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Updated: 5 min 25 sec ago

Bihar News: बिहार के सभी जिलों में होगी पुलिस लाइन, 550 थानों में बनेंगे महिला बैरक; बच्चे भी रह सकेंगे साथ

July 3, 2024 - 9:27pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News: राज्य के सभी जिलों में जल्द ही पुलिस लाइन की सुविधा होगी। इसके साथ ही करीब 550 थानों में महिला पुलिसकर्मियों के लिए बैरक का निर्माण होगा। इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम (बीपीबीसीसी) ने दोनों परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने का निर्देश दिया है।

बीपीबीसीसी के डीजी सह सीएमडी विनय कुमार ने बताया कि करीब एक दर्जन जिलों में पुलिस लाइन की सुविधा नहीं थी। इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। गोपालगंज, अररिया, मधेपुरा आदि में काम जल्द निर्माण पूरा होगा। जल्द ही राज्य में ऐसा कोई जिला नहीं होगा जहां पुलिस लाइन की सुविधा नहीं होगी।

महिला पुलिसकर्मियों को मिलेंगी सुविधाएं 

बिहार पुलिस (Bihar Police) में हाल के वर्षों में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। इसको देखते हुए राज्य के थानों में ही उनके रहने की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए पहले चरण में 550 थानों का चयन किया गया है, जहां महिला बैरक का निर्माण कराया जाएगा। इनमें बच्चे भी साथ रह सकेंगे। इसपर करीब 650 करोड़ की राशि खर्च होने का अनुमान है। थानों में 20 से 35 महिलाओं के रहने के लिए बैरक की व्यवस्था होगी। बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम ने इसका टेंडर कर दिया है।

अगले साल तक सभी थानों का अपना भवन

बिहार में अगले साल तक सभी पुलिस थाना-ओपी का अपना भवन होगा। पुलिस मुख्यालय ने राज्य में 528 थाना-ओपी को चिह्नित किया था जिन्हें नए भवन की जरूरत थी। इसमें करीब 250 थानों का निर्माण पूरा हो गया है, जबकि 278 थानों का निर्माण प्रक्रियाधीन है। बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के डीजी विनय कुमार ने बताया कि शेष थाना भवनों का निर्माण कार्य दिसंबर, 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

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Nitish Kumar: बैक टू बैक पुल गिरने के बाद एक्शन में आए CM नीतीश कुमार, अधिकारियों को दे दिया ये आदेश

July 3, 2024 - 9:12pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar News: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में पथों एवं पुलों के रखरखाव को लेकर समीक्षा बैठक की। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार कर सभी पुलों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित करने का आदेश अफसरों को दिया।

नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि पुलों के रखरखाव के लिए मेंटेनेंस पालिसी बनायी जाए। उन्होंने ग्रामीण कार्य विभाग को भी पथ निर्माण विभाग के मेंटेनेंस पॉलिसी के अनुरूप शीघ्र मेंटेनेंस पालिसी तैयार करने का निर्देश दिया।

कार्य में शिथिलता बरतने वाले पर कार्रवाई के निर्देश

मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग और ग्रामीण कार्य विभाग के अफसरों को आदेश देते हुए कहा कि राज्य में तमाम पुलों के रखरखाव के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया तैयार करें और उसके आधार पर सभी पुलों का नियमित निरीक्षण सुनिश्चित कराए। पथों एवं पुलों के रखरखाव को लेकर सतर्क रहें और लगातार निगरानी करते रहें। इन कार्यों में किसी प्रकार की शिथिलता बरतने पर जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई भी सुनिश्चित करें।

पुरान पुल को लेकर नीतीश कुमार ने दिया ये आदेश

उन्होंने कहा कि जितने भी पुराने पुल हैं, उसकी स्थिति की जानकारी लें और स्थल पर जाकर निरीक्षण करें। सभी पुलों के रखरखाव के लिए उचित कार्रवाई करें। जो भी निर्माणाधीन पुल हैं, उसका निर्माण कार्य गुणवतापूर्ण तरीके से ससमय पूर्ण कराएं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2005 से बिहार के सभी क्षेत्रों में लगातार विकास के कार्य किये जा रहे हैं।

लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिये बड़ी संख्या में पथों एवं पुलों का निर्माण कराया गया है। हमलोगों का उद्देश्य सिर्फ बेहतर सड़क और पुलों का निर्माण करना ही नहीं है बल्कि उसका बेहतर रखरखाव करना भी है।

इससे पहले बैठक में पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत एवं ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने अपने-अपने विभागों के पथों तथा पुलों के निर्माण एवं रखरखाव से संबंधित जानकारी दी।

बैठक में ये अधिकारी रहे मौजूद

बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, विकास आयुक्त चैतन्य प्रसाद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा.एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के अध्यक्ष अभय कुमार सिंह।

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Bihar Politics: जेडीयू MLC राधा चरण साह को हाईकोर्ट ने दी जमानत, इस मामले में थे आरोपी; बेटे पर भी चल रहा केस

July 3, 2024 - 8:22pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News: पटना हाई कोर्ट ने बालू के अवैध खनन एवं मनी लांड्रिंग मामले में आरोपित जदयू एमएलसी राधा चरण साह को बड़ी राहत देते हुए उन्हें जमानत दे दी। न्यायाधीश डा. अंशुमान की एकल पीठ ने राधा चरण साह की नियमित जमानत याचिका पर वरीय अधिवक्ता एसडी संजय एवं केंद्र सरकार के एडिशनल सालिसिटर जनरल डा. केएन. सिंह एवं केंद्र सरकार के अधिवक्ता तुहिन शंकर को सुनने के बाद उक्त आदेश दिया।

बालू के अवैध सिंडिकेट मामले में पिता-पुत्र हुए थे गिरफ्तार

राधा चरण साह को 13 सितंबर, 2023 को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में जांच एजेंसी आरोप-पत्र भी समर्पित कर चुकी है। राधा चरण साह एवं उनके पुत्र कन्हैया प्रसाद पर बालू के अवैध सिंडिकेट में एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के साथ कारोबार करने का आरोप है, जिसमें इनकी भी हिस्सेदारी है।

मामले में अधिकतम 7 साल की सजा हो सकती है

याचिकाकर्ता के वरीय अधिवक्ता एसडी संजय ने कोर्ट को बताया कि ऐसी कोई सामग्री नहीं है, जिसके आधार पर यह निष्कर्ष निकाला जा सके कि याचिकाकर्ता ने कंपनी में कोई निवेश किया है। उन्होंने दलील दी कि आरोप पत्र में कुल 56 गवाह हैं, जिनकी गवाही में काफी समय लग सकता है, जबकि इस मामले में अधिकतम सात वर्ष की सजा हो सकती है। ऐसी स्थिति में अभियुक्त को नियमित जमानत पर रिहा किया जाए।

बेटे को 6 मई 2024 को मिली थी जमानत

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा इस मामले में अन्य लोगों के अलावा राधा चरण साह समेत कन्हैया प्रसाद पर भी प्राथमिक दर्ज कर पूछताछ की गई थी। पूछताछ में संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर इन लोगों को जेल भेजा गया था। उल्लेखनीय है कि इस मामले में राधा चरण साह के पुत्र कन्हैया प्रसाद को हाई कोर्ट से छह मई, 2024 को को जमानत मिल चुकी है।

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July 3, 2024 - 6:06pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भूमि सर्वेक्षण पूरा करने का टास्क दिया है। उन्होंने कहा कि जुलाई 2025 तक अगर भूमि सर्वेक्षण हो जाता है तो यह राज्य की बड़़ी उपलब्धि होगी। भूमि विवाद समाप्त होगा।

समाज में शांति आएगी, क्योंकि हिंसा की 60 प्रतिशत घटनाएं भूमि विवाद से जुड़ी होती हैं। नीतीश कुमार ने बुधवार को संवाद भवन में नवनियुक्त सर्वेकर्मियों को नियुक्ति पत्र देने के बाद समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने 9888 सर्वेकर्मियों की एकमुश्त नियुक्ति पर प्रसन्नता प्रकट की।

हमने 2005 में सत्ता में आने के साथ ही भूमि विवाद समाप्त करने का प्रयास किया: नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि 2005 में सत्ता में आने के साथ ही उन्होंने भूमि विवाद समाप्त करने का प्रयास शुरू कर दिया था। पहला लक्ष्य यह था कि भूमि का स्वामित्व निर्धारित हो। इसके लिए भूमि सर्वेक्षण शुरू किया गया। 2013 में जमीन की एरियल फोटोग्राफी की गई। यह इसकी शुरुआत थी।

नवनियुक्त सर्वेकर्मियों से तेजी से सर्वेक्षण कार्य करने के निर्देश

उन्होंने नवनियुक्त सर्वेकर्मियों से अपेक्षा की कि वे मन लगाकर तेजी से सर्वेक्षण कार्य को पूरा करेंगे। उन्होंने विभागीय मंत्री डा. दिलीप जायसवाल और अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह से कहा कि जुलाई 2025 तक सर्वेक्षण पूरा कर लें।

उन्होंने इसके लिए अपर मुख्य सचिव से हाथ जोड़ कर विनती भी की। नीतीश कुमार ने कहा कि कई बार भूमि सर्वेक्षण की अंतिम तिथि तय की गई। हम उम्मीद करते हैं कि विधानसभा चुनाव से पहले यह काम हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा-सर्वेक्षण संबंधी काम जितना जल्दी पूरा हो जाएगा, जमीन विवाद समाप्त होगा और लोग आपस में शांति से रहेंगे।

 कुल 9 हजार 888 को मिला नियोजन

विशेष भूमि सर्वेक्षण के लिए 9888 संविदाकर्मियों को नियोजित किया गया है। इनमें 353 विशेष सर्वेक्षण सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी, 758 कानूनगो, 742 विशेष सर्वेक्षण लिपिक एवं 8035 विशेष सर्वेक्षण अमीन हैं। मुख्यमंत्री ने सांकेतिक रूप से 20 एवं राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री डा. दिलीप जायसवाल ने पांच अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिया। समारोह में कुल 75 नियुक्ति पत्र बांटे गए। जिलों में प्रभारी मंत्रियों ने नियुक्ति पत्र वितरित किया।

इन सबने संबोधित किया

विभागीय मंत्री डा. जायसवाल अपने संबोधन में मुख्यमंत्री को भरोसा दिया कि तय समय पर सर्वेक्षण पूरा हो जाएगा। अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने हरित पौधा देकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। समारोह में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. एस सिद्धार्थ, सचिव अनुपम कुमार, विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिलों के प्रभारी मंत्री और जिलाधिकारी जुड़े थे।

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MNREGA: तीन साल में एक प्रतिशत को भी नहीं मिला मनरेगा से सौ दिन काम, ये है बिहार भर का नया आंकड़ा

July 3, 2024 - 5:00pm

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में मनरेगा (महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना) को लेकर सरकार दावे तो तमाम कर रही है, लेकिन सच्चाई की कसौटी पर व्यवस्था फिसड्डी है। बीते तीन वर्षों में एक प्रतिशत परिवारों को भी सौ दिनों तक काम नहीं मिला। सरकार के आंकड़े इस बात की पुष्टि कर रहे हैं।

वित्तीय वर्ष 2023- 24 में 0.69 प्रतिशत परिवारों ने ही सौ दिनों तक काम किया। इसमें कुल संख्या 47 लाख 46 हजार 59 में 32578 ने ही सौ दिनों तक काम किया।

वहीं, 2022-23 में 50 लाख 14 हजार 363 में 39 हजार 678 को हो सौ दिनों तक काम मिला। यह कुल संख्या का 0.79 प्रतिशत है। वर्ष 2021-22 में 47 लाख 75 हजार 783 में 21975 को सौ दिनों का काम मिला। यह कुल संख्या का 0.46 प्रतिशत है।

अब सरकार करेगी ये काम

ऐसे तमाम कड़वी सच्चाई से अवगत होने के बाद अब सरकार ने मंत्रिमंडल के माध्यम से प्रविधान में संशोधन किया। अब मनरेगा में मांगने पर काम नहीं मिला तो बेरोजगारी भत्ता सरकार देगी। इसके लिए बिहार बेरोजगारी भत्ता नियमावली-2024 स्वीकृत की गई है।

मनरेगा के तहत काम मांगने पर 15 से 30 दिनों के अंदर काम देना होगा। काम नहीं मिलने पर संबंधित व्यक्ति को सरकार अगले सौ दिनों के लिए भत्ता देगी।

भत्ता के रूप में श्रमिक को पहले महीने में निर्धारित मजदूरी का एक चौथाई और इसके अगले महीने से मजदूरी का आधा हिस्सा दिया जाएगा। इसके अलावा भी कई अन्य प्रविधान किए गए हैं।

389 को ही मिली सौ दिनों तक की मजदूरी

बक्सर, गोपालगंज, जमुई, खगड़िया, शेखपुरा एवं सुपौल जिले में एक भी व्यक्ति को सौ दिन तक काम नहीं मिला। वहीं, अरवल, सारण, सहरसा, एवं कटिहार में मात्र एक-एक मजदूर को ही सौ दिनों का पूर्ण करने का मौका मिला।

दरंभगा एवं नवादा में दो तथा बांका, गया, कैमूर एवं पश्चिमी चंपारण में तीन-तीन मजदूरों ने ही सौ दिनों तक काम पूर्ण किया। वहीं, राज्य में अभी तक 389 को ही सौ दिनों तक काम मिला है।

इस वर्ष 1 करोड़ 36 लाख 72 हजार 933 परिवार मनरेगा में पंजीकृत है। इन परिवारों की कुल सदस्य संख्या 1 करोड़ 62 लाख 14 हजार 595 हैं।

जहानाबाद शीर्ष पर

बिहार के 38 जिलों में सबसे अधिक 112 को जहानाबाद जिले में सौ दिनों तक काम मिला। इसके बाद नालंदा में 49 एवं औरंगाबाद में 29 श्रमिकों ने सौ दिनों तक कार्य पूर्ण किया। अररिया में 15, बेगूसराय में 17, मुजफ्फरपुर में 32, सीतामढ़ी में 15, समस्तीपुर में 12 एवं पूर्णिया में मात्र 11 ही सौ काम पाने में सफल हुए।

दो अंको में पहुंचने से 11 जिले रह गए फिसड्डी

राज्य के 11 ऐसे जिले हैं जहां के श्रमिक दो अंकों में सौ दिनों तक रोजगार का सपना संजोए रह गए। पटना में आठ, सिवान में सात, मुंगेर में छह और इसमें भोजपुर एवं पूर्वी चंपारण में पांच-पांच, किशनगंज व लखीसराय में छह-छह को सौ दिनों का काम मिला। मधुबनी एवं मधेपुरा में सात-सात, शिवहर व वैशाली में चार-चार श्रमिक सौ दिनों तक काम पाने में सफल रहे।

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NEET Paper Leak Case: नीट मामले में सामने आई अब नई बात, मास्टरमाइंड से दलाल तक ने यहां खपाए पैसे; CBI की जांच और तेज

July 3, 2024 - 2:48pm

प्रशांत कुमार, पटना। नीट पेपर लीक मामले (NEET Paper Leak Case) में गिरफ्तार और फरार अभियुक्तों के बैंक खाते शीघ्र फ्रीज किए जाएंगे। रिमांड पर अभियुक्तों से पूछताछ के दौरान उनसे खातों से संबंधित जानकारी भी ली गई थी। लगभग सभी अभियुक्तों ने खाता नंबर नहीं बताया, लेकिन बैंक का नाम और शाखा की जानकारी दी, जिसमें उनके खाते हैं।

अभियुक्तों के आधार कार्ड भी लिए गए हैं। इससे पता किया जाएगा कि उनके कितने बैंकों में खाते हैं और उनमें कितनी रकम बची है अथवा लेनदेन हुआ है। सूत्रों की मानें तो एक-दो आरोपितों को छोड़ कर शेष के खातों में मोटी रकम नहीं है।

बात यह भी सामने आ रही है कि गिरोह के मास्टरमाइंड से लेकर दलाल तक ने अवैध कमाई को जमीन में निवेश कर रखा है। कुछ आरोपितों ने करीबी रिश्तेदारों के नाम पर दूसरे शहरों में फ्लैट भी लिए हैं। संभव है कि जांच एजेंसी की अगली कार्रवाई में अभियुक्तों की संपत्ति पर चोट की जाएगी।

इन बैंकों में भी आरोपियों का खाता

गिरफ्तार बिट्टू कुमार का पंजाब नेशनल बैंक की नोखा शाखा, आशुतोष कुमार का एसबीआइ की सचिवालय शाखा, रौशन कुमार का गया जिले में पीएनबी की धामीटोला शाखा, अवधेश कुमार का एसबीआई मेन ब्रांच रांची और बैंक ऑफ बड़ौदा की कांके शाखा में खाता है।

अखिलेश कुमार का आईडीबीआई बैंक की दानापुर शाखा, शिवनंदन कुमार का पीएनबी की बाराचट्टी शाखा और सिकंदर प्रसाद यादवेंदु का रांची स्थित एसबीआई की बुटी रोड शाखा में खाता है। जबकि, अमित आनंद और नीतीश कुमार के बैंक खाते की जानकारी केस डायरी में उपलब्ध नहीं है। ये दोनों मास्टरमाइंड संजीव सिंह उर्फ संजीव मुखिया उर्फ लूटन के नजदीकी हैं।

प्रश्नपत्र के बदले ली गई जमीन भी

सूत्रों की मानें तो मास्टरमाइंड संजीव सिंह ने प्रश्नपत्र के बदले अभ्यर्थियों से जमीन भी ली थी। वैसे अभ्यर्थी जो सीधे उसके संपर्क में आए और नकदी देने में सक्षम नहीं हो सके तो संजीव ने उनसे जमीन लिखवा ली। संजीव, उसके बेटे डॉ. शिव, पत्नी और परिवार के अन्य सदस्यों की जमीन का ब्योरा निकाला जा रहा है।

पता लगाया जा रहा है कि जिनसे संजीव ने जमीन ली, उनके परिवार के कौन सदस्य किस तरह का काम कर रहे हैं। क्या लेनदेन नकद राशि में की गई थी? क्या किसी ने ऐसी प्रतियोगी परीक्षा पास की थी, जिसके प्रश्नपत्र लीक की बात चर्चा में आई थी। अगर ऐसा मिला तो उनसे भी पूछताछ की जा सकती है।

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July 3, 2024 - 2:24pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Teacher News: शिक्षा विभाग ने राज्य में प्राथमिक से लेकर उच्च माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों के लिए ऑनलाइन उपस्थिति को अनिवार्य कर दिया है। इसी के आधार पर प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों का जुलाई का वेतन बनेगा। जिनकी ऑनलाइन उपस्थिति नहीं दर्ज होगी, उनका वेतन भुगतान नहीं होगा। शिक्षा विभाग के अनुसार ऑनलाइन उपस्थिति नहीं बनाने वाले प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक अनुपस्थित माने जाएंगे।

ऑनलाइन उपस्थिति बनाने में आ रही परेशानी को दूर करने की कोशिश

वैसे शिक्षा विभाग की ओर से सभी जिलों में प्रधानाध्यापकों व शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति बनाने की मुकम्मल व्यवस्था की है। यहां तक कि ऑनलाइन उपस्थिति बनाने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसके लिए विभाग के जिला स्तर के अधिकारियों से लेकर प्रखंड स्तर तक के अधिकारी-कर्मचारी मुस्तैद हैं। इसके लिए प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक तकनीकी रूप से दक्ष किये जा रहे हैं।

तकनीकी परेशानी होने पर निरीक्षी पदाधिकारी से संपर्क करें

विभाग द्वारा प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि ऑनलाइन उपस्थिति बनाने में तकनीकी रूप से उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी हो तो विद्यालय निरीक्षण रोस्टर के हिसाब निरीक्षी पदाधिकारी-कर्मचारी से संपर्क करें। साथ ही विभाग ने प्रधानाध्यापकों एवं शिक्षकों को यह हिदायत भी दी है कि मोबाइल एप में मार्क आन ड्यूटी पर गलती से भी क्लिक नहीं करें।

इस लापरवाही से गैरहाजिर माने जाएंगे शिक्षक

Bihar News: मार्क आन ड्यूटी पर क्लिक करने से संबंधित प्रधानाध्यापक या शिक्षक गैरहाजिर माने जाएंगे। दरअसल एप में मार्क अटेंडेंस को क्लिक करने के बाद दो आप्शन आते हैं। उनमें पहला सेल्फ अटेंडेंस-टीचर अटेंडेंस है और दूसरा मार्क आन ड्यूटी। बता दें कि साढ़े पांच लाख शिक्षकों व प्रधानाध्यापकों की ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर मोबाइल एप से ऑनलाइन उपस्थिति बनाने का कार्य 25 जून से ही चल रहा है।

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Bihar Politics: 'शपथ भूल चरणवंदन में लग गए हैं सम्राट', मुरेठा उतारने पर भड़की RJD; कहा- रघुकुल रीति भूल गए चौधरी

July 3, 2024 - 2:02pm

राज्य ब्यूरो, पटना। Samrat Chaudhary Muretha Immersion : बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने बुधवार को अपनी पगड़ी उतार दी। उनका सरयू नदी में खड़े होकर पगड़ी उतारने का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है।

सम्राट चौधरी के पगड़ी उतारने के बाद राजद ने उनपर हमला किया है। राजद ने सम्राट चौधरी पर आरोप लगाया कि उन्होंने रघुवंशियों की रीति का अपमान किया है।

राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने बुधवार को कहा कि सम्राट चौधरी ने पगड़ी जिस उद्देश्य के लिए धारण की वह मकसद तो पूरा नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने पगड़ी उतार दी। उन्होंने शायद रघुवशियों की रीति का अपमान किया है।

रघुकुल की रीति भूल गए सम्राट

राजद प्रवक्ता ने आगे कहा, हमारे यहां कहा जाता है कि रघुकुल रीति सदा चली आई प्राण जाए पर वचन न जाई। लेकिन, सम्राट चौधरी इसे भूल गए। उन्होंने कुल की मर्यादा का अपमान किया है। अब कैसे लोगों को अपनी शक्ल दिखाएंगे। उस दिन को याद करें जिस दिन उन्होंने शपथ ली थी। लेकिन, शपथ भूल अब वे चरणवंदन में लग गए हैं।

सम्राट ने सरयू नदी में प्रवाहित किया मुरेठा

सम्राट चौधरी बुधवार सुबह-सुबह अयोध्या धाम पहुंचे। यहां उन्होंने सरयू नदी में स्नान करके घाट पर ही मुंडन कराया और अपना मुरेठा नदी में प्रवाहित कर दी।

मुरेठा उतारने के बाद सम्राट चौधरी ने रामलला का दर्शन-पूजन भी किया। उनके साथ नीतीश सरकार के पांच मंत्री और भाजपा पदाधिकारी व कई विधायक थे।

मुरेठा बांधते समय लिया था ऐसा संकल्प  

गौरतलब है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने एक समय मुरेठा बांधते हुए संकल्प लिया था कि वह इसे तभी उतारेंगे, जब बिहार में सत्तासीन महागठबंधन सरकार को गिरा देंगे और नीतीश कुमार को सीएम पद से हटा देंगे।

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Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने मुसलमानों को दिया जीत का फॉर्मूला, आंकड़ों के साथ समझाया सियासी पिच का गुणा-भाग

July 3, 2024 - 1:53pm

डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल अभी से ही तेज हो गई है। जन सुराज (Jan Suraaj) पदयात्रा के सूत्रधार और चुनावी विश्लेषक प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने भी इस चुनाव में पूरे दमखम के साथ भाग लेने का एलान कर दिया है। इसकी तैयारी में भी वह जुट गए हैं।

इस बीच, उन्होंने राजनीति में मुसलमानों को जो सलाह ओवैसी दे रहे हैं, उसमें और प्रशांत किशोर की बातों में क्या फर्क है? इसके बारे में खुलकर बताया है। प्रशांत किशोर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कई लोग कहते हैं कि आपमें और ओवैसी साहब में क्या फर्क है। तो यह बताना चाहता हूं कि फर्क है। 

मुसलमानों को किन हिंदुओं का देना चाहिए साथ, पीके ने बताया 

पीके ने आगे कहा कि ओवैसी कह रहे हैं मुसलमानों (Prashant Kishor On Muslim) को अपने हक के लिए खड़ा होना चाहिए। मैं कहता हूं कि मुसलमानों को हक के लिए खड़ा होना चाहिए लेकिन उन्हें उन 50 प्रतिशत हिंदुओं के साथ खड़ा होना चाहिए, जो विचारधारा के आधार पर गांधी को मानने वाले हैं। भाजपा (BJP) के खिलाफ आप जितनी सिद्धत से लड़ रहे हैं, वह भी वैसे ही लड़ रहे हैं।

प्रशांत किशोर ने कहा कि जब आपको लगे कि कोई हिन्दू बचा नहीं, जिसके साथ आप चल सकते हैं तो एक आंकड़ा दे रहे हैं, इसको याद रखिए। भाजपा को इस बार 36 प्रतिशत वोट मिला है।

राजनीति में मुसलमानों को जो सलाह ओवैसी और प्रशांत किशोर दे रहे हैं, दोनों में क्या फर्क है? pic.twitter.com/8Ki1iYoRPe

— Jan Suraaj (@jansuraajonline) July 2, 2024 किन लोगों ने भाजपा को नहीं किया स्वीकार? पीके ने कही ये बात  

उन्होंने कहा कि 2019 में 37 प्रतिशत वोट आया था। देश में 80 प्रतिशत हिन्दू रहते हैं, जिसमें 37 प्रतिशत ने वोट दिया। इसका मतलब है कि आधे से अधिक हिंदुओं ने भाजपा को स्वीकार नहीं किया। 

प्रशांत किशोर ने कहा कि ये कौन हिन्दू हैं, इनको पहचानिए आपके जीत का फॉर्मूला मिल जाएगा। जो गांधी को मानने वाला हिन्दू है, वह भाजपा को नहीं मानता। इसके अलावा, जो अंबेडकर और कम्युनिस्ट को मानने वाले हिन्दू भाजपा को वोट नहीं करते। इन्हीं हिंदुओं के साथ गठजोर करने पर बात बन पाएगी। 

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Samrat Chaudhary: अयोध्या पहुंचने के बाद सम्राट चौधरी ने क्या क्या किया? सरयू में कई मंत्रियों ने भी लगाई डुबकी

July 3, 2024 - 12:47pm

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Politics In Hindi उपमुख्यमंत्री व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने बुधवार की सुबह सरयू नदी में स्नान कर घाट पर ही मुंडन कराकर अपना मुरेठा (पगड़ी) सरयू नदी में प्रवाहित कर दी। इसके बाद रामलला का दर्शन-पूजन किया। उनके साथ नीतीश सरकार के पांच मंत्री, भाजपा पदाधिकारी व कई विधायक थे।

भाजपा (BJP) प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने मुरेठा बांधते हुए प्रण लिया था कि वह इसे तब उतारेंगे, जब बिहार में सत्तासीन महागठबंधन सरकार को गिरा कर नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री पद से हटा देंगे।

बाद में परिस्थितियां बदलीं और नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के नेतृत्व में जदयू व भाजपा गठबंधन की सरकार बन गई। इसमें सम्राट चौधरी उपमुख्यमंत्री बने हैं।

सम्राट चौधरी के साथ में रहे कई मंत्री-विधायक 

जनवरी में उन्होंने रामलला के चरणों में अपना मुरेठा समर्पित करने की घोषणा की थी। इसी क्रम में वह रामनगरी पहुंच कर मुरेठा सरयू नदी में बहा दी। बुधवार की सुबह स्नान के बाद सरयू घाट पर मुंडन कराकर रामलला का दर्शन-पूजन किया।

उनके साथ बिहार सरकार के अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री जनकराम, वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रेम कुमार, पीएचईडी मंत्री नीरज सिंह बब्लू, गन्ना उद्योग मंत्री कृष्ण नंदन पासवान व पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता तथा प्रदेश महामंत्री भाजपा जगनाथ ठाकुर व राजेश वर्मा सहित कई विधायक एवं युवा मोर्चा के कई पदाधिकारियों ने भी डुबकी लगाई।

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बिहार-झारखंड और यूपी में अब 160 KMPH की रफ्तार दौड़ेंगी ट्रेनें, रेलवे तैयार कर रहा 412 KM लंबा खास रूट

July 3, 2024 - 12:32pm

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश में ट्रेनें अब 160 किलोमीटर की रफ्तार से दौड़ेंगी। इसके लिए पूर्व मध्य रेलवे की ओर से 412 किलोमीटर में ट्रैक तैयार किया जा रहा है।

वर्तमान में इन ट्रैकों पर 130 किलोमीटर की गति से ट्रेन दौड़ रही है। 160 की गति से ट्रेन चलाने वाले ट्रैकों के दोनों किनारों पर सुरक्षा बाड़ लगाए जा रहे हैं।

हाईस्पीड योजना के अंतर्गत प्रधानखंटा से धनबाद, नेसुबो गोमो, कोडरमा, गया एवं सोननगर होते हुए डीडीयू जंक्शन तक 412 किलोमीटर लंबे ग्रैंड कार्ड रेलवे ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। अबतक इस रेलखंड पर 231 किलोमीटर रेलवे ट्रैक की फेंसिंग का कार्य पूरा किया गया है।

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि ट्रैक फेसिंग के कई फायदे हैं। ट्रैक फेसिंग का कार्य पूरा होने पर गाड़ियों के आने-जाने में काफी सुविधा हाेगी।

स्पेशल ट्रेनों के परिचालन अवधि का विस्तार

यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर पटना-दानापुर से अहमदाबाद, वलसाड, उधना, साबरमती एवं इंदौर आदि शहरों के लिए कई स्पेशल ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। यात्रियाें की मांग पर इन ट्रेनों के परिचालन के अवधि में विस्तार किया गया है।

अहमदाबाद-पटना स्पेशल ट्रेन अब 28 जुलाई तक प्रत्येक रविवार को चलाई जाएगी। वहीं पटना से अहमदाबाद तक जाने वाली स्पेशल ट्रेन 30 जुलाई तक चलाई जाएगी, पटना से यह ट्रेन प्रत्येक मंगलवार को चलाई जाएगी।

अहमदाबाद-दानापुर स्पेशल अब 30 सितंबर तक चलाई जाएगी। यह ट्रेन प्रत्येक सोमवार को चलाई जाएगी। दानापुर-अहमदाबाद स्पेशल ट्रेन एक अक्टूबर तक चलाई जाएगी। यह ट्रेन मंगलवार को चलाई जाएगी।

वलसाड़-दानापुर स्पेशल ट्रेन 30 सितंबर तक चलाई जाएगी, यह ट्रेन प्रत्येक सोमवार को चलाई जाएगी। पटना से साबरमती जाने वाली ट्रेन 26 सितंबर तक चलाई जाएगी, यह ट्रेन प्रत्येक गुरुवार को पटना से रवाना होगी। पटना से इंदौर जाने वाली स्पेशल ट्रेन 27 सितंबर तक चलाई जाएगी।

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Samrat Chaudhary: राहुल गांधी के बयान पर सियासत तेज, सम्राट चौधरी ने कह दी भावुक करने वाली बात; बोले- सनातनियों को...

July 3, 2024 - 11:29am

जागरण टीम, पटना/गोपालगंज। Bihar Politics News Hindi बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने जिस तरह से हिंदू को हिंसक कहा वह निंदनीय है। ऐसे लोगों को सनातन समाज को मंदिर में घुसने नहीं देना चाहिए।

सम्राट ने कहा कि सनातनियों को वैसे नेताओं की सभा व कार्यक्रम से भी दूरी बनाकर रखनी चाहिए। सनातन धर्म पर मुगलों ने हमला किया। मंदिरों को तोड़ा गया। अंग्रेजों ने देश को लूटा। सनातन धर्म के लोग सभी हमले को सहन करने के बाद भी खड़े हैं।

राहुल गांधी के बारे क्या बोले सम्राट चौधरी?

Bihar News मंगलवार को गोपालगंज के बंजारी मोड़ स्थित विधान परिषद सदस्य राजीव कुमार के आवास पर प्रेस वार्ता में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व राज्य के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को सनातन धर्म पर बोलने का कोई हक नहीं है। वे क्या बोले हैं, उनको पता भी नहीं है।

उन्होंने कहा कि अयोध्या (Ayodhya) की भूमि पर अपनी पगड़ी उतारने जा रहा हूं। पगड़ी उतारने की तिथि उसी दिन तय हो गई थी, जब महागठबंधन की सरकार से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने इस्तीफा दिया था। उनके साथ राज्य के सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार, सदर विधायक कुसुम देवी, बरौली विधायक रामप्रवेश राय सहित कई नेता व कार्यकर्ता थे।

बता दें कि अयोध्या में सरयू नदी में स्नान के बाद सम्राट चौधरी ने अपना मुरेठा उतार दिया है। इसके साथ, उन्होंने अपना मुंडन भी कराया है। उन्होंने कहा कि वह अपनी पगड़ी भगवान राम के चरणों में समर्पित करेंगे।

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Bihar Flood News: बिहार में खतरे के निशान को पार कर गईं नदियां, कई इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी; आवागमन ठप

July 3, 2024 - 11:00am

जागरण टीम, पटना। Bihar Flood News वर्षा के कारण नदियों के जलस्तर में वृद्धि होने लगी है। मनोर, कोशिल, भपसा, झिकरी व हरहा पहाड़ी नदी के साथ विभिन्न बरसाती नदियां उफना गई हैं। एक गांव से दूसरे गांव में आवागमन ठप होने लगा है। वाल्मीकिनगर में गंडक नदी का जलस्तर 50 हजार क्यूसेक पार कर गया।

एहतियात के तौर पर गंडक बराज को हाई अलर्ट पर रखा गया है। मधुबनी में अधवारा समूह की धौंस नदी में जलस्तर बढ़ने से नदी पर बना चचरी पुल तेज धार में बह गया। मधवापुर में अधवारा समूह की नदियां उफना गईं हैं।

कमला बलान नदी खतरे के निशान से ऊपर

पीरौखर गांव स्थित रातों नदी में निर्माणाधीन एनएच 527सी व एसएच सड़क में दो पुल के बगल में आवागमन को लेकर बनाया गया डायवर्जन रात को नदी की तेज धारा में बह गया। नेपाल में भारी वर्षा होने से नदियां बौराई हैं। झंझारपुर में कमला बलान नदी खतरे के निशान से 50 मीटर से 1.22 मीटर ऊपर बह रही है।

झंझारपुर की बलनी मेंहथ पंचायत का नवटोलिया गांव जो एकदम कमला बलान के कछार पर बसा है, उसके निचले इलाके बघार में पानी प्रवेश किया है। सीतामढ़ी के बथनाहा में पानी के भारी दबाव से सहियरा गांव के समीप सोरम नदी की धारा में बना कलभर्ट दो से तीन फीट नीचे धंस गया।

बाढ़ से घिरे गांव का सड़क संपर्क पानी में डूब गया

Bihar News पुपरी में बुधनद नदी के जलस्तर में वृद्धि से गंगापट्टी घाट पर बना चचरी पुल बह गया। कमला बलान नदी के जलस्तर में हो रही बेतहाशा वृद्धि से अंचल क्षेत्र के चतरा एवं रही टोल, बौराम मुसहरी, मंसारा सहित कई गांव पानी से चारों ओर से घिर गए हैं। बाढ़ से घिरे गांव का सड़क संपर्क पानी में डूब गया है।

लोग नाव के सहारे आवागमन कर रहे हैं। खगड़िया में बागमती खतरे के निशान को पार कर गई है। कोसी खगड़िया के शिशवा गांव में तीव्र गति से कटाव कर रही है। अब तक 200 एकड़ से अधिक उपजाऊ भूमि कोसी में समा चुकी है।

40 एकड़ से अधिक खेत में लगी फसल बर्बाद

अररिया में बहने वाली बकरा और परमान नदी के जलस्तर में वृद्धि से नदी का पानी आधा दर्जन से अधिक गांवों के निचले इलाकों में फैलने लगा है। मधेपुरा में कोसी में पानी बढ़ रहा है। सिंहेश्वर के प्रखंड क्षेत्र के लालपुर सरोपट्टी पंचायत के काली चौक के समीप नहर का बांध टूट गया।

इससे 40 एकड़ से अधिक खेत में लगी फसल बर्बाद हो गई। वहीं, वार्ड 13 के कई घरों में नहर का पानी चला गया। कोसी के साथ-साथ तिलयुगा नदी भी उफान पर है। कोसी तटबंध के भीतर के गांवों में जहां बाढ का पानी फैलने लगा है वहीं तिलयुगा नदी का पानी भी मरौना प्रखंड क्षेत्र में तेजी से फैल रहा है।

जल संसाधन विभाग के अनुसार, कमला बलान, अधवारा, महानंदा और बागमती कुछ स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर हैं। सीतामढी में अधवारा लगभग हर जगह पर उफना रही। सुंदरपुर में यह यह खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है।

पूर्णिया के धांगड़घाट में महानंदा अभी खतरे के निशान से ऊपर है, लेकिन वहां उसके जल-स्तर में धीरे-धीरे कमी हो रही। कुछ ऐसी ही स्थिति मधुबनी के जयनगर में कमलाबलान की है। वहां झंझारपुर में खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।

मुजफ्फरपुर के कटौंझा में बागमती भी उफनाए जा रही। सुपौल, खगड़िया, कटिहार में कोसी भी बढ़त की ओर है, लेकिन अभी बहुत चिंतित होने वाली स्थिति नहीं। जल संसाधन विभाग के अभियंता व अधिकारी अलर्ट हैं और आठों पहर तटबंधों की निगरानी हो रही।

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ट्रेनों में अब हवा से चलेंगे पंखे, पटना के इन छात्रों ने तैयार की ये खास तकनीक; भारत सरकार से मिला पेटेंट

July 3, 2024 - 10:29am

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार की राजधानी पटना स्थित बख्तियारपुर इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों गजब का कारनामा करके दिखाया है। कॉलेज के होनहार छात्रों ने एक ऐसी तकनीक डिजाइन की है, जिसकी मदद से पंखे अपने आप हवा में चलेंगे।

इन छात्रों द्वारा इजाद की गई प्राकृतिक वायु प्रवाह प्रणाली के डिजाइन को भारत सरकार ने भी पेटेंट दे दिया है। भारतीय पेटेंट कार्यालय ने इस डिजाइन को अपनी मान्यता प्रदान कर दी है। इसकी मदद से ट्रेनों में बिजली की खपत और रखरखाव पर राशि कम खर्च होगी।

यह डिजाइन महाविद्यालय के यांत्रिक अभियांत्रिकी विभाग के बीटेक आठवें सेमेस्टर के छात्र पीयूष कुमार, तुषार सिन्हा, आर्यन गुप्ता व मुकुल कुमार की टीम ने तैयार किया है।

ट्रेन के जनरल एवं स्लीपर कोच में पंखों से होने वाली बिजली की खपत को कम करने में प्राकृतिक हवादार वायु प्रवाह प्रणाली का प्रयोग स्तर पर सफल रहा है।

टीम को यांत्रिक अभियांत्रिकी विभाग के सह-प्राध्यापक डॉ. अनिल सिंह यादव ने मार्गदर्शन दिया है। प्रो. अनिल सिंह यादव महाविद्यालय के नवाचार प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी हैं।

24 घंटे में 730 यूनिट की होती है खपत

प्रो. अनिल सिंह यादव ने बताया कि परंपरागत भारतीय ट्रेन के जनरल एवं स्लीपर कोच में बिजली से चलने वाले पंखे लगे होते हैं, यह हमेशा चलते रहते हैं। जरूरत नहीं होने पर भी बिजली की खपत होती है।

सामान्य तौर पर एक ट्रेन में स्लीपर और जनरल के 15 कोच होते हैं। हर एक कोच में नौ कंपार्टमेंट होते हैं। हर एक कंपार्टमेंट में तीन पंखे लगे होते हैं। इस हिसाब से एक ट्रेन में 405 पंखे लगे होते हैं।

प्रत्येक पंखे की ऊर्जा खपत लगभग 75 वाट होती है। इस प्रकार से यदि एक ट्रेन में सभी पंखे 12 घंटे चलते हैं तो बिजली की खपत 365 यूनिटी होती है। 24 घंटे चलते हैं तो बिजली खपत 730 यूनिट होती है।

वातावरण की हवा डिब्बों में प्रवेश कराई जाएगी

रिसर्च टीम के अनुसार, नये डिजाइन में कोच की बाहरी सतह पर वायु प्रवाह मार्ग के लिए डक्ट बनाये गये हैं। जिसमें चिह्नित स्थान के क्षेत्रफल को कम करके वायु की गति को बढ़ाया जा सकता है।

इससे बाहर की कम गति की हवा को ट्रेन के कोच पर बनाए गए पैसेज से तेज गति में परिवर्तित कर अंदर बैठे यात्री तक पहुंचाया जाता है, जो कि अंदर चलने वाले पंखों का बिना बिजली खपत वाला वैकल्पिक उपाय है।

डिजाइन के अनुसार, बाहरी नलिकाओं की सहायता से वातावरण की हवा को डिब्बों में प्रवेश कराई जाएगी। जब ट्रेन गति प्राप्त करेगी तो हवा नलियों के संकुचित हिस्सों में प्रवेश से दबाव गतिज ऊर्जा में परिवर्तित हो जाएगी।

नतीजतन, बिजली के पंखों की आवश्यकता के बिना हवा को डिब्बों में प्रवेश मिल जाता है, जिससे बिना बिजली की खपत के ट्रेन के अंदर प्राकृतिक वेंटिलेशन हो जाएगा।

कोच बनने में लगेगा 3 से 4 साल

प्रो. अनिल के अनुसार छात्रों के डिजाइन को धरातल पर लाने के लिए जल्द ही भारतीय रेलवे से पत्राचार शुरू किया जाएगा। पेटेंट प्राप्त होने से यह कार्य सहज हो जाएगा।

इस डिजाइन के अनुसार, कोच को बनने में तीन से चार साल का समय लग सकता है। वरीय प्रोफेसर और विज्ञानी की सलाह पर इसे और माडिफाइ किया जाएगा।

प्राचार्य डॉ. कुमार सुरेंद्र ने कहा कि छात्रों को तकनीकी कौशल के साथ-साथ समस्या-समाधान और नवाचार के लिए प्रोत्साहन का यह परिणाम है। इससे बिजली की खपत में 10 प्रतिशत तक की कमी आ जाएगी। हवा में शीतलन की क्षमता बढ़ेगी।

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Bihar Weather Today: पटना सहित बिहार के इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, IMD ने जारी किया येलो अलर्ट

July 3, 2024 - 8:15am

जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Monsoon Today राजधानी पटना समेत बिहार के गोपालगंज, अरवल, मुजफ्फरपुर, कैमूर, रोहतास और वैशाली में गरज-तड़क के साथ भारी वर्षा को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, सिवान, भोजपुर, बक्सर, सीतामढ़ी, सारण, मधुबनी में गरज-तड़क के साथ अति भारी वर्षा को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

राज्य के उत्तर-मध्य और दक्षिणी भागों में मेघ गर्जन के साथ छिटपुट बारिश की संभावना है। अगले दो दिनों के दौरान प्रदेश के तापमान में विशेष परिवर्तन के आसार नहीं हैं।

मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, पूर्वी बिहार और इसके आसपास क्षेत्र में चक्रवाती परिसंचरण का क्षेत्र बना हुआ है। ट्रफ लाइन उत्तर-पश्चिम बिहार से उप हिमालय पश्चिम बंगाल से होते हुए दक्षिण असम तक प्रभावी है। इनके प्रभाव से पटना सहित पूरे राज्य में गरज-तड़क के साथ वर्षा का क्रम जारी रहेगा।

पटना सहित राज्य के अलग-अलग जिलों में झमाझम बारिश के कारण मौसम सामान्य बना रहा। बारिश के कारण कई मोहल्ले में जल जमाव की स्थिति बनी रही।

बीते चौबीस घंटे कैसा रहा मौसम

बीते 24 घंटों के दौरान राज्य में बसे अधिक बारिश सिवान के बड़हरिया में दर्ज की गई। बड़हरिया में सर्वाधिक 220.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। जबकि, मंंगलवार को राजधानी में 12.4 मिमी वर्षा एवं सर्वाधिक वर्षा 118.3 मिमी मोतिहारी में दर्ज किया गया।

पटना का अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री सेल्सियस एवं 33.3 डिग्री सेल्सियस के साथ सीतामढ़ी में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

सामान्य से अधिक वर्षा के आसार

पटना समेत बिहार के अधिसंख्य भागों में इस माह में सामान्य से अधिक बारिश के आसार हैं। जुलाई में ला नीना के प्रभाव से सामान्य से 110 से 115 फीसद अधिक बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र ने जुलाई में मौसम को लेकर पूर्वानुमान जारी किया है।

375-390 मिमी बारिश की संभावना

राज्य में इस महीने सामान्य वर्षा 340.5 मिमी है, जो इस बार 375-390 मिमी तक होने की संभावना है। वहीं, औसत अधिकतम तापमान 35-37 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। जिस दिन वर्षा का अभाव होगा उस दिन धूप निकलने के कारण तापमान में एक से दो डिग्री की बढ़ोतरी के आसार है।

अबतक सामान्य से कम बारिश

जुलाई में कहीं हल्की ताे कहीं बहुत भारी वर्षा की संभावना है। हालांकि, अभी किशनगंज और अररिया को छोड़कर राज्य में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विज्ञानी के अनुसार, ला-नीना के प्रभाव होने पर हवा मजबूत होने के साथ अच्छी वर्षा की संभावना है।

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Bihar: खुशखबरी! बिहार में भी हिंदी में होगी मेडिकल की पढ़ाई, छात्र अपनी पसंद के हिसाब से भाषा का विकल्प चुन सकेंगे

July 3, 2024 - 6:00am

 जागरण संवाददाता, पटना। मध्य प्रदेश के बाद बिहार देश का ऐसा दूसरा राज्य बन गया है, जहां हिंदी में भी मेडिकल की पढ़ाई होगी। राज्य के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में हिंदी माध्यम से पढ़ाई की व्यवस्था सरकार ने प्रभावी कर दी है। छात्र अपनी पसंद के हिसाब से अंग्रेजी अथवा हिंदी में पढ़ाई का विकल्प चुन सकने के लिए स्वतंत्र होंगे।

राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुरुप नीट (यूजी) परीक्षा-2024 में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं के लिए इसी सत्र से हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम राज्य में लागू होगा।

अनुशंसा के आधार पर सरकार ने यह निर्णय लिया

राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने मंगलवार को बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश की पहल पर यह ऐतिहासिक व्यवस्था प्रभावी की गई है। नौ सदस्यीय उच्चस्तरीय कमेटी की अनुशंसा के आधार पर सरकार ने यह निर्णय लिया है।

भोपाल में हिंदी भाषा में मेडिकल की पढ़ाई हो रही है

मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने मेडिकल पाठ्यक्रम की पढ़ाई हिंदी में कराने को लेकर तीन सदस्यीय पदाधिकारियों के एक दल का गठन किया था। जिसने गांधी मेडिकल कॉलेज, भोपाल जाकर अध्ययन किया। वहां हिंदीभाषा में मेडिकल की पढ़ाई हो रही है। कमेटी की अनुशंसा के आधार पर मध्य प्रदेश द्वारा लागू व्यवस्था को बिहार में भी लागू किया गया है।

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Bihar News: ढाई सौ वाहनों के साथ अयोध्या निकले सम्राट चौधरी, आज उतारेंगे पगड़ी; जानें क्यों बांधा था मुरेठा

July 3, 2024 - 6:00am

 राज्य ब्यूरो, पटना। सिर पर बंधा संकल्प का मुरेठा (पगड़ी) उतारने के उद्देश्य से उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मंगलवार को दल-बल के साथ पटना से अयोध्या धाम प्रस्थान किए। प्रस्थान करते हुए उन्होंने कहा कि जंगल-राज व अराजकतावादियों को सत्ता से हटाने का संकल्प लेते हुए सिर पर मुरेठा बांधा था।

28 जनवरी, 2024 को उस संकल्प की सिद्धि हो गई। उसके बाद उन्होंने सरस सलिला सरयू के पवित्र जल में स्नान कर प्रभु श्रीराम के चरणों में मुरेठा अर्पित करने व केशदान की घोषणा की थी।

मुरेठा उतारेंगे और मुंडन कराएंगे

बुधवार को अयोध्या में वे संकल्प सिद्धि का प्रतिदान करेंगे। मुरेठा उतारेंगे और मुंडन कराएंगे। सम्राट भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं। उनके दल-बल में अनेक मंत्रियों, विधायकों, पार्टी पदाधिकारियों, नेताओं व कार्यकर्ताओं के लगभग ढाई सौ वाहन हैं।

विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष रहते हुए सम्राट ने तत्कालीन महागठबंधन सरकार के मुखिया को पद से हटाने का संकल्प लिया था। उन्होंने कहा कि उनका संकल्प केवल सत्ता के मुखिया को कुर्सी से हटाना नहीं, बल्कि बिहार को जंगल-राज वाले लुटेरों से भी मुक्ति दिलाना था।

सरकार बनाकर उनका संकल्प पूरा हो गया- सम्राट

28 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जंगल-राज के प्रतीक महागठबंधन से अलग और मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया था। उसी दिन नीतीश कुमार के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का सरकार बनाकर उनका संकल्प पूरा हो गया। अब वे नीतीश कुमार के सहयोगी हैं और बिहार में सुशासन व विकास को समर्पित सरकार चल रही है। अब भ्रष्टाचारियों, लुटेरों, माफियाओं व परिवारवादियों के लिए कोई स्थान नहीं।

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पटना HC ने गया के न्यायिक दंडाधिकारी को जारी किया नोटिस, पूछा- क्यों न अदालती अवमानना का मामला बनाया जाए

July 3, 2024 - 12:08am

विधि संवाददाता, पटना। एक वर्ष से अधिक समय तक हाई कोर्ट के आदेश के पालन नहीं करने के मामले पर गंभीर रुख अपनाते हुए पटना हाई कोर्ट ने गया के एक न्यायिक दंडाधिकारी (प्रथम श्रेणी) को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

हाई कोर्ट ने न्यायिक दंडाधिकारी से पूछा है कि अदालती आदेश का पालन नहीं किए जाने पर क्यों नहीं उनके विरुद्ध अवमानना की कार्रवाई प्रारंभ की जाए? कोर्ट ने स्पष्ट किया कि नोटिस गया के जिला एवं सत्र न्यायाधीश के माध्यम से हस्तगत कराया जाए।

'दंडाधिकारी ने एक साल से अध‍िक लटकाया मामला'

न्यायाधीश संदीप कुमार की एकल पीठ ने अशोक कुमार की याचिका पर वरीय अधिवक्ता शशि शेखर द्विवेदी को सुनने के बाद उक्त निर्देश दिया।

द्विवेदी में बताया कि हाई कोर्ट ने 21 मार्च, 2023 को संबंधित न्यायिक दंडाधिकारी को यह निर्देश दिया था कि दोनों पक्षों द्वारा किए गए समझौता के आधार पर लंबित मुकदमे का निपटारा दो माह के अंदर निश्चित रूप से करें, लेकिन मामले का निपटारा नहीं हुआ।

द्विवेदी ने कोर्ट को बताया कि हाई कोर्ट ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि अगर दो माह तक सूचक कोर्ट में उपस्थित नहीं होती है तो निचली अदालत इस मामले का निष्पादन तुरंत कर देगा, लेकिन संबंधित दंडाधिकारी द्वारा इस मामले को एक वर्ष से अधिक अवधि तक लटका कर रखा गया है।

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बिहार में अगले माह से खनिज परिवहन वाहनों पर रज‍िस्‍ट्रेशन नंबर लिखना अनिवार्य, एक जुलाई से लागू होनी थी व्‍यवस्‍था; अब आगे बढ़ी

July 2, 2024 - 11:56pm

राज्य ब्यूरो, पटना। बालू समेत अन्य लघु खनिज की चोरी रोकने के लिए खान एवं भू-तत्व विभाग ने खनिज परिवहन वाहनों पर अनिवार्य रूप से निबंधन संख्या लिखने का निर्णय लिया था।

यह व्यवस्था पहली जुलाई से प्रभावी होनी थी, लेकिन इस कार्य में हो रहे विलंब को देखते हुए विभाग ने वाहन मालिकों को और एक महीने की मोहलत दी है। वाहनों पर निबंधन लिखने की व्यवस्था अब पहली अगस्त से प्रभावी होगी।

एक अगस्‍त से लागू होगी व्‍यवस्‍था

राज्य में बालू समेत अन्य लघु खनिज की तस्करी, नदियों से अवैध खनन की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए सरकार ने खनिज वाहनों पर निबंधन की व्यवस्था बनाई थी।

इस संबंध में 15 मई को ही निर्णय लिया गया था और व्यवस्था को एक जुलाई से प्रभावी बनाया जाना था। लेकिन अब नए आदेश के तहत यह व्यवस्था एक अगस्त से प्रभावी होगी।

खनिज परिवहन करने वाले वाहनों के चारो तरफ लाल रंग की 20 इंच चौड़ी पट्टी पेंट करके उस पर सफेद रंग से छह इंच चौड़े फॉन्‍ट साइज के शब्दों में खनन वाहन निबंधन संख्या और निबंधन साफ्ट की निबंधन संख्या लिखने की व्यवस्था बनाई गई है, ताकि वाहनों को दूर से पहचाना जा सके और अवैध तरीके से खनन ढोने वाले वाहनों पर अंकुश लगाया जा सके।

विभाग ने अपने आदेश में स्पष्ट कर दिया है कि जो वाहन एक अगस्त से प्रभावी व्यवस्था को नहीं अपनाएंगे उनके वाहनों के लिए ई-चालान जारी नहीं किया जाएगा।

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'राहुल गांधी को मठ-मंदिरों में पूजा की अनुमति न दें', लोकसभा नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ VHP ने खोला मोर्चा

July 2, 2024 - 11:32pm

राज्य ब्यूरो, पटना। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के केंद्रीय सलाहकार व केंद्रीय प्रन्यासी पद्मश्री डा. आरएन सिंह ने मंगलवार को प्रेस-वार्ता कर संसद में दिए गए वक्तव्य के लिए लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की कटु आलोचना की है।

उन्होंने हिंदू समाज से आग्रह किया है कि राहुल को मठ-मंदिरों में पूजा करने की अनुमति न दें। इसी के साथ चेतावनी दी कि जिस दिन हिंदू सही तरीके से जाग जाएगा, उसी दिन राहुल जैसे लोगों का रास्ता दिखा दिया जाएगा।

'हिंदुओं का श्मशान एक ही होता है'

हिंदू विरोधी मानसिकता से प्रेरित होने का आरोप लगाते हुए आरएन सिंह ने कहा कि राहुल अगर समझते हैं कि संसद में बोलने के विशेषाधिकार के चलते वे कुछ भी बोल सकते हैं तो यह उनकी भ्रांति है। सनातन दुनिया की सबसे पुरानी संस्कृति है और जातियों में बंटे होने के बावजूद हिंदुओं का श्मशान एक ही होता है।

मुसलमान और ईसाइयों में अलग-अलग जातियों के कब्रगाह भी अलग-अलग होते हैं। हमारी एकता को कमजोरी न समझें। विपक्ष के नेता के रूप में अपने पहले भाषण में ही संसद में राहुल ने कह दिया कि हिंदू हिंसक होते हैं और हिंदू संगठन उन्हें हिंसा के लिए प्रेरित करते हैं।

संभव है कि उनके मन में राम-कृष्ण की छवि हो, जिन्होंने क्रमश: रावण-कंश का वध किया। कई और भी पौराणिक कहानियां हैं। बहरहाल राहुल ने संसद की गरिमा को तार-तार करते हुए सार्वजनिक रूप से हिंदुओं को गाली दी है।

अगर साहस है तो वे किसी और समुदाय के बारे में एक भी शब्द बोलकर दिखाएं। राहुल निर्वाचन के समय हिंदू बनने का अभिनय करते हैं। वे जानते हैं कि सहिष्णु हिंदू समाज अतिशय अपमान का सहन कर भी अपना मुंह नहीं खोलता। प्रेस-वार्ता में विहिप के प्रांत सह मंत्री संतोष सिसोदिया और प्रांत संगठन मंत्री चितरंजन कुमार भी उपस्थित थे।

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