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Nitish Kumar: 'बिहार किंग मेकर की भूमिका में...', तेजस्वी ने बता दी अपनी 3 डिमांड; नीतीश को क्लियर मैसेज
डिजिटल डेस्क, पटना। Tejashwi Yadav Nitish Kumar दिल्ली में नई सरकार की गठन की तैयारियां शुरू हो गई हैं। सियासी गलियारों में चर्चा है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और टीडीपी सुप्रीमो चंद्रबाबू नायडू नरेंद्र मोदी की नई सरकार में किंग मेकर की भूमिका में हो सकता है। तेजस्वी यादव ने भी इस ओर इशारा किया है।
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "बिहार किंग मेकर बना है, इसलिए बिहार में बेरोजगारी हटाने व पलायन रोकने एवं उद्योग-धंधे लगाने के लिए निम्न शर्तों पर समर्थन होना चाहिए"।
- बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाना (Bihar Special Status)
- देशभर में जातिगत जनगणना कराना (Bihar Caste Census)
- महागठबंधन सरकार द्वारा बढ़ाए गए 75% आरक्षण को संविधान की 9वीं अनुसूची में डालना। (Reservation)
तेजस्वी यादव ने अयोध्या सीट पर जीत का भी जिक्र किया। तेजस्वी यादव ने कहा कि हम अयोध्या जीत गए, हम तो कहते थे भाई जो नफरत करता है, वो टिक नहीं सकता। तेजस्वी ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मुसलमानों भाइयों के बारे में इतना जहर बोलते थे, नफरत की बात करते थे... आज देखिए राम जी ने भी सबक सिखा दिया।
बिहार लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम (Bihar Lok Sabha Chunav Result 2024)राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने बिहार में 75 प्रतिशत सीटें जीतकर अपना दबदबा तो बनाए रखा मगर पिछली बार वाला जादू नहीं चला। 2019 के लोकसभा चुनाव में 40 में 39 सीटें जीतने वाले राजग को इस बार 30 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। महागठबंधन ने पिछली बार महज किशनगंज की एक सीट जीती थी। इस बार उसने नौ सीटों पर जीत दर्ज की है। पूर्णिया की सीट पर पप्पू यादव ने निर्दलीय जीत हासिल की है।
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जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Politics News पूर्णिया लोकसभा सीट पर निर्दलीय चुनाव लड़े पप्पू यादव ने कमाल कर दिया। उन्होंने राजद प्रत्याशी बीमा भारती और जदयू प्रत्याशी संतोष कुशवाहा को करारी शिकस्त दी। पप्पू यादव की शानदार जीत के बाद कांग्रेस का भी रिएक्शन आ गया है।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि अब पप्पू यादव सांसद चुने जा चुके हैं, तो पुरानी बातें भी खत्म हुईं। कांग्रेस का झंडा लगाकर उन्होंने वोट मांगे और जीते हैं। अभी अधिक से अधिक सांसदों को जोड़ने का समय है।
पप्पू के साथ क्या हुआ था?बता दें कि पप्पू यादव ने लोकसभा चुनाव से पहले अपनी जन अधिकार पार्टी का कांग्रेस में विलय कर लिया था। पप्पू यादव को आस थी कि कांग्रेस उन्हें पूर्णिया से उतारेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। महागठबंधन में पूर्णिया सीट राजद को मिली और राजद ने पप्पू को साइडलाइन कर दिया। इसके बाद पप्पू निर्दलीय लड़े और अब सांसद बन गए हैं।
दिल्ली में सियासी पारा हाई!दिल्ली में अब नई सरकार के गठन को लेकर सियासी पारा हाई है। नीतीश कुमार एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंच चुके हैं। नीतीश कुमार के संदर्भ में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अपनी भूमिका उन्हें ही तय करनी है। चंद्राबाबू नायडू को भी। ऐसा तो नहीं कि दोनों हमारे साथ नहीं रहे हों। वे दोनों नरेन्द्र मोदी की नीतियों का विरोध करते रहे हैं।
बिहार में चुनाव परिणाम को कांग्रेस की अपेक्षा से कम बताते हुए अखिलेश ने हार का ठीकरा कथित विश्वासघातियों के सिर फोड़ा। अखिलेश ने कहा कि चुनाव में विरोधी दल और खेमा के लिए काम करने वाले कांग्रेस नेता चिह्नित किए जाएंगे। कमेटी बनाकर उसकी जांच होगी और इधर-उधर करने वालों पर पार्टी की ओर से कार्रवाई होगी।
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Nitish Kumar: नीतीश-तेजस्वी का फ्लाइट वाला VIDEO देखा? CM ने जोड़े हाथ और पूर्व डिप्टी CM का कुछ नहीं वाला रिएक्शन
डिजिटल डेस्क, पटना। लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के साथ ही बिहार में सियासी हलचल बढ़ गई है। इधर, बुधवार को नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव का एक वीडियो सामने आया है। यह वीडियो फ्लाइट में सफर के दौरान का है। दरअसल, दोनों ही नेता बुधवार को पटना से दिल्ली रवाना हुए हैं।
यह भी पूरा मामलालोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में नई सरकार के गठन लेकर कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए एनडीए के घटक दलों के नेता दिल्ली पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी दिल्ली रवाना हुए। उनके साथ संजय कुमार झा भी थे।
इसी तरह दूसरी ओर आइएनडीआइए ने भी बुधवार की शाम 6 बजे इसी सिलसिले में एक बैठक बुलाई है। इस बैठक में शामिल होने के लिए राजद नेता तेजस्वी यादव भी दिल्ली रवाना हुए हैं। ऐसे में सीएम नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों ही एक ही फ्लाइट में सफर करते हुए दिखाई दिए।
क्या है वीडियो में?दोनों ही दिग्गज नेताओं के इस सफर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव एक ही फ्लाइट में आगे-पीछे की सीट पर बैठे हुए हैं।
इसमें वीडियो बनाने वाला शख्स नीतीश कुमार से लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर सवाल पूछता है। वह कहता है कि क्या कहना है सर इस बारे में, चुनाव के नतीजों पर।
नीतीश का नमन और तेजस्वी का कुछ नहींइसके जवाब में नीतीश कुमार अपने दोनों हाथ जोड़ते हुए कहते हैं कि आपका नमन करना है, प्रणाम चलिए..। इसके बाद वीडियो बनाने वाला शख्स तेजस्वी यादव की ओर बढ़ता है।
उसे और कैमरे को देखकर तेजस्वी मुस्कुराते हुए कहते हैं- कुछ नहीं..। इस पर वीडियो बना रहा शख्स पूछता है नतीजों पर आपकी पहली प्रतिक्रिया? इस पर तेजस्वी मुस्कुराते हुए कहते हैं कि कुछ नहीं.. बाद में बात करेंगे।
नीतीश-तेजस्वी का फ्लाइट वाला VIDEO देखा क्या?#Bihar #BiharPolitics #NitishKumar #TejashwiYadav pic.twitter.com/GZCbzuQflQ
— Yogesh Sahu (@ysaha951) June 5, 2024यह भी पढ़ें
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डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) एक ही फ्लाइट से दिल्ली पहुंचे हैं। इसको लेकर देश भर में सियासी हलचल तेज हो गई है। नीतीश (Nitish Tejashwi Same Flight) को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। दरअसल, नीतीश कुमार एनडीए की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। वहीं, तेजस्वी इंडी गठबंधन की बैठक के लिए दिल्ली गए हैं।
मेरे नेता को बैठक में भाग लेना है- जदयूBihar News अब इसको लेकर जदयू (JDU) ने सफाई दी है। नीतीश कुमार को लेकर अटकलों के बारे में पूछे जाने पर जदयू के मंत्री जमा खान ने कहा कि मेरे नेता (नीतीश कुमार) को एक बैठक में शामिल होना है, आज एनडीए की बैठक है। उन्हें (तेजस्वी यादव) भी एक बैठक में भाग लेना है। अगर वे एक ही फ्लाइट से गए हैं, तो यह महज एक संयोग है। इसके अलावा और कुछ नहीं है।
#WATCH | Patna: When asked about the speculations around Bihar CM and JD(U) chief Nitish Kumar, JD (U) minister MD Zama Khan says, " My leader has a meeting to attend, there is NDA meeting today and he (Tejashwi Yadav) also has a meeting to attend. If they went on the same… pic.twitter.com/OFrJnF65Ow
— ANI (@ANI) June 5, 2024 नीतीश कुमार के पास इतनी सीटेंबता दें कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को बिहार में 12 सीटें आई हैं। इंडी गठबंधन को देश भर में 243 सीटें मिली हैं। ऐसे में जदयू और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीस को तमाम ऑफर दिए जा रहे हैं। वहीं, चुनाव के बीच भी तेजस्वी यदाव ने कहा था कि चार जून के बाद कुछ बड़ा होने वाला है। उन्होंने नीतीश को महागठबंधन में शामिल होने के लिए सीधा ऑफर दे दिया था। इसके बाद से ही तमाम अटकलें चल रही हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Saran Lok Sabha Chunav Result 2024 सारण संसदीय सीट पर एक बार फिर भाजपा उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी ने चुनाव जीतकर सीट अपने नाम कर ली। हालांकि, हार-जीत का अंतर बेहद मामूली रहा। रूडी ने इस बार का चुनाव करीब 15 हजार वोटों से जीता। उनका मुकाबला इस सीट पर लालू प्रसाद की पुत्री रोहिणी आचार्य से था।
रोहिणी जो पहली बार चुनाव लड़ने उतरी थी जनता ने उन्हें अपना भरपूर प्यार दिया और उनकी झोली में 458091 के करीब वोट डाले। जबकि प्रतिद्वंद्वी राजीव प्रताप रूडी पर एक बार फिर भरोसा जताते हुए उनके हिस्से में 461652 वोट दिए।
सारण सीट पर रूडी का अब तक लालू प्रसाद के परिवार से चार बार मुकाबला हो चुका है। लालू परिवार के तीन सदस्य तमाम कोशिशों के बाद भी रूडी को पराजित नहीं कर पाए, लेकिन उन्हें लालू प्रसाद के हाथों पराजय का स्वाद जरूर मिला था।
2019 के चुनाव में क्या हुआ था?इससे पहले, 2019 के चुनाव में लालू प्रसाद के समधी चंद्रिका राय रूडी के सामने सारण से राजद उम्मीदवार थे। जिन्हें रूडी ने 1.38 लाख से अधिक वोटों से पराजित किया था। इसके पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में लालू प्रसाद ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को राजीव प्रताप रूडी से मुकाबले के लिए मैदान में उतारा था।
उस चुनाव में रूडी को 3.55 लाख से अधिक वोट आए थे जबकि राबड़ी देवी को 3.14 लाख वोट मिले थे। रूडी ने राबड़ी देवी को करीब 41 हजार वोटों से पराजित किया। हालांकि सारण संसदीय सीट पर राजीव प्रताप बनाम लालू प्रसाद भी चुनाव हो चुका है। उस चुनाव लालू के सामने राजीव प्रताप रूडी की पराजय हुई थी।
2009 के लोकसभा चुनाव में क्या हुआ?2009 के लोकसभा चुनाव में सारण संसदीय सीट पर लालू प्रसाद राजद उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में थे। जिनका मुकाबला भाजपा नेता राजीव प्रताप रूडी से हुआ। उस चुनाव लालू प्रसाद को सारण की जनता ने 274209 वोट दिए तो रूडी को मिले थे 222394 वोट।
लालू प्रसाद ने उस चुनाव रूडी को करीब 52 हजार वोटों से पराजित किया था। 2009 के चुनाव में जीत के बाद लालू प्रसाद सारण में एक जीत को तरस गए लेकिन, उनके हाथ खाली रहे। इस बार उन्होंने रोहिणी आचार्य को मुकाबले के उतारा था, लेकिन वे भी लालू प्रसाद के सपने को साकार नहीं कर पाई।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics: पूरे देश का लोकसभा चुनाव परिणाम सामने आने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार चर्चा में आ गए हैं। दरअसल, चर्चा में आने की वजह यह है कि वह अब बीजेपी के लिए किंगमेकर की भूमिका में आ गए हैं, क्योंकि बीजेपी के पास खुद का भी बहुमत नहीं आया।
मोदी सरकार अब नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के भरोसे चलेगी। ऐसे में अब ये दोनों नेता पीएम मोदी से भी अधिक पावरफुल नजर आएंगे। नीतीश कुमार की 3 पुरानी मांग भी पीएम मोदी को माननी पड़ेगी, नहीं तो दिल्ली का सिंहासन कभी भी हिल सकता है।
क्या है नीतीश कुमार की 3 मांगनीतीश कुमार की पहली मांग है बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलवाना और स्पेशल पैकेज दिलवाना ताकि बिहार के विकास को और गति मिल सके। वहीं, दूसरी मांग की बात करें तो वह है पूरे देश में जातिगत जनगणना करवाने की। वहीं तीसरी मांग की बात करें तो वह है बिहार में सेंट्रल यूनिवर्सिटी देने की।
सत्ता को हिलाने की ताकत में आए सीएम नीतीशसीएम नीतीश कुमार ने बिहार में 12 लोकसभा सीट जीतकर एनडीए को जहां मजबूती दी है। वहीं सारा दारोमदार भी उन्ही पर है। नीतीश कुमार अब बिहार के विकास के लिए हर मांग पूरी करवाने की ताकत रखते हैं। आज तेजस्वी के साथ एक ही फ्लाइट में दिल्ली आने से देश का सियासी पारा हाई हो गया। पलटने की चर्चा ने फिर जोर पकड़ ली। हालांकि, सीएम नीतीश कुमार पीएम मोदी के साथ आज एनडीए की मीटिंग में भाग लेंगे।
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Jitan Ram Manjhi : '292 सीट कैसे आ गया...', दिल्ली पहुंचने से पहले मांझी ने नए बयान से बिहार में बढ़ाई हलचल
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) आज एनडीए की बैठक में शामिल होंगे। देश भर में एनडीए को 292 सीटें मिली हैं। इस बीच, मांझी ने बिहार में हलचल मचाने वाला बयान दे दिया है।
उन्होंने कहा कि यह कहना गलत होगा, अगर सीट मिली नहीं तो 292 सीट आया कैसा? सरकार बनाने के लिए 272 सीट चाहिए और 292 आया है तो क्या ममता बनर्जी की वजह से आया है?
मांझी ने आगे कहा कि इंडी गठबंधन वाले पहले अपने गिरेबान में झांककर देखें, फिलहाल वह ये सोच रहे हैं कि उनका नेता कौन होगा और बराती का दूल्हा कौन होगा? पीएम मोदी और एनडीए के बारे में नहीं सोचें तो अच्छा होगा। एनडीए की बैठक शाम 4 बजे से है, जिसमें सभी लोग शामिल होंगे।
बता दें कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और चिराग पासवान (Chirag Paswan) समेत कई दिग्गज नेता एनडीए की बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली रवाना हो गए हैं। वहीं, तेजस्वी यादव भी दिल्ली के लिए निकल चुके हैं। नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को एक हि फ्लाइट से दिल्ली जाते हुए देखा गया है।
एनडीए को मिली इतनी सीटेंराष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने बिहार में 75 प्रतिशत सीटें जीतकर अपना दबदबा तो बनाए रखा मगर पिछली बार वाला जादू नहीं चला। 2019 के लोकसभा चुनाव में 40 में 39 सीटें जीतने वाले राजग को इस बार 30 सीटों से ही संतोष करना पड़ा।
महागठबंधन ने पिछली बार महज किशनगंज की एक सीट जीती थी। इस बार उसने नौ सीटों पर जीत दर्ज की है। पूर्णिया की सीट पर पप्पू यादव ने निर्दलीय जीत हासिल की है। राजग की ओर से भाजपा और जदयू ने क्रमश: 17 और 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था। दोनों ही दलों को 12-12 सीटों पर विजयश्री मिली। \
#WATCH | Gaya, Bihar: Hindustani Awam Morcha (Secular)'s winning candidate from Gaya Lok Sabha seat, Jitan Ram Manjhi says, "...We have got 292 seats...they (INDIA) alliance need to introspect themselves, they are fighting against each other regarding who will be the leader...it… pic.twitter.com/b4Xt7a2Ka7
— ANI (@ANI) June 5, 2024चिराग पासवान के नेतृत्व वाले लोजपा (रा) ने अपनी सभी पांच सीटों पर जीत दर्ज कर 100 प्रतिशत सफलता का रिकॉर्ड बनाए रखा। जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने भी अपनी गया की एकमात्र सीट जीत ली है।
राजद ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ाराजग के साथी उपेंद्र कुशवाहा को इस बार भी काराकाट से हार का सामना करना पड़ा जिससे उनके दल राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) का खाता नहीं खुल सका। महागठबंधन की ओर से राजद ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा मगर महज चार सीटों पर ही जीत हासिल हो सकी।
कांग्रेस ने नौ में तीन जबकि भाकपा माले ने तीन में से दो सीट पर जीत दर्ज की। मुकेश सहनी की अगुवाई वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) ने इस बार भी तीन सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी सीटें गंवा दीं। सीपीआइ और सीपीएम को भी अपनी एक-एक सीट पर हार का सामना करना पड़ा है।
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एएनआई, पटना। Bihar Politics : बिहार में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election Result 2024) के नतीजे घोषित होने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। चुनावी परिणामों के अनुसार, बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी असरदार साबित हुई है।
बहरहाल, इसी क्रम में बिहार और देश के अन्य राज्यों से नेताओं का दिल्ली में जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। ऐसे में सीएम नीतीश कुमार और राजद नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी दिल्ली पहुंच चुके हैं।
दिल्ली पहुंचने के बाद मीडिया ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद नेता तेजस्वी यादव से सरकार गठन को लेकर सवाल कर दिया। इस पर नीतीश ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सरकार तो बनेगी ही।
बता दें कि बिहार के सीएम और जेडी(यू) नेता नीतीश कुमार एनडीए की बैठक के लिए दिल्ली पहुंचे हैं। पार्टी सांसद संजय कुमार झा भी उनके साथ मौजूद हैं।
थोड़ा धैर्य रखिए : तेजस्वी यादवइधर, दिल्ली पहुंचने पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी मीडिया से बात की है। उन्होंने इस दौरान कहा कि हम सभी I.N.D.I.A की बैठक में हिस्सा लेने के लिए आए हुए हैं। उन्होंने कहा कि यह बैठक शाम 6 बजे होनी है।
इस बैठक में देखते हैं कि सभी की क्या राय होगी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बातचीत होने के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि थोड़ा धैर्य रखिए, देखिए क्या-क्या होता है।
एक ही फ्लाइट से दिल्ली आए तेजस्वी और नीतीशबता दें कि पटना से दिल्ली जाने के क्रम में सीएम नीतीश कुमार और राजद नेता तेजस्वी यादव एक ही फ्लाइट में दिखाई दिए। दोनों की एक तस्वीर भी वायरल हो रही है।
इसमें दोनों फ्लाइट में बैठे हुए हैं। नीतीश कुमार आगे की सीट पर हैं और मुस्कुरा रहे हैं। वहीं, तेजस्वी यादव उनके ठीक पीछे वाली सीट पर बैठे हैं।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi सियासी अटकलों के बीच लोजपा (रामविलास) के प्रमुख और सांसद चिराग पासवान (Chirag Paswan) बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मिले। मुलाकात के तुरंत बाद चिराग अपने पांचों नव-निर्वाचित सांसदों को लेकर दिल्ली रवाना हो गए।
जब चिराग से पूछा गया कि नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से उनकी क्या बात हुई? तो उन्होंने बताया कि आज बधाई देने का दिन है। मुख्यमंत्री ने हमारे गठबंधन को मजबूती देने का काम किया है और एनडीए का बिहार में जो प्रदर्शन रहा है उसका बड़ा श्रेय जहां एक तरफ पीएम मोदी को जाता है तो वहीं इसका श्रेय मेरे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी को भी जाता है।
#WATCH पटना, बिहार: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद LJP (रामविलास) प्रमुख और सांसद चिराग पासवान ने कहा, "... मुख्यमंत्री ने हमारे गठबंधन को मजबूती देने का काम किया है और NDA का बिहार में जो प्रदर्शन रहा है उसका बड़ा श्रेय जहां एक तरफ पीएम मोदी को जाता है तो… pic.twitter.com/i6k7sAp1NJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 5, 2024 सांसदों ने सीएम नीतीश को दिया ध्यानवादउन्होंने कहा कि आज मैं और मेरी पार्टी के सभी सांसदों ने उनसे मिलकर उनका धन्यवाद किया। उनको बधाई दी और उनका आशीर्वाद लेने आए थे। मुख्यमंत्री जी ने भी दिल खोल कर बधाई और आशीर्वाद दिया। आगे सरकार बनाने के लिए हम सब लोग आज दिल्ली जा रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने जा रहे हैं, ये एनडीए के लिए बड़ी बात है। विपक्ष ने सत्ता पाने के लिए हमेशा अपने सिद्धांतों से समझौता करने का काम किया है। जनादेश एनडीए के पक्ष में है, ये मुख्यमंत्री जी और मेरी पार्टी और भाजपा को मिला है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार में एनडीए की जीत पर समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को बधाई दी है। उन्होंने राज्य की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाज के सभी वर्गों के साथ-साथ अतिपिछड़ी जातियों को आगे बढ़ाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि खासकर निषाद समाज को शिक्षित करने और सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर आगे बढ़ाने में नीतीश कुमार निरंतर कार्य कर रहे हैं। इसका सुखद परिणाम है कि बिहार में चुनाव में एनडीए को बड़ी सफलता मिली। उन्होंने कहा कि बिहार में एनडीए की जीत में मुख्यमंत्री की बड़ी भूमिका है।
उनका भी चेहरा बेनकाब हो गया- मदन सहनीमदन सहनी ने कहा कि निषाद समाज के नाम पर जो लोग भ्रम फैला रहे थे, उनका भी चेहरा बेनकाब हो गया है। ऐसे लोग निषाद समाज को ठगने का काम कर रहे हैं। जब मौका मिलता है तो टिकट देने की बजाय दूसरे समाज को आगे बढ़ाने का काम करते है।
उन्होंने कहा कि ऐसे भ्रम फैलाने वाले लोग यह जान लें कि निषाद समाज नीतीश कुमार के साथ था, है और आगे भी रहेगा। जदयू के प्रदेश महासचिव पप्पू सिंह निषाद ने भी एनडीए की जीत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में हर वर्ग का विकास हो रहा है।
बता दें कि बिहार में भाजपा ने 12, जदयू ने 12, हम ने 1 और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 5 सीटों पर जीत दर्ज की है। पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के कई नेता बिहार में लगातार सभा करते रहे, लेकिन जदयू ने चुनाव में जीत का पूरा क्रेडिट केवल नीतीश को दिया है। इस बयान से दोनों पार्टियों के बीच घमासान मच सकता है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने चुनाव परिणाम को शिरोधार्य बताते हुए मंगलवार को कहा कि यह जनादेश नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध है। उन्हें इसका सम्मान करते हुए प्रधानमंत्री का पद छोड़ देना चाहिए, क्योंकि वे चार सौ पार की गारंटी बताते हुए चुनाव प्रचार में उतरे थे।
उन्होंने कहा कि जनता की जय कि जिसने उनके अभिमान को तोड़ दिया। उत्तर प्रदेश का परिणाम तो विशेषकर महत्वपूर्ण है और वहां की जनता को विशेष बधाई। बिहार में कांग्रेस (Congress) पांच-छह सीटों की आस लगाई हुई थी, लेकिन हमें मात्र तीन सीटें मिली हैं। हालांकि, यह पिछली बार से दो अधिक हैं।
उन्होंने कहा कि राजद को चार और माले को दो सीटें मिली हैं। महागठबंधन की उपलब्धि पिछली बार की एक से बढ़कर इस बार नौ की हो गई है। जदयू और भाजपा की सीटें कम हुई हैं। जनता ने जो निर्णय दिया है उसके लिए कांग्रेस आभार प्रकट करती है और जन-हित में सदैव प्रयासरत रहने के लिए प्रतिबद्ध है।
बिहार में इन तीन सीटों पर कांग्रेस का कब्जाBihar News बिहार में कांग्रेस ने सासाराम, किशनगंज और कटिहार सीट पर कब्जा जमाया है। देश में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन से एक तरफ जहां पार्टी कार्यकर्ता काफी उत्साहित दिखे, वहीं दूसरी ओर पटना साहिब के कांग्रेस प्रत्याशी अंशुल अविजित की हार से कार्यकर्ताओं में निराशा रही। लोकसभा चुनाव की मतगणना देखने के लिए पार्टी के सभागार में बड़ी स्क्रीन लगाई गई थी। वहां पार्टी के कार्यकर्ता काफी संख्या में मौजूद थे।
पार्टी के प्रदेश मीडिया सेल के चेयरमैन राजेश राठौर सुबह से शाम तक पार्टी कार्यालय में मौजूद रहे। उन्होंने दिनभर मीडियाकर्मियों से बातचीत की। पार्टी कार्यालय में सुबह में कार्यकर्ता थोड़ा कम दिखाई दिए लेकिन दिन चढ़ने के बाद कार्यकर्ताओं की भीड़ बढ़ती गई।
मंगलवार को पार्टी के पटना जिला के अध्यक्ष शशि रंजन मोर्चा संभाले थे, उन्होंने कहना है कि पटना साहिब में भले की कांग्रेस की हार हुई लेकिन देशभर में अच्छा प्रदर्शन हुआ है इससे पार्टी कार्यकर्ता काफी उत्साहित हैं।
शाम को जैसे ही कटिहार से पार्टी प्रत्याशी तारिक अनवर के जीत की सूचना मिली, कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई। पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह चुनाव कांग्रेस का मनोबल बढ़ाया है। इसका आगे भी बेहतर परिणाम देखने को मिलेगा। पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राजीव मेहता, विकास कुमार, शरीफ अहमद रंगरेज सहित कई लोगों ने भाग लिया।
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जागरण संवाददाता, पटना। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2024 का परिणाम मंगलवार को जारी कर दिया है। विद्यार्थी वेबसाइट exams.nta.ac.in/NEET/ पर जाकर अपना स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकते हैं। एनटीए ने टापर्स की सूची भी जारी कर दी है।
इनमें बिहार के चार छात्रों ने देश के 67 टापरों के साथ जगह बनाई है। मजीन मंसूर, तथागत अवतार, ऋतिक राज व अभिनव किशन को 99.997129 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए हैं। इस वर्ष एनटीए ने टाप 100 छात्रों की सूची जारी की है। इनमें आयुष कुमार को 73वीं रैंक, रावल जयंत सिंह को 89वीं रैंक मिली है।
पटना के केशव सौरव समदर्शी को आल इंडिया में 98वीं रैंक मिली है। उन्हें 720 में 715 अंक मिले हैं। पटना के ही मयंक कुमार को भी 715 अंक प्राप्त हुए हैं, लेकिन इनका आल इंडिया रैंक (एआइआर) 286 है। वहीं जहानाबाद के गौरव कुमार को 710 अंक (491 एआइआर) प्राप्त हुआ।
बिहारशरीफ के शुभम को भी 710 अंक (510 एआइआर) प्राप्त हुआ है। वहीं, मधुबनी के शिवनंदन कुमार और पटना के रितुराज को 710 अंक प्राप्त हुए हैं।
इस बार कटऑफ काफी उपरBihar News नीट में 715 अंक प्राप्त करने वाले एक छात्र को 98 व दूसरे छात्र को 286 रैंक मिली है। वहीं, 710 अंक प्राप्त करने वाले छात्र को 613वीं रैंक प्राप्त हुई है। इस बार छात्रों की संख्या बढ़ने के कारण कटआफ काफी उपर चला गया है। 640 अंक प्राप्त करने वालों को 32 हजार रैंक प्राप्त हुई है।
सामान्य अंक में एआईआर में काफी अंतरराज्य के छात्र मृणाल माधव को 705 रैंक मिला है। इनका आल इंडिया रैंक (एआइआर) 1638 है। पूनम कुमारी के 705 अंक (एआइआर 848) हैं। आराध्या राज को 705 अंक (ऑल इंडिया रैंक 1364) मिला है। पल्लवी कुमारी को 701 अंक (1184 एआईआर) प्राप्त हुआ है।
मानवी आर्या को 701 अंक (1606 एआईआर) मिला है। आदिती कुमारी को 701 अंक (1601 एआइआर) मिला है। आदित्य खंडेलिया को 700 अंक (2114 एआइआर) मिला है। साक्षी मेहता को 700 अंक (1727 एआइआर) मिला है।
तय तिथि से 10 दिन पहले जारी हुआ परिणामराज्य से 1.39 लाख विद्यार्थी नीट में शामिल हुए थे। नीट का परिणाम 14 जून को जारी होना था, लेकिन तय तिथि से 10 दिन पहले ही इसे जारी कर दिया गया। एनटीए ने मंगलवार को नीट यूजी की अंतिम उत्तर कुंजी जारी की, उसके तुरंत बाद परिणाम जारी कर दिया।
इस साल नीट यूजी के लिए रिकॉर्ड 23.50 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया, जिनमें से 10 लाख से अधिक छात्र, 13 लाख से अधिक छात्राएं शामिल हुए थे।
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Mukesh Sahani : तेजस्वी के साथ 250 सभाएं... फिर भी VIP के हाथ लगी निराशा, अब सहनी ने दे दिया बड़ा संदेश
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi लोकसभा चुनाव के परिणाम सामने आने के बाद विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने कहा कि बिहार और देश दोनों में मोदी मैजिक नहीं चला। भाजपा के 400 पार के नारे की हवा निकल गयी।
उन्होंने देश की जनता के फैसले का स्वीकार करते हुए कहा कि आईएनडीआईए के प्रति जनता से मिले सहयोग तथा समर्थन के लिए तहे दिल से आभार प्रकट करता हूं।
सहनी ने कहा कि मैं लोकसभा चुनाव में वीआइपी (VIP) के सभी पदाधिकारियों एवं समर्थकों का आभारी हूं, जिन्होंने हमपर विश्वास बनाएं रखा और देश की संविधान व लोकतंत्र बचाने की लड़ाई में हमारा साथ दिया।
अपने समाज को दे दिया ये संदेशBihar News उन्होंने कहा कि जनता की सेवा और निषाद समाज के आरक्षण सहित उनके हितों की लड़ाई के लिए मेरा संघर्ष जारी रहेगा। सहनी ने कहा कि इस चुनाव में संविधान और लोकतंत्र बचाने लड़ाई में आईएनडीआईए विजयी हुआ है।
मुकेश सहनी ने कहा कि आने वाले समय मे भी निषाद आरक्षण की लड़ाई और सामाजिक न्याय की लड़ाई जारी रहेगी। हम सब मिलकर यह लड़ाई लड़ते रहेंगे और जीतेंगे भी।
बता दें कि सहनी ने तेजस्वी यादव के साथ मिलकर बिहार में 250 से अधिक सभाएं की, लेकिन इसका फायदा नहीं मिला। उनकी पार्टी एक भी जीत पर कब्जा जमाने में असफल रही। फिर भी वह इंडी गठबंधन के पेरफॉर्मेंस से गदगद दिख रहे हैं।
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Bihar Lok Sabha Election Result: छठी बार बिहार से लोकसभा पहुंचे ये दो कद्दावर नेता, किसको देंगे समर्थन? अटकलें तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News Hindi पूर्वी चंपारण संसदीय क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर विजयी रहे राधामोहन सिंह सातवीं बार सांसद चुने गए हैं, जिनमें से उनकी पिछली चार जीत निर्बाध है। इस बार लगातार चौथी जीत के लिए कुल चार प्रत्याशी प्रयासरत थे। संयोग से वे चारों राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के थे।
उनमें से औरंगाबाद के मैदान में सुशील कुमार सिंह मात खा चुके हैं। राधामोहन के अलावा बाकी दो (पश्चिम चंपारण में डा. संजय जायसवाल, नालंदा में कौशलेंद्र कुमार) अपना रिकार्ड बनाने में सफल रहे। संजय भाजपा के प्रतिनिधि हैं और कौशलेंद्र जदयू के।
ये दो नेता छठी बार पहुंचे संसदकटिहार में कांग्रेस के टिकट पर जीते तारिक अनवर और पूर्णिया से निर्दलीय विजयी रहे राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) छठी बार संसद पहुंच रहे, लेकिन उनकी जीत निर्बाध नहीं। पप्पू यादव तो क्षेत्र बदलते रहे, जबकि तारिक कटिहार से ही जीतते-हारते रहे हैं।
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि तारिक अनवर तो कांग्रेस का सपोर्ट करेंगे, लेकिन पप्पू यादव को लेकर अटकलें तेज हैं। दरअसल, चुनाव के बीच कांग्रेस ने पप्पू यादव को सदस्य मानने से इनकार कर दिया था। अब देखने वाली बात यह होगी कि पप्पू की अगली रणनीति क्या होगी और वह किस खेमे में जाएंगे।
मीरा कुमार और देंवेंद्र प्रसाद यादव अगर इस बार चुनाव लड़े होते तो संभव था कि इस सूची में अपना नाम दर्ज कराते। दोनों पांच बार सांसद रहे हैं। मीरा ने तो इस बार स्वयं चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया था, लेकिन झंझारपुर में राजद के टिकट की आस में देवेंद्र को निराश होना पड़ा।
रामविलास पासवान एक और रिकॉर्ड कायम कर सकते थेBihar News संसदीय राजनीति में रामविलास पासवान एक और रिकॉर्ड कायम कर सकते थे, लेकिन स्वास्थ्य के कारण पिछली बार चुनाव मैदान में उतरे ही नहीं। जार्ज फर्नांडिस अगर मुजफ्फरपुर में अपना आखिरी चुनाव जीत गए होते दस बार संसद पहुंचने वालों की सूची में होते, जिसमें बिहार से अभी कोई नाम नहीं।
संसद में बिहार की सर्वोत्तम उपलब्धि नौ बार सांसद चुने जाने वाले जार्ज और रामविलास तक जाकर सिमट जाती है। झारखंड का बंटवारा नहीं होता तो आठ बार सांसद चुने जाने वालों में बिहार से राधामोहन सिंह और बाबू जगजीवन राम के साथ दो और नाम होते। खूंटी के करिया मुंडा और दुमका के शिबू सोरेन का।
खूंटी और दुमका अब झारखंड के खाते में हैं। जगजीवन राम की आठों जीत निर्बाध हुई। वह अप्रतिम उपलब्धि है। मृत्युपर्यंत तक वे सांसद रहे। आठवीं बार संसद पहुंचने की कामना में शरद यादव भी सफल नहीं हो पाए थे। जार्ज और शरद में एक जबरदस्त समानता है।
ये नेता भी छह बार पहुंचे थे संसदजनता पार्टी से होते हुए दोनों जदयू में आए और चुनावी समीकरणों के कारण पार्टी से बेदखल होकर चुनाव लड़े और हारे। नीतीश कुमार की तरह मुख्यमंत्री रहे सत्येंद्र नारायण सिन्हा भी छह बार सांसद चुने गए थे।
इस सूची में पांच बार सांसद चुने गए लालू प्रसाद भी अपना नाम दर्ज करा सकते थे, लेकिन चारा घोटाले ने उन्हें मुकाबले के लायक ही नहीं रखा। इस बार लालू का पूरा ध्यान सारण और पाटलिपुत्र पर लगा था, जहां से वे चुनाव जीते-हारे हैं।
सारण में उनकी पुत्री डा. रोहिणी आचार्य अपने पहले मुकाबले में सफल तो नहीं रहीं, लेकिन पाटलिपुत्र में मीसा भारती दो हार के बाद तीसरे दांव में बाजी मार ले गई हैं।
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Bihar Weather Today : बिहार के इन 12 जिलों में बिगड़ने वाला है मसौम, जारी हुआ अलर्ट; गर्मी को लेकर ये है ताजा अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News In Hindi राजधानी समेत प्रदेश के दक्षिणी भागों के अधिसंख्य इलाकों में गर्म दिन व उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करेगी। जबकि, उत्तरी भागों के अधिसंख्य भागों में गरज-तड़क के साथ आंधी-पानी को लेकर चेतावनी जारी की गई है। इसके प्रभाव से सूर्य का तेवर थोड़ा कम रहेगा।
बुधवार को पटना सहित 25 जिलों में गर्म दिन रहने की संभावना है। उत्तरी भागों के सहरसा, बांका, जमुई, भागलपुर, मुंगेर, कटिहार, पूर्णिया, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधुबनी जिले में गरज-तड़क के साथ तेज हवा के साथ हल्की वर्षा संभव है। मेघ गर्जन व वज्रपात को लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है।
इन इलाकों में बादलों की बनी रहेगी आवाजाहीBihar News मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, उत्तरप्रदेश व बिहार के ऊपर चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बने होने के कारण बादलों की आवाजाही बने रहने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी से आ रही पुरवा हवा के कारण उत्तरी भागों में मौसम सामान्य बना रहेगा।
पटना समेत दक्षिणी भागों में पछुआ का प्रवाह व आर्द्रता में वृद्धि होने से उमस भरी गर्मी का प्रभाव बना रहेगा। राजधानी का अधिकतम तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस जबकि, 43.8 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी सबसे गर्म रहा। बिक्रमगंज में भीषण उष्ण लहर का प्रभाव बना रहा।
10 जिलों में 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। बक्सर में 43.2 डिग्री, बिक्रमगंज में 43.1 डिग्री, भोजपुर में 41.4 डिग्री, औरंगाबाद में 43.7 डिग्री, नवादा में 41.2 डिग्री, राजगीर में 40.2 डिग्री, अरवल में 43.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
प्रमुख शहरों का तापमान शहर अधिकतम न्यूनतमपटना 38.2 28.7
गया 42.2 26.5
भागलपुर 37.6 25.6
मुजफ्फरपुर 33.8 26.7
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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Bihar Politics: 'अब थोड़ी सी भी शर्म बाकी हो तो...' चुनावी रिजल्ट के बाद किसपर भड़क गए विजय सिन्हा
राज्य ब्यूरो, पटना। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में एकजुट होकर लड़ने वाले राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की सरकार को लगतार तीसरी बार स्पष्ट जनादेश दिया है। इसके साथ ही आंध्रप्रदेश, ओडिशा और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों में हमारी बड़ी जीत हुई है।
उन्होंने कहा कि पिछले आम चुनाव की तुलना में इसबार हम अपेक्षित परिणाम भले न ला सके हों, लेकिन पहले की तुलना में हमें ज्यादा मत मिले हैं। भाजपा को मुख्य रूप से 'हिन्दी हार्टलैंड' की पार्टी समझा जाता था, लेकिन इसबार हमने देश के हर राज्य के मतदाताओं का समर्थन प्राप्त किया है।
'राजग ते मत प्रतिशत में भी...'उन्होंने कहा कि राजग के मत प्रतिशत में भी पिछली बार की तुलना में बढ़ोतरी दर्ज की गई। वहीं, दूसरी तरफ कभी देश के लोकतंत्र पर, कभी संविधान पर, तो कभी चुनाव आयोग जैसी निष्पक्ष संवैधानिक संस्थाओं पर बार-बार उठाकर अराजकता फैलाने वाले लोग आज इकट्ठे होकर भी अकेले भाजपा को मिली सीटों तक नहीं पहुंच पाए।
'अब थोड़ी भी शर्म बाकी है...'उन्होंने कहा कि अब थोड़ी भी शुचिता और शर्म बाकी है तो देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था की छवि धूमिल करने के लिए उन्हें भारत की जनता से माफी मांगनी चाहिए।
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Tejashwi Yadav: 'आने वाले दिनों में सत्ता...', हार के बावजूद तेजस्वी ने दे दिया बड़ा संदेश; सियासी हलचल तेज
डिजिटल डेस्क, पटना। Tejashwi Yadav On Lok Sabha Election Result बिहार लोकसभा चुनाव के परिणाम आ गए हैं। बिहर में एनडीए को 30, आईएनडीआई को 09 और एक निर्दलीय को जीत मिली है। आईएनडीआईए की बुरी हार पर अब बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है।
तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा, धन्यवाद बिहार और भारतवर्ष की महान जनता! आपने प्रेम, सौहार्द एवं सामाजिक आर्थिक न्याय की राजनीति के पक्ष में गोलबंदी करते हुए अहंकार और तानाशाही की राजनीति को एक बड़ा झटका दिया है।
'आज के परिणाम देश में...'उन्होंने आगे लिखा, "आज के परिणाम देश में सुखद अनुभूति की एक लहर लेकर आएं हैं। पूरे देश ने मिलकर भारत के वास्तविक मिजाज, लोकतंत्र, संविधान और आरक्षण की रक्षा की है। तमाम जांच एजेंसियों, पक्षपाती आयोग, गोदी मीडिया, सरकारी मशीनरी, असीमित संसाधनों एवं साजिशों के साथ चुनाव लड़ रहे खुद को विश्व विजेता माने, लेकिन सच यही है कि देश और बिहार की जनता ने इंडिया के साथ मिलकर तानाशाही, झूठ, जुमलों और प्रपंच को करारी हार दी है"।
'मैं विशेष रूप से एक-एक बिहारवासी को...'तेजस्वी ने लिखा कि मैं विशेष रूप से एक-एक बिहारवासी को हृदय से धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने प्रचंड गर्मी, झूठे प्रोपेगंडा और विभिन्न साजिशों का सामना करते हुए हमें अपना भरपूर प्रेम और अपार समर्थन दिया। देश और बिहार ने यहां से एक नए रास्ते की रचना की है जिसकी नींव में रोजगार, पढ़ाई, सिंचाई, दवाई और कमाई के मुद्दे हैं, बंटवारे, घृणा, भेदभाव और तानाशाही की सोच नहीं।
'आने वाले दिनों में सत्ता...'उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सत्ता और सरोकार परिवर्तन में सकारात्मक लक्षण दिखेंगे। हम बिहार में 7-8 सीट कम मार्जिन से हारे हैं, लेकिन हमने बहुजन पिछड़े और प्रगतिशील धारा की एक बड़ी नींव रख दी है। देखते रहिए अभी और कुछ बेहतर देखने को मिलेगा।
तेजस्वी ने आखिर में लिखा, "मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपकी हर अपेक्षा पर खरा उतरूंगा। आपके रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए पूर्ण मनोयोग से काम करता रहूंगा"।
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Bihar Election Result 2024: 'चुनावी रणक्षेत्र' में राजपूत-भुमिहारों का जलवा, यादव प्रत्याशियों ने भी मारी बाजी; पढ़ें डिटेल
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव (Bihar Lok Sabha Election 2024 Latest Updates) में एनडीए और महागठबंधन ने जातीय समीकरण (Bihar Lok Sabha Result 2024 Caste Equation) को साधने में भी कोई कसर नहीं छोड़ा।
दोनों ओर से सर्वाधिक 18 सवर्ण, 16 यादव और 10 अति पिछड़ा उम्मीदवारों को टिकट दिया गया था। इसमें से 11 सवर्ण, 6 यादव और 5 अतिपिछड़े वर्ग के उम्मीदवार जीत कर संसद पहुंचे।
एनडीए में भाजपा ने पांच राजपूत उम्मीदवार को चुनाव में उतारा था। इसमें महाराजगंज से जर्नादन सिंह सिग्रीवाल, सारण से राजीव प्रताप रुड़ी और पूर्वी चंपारण से राधामोहन सिंह जीते हैं।
गिरिराज-विवेक ठाकुर जीतेभाजपा ने भूमिहार जाति से गिरिराज सिंह को बेगूसराय और विवेक ठाकुर को नवादा से उम्मीदवार बनाया था और दोनों ने ही जीत दर्ज की है। भाजपा ने ब्राह्मण जाति से गोपाल जी ठाकुर को दरभंगा और कायस्थ जाति से रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से उम्मीदवार बनाया था, ये दोनों ने भी जीत गए हैं।
भाजपा के दो यादव कैंडिडेट भी जीतेभाजपा ने यादव जाति से तीन उम्मीदवार उतारा था, जिसमें से दो कैंडिडेट्स ने जीत दर्ज की है। इसमें मधबुनी से अशोक यादव और उजियारपुर से नित्यानंद राय शामिल हैं। भाजपा ने वैश्य से संजय जायसवाल को टिकट दिया था और उन्होंने भी जीत दर्ज की है।
भाजपा के दोनों अतिपिछड़ा कैंडिडेट भी जीतेअतिपिछड़ा वर्ग से भाजपा ने दो उम्मीदवार उतारा था और दोनों ने ही जीत दर्ज की है। राजभूषण निषाद मुजफ्फरपुर से और प्रदीप सिंह अररिया से विजयी हुए है।
जदयू के दो कुशवाहा कैंडिडेट जीतेजदयू ने कुशवाहा जाति से तीन उम्मीदवार को टिकट दिया था। इसमें वाल्मीकिनगर से सुनील कुमार और सीवान से विजय लक्ष्मी ने जीत दर्ज की है, लेकिन पूर्णिया से संतोष कुशवाहा हार गए हैं।
जदयू के दो यादव प्रत्याशी भी जीतेजदयू से यादव जाति से दिनेश चंद्र यादव और बांका से गिरिधारी यादव को टिकट दिया था और दोनों ने जीत दर्ज कर ली है।
जदयू के 3 अतिपिछड़ा उम्मीदवार जीतेजदयू ने अतिपिछड़ा वर्ग से पांच उम्मीदवार उतारे थे। इसमें भागलपुर से अजय मंडल, सुपौल से दिलेश्वर कामत और झंझारपुर से रामप्रीत मंडल चुनाव जीते। कटिहार से दुलालचंद गोस्वामी और जहानाबाद से चन्देश्वर चंद्रवंशी चुनाव हार गए हैं।
जदयू के तीन सवर्ण कैंडिडेट भी जीतेजदयू का एकमात्र मुस्लिम उम्मीदवार मुजाहिद आलम भी किशनगंज से चुनाव हार गए हैं। जदयू के तीनों सवर्ण उम्मीदवार चुनाव जीते। इसमें मुंगेर से राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर और शिवहर से लवली आनंद शामिल हैं। जदयू ने नालंदा से कुर्मी जाति के कौशलेन्द्र कुमार को चुनाव में उतारा था, जिन्होंने जीत दर्ज की है।
लोजपा (रामविलास) से ये कैंडिडेट जीतेएनडीए के सहयोगी लोजपा-रामविलास ने राजपूत जाति की वीणा देवी को वैशाली और वैश्य वर्ग के राजेश वर्मा को टिकट दिया था और दोनों जीत गए हैं।
लोजपा-रामविलास के तीन आरक्षित सीट के उम्मीदवार भी जीते हैं। एनडीए का हिस्सा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मुसहर जाति से आते हैं, वो भी गया सीट से जीत गए हैं, जबकि एनडीए के सहयोगी राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उम्मीदवार उपेन्द्र कुशवाहा हार गए हैं।
महागठबंधन दो-दो यादव-कुशवाहा प्रत्याशी विजयीमहागठबंधन में 11 यादव, 7 कुशवाहा, 4 मुसलमान, 5 सवर्ण, 3 वैश्य और 3 अतिपिछड़ा वर्ग को उम्मीदवार बनाया गया था। राजद कोटे के चार उम्मीदवार जीते। इसमें दो यादव (मीसा भारती व सुरेन्द्र यादव), एक राजपूत (सुधाकर सिंह) और एक कुशवाहा (अभय कुशवाहा) शामिल हैं।
वहीं भाकपा-माले के दो उम्मीदवार जीते। इसमें एक वैश्य (सुदामा प्रसाद) और एक कुशवाहा (राजाराम सिंह) जाति के हैं। कांग्रेस के तीन उम्मीदवार जीते। इसमें दो मुसलमान (तारिक अनवर व मो.जावेद) और एक दलित (मनोज राम) शामिल हैं।
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Nitish Kumar: नीतीश कुमार पर बिहार को पूरा भरोसा, मगर I.N.D.I.A पर भी दिखाई 'दरियादिली'
विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। बिहार ने इस बार किसी को निराश नहीं किया तो पिछली बार की तरह एकमुश्त भरोसा भी नहीं। आखिर क्यों? इसका भी कारण है। पूरे चुनाव खट्टी-मीठी बातें सभी ने कीं। कई वादे अच्छे लगे तो कुछ दावे बुरे भी। ऐसे में किसी एक पर विश्वास की गुंजाइश ही नहीं थी।
दोनों गठबंधनों को उनके परिश्रम-प्रयास से कुछ अधिक मिलना भी नहीं था। वैसा ही हुआ, लेकिन समग्रता में देखें तो बिहार को नीतीश कुमार का बड़ा भरोसा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ मिलकर भरोसे का यह फलक कुछ और बड़ा हो जाता है।
किसी लहर या एकतरफा प्रवाह के बावजूद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को जो 30 सीटें मिली हैं, वह उसी भरोसे (सुशासन, विकास और मोदी की गारंटी) का प्रतिफल है। संविधान और आरक्षण से छेड़छाड़ की आशंका पर वह भरोसा टूटता भी है।
पिछली बार की एक से बढ़कर इस बार दस सीटों (निर्दलीय पप्पू यादव को जोड़ते हुए) की उपलब्धि महागठबंधन को उत्साहित करने वाली है। हालांकि, सारण, हाजीपुर और वाल्मीकिनगर की हार से यह मानने में थोड़ी झिझक होती है कि बेरोजगारी और महंगाई के मुद्दे हाशिये की जनता तक असर भी करते हैं, अगर कि पेट भरा हो और सुरक्षा की चिंता भी नहीं हो।
प्रतिबद्ध मतदाताओं के अपने-अपने खेमों में खड़े हो जाने के बाद इन क्षेत्रों में क्रमश: अति पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के वोट निर्णायक हो जाते हैं। इन तीनों संसदीय क्षेत्रों में राजग सफल रहा है। इस सफलता में मुफ्त के पांच किलो अनाज का कम योगदान नहीं। बेशक यह कांग्रेस के शासन-काल की योजना का रूपांतरण है, लेकिन इसका लाभ राजग के दौर में मिल रहा।
वह लाभार्थी जनता जिस नव-संप्रभु वर्ग से बुरी तरह बिदकती है, वह राजद का कोर वोटर है। राजग ने जंगल-राज के पुराने किस्से सुनाने के साथ भय-भूख-भ्रष्टाचार से मुक्त शासन का वादा कर तटस्थ मतदाताओं को अपने से जोड़ लिया। कोई दो राय नहीं कि डर के नाम पर वोटों का ध्रुवीकरण हुआ। इसके विपरीत जहां आरक्षण और संविधान की चिंता व्याप्त हुई, वहां बाजी महागठबंधन के हाथ लगी।
औरंगाबाद और जहानाबाद आदि उदाहरण हैं। ध्रुवीकरण के संदर्भ में यह विशेष उल्लेखनीय है कि बिहार इस बार भी हिंदू-मुसलमान के फरेब में भी नहीं फंसा। अगर यह फरेब प्रभावी होता तो बेगूसराय में शुरुआत से ही गिरिराज सिंह बढ़त बना लिए होते। कटिहार में पिछड़ने के बावजूद तारिक अनवर विजयी नहीं होते।
डराने-धमकाने (तेजस्वी को जेल में डालने का प्रसंग) की बातों को ही जन-मानस असली राजनीति मान लेता तो पाटलिपुत्र में मीसा भारती सफल नहीं होतीं और अगर जाति-जमात ही आखिरी सत्य है तो लालू प्रसाद के सामाजिक न्याय वाले अंदाज पर सारण भी मुग्ध हो गया होता, जहां उनकी दूसरी पुत्री रोहिणी आचार्य पटखनी खा चुकी हैं।
दरअसल, यह परिणाम महागठबंधन को अपने रंग-ढंग पर विशेषकर विचार करने का संदेश है तो भाजपा को बोल-चाल में संभलने का भी। इधर-उधर डोलने-फिरने वाले (उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश सहनी) तो नकार ही दिए गए हैं। कोई सबसे बड़ा बाजीगर रहा है तो वह लोजपा और भाकपा (माले) है।
चुनाव में वस्तुत: तीन ही चेहरे होते हैं : पार्टी, प्रत्याशी और प्रधानमंत्री पद का दावेदार। समेकित रूप से इन तीनों या फिर इनमें से किसी एक-दो पर रीझ मतदाता अपना निर्णय देते हैं। जीत के लिए इनमें से किसी एक का प्रभावी होना आवश्यक है।
पिछले दो चुनाव (2014 और 2019) तो पूरी तरह से मोदी लहर से प्रभावित रहे हैं। उससे पहले 2009 के चुनाव ने राजनीति के एक संक्रमण-काल से निकल कर दूसरे युग में प्रवेश करने की पृष्ठभूमि बनाई थी। तब बिहार में राजग को अपेक्षा से कहीं अधिक सफलता मिली थी। उस चुनाव में नीतीश कुमार भी एक फैक्टर थे, जिनके नेतृत्व में बिहार सरकार अपना उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही थी।
हालांकि, उसके बाद से समीकरण भी बदला और कुछ हद तक गणित भी। सत्ता की हेरा-फेरी में नौकरी-नियुक्ति से संबंधित उपलब्धियों पर तेजस्वी यादव भी दावेदारी किए। जनता ने उनकी भी बातें गंभीरता से सुनीं, लेकिन मोदी-नीतीश के राज-काज ने उसे कुछ अधिक लुभाया है।
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'PM Modi को इस्तीफा दे देना चाहिए', Lalu Yadav की पार्टी ने कर दी मांग; कहा- वो अपनी सीट पर...
राज्य ब्यूरो, पटना। RJD On PM Modi राजद ने चुनाव के नतीजे आने के बाद कहा कि देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ स्पष्ट जनादेश दिया है, इसलिए लोकतांत्रिक मर्यादाओं का ख्याल करते हुए उन्हें अविलंब अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने मंगलवार को कहा कि इस बार का चुनाव भाजपा केवल मोदी के नाम पर लड़ रही थी। जिसे देश की जनता ने सिरे से खारिज कर दिया है।
'भाजपा केवल मोदी के नाम पर ही...'उन्होंने कहा कि भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं था वह केवल मोदी के नाम पर ही वोट मांग रही थी। भाजपा ने कभी एनडीए के नाम पर वोट मांगा हीं नहीं था। पिछले दस वर्षों में एनडीए का कभी कोई स्वरूप खड़ा हीं नहीं हुआ।
'खुद नरेंद्र मोदी...'उन्होंने कहा कि बनारस लोकसभा क्षेत्र से स्वयं नरेन्द्र मोदी 2019 का चुनाव लगभग पांच लाख वोटों के अंतर से जीते थे जबकि इसबार शुरुआती दौर में पिछड़ने के बाद मात्र डेढ़ लाख मतों के अंतर से ही जीत पाए।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी देश की जनता का विश्वास खो चुके हैं, इसलिए उन्हें अबतक प्रधानमंत्री पद पर बने रहना नैतिकता और लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है।
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