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Elections 2024: '...पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे', RJD की दावेदारी के बाद पप्पू बढ़ाएंगे टेंशन? औरंगाबाद सीट को लेकर निखिल मुखर
राज्य ब्यूरो, पटना। सीट बंटवारे में महागठबंधन की खींचतान अब सार्वजनिक होने लगी है। बिना परामर्श के राजद द्वारा एकतरफा सिंबल बांटे जाने से क्षुब्ध कांग्रेस-जन मुखर होने लगे हैं। औरंगाबाद के बाद राजद ने पूर्णिया से बीमा भारती को सिंबल दे दिया, जबकि ये दोनों सीटें कांग्रेस को अपेक्षित थीं।
उसकी दावेदारी की हवा निकालने के उद्देश्य से ही राजद ने अपने प्रत्याशियों को पहले सिंबल दे दिया। परिस्थिति को भांपते हुए पूर्व राज्यपाल निखिल कुमार और पूर्व सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने क्रमश: औरंगाबाद और पूर्णिया से चुनाव लड़ने का संकेत दे दिया है।
2014 में मोदी लहर के कारण हार गए थे निखिल कुमारराजपूतों के दबदबे वाले औरंगाबाद से निखिल कुमार कांग्रेस के सांसद रह चुके हैं। 2014 के चुनाव में मोदी लहर में वे पराजित हो गए थे। पिछली बार यानी 2019 में महागठबंधन में वह सीट हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा को मिल गई थी। इस बार जदयू से आए अभय कुशवाहा को राजद ने वहां मैदान में उतार दिया है।
इसके लिए कांग्रेस से विचार-विमर्श तक नहीं हुआ। शनिवार को पटना स्थित निखिल कुमार के आवास पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजद द्वारा एकतरफा टिकट बांटने पर विरोध प्रकट किया। उनका कहना था कि औरंगाबाद के लिए महागठबंधन में निखिल कुमार के अलावा दूसरा उपयुक्त है ही नहीं।
निखिल कुमार का स्पष्ट कहना है कि औरंगाबाद के संदर्भ में गठबंधन धर्म का घोर उल्लंघन हुआ है। वह कांग्रेस की परंपरागत सीट है और आज भी उस पर दावा है। इसका नुकसान उन्हें उठाना पड़ेगा, जिन्होंने गठबंधन धर्म की उपेक्षा की। पांच वर्ष पहले भी ऐसी ही गलती हुई थी।
जनता चाहती है कि वे (निखिल कुमार) औरंगाबाद से चुनाव लड़ें। वे मैदान से भाग नहीं रहे, बल्कि आलाकमान की अनुमति चाहते हैं। औरंगाबाद सहित दूसरी सीटों पर भी कांग्रेस की चर्चा हो रही है। राजद के एकतरफा टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस आलाकमान को अवगत करा दिया गया है। अनुमति मिलते ही वे मैदान में होंगे।
औरंगाबाद के कांग्रेस जिलाध्यक्ष रमेश कुमार सिंह ने कहा कि राजद का निर्णय एकतरफा है। निखिल कुमार की दावेदारी के लिए हम लोग बैठक किए हैं। पूर्णिया की आस में पप्पू यादव अपनी जन अधिकार पार्टी का विलय करते हुए कांग्रेस में आए हैं।
अपने एक्स हैंडल पर उन्होंने लिखा कि वे मर जाएंगे, लेकिन कांग्रेस नहीं छोड़ेंगे। दुनिया छोड़ देंगे, लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे। बहरहाल कांग्रेस की अपेक्षा वाली कटिहार, समस्तीपुर के लिए भी राजद से अभी तक कोई संकेत नहीं मिला है। पिछले चुनाव में कांग्रेस उन दोनों सीटों पर दूसरे स्थान पर रही भी थी। क्षोभ वहां भी है।
मैदान में नहीं होंगी मीरा
79 वर्ष की उम्र पूरा कर चुकी लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार इस बार चुनाव मैदान में नहीं उतरेंगी। इंटरनेट मीडिया पर उन्होंने इसकी घोषणा की है।
उन्होंने लिखा है कि मैं अपने देश के लोगों, विशेष कर गरीब व वंचित वर्ग और महिलाओं की सेवा हमेशा करती रहूंगी। सासाराम सुरक्षित संसदीय क्षेत्र वे 2004 और 2009 में विजयी रही थीं। उसके बाद के दो चुनाव भाजपा से हार गई थीं।
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Bihar News: होली को लेकर बिहार पुलिस ने सभी जिलों को किया अलर्ट, दंगा निरोधी दस्ता के गठन समेत दिए कई अहम निर्देश
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस मुख्यालय ने होली को लेकर सभी जिलों को अलर्ट जारी करते हुए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। शरारती और असामाजिक तत्वों से कड़ाई से निबटने के लिए सघन गश्ती, चेकिंग और छापेमारी अभियान चलाने को कहा गया है।
इस बाबत एडीजी विधि-व्यवस्था संजय सिंह ने सभी क्षेत्रीय डीआइजी और आइजी को पत्र लिखकर विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें होलिका दहन और होली पर विवाद के संभावित कारण बताते हुए उससे निबटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। उग्रवाद प्रभावित जिलों में भी विशेष निगरानी बरतने को कहा गया है।
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों में होली को लेकर संवेदनशील जगहों को चिह्नित कर वहां पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती करने को कहा है। उपद्रवियों से निबटने के लिए दंगा निरोधी दस्ता का गठन करने और पुलिस बल के लिए पर्याप्त संख्या में हेलमेट, लाठी व अन्य सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था करने को कहा गया है। विवादित स्थल पर होलिका दहन करने को लेकर होने वाले विवाद को लेकर भी चौकस रहने को कहा गया है।
पुलिस मुख्यालय ने अपने पत्र में कहा है कि होली के दौरान प्रवासी वापस गांव लौटते हैं। इस दौरान जमीन विवाद के मामले सुलझाने की कोशिश की जाती है। ऐसे में भूमि विवाद के मामले को लेकर भी अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
अप्रिय घटना पर अविलंब उचित कार्रवाई का निर्देशहोली के दौरान पिछले तीन वर्षों में घटित घटनाओं की समीक्षा करते हुए लंबित कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया गया है। खासकर दो संप्रदायों के बीच होने वाली घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए अविलंब उचित कार्रवाई करने का निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिया गया है।
हर दो-दो घंटे पर कंट्रोल रूम से लें खैरियतपुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को कंट्रोल रूम गठित कर प्रत्येक दो-दो घंटे पर अधिकारियों को खैरियत लेने का निर्देश दिया गया है। आकस्मिक घटनाओं से निबटने के लिए प्रत्येक जिले में क्विक रिस्पांस टीम का गठन करने का भी निर्देश दिया गया है।
सोशल मीडिया की निगरानी करने का भी निर्देशकिसी भी प्रकार की घटना होने पर अविलंब इसकी सूचना डीजीपी कंट्रोल रूम और वरीय पदाधिकारियों को देने के लिए निर्देशित किया गया है।एसपी को अफवाहों का खंडन कर सही तथ्यों की जानकारी लोगों तक पहुंचाने को कहा गया है। इसके लिए सोशल मीडिया की निगरानी करने को भी कहा गया है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू की रुपौली से विधायक और पूर्व मंत्री बीमा भारती ने जदयू की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री सह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार को सौंप दिया है।
ऐसी चर्चा है कि बीमा भारती पूर्णिया से राजद के टिकट पर चुनाव लड़ सकती हैं। वहीं, पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातिमी के बेटे फराज फातिमी ने भी जदयू से इस्तीफा दे दिया है। वह जदयू के पूर्व विधायक रहे हैं।
पप्पू यादव या बीमा, पूर्णिया कौन लड़ेगा चुनाव?हाल ही में पप्पू यादव ने अपने दल का विलय कांग्रेस में किया था। इसके पूर्व उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से भेंट की थी। यह बात आयी थी कि वह कांग्रेस की टिकट पर पूर्णिया से महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे।
अब पूर्णिया से राजद का उम्मीदवार होगा या फिर कांग्रेस का यह सवाल महागठबंधन के संदर्भ में महत्वपूर्ण हो गया है। बीमा भारती के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने शनिवार को राजद की सदस्यता भी ग्रहण कर ली।
फ्लोर टेस्ट में ही मिल गया संदेशबीमा भारती की चर्चा हाल के दिनों में उस वक्त अधिक थी जब विधानसभा में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को बहुमत प्राप्त करना था। बीमा भारती जदयू विधायक दल की बैठक में नहीं पहुंचीं थीं। इसके बाद विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दिन वह विलंब से पहुंची थी।
पति और बेटे को कर लिया गया था गिरफ्तारउनके बारे में उसी समय यह चर्चा थी कि वह राजद के संपर्क में हैं। पटना आने के क्रम में उनके पति व पुत्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। मामला आर्म्स एक्ट का भी दर्ज हुआ था। वैसे उन्होंने विश्वासमत के दौरान जदयू के पक्ष में वोट किया था। वह जदयू नेतृत्व से नाराज चल रही थीं। एक बार लेसी सिंह पर गुस्सा करने पर मुख्यमंत्री ने उन्हें फटकारा भी था।
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Bihar News: नीतीश सरकार ने राजधानी पटना को दिया 'होली गिफ्ट', इन फुटओवर ब्रिजों को दे दी मंजूरी
राज्य ब्यूरो, पटना। राजधानी में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और पैदल यात्रियों की सुरक्षा-सुविधा को लेकर पांच जगहों पर फुटओवर ब्रिज बनाए जाएंगे। यह फुटओवर ब्रिज के बेली रोड में पुनाईचक, तारामंडल और चिडि़याघर गेट संख्या एक के पास बनाए जाएंगे।
इसके अलावा, कंकड़बाग और सगुना-दानापुर के बीच भी फुटओवर ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। परिवहन विभाग में शनिवार को सड़क सुरक्षा को लेकर हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
राजधानी के अटल पथ, बेली रोड समेत अन्य मार्गों पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं को लेकर परिवहन विभाग, पथ निर्माण विभाग, यातायात, जिला प्रशासन के साथ परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल की अध्यक्षता में बैठक हुई।
आम लोगों की सुविधा के लिए पटना वीमेंस कालेज के पास पहले से बने फुटओवर ब्रिज पर लिफ्ट लगाने का सुझाव दिया गया। पिछले दिनों हुई बिहार सड़क सुरक्षा परिषद् की बैठक में फुट ओवर ब्रिज व अंडर पास निर्माण के लिए बजट अनुमोदित किया गया है।
परिवहन सचिव ने बैठक में कहा कि नेहरू मार्ग (बेली रोड) में पैदल यात्रियों को सड़क पार करने की सुविधा नहीं होने की वजह से सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए कहां-कहां फुट ओवर ब्रिज का निर्माण कराया जा सकता है, इस बारे में अधिकारियों से विचार-विमर्श किया गया है।
प्रस्तावित जगहों पर फुटओवर ब्रिज निर्माण के लिए परिवहन सचिव ने पथ निर्माण विभाग एवं बिहार राज्य पथ विकास निगम से अविलंब डिजाइन के साथ प्राक्कलन तैयार करने का निर्देश दिया। डिज़ाइन प्राप्त होने पर निर्वाचन आयोग से अनापत्ति हेतु अनुरोध किया जाएगा।
अटल पथ पर 70 किमी प्रति घंटे से तेज नहीं चला सकेंगे गाड़ीअटल पथ पर हो रही सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए गाडि़यों की स्पीड फिर से निर्धारित की गई। स्पीड लिमिट निर्धारित करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
निर्णय लिया गया कि चारपहिया एवं सामान्य वाहनों के लिए 70, बस के लिए 50 एवं आटो एवं अन्य वाहन के लिए 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार निर्धारित की गई। स्पीड कैमरे से इसकी मानीटरिंग की जाएगी।
निर्धारित सीमा से अधिक गति से गाड़ी चलाने वाले वाहन चालकों पर जुर्माना किया जाएगा। परिवहन सचिव ने एसपी ट्रैफिक पटना को निर्देश दिया कि बेली रोड, अटल पथ, गंगा पथ पर दुर्घटना के कारणों का विस्तृत अध्ययन करें तथा विस्तृत रिपोर्ट दें।
सीसीटीवी कैमराें के माध्यम से चालान की व्यवस्था को तेज करने का निर्देश दिया गया। मौके पर राज्य परिवहन आयुक्त विशाल राज, नगर आयुक्त अनिमेश पराशर, पुलिस अधीक्षक यातायात अशोक कुमार चौधरी आदि उपस्थित थे।
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Bihar Politics: इधर नीतीश के करीबी ने Lalu Yadav के सिंबल बांटने पर कसा तंज; उधर RJD ने कर दिया ऐसा दावा
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सदस्य संजय झा ने शनिवार को आईएनडीआईए में बिहार की स्थिति पर तंज करते हुए कहा कि चुनाव के पहले ही आईएनडीआईए में दरार दिख रहा। अभी सीट शेयरिंग हुआ ही नहीं और सीट बांटे जा रहे। आईएनडीआईए के भीतर जो दरार है वह और गहरा होता जा रहा। जदयू प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के क्रम में उन्होंने यह बात कही।
संजय झा ने कहा कि आईएनडीआईए में चुनाव लड़ने के पहले की यह स्थिति को जनता देख रही है। वहीं एनडीए में एकरूपता है। साथ इकट्ठे होकर सीट शेयरिंग की घोषणा की। मिलकर चुनाव भी लड़ेंगे। डबल इंजन की सरकार और नीतीश कुमार के सुशासन के विषय के साथ वे लोग चुनाव में जाएंगे।
नीतीश कुमार की जदयू के सांसदों के साथ चल रही मुलाकात की श्रृंखला के संबंध में पूछे जाने पर संजय ने कहा कि मुख्यमंत्री संबंधित लाेगों से उनके इलाके का फीडबैक ले रहे।
राजद का दावा- राजग में सीटों को लेकर जारी है सिर फुटव्वलराष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुशवाहा के जदयू में जाने के बाद राजद ने दावा किया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में सीट बंटवारे के बावजूद घटक दलों के बीच जबरदस्त सिर फुटव्वल जारी है। यही वजह है कि सीट बंटवारे के लिए दिल्ली में बुलाई गई बैठक का कई घटक दलों ने अघोषित रूप से बहिष्कार किया था। आलम यह है कि एक दल दूसरे के पैर खींचने में लगे हुए हैं।
राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने शनिवार को बयान जारी कर कहा कि, एनडीए खेमे के अन्दर और बाहर जबरदस्त बेचैनी है। अनेक सीटों पर इन्हें उम्मीदवार नहीं मिल रहा है, इसीलिए घटक दलों के बीच सीट शेयरिंग की घोषणा कर देने के बाद भी उम्मीदवारों के नाम जारी नहीं किए जा रहे हैं।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार के महागठबंधन में अधिकांश सीटों पर सहमति हो चुकी है। कुछ सीटों पर बात चल रही है जल्द ही उम्मीदवार भी घोषित किए जाएंगे।
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Lalu Yadav के 'सिंबल पॉलिटिक्स' ने डाली I.N.D.I.A में फूट! गठबंधन धर्म का आईना दिखा ये क्या कह गए कांग्रेस नेता
राज्य ब्यूरो, पटना। महागठबंधन दलों से बातचीत किए बगैर राजद की ओर से लोकसभा की सीटों का एकतरफा बंटवारे को लेकर कांग्रेस मुखर होने लगी है। कांग्रेस के क्षुब्ध नेताओं का असंतोष विस्फोटक हो सकता है।
शनिवार कांग्रेस की परंपरागत सीट को दोबारा छीनने को लेकर औरंगाबाद के पूर्व सांसद एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता निखिल कुमार ने पटना आवास पर शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं ने राजद द्वारा गठबंधन धर्म नहीं निभाने को लेकर सख्त चेतावनी दी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दावा- निखिल की जीत पक्कीकार्यकर्ताओं ने अपने नेता के समक्ष राजद द्वारा एकतरफा टिकट बांटने का जमकर विरोध किया। औरंगाबाद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना था कि वह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है। वहां पर हर हाल में निखिल कुमार कांग्रेस के प्रत्याशी होंगे और उनकी जीत सुनिश्चत भी है।
निखिल का दावा- कांग्रेस प्रत्याशी को ही मिलेगा टिकटइधर, औरंगाबाद के मतदाताओं एवं पार्टी कार्यकर्ताओं के दबाव को लेकर निखिल कुमार ने बताया कि वह आश्वत हैं कि औरंगाबाद की सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी को ही टिकट मिलेगा। उन्होंने कहा कि राजद के एकतरफा टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस आलाकमान को सभी बातों से अवगत करा दिया गया है।
राजद की मनमानी से महागठबंधन को होगा नुकसाननिखिल ने स्वीकार किया कि राजद द्वारा औरंगाबाद की सीट पर बिना कांग्रेस की राय के टिकट बांटने पर भारी आक्रोश दिखने लगा है। औरंगाबाद के कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दावा है कि राजद की मनमानी से महागठबंधन को वहां नुकसान उठाना पड़ सकता है। वे राजद के इस कदम का विरोध कर रहे हैं।
गठबंधन धर्म का हुआ उल्लघंनइसे लेकर निखिल कुमार ने भी कहा कि राजद द्वारा पांच वर्ष पहले औरंगाबाद में ऐसी ही गलती हुई है। औरंगाबाद कांग्रेस की परंपरागत सीट है और वहां गठबंधन धर्म का उल्लंघन हुआ है।
नामांकन में अब भी पांच दिन बाकी...उन्होंने कहा कि नामांकन में अभी पांच दिन शेष है। अभी तक पार्टी की ओर से सीटों को लेकर कोई खुलासा नहीं किया गया है। अभी बिहार में कांग्रेस की सीटों पर पार्टी आलाकमान को निर्णय लेना है कि वह कितने और कौन-कौन लोकसभा क्षेत्र से अपना प्रत्याशी उतारेगी।
निखिल आलाकमान के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। जैसे ही आलाकमान का आदेश मिलता है वहां कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से सहयोग से पार्टी के झोली में एक सीट डालने में सभी लोग जुट जाएंगे।
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Bihar Politics: क्या उपेंद्र कुशवाहा से नीतीश कुमार ने ले लिया बदला? 'पलटीमार' गेम खेलकर दे दिया बड़ा झटका
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today: उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के प्रदेश अध्यक्ष रमेश कुशवाहा अपनी पत्नी विजय लक्ष्मी के साथ शनिवार को जदयू में शामिल हो गए। जदयू प्रदेश कार्यालय में जल संसाधन मंत्री विजय चौधरी, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सदस्य संजय झा, मंत्री अशोक चौधरी व जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने रमेश व उनकी पत्नी विजय लक्ष्मी को पार्टी की सदस्यता दिलाई। उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) के लिए यह बड़ा झटका है।
विजय लक्ष्मी को सिवान लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारेगीविजय लक्ष्मी को नीतीश कुमार की जदयू सिवान लोकसभा क्षेत्र से मैदान में उतारेगी। रमेश कुशवाहा 2015-20 तक सिवान के जीरादेई विधानसभा क्षेत्र से जदयू के विधायक थे। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने कहा कि मुख्यमंत्री यह चाहते थे कि 2020 में रमेश कुशवाहा की पत्नी को जीरादेई से चुनाव लड़ाया जाए, पर बात नहीं बन पाई थी।
विजय चौधरी ने की तारीफमंत्री विजय चौधरी ने कहा कि रमेश कुशवाहा जिस समय विधायक थे उस समय वह विधानसभा अध्यक्ष के रूप में पद पर आसीन थे। काफी कठिनाइयों को झेलते हुए यह आगे आए हैं। उन्होंने दल की अपेक्षा के अनुरूप काम किया। मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि इनकी घर वापसी से पार्टी मजबूत होगी।
पार्टी के यह मजबूत साथी थे, किसी कारणवश बाहर चले गए थे। रमेश कुशवाहा ने कहा कि वह रालोमो के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं। वह दल भी एनडीए का हिस्सा है। सभी यही चाहते हैं कि बिहार में एनडीए की जीत सभी 40 सीटों पर हो।
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Bihar News: साथ रख सकते हैं लाइसेंसी हथियार... लेकिन प्रदर्शन की नहीं अनुमति, नियम के उल्लंघन पर हो सकती है जेल
जागरण संवाददाता, पटना। जान-माल पर खतरा हो तो लाइसेंसी हथियार लेकर चल सकते हैं, मगर प्रदर्शन किया तो कार्रवाई होगी। झुंड में हथियार लेकर चलना भी गैरकानूनी है। पकड़े जाने पर न केवल शस्त्र जब्त होगा, बल्कि जेल जाने की नौबत भी आ सकती है।
डीआईजी सह एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि अनुज्ञप्तिधारी सत्यापन के उपरांत शस्त्र लेकर चल सकते हैं, लेकिन किसी भी सूरत में हथियारों का प्रदर्शन वर्जित है। नियम का उल्लंघन करने वाले लाइसेंसी शस्त्रधारियों पर विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
12 सौ 48 लोगों ने जिले में नहीं कराया सत्यापनजिले में आठ हजार 251 अनुज्ञप्तिधारी शस्त्रधारक हैं। अनुज्ञप्तिधारियों को संबंधित थानों में सत्यापन कराना था, लेकिन 12 सौ 48 लोगों ने यह नहीं कराया। केवल सात हजार तीन लाइसेंसधारकों को शस्त्रों का सत्यापन कराया था।
संभव है कि बाकी लोगों ने दूसरे जिलों में सत्यापन कराया होगा, जहां वे रह रहे हैं। यदि ऐसा नहीं होगा तो उनका लाइसेंस रद कर दिया जाएगा। सत्यापन के क्रम में 67 लोगों का आर्म्स लाइसेंस रद किया गया था, जबकि सात लोगों के शस्त्र जमा कराए गए। पहली जनवरी से अब तक 240 अवैध हथियार और 13 सौ कारतूस बरामद किए गए।
चार कुख्यात अभी रहेंगे जेल मेंपटना पुलिस ने क्राइम कंट्रोल एक्ट (सीसीए) की धारा 12 की उपधारा दो के तहत जेल में बंद चार कुख्यात अपराधियों के विरुद्ध प्रस्ताव भेजा है। वहीं, सीसीए तीन के तहत 304 पेशेवर अपराधियों को तड़ीपार करने का प्रस्ताव जिलाधिकारी को दिया गया है।
13 हजार 234 असामाजिक तत्वों को सीआरपीसी की धारा 107 के तहत नोटिस भेजी गई थी और उनसे बांड भरवाया गया।
जिले के 88 सौ गुंडों की पंजी तैयारपटना पुलिस ने जिले के आठ हजार आठ सौ 39 गुंडों की पंजी तैयार की है। इसमें उनका नाम, पूर्व और वर्तमान पता, उनके परिवार के लोगों का ब्योरा आदि जानकारियां होंगी। गुंडों की अद्यतन स्थिति व गतिविधियों को पंजी में अंकित किया गया है। सूची तैयार होने के साथ थानों में गुंडा परेड भी कराई गई थी।
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Bihar News: वैवाहिक कार्यक्रमों पर भारी पड़ रहा चुनावी बिगुल, लोगों ने बढ़ाई शादियों की तारीख
जागरण संवाददाता, पटना। लोकसभा चुनाव की तिथियां घोषित होने के बाद इसका प्रभाव वैवाहिक कार्यक्रमों पर पड़ा है। कुछ लोगों ने चुनाव की तिथियों के एलान होते ही शादी कार्यक्रमों को चुनाव बाद करने पर एक दूसरे से परामर्श ले रहे हैं।
ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया की 18 से 28 अप्रैल तक शादी के शुभ मुहूर्त हैं। इसके बाद नौ से 15 जुलाई तक शादी के मुहूर्त हैं। चुनाव के बीच शादियों को लेकर लोगों में अपने-अपने स्तर से सारी चीजों का इंतजाम करने में लगे हैं।
शहरवासी ने ये बतायाशहर के रहने वाले सोनू बताते हैं, चुनाव तिथि घोषित होने के पूर्व ही शादी को लेकर तिथि निर्धारित हो गई थी। 19 मार्च को तिलक और 21 मार्च को बारात है। वहीं, 19 अप्रैल को मतदान की तिथि निर्धारित की गई है। ऐसे में लड़की वाले तिलक लेकर पटना से आरा आएंगे।
गाड़ियों की परेशानी को देखते हुए कम संसाधन में कार्य करने की योजना बनाई गई है। चुनाव को लेकर सबसे बड़ा संकट वाहनों का होता है। गाड़ी मालिक वाहन की मुंहमांगा किराया मांगते हैं। कुर्जी मोड़ स्थित राजधानी बैंड के अनिल कुमार ने बताया कि चुनाव को लेकर अभी ऑर्डर में कमी है।
लोगों ने शादी की बढ़ाई तारीख18, 20, 21 और 23 मार्च को शादी को लेकर कुछ लोगों ने बुकिंग कराई है। 19 मार्च को चुनाव के कारण दो चार लोगों ने तिथि आगे बढ़ा दी है। दूसरी ओर 14 मार्च से 13 अप्रैल तक खरमास (पुरुषोत्तम मास) होने के कारण शुभ कार्य को लेकर बुकिंग नहीं हुई है। ऐसे में बैंड-बाजे वालों की थोड़ी परेशानी हुई है।
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दीनानाथ साहनी, पटना। बिहार की सियासत में भतीजे चिराग पासवान के सामने चाचा पशुपति पारस चारों खाने चित हो गए हैं। पशुपति पारस ने भारी मन से भाजपा पर नाइंसाफी के आरोप भी लगाए हैं।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से बेटिकट हुए राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने भतीजा चिराग पासवान के खिलाफ हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं।
यदि पारस चुनाव लड़ते हैं तो पासवान परिवार में ऐसा पहली बार होगा कि चुनावी अखाड़े में चाचा-भतीजा एक-दूसरे आमने-सामने होंगे।
जाहिर है, राजनीतिक विरासत की इस लड़ाई में पासवान परिवार में तल्खी और बढ़ेगी। शनिवार को पारस ने दिल्ली में पार्टी की कोर कमेटी के साथ बैठक की और चुनाव लड़ने हेतु विकल्पों पर रणनीति तय की।
चुनाव लड़ने हेतु पारस की हुई मान-मनौव्वलकेंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने के बाद पारस जब पटना आए, तो उन्होंने अपने करीबियों के अलावा, हाजीपुर के पुराने सहयोगियों और समर्थकों के साथ तीन दिनों तक अलग-अलग बैठक की।
इस दौरान पारस चुनाव लड़ने के मुद्दे पर असमंजस की स्थिति में रहे। हालांकि, पारस से उनके समर्थकों ने हाजीपुर से चुनाव लड़ने हेतु काफी मान-मनौव्वल किया, तब वे माने। अब पारस चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं, तब रालोजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं।
हाजीपुर से भतीजा चिराग पासवान के विरुद्ध पारस चुनाव लड़ने हेतु अपने कार्यकर्ताओं से सहमति जता चुके हैं। वे और भी कई सीटों पर प्रत्याशी उतारेंगे।
स्पष्ट है कि चिराग की राह में पारस रोड़ा बनकर खड़ा होने की तैयारी में हैं। रालोजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वैशाली, खगडि़या और समस्तीपुर सीट से पारस की पार्टी का चुनाव लड़ना तय माना जा रहा है।
आखिर कहां चूके पशुपति पारस?वर्ष 2021 में लोक जनशक्ति पार्टी में टूट हुई थी। फिर पशुपति पारस को राजग का साथ मिला और चिराग पासवान एकदम से हाशिये पर चले गए। लेकिन, चिराग भाजपा के खिलाफ नहीं गए बल्कि उसके शीर्ष नेतृत्व के संपर्क में बने रहे। साथ ही, बिहार में निरंतर सक्रिय रहे।इससे इतर पारस के बारे में यह चर्चा जोरों पर रही कि वे कैबिनेट मंत्री बनने के
बाद ज्यादा सक्रिय नहीं रहे और हाजीपुर संसदीय क्षेत्र तक सीमित रहे। यही वजह है कि भाजपा ने चिराग को एनडीए से जोड़ते उसे पांच सीटें उपहार में दी। वहीं पशुपति पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोकजन शक्ति पार्टी को एक भी सीट नहीं दी गयी है।
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भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। जदयू ने एनडीए के साथ सीट शेयरिंग में जो 16 सीटें हासिल की हैं उस पर अपने प्रत्याशी तय करने में उसने जाति आधारित गणना काे विशेष रूप से केंद्र में रखा है। कुल 16 प्रत्याशियों 11 प्रत्याशी पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग से हैं।
सवर्ण समाज से तीन, एक अल्पसंख्यक व एक अनुसूचित जाति के प्रत्याशी जदयू की टिकट पर एनडीए प्रत्याशी के रूप में मैदान में दिखेंगे।
किशनगंज लोकसभा क्षेत्र से समीकरण के लिहाज से अल्पसंख्यक समाज से ही प्रत्याशी का होना तय रहता है। इसी तरह गोपालगंज सीट सुरक्षित सीट रहने की वजह से वहां से अनुसूचित जाति का ही प्रत्याशी चाहि्ए।
कई अतिपिछड़ा सांसद दोबारा मैदान मेंजदयू ने अतिपिछड़ा समाज के जिन पांच प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है वह 2019 के चुनाव में जीते हुए सांसद हैं। जदयू ने अति पिछड़ा वर्ग के अपने जीते हुए सांसदों के नाम से किसी तरह की कोई छेड़-छाड़ नहीं की है।
जहानाबाद से चंद्रेश्वर चंद्रवंशी का नाम तय है पर अगर वह नहीं लड़ते हैं तो फिर उनकी जगह उनके पुत्र को जदयू वहां से उतारेगी।
पिछड़ा वर्ग से आधा दर्जन पहुंची संख्यावर्ष 2019 में पिछड़ा वर्ग से जदयू के पांच सांसद जीत कर आए थे। जदयू ने उन सभी को फिर से मैदान में उतारने का निर्णय किया है।
इसके अतिरिक्त इस सूची में इस बार एक अतिरिक्त नाम और जोड़ दिया गया है। सीवान से जदयू की टिकट पर पहली बार मैदान में उतरने जा रहीं विजय लक्ष्मी पिछड़ा वर्ग से आती हैं।
सवर्ण समाज के दो प्रत्याशी बढ़ाएसवर्ण समाज से जदयू ने इस बार तीन लोगों को अपने प्रत्याशी बनाए हैं। दो सीट बढ़ाए हैं इस श्रेणी में। सीट शेयरिंग से जदयू के खाते में आयी शिवहर सीट पर लवली आनंद, प्रत्याशी बदलने के बाद सीतामढ़ी सीट पर देवेश चंद्र ठाकुर के रूप में दो नए नाम जदयू ने सवर्ण समाज से जोड़े हैं। मुंगेर सीट पर पूर्व की तरह ललन सिंह जदयू की टिकट पर मैदान में होंगे।
अतिपछड़ा1. भागलपुर- अजय मंडल
2. जहानाबाद- चंद्रेश्वर चंद्रवंशी
3. झंझारपुर- रामप्रीत मंडल
4. कटिहार- दुलालचंद गाेस्वामी
5. सुपौल- दिलेश्वर कामत
पिछड़ा1. मधेपुरा-दिनेशचंद्र यादव
2. नालंदा- कौशलेंद्र
3. पूर्णिया- संतोष कुशवाहा
4. वाल्मीकिनगर- सुनील कुमार
5. सीवान- विजय लक्ष्मी
6. बांका- गिरधारी यादव
सवर्ण1. शिवहर- लवली आनंद
2. सीतामढ़ी- देवेशचंद्र ठाकुर
3. मुंगेर- राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह
अल्पसंख्यक1. मुजाहिद आलम
अनुसूचित जाति1. डॉ. आलोक सुमन
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Bihar News: बिहार के सभी विश्वविद्यालयों के जल्द होगा अपना डाटा बैंक, राज्यपाल के इस फैसले से होगी करोड़ों की बचत
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य के सभी विश्वविद्यालयों का अपना सॉफ्टवेयर तैयार होगा। इससे प्रत्येक विश्वविद्यालय में डाटा बैंक भी बनेगा। इस प्रस्ताव पर राज्यपाल एवं कुलाधिपति राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने स्वीकृति दे दी है और इसे प्रत्येक विश्वविद्यालय में कार्यान्वित करने को कहा है।
राज्यपाल ने कुलपतियों को निर्देशित किया है कि विश्वविद्यालयों में यूएमआइएस (यूनिवर्सिटी इंफार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम) की निजी एजेंसियों से काम नहीं लिया जाए, बल्कि खुद विश्वविद्यालय अपना सॉफ्टवेयर विकसित करे।
विश्वविद्यालयों का सभी डेटा बाहर की एजेंसियों के पास कतई नहीं जाना चाहिए। विश्वविद्यालयों को खुद डेटा बैंक तैयार करना चाहिए।
विश्वविद्यालयों को होगी साढ़े चौदह करोड़ की होगी बचतराज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर की ओर से कुलपतियों को निर्देशित किया गया है कि जिस काम को विश्वविद्यालय अपना सॉफ्टवेयर विकसित करने में एक करोड़ रुपये में खर्च कर सकता है, उसके लिए यूएमआइएस की निजी एजेंसियों द्वारा साढ़े पन्द्रह करोड़ रुपये विश्वविद्यालय से लिए जाते हैं।
स्पष्ट है कि सॉफ्टवेयर पर एक करोड़ खर्च साढ़े चौदह करोड़ रुपये को बचाया जा सकता है। यह बात भी सामने आई है कि निजी एजेंसी जानबूझ कर प्रवेश और अंक पत्र गलत प्रिंट कर गरीब छात्र-छात्राओं का आर्थिक दोहन करती है।
विश्वविद्यालयों में इनोवेशन नेटवर्क को तैयार करनाराजभवन द्वारा सभी विश्वविद्यालयों में नवाचार को बढ़ावा देने को कहा गया है। नई योजनाओं में राजभवन का खास फोकस है जिसमें स्नातक स्तर पर युवाओं को रोजगार के लिए तैयार करना है। साथ ही युवाओं को प्रशिक्षण एवं शोध के लिए खासतौर से प्रोत्साहित भी करने की योजना है।
इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों में इनोवेशन नेटवर्क खड़ा करने की भी प्लानिंग है। इस पर जो राशि खर्च होगी, वह यूजीसी से आएगा। प्रत्येक विश्वविद्यालय में प्लेसमेंट सेल का गठन अनिवार्य होगा, जहां प्रोफेशनल काउंसलर की नियुक्ति होगी।
Holi 2024: होली पर हुड़दंगियों की नहीं खैर! चाक-चौबंद होगी पुलिस की सुरक्षा, कैमरे के रहेगी निगरानी
जागरण संवाददाता, पटना। होली की खुमारी में हुड़दंग करने वाले संभल जाएं। शराब अथवा मादक पदार्थ का सेवन कर रंगोत्सव में भंग डालने की कोशिश की तो हवालात में त्योहार मनाना पड़ेगा। तीन हजार पुलिसकर्मी केंद्रीय बलों के साथ कोने-कोने पर नजर रखेंगे।
पियक्कड़ों, शराब तस्करों और हुड़दंगियों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। शुक्रवार को जक्कनपुर, सुल्तानगंज, दीघा समेत कई क्षेत्रों में केंद्रीय बलों के साथ स्थानीय थाने की पुलिस ने फ्लैग मार्च किया और उत्साहपूर्ण माहौल में होली मनाने का संदेश दिया।
होली के एक दिन पहले से ही क्यूआरटी (क्विक रिएक्शन टीम) के जवानों की तैनाती कर दी जाएगी। ट्रिपल लोड बाइकर्स और लहरिया काटने वालों पर भी शामत आएगी। इधर, उत्पाद विभाग ने भी जिले में कार्रवाई तेज कर दी है।
24 घंटे कैमरों से होगी निगरानीपुलिस कंट्रोल रूम और आइसीसीसी 24 घंटे कैमरों से शहर की निगरानी करेगा। संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जाएगी। बाइक से पुलिसकर्मी गलियों में गश्त लगाएगी। होलिका दहन और होली पर पैदल गश्ती भी होती रहेगी। डायल 112 की टीम को भी अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
सूचना मिलने के 10 मिनट के भीतर उन्हें घटनास्थल पर पहुंचने को कहा गया है। अनुमंडल पुलिस पदाधिकारियों और थानेदारों को भी गश्ती लगाते रहने का निर्देश दिया गया है। थानेदार प्रत्येक घंटा कंट्रोल रूम को खैरियत प्रतिवेदन भेजते रहेंगे।
रात्रि में घूमने वालों पर रहेगी नजरथानेदारों को निर्देश दिया गया कि वे दिन और रात दोनों समय जगह बदल कर वाहनों की जांच कराएं। इसे अभियान के रूप में चलाया जाए। रात में घूमने वाले संदिग्ध लोगों को रोक कर पूछताछ की जाए। होली से पहले अधिसंख्य लोग मकान व घर बंद कर पैतृक गांव चले जाते हैं।
चोर गिरोह की निगाह बंद मकानों पर रहती है। ऐसे में रात्रि गश्ती में तेजी लाने का निर्देश दिया गया है। पिछले वर्ष जिन मोहल्लों में ज्यादा चोरियां हुई थीं, वहां रात्रि पाली में पुलिस की तैनाती करने को कहा गया है।
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि होली को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आम लोगों से भी सहयोग की अपेक्षा है। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी। एसडीपीओ और थानेदारों को लगातार गश्त लगाने का निर्देश दिया गया है।
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Bihar Politics: बिहार की 5 सबसे हॉट सीटें, जहां महागठबंधन कर सकता है बड़ा 'खेल'
कुमार रजत, पटना। 2019 के लोकसभा चुनावों में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए एनडीए ने 40 लोकसभा सीटों में से 39 पर जीत दर्ज की थी। 2019 में भी जेडीयू, भाजपा और लोजपा एक साथ थे। इस बार जीतनराम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा भी एनडीए के साथ हैं। ऐसे में महागठबंधन के लिए बिहार में एनडीए को पटखनी देना आसान नहीं होगा।
पिछले लोकसभा चुनाव के वोट गणित को देखें तो जहानाबाद, किशनगंज, पाटलिपुत्र, काराकाट और औरंगाबाद की पांच सीटें राजग के लिए सबसे कमजोर कड़ी रही थीं। इन पांच सीटों पर एक लाख से कम मतों से जीत-हार का फैसला हुआ था।
किशनगंज की सीट करीब 34 हजार वोटों से कांग्रेस के पास गई थी, जबकि बाकी सीटों पर जदयू और भाजपा के उम्मीदवार नजदीकी मुकाबले में जीते थे।
पाटलिपुत्र और जहानाबाद में फिर पुरानी लड़ाईअभी तक राजग और महागठबंधन की ओर से सभी सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की गई है, मगर कयास है कि तीन सीटों पर मुकाबला नए उम्मीदवारों के बीच होगा।
पाटलिपुत्र सीट पर लगातार तीसरी बार भाजपा के रामकृपाल यादव और राजद की मीसा भारती का मुकाबला लगभग तय है। मीसा को राजद ने सिंबल दे दिया है, जबकि रामकृपाल का टिकट तय माना जा रहा है।
पिछली बार रामकृपाल यादव ने महज 39,321 मतों से जीत दर्ज की थी। देखना होगा कि टिकट मिलने पर रामकृपाल जीत की हैट्रिक बना पाते हैं या नहीं।
जहानाबाद की सीट पर भी पिछली बार के उम्मीदवार जदयू के चंदेश्वर चंद्रवंशी और राजद के सुरेन्द्र यादव के बीच मुकाबला तय माना जा रहा है। पिछली दफा राजद के सुरेन्द्र यादव को महज 1751 वोटों से हार मिली थी। इस बार राजद ने फिर से सुरेंद्र को उम्मीदवार बनाया है।
काराकाट की सियासी तस्वीर क्या है?काराकाट में पहले चरण में 19 अप्रैल को ही मतदान है। पिछले बार एनडीए से जदयू के महाबली सिंह उम्मीदवार थे, जिन्होंने महागठंधन की ओर से रालोसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे उपेंद्र कुशवाहा को 84,542 मतों से हराया था।
इस बार महाबली सिंह का टिकट कट चुका है। गठबंधन में सीट उपेंद्र कुशवाहा को मिल गई है। महागठबंधन की ओर से इस सीट से भाकपा माले का उम्मीदवार कुशवाहा को चुनौती देगी।
इसी तरह किशनगंज से इस बार जदयू के मास्टर मुजाहिद को उम्मीदवार बनाया गया है। पिछली बार मो. अशरफ जदयू उम्मीदवार थे, मगर कांग्रेस के मो. जावेद के हाथों 34,466 मतों से हार गए थे। कांग्रेस इस सीट से मो. जावेद को दोबारा मौका दे सकती है।
औरंगाबाद में भाजपा के सांसद सुशील सिंह ने हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के उपेंद्र प्रसाद को 72,607 मतों से हराया था। इस बार भाजपा दोबारा टिकट देती है, तो उनका मुकाबला जदयू से राजद में आए अभय सिंह कुशवाहा से होगा।
सबसे कम अंतर से हार-जीत वाली पांच सीटें1. जहानाबाद - चंद्रेश्वर प्रसाद (जदयू) - सुरेन्द्र प्रसाद यादव (राजद) - 1751
2. किशनगंज - मो. जावेद (कांग्रेस) - सैयद मो. अशरफ (जदयू) - 34,466
3. पाटलिपुत्र - रामकृपाल यादव (भाजपा) - मीसा भारती (राजद) - 39,321
4. औरंगाबाद - सुशील सिंह (भाजपा) - उपेंद्र प्रसाद (हम) - 72,607
5. काराकाट - महाबली सिंह (जदयू) - उपेंद्र कुशवाहा (रालोसपा) - 84,542
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News In Hindi । बिहार में गठबंधन के कारण सभी पार्टियों को विधानसभा या लोकसभा की निर्धारित से कम सीटों पर ही उम्मीदवार देना पड़ता है। यह संख्या भी अपने दलों से पूरी नहीं हो पाती है। 2019 के लोकसभा चुनाव में सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को लड़ने के लिए सिर्फ नौ सीटें मिली थीं। इनमें से छह उम्मीदवार बाहर से बुलाने पड़े थे।
सबसे बड़ी पार्टी भाजपा को 2014 के मोदी लहर में दूसरे दलों से उम्मीदवार लेना पड़ा था। इस बार भी उधार के उम्मीदवारों की खोज जारी है। संभावना यही है कि भाजपा को छोड़ अन्य दल बाहरी उम्मीदवारों को आश्रय दें।
जदयू हो या राजद दूसरे दल से आए नेताओं को दे रही तरजीहशुरुआत जदयू से हो चुकी है। जदयू ने कांग्रेस-राजद सहित अन्य दलों में रहीं पूर्व सांसद लवली आनंद को शिवहर से उम्मीदवार बनाया है। वह चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही जदयू में शामिल हो गईं।
विधानसभा में सबसे बड़े दल राजद को भी दूसरे दलों से उम्मीदवार लेना पड़ रहा है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अली अशरफ फातमी और युवा जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अभय सिंह कुशवाहा राजद में शामिल हो गए हैं। फातमी मधुबनी और अभय औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र से राजद उम्मीदवार बनाए गए हैं।
कांग्रेस में जन अधिकार पार्टी का विलय हो गया है। इसके संस्थापक राजेश रंजन ऊर्फ पप्पू यादव भी लोकसभा चुनाव लड़ने की उम्मीद में हैं। वह पहले भी सांसद रह चुके हैं। उनकी पत्नी रंजीता रंजन कांग्रेस से राज्यसभा सदस्य हैं।
बड़े दलों के सहारे राजनीति करने वाली पार्टियांदिलचस्प यह है कि बिहार की कई पार्टियों के नेता दूसरे दलों के सहारे राजनीति करते हैं और उन्हें मददगार दलों की शर्तें भी माननी पड़ती हैं। हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा के संस्थापक जीतनराम मांझी लोकसभा की एक सीट लेकर राजी हो गए। वे गया से चुनाव लड़ रहे हैं।
राजग ने एक से अधिक सीट देने की उनकी मांग को ठुकरा दिया। पिछले चुनाव में यह मोर्चा महागठबंधन के साथ था। तीन सीटें दी गईं थीं। तीनों पर हार हुई।
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को भी राजग में शामिल होने पर एक सीट दी गई है। वह काराकाट से चुनाव लड़ रहे हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा की तत्कालीन राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को महागठबंधन की तरफ से पांच सीटें दी गई थीं। सब पर हार हुई।
किसके साथ जाएगी मुकेश सहनी की वीआईपी?विकासशील इंसान पार्टी का निर्णय नहीं हुआ है। इस पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी भी दूसरे दलों के सहयोग से चुनाव जीतना चाहते हैं।
पिछले चुनाव में मुकेश सहनी को लोकसभा की तीन सीटें दी गई थीं। तब वे महागठबंधन के घटक के रूप में लड़े थे। खगड़िया में उनकी हार हुई। मुजफ्फरपुर और मधुबनी में उनके उम्मीदवार हारे।
इस समय राजग और महागठबंधन दोनों से उनकी बातचीत चल रही है। संभावना यह है कि उन्हें स्वयं के लिए कोई एक सीट दे दी जाएगी। मांझी और कुशवाहा की तरह मुकेश सहनी भी जीत के लिए दूसरे दलों पर आश्रित हैं।
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BPSC Paper Leak: होली की छुट्टी में भी जारी रहेगी जांच, यूपी-बिहार में छापेमारी जारी... कोलकाता जाएगी EOU टीम
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण के पेपर लीक की जांच होली की छुट्टी में भी जारी रहेगी। आर्थिक अपराध इकाई (EOU) के वरीय अधिकारियों ने इस संबंध में विशेष टीम को विशेष निर्देश जारी किया है।
इस मामले में गिरफ्तार आरोपितों विशाल चौरसिया, अभिषेक और विक्की से भी पूछताछ की जा रही है, जिसकी निशानदेही पर बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी छापेमारी चल रही है।
तीन अभियुक्तों का दो दिनों का रिमांड हुआ पूरापेपर लीक मामले में विशाल समेत तीन अभियुक्तों का दो दिनों की रिमांड शुक्रवार को पूरा हो गया। इसके बाद सभी को वापस जेल भेज दिया गया। दूसरे दिन भी अभियुक्तों से पेपर लीक से जुड़े सवाल-जवाब किए गए। पेपर लीक के सरगना व अन्य सहयोगियों का इनपुट मांगा गया।
अभियुक्तों की मोबाइल की जांच में उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद, कानपुर और लखनऊ आदि शहरों के नंबर मिले हैं, इनका सत्यापन किया जा रहा है। ईओयू की टीम स्थानीय पुलिस की मदद से संदिग्ध स्थानों पर सहयोगियों की तलाश में छापेमारी भी कर रही है।
ईओयू की टीम जाएगी कोलकाताइसके अलावा ईओयू की एक टीम जांच के लिए कोलकाता के प्रिंटिंग प्रेस भी जा सकती है। अब तक की जांच में कोलकाता के प्रिंटिंग प्रेस से ही पेन ड्राइव में शिक्षक भर्ती परीक्षा के तृतीय चरण की परीक्षा के प्रश्न-पत्र लीक होने की जानकारी मिली है।
प्राथमिकी में दर्ज अभियुक्तों की हो रही तलाशईओयू की ओर से पेपर लीक मामले में दर्ज की गई प्राथमिकी में जिन-जिन लोगों के नाम आए हैं, उनकी तलाश ईओयू ने शुरू कर दी है।
अभ्यर्थियों को बस से हजारीबाग ले जाने के आरोपित लखीसराय के डब्लू सिंह उर्फ डब्लू मुखिया, नालंदा के संजीव सिंह के साथ जितेंद्र सिंह, यूपी के जौनपुर के अजीत चौहान, पश्चिम बंगाल के कौशिक कर आदि की तलाश हो रही है।
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Bihar Board 12th Toppers List 2024: आर्ट्स में पटना के तुषार कुमार ने मारी बाजी, यहां देखें टॉपर्स की पूरी लिस्ट
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार बोर्ड ने शनिवार, 23 मार्च 2024 को इंटर का रिजल्ट घोषित कर दिया है। बोर्ड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in व biharboardonline.com पर रिजल्ट जारी कर दिए हैं।
इस साल कुल 87.21 परसेंट स्टूडेंट पास हुए हैं। ये परिणाम पिछले वर्ष के 83.70 प्रतिशत के मुकाबले काफी बेहतर हैं।
रिजल्ट में लड़कियों ने एक बार फिर बाजी मारी है। लड़कियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 88.84% रहा है, वहीं, 85.69 फीसदी लड़के उत्तीर्ण होने में सफल हुए हैं।
बोर्ड ने रिजल्ट जारी करने के साथ टॉपर्स की लिस्ट भी जारी कर दी है। बोर्ड ने जिलेवार बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्रों की लिस्ट भी जारी कर दी है।
टॉपरों की स्थितिआर्ट्स स्ट्रीम में राजधानी पटना के तुषार कुमार ने टॉप किया है। साइंस स्ट्रीम से सीवान जिले के मृत्युंजय कुमार ने बाजी मारी है। जबकि कॉमर्स में शेखपुरा जिले की छात्रा प्रिया कुमारी ने परचम लहराया है।
आर्ट्स स्ट्रीम के टॉपर्स की लिस्टतुषार कुमार- 482, 96.80%
निशी सिन्हा- 473, 94.60%
तनु कुमारी- 472, 94-40%
कुमार निशांत- 469, 93.80%
अभिलाषा कुमारी- 468, 93.80%
इन वेबसाइट्स पर देखें अपना रिजल्टseniorsecondary.biharboardonline.com
इन तारीखों में हुई थी परीक्षाबिहार बोर्ड ने इंटरमीडिए की परीक्षाएं फरवरी महीने में आयोजित कराई थी। 12वीं की परीक्षा 01 फरवरी से 12 फरवरी के बीच आयोजित कराई गई थी। परीक्षा संपन्न होने के बाद उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 24 फरवरी से 6 मार्च के बीच किया गया।
उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्याकंन के बाद अब बोर्ड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर रिजल्ट जारी कर दिए हैं। बोर्ड की ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
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Bihar Board 12th Toppers List 2024: इंटरमीडिएट का रिजल्ट हुआ आउट, यहां देखें साइंस के टॉपरों की पूरी लिस्ट
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार बोर्ड ने पूर्व में जारी सूचना के अनुसार शनिवार यानि 23 मार्च को इंटमीडिएट के परिणाम जारी कर दिये हैं। बिहार बोर्ड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in और biharboardonline.com पर परिणाम जारी कर किए हैं। इस साल 87.21 प्रतिशत छात्र उत्तीर्ण हुए हैं। यह रिजल्ट पिछले साल के परिणाम 83.70 प्रतिशत के मुकाबले काफी बेहतर है।
बिहार बोर्ड ने रिजल्ट के साथ-साथ टॉपर्स की लिस्ट भी जारी कर दी है। बोर्ड ने जिलेवार बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्रों की लिस्ट भी जारी कर दी है। ये है
टॉपर्स की स्थितिसाइंस स्ट्रीम में सीवान के मृत्युंजय कुमार ने टॉप किया है। वहीं, आर्ट्स स्ट्रीम में पटना के तुषार कुमार ने बाजी मारी है। जबकि कॉमर्स में शेखपुरा की प्रिया कुमारी ने परचम लहराया है।
साइंस स्ट्रीम के टॉपर्समृत्युंजय कुमार- 481, 96.20%
सिमरन गुप्ता- 477, 95.40%
वरुण कुमार- 477, 95.40%
प्रिंस कुमार- 476, 95.20%
आकृति कुमारी- 475, 95.00%
राजा कुमार- 475, 95.00%
सना कुमारी- 475, 95.00%
प्रज्ञा कुमारी- 474, 94.80%
अनुष्का गुप्ता- 474, 94.80%
अंकिता कुमारी- 474, 94.80%
प्रिंस राज- 474, 94.80%
यहां देखें अपना रिजल्टबिहार बोर्ड की इन वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
seniorsecondary.biharboardonline.com
इन तारीखों में हुई थी परीक्षाबिहार बोर्ड के द्वारा इंटरमीडिएट और हाईस्कूल की परीक्षाएं फरवरी में आयोजित कराई गई थी। 12वीं की परीक्षा 01 फरवरी से 12 फरवरी 2024 के बीच आयोजित कराई गई थी। एग्जाम के बाद अब रिजल्ट का एलान कर दिया गया है, जिसे बिहार बोर्ड की ऑनलाइन वेबसाइट पर जाकर चेक कर सकते हैं।
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Bihar Board 12th Commerce Topper: 'कॉमर्स स्ट्रीम' में इन्होंने लहराया परचम, देखें सभी टॉपर्स की लिस्ट
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Board 12th Top 8 Toppers List: शनिवार दोपहर करीब 01:30 मिनट पर बिहार बोर्ड की 12वीं कक्षा का रिजल्ट जारी हो गया और इस बोर्ड की परीक्षा में 87.21 फीसदी छात्र-छात्राएं सफल हुए हैं।
12वीं के बोर्ड में कॉमर्स की नंबर एक पर प्रिया कुमारी रहीं, तो दूसरे नंबर पर सौरव कुमार रहे। यहां आप कॉमर्स स्ट्रीम के टॉप 8 स्टूडेंस की लिस्ट देख सकते हैं, जो कि नीचे दी गई है।
इन 8 छात्र-छात्राओं ने बिहार बोर्ड की 12वीं की परीक्षा में लहराया परचम नाम अंक प्रतिशत प्रिया कुमारी 478 95.60% सौरव कुमार 470 94.00% गुलशन कुमार 469 93.80% कुणाल कुमार 469 93.80% सुजाता कुमारी 468 93.60% साक्षी कुमारी 468 93.60% धर्मवीर कुमार 467 93.40% दीपाली कुमारी 467 93.40% यहां देख सकते हैं रिजल्टबिहार बोर्ड की इन वेबसाइट पर जाकर अपना रिजल्ट करें चेक
seniorsecondary.biharboardonline.com
biharboardonline.bihar.gov.in
सभी स्ट्रीम के नबंर एक के टॉपर्ससाइंस स्ट्रीम में सीवान के मृत्युंजय कुमार ने टॉप किया है, तो वहीं, आर्ट्स स्ट्रीम में पटना के तुषार कुमार ने परचम लहराया है। जबकि कॉमर्स में शेखपुरा की प्रिया कुमारी ने बाजी मारी है।
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Bihar Board 12th Result: इंतजार खत्म, जारी हुआ बिहार बोर्ड 12वीं का रिजल्ट, यहां पढ़ें टॉपर्स की लिस्ट
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Board 12th Result: बिहार बोर्ड 12 वीं का रिजल्ट जारी हो गया है। परिणाम देखने के लिए आपको बिहार बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर जाना होगा। रिजल्ट में साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स के टॉपरों के नामों का एलान हो गया है। इंटर के करीब 13 लाख छात्र-छात्राओं को अपने रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है।
यहां पढ़ें टॉपरों की लिस्टबिहार बोर्ड इंटर रिजल्ट में आर्ट्स में पटना के तुषार कुमार ने परचम लहराया है और उन्हें प्रथम स्थान मिला है। साइंस में सीवान के मृत्युंजय कुमार ने टॉप किया। वहीं कॉमर्स में शेखपुरा की प्रिया कुमारी ने टॉप किया।
विज्ञान संकाय1. मृत्युंजय कुमार 481 96.20 फीसदी
2. सिमरन गुप्ता 477 95.40 फीसदी
2. वरुण कुमार 477 95.40 फीसदी
3. प्रिंस कुमार 476 95.20 फीसदी
4. आकृति कुमारी 475 95.00 फीसदी
4. राजा कुमार 475 95.00 फीसदी
4. साना कुमारी 475 95.00 फीसदी
5. प्रज्ञा कुमारी 474 94.80 फीसदी
5. अनुष्का गुप्ता 474 94.80 फीसदी
5. अंकिता कुमारी 474 94.80 फीसदी
5. प्रिंस राज 474 94.80 फीसदी
कला संकायतुषार कुमार- 482, 96.80%
निशी सिन्हा- 473, 94.60%
तनु कुमारी- 472, 94-40%
कुमार निशांत- 469, 93.80%
अभिलाषा कुमारी- 468, 93.80%
वाणिज्य संकायप्रिया कुमारी- 478, 95.60%
सौरव कुमार- 470, 94.00%
गुलशन कुमार- 469, 93.80%
कुणाल कुमार- 469, 93.80%
सुजाता कुमारी- 468, 93.60%
साक्षी कुमारी- 468, 93.60%
धर्मवीर कुमार- 467, 93.40%
दीपाली कुमारी- 467, 93.40%
ऐसे चेक करें रिजल्ट- बिहार बोर्ड कक्षा 12वीं का रिजल्ट नीचे दिए गए इन स्टेप्स के माध्यम से भी चेक कर सकते हैं.
- Bihar Board की आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर जाएं
- इंटर रिजल्ट के लिंक पर जाकर क्लिक करें
- अपना रोल नंबर और जन्म तिथि दर्ज करके सबमिट बटन क्लिक करें
- रिजल्ट स्क्रीन पर दिखाई देगा
- भविष्य के लिए रिजल्ट चेक करें और इसे सेव करें
इंटर परीक्षा एक से 12 फरवरी तक आयोजित की गई थी। परीक्षा में 13,04,352 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें 6,77,921 छात्र, जबकि 6,26,431 छात्राएं शामिल हुई थी। परीक्षा 38 जिलों में 1,523 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 24 फरवरी से 4 मार्च तक चला था। मूल्यांकन समाप्त होने के 19 वां दिन रिजल्ट जारी किया जा रहा है।
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