह सड़क टूटते-टूटते अब चलने लायक भी नहीं रही।
बिहार के 58 हजार नवनियुक्त शिक्षकों के लिए गुड न्यूज, सैलरी को लेकर शिक्षा विभाग ने दिया अपडेट
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Teacher News: राज्य के सरकारी विद्यालयों में 58,879 नवनियुक्त शिक्षकों को योगदान की तिथि से वेतन मिलेगा। वेतन भुगतान को लेकर शिक्षा विभाग ने वित्त विभाग और महालेखाकार कार्यालय ने अपनी सहमति दे दी है। बिहार लोक सेवा आयोग की तृतीय अध्यापक नियुक्ति परीक्षा (टीआरई-श्री) के आधार पर नवनियुक्त शिक्षकों को 31 मई तक आवंटित विद्यालयों में योगदान कर शिक्षण कार्य आरंभ करना है।
58,879 शिक्षकों को योगदान से वेतन58,879 नवनियुक्त शिक्षकों को विद्यालयों में योगदान की तिथि से वेतन का भुगतान होगा। इसके लिए योगदान करने की तिथि से जिला शिक्षा कार्यालय को अवगत कराना अनिवार्य है।
शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेशशिक्षा विभाग की निदेशक (प्राथमिक) साहिला ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी कर कहा है कि नवनियुक्त शिक्षकों में योगदान कर शिक्षण कार्य करने वाले हर शिक्षक के बारे में प्रोफाइल अपडेट करें। ताकि, शिक्षकों को उनके योगदान की तिथि से वेतन भुगतान में कोई विलंब नहीं हो।
हालांकि, नवनियुक्त शिक्षक 15 मई से ही आवंटित विद्यालय में योगदान देना शुरू करेंगे। इससे संबंधित निर्देश भी प्राथमिक शिक्षा निदेशक के स्तर से सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को दिया गया है।
निर्देश के मुताबिक ऐसे विद्यालय अध्यापक, जिन्हें औपबंधिक नियुक्ति पत्र उपलब्ध करा दिया गया है, उनका विद्यालय पदस्थापन पत्र एवं प्रारूप योगदान प्रपत्र साफ्टवेयर के माध्यम से प्रिंट किया जा सकता है।
जिन शिक्षकों को पहले औपबंधिक नियुक्ति पत्र नहीं मिला है, उनका औपबंधिक नियुक्ति पत्र, विद्यालय पदस्थापन पत्र और प्रारूप योगदान प्रपत्र साफ्टवेयर से प्रिंट होगा।
शिक्षकों के योगदान के बाद इनका विभागीय काउंसलिंग पोर्टल पर टेक्निकल ज्वाइनिंग अनिवार्य है। इसमें योगदान की तिथि एवं समय स्पष्ट अंकित होना जरूरी है। इन शिक्षकों को नई पेंशन योजना का लाभ मिलना है, इसलिए प्रान (पीआरएएन) आवंटन की कार्रवाई भी किया जाना है।
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Bihar Politics:'BJP किसी परिवार या जाति...', विपक्ष पर बरसे प्रदेश अध्यक्ष; भाजपा को लेकर कही ये बड़ी बात
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics: भाजपा प्रदेश मुख्यालय के अटल सभागार में रविवार को पटना महानगर के नव मनोनीत जिलाध्यक्ष रूप नारायण मेहता के दायित्व ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इस मौके पर आयोजित समारोह में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मेहता को नए दायित्व की बधाई दी एवं संगठन विस्तार में जुटने का आह्वान किया।
विपक्षी दलों पर साधा निशानाविपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए जायसवाल ने कहा कि भाजपा किसी परिवार या किसी जाति की पार्टी नहीं है। इसका प्रमाण यह है कि आम कार्यकर्ता भी भाजपा के सर्वोच्च पद पर पहुंच सकता है।
यही इस पार्टी की विशेषता है। इस पार्टी के सर्वोच्च पद पर पहुंचने के लिए किसी विशेष व्यक्ति का पुत्र होना और किसी खास जाति से आने की जरूरत नहीं होती है, बल्कि उसकी मेहनत और कार्यकर्ता की कर्तव्यपरायणता ही उसकी पहचान होती है।
संगठन की मजबूती के लिए सामूहिक दायित्व आवश्यकदिलीप जायसवाल ने कहा कि किसी भी बड़े संगठन की मजबूती के लिए सामूहिक दायित्व आवश्यक है। यही कारण है कि विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल भाजपा की मजबूती के लिए एक-एक कार्यकर्ता का योगदान अहम है।
एक समय था जब एक सीट के लिए तरसते थे: दिलीप जायसवालजायसवाल ने कहा कि एक वह समय भी था जब हम देशभर में एक सीट के लिए तरसते थे, लेकिन आज हमारी सरकार है। उन्होंने कहा कि इस सफलता के लिए हमारे पूर्वजों ने भी बड़ा योगदान दिया है, जिसे हमें नहीं भूलना चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष सहित ये दिग्गज नेता रहे मौजूदइस कार्यक्रम में बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, मंत्री नितिन नवीन, विधायक अरुण सिन्हा, संजीव चौरसिया एवं प्रदेश महामंत्री ललन मंडल के अतिरिक्त सहित सैंकड़ों कार्यकर्ता सम्मिलित हुए।
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Rahul Gandhi: पांच महीने में चौथी बार बिहार आएंगे राहुल गांधी, गया में करेंगे कार्यकर्ताओं से मुलाकात
जागरण संवाददाता, पटना। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एक बार फिर बिहार के दौरे पर आ रहे हैं। उनका यह दौरा आगामी 15 मई को प्रस्तावित है। सूत्रों के अनुसार वे दरभंगा और पटना में कार्यक्रम कर सकते हैं। खास बात यह है कि यह बीते 5 महीनों में राहुल गांधी का चौथा बिहार दौरा होगा।
चौथी बार बिहार आएंगे राहुल गांधीइससे पहले राहुल गांधी 4 महीने में 3 बार बिहार दौरे पर आ चुके हैं। बिहार में इस साल अक्टूबर नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव होने हैं, जिससे पहले राहुल गांधी का दौरा काफी अहम माना जा रहा है।
इस बार राहुल गांधी गया में पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और स्थानीय नेताओं के साथ पार्टी की संगठनात्मक मजबूती और चुनावी रणनीति पर चर्चा करेंगे। उनके साथ कांग्रेस के कई राष्ट्रीय नेता भी मौजूद रहेंगे।
जनवरी, फरवरी और अप्रैल में बिहार दौरे पर आए राहुल गांधीकेवल मार्च महीने को छोड़ दिया जाए तो इस साल की शुरुआत के साथ राहुल गांधी ने हर महीने बिहार का दौरा किया है। 18 जनवरी, 04 फरवरी और 07 अप्रैल को राहुल गांधी बिहार दौरे पर आ चुके हैं। इस दौरान उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया।
लोकसभा चुनाव के बाद इस बार कांग्रेस विधानसभा चुनाव में बिहार में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद में है। यही वजह कि राहुल गांधी किसी तरह की कोई गलती नहीं करना चाहते।
अब राहुल गांधी के बिहार दौरे का आगामी चुनाव में क्या असर होगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा। फिलहार बिहार कांग्रेस राहुल गांधी के दौरे से पहले तैयारियों में जुट गई है।
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खुशखबरी! गांवों को टूटी-फूटी सड़कों से मिलेगी निजात, नीतीश सरकार की इस योजना से दुरुस्त होंगी 6938 Road
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को संकल्प भवन में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन का कार्यारंभ करेंगे। इसके तहत 6,938 पथों (लंबाई: 12,105 किमी, कुल लागत : 8,716 करोड़) का सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन किया जाएगा।
6,938 ग्रामीण पथों का सुदृढ़ीकरणमुख्यमंत्री ग्रामीण सड़क उन्नयन योजना के तहत ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन कार्यक्रम को एक नए अवयव के रूप में प्रारंभ किया गया है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण सड़कों के नियमित एवं व्यवस्थित पुनर्निर्माण/उन्नयन/नवीनीकरण को सुनिश्चित करना है। इसके तहत 6,938 ग्रामीण पथों का सुदृढ़ीकरण किया जाएगा।
8,716 करोड़ की कुल लागतइस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम के तहत उन सभी ग्रामीण पथों को आगामी सात वर्षों तक मानक अनुरूप सेवा स्तर पर बनाए रखने की व्यवस्था की गई है, जो अपनी पंचवर्षीय अनुरक्षण/त्रुटि निवारण अवधि पूर्ण कर चुके हैं।
इस अवधि के भीतर इन पथों के पर दो बार कालीकरण (री-सर्फेसिंग) कार्य कराया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में 8,716 करोड़ की कुल लागत आएगी।
गांव और शहरों के बीच घटेगी दूरीयोजना के क्रियान्वयन के दौरान यदि सड़क में कोई तकनीकी त्रुटि पाई जाती है तो उसका समाधान तय समय-सीमा के भीतर अनिवार्य रूप से किया जाएगा। इससे न केवल गांवों और शहरों के बीच की दूरी घटेगी, बल्कि राज्य की सामाजिक संरचना को नया आयाम मिलेगा। इससे प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी।
यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस महत्त्वाकांक्षी विजन को साकार करेगा, जिसके तहत राज्य के किसी भी सुदूरवर्ती क्षेत्र से भविष्य में मात्र चार घंटे में राजधानी पटना तक की सुगम और निर्बाध यात्रा संभव हो सकेगी।
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JEE Advanced 2025 Admit Card: जेईई एडवांस्ड के लिए आज जारी होगा प्रवेश पत्र, 18 मई को होगी परीक्षा
जागरण संवाददाता, पटना। देश भर के आईआईटी सहित अन्य संस्थानों में नामांकन के लिए होने वाली जेईई एडवांस्ड्ड 2025 परीक्षा (JEE Advanced 2025 Exam) के लिए प्रवेश पत्र 12 मई को जारी होगा। पूर्व में प्रवेश पत्र जारी करने की तिथि 11 मई निर्धारित था, इसमें बदलाव करते हुए 12 मई की सुबह 10 बजे निर्धारित किया गया है। परीक्षा का आयोजन 18 मई को होगा।
परीक्षा में भाग लेने के इच्छुक अभ्यर्थी अपना प्रवेश पत्र सुबह 10 बजे से डाउनलोड कर सकते है। परीक्षा का आयोजन करने वाली आईआईटी कानपुर ने नोटिस जारी कर कहा है कि जेईई एडवांस्ड 2025 के लिए अभ्यर्थी 12 मई सुबह 10 बजे से अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं।
प्रवेश पत्र डाउनलोड करने के लिए उम्मीदवारों को अपना मोबाइल नंबर, जन्मतिथि और जेईई एडवांस्ड रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करना होगा।
परीक्षा में पर्स और हैंडबैग प्रतिबंधितप्रवेश पत्र में दिए जाने वाले विवरण पर ध्यान दें तो इसमें अभ्यर्थी का पूरा नाम, रोल नंबर, जेईई मेन आवेदन संख्या, पासपोर्ट साइज फोटो, हस्ताक्षर, जन्मतिथि, पत्राचार पता, श्रेणी, और परीक्षा केंद्र का नाम व पता शामिल रहेगा। किसी भी प्रकार की त्रुटि होने पर एनटीए से संपर्क कर सकते हैं।
जेईई एडवांस्ड 2025 के दौरान उम्मीदवारों को कुछ वस्तुओं को साथ ले जाने की अनुमति है, जबकि कई चीजें सख्त रूप से प्रतिबंधित हैं। परीक्षा केंद्र में उम्मीदवार केवल प्रवेश पत्र, एक वैध फोटो पहचान पत्र (जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी, स्कूल/कॉलेज आईडी या ड्राइविंग लाइसेंस) और पेंसिल ही साथ ले जा सकते हैं।
इसके अलावा, किसी भी अतिरिक्त वस्तु को अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं, स्मार्ट या डिजिटल घड़ियां, पेजर, मोबाइल फोन, लॉग टेबल, ब्लूटूथ डिवाइस, पाउच, कैलकुलेटर, पेन ड्राइव, पर्स और हैंडबैग जैसी वस्तुएं पूरी तरह से प्रतिबंधित हैं. इन वस्तुओं को परीक्षा केंद्र में लाना न सिर्फ नियमों के विरुद्ध है, बल्कि इससे आपकी परीक्षा में शामिल होने की अनुमति भी रद हो सकती है।
बिहार से शामिल होंगे 15,476 अभ्यर्थीजेईई एडवांस्ड के लिए राज्य के 15,476 अभ्यर्थी शामिल होंगे। जेईई एडवांस्ड के लिए नौ जिलों में परीक्षा केंद्र बनाया गया है। इनमें आरा, औरंगाबाद, भागलपुर, दरभंगा, गया, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्णिया, रोहतास शामिल है।
परीक्षा 18 मई को दो शिफ्ट में आयोजित होगी। पहली शिफ्ट सुबह नौ से 12 बजे तक व दूसरी पाली दोपहर 2:30 बजे से 5:30 बजे तक चलेगी।
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SSC Revised Calendar: एसएससी ने जारी किया संशोधित कैलेंडर, स्टेनोग्राफर ग्रेड सी-डी की अधिसूचना 5 जून को
जागरण संवाददाता, पटना। एसएससी ने 2025-26 के भर्ती कैलेंडर (SSC Recruitment Calender) में बदलाव किया है। संशोधित कैलेंडर जारी कर दिया गया है। वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर नया कैलेंडर देख सकते हैं।
कैलेंडर में स्टेनोग्राफर ग्रेड सी और डी परीक्षा, सीजीएल, दिल्ली पुलिस, सीएचएसएल, जूनियर इंजीनियर और एमटीएस, हवलदार जैसी बड़ी भर्तियों के लिए अधिसूचना व परीक्षा तिथि डेट की जानकारी दी गई है।
नए भर्ती परीक्षा कैलेंडर के अनुसार स्टेनोग्राफर ग्रेड सी, डी का नोटिफिकेशन पांच जून को जारी होगा। इसके अलावा सीजीएल का विज्ञापन नौ जून, दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर की भर्ती 16 जून और सीएचएसएल की भर्ती 23 जून को जारी की जाएगी। इनकी परीक्षा की संभावित तिथियां भी एसएससी ने जारी की है।
भर्ती परीक्षा की तिथि: भर्ती का नाम आवेदन की तिथि परीक्षा तिथि जेएसए, एलडीसी ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा 2024 -- आठ जून एसएसए, यूडीसी ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा 2024 -- आठ जून एएसओ ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा 2022-2024 -- आठ जून एसएससी सेलेक्शन पोस्ट परीक्षा फेज-XIII दो से 23 जून 24 जुलाई से चार अगस्त एसएससी स्टेनोग्राफर ग्रेड सी, डी भर्ती 2025 पांच से 26 जून छह से 11 अगस्त कंबाइंड हिंदी ट्रांसलेटर भर्ती परीक्षा पांच से 26 जून 12 अगस्त एसएससी सीजीएल नौ जून से चार जुलाई 13 से 30 अगस्त एसएससी दिल्ली पुलिस सब इंस्पेक्टर 16 जून से सात जुलाई एक से छह सितंबर एसएससी सीएचएसएल 23 जून से 18 जुलाई आठ से 18 सितंबर एसएससी एमटीएस, हवलदार भर्ती 26 जून से 24 जुलाई 20 सितंबर से 24 अक्तूबर एसएससी जेई (सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल) भर्ती 30 जून से 21 जुलाई 27 से 31 अक्तूबर एसएससी दिल्ली पुलिस कांस्टेबल (ड्राइवर पुरुष) भर्ती जुलाई-सितंबर नवंबर-दिसंबर दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल (मिनिस्ट्रियल) भर्ती जुलाई-सितंबर नवंबर-दिसंबर एसएससी दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल भर्ती जुलाई-सितंबर नवंबर-दिसंबर दिल्ली पुलिस (एग्जीक्यूटिव) भर्ती जुलाई-सितंबर नवंबर-दिसंबर ग्रेड सी स्टेनोग्राफर लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा जुलाई-सितंबर नवंबर-फरवरी 2026 एसएससी जीडी कांस्टेबल भर्ती अक्टूबर-नवंबर जनवरी-फरवरी 2026 जेएसए, एलडीसी ग्रेड लिमिटेड भर्ती जनवरी-फरवरी 2026 मार्च 2026 एसएसए, यूडीसी ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा जनवरी-फरवरी 2026 मार्च 2026 एएसओ ग्रेड लिमिटेड विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा जनवरी-फरवरी 2026 मार्च 2026ये भी पढ़ें- RPSC: पीआरओ भर्ती परीक्षा 2024 के लिए 14 मई को अपलोड होंगे प्रवेश पत्र, एग्जाम सिटी स्लिप जारी
Sand Ghat Auction: गंगा, सोन, पुनपुन और दरधा नदियों के बालू घाटों की ई-नीलामी प्रक्रिया शुरू
राज्य ब्यूरो, पटना। खान एवं भू-तत्व विभाग ने पटना जिले में गंगा नदी के साथ ही पुनपुन, सोन और दरधा नदियों के बालू घाटों की ई-नीलामी की प्रक्रिया शुरू करने का निर्णय लिया है। संबंधित नदी घाटों की नीलामी पांच वर्ष के लिए होगी। फिलहाल विभाग की योजना 148 घाटों की नीलामी की है।
खान एवं भू-तत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस नीलामी में पीला और सफेद दोनों किस्म का बालू शामिल है। इस पूरी प्रक्रिया का मकसद पटना जिले में निर्माण कार्यो के लिए आसानी से और उचित कीमत पर बालू की उपलब्धता सुनिश्चित करना है।
15 से शुरू होगी प्रक्रियासरकार के इस निर्णय से राजस्व में वृद्धि भी होगी। ई-नीलामी के लिए निविदा दस्तावेज 15 मई को सुबह 11 बजे से ऑनलाइन डाउनलोड किए जा सकेंगे। पूरी जानकारी patna.nic.in पर उपलब्ध है। निविदा प्रक्रिया 12 जून अपराह्न चार बजे तक संपन्न होगी।
मिल गई पर्यावरणीय मंजूरीविभाग के सूत्रों ने बताया कि जिले में मौजूद चारों नदियों किनारे के इन बालू घाटों को पर्यावरणीय मंजूरी मिल चुकी। पटना जिले की सर्वेक्षण रिपोर्ट में भी इन बालू घाटों की नीलामी का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर इन नदियों के बालू घाटों को पांच एकड़ तक के छोटे टुकड़ों में बांटा गया है।
इसमें सोन और गंगा नदियों के बालू घाट प्रमुखता से शामिल हैं। पुनपुन और दरधा नदियों के कुछ बालू घाटों की नीलामी पहले भी की गई थी। नीलामी प्रक्रिया में सफल होने वाले बंदोबस्तधारी नवंबर 2025 से बालू खनन प्रारंभ कर सकेंगे।
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Bihar Politics: बिहार में बढ़ रहा कांग्रेस का कुनबा, युवा दलित नेता ने ली कांग्रेस की सदस्यता
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक मिलन समारोह में दलित अधिकार मंच के युवा नेता मनीष पासवान समेत कई नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण का ली।
इन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जिग्नेश मेणावी ने सदस्यता प्रदान की।
कार्यक्रम में राजेश राम ने कहा कि मनीष पासवान युवा हैं और लगातार दलित अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहें हैं। उनके आने से पार्टी का वंचित समाज में जनाधार बढ़ेगा।
दलित समाज कांग्रेस में देख रहा अपना भविष्यजिग्नेश मेवाणी ने कहा कि दलित हितों की रक्षा के लिए राहुल गांधी लगातार संघर्ष कर रहे हैं और उनके संघर्षों का ही परिणाम है कि दलित समाज के युवा कांग्रेस में अपना भविष्य देख रहे हैं।
मनीष पासवान ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस समाज को बिहार सहित पूरे देश में सम्मान दिया है, उसी से प्रभावित होकर मैंने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है।
मिलन समारोह में डॉ. शकील अहमद खान, रतन लाल, जितेन्द्र गुप्ता, प्रवीण सिंह कुशवाहा, मंजीत आनन्द साहू, शकीलुर रहमान, ब्रजेश प्रसाद मुनन सहित अन्य नेता मौजूद थे।
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Khelo India Youth Games: कभी रग्बी से थी अनजान, अब इसी खेल से बना रही पहचान
जागरण संवाददाता, पटना। आपकी स्थिति चाहे कितनी भी खराब क्यों ना हो कभी उम्मीद खत्म नहीं होने चाहिए। सपने हमेशा बड़ा देखिए और उसे पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कीजिए।
ढ़ढ संकल्प, मजबूत आत्मविश्वास और कुछ कर दिखाने की इच्छा अगर मन में हो तो रास्ते में आने वाली मुश्किलें भी आसान हो जाती है। कुछ ऐसी ही कहानी है बिहार रग्बी बालिका टीम में खेलने वाली खिलाड़ी अंशु कुमारी, सलोनी कुमारी और अल्पना कुमारी की।
रग्बी खिलाड़ी अंशु बारहवीं की छात्रा है। पिता एक छोटी सी मिठाई की दुकान चलाते हैं। मिठाई दुकान से जो आमदनी होती है इसी से किसी तरह से घर चलता है।
लेकिन अंशु के पिता अपनी बेटी को जीवन में बहुत आगे बढ़ाना चाहते हैं। अंशु ने पुणे में अंडर-14 राष्ट्रीय प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर खेल के करियर की शुरुआत की।
सड़क दुर्घटना में लगी चोट, लेकिन नहीं टूटे हौसलेबिहार बालिका रग्बी टीम की खिलाड़ी अल्पना की कहानी थोड़ी अलग है। अल्पना एक सड़क हादसे की शिकार हो गई थी। जिसमें फ्रैक्चर कालरबोन और एक गंभीर सड़क दुर्घटना से वह बहुत ही मुश्किल से ठीक हो पाई।
फिर से वापसी करते हुए वह मैदान पर उतरी और अपनी टीम का साथ पूरी मजबूती से दिया। उन्होंने यह दिखा दिया कि साहस किसी भी बाधा को पार कर सकता है।
अल्पना कहती हैं कि यह स्वर्ण पदक सिर्फ हमारा नहीं है। यह हर उस लड़की का है जो सीमाओं से परे सपने देखने की हिम्मत करती है।
यह हर उस माता-पिता के लिए है, जिन्होंने हमारा साथ दिया, और हर उस कोच के लिए जिन्होंने हम पर विश्वास किया।
खेलो इंडिया यूथ गेम्स भी अब युवाओं के लिए एक अहम लांचपैड बन चुके हैं। अंशु, सलोनी और अल्पना जैसे खिलाड़ियों के लिए केआईबाईजी का एक मेडल केवल एक उपलब्धि नहीं, बल्कि राष्ट्रीय कैंपों, सरकारी नौकरियों और दीर्घकालिक पहचान की संभावनाओं का रास्ता है।
पिता ठेला चालक, बेटी राष्ट्रीय खिलाड़ीबिहार बालिका रग्बी टीम में खिलाड़ी सलोनी के पिता एक ठेला चालक हैं। ठेला चलाकर अपने परिवार का पेट पालते हैं। बेटी को आगे बढ़ाने के लिए पिता बहुत मेहनत से पैसा कमाकर घर चला रहे हैं।
सलोनी अब गर्व से बताती हैं कि वह मलेशिया में हुए एशियन रग्बी चैंपियनशिप में भारत की अंडर-18 टीम की कप्तान रह चुकी हैं।
कभी रग्बी एक अनजाना खेल थाबिहार की स्वर्ण पदक विजेता टीम की 12 में से 10 खिलाड़ी अस्मिता लीग के जरिए तैयार हुई हैं। एक ऐसा जमीनी स्तर का आंदोलन, जिसने पिछले तीन वर्षों में बिहार में महिला खेलों की परिभाषा ही बदल दी है।
इन लड़कियों के लिए कभी रग्बी एक अनजाना खेल था, लेकिन आज यह उनकी पहचान बन चुका है। इसके दम पर आज ये लड़कियां नायिकाएं बन चुकी हैं।
अस्मिता लीग और प्रतियोगिता के माध्यम से महिलाओं के बीच खेलों को बढ़ावा देने के लिए खेलो इंडिया के लिंग-तटस्थ मिशन का हिस्सा है।
इस प्रकार, भारतीय खेल प्राधिकरण राष्ट्रीय खेल महासंघों को क्षेत्रीय और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर कई आयु समूहों में खेलो इंडिया महिला लीग आयोजित करने में सहायता करता है।
2021 में शुरू की गई अस्मिता लीग का उद्देश्य न केवल खेलों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है, बल्कि पूरे भारत में नई प्रतिभाओं की पहचान के लिए एक मंच के रूप में लीग का उपयोग करना है।
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ट्रंप ने किया युद्धविराम का एलान, लालू की पार्टी को आया गुस्सा; पूछा- आपको ये अधिकार किसने दिया?
एजेंसी, नई दिल्ली/पटना। 3 से 4 दिन तक एलओसी (LoC) पर सैन्य संघर्ष के बाद शुक्रवार को शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान युद्धविराम (India Pakistan Ceasefire) के लिए तैयार हो गए। हालांकि, इसकी घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए की।
ट्रंप ने दोनों देशों, भारत-पाकिस्तान को युद्धविराम के लिए बधाई भी दी। वहीं, अब इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है। विपक्षी दल राजद (RJD) ने ट्रंप की 'मध्यस्थता' की पेशकश और 'युद्धविराम' की घोषणा पर आपत्ति जताई है।
राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा (RJD MP Manoj Jha) ने रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की। उन्होंने भारत सरकार से इस पर कड़ा विरोध दर्ज कराने को कहा। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए झा ने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को अपने सामान्य ज्ञान में सुधार करना चाहिए।
राजद सांसद ने पूछा- आप कौन होते हैं यह (युद्धविराम) तय करने वाले? आपको यह अधिकार किसने दिया? सबसे पहले, आपको अपने सामान्य ज्ञान में सुधार करने की जरूरत है, क्योंकि उस देश (पाकिस्तान) का जन्म 78 साल पहले हुआ था और आप 1,000 साल का रूपक इस्तेमाल कर रहे हैं। हमें भू-राजनीतिक फुटबॉल समझने की गलती न करें। इस पर हमारी सरकार की ओर से कड़ा विरोध होना चाहिए।
'पूरी दुनिया के तथाकथित सरपंच...'उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति पर दोनों देशों के बीच संघर्ष विराम की घोषणा करने के लिए भी निशाना साधा। आरजेडी सांसद ने कहा, "हम पीड़ित थे और हमने यह सुनिश्चित करके सटीक जवाब दिया कि कोई नागरिक हताहत न हो और हमने 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, लेकिन पाकिस्तान ने हमारे नागरिकों को निशाना बनाया। यह दो सेनाओं के बीच का अंतर दिखाता है - पेशेवर भारतीय सेना और एक दुष्ट देश पाकिस्तान की सेना।
हालांकि, इससे पहले कि हम अपनी आधिकारिक जानकारी दे पाते, अमेरिकी राष्ट्रपति ने संघर्ष विराम की घोषणा कर दी, जो शिमला समझौते के अनुसार भी सही नहीं है। सरकार ने इस दावे का खंडन करने की कोशिश की और कहा कि ऐसा कोई हस्तक्षेप नहीं हुआ है, लेकिन पूरी दुनिया के तथाकथित "सरपंच" द्वारा किया गया यह प्रयास हमारे जैसे लोकतांत्रिक देश के लिए उचित नहीं है।"
कांग्रेस ने की विशेष सत्र बुलाने की मांगदूसरी ओर, कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने इन संवेदनशील मामलों पर सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री के नेतृत्व में तत्काल एक उच्च स्तरीय सर्वदलीय बैठक बुलाई जानी चाहिए। इन संवेदनशील मामलों पर संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए, ताकि हम सवाल पूछ सकें और सच्चाई जान सकें। क्या हमें यह जानने के लिए वॉशिंगटन रेडियो सुनने पड़ेगा?
अमेरिकी राष्ट्रपति ने क्या कहा?ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, "अमेरिका की तरफ से मध्यस्थता के द्वारा रात भर चली बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण और तत्काल सीजफायर की सहमति बन गई है। समझ-बूझ और जबरदस्त बुद्धिमता दिखाने के लिए दोनों देशों को बहुत बहुत धन्यवाद। इस बारे में ध्यान देने के लिए सभी का धन्यवाद।"
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India-Pakistan: 'घर में घुसकर मारेंगे', Ceasefire के बाद BJP नेता ने क्यों दी पाकिस्तान को चेतावनी?
डिजिटल डेस्क, पटना। India Pakistan Ceasefire: 7 मई की रात पाकिस्तान और पीओके में स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर भारतीय सेना ने एयर स्ट्राइक करके आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया। इसे 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम दिया गया।
भारत के एक्शन से बौखलाए पाक ने कई जम्मू-कश्मीर सहित कई सीमावर्ती राज्यों में ड्रोन हमले किए। दोनों देशों के बीच जारी तनाव के बीच शनिवार का दिन अहम रहा। शनिवार शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर हुआ।
शाहनवाज हुसैन की प्रतिक्रियाहालांकि, सीजफायर के कुछ घंटों बाद एक बार फिर पाकिस्तान ने गोलीबारी शुरू कर दी। फिलहाल स्थिति सामान्य है। इस पूरे ऑपरेशन को लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने पीएम मोदी और सेना को इसके लिए बधाई दी।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि 1971 के बाद एक बार फिर भारत ने पाकिस्तान को घुटने पर ला दिया। भारत के एक्शन से पाकिस्तान गिड़गिड़ाने लगा। उन्होंने कहा कि सेना ने आतंकवाद की कमर तोड़ दी है। पूरी दुनिया में ये संदेश गया है कि अगर पाकिस्तान आतंकवाद करेगा तो घर में घुसकर मारेंगे। पाकिस्तान को अपनी हरकतों से बाज आना पड़ेगा।
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि सेना ने जो कदम उठाए थे वे आगे भी जारी रहेंगे। हमारा मकसद पहले दिन से ही आतंकियों का सफाया करना था और हमारी सेना ने अपने पराक्रम से उसे कर दिखाया है।
JDU प्रवक्ता राजीव रंजन ने दी प्रतिक्रियाभारत-पाकिस्तान तनाव के बीच विपक्ष भी सरकार का साथ देता नजर आया। वहीं अब जब दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी है, तब भी विपक्षी नेताओं द्वारा इस पर केंद्र का साथ दिया जा रहा है। JDU प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जब भी राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रश्न आता है हम केंद्र के साथ खड़े होते है।
इस दौरान उन्होंने सेना के पराक्रम की सराहना करते हुए कहा कि 72 घंटे में हमारी सेना ने पाकिस्तान को घुटने पर खड़ा कर दिया। एयर स्ट्राइक में सेना ने हिजबुल, जैश और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी लांचिंग पैड को नष्ट कर दिया।
सीजफायर के फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राजीव रंजन ने कहा कि युद्ध विराम पर सहमति के साथ ये भी कहा गया है कि अब कोई भी हमला युद्ध माना जाएगा। ऐसे में हमारा अधिकार होगा कि हम पलटवार करेंगे। ऐसे में अगर पाकिस्तान अपनी हरकते दोहराता है तो उसके परिणाण खतरनाक होंगे।
सेना के पराक्रम पर पूरे देश को गर्व: केंद्रीय मंत्रीकेंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भारतीय सेना के पराक्रम पर पूरे देश को गर्व है। प्रधानमंत्री मोदी और सेना ने देश को गौरवान्वित किया है। हमें भारतीय होने पर गर्व है।
#WATCH | Patna, Bihar | Union Minister Giriraj Singh says, "The whole country is proud of the Indian army's valour... Prime Minister Modi and the army have made the country proud. We are proud to be Indians..." pic.twitter.com/v6vDQBqMcK
— ANI (@ANI) May 11, 2025(एजेंसी के इनपुट के साथ)
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Bihar News: बिहार में 3758 करोड़ रुपये की लागत से बनेंगे पुल, वार्षिक कार्ययोजना के तहत मिली मंजूरी
राज्य ब्यूरो, पटना। पुलों के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बिहार की वार्षिक कार्ययोजना 2025-26 के तहत 3758 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है। दिलचस्प यह है कि अकेले तीन प्रोजेक्ट के लिए ही 3500 करोड़ रुपये का आवंटन है। शेष राशि पांच परियोजनाओं के बीच बंटी है। जिन पुलों के लिए वार्षिक कार्ययोजना के तहत राशि मिली है उनमें एक पटना का है।
सबसे अधिक 1800 करोड़ रुपये गंडक पर नए पुल के निर्माण के लिएपुलों के निर्माण के लिए वार्षिक कार्य योजना के तहत जो राशि आवंटित की गई है उनमें सबसे अधिक राशि गंडक पर नए पुल के निर्माण को मिली है। गंडक नदी पर बेतिया से यूपी के सेवराही (एनएच 727एए) के बीच एप्रोच रोड सहित 20 किमी लंबे पुल का निर्माण किया जाना है। इसके लिए 1800 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है।
पटना में एक प्रोजेक्ट के लिए 1308 करोड़वार्षिक कार्ययोजना के तहत पटना के एक प्रोजेक्ट के लिए 1308 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। अनिसाबाद से पटना एम्स के बीच 10 किमी लंबे एलिवेटेड कारिडोर के लिए 1308 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है।
कमला नदी पर फोर लेन पुल के निर्माण के लिए 400 करोड़एनएच 227 (पुराना एनएच 104) पर कमला नदी पर दो किमी लंबाई में फोर लेन पुल के निर्माण के लिए 400 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है।
पांच परियोजनाएं ऐसी जिनमें एक के लिए भी सौ करोड़ नहींजिन पांच अन्य पुल परियोजनाओं के लिए वार्षिक कार्ययोजना के तहत राशि आवंटित की गई है उनमें एक भी प्रोजेक्ट ऐसा नहीं है, जिसके लिए सौ करोड़ की राशि आवंटित हुई है।
एनएच 333 ए पर नारायणा ब्रिज को दुरुस्त करने के लिए 50 करोड़, एनएच 333 ए पर ही मांगोबंदर पुल को दुरुस्त करने को 50 करोड़, एनएच 333 ए पर ही सती घाट पुल के लिए 10 करोड़, एनएच 322 पर मगरदाही घाट पुल के निर्माण के लिए 65 करोड़ तथा एनएच 131 पर कटया हाइडल पर पुल निर्माण के लिए 75 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया है। सभी पुलों का निर्माण ईपीसी मोड में कराया जाएगा।
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