Bihar News
Patna to Ayodhya Flight: पटना से अयोध्या की विमान सेवा बंद, यह बड़ी वजह आई सामने; कंपनी ने की आधिकारिक घोषणा
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News Today: पटना से अयोध्या के लिए फ्लाइट की सुविधा देने वाली इकलौती विमानन कंपनी स्पाइजेट ने इस मार्ग की सेवाएं बंद कर दीं हैं। इस फ्लाइट के लिए यात्री नहीं मिल रहे थे। समर शिड्यूल से भी इस फ्लाइट को बाहर कर दिया गया।
वापसी में पैसेंजर नहीं मिलते थे (Patna to Ayodhya Flight)सूत्रों की मानें तो शुरुआती सप्ताह में पटना से अयोध्या के लिए सीटें फुल थीं, लेकिन वापसी में पैसेंजर नहीं मिलते थे। थोड़े ही दिन बाद यहां से एक-दो यात्री ही अयोध्या के लिए मिलने लगे। कार्गो से माल ढुलाई भी नहीं हो रही थी। इस मार्ग में विमान परिचालन से लगातार घाटे के कारण स्पाइसजेट एयरलाइंस ने सेवा बंद कर दी।
फरवरी में शुरू हुई थी विमान सेवापटना से अयोध्या के लिए विमान सेवा एक फरवरी से शुरू की गई थी। 90 सीटों के विमान का शुरुआती किराया 2,999 रुपये था। दिवस विशेष पर छूट भी दी जा रही थी। फ्लाइट संख्या एसजी 3424 दोपहर 12:40 बजे अयोध्या से उड़ान भरती थी और एक घंटे में पटना पहुंचती थी।
यही फ्लाइट वापसी में एसजी 3425 बनकर दोपहर 2:10 बजे अयोध्या के लिए प्रस्थान करती थी। 30 मार्च के बाद से ही अयोध्या-पटना-अयोध्या विमान सेवा निरस्त कर दी गई। नए शिड्यूल में इस फ्लाइट को शामिल नहीं किया गया। अब विमानन कंपनी ने उड़ान बंद करने की आधिकारिक घोषणा की है।
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Patna News: द प्लूरल्स पार्टी के कार्यालय पर हमला, पुष्पम प्रिया की कार तोड़ी; CCTV में कैद हुए हमलावर
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: एसकेपुरी थाना क्षेत्र के बोरिंग रोड स्थित मकान संख्या 200/बी में संचालित द प्लूरल्स पार्टी के प्रदेश कार्यालय पर बुधवार की सुबह असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। कार्यालय परिसर में खड़ी पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पुष्पम प्रिया चौधरी (Pushpam Priya Chaudhary) की लग्जरी कार का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिया। साथ ही कार्यालय को आग लगाने और जान से मारने की धमकी दी गई।
थाने में दर्ज कराई गई शिकायतइस बाबत पार्टी के संयुक्त सचिव (सदस्यता) आदर्श कुमार चौधरी ने थाने में लिखित शिकायत की है। थानेदार पंकज कुमार ने बताया कि सीसी कैमरों के फुटेज से आरोपितों की पहचान की जा रही है।बताया जाता है कि सुबह साढ़े आठ बजे कुछ असामाजिक तत्व पार्टी के प्रदेश कार्यालय में घुस गए।
परिसर में गाली-गलौज भी कियापरिसर में गाली-गलौज करने लगे। कार्यालय को आग लगाने की धमकी देने के साथ पुष्पम प्रिया चौधरी की ट्योटा फार्च्युनर पर राड से वार कर सामने और बाएं तरफ का शीशा क्षतिग्रस्त कर दिया। सीसीटीवी फुटेज में बुलेट बाइक सवार एक हमलावर दिखा है।
पुलिस उसकी पहचान करने में जुटी है। उसकी गिरफ्तारी के बाद दूसरे साथियों का पता चल पाएगा। अब तक हमले के पीछे की वजह भी स्पष्ट नहीं है। इस वारदात को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत अंजाम दिया गया है या आपसी रंजिश में, इस बारे में भी पड़ताल जारी है।
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Cyber Crime : पटना के 14 साइबर अपराधियों ने 2 महीने में कर डाली करोड़ों की ठगी, तरीका जान रह जाएंगे हैरान
जागरण संवाददाता, पटना। वेबसाइट के माध्यम से फर्जी ऑनलाइन गेमिंग ऐप तैयार कर लोगों से ठगी करने वाले साइबर ठग अब बिहार के बाहर दूसरे राज्य के सीमावर्ती जिलों में ठिकाना बना रहे है। उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिला की पुलिस ने कोल्हुई थाना क्षेत्र में छापेमारी कर गिरोह के 14 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें पटना के बख्तियापुर थाना क्षेत्र के नया टोला निवासी रोशन कुमार, पूर्वी चंपारण के गोविंदगंज थाना क्षेत्र के सरैया गांव निवासी शहाबुद्दीन और ऋतिक कुमार सिंह भी शामिल है। जबकि 11 अन्य आरोपित छत्तीसगढ़ और यूपी के निवासी हैं। इनसे पूछताछ के बाद कई और आरोपितों का नाम उजागर हुआ है। यूपी पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए पटना पुलिस से संपर्क कर रही है।
तीन माह में दो करोड़ की ठगी, 8 करोड़ का हिसाबपुलिस को सूचना मिली कि महराजगंज जिले में बिहार, छत्तीसगढ़ सहित यूपी के अन्य जिलों के कुछ साइबर अपराधी कोल्हुई के बभनी बुजुर्ग गांव में एक मकान में बैठकर साइबर ठगी कर रहे है।
पुलिस की विशेष टीम उस गांव की घेराबंदी कर छापेमारी की। सभी आरोपितों को मौके पर ही दबोच लिया गया। गिरोह पिछले तीन माह से यहां ठहरा हुआ था और इस बीच करीब तीन करोड़ की ठगी कर चुका था।
इनके पास से 49 मोबाइल, 30 सिमकार्ड, 7 लैपटॉप और साइबर ठगी का प्रतिदिन का लेखा जोखा से संबंधित 6 रजिस्टर, 6 बैंक खाता पासबुक और 8 चेकबुक, 14 एटीएम कार्ड व 11 फर्जी आधार कार्ड, 8 पैन कार्ड, दो सादे पन्ने पर चिपकाई गयी कुल 49 पर्ची बरामद किया गया। इनके पास से सात से आठ करोड़ रुपये का हिसाब भी मिला।
43 सौ से अधिक खातों का मिला रिकार्डऑनलाइन गेमिंग के लिए वेबसाइट से फर्जी ढंग से दो ऐप्लीकेशन तैयार कर लोगों को अपना शिकार बना रहे थे। इंटरनेट मीडिया पर अपने ऑनलाइन गेम का प्रचार भी कर रहे थे।
पूर्वी चम्पारण, गोपालगंज समेत कई और शहरों में बकायदे दफ्तर खोल गेमिंग के विशेषज्ञों को काम पर लगाया था। इनके पास से 43 सौ से अधिक खातों का रिकार्ड मिला है।
सूत्रों के मुताबिक, ऐप्लीकेशन की मदद से लोगों का मोबाइल नंबर निकाल उन्हें लिंक भेजते थे। झांसे में आने वाले लोगों को ऑनलाइन गेम खेलने के लिए उनके भुगतान किए गए पैसे के बदले डिजिटल क्वाइन देते थे। उसी के आधार पर ऑनलाइन गेम खेला रहे थे। जिस रंग पर अधिक वैट लगता था उसे हरा देते थे।
तीन आरोपितों की तलाश में गोपालगंज पहुंची थी पुलिसऑनलाइन गेमिंग का अवैध धंधा पिछले तीन माह से चल रहा था। प्रयागराज पुलिस भी ऑनलाइन गेमिंग के फ्राड के मामले में छत्तीसगढ़ निवासी राहुल, मनीष राव व मनीष की तलाश में जुटी थी। यूपी पुलिस गोपालगंज में छापेमारी की थी। वहां पता चला कि गिरोह में पटना के भी साइबर ठग शामिल है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सभी श्रेणी के अस्पतालों को निर्देश दिए कि अस्पतालों में कम से कम तीन सौ प्रकार की दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें, ताकि मरीजों को समस्या न हो। उन्होंने भीषण गर्मी, लू और एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम बीमारी की भी गहन समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं।
मंत्री पांडेय बुधवार को स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में बोल रहे थे। इस बैठक में विभाग के वरीय अधिकारियों के साथ-साथ सभी सिविल सर्जन और मेडिकल कॉलेजों के अधीक्षक और प्राचार्य भी उपस्थित थे।
सिविल सर्जनों को निर्देश अलर्ट रहेंमंत्री ने दवाओं की समीक्षा करते हुए कहा दवाओं की आवश्यक सूची में तीन सौ से अधिक दवाएं शामिल हैं। अस्पतालों में नियमों का पालन करते हुए सभी प्रकार की दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करें। दवाओं की उपलब्धता और वितरण की रियल टाइम मॉनीटरिंग के निर्देश भी उन्होंने दिए।
सिविल सर्जनों से कहा गया कि प्रदेश भीषण गर्मी और लू की चपेट में है। ऐसे हालात में सिविल सर्जन अलर्ट मोड में रहे। मंत्री ने एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम बीमारी पर नियंत्रण के लिए कर प्रकार की तैयारी रखने के निर्देश भी दिए। बैठक में अधिकारियों ने मंत्री को जानकारी दी कि 2001-03 में मातृ-शिशु मृत्युदर 301 थी जो 2020 में घटकर 32 हो गई है।
संस्थागत प्रसव में सुस्त जिलों को चेतावनीमंत्री ने संस्थागत प्रसव की समीक्षा में पाया कई जिले ऐसे भी है उनकी उपलब्धि 40 प्रतिशत से कम हैं। वे जिले हैं रोहतास, सिवान, पटना और बक्सर। इन जिलों को अपेक्षित सुधार के निर्देश दिए गए।
एक प्रतिशत से भी कम जिले ऐसे भी हैं, जहां सिजेरियन प्रसव कराया जा रहा है। इस पर मंत्री ने खेद प्रकट करते हुए अररिया, खगडिय़ा, अरवल, सारण, समस्तीपुर, कटिहार को इसमें सुधार लाने के निर्देश दिए गए।
लक्ष्य के खिलाफ 62 प्रतिशत बंध्याकरणमंत्री को बताया गया कि 2023-24 में अपेक्षित लक्ष्य के विरूद्ध 62 प्रतिशत बंध्याकरण किया गया। करीब डेढ़ दर्जन जिलों को इस अभियान में तेजी के निर्देश दिए गए।
टीकाकरण की समीक्षा में पाया गया कि राज्य में इस वर्ष अब तक 84 प्रतिशत टीकाकरण किया गया है। औरंगाबाद, भोजपुर, मुंगेर समेत कुछ जिलों ने शत प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त किया है।
टेलीफोन के माध्यम से डॉक्टरी परामर्शमंत्री ने हेल्थ वेलनेस सेंटर के साथ टेली कंसलटेशन की भी समीक्षा की और निर्देश दिए कि सभी जिलों में टेलीकंसलटेशन हब बने हैं इनके माध्यम से अधिक से अधिक रोगियों को परामर्श दिया जाए।
इन योजनाओं के साथ मुख्यमंत्री डिजिटल हेल्थ योजना, ओपीडी निबंधन, मरीजों के वाइटल की जांच कंप्यूटरीकरण, नेशनल क्वालिटी एयोरेंस स्टैन्डर्ड सर्टिफिकेशन की भी समीक्षा की गई।
बैठक में अपर मुख्य सचिव, प्रत्यय अमृत, सचिव संजय कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, सुहर्ष भगत, शशांक शेखर, शैलेश कुमार अमिताभ सिंह, सतीश रंजन समेत दूसरे पदाधिकारी उपस्थिति रहे।
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Medical Students News: हिंदी माध्यम के छात्र-छात्राओं के लिए बड़ी खबर! आसान हो जाएगी मेडिकल की पढ़ाई
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में मेडिकल पाठ्यक्रम की पढ़ायी हिंदी माध्यम से कराने की व्यवस्था प्रभावी करने के लिए नौ सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति गठित की है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया है।
सरकार ने समिति के अध्यक्ष पद का जिम्मा बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति को सौंपा है। समिति के अन्य सदस्यों में सचिव राज्य स्वास्थ्य समिति के मानव संसाधन प्रभारी राजेश कुमार को बनाया गया है। जबकि सदस्यों में निदेशक प्रमुख (नर्सिंग) डॉ. सुनील कुमार झा, अपर निदेशक डॉ. अलका सिन्हा, प्राचार्य पीएमसीएच, प्राचार्य एनएमसीएच, प्राचार्य एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर, पीएमसीएच के क्लिनिकल पैथोलाजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र प्रसाद और बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के डीन डॉ. मिथिलेश प्रताप को बनाया गया है।
सरकार ने सात दिन का दिया समयसरकार ने समिति को अपनी रिपोर्ट देने के लिए सात दिनों का समय दिया है। बता दें कि इससे पहले तीन सदस्यीय पदाधिकारियों के दल ने गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल, का अध्ययन किया, जहां हिंदी भाषा में मेडिकल की पढ़ाई हो रही है।
नवगठित कमिटी का ये होगा कामनवगठित समिति को हिंदी माध्यम में एमबीबीएस पाठ्य पुस्तकों का चयन, हिंदी माध्यम की पुस्तकों की उपलब्धता की जानकारी देनी होगी। साथ ही मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में पाठ्यक्रम लागू करने के लिए अनुकूल वातावरण के निर्माण की कार्ययोजना तैयार करना है।
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Bihar Weather Today: बदलने वाला है बिहार का मौसम, इन 8 जिलों के लोग रहें सावधान; अलर्ट किया गया जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather: राजधानी समेत प्रदेश में भीषण लू व गर्मी का प्रभाव अगले तीन दिनों तक बना रहेगा। इसके बाद मौसम में बदलाव आने के साथ जहां एक ओर तापमान में गिरावट आएगी तो दूसरी ओर पटना सहित सभी जिलों में छिटपुट वर्षा से लोगों को राहत मिलेगी।
इन 8 जिलों में बदलेगा मौसममौसम विभाग के मुताबिक बिहार में तीन दिनों के बाद बेगूसराय, खगड़िया, पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, मधेपुरा, सुपौल और सहरसा जिला में बारिश के आसार हैं। यहां के लोगों को सावधान रहने के लिए कहा गया है। खुले में जाने से परहेज करने के लिए कहा गया है।
मानसून में अभी देरीBihar News: मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून तीन से चार दिनों के दौरान ओडिशा, तटीय आंध्रप्रदेश और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे की ओर बढ़ने की संभावना है। हालांकि, विभाग की ओर से मानसून आने को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं है। वहीं, दूसरी ओर पूर्वी उत्तरप्रदेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
14-18 जून तक उत्तरी भागों में छिटपुट वर्षा की संभावनापूर्व पश्चिम द्रोणिका बिहार व उप हिमालय पश्चिम बंगाल और असम होते हुए नागलैंड के ऊपर बना है। इनके प्रभाव से 14 से 18 जून तक उत्तरी भागों में छिटपुट वर्षा की संभावना है। वहीं, 16-18 जून के मध्य राजधानी समेत दक्षिणी भागों में वर्षा के आसार जताए गए हैं। बुधवार को पटना, गया, अरवल, औरंगाबाद, सासाराम, बक्सर, भोजपुर, नालंदा, बेगूसराय के अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई, जबकि शेष भागों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
तापमान में गिरावट आने के बावजूद 42 डिग्री के ऊपर दक्षिणी भागों का तापमान दर्ज किया गया। बुधवार को पटना सहित दक्षिणी भागों में सुबह से देर रात तक गर्म पछुआ का प्रवाह जारी रहा। सूर्य के तल्ख तेवर और शुष्क हवा से लोग परेशान रहे। लोगों के साथ पशु-पक्षियों का भी बुरा हाल है। छांव की तलाश लोग जहां सड़कों पर भटकते नजर आए तो दूसरी ओर छाता और सूती गमछा लोगों का सहारा बना हुआ है।
सात दिनों में पटना का तापमानतिथि तापमान
12 जून - 42.2
11 जून - 42.7
10 जून - 41.7
नौ जून - 43.5
आठ जून - 43.0
सात जून - 41.9
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Nitish Kumar के डिप्टी CM का 'नायक' अवतार, इन अफसरों को दे दी आखिरी चेतावनी! पूरे बिहार में खलबली
राज्य ब्यूरो, पटना। उपमुख्यमंत्री व पथ निर्माण मंत्री विजय सिन्हा ने बुधवार को विभागीय योजनाओं की समीक्षा के दौरान अफसरों को सख्त चेतावनी दी है।
सीमांचल उपभाग के पूर्णिया पथ प्रमंडल के अंतर्गत संचालित विकास कार्यों की समीक्षा के बाद विजय सिन्हा ने कहा कि विभाग द्वारा परिचालित विकास कार्यों की विस्तृत समीक्षा का उद्देश्य केवल कार्यप्रगति को जानना नहीं है बल्कि कार्य की गुणवत्ता और समयसीमा के अनुपालन को सुनिश्चित कराना है।
उन्होंने कहा कि मैंने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यस्थल पर संबंधित पदाधिकारियों और संवेदकों की उपस्थिति में योजनाओं की वास्तविक वस्तुस्थिति का जायजा लिया।
'जनसरोकार हमारे लिए सबसे अहम है'उन्होंने कहा कि जनसरोकार हमारे लिए सबसे अहम है। अतः विभाग द्वारा परिचालित योजनाओं में समयसीमा और गुणवत्ता को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता, इसलिए योजनाओं के क्रियान्वयन से संबंधित सभी स्टेकहोल्डर्स की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। किसी भी प्रकार की अनियमितता हमारे लिए अक्षम्य है।
विजय सिन्हा बोले- हमने विभाग में दो टूक निर्देश दिया है कि बिना किसी ठोस कारण के कार्य को पूरा करने में देरी या उसकी गुणवत्ता के साथ लापरवाही करने वाले संवेदकों की पहचान की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे संवेदकों को विभाग की निविदाओं में भाग लेने से रोका (डिबार किया) जा सके।
उपमुख्यमंत्री ने पूर्णिया पथ प्रमंडल की कुल 5 प्रगतिशील योजनाओं की समीक्षा की(1) रूपौली से विजयघाट भाया मोहनपुर 24.50 किमी लंबे पथ का 63.39 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य योजना की गहन समीक्षा की।
(2) फरियानी चौक से बहेलिया स्थान भाया 20.84 किमी लंबे पथ का 45.28 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य योजना की गहन समीक्षा की।
(3) बनमनखी बस स्टैंड से कचहरी बलुआ 10.00 किमी लंबे पथ का 21.94 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य योजना की गहन समीक्षा की।
(4) धमदाहा से इटहरी 20.00 किमी लंबे पथ का 33.66 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य योजना की गहन समीक्षा की।
(5) धमदाहा से बनमनखी 21.50 किमी लंबे पथ का 78.91 करोड़ की लागत से चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य योजना की गहन समीक्षा की।
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Bihar Politics : मगध और शाहाबाद की सीट कैसे हार गया NDA? BJP की बैठक में सबकुछ हो गया क्लियर, RJD ने ऐसे लगाई सेंध
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi मगध एवं शाहाबाद की सात सीटों पर राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की हार का कारण सामने आ गया है। बिहार भाजपा (BJP) की ओर से बुधवार को प्रदेश मुख्यालय में बुलाई गई बैठक में लोकसभा एवं विधानसभा विस्तारकों ने इस सच्चाई से प्रदेश नेतृत्व को अवगत करा दिया है।
विस्तारकों ने एक सुर में राजग प्रत्याशियों की हार का कारण गठबंधन दलों का वोट ट्रांसफर नहीं होना बताया है। विशेषकर जदयू का वोट भाजपा को ट्रांसफर नहीं हुआ। यही कारण रहा कि राजग के छह प्रत्याशी मगध-एवं शाहाबाद में चुनाव हार गए।
मतदाताओं को बूथ तक लाने में उत्साह ही नहीं दिखाएएक बड़ा कारण प्रत्याशियों के रवैये के कारण भाजपा कार्यकर्ताओं की उदासीनता भी रही। वे मतदाताओं को बूथ तक लाने में उत्साह ही नहीं दिखाए।
उल्लेखनीय है कि अंतिम दौर यानी सातवें चरण की आठ सीटों में राजग के छह प्रत्याशी चुनाव हार गए थे। उनमें भाजपा की चार (पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम) और जदयू-रालोमो की क्रमश: जहानाबाद व काराकाट में हार हुई है। वहीं, पहले चरण के चुनाव में भी भाजपा एक सीट (औरंगाबाद) पर हार गई।
बैठक में प्रदेश के अध्यक्ष सह उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा, प्रदेश संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया, बक्सर एवं सासाराम में चुनाव हारने वाले भाजपा के प्रत्याशी क्रमश: मिथिलेश तिवारी और शिवेश राम के अलावा कई वरिष्ठ नेता उपस्थित रहे।
राजद अफवाह फैलाने में हुआ सफलकाराकाट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे पवन सिंह (Pawan Singh) को लेकर राजद की ओर से यह अफवाह फैलाई गई कि भाजपा ही पवन सिंह को लड़ा रही है। इस कारण कुशवाहा समाज में गलत संदेश गया। इसकी नाराजगी राजग प्रत्याशियों को पूरे शाहाबाद क्षेत्र में झेलनी पड़ी।
कुशवाहा समाज ने राजग (NDA) प्रत्याशियों को वोट ही नहीं दिया। उसका वोट महागठबंधन के पक्ष में चला गया। औरंगाबाद में राजद (RJD) के अभय कुशवाहा और काराकाट में भाकपा (माले) के राजाराम कुशवाहा की जीत का असली कारण यही है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi जदयू के आरोपों के बाद राजद ने पलटवार किया है और कहा है कि जदयू नेताओं को जनता और प्रेस के सामने कुछ भी बोलने से पहले अपना होमवर्क ठीक से करना चाहिए।
राजद (RJD) प्रवक्ता चितरंजन गगन ने बुधवार को कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग 2000 में बिहार के बंटवारे के समय से हीं की जा रही है।
25 अप्रैल 2000 में पहली बार विधानसभा से प्रस्ताव पारित कर केंद्र को भेजा गया था। राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) के सामने यह मांग रखी थी।
गगन ने कहा यूपीए के समय बिहार को क्या मिला इस पर सवाल उठाने वाले जदयू नेता जान लें कि नीतीश जी की 2005 वाली सरकार की जो उपलब्धि बताई जा रही है वह वास्तविक रूप से केंद्र की यूपीए एक सरकार की उपलब्धि थी।
लालू प्रसाद ने घाटे में चल रहे रेलवे को 90,000 करोड़ का मुनाफा दियालालू प्रसाद (Lalu Yadav) ने घाटे में चल रहे रेलवे को 90,000 करोड़ का मुनाफा दिया। पीएमजीएसवाई के तहत 36,000 किमी सड़क निर्माण के लिए राशि दी गई। गाडगिल फार्मूले के तहत 1822 मेगावाट बिजली प्रतिदिन दी गई।
इसके अलावा उरमा कोल ब्लाक आवंटित किया गया। केंद्र द्वारा बिहार को प्रतिवर्ष मिलने वाली राशि को एक हजार करोड़ से बढ़ाकर दो हजार करोड़ कर दिया गया। उन्होंने कहा ऐसे अनेक कार्य हैं जो यूपीए सरकार के कार्यकाल में किए गए। 12वीं पंचवर्षीय योजना से 24000 करोड़ दिए गए।
एनडीए की सरकार थी पर जनगणना नहीं कराई गई- राजदराजद प्रवक्ता ने कहा कि जदयू (JDU) ने जाति जनगणना का सवाल उठाया है तो उन्हें जान लेना चाहिए कि 2000 में केंद्र में एनडीए की सरकार थी पर जनगणना नहीं कराई गई थी।
जब 2010 में जनगणना हुआ तो लालू प्रसाद, मुलायम सिंह एवं शरद यादव जी के मांग पर यह काम हुआ। जदयू ने नौकरी देने पर भी जो बयान दिया है उसके बारे में पूरा देश जानता है कि तेजस्वी यादव द्वारा नौकरी देने के वादे पर मुख्यमंत्री जी क्या बोलते थे।
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Aadhaar Card Online Update: आज ही Free में अपडेट करें आधार कार्ड, UIDAI ने दिया अंतिम मौका; ये है लास्ट डेट
जागरण संवाददाता, पटना। Aadhaar Card Update News आधार कार्ड में फ्री में अपडेट शुक्रवार (14 जून) तक हो सकेगा। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) की ओर से आधार कार्ड में फ्री में अपडेट करने की समय सीमा 14 जून निर्धारित की गई है।
इस सेवा का लाभ उपभोक्ता केवल ऑनलाइन अपडेट (Aadhaar Card Online Update) पर ही उठा सकते हैं। आधार केंद्र में जाकर अपडेट कराने की स्थिति में उपभोक्ता को निर्धारित राशि चुकानी ही होगी।
MyAadhaar Portal पर मिलेगी ये सुविधायूआईडीएआई की ओर से आधार में फ्री में अपडेट करने के लिए सर्विस माई आधार पोर्टल पर दी जा रही है। आधार कार्ड अपडेट कराने के लिए ग्राहकों को अपना डेमोग्राफिक डाटा, पता, डेट आफ बर्थ, मोबाइल नंबर आदि देने होगा।
फ्री में अपडेट कराने के लिए उपभोक्ता यूएआईडीएआई की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉगिन कर प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। वेबसाइट पर जाने के लिए यहां क्लिक करें।
अधिकार व हक के लिए कानून की बुनियादी जानकारी जरूरीचाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय स्थिति बाल अधिकार केंद्र में बुधवार को यूनिसेफ एवं बिहार स्टेट लीगल सर्विस अथारिटी के संयुक्त तत्वावधान में पैरा लीगल वालंटियर्स के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता करते हुए सीएनएलयू के कुलपति प्रो. फैजान मुस्तफा ने कहा कि हमें अपने अधिकार और हक के लिए कानून की बुनियादी जानकारी होनी चाहिए।
यूनिसेफ की मुख्य फिल्ड आफिसर मार्गेट ग्वाडा ने दीप जलाकर शुभारंभ की। यूनिसेफ के सफीउर रहमान, रश्मि कुमारी आदि बच्चों को दिए गए विशेष अधिकार की जानकारी दी। यूनिसेफ के शाहिद जावेद, बंकु बिहारी सरकार आदि ने भी विचार रखे। डा. चंदन कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Monsoon 2024 राजधानी समेत प्रदेश में भीषण लू व गर्मी का प्रभाव अगले तीन दिनों तक बना रहेगा। इसके बाद मौसम में बदलाव आने के साथ जहां एक ओर तापमान में गिरावट आएगी तो दूसरी ओर पटना सहित सभी जिलों में छिटपुट वर्षा से लोगों को राहत मिलेगी।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून तीन से चार दिनों के दौरान ओडिशा, तटीय आंध्रप्रदेश और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में आगे की ओर बढ़ने की संभावना है। हालांकि, विभाग की ओर से मानसून आने को लेकर अभी कोई जानकारी नहीं है।
वहीं, दूसरी ओर पूर्वी उत्तरप्रदेश के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। पूर्व पश्चिम द्रोणिका बिहार व उप हिमालय पश्चिम बंगाल और असम होते हुए नागलैंड के ऊपर बना है। इनके प्रभाव से 14 से 18 जून तक उत्तरी भागों में छिटपुट वर्षा की संभावना है।
16-18 जून को बारिश के आसारवहीं, 16-18 जून के मध्य राजधानी समेत दक्षिणी भागों में वर्षा के आसार जताए गए हैं। बुधवार को पटना, गया, अरवल, औरंगाबाद, सासाराम, बक्सर, भोजपुर, नालंदा, बेगूसराय के अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई जबकि शेष भागों के अधिकतम तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
तापमान में गिरावट आने के बावजूद 42 डिग्री के ऊपर दक्षिणी भागों का तापमान दर्ज किया गया। बुधवार को पटना सहित दक्षिणी भागों में सुबह से देर रात तक गर्म पछुआ का प्रवाह जारी रहा। सूर्य के तल्ख तेवर और शुष्क हवा से लोग परेशान रहे। लोगों के साथ पशु-पक्षियों का भी बुरा हाल है। छांव की तलाश लोग जहां सड़कों पर भटकते नजर आए तो दूसरी ओर छाता और सूती गमछा लोगों का सहारा बना हुआ है।
सात दिनों में पटना का तापमान- 12 जून - 42.2 अधिकतम तापमान डिग्री सेल्सियस में
- 11 जून - 42.7
- 10 जून - 41.7
- नौ जून - 43.5
- आठ जून - 43.0
- सात जून - 41.9
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Vehicle Checking : बिहार में रूल तोड़ने वाले हो जाएं सावधान, इन तीन जिलों में ऐसे होगी गाड़ियों की चेकिंग; पढ़ें डिटेल
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में व्यावसायिक वाहनों के फिटनेस की जांच अब आटोमेटिक मशीन से होगी। परिवहन विभाग ने तीन जिलों में स्वचालित परीक्षण स्टेशन (ऑटोमेटेड फिटनेस टेस्टिंग सेंटर) शुरू करने की स्वीकृति दे दी है।
इनमें पटना, नालंदा और रोहतास शामिल हैं। इन जिलों में जल्द ही मशीनों से लैस परीक्षण स्टेशनों का निर्माण होगा जहां वाहनों की फिटनेस की जांच की जा सकेगी। वर्तमान में अधिसंख्य जिलों में वाहनों की फिटनेस जांच मोटरयान निरीक्षक द्वारा मैनुअली की जाती है।
विभागीय जानकारी के अनुसार, राज्य के सभी जिलों में स्वचालित परीक्षण स्टेशन खोले जाने की योजना है। हर जिले में दस परीक्षण केंद्र खोलने का प्रस्ताव है। यह केंद्र निजी क्षेत्र की मदद से चलाए जाएंगे। इसके लिए विभाग ने निजी क्षेत्रों से आवेदन भी मांगा था।
स्वचालित परीक्षण स्टेशन खोलने की अनुमति दी जा रहीसेंटर खोलने के लिए इच्छुक व्यक्ति, कंपनी आदि को राज्य परिवहन आयुक्त कार्यालय में तय शुल्क के साथ आवेदन करना था। इसी आधार पर विभाग के द्वारा अलग-अलग जिलों में स्वचालित परीक्षण स्टेशन खोलने की अनुमति दी जा रही है।
अनुमति प्राप्त सभी स्टेशनों को मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) का हर हाल में अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है। ऐसा न होने पर केंद्रों को जारी रजिस्ट्रीकरण प्रमाण-पत्र को रद करने की कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे होगा फिटनेस टेस्टस्वचालित परीक्षण स्टेशनों पर वाहनों को सभी तकनीकी पहलुओं पर परखते हुए फिटनेस टेस्ट होगा। ब्रेक, कलच, स्पीडोमीटर, विंडो ग्लास, हार्न, लाइट, वाइपर आदि का मशीनों से परीक्षण कर प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।
इससे फिट वाहनों के ही सड़क पर दौड़ने की संभावना बढ़ेगी। प्रदूषण तो कम होगा ही सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आने की उम्मीद है।
विभाग के अनुसार, टेस्टिंग स्टेशन सीसीटीवी से लैस होंगे। प्रवेश और निकास द्वार पर भी कैमरों से नजर रखी जाएगी। जिलों में स्वचालित परीक्षण स्टेशनों की मानीटरिंग की भी व्यवस्था रहेगी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने बुधवार को कहा कि नौकरी के बदले जमीन लिखवाने के घोटाले में फंसे तेजस्वी प्रसाद यादव भयभीत और हताश हैं, क्योंकि जमीन घोटाले के मामले में सीबीआई की अंतिम रिपोर्ट दाखिल हो चुकी है। इससे हताश तेजस्वी यादव अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव को चाहिए कि जिन गरीब बिहारियों की जमीनें ली हैं उन्हें वापस लौटा दें। राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यह जान लें कि जांच एजेंसियों या सरकार के सामने दंबगई दिखाने से कोई फायदा नहीं मिलने वाला। कानून के राज में उनकी दादागिरी चलने वाली नहीं है, इसलिए दबंगई दिखाने के बजाए उन्हें एजेंसियों को पूरा सहयोग करना चाहिए।
राजीव रंजन ने यह भी कहा कि एनडीए की सरकार में हर किसी को न्याय मिलता है। अगर उन्होंने गलत नहीं किया है तो उन्हें डरने की जरूरत नहीं है, लेकिन अगर उन्होंने बिहारियों के साथ ज्यादती की है तो पूरे राज्य से माफी मांग कर उन्हें इसका प्रायश्चित करना चाहिए।
'यूपीए सरकार में लालू प्रसाद ने बिहार को...'प्रदेश जदयू के प्रवक्ता हिमराज राम और अंजुम आरा ने बुधवार को कहा कि यूपीए सरकार में शामिल रहे लालू प्रसाद यादव ने बिहार को कभी विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए आवाज नहीं उठाया। आज विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव और राज्यसभा सांसद मनोज झा बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के नाम पर राजनीति रोटी सेंक रहे है।
विकास में रूचि दिखाएंगे केंद्रीय मंत्री: प्रो. गौसजदयू के विधान परिषद सदस्य प्रो. गुलाम गौस ने केंद्र सरकार में शामिल बिहार के मंत्रियों से राज्य के तीव्र विकास की अपेक्षा की है।उन्होंने कहा कि ये मंत्री अपने मंत्रालयों के माध्यम से राज्य के विकास में रूचि दिखाएंगे। चर्तुदिक विकास की योजनाओं को लागू करेंगे। राज्य में पशुपालन विकास की अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा कि जल संसाधन और कृषि के क्षेत्र में भी राज्य को केंद्र सरकार की मदद की जरूरत है। संयोग से इन विभागों के मंत्री और राज्य मंत्री बिहार की है। कपड़ा मंत्री को चाहिए कि वे इस प्रक्षेत्र में कारखाने खोलें।
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Samrat Chaudhary : सम्राट चौधरी ने पहले ओडिशा के नए CM को दी बधाई, फिर कह दी ऐसी बात; तिलमिला जाएगी RJD-Congress
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi पहली बार ओडिशा में भाजपा की एकल बहुमत वाली सरकार बनने एवं मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने वाले आदिवासी नेता मोहन चरण माझी को प्रदेश अध्यक्ष व उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बधाई दी है।
उन्होंने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में भाजपा ने तटीय राज्य आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल और ओडिशा में मजबूत एंट्री की है। 2014 में इन तटीय राज्यों में भाजपा 6 सीटें ही जीत पाई थी। इस बार भाजपा ने इन राज्यों में कुल 36 सीटें हासिल की है।
हम सब के लिए यह गर्व की बात है- सम्राट चौधरीसम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने कहा कि भाजपा की सीटों में 500 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुए तीन चुनावों में भाजपा का वोट शेयर भी करीब 17 प्रतिशत बढ़ा है।
सम्राट चौधरी ने कहा कि मोहन चरण मांझी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है। हम सब के लिए यह गर्व की बात है। यह पहली बार है, जब भारत के किसी तटीय राज्य में भाजपा के मुख्यमंत्री ने शपथ ली है।
इस बार ऐसा था भाजपा का परफॉरमेंसBihar News उन्होंने कहा कि इस बार विधानसभा चुनाव में वहां भाजपा को 147 में से 78 सीटें मिली हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव में पार्टी सिर्फ 23 सीटें ही जीत पाई थी।
वहीं, आंध्र प्रदेश में भाजपा, टीडीपी के साथ सरकार का हिस्सा होगी। आंध्र प्रदेश में भाजपा ने 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और उसे 8 सीटों पर जीत मिली। यह प्रधानमंत्री मोदी की देश व्यापी गारंटी व भरोसे का नतीजा है।
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दीनानाथ साहनी, पटना। राज्य के विश्वविद्यालयों में व्याप्त वित्तीय संकट और तमाम गतिरोध का समाधान हो गया है। इसे लेकर बुधवार को राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर की अध्यक्षता में राजभवन में आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में स्वयं शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ शामिल हुए और कुलपतियों से सीधा संवाद किया।
इसके बाद शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों के पीएल खाते समेत सभी बैंक एकाउंट पर लगाए गए रोक संबंधी आदेश को वापस लेने और स्थगित वेतन भुगतान को चालू करने का निर्देश जारी किया। इससे संबंधित पत्र भी शिक्षा सचिव बैद्यनाथ यादव की ओर से सभी कुलपतियों को ईमेल से भेज दिया गया।
इससे पहले, शिक्षा विभाग में भी कुलपतियों के साथ मंत्री सुनील कुमार और अपर मुख्य सचिव डॉ. सिद्धार्थ ने बैठक की। इससे पहले राजभवन में आयोजित बैठक में शिक्षा मंत्री सुनील कुमार और अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के समक्ष कुलपतियों ने विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता का मसला भी उठाया।
साथ ही विश्वविद्यालयों के पीएल खाता समेत अन्य खातों पर लगायी गई रोक और राशि निकासी नहीं होने से उत्पन्न समस्याओं को रखा। तब शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने भरोसा देते हुए कहा कि राज्य के विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता बरकरार करना प्राथमिकता में है, उन्हें अपने दायित्वों का सही निवर्हन करते रहना चाहिए। उनकी जरूरतें पूरी की जाएंगी और इसके लिए समुचित राशि जल्द उपलब्ध करायी जाएगी।
वहीं, राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कुलपतियों को आदेश देते हुए कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय के लिए एकेडमिक रोडमैप तैयार कर उस पर कार्य शुरू करें। हर विश्वविद्यालय को सेंटर आफ एक्सीलेंस बनाएं। सभी विश्वविद्यालयों में एकेडमिक और रिसर्च के लिए डीन की नियुक्ति करें।
विश्वविद्यालयों को समुचित राशि उपलब्ध कराए शिक्षा विभाग : राज्यपालराज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि समाज के विकास हेतु शिक्षा केन्द्र के रूप में विश्वविद्यालयों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसे ध्यान में रखते हुए अनेक राज्यों के विश्वविद्यालय अधिनियमों द्वारा विश्वविद्यालयों को स्वायत्त बनाया गया है।
सर्वोच्च न्यायालय के विभिन्न न्यायादेशों में भी विश्वविद्यालयों को स्वायत्त मानते हुए कहा गया है कि शिक्षा विभाग का दायित्व उन्हें समुचित निधि उपलब्ध कराना है। राज्यपाल ने राज्य के शैक्षणिक वातावरण को बेहतर बनाने हेतु नये सिरे से प्रयास करने का निर्देश देते हुए कहा कि जुलाई में राजभवन में अकादमिक विकास के लिए सभी कुलपतियों का दो दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
विश्वविद्यालयों में तेजी से गुणात्मक सुधार लाएं कुलपति : शिक्षा मंत्रीशिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सभी कुलपति अपने दायित्व सही तरीके से निर्वहन करते हुए विद्यार्थियों को केंद्र में रखकर एक कार्य योजना बनाकर कार्य करें। विश्वविद्यालयों में तेजी से गुणात्मक सुधार लाएं। कुलपतियों को यह प्रयास करना चाहिए कि हमारी भावी पीढ़ी का भविष्य बेहतर हो तथा हमारा प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में पुरानी प्रतिष्ठा को हासिल कर सके। इसके लिए जरूरी है कि टीम स्प्रिट के साथ सबको मिलकर काम करने की जरूरत है।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में कुलपतियों ने विश्वविद्यालयों और अंगीभूत महाविद्यालयों में आधारभूत संरचना को मजबूत करने पर जोर दिया। बैठक में विश्वविद्यालयों के आंतरिक अंकेक्षण की व्यवस्था, कर्मियों की नियुक्ति, वेतन एवं पेंशन का भुगतान, अतिथि शिक्षकों के मानदेय का भुगतान, आइटी सेल का गठन का जल्द समाधान किए जाने पर जोर दिया गया।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. सिद्धार्थ ने विश्वविद्यालयों की समस्याओं के समाधान हेतु सभी आवश्यक उपाय किए जाने का आश्वासन दिया। बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल. चोंग्थू तथा शिक्षा सचिव बैद्यनाथ यादव समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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Jyeshtha Shukla Ekadashi 2024: एकादशी व्रत को लेकर क्या कहता है हिंदू पंचांग? ये 3 मुहूर्त सबसे ज्यादा अहम
जागरण संवाददाता, पटना। Ekadashi Vrat June 2024 ज्येष्ठ शुक्ल एकादशी 17 जून सोमवार को चित्रा नक्षत्र व परिघ योग के साथ रवियोग व जयद योग के सुयोग में निर्जला एकादशी व्रत मनाया जाएगा। इस दिन श्रद्धालु गंगा स्नान करने के साथ घरों व मंदिरों में भगवान विष्णु व मां लक्ष्मी की विधि-विधान के साथ पूजन करेंगे।
पद्म पुराण के अनुसार, एकादशी का निर्जला व्रत रखते हुए श्रीहरि विष्णु की पूजा करने से समस्त पापों से श्रद्धालुओं को मुक्ति मिलती है। एकादशी व्रत की महिमा का वर्णन करते हुए श्रीकृष्ण ने गीता में कहा कि तिथियों में एकादशी तिथि प्रिय है।
एकादशी व्रत को लेकर क्या कहता है पंचांग?ज्योतिष आचार्यों ने पंचांग गणना के आधार पर बताया कि वर्ष में 24 एकादशी तथा अधिकमास में 26 एकादशी व्रत होते हैं। निर्जला एकादशी व्रत को करने से वर्ष में किए गए एकादशी के समान पुण्य मिलता है।
भगवान विष्णु को पूजन के दौरान केला, पंचामृत, पंजीरी और मखाने की खीर का भोग श्रद्धालु लगाएंगे। व्रत के दिन जरूरतमंद व ब्राह्मणों को दान करने से पुण्य फल की प्राप्ति होती है।
पूजन शुभ मुहूर्त (Ekadashi Vrat Shubh Muhurat)- एकादशी तिथि : देर रात 04 :37 बजे तक
- शुभ योग मुहूर्त : सुबह 08:25 बजे 10:08 बजे तक
- अभिजित मुहूर्त : दोपहर 11:23 बजे से 12:18 बजे तक
- चर-लाभ-अमृत मुहूर्त : दोपहर 01 :33 बजे से शाम 06:41 बजे तक
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Bihar Heat Wave : भीषण गर्मी के बीच पटना के कोचिंग संस्थानों के लिए आ गया DM का नया आदेश, 15 जून तक करना होगा ये काम
जागरण संवाददाता, पटना। भीषण गर्मी और लू के असर को देखते हुए पटना के सभी कोचिंग संस्थान 15 जून तक बंद रखे जाएंगे। यह आदेश जिलाधिकारी न्यायालय ने बुधवार को जारी किया है। आदेश में जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने कहा है कि मौसम विभाग ने 14 जून तक जिला में लू का प्रभाव जारी रहने की सूचना दी है।
इसको लेकर शिक्षा विभाग ने सभी विद्यालयों में 15 जून तक अवकाश घोषित किया है। मौसम को देखते हुए पटना जिला के सभी कोचिंग संस्थानों में शैक्षणिक गतिविधियों पर इसी अवधि में प्रतिबंध लगाया गया है। इस अवधि में कोचिंग संस्थानों में कार्यालय कार्य किए जा सकेंगे। ऑनलाइन माध्यम से भी कक्षा संचालन किया जा सकेगा।
भीषण गर्मी को देखते हुए अनुमंडल अस्पताल में पांच बेड का बना स्पेशल वार्डमहाराजगंज (सिवान) में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। इसको देखते हुए लोगों को दिन में घर से बाहर नहीं निकलने को कहा जा रहा है। गर्मी में मरीजों को किसी प्रकार की समस्या नहीं हो इसको लेकर अनुमंडल अस्पताल में पांच बेड का स्पेशल वार्ड बनाया गया है।
जो भी मरीज आ रहे हैं, उनका इसी वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। इस संबंध में अस्पताल उपाधीक्षक डा. एसएस कुमार ने बताया कि यह वातानुकूलित वार्ड है। वार्ड में ही आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं।
सभी बेडों पर आक्सीजन की व्यवस्था है। साथ ही अन्य मशीन भी लगाए गए हैं। डा. एसएस कुमार ने बताया कि इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की स्पेशल टीम लगाई गई है। मरीज को कोई परेशानी न हो इसका ख्याल रखा जा रहा है।
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EPFO Claim: क्लेम सेटलमेंट को लेकर ईपीएफओ का बड़ा फैसला, सिर्फ 3 से 4 दिनों में आ जाएगी राशि; पढ़ें पूरी डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। EPFO Claim Settlement कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जुड़े कर्मचारियों को संगठन ने राहत दी है। अब ईपीएफओ के सदस्य अपने नाम, जन्मतिथि, पूरा पता आदि डाटा में किसी प्रकार की त्रुटि में सुधार या बदलाव खुद से कर सकेंगे। इसके लिए वेबसाइट पर एक नया सॉफ्टवेयर फंक्शन आरंभ किया गया है। इसकी मदद से बदलाव किया जा सकेगा।
इसके अतिरिक्त भी कई बदलाव किए गए हैं। अब तक इन बदलाव या त्रुटि को सुधार के लिए सदस्यों को अपने नियोक्ता के पास जाना पड़ता था। इस प्रक्रिया में सदस्यों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
क्लेम सेटलमेंट को लेकर ईपीएफओ का बड़ा फैसलाइसके अतिरिक्त अब संगठन के सदस्यों को आवास, शादी, शिक्षा आदि के लिए अपने खाते से राशि लेने के लिए ऑटो क्लेम सेटलमेंट सेवा भी आरंभ की गई है। इससे सदस्यों को अपने खाते से राशि लेने में ज्यादा इंतजार नहीं करना होगा। क्लेम करने के तीन-चार दिनों के भीतर इसका सेटलमेंट कर सदस्यों के सीधे बैंक खाते में भेज दिया जाएगा।
इसमें ऑटो क्लेम सेटलमेंट की राशि भी बढ़ा दी गयी है। इसके तहत 50 हजार की सीमा को बढ़ा कर एक लाख रुपये तक कर दिया गया है। इसके साथ ही कई जगहों के क्लेम सेटलमेंट और मृत्यु दावा प्रक्रिया को भी आसान किया गया है।
एक लाख तक की मेडिकल खर्च का ऑटो सेटलमेंट (EPFO Medical Claim)ईपीएफओ की सुविधा के अनुसार, अब संगठन के सदस्यों को एक लाख तक के मेडिकल खर्च के लिए सभी दावा बगैर किसी व्यवधान को प्रोसेस किया गया। इसके अतिरिक्त संगठन के अधिनियम 68 के तहत अब स्वयं, पुत्र-पुत्री, भाई-बहन की शादी या बच्चों के शिक्षा के लिए पैसे की जरूरत हो तो इसके लिए भी सेटलमेंट को तेज गति से निपटाया जाएगा।
साथ ही मृत्यु के सभी प्रकार के मामले में आधार को जोड़े बगैर भौतिक दावों को प्रक्रिया में लेने की अस्थायी अनुमति के उपाय दी जा सकती है। इसके लिए कुछ शर्त जोड़े गए है। ईपीएफओ ने कुछ पात्र मामलों के लिए चेक तथा बैंक पासबुक की फोटो अपलोड करने की अनिवार्याता में ढील दी है।
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Bihar Online Jamabandi: जमीन मालिक ध्यान दें! अगर जमाबंदी में है कोई गलती तो इस पोर्टल पर करें सुधार
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Jamin Jamabandi News जमाबंदी पंजी के ऑनलाइन डिजिटाइजेशन में कई तरह की त्रुटियां सामने आ रही हैं। रैयतों के नाम, पिता के नाम, पता, खाता-खेसरा, रकबा आदि में अशुद्धियां दिख रही हैं। कई जमाबंदी ऐसे हैं जिनमें खाता-खेसरा, रकबा, चौहद्दी आदि या तो है ही नहीं अथवा दिख नहीं रही है। इन्हें अपडेट किया जाना है।
ऑनलाइन दाखिल-खारिज, एलपीसी, भू लगान की त्रुटियों को भी दूर करना है। किसी भी प्रकार की अशुद्धि की स्थिति में स्वत: संज्ञान लेकर अथवा रैयतों से परिमार्जन प्लस पोर्टल के माध्यम से प्राप्त आवेदन के आलोक में प्रक्रिया के अनुरूप अंचलाधिकारी उसमें सुधार करेंगे।
नाम से लेकर खाता, खेसरा तक में होगा सुधारडिजिटाइज्ड जमाबंदी में रैयत अथवा पिता के नाम में सुधार मूल जमाबंदी पंजी के अनुरूप होगा। पता या जाति में सुधार के लिए संबंधित दस्तावेज के आधार पर अंचल अधिकारी आगे की कार्रवाई करेंगे। पिता का नाम मूल जमाबंदी में नहीं रहने पर साक्ष्य के आधार पर उसे जोड़ा जाएगा।
मूल जमाबंदी में खाता, खेसरा, रकबा अंकित नहीं होने पर रैयत द्वारा समर्पित अभिलेख के आधार पर सुधार होगा। इस स्थिति में जरूरत पड़ने पर सीओ जमीन की मापी भी करवा सकते हैं। परिमार्जन प्लस पोर्टल लागू होने के बाद ऑनलाइन की गई पुरानी जमाबंदी में सुधार करने के लिए रैयत को प्रक्रिया के तहत आवेदन करना होगा। उन्हें बिहार भूमि पोर्टल पर रजिस्टर कर लॉगिन करना होगा।
इसके बाद वे परिमार्जन मेनू पर क्लिक करेंगे। इसके बाद पुरानी जमाबंदी में सुधार के विकल्प पर क्लिक करना होगा। इसके आगे अपना नाम, पिता का नाम, पता, खाता-खेसरा, रकबा, चौहद्दी, कुलकुल क्षेत्रफल, लगान से संबंधित सुधार का अलग-अलग आप्शन मिलेगा। जितने बदलाव के लिए आवेदन करना है, उन्हें सेलेक्ट करेंगे। आवेदन को संशोधित करने की सुविधा भी रहेगी।
प्रति महीने की जाएगी जांचआवश्यक सुधार कर आवेदक अपने आवेदन को सबमिट करेंगे। यह अंचल अधिकारी के पास जाएगा। इसके बाद अंचल अधिकारी उसे राजस्व कर्मचारी को अग्रसारित करेंगे। राजस्व कर्मचारी और राजस्व पदाधिकारी से होते हुए फिर अंचल अधिकारी उसे फाइनल एप्रूवल देंगे। किसी तरह की कमी पाए जाने पर आवेदन को रिजेक्ट भी किया जा सकेगा।
परिमार्जन प्लस पोर्टल (Bihar Parimarjan Plus Portal) के माध्यम सीओ के स्तर से किए गए सुधार में से 20 प्रतिशत जमाबंदियों का सत्यापन प्रति माह डीसीएलआर और 10 प्रतिशत का अपर समाहर्ता करेंगे। परिमार्जन के नए आवेदन अब परिमार्जन प्लस पोर्टल से प्राप्त किए जाएंगे। सभी मामलों को तय समय-सीमा में निष्पादित करना है। इसमें लापरवाही या शिथिलता बरतने पर कार्रवाई की जाएगी।
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Rohini Acharya : 'चाचा आएंगे...', सिंगापुर जाते-जाते ये क्या बोल गईं रोहिणी आचार्य? बिहार पॉलिटिक्स में मची हलचल
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) लोकसभा चुनाव के बाद सिंगापुर रवाना हो गईं हैं। उन्होंने बताया कि वह अपने बच्चों से मिलने जा रही हैं। 15 दिनों बाद वापस लौट आएंगी। सिंगापुर जाते जाते उन्होंने बिहार की राजनीति में हलचल मचाने वाला बयान दे दिया है।
रोहिणी आचार्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार को फिर से ठनठन गोपाल बना दिया। कुछ नहीं दिया बिहार को। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता भी बोल रही है कि केंद्र सरकार ने हमें झुनझुना थमा दिया है। बिहार आकर एनडीए के नेताओं ने बड़ी बड़ी बातें की, लेकिन कुछ नहीं दिया।
हम उनको महागठबंधन में क्यों वापस लेकर आएंगे- रोहिणी आचार्यBihar News उन्होंने कहा कि भाजपा (BJP) की सारी सच्चाई सामने आ गई अब जनता तय करे कि उन्होंने (भाजपा) कितने झूठे वादे किए थे, लेकिन क्या हुआ। इसके अलावा, बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लेकर रोहिणी आचार्य ने कहा कि हम उनको महागठबंधन में क्यों वापस लेकर आएंगे? वह बड़े हैं, उन्हें आशीर्वाद देना है। चाचा जी आएंगे और कब आएंगे ये तो वही बताया पाएंगे। हमलोग तो उनके बाल बच्चे हैं, उनका आशीर्वाद चाहिए।
बता दें कि रोहिणी आचार्य ने सारण सीट से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन जीत हासिल नहीं कर पाईं। इस सीट पर भाजपा के राजीव प्रताप रुडी की जीत हुई। मतदान के दौरान दोनों के समर्थकों के बीच बवाल भी हुआ। जिसकी चर्चा आज तक हो रही है।
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