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Bihar News: पेट्रोल पंप पर इन सुविधाओं की कमी संचालकों को पड़ेगी भारी, रद हो सकता है लाइसेंस
राज्य ब्यूरो, पटना। परिवहन विभाग राज्य के सभी पेट्रोल पंप पर शौचालय, साफ-सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर सख्त नजर आ रहा है। अगर किसी भी पेट्रोल पंप में इन सुविधाओं की कमी पाई जाती है तो लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई की जा सकती है।
निलंबित हो सकता है पेट्रोल पंप का लाइसेंसराज्य के सभी पेट्रोल पंप पर शौचालय, साफ-सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं में कमी पाई गई तो लाइसेंस निलंबन की कार्रवाई भी की जाएगी। परिवहन विभाग ने पूर्व में जारी आदेश का हवाला देते हुए पेट्रोल पंप संचालकों को जनसुविधाओं पर ध्यान देने को कहा है।
महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्थाआदेश के अनुसार, महिला और पुरुष के लिए निर्धारित आकार के अलग-अलग भारतीय और पश्चिमी (कमोड) शौचालय और यूरिनल की सुविधा होनी चाहिए।
सभी पेट्रोल पंप पर शौचालय और यूरिनल की नियमित सफाई होनी चाहिए। इसके लिए एक कर्मचारी को भी प्रतिनियुक्ति करना होगा। मूलभूत सुविधाओं वाले पेट्रोल पंप का ही लाइसेंस रिन्यू किया जाएगा।
सफर के दौरान लोग पेट्रोल पंप पर करते हैं शौचालय का इस्तेमालपरिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि सफर के दौरान लोग पेट्रोल पंप पर शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में पंप मालिक शौचालयों में पर्याप्त रोशनी, सफाई और चलित अवस्था में रखें। पेट्रोल पंप पर महिला, पुरुष, बच्चे और बूढ़े सभी के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक शौचालय जरूरी है।
इन सुविधाओं का होना भी जरूरीमालूम हो कि देश के सभी पेट्रोल पंप पर यात्रियों के लिए फर्स्ट एड किट, इमरजेंसी कॉल, महिला-पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय, शुद्ध पेयजल, गाड़ी के टायर के लिए हवा, ईंधन की शुद्धता की जांच जैसी अनिवार्य सुविधाएं मुफ्त होती हैं।
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पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन में महिला का शव मिलने से मचा हड़कंप, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
जागरण संवाददाता, पटना। जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (पटना एयरपोर्ट) की नई टर्मिनल बिल्डिंग में शनिवार की रात उस वक्त हड़कंप मच गया, जब पुलिस ने वाटर हार्वेस्टिंग की पाइप काटकर महिला का नग्न शव बरामद किया। मृत महिला की आयु 30-35 वर्ष के बीच बताई जा रही है। उसके शरीर पर जख्म के निशान भी हैं।
मोबाइल भी मिलापाइप के पास ही पुलिस को एक मोबाइल भी पड़ा मिला, जिसे जब्त कर लिया गया है। मृतका की पहचान करने की कोशिश जारी है। हवाईअड्डा थाने की पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए आइजीआइएमएस भेज दिया है। परिस्थितियों से कयास लगाया जा रहा है कि महिला से दुष्कर्म कर हत्या की गई है।
एक महिलाकर्मी का सत्यापन अभी बाकीसिटी एसपी स्वीटी सहरावत ने बताया कि शव की पहचान की जा रही है। वर्तमान में एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन के निर्माण में तीन ऐसी एजेंसियां काम कर रही हैं, जिनके अधीन महिलाकर्मी और महिला मजदूर सेवारत हैं।
हालांकि, अब तक सभी एजेंसियों का दावा है कि उनके यहां एक भी महिलाकर्मी की गुमशुदगी अथवा संदिग्ध परिस्थितियों में लापता होने की शिकायत नहीं प्राप्त हुई है।
सूत्रों की मानें तो पुलिस ने तीनों एजेंसियों की महिलाकर्मियों से संपर्क किया, लेकिन कोई भी इस आयु वर्ग की नहीं मिली। एक एजेंसी की महिलाकर्मी का मोबाइल आउट आफ रीच मिल रहा था।
कयास लगाया जा रहा है कि उसने मोबाइल को फ्लाइट मोड पर रखा हो। यदि रविवार की सुबह तक उसका मोबाइल चालू नहीं हुआ तो पुलिस उसके घर पर दबिश देगी।
पांच घंटे तक मशक्कत करते रहे अभियंताजिस 300 डायमीटर की पाइप में शव मिला था। सूत्र बताते हैं कि दोपहर चार बजे से वाटर हार्वेस्टिंग की पाइप को पानी टंकी से जोड़ा जा रहा था। काफी मशक्कत के बाद भी जब जलप्रवाह नहीं हुआ तो अभियंताओं ने जांच शुरू की। इस दौरान एक पाइप के अंदर कुछ होने की आशंका हुई। तब अभियंताओं ने हवाईअड्डा थाना पुलिस को सूचित किया।
सूचना पर एसडीपीओ सचिवालय डॉ. अनु कुमारी मौके पर पहुंचीं। संदेह पर पाइप काटकर शव बाहर निकाला गया। मृत महिला ने नथुनी पहन रखी थी। अंदेशा यह भी है कि बाहर से किसी को मौज-मस्ती के लिए बुलाया गया था या मृत महिला यात्री हो सकती है? शव की पहचान होने तक कई तरह की आशंकाओं पर तफ्तीश जारी है।
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Bihar Weather Today: भीषण गर्मी के बीच फिर बदलेगा बिहार का मौसम, इन जिलों में आंधी-तूफान और बारिश का अलर्ट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today: राजधानी व आसपास के इलाकों में गर्म पछुआ हवा के कारण लू जैसी स्थिति बनी हुई है। शनिवार को जैसे-जैसे दिन चढ़ा धूप और तीखी लगने लगी। पटना का तापमान बढ़कर 41.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। बीते 10 दिनों में पटना का सर्वाधिक तापमान दर्ज किया गया। 42.1 डिग्री सेल्सियस के साथ गोपालगंज प्रदेश में सबसे गर्म स्थान रहा।
बांका और भागलपुर में आंधी-बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट— मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) May 10, 2025इन जिलों में लू को लेकर अलर्ट जारीमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान नौ जिलों के पूर्वी व पश्चिम चंपारण, गापेालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, पूर्णिया, जमुई एवं बांका जिले में लू को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
पटना सहित सिवान, सारण, शिवहर, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, समस्तीपुर, मुंगेर, खगड़िया, भागलपुर, सहरसा, मधेपुरा जिले में गर्म और आर्द्र दिन को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
4-5 दिनों तक मौसम में बदलाव के आसार नहींअगले चार से पांच दिनों तक मौसम में बदलाव के आसार नहीं है। गर्म पछुआ हवा चलने के साथ मौसम आमतौर पर शुष्क बना रहेगा। दक्षिण पश्चिम मानसून 13 मई के आसपास दक्षिणी अंडमान सागर, दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में बढ़ने के आसार हैं।
15-16 मई के आसपास हो सकती है बारिशइसके प्रभाव से 15-16 मई के आसपास प्रदेश के एक या दो स्थानों पर हल्की वर्षा की संभावना है। बीते 24 घंटों के दौरान गया व रोहतास में छिटपुट वर्षा दर्ज की गई।
गया के डुमरिया में 4.6 मिमी, इमामगंज में 0.6 मिमी एवं रोहतास के तिलौथु में 0.6 मिमी वर्षा दर्ज की गई, जबकि शेष जिलों का मौसम शुष्क बना रहा। शनिवार को पटना, गोपालगंज, डेहरी, बक्सर का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया गया।
प्रमुख शहरों का तापमान शहरअधिकतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में)
न्यूनतम (तापमान डिग्री सेल्सियस में) पटना 41.5 28.8 गया 41.0 27.5 भागलपुर 40.1 26.9 मुजफ्फरपुर 38.3 28.5
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Khelo India Youth Games: सेपकटाकरा में बिहार के बेटे ओवलआल चैंपियन, बेटियां दूसरे नंबर पर
जागरण संवाददाता, पटना। खेलो इंडिया यूथ गेम्स की सेपकटाकरा स्पर्धा में बिहार के दोनों वर्गों के खिलाड़ियों ने बेहतर प्रदर्शन किया। इस खेल के बेटे और बेटियां दोनों ने पदक जीतकर प्रदेश का मान बढ़ाया है। शनिवार को सेपकटाकरा का ओवरआल परिणाम जारी किया गया। सेपकटाकरा के बालक वर्ग में बिहार ओवरआल चैंपियन रहा, जबकि बालिका वर्ग में बिहार की बेटियां दूसरे पायदान पर रहीं।
एक-एक रजत किया राज्य के नामशनिवार को सेपकटाकरा में बिहार के दोनों वर्गों को एक-एक रजत पदक दिया गया। बिहार के ओवरआल चैंपियन बनने के बाद सभी ने बिहार की टीम को बधाई दी। वहीं, सेपकटाकरा के बालक वर्ग के ओवरआल परिणाम में मणिपुर दूसरे, नगालैंड व दिल्ली तीसरे पायदान पर रही। वहीं, बालिका वर्ग में मणिपुर ओवर आल चैंपियन बनी। बिहार दूसरे नंबर पर रहा जबकि हरियाणा और आंध्र प्रदेश तीसरे पायदान पर रही।
बाक्सिंग में बिहार समेत कई राज्य क्वार्टर फाइनल में
खेलो इंडिया यूथ गेम्स में शनिवार को पटेल इंडोर खेल परिसर, (पाटलिपुत्र रेल परिसर) में बाक्सिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई। पहले दिन बालक और बालिका दोनों वर्गों में मुकाबले खेले गए। खिलाड़ियों ने अपनी ताकत दिखायी। पहले दिन 47 किलो से लेकर 90 किलो वर्ग में खिलाड़ियों ने दमखम दिखाया।
तमिलनाडु ने मेघालय को हरायापहले दिन के प्रतियोगिता की शुरुआत तमिलनाडु और मेघालय के बीच हुई। शानदार खेल दिखाते हुए तमिलनाडु ने जीत से शुरुआत की और क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। इनके अलावा हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, यूपी, छत्तीसगढ़, पंजाब, झारखंड, आसाम,मध्य प्रदेश, बिहार, हिमाचल प्रदेश ने जीत हासिल कर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। रविवार को क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेला जाएगा। क्वार्टर फाइनल मुकाबला जीतकर खिलाड़ी सेमीफाइलन में जाने की कोशिश करेंगे।
फुटबाल के सेमीफाइनल में ओडिशा-झारखंडखेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के छठे दिन रिफाइनरी स्टेडियम में सुबह और शाम दो फुटबाल मैच खेले गए। सुबह में ग्रुप बी के पुरुष वर्ग का मैच हुआ। ओडिशा और चंडीगढ़ एवं दूसरा मैच झारखंड व मिजोरम की पुरुष टीम के बीच हुआ। इसमें ओडिशा व झारखंड की टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई। पहला मैच ओडिशा व चंडीगढ़ के बीच हुआ। जहां ओडिशा ने चंडीगढ़ को रोमांचक मुकाबले में 1-0 से हराया दिया।
झारखंड ने मिजोरम को हरायाओडिशा की पुरुष टीम ने पहले हाफ में एक गोल किया। वहीं, संध्या में दूसरा मुकाबला झारखंड और मिजोरम के बीच हुआ। इसमें झारखंड ने मिजोरम को 4-2 से पराजित कर दिया। मिजोरम पुरुष टीम ने पहले हाफ में दो गोल किया। वहीं, दूसरे हाफ में मिजोरम की टीम कोई गोल नहीं कर पाई। झारखंड की तरफ से पहले हाफ में कोई गोल नहीं हुआ। मगर दूसरे हाफ में उनके खिलाड़ियों ने शानदार और लाजवाब खेल खेलते हुए चार गोल दाग दिया।
पश्चिम बंगाल को मेघालय ने दी मातइस तरह झारखंड दो गोल से जीत गया। वहीं यमुना भगत स्टेडियम में पश्चिम बंगाल और मेघालय के बीच पुरुष फुटबाल मैच हुआ। इसमें मेघालय की टीम तीन-एक से जीत कर अगले चक्र में प्रवेश किया। शाम में मेजबान बिहार एवं दिल्ली के बीच हुआ। इसमें मेजबान बिहार की टीम ने बेहद रोमांचक मुकाबले में दो-एक से मैच जीत लिया।
बिहार में फ्री में मिलेगा चश्मा, मरीजों की जांच भी होगी मुफ्त; स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने की घोषणा
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार में प्रखंड एवं जिला स्तर पर नेत्र जांच कर लाखों मरीजों को फ्री चश्मा देने की व्यवस्था की गई है। जल्द ही सरकार की ओर से इसका शुभारंभ कर लाखों मरीजों को फ्री चश्मा दिया जाएगा। यह बातें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहीं।
नेत्र बैंक किए गए हैं स्थापितस्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय शनिवार को इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस (आइजीआइएमएस) में आयोजित पटना आप्थलमिक सोसायटी के वार्षिक अधिवेशन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न मेडिकल कालेजों में नेत्र बैंक स्थापित किए गए हैं।
मरीजों को बेहतर उपचार मिलेगाराजेंद्र नगर अतिविशिष्ट नेत्र अस्पताल को उन्नयन का कार्य किया जा रहा है। मरीजों को बेहतर उपचार मिलेगा। इससे पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि आइजीआइएमएस बेहतर सुविधा उपलब्ध है।
संचार का माध्यम है आंखबिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि आंख केवल अपना कार्य नहीं करती, बल्कि यह संचार का भी माध्यम है। राज्यपाल ने कहा कि आंख शरीर का महत्वपूर्ण पार्ट है। यह शरीर के संचार का एक जरूरी माध्यम है।
आइजीआइएमएस के लिए गर्व का पलक्षेत्रीय चक्षु संस्थान के प्रमुख प्रो. विभूति प्रसन्न सिन्हा ने बताया कि आइजीआइएमएस के लिए गर्व का पल है, हम न केवल मरीजों की सेवा में तत्पर हैं, बल्कि साथ में रिसर्च एवं एकेडमिक में भी लोगों को प्रशिक्षण देने के लिए तत्पर है। कार्यक्रम में डा. सुनील सिंह, डा. नीलेश मोहन, डा. ज्ञान भास्कर, डा. सुजीत कुमार मिश्रा ने छात्रों को प्रोत्साहित किया।
राज्यपाल एवं स्वास्थ्य मंत्री ने किया संबोधितबता दें कि आइजीआइएमएस में पटना आप्थलमिक सोसायटी के वार्षिक अधिवेशन में स्वास्थ्य मंत्री ने यह घोषणा की। वार्षिक अधिवेशन कार्यक्रम का राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने शुभारंभ किया। चिकित्सकों की मौजूदगी में स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कार्यक्रम को संबोधित किया
बिहार के गांव की सड़कों को लेकर सरकार का महत्वपूर्ण आदेश, लापरवाही पर नपेंगे इंजीनियर-ठेकेदार
राज्य ब्यूरो, पटना। बरसात में लोगों को सड़क संबंधी परेशानियों से निजात दिलाने के लिए ग्रामीण कार्य विभाग ने समय रहते ही कमर कस ली है। शनिवार को अधिवेशन भवन सभागार में मंत्री अशोक चौधरी की अध्यक्षता में ग्रामीण सड़क सुदृढ़ीकरण एवं प्रबंधन को लेकर संवाद सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में राज्य भर के ठेकेदार और जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी सम्मिलित हुए।
सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर दें बलइस अवसर चौधरी ने जून से पहले राज्य की सभी ग्रामीण सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की ओर अधिकारियों एवं ठेकेदारों का ध्यान आकृष्ट किया। उन्होंने सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष बल देते हुए स्पष्ट किया कि लापरवाही या समय सीमा का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ठेकेदारों के भुगतान को और अधिक पारदर्शी और समयबद्ध बनाने पर भी मंत्री ने जोर दिया।
सभी कार्य समय पर पूरे होंग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने स्पष्ट कहा कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सभी कार्य समय पर पूरे हों, यह सुनिश्चित करना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता है। दायित्व की अनदेखी करने वाले अफसरों एवं ठेकेदारों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई होगी।
6374 पथों पर कार्य आवंटित कर दिया गयाउन्होंने सभी जिलों में अधिकारियों और संवेदकों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित कर कार्यों को प्रभावी ढंग से संपन्न करने का आह्वान किया। वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 14087 पथ, जिनकी कुल लंबाई 24482 किलोमीटर है, की स्वीकृति प्रदान की गई है। इनमें से 6374 पथों पर कार्य आवंटित कर दिया गया है। संवाद सत्र को अभियंता प्रमुख - सह - अपर आयुक्त भगवत राम, विशेष सचिव उज्ज्वल कुमार सिंह, अभियंता प्रमुख निर्मल कुमार ने संबोधित किया।
Bihar News: 'हर घर नल का जल' योजना को लेकर विकास प्रबंधन संस्थान की स्टडी, जलापूर्ति की स्थिति मिली मजबूत
डिजिटल डेस्क, पटना। हर घर नल का जल योजना की क्रियाशीलता, सेवा की गुणवत्ता एवं लाभार्थियों का योजना के प्रति संतुष्टि के स्तर का आकलन करने हेतु अप्रैल 2025 में डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (DMI), बिहार द्वारा अध्ययन कराया गया। यह अध्ययन मुजफ्फरपुर एवं गया जिलों के 55 वार्डों में 1124 से अधिक परिवारों के साक्षात्कार एवं पंप ऑपरेटरों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर किया गया।
अध्ययन में यह स्पष्ट हुआ कि ग्रामीण क्षेत्रों में योजना की पहुंच एवं प्रभाव में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। 94% से अधिक परिवारों के पास नल का कनेक्शन है, जबकि 93.80% परिवारों को प्रतिदिन 70 लीटर प्रति व्यक्ति प्रति दिन या उससे अधिक की जलापूर्ति प्राप्त हो रही है। 92.73% परिवारों को प्रतिदिन कम-से-कम छह घंटे जलापूर्ति हो रही है एवं 95.12% परिवारों ने बताया कि उन्हें पिछले एक माह में 25 से 30 दिनों तक नियमित जलापूर्ति हुई।
जल की स्वच्छता को लेकर 99.53% परिवारों ने स्पष्ट एवं पारदर्शी जल प्राप्त होने की पुष्टि की, वहीं 95.40% ने जल की मात्रा, 95.02% ने नियमितता, तथा 96.71% परिवारों ने जल की गुणवत्ता से संतुष्टि व्यक्त की। लगभग 95% लाभार्थियों ने योजना के संचालन एवं अनुरक्षण व्यवस्था से संतोष जाहिर किया है।
इसी प्रकार पंप ऑपरेटरों से प्राप्त सूचनाओं के अनुसार, योजनाओं का औसत कवरेज 92% रहा तथा 95% से अधिक योजनाएं प्रतिदिन प्रति व्यक्ति प्रति दिन 55-70 लीटर या उससे अधिक जलापूर्ति कर रही हैं । 92% से अधिक योजनाओं में प्रतिदिन छह घंटे अथवा उससे अधिक समय की जलापूर्ति हो रही है एवं 80% योजनाओं में ओवरहेड टैंक की वर्ष में कम-से-कम दो बार सफाई की जा रही है।
विदित हो कि इसी प्रकार का एक अध्ययन जनवरी 2024 में भी कराया गया था, पिछले अध्ययन की तुलना में इस बार हर पहलू में उल्लेखनीय सुधार देखने को मिला है।उस समय केवल 79% परिवारों के पास ही नल कनेक्शन पाया गया था, जबकि आज यह आंकड़ा 94% से अधिक तक पहुंच गया है। उसी अध्ययन में सिर्फ 45.88% परिवारों को प्रतिदिन छह घंटे या उससे अधिक समय की जलापूर्ति प्राप्त होने की बात सामने आई थी, जो अब बढ़कर 92.73% तक पहुंच गई है।
इस अध्ययन से यह संकेत प्राप्त होता है कि हर घर नल का जल योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में न केवल स्वच्छ जल की उपलब्धता बढ़ी है, बल्कि जल की गुणवत्ता, नियमितता एवं संचालन व्यवस्था में भी निरंतर सुधार हो रहा है। आंकड़े स्पष्ट रूप से लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा राज्य की सभी जलापूर्ति योजनाओं के सतत् क्रियाशीलता के साथ शुद्ध पेयजल पहुँचा कर सभी घरों को 'हर घर नल का जल' का सपना साकार करने के दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।
'नीतीश 5 साल आगे की सोचते हैं', JDU की मीटिंग में संजय झा बोले- बिहार में प्रो इनकंबेंसी की लहर
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू ने शनिवार को प्रदेश भर के अपने 52 जिला संगठन प्रभारी, जिला अध्यक्षों, महानगर अध्यक्ष, विधानसभा प्रभारी, प्रखंड अध्यक्ष और प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्षों के साथ वर्चुअल माध्यम से बैठक की।
इस मौके पर जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति प्रो इनकंबेंसी की लहर है। इसका प्रमाण पिछले लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव परिणामों में मिल चुका है।
संजय ने कहा कि नीतीश कुमार पांच वर्ष आगे की सोचते हैं। जाति आधारित गणना की ऐतिहासिक पहल भी उनकी दूरदृष्टि का उदाहरण है।
उन्होंने जदयू के पदाधिकारियों को कहा कि मिशन मोड में गांव-गांव जाकर संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत करें। इंटरनेट मीडिया पर सक्रियता समय की मांग है। हमें हर प्लेटफार्म पर अपनी नीतियाें को मजबूती से रखना है।
कार्यकर्ता झोंक दें पूरी ताकतजदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने इस मौके पर कहा कि विधानसभा चुनाव में अब अधिक समय नहीं है। यह समय है जब हम सभी को एकजुट होकर दिन-रात मेहनत करते हुए अपनी पूरी ताकत झाेंकनी है। हमें इस संकल्प को साकार करना है कि 2025 में 225 और फिर से नीतीश।
जिन लोगों का समाज पर गहरा प्रभाव है उन्हें बूथ कमेटियों में प्राथमिकता दी जाए। सांगठनिक समन्वय और सशक्त बूथ कमेटी पार्टी की प्राथमिकता है। बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर सीमा पर तैनात सेना के जवानों के पराक्रम और वीरता को नमन किया गया।
बैठक में जदयू के कोषाध्यक्ष और विधान पार्षद ललन कुमार सर्राफ, विधान परिषद में सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी, राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, पूर्व सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, प्रदेश उपाध्यक्ष बैद्यनाथ प्रसाद सिंह विकल, प्रकोष्ठों के संयोजक प्रो. नवीन आर्य चंद्रवंशी व प्रवक्ता निहोरा प्रसाद यादव सहित पार्टी के कई पदाधिकारी शामिल हुए।
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Patna News: बाढ़ में ट्रेनिंग के दौरान मेस का खाना खाने से बिगड़ी 50 शिक्षकों की तबीयत, 3 की हालत गंभीर
संवाद सहयोगी, बाढ़। बाढ़ के प्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में 5 दिवसीय आवासीय ट्रेनिंग के दौरान मेस के खाने से लगभग 50 शिक्षक अचानक बीमार पड़ गए। खाने में गड़बड़ी के कारण शिक्षकों को उल्टी, दस्त और बुखार की शिकायत हुई।
मेस का खाना खाने से बिगड़ी शिक्षकों की तबीयतप्राथमिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय में मेस का खाना खाने के बाद लगभग 50 शिक्षकों की तबीयत बिगड़ गई, जिसमें से तीन शिक्षकों की हालत गंभीर होने पर उन्हें बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीनों शिक्षकों का इलाज जारी है।
50 शिक्षक बीमारइस बारे में जानकारी देते हुए एक महिला शिक्षक ने बताया कि लगभग 50 शिक्षकों की तबीयत खराब हुई है। कुछ शिक्षक अपने घरों में इलाज करा रहे हैं।
खाने में गड़बड़ी के कारण बीमार हुए शिक्षकबाढ़ अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अजय कुमार ने कहा कि खाने में गड़बड़ी के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। फूड पॉइजनिंग की पुष्टि जांच के बाद होगी।
प्राचार्य ने 50 शिक्षकों के बीमार होने की बात से किया इनकारवहीं, दूसरी ओर महाविद्यालय की प्राचार्य निशा यादव ने 50 शिक्षकों के बीमार होने की बात से इनकार किया है। महाविद्यालय की प्राचार्य ने कहा कि मेस के खाने की जांच की जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई होगी।
खाने की गुणवत्ता पर उठ रहे सवालइस घटना ने मेस की गुणवत्ता और प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। शिक्षकों का कहना है कि सरकार द्वारा गुणवत्तापूर्ण भोजन के लिए राशि दी जाती है, फिर भी ऐसी लापरवाही भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि मेस संचालकों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई क्या होती है।
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सीजफायर के बाद बिहार में प्रतिबंध वापस, रात 10 बजे के बाद संगीत बजाने और पटाखे छोड़ने पर थी रोक
राज्य ब्यूरो, पटना। भारत-पाकिस्तान के बीच तनातनी को देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय ने राज्य में पटाखों के इस्तेमाल पर पूर्णत: प्रतिबंध लगा दिया था। इसके साथ ही रात दस बजे के बाद संगीत बजाने पर रोक लगाई गई थी। इस आदेश को सीजफायर के बाद वापस ले लिया गया है।
धीमी आवाज में संगीत बजाने की थी बातसामान्य परिस्थतियों में भी आम जनता से मद्धिम (धीमी) आवाज में संगीत बजाने की अपील की गई थी। शनिवार को जारी आदेश में सभी जिलों के डीएम, एसएसपी और एसपी को इसका सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा गया था।
अपर पुलिस महानिदेशक ने जारी किया था आदेशअपर पुलिस महानिदेशक (विधि-व्यवस्था) पंकज दराद की ओर से जारी आदेश में कहा गया है था कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में घटित आतंकी घटना के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर सामरिक स्थिति उत्पन्न है। इसको लेकर संपूर्ण भारतवर्ष में समस्त व्यवस्था को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है।
वैवाहिक कार्यक्रमों में बजता है तेज संगीतअभी राज्य में लग्न के कारण वैवाहिक समारोहों का आयोजन किया जा रहा है। वैवाहिक समारोहों में देर रात तक उच्च आवाज में संगीत बजाया जा रहा है। नियमानुसार रात्रि दस बजे के बाद ऊंची आवाज में संगीत बजाना निषिद्ध है। हालांकि अब आदेश वापस ले लिया गया है।
उल्लास में छोड़े जाते हैं पटाखेवैवाहिक समारोहों तक अन्य आयोजनों में लोग उल्लास में पटाखे भी छोड़ते हैं। देश में उत्पन्न स्थिति के दृष्टिकोण से राष्ट्रहित में तथा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए वर्तमान में रात में तेज आवाज में संगीत बजाना और पटाखों को छोड़ना प्रतिकूल है।
पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाएइसका लाभ असामाजिक तथा देश विरोधी तत्वों के द्वारा लिया जा सकता है। ऐसे में निर्देश दिया गया था कि रात्रि में दस बजे के बाद संगीत बजाने पर नियमानुकूल प्रतिबंध लगाया जाए। आम जनता राष्ट्रहित में मत्रिम आजवा में संगीत बजाए।
देर रात एसएसपी ने की सुरक्षा जांचदेश में हाई अलर्ट के बाद शुक्रवार की देर रात पटना के एसएसपी अवकाश कुमार ने राजधानी के धार्मिक स्थलों एवं वीवीआइपी क्षेत्रों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच की। वे एक अणे मार्ग से, राजभवन, पटना सिटी के तख्त श्रीहरमंदिर साहिब जी गुरुद्वारा, इस्कान मंदिर, सचिवालय समेत अन्य स्थानों पर गए। वहां गश्ती दल और रात्रि सुरक्षा का निरीक्षण किया।
थानेदार और एसडीपीओ को किया तलबइस दौरान एसएसपी ने सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ की और आवश्यक निर्देश दिए। क्षेत्र भ्रमण के क्रम में उन्होंने संबंधित थाना क्षेत्र के थानेदार और एसडीपीओ को भी तलब किया। एसएसपी ने कहा कि 24 घंटे शहर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
संदिग्ध को हिरासत में लेकर करें पूछताछसंदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने एवं उनके नाम और पते का सत्यापन कराने को कहा गया है। सीसी कैमरों से जिले की मानिटरिंग की जा रही है। कंट्रोल रूम में भी पर्याप्त संख्या में बल की तैनाती की गई है। वीवीआइपी क्षेत्रों में अतिरिक्त कैमरों की जरूरत महसूस हुई। स्थानों को चिह्नित कर जल्द वहां कैमरे सुनिश्चित कराने को कहा गया है।
अब पैरेंट्स को पता चलेगा सबकुछ, आइटीआइ छात्रों के लिए बिहार सरकार ने बनाई नई नीति
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) में नामांकित प्रशिक्षणार्थियों का ड्रापआउट रोकने के लिए नीति बनाई गई है। इस नीति के तहत आइटीआइ में प्रशिक्षण पाने वाले छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के साथ संस्थान के प्राचार्य और अनुदेशक हरेक माह बैठक करेंगे।
अभिभावक से साझा की जाएगी जानकारीइस दौरान प्राचार्य और अनुदेशक (इंस्ट्रक्टर) छात्र-छात्राओं की उपस्थिति से लेकर उनके प्रशिक्षण तक की स्थिति की जानकारी अभिभावक से साझा करेंगे। उन्हें सभी महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। लगातार कक्षा से अनुपस्थित छात्रों के बारे में अभिभावक से कारण पूछा जाएगा। इस दौरान छात्र और छात्राओं की अनुशासनहीनता की जानकारी भी उनके अभिभावक को आइटीआइ के द्वारा दी जाएगी।
छात्र-छात्राओं का फीडबैक लेंगेश्रम संसाधन विभाग के मुताबिक आइटीआइ के प्राचार्य और अनुदेशक अभिभावक से भी छात्र-छात्राओं का फीडबैक लेंगे। निरतंर कक्षाओं से अनुपस्थित छात्रों के बारे में अभिभावकों से वजह जानी जाएगी। छात्र-छात्राओं की अनुशासनहीनता की जानकारी भी उनके अभिभावक को दी जाएगी।
पैरेंट्स से सलाह भी ली जाएगीछात्र-छात्राओं के हित में और बेहतर प्रबंधन के लिए अभिभावक की सलाह भी ली जाएगी। अभिभावक के सुझाव पर व्यवस्था में आवश्कतानुसार सुधार भी किए जाएंगे।
15 से 20 प्रतिशत तक ड्रापआउटविभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य के सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में प्रत्येक साल कुल नामांकित छात्र-छात्राओं में लगभग 15 से 20 प्रतिशत तक ड्रापआउट हो जाते हैं, यानी प्रशिक्षण अवधि के दौरान पढ़ाई छोड़ देते हैं या फिर फाइनल परीक्षा में शामिल नहीं होते हैं।
सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों की संख्या 151बता दें कि सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों की संख्या 151 है। इसमें 113 सामान्य और 38 महिला आइटीआइ हैं। सभी आइटीआइ में कुल 34 हजार सीटें हैं। इसमें भी 15 प्रतिशत सीटें विभिन्न ट्रेड में खाली रह जाते हैं। 2023-24 में भी 6220 सीटें खाली रह गईं थी। 2022-23 सत्र में 4787 सीटें खाली रह गई थीं।
3874 सीटें खाली रह गई थींइसके पहले 2021-22 में 3874 सीटें खाली रह गई थीं। जहां तक पाठ्यक्रम की बात है तो 41 ट्रेड में 31 इंजीनियरिंग और 10 ननइंजीनियरिंग टाइप के पाठ्यक्रम हैं। 20 ट्रेड दो वर्षीय है। 21 ट्रेड एक वर्षीय हैं। 11 नए ट्रेड शुरू किए गए हैं।
इसमें एडिटिंग मैनुफैक्चरिंग टेक्निशियन, थ्री डी प्रिटिंग, कंप्यूटर एडेड इंप्रूवल एंड डिजाइन, इलेक्ट्रिशियन पावर डिट्रिव्यूशन, इंटरनेट ऑफ थिंग्स टेक्निशियन, आईओटी स्मार्ट एग्रीकल्चर, आईओटी स्मार्ट हेल्थ केयर, प्लंबर, सोलर टेक्निशियन, टेक्निशियन मेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं।
बिहार सरकार ने जारी किया आंकड़ा, स्कूल के 95 प्रतिशत छात्रों के पास किताबें; पोशाक के लिए 145 करोड़ जारी
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी प्रारंभिक विद्यालयों में पढ़ने वाले 95 छात्र-छात्राओं को निशुल्क पाठ्य-पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। ये सभी विद्यार्थी पहली से आठवीं कक्षा तक के हैं। शेष पांच प्रतिशत विद्यार्थियों को अगले सप्ताह तक किताबें मुहैया होंगी।
आठवीं तक के छात्रों के लिए है सुविधाइस संबंध में शिक्षा विभाग ने बिहार राज्य पाठ्य पुस्तक प्रकाशन निगम लिमिटेड को निर्देश दिया है। शिक्षा का अधिकार कानून (आरटीई) के तहत सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों के पहली से आठवीं कक्षा तक के छात्र-छात्राओं को किताबें उपलब्ध कराई जाती हैं।
17 जिलों में पहुंची शत प्रतिशत पुस्तकेंशिक्षा विभाग के उपलब्ध आंकड़े के मुताबिक शुक्रवार तक 95.13 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं। जिन छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं, उनमें 17 जिले ऐसे हैं, जहां के शत प्रतिशत बच्चों हाथों में किताबें पहुंच चुकी हैं।
इन जिलों में पहुंच गई हैं किताबेंइनमें अरवल, औरंगाबाद, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, किशनगंज, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, मुंगेर, नवादा, पटना, समस्तीपुर, सारण, सहरसा, शिवहर एवं शेखपुरा शामिल हैं। वहीं अररिया के 97.43, बांका के 86.57, बेगूसराय के 96.39, दरभंगा के 96.32, पूर्वी चंपारण के 86.59, गया के 85.49, गोपालगंज के 93.62, जमुई के 94.51, जहानाबाद के 95.43, कटिहार के 83, खगड़िया के 86.35, लखीसराय के 89.39, मधेपुरा के 66.91, नालंदा के 99.89, पूर्णिया के 73.35, रोहतास के 89.77, सहरसा के 96.48, शिवहर के 80.17, सीतामढ़ी के 89.66, सिवान के 96.76, सुपौल के 85.58, वैशाली के 89.56 एवं पश्चिमी चंपारण के 88.48 प्रतिशत छात्र-छात्राओं को पाठ्य पुस्तकें उपलब्ध कराई जा चुकी हैं।
पोशाक राशि भुगतान को 145 करोड़ जारीशिक्षा विभाग ने सरकारी विद्यालयों में पहली से आठवीं कक्षा तक पढ़ने वाले विद्यार्थियों को पोशाक समेत अन्य मद में 145 करोड़ आठ लाख 10 हजार 700 रुपये सभी जिलों को मुहैया कराया है। इसमें शैक्षणिक सामग्री की खरीद संबंधी राशि शामिल है।
महालेखाकार को पत्र लिखकर दी जानकारीइस संबंध में शिक्षा विभाग ने महालेखाकार को पत्र लिखकर जानकारी दी है। शिक्षा विभाग के मुताबिक मुख्यमंत्री पोशाक बालिका योजना के तहत कक्षा एक और दो की छात्राओं के लिए 600 रुपये, कक्षा तीन से पांच तक की छात्राओं के लिए 700 की दर से पैसे का भुगतान किया जाता है।
आठवीं तक के लिए एक हजार रुपयेइसी तरह कक्षा छह से आठ तक की छात्राओं के लिए एक हजार रुपये की दर से राशि देने का प्रविधान है। वहीं सामान्य वर्ग के पहली एवं दूसरी कक्षा के छात्रों को पोशाक के लिए 400 रुपये, कक्षा तीन से पांच के छात्रों को 500 रुपये और कक्षा छह से आठ तक के छात्रों को 700 रुपये की दर से पोशाक के लिए भुगतान किया जाता है।
पटना में बड़े पैमाने पर होगा बदलाव, तीन फ्लोर पर 225 कारों की पार्किंग, पैदल यात्रियों के लिए दो गेट
जागरण संवाददाता, पटना। मल्टी माडल हब में तीन फ्लोर पर 225 कारों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इनमें किसी एक फ्लोर पर आटो की पार्किंग भी होगी। आटो के लिए दूसरे फ्लोर पर विचार चल रहा है। पटना स्मार्ट सिटी के प्रबंधन निदेशक सह नगर आयुक्त अनिमेश कुमार पराशर ने स्मार्ट सिटी के अधिकारियों के लिए किस फ्लोर से आटो का संचालन होगा, अध्ययन करने का निर्देश दिया है। नई व्यवस्था से पटना आटो चालकों को स्टैंड मिल जाएगा तथा यातायात व्यवस्था सुगम हो सकती है।
आटो और कार के लिए अलग-अलग फ्लोरआटो और कार के लिए अलग-अलग फ्लोर निर्धारित होगा। ग्राउंड फ्लोर से नगर बसें चलेंगी। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम के साथ नगर सेवा की निजी बसें भी यहां से चलेंगी। यात्रियों को आटो के साथ बस सेवा भी यहां उपलब्ध रहेगी। जीपीओ गोलंबर के पास से कार और आटो पार्किंग में प्रवेश करेंगे तथा स्टेशन रोड की तरफ पाया संचया तीन-चार के बीच निकास बनाया गया है।
दोनों तरह होंगे रैंपदोनों तरफ रैंप बनाए गए हैं। नगर बस सेवा में चलने वाली बसें बुद्ध मार्ग से मल्टी माडल हब में प्रवेश करेंगी और स्टेशन की तरफ निकलेंगी। प्रवेश के लिए दो गेट तथा निकास के लिए दो गेट का निर्माण किया गया है। स्टेशन रोड में छह गेट बनाए गए हैं। दो गेट बसों के निकास, एक गेट कार-आटो के रैंप के माध्यम से प्रवेश तथा दूसरा रैंप के माध्यम से निकास का बना है।
भूमिगत रास्ता भी होगाइसके अतिरिक्त दो गेट पैदल यात्रियों के लिए बना है। एक गेट पटना जंक्शन से भूमिगत रास्ते से सब-वे से आने वाले यात्रियों के लिए बनाया गया है। सब-वे से आने वाले यात्री अंतिम छोर पर मल्टी माडल अब में जा सकते हैं तथा स्टेशन रोड में भी आ सकते हैं। उनके लिए दो आप्शन दिए गए हैं।
एटीएम, शाप, कैंटीन, वेटिंग रूम की मिलेगी सुविधामल्टी माडल हब में एटीएम, पांच शाप के साथ कैंटीन की व्यवस्था की जा रही है। पटना स्मार्ट सिटी को एजेंसी तय करना है। इसकी प्रक्रिया चल रही है। सिर्फ एक एटीएम लगने जा रहा है। टिकट काउंटर भी बनाए गए हैं। एक कार्यालय भी रहेगा।
मल्टी स्टोरेज पार्किंग से भी परिचालननगर आयुक्त अनिमेष कुमार पराशर ने कहा कि पटना जंक्शन पर आटो को सुगम तरीके से चलावाने की चुनौतियां हैं। आटो का परिचालन भी जरूरी है। मल्टी माडल हब की कार पार्किंग के एक फ्लोर से आटो परिचालन कराना तय हो गया है। मल्टी स्टोरेज पार्किंग से भी आटो का परिचालन होगा।
नेहरू गोलंबगर होगा छोटासब-वे और मल्टी माडल हब के चालू होने, नेहरू गोलंबगर के छोटा होने, कंकड़बाग की तरफ से आने वाले आटो की व्यवस्था करने, एक पिंक ट्वायलेट और नेहरु गोलंबर के पास हाईटेक शौचालय के निर्माण, बुद्धमार्ग से जंक्शन गोलंबर के बीच सड़क बन जाने से बड़े पैमाने पर बदलाव आएगा।
Patna News: आज से शुरू होगा 38 जिलों के राजनीतिक दलों के BLA-2 का प्रशिक्षण, 8 चरणों में होगी ट्रेनिंग
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए शनिवार से पटना में बीएलए-2 का प्रशिक्षण दिया जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय की ओर से यह प्रशिक्षण जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान, सरदार पटेल मार्ग (मैंगल्स रोड) पटना में होगी। इसके लिए मास्टर ट्रेनरों की तैनाती की गई है।
प्रशिक्षण आठ चरणों में होगा। पहले चरण में शनिवार को पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर एवं सीतामढ़ी जिले को बीएलए-2 को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
सीईओ कार्यालय द्वारा जारी कार्यक्रम के अनुसार दूसरे चरण में 13 मई को मुजफ्फरपुर, वैशाली एवं मधुबनी जिले, तीसरे चरण में 15 मई को दरभंगा, समस्तीपुर, अररिया, किशनगंज, चौथे चरण में 17 मई को पूर्णिया, कटिहार, सुपौल, मधेपुरा, सहरसा, गोपालगंज जिले का होगा।
पांचवें चरण में 19 मई को सिवान, सारण, भागलपुर, बांका जिला, छठे चरण में 21 मई को बेगूसराय, खगड़िया, मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, जमुई एवं नालंदा जिला। सातवें चरण में 23 मई को पटना, भोजपुर, बक्सर, कैमूर एवं रोहतास जिला और अंतिम चरण 24 मई को अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया व नवादा जिला के बीएलए-2 को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
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India Pakistan Tension: बिहार में छुट्टियों से बॉर्डर पर लौटने लगे फौजी, रेलवे को मिला स्पेशल डायरेक्शन
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए देश की सीमा पर तैनात फौजियों की छुट्टियां रद कर दी गई हैं। ऐसे में वे वापस लौटने लगे हैं। इस क्रम में बिहार ही नहीं पूर्वी क्षेत्र के रहने वाले तमाम फौजी भाई देश की सेवा के लिए विभिन्न ट्रेनों से लौटने लगे हैं। रेलवे की ओर से सभी ट्रेन टिकट निरीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि फौजी भाइयों को पहले बर्थ उपलब्ध कराएं।
किसी कारणवश उन्हें बर्थ नहीं मिल पा रहा है तो उनके बैठने की व्यवस्था कराएं ताकि वे आराम से देश की सरहद की रक्षा के लिए जाएं। पटना जंक्शन व पाटलिपुत्र स्टेशन से गुजरने वाली ब्रह्मपुत्र मेल, पूर्वा एक्सप्रेस, विक्रमशिला एक्सप्रेस, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस, तेजर राजधानी, नार्थ ईस्ट एक्सप्रेस, सीमांचल एक्सप्रेस, गुवाहाटी राजधानी एक्सप्रेस, पंजाब मेल में फौजियों की भीड़ देखी जा रही है।
इसके अलावा अर्चना एक्सप्रेस, हिमगिरी एक्सप्रेस, श्रमजीवी एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनों से दिल्ली, पंजाब के विभिन्न शहरों, जम्मू-कश्मीर, गुवाहाटी समेत पूर्वोत्तर क्षेत्रों में, राजस्थान के शहरों के लिए फौजियों का जाना शुरू हो गया है।
पाकिस्तान के ड्रोन को नाकाम कर रही भारतीय सेनाभारतीय सेना ने पाकिस्तान के द्वारा लगातार किए जा रहे ड्रोन हमलों को नष्ट कर रहे हैं। सेना ने एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए बताया कि सुबह 5 बजे के आसपास पाकिस्तान पश्चिमी सीमा से सटे कई इलाकों में ड्रोन हमले करने की कोशिश की थी, जिसे नाकाम कर दिया गया है।
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Bihar Weather Today: बिहार के 5 जिलों में बारिश का अलर्ट, बेवजह बाहर निकलने से बचें; 'लू' को लेकर भी चेतावनी
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में भीषण गर्मी के बीच 5 जिलों के लिए राहत की खबर सामने आई है। मौसम विभाग के मुताबिक इन 5 जिलों में तेज आंधी के साथ बारिश हो सकती है। वहीं कुछ जिलों में लू चलने की भी चेतावनी जारी की गई है। लोगों से इस दौरान सावधान रहने को कहा गया है। बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की गई है।
बिहार के इन 5 जिलों में बारिश के आसारमौसम विभाग के मुताबिक बिहार के पटना, भोजपुर, गया, भागलपुर और खगड़िया में कुछ जगहों पर बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, बेगूसराय, समस्तीपुर, सारण, बक्सर, गोपालगंज में लू चलने का अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को इस दौरान अपने स्वास्थ्य के ध्यान रखने की जरूरत है।
मौसम में हो रहे बदलाव ने किसानों की उम्मीदों पर फेरा पानीकटिहार में वर्षा नहीं होने से मखाना की खेती सुख रही है। वर्षा नहीं होने से मखाना किसानों की उम्मीद पर पानी फिर गया है। पिछले वर्ष मखाना के मूल एवं सरकार के द्वारा पटवन के लिए कृषि फीडर की व्यवस्था किए जाने के कारण किसानों ने मखाना की खेती बड़े पैमाने पर की थी।
शुरुआत में फसलों को देख किसान उत्साहित भी थे। लेकिन तेज धूप व वर्षा नहीं होने से किसानों में निराशा छा गई है। खेतों में सूख रही मखाना फसल को देख किसानों का कलेजा फटा जा रहा है। क्षेत्र में इस वर्ष किसानों ने मखाना की जमकर खेती की थी। लेकिन मौसम की मार के कारण मखाना में पर्याप्त फलन नहीं होने से उत्पादन प्रभावित हो गया है।
PMCH दवा खरीद घोटाला मामले में ED की बड़ी कार्रवाई, 3 करोड़ की संपत्ति जब्त की
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पटना जोनल कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रविधानों के तहत विभिन्न मेडिकल उपकरण और दवा आपूर्तिकर्ताओं की 10 अचल और चल संपत्तियों को अंतिम रूप से कुर्क किया है।
इन संपत्तियों की कीमत 3.01 करोड़ रुपये के करीब है। इन आपूर्तिकर्ताओं ने पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधिकारियों की मिली भगत से अस्पताल को अत्याधिक ऊंची दरों पर और काफी अधिक मात्रा में दवा, मशीन, उपकरण की आपूर्ति की थी।
16 साल पुराना मामलायह संपत्तियां पीएमसीएच के तत्कालीन अधीक्षक ओपी चौधरी व अन्य की हैं। करीब 16 साल पुराने इस मामले में ओमप्रकाश चौधरी सहित पीएमसीएच के कई अधिकारियों और सप्लायरों को आरोपित बनाया गया था।
जानकारी के अनुसार 2008-09 और 2009-10 की अवधि के दौरान पीएमसीएच के अधिकारियों ने विभिन्न आपूर्तिकर्ताओं के साथ मिलीभगत करके आवश्यक मात्रा से कहीं अधिक ऊंची दरों पर दवाइयां, रासायनिक अभिकर्मक, मशीनें व चिकित्सा उपकरण खरीद थे।
सरकार को करीब 12.63 करोड़ रुपये की राजस्व क्षतिजिस वजह से सरकार को करीब 12.63 करोड़ रुपये की राजस्व क्षति हुई। इस मामले में ईडी ने पटना के विशेष निगरानी न्यायालय के समक्ष आईपीसी 1860 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की विभिन्न धाराओं के तहत ओपी चौधरी और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी और आरोप पत्र को आधार बनाकर अपनी जांच प्रारंभ की थी।
जांच में पीएमसीएच के अधिकारियों की मिलीभगत से आपूर्तिकर्ताओं को लगभग 3.01 करोड़ रुपये आय की पहचान की गई, जिसे अब पीएमएलए 2002 के प्रावधानों के तहत जब्त किया गया है।
पहले इस मामले में पांच नवंबर 2020 को ओपी चौधरी, विनोद कुमार सिंह, गणेश प्रसाद सिंह, अमित कुमार ढांढानिया और बिमल डालमिया तथा उनके परिवार के सदस्यों के नाम की अपराध से हुई आय से लगभग 3.14 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्तियां अंतिम रूप से कुर्क की गई थी।
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भारत-पाक तनातनी के बीच बिहार में डाक्टरों की क्विक रिस्पांस टीम गठन के निर्देश, ब्लैक आउट के लिए भी तैयारी
राज्य ब्यूरो, पटना। भारत-पाक के बीच तनातनी की स्थिति को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने संवेदनशील क्षेत्रों में चिकित्सा संस्थानों की पहचान करते हुए उन्हें आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी प्रकार की एहतियातन तैयारी रखने के निर्देश जारी किए हैं। इसके साथ ही सभी जिलों में डाक्टरों और पारा मेडिकल स्टाफ की क्विक रिस्पांस टीम गठन के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था करने के निर्देशशुक्रवार को विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत और राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत ने संयुक्त रूप से सभी सिविल सर्जन, मेडिकल कालेज अधीक्षकों और प्राचार्यों के साथ ही मेडिकल अफसरों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिये स्वास्थ्य तैयारियों की समीक्षा की।
बैठक में मौजूद रहे सिविल सर्जनबैठक के दौरान सिविल सर्जनों के साथ ही अन्य स्वास्थ्य पदाधिकारियों को आपरेशन थियेटर, आइसीयू, हाई डिपेंडेंसी यूनिट 24 घंटे क्रियाशील रखने के निर्देश दिए गए। मेडिकल कालेज अस्पतालों में आपातकालीन वार्ड को क्रियाशील रखते हुए डेडिकेटेड बेड की व्यवस्था करने को भी कहा गया है।
आक्सीजन की निर्बाध व्यवस्था सुनिश्चित करेंप्रत्यय अमृत ने कहा कि अस्पतालों में विशेषज्ञ डाक्टर, सामान्य डाक्टर एवं स्टाफ नर्स व अन्य पारा मेडिकल स्टाफ का अलग रोस्टर तैयार रखा जाए। अस्पतालों में आक्सीजन की निर्बाध व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पर्याप्त संख्या में आक्सीजन सिलेंडर और आक्सीजन कंसनटे्रटर चालू अवस्था में रखे जाएं।
जेनरेटर एवं बैटरी इंवर्टर की रहे व्यवस्थाअगर ब्लैक आउट की स्थिति बनती है तो विद्युत आपूर्ति बहाल रखने के लिए जेनरेटर एवं बैटरी इंवर्टर की समुचित व्यवस्था रखी जाए। क्विक मेडिकल रिस्पांस टीम का जिलास्तर पर कम्युनिकेशन प्लान तैयार किया जाए।
स्टैंडबाइ में रखी जाएं एबुलेंस बनाए नियंत्रण कक्षजिलों को यह निर्देश भी दिए गए हैं कि स्वास्थ्य संस्थानों में एंबुलेंस को टैग करें और स्टैंडबाइ में भी एंबुलेंस की व्यवस्था रखें। साथ ही गोल्डन आवर में जरूरतमंदों के लिए अलग से डेडिकेटेड एंबुलेंस की व्यवस्था सुनिश्चित रखें।
जिलों को दिए नियंत्रण कक्ष गठन के निर्देशइसके अलावा सात दिन 24 घंटे राज्य नियंत्रण कक्ष गठन के निर्देश भी जिलों को दिए गए हैं। बैठक में स्पष्ट किया गया है कि जिला स्तर पर सिविल सर्जन और प्रखंड स्तर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी नोडल अफसर पद का दायित्व निर्वहन करेंगे।
बिहार में किस Age में हो रही 40 प्रतिशत लड़कियों की शादी? मां बनने की उम्र तो और चौंकाने वाली
जागरण संवाददाता, पटना। चाणक्य नेशनल ला यूनिवर्सिटी (सीएनएलयू) के जेंडर रिसर्च सेंटर और यूनाइटेड नेशन पापुलेशन फंड के सहयोग से शुक्रवार को होटल मौर्य में ‘बिहार में बाल विवाह और किशोरावस्था में गर्भावस्था को कम करने’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
40.8 प्रतिशत की शादी 18 वर्ष मेंवक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय पारिवारिक स्वास्थ सर्वेक्षण के आंकड़े के अनुसार बिहार में 40.8 प्रतिशत महिलाओं की शादी 18 वर्ष की उम्र में हो जाती है। 15 से 19 वर्ष की 11 प्रतिशत लड़कियां या तो पहले मां बन चुकी हैं या पहली बार गर्भवती हैं। कम उम्र में गर्भावस्था के कारण शारीरिक विकास ठीक से नहीं हो पाता है।
शिक्षा से बढ़ सकती है जागरूकतायूएनएफपीए के स्वास्थ्य अधिकारी डेविड केन ने कहा कि शिक्षा का स्तर बढ़ने और जागरूकता से लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। कम उम्र में गर्भावस्था के कारण मां और बच्चे दोनों के शारीरिक व मानसिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
समझ से रुक सकता है बाल विवाहडा. ख्वाजा इफ्तिखार अहमद ने कहा कि किशोरावस्था और गर्भावस्था सिर्फ स्वास्थ्य का मुद्दा नहीं है, यह मौलिक अधिकारों और मानव गरिमा से जुड़ा विषय है। जमिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रो. एजाज मसीह ने कहा कि युवाओं में जागरूकता, भावनात्मक समझ और समावेशी शिक्षा के माध्यम से ही बाल विवाह पर लगाम लगाया जा सकता है।
सरकारी याेजनाओं का दिख रहा सकारात्मक प्रभावसमाज कल्याण विभाग की सचिव वंदना प्रेयसी ने विभागीय योजनाओं और समुदाय स्तर की भागीदारी की अहमियत पर प्रकाश डालीं। उन्होंने कहा कि नीतियों की सफलता तभी संभव है जब समुदायों और किशोरियों को साथ लेकर काम किया जाएगा। सरकारी योजनाओं का सकारात्मक प्रभाव दिख रहा है।
कानून और क्रियान्वयन पर दें ध्यानसीएनएलयू के कुलपति प्रो. फैजान मुस्तफा ने कहा कि हमें कानून बनाने के साथ-साथ उसके क्रियान्वयन पर भी विशेष ध्यान देना होगा। सीएनएलयू-जीआरसी की प्रमुख डा. आयुषी दुबे ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विषय की जानकारी दी। यूएनएफपीए की राज्य प्रमुख सादत नूर ने कहा कि इसमें सरकार और समाज के सहयोग को निर्णायक है।
सरकारी पहल के साथ हो साझा दायित्वयह सिर्फ सरकारी पहल नहीं, बल्कि एक साझा दायित्व है। पैनल चर्चा में संजय कुमार, गुलरेज होदा, डा. ख्वाजा इफ्तिखार अहमद, अनुराग बेहर, मेरी थॉमस, जेरियस लिंगो, दिव्या मुकुंद आदि ने विचार रखें। सीएनएलयू जीआरसी के समन्वयक डा. चंदन ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
Bihar: लड़की के पर्स ने खोल दिया लड़के का राज, फेसबुक पर 6 महीने तक बात कर नहीं पाई थी पहचान
जागरण संवाददाता, पटना। नेपाल के जलेश्वर की रहने वाली युवती को फेसबुक पर अनजान युवक से दोस्ती करना महंगा पड़ा। युवक ने उसे मिलने के लिए पटना बुलाया। दोनों ने होटल में कमरा बुक किया और जैसे ही युवती की आंख लगी कि युवक फरार हो गया। उसके साथ क्या खेल हुआ था, उसे पता जानकारी तब लगी जब उसने अपना पर्स खोला। लड़का उसके हीरे के आभूषण, विदेशी मुद्रा और आठ हजार रुपये लेकर फरार हो गया था।
रूपसपुर के एक होटल की वारदातवारदात रूपसपुर थाना क्षेत्र के एक होटल की है। युवती ने आरोपित विशाला दागा का आइडी कार्ड और मोबाइल नंबर पुलिस को दिया है। पहचान पत्र का सत्यापन नहीं हो सका। थानेदार रणविजय कुमार ने बताया कि तकनीकी जांच से आरोपित की पहचान की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी की जाएगी।
छह महीने से कर रहे थे दोनों बातबताया जाता है कि नेपाली युवती की विशाल दागा नामक युवक से फेसबुक पर दोस्ती हुई थी। दोनों छह महीने से फेसबुक पर बातें करते रहे। इसके बाद उन्होंने अपने मोबाइल नंबर साझा किए और पटना में मुलाकात करने का मन बनाया।
होटल में लिया था दोनों ने कमरायहां चार मई को विशाल दागा से उसकी मुलाकात हुई। दोनों ने रूपसपुर थाना क्षेत्र के रिहायशी मोहल्ले में अवस्थित होटल में किराये पर कमरा लिया। इसके बाद जेपी गंगा पथ पर घूमने चले गए। रात 11 बजे दोनों होटल के कमरे में आए।
बैग खोला जा पता चली लड़के की असलियतअगले दिन भोर में युवती की नींद खुली तो विशाल नहीं था। युवती ने काफी खोजबीन की, फिर कपड़े निकालने के लिए बैग की चेन जैसे ही खोली तो देखा कि उसमें रखा हीरे का नेकलेस, हीरे की अंगूठी, सोने की दो चेन, दो हजार दिरहम (लगभग 46 हजार रुपये) और आठ हजार रुपये गायब थे।
मोबाइल भी कर दिया आफविशाल का मोबाइल भी लगातार बंद आ रहा था। उसके पास होटल का किराया और वापस जाने के लिए भी रुपये नहीं बचे थे। तब उसने होटल प्रबंधन से आग्रह कर पुलिस से संपर्क किया और आपबीती सुनाई। इसके बाद स्वजन से संपर्क कर रुपये मंगवाए और अनुसंधान में सहयोग करने का दावा कर नेपाल लौट गई।
लड़के की शुरू से मेरे पर्स पर थी नजरपुलिस से लड़की ने कहा कि बीते छह महीने से फेसबुर पर चैट कर वह लड़के की बातों में आ गई थी। लड़का उसके साथ ऐसा करेगा उसे यकीन नहीं था। लड़के की शुरू से नजर मेरे पर्स पर थी। उसने कहा कि अगर वह पर्स खोलकर नहीं देखती तो शायद लड़के की करतूत का पता नहीं चलता।
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