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बीजेपी नेताओं पर बरसी कांग्रेस, कहा- अदाणी के प्रवक्ता की ओवरटाइम नौकरी कर रहे
राज्य ब्यूरो, पटना। अमेरिका में धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के मामले में फंसे उद्योगपति गौतम अदाणी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बिहार कांग्रेस के नेताओं ने राजधानी के आयकर गोलंबर पर जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने पुतला दहन भी किया। प्रदर्शन कर रहे नेताओं ने संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन कर अदाणी मामले की जांच की भी मांग की।
क्या है मामलामामला अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड और एक अन्य फर्म से जुड़ा हुआ है। इस मामले में अमेरिका की एक अदालत में 24 अक्तूबर को मामला दर्ज किया गया। 'यूनाइटेड स्टेट्स अटॉर्नी ऑफिस का कहना है कि अदाणी ग्रुप ने भारत में सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट के लिए अधिकारियों को 265 मिलियन डॉलर यानी लगभऊग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी है या फिर देने की योजना बना रहे हैं। साथ ही ये भी कहा गया कि इससे अदाणी ग्रुप को अगले 20 साल में लगभघ 2 अरब डॉलर का फायदा होने का अनुमान है।'
BJP नेताओं को बताया अदाणी का प्रवक्ताप्रदर्शन व पुतला दहन कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सदस्य डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि अदाणी पर गैर जमानती वारंट जारी हुआ है बावजूद केंद्र सरकार इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। भाजपा के नेता देश की छवि धूमिल करने वाले अदाणी का प्रवक्ता बनकर टीवी चैनलों पर ओवरटाइम नौकरी कर रहे हैं।
ये सोचने वाली बात है कि आखिर भारत की रिश्वतखोरी की जांच अमेरिका में हो जाती है, लेकिन देश के अंदर ऐसी सरकार है जो इस मामले में कान में तेल डालकर सो रही है। इस मामले में अविलंब संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन कर निष्पक्ष जांच हो और अदाणी के साथ रिश्वतखोरी मामले में दोषी अधिकारियों की भी गिरफ्तारी हो।
मोदी सरकार पर साधा निशानाअखिलेश सिंह ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी ने लगातार अदाणी को केंद्र की मोदी सरकार का संपोषित नेक्सस बताया, जिसको भाजपा और उसके सहयोगियों ने झुठलाया। हाल ही में अमेरिका में हुई कार्रवाई ने इसे सही साबित कर दिया है। प्रदर्शन में शामिल कांग्रेस विधान सभा में दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान ने कहा कि कांग्रेस ने लगातार अदाणी के बढ़ते व्यापारिक साम्राज्य पर जांच की बात कही, लेकिन भाजपा नेतृत्व वाली मोदी सरकार मौन धारण करके अदाणी की गिरफ्तारी नहीं कर रही है।
इस प्रदर्शन में पूर्व मंत्री कृपानाथ पाठक, डॉ. समीर कुमार सिंह, वीणा शाही, प्रेमचंद्र मिश्रा, निर्मल वर्मा, ब्रजेश पांडेय, राजेश राठौड़, कपिल देव प्रसाद यादव, अमिता भूषण, आनंद माधव सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता मौजूद रहे।
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विकाश चंद्र पाण्डेय, पटना। विधानसभा में नंबर एक की पार्टी रहा राजद अब दूसरे पायदान पर खिसक गई है। इसका सबसे बड़ा कारण इसी महीने चार सीटों (रामगढ़, तरारी, बेलागंज, इमामगंज) पर हुए उपचुनाव में पराजय भी है। राजद के लिए उप चुनाव का मैदान पहले भी सहज नहीं रहा है और इस बार तो उसके हाथ केवल निराशा लगी है। अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव भी होने हैं, जिसके लिए राजद को इस हार से उभरकर आगे की तैयारी करनी होगी। हालांकि, पिछले चुनाव की कमियों-खामियों से सीखने की उसने जहमत उठाई हो, इसका दावा उचित नहीं।
10 सीटों में केवल एक पर मिली जीतबिहार में 2020 के चुनाव के बाद से अब तक विधानसभा के दस क्षेत्रों में उपचुनाव हो चुका है। राजद और उसके नेतृत्व वाला महागठबंधन उनमें से नौ सीटों पर पटखनी खा चुका है। एकमात्र बोचहां की ही सीट रही, जिसमें उपचुनाव के नतीजे राजद के पक्ष में रहे। बची 9 सीटों को जीतने के लिए राजद ने चाहे जितना भी प्रयास किया हो, लेकिन प्रदर्शन अपेक्षा के विपरीत ही रहा।
उपचुनाव वाले क्षेत्र और नतीजेतारापुर, कुशेश्वरस्थान, कुढ़नी, बोचहां, रूपौली, गोपालगंज, रामगढ़, तरारी, बेलागंज, इमामगंज में विधानसभा चुनाव के बाद उप चुनाव हुआ। इनमें से तीन सीटें (कुढ़नी, रामगढ़, बेलागंज) राजद की थीं, जहां वह हार गया।
राजद की उपलब्धि अवसर-जनितवीआइपी के विधायक मुसाफिर पासवान के अकाल निधन के बाद बोचहां में उप चुनाव हुआ। मुसाफिर के पुत्र अमर पासवान राजद के प्रत्याशी रहे। रमई राम की पुत्री गीता देवी वीआइपी से प्रत्याशी थीं। त्रिकोणीय संघर्ष में राजद से भाजपा की बेबी कुमारी हार गईं और ये सीट राजद के खाते में आ गई।
गढ़ में भी हारी RJDराजद को उपचुनाव में उन सीटों पर भी हार का सामना करना पड़ा जो कई साल से उसका गढ़ रहे हैं और कुछ क्षेत्रों में वह पिछले चुनावों तक काबिज रही थी। इसके बावजूद अगर पार्टी चूक गई तो अपनी रणनीतिक कमजोरी और इतिहास के कारण ही। सत्ता और सियासत के लिए राजद ने माय (मुसलमान-यादव) समीकरण पर इतनी निर्भरता बना ली कि उसके बाप (बहुजन-अगड़ा-अति पिछड़ा) वाले दांव पर किसी को यकीन ही नहीं हो रहा।
इस बार तो उससे 'माय' ने भी कुछ 'खेल' किया है। बेलागंज और रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र इसके शानदार उदाहरण हैं। तरारी का परिणाम बता रहा कि चाहत मात्र से 'बाप' किसी का नहीं हो जाता। राजद के नेता भी इसे स्वीकार कर रहे, लेकिन संगठन में अपनी संभावना के कारण कोई मुखर नहीं हो रहा।
क्षोभ अभी मौन हैराजद नेताओं का ही मानना है कि कुढ़नी और रूपौली, दो ऐसे क्षेत्र थे, जहां हार से सबक लेना चाहिए था। हालांकि, उसने कुछ सीखने के बजाय पुरानी गलतियां ही दोहराई गईं। व्यक्तिवाद और परिवारवाद से मोह के कारण भी पार्टी की मिट्टी पलीद हो रही। वर्षों से जमे-जमाए नेताओं को तो इससे कोई फर्क नहीं, लेकिन राजनीति की नई पौध के लिए प्रतीक्षा अंतहीन होती जा रही। कई चेहरों पर इसका क्षोभ उभर आता है।
प्रतिकार और पुरस्कार का द्वंद्वकुढ़नी में लगभग दो वर्ष पहले उप चुनाव हुआ था और रूपौली में तो चार माह पहले ही। कुढ़नी राजद की सीट थी, जिसे उप चुनाव में उसने भाजपा के उसी केदार प्रसाद गुप्ता को सौंप दिया, जिनसे 2020 में उस सीट को राजद ने झटका था। केदार अब पंचायती राज मंत्री हैं। भाजपा में बदले का पुरस्कार कुछ ऐसे मिलता है।
दूसरी तरफ राजद को देखिए, रूपौली का उदाहरण उचित होगा। जिस बीमा भारती के कारण 2010 में उसे यह सीट सहयोगी दल के हवाले कर देनी पड़ी, उन्हीं को राजद उप चुनाव के मैदान में लेकर आया। ऐसा तब जबकि दो माह पहले हुए लोकसभा चुनाव में राजद के टिकट पर पूर्णिया की जनता ने बीमा की जमानत तक जब्त करा दी थी।
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Waqf Bill:'नमाज और जकात का भी दस्तूर नहीं', वक्फ बोर्ड पर PM मोदी के बयान पर मौलाना मदनी का पलटवार
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। जमीअत उलेमा-ए-हिंद की बिहार इकाई का भारतीय संविधान सुरक्षा एवं राष्ट्रीय एकता सम्मेलन पटना के बापू सभागार में आयोजित किया गया। इस दौरान जमीअत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह कहना कि वक्फ का संविधान में कोई स्थान नहीं है, अनुचित है। ऐसी बातों से समाज में नफरत फैलती है। वक्फ इस्लाम का एक अहम हिस्सा है। कुरान शरीफ और पैगंबर मोहम्मद साहब की शिक्षा के अनुसार सदियों से मुसलमान अपनी संपत्तियों को जनकल्याण के लिए वक्फ करते रहे हैं।
वक्फ संशोधन बिल की निंदामौलाना अरशद मदनी ने कहा कि भारतीय संविधान में नमाज, रोजा, हज, जकात आदि का भी उल्लेख नहीं है, जबकि यह सभी इस्लाम के स्तंभ हैं। वक्फ संशोधन बिल की निंदा करते हुए सभी ने इसे एक स्वर से खारिज कर दिया। मौलाना अरशद मदनी ने सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए कहा कि एनडीए में शामिल टीडीपी और जेडीयू खुद को धर्मनिरपेक्ष पार्टी बताती है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उन्होंने वक्फ बिल को लेकर मुसलमानों की भावनाओं का ध्यान रखते हुए विधेयक के समर्थन से खुद को अलग करने की अपील की।
आजादी के लिए कुर्बान हुए 33 हजार उलेमाउन्होंने कहा कि भारत की आजादी के लिए जमीयत उलेमा 1803 से लेकर 1947 तक हर मोर्चे पर संघर्ष करता रहा। आजादी के लिए 33 हजार उलेमा ने अपनी कुर्बानी दी है। हिन्दुस्तान हमारा मुल्क है, इस देश के संविधान ने सभी को अपने धर्म के अनुसार जीने का अधिकार दिया है। उन्होंने कहा कि नफरत की सियासत करने वालों को जनता ने झारखंड में सबक सिखाया है। सम्मेलन में वक्ताओं ने सभी धर्म व समाज के लोगों से एकजुट होकर हिंदूस्तान में प्रेम व सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने, संविधान की रक्षा करने की अपील की।
उपाध्यक्ष मौलाना सैयद असजद मदनी, जमीयत उलमा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष मौलाना अशहद राशिदी, बिहार के अध्यक्ष मौलाना बद्र अहमद मुजीबी, पश्चिम बंगाल के मुफ्ती शमसुद्दीन, बनारस के मौलाना अब्दुल्लाह नासिर कासमी, मौलाना हैदरउल इस्लाम, मौलाना अनवर आलम समेत अन्य ने अपने विचार रखें।
विहिप ने वक्फ संशोधन विधेयक का किया स्वागतएक ओर जहां जमीयत उलमा हिंद ने वक्फ संशोधन बिल की निंदा की वहीं दूसरी ओर विहिप ने वक्फ संशोधन विधेयक का स्वागत किया। विहिप विधि प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय सह संयोजक अभिषेक आत्रेय ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 का हम स्वागत करते हैं। अपेक्षा करते हैं कि इसे शीघ्र लागू किया जाएगा। इस विषय पर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का विधि प्रकोष्ठ कई वर्षों से काम कर रहा है। वे रविवार को गांधी संग्रहालय में विश्व हिंदू परिषद (विधि प्रकोष्ठ) द्वारा आयोजित विचारगोष्ठी से पूर्व प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
आत्रेय ने वक्फ अधिनियम, 1995 का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें कई त्रुटियां हैं। इस अधिनियम के तहत किसी भी व्यक्ति को नोटिस देकर उसकी संपत्ति वक्फ की घोषित की जा सकती है, यानी किसी की भी संपत्ति छीनी जा सकती है। इस प्रविधान से न केवल गैर-मुस्लिम, बल्कि कई मुस्लिम समुदाय के लोग भी पीड़ित हैं। इतना ही नहीं, इस कानून के अंतर्गत न्याय के लिए आप सामान्य अदालत में भी नहीं जा सकते, मामले की सुनवाई केवल वक्फ ट्रिब्यूनल में ही होती है।
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि त्रिची में 1500 साल पुरानी संपत्ति को वक्फ घोषित कर दिया गया। इसी प्रकार बिहार के फतुहा में भी ऐसा मामला सामने आया है, जो पूरे समाज में चर्चा का विषय बन गया है। वक्फ अधिनियम की धारा 40 के अनुसार, यदि वक्फ बोर्ड किसी संपत्ति पर दावा करता है, तो उस संपत्ति का मालिकाना हक सिद्ध करने की जिम्मेदारी असली मालिक पर आ जाती है। इस कारण वक्फ बोर्ड की ओर से दावा की गई संपत्ति स्वतः उनकी हो जाती है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली हाईकोर्ट में इस साल अप्रैल में एक याचिका दायर की गई थी, जिसमें वक्फ अधिनियम के प्रविधानों को चुनौती दी गई थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसे प्रविधान किसी भी मुस्लिम देश में भी लागू नहीं हैं। इसलिए, वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को शीघ्र लागू करना आवश्यक है, ताकि कब्जा की गई संपत्तियां सुरक्षित की जा सकें और पीड़ित व्यक्ति अन्य अदालतों में न्याय की गुहार लगा सके। प्रेस वार्ता में विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री आनंद, क्षेत्र विधि संयोजक अशोक श्रीवास्तव, दक्षिण बिहार प्रांत के विधि प्रमुख श्रवण कुमार, उत्तर बिहार के विधि प्रमुख रंजन सिंह और विहिप के प्रांत मंत्री संतोष मौजूद थे।
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राज्य ब्यूरो, पटना। पूर्व विधायक सतीश कुमार के राजद में शामिल होने के उपलक्ष्य में शनिवार को राजद के प्रदेश कार्यालय में ‘बदलो बिहार कार्यकर्ता मिलन समारोह’ का आयोजन हुआ। उद्घाटन के बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने झारखंड में जीत का हवाला देते हुए अगले वर्ष बिहार में भी महागठबंधन की जीत का दावा किया। तेजस्वी यादव ने सतीश को बिहार में राजनीतिक परिवर्तन का सूत्रधार बताते हुए उन्हें पुराने साथियों को राजद से जोड़ने का टास्क दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि मैं नौजवानों को अपने साथ लाऊंगा।
उल्लेखनीय है कि सतीश तीन बार विधायक रहे हैं। 1994 में उनके द्वारा आयोजित कुर्मी चेतना रैली से बिहार की राजनीति की दिशा ही बदल गई। कार्यकर्ताओं ने आयकर गोलंबर पर ही तेजस्वी का स्वागत किया और वहां से जुलूस के स्वरूप में राजद कार्यालय तक उन्हें लेकर आए। प्रदेश के प्रधान महासचिव रणविजय साहू ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी, प्रदेश महासचिव प्रमोद राम व प्रदीप मेहता आदि उपस्थित रहे।
बिहार बदलाव चाहता हैतेजस्वी ने कहा कि हमारी पार्टी ए-टू-जेड तथा माय और बाप दोनों की पार्टी है। उप चुनाव के परिणाम से परेशान नहीं होना है। बिहार बदलाव चाहता है। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सत्ता में वापसी नहीं होनी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार को विशेष दर्जा नहीं मिला। बाढ़ में विशेष पैकेज नहीं मिला। डबल इंजन की सरकार में एक भ्रष्टाचार में तो दूसरा अपराध में लिप्त है। महंगाई-बेरोजगारी से जनता त्रस्त है। बिहार की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी और पलायन है।
बीजपी पर आरक्षण रोकने का आरोपतेजस्वी ने कहा कि अवसर मिलने पर हमने नौकरियां दीं। आरक्षण के दायरे को बढ़ाकर 65 प्रतिशत किया। आरक्षण विरोधी भाजपा के इशारे पर कोर्ट में चुनौती देकर उसे रोक दिया गया। इससे पिछड़ा, अति पिछड़ा, अनुसूचित जाति और जनजाति को 16 प्रतिशत से अधिक का घाटा हो रहा है। आरक्षण में कटौती कतई बर्दाश्त नहीं होगी।
स्मार्ट मीटर नहीं, स्मार्ट चीटरतेजस्वी ने कहा कि प्रदेश में अराजकता की स्थिति है। स्मार्ट मीटर से आर्थिक शोषण हो रहा। यह स्मार्ट मीटर नहीं, स्मार्ट चीटर है। भूमि सर्वेक्षण के बहाने जनता को परेशान किया जा रहा है। हर जगह भ्रष्टाचार का बोलबाला है। राजग सरकार में बने पुल-पुलिया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहे।
चाचा जाने क्यों बिदक गएतेजस्वी ने कहा कि विपरीत परिस्थिति में भी हमने नीतियों और सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया, लेकिन पता नहीं दो-दो बार चाचा हमारे क्यों बिदक गए। जितना हम लोगों ने सम्मान दिया, उतना कोई और नहीं करेगा। भाजपा ने उन्हें हाईजैक कर लिया है।
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Bihar Weather:अब होगी कंपकंपी वाली ठंड की एंट्री, बादल को लेकर भी IMD ने जारी किया अलर्ट
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Weather Update: बिहार के मौसम में पिछले कुछ दिनों से तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। लगातार न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी है। वहीं आने वाले दिनों में पारा और गिरने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों में राज्य में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा, जिसकी वजह से दिन के तापमान में भी गिरावट आएगी। वहीं ठंड बढ़ने के साथ ही प्रदूषण में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। कई शहरों में AQI 300 पार पहुंच गया है।
प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- पटना में आज का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के करीब बने रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के करीब बने रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस के करीब बने रहने का अनुमान है।
नवादा में पछुआ हवा के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की जा रही है। रविवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आने वाले दो-तीन दिनों में तापमान में तेज गिरावट की संभावना व्यक्त की गई है। सोमवार से कुहासा भी नजर आएगा। रविवार की देर रात शहर में कुहरे की हल्की परत नजर आई। मौसम विभाग के अनुसार, देश के पहाड़ी हिस्सों में बर्फबारी शुरू हो गई। जिसका असर मैदानी क्षेत्रों में दिखने लगा है। पटना मौसम विज्ञान केद्र के अनुसार, अगले तीन से चार दिनों में मौसम तेजी से बदलेगा। कंपकंपाने वाली ठंड प्रदेश में दस्तक देने के लिए तैयार है।
दिसंबर में कड़ाके की ठंडमौसम विभाग के अनुसार, नवंबर महीने के आखिरी में प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा, जिसकी वजह से रात के बाद अब दिन का पारा भी गिरना शुरू हो जाएगा। दिसंबर महीने की शुरुआत कड़ाके की ठंड के साथ होने के आसार हैं। वहीं पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के दौरान आंशिक रूप से बादल भी छाए रह सकते हैं।
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Bihta Danapur Elevated Road: बिहटा-दानापुर एलिवेटेड रोड को लेकर आया बड़ा अपडेट, CM नीतीश ने दिया नया ऑर्डर
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को बिहटा-दानापुर एलिवेटेड कॉरीडोर के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। वह बिहटा में बन रहे राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के मुख्यालय का काम भी देखने गए। इस दौरान मौके पर मौजूद अधिकारियों को उन्होंने कई निर्देश भी दिए।
बिहटा-दानापुर एलिवेटेड सड़क के निरीक्षण के दौरान निर्माण कंपनी के अधिकारियों ने कन्हौली में निर्माण कंपनी के कांफ्रेंस हाल में मुख्यमंत्री को एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से निर्माण कार्य के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। यह बताया गया कि इस पथ की लंबाई 25.081 किमी है। यह पटना-बक्सर फोर लेन सड़क का हिस्सा है।
इस पथ के निर्माण के क्रम में चार बाईुपास भी बनाया जाना है। पहला बाईपास नेऊरागंज के पास 1.20 किमी का, दूसरा पैनाल के पास 1.75 किमी का, तीसरा कन्हौली के पास 1.70 किमी का और चौथा बिसुनपुरा के पास 0.600 किमी का है।
मुख्यमंत्री ने कहा- एलिवेटेड कॉरीडोर का निर्माण तेजी से पूरा करेंइस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि एलिवेटेड कॉरीडोर का निर्माण तेजी से पूरा करें। इसके बन जाने से लोगों को काफी सहूलियत होगी। उनके समय की भी बचत होगी। इसके निर्माण से बिहटा एयरपोर्ट पहुंचना भी आसान हो जाएगा।
बिहटा-दानापुर एलिवेटेड कारिडोर के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री बिहटा में निर्माणाधीन एसडीआरएफ के मुख्यालय को भी देखने गए। उन्होंने निर्माण की प्रगति का जायजा लिया। भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने एक साइट प्लान के माध्यम से निर्माणाधीन परिसर के बारे में मुख्यमंत्री को विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इस परिसर में प्रशासनिक भवन, पांच सौ लोगों की क्षमता वाला आडिटोरियम, 290 प्रशिक्षुओं के लिए प्रशिक्षण केंद्र, 30 जवानों के लिए त्वरित आपदा टीम भवन, राष्ट्रीय स्तर का स्वीमिंग पुल, 108 पदाधिकारियों के लिए आवास, 330 जवानों के लिए बैरक, कमांडेंट व डिप्टी कमांडेट आवास बनाए जा रहे हैं।
सीएम नीतीश ने अधिकारियों से क्या कहा?मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आपदा मोचन बल मुख्यालय परिसर में बनाए जा रहे भवनों का निर्माण कार्य तीव्र गति से होना चाहिए। वर्ष 2010 में आपदा मोचन बल का गठन किया गया था।
प्रशिक्षण केंद्र नहीं रहने से एसडीआरएफ का प्रशिक्षण दूसरे राज्यों में होता था। अब इनके लिए यहीं स्थायी संरचना का निर्माण कराया जा रहा।
निरीक्षण के दौरान विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डा. एस सिद्धार्थ, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप पुडकलकट्टी व पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर भी मौजूद थे।
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रामगढ़ और तरारी सीट पर BJP ने राजद-माले को कैसे किया चित? पीछे से 2 बड़े नेता कर रहे थे फील्डिंग, ऐसी रही रणनीति
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार में हुए विधानसभा उप चुनाव में शत प्रतिशत सफलता प्राप्त करने के साथ ही भाजपा की जीत के कर्णधारों का कद भी बढ़ने की संभावना प्रबल हो गई है। इसमें तरारी सीट पर भाकपा (माले) के गढ़ एवं वैश्य समाज के बीच पैठ बनाने में विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी एवं पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता की भूमिका अहम रही।
इसी तरह रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में श्रम संसाधन मंत्री संतोष सिंह चक्रव्यूह रचने में सफल रहे। केदार एवं संतोष के साथ भाजपा के प्रदेश संगठन एवं सरकार में सम्मिलित अन्य मंत्रियों का चुनावी प्रबंधन भी पार्टी की कसौटी पर खरी उतरी। इसमें कई नाम सम्मिलित हैं।
भाजपा की ओर से पार्टी की दोनों सीटों के अतिरिक्त बेलागंज एवं इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में नीतीश सरकार में सम्मिलित अन्य मंत्रियों को भी लगाया गया था।
वैश्य समाज में बढ़ी गुप्ता की लोकप्रियताभाजपा ने तरारी में आरा सांसद सुदामा प्रसाद की लोकप्रियता एवं वामदल कैडर वोटर को साधने के लिए वैश्य समाज के नेता एवं पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता को उतारा था।
गुप्ता ने वैश्य समाज के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की उपलब्धियों को गिनाने के साथ ही डबल इंजन सरकार के कामकाज को भी भरसक भुनाने का प्रयास किया। इसका सुफल भी भाजपा प्रत्याशी विशाल प्रशांत को मिला।
लोकसभा चुनाव के समय इस विधानसभा क्षेत्र में जहां पांच हजार से अधिक मतों से भाजपा की हार हुई थी। वहीं, विधानसभा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ने दस हजार से अधिक मतों से जीत का परचम लहराया।
संतोष का चला सिक्का2022 में विश्वास मत के दौरान नीतीश सरकार के संकट मोचक बने एमएलसी संतोष सिंह को भाजपा ने श्रम संसाधन मंत्री बनाकर कद बढ़ाने की पहल की थी। अब एक फिर संतोष ने रामगढ़ विधानसभा सीट से अशोक सिंह को विजयी बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
उल्लेखनीय है कि विश्वास मत के दौरान संतोष सिंह ने कांग्रेस के चेनारी के विधायक मुरारी गौतम के अतिरिक्त राजद से मोहनिया विधायक संगीता कुमारी एवं भभुआ विधायक भरत बिंद को राजग के पाले लाने की पटकथा लिखी थी। अब रामगढ़ सीट के प्रभारी मंत्री के रूप में फिर संतोष ने बड़ी उपलब्धि पार्टी की झोली में डाल दी है।
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Sand Mines: अब बालू लदे ट्रक-ट्रैक्टर को पकड़वाने पर मिलेगा हजारों रुपये का इनाम, नीतीश सरकार ने निकाली गजब की स्कीम
राज्य ब्यूरो, पटना। उप मुख्यमंत्री व खान एवं भूतत्व मंत्री विजय सिन्हा ने शनिवार को बालू घाटों का हेलीकाप्टर से औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान कई गड़बड़िया सामने आई थी। इसके बाद अवैध बालू कारोबारियों के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की गई।
इस दौरान सारण जिले के डोरीगंज (छपरा) से 3000 ट्रक बालू यानी 15 लाख सीएफटी बालू जब्त किया गया। यह कार्रवाई अभी भी जारी है। इस कार्रवाई में चार ट्रक, छह ट्रैक्टर एवं जेसीबी के साथ कई गिरफ्तारियां भी हुई है। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में रविवार को उप मुख्यमंत्री ने यह जानकारी पत्रकारों को दी।
ट्रक पकड़वाने वाले को 10,000 रुपये मिलेगा इनामउन्होंने कहा कि सरकार ने ट्रक पकड़वाने वाले को 10,000 रुपये और ट्रैक्टर पकड़वाने वाले को 5,000 रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। शीघ्र ही करीब तीन से चार दर्जन ऐसे सामाजिक योद्धाओं को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर पुरस्कृत किया जाएगा।
सिन्हा ने चेतावनी दी कि यदि अवैध खनन जारी रहा, तो दोषी अधिकारियों और थाने के पदाधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। सरकार का उद्देश्य राजस्व की चोरी रोकना और खनन को नियमित करना है। उन्होंने कहा कि सरकार जीरो टालरेंस नीति के साथ आगे बढ़ रही है।
उप मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि बिहार में ओवर लोडिंग के 90 प्रतिशत की कमी आई है। इससे जहां ट्रक को लाभ हो रहा है वहीं सड़कों की आयु भी बढ़ रही है।
बालू मित्र की जल्द शुरुआत होगी- सिन्हाप्रश्न के उत्तर में सिन्हा ने कहा कि जो बालू जब्त हुई है उसकी बिक्री लोगों के आवश्यकता के अनुसार किया जाएगा। जल्द ही बालू के ऑनलाइन बिक्री की व्यवस्था लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि बालू की ओवरलोडिंग नहीं होने दिया जाएगा। बालू मित्र की जल्द शुरुआत होगी।
भोजपुर पटना सहित कई जिलों में अवैध कारोबारी को चिह्नित किया गया है। इन्हें कई बार मौका देने के बाद ये नहीं सुधरे हैं। इनके खिलाफ विभाग सख्त कार्रवाई करेगी।
वहीं जो अधिकारी माफियाओं के साथ मिलकर सरकार के राजस्व को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेंगे, उन्हें भी बक्शा नहीं जाएगा। सभी लोगों को चिह्नित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि, बालू खनन में शामिल पुलिस अधिकारी और थाना प्रभारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जिस थाने के अंतर्गत अवैध बालू खनन होगा, थाना प्रभारी अगर इसका समर्थन करते हुए पाए गए तो उसकी संपत्ति भी जब्त की जायेगी।
इसके लिए सभी थानों में सीसीटीवी कैमरा भी लगाया जाएगा। साथ ही पुलिस द्वारा गाड़ियों से अवैध वसूली को रोकने के लिए यह निर्देशित किया गया।
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डिजिटल डेस्क, पटना। झारखंड के लिए शनिवार का दिन अहम था। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन ने 81 में से 56 सीटें जीतकर शानदार वापसी की है।
दूसरी ओर, भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों ने हेमंत सोरेन को सत्ता से बेदखल करने और डबल इंजन की सरकार बनाने की उम्मीदें लगाई थीं, लेकिन वे पिछले चुनाव से भी खराब प्रदर्शन करते हुए 24 सीटों पर सिमट गईं।
वहीं, इस बार राजद भी झारखंड में चार सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाब रही। देवघर, गोड्डा, विश्रामपुर और हुसैनाबाद में राजद ने जीत दर्ज की है। विश्रामपुर विधानसभा सीट पर राजद प्रत्याशी नरेश प्रसाद सिंह के जीत पर प्रखंड में जश्न का माहौल रहा।
आइएनडीए गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने अबीर-गुलाल की होली खेली और एक-दूसरे को लड्डू खिलाकर खुशियां मनाई। मौके पर झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष राजेंद्र सोनी, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष विपिन यादव, राजद के प्रखंड उपाध्यक्ष महेंद्र यादव, मुकेश यादव, राजेंद्र पासवान, गिरवर सिंह, निर्मल यादव, रामचंद्र सिंह, जुबेर खान, काशीनाथ ठाकुर, अफजल हुसैन, ललन यादव, कृष्णा यादव, अशोक यादव, मल्लू यादव आदि मौजूद थे।
तेजस्वी ने क्या कहा?अब झारखंड में राजद के इस कमाल के बाद बिहार विधानसभा चुनाव की चर्चा भी तेज हो गई है। राजद नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा संकेत दिया है। उन्होंने भाजपा के नारे 'एक है तो सेफ हैं' पर कहा कि अलग कौन है? सब तो एक ही है। ये देश एक ही है, राज्य एक ही है तो अलग कौन है? नफरत फैलाने का काम भाजपा करती है। उन्होंने कहा कि ये (एनडीए) लोग 2024 में झारखंड हारे हैं और 2025 में बिहार भी हारेंगे।
#WATCH पटना, बिहार: राजद नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा के नारे 'एक है तो सेफ हैं' पर कहा, "अलग कौन है? सब तो एक ही है। ये देश एक ही है, राज्य एक ही है तो अलग कौन है? नफरत फैलाने का काम भाजपा करती है... ये(NDA) लोग 2024 में झारखंड हारे हैं और 2025 में बिहार हारेंगे।" pic.twitter.com/8nO0ScpUVQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2024 यहां राजद के साथ हुआ कांग्रेस का मुकाबलापलामू में छतरपुर से चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस के विधायक राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि उन्हें भाजपा के साथ साथ अपने ही गठबंधन के राजद से चुनाव लड़ना पड़ा। सभी का लक्ष्य उन्हें ही हरने का था।
उन्होंने कहा कि 2005 के बाद किसी ने छतरपुर में कांग्रेस से चुनाव नहीं लड़ा। 2024 में उन्होंने पुनः चुनाव लड़ा भाजपा व राजद के लाख प्रयास के बाद जनता ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि यह जीत जनता की जीत है, यह जीत सच्चाई की जीत है
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Bihar Weather Today: हाड़ कंपा देने वाली ठंड के लिए हो जाएं तैयार, IMD ने जारी किया लेटेस्ट अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से लगातार न्यूनतम तापमान में गिरावट देखी जा रही है। पछुआ हवा के प्रकोप के कारण ठंड का असर बढ़ रहा है। इस बीच राज्य में शनिवार को मौसम शुष्क रहा। सुबह में घना कोहरा छाया रहा। वहीं दिन में अच्छी धूप निकली, लेकिन शाम ढलते ही तापमान में गिरावट देखी गई। आगे भी इसी तरह की स्थिति बने रहने की उम्मीद है। राजधानी समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों का मौसम शुष्क बना रहेगा।
राज्य के प्रमुख शहरों के मौसम का हाल- पटना- पटना में आज का अधिकतम तापमान 28 डिग्री और न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- भागलपुर- भागलपुर में आज का अधिकतम तापमान 27 डिग्री और न्यूनतम तापमान 16 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
- मुजफ्फरपुर- मुजफ्फरपुर में आज का अधिकतम तापमान 27 डिग्री और न्यूनतम तापमान 15 डिग्री सेल्सियस बने रहने का अनुमान है।
हार कर भी जीत गए प्रशांत किशोर? उपचुनाव रिजल्ट से BJP-JDU को चौंकाया; दो सीटों पर जनसुराज का कमाल
विद्या सागर, पटना। Bihar Upchunav Results 2024: बिहार विधानसभा के उपचुनाव में पहली बार मैदान में उतरे राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज को निराशा हाथ लगी है। चारों सीटों में किसी भी सीट पर उनके प्रत्याशी को जीत नहीं मिली। तीन सीटों पर जनसुराज के प्रत्याशी तीसरे स्थान पर रहे।
वहीं रामगढ़ सीट पर चौथे स्थान पर रहे। मगध ने प्रशांत किशोर (Prashant Kishor Bihar Upchunav) को उम्मीद जरूर जगा दी है। गया जिले के इमामगंज विधानसभा सीट पर उनके उम्मीदवार जीतेंद्र पासवान ने बेहतर प्रदर्शन किया। यहां जनसुराज को 37,103 मत प्राप्त हुए। वहीं बेलागंज सीट पर मोहम्मद अमजद को 17,285 वोट मिले।
रामगढ़ में जनसुराज को मिले महज 6513 वोटमगध में दोनों प्रत्याशी जमानत बचाने में सफल रहे। वहीं, पार्टी को शाहाबाद से निराशा हाथ लगी। यहां दोनों उम्मीदवारों की जमानत तक नहीं बच सकी। कैमूर जिले के रामगढ़ में जनसुराज के सुशील कुमार सिंह को मात्र 6513 मतों से संतोष करना पड़ा।
वहीं भोजपुर जिले के तरारी विधानसभा में जनसुराज की किरण कुछ खास नहीं कर सकीं। किरण को 5622 मत प्राप्त हुए। चारों सीट में सबसे बेहतर प्रदर्शन इमामगंज में जीतेंद्र पासवान का रहा।
इन दो सीटों पर जनसुराज को मिली निराशाइसी सीट पर जनसुराज एनडीए व महागठबंधन को टक्कर देता नजर आया। वहीं बेलागंज में भी जनसुराज ने त्रिकोण खड़ा करने की कोशिश की। रामगढ़ व तरारी में जनसुराज के प्रत्याशी लड़ाई में भी नहीं दिखे।
बता दें कि चार में दो सीटों पर जनसुराज ने बीच चुनाव में उम्मीदवार बदले थे। तरारी से उप सेना प्रमुख (सेवानिवृत्त) एसके सिंह को पहले टिकट दिया। एसके सिंह का मतदाता सूची में नाम नहीं होने के कारण यहां प्रत्याशी बदलना पड़ा।
प्रशांत किशोर ने बेलागंज में भी बदला था प्रत्याशीवहीं बेलागंज में भी जनसुराज ने उम्मीदवार बदला। यहां से प्रो. खिलाफत हुसैन को पहले टिकट दिया, लेकिन बाद में मोहम्मद अमजद को मैदान में उतारा। प्रशांत किशोर के लिए सबसे चिंता का विषय उनका गृह क्षेत्र शाहाबाद ही रहा। यहां उनके प्रत्याशी जनता के बीच अपनी छाप नहीं छोड़ सके।
Prashant Kishor: क्यों हार गए उपचुनाव? प्रशांत किशोर ने राज से हटाया पर्दा, नीतीश कुमार का भी लिया नाम
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Upchunav Result 2024: बिहार में उपचुनाव में करारी हार के बाद प्रशांत किशोर की प्रतिक्रिया सामने आई है। प्रशांत किशोर ने कहा कि इस उपचुनाव में नीतीश कुमार और भाजपा के प्रति लोगों ने भरोसा जताया है, इस बात को मैं मानता हूं। लेकिन इस हार से हमें हिम्मत मिली है। हमलोगों की पार्टी तो 2 महीने की भी नहीं हुई है लेकिन 70 हजार लोगों ने हमें वोट दिया है। इससे साफ लगता है कि हमलोग सही दिशा में जा रहे हैं। हमलोग कदम पीछे नहीं खींचने वाले हैं।
मीडिया ने जब प्रशांत किशोर से पूछा कि आप चारों सीटों पर हार गए तो इसपर प्रशांत किशोर ने कहा कि जनसुराज और जनसुराज अभियान दोनों को अलग तरह से देखिए। जनसुराज अभियान जो है उसे बिहार में और बिहार के घर में स्थापित करने में दो वर्षों का समय लगा है। जब हमारे अभियान की शुरुआत हुई थी तो लोगों ने कहा कि बिहार में इसकी तो कोई जगह ही नहीं है लेकिन फिर भी हमलोग जोर-शोर से आगे बढ़े।
2 महीने से कम की पार्टी को 10 फीसदी वोट मिले: प्रशांत किशोरप्रशांत किशोर ने कहा कि मैं बता दूं कि भाजपा देश की सबसे बड़ी पार्टी है जिसे 21 फीसदी वोट मिले हैं। वहीं, आरजेडी दूसरे नंबर की पार्टी है जिसे 20 फीसदी वोट मिले हैं, वहीं जेडीयू को 11 फीसदी वोट मिले हैं। वहीं हमारी पार्टी को 2 महीने भी नहीं हुए लेकिन हमें लगभग 10 फीसदी वोट मिले।
प्रशांत किशोर ने बताई हार की वजहप्रशांत किशोर ने कहा कि हमारी पार्टी काफी कम दिनों की पार्टी है और हम उस क्षेत्र में चुनाव लड़े जहां हमारी पदयात्रा नहीं हुई। फिर भी जनता ने भरोसा जताया। प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं इस प्रदर्शन को अच्छा नहीं कह रहा हूं बल्कि इससे अच्छा प्रदर्शन किया जा सकता था।
इस हार से हम हिम्मत हारने वाले नहीं हैं: प्रशांत किशोरप्रशांत किशोर ने कहा कि हम हिम्मत हारने वाले नहीं हैं। हमारे अभियान में 1 प्रतिशत भी कमी नहीं आने वाली है। हम बिहार में सुधार के लिए काम करते रहेंगे। बिहार के लोगों की समस्या को सुनते रहेंगे।
Bihar Bypoll Result 2024: प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज पार्टी का चारों सीट पर क्या है हाल?
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार में चार सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। रामगढ़, तरारी, बेलागंज और इमामगंज में वोटों की गिनती शुरू हो गई है। खास बात ये है कि प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी भी चुनावी मैदान में ताल ठोक रही है। आपको हम जन सुराज पार्टी का रिपोर्ट कार्ड यहां बताएंगे। सबसे तेज नतीजे देखें।
तरारी विधानसभा का अपडेटतरारी विधानसभा सीट पर जनसुराज पार्टी की प्रत्याशी को अब तक हुए ... राउंड में ... वोट (सुबह 10 बजे तक) मिले हैं।
इमामगंज विधानसभा सीट: पीके की पार्टी दूसरे नंबर परइमामगंज विधानसभा सीट पर जनसुराज पार्टी की प्रत्याशी को अब तक हुए पहले राउंड में 3468 वोट (सुबह 9.15 बजे तक) मिले हैं।
चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, इमामगंज में पहले राउंड की गिनती में राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार रौशन कुमार 2665 वोट से आगे चल रहे हैं। उन्हें पहले राउंड में 6133 वोट मिले हैं।
वहीं, प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी यहां दूसरे नंबर पर है। यहां जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार जितेंद्र पासवान को पहले राउंड में 3468 वोट मिले हैं। तीसरे नंबर पर पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा है।
बेलागंज विधानसभा का अपडेटबेलागंज विधानसभा सीट पर जनसुराज पार्टी की प्रत्याशी को अब तक हुए ... राउंड में ... वोट (सुबह 10 बजे तक) मिले हैं।
रामगढ़ विधानसभा का अपडेटरामगढ़ विधानसभा सीट पर जनसुराज पार्टी के प्रत्याशी सुशील कुमार सिंह को अब तक हुए पहले राउंड में 504 वोट (सुबह 9.25 बजे तक) मिले हैं।
चुनाव आयोग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, रामगढ़ में पहले राउंड की गिनती में बहुजन समाज पार्टी के सतीश कुमार सिंह यादव पहले स्थान पर हैं। वह 2403 वोट की बढ़त के साथ आगे चल रहे हैं।
बसपा उम्मीदवार को यहां पहले राउंड में 7531 वोट मिले हैं। यहां दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी है। तीसरे स्थान पर राष्ट्रीय जनता दल और प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी चौथे स्थान पर है।
Bihar Weather Today: बिहार में तेजी से गिर रहा पारा, कब पड़ेगी कड़ाके की ठंड? IMD ने दी नई जानकारी
जागरण संवाददाता, पटना/गोपालगंज। पिछले एक सप्ताह से तापमान में गिरावट के बीच पछुआ हवा के प्रकोप के कारण ठंड का असर बढ़ गया। उत्तर-पश्चिम से चल रही हल्की ठंडी हवाओं की वजह से न्यूनतम तापमान तड़के 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। शुक्रवार की सुबह ठिठुरन का अहसास रहा। मौसम विशेषज्ञों के आकलन के मुताबिक ठंड का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
वैसे गुरुवार को दिन में अच्छी धूप निकलने के कारण लोग अपने कामकाज में लगे दिखे, लेकिन शाम ढलने के साथ ही हल्की पछुआ हवा का प्रकोप दिखा। रात के नौ बजे के बाद ठंड का असर दिखने लगा।
चंद घंटे में ही मौसम का मिजाज अचानक बदल गया और शुक्रवार की तड़के चार बजे तापमान 12 डिग्री के आसपास पहुंच गया। सुबह आठ बजे के बाद धूप निकलने के कारण लोगों ने राहत की सांस ली। दिन में धूप निकलने के बाद भी दिन का पारा 28 डिग्री से आगे नहीं बढ़ा। शाम में कनकनी बढ़ गई।
मौसम विभाग की मानें तो अगले कुछ दिनों तक तेज हवा के प्रकोप के कारण ठंड का असर जारी रहेगा। अगले एक-दो दिन में रात के तापमान में दो से तीन डिग्री तक की गिरावट आएगी और रात का तापमान और घटेगा।
रात के अलावा दिन के तापमान में भी दो से तीन डिग्री तक की गिरावट का अनुमान व्यक्त किया गया है। मौसम विशेषज्ञों की मानें तो अब दिसंबर माह तक रात व दिन का तापमान कम बना रहेगा। इस कारण ठंड बढ़ेगी।
न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावटप्रदेश के न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट आ रही है। सुबह-देर शाम कोहरे का असर दिखने लगा है। शुक्रवार को डेहरी राज्य का सर्वाधिक ठंडा स्थान रहा, जहां का न्यूनतम तापमान 11.02 रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह पटना में न्यूनतम तापमान 16.01 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
छपरा में 13.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। मधुबनी एवं फारबिसगंज राज्य के सर्वाधिक गर्म स्थान रहे, जहां पर अधिकतम तापमान 31.02 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि प्रदेश के न्यूनतम तापमान में अब लगातार कमी होती जाएगी।
वहीं, अधिकतम तापमान भी अब धीरे-धीरे गिरेगा। ऐसे में लोगों को मौसम के प्रति बेहद सावधान रहने की जरूरत है। खासकर सुबह एवं शाम जब तापमान में ज्यादा अंतर होता है तो गर्म वस्त्र का उपयोग करें।
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Bihar Politics: उधर झारखंड में रिजल्ट का इंतजार, इधर बिहार BJP में हलचल; गिरिराज के घर पहुंचे नेता
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार भाजपा कोर ग्रुप ने निर्धारित समय सीमा में सक्रिय सदस्यता अभियान का लक्ष्य पूरा नहीं होने पर चिंता जताई है। वहीं, बूथ से लेकर शक्ति केंद्र, मंडल एवं जिला अध्यक्षों का मनोनयन सर्वसम्मति से कराने पर कोर ग्रुप की मुहर लग गई है।
केंद्रीय मंत्री कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह के नई दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर संगठन महापर्व, संगठनात्मक चुनाव एवं भावी कार्यक्रमों को लेकर शुक्रवार को बैठक हुई। इस दौरान जिला स्तर पर राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में सम्मिलित दलों के बीच बेहतर समन्वय बनाने पर कोर ग्रुप ने जोर दिया।
इसके तहत 30 नवंबर तक प्रति बूथ पर दस से 12 सदस्यीय कमेटी बनाने का लक्ष्य पार्टी ने तय किया। इसमें बूथ अध्यक्ष के अतिरिक्त एक सचिव एवं दस से 12 सदस्यीय बूथ कमेटी गठित होगी। इसके बाद पहली से 15 दिसंबर तक 1180 मंडल अध्यक्षों के मनोनयन के साथ संगठन में 75 से 80 प्रतिशत नए चेहरे को दायित्व देने पर चर्चा हुई।
बैठक में मुख्य रूप से उप मुख्यमंत्री द्वय सम्राट चौधरी एवं विजय सिन्हा, कृषि मंत्री मंगल पांडेय के अतिरिक्त प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया व क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेंद्र नाथ त्रिपाठी आदि सम्मिलित हुए।
'झारखंड और महाराष्ट्र का परिणाम NDA के पक्ष में आएगा'समाज कल्याण मंत्री व जदयू नेता मदन सहनी ने शुक्रवार को दावा किया कि बिहार में जिन चार सीटों पर उप चुनाव हुआ है उनमें सभी पर एनडीए प्रत्याशी की जीत होगी। झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में भी परिणाम एनडीए के पक्ष में आएगा। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित जन सुनवाई कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।
मदन सहनी ने कहा कि जनता ने गोलबंद होकर एनडीए के पक्ष में मतदान किया है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए उनहोंने कहा कि मुख्यमंत्री के महिला संवाद कार्यक्रम को फिजूलखर्ची बताना उनकी ओछी मानसिकता को उजागर करता है। महिला सशक्तिकरण की दिशा में नीतीश सरकार ने नए कीर्तिमान गढ़े हैं।
पंचायती राज एवं नगर निकायों में महिलाओं को 50 फीसदी तथा सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत का आरक्षण देकर उनके नेता ने आधी आबादी को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का काम किया है।
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Bihar New IPS Officer: बिहार को मिले 5 नए आईपीएस अफसर, इन जिलों में पोस्टिंग; 3000 पुलिसवालों को प्रमोशन
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar New IPS Officers बिहार को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के पांच नए अधिकारी मिले हैं। इन पुलिस अधिकारियों को व्यावहारिक प्रशिक्षण केके लिए जिला आवंटित कर दिया गया है।
पांच में चार आईपीएस 2022 बैच के, जबकि एक 2023 बैच के हैं। 2022 बैच की शैलजा को वैशाली, संकेत कुमार को सारण, गरिमा को मुजफ्फरपुर, साक्षी को बेगूसराय और कोमल मीणा को दरभंगा जिला आवंटित किया गया है। शैलजा, संकेत और साक्षी बिहार मूल के हैं, जबकि गरिमा हरियाणा और कोमल दिल्ली की हैं।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, 29 सप्ताह (लगभग सात माह) के जिला व्यावहारिक प्रशिक्षण के बाद ये पदाधिकारी फिर से नौ सप्ताह के फेज टू प्रशिक्षण के लिए राष्ट्रीय पुलिस अकादमी, हैदराबाद जाएंगे। इसके बाद इन आइपीएस अफसरों की सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में पोस्टिंग होगी।
तीन हजार और पुलिसकर्मियों को जल्द मिलेगा उच्चतर प्रभारबिहार पुलिस में उच्चतर स्तर के पदाधिकारियों की कमी की पूरा करने के लिए जल्द ही तीन हजार और पुलिसकर्मियों को उच्चतर कार्यकारी प्रभार दिया जाएगा। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में विभिन्न संवर्ग के 12,987 पुलिस पदाधिकारी-कर्मियों को कार्यकारी प्रभार सौंपा गया है।
इनमें सिपाही से लेकर पुलिस निरीक्षक कोटि के पदाधिकारी शामिल रहे। यह प्रक्रिया अभी जारी है। अगले एक महीने के अंदर करीब तीन हजार और योग्य पदाधिकारियों को कार्यकारी प्रभार दिया जाएगा।
अब तक कुल 5787 पीटीसी उत्तीर्ण सिपाहियों को एएसआइ, 5097 एएसआइ को एसआइ, 905 एसआइ को इंस्पेक्टर और 266 इंस्पेक्टर एवं समकक्ष कोटि के पदाधिकारियों को डीएसपी (मूल कोटि) में उच्चतर कार्यकारी प्रभार सौंपा जा चुका है।
इनके अलावा कुल 885 हवलदार को प्रारक्ष अवर निरीक्षक (प्रशिक्षण), 39 प्रारक्ष अवर निरीक्षक (प्रशिक्षण) को प्रारक्ष निरीक्षक (प्रशिक्षण) और आठ परिचारी को परिचारी प्रवर के पद पर कार्यकारी प्रभार दिया गया है। इसके अलावा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के 2176 पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों को भी उच्चत्तर पद का प्रभार दिया गया है।
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Bihar Teacher Transfer Policy: शिक्षकों के स्थानांतरण के लिए नई गाइडलाइन जारी, जानिए क्या है खास?
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के सरकारी विद्यालयों (प्रारंभिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक) में कार्यरत ऐसे शिक्षक/शिक्षिका, जो विशेष समस्या के कारण स्थानांतरण के लिए इच्छुक हैं, उनके स्थानांतरण के लिए शिक्षा विभाग की ओर से शुक्रवार को दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इससे मार्गदर्शिका प्राथमिक शिक्षा निदेशक पंकज कुमार ने सभी जिलों को भेजा है। इसके मुताबिक विशेष समस्या से ग्रस्त शिक्षक-शिक्षिका ही ऐच्छिक तबादले के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। 1 दिसंबर से 15 दिसंबर तक ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर आवेदन जमा होगा।
स्थानातंरण के इच्छुक शिक्षकों को आवेदन संबंधी निर्देशशिक्षा विभाग ने अपने निर्देश में स्पष्ट कहा है कि स्थानातंरण के लिए वही शिक्षक आनलाइन आवेदन कर सकेंगे, जो सिर्फ विशेष समस्या से ग्रसित हों जिसमें कोई गंभीर बीमारी, दिव्यांगता, आटिज्म, मानसिक बीमारी, विधवा और परित्यक्ता शिक्षक शामिल हैं। इससे जाहिर है कि अगर कोईशिक्षक बिना विशेष समस्या के स्थानातंरण चाहते हैं तो उनके लिए आसान नहीं होगा।
विशेष समस्या से ग्रसित स्थानातंरण के इच्छुक शिक्षकों को अपनी आइडी से ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर आवेदन करना होगा। फिर दिए गए 10 विकल्प में से किसी एक विकल्प का चुनाव करना होगा। हालांकि, स्थानातंरण के लिए संबंधित शिक्षकों को कुल 10 विकल्प दिए जाएंगे, जिसमें से उन्हें कम से कम तीन विकल्प का चुनाव करना अनिवार्य होगा। विकल्प चयन करते समय जिला, प्रखंड का चयन करते हुए प्रखंड और निकाय का चयन करना होगा। ट्रांसजेंडर के लिए महिला शिक्षिका हेतु निर्धारित विकल्प उपलब्ध रहेंगे।
प्रोफाइल के विवरण में त्रुटि हो डीईओ से सुधार कराएंशिक्षा विभाग की मार्गदर्शिका में कहा गया है कि यदि किसी शिक्षक/शिक्षिका के प्रोफाइल एवं वर्तमान पदस्थापन इत्यादि के विवरण में त्रुटिपूर्ण प्रविष्टि है, तो अविलंब संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी/जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (स्थापना) से संपर्क कर सुधार करा लें। यह इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी डाटा के आधार पर स्थानांतरण/पदस्थापन किया जाएगा।
साथ ही यह भी कहा गया है कि विशेष समस्या से ग्रसित होने के कारण इच्छुक शिक्षक/शिक्षिका द्वारा स्थानांतरण हेतु दिए गए विकल्पों में से किसी एक विकल्प का चयन ड्रॉपडाउन मेनू से किया जाएगा। जो इस प्रकार है-
- असाध्य रोग (विभिन्न प्रकार के कैंसर) स्वयं/पति-पत्नी/बच्चों
- गंभीर बीमारी (किडनी रोग, हृदय रोग, लीवर रोग)-स्वयं/पति-पत्नी/बच्चों
- दिव्यांगता के आधार पर स्वयं नियुक्त शिक्षक/शिक्षिका
- ऑटिज्म/मानसिक दिव्यांगता स्वयं/पति-पत्नी/बच्चों
- विधवा एवं परित्यक्ता महिला शिक्षिका के लिए
- पति/पत्नी के पदस्थापन के आधार पर शिक्षक/शिक्षिका दोनों के लिए
- ऐच्छिक स्थान से वर्तमान पदस्थापन की दूरी शिक्षक/शिक्षिका दोनों के लिए
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NIOS April May 2025 Registration: एनआईओएस इंटर और मैट्रिक परीक्षा 2025 रजिस्ट्रेशन शुरू, जानें तारीखें और शुल्क
जागरण संवाददता, पटना। राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (एनआईओएस) ने इंटर व मैट्रिक पाठ्यक्रमों के लिए अगली सार्वजनिक परीक्षा के आवेदन फॉर्म भरने की तिथि जारी कर दी है। अप्रैल-मई 2025 परीक्षा लिए स्ट्रीम-1 व ब्लॉक-1 में नामांकित शिक्षार्थियों के लिए आयोजित परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन और परीक्षा शुल्क भरने की प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई। रजिस्ट्रेशन व परीक्षा शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि 20 दिसंबर है।
इस परीक्षा में विद्यार्थी एक विषय में भी शामिल हो सकते हैं और अपनी इच्छा के अनुसार, पांच विषयों के परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। बिना विलंब शुल्क के 300 रुपये प्रति विषय व प्रायोगिक परीक्षा वाले विषयों के लिए 150 रुपये अतिरिक्त शुल्क देना होगा। इसके साथ अक्टूबर-नवंबर 2025 सार्वजनिक परीक्षा से पहले के परीक्षाओं के लिए पात्र शिक्षार्थी भी 20 दिसंबर तक रजिस्ट्रेशन व परीक्षा शुल्क का भुगतान कर सकते हैं।
अप्रैल-मई 2025 व अक्टूबर-नवंबर 2025 परीक्षा के लिए विलंब शुल्क के साथ रजिस्ट्रेशन व परीक्षा शुल्क 21 से 31 दिसंबर तक भर सकते हैं। विलंब शुल्क 150 रुपये प्रति विषय देना होगा। दोनों परीक्षाओं के लिए प्रति शिक्षार्थी 1,600 रुपये व विलंब शुल्क के साथ एक जनवरी से 10 जनवरी 2025 तक रजिस्ट्रेशन व परीक्षा शुल्क जमा कर सकते हैं।
क्षेत्रीय निदेशक ने क्या कहा?पटना के क्षेत्रीय निदेशक महेश प्रसाद साहा ने कहा कि उच्च माध्यमिक पाठ्यक्रम के शिक्षार्थियों के उत्तीर्ण प्रमाणपत्र प्राप्त करने के उद्देश्य से माध्यमिक परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए ब्लाक, सत्र और वर्ष के बीच दो वर्ष का अंतर होना चाहिए। यदि शिक्षार्थी के पास दो वर्ष का समान अंतराल नहीं है तो उसे अप्रैल-मई 2025 परीक्षाओं के लिए अधिकतम चार विषयों (पहले से उत्तीर्ण विषय सहित) में ही पंजीकरण करना होगा, इसलिए शिक्षार्थी परीक्षा में शामिल होने के लिए विषय का सावधानीपूर्वक चयन कर सकते हैं।
परीक्षा शुल्क का भुगतान केवल एनआइओएस वेबसाइट https://sdmis.nios.ac.in पर ऑनलाइन मोड के माध्यम से ही किया किया जाएगा। किसी प्रकार की असुविधा होने पर क्षेत्रीय केंद्र पटना के ईमेल rcpatna@nios.ac.in या फोन नंबर 0612-2545051 पर संपर्क कर सकते हैं।
आरआरबी जेई भर्ती परीक्षा 16 से 18 दिसंबर तक, आरपीएफ एसआई दो दिसंबर सेरेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) ने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) में सब-इंस्पेक्टर (एसआई), जूनियर इंजीनियर (जेई) और तकनीशियन सहित विभिन्न पदों के लिए संशोधित परीक्षा कार्यक्रम जारी किया है। आरआरबी जेई भर्ती परीक्षा का आयोजन 16, 17 और 18 दिसंबर को किया जाएगा। आरआरबी की ओर से संशोधित परीक्षा तिथि वेबसाइट https://www.rrbcdg.gov.in पर जारी की गयी है।
टेक्नीशियन भर्ती के लिए परीक्षा 19, 20, 23, 24, 26, 28 व 29 दिसंबर को संचालित होगा। इसके अलावा आरपीएफ एसआई परीक्षा अब दो, तीन, नौ, 12 और 13 दिसंबर को होगी। साथ ही आरआरबी असिस्टेंट लोको पायलट भर्ती परीक्षा का आयोजन 25, 26, 27, 28 और 29 नवंबर को किया जाएगा। इस परीक्षा के माध्यम से जेई के कुल 7951 खाली पदों पर भर्तियां की जाएगी।
आरआरबी ने जारी सूचना में यह भी जानकारी दी है कि इन पदों पर भर्ती के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए परीक्षा शहर की जानकारी परीक्षा से दस दिन पहले जारी की जाएगी। परीक्षा शहर की जानकारी देने के लिए यह लिंक पोर्टल पर एक्टिव किया जाएगा। जेई, एसआई और तकनीशियन भर्ती परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र परीक्षा से चार दिन पहले जारी किये जाएंगे।
Bihar Teacher Transfer: हजारों शिक्षकों के लिए खुशखबरी! ट्रांसफर पर शिक्षा विभाग ने उठाया बड़ा कदम
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Teacher Transfer News विशेष समस्या से स्थानांतरण को इच्छुक शिक्षकों के लिए सरकार ने स्थानांतरण की व्यवस्था कर दी है। निदेशक प्राथमिक शिक्षा, पंकज कुमार ने गुरुवार को आदेश जारी कर कहा कि ऐसे शिक्षकों को ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपना अभ्यावेदन फिर से डालना होगा। इसके लिए एक दिसंबर से 15 दिसंबर तक आवेदन किए जा सकेंगे।
शिक्षा विभाग का कहना है कि विभिन्न स्त्रोतों से अनुरोध प्राप्त हो रहे हैं कि कुछ शिक्षक विशेष समस्या से ग्रसित होने के कारण स्थानांतरण को इच्छुक हैं। उन्हें ही आवेदन करने को तारीख तय की गयी है।
जिन शिक्षकों ने स्थानांतरण- पदस्थापन नीति के तहत पूर्व में ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर आवेदन किए थे उन आवेदनों पर अब विचार नहीं किया जाएगा। पूर्व में जो आवेदन आए हैं उनमें सभी को रद समझा जाएगा।
फार्मेसी शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु बढ़ाने का निर्णय हाई कोर्ट ने सरकार पर छोड़ाबिहार प्रदेश फार्मेसी शिक्षक संघ के नियमित शिक्षकों की सेवानिवृत्ति आयु 65 से बढ़ाकर 67 वर्ष करने के मामले पर पटना हाई कोर्ट ने कोई राहत नहीं दी। न्यायाधीश नानी तगिया की एकल पीठ ने गुरुवार को संघ की याचिका को निष्पादित करते हुए स्वास्थ्य विभाग के समक्ष इस मामले को लाने की छूट दी। संघ द्वारा कोर्ट को बताया गया कि बिहार चिकित्सा शिक्षा संस्थान (विनियमन और नियंत्रण) (संशोधन) अधिनियम- 1993 में फार्मेसी शिक्षा को चिकित्सा शिक्षा में शामिल माना गया है।
उनका कहना था कि बिहार सेवा संहिता में किए गए विभिन्न संशोधनों से आयुष के डाक्टरों और शिक्षकों, बिहार दंत चिकित्सा सेवा के शिक्षकों और अधिकारियों, बिहार कर्मचारी राज्य बीमा चिकित्सा सेवा के डाक्टरों, फिजियोथेरेपिस्ट और व्यावसायिक चिकित्सक (शिक्षण संवर्ग सहित) और बिहार स्वास्थ्य सेवा और बिहार चिकित्सा शिक्षा सेवा के डाक्टरों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष से बढ़ाकर 67 वर्ष कर दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त सचिव ने पत्रांक 24.11.2016 को पत्र जारी कर विधान मंडल को जानकारी दी कि सरकारी फार्मेसी संस्थान, पटना के नियमित शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु 65 वर्ष से बढ़ाकर 67 वर्ष करने पर विचार चल रहा है।
राज्य सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि इन कर्मियों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाना सरकार का नीतिगत निर्णय है और संघ नियमों में संशोधन के माध्यम से सेवानिवृत्ति की आयु में वृद्धि का दावा नहीं कर सकता। सभी पक्षों को सुनने के बाद कोर्ट ने मामले को निष्पादित करते हुए कहा कि राज्य सरकार विवेकानुसार आवेदकों की सेवानिवृत्ति आयु में वृद्धि का निर्णय ले सकती है।
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Patna News: पटना के फेमस बिल्डर का शव नाले से बरामद, पूरे इलाके में हड़कंप; जांच में जुटी पुलिस
जागरण टीम पटना/जहानाबाद। Patna News: पटना के फुलवारीशरीफ थाना क्षेत्र के एक प्रसिद्ध बिल्डर का शव गुरुवार की देर शाम नाला से बरामद हुआ। मामले की जांच कर रही पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंताजार कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का खुलासा होगा कि मौत नाले में डूबने से हुई या हत्या है। घटना के बारे में बताया जाता है कि नोहसा निवासी पिनाइकल ग्रुप के मालिक शब्बीर आजम अपने एक बड़े प्रोजेक्ट के निमार्ण स्थल पर दोपहर में गये थे।
निमार्ण कार्य का जायजा लेते हुए टहल रहे थे कि अचानक से लापता हो गये। कुछ देर बाद उनके कर्मचारी ने पास के नाला के पास मोबाइल देखा। मोबाइल कंपनी के मालिक का था। इसके बाद कर्मचारी उनकी खोज करने लगे, तब देखा की शव नाले में पड़ा है।
शव को निकाल एम्स लेकर भागे, जहां डाक्टर ने मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पुलिस भी पहुंची और छानबीन की। खुला नाला महज एक फीट ही था। पुलिस ने नाले में जमा पानी की भी मापी की। नाले में चार फीट पानी जमा था। पुलिस हर एक पहलू की जांच कर रही है।
जहानाबाद में मायके गई महिला की बेरहमी से हत्यावहीं एक अन्य घटना में जहानाबाद के डेढ़सैया गांव में अपने मायके आई एक महिला को उसके पति ने चाकू गोदकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी और फरार हो गया। महिला खुशबू देवी की शादी दो साल पूर्व पटना के गौरीचक निवासी बबलू से हुई थी। कुछ दिनों बाद पति बबलू का दूसरी महिला से प्रेम प्रसंग का मामला सामने आने पर पति-पत्नी में विवाद बढ़ गया था। दो माह पूर्व खुशबू अपने तीन माह के बच्चे के साथ मायके आ गई थी, जहां अपने माता-पिता के साथ रह रही थी।
गुरुवार को बबलू अपने ससुराल पहुंचा और खुशबू को साथ ले जाने की जिद करने लगा। खुशबू के पिता अशोक बाद में भेजने की बात कहकर अपने काम से निकल गए। घर में एक भाभी के अलावा बबलू-खुशबू और तीन माह का बच्चा रह गया। पिता के जाने के बाद पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ गया,जिसके बाद आगबबूला बबलू ने मासूम बच्चे के सामने ही चाकू से गोदकर खुशबू की हत्या कर दी और फरार हो गया।
चीख सुनकर भाभी अपने कमरे निकली, खुशबू को लहूलुहान देखकर अपने पति पिंटू और ससुर अशोक को सूचना दी। दोनों आनन फानन पहुंचे और खुशबू को सदर अस्पताल ले गए, जहां डाक्टरों ने जांच के उपरांत उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना को लेकर स्वजन के बयान पर आरोपित बबलू पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है।
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