Bihar News
Patna AIIMS Director: हटाए गए एम्स पटना के निदेशक डॉ. जीके पाल के कैट से भी नहीं मिली राहत
जागरण संवाददाता, पटना। एम्स पटना के निदेशक सह सीईओ व गोरखपुर एम्स के प्रभारी डॉ. जीके पाल को कैट (सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल)से कोई राहत नहीं मिली। डॉ. जीके पाल ने अपने बेटे डॉ. औरो प्रकाश पाल को गैर क्रीमी लेयर ओबीसी प्रमाणपत्र पर गोरखपुर एम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम में नामांकन कराया था। मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले उनसे गोरखपुर एम्स का प्रभार छीना और बाद में एम्स पटना से हटा कर मंत्रालय से सम्बद्ध कर दिया।
कैट की दो सदस्यीय बेंच ने सुनाया फैसलाइस मामले में डॉ. जीके पाल ने एम्स को स्वायत्तशासी निकाय बताते हुए उसके कर्मचारियों के सरकारी नहीं होने व नियुक्ति पत्र की शर्तों के उल्लंघन मामले में न्याय की गुहार लगाई थी। कैट की दो सदस्यीय बेंच जिसमें न्यायाधीश राजवीर सिंह वर्मा व प्रशासनिक विशेष कुमार राजेश चंद्र सदस्य थे, इस मामले की सुनवाई की। दोनों सदस्यों ने यह कहते हुए याचिका अस्वीकृत कर दी कि यह पूरी तरह से प्रशासनिक आदेश है।
जांच के बाद लिया गया निर्णयस्वास्थ्य मंत्रालय ने शिकायत की एक समिति से जांच कराई व रिपोर्ट भेजकर निदेशक का पक्ष मिलने के बाद निर्णय लिया। ऐसे में न तो यह प्राकृतिक न्याय का उल्लंघन है और न ही सेवा शर्तों के अनुसार न्यूनतम तीन वर्ष तक नहीं हटाने का। अब सात जनवरी 2025 को हाईकोर्ट में न्यायाधीश एचपी सिंह इसकी सुनवाई करेंगे। अग्रिम नोटिस स्वीकार कर ली गई है और चार सप्ताह में निजी प्रतिवादी को नोटिस का जवाब दाखिल करना है।
अंतरिम राहत की मांगडॉ. गोपाल कृष्ण पाल ने कैट से अंतरिम राहत की मांग करते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को उनका पद वापस करने का आदेश देने की मांग की थी। उनके अधिवक्ता ने कहा कि उनकी नियुक्ति तीन वर्ष, जिसे पांच वर्ष तक या अधिकतम आयु तक बढ़ाए जाने की बात थी। आवेदक को इसकी अनुमति नहीं देते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय से सम्बद्ध कर दिया गया जो कि उसका उल्लंघन है। उन्हें पद से हटाया जाना दंडात्मक प्रकृति का है।
बेटे की गलती पर पिता को सजा क्यों?एक अज्ञात शिकायत कि उन्होंने प्रभारी निदेशक रहते हुए गैर क्रीमी लेयर ओबीसी प्रमाणपत्र पर बेटे को एम्स गोरखपुर में भर्ती कराया। नामांकन की अनुमति समिति ने दी थी और प्रमाणपत्र जांच के बाद उनके पुत्र ने नामांकन रद्द करा और जुर्माना राशि भर दी थी। मान लिया जाए कि उनका बेटा गलत प्रमाणपत्र का लाभ लेने का दोषी है भी तो उन्हें दंडित नहीं किया जाना चाहिए। वैसे भी एम्स के कर्मचारी सरकारी नौकर नहीं हैं, इसलिए उन पर मलाईदार प्रमाणपत्र लागू करने का नियम मान्य नहीं है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में रिपोर्ट करें डॉ. जीके पालवहीं, एम्स प्रबंधन के अधिवक्ता ने कहा कि यह न तो समयूपर्व स्थानांतरण का मामला है और न ही निष्कासन का। डॉ. जीके पाल को सिर्फ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है। यह निर्णय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री के अनुमोदन से सक्षम प्राधिकारी ने लिया है और इसमें कोई विधिक त्रुटि नहीं है। मंत्री के अनुमोदन पर शासन के हित में यह आदेश दिया गया।
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Bihar Weather Today: बिहार के 20 जिलों में बिगड़ने वाला है मौसम, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी; सावधान रहने की अपील
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: राजधानी पटना समेत प्रदेश में तेज पछुआ हवा के प्रवाह ने मौसम को बदल दिया है। बीते 24 घंटों के दौरान पटना सहित प्रदेश के अधिसंख्य भागों के अधिकतम व न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। पटना सहित 30 जिलों के तापमान में गिरावट आने से ठंड में वृद्धि हुई है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, 12 जिलों के पूर्वी व पश्चिम चंपारण, गोपालगंज, सिवान, सीतामढ़ी, शिवहर, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, दरभंगा, सुपौल, अररिया, किशनगंज में बहुत घना कोहरे को लेकर औरेंज अलर्ट, जबकि सारण, वैशाली, समस्तीपुर, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया व कटिहार में घना कोहरे को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
पटना सहित अन्य जिलों में सुबह के समय हल्के दर्जे का कोहरा व धुंध का प्रभाव बना रहेगा। आने वाले चार दिनों के दौरान पछुआ के प्रवाह से तापमान में दो से तीन डिग्री गिरावट की संभावना है। सुबह के समय कोहरा व दिन में धूप निकलने से मौसम सामान्य बना रहेगा।
सिवान में ठंड की दस्तकसिवान जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार को मौसम ने पहली बार लोगों को ठंड का एहसास कराया। इस दौरान लोग अल सुबह से पूरे दिन ठंड महसूस करते रहे। अल सुबह से करीब 12 बजे तक आसमान में कोहरा छाया रहा है।
हालांकि दोपहर बाद धूप बादलों से बाहर निकली लेकिन वह लोगों को ठंड से निजात नहीं दिला पाई । ग्रामीण क्षेत्र से जिला मुख्यालय आने वाले कई लोग गर्म कपड़े पहन आते-जाते दिखाई दिए। इस बीच शुक्रवार को अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि एक दिन पूर्व अधिकतम 31 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम 18 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा था।
इस प्रकार न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस की गिरावट हुई। इसके बाद लोगों में चर्चा होने लगी कि अब ठंड का मौसम धीरे-धीरे अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है। वहीं संध्या होते फिर से लोगों को कहरे का एहसास होने लगा था।
मधेपुरा में मौसम का बदला मिजाजजिले में मौसम ने अपना करवट बदल लिया है। आलम यह है कि शाम को जहां ठंड का एहसास होने लगा है। वहीं सुबह घने कोहरे ने वाहन चालकों की परेशानी बढ़ा दी है। जिले का न्यूनतम पारा गिरकर 16 डिग्री सेल्सियस से नीचे आ गया है। मौसम में आये इस बदलाव के कारण लोग बीमार भी पड़ रहे हैं।
मौसम विभाग ने जिले के कुछ इलाकों में शनिवार को घना कोहरा छाए रहने का अलर्ट जारी किया है। धुंध की चादर में लिपटी हुई मिली सुबह मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 16 नवंबर को भी जिले में मध्यम से घना स्तर का कोहरा (कुहासा) छाए रहने की आशंका है।
वाहन चालकों से गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतने की अपील की गई है। मुख्यालय समेत आसपास के इलाकों में भी सुबह के समय धुंध की हल्की चादर दिखेगी। आनेवाले दिनों में कोहरे के और घने होने की आशंका है। मौसम वैज्ञानिक अशोक कुमार पंडित ने बताया कि सुबह और शाम में सापेक्षिक आर्द्रता की मात्रा शत-प्रतिशत रहने के कारण कोहरा का असर गहराने लगा है। सुबह में काफी देर तक धुंध रह सकता है।
अगले दो-तीन दिन बाद तापमान गिरने से रात और अधिक सर्द होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार यहां अभी मौसम का शुष्क दौर जारी रहेगा। रात गहराते गहराते मौसम का पारा गिरने की संभावना है। हवा 10 किलोमीटर प्रति घंटा से चल सकती है।
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Jamui News: पीएम मोदी के जमुई दौरे से गदगद हुए चिराग पासवान, कहा- मेरे प्रधानमंत्री...
डिजिटल डेस्क, पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में हिस्सा लेने के लिए बिहार के जमुई पहुंचे। इस दौरान उन्होंने 6640 करोड़ रुपये की परियोजना का भी शिलान्यास किया। पीएम मोदी के दौरे के बाद केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने इस दिन को अपने लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि कार्तिक पूर्णिमा, गुरु पर्व के मौके पर पीएम का मेरे क्षेत्र में आए।
5 साल में तीसरी बार जुमई का दौरा#WATCH Patna, Bihar | Union Minister Chirag Paswan says, "Today is a very important day for me. On such an auspicious day, the PM has once again visited my parliamentary constituency from where I have represented for 10 years and which is being represented today by Arun Bharti.… pic.twitter.com/oV8OTUfUDE
— ANI (@ANI) November 15, 2024चिराग पासवान ने कहा कि 10 वर्षों तक मैने जमुई का प्रतिनिधित्व किया है और जिसका प्रतिनिधित्व आज अरुण भारती कर रहे हैं. जमुई की गिनती बिहार के पिछड़े जिलों में होती है। लंबे समय तक कोई भी प्रधानमंत्री वहां नहीं जाता था। पीएम मोदी 5 साल में 3 बार वहां आए हैं। केवल 7 महीने में ही पीएम मोदी का ये दूसरा दौरा है। पीएम मोदी की सराहना करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि ये मोदी की गारंटी है, जिसने जनता का विश्वास बढ़ाया है।
लंबे समय से हो रही थी एम्स की मांगचिराग पासवान ने कहा कि दरभंगा में लंबे समय से एम्स की मांग की जा रही थी, जिसे पीएम मोदी ने पूरा किया। 13 नवंबर को पीएम मोदी ने 1700 करोड़ की लागत से बनने वाले दरभंगा एम्स और 10 करोड़ की लागत से बनने वाले रामनगर-रोसड़ा एनएच 527 का शिलान्यास किया। इसके साथ ही पीएम ने 389 करोड़ की लागत से निर्मित काकरघाटी-शीशो बाइपास रेलवे लाइन, झंझारपुर-लोकहा बाजार रेलखंड के गेज परिवर्तन के साथ ट्रेन सेवा का भी शुभारंभ किया।
बिरसा मुंडा की जयंती पर दी 6640 करोड़ रुपये की सौगातजनजातीय गौरव दिवस समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम में बिहार की जनता को 6640 करोड़ रुपये की सौगात दी। पीएम ने 6640 करोड़ रुपये की लागत की योजनाओं का शिलान्यास किया। इसके साथ ही पीएम प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम जनमन) के तहत 11000 आवासों के गृह प्रवेश में शामिल हुए। वह आदिवासी इलाकों में स्वास्थ्य देखभाल बढ़ाने के लिए पीएम जनमन के तहत शुरू 23 मोबाइल मेडिकल यूनिट और धरती एबीए जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के तहत अतिरिक्त 30 एमएमयू का भी उद्घाटन किया।
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BPSC TRE 3 Result 2024:बीपीएससी ने तृतीय शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के प्राथमिक और मध्य विद्यालय का परिणाम जारी किया
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा के रिजल्ट का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों के लिए अच्छी खबर है। बीपीएससी ने तृतीय शिक्षक नियुक्ति परीक्षा के प्राथमिक और मध्य विद्यालय का परिणाम जारी कर दिया है।
19 जुलाई से 22 जुलाई तक विद्यालय अध्यापक के पदों पर नियुक्ति हेतु लिखित (वस्तुनिष्ठ) प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन किया गया था। 19 जुलाई को शिक्षा विभाग, बिहार के अधीन मध्य विद्यालयों में वर्ग 6 से 8 के कुल 06 विषयों के विद्यालय अध्यापक के पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गयी थी। उक्त परीक्षा में विषयवार उपस्थित अभ्यर्थियों, रिक्तियों एवं सफल अभ्यर्थियों की संख्या जारी कर दी गई है।
20 जुलाई को को शिक्षा विभाग, बिहार एवं अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, बिहार के अधीन प्राथमिक विद्यालयों में वर्ग 1 से 5 के अन्तर्गत कुल 03 विषयों के विद्यालय अध्यापक के पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गयी थी। उक्त परीक्षा में विषयवार उपस्थित अभ्यर्थियों, रिक्तियों एवं सफल अभ्यर्थियों की संख्या जारी कर दी गई है।
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Patna Marathon: एक दिसंबर को दौड़ेगा पटना, 10 हजार धावक होंगे शामिल; डीएम और आईजी ने बनाया प्लान
प्रमंडलीय आयुक्त ने की पटना मैराथन की तैयारियों की समीक्षाजागरण संवाददाता, पटना: नशामुक्ति के व्यापक प्रचार-प्रसार के लिए एक दिसंबर को पटना मैराथन का आयोजन किया गया है। मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग की ओर से आयोजित मैराथन में अधिक से अधिक संख्या में लोगों से सहभागिता का आह्वान प्रमंडलीय आयुक्त मयंक वरवड़े ने किया है। आयुक्त कार्यालय में शुक्रवार को वे पटना मैराथन समिति की बैठक में तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। आइजी गरिमा मलिक की मौजूदगी में हुई बैठक में जिलाधिकारी डा. चंद्रशेखर सिंह, वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा, नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने उन्हें तैयारियों से अवगत कराया।
राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के धावक होंगे शामिल:स्टेेट बैंक प्रायोजित मैराथन के संबंध में उत्पाद आयुक्त रजनीश कुमार सिंह ने विभिन्न बिंदुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि इसमें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के धावक भाग लेंगे। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि इस मैराथन का मूल उद्देश्य नशामुक्ति के प्रति आमजन को जागरूक एवं संवेदनशील करना है। नशामुक्ति के लिए नियमित तौर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। मैराथन एक तो नशे से दूर रहने का संदेश देगा तो दूसरी ओर लोगों को फिटनेस के प्रति भी प्रेरित करेगा। उन्होंने नौजवानों सहित आम जनता से हर प्रकार के नशे से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन, जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य, नगर निगम, परिवहन, यातायात, पीएचईडी, विद्युत, अग्निशमन, आपदा प्रबंधन, विधि-व्यवस्था सहित सभी संलग्न पदाधिकारियों को कार्ययोजना के अनुसार अपनी जिम्मेदारी निभाने का निर्देश दिया।
चार श्रेणियों में होगी प्रतियोगितामैराथन चार श्रेणियों में होगा। फुल मैराथन 42 किमी, हाफ मैराथन 21 किमी के साथ 10 किमी और पांच किलोमीटर वर्ग में दौड़ हाेगा। इसमें करीब 10 हजार प्रतिभागी शामिल होंगे। मैराथन में पांच सौ, हाफ मैराथन में दो हजार, 10 किमी दौड़ में तीन हजार तथा पांच किमी दौड़ में 45 सौ प्रतिभागी शामिल होंगे। गांधी मैदान से शुरू होकर निर्धारित दूरी के अनुसार जेपी गंगा पथ, खास महाल दीघा दीयारा होते हुए वापसी गांधी मैदान में संपन्न होगा। चारों श्रेणी में दौड़ की शुरुआत का समय क्रमश: सुबह 5.00 बजे, 5.30 बजे, 6.30 बजे तथा 7.30 बजे है।
इसमें शामिल होने के लिए 23 नवंबर तक प्रतिभागी www.biharmarathon.com पर निबंधन करा सकते हैं। इथियोपिया, केन्या, श्रीलंका सहित कई देशों के नामी-गिरामी धावकों नेे इसके लिए निबंधन कराया है।
आयुक्त ने कहा कि मैराथन की सभी व्यवस्था मानक के अनुरूप होनी चाहिए। गांधी मैदान के अंदर और बाहर आवश्यकतानुसार बैरिकेडिंग की जाएगी। नगर निगम द्वारा पब्लिक एड्रेस सिस्टम की समुचित व्यवस्था की जाएगी। गांधी मैदान के साथ ही मैराथन मार्ग में पर्याप्त संख्या में एंबुलेंस के साथ मेडिकल टीम तैनात रहेगी। ट्रैफिक प्लान भी तैयार किया जाएगा। आयुक्त ने मार्ग की पूरी तरह से साफ-सफाई का निर्देश दिया।
Bihar Teacher News: सक्षमता परीक्षा पास शिक्षकों को कैसे बांटा जाएगा नियुक्ति पत्र? अब नई जानकारी आई सामने
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Niyojit Teacher News: राज्य में सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण और काउंसलिंग करा चुके एक लाख 40 हजार शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देने की तैयारी तेज हो गई है। इस बीच शिक्षा विभाग ने प्रत्येक जिले में मुख्यालय से एक-एक अफसर की तैनाती की है जिनकी निगरानी में प्रखंड मुख्यालय स्तर पर शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए जाएंगे। इस नियुक्ति के बाद संबंधित शिक्षक विशिष्ट अध्यापक का दर्जा प्राप्त करेंगे और सरकारी सेवक बन जाएंगे। इन्हें बिहार लोक सेवा आयोग से नियुक्त शिक्षकों की तरह सरकारी सुविधाएं मिलेंगी।
इन अफसरों की हुई जिलेवार तैनातीशिक्षा सचिव बैधनाथ यादव को समस्तीपुर, माध्यमिक शिक्षा निदेशक योगेन्द्र सिंह को जहानाबाद, मध्याह्न भोजन निदेशक विनायक मिश्र को दरभंगा, पाठ्य पुस्तक निगम के प्रबंध निदेशक अभय कुमार झा को पूर्णियां, अपर सचिव संजय कुमार को मधुबनी, उच्च शिक्षा
निदेशक रेखा कुमारी को गोपालगंज, जन शिक्षा निदेशक अनिल कुमार को सारण व सुनील कुमार को सिवान, उपनिदेशक जावेद अहसन अंसारी को खगड़िया, ओएसडी विनिता को अरवल, संयुक्त सचिव अमरेश कुमार मिश्र को भागलपुर, संजु कुमारी को सुपौल, उप सचिव शाहजहां को मुंगेर, अजीत शरण को बक्सर, अमित कुमार पुष्पक को नवादा, संजय कुमार सिन्हा को किशनगंज, ओएसडी मुकेश कुमार रंजन को औरंगाबाद में तैनाती हुई।
इसके अलावा विशेष निदेशक सचिन्द्र कुमार को बांका, संयुक्त निदेशक अमर कुमार को अररिया, उपनिदेशक नसीम अहमद को कटिहार, डा.दीपक कुमार सिंह को सहरसा, अब्दुस सलाम अंसारी को बेगूसराय, अमर भूषण को लखीसराय, उर्मिला कुमारी को पटना, नीरज कुमार को पूर्वी चंपारण, संजय कुमार चौधरी को शेखपुरा, नरेन्द्र कुमार को पश्चिम चंपारण, दिवेश कुमार चौधरी को रोहतास, डा.सत्येन्द्र नारायण सिन्हा को मधेपुरा, अवकाश रक्षित पदाधिकारी (मुख्यालय) आभा रानी को जमुई और शिवनाथ प्रसाद को नालंदा जिले में तैनात किए गए हैं।
सक्षमता परीक्षा के उद्देश्य:
- शिक्षकों की योग्यता और क्षमता का मूल्यांकन करना
- सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार करना
- शिक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए आवश्यक कदम उठाना
सक्षमता परीक्षा के लिए योग्यता:
- उम्मीदवार को सरकारी स्कूल में नियोजित शिक्षक होना चाहिए
- उम्मीदवार को शिक्षक भर्ती परीक्षा में नहीं बैठा होना चाहिए
- शिक्षक का नाम और पता
- पद का नाम और स्कूल का नाम
- नियुक्ति की तिथि और अवधि
- वेतन और भत्ते
- सेवा की शर्तें
1. सरकारी सेवक के रूप में मान्यता
2. विशिष्ट अध्यापक का दर्जा
3. सरकारी सुविधाएं और लाभ
4. सेवा की सुरक्षा और स्थायित्व
नियुक्ति पत्र प्राप्त करने के लिए आवश्यक शर्तें:
1. सक्षमता परीक्षा में उत्तीर्ण होना
2. काउंसलिंग पूरी करना
3. आवश्यक दस्तावेजों का सत्यापन
Bihar Niyojit Shikshak : नियोजित शिक्षकों पर मेहरबान नीतीश सरकार, पोस्टिंग को लेकर कर दिया बड़ा एलान
Patna News: स्वास्थ्य विभाग के फर्जी पत्र पर संबद्धता लेने वाले कॉलेज पर गिरी गाज, 5 अन्य के भी आवेदन अस्वीकृत
जितेंद्र कुमार, पटना। बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने बी. फार्मा और डी. फार्मा में नामांकन के लिए एक निजी कॉलेज की औपबंधिक संबद्धता रद्द कर दी है। कॉलेज की ओर से प्रस्तुत स्वास्थ्य विभाग का अनापत्ति पत्र फर्जी पाया गया है। यह कार्रवाई लोक सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के बाद की गई।
फर्जी अनापत्ति पत्र का मामला सामने आने के बाद सतर्क हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने पांच कॉलेजों की ओर से संबद्धता के लिए दिए गए आवेदनों को भी अस्वीकृत कर दिया। इनके आवेदनों में संलग्न स्वास्थ्य विभाग के अनापत्ति पत्र भी फर्जी पाए गए।
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन की संबद्धता रद्दफर्जीवाड़ा कर विश्वविद्यालय से संबद्धता पाने वाला संस्थान पटना जिले के दुल्हिन बाजार प्रखंड के काब स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन है। इस कॉलेज को जीवन ज्योति एजुकेशन एंड वेलफेयर ट्रस्ट के सचिव द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज के आधार पर बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 में नामांकन के लिए औपबंधिक संबद्धता दी थी।
रजिस्ट्रार ने भी किए हस्ताक्षरअधिकृत जानकारी के अनुसार, इस प्रकरण में बड़ी बात यह है कि काब स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन के अधूरे आवेदन पर ही संचिका बढ़ी और रजिस्ट्रार ने हस्ताक्षर भी कर दिया। लोक सूचना पदाधिकारी ने औपबंधिक संबद्धता जारी करने के पूर्व आवेदन की जांच, टिप्पणी और संबद्धता का प्रस्ताव देने वाले कर्मचारी और पदाधिकारी की मांगी गई सूची उपलब्ध नहीं कराई है।
विश्वविद्यालय के लोक सूचना पदाधिकारी सह वित्त पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार पांडेय ने सूचना दी है कि स्वास्थ्य विभाग के फर्जी अनापत्ति पत्र वाले पांच अन्य संस्थानों के आवेदन भी अस्वीकृत कर दिए गए हैं।
इन संस्थानों के आवेदन हुए अस्वीकृत- वैशाली जिले के पटेढ़ी बलसर में एक्जाल्ट कॉलेज आफ फार्मेसी
- औरंगाबाद जिले के सरथुआ मोड़ स्थित प्रभु कैलाश कॉलेज ऑफ फार्मेसी
- पटना के गौरीचक कंसारी स्थित लालती देवी कॉलेज ऑफ फार्मेसी
- सिवान के जीरादेई स्थित प्रतीक कॉलेज ऑफ एजुकेशन
- पूर्वी चंपारण का सेमरा स्थित चंपारण इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन
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स्वास्थ्य विभाग में निजी कॉलेजों की संबद्धता के लिए अलग-अलग प्रशाखा है। फार्मेसी कॉलेजों की संबद्धता संबंधित अनापत्ति के संबंध में कार्यपालक पदाधिकारी रेणु कुमारी के कार्यालय से सूचना मांगी गई। इस पर स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक सह लोक सूचना पदाधिकारी अलका सिन्हा ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग के ज्ञापांक 17/ एफ-1-09/2023/322 (27) दिनांक 02 नवंबर 2023 का पत्र फर्जी है।
इस पत्र से किसी संस्थान को संबद्धता के लिए अनापत्ति नहीं दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने कुल छह कॉलेजों के अनापत्ति प्रमाणपत्र के फर्जी होने की लिखित सूचना विश्वविद्यालय के कुलसचिव को दी थी।
संबद्धता के लिए आए आवेदन को खुद देखेंगे रजिस्टारबिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय पटना के रजिस्ट्रार विमलेश कुमार झा ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के फर्जी अनापत्ति पत्र के साथ फार्मेसी कॉलेज की संबद्धता के लिए प्रस्तुत किए गए अधूरे आवेदनों को स्वयं देखेंगे। एक संस्थान की संबद्धता फर्जी पत्र के कारण रद की गई है। इसी क्रम में पांच अन्य कालेजों का आवेदन फर्जी अनापत्ति पत्र के कारण अस्वीकृत किए गए हैं। जब तक संचिका नहीं देख लेंगे, अधूरे आवेदन पर संबद्धता के लिए प्रस्ताव को आगे बढ़ाने वाले कर्मचारी और पदाधिकारी की संलिप्तता के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता।
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Bihar News: गया-डोभी NH पर डिवाइडर से टकराकर पलटी बस, दो श्रद्धालुओं की मौत, 28 घायल
संवाद सहयोगी, मसौढ़ी (पटना)। गया जिले के बेलागंज के वाजिदपुर से पटना गंगा स्नान करने जा रहे श्रद्धालुओं से भरी बस गुरुवार की शाम पटना-गया-डोभी एनएच-22 के किनारे तारेगना मठ के समीप डिवाइडर से टकराकर पलट गई। जिससे दो की मौके पर ही मौत हो गई और 28 घायल हो गए।
दो को गंभीर स्थिति में प्राथमिक उपचार के बाद पटना के पीएमसीएच व गया के एनएमसीएच भेज दिया गया। मामूली रूप से घायल अन्य लोगों का उपचार अनुमंडलीय अस्पताल में कराया गया।
कई लोगों ने आसपास के निजी अस्पतालों में मरहमपट्टी कराई। इनके बारे में पुलिस को जानकारी नहीं है। मृत श्रद्धालुओं की पहचान बेलागंज बाजिदपुर निवासी स्वर्गीय लालधारी यादव के पुत्र हृदय कुमार (23) और स्वर्गीय रामभजन यादव के पुत्र तुलसी यादव (53) के रूप में हुई।
बुरी तरह घायल बाजिदपुर निवासी कमलेश कुमार को पीएमसीएच एवं जर्नादन प्रसाद के पुत्र निरंजन कुमार को गया के एनएमसीएच भेजा गया।
एसडीओ अमित कुमार ने बताया कि दुर्घटनाग्रस्त बस में 32 यात्री सवार थे। दुर्घटना के बाद फरार चालक की तलाश की जा रही है। पुलिस ने बस जब्त कर ली है।
बताया गया कि श्रद्धालुओं ने वाजिदपुर से दो बसें आरक्षित की थीं और शाम चार बजे वहां से पटना के लिए प्रस्थान किए थे।
रास्ते विरंची पुल के बाद 50 से अधिक श्रद्धालुओं को ले जा रही बस के चालक ने अचानक गति बढ़ा दी और कुछ ही दूर आगे बढ़ने पर तारेगना मठ के समीप अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकराकर पलट गई।
श्रद्धालुओं ने चालक पर शराब के नशे में होने का लगाया आरोप- गया के चाकंद के मधेश कुमार ने बताया कि उनका समूह दो बसों में सवार था। वह जिस बस में थे, उसका चालक शुरू से तेज गति में चला रहा था।
- वह दूसरी बस से आगे निकलकर विरंची के पास पहुंच गया और बस रोककर शराब पीने चला गया। इसी बीच दूसरी बस पीछे से आई और आगे निकल गई।
- थोड़ी देर बाद जब चालक शराब पीकर लौटा और अपने पीछे की बस के आगे निकल जाने की बात सुनी तो उसने गति और तेज कर दी। इसी कारण अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गया। दुर्घटना के बाद चालक फरार हो गया।
एनएच-22 का डिवाइडर तारेगना मठ के सामने दो भागों में बंटा है और लगभग तीन फीट तिरछा है। उसके बीच से सड़क गुजरी है।
बताया जाता है कि गया की ओर से आने पर तारेगना मठ के सामने डिवाइडर पूरब की ओर थोडा धंसा है जबकि उसके बाद का डिवाइडर थोड़ा पश्चिम दिशा में धंसा हुआ है।
आशंका है कि इसी कारणवश तारेगना मठ के सामने रास्ते के बाद के डिवाडर में बस के अगले चक्के का दाहिना चक्का जा टकराया और बस पलट गई।
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Bihar Land Dispute: बिहार में भूमि विवाद कैसे घटेंगे? आपराधिक मामलों को लेकर ACS ने 'चिट्ठी' लिखकर सुझाया फॉर्मूला
राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने कहा है कि भूमि विवाद में हिंसा रोकने के लिए पुलिस भारतीय न्याय संहिता के तहत आपराधिक मामला दायर करे। विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने गुरुवार को गृह विभाग के प्रधान सचिव को पत्र लिख कर कहा है कि वे इस संबंध में थाना स्तर पर प्रभावकारी कार्रवाई का निर्देश दें।
उन्होंने कहा कि भूमि विवाद के निबटारे के लिए इस समय भी अंचल स्तर पर साप्ताहिक बैठक होती है। उसमें थाना प्रभारी भी होते हैं। लेकिन, जमीन से जुड़े आपराधिक मामलों में कार्रवाई नहीं होती है। सिंह ने कहा कि जमीन विवाद के दो पहलू हैं। राजस्व से जुड़े पहलू पर अंचल स्तर पर कार्रवाई होती है।
मगर, आपराधिक मामलों में कारगर कार्रवाई नहीं होने के कारण विवाद का निदान नहीं हो पाता है।अपर मुख्य सचिव ने कहा कि अन्य आपराधिक मामलों की तरह जमीन विवाद से जुड़े मामलों में कार्रवाई के लिए भारतीय न्याय संहिता-2023 में प्रविधान किए गए हैं।
संहिता की धारा 329 में आपराधिक अतिचार एवं गृह अतिचार को परिभाषित किया गया है। इस धारा के तहत कोई व्यक्ति बिना अनुमति के किसी अन्य व्यक्ति की संपत्ति में प्रवेश करता है, वहां रहता है और ऐसा करने के पीछे उसका उद्देश्य मालिक को धमकाना, अपमानित करना या अन्य अपराध करना होता है तो इस धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा सकती है।
यह धारा उस हालत में भी लागू है जब कोई व्यक्ति कानूनी रूप में किसी संपत्ति में प्रवेश करता है और बाद में अवैध रूप से उसमें रहने लगता है। पत्र में इस धारा और उप धाराओं का का हवाला देते हुए कहा गया है कि पुलिस इसके तहत कार्रवाई करे।
ऐसे रुक सकती है हिंसा- पत्र में धारा 126 के प्रयोग की भी सलाह दी गई है। कहा गया है कि लोक शांति भंग होने तथा अपराध को रोकने के लिए कार्रवाई नहीं की जा रही है।
- जमीन के स्वामित्व विवाद पर दोनों पक्ष हथियार लेकर जुटते हैं। जमीन पर बलपूर्वक कब्जा करना चाहते हैं। हत्या तक की आशंका रहती है। ऐसी स्थिति में धारा 126 के तहत कार्रवाई कर हिंसा रोकी जा सकती है। ऐसे व्यक्तियों की तत्काल गिरफ्तारी की जा सकती है।
- गिरफ्तार व्यक्ति से तीन साल का बंध पत्र भरवाया जा सकता है। अगर वह बंध पत्र को तोड़ता है तो उसे सजा हो सकती है।
- पत्र में कहा गया है कि जमीन विवाद में कमजोर पक्ष को मजबूत पक्ष की ओर से धमकी देने के मामले थाने की डायरी में दर्ज नहीं होते हैं। कमजोर पक्ष को सुरक्षा भी नहीं दी जाती है।
- जमीन विवाद के अधिसंख्य मामलों में यह पाया जाता है कि बलशाली लोग कमजोर की जमीन पर बलपूर्वक कब्जा कर लेते हैं। इन मामलों में कमजोर लोगों की उपेक्षा की जाती है।
- कमजोर तबके से पुलिस यह अपेक्षा करती है कि वह सक्षम न्यायालय से अपना स्वामित्व सिद्ध कराए। इन मामलों में अपेक्षित यह है कि थाने में वाद दर्ज कर तथ्य का अनुसंधान किया जाए और दोषी पक्ष पर कार्रवाई की जाए।
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BIHAR NEWS: कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, कई शहरों से तस्वीरें आईं सामने
जागरण टीम, पटना/शिवहर/ गया। Kartik Purnima Ganga Snan: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बिहार के अलग-अलग शहरों में गंगा घाटों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। यह एक महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार है, जिसे कार्तिक मास की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।
इस दिन लोग गंगा नदी में स्नान करते हैं और पुण्य की प्राप्ति करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन लोग विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं, जिनमें गंगा स्नान, पूजा-अर्चना, और दान करना शामिल है। यह त्योहार हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे पूरे भारत में मनाया जाता है।
पटना घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़
पटना में गंगा घाट पर उमड़ा जनसैलाबकार्तिक पूर्णिमा के मौके पर शुक्रवार को अनुमंडल अंतर्गत गंगा की धारा में हजारों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा दान-पुण्य किया। घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान के लिए उमड़ने लगी। इसमें ग्रामीण इलाकों से आए लोग खास महिलाओं की संख्या अत्यधिक थी। अशोक राजपथ तथा संपर्क पथों पर भोर से जाम लगा रहा।
अनुमंडल क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों की हजारों की तादाद में महिला-पुरुष स्नान के लिए गंगा घाटों पर जमा हुए थे।
घाटों पर जमे ओझा-गुणी पूरे दिन लोगों की झाड़-फूंक करने में व्यस्त नजर आए। सूर्योदय के पूर्व से ही स्नान करने के लिए गंगा के तट पर भीड़ जमा होने लगी। पंडित अवध बिहारी पांडे ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा का हिन्दू धर्म ग्रंथों में महत्वपूर्ण स्थान है। कार्तिक पूर्णिमा को स्नान करने से अंजाने में हुए पाप धुल जाते हैं।
पटना के घाट पर उमड़ा जनसैलाब
स्नान के लिए सर्वाधिक भीड़ गायघाट, महावीर घाट, भद्रघाट व खाजेकलां घाट, कंगन घाट, किला घाट, पीरदमरिया घाट, दीदारगंज घाट में दिखा।
स्नान के बाद भक्तों ने शक्ति पीठ बड़ी पटनदेवी व छोटी पटनदेवी, अगमकुआं शीतला माता मंदिर समेत अन्य मंदिरों में पहुंच कर पूजा अर्चना की। संध्या बेला में श्रद्धालुओं ने मां गंगा की आरती करेंगे। गंगा स्नान के बाद भक्तों ने नदी की धारा में दीप दान किया। गंगा की आरती के बाद भक्त गंगा को प्रदूषण मुक्त करने का संकल्प लेंगे।
Bihar Weather Today: बिहार में मौसम बिगड़ने का अलर्ट जारी, लोगों से सावधान रहने की अपील; पढ़ें वेदर रिपोर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: राजधानी पटना समेत प्रदेश के मौसम में बदलाव के आसार हैं। दो दिनों बाद प्रदेश में तेज पछुआ हवा के साथ न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट आ सकती है। इससे ठंड में वृद्धि संभव है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार पर्वतीय इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव बनने से प्रदेश के मौसम में बदलाव आएगा।
अगले 24 घंटों के दौरान पटना सहित अधिसंख्य भागों में सुबह के समय धुंध व उत्तरी भागों में घना कोहरे का प्रभाव रहेगा। दिन में धूप निकलने के साथ मौसम सामान्य बना रहेगा। प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के अभाव में न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर बना हुआ है इनके कारण विशेष रूप से ठंड का प्रभाव नहीं है।
न्यूनतम तापमान 20 डिग्री के आसपास बना हुआ है। राजधानी का न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस अधिक होने के साथ 20.1 डिग्री सेल्सियस व अधिकतम तापमान 31.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि 15.8 डिग्री सेल्सियस के साथ अरवल में प्रदेश का सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। गुरुवार को पटना सहित आसपास इलाकों में सुबह के समय धुंध व दिन में धूप निकलने से मौसम सामान्य बना रहा।
प्रमुख शहरों का तापमान :
शहर अधिकतम न्यूनतम
पटना 31.0 20.1
गया 31.2 17.4
भागलपुर 30.2 19.8
मुजफ्फरपुर 28.6 21.5
PM Modi in Bihar: जमुई से आज पीएम मोदी साधेंगे झारखंड-महाराष्ट्र, 6640 करोड़ की योजनाओं की देंगे सौगात
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जमुई से झारखंड एवं महाराष्ट्र जैसे चुनावी राज्यों को साधेंगे। केंद्र सरकार की ओर से जमुई जिले के खैरा प्रखंड स्थित बल्लोपुर गांव में जनजातीय गौरव दिवस समारोह संभवत: इसी दूरगामी लक्ष्य को लेकर संपन्न होने जा रहा है।
पीएम मोदी बिहार के जमुई से 6,640 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। झारखंड के पड़ोसी जिले जमुई की धरती से प्रधानमंत्री धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान की शुरुआत करेंगे। जनजातीय समुदायों के समृद्ध इतिहास और धरोहर को संरक्षित करने के लिए दो जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय और दो जनजातीय अनुसंधान संस्थान का उद्घाटन भी करेंगे।
प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्रीद्वय सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा के अतिरिक्त कई केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक एवं वरिष्ठ नेता भी मंच साझा करेंगे। समारोह स्थल से देश के 500 से अधिक जिलों को एकतरफा लाइव स्ट्रीमिंग के माध्यम से जोड़ा जाएगा, ताकि देशव्यापी कवरेज और सहभागिता सुनिश्चित हो।
बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्के और डाक टिकट का अनावरण करेंगेप्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, पीएम मोदी शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे बिरसा मुंडा के सम्मान में एक स्मारक सिक्के और डाक टिकट का अनावरण करेंगे। प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महाअभियान (पीएम-जनमन) के तहत निर्मित 11,000 घरों के गृह प्रवेश में भी भाग लेंगे।
साथ ही पीएम मोदी आदिवासी क्षेत्रों में स्वास्थ्य देखभाल पहुंच बढ़ाने के लिए पीएम-जनमन के तहत शुरू की गई 23 मोबाइल मेडिकल यूनिट (एमएमयू) और धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (डीएजेगुआ) के तहत अतिरिक्त 30 एमएमयू का भी उद्घाटन करेंगे।
एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन करेंगेप्रधानमंत्री मोदी आदिवासी उद्यमिता को बढ़ावा देने और आजीविका सृजन का समर्थन करने के लिए 300 वन धन विकास केंद्रों (वीडीवीके) और आदिवासी छात्रों को समर्पित लगभग 450 करोड़ रुपये की लागत वाले 10 एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों का उद्घाटन करेंगे।
वह आदिवासी समुदायों के समृद्ध इतिहास और विरासत का दस्तावेजीकरण करने और उसे संरक्षित करने के लिए मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा और जबलपुर में दो आदिवासी स्वतंत्रता सेनानियों के संग्रहालयों और श्रीनगर, जम्मू और कश्मीर और गंगटोक, सिक्किम में दो आदिवासी अनुसंधान संस्थानों का भी उद्घाटन करेंगे।
25 अतिरिक्त एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों की आधारशिला भी रखेंगेप्रधानमंत्री जनजातीय क्षेत्रों में कनेक्टिविटी में सुधार के लिए 500 किमी नई सड़कों और पीएम-जनमन के तहत सामुदायिक केंद्र के रूप में कार्य करने के लिए 100 बहुउद्देश्यीय केंद्रों की आधारशिला रखेंगे। वह 25 अतिरिक्त एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालयों की आधारशिला भी रखेंगे। 1,110 करोड़ रुपये से अधिक की लागत, आदिवासी बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाती है।
Bihar Police Ka Result 2024: बिहार पुलिस भर्ती का परिणाम जारी, सिर्फ इन अभ्यर्थियों को मिलेगा आरक्षण का लाभ
जागरण संवाददाता, पटना। केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने गुरुवार को बिहार पुलिस में सिपाही के 21 हजार 391 पदों (Bihar Police Result 2024) के लिए श्रेणीवार लिखित परीक्षा में क्वालीफाई अभ्यर्थियों की संख्या व रोल नंबर जारी कर दिया है। परीक्षा में शामिल होने के लिए 18 लाख 33 हजार 387 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था। इसमें से 27 हजार 672 स्वयं रजिस्ट्रेशन को रद कर लिया। 14 हजार 484 अपूर्ण था।
परीक्षा में शामिल होने के लिए 17 लाख 91 हजार 231 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था। परीक्षा में 11 लाख 95 हजार 101 अभ्यर्थी शामिल हुए। 33 प्रतिशत अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी। कुल रिक्ति के श्रेणीवार पांच गुणा अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल होने के लिए क्वालीफाई घोषित किया गया है।
बिहार के प्रशिक्षित गृहरक्षकों (CSBC Bihar Police Constable Result 2024) से प्रत्येक आरक्षित व गैर आरक्षित कोटि की 50 प्रतिशत रिक्तियां भरी जानी हैं, लेकिन योग्य अभ्यर्थियों की अनुपलब्धता की स्थिति में गृहरक्षक कोटि की शेष रिक्ति को उसी कोटि के गैर गृहरक्षक अभ्यर्थियों से भरा जाएगा।
सामान्य वर्ग की 8556 पदों के लिए 42 हजार 780, ईडब्ल्यूएस के 2140 पदों के लिए 10 हजार 700, अनुसूचित जाति के 3400 पदों के लिए 17 हजार, अनुसूचित जनजाति के 226 पदों के लिए 1140, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के 3842 पदों के लिए 19 हजार 210, पिछड़ा वर्ग के 2570 पदों के लिए 12 हजार 850 तथा पिछले वर्गों की महिला के 655 पदों के लिए तीन हजार 275 क्वालीफाई घोषित किए गए हैं।
शारीरिक दक्षता परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार पर बनेगी मेधा सूची:केंद्रीय चयन पर्षद (Bihar Police Constable Result) ने विज्ञप्ति जारी कर स्पष्ट किया है कि चयन की मेधा सूची शारीरिक दक्षता परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार पर तैयार की जाएगी। लिखित परीक्षा में प्राप्त अंक सिर्फ शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल होने की अर्हता है। शारीरिक दक्षता परीक्षा में दौड़, ऊंची व लंबी कूद में अभ्यर्थियों को शामिल होना होगा।
शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया जाएगा। इस संबंध में अभ्यर्थियों को वेबसाइट https://csbc.bihar.gov.in/ के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। आरक्षण का लाभ प्राप्त करने के लिए सक्षम प्राधिकार से प्रमाण पत्र जारी कराना होगा। आरक्षण का लाभ सिर्फ बिहार के मूल निवासियों को ही देय है।
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Patna Metro Status: मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी तक जल्द बिछेगा ट्रैक, मेट्रो ट्रेन की भी होगी खरीद
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर (Patna Metro Priority Corridor) का काम अब तेजी से पूरा हो सकेगा। जापान इंटरनेशनल को-ऑपरेशन एजेंसी (जाइका) के इंतजार में अटके इस काम को जल्द पूरा करने के लिए राज्य सरकार (Bihar Government) आगे आई है। राज्य कैबिनेट (Nitish Cabinet) ने गुरुवार को जाइका ऋण के विरुद्ध 115.10 करोड़ रुपये राज्य योजना मद से प्राप्त कर पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड को अग्रिम के रूप में देने की स्वीकृति दी।
इस राशि से मलाही पकड़ी से लेकर न्यू आईएसबीटी तक प्रायोरिटी कॉरिडोर पर ट्रैक बिछाने से लेकर ट्रेन सेट की खरीद तक का काम किया जाएगा। इसके अलावा, मेट्रो स्टेशनों पर एस्केलेटर आदि भी लगाए जाएंगे। अभी पटना मेट्रो डिपो (Patna Metro Depot) में ट्रैक बिछाने का काम चल रहा है।
प्रायोरिटी कॉरिडोर में पांच एलिवेटेड मेट्रो स्टेशनपटना मेट्रो के करीब 6.5 किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी कॉरिडोर में पांच एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन हैं। इनमें मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरोमाइल और न्यू आईएसबीटी मेट्रो स्टेशन शामिल हैं। इस रूट पर सिविल वर्क लगभग पूरा होने को है। एलिवेटेड रूट पर पोल लगाए जाने का काम भी जारी है। मेट्रो स्टेशनों का निर्माण भी जारी है, जिसे अगले साल मार्च तक पूरा करने की योजना है।
दरअसल, प्रायोरिटी कॉरिडोर में रेल ट्रैक और ट्रेन की खरीद का काम जाइका के फंड से होना था। इसके लिए जाइका से बहुत पहले समझौता भी हो चुका है, मगर राशि का आवंटन अभी तक नहीं हो पाया था। इसके कारण ट्रैक बिछाने और बोगी खरीद का काम अटका था। अब राज्य सरकार ने इस दिशा में राशि की स्वीकृति दी है, जिसके कारण जल्द ट्रैक बिछाने और एक सेट ट्रेन की खरीद कर अधिष्ठापन का काम शुरू किया जाएगा।
मेट्रो के लिए बिजली लोड का हो रहा आकलन:मेट्रो रेल को पटरियों पर दौड़ाने के लिए आवश्यक बिजली आपूर्ति की तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड बिजली दर निर्धारित किये जाने की प्रक्रिया में जुट गया है।
सूत्रों के अनुसार, पटना मेट्रो के संचालन को लेकर आवश्यक बिजली लोड का आकलन करने की जिम्मेदारी विशेषज्ञ एजेंसी को दी जाएगी। इसके लिए पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड पहले ही निविदा जारी कर चुका है। यह एजेंसी पटना मेट्रो के ट्रैक्शन और नन-ट्रैक्शन लोड का आकलन करते हुए टैरिफ पिटीशन तैयार करने व उसे दायर करने में पीएमआरसीएल की मदद करेगी।
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Bihar Politics: मझधार में फंसे पशुपति पारस, किनारे की खोज में देख रहे इधर-उधर; सियासी अटकलें तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) राजनीति के मझधार में फंस गए हैं। कुछ दिन पहले तक वे राजग (NDA) में थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से भेंट के बाद सम्मानजक पद मिलने की आस लगी थी, लेकिन घटनाक्रम इतनी तेजी से बदला कि पिछले महीने हुई एनडीए की बैठक में उन्हें निमंत्रित तक नहीं किया गया।
रही सही कसर बिहार सरकार ने पूरी कर दी। लोजपा कार्यालय के लिए आवंटित सरकारी भवन से उन्हें बेदखल कर दिया गया। पूरे प्रकरण पर पारस स्वयं चुप हैं। उनके करीबी संकेत दे रहे हैं कि एनडीए से अलग किसी नए समीकरण पर विचार चल रहा है।
2021 में लोजपा (LJP) के पांच सांसदों के साथ पारस जब राजग में शामिल हुए थे, उन्हें नरेंद्र मोदी की कैबिनेट (PM Modi Cabinet) में मंत्री पद दिया गया था। लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान के पुत्र चिराग पासवान (Chirag Paswan) अकेले पड़ गए थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Chunav 2024) से ठीक पहले पारस की ग्रह दशा बिगड़ी और उन्हें लोकसभा चुनाव में एक अदद टिकट के योग्य भी नहीं समझा गया।
उन्होंने केंद्रीय कैबिनेट से त्याग पत्र दे दिया। समर्थकों को विश्वास था कि पारस अपनी पार्टी रालोजपा (RLJP) के चुनाव चिह्न पर स्वयं लड़ेंगे। कुछ समर्थकों को भी टिकट देंगे। भाजपा से समायोजन का संकेत मिलने के बाद उन्होंनेे लोकसभा चुनाव से स्वयं को अलग रखा। दूसरी तरफ, चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) चुनाव में सभी पांच सीटों पर जीत गई।
कब बढ़ा पारस का भाव?अगस्त में चिराग पासवान ने केंद्र सरकार के कुछ निर्णयों पर नकारात्मक टिप्पणी की थी। चिराग को सतर्क करने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने पारस से मुलाकात कर ली। प्रभाव यह हुआ कि पारस राज्य में राजग की मजबूती का दावा करने लगे। समर्थकों को उन्होंने बताया कि शीघ्र ही खुशखबरी मिलेगी।
पारस खुशी बांट ही रहे थे कि चिराग और अमित शाह की भी मुलाकात हो गई। चिराग का स्वर भी बदल गया।उन्होंने कहा कि राजग के साथ उनका अटूट संबंध है। चिराग ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Bihar CM Nitish Kumar) की भी प्रशंसा शुरू कर दी। पहली बार उन्होंने कहा कि 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Vidhan Sabha Chunav 2025) नीतीश के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
नीतीश से भी भरोसा टूटापारस को अबतक नीतीश कुमार से आशा थी, मगर सरकारी भवन से रालोजपा को बेदखल करने के निर्णय से पारस की यह आशा भी समाप्त हो गई। उनकी पार्टी ने इस भवन में बने रहने के लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा था। उसका प्रभाव नहीं पड़ा। कठिनाई यह है कि महागठबंधन की ओर से भी पारस को आमंत्रण नहीं मिल रहा है।
क्यों हुई उपेक्षा?भाजपा की राज्य इकाई का आकलन यह है कि मूल लोजपा का वोट चिराग से जुड़ा हुआ है। पारस साथ रहें न रहें, अधिक प्रभाव नहीं पड़ेगा। चिराग का अलगाव राजग को नुकसान पहुंचा देगा। चिराग ने हाल की अपनी गतिविधियों से नीतीश को भी अपने पक्ष में कर लिया है। इससे पहले, पारस के पक्ष में नीतीश कुमार कई बार खड़े हुए थे, क्योंकि चिराग से वे नाखुश थे।
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Bihar Police Constable Result 2024: बिहार पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा का परिणाम घोषित, 107079 अभ्यर्थी हुए सफल
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Police Result 2024 OUT केंद्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) ने बिहार पुलिस में सिपाही के 21 हजार 391 रिक्तियों के विरुद्ध लिखित परीक्षा का परिणाम गुरुवार को जारी कर दिया है। लिखित परीक्षा में एक लाख छह हजार 995 अभ्यर्थी क्वालीफाई घोषित किए गए हैं। क्वालीफाई अभ्यर्थियों का क्रमांक पर्षद की वेबसाइट csbc.bihar.gov.in पर अपलोड कर दिया है।
सिपाही भर्ती की लिखित परीक्षा सात, 11, 18, 21, 25 व 28 अगस्त को आयाेजित की गई थी। अंतिम रूप से परिणाम जारी करने के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन भी जल्द किया जाएगा। शारीरिक दक्षता परीक्षा में प्राप्त अंक के आधार पर मेधा सूची का प्रकाशन किया जाएगा।
कदाचार और प्राथमिकी के कारण 80 तथा गलत रौल नंबर व प्रश्न पुस्तिका नंबर अंकित करने के कारण 431 अभ्यर्थियों को अयोग्य घोषित कर दिया गया है। परीक्षा में शामिल होने के लिए 17 लाख 87 हजार 720 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किया गया था। इसमें 11 लाख 95 हजार 101 परीक्षा में शामिल हुए।
बिहार पुलिस कॉन्स्टेबल पीईटी विवरण 2024 (Bihar Police Constable PET)लिखित परीक्षा के आधार पर अगले चरण के लिए पात्र पाए गए उम्मीदवारों को शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीईटी) में उपस्थित होना और उत्तीर्ण करना आवश्यक होगा। शारीरिक परीक्षा की तिथि, समय और स्थान के संबंध में अलग से सूचना बोर्ड की वेबसाइट पर प्रकाशित की जाएगी। सीएसबीसी पीईटी प्रवेश पत्र उचित समय पर आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगा।
बिहार पुलिस कटऑफ मार्क्स 2024 (Bihar Police Cutoff Marks)कटऑफ अंक आयोग द्वारा घोषित किए जाएंगे। हालांकि, परीक्षा के लिए न्यूनतम उत्तीर्ण अंक 30 हैं। अंतिम चयन शारीरिक पात्रता परीक्षा (पीईटी) के आधार पर किया जाएगा, लेकिन पीईटी के लिए अर्हता प्राप्त करने के लिए उम्मीदवारों को लिखित परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी।
बिहार पुलिस कॉन्स्टेबल रिजल्ट लिंक। (Bihar Police Constable Result LINK)
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Kartik Purnima 2024: क्यों मनाई जाती है कार्तिक पूर्णिमा, इस दिन किस चीज का करें दान? ज्योतिष आचार्य से जानें
जागरण संवाददाता, पटना। कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा, 15 नवंबर (Kartik Purnia 2024 Date) को भरणी नक्षत्र के साथ वरीयान योग के संयोग में मनाई जाएगी। कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2024) के दिन श्रद्धालु गंगा स्नान करने के साथ मंदिरों में पूजा कर घरों में भगवान सत्यनारायण की पूजा करेंगे। भारतीय संस्कृति में कार्तिक पूर्णिमा का धार्मिक व आध्यात्मिक महात्म्य है।
वर्ष के 12 मास में कार्तिक मास आध्यात्मिक व शारीरिक ऊर्जा संचय के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। कार्तिक पूर्णिमा को भगवान विष्णु का पूजन करने से पापों का नाश होता है। इस दिन गंगा स्नान से शरीर में पापों का नाश व सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है।
कार्तिक पूर्णिया को लेकर क्या है धार्मिक मान्यता?धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान नारायण ने कार्तिक पूर्णिमा के दिन अपना पहला मत्स्य अवतार लिया था। पूर्णिमा को भगवान विष्णु के निकट अखंड दीप दान करने से दिव्य कांति की प्राप्ति होती है। गंगा स्नान के बाद दीप दान करने से यज्ञ करने के समान पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
क्या दान करें?इस दिन अन्न, धन, वस्त्र, घी आदि दान करने से पुण्य का फल मिलता है। ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने बताया कि कार्तिक मास की त्रयोदशी, चतुर्दशी और पूर्णिमा को अति पुष्करिणी कहा गया है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन घर पर स्नान करने वाले लोग पानी में गंगाजल और हाथ में कुश लेकर स्नान करें तो उससे भी गंगा स्नान का फल मिलता है।
कार्तिक पूर्णिमा पर दीपों से रोशन होंगे गंगा घाटकार्तिक पूर्णिमा पर अनुमंडल के 55 घाटों पर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए जुटेंगे। गंगा स्नान के लिए श्रद्धालु गुरुवार से गंगा किनारे जुटने लगेंगे। गंगा स्नान के लिए गायघाट, भद्र घाट, महावीर घाट, खाजेकलां घाट, कंगन घाट, किला घाट व पीरदमरिया में अधिक भक्त जुटेंगे। कार्तिक पूर्णिमा पर विभिन्न गंगा घाटों पर शाम में आरती होगी।
श्री गुरु गोविंद सिंह घाट यानी कंगन घाट पर गंगा सेवा दल समन्वय समिति की ओर से देव दीपावली पर 25 हजार दीपों से घाट रौशन होगा। कंगन घाट पर बुधवार को अध्यक्ष डॉ. राजीव गंगौल, महासचिव राजेश शुक्ला टिल्लू, मनोज अठधरा, पप्पू पटेल, बमबम, विकास राज जायसवाल समेत अन्य ने बैठक कर रणनीति तय किया।
समिति के सदस्यों ने बताया कि मनोज भट्ट व हिमांशु गिरी द्वारा गंगा आरती होगी। गायघाट सेवा समिति के अध्यक्ष गंगाधर गिरी ने बताया कि गुरुवार को कार्तिक पूर्णिमा पर अखंड अष्टायम संकीर्तन आरंभ होगा।
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Patna News: शहर के इन रूटों पर सड़कों और चौराहों से हटाया जाएगा अतिक्रमण, शुरू हुआ अभियान
जागरण संवाददाता, पटना। पटना नगर निगम ने शहर की मुख्य सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने को अनूठी पहल शुरू की है। नगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर के निर्देश पर बुधवार से छह रूटों पर अतिक्रमण हटाओ टीम घूमने लगी। सुबह के 10 बजे से रात आठ बजे के बीच अतिक्रमण हटाओ टीम लगातार निरीक्षण करके सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करेंगी।
अतिक्रमण हटाओ टीम द्वारा सड़क के ब्लैक टॉप पर अतिक्रमण करने वालों की सामग्री को जब्त की जा रही है। इसके साथ ही अतिक्रमणकारियों से जुर्माना भी वसूला जा रहा है। इस दौरान कई ठेले जब्त किए गए तथा फुटपाथी दुकानदारों को हटाया गया। चयनित रूटों में पटना जंक्शन, नेहरूपथ, बारिंग कैनाल रोड को शामिल किया गया है।
पटना नगर निगम ने अंचलवार टीम का गठन किया है। इसमें अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी, राजस्व पदाधिकारी, अतिक्रमण प्रभारी शामिल किए गए हैं। टीम को आवश्यक उपकरणों से लैस किया गया है। नगर आयुक्त ने निर्देश दिया है कि प्रतिदिन सुबह 10बजे से शाम के 8 बजे तक अपने अतिक्रमण प्रभारी एवं अतिक्रमण की टीम रूट वार अतिक्रमण हटाएगी।
इस दौरान सामग्री भी जब्त की जाएगी। संबंधित अंचल के राजस्व पदाधिकारी तथा नगर प्रबंधक को निर्देश दिया है कि अतिक्रमण हटाने, सड़कों के जियो टैग फोटो एवं वीडियो वाट्सएप ग्रुप में उपलब्ध कराते रहें।
प्रमंडलीय आयुक्त के निर्देश पर कई वर्षों से अतिक्रमण हटाओ अभियान चल रहा है। इसके बाद भी अतिक्रमण हटाने में सफलता नहीं मिली। सड़कों पर अतिक्रमण रहने के कारण जाम की समस्या उत्पन्न होती है तथा शहर की खूबसूरती पर भी असर पड़ता है।
अंचल स्तर पर अतिक्रमण हटाने के लिए निर्धारित रूटनूतन राजधानी अंचल
- डाक बंगला चौराहा, बुद्व मार्ग. जीपीओ गोलम्बर, पटना जंक्शन-चिरैयाटांड पुल के नीचे, एक्जीविशन रोड, न्यू डाकबंगला रोड होते हुए - डाकबंगला चौराहा तक।
पाटलीपुत्र अंचल
- राजवंशी नगर हनुमान मंदिर, बेली रोड राजाबाजार ओवरब्रीज के नीचे, वापस लौटकर - पंत भवन होते हुए बोरिंग कैनाल रोड चौराहा , राजापुर पुल तक वापस, विकास भवन होते हुए-बेली रोड राजवंशी नगर हनुमान मंदिर तक।
कंकड़बाग अंचल
- कंकड़बाग टेम्पू स्टैंड, शालीमार स्वीटस, मेदांता अस्पताल, पाटलीपुत्र खेल परिसर होते हुए - कंकड़बाग टेम्पू स्टैण्ड तक।
बांकीपुर अंचल
- ठाकुरबाड़ी रोड चौक, हथुआ मार्केट, खेतान मार्केट, भंवर पोखर मोड़, बारीपथ होते हुए-मछुआटोली, दिनकर चौराहा, नाला रोड, ठाकुरबाड़ी रोड चौक तक।
पटना सिटी अंचल
- पटना सिटी चौक, अशोक राजपथ, मारूफगंज, मालसलामी, मोर्चा रोड, पटना साहिब स्टेशन, चौक शिकारपुर होते हुए-पटना सिटी चौक।
अजीमाबाद अंचल
- त्रिपोलिया, पश्चिम दरवाजा-सिटी चौक होते हुए वापस पश्चिम दरवाजा, त्रिपोलिया तक।
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Bihta International Airport: बिहटा में भूमि अधिग्रहण का विरोध, किसानों ने कहा- हम विकास के नहीं विनाश के....
संवाद सूत्र, बिहटा। सरकार द्वारा बिहटा में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट और उसके लिए होने जा रहे रनवे विस्तार के लिए जमीन अधिग्रहण किया जाना है। वहीं जमीन अधिग्रहण को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का कहना है कि वो मानव श्रृंखला बनाकर अपना विरोध जताएंगे। अगर इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेंगे, लेकिन अपनी जमीन नहीं देंगे।
बिहटा में प्रस्तावित है इंटरनेशनल एयरपोर्टबुधवार को देर शाम बिहटा एयरपोर्ट के पश्चिम दिशा में स्थित कोरहर गांव में बिहटा में प्रस्तावित इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए होने वाले जमीन अधिग्रहण को लेकर एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मनेर-बिहटा एनएच 30 के किनारे रहने वाले लोगों, किसानों के साथ-साथ आस-पास के कई गांव के लोगों ने हिस्सा लिया।
इस बैठक में सभी ने एक स्वर से कहा की बिहटा एयरपोर्ट रनवे विस्तार के लिए कई वर्षो से पूरब में जमीन प्रस्तावित थी। अब उधर विरोध होने के बाद इसे सरकार जबरन पश्चिम दिशा में बढ़ाने का प्रयास कर रही है, जो कहीं से भी न्याय संगत नहीं है।
400 घर, नहर और एनएच 30 भी होगा प्रभावितपश्चिम दिशा में रनवे का विस्तार करने के लिए मनेर रजवाहा नहर, मनेर-बिहटा एनएच 30 सड़क मार्ग के साथ ही करीब 400 घरों को हटाना होगा। मनेर-बिहटा एनएच 30 को डाइवर्ट करने पर हजारों लोगों की आबादी को आर्थिक नुकसान होगा। इतने बड़े नुकसान की जानकारी होने के बावजूद कुछ लोगों के दबाव में रनवे विस्तार के लिए पश्चिम दिशा में सर्वे कराया गया है। इसके खिलाफ 17 नवंबर को हम लोग मानव श्रृंखला बनाकर अपना विरोध जताएंगे।
चरणबद्ध आंदोलन की तैयारी में किसानकिसानों का कहना है कि अगर इसके बावजूद सरकार ने हमारी बात नहीं मानी तो चरणबद्ध आंदोलन चलाया जाएगा। हम लोग सरकार के विकास विरोधी नहीं है। हमारा विरोध उस विनाश को लेकर है, जो सरकार के अधिकारी आंखें बंद करके कराने का प्रयास कर रहे हैं। अगर पश्चिम दिशा में रनवे का विस्तार किया गया तो सैकड़ों लोगों ले उनका घर छिन जाएगा। ।पश्चिम दिशा में कई फैक्ट्रियां भी हैं, जिससे कई लोगों की रोजी-रोटी चलती है। इस दिशा में अगर रनवे विस्तार हुआ तो कई लोग बेरोजगार हो जाएंगे।
इस बैठक में वार्ड पार्षद सुमन चौहान,भूतपूर्व सैनिक आलोक सिंह, सुरेश गोप, राकेश कुमार, शंकर सिंह, हरिनंदन सिंह, अखिलेश कुमार, सोनू कुमार, अमित कुमार, नवीन सिंह, शारदा सिंह सहित कई अन्य लोग शामिल थे।
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Patna News: पटना वाले ध्यान दें..., एलसीटी घाट से कुर्जी पुल तक रहेगा 'नो वेंडिंग जोन', वाकिंग ट्रैक भी बनेगा
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड एलसीटी घाट से कुर्जी पुल तक वाकिंग ट्रैक बनाएगा। यह 500-500 मीटर लंबा ट्रैक होगा। एलसीटी घाट से कुर्जी पुल तक नो वेंडिंग जोन होगा। रिवर फ्रंट डेवलपमेंट परियोजना के तहत गंगा पथ का विकास किया जा रहा है। गंगा पथ का सुंदरीकरण कार्य चल रहा है, जिसमें प्लांटर बेड एवं पौधारोपण के साथ विभिन्न प्रकार की लाइट लगाई जा रही है।
वाकिंग ट्रैक एवं अन्य कार्य का निर्माण पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के पार्क प्रमंडल द्वारा किया जाएगा। पौधारोपण के साथ रखरखाव, आगंतुकों के बैठने की व्यवस्था एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यह निर्णय पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड की 33 वें निदेशक मंडल की बुधवार को हुई बैठक में किया गया।
आईट्रीपल सी से स्वीच आन करते ही जल जाएगी स्ट्रीट लाइटइंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से ही पटना नगर निगम क्षेत्र की सभी हाईमास्ट लाइट और स्ट्रीट लाइट को नियंत्रित किया जाएगा। बैठक स्मार्ट सिटी के अध्यक्ष सह नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अभय कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई। बैठक में महापौर सीता साहू, पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अनिमेष कुमार पराशर, पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड बोर्ड के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
प्रथम चरण में सभी मुख्य सड़कों की स्ट्रीट लाइट को इससे जोड़ा जाएगा। बैठक में इस प्रस्ताव की मंजूरी दी गई। पटना नगर निगम नियंत्रण कक्ष से हाइमास्ट लाइट का ऑनलाइन स्वीच आन-आफ किया जा रहा है। स्ट्रीटलाइट और हाइमास्टलाइट को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से नियंत्रित किया जाएगा। बैठक में चर्चा हुई कि स्ट्रीट लाइट के मैन्युअल संचालन में बिजली बिल एवं मानव संसाधन का प्रबंधन करना पड़ता है। इससे रखरखाव का खर्चा कम पड़ेगा। इसका बेहतर प्रबंधन होने लगेगा।
जांच होगी, सार्थक निष्कर्ष पर मल्टी मोडल हब का भवन होगा जी-5पटना स्मार्ट सिटी के तहत जीपीओ गोलंबर के पास बन रहे मल्टी माडल हब को जी-5 भवन बनाने के संबंध में अभियंताओं की टीम जांच करेगी। सार्थक परिणाम आने के बाद निर्माण कराया जाएगा। मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा निर्माण कार्य के निरीक्षण के दौरान मल्टी मोडल हब को जी-5 भवन बनाने की बात कही गई थी। मुख्यमंत्री के निर्देश के आलोक में बोर्ड की बैठक में इस एजेंडे पर चर्चा हुई। वर्तमान समय में यह भवन जी-3 है।
दो अतिरिक्त फ्लोर के भार के अनुकूल है या नहीं इसकी संरचनात्मक क्षमता की जांच कराने के बाद बोर्ड की अगली बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा। मल्टी माडल हब में वाहनों की पार्किंग के अलावा यहां कई और सुविधाएं मिलेंगी। इसमें ई-चार्जिंग प्वाइंट, कैफेटेरिया, एटीएम कियोस्क, टिकट काउंटर, वेटिंग एरिया आदि होंगे।
शहर में एलईडी स्क्रीनबोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया कि पटना के महत्वपूर्ण स्थानों पर एलईडी स्क्रीन लगाई जाए।। स्क्रीन पर जन जागरूकता से जुड़ी सूचनाएं प्रसारित की जाएं। बोर्ड द्वारा उचित जगह चिह्नित करने एवं आगे की प्रक्रिया शुरू करने की बात कही गई।
33 वीं बोर्ड बैठक में पटना स्मार्ट सिटी लिमिटेड को सेल्फ सस्टेनेबल बनाने को लेकर चर्चा हुई। बोर्ड ने निर्णय लिया कि उन सभी परियोजनाओं का रेवन्यू माडल तैयार किया जाए, जिससे भविष्य में पटना स्मार्ट सिटी सेल्फ सस्टेनेबल बन सके एवं इसके लिए विशेषज्ञ एजेंसी, कंसलटेंट को भी नियुक्त किया जाए।
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