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भाषा विवाद पर संसद में तकरार, अब धर्मेंद्र प्रधान के एक शब्द से मचा बवाल; DMK सांसद ने दिया विशेषाधिकार हनन का नोटिस

Dainik Jagran - National - March 11, 2025 - 9:38am

एएनआई, नई दिल्ली। डीएमके सांसद कनिमोझी करुणानिधि ने सोमवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के खिलाफ संसदीय विशेषाधिकार हनन का नोटिस दाखिल किया। यह नोटिस धर्मेंद्र प्रधान द्वारा संसद में तमिलनाडु की शिक्षा प्रणाली और तीन-भाषा नीति पर उनके रुख के बारे में की गई टिप्पणियों से संबंधित है।

किस 'एक शब्द' से खड़ा हुआ विवाद?

विवाद तब शुरू हुआ जब शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कथित तौर पर संसदीय चर्चा के दौरान तमिलनाडु के सांसदों को "असभ्य" कहा। टिप्पणियों से बेहद नाराज कनिमोझी ने "असभ्य" शब्द को अपमानजनक और असंसदीय अभिव्यक्ति बताया। उन्होंने तर्क दिया कि ऐसी टिप्पणियां अस्वीकार्य हैं, खासकर जब वे निर्वाचित प्रतिनिधियों के लिए निर्देशित हों।

मीडिया से बात करते हुए कनिमोझी ने कहा, "हमारे सीएम और हमारे सांसदों के खिलाफ़ इस्तेमाल किए गए शब्द भयानक हैं...'असभ्य' ऐसा शब्द नहीं है जिसे हम इस देश में किसी भी इंसान के खिलाफ़ इस्तेमाल कर सकें। यह सबसे अपमानजनक शब्द है जिसका इस्तेमाल किया जा सकता है।"

उन्होंने आगे कहा, "हमने नोटिस दिया है, और मुझे लगता है कि यह यहीं खत्म नहीं होगा... बीजेपी को दक्षिणी राज्यों के विकास को देखने में समस्या हो रही है क्योंकि वे इसे हासिल करने में सक्षम नहीं हैं।" कनिमोझी ने केंद्र सरकार द्वारा तीन-भाषा नीति को संभालने के तरीके पर भी असंतोष व्यक्त किया।

क्या है तीन-भाषा विवाद?

बता दें, तीन-भाषा नीति, जो पूरे भारत के स्कूलों में तीन भाषाओं को पढ़ाने का प्रस्ताव करती है, एक विवादास्पद मुद्दा रहा है, खासकर तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्यों में, जहां अंग्रेजी और तमिल शिक्षा की पसंदीदा भाषाएं रही हैं। डीएमके पाठ्यक्रम के हिस्से के रूप में हिंदी को लागू करने के अपने विरोध के बारे में मुखर रही है, इसे छात्रों के लिए एक अनावश्यक बोझ कहती है।

अपने बयान में कनिमोझी ने दक्षिणी और उत्तरी राज्यों के बीच विकास में असमानता को भी उजागर किया, खास तौर पर जनसंख्या नियंत्रण के संदर्भ में। उन्होंने कहा, "दक्षिणी भारत परिवार नियोजन का सावधानीपूर्वक पालन कर रहा है और अब हम दंड के बिंदु पर हैं। अब, सभी सीएम यह कहने लगे हैं कि आपने जनसंख्या बढ़ाई है।"

उन्होंने कहा, "हम आगे क्या उम्मीद कर रहे हैं?... उत्तरी भारत के अंदरूनी इलाकों में गरीबी, शिक्षा की कमी और बिजली की कमी वाले बहुत से राज्य हैं। हम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, गुणवत्तापूर्ण भोजन और जीवन की गुणवत्ता प्रदान करने में सक्षम हैं। अब समय आ गया है कि केंद्र सरकार इसे उन राज्यों में लागू करना सीखे जो इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं और इसका उपयोग न करने के लिए उन्हें दंडित करें।"

'तमिलनाडु ने लंबे समय से दो-भाषा नीति का किया है पालन'

कनिमोझी की टिप्पणी राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को लेकर दक्षिणी राज्यों और केंद्र सरकार के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर आई है। बता दें, तमिलनाडु ने लंबे समय से दो-भाषा नीति का पालन किया है, जहां तमिल और अंग्रेजी शिक्षा के माध्यम हैं।

डीएमके नेता ने प्रस्तावित परिसीमन अभ्यास के बारे में भी चिंता जताई, जो संसदीय सीटों के आवंटन को संभावित रूप से प्रभावित कर सकता है। कनिमोझी ने कहा कि दक्षिणी राज्यों को अपने प्रतिनिधित्व में कमी का डर है, जबकि बड़ी आबादी वाले उत्तरी राज्यों को अधिक सीटें मिल सकती हैं।

कनिमोझी ने कहा, "हमने परिसीमन पर चर्चा के लिए नियम 267 के तहत नोटिस दिया था, जो भारत के दक्षिणी राज्यों पर भारी पड़ रहा है, जिसे अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया... हम परिसीमन पर एक स्वस्थ चर्चा की मांग कर रहे हैं... हम जानना चाहते हैं कि मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) क्या होने जा रही है, सरकार क्या करने जा रही है।"

उन्होंने कहा, "हम किसी भी भाषा के खिलाफ नहीं हैं... हम कह रहे हैं कि यह राज्य का विषय है, इसलिए हिंदी को थोपने में शामिल न हों, जो भारत में लोगों के एक हिस्से द्वारा बोली जाने वाली भाषा है। हम तमिलनाडु में दो भाषा नीतियों का पालन करते रहे हैं: अंग्रेजी और तमिल। हम अपनी शिक्षा में अच्छे हैं... हमारी जीडीपी अच्छी है।

कनिमोझी ने कहा, "तमिलनाडु के सभी लोग विदेश में बस गए हैं। हम बाहर से धन लाते हैं। हमारी शिक्षा प्रणाली अच्छी है। हम किस तरह से गलत हो गए हैं?... आप पाठ्यक्रम में एक ऐसी भाषा को क्यों जबरन शामिल करना चाहते हैं जो बच्चों के लिए कठिन होने वाली है?"

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Bihar News: बिहार में होली पर शराब पीना पड़ेगा महंगा, डीजीपी ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जारी किया ऑर्डर

Dainik Jagran - March 11, 2025 - 9:34am

राज्य ब्यूरो,  पटना। Bihar News: बिहार पुलिस मुख्यालय ने होली को लेकर सभी जिलों को अलर्ट करते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ अतिरिक्त पुलिस बलों की भी तैनाती की गई है। डीजीपी विनय कुमार ने भी आमलोगों से शांतिपूर्ण और सौहार्द्रपूर्ण तरीके से होली का पर्व मनाने की अपील की है।

होली में शराब बेचने और पीने पर कड़ी कार्रवाई

डीजीपी ने सभी जिलों के एसपी और पुलिस अधिकारियों को ऑर्डर देते हुए कहा कि हर चौक-चौराहे पर शराबियों पर नजर रखें। शराब पीने वाले और बेचने वाले दोनों के खिलाफ सख्त एक्शन लें। डीजीपी ने कहा कि उत्पात मचाने वाले लोगों पर भी कड़ी कार्रवाई करें।

सभी जिलों में शुरू हुई शांति समिति की बैठक

पुलिस मुख्यालय के निर्देश के बाद होली को लेकर सभी जिलों में शांति समिति की बैठक भी शुरू हो गई है। इसके अलावा सभी जिलों और थाना पुलिस को संवेदनशील स्थलों को चिह्नित कर वहां विशेष सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। शराबबंदी का भी सख्ती से अनुपालन कराने को कहा गया है।

इसका उल्लंघन करने वालों पर विधि-सम्मत कार्रवाई का निर्देश दिया गया है। होली को देखते हुए पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों के अवकाश पर रोक का आदेश पहले ही जारी किया जा चुका है। इसमें विशेष परिस्थिति को छोड़कर दस से 18 मार्च तक अवकाश बंद करने का निर्देश दिया गया है।

होलिका दहन के पूर्व बेड़े से बाहर आयेंगी दमकल की 60 गाड़ियां और हाइड्रोलिक

होलिका दहन को लेकर अग्निशमन विभाग भी पूरी तैयारी के साथ है। उन सभी स्थानों की पहचान करीब करीब पूरी कर ली गई, जहां बड़े स्तर पर होलिका दहन किया जाएगा। संवदेनशील इलाकों को सेक्टर और जोन में बांटा गया है।

होलिका दहन के एक दिन पूर्व दमकल की 60 गाड़ियों को तय स्थानों पर कर्मियों और पदाधिकारियों के साथ तैनात किया जाएगा। हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भी बेड़े से बाहर आएंगे। जबकि 16 मिस्ट टेक्नोलाजी से लैस बाइक से घूमकर लोगों को जागरूक किया जाएगा।

बीते वर्ष शहर में बड़े स्तर पर 200 से अधिक स्थानों पर होलिका दहन किया गया था। इस वर्ष इन स्थानों पर होलिका दहन होना है। यहां सुरक्षा व्यवस्था और बचाव को लेकर आयोजकों के साथ ही जल्द ही अग्निशमन विभाग बैठक करेगा।

उन स्थानों पर भी विशेष नजर रखी जाएगी, जहां आसपास झुग्गी-झोंपड़ी हैं। जर्जर तार की मरम्मत के लिए बिजली विभाग से पत्राचार भी किया गया है।

जिला अग्निशमन पदाधिकारी मनोज कुमार नट ने बताया संवेदनशील इलाकों की पहचान की गई है। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए 60 से अधिक दमकल गाड़ी, 16 मिस्ट टेक्नोलाजी से लैस बाइक का इस्तेमाल होगा।

जहां बड़े स्तर पर होलिका दहन की तैयारी है, वहां एक दमकल की एक गाड़ी तैनात की जायेगी। आयोजकों के साथ बैठक किया जाएगा। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है।

इन बातों का रखें ध्यान सुरक्षित दूरी बनाए रखें
  • आग के बहुत पास न जाएं, बच्चे और बुजुर्गों को दूर रखें।
  • हवा तेज चल रही है तो होलिका दहन के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतें।
  • पूजा के दौरान सावधानी बरते और कपड़ों व बालों का विशेष ध्यान रखें।
  • ऐसे स्थान का चयन करें जो भीड़ भाड़ वाले क्षेत्र से दूर हो।
  • इमरतों, पेड़ों और बिजली के तारों से दूर रहें।
  • समतल स्थान चुनें, ढलान वाली जगह पर आग फैलने का खतरा रहता है।
  • लकड़ी और उपलों का ही उपयोग करें, अन्य ज्वलनशील पदार्थों से बचें।

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