Bihar News
Patna News : चिकित्सा में कोताही से प्रसूता की मौत, अब डाॅक्टर व अस्पताल को देना होगा 28.60 लाख का हर्जाना
राज्य ब्यूरो, पटना। Patna News : प्रसव वेदना से पहले तक रिंकी देवी की चिकित्सा ठीक-ठाक हुई, लेकिन उसके बाद चिकित्सकीय कोताही उनके परिवार के लिए दुर्भाग्य का कारण बन गई। ऑपरेशन से रिंकी ने अपने परिवार को एक बिटिया तो दिया, लेकिन स्वयं अकाल मृत्यु को प्राप्त हो गईं। इसका एकमात्र कारण चिकित्सा में लापरवाही रही।
12 साल बाद परिवार को मिला न्यायमामला उपभोक्ता आयोग तक पहुंचा। आयोग से चिकित्सक और अस्पताल को दोषी पाते हुए 28.60 लाख हर्जाना देने का आदेश दिया है। इस दुखद कहानी की शुरुआत कटिहार से होती है और अंत पटना में। पीड़ित परिवार को लगभग 12 वर्षों बाद न्याय मिला है।
रिंकी कटिहार जिला में बारसोई प्रखंड के कुरम गांव की रहने वाली थीं। उनके पति शरद चौधरी पटना जिला उपभोक्ता आयोग में 04 जुलाई, 2012 को न्याय के लिए पहुंचे थे।
साक्ष्यों के अध्ययन और संबंधित पक्षों की दलीलें जानने-समझने के बाद आयोग के अध्यक्ष प्रेम रंजन मिश्रा और सदस्य रजनीश कुमार ने अपना निर्णय दिया है।
प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल पहुंचाई गई थी रिंकीकटिहार में नर्सिंग होम चलाने वाले डा. पीसी झा और पटना में मगध हाॅस्पिटल के निदेशक को हर्जाने का भुगतान करना है। 20 लाख रुपये चिकित्सकीय कोताही के एवज में दिए जाएंगे, जबकि आठ लाख रुपये शिकायतकर्ता को हुए आर्थिक नुकसान के एवज में।
50 हजार रुपये मानसिक पीड़ा झेलने का हर्जाना है और 10 हजार रुपये न्यायिक खर्च के। कटिहार में डा. बिभा झा की देखरेख में रिंकी की चिकित्सा ठीकठाक हुई। उसके बाद मामला बिगड़ा।
प्रसव-पीड़ा होने पर रिंकी नर्सिंग होम पहुंचीं। वहां डा. बिभा के पति डा. पीसी झा ने 02 दिसंबर, 2010 को उनका ऑपरेशन किया।
2010 को रिंकी ने तोड़ा दमपीसी झा सर्जन तो हैं, लेकिन गायनोकोलाजिस्ट नहीं। आरोप है कि उन्होंने बिना पैथोलाजिकल जांच के अनधिकृत रूप से उनका ऑपरेशन किया और वह संक्रमित हो गईं। उन्हें रेफर भी सरकारी के बजाय निजी अस्पताल (पटना में राजेंद्रनगर स्थित मगध हास्पिटल) में किया गया।
मगध हास्पिटल में 15 दिन भर्ती रहने के बाद 20 दिसंबर, 2010 को मरणासन्न स्थिति में रिंकी को पीएमसीएच रेफर किया गया। सेप्टीसीमिया के कारण उन्होंने वहां 31 दिसंबर, 2010 को दम तोड़ दिया।
मेडिकल बोर्ड ने पाया कि उचित चिकित्सा नहीं होने से रिंकी संक्रमित हुईं, जो कि मृत्यु का कारण बना। आयोग ने डा. बिभा झा को इस प्रकरण में निर्दोष पाया है।
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Patna News: पटना के फेमस रेस्टोरेंट में लगी भीषण आग, दमकल की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद; मची अफरा-तफरी
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: पटना के सिपारा में एक फेमस रेस्टोरेंट में भीषण आग लग गई है। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर मौजूद है। आग लगने से धुएं का गुबार आसपास फैलने लगा है। बताया जा रहा है कि रेस्टोरेंट के किचन में भीषण आग लगी है। आसपास के लोगों के बीच अफरातफरी मच गई है। लोग आग बुझाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे। हालांकि, इस दौरान कंकड़बाग फायर स्टेशन प्रभारी भी मौके पर भेजे गए है।
ताजा जानकारी के मुताबिक अब आग पर काबू पा लिया गया है। सही समय पर दमकल की गाड़ियां पहुंचने के चलते तुरंत एक्शन लिया जा सका।
इससे पहले पटना के पाल होटल में लगी थी आगबता दें कि इससे पहले पटना स्टेशन के पास के पाल होटल में भीषण आग लग गई थी। इस हादसे में 8 लोगों की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। किचन में सिलेंडर ब्लास्ट होने के बाद आग ने विकराल रूप पकड़ लिया था। जिसके बाद आग पर काबू पाना मुश्किल हो गया था।
आग लगने का VIDEO भी आया सामनेपटना में भीषण अग्निकांड pic.twitter.com/XL9oyiPpBt
— Arijita Sen (@ArijitaSen2) May 10, 2024डराने वाली तस्वीर आई सामने
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Ara News: आरा में उम्मीदवारों की बढ़ी धड़कन; जातीय समीकरण समझ से परे; क्या इस बार होगा खेला?
दीनानाथ साहनी, जागरण, पटना। Ara News: आरा लोकसभा क्षेत्र में एनडीए व महागठबंधन के बीच टक्कर है। ऐसे में जातीय समीकरण को साधने के लिए दोनों गठबंधन के उम्मीदवारों को खूब पसीना बहाना पड़ रहा है। केंद्रीय मंत्री आरके सिंह को तीसरी बार उम्मीदवार बनाकर भाजपा यहां से जीत की हैट ट्रिक लगाकर इतिहास रचने की तैयारी में है।
वहीं भाकपा माले के उम्मीदवार सुदामा प्रसाद भी जीत हासिल कर इतिहास दोहराने की पुरजोर कोशिश में हैं। 1989 में आरा से रामेश्वर प्रसाद जो इंडियन पीपुल्स फ्रंट (अब भाकपा माले) के उम्मीदवार थे, ने जीत दर्ज कर की थी।
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के आरके सिंह को 5,66,480 वोट मिले थे और उनके प्रतिद्वंद्वी भाकपा माले के राजू यादव को 4,19,195 वोट मिले थे। तब जीत का अंतर 13.6 प्रतिशत का था। तब मोदी लहर थी, लेकिन इस बार भीषण गर्मी में हवा का रुख अलहदा है।
इसलिए आरा हॉट सीट बन गया है। लगातार दो जीत से चर्चा में आए केंद्रीय मंत्री आरके सिंह और माले के तरारी विधानसभा विधायक सुदामा प्रसाद के बीच इस बार यहां की चुनावी जंग आर-पार के मोड में दिख रही है, जिसमें जातीय समीकरण की मुख्य भूमिका होगी।
यदि आरके सिंह यहां से जीते तो वे लगातार तीसरी जीत का रिकार्ड बनाएंगे, क्योंकि आरा ने किसी को लगातार तीसरी बार चुनकर संसद नहीं भेजा है। चंद्रदेव प्रसाद वर्मा यहां से एकमात्र सांसद हुए, जो 1977 और 1980 में लगातार दो बार जीते। इसके बाद 1996 में उन्हें जीत मिली।
हर जगह रोजगार अहम मुद्दाआरा के चुनावी रण में जातीय समीकरण अपनी जगह है। रोचक यह है कि इस जंग में रोजगार अहम मुद्दा बनकर उभरा है। इसे यूं समझें कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के प्रो.एसएन सिन्हा कहते हैं कि मोदी सरकार के दस वर्षों में रोजगार पर काम नहीं हुआ। पढ़े-लिखे युवाओं में बेरोजगारी बढ़ रही है, युवा हताश भी हैं।
वहीं रोजगार के सवाल पर उदवंतनगर निवासी समाजसेवी डा.राजेन्द्र सिंह भी मुखर होकर कहते हैं कि यदि बच्चों को पढ़ा रहे हैं तो नौकरियां भी चाहिए। सरकार धीरे-धीरे नौकरियां खत्म करती जा रही हैं। ऐसे में पढ़े-लिखे युवा क्या करेंगे?
हालांकि, प्रो.केसी तिवारी स्वीकार करते हैं-हां, रोजगार अहम मुद्दा है। बीते 10 सालों में देश में नौकरियों की अपेक्षा रोजगार सृजन में तेजी जरूर आई है। लेकिन, चुनाव में तो जातीय समीकरण का रंग ही हर जगह चढ़ रहा है। इसने इलाके के लोगों को भी बांट दिया है।
अगड़ी और पिछड़ी जाति का समीकरणजाहिर है, अगड़ी जाति के ज्यादातर मतदाता जहां आरा सीट पर एनडीए के आरके सिंह की जीत का दावा कर रहे हैं, वहीं महागठबंधन पिछड़ी, अतिपिछड़ी और दलित जातियों के पक्ष में गोलबंदी में जुटा है। वैसे समाज के वंचित तबकों से ताल्लुक रखने वाले लोगों का एक बड़ा हिस्सा नीतीश कुमार का भी समर्थन करता नजर आ रहा है।
विज्ञान स्नातक योगेश कुमार ने बताया अपना दर्दआरा से हर रोज पटना आकर मेडिकल स्टोर में काम करने वाले विज्ञान में स्नातक उत्तीर्ण योगेश कुमार सिंह नाराजगी से कहते हैं-मुझको एक अदद नौकरी की जरूरत है, जो उन्हें बीते 10 वर्षों से नहीं मिली है। पहले ट्यूशन पढ़ाकर अपना गुजर-बसर करता था। अब ब्याह हो गया तो परिवार चलाने के लिए मेडिकल स्टोर में काम करता हूं।
योगेश अपनी बेरोजगारी का ठीकरा नीतीश सरकार पर फोड़ते हैं। कहते हैं-इस सरकार ने पिछड़ी जातियों के लिए रोजगार तो दे दिया, लेकिन हमारा क्या? हम भी गरीब हैं लेकिन हमारी बात कोई नहीं सुन रहा। चुनाव में नेता सब तो जातियों को ही रिझाने में जुटे हुए हैं।
वोटों का समीकरणआरा में वोटों का समीकरण जातीय गोलंबदी में उलझा हुआ है। यदि जाति की बात की जाए तो यहां यादव से लेकर राजपूत-भूमिहार, मुस्लिम से लेकर ब्राह्मण और अत्यंत पिछड़ी जातियों की संख्या ज्यादा है। दलित वर्ग भी खासा है। हर जाति का अपना-अपना महत्व है। जिन्हें कोई भी पार्टी नजरअंदाज नहीं कर सकती है। इसमें अत्यंत पिछड़ी एवं दलित जातियों का वोट चुनाव में निर्णायक साबित होने वाला है।
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Dengue Vaccine : डेंगू के इलाज में बिहार बनाएगा कीर्तिमान, RMRI में देसी टीके का जल्द होगा तीसरा परीक्षण
अहमद रजा हाशमी, पटना सिटी। Dengue Vaccine : चिकित्सा क्षेत्र में देश एक के बाद एक नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। कोरोना से बचाने वाली को-वैक्सीन के बाद अब देश में डेंगू का टीका विकसित किया गया है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च की निगरानी में सनोफी एबेंटिस कंपनी ने देश का पहला डेंगू टीका ‘डेंगू ऑल’ विकसित किया है।
पशुओं के बाद अब इंसान पर किया जाएगा ट्रायलइस देसी टीके का तीसरा परीक्षण इसी माह पटना के अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आरएमआरआई) समेत देश के 20 केंद्रों पर एक साथ शुरू होगा। यह जानकारी आरएमआरआई के निदेशक डा. कृष्णा पांडेय ने दी।
उन्होंने बताया कि पशुओं पर परीक्षण की सफलता के बाद मनुष्यों पर इसके ट्रायल की अनुमति ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मिल चुकी है। इससे पहले दो परीक्षण हो चुके हैं। तीसरा परीक्षण अप्रैल में शुरू होना था, अपरिहार्य कारणों विलंब हुआ है।
दस हजार लोगों पर किया जाएगा टीके का ट्रायलइस टीके की एक ही डोज डेंगू से बचाव के लिए पर्याप्त होगी। देश में लगभग दस हजार लोगों पर इस टीके का ट्रायल किया जाएगा। ट्रायल के बाद दो वर्ष तक इसका प्रभाव देखने के बाद इसे आमजन को उपलब्ध करा दिया जाएगा।
निदेशक ने बताया कि अभी डेंगू से बचाव के लिए दो विदेशी वैक्सीन उपलब्ध हैं। पहली अमेरिका की डेंग्रेसिया लगभग 60 प्रतिशत और ब्राजील की टेक003 वैक्सीन लगभग 70 प्रतिशत प्रभावी है।
वैक्सीन इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि डेंगू के उपचार के लिए कोई सटीक दवा नहीं है। इसका उपचार लक्षणों के आधार पर किया जाता है। बताते चलें कि देश में गत वर्ष लगभग ढाई लाख लोग डेंगू की चपेट में आए थे।
प्रदेश में जून 2017 से अप्रैल 2018 तक हुआ था नमूना संग्रहआरएमआरआई के निदेशक डा. कृष्णा पांडेय ने बताया कि देश में डेंगू टीका विकसित करने से पूर्व देश के पंद्रह राज्यों समेत बिहार के पश्चिम चंपारण, कटिहार, वैशाली, पटना में सर्वे कर नमूना संग्रह किया गया था।
तत्कालीन निदेशक डा. प्रदीप दास, वैज्ञानिक डा. रौशन कुमार टोपनो के नेतृत्व में टीम ने पांच से आठ वर्ष के 4,059 बच्चों, नौ से 17 वर्ष के 4,265 एवं 18 से 45 आयु वर्ग के 3,976 लोगों का तीन श्रेणियों में सर्वे कर नमूना लिया था। हर जिले में दो ग्रामीण और दो शहरी समेत चार क्लस्टर बनाए गए थे। इन्होंने ही घर-घर जाकर रक्त नमूना संग्रहित किया था।
टाइगर मादा मच्छर के काटने से होता डेंगूनिदेशक ने बताया कि मानसून के बाद जब पानी कूलर, पुराने टूटे बर्तन, टायर, गड्ढों या अन्य जगह जमा हो जाता है, तब उस साफ पानी में चितकबरे रंग की टाइगर मादा मच्छर के लार्वा पनपते हैं।
यह मच्छर अधिकांशत: सुबह-शाम व दिन की रोशनी में काटते हैं। इसी मच्छर के काटने से डेंगू, चिकनगुनिया, यलो फीवर, जीका वायरस होता है।
डेंगू के लक्षणडा. कृष्णा पांडेय ने बताया कि डेंगू चार प्रकार के होते हैं। डेन-1 से डेन-4 तक का। इसमें से डेन-2 व डेन-3 टाइप भारत में अधिक हैं। टाइगर मच्छर के काटने से प्लेटलेट्स कम हो जाते हैं।
शरीर के विभिन्न अंगों से आंतरिक रक्तस्राव होने लगता है। तेज बुखार, सिर में तेज दर्द, आंखों के पिछले हिस्से में असहनीय दर्द, उल्टी, दस्त आदि इसके लक्षण हैं। हैमरेजिक या शाक सिंड्रोम होने पर यह जानलेवा हो जाता है।
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CMAT और MAT स्कोर के बगैर भी मैनेजमेंट कोर्स के लिए करें आवेदन, यह है आखिरी तिथि, इन शर्तों को करना होगा पूरा
जागरण संवाददाता, पटना। डेवलपमेंट मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (डीएमआइ) में पीजीडीएम कोर्स में सत्र 2024-25 में नामांकन की प्रक्रिया अब अंतिम चरण में है। डेवलपमेंट मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर कोर्स में नामांकन के लिए 15 मई तक आनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे।
जिन्हें स्कोर प्राप्त नहीं हुआ वे भी कर सकते हैं आवेदनCMAT और MAT में शामिल वैसे छात्र जिन्हें स्कोर अभी प्राप्त नहीं हुआ है। वह भी आवेदन कर सकते हैं। स्कोर प्राप्त होने पर उन्हें नामांकन प्रक्रिया में शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाएगा। दो वर्षीय पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट (डेवलपमेंट मैनेजमेंट) में आवेदन के लिए स्नातक या उसके समकक्ष कोर्स में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य है।
एससी-एसटी एवं दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 45 प्रतिशत अंक निर्धारितएससी-एसटी एवं दिव्यांग अभ्यर्थियों के लिए 45 प्रतिशत अंक निर्धारित है। स्नातक तृतीय वर्ष या छठे सेमेस्टर की परीक्षा में शामिल विद्यार्थी भी आवेदन कर सकते हैं। नामांकन से संबंधित विस्तृत जानकारी वेबसाइट https://addmisions.dmi.ac.in पर उपलब्ध है।
नामांकन संयोजक प्रो. श्रीधर तेलीदेवरा ने बताया कि राज्य के किसी भी विश्वविद्यालय के विषय या ब्रांच टापर को नामांकन शुल्क में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। मेधावी छात्रों को पढ़ाई के दौरान भी सेमेस्टर परिणाम के आधार पर ट्यूशन फीस में 100 प्रतिशत तक की छूट दी जाती है।
अबतक 75 प्रतिशत से अधिक छात्रों ने इसका लाभ लियाअबतक 75 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी इसका लाभ ले चुके हैं। मैनेजमेंट प्रवेश परीक्षा (कैट, मैट, सीमैट, जीमैट, जैट) में 70 परसेंटाइल से अधिक अंक प्राप्त करने पर कम से कम 50 प्रतिशत तथा 60 से अधिक परसेंटाइल होने पर 25 प्रतिशत छात्रवृत्ति मिलेगी। बिहार के रहने वाले छात्र स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का भी लाभ प्राप्त कर सकते हैं। पीएम केयर योजना के लाभार्थी विद्यार्थियों को भी 100 प्रतिशत छात्रवृत्ति दी जाती है।
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Bihar Politics: लालू ने तेजस्वी का किया प्रमोशन, तुरंत दे दिया बिहार के लोगों को संदेश; सियासत हुई तेज
राज्य ब्यूरो, जागरण, पटना। Bihar Political News Today: बिहार में चौथे चरण के मतदान के पहले लालू यादव ने तेजस्वी यादव को प्रमोट किया है। उन्होंने तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) की जमकर तारीफ की। ऐसा लग रहा था कि एक तरह से अब पूरी जिम्मेदारी वह तेजस्वी को सौंपने वाले हैं। उन्होंने तेजस्वी को ताकतवर नेता माना।
राष्ट्रीय जनता दल ने चौथे चरण के मतदान के पूर्व एक और चुनाव थीम सांग लांच किया। जिसका शीर्षक है तेजस्वी है तो ताकत है। इस थीम सॉन्ग को देर शाम राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने अपने एक्स पर पोस्ट किया।
लालू ने तेजस्वी की जमकर की तारीफलालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) ने पोस्ट के अपने पुत्र और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की सराहना भी की है। लालू प्रसाद ने लिखा कि तेजस्वी है तो ताकत है। उन्होंने तेजस्वी को इंकलाब और क्रांति की अमानत बताया है। साथ ही लिखा कि तेजस्वी है तो सबको शिक्षा, सबकी प्रगति और सबकी हिफाजत है। तेजस्वी है तो ताकत है, तेजस्वी है तो ताकत है।
मंडल कमीशन पर भी बोले लालूइससे पहले लालू यादव ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा था कि मंडल कमीशन उन्होंने लागू किया था। आरक्षण सामाजिक आधार पर दिया जाता है, धर्म के आधार पर नहीं होता है। वाजपेयी सरकार ने संविधान समीक्षा आयोग बनाया था। तीसरे चरण का रूख हमारे पक्ष में है। ये लोग 200 भी नहीं पार कर रहे हैं। ये लोग दलित पिछड़ा विरोधी हैं।
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Bihar Weather Today: बिहार में फिर बिगड़ने वाला है मौसम, 13 मई तक के लिए अलर्ट जारी; तेज आंधी से रहें सावधान
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: राजधानी समेत प्रदेश में आंधी-पानी का सिलसिला बने होने के कारण तापमान में गिरावट आई। इससे लोगों को भीषण गर्मी व लू (हीट वेव) से थोड़े समय के लिए राहत मिली है। बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त पुरवा हवा का प्रवाह पश्चिम बंगाल, सिक्किम होते हुए प्रदेश में आ रही है। वहीं, एक चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने होने के कारण प्रदेश का मौसम सुहाना बना हुआ है।
बिहार में 13 मई तक बारिश का अलर्टमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार 13 मई तक प्रदेश में आंधी-पानी से राहत के आसार नहीं है। शुक्रवार को पटना सहित अधिसंख्य जिलों के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात व तेज हवा 40-50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से चलने की संभावना है। इसे लेकर यलो अलर्ट जारी किया गया है। राजधानी समेत प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में छिटपुट वर्षा के आसार हैं।
बंगाल की खाड़ी से उठने वाली हवा बिगाड़ रही बिहार का मौसमBihar News: मौसम विज्ञानी एसके पटेल के अनुसार बंगाल की खाड़ी से उठने वाली नमी युक्त पुरवा हवा पश्चिम बंगाल, सिक्किम को पार करते हुए प्रदेश में आ रही है। इसके कारण प्रदेश में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के कारण तापमान में गिरावट का क्रम जारी है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में वर्षा होने से मौसम सामान्य बना रहा।
मुजफ्फरपुर में सबसे अधिक बारिशप्रदेश में सर्वाधिक वर्षा मुजफ्फरपुर में 66.0 मिमी दर्ज की गई। वहीं, राजधानी का अधिकतम तापमान गुरुवार को सामान्य से 9.2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट के साथ 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 25.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अधिकतम व न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री का अंतर दर्ज किया गया। मई में राजधानी का सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। 35.4 डिग्री सेल्सियस के साथ डेहरी रोहतास प्रदेश का सबसे गर्म स्थान दर्ज किया गया।
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यूपी पुलिस भर्ती पेपर लीक मॉड्यूल पर बाहर आया NEET का प्रश्नपत्र! NTA अधिकारियों से हो सकती है पूछताछ
जागरण संवाददाता, पटना। NEET UG Paper Leak राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) अंडर ग्रेजुएट (यूजी) का पेपर लीक कांड की जांच कर रही एसआइटी (विशेष अनुसंधान इकाई) को कई हैरान करने वाली जानकारियां मिली हैं, लेकिन कार्रवाई की रफ्तार स्थिर पड़ गई है।
अब तक की जांच से स्पष्ट हो चुका है कि उत्तरप्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती, बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति और नीट के पेपर लीक करने में एक ही संगठित गिरोह का हाथ है, जिसका सरगना नालंदा जिले के नगरनौसा का रहने वाला संजीव सिंह है।
बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति पेपर लीक में भी उसका नाम आया था, लेकिन आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) उसे दबोचने में नाकाम रही। हालांकि, उसका बेटा डॉ. शिव कुमार मध्य प्रदेश के उज्जैन से पकड़ा गया था। डॉ. शिव को पटना पुलिस ने नीट 2017 का प्रश्नपत्र लीक करने की कोशिश में बख्तरबंद वाहन से गिरफ्तार किया था, जिसमें उसके साथ डॉ. शुभम मंडल भी था।
दोनों उस वक्त एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे हैं। अभी शुभम यूपी की जेल में बंद है। इसी वर्ष मार्च में यूपी एफटीएफ की मेरठ यूनिट ने उसे दानापुर की आदर्श कालोनी से गिरफ्तार किया था। उसने यूपी पुलिस को बताया था कि किस तरह सिपाही भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक किया गया था। ऐसा माना जा रहा है कि नीट यूजी का पेपर भी उसी माध्यम से बाहर आया था।
वेयरहाउस से निकला था सिपाही भर्ती का प्रश्नपत्रयूपी पुलिस की पूछताछ में डॉ. शुभम मंडल ने बताया था कि उसने सिपाही भर्ती का प्रश्नपत्र अहमदाबाद स्थित टीसीआइ एक्सप्रेस कंपनी की वेयरहाउस से गायब किया था। वह वेयरहाउस में कंपनी का कर्मचारी बन कर घुसा था। जिस ट्रंक में पेपर रखा था, उसके पीछे का कब्जा को पेचकस और प्लास से उखाड़ दिया। इसके बाद उसमें रखे प्रश्नों के सभी सेट को बारी-बारी निकाल कर स्कैन कर लिया था।
प्रश्नपत्र सील बंद लिफाफे में थे। उसे उखाड़ने के बाद इलेक्ट्रॉनिक मशीन से उसने दोबारा सील कर दिया था। पेपर निकालने के लिए वह पांच फरवरी को बिहार से फ्लाइट लेकर अहमदाबाद गया था। इसके एवज में उसे परीक्षा के बाद 15 लाख रुपये मिलने वाले थे। हालांकि, पेपर लीक का मामला पुलिस तक पहुंच गया और उसे रकम नहीं मिल सकी। गौर हो कि डा. शुभम कटिहार में पदस्थापित था।
इसलिए आगे से नहीं खोला कब्जाजानकार बताते हैं कि जिस स्टील के ट्रंक में प्रश्नपत्र रखे गए थे, उसके आगे का कब्जा निकाल कर वहां कोड वाले इलेक्ट्रानिक लाक लगा दिए जाते हैं। कोड की जानकारी केवल कस्टोडियन को होती है। हर स्तर पर बक्सा और लाक का कोड बदल जाता है। मसलन, जब प्रिंटिंग प्रेस से वेयर हाउस पर प्रश्नपत्र पहुंचते हैं तो वे बड़े ट्रंक में होते हैं। इसके बाद राज्यवार प्रश्नपत्र बांटे जाते हैं।
राज्य में आने के बाद केंद्रवार प्रश्नपत्र बंटते हैं, लेकिन हर बार ट्रंक के आगे इलेक्ट्रानिक लाक लगा होता है। बिना कोड वह लाक नहीं खुल सकता। उसे उखाड़ कर अगर दूसरा लाक लगाया जाए तो कोड बदल जाएगा। यही कारण है कि शातिर ट्रंक के पीछे का कब्जा उखाड़ कर प्रश्नपत्र बाहर निकालते हैं।
शुभम ने यूपी पुलिस की पूछताछ में यह भी बताया था कि जहां-जहां प्रश्नपत्र रखे जाते हैं, उन सभी स्थानों तक माफिया पकड़ बनाने की फिराक में रहते थे। वेयरहाउस से स्ट्रांग रूम तक माफिया और उनके गुर्गे मंडराते रहते थे। मकसद, परीक्षा से पहले प्रश्नपत्र हाथ लगना है।
एनटीए से इन सवालों के जवाब मांग सकती एसआइटी- नीट के प्रश्नपत्र किसने तैयार किए थे और उनकी छिपाई किस राज्य के प्रिंटिंग प्रेस में की गई थी?
- वहां से प्रश्नपत्रों को किस एजेंसी के माध्यम से किस शहर में कहां रखा गया था?
- वेयरहाउस से प्रश्नपत्रों को किस माध्यम से बिहार भेजा गया और वहां से जिला मुख्यालयों में कैसे पहुंचे?
- ट्रांसपोर्टिंग एजेंसी का चयन किस आधार पर किया गया था?
- वेयरहाउस से लेकर स्ट्रांग रूम तक के कस्टोडियन के नाम, पते और संवर्ग।
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'Lalu Yadav को सिर्फ चुनाव के समय ही याद आते हैं दलित', RJD सुप्रीमो को नरसंहार की बात याद दिला भड़की JDU
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News in Hindi जदयू के प्रदेश प्रवक्ता हिमराज राम ने गुरुवार को कहा कि चुनाव के समय ही लालू प्रसाद काे दलित याद आते हैं। जदयू प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह बात कही। मीडिया पैनलिस्ट प्रतिभा सिंह भी इस मौके पर मौजूद थीं।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के शासनकाल में वंचितों के खिलाफ हुई हिंसा और नरसंहार को आज भी पिछड़ा समाज नहीं भूल पाया है। चुनाव तक ही लालू प्रसाद को वंचित याद रहते हैं उसके बाद वह इन्हें भूल जाते हैं।
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि लालू प्रसाद के शासनकाल में अनुसूचित जाति व जनजाति विभाग का बजट महज 48 करोड रुपए हुआ करता था जो नीतीश कुमार के शासनकाल में बढ़कर 21 सौ करोड़ रुपए हो गया है।
आरक्षण के नाम पर सिर्फ झूठ बाेलते हैं राजद के नेता: राजीव रंजनजदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने गुरुवार को कहा कि राजद के नेता आरक्षण पर सिर्फ झूठ बोलकर हल्ला मचाते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि इनके 15 वर्षों के राज में न तो जातियों की किसी प्रकार की गणना हुई और न ही इन्होंने पहले से चले आ रहे आरक्षण में अपने तरफ से कोई बढ़ोतरी की।
इनके राज में जमीन के बदले सरकारी नौकरियां देने के चलन की वजह से आम लोगों को पहले से चले आ रहे आरक्षण का लाभ भी ढंग से नहीं मिल सका।
राजीव रंजन ने कहा कि हकीकत यह है कि राजद के लिए आरक्षण हमेशा से केवल जनता को बहकाने और उनके वोटों की खेती करने का औजार भर रहा है।
वहीं नीतीश कुमार के राज में मिले आरक्षण की ताकत से गरीबों व महिलाओं का जबर्दस्त सशक्तिकरण हुआ है। लालू-तेजस्वी गरीबों को मिले आरक्षण को छीनने और घटाने का प्रयास कर रहे।
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नीतीश कुमार को चुनाव के बीच बड़ा झटका! इन दिग्गज ने नेताओं थामा Lalu Yadav का 'लालटेन'
Bihar Politics: 'अब वक्त आ गया है...' मुकेश सहनी ने जनता से क्यों की ऐसी अपील; PM Modi का भी लिया नाम
राज्य ब्यूरो, पटना। विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक और पूर्व मंत्री मुकेश सहनी ने गुरुवार को पटना, मुंगेर, बेगूसराय, समस्तीपुर और दरभंगा में कई चुनावी सभाओं को संबोधित किया।
इस दौरान उन्होंने उपस्थित जनसमूह का आह्वान किया कि अब वक्त आ गया है कि जो सरकार गरीबों के हक की बात न करे, उस सरकार को बदल दिया जाए।
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर शब्द बाण चलाए। सहनी ने कहा कि यह चुनाव कई मामलों में खास है। आज संविधान और लोकतंत्र खतरे में हैं, इसे बचाने के लिए मोदी सरकार से लड़ाई लड़नी होगी। जो सरकार युवा, किसान का सम्मान नहीं कर सके उसे बदलना है। यह सरकार अडानी और अंबानी की है।
उन्होंने कहा कि 2014 में प्रत्येक साल दो करोड़ लोगों को नौकरी देने, किसानों की आय दोगुनी करने, विदेशों से कालाधन लाकर सभी के खाते में 15 लाख रुपये देने का सपना दिखाकर भाजपा सरकार में आई। बावजूद एक भी वादा पूरा नहीं किया गया।
उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से घर-घर जाकर महागठबंधन के प्रत्याशियों के लिए कार्य करने की अपील की और कहा कि हमलोग हाथ में गंगाजल लेकर संकल्प ले चुके है, अब समय आ गया है उस संकल्प को पूरा किया जाए।
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तेजस्वी है तो ताकत है, इंकलाब और क्रांति की ये अमानत है : लालूराष्ट्रीय जनता दल ने चौथे चरण के मतदान के पूर्व एक और चुनाव थीम सांग लांच किया। जिसका शीर्षक है तेजस्वी है तो ताकत है।
इस थीम सांग को देर शाम राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने अपने एक्स पर पोस्ट किया। लालू प्रसाद ने पोस्ट के अपने पुत्र और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की सराहना भी की है।
लालू प्रसाद ने लिखा कि तेजस्वी है तो ताकत है। उन्होंने तेजस्वी को इंकलाब और क्रांति की अमानत बताया है। साथ ही लिखा कि तेजस्वी है तो सबको शिक्षा, सबकी प्रगति और सबकी हिफाजत है। तेजस्वी है तो ताकत है, तेजस्वी है तो ताकत है।
Sam Pitroda: 'राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा गुरु घंटाल', ये क्या कह गए रविशंकार प्रसाद; सियासी बवाल तय!Bihar Sand Ghat Challan: पहले ही दिन कमांड सेंटर ने पकड़ी गड़बड़, 109 बालू घाटों के चालान बंद
राज्य ब्यूरो, पटना। खान एवं भू-तत्व विभाग ने 109 बालू घाटों के सीसीटीवी के लाइव फुटेज नहीं मिलने की वजह से तत्काल प्रभाव से इन सभी घाटों के ई-चालान बंद कर दिए हैं। कंट्रोल और कमांड सेंटर को वापस जैसे ही लाइव फुटेज मिलने शुरू होंगे चालान जारी करने की प्रक्रिया पुन: शुरू कर दी जाएगी।
खान एवं भू-तत्व विभाग ने बालू के अवैध रूप से बढ़ते खनन को देखते हुए वर्ष 2024-25 में बालू घाटों से लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग के निर्देश दिए थे। जिन घाटों की नीलामी हो चुकी है उनके बंदोबस्तधारियों को ही घाट पर सीसीटीवी लगाने का जिम्मा भी दिया गया था।
घाटों पर लगे सीसीटीवी से लाइव प्राप्त होने वाले वीडियो की निगरानी के लिए मुख्यालय में ही कंट्रोल एंड कमांड सेंटर भी बनाया गया है। गुरुवार को यह कमांड सेंटर प्रारंभ हुआ। जिसके बाद जानकारी सामने आई कि 109 घाटों से लाइव वीडियो नहीं प्राप्त हो रहे हैं। जिसके बाद विभाग ने संबंधित घाटों से परिवहन के लिए जारी होने वाले चालान पर रोक लगा दी है।
विभाग के सूत्रों ने बताया कि खान एवं भूतत्व विभाग ने यह कदम बालू के अवैध खनन, भंडारण और बिक्री रोकने के लिए उठाया है। विभाग के अनुसार, बालू घाटों से लाइव वीडियो कमांड सेंटर को जैसे ही मिलने लगेंगे चालान जारी करने की व्यवस्था दोबारा बहाल कर दी जाएगी।
बता दें कि कमांड सेंटर में लाइव वीडियो की मानीटरिंग के लिए पाली के अनुसार खनिज विकास पदाधिकारी और खान निरीक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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Sam Pitroda: 'राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा गुरु घंटाल', ये क्या कह गए रविशंकर प्रसाद; सियासी बवाल तय!
राज्य ब्यूरो, पटना। पूर्व केंद्रीय मंत्री व पटना साहिब से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को सैम पित्रोदा के भारत को लेकर की गई नस्लीय टिप्पणी पर विपक्षी दलों की चुप्पी पर प्रश्न खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा के बयान पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, लालू यादव सहित सभी विपक्षी पार्टियों के तमाम नेता चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि सैम पित्रोदा ने भारत को शर्मसार किया है। भारत को लेकर नस्लीय टिप्पणी की गई है।
'कांग्रेस ने केवल चुपचाप...'भाजपा मीडिया सेंटर में प्रेसवार्ता के दौरान रविशंकर ने कहा कि कांग्रेस ने केवल चुपचाप सैम पित्रोदा का इस्तीफा ले लिया। सैम का यह गैर जिम्मेदार बयान भारत का अपमान है।
'सैम पित्रोदा गुरु घंटाल हैं'उन्होंने कहा कि इस तरह के भारत को बदनाम करने वाली टिप्पणी पर नेताओं का मौन रहना बेचैन करने वाला है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के गुरु सैम पित्रोदा 'गुरु घंटाल' हैं और उन्हें जो सिखाते हैं वही सीखते हैं। यही कारण है कि राहुल गांधी ने विरासत टैक्स लगाने की बात कही।
प्रेसवार्ता में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष संजय खंडेलिया एवं मीडिया संयोजक दानिश इकबाल उपस्थित थे।
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Bihar School Timing: स्कूलों के समय की पाबंदी हटी, अब सामान्य दिनों की तरह चलेंगी कक्षाएं
जागरण संवाददाता, पटना। तेज गर्मी के कारण स्कूलों की शैक्षणिक गतिविधियों के समय पर लगाई गई पाबंदी जिला प्रशासन ने हटा ली है। अब स्कूलों का संचालन सामान्य तरीके से सकेगा।
जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने गुरुवार को जारी आदेश में कहा है कि मौसम में सुधार को देखते हुए इस न्यायालय से 30 अप्रैल को जारी शैक्षणिक गतिविधियों पर लगाए गए प्रतिबंध का आदेश नौ मई से निरस्त किया जाता है।
अब विद्यालय अपने स्तर से सामान्य तरीके से शैक्षणिक गतिविधियों का निर्धारण कर सकते हैं। गौरतलब है कि पूर्व में 10वीं तक की कक्षाओं का संचालन सुबह 10.30 बजे तक ही निर्धारित किया गया था।
कल होगी गणित और अंग्रेजी सामान्य विषय की परीक्षामैट्रिक विशेष एवं कंपार्टमेंटल परीक्षा के दूसरे दिन गुरुवार को प्रथम पाली में विज्ञान और दूसरी पाली में सामाजिक विज्ञान विषय की परीक्षा आयोजित हुई। 10 मई, शुक्रवार को प्रथम पाली में सुबह 9.30 से 12.45 बजे तक गणित की परीक्षा होगी।
प्रथम पाली में ही दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए गणित के स्थान पर गृह विज्ञान की परीक्षा ली जाएगी। दूसरी पाली दोपहर दो बजे से 5.15 बजे तक अंग्रेजी सामान्य विषय की परीक्षा आयोजित होगी।
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने परीक्षार्थियों को निर्धारित समय पर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने के लिए निर्देशित किया है।
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Akshaya Tritiya 2024: कल मनेगा अक्षय तृतीया, 300 करोड़ के कारोबार की उम्मीद; रियल स्टेट बाजार भी गर्म
जागरण संवाददाता, पटना। Akshaya Tritiya Gold Market अक्षय तृतीया शुक्रवार को मनाया जाएगा। परंपरा व मान्यता के अनुसार खरीदारी ग्राहक शुभ मुहूर्त के अनुसार करेंगे। इसके लिए काफी संख्या में बुकिंग भी हो चुके है। राजधानी का आभूषण, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ-साथ रियल स्टेट कारोबार भी तैयार है।
इस वर्ष ज्वेलरी बाजार में करीब दो से ढ़ाई सौ करोड़ के कारोबार तथा इलेक्ट्रॉनिक्स व रियल स्टेट क्षेत्र में करीब एक सौ करोड़ के कारोबार होने की उम्मीद है। बाजार में ग्राहकों को अपने पक्ष में लुभाने के लिए आकर्षक आफर दिए गए है।
अक्षय तृतीया को ले सर्राफा बाजार की रौनक बढ़ी है। ग्राहकों के लिए सोना, चांदी, हीरा गहनों की खरीद पर वैल्यू पर छूट के साथ-साथ मेकिंग पर भी छूट दिए जा रहे हैं। कारोबारियों के अनुसार बाजार बीते वर्ष के अपेक्षा इस बार बेहतर रहेगा।
फ्रेजर रोड तनिष्क के उमेश टेकरीवाल ने बताया कि इस बार लाइटवेट स्वर्ण आभूषण पर ज्यादा पसंद कर रहे हैं। ईयररिंग, पेंडेंट, चेन के साथ-साथ आगामी शादी वाले घरों में खूब खरीदारी हो रहे है। इस वर्ष दो सौ करोड़ से अधिक के कारोबार पटना में होने की उम्मीद है।
लाइटवेट की डिमांड अधिकबाजार में सोने-चांदी के साथ डायमंड ज्वेलरी के खरीद पर आकर्षक आफर दिए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त मेकिंग चार्ज पर भी छूट दिए जा रहे हैं। स्वर्ण आभूषणों के दाम में वृद्धि को देखते हुए लाइटवेट के साथ-साथ 18 कैरेट के आभूषणों के भी डिमांड बढ़ी है।
बोरिंग रोड सेविका ज्वेलर्स के मोहित खेमका ने बताया कि गोल्ड में बुकिंग पर आठ प्रतिशत मेकिंग किया गया है। इसके अतिरिक्त अभी बुकिंग कराने पर बढ़ते या घटते में जो भी न्यूनतम राशि होगी, उसी के आधार पर बिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बाजार में पांच ग्राम में नेकलेस सेट, चार ग्राम में मंगलसूत्र, एक-डेढ़ ग्राम में अंगूठी, तीन ग्राम में चेन आदि लोगों को पसंद किए जा रहे है।
इलेक्ट्रॉनिक्स व रियल स्टेट में भी बुकिंगअक्षय तृतीया को लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार के साथ-साथ रियल स्टेट कारोबार में भी बुकिंग देखने को मिली है। एसोचैम के चेयरमैन विवेक साह एवं सीआइआइ के उपाध्यक्ष गौरव साह ने बताया कि बाजार में तेजी से ग्रोथ देखने को मिल रहा है। गर्मी को देखते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार में खरीदारी देखने को मिल रही है।
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Nitish Kumar को चुनाव के बीच बड़ा झटका! इन दिग्गज ने नेताओं थामा Lalu Yadav का 'लालटेन'
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के प्रदेश अध्यक्ष की मौजूदगी में कई जदयू नेताओं ने शुक्रवार को राजद की सदस्यता ग्रहण की। सदस्यता लेने वाले नेताओं में जदयू के प्रदेश महासचिव सुरेश कुमार, बक्सर जिला उपाध्यक्ष कमलेश बारी, सुनील कुमार, अशोक कुमार यादव, दीपक कुमार, रमण नारायण, प्रह्लाद राजभर, संतोष वर्मा समेत अन्य नेता शामिल हैं।
इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद ने कहा कि भाजपा के विचारों में अपने को विलीन करने वाली जदयू के अंदर काफी नाराजगी है। जबकि लालू और तेजस्वी के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ा है।
उन्होंने आगे कहा, इन नेताओं के आने से पार्टी मजबूत होगी। इस दौरान एजाज अहमद, प्रमोद सिन्हा समेत अन्य नेता उपस्थित रहे।
तेजस्वी और सहनी की झारखंड और बिहार में कल सात सभाएंबिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और विकासशील इंसान पार्टी संस्थापक मुकेश सहनी 10 मई को बिहार और झारखंड मिलाकर सात चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। इन दोनों नेताओं की सभाएं झारखंड के गढ़वा (पलामू लोकसभा क्षेत्र),उटारी रोड (विश्रामपुर, पलामू लोकसभा क्षेत्र) एवं हुसैनाबाद (पलामू लोकसभा क्षेत्र) में होगी।
इसके बाद वे बिहार के बक्सर निकसपुर (मोरवा ,उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र) विद्यापतिनगर (उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र) एवं कुशेश्वर स्थान पूर्वी (समस्तीपुर लोकसभा क्षेत्र) में आयोजित चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। दोनों नेता रात्रि विश्राम दरभंगा में ही करेंगे।
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Hindu Muslim Population: 'बिना जनगणना कैसे तय हो गया हिंदू घटे...', तेजस्वी यादव का PM मोदी पर निशाना
राज्य ब्यूरो, पटना। हिंदू-मुस्लिम आबादी को लेकर प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट आने के साथ ही इस पर विवाद शुरू हो गया है। बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस रिपोर्ट को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि बिना जनगणना यह कैसे तय हो गया कि हिंदू आबादी घट रही है और मुस्लिम आबादी बढ़ रही है। उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर वास्तविक मुद्दों से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नरेन्द्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। उन्हें हिंदू-मुस्लिम की भावना छोड़ देश के मुद्दों पर बात करनी चाहिए।
राजद ने दिया रिपोर्ट का हवालाराजद नेता ने आर्थिक सलाहकार परिषद की रिपोर्ट का हवाला देकर कहा कि रिपोर्ट कहती है कि देश की आबादी में हिंदुओं की हिस्सेदारी 7.82 प्रतिशत कम हो गई 1950 और 2015 के बीच, मुसलमानों की संख्या 9.84 प्रतिशत से बढ़कर 14.09 प्रतिशत हो गई।
तेजस्वी ने कहा कि प्रधानमंत्री से लेकर कोई भी भाजपा नेता बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी बात करेंगे या नहीं? बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने के बारे में पीएम बात नहीं करेंगे।
'केंद्र सरकार समाज में दरार पैदा कर रही'उन्होंने कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार सिर्फ समाज में दरार पैदा करने की कोशिश कर रही है। वे संविधान को बदलना चाहते हैं। हम विभाजनकारी ताकतों को समाज में दरार पैदा करने की अनुमति नहीं देंगे।
पीएम के पटना में प्रस्तावित रोड शो पर उन्होंने कहा कि रोड शो करें, एयर शो करें हम जाब शो करेंगे। देश की सत्ता में आने पर हमारा गठबंधन एक करोड़ नौकरी और रोजगार देगा।
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Bihar Politics: 'PM मोदी और झूठ पकड़ने की मशीन', प्रधानमंत्री को लेकर ये क्या बोल गए मनोज झा
राज्य ब्यूरो, पटना। Manoj Jha On PM Modi राज्यसभा सदस्य और राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा है कि देश को बनाने का चुनाव चल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुद्दों की बात करने की बजाय झूठ परोसते फिर रहे हैं।
उन्होंने अगर चुनाव में झूठ पकड़ने की मशीन लगा दी जाए तो मशीन काम करना बंद कर देगी। मनोज झा गुरुवार को राजद कार्यालय में चुनाव थीम सांग तेजस्वी है तो ताकत है जारी करने के बाद प्रेस से बात कर रहे थे।
'नफरत की फसल बोई जा रही'मनोज झा ने कहा कि आज देश में नफरत की फसल बोई जा रही है। लोगों को नौकरी और रोजगार से दूर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कि जो भाषा और भाव है वह बेहद आपत्तिजनक हैं।
'प्रधानमंत्री बादशाह की तरह...'उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री बादशाह की तरह आचरण करते हैं। उसी की तरह कपड़े भी बदलते हैं। उन्होंने एक बार फिर आरोप लगाया कि ये लोग संविधान बदलने की साजिश कर रहे हैं। बंच ऑफ थॉट की राजनीति को मजबूत करना चाहते हैं।
राजद प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री अपने उद्योगपति मित्रों के बारे में जो कह रहे हैं तो इस संबंध में उन्हें सब पता भी है तो जांच क्यों नहीं कराते? जनता उनके झूठ को समझ चुकी है और अब झांसे में नहीं फंसने वाली।
प्रेस कांफ्रेंस में शक्ति सिंह यादव, एजाज अहमद, अरुण कुमार यादव, प्रमोद सिन्हा दूसरे कई नेता उपस्थित रहे।
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Bihar Jamin Dakhil Kharij: जमीन दाखिल खारिज को लेकर बड़ा अपडेट! भूमि सुधार विभाग ने बदल दिया ये नियम
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Land News राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने अंचलाधिकारियों को कहा है कि दाखिल-खारिज का आवेदन रद्द करने से पहले आवेदक का पक्ष जरूर सुनें। यह उनके लिए बाध्यकारी है। दाखिल-खारिज की प्रक्रिया एवं अधिनियम में इसका प्रविधान है, लेकिन लगातार इसकी अनदेखी की शिकायत मिल रही है।
विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने गुरुवार को प्रमंडलीय आयुक्तों एवं जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में कहा है कि ये दोनों अधिकारी इसे देखें कि इस मामले में प्रविधान का पालन हो रहा है या नहीं।
पत्र में कहा गया है कि कर्मचारी अथवा अंचल निरीक्षक की रिपोर्ट पर दाखिल खारिज का कोई आवेदन सीधे रद्द नहीं किया जा सकता है। रद्द करने से पहले अंचलाधिकारी या राजस्व अधिकारी संबंधित आवेदक को नोटिस दें। उन्हें आपत्तियों के बारे में बताएं और उस पर उनका पक्ष सुनें। इसके बाद भी अगर आवेदन रद्द होता तो संचिका में कारणों का स्पष्ट उल्लेख करें।
आवेदक को सुनवाई एवं साक्ष्य प्रस्तुत करने का अवसर मिलना ही चाहिए। यह नैसर्गिक न्याय की मांग भी है, क्योंकि अंचलाधिकारी या राजस्व अधिकारी के स्तर पर एक बार आवेदन रद्द होता है तो आवेदक को भूमि सुधार उप समाहर्ता के न्यायालय में अपील में जाना पड़ता है।
कई बार किसी दस्तावेज के अपठनीय होने के आधार पर आवेदन रद्द कर दिया जाता है। किसी दस्तावेज के छूटने पर भी आपत्तियां लगाई जाती हैं। इनका निराकरण आवेदक को सुनवाई का अवसर देकर किया जा सकता है।
अपर मुख्य सचिव के पत्र में दाखिल-खारिज अधिनियम 2011 का उल्लेख किया गया है। इसके अनुसार अगर कर्मचारी या अंचल निरीक्षक की रिपोर्ट से अंचल अधिकारी संतुष्ट नहीं हैं तो वह अपने स्तर से जांच कर सकेंगे। जांच के निष्कर्ष के आधार पर वे निर्णय लेंगे।
पत्र में साफ कहा गया है कि किसी भी हालत में दाखिल खारिज का आवेदन रद्द करने का आदेश आवेदक की सुनवाई के बिना नहीं दिया जाना चाहिए। प्रमंडलीय आयुक्तों एवं जिला पदाधिकारियों से कहा गया है कि ये अधिकारी अपने स्तर से इस आदेश के कार्यान्वयन की निगरानी करें। दाखिल-खारिज के अभिलेखों की इस दृष्टिकोण से समीक्षा करें कि इनमें प्रविधानों का अनुपालन किया गया है या नहीं।
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Bihar Politics : सैम पित्रोदा के बयान से बिहार में सियासी उबाल, BJP ने कांग्रेस आलाकमान पर जमकर निकाली भड़ास
एएनआई, पटना। सैम पित्रोदा के विवादित बयान को लेकर अब बिहार में भी सियासी हलचल तेज हो गई है। बिहार में पटना साहिब लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद ने पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा है।
उन्होंने गुरुवार को सवाल उठाते हुए कहा है कि कांग्रेस पार्टी के नेताओं की खामोशी बेचैन करने वाली है। प्रसाद ने पूछा कि अगर दक्षिण भारत में अफ्रीकी रहते हैं तो शंकराचार्य कौन थे? इस दौरान उन्होंने एमके स्टालिन और यहां तक कि महात्मा गांधी का भी नाम लिया।
रविशंकर प्रसाद ने क्या कहा?मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को कहा कि वे (कांग्रेस नेता) मौन समर्थन दे रहे हैं, ये भारत को तोड़ने वाले हैं। दक्षिण में अफ्रीकी रहते हैं तो शंकराचार्य कौन थे? केरल से थे ना।
उन्होंने फिर सवाल किया कि सुब्रमण्यम भारती कौन थे? ये एम.के. स्टालिन क्यों खामोश हैं? उनके पिता को क्या कहा गया? पश्चिम भारत में अरबी लोग हैं। महात्मा गांधी कहां से थे? पोरबंदर पश्चिम भारत में है ना, गुजरात में? लोकमान्य तिलक कहां से थे? गोपालकृष्ण गोखले, वीर सावरकर कहां से थे?
वो भारत को नहीं समझते : रविशंकररविशंकर ने कहा कि ये क्या अपमान हो रहा है? पश्चिम भारत-पूर्वी भारत, मां कामाख्या देवी... इन्हें आप इस तरह से अपमानित करेंगे। उत्तर भारत के लोग अंग्रेज हैं। क्या मतलब है ये कहने का?
अगर उन्हें (सैम पित्रौदा) उत्तर भारत में सिर्फ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी का रंग दिखाई देता है तो मुझे कुछ नहीं कहना। ये बिल्कुल असंवैधानिक है, अपमानजनक है, रेसिस्ट है।
वो भारत को समझते नहीं लेकिन सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे समेत कई नेताओं की खामोशी बहुत बेचैन करने वाली है।
#WATCH पटना, बिहार: पटना साहिब लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रविशंकर प्रसाद ने कहा, "...दक्षिण में अफ्रीकी रहते हैं तो शंकराचार्य कौन थे?... ये एम.के. स्टालिन क्यों खामोश हैं?... महात्मा गांधी कहां से थे?... ये क्या अपमान हो रहा है?... अगर उन्हें(सैम पित्रौदा) उत्तर भारत में… pic.twitter.com/MWIqHlK4Uz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 9, 2024 इस्तीफा देने से क्या होगा : गिरिराजइधर, सैम पित्रोदा के बयान को लेकर बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने भी कांग्रेस पार्टी पर हमला बोला है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि क्या उन्हें लगता है कि इस्तीफा देने से सब ठीक हो जाएगा?
गिरिराज ने कहा कि अपनी पार्टी के नेता के बयान पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
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Bihar Politics: अपने जिगरी दोस्त को लालू यादव ने RJD में फिर दी जगह, दफ्तर में दिलाई सदस्यता; मनोज झा रहे मौजूद
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Politics in Hindi: पाटलिपुत्र संसदीय सीट से कभी लालू प्रसाद (Lalu Yadav) को पटखनी देने वाले जदयू नेता रंजन यादव एक बार फिर राजद में शामिल हो गए। आज राजद कार्यालय में आयोजित एक मिलन समारोह में रंजन यादव राजद के साथ जुड़ गए।
रंजन यादव किसी दौर में लालू प्रसाद के खास मित्रों में शामिल थे। लालू प्रसाद के अधिकांश फैसलों में रंजन यादव उनके साथ रहे। रंजन यादव दो बार राज्यसभा सदस्य भी रहे। दोनों बार लालू यादव ने उन्हें यह मौका दिया। पहली बार 1990 से 1996 और इसके बाद 1996 से 2002 तक, लेकिन इसके बाद वे राजद छोड़ जदयू में शामिल हो गए।
इससे पहले राबड़ी आवास पर सदस्यता लेने वाले थेइससे पहले रंजन यादव बुधवार को लालू प्रसाद से राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर मुलाकात कर राजद में शामिल होने वाले थे। हालांकि, आदर्श आचार संहिता को देखते हुए कल यह कार्य हो नहीं पाया। मनोज झा ने कहा कि रंजन यादव पुराने समाजवादी हैं। उनके वापस पार्टी में शामिल होने से राजद और मजबूत होगा।
कुछ दिनों के लिए भाजपा के साथ भी जुड़ेBihar News: जदयू ने उन्हें 2009 के लोकसभा चुनाव में पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया। उनका मुकाबला राजद नेता और पुराने मित्र लालू प्रसाद से होना था। इस चुनाव में लालू प्रसाद अपने मित्र रंजन यादव से पराजित रहे। बाद में उनका जदयू से भी मोहभंग हुआ और वे कुछ दिनों के लिए भाजपा में भी रहे।
इसके पूर्व उन्होंने अपनी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राष्ट्रवादी) भी बनाई, लेकिन समय के साथ वे राजनीति के हाशिये पर चले गए। अब रंजन यादव ने एक बार फिर से राजनीति में वापसी कर ली है।
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