Bihar News
इंडी गठबंधन में PM पद के कौन-कौन दावेदार? बिहार में प्रधानमंत्री मोदी ने बताया सबकुछ, बढ़ी सियासी हलचल
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को सातवें चरण के चुनाव वाले पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के बिक्रम कृषि फॉर्म हाउस से आरक्षण को लेकर विपक्षी दलों पर कटाक्ष। साथ ही बंगाल में पिछड़ों का आरक्षण मुसलमानों में बांटने पर प्रश्न खड़े किए।
पीएम मोदी ने जनसमूह संवाद करते हुए पूछा कि भारत को कैसा पीएम चाहिए ? दमदार.. देश का दम दुनिया के सामने दमखम के साथ रख सके। ऐसा पीएम चाहिए। दूसरी ओर इंडी वाले हैं।
इनकी योजना पांच साल में पांच पीएम देने की है। ऐसें में इस देश का क्या होगा। दावेदार कौन-कौन है....गांधी परिवार का बेटा, सपा वाले परिवार का बेटा, नेशनल कांफ्रेंस वाले का बेटा, एनसीपी परिवार की बेटी, टीएमसी वाले का भतीजा, आप वाले की पत्नी, आरजेडी वाले का बेटा या फिर बेटियां।
ये सारे परिवारवादी पीएम की कुर्सी पर म्यूजिकल चेयर खेलना चाहते हैं। घोर परिवारवादी आपका, आपके परिवार का आपके बिहार का और देश का भला नहीं कर सकते हैं ?
आपलोग मनेर का लड्डू खाकर आए हो?- पीएम मोदीइससे पहले 11.55 बजे मगही में जनसमूह को प्रणाम निवेदित करते हुए बिहार भाजपा के संस्थापक एवं भीष्म पितामह कैलाशपति मिश्र को नमन करते हुए संबोधन शुरू किया। इस बीच जनसमूह के मोदी मोदी के संबोधन के स्वागत से अभिभूत होकर कहा कि ऐसा लग रहा है आप लोग मनेर का लड्डू खाकर आए हो।
पीएम ने कहा कि आपलोग के अभिवादन से चुनाव के नतीजे क्या आने वाले हैं इसका एग्जिट पोल भी आने लगे हैं। आप लोगों के उत्साह को आइएनडीआइए वाले ईवीएम को कोसने लगे हैं।
उन्होंने कहा कि 2024 के चुनाव में 24 घंटे मेहनत करने वाला मोदी है। तो दूसरी ओर झूठ बोलने वाला इंडी गठबंधन हैं। कोई जेल में विश्राम कर हैं तो कोई जेल से जमानत पर बाहर घूम रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर ली चुटकीइस दौरान विपक्ष की चुटकी ली और कहा कि अपना काम बनता, भार मे जाए जनता... नारे लगवाए। भारत को कैसा पीएम चाहिए भीड़ से मोदी-मोदी का जवाब मिला...। प्रधानमंत्री की कुर्सी पर म्यूजिकल चेयर खेलना चाहते हैं। घोर परिवारवादी हैं। घोर सामप्रदायिक हैं। अति पिछड़ा का बेटा बताने से भी नहीं चुके। आरक्षण के तार को छेड़ा। ओबीसी, ईवीसी एवं अनुसूचितों का आरक्षण को समाप्त कर अपने वोट बैंक को देना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि आरक्षण पर डाका डालने के प्रयास में जुट गए हैं। अब वोट जिहाद के लिए काम करने में जुट गए हैं। अपने वोट बैंक को खुश करने का षडयंत्र शुरू कर दिया। अल्पसंख्यक संस्थानों में एक भी ओबीसी, ईवीसी एवं अनुसूचितों को आरक्षण का लाभ नहीं दिया। इंडी गठबंधन वाले जब सोते-जागते ईवीएम को गाली देना शुरू कर दें तो समझिए की एक्जिट पोल का रिजल्ट आ गया है।
4 जून को देश में नया रिकॉर्ड बनेगा- प्रधानमंत्रीउन्होंने कहा कि 4 जून को देश में नया रिकार्ड बनेगा। एक तरफ चौबीस घंटे मेहनत करने वाला मोदी है तो दूसरी तरफ 24 घंटे आपसे झूठ बोलने वाला इंडी गठबंधन है। मोदी आत्म निर्भर भारत बनाने में जुटा है, देश की सुरक्षा बढ़ाने में जुटा है। वहीं, दूसरी तरफ इंडी गठबंधन के पास काम नहीं है, समय ही समय है। देशवासियों ने उनकी छुट्टी कर दी है। वे लोग जेल में विश्राम करते हैं या बाहर विश्राम करते हैं। ये लोग दिन-रात मोदी को गाली देने में जुटे रहते हैं। वोट बैंक को खुश करने में जुटा है।
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Patna News : सुलेशन सूंघ-सूंघ कर क्राइम से नाता जोड़ रहे बच्चे, पटना में ऐसे पनप रहा नशे का कारोबार
व्यास चंद्र, पटना। 10-12 वर्ष के बच्चे। सात-आठ वर्ष की उम्र वाले भी हैं। नशे के आदी हो चुके हैं। इन्हें इसकी लत लगाई भी जाती है। नशे के रूप में पंचर साटने वाले केमिकल का प्रयोग करते हैं। आम बोलचाल में इसे सुलेशन कहते हैं। इसकी आसानी से उपलब्धता है और सस्ता भी। बचपन इसकी चपेट में आ रहा है। नशे की शुरुआत यहां से होती है और फिर धीरे-धीरे ब्राउन शुगर और दूसरे नशीले पदार्थों तक पहुंच जाते हैं।
एक दिन पहले गुरुवार को पटना जंक्शन के पास चार ऐसे बच्चों को प्रशासन ने अपने संरक्षण में लिया। इससे पहले भी बच्चे मुक्त कराए गए हैं। नशे के इस खेल के पीछे पूरा नेटवर्क है। इनसे चोरी-छिनतई जैसे अपराध भी कराए जाते हैं। बदले में नशा मिल जाता है।
महावीर मंदिर के आसपास नशे में धुत बच्चे मिल जाएंगेइसे रोकने की बड़ी चुनौती है, अन्यथा यही बच्चे आगे चलकर अपराध की दुनिया में कदम रखेंगे। इसका प्रशिक्षण अभी से मिल रहा है। पटना जंक्शन और महावीर मंदिर के आसपास नशे में धुत बच्चे मिल जाएंगे। इनमें नाबालिग लड़कियां भी होती हैं।
पिछले वर्ष दैनिक जागरण ने इस संबंध में रिपोर्ट भी प्रकाशित की थी, जिस पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने संज्ञान लिया था। उनकी पहल पर जिला प्रशासन ने कार्रवाई की तो कई बच्चों को मुक्त कराया गया। कुछ समय के लिए तो ठीक-ठाक रहा, पर हाल के दिनों में ऐसे बच्चे फिर देखे जा रहे हैं।
केवल यहीं नहीं, नेहरू पथ, राजवंशी नगर, पटेल नगर, बोरिंग रोड, कदमकुआं, राजेंद्र नगर समेत कई अन्य क्षेत्रों में इस तरह के बच्चे सुलेशन सूंघते दिख जाएंगे। इससे समझा जा सकता है कि नशे का कैसा खेल चल रहा है। ई-रिक्शा चलाने वाले किशोरवय भी इसकी चपेट में हैं। एक तो नाबालिग के हाथ में ई-रिक्शा, उस पर नशा।
क्या कहते हैं सेवानिवृत्त शिक्षक?सेवानिवृत्त शिक्षक तरुण सिन्हा कहते हैं कि जब तक ऐसी सामग्री बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई नहीं होगी, बच्चों को उसकी चपेट में आने से बचाना संभव नहीं है। ऐसा नहीं है कि केवल झुग्गियों में रहने वाले बच्चे ही इसकी चपेट में आ रहे हैं, कई अच्छे घरों के बच्चे भी इसका शिकार हैं।
पटेल नगर में रहकर घरों में दाई का काम करने वाली एक महिला के दोनों बेटों की उम्र 12 और 15 साल है। दोनों बच्चे दिनभर सुलेशन सूंघते रहते हैं।
महिला ने बताया कि शुरू में तो लगा कि ऐसे ही पालिथिन सूंघ रहे हैं, लेकिन बाद में पता चला कि दोनों सुलेशन सूंघते हैं। अब तो वे घर में चोरी करने लगे हैं। क्या करें, समझ नहीं आता। पिछले दिनों एजी कालोनी मोड़ के पास साइकिल चुराकर भागते एक किशोर को लोगों ने पकड़ा। वह नशे में धुत था।
पिटाई का भी असर नहीं हो रहा था। पूछने पर उसने बताया कि सुलेशन खरीदने के लिए वह साइकिल, लोहे की जाली आदि चुराता है। ऐसी कहानी एक-दो नहीं, बल्कि दर्जनों बच्चों की है।
जब भी ऐसे बच्चों को रेस्क्यू किया जाता है, उन्हें पुनर्वास गृह में रखा जाता है। अभिभावकों को सौंपा जाता है तो फिर से वे इस दलदल में फंस जाते हैं। अब सघन अभियान चलाया जाएगा। ऐसे बच्चों को रेस्क्यू करने के साथ ही उन्हें इस तरह के पदार्थ बेचने वालों पर भी कार्रवाई की जाएगी। -उदय कुमार झा, सहायक निदेशक, बाल संरक्षण इकाई, पटना
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Nitish Kumar : नीतीश ने तेजस्वी यादव के बारे में क्या कह दिया ऐसा? बिहार में मची सियासी खलबली, कहा- उनसे पूछिए...
जागरण टीम, सासाराम/जहानाबाद। Bihar Politics News मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि हमने लोगों को नौकरियां दीं और तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) शिक्षक बहाली का झूठा क्रेडिट ले रहे हैं। यह बात उनसे पूछिए कि प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति में 50 एवं अन्य सरकारी नौकरियों में 35 प्रतिशत आरक्षण का प्रविधान किसने बनाया।
तंज कसते हुए कहा कि 2005 से 2020 तक पांच लाख नौकरियों का भी क्रेडिट क्यों नहीं ले लेते हैं। आज बिहार पुलिस में महिलाकर्मियों की भागीदारी देश में सर्वाधिक है। मुख्यमंत्री ने लालू (Lalu Yadav) पर परोक्ष तौर पर हमला करते हुए कहा कि कोई नौ बच्चा पैदा करता है। उन लोगों को तो सिर्फ बेटे-बेटियों की चिंता है।
उन्होंने कहा कि हम भी दो बार गलतफहमी से उन लोगों के साथ चले गए थे, लेकिन अब कहीं नहीं जाएंगे। भाजपा के साथ रह कर विकास की गति को तेज करेंगे।
उन्होंने मुस्लिम भाइयों से कहा कि याद करिए राजद (RJD) के राज में कितना दंगा होता था। जब हमने भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई तो एक भी दंगा नहीं हुआ। प्रदेश से भय का माहौल खत्म किया।
इन जगहों पर जनता को संबोधित कर रहे थे नीतीशBihar News मुख्यमंत्री शुक्रवार को काराकाट लोकसभा क्षेत्र के नोखा बाजार समिति प्रांगण में राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष व प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा एवं अरवल जिले के कुर्था में जहानाबाद से जदयू प्रत्याशी चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
नीतीश कुमार ने बिहार में आधी आबादी के सशक्तीकरण को सामाजिक क्रांति बताया। कहा कि बिहार में महिलाओं के बदलावों की कहानियां और उनकी आत्मनिर्भरता में वृद्धि के बिहार माडल को देश दुनिया में नजीर बताया जा रहा है। आज देश महिला सशक्तीकरण के बिहार मॉडल को अपना रहा है।
मुख्यमंत्री का 18 मिनट भाषण महिलाओं पर केंद्रित रहाकाराकाट के नोखा में अपने 28 मिनट के भाषण में मुख्यमंत्री का 18 मिनट भाषण महिलाओं पर केंद्रित रहा। कहा कि पंचायती राज संस्थाओं व नगर निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने वाला बिहार पहला राज्य है। पिछले चार चुनावों में लाखों महिलाओं को अपने गांव-समाज का नेतृत्व करने का अवसर मिला।
उन्होंने कहा कि उनका मान-सम्मान बढ़ा है, उनकी आवाज बुलंद हुई है। बालिका साइकिल योजना ने बेटियों के लिए न सिर्फ घर से स्कूल तक की दूरी तय करना आसान बनाया, बल्कि उसे समाज की पुरातन सोच से परे जाकर अपने सपनों की उड़ान भरने के लिए पंख दे दिए हैं। जीविका समूह की उपलब्धियों को भी गिनाया।
उन्होंने कहा कि आज 10 लाख 51 हजार सहायता समूह हैं, जिनसे एक करोड़ 31 लाख महिलाएं जुड़ी हैं। जीविका के जरिए गरीब परिवार की महिलाएं आर्थिक रूप से सशक्त बन रही हैं। सभा को जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां ने भी संबोधित किया।
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PM Modi In Bihar : पीएम मोदी की जनसभा आज, सुरक्षा इतनी टाइट कि परिंदा भी नहीं मार पाएगा पर; यहां पढ़ें ट्रैफिक प्लान
संवाद सूत्र, बिक्रम। Bihar Politics News खोरैठा कृषि फार्म में शनिवार को प्रस्तावित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा को लेकर पटना पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। मंच से दर्शक दीर्घा तक चार स्तरीय सुरक्षा होगी, जहां परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा। इसके पांच किलोमीटर की परिधि को नो-फ्लाइंग जोन घोषित किया गया है।
शुक्रवार सुबह नौ से शनिवार रात नौ बजे तक ड्रोन समेत किसी भी प्रकार की उड़ान भरने वाली मशीन अथवा वस्तु वहां से नहीं गुजर सकते। वहीं, पीएम के चौपर उतरने के लिए कृषि फार्म में मंच से लगभग 200 मीटर दूर तीन हेलिपैड बनाए गए हैं। यहां से वे वाहन से मंच तक आएंगे।
शुक्रवार की शाम एसएसपी राजीव मिश्रा समेत पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही पूर्वाभ्यास भी किया गया। अभेद्य सुरक्षा में चूक की गुंजाइश न रहे, इसलिए सभास्थल पर एसपीजी और केंद्रीय बलों की तैनाती कर दी गई है। उस स्थान से गुजरने वाले वाहनों की जांच की जा रही है।
तीसरे सुरक्षा घेरे के बाद होगा पंडालअधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, सभास्थल को चार जोन में बांटा गया है। तीसरे सुरक्षा घेरे के बाद पंडाल होगा, जिसमें दो हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। इसके दाएं एवं बाएं आम दर्शकों के लिए दो और पंडाल बनाए गए हैं। मंच के नजदीक सिर्फ पासधारक रहेंगे। उनके पैतृक व वर्तमान पते का सत्यापन कराया गया है।
इसके बाद वाले घेरे में भाजपा नेता, कार्यकर्ता और समर्थक रहेंगे। सभी घेरों में बिहार पुलिस के जवान सादे लिबास में भी तैनात होंगे। दर्शक दीर्घा में भी सुरक्षाबलों की तैनाती रहेगी।
वायुसेना के चार चौपर स्टैंड बाय मोड पर
सूत्र बताते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सुबह 11 बजे तक कार्यक्रम स्थल पर आएंगे। पटना एयरपोर्ट पर वायुसेना के चार चौपर स्टैंड बाय मोड पर हैं।
विशेष विमान से पीएम पटना एयरपोर्ट आएंगे और वहां से चौपर द्वारा खोरैठा कृषि फार्म पहुंचेंगे। उनके चौपर के दाएं और बाएं भी हवाई सुरक्षा होगी। हेलिपैड पर चौपर के लैंड करने के बाद वे वाहन से मंच तक पहुंचेंगे। ग्रीन रूम की भी व्यवस्था रहेगी।
सुबह छह बजे से बदले रहेंगे रूट, परिवर्तित मार्ग का करें उपयोगदुल्हिन बाजार से आने वाले व्यवसायिक वाहन, जिन्हें कार्यक्रम में नहीं जाना उन्हें दुल्हिन बाजार से पालीगंज या पीपलांवा नौबतपुर की ओर डायवर्ट किया जाएगा। l
कनपा गोलंबर से सभी व्यवसायिक वाहनों, ट्रकों को महाबलीपुर की ओर या फिर अम्हरा, बिहटा की ओर डायवर्ट किया जाएगा। l
नौबतपुर बाजार से या नहर रोड से आने वाले व्यवसायिक वाहनों को बिहटा-सरमेरा फ्लाइओवर के नीचे से बिहटा सरमेरा रोड में या नौबतपुर लख से पिपलांवा-दुल्हिनबाजार होते हुए पाली-अरवल की ओर डायवर्ट किया जाएगा।
कनपा गोलंबर से कार्यक्रम में भाग लेने वाले वाहनों को एनएच-139 पर खोरठा गोलंबर की तरफ जाने दिया जाएगा, वैसे वाहन जिन्हें कार्यक्रम में नहीं जाना है उन्हें महाबलीपुर की ओर या अम्हरा, बिहटा की ओर डायवर्ट किया जाएगा। l
हसपुरा बिक्रम लख पर आने वाल सभी वाहनों को नौबतपुर जाने वाले नहर रोड में या दुल्हिन बाजार की ओर या कनपा की ओर डायवर्ट किया जाएगा। l
खोरैठा गोलंबर पर आने वाले सभी वाहनों को पार्किंग स्थल की ओर या बिहटा या नौबतपुर की ओर जाने दिया जाएगा। गोरखरी गोलंबर से बिक्रम थाना की ओर आने वाले सभी वाहनों को नौबतपुर की ओर या खोरैठा गोलंबर की ओर डायवर्ट किया जाएगा।
इन मार्गों पर वाहनों के परिचालन पर रहेगी रोकनगहर मोड़ एवं खोरैठा हनुमान मंदिर मोड़ से कार्यक्रम स्थल की ओर सभी प्रकार के वाहनों का परिचालन वर्जित रहेगा। कोई वाहन कनपा गोलंबर से नहर रोड में बिक्रम की ओर नहीं जाएंगे।
यहां करें वाहनों की पार्किंग प्रशासनिक वाहनों की पार्किंग खोरैठा हनुमान मंदिर से कार्यक्रम स्थल जाने वाले रोड के उत्तर पूरब में होगी। कार्यक्रम में भाग लेने वाली छोटी गाड़ियों की पार्किंग एनएच-139 के दक्षिण एवं बड़े वाहनों की पार्किंग उत्तर में की गई है।
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Bihar Weather : आज वोटिंग वाले क्षेत्रों में मौसम देगा साथ, इन जिलों में आंधी-पानी को लेकर अलर्ट; ये है ताजा अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather Today बिहार के आठ लोकसभा क्षेत्रों में शनिवार को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक वोट डाले जाएंगे। इस दौरान मौसम शिवहर, वैशाली, महाराजगंज, वाल्मीकि नगर, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, गोपालगंज एवं सिवान के मतदाताओं का साथ देगा। अधिकतम तापमान सामान्य के आसपास बना रहेगा।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आ रही नहीं नमी युक्त पुरवा हवा के कारण बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। आर्द्रता में बढ़ोतरी होने के साथ उमस बनी रहेगी। वैशाली, शिवहर के एक या दो स्थानों पर गरज-तड़क के साथ हल्की वर्षा की संभावना है। जबकि अन्य मतदान वाले क्षेत्रों का मौसम शुष्क बना रहेगा।
दोपहर बाद आंशिक बादल छाए रहने से मौसम सामान्य बना रहेगा। पूर्वी व पश्चिम चंपारण, गोपालगंज में अधिकतम तापमान 38-40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा। वैशाली, शिवहर, महाराजगंज 40-42 डिग्री सेल्सियस के आसपास तापमान रहने की संभावना है।
राजधानी में उमस भरी गर्मीBihar News राजधानी समेत प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से आने वाली पुरवा हवा के कारण मौसम सामान्य बना हुआ है। बादलों की आवाजाही बने होने के साथ आर्द्रता में वृद्धि होने से दिन में लोगों को उमस भरी गर्मी परेशान कर रही है। मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार शनिवार को राजधानी समेत प्रदेश में आंशिक बादल छाए रहेंगे।
उत्तर-मध्य भाग के सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर व उत्तर पूर्व भागों के सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया एवं कटिहार के एक या दो स्थानों पर छिटपुट वर्षा की संभावना है। प्रदेश में तेज हवा के प्रवाह के साथ गरज-तड़क को लेकर चेतावनी जारी की गई है।
शुक्रवार को राजधानी के अधिकतम तापमान में सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि, 42.1 डिग्री सेल्सियस के साथ बक्सर में सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। पटना सहित प्रदेश के सभी जिलों के तापमान में वृद्धि दर्ज की गई।
बीते 24 घंटों में ऐसा रहा हालPatna Weather बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के कुछ स्थानों पर छिटपुट वर्षा दर्ज की गई। मधुबनी के झंझारपुर में 16.0 मिमी वर्षा, बेगूसराय के मटियानी में 14.2 मिमी, शेखपुरा के बरबिगहा में 11.2 मिमी, सासाराम में 11.0 मिमी, नवादा के कौआकोल में 8.2 मिमी, बक्सर के राजपुर में 5.4 मिमी, भभुआ में 3.8 मिमी, नवादा में 3.0 मिमी, बांका में 1.5 मिमी, भभुआ के रामपुर में 1.4 मिमी, भभुआ के चांद व कुदरा में 1.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
तूफान का उत्तरी भागों में पड़ेगा प्रभाव मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहे तूफान के भीषण चक्रवात में तब्दील होने और 26 मई को पश्विम बंगाल और उससे सटे बांग्लादेश के तट पर पहुंचने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में मानसून से पहले इस सीजन का यह पहला चक्रवाती तूफान होगा।
मछुओं को उत्तर बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की चेतावनीहिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण की प्रणाली के अनुसार इसका नाम रेमल रखा गया है। इस नाम का सुझाव ओमान ने दिया है। मौसम विभाग ने मछुओं को रविवार तक उत्तर बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की चेतावनी दी है।
इसके प्रभाव से 26-27 मई को पश्चिम बंगाल, उत्तरी ओडिशा, मिजोरम और दक्षिण मणिपुर के तटीय जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। मौसम विज्ञानी एसके पटेल के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने तूफान का प्रभाव प्रदेश के उत्तरी भागों में विशेषकर होगा। उत्तरी भागों के अधिसंख्य भागों में गरज-तड़क के साथ तेज हवा के प्रवाह होने के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा की संभावना है।
प्रमुख शहरों का तापमानशहर अधिकतम न्यूनतमपटना 39.5 29.2
गया 39.9 27.8
भागलपुर 38.3 27.5
मुजफ्फरपुर 35.6 27.8
(तापमान डिग्री सेल्सियस में)
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Saran Internet Ban: सारण में फिर बढ़ाई गई इंटरनेट सेवा पर रोक, महराजगंज सीट पर वोटिंग को लेकर फैसला
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव के छठे चरण में आठ सीटों पर होने वाले मतदान को लेकर सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र में होने वाले मतदान को लेकर सारण जिले में इंटरनेट मीडिया पर रोक की अवधि को अब 25 मई को रात आठ बजे तक बढ़ा दिया गया है।
पहले रोक की समयसीमा सुबह पांच बजे तक ही थी। महाराजगंज लोकसभा सीट में सारण का बड़ा क्षेत्र शामिल है। गृह विभाग की विशेष शाखा ने इससे जुड़ा नया आदेश जारी कर दिया है।
यह दूसरी बार है, जब सारण में इंटरनेट मीडिया पर रोक बढ़ाई गई है। सबसे पहले 23 मई तक ही इंटरनेट सेवा बाधित रखने का निर्देश दिया गया था मगर दो दिन पूर्व इस अवधि को बढ़ाकर 25 मई की सुबह पांच बजे तक कर दिया गया था।
अब मतदान समाप्ति के बाद रात आठ बजे तक रोक लगाई गई है। विभागीय आदेश के अनुसार, सारण के डीएम और एसपी की रिपोर्ट पर यह कार्रवाई की गई है।
रिपोर्ट में यह आशंका जताई गई है कि महाराजगंज में होने वाले चुनाव में सारण के कुछ असामाजिक तत्व इंटरनेट का इस्तेमाल आपत्तिजनक सामग्री के प्रसार या अफवाह फैलाने में कर सकते हैं। बैंकिंग, रेलवे व अन्य सरकारी इंटरनेट सेवा पर इस रोक का प्रभाव नहीं होगा।
हर बूथ पर सशस्त्र सुरक्षा बलों की तैनातीशनिवार को वाल्मीकिनगर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, महाराजगंज, शिवहर और वैशाली लोकसभा क्षेत्र में मतदान होना है। इसके लिए 60 हजार से अधिक सुरक्षा बलों को लगाया गया है।
हर बूथ पर सशस्त्र सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। मतदान में किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न करने वालों से सख्ती से निबटने के निर्देश दिए गए हैं।
इस चरण में आधा दर्जन लोकसभा सीटें नेपाल और उत्तरप्रदेश की सीमा से लगी हैं, जिसको लेकर सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है।
पुलिस प्रशासन ने शांतिपूर्ण मतदान को लेकर सुदूर क्षेत्रों में घुड़सवार दस्ता एवं नदी क्षेत्रों के लिए नाव से निगरानी की व्यवस्था की है। इसके अलावा ड्रोन से भी निगरानी की जाएगी।
पुलिस मुख्यालय के स्तर से संबंधित जिलों में सोशल मीडिया पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है। किसी भी तरह के आपत्तिजनक पोस्ट, भ्रामक खबर को अविलंब हटाते हुए संबंधित पर कानूनी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
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Lalu Yadav: '...बुरी नजर से देखा तो बजा देंगे ईंट से ईंट', लालू यादव की भाजपा को खुली चेतावनीकेंद्र ने बिहार सरकार से पद्म अवार्ड के लिए मांगी अनुशंसा, इन क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को मिलता है पुरस्कार
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्र सरकार ने बिहार सरकार से 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले पद्म अवार्ड से संबंधित अनुशंसा आमंत्रित की है। राज्य सरकार से आग्रह किया है कि वह राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर अपनी अनुशंसा हर हाल में 15 सितंबर तक मुहैया करा दें।
पद्म अवार्ड नागरिक पुरस्कार है। यह पुरस्कार उच्च कोटि की विशिष्ट सेवा, सामाजिक कार्य, शिक्षा, नृत्य, कला-संस्कृति, खेल, सामाजिक जीवन, स्वास्थ्य समेत अन्य उत्कृष्ट कार्य के लिए प्रदान किया जाता है।
केंद्र सरकार की ओर से बिहार के मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा को लिखे पत्र में कहा गया है कि राज्य सरकार अपने स्तर पर संबंंधित क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले व्यक्ति संबंधित सिफारिशें हर हाल में 15 सिंतबर तक केंद्र सरकार को मुहैया करा दें।
पत्र में कहा गया है कि जिस भी व्यक्ति की सिफारिश पद्म अवार्ड के लिए की जा रही है, उसके संबंध में कम से कम आठ सौ शब्दों में विस्तार से जानकारी भी दें। संबंधित किस क्षेत्र में अपनी कला, संस्कृति, सामाजिक कार्य या फिर अन्य प्रक्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है।
मुख्य सचिव ने केंद्र सरकार के इस पत्र के बाद सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने जिला के स्तर पर संबंधित प्रक्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले व्यक्ति के नामों की अनुशंसा राज्य सरकार को अविलंब मुहैया कराएं। ताकि राज्य सरकार केंद्र को संबंधित लोगों की जानकारी राष्ट्रीय पुरस्कार पोर्टल पर उपलब्ध करा सके।
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राज्य ब्यूरो, पटना। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का एकबार फिर से बिहार आना राज्य से उनके विशेष लगाव का प्रमाण है। पिछले 10 वर्षों के उनके कार्यकाल में देश ने देखा है कि चुनावी दौरे के इतर भी मोदी जनता बीच सबसे अधिक समय रहने वाले प्रधानमंत्री हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार जैसे विकासशील राज्य मोदी के दिल के सबसे करीब हैं। इसीलिए उनकी सरकार की सर्वग्राही, सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी योजनाओं का सबसे अधिक लाभ बिहार जैसे राज्यों को मिला।
विजय सिन्हा ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल के दौरान देश में औसतन हर सप्ताह उच्च शिक्षा का एक संस्थान खुला, जिसका सर्वाधिक लाभ देश के सबसे युवा राज्यों में शुमार होने वाले हमारे प्रदेश के नौजवानों को मिल रहा है।
सिन्हा ने कहा कि जो बिहार पति-पत्नी के अराजक शासन में महिला उत्पीड़न के लिए बदनाम था वहीं राजग शासन के दौर में आज महिलाएं राज्य के विकास में नेतृत्वकारी भूमिका निभा रही हैं।
विपक्ष के झूठ और दुष्प्रचार से लोग ऊब चुके हैं : राजीव रंजनजदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन के झूठ और दुष्प्रचार से लोग ऊब चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति लोगों में दीवानगी दिख रही है। जनता के रूख से साफ है कि एनडीए के विजय रथ को रोकना विपक्ष के लिए नामुमकिन हो चुका है।
राजीव रंजन ने कहा कि हकीकत में जनता नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के सुशासन को देख चुकी है। राजद और कांग्रेस के जंगलराज को भी देखा है।
राजीव रंजन ने आगे कहा कि राजद और कांग्रेस के कारण ही बिहार का विकास दशकों तक बाधित रहा। राजद और कांग्रेस को वोट देने का मतलब देश और बिहार में हुए विकास को गर्त में पहुंचा देना है। बिहार के लाेग दोबारा लालटेन युग में नहीं जाने वाले।
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Patna News: पटना जंक्शन पर युवक के ऊपर से गुजर गई वास्को-डी-गामा ट्रेन, बचाओ-बचाओ का हुआ शोर तो...
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी के पटना जंक्शन पर शुक्रवार को एक अजीबोगरीब घटना घट गई। सुबह 11 बजे पटना जंक्शन पर वास्को-डी-गामा ट्रेन खड़ी हुई तभी एक विक्षिप्त व्यक्ति ट्रेन के नीचे घुस गया। यहां से ट्रेन को यार्ड में जाना था।
थोड़ी देर बाद ट्रेन यार्ड के लिए चल पड़ी तभी तो सभी की नजर ट्रेन के नीचे घुसे व्यक्ति पर पड़ी। ट्रेन के नीचे व्यक्ति को देखकर स्टेशन पर हड़कंप मच गया। लोग बचाओ-बचाओ चिल्लाने लगे परंतु उस दौरान बचना संभव नहीं था।
बाल-बाल बची जानट्रेन खुलते ही व्यक्ति सावधान हो गया और अपने को नीचे दबा लिया, इसलिए उसकी जान बच गई। ट्रेन गुजरने के बाद आरपीएफ के जवानों ने उसे रेल पटरी से बाहर निकाला। तब तक कई यात्रियों ने इस घटना का वीडियो बना लिया। यह वीडियो कई मीडिया चैनलों पर भी काफी देर तक चलता रहा।
क्या बोले रेलवे अधिकारी?पटना जंक्शन के स्टेशन निदेशक अरूण कुमार का कहना है कि वास्को-डी-गामा ट्रेन पटना जंक्शन पर लगने के बाद एक विक्षिप्त व्यक्ति ट्रेन के अन्दर घुस गया। जब तक सुरक्षा कर्मियों की नजर पड़ती तब तक ट्रेन खुल गई। हालांकि व्यक्ति सुरक्षित बच गया, जिसे बाद में सुरक्षा कर्मियों ने उसे बाहर निकाला।
सख्त की गई स्टेशन की सुरक्षामिली जानकारी के मुताबिक, वह एक विक्षिप्त व्यक्ति था, जो अक्सर स्टेशन एवं आसपास के इलाके में घुमता रहता है। घटना के बाद से स्टेशन की सुरक्षा सख्त कर दी गई है। यात्रियों की समुचित जांच के उपरांत ही स्टेशन पर प्रवेश दिया जा रहा था।
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राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव के दौरान संविधान और आरक्षण समाप्त करने को लेकर पक्ष और विपक्ष की ओर से एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए गए। यहां तक की चुनाव आयोग को भी राजनीतिक दलों से कहना पड़ा कि दलों को ऐसे बयान से बचना चाहिए। बावजूद संविधान और आरक्षण को लेकर विपक्ष का सत्ता पक्ष पर हमला जारी है।
राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद ने इस मुद्दे पर एक बार फिर भाजपा पर हमला बोला है। लालू प्रसाद ने शुक्रवार को अपने एक्स भाजपा के खिलाफ हमलावर तेवर दिखाए और चेतावनी देते हुए कहा कि संविधान को बुरी नजर से देखा तो ईट से ईट बजा देंगे।
राजद प्रमुख ने लिखा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने संविधान लिखा था; इसलिए नरेन्द्र मोदी, भाजपा और संघ भारत का संविधान एवं आरक्षण खत्म करना चाहते है।
बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर ने संविधान लिखा था इसलिए नरेंद्र मोदी, बीजेपी और संघ भारत का संविधान एवं आरक्षण ख़त्म करना चाहते है।
बीजेपी वंचित वर्गों के महापुरुषों से इतनी नफ़रत क्यों करती है? बीजेपी चाहे कितनी भी चालाकी और साजिशें कर लें लेकिन वो बाबा साहेब के नाम, काम और…
लालू यादव ने सवालिया लहजे में कहा कि भाजपा वंचित वर्गों के महापुरुषों से इतनी नफरत क्यों करती है? वह कितनी भी चालाकी और साजिशें कर लें लेकिन वो बाबा साहेब के नाम, काम और संविधान को कभी भी नहीं मिटा सकते। न ही हम वंचित, उपेक्षित, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़े, अतिपिछड़े एवं न्यायप्रिय वर्गों के लोग ऐसा होने देंगे।
कहा - ...ईंट से ईंट बजा देंगेउन्होंने लिखा कि भाजपा वालों कान खोल सुन लो, बाबा साहेब अवतारी पुरुष थे, उनका कार्य अमिट है। बाबा साहेब के संविधान की तरफ बुरी नजर से देखा तो तुम्हारी ईंट से ईंट बजा देंगे।
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Bihar Politics: 'मुस्लिम बहुल इलाकों में बुर्के की आड़ में...', ये क्या बोल गए बिहार के पूर्व मंत्री
राज्य ब्यूरो, पटना। BJP Jibesh Kumar पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने शुक्रवार को मुस्लिम बहुल इलाकों में बुर्के की आड़ में 'वोट जिहाद' को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि गलत (फर्जी) मतदाता पहचान पत्र लेकर बुर्का पहनी महिलाएं बूथ में पहुंच रही हैं और वोट देकर आसानी से निकल जा रही हैं।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इनका मकसद सिर्फ भाजपा को हराना है। भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेसवार्ता में मिश्रा ने मधुबनी लोकसभा के जाले विधानसभा के कई मतदान केंद्रों का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस गांव में फिलहाल जितने लोग नहीं हैं, उससे ज्यादा वहां के बूथों में वोट डाले गए हैं।
'लड़के बुर्का पहनकर वोट कर रहे थे'उन्होंने कहा कि पांचवें चरण में लड़के बुर्का पहनकर वोट कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जब शिकायत की गई तब जाले विधानसभा के बूथ संख्या 85 एक लड़का और तीन लड़की पकड़ी गई।
उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर वे जब मतदान केंद्रों पर पहुंचे तो उन्हें घेर लिया गया। पुलिस बल ने उन्हें किसी तरह बाहर निकाला। मैंने जिला निर्वाचन अधिकारी के पास भी शिकायत की।
'देश में वोट जिहाद चल रहा है'मिश्रा ने कहा कि जाले ही नहीं बल्कि पूरे देश में बुर्के की आड़ में वोट जिहाद चल रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त महिला चुनावकर्मी द्वारा बुर्का उठाकर जांच करने की कोशिश की जाती है तो उसके साथ भी अभद्र व्यवहार किया जाता है। इसकी आड़ में बोगस वोटिंग हो रहा है। प्रेसवार्ता में मीडिया संयोजक दानिश इकबाल, प्रवक्ता नीरज कुमार एवं राकेश पोद्दार उपस्थित थे।
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जागरण संवाददाता, पटना। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (एकेयू) में मेडिकल विद्यार्थियों ने शुक्रवार को जमकर हंगामा किया। सभी विश्वविद्यालय के गेट पर बैठकर विशेष परीक्षा कराने की मांग कर रहे थे, एकेयू में पूरे दिन हंगामा ही होता रहा। छात्रों का यह प्रदर्शन दिनभर चलता रहा।
एकेयू गेट पर हंगामा करने पर विद्यार्थी को जब बाहर निकाला गया, तो उन्होंने मीठापुर मुख्य सड़क को एक घंटे से अधिक समय तक जाम कर दिया। मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे छात्रों ने पोस्टरबाजी और नारेबाजी कर विशेष परीक्षा कराने की मांग भी की।
पुलिस प्रशासन के सहयोग से सड़क को खाली कराया गया। इसके बाद विद्यार्थियों को एकेयू के परीक्षा नियंत्रक से मुलाकात कराई। इसके बाद हंगामा करीब चार बजे शांत हुआ।
छात्रों ने कहा कि एमबीबीएस 2022 बैच के 350 विद्यार्थियों का सप्लीमेंट्री लगा था। करीब 150 विद्यार्थियों का ईयर बैक लगा दिया गया। 15 मई से एकेयू का चक्कर लगा रहे हैं, कोई सुनने वाला नहीं है। हम लोग काफी परेशान है। तब जाकर आंदोलन करना पड़े।
स्क्रूटनी के लिए दें सकते हैं आवेदनएकेयू परीक्षा नियंत्रण डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि एमबीबीएस के कुछ छात्र-छात्राओं द्वारा विगत कुछ दिनों से आरोप लगाया जा रहा है कि मूल्यांकन में भेद-भाव किया गया है। उक्त छात्र-छात्राएं वार्षिक तथा सप्लीमेंट्री दोनों ही परीक्षाओं में असफल रहे हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन यह स्पष्ट करना चाहता है कि मूल्यांकन पूरी तरह से निष्पक्ष है तथा इसमें किसी भी प्रकार के भेदभाव नहीं किया गया है।
विद्यार्थी अगर चाहें तो वे स्क्रूटनी के लिए आवेदन दे सकते हैं। अगर किसी भी प्रकार की त्रुटि हुई होगी तो स्क्रूटनी कमिटी छात्र-छात्राओं के हित को देखते हुए निर्णय लेगी।
डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि विद्यार्थियों पर सरकारी संपत्ति नष्ट करने को लेकर आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा एफआइआर नहीं किया गया है चूंकि ऐसी कोई हानि नहीं हुई है।
कुलपति बोले- आरोप की होगी जांचकुलपति प्रो. शरद कुमार यादव ने बताया कि छात्रों का आरोप निजी व सरकारी कालेजों के आधार पर फेल-पास की बात कही जा रही है। उनके आराेप में कितना दम है, संबंधित सभी कालेजों के प्राचार्यों से बात करेंगे।एनएमसी के गाइडलाइन का अनुपालन किया जाएगा। पुन: परीक्षा उनका संभव नहीं है।
जल्द होंगी एफआइआरपांच मई के एमबीबीएस प्रश्न पत्र लीक को लेकर कुलपति प्रो. शरद यादव ने कहा कि मामले में आंतरिक कमेटी गठित की गई। इसमें भी एफआइआर को लेकर निर्णय लिया गया है।
जक्कनपुर थाने के साथ-साथ एएसपी से भी एफआइआर को लेकर पत्र लिखा गया है। जल्द ही एफआइआर कराएं जाएंगे।
मामले को लेकर जक्कनपुर थानेदार ने बताया कि अब तक प्रश्न पत्र लीक को लेकर कोई भी एफआइआर के लिए आवेदन नहीं मिले है, आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
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Bihta Airport Latest News: बिहटा एयरपोर्ट का ताजा अपडेट यहां जानिए, दुबई और सिंगापुर भी जाएंगी फ्लाइट
प्रशांत कुमार, पटना। Bihta Airport Construction Status बिहटा वायु सेना केंद्र को अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनाने के लिए आठ वर्षों से कवायद चल रही है। यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए नए एयरपोर्ट के लिए राजधानी से सबसे निकट उपयुक्त मानकर बिहटा वायुसेना केंद्र को वर्ष 2015-16 में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनाने की योजना बनाई गई थी।
हवाईअड्डा प्राधिकरण ने राज्य सरकार से जमीन की मांग की थी। दो वर्षों बाद 108 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दी गई। दखल और चारदीवारी भी बन चुकी, लेकिन आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी आठ एकड़ जमीन का पेच फंसा ही रह गया।
जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पटना से यात्रियों की संख्या में हुई अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए बिहटा में एयरपोर्ट बनाने का निर्णय लिया गया था। जिला प्रशासन की ओर से एक माह के भीतर आठ एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, जब तक एएआइ (एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया) को जमीन नहीं मिल जाती, तब तक परियोजना को मूर्तरूप देना संभव नहीं है।
इधर, एएआइ ने पटना एयरपोर्ट (जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा) पर नई बिल्डिंग निर्माण के दो चरणों के लिए निविदा प्रकाशित की है। इसके साथ ही उपकरणों की खरीद प्रक्रिया भी चालू है। पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का निर्माण अंतिम चरण में है।
बिहटा से दुबई, सिंगापुर की भी फ्लाइटेंपटना एयरपोर्ट की गिनती खतरनाक हवाईअड्डों में होती है। जुलाई 2000 में यहां हवाई दुर्घटना के बाद विकसित करने का काम चल रहा है, लेकिन जमीन की उपलब्धता बाधा बनी हुई है। नतीजा यहां से एक भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान नहीं है। पिछले वर्ष दुबई के लिए वन स्टाप फ्लाइट की शुरुआत की गई थी।
बिहटा एयरपोर्ट को नवीन तकनीक से तैयार किए जाने की योजना है। इसके साथ ही वहां से दुबई, सिंगापुर, काठमांडू, बैंकाक समेत अन्य देशों के लिए भी फ्लाइटें शुरू करने की योजना है। वर्तमान में पटना एयरपोर्ट से प्रतिदिन औसत 10 हजार यात्री सफर करते हैं। इसकी क्षमता 25 हजार यात्रियों की है। बिहटा में पांच लाख से ज्यादा यात्री हर दिन आवागमन कर सकेंगे। यहां टर्मिनल भवन, कार पार्किंग, एप्रान आदि भवनों का निर्माण कराया जाएगा।
बिहटा एयरपोर्ट पर नहीं दिखेगी पटना वाली खामियांपटना एयरपोर्ट के आसपास मांस-मछली की दुकानों के कारण बर्ड-हिट की आशंका बनी रहती है। हालिया दिनों में हादसे भी हुए, जिसमें यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई थी। पशु-पक्षियों को भगाने के लिए बार-बार पटाखे फोड़े जाते हैं। पटना एयरपोर्ट का रनवे 6500 फीट का है, जो सामान्य से छोटा है।
इस कारण विमानों को उतरते समय ब्रेक जोर से लगाना पड़ता है, क्योंकि रनवे समाप्त होते ही चारदीवारी आ जाती है। किसी भी फ्लाइट को उतरने के लिए जमीन से 2.5 डिग्री के क्षितिज पर लैंड कराना सुरक्षित मानक है, लेकिन पटना एयरपोर्ट का रनवे के छोटा होने से तीन डिग्री पर फ्लाइटों उतरना पड़ता है। बताया जाता है कि बिहटा एयरपोर्ट इन सभी त्रुटियों से रहित होगा। यहां विमानों से 24 घंटे विमानों का परिचालन हो सकेगा।
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'PM Modi को इलाज की जरूरत...' मंगलसूत्र व भैंस छीनने की बात पर मनोज झा ने ली चुटकी
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. मनोज झा और प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी पर निराशा हावी हो गई है। इस वजह से वे नल उखाड़ लेंगे, बिजली काट देंगे, मंगलसूत्र छीन लेंगे और भैंस न जाने क्या-क्या बोल रहे हैं। दोनों नेता शुक्रवार को राजद कार्यालय में प्रेस प्रतिनिधियों से बात कर रहे थे।
प्रो. झा ने कहा कि बिहार में पांच चरणों के चुनाव के बाद बदलाव की ललक स्पष्ट रूप से दिख रही है। बच्चा-बच्चा, कह रहा है कि नौकरी मतलब तेजस्वी। वहीं, प्रधानमंत्री जिस तरह की बातें कर रहे हैं, वैसे लोगों को घर के लोग भी पसंद नहीं करते हैं।
पीएम मोदी को इलाज की जरूरत: झामनोज झा ने कहा कि पीएम मोदी को बेहतर इलाज की जरूरत है। उनके मुद्दे जनता के हितों से अलग है। सारण में हिंसक घटनाओं पर अधिकारियों से कहा कि डरिये मत। जिसका अधिकारी समर्थन कर रहे हैं, वे जल्द ही अर्श से फर्श पर आने वाले हैं। संविधान पर विश्वास करने वालों को बिना भेदभाव काम करना चाहिए।
सबको पता है सरकार कैसे...: शक्ति सिंहमुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह ने कहा कि सभी अवगत हैं कि सरकार किस तरह की काम कर रही है। सभी जानते हैं कि रिटायर्ड अधिकारी जो नाक का बाल बना हुआ है, वह गवर्नर हाउस जाकर प्रभावित करता है। किसी को भी कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए। कानून के शिकंजे में आज न कल उनको भी आना होगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में एजाज अहमद, अरुण कुमार यादव, प्रमोद सिन्हा भी उपस्थित रहे।
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जागरण संवाददाता, पटना। पटना जिले में अब कोई भी सरकारी स्कूल सामुदायिक भवन और मंदिर-मस्जिद परिसर में संचालित नहीं होंगे। शिक्षा विभाग ने ऐसे स्कूलों को बगल के स्कूलों में मर्ज करने का निर्णय लिया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की बैठक में निर्देशित किया कि उनके क्षेत्र में सामुदायिक भवन और मंदिर-मस्जिद परिसर में कितने प्रारंभिक स्कूल चल रहे इसकी सूची कार्यालय को उपलब्ध कराएं।
साथ ही यह भी जानकारी दें कि इन स्कूलों को बगल के किस स्कूल में मर्ज किया जा सकता है। इसके अलावा जिला शिक्षा कार्यालय ने सामुदायिक भवन और मंदिर-मस्जिद परिसर में चल स्कूल को छोड़कर अन्य जगह पर एक ही परिसर में एक से अधिक चल रहे स्कूलों की सूची तैयार की है। जिसमें 166 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय शामिल हैं।
स्कूलों को आपस में मर्ज करने को लिए विभागीय स्तर पर कार्रवाई शुरू भी हो गई है। विभाग के अनुसार स्कूलों को मर्ज करने की प्रक्रिया जून के अंतिम माह तक पूरा कर लिया जाएगा।
बनेगा कक्षाओं को सेक्शनजिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि यदि एक परिसर में एक से अधिक स्कूल संचालित हो रहे रहे तो इनमें से दो स्कूल को वहीं के मूल स्कूल में मर्ज कर दिया जाएगा। तीन स्कूलों के अलग-अलग प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक होंगे तो उनमें जो सीनियर होगा उनको उस स्कूल का स्थाई प्रधानाध्यापक नियुक्त कर दिया जाएगा।
यदि शिक्षकों की संख्या अधिक होगी तो उनको दूसरे जगह स्थानांतरित किया जाएगा। बच्चों की संख्या बढ़ेगी तो अलग-अलग सेक्शन बनाया जाएगा।
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'4 जून को I.N.D.I.A की सरकार बनेगी, जीत के बाद...', प्रधानमंत्री पद को लेकर कांग्रेस का बड़ा बयान
राज्य ब्यूरो, पटना। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को दावा किया कि चार जून को आइएनडीआइए की सरकार बनेगी। जीत के बाद प्रधानमंत्री का चेहरा तय होगा, जैसे कि 2004 में हुआ था। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि सीमा पर 26 पेट्रोलिंग प्वाइंट पर चीन काबिज हो चुका है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को सही जानकारी नहीं दे रहे। उन्हीं पsट्रोलिंग प्वाइंटों में से एक गलवान को बचाने में हमारे वीर सैनिक बलिदान हुए।
बेबाक अंदाज में थरूर ने दिए जवाबसदाकत आश्रम (कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय) में प्रेस-वार्ता के दौरान पूछे गए प्रश्नों पर थरूर बेबाक रहे। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव तक क्षेत्रवार निर्वाचकों की संख्या बढ़ती रही है, लेकिन इस बार कई संसदीय क्षेत्रों में निर्वाचकों की संख्या 2019 से कम है। यह आश्चर्यजनक है। इसके बावजूद भाजपा की पराजय तय है। इस बार जिन क्षेत्रों से उसको समर्थन की विशेष आशा थी, वहां मतदान कम हुआ है। भाजपा की बेचैनी बढ़ी है।
'जो कांग्रेस ने किया, वैसा मोदी नहीं कर पाते'प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि 1971 में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के समय पाकिस्तानी सैनिकों की रिहाई के बदले में वे करतारपुर साहिब को पाकिस्तान से वापस ले लेते। उस पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा कि यह गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी है। उस समय कांग्रेस ने जो कुछ किया, मोदी वैसा कर भी नहीं पाते। इतिहास और ऐसी बातें अकादमिक चर्चा के लिए अच्छी हैं। ये चुनाव के लिए प्रासंगिक विचार नहीं। भाजपा को हार का अंदेशा हो चुका है, इसलिए वह चुनाव को सांप्रदायिकता के रंग में ढालना चाह रही।
थरूर ने यह भी कहा कि हिंदू-मुस्लिम की बात प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता। उन्हें जनहित-राष्ट्रहित के मुद्दों पर बात करनी चाहिए। पिछले 10 वर्षों के दौरान देश में बेरोजगारी और महंगाई बढ़ी है। 2014 में सबका साथ-सबका विकास का नारा देकर मोदी सत्ता में आए और नोटबंदी कर बेरोजगारी बढ़ाई। सूक्ष्म व लघु उद्योगों को बंद कराया।
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Bihar New: इन सरकारी अस्पतालों में 'मुस्कान' लाने की तैयारी, स्पेशल चाइल्ड वार्ड, पैथोलॉजी सहित इन सुविधाओं से होंगे लैस
जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य विभाग नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य को समृद्ध करने के लिए चार जिला अस्पतालों का मुस्कान राष्ट्रीय प्रमाणन कराने की तैयारी कर रहा है।
इसके लिए इन अस्पतालों में मुस्कान सर्टिफिकेशन के चारों मानकों एसएनसीयू, स्पेशल चाइल्ड ओपीडी, स्पेशल चाइल्ड वार्ड व पोषण पुनर्वास केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।
एसएनसीयू में शून्य से 28 दिन तक के नवजात व स्पेशल चाइल्ड वार्ड में 29 दिन से लेकर 12 वर्ष तक के बच्चों का इलाज होता है। हर वार्ड में पर्याप्त चिकित्सक एवं 24 घंटे पैथोलॉजी सुविधा मुहैया करानी होती है।
इन जिलों को सिविल सर्जन को निर्देशऔरंगाबाद, शेखपुरा, नालंदा व वैशाली जिले के सिविल सर्जन को राज्य आरओपी (रिकार्ड ऑफ प्रोसिडिंग) के अनुसार, वर्तमान वित्तीय वर्ष में मुस्कान प्रमाणन के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए जरूरी मानक सुनिश्चित करने के लिए मुख्यालय से एक चेकलिस्ट भी भेजी गई है।
अभी सिर्फ सीतामढ़ी अस्पताल को मुस्कान सर्टिफिकेटबताते चलें कि अभी तक राज्य में सिर्फ सीतामढ़ी जिला अस्पताल को ही मुस्कान का राष्ट्रीय सर्टिफिकेट मिला है। संबंधित जिलों के सिविल सर्जनों को चेक लिस्ट के अनुसार, मौजूदा संसाधन को अपग्रेड करने का निर्देश दिया गया है।
मुस्कान सर्टिफिकेशन के लिए इंटरनल असेसमेंट जारी है। इंफ्रास्ट्रक्चर, इलेक्ट्रिसिटी, चिकित्सकों के रोस्टर, क्वॉलिटी इंप्रूवमेंट आदि पर काम चल रहा है।
वैशाली जिला अस्पताल में एसएनसीयू को नए भवन में शिफ्ट किया जा रहा है। नर्सों की कार्यक्षमता व दक्षता बढ़ाने के लिए प्रतिदिन विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
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Buxar Lok Sabha Election: बक्सर में कांटे का मुकाबला, मिथिलेश तिवारी और सुधाकर सिंह को अपनों से खतरा
दीनानाथ साहनी, बक्सर। Buxar Lok Sabha Seat महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि बक्सर में जातीय गोलबंदी चरम पर है। इसकी तस्वीर आरा-बक्सर फोरलेन के ब्रह्मपुर से दिखनी लगती है। किसी से बात करें वो जातीय समीकरण का गणित समझा देगा। खास बात यह कि बक्सर में एक बड़ी आबादी खुद को वाराणसी से कनेक्ट करके भी देख रही है जहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
बस, यही कनेक्शन एनडीए के भाजपा उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी के लिए जीत का आसरा है। भाजपा के तमाम स्थानीय नेता अपने उम्मीदवार को साथ लेकर जनता के बीच घूम रहे हैं और नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। समझा रहे हैं- प्रधानमंत्री पड़ोस से ही हैं ।
मिथिलेश तिवारी के सामने कई चुनौतियांइसके बावजूद, भाजपा उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी के सामने चुनौतियां कम नहीं। उन्हें भाजपा के आधार वोटों को एकजुट रखने में पसीना छूट रहा है। पूर्व आइपीएस आनंद मिश्रा, जो ब्राह्मण समाज से हैं और स्थानीय जनता में प्रभाव रखते हैं, निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर कर भाजपा के आधार वोटों में सेंध लगाने में जुटे हैं।
कमोबेश यही चुनौतियां राजद उम्मीदवार सुधाकर सिंह के सामने है, जिन्हें निर्दलीय ददन पहलवान के लड़ाई में आने से राजद के आधार वोटों में टूट का खतरा है। यह भी कि मतदान बाद छपरा की हिंसा का कनेक्शन भी राजद उम्मीदवार को स्वजातीय यानी राजपूत वोट को विभाजित करने का संदेश देने लगा है। वोटरों का एक वर्ग इन्हें भी बाहरी ही मानता है।
ग्रामीण इलाके में ज्यादातर वोटर अभी बोलचाल में खुल नहीं रहे। वो हवा का रुख देख रहे हैं। आम धारणा है कि राजनीति से जुड़े लोग इधर-उधर की बात करके आम लोगों को बरगला देते हैं। लगता है कि आम लोगों ने राजनीतिज्ञों से यह अदा सीख ली है। उनसे सवाल कीजिए- वोट किसे देंगे? जवाब मिलता है- किसी न किसी को दे ही देंगे।
आरा-बक्सर फोरलेन के बगल में गरदहा खुर्द गांव में नीम के पेड़ की छांव में बैठे ग्रामीण से चुनाव पर चर्चा होती है। शैलेश कुमार नाराजगी जताते कहते हैं- दोनों प्रमुख उम्मीदवार बाहरी हैं। चुनाव बाद दिखेंगे नहीं। यही नाराजगी वहां बैठे अन्य लोग ने जताई। हां, निर्दलीय आनंद मिश्रा के प्रति यह कहकर सहानुभूति भी जताई कि भाजपा उन्हें टिकट का भरोसा दिया और फिर धोखा। मोदी जी के नाम पर वोट देंगे या नहीं देंगे- यह तय होगा वोटिंग के रोज।
यहां के धोबी घाट के निवासी जानेमाने समाजसेवी और एक्टिविस्ट शिवप्रकाश राय से मुलाकात होती है। उन्होंने बताया- बक्सर के लोगों को केवल किसी राजनीतिक सभा या रैली के दौरान ही यहां हवाई अड्डे का पता चल पाता है। हवाई अड्डा की यह जमीन अंग्रेजों के जमाने में ही अधिसूचित कर दी गई थी। विकास के सवाल पर उन्होंने कहा- जो भी जीतकर गया उसी छल किया। लोग ईलाज कराने बनारस जाते हैं या पटना। अश्विनी चौबे ने बक्सर के बदले भागलपुर को अस्पताल दे दिया।
सेवानिवृत्त शिक्षक रामेश्वर पाठक ने कहा- हर बार बाहर के उम्मीदवार ही बक्सर की जनता पर थोप देते हैं। मोदी जी के नाम पर वोट लेकर जीत भी जाते हैं। यह सब कब तक? उनके संग बैठे रामदास मिश्र ने मोदी लहर के सवाल पर कहा- लहर कहां है। देख नहीं रहे वोटिंग के प्रति कोई उत्साह नही है लोगों में।
वोटबैंक में सेंधमारी का डरवैसे तो मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है, लेकिन निर्दलीय आनंद मिश्रा, पूर्व मंत्री ददन पहलवान के अलावा बसपा के अनिल कुमार ने भाजपा और राजद के उम्मीदवारों को परेशान कर दिया है। साफ कहें दोनों गठबंधन के उम्मीदवारों को अपनों से खतरा है और मुकाबला गैरों से करना है। दोनों को अपने ही वोट बैंक में सेंधमारी का डर सता रहा है।
भाजपा ने बक्सर से वर्ष 2014 और 2019 में जीत हासिल करने वाले अश्विनी चौबे का टिकट काट कर गोपालंगज के पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। अश्विनी चौबे खुलकर अपनी नाराजगी तो नहीं जता पाए पर अब चुनाव क्षेत्र में भी सक्रिय नहीं दिख रहे। इससे कई अर्थ निकाले जा रहे हैं।
अश्विनी चौबे के मौन से भाजपा उम्मीदवार की परेशानी बढ़ गई है। भाजपा के स्थानीय नेताओं में बाहरी उम्मीदवार देने से नाराजगी पहले है। जीत के लिए मिथिलेश तिवारी को मोदी की गारंटी व नीतीश कुमार के सुशासन की उम्मीद हौसलाअफजाई कर रहा है। ऐसा स्थानीय भाजपा नेता अरविंद शर्मा ने कहा। जबकि राजद के सुधाकर सिंह के लिए भी दुश्वारियां कम नहीं हैं।
सुधाकर सिंह अपने पिता जगदानंद सिंह की विरासत संभालने चुनावी जंग में उतरे हैं। उनका खेल बिगाड़ने में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी रहे ददन पहलवान निर्दलीय डटे हैं। कछ इलाके में ददन पहलवान का अपना प्रभाव है। वहीं बसपा के अनिल कुमार भी वोट बैंक में सेंध लगाने की जुगत में हैं। मोटे तौर पर कहिए तो भाजपा व राजद की उम्मीद विरोधी वोटों के बिखराव रोकने के साथ-साथ अपने-अपने कुनबे के बचाने पर टिकी है।
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Bihar Sand Mining News: घाट बंदोबस्तधारी की मौत होने पर उत्तराधिकारी को मिलेगी बंदोबस्ती, खनन विभाग का बड़ा निर्णय
राज्य ब्यूरो, पटना। नदियों से बालू खनन को सहज बनाने के लिए खान एवं भूञ-तत्व विभाग रोज नई कवायद में जुटा है। इसी कड़ी में विभाग ने निर्णय लिया है कि यदि बालू घाट का बंदोबस्त होने के बाद उसकी मृत्यु हो जाती है, तो वैसी स्थिति में संबंधित बंदोबस्तधारी के परिवार की अनापत्ति लेकर उत्तराधिकारी को बंदोबस्त सौंप दिया जाएगा। इसके पूर्व संबंधित बंदोबस्तधारी के साथ नए सिरे से एकरारनामा भी होगा।
विभाग के अनुसार, कई बालूघाटों की बंदोबस्ती के क्रम में ऐसी जानकारी मिली थी कि इ-नीलामी पूरा होने के बाद और खनन पट्टा जारी होने के पहले बंदोबस्तधारी की मृत्यु हो गई। जिसके बाद उनके कानूनी उत्तराधिकारी ने अनापत्ति देते हुए बालूघाट संचालन के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मांगी। हालांकि नियमावली में इसका प्रविधान नहीं था।
लिहाजा मृतक के कानूनी उत्तराधिकारी के पक्ष में घाट स्थानांतरण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी के संबंध में महाधिवक्ता से परामर्श लिया गया। जिसके बाद विभाग ने निर्णय लिया कि ऐसी परिस्थिति में कानूनी उत्तराधिकारी के पक्ष में परिवार के सभी सदस्यों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर सैद्धांतिक मंजूरी या खनन पट्टा हस्तांतरित करने के लिए संबंधित जिला के डीएम सक्षम होंगे।
खनन पट्टा हस्तांतरण के बाद संबंधित डीएम द्वारा शेष अवधि के लिए संबंधित उत्तराधिकारी के साथ फिर से एकरारनामा किया जाएगा।
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Shambhavi Choudhary: 'नीतीश के चहेते मंत्री की बेटी और दामाद...', रोहिणी के सोशल मीडिया पोस्ट ने मचाया बवाल
डिजिटल डेस्क, पटना। Rohini Acharya News सारण संसदीय क्षेत्र से राजद की टिकट पर चुनाव लड़ रहीं रोहिणी आचार्य के एक पोस्ट ने बिहार में सियासी पारा हाई कर दिया है। रोहिणी आचार्य ने शुक्रवार दोपहर को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शांभवी चौधरी और उनके पति सायण कुणाल की एक तस्वीर शेयर की।
रोहिणी आचार्य ने उनके साथ मौजूद सुरक्षा कर्मचारियों को लेकर सवाल खड़ा कर दिया। रोहिणी ने एक्स पर लिखा, "नीतीश कुमार जी के चहेते मंत्री जी की बेटी-दामाद को किन प्रावधानों के तहत सुरक्षा की विशेष-सुविधा मुहैया है?
उन्होंने आगे लिखा कि मंत्री जी की बेटी व दामाद की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी-अंगरक्षक किसके हैं? क्या मंत्री जी की बेटी व दामाद सुरक्षा-बंदोबस्त की किसी विशेष-कैटगरी में आते हैं?
बता दें कि शांभवी चौधरी (Shambhavi Choudhary) बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं। वह समस्तीपुर लोकसभा सीट से लोजपा (रामविलास) की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।
सुरक्षा कर्मचारियों का मुद्दा क्यों उठा?दरअसल, छपरा में हुई चुनावी हिंसा को लेकर गुरुवार को एसआइटी राबड़ी आवास (पटना) पहुंची थी। एसआइटी ने वहां मौजूद अंगरक्षकों से सवाल-जवाब किए। जांच में सामने आया कि पूर्व सीएम राबड़ी देवी का अंगरक्षक सिपाही जितेंद्र सिंह अनाधिकृत रूप से सारण लोकसभा क्षेत्र की प्रत्याशी रोहिणी आचार्या के साथ घूम रहा था।
पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने सारण एसपी से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को सिपाही जितेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जितेंद्र पटना जिला बल के सिपाही है।
रोहिणी पर क्या है आरोप?बता दें कि छपरा गोलीकांड के बाद रोहिणाी आचार्या पर आरोप लगाया गया था कि वह अनाधिकृत रूप से पूर्व सीएम राबड़ी देवी के अंगरक्षक के साथ घूम रही है। शिकायत सामने आने के बाद गुरुवार को सारण में गठित एसआइटी पटना पहुंची थी।
एसआइटी ने ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ और उपस्थिति रोस्टर चेक किया। जांच के बाद रिपोर्ट पटना एसएसपी को भेजा गया। इसके बाद सिपाही को निलंबित कर दिया गया।
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