Bihar News
Bihar News: IIT में नौकरी के नाम पर 4.25 लाख की ठगी, ऐसे लेता था झांसे में; फिर कर देता था खेला
जागरण संवाददाता, पटना। Patna News: बिहटा आइआइटी में नौकरी लगाने के नाम पर दो महिलाओं समेत पांच लोगों से सवा चार लाख की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ितों ने शुक्रवार को महावीर मंदिर में पूजा करने गए आरोपित को पकड़कर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दिया।
उसकी पहचान पालीगंज थानांतर्गत फतेहपुर गांव निवासी कृष्ण कुमार के रूप में हुई। उसने आइआइटी में नौकरी दिलाने के नाम पर पांच लोगों से प्रति व्यक्ति 75 हजार रुपये लिए थे। पंजीकृत कराने के लिए खाते में सभी से 46-46 सौ रुपये लिए गए। वर्दी, जूते समेत अन्य मदों बाकी रकम ली गई थी। पुलिस के मुताबिक, आरोपित आइआइटी पटना में कार्यरत है। मामले की जांच की जा रही है।
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PM Modi के रोड शो को लेकर बदला पटना का ट्रैफिक, फ्लाइट-ट्रेन पकड़ने वालों के लिए नया दिशा-निर्देश जारी
जागरण संवाददाता, पटना। Traffic Changed In Patna प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पटना आगमन और रोड शो को लेकर यातायात मार्गों में बड़ा बदलाव किया गया है। जिनकी फ्लाइट रविवार की शाम पांच से सात बजे के बीच हो, वे चार बजे तक एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे वरना छूट जाएगी।
वैसे इस क्षेत्र में दोपहर डेढ़ बजे से ही आमजनों के आने-जाने पर रोक रहेगी। यात्रियों को एयर टिकट दिखाने के बाद ही पटेल गोलंबर से हवाईअड्डा जाने दिया जाएगा। निकास द्वार से ही आमजन हवाईअड्डा में प्रवेश करेंगे। इसके अलावा सुरक्षा व्यवस्था की वजह से दूसरे रास्तों पर भी बैरिकेडिंग रहेगी। वाहन वैकल्पिक मार्ग से गंतव्य तक जाएंगे।
हवाईअड्डा जाने के लिएनेहरू पथ से आने वाले लोग डुमरा चौकी से सीधे निकास द्वार से प्रवेश कर हवाईअड्डा परिसर में जाएंगे। यहां से निकलने वाले यात्री अरण्य भवन रोड के बगल से बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के कार्यालय से होकर नेहरू पथ तक पहुंचेंगे।
खगौल व फुलवारीशरीफ की तरफ से आने वाले बीएसएपी-5 की तरफ, बोरिंग रोड, पाटलिपुत्र, पटेल नगर वाले दीघा-आशियाना रोड, न्यू बाइपास से आने वाले बेउर मोड़ से अनिसाबाद टमटम पड़ाव होकर बीएसएपी-5, पटना सिटी वाले गायघाट से जेपी गंगा पथ होकर अटल पथ से दीघा-आशियाना रोड होकर एयरपोर्ट पहुंचेंगे।
जंक्शन जाने वाले लोगों के लिएसगुना मोड़ या राजाबाजार से जंक्शन जाने वाले वाहन डुमरा चौकी से हवाईअड्डा पश्चिम गेट से मुड़कर जिला परिवहन कार्यालय के रास्ते अनिसाबाद टमटम पड़ाव पहुंचेंगे। इसके बाद गर्दनीबाग फ्लाईओवर से जीपीओ फ्लाईओवर होकर करबिगहिया जाएंगे। वापसी भी ऐसे ही होगी।
राजीव नगर, पाटलिपुत्र, दीघा, कुर्जी, बोरिंग रोड समेत अन्य क्षेत्रों वाले वाहन अटल पथ से आर ब्लॉक होकर पटना जंक्शन जा सकेंगे। पटना सिटी से आने वाले वाहन गाघाट पुल के नीचे से डंका इमली चौक से एनएमसीएच होकर अगमकुआं आरओबी पार कर पुराने बाइपास से करबिगहिया जाएंगे।
एनआइटी, महेंद्रू, पीएमसीएच की ओर से आने वाले वाहन अशोक राजपथ से बारीपथ में मछुआटोली चौक से दिनकर गोलंबर होकर राजेंद्र नगर आरओबी पार कर गोलंबर से यू-टर्न लेकर पुराने बाइपास से चिरैयाटांड पुल से करबिगहिया जाएंगे।
बारीपथ, खेतान मार्केट, हथुआ मार्केट एवं नाला रोड से पटना जंक्शन जाने वाले वाहन भी इसी रास्ते जाएंगे। यह रास्ता रहेगा बंदरोड शो के दौरान पटेल गोलंबर से पटना हवाईअड्डा जाने वाले एवं नेहरू पथ में डुमरा चौकी से भट्टाचार्य रोड मोड़ तक वाहनों का आवागमन बंद रहेगा।
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NEET Paper Leak 2024: नीट पेपर लीक कांड में एक और अधिकारी की भूमिका संदिग्ध, 5 वर्षों से संजीव और सिकंदर की थी पहचान
जागरण संवाददाता, पटना। Neet Paper Leak 2024: नीट यूजी पेपर लीक कांड में एक और अधिकारी का नाम सामने आ रहा है, जिनकी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है। सूत्र बताते हैं कि दानापुर नगर परिषद के गिरफ्तार जूनियर इंजीनियर सिकंदर प्रसाद यादवेंदु और गिरोह का फरार सरगना संजीव सिंह पांच वर्षों से परिचित हैं। दोनों पुलिस समेत विभिन्न विभागों के अधिकारियों के संपर्क में थे।
मास्टरमाइंड बताया जा रहा सिकंदरइन्हीं में से एक अधिकारी ऐसे भी हैं, जिन्हें गिरोह के काले कारनामों की जानकारी थी। बीपीएससी शिक्षक भर्ती में बेटे डा. शिव कुमार की गिरफ्तारी और कांड में उसका नाम आने के बाद भी संजीव इंटरनेट कालिंग के माध्यम से एक अधिकारी के साथ बातचीत कर रहा था। सूत्रों की मानें तो उस अधिकारी ने पहले कुछ अभ्यर्थी भी सिकंदर को मुहैया कराए थे।
कोड में करते थे बातBihar News: एसआइटी सिकंदर, नीतीश और अमित आनंद के मोबाइल में लोड कालिंग एवं मैसेजिंग एप का सूक्ष्म अवलोकन कर रही है, जिससे कई राज फाश होने की संभावना है।आप फलां बाबू से मेरे बारे में पूछ लें...नेहरू पथ राजवंशी नगर में कार की घेराबंदी होते ही सिकंदर पुलिसकर्मियों पर धौंस जमाने लगा। जब उससे थाना चलने को कहा गया तो उसने एक पुलिस मित्र का नाम लेते हुए कहा कि आप फलां बाबू को जानते हैं। अब यहां तैनात हैं। पूछ लीजिए मेरे बारे में, हम ऐसे-वैसे आदमी नहीं है।
पुलिस ने ऐसे धर दबोचाइतने कहते हुए वह अधिकारी को वाट्सएप काल भी लगाने लगा था। इस बीच पुलिस ने जब उसकी कार का नंबर मिलाया तो वही था, जिसकी जानकारी केंद्रीय एजेंसी से मिली थी। इसके बाद पुलिस ने उसकी एक न सुनी और शास्त्री नगर थाने लाकर वाहन की तलाशी लेने के साथ पूछताछ शुरू की गई। सूत्र बताते हैं कि उसके मोबाइल में कई अधिकारियों और रसूखदारों के नंबर सुरक्षित मिले।
अक्सर सभी से वाट्सएप पर बातें करता थावह अक्सर सभी से वाट्सएप पर बातें करता था। पुलिस की सुस्ती का अभियुक्त उठा रहे लाभपांच मई को पुलिस ने जिस तत्परता से कार्रवाई करते हुए 13 आरोपितों की गिरफ्तारी हुई थी, दिन बीतने के साथ रफ्तार सुस्त पड़ गई। कांड के फरार आरोपितों के विरुद्ध कार्रवाई शिथिल है, जिसका अभियुक्त पूरा लाभ उठा रहे हैं। कोर्ट सूत्रों की मानें तो एसआइटी की ओर से अब तक जेल भेजे आरोपितों को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस ने अर्जी नहीं दी, लेकिन जमानत याचिकाएं लगने लगी हैं।
एक अभियुक्त की जमानत याचिका पर शुक्रवार को एसीजेएम-नौ की अदालत में सुनवाई भी हुई थी। एसआइटी के एक अधिकारी की मानें तो पुलिस अधिकारियों एवं जवानों की ड्यूटी चुनाव कार्य और अतिविशिष्ट व्यक्ति के आगमन कार्यक्रम में लगी है। बल की कमी होने से कार्रवाई शिथिल जरूर पड़ी है, लेकिन तकनीकी सेल की टीम दूसरी बिंदुओं पर छानबीन कर रही है।
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Bihar Politics: बीच चुनाव में बिहार में कांग्रेस को बड़ा झटका, दो कद्दावर नेताओं ने दिया इस्तीफा; लगाए कई आराप
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Politics in Hindi: बिहार में चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा और अरविंद ठाकुर ने पार्टी के सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया है। इस दौरान दोनों नेताओं ने पार्टी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। विनोद शर्मा ने कहा है कि राष्ट्रहित और राज्य हित में दुखी मन से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
विनोद शर्मा ने पार्टी पर लगाए कई गंभीर आरोपउन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने बिहार में कांग्रेस पार्टी जंगलराज पार्ट-2 की शुरूआत के लिए राजद के सामने घुटने टेक दिए है। भारत तेरे सौ-सौ टुकड़े होगें का नारा लगाने वाले के सरगना को दिल्ली से लोकसभा प्रत्यासी बनाती हों मंशा स्पष्ट है।
विनोद शर्मा ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी को आगाह करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरे देश में खोटे सिक्के और धन कुबेरों को आगे बढ़ाना चाहती है। जिससे पार्टी पुरी तरह से समाप्त हो रही है। अतः मै पार्टी के प्राथमिक सदस्य सहित सभी पदो से इस्तीफा देता हूं।
अरविंद ठाकुर ने भी लगाए कई गंभीर आरोपबिहार कांग्रेस के नेता अरविंद कुमार ठाकुर ने भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं। अरविंद कुमार ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी राम मंदिर, जनसंख्या असंतुलन,सम्पत्ति बंटवारा आदि पर जन भावना के प्रतिकूल सोच एवं समर्पित कार्यकर्ता की उपेक्षा के चलते मैं कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।
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Bihar Weather Today: बिहार के 10 जिलों में तेज आंधी-बारिश के आसार, अलर्ट जारी; किसान भूलकर भी न करें ये काम
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News: बंगाल की खाड़ी से सिक्किम होते हुए प्रदेश में आ रही नमीयुक्त हवा के कारण शुक्रवार को भी मौसम के मिजाज में नरमी बनी रही। राजधानी समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ मौसम सामान्य बना रहा। शुक्रवार को राजधानी का अधिकतम तापमान चार डिग्री गिरावट के साथ 33.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
जबकि, 38.5 डिग्री सेल्सियस के साथ औरंगाबाद में प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया। पटना समेत सभी जिलों के अधिकतम तापमान में वृद्धि हुई।
बिहार के 10 जिलों में बारिश के आसारमौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार पटना व आसपास क्षेत्रों में आंशिक रूप से बादल छाए रहने के साथ कुछ स्थानों गरज के साथ छिटपुट वर्षा की संभावना है। 13 मई तक कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, मधेपुरा, अररिया, सुपौल, सहरसा, खगड़िया, बेगूसराय, किशनगंज, सीतामढ़ी में बारिश और तेज आंधी के आसार हैं।
किसान भूलकर ने करें ये कामबारिश के दौरान किसान खेत जाने से बचें और पशुओं को बाहर में बंधा न छोड़ें। वज्रपात और तेज आंधी से नुकसान हो सकता है। कटे फसल को खेत में न छोड़ें।
दरभंगा में सबसे अधिक बारिश की गई दर्जBihar News: दरभंगा (हायाघाट) में सर्वाधिक वर्षा 42.2 मिमी दर्ज की गई। जबकि, अररिया में 33.8 मिमी, बाढ़ में 32.8 मिमी, दरभंगा में 28.3 मिमी, खगड़िया में 24.0 मिमी, पूसा में 17.2 मिमी, भागलपुर में 14.0 मिमी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग ने लोगों को मेघ गर्जन, वज्रपात को लेकर सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी है। पशुओं को भी वर्षा के दौरान खुले स्थानों पर न रखें।.
प्रमुख शहरों का तापमान
शहर अधिकतम न्यूनतम
पटना 33.5 22.8
गया 36.5 23.1
भागलपुर 34.0 21.7
मुजफ्फरपुर 31.4 22.6
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Bihar Politics: मनोज तिवारी ने कन्हैया कुमार पर कसा तंज तो बिफर गए भाजपा के राज्यसभा सासंद; दे डाली ऐसी नसीहत
राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राज्यसभा सदस्य डॉ. भीम सिंह ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे पार्टी सांसद मनोज तिवारी के वीडियो की निंदा की है।
उन्होंने कहा कि वीडियो में मनोज तिवारी कांग्रेस उम्मीदवार कन्हैया कुमार की आलोचना कर रहे हैं। कन्हैया कुमार का माखौल उड़ाने के क्रम में वे 'कहार' शब्द का उपयोग इस ढंग से करते हैं, जिससे देश भर के और खासकर बिहार-झारखण्ड के चन्द्रवंशी आहत महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि चन्द्रवंशी समाज में उनके प्रति काफी गुस्सा है। वे एक सांसद हैं और दूसरी बार संसद जाने के लिए मैदान में हैं, ऐसे में उन्हें शब्दों के चयन में सावधानी बरतनी चाहिए थी। हालांकि उन्होंने ऐसा नहीं किया और एक जाति विशेष का अपमान कर बैठे।
डॉ. भीम सिंह ने आगे कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम में मैं पूरी तरह चन्द्रवंशी समाज के साथ हूं और मनोज तिवारी की निंदा करता हूं। मैं मांग करता हूं कि वे अपने इस निंदनीय वक्तव्य के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें अन्यथा उनकी शिकायत पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से की जाएगी।
भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाकर जनता का पैसा लौटा रहे मोदी: विजय सिन्हाबिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि आइएनडीआइए के लोग देश की संपत्ति, संस्कृति एवं संप्रभुता के सौदागर हैं। बिहार में इस गठबंधन का झंडा उठाने वाले लालू यादव का परिवार लोगों से नौकरी के नाम पर जमीन का सौदा करता है, तो बंगाल में इनके सहयोगी वामपंथियों ने कापरेटिव घोटाले की काली विरासत अपने पीछे छोड़ी।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने शराब की संस्कृति को बढ़ावा देकर उगाही की तो इनकी बी टीम की कप्तान ममता बनर्जी अपने शासन में बाकायदा स्कैम की स्कीम ही चला रही हैं।
सिन्हा ने कहा कि मोदी की सरकार ने भ्रष्टाचार में लिप्त नेताओं को न केवल जेल का रास्ता दिखाया है, बल्कि उनकी संपत्तियों को अटैच कर जनता की गाढ़ी कमाई के 17000 करोड़ से ज़्यादा की राशि फिर से जनता को लौटाने में सफल रही है। अभी भी जांच एजेंसियों के पास जनता के लूटे सवा लाख करोड़ की संपत्तियों के सूत्र हैं। जिसे मोदी के तीसरे कार्यकाल में जनता को वापस किए जाएंगे।
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NEET UG Paper Leak के जांच की EOU ने संभाली कमान, 8 सदस्यीय SIT का किया गठन; आरोपितों को रिमांड में लेगी टीम
राज्य ब्यूरो, पटना। राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा पांच मई को आयोजित राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के प्रश्न-पत्र लीक मामले की जांच अब आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) करेगी। मामले की गंभीरता और संगठित गिरोह की संलिप्तता की बात सामने आने के बाद शुक्रवार को ईओयू ने अनुसंधान की कमान संभाल ली। अभी तक पटना पुलिस की टीम इस मामले की जांच कर रही थी।
ईओयू ने जांच के लिए आठ सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है, इसका नेतृत्व एसपी (प्रशासन) मदन कुमार आनंद को दिया गया है।
अबतक 13 लोगों को किया गया गिरफ्तारइस कांड में अभी तक 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, इनमें से चार अभियुक्त अभ्यर्थी हैं, जबकि शेष उनके अभिभावक और संगठित गिरोह के सदस्य बताए जा रहे हैं।
इसमें ईओयू के द्वारा शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में हजारीबाग से पकड़ा गया नीतीश कुमार भी शामिल है, जो हाल ही में जमानत पर बाहर आया था।
इसके अलावा, गिरफ्तार अभियुक्त सिकंदर प्रसाद यादवेंदु दानापुर नगर परिषद में कनीय अभियंता के पद पर कार्यरत है।
आरोपितों को रिमांड में लेगी ईओयू की टीमईओयू की टीम जल्द ही गिरफ्तार आरोपितों को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन करेगी। इसके बाद इन सभी से पूछताछ की जाएगी।
जले हुए प्रश्नपत्रों के अवशेषों की होगी जांचजांच टीम के अनुसार, रामकृष्ण नगर थाना अंतर्गत खेमनीचक के लर्न ब्वायज हास्टल एवं लर्न प्ले स्कूल में कथित रूप से 35 परीक्षार्थियों को परीक्षा से पूर्व जमा कर नीट परीक्षा का प्रश्न-पत्र हल करवाया गया था। संबंधित स्कूल से जले हुए प्रश्नपत्रों के कुछ अवशेष जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच कराई जाएगी।
इस कांड में गिरफ्तार संगठित गिरोह के सदस्यों से कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड, चेक और दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं। इन अभियुक्तों से प्राप्त मोबाइल फोन को जब्त कर भी विश्लेषण किया जा रहा है। कांड में संलिप्त अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है।
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B.Ed Entrance Exam: बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए 50 हजार के पार आवेदन, केंद्र चयन में पटना पहली पसंद
B.Ed Entrance Exam: बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए 50 हजार के पार आवेदन, केंद्र चयन में पटना पहली पसंद
जागरण संवाददाता, पटना। दो वर्षीय बीएड और शिक्षा शास्त्री की संयुक्त प्रवेश परीक्षा सीईटी 2024 के लिए आवेदन करने वालों की संख्या 50 हजार से अधिक हो गई है। सीईटी 2024 के लिए नामित नोडल विश्वविद्यालय ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा की ओर से ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया तीन मई से आरंभ है।
10 मई शाम तक 50,892 अभ्यर्थियों ने अपना पंजीयन करा लिया है। सीईटी-बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के आयोजन के लिए राज्य भर के 11 शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। इसमें अब तक प्रथम वरीयता के आधार पर केंद्रों के चयन के मामले में अभ्यर्थियों की पहली पसंद पटना और दूसरा गया शहर शामिल है।
इस वेबसाइट पर करें आवेदनसाथ ही शिक्षा शास्त्री के लिए अब तक 541 अभ्यर्थियों ने अपना पंजीयन करा लिया है। जो अभ्यर्थी अब तक आवेदन नहीं किए हैं वे आधिकारिक वेबसाइट www.biharcetbed-lnmu.in पर लाग-इन कर दो वर्षीय बीएड और शिक्षा शास्त्री 2024 की प्रवेश परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
किसी प्रकार की जानकारी के लिए अभ्यर्थी तत्काल नोडल विश्वविद्यालय की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 07314629842 और ईमेल आइडी cetbed2023helpdesk@gmail.com पर संपर्क कर सकते हैं।
अभ्यर्थी 26 मई तक बिना विलंब शुल्क के साथ ऑनलाइन माध्यम से फार्म भर सकेंगे और 27 मई से दो जून तक निर्धारित विलंब शुल्क के साथ फार्म भर सकेंगे। 25 जून को दो वर्षीय बीएड और शिक्षा शास्त्री 2024 के लिए प्रवेश परीक्षा के आयोजन की संभावित तिथि है।
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UGC NET के लिए 15 मई तक करें आवेदन, CBSE सहायक सचिव पद के लिए अगस्त में होगी परीक्षा
जागरण संवाददाता, पटना। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने यूजीसी नेट जून 2024 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी है। अब इच्छुक और योग्य विद्यार्थी वेबसाइट ugcnet.nta.ac.in पर जाकर 15 मई तक आवेदन कर सकते हैं।
इससे पहले, आवेदन की अंतिम तिथि 10 मई थी। जिसे बढ़ा कर 15 मई की गई है। शुल्क 16 मई तक जमा कर सकते हैं। आवेदन में 18 से 20 मई तक सुधार कर सकते हैं।
यूजीसी अध्यक्ष प्रो. एम जगदीश कुमार ने जानकारी दी है कि वे निर्धारित तिथि तक आवेदन कर दें, क्योंकि किसी भी अभ्यर्थी का गलत फॉर्म स्वीकार नहीं किया जाएगा।
एनटीए ने कहा कि आवेदन करने की अंतिम तिथि को बढ़ाने के लिए उम्मीदवारों से कई अनुरोध प्राप्त हुए हैं। नेट 18 जून को ऑफलाइन मोड में सभी 83 विषयों के लिए ओएमआर शीट पर आयोजित की जाएगी।
सामान्य कैटेगरी के लिए आवेदन शुल्क 1150 रुपये, इडब्ल्यूएस, ओबीसी कैटेगरी वाले उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क के तौर पर 600 रुपये और एसटी, एसटी व दिव्यांग कैटेगरी वाले उम्मीदवारों को 375 रुपये का भुगतान करना पड़ेगा।
सीबीएसई सहायक सचिव पद के लिए अगस्त में होगी परीक्षाकेंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की ओर से सहायक सचिव (शैक्षणि, प्रशिक्षण और कौशल विभाग) समेत विभिन्न पदों के लिए आवेदन मांगी गइ थी। बोर्ड की ओर से निर्णय लिया गया है कि सभी प्रशासनिक पदों के लिए अगस्त 2024 में ऑफलाइन मोड में परीक्षा आयोजित की जाएगी।
इनमें सहायक सचिव प्रशिक्षण और मल्टीमीडिया एवं मास कम्यूनिकेशन विषयों में कम आवेदन आने की वजह से इन पदों को रद्द कर दिया गया है। इन पदों के लिए आवेदन देने वाले अभ्यर्थियों को आवेदन शुल्क वापस कर दिया जाएगा।
सहायक सचिव शैक्षणिक और कौशल शिक्षा, कनिष्ठ अनुवाद अधिकारी पद के लिए परीक्षा तीन अगस्त, कनिष्ठ लेखाकार, लेखा अधिकारी पद के लिए 10 अगस्त और सहायक सचिव प्रशासन, कनिष्ठ अभियंता एवं लेखाकार के लिए परीक्षा 11 अगस्त को आयोजित की जाएगी।
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Bihar Politics: 'रंगदारी और अपहरण RJD के 2 जॉब सेक्टर', तेजस्वी यादव के दावों पर नीतीश के प्रवक्ता का तीखा कटाक्ष
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि तेजस्वी यादव के जॉब सेक्टर में रंगदारी और अपहरण उद्योग है।
उन्होंने कहा है कि गरीबों से उनकी जमीन लिखवाकर नौकरी देने के लिए प्रसिद्ध लालू परिवार के युवराज का जॉब शो कैसा होगा, यह बिहार की जनता जानती है।
उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों को पता है कि इनके जॉब शो में लोगों की पढाई-लिखाई के सर्टिफिकेट नहीं बल्कि, जमीन के कागजात देखे जाएंगे, इसमें युवाओं की योग्यता नहीं, बल्कि जमीन की कीमत देखी देखी जाएगी।
राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव के जॉब शो में कुल मिलाकर परीक्षाओं की जगह नौकरियों की बोली लगायी जाएगी, जिसे बिहार की जनता कभी कामयाब नहीं होने देगी।
उन्होंने कहा कि राजद का इतिहास गवाह है, इनके राज में युवा नहीं बल्कि अपराधी फले-फूले हैं। अपने कुशासन से इन्होने रंगदारी और अपहरण को उद्योग जैसा बना दिया था।
नौकरी के बदले ली गई जमीन कब वापस करेंगे तेजस्वी: कुशवाहाजदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से पूछा है कि रेलवे की नौकरियों के बदले गरीबों की ली गई जमीन वे कब वापस करेंगे।
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में तेजस्वी युवाओं को सरकारी नौकरी का आश्वासन दे रहे हैं। युवा उन पर भरोसा नहीं कर रहे हैं। अगर सच में उन्हें युवाओं की चिंता है तो नौकरी के बदले ली गई जमीन तुरंत वापस करें।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लालू परिवार का राजनीतिक इतिहास भ्रष्टाचार से शुरू होकर भ्रष्टाचार पर ही खत्म होता है। अब तेजस्वी यादव भी उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहें हैं।
उन्होंने कहा कि लालू परिवार पूरे देश में शायद एकमात्र ऐसा राजनीतिक परिवार है, जिसके आधा दर्जन सदस्यों पर घोटाले की जांच चल रही है। लालू प्रसाद स्वयं कोर्ट द्वारा चारा घोटाले में दोषी भी सिद्ध किए जा चुके हैं।
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22 अधिकारियों समेत 4 शिक्षकों पर चला केके पाठक का चाबुक, DEO ने काटी इतने दिनों की काट ली सैलरी
BPSC Paper Leak: हो गया खुलासा! पटना से नवादा जाते हुए लीक हुआ था पेपर, इस रेस्टोरेंट में हुआ 'खेल'
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के द्वारा ली गई शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण की परीक्षा (टीआरई-तीन) का प्रश्न-पत्र परीक्षा से तीन दिन पहले ही लीक हो चुका था। प्रश्नपत्रों को ट्र्रांसपोर्ट के माध्यम से पटना से नवादा भेजा जा रहा था, इसी दौरान कुरियर कंपनी और ड्राइवर के सांठ-गांठ से नगरनौसा के बुद्धा फैमिली रेस्तरां में प्रश्न-पत्र को स्कैन कर लिया गया।
आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने पूरे पेपर लीक का उद्भेदन कर दिया है। ईओयू अधिकारियों के अनुसार, इस पेपर लीक का मास्टरमाइंड उज्जैन से गिरफ्तार हो चुका अंतरराज्यीय प्रश्न-पत्र गिरोह का सरगना डॉ. शिव है। बिहार पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा समेत अन्य परीक्षाओं में भी इस गिरोह के सदस्यों की भूमिका सामने आई है।
इस मामले में कुरियर कंपनी के मुंशी समेत अन्य आरोपितों को भी गिरफ्तार किया गया है। ईओयू के अनुसार, पेपरलीक मामले में उज्जैन से गिरफ्तार शिव ओर उसके गिरोह के सदस्यों बल्ली उर्फ संदीप, प्रदीप, तेज प्रकाश और सौम्या से कई चरणों में हुई पूछताछ में पूरे कांड का उद्भेदन किया जा सका।
सभी ने बताया कि यह कई वर्षों से प्रश्न-पत्र लीक करवाने के धंधे में लगे हैं, जिससे इन्हें मोटी कमाई होती है। यह लगातार इस टोह में रहते हैं कि किस राज्य के किस प्रिंटिंग प्रेस में प्रश्न-पत्र की छपाई की जा रही है। प्रश्नपत्रों के परिवहन की क्या व्यवस्था है। शिक्षक भर्ती परीक्षा में इन्हें पता चल गया था कि प्रश्न-पत्र के परिवहन की जिम्मेदारी डीटीडीसी कुरियर कंपनी को मिली है। इसके लिए कुछ गाड़ियां श्रीनिवास चौधरी से भी ली जानी थी।
श्रीनिवास चौधरी अक्सर लॉजिस्टिक कंपनियों को अपनी गाड़ियां उपलब्ध कराते हैं। गिरोह ने श्रीनिवास चौधरी को मैनेज करने के लिए जेनिथ लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड कुरियर कंपनी के मुंशी राहुल पासवान को लगाया। राहुल पटना के बाईपास के पास मिर्चा-मिर्ची मोहल्ले का रहने वाला है। परीक्षा 15 मार्च को थी।
प्रश्न-पत्र की पेटी 12 मार्च को डीटीडीसी, पटना से श्रीनिवास चौधरी के वाहनों पर लोड होने के बाद नवादा के लिए निकली। गाड़ी के ड्राइवर रामभवन पासवान को भी मोटी रकम का लालच देकर तैयार कर लिया गया। गाड़ी जब नगरनौसा के बुद्धा फैमिली रेस्तरां पहुंची तो वहां पहले से ही मास्टरमाइंड डॉ. शिव, उसके पिता संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया और गिरोह के अन्य सदस्य मौजूद थे।
जांच टीम के अनुसार, होटल मालिक अवधेश कुमार की जानकारी में सभी ने खास टूल से प्रश्न-पत्र की पेटी खोली और उसे स्कैन कर लिया। इसके बाद दस से 12 लाख रुपये प्रति अभ्यर्थियों से वसूली कर हजारीबाग समेत अन्य होटल, रिर्जाट व अन्य सुरक्षित जगहों पर उत्तर याद करवाया गया। इसके बाद अभ्यर्थियों को गिरोह ने अपनी अभिरक्षा में परीक्षा केंद्र पहुंचाया। हजारीबाग के कोहिनूर होटल से 250 से अधिक की गिरफ्तारी इसी सिलसिले में हुई थी।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Pashupati Paras On Chirag Paswan रालोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने कहा है कि वे बिन बुलाए मेहमान की तरह चिराग के लिए वोट मांगने हाजीपुर नहीं जाएंगे। वे शुक्रवार को यहां पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
बता दें कि पारस हाजीपुर के सांसद हैं, लेकिन इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। वहां से लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान चुनाव लड़ रहे हैं।
'चिराग इसी रास्ते से एयरपोर्ट जाते हैं...'पारस ने चिराग के इस दावे को पूरी तरह गलत बताया कि फोन करने के बावजूद वे उनके पक्ष में प्रचार करने नहीं जा रहे हैं। उन्होंने कहा- हम पार्टी के प्रदेश कार्यालय में रहते हैं। इसी रास्ते से चिराग प्रतिदिन एयरपोर्ट जाते हैं। अगर उन्हें बुलाना होता तो हमारे पास आते। कहते कि चाचा हाजीपुर चलिए।
'चिराग उम्र में मुझसे छोटे हैं'पारस ने आगे कहा, चिराग उम्र और रिश्ते में हमसे छोटे हैं। उन्हें मेरे पास आना चाहिए। रालोजपा के अध्यक्ष ने कहा- प्यासा कुआं के पास जाता है। जरूरत चिराग को है। वह मेरे पास आएं। आज भी राजग के कई उम्मीदवारों से हमारी बातचीत हुई है, जहां बुलाया जाता है, हम प्रचार के लिए जाते हैं।
'हम राजग के पुराने सहयोगी हैं'पशुपति पारस ने कहा कि हम राजग के पुराने सहयोगी हैं। उम्र भर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहेंगे। 12 मई को पटना में हो रहे प्रधानमंत्री के रोड शो में रालोजपा एवं दलित सेना के नेता व कार्यकर्ता बड़ी संख्या में शामिल होंगे। हम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास करते हैं। इस नाते पार्टी एवं दलित सेना के सभी प्रखंड एवं जिलाध्यक्ष राजग उम्मीदवारों के पक्ष में जनसंपर्क एवं प्रचार कर रहे हैं।
संवाददाता सम्मेलन में प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वीरेश्वर सिंह, अम्बिका प्रसाद बिनू, देवजानी मित्रा, मुख्य प्रवक्ता चंदन सिंह, रंजीत पासवान सहित अन्य नेता उपस्थित थे।
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विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। पिछली बार लोकसभा की 40 में से 39 सीटें राजग की झोली में डाल देने वाले बिहार को लेकर भाजपा इस बार पूरी तरह आश्वस्त भी नहीं। राजनीति में वैसे भी किसी स्थिति-परिस्थिति की गारंटी नहीं होती। इस बार तो तीन चरणों के मतदान के बाद शत प्रतिशत की गारंटी वाली आशा को कुछ आघात-सा लगा है।
विरोधियों के साथ भाजपा के अंदरुनी सूत्र भी ऐसा ही बता रहे हैं। यही कारण है कि 12 मई को रोड-शो के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पटना में ही रात्रि विश्राम का निर्णय लिया है। उसके अगले दिन 13 मई को तीन लोकसभा क्षेत्रों (सारण, हाजीपुर, मुजफ्फरपुर) में जनसभा कर वे बिहार विजय के अपने संकल्प पर आगे बढ़ने का प्रयत्न करेंगे।
13 मई को चौथे चरण के तहत पांच संसदीय क्षेत्रों (उजियारपुर, समस्तीपुर, दरभंगा, बेगूसराय, मुंगेर) में मतदान भी होगा। मोदी की जनसभाएं उनके अगल-बगल वाले क्षेत्रों में होनी हैं। पिछले तीन चरणों में भी वे कुछ इसी तरह छह जनसभाएं किए हैं, लेकिन पटना में रोड-शो और रात्रि-विश्राम का यह पहला अवसर है।
ताबड़तोड़ जनसभाओं के साथ बिहार में रोड-शो करने वाले मोदी पहले प्रधानमंत्री होंगे। पटना के रोड-शो का असर तो वैसे पूरे बिहार में संभावित है, लेकिन असली जतन पटना साहिब और पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं का मन मोहने का है।
कठिन परीक्षा के दौर में होगी भाजपाचौथे चरण के साथ ही 19 सीटों पर मतदान की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इनमें से मात्र छह सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी हैं। तीन पर लोजपा, एक पर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और शेष नौ सीटों पर जदयू के प्रत्याशी रहे। लंबे समय से प्रचार कर रहे नेताओं की थकान बढ़ी है और राजग में भाजपा की 11 सीटों पर अभी मतदान होना है। मतदाताओं की चुप्पी भी कम तकलीफदेह नहीं और आगे धरती के तपने का पूर्वानुमान भी है। कोई दो राय नहीं कि आगे भाजपा कठिन परीक्षा के दौर में होगी।
दरअसल, देश-दुनिया को लोकतंत्र का ककहरा पढ़ाने वाले बिहार की अपनी राजनीति जातियों के मकड़जाल में उलझी हुई है। इस बार सामाजिक समीकरण को ध्यान में रख सीटों का बंटवारा हुआ और टिकट भी उसी अनुरूप बांटे गए, फिर भी कुछ समुदाय स्वयं को ठगा हुआ महसूस कर रहे। उनके बिदकने से चुनावी संभावना प्रभावित होगी।
खेल बिगाड़ने में लगे इक्का-दुक्का बागीतीसरे चरण के मतदान के साथ उसकी आशंका बढ़ गई है। इक्का-दुक्का बागी भी खेल बिगाड़ने में लगे हैं। हालांकि, यह स्थिति दोतरफा (राजग और महागठबंधन) है, लेकिन "अबकी बार चार सौ पार" का लक्ष्य बिहार की 40 सीटों के बिना पूरा भी नहीं होने वाला। भाजपा की बेकरारी का यही मूल कारण है। बहरहाल मूल मुद्दों से भटक चुके चुनाव में पार उतरने के लिए एक आसरा धुव्रीकरण का बचता है।
हिंदुओं और मुसलमानों की जनसंख्या वृद्धि दर के तुलनात्मक आंकड़ों के बहाने उसका प्रयास भी हो रहा, लेकिन इस संदर्भ में "काठ की हांडी बार-बार चूल्हे पर नहीं चढ़ती" वाली कहावत डरावनी लगती है। इन सबके बावजूद भाजपा नेताओं के तीखे हो चुके बोल-वचन को महागठबंधन की प्रतिक्रियाओं से शह मिल रही।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के रोड-शो और अगली रैलियों से इसे और धारदार बनाने की जुगत होनी है। युवा वर्ग के साथ महिलाओं में रोड-शो का व्यामोह विशेष रूप से प्रभावी होता है। ये मोदी की स्व-घोषित चार जातियों (युवा, महिला, किसान, गरीब) में से हैं। इन दोनों वर्गों की एकजुटता से सामाजिक समीकरण में उलझी जीत की राह भरसक सुलझ सकती है।
चुनावी रणनीतिकार समझ रहे हैं कि पटना के रोड-शो और छपरा की जनसभा का संदेश वाराणसी सहित पूर्वांचल तक पहुंचेगा, जिससे भाजपा की संभावनाओं को अतिरिक्त बल मिलेगा। हाजीपुर की जनसभा से मोदी अपने स्वघोषित "हनुमान" (चिराग पासवान) को पार उतारने का प्रयास करेंगे, जो असंतोष और भितरघात के थपेड़ों से भी जूझ रहे।
यहां की जनसभा से नित्यानंद राय की आस भी जुड़ी है, जो उजियारपुर में जीत की हैट्रिक लगाने की जुगत में हैं, लेकिन जातीय गोलबंदी की मजबूत दीवार उनकी राह में अवरोधक-जैसी है। मुजफ्फरपुर की गूंज समस्तीपुर और दरभंगा तक सुनी जाती है। चौथे चरण में उजियारपुर से भी अधिक रोचक संघर्ष समस्तीपुर का है।
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VKSU: पटना हाईकोर्ट ने वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय पर लगाया 10 लाख का जुर्माना, जानें क्या है पूरा मामला
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना हाई कोर्ट ने 5 वर्षों तक अदालती आदेश का पालन नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा पर 10 लाख का अर्थदंड लगाया है। न्यायाधीश पीबी बजनथ्री एवं न्यायाधीश अरुण कुमार झा की खंडपीठ ने अभिषेक पंकज समेत 129 कर्मचारियों की अवमानना याचिका पर सुनवाई करते हुए उक्त आदेश दिया। इस मामले की अगली सुनवाई 21 जून को होगी।
यह है पूरा मामलायाचिकाकर्ता के अधिवक्ता अशोक कुमार सिंह, अमरीश राहुल एवं अन्य की ओर से बताया गया कि इन कर्मचारियों की नियुक्ति तृतीय एवं चतुर्थ वर्ग के पदों पर वर्ष 1978 से 2011 के बीच वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालय में प्राचार्य द्वारा की गई थी।
नियुक्ति के बाद इन कर्मचारियों ने योगदान दिया, लेकिन वर्ष 2017 के बाद इन्हें पद से यह कहते हुए हटा दिया गया कि आपकी नियुक्ति वैध तरीके से नहीं की गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा हटाए जाने के आदेश को इन कर्मचारियों द्वारा हाई कोर्ट में चुनौती दी गई।
हाई कोर्ट की एकलपीठ ने 16 सितंबर, 2019 को याचिकाकर्ताओं के याचिका को स्वीकृति देते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को निर्देश दिया था कि इन्हें उनके पद पर योगदान कराते हुए उनके बकाए वेतन का भुगतान कर दिया जाए। एकलपीठ के आदेश को सरकार द्वारा खंडपीठ में चुनौती दी गई।
कोर्ट ने विवि को दिया था ये आदेशखंडपीठ ने एकल पीठ के आदेश को बरकरार रखते हुए इन सभी को इनके पद पर बहाल कर उनके बकाए का भुगतान करने का निर्देश विश्वविद्यालय प्रशासन को 13 अप्रैल 2023 को दिया।
खंडपीठ के आदेश के बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन की नींद नहीं खुली। साथ ही इन कर्मचारियों की नियुक्ति नियमित नहीं की गई और न ही इन्हें वेतन आदि का भुगतान किया गया।
याचिकाकर्ताओं ने दायर किया था अवमानना का मामलान्याय की आस में याचिकाकर्ताओं ने पुनः अदालती आदेश की अवमानना का मामला दायर किया। हाईकोर्ट ने मामले का अवलोकन कर वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा पर 10 लाख का अर्थदंड लगाया है।
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Akshaya Tritiya Gold Silver Price: अक्षय तृतीया पर महंगा हुआ सोना और चांदी, एक क्लिक में जानिए ताजा रेट
जागरण संवाददाता, पटना। Gold Silver Price Latest अक्षय तृतीया की खरीद से शुक्रवार को स्थानीय पटना सर्राफा बाजार में सोने-चांदी की चमक में तेजी की चकाचौंध रही। उड़ान भर रही चांदी 1700 रुपये प्रति किलो की बढ़त हासिल कर 83,900 रुपये प्रति किलो की दर पर पहुंच गई।
सोना भी 1200 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़त हासिल कर सोना विठूर 72,500 रुपये व 22 कैरेट 72,350 रुपये प्रति दस ग्राम की दर पर पहुंचा। दो दिन के अंदर चांदी ने 2300 रुपये प्रति किलो और सोना ने 1500 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़त हासिल की।
व्यापारिक वर्ग क्या मान रहा?सोना-चांदी में उत्पन्न मजबूती को व्यापारिक वर्ग वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ अक्षय तृतीया त्योहार पर खरीद बढ़ने का प्रभाव मान रहे हैं। खपत को दृष्टिगत कर सोना-चांदी में तीव्र उतार-चढ़ाव कायम रहने की उम्मीद जतायी जा रही है।
फिलहाल, धातुओं में कायम मजबूती के बीच ग्राहकों की खरीदारी के साथ आभूषण गढ़ने वालों और कारखानेदारों की खरीदारी धीमी चाल में चली। इसका कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है।
लाइटवेट आभूषण की ओर खरीदारधातुओं में कायम मजबूती को दृष्टिगत कर खरीदार लाइटवेट आभूषण की खरीद को तरजीह दे रहे थे। फिलहाल, बाजार पंडित की ओर से अक्षय तृतीया की खरीदारी के उपरांत आने वाले समय धातुओं में राहत मिलने की उम्मीद लगाए हुए है।
तर्क है कि शादी-ब्याह के मौसम को लगे विराम की वजह से राहत को बल मिलेगा। स्थिति चाहे जो भी हो, खरीदार हाथ खींच खरीदारी कर रहे हैं।
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Bihar Politics: करीबी दोस्त से हाथ मिलाकर लालू ने चला भविष्य का दांव, एक साथ कई फायदे के मूड में RJD सुप्रीमो
सुनील राज, पटना। Bihar Political News: तकरीबन डेढ़ दशक पहले लालू प्रसाद और रंजन यादव की दोस्ती टूटी थी। दोस्ती टूटने के बाद रंजन यादव से ही लालू प्रसाद को चुनाव में मात भी मिली। 2009 में रंजन से पराजित होने के बाद लालू प्रसाद (Lalu Yadav) कभी कोई चुनाव नहीं लड़ पाए। लेकिन अब अपनी बेटी मीसा के लिए जीत की राह आसान बनाने के लिए लालू ने पुराने गिले शिकवे को भूल एक बार फिर रंजन यादव से फिर दोस्ती कर ली है। जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा है कि इस दोस्ती में दूर की सोच है।
लालू ने चल दी बड़ी चालपाटलिपुत्र संसदीय सीट पर लालू प्रसाद एक दशक से लालू यादव अपनी बेटी डा. मीसा भारती की जीत का जोर लगा रहे हैं। पर वे पाटलिपुत्र के यादवों को साध नहीं पाए। यादव वोट 15 वर्ष पहले लालू प्रसाद से जो छिटका आज तक दूर है।
रंजन यादव के आने के बाद लालू के हाथ थोड़े मजबूत जरूर हुए हैं और भविष्य में छिटके हुए यादवों को एकजुट करने में मदद करेंगे। इतना ही नहीं 2025 के विधानसभा चुनाव में भी रंजन यादव कारगर साबित हो सकते हैं। पार्टी में इस बात की चर्चा है कि अब लालू यादव अपने खास दोस्त रंजन यादव, रीत लाल यादव, भाई वीरेंद्र, और के साथ मिलकर रामकृपाल के यादव वोट में चौ-तरफा सेंधमारी करेंगे।
पाटलिपुत्र सीट का दिलचस्प इतिहास, खुद हार चुके लालूबिहार की 40 लोकसभा सीटों में पाटलिपुत्र सीट का अपना ही महत्व है। हालांकि इस सीट का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं। नए परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई पाटलिपुत्र सीट पर 2009 पर हुआ पहला ही चुनाव काफी दिलचस्प था। पहला मुकाबला लालू प्रसाद और उनके परम मित्र रंजन यादव के बीच हुआ। पहली बार ही पाटलिपुत्र संसदीय सीट पर हुए मुकाबले में लालू प्रसाद अपने मित्र और जदयू उम्मीदवार रंजन यादव से पराजित हो गए। 2014 तक लालू पर चुनाव लडऩे पर प्रतिबंध लग चुका था, लेकिन वे पाटलिपुत्र सीट पर मित्र रंजन यादव से मिली पराजय भूल नहीं पाए थे।
इस बार रामकृपाल और मीसा के बीच मुकाबलालिहाजा पाटलिपुत्र सीट पर जीत के लिए उन्होंने अपनी बेटी डा. मीसा को उम्मीदवार बना दिया। लेकिन लालू प्रसाद का फिर इस सीट से झटका लगा। उनकी पार्टी के पुराने और वफादार नेता रामकृपाल उनकी राह का रोड़ा बन गए। हालांकि भतीजी (मीसा) ने चाचा (रामकृपाल) से उनके लिए सीट छोडऩे का आग्रह तक किया लेकिन बात नहीं बनी। 2014 के बाद 2019 में भी लालू प्रसाद अपनी बेटी मीसा को जीत नहीं दिला पाए। अब एक बार फिर इस सीट पर चाचा (रामकृपाल) और भतीजी (मीसा) के बीच मुकाबला है।
पाटलिपुत्र में रंजन यादव की ठीक ठाक पकड़पाटलिपुत्र क्षेत्र में रंजन यादव की अपनी ही साख है। इस क्षेत्र में यादव वोट पर उनकी पकड़ भी है। लालू प्रसाद, रीतलाल, भाई वीरेंद्र और तेजस्वी यादव जैसे नेताओं को साथ लेकर यादव वोट में सेंधमारी करेंगे और इसके अगुआ बनेंगे रंजन यादव। पाटलिपुत्र में यादव वोटर करीब चार लाख हैं।
दूसरे नंबर पर करीब तीन लाख भूमिहार, पौने दो लाख के करीब मुस्लिम और इतने ही ब्राह्मण वोट भी हैं। जबकि दलित मतदाता 1.40 लाख होंगे। लालू प्रसाद दूर की सोच रखते हैं और देख रहे हैं कि रंजन के साथ के फायदे ही फायदे हैं। लालू प्रसाद की यह रणनीति चुनाव में कितनी कारगर होगी यह तो समय बताएगा। पर लोगों की बीच यह चर्चा जरूर है कि क्या लालू प्रसाद और रंजन की दोबारा दोस्ती मीसा को जीत दिला पाएगी?
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Lok Sabha Election 2024: उंगली पर स्याही दिखाइए, फिल्म टिकट पर 50% छूट पाइए
जागरण संवाददाता, पटना। लोकसभा चुनाव में मतदाताओं की अधिक से अधिक भागीदारी के लिए राजधानी के सिनेमा हाल संचालकों ने भी कदम बढ़ाया है।
इस कड़ी में सिनेमा घरों के संचालकों (प्रोपराइटर्स / प्रबंधकों) ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया है कि एक जून को मतदान करने वाले सभी को सिनेमा टिकट में 50 प्रतिशत छूट दी जाएगी।
यह रियायत एक और दो जून के सभी शो में मिलेगी। मतदाता एक जून को मतदान कर किसी भी सिनेमा हॉल में जाएंगे, अपनी उंगली पर लगी स्याही दिखाएंगे तो उन्हें सिनेमा टिकटों पर 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
गुरुवार को समाहरणालय में आयोजित एक बैठक में सिनेमाघरों के संचालकों ने इस निर्णय की घोषणा की।
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बैठक में अपर जिला दंडाधिकारी सामान्य, जिला जन-संपर्क पदाधिकारी एवं प्रभारी पदाधिकारी सामान्य शाखा उपस्थित थे।
बता दें कि जिला निर्वाचन पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के नेतृत्व में चल रहे मतदाता जागरूकता अभियान में चेंबर आफ कामर्स, सिनेमाघर ओनर्स एसोसिएशन, आइएमए, विद्यालयों के संघों, इंटरनेट मीडिया इंफ्ल्यूएंसर्स, रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, केमिस्ट एसोसियेशन, शॉपपकीपर्स एसोसिएशन, खिलाड़ियों के संगठनों आदि की सक्रिय भागीदारी हो रही है।
LNJP Hospital Patna: एलएनजेपी हड्डी अस्पताल में मिलेंगे सस्ते इम्प्लांट और दवाएं, 10 से 90 प्रतिशत तक छूट
जागरण संवाददाता, पटना। हड्डी-जोड़ के रोग ठीक होने में जितना समय लेते हैं, उसके इम्प्लांट भी उतने ही महंगे होते हैं। इसे देखते हुए लोकनायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) हड्डी सुपरस्पेशियलिटी हास्पिटल ने इलाज खर्च कम करने के लिए गुरुवार को प्रधानमंत्री स्वास्थ्य योजना अमृत (अफोर्डेबल मेडिसिंस एंड रिलायबल इम्प्लांट्स फार ट्रीटमेंट) दीनदयाल फार्मेसी के साथ समझौता किया है।
इसके द्वारा इम्प्लांट्स, पेटेंट व महंगी जेनरिक दवाएं 10 से 90 प्रतिशत तक छूट पर मिलेंगी। इससे दवा खर्च में 60 से 70 प्रतिशत तक की कमी आएगी। समझौते पर संस्थान के निदेशक डॉ. एनएन राय तो अमृत की ओर से एचएलएल लाइफकेयर के बिहार-झारखंड व ओडिशा के नोडल पदाधिकारी संजय कुमार व बिहार प्रभारी मुकेश कुमार गुप्ता ने किए।
निदेशक ने उन्हें हर हाल में जुलाई तक फार्मेसी शुरू करने व रोगियों को धूप आदि से बचाने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। बताते चलें कि यह प्रदेश में एम्स पटना में दो, आइजीआइएमएस, पीएमसीएच, एनएमसीएच व डीएमसीएच के बाद यह सातवां अमृत फार्मेसी होगा।
देश में इसका पहला केंद्र एम्स नई दिल्ली में नवंबर 2015 में शुरू किया गया था। डा. एनएन राय ने बताया कि बीएमएसआइसीएल द्वारा इम्प्लांट आपूर्ति नहीं करने से रोगियों को बाजार से खरीदने पड़ते हैं। इसके अलावा उन्हें लगाने के उपकरण जुटाना भी जटिल कार्य होता है।
बाजार में कम गुणवत्ता के इम्प्लांट भी महंगे दामों में बिकते हैं। ऐसे में रोगियों की जेब पर थोड़ा बोझ कम करने व उन्हें आसानी से उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की अमृत फार्मेसी को शुरू किया गया है। इसमें इम्प्लांट के साथ उसे फिक्स करने के उपकरण मुहैया कराने को समझौते में शामिल करने से संस्थान को भी राहत होगी।
संजय कुमार ने बताया कि अब स्वास्थ्य मंत्रालय सरकारी के अलावा बड़े निजी अस्पतालों में भी अमृत फार्मेसी की फ्रेंचाइजी देने पर विचार कर रही है। इससे बड़ी संख्या में आमजन तक सस्ती दर पर दवाएं पहुंचाने को रास्ता साफ होगा।
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PM SHRI School: इस जिले के 607 स्कूल बनेंगे राष्ट्रीय स्तर के, 'पीएम श्री' योजना का मिलेगा लाभ
जागरण संवाददाता, पटना। 'पीएम श्री' योजना के तहत जिले के प्राथमिक से उच्च माध्यमिक तक को राष्ट्रीय स्तर के स्कूल बनाने की कवायद तेज हो गई है। इस योजना का लाभ लेने के लिए जिले के 607 स्कूलों का चयन किया गया है।
जिला शिक्षा शिक्षा कार्यालय के अनुसार, जिन स्कूलों को योजना में शामिल किया जाना है उनकी अद्यतन स्थिति 'पीएम श्री' पोर्टल पर अपलोड करना है। जिला शिक्षा कार्यालय ने सूची में शामिल प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी और प्रधानाध्यापकों को निर्देश दिया है कि वे 12 मई 2024 तक सभी 'पीएम श्री' पोर्टल पर स्कूल की जानकारी अपलोड करेंगे।
इसके बाद विद्यालयों सत्यापन जिला स्तर किया जाएगा। अब तक 607 में 214 स्कूलों ने पोर्टल पर आवेदन किया है। इनमें 43 स्कूलों के आवेदन का सत्यापन हो चुका है।
'पीएम श्री ' विद्यालयों की विशेषताएं- नई शिक्षा नीति 2020 के तहत 'पीएम श्री' विद्यालयों के अंतर्गत शिक्षा में उच्च गुणवत्ता प्रदान करना है। जहां पर बच्चों को उनकी दक्षता के अनुरूप शिक्षण कार्य किया जा सके।
- यह विद्यालय उच्च गुणवत्ता की शिक्षा व बेहतर शैक्षणिक परिवेश के साथ अपने क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के लिए भी आदर्श विद्यालय के रूप में परिभाषित होंगे।
- इन विद्यालयों को हरित ऊर्जा से परिपूर्ण विद्यालयों के रूप में उच्चकृत किया जाएगा। जैसे यहां पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग, सौर ऊर्जा, ठोस व द्रव्य अपशिष्ट, जैविक खेती, प्लास्टिक मुक्त आदि अवधारणाओं को विकसित किया जाएगा।
- ये विद्यालय तमाम आधुनिक सुविधाओं जैसे -कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, गणित लैब, समृद्ध पुस्तकालय आदि से सुसज्जित किए जाएंगे।
- इन विद्यालयों में प्रयोगात्मक, समेकित, खेल आधारित, खोज आधारित, जिज्ञासा आधारित शिक्षण कार्य किए जाएंगे।
- यहां प्रत्येक विद्यार्थी के कक्षा के अनुरूप दक्षताओं के लिए निर्धारित लर्निंग आउटकम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
- इन विद्यालयों के बच्चों के कौशल विकास पर भी ध्यान दिया जाएगा, ताकि बच्चों के क्षमता संवर्द्धन के साथ-साथ रोजगार परक संभावनाओं के लिए किया जा सके।
- इन विद्यालयों के लिए विद्यालय गुणवत्ता एवं मूल्यांकन फ्रेमवर्क भी विकसित किया जाएगा, जिसके माध्यम से बच्चे की दक्षता एवं शिक्षण व्यवस्था की गुणवत्ता का मूल्यांकन किया जा सके।
जो स्कूल ' पीएम श्री ' योजना के अंतर्गत आएंगे उनको शिक्षा मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय की सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। इस पर होने वाले सभी खर्च भारत सरकार द्वारा किया जाएगा। इससे शिक्षा के स्तर में सुधार होगा। सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को निर्देशित किया गया कि उनके क्षेत्र में जिन स्कूलों के नाम सूची में शामिल हैं वे समय रहते जानकारी 'पीएम श्री' पोर्टल पर अपलोड कर दें। - संजय कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना
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कुमार रजत, समस्तीपुर। समस्तीपुर लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में भले ही कांग्रेस और लोजपा (रामविलास) आमने-सामने हों मगर असली लड़ाई अपनों के बीच है। नीतीश कैबिनेट के दो मंत्रियों की संतानें पहली बार लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रही हैं।
लोजपा (रा) से ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी मैदान में हैं, तो समस्तीपुर के पूर्व सांसद एवं वर्तमान में नीतीश कैबिनेट में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी के बेटे सन्नी हजारी कांग्रेस के टिकट पर किस्मत आजमा रहे हैं।
अपनों के बीच लड़ाई कैबिनेट से निकलकर परिवार के बीच भी है। समस्तीपुर से पहले चिराग के चचेरे भाई प्रिंस राज सांसद थे जो पारस गुट में हैं। उनका टिकट कट चुका है, जिससे पारस गुट से जुड़े नेता नाराज हैं। लोजपा (रा) प्रत्याशी शांभवी चूंकि राजग उम्मीदवार हैं, इसलिए जदयू और पिता अशोक चौधरी का खुलकर समर्थन मिल रहा है।
वहीं, दूसरी ओर सन्नी हजारी महागठबंधन प्रत्याशी हैं, इसलिए जदयू के समर्थन का सवाल ही नहीं। पिता महेश्वर हजारी भी खुलकर सामने नहीं आ रहे। वह खुद समस्तीपुर के कल्याणपुर सीट से विधायक भी हैं, इसलिए पर्दे के पीछे रहकर पूरी रणनीति तैयार कर रहे।
समस्तीपुर में भी जीत की चाबी पाने के लिए जातियों की गोलबंदी भी जारी है। इस सीट पर यादव, पासवान, कुशवाहा और सहनी जातियों के साथ मुस्लिम वोटर निर्णायक की भूमिका में हैं। सुरक्षित सीट के कारण अन्य पिछड़ी-अतिपिछड़ी जातियों का भी बड़ा वोटबैंक है।
सन्नी हजारी को यादव-मुस्लिम वोट बैंक की एकजुटता का भरोसा है। सहनी और कुशवाहा से भी बड़े हिस्सेदारी की आस है। पासवान चिराग के प्रति वफादार तो हैं, मगर इसमें थोड़ी-बहुत सेंधमारी भी हो रही। महेश्वर हजारी खुद भी पासवान जाति से हैं। इसके अलावा नाराज प्रिंस व पारस समर्थक भी मदद कर रहे।
शांभवी चौधरी को पासवान के बाद सबसे अधिक भरोसा अन्य पिछड़ी जातियों से है। नीतीश कुमार की सोशल इंजीनियरिंग के साथ पिता की जाति भी काम रही है। भाजपा के कारण अगड़ी जाति के वोटों पर भी दावा है। मोदी का शांभवी को बेटी कहना भी चर्चा में बना हुआ है।
हार-जीत का अंतर कम होगा, मुकाबला आसान नहींसमस्तीपुर में राजनीतिक विरासत की सीट होने से आम जनता में मायूसी भी दिख रही है। रिमझिम बारिश के बाद समस्तीपुर कलेक्ट्रेट के ठीक सामने शंभू जी की चाय दुकान पर लोग जुटे हैं। कन्हैया एवं उपेंद्र साह कहते हैं, वोट तो देंगे मगर उत्साह पहले वाला नहीं है। शहरी क्षेत्र में हेलीकाप्टर तो गांव में हाथ आगे लग रहा है।
मोहनपुर में रवीन यादव और संदीप कुमार कहते हैं, सन्नी राजद में तो हैं नहीं, कांग्रेस में हैं। आशंका जताते हैं कि कहीं पिता जी के साथ जदयू में पलटी मारे लिए तो। शांभवी के पक्ष में मन तो नहीं है, मगर वोट देना है तो देंगे ही। गंडक नदी पर बने पुल पर फल बेच रही लक्ष्मी देवी पैर लटकाए चाय पी रहीं।
चुनाव का नाम लेते ही कहती हैं, हेलीकॉप्टर छाप।
आधे घंटे की बारिश में ही समस्तीपुर शहर अस्त-व्यवस्त दिखता है। मथुरापुर में सड़क पर पानी जमा है, जिसकी बौछार उड़ाते ट्रक व अन्य वाहन जा रहे हैं। कल्याणपुर के जटमलपुर में उमेश चौधरी के बरामदे में पलट राय, मो जहांगीर, हेमनारायण चौधरी की चुनावी चौपाल जमी है। जहांगीर कहते हैं, यादव-मुस्लिम एक तरफ जाएगा।
मुस्लिम महिलाओं में पांच किलो चावल मिलने का थोड़ा असर है। चाय लेकर पहुंचीं इंद्रा चौधरी कहती हैं, मोदी जी महिलाओं के बारे में सोचते हैं, मगर उनके नाम पर जीते नेता वापस लौटकर जनता के पास नहीं आते। इसमें सुधार होना चाहिए। दरभंगा का हायाघाट भी समस्तीपुर लोकसभा का ही हिस्सा है।
बांध के किनारे बनी चिकनी सड़क के किनारे विनोद बैठा, रामसूरत राय, रंजीत साह, घनश्याम राम, राजकरण राय, भिखारी राय मिल जाते हैं। कहते हैं, हर साल तीन महीना बाढ़ में इलाका डूबता है। स्थायी समाधान नहीं है। अफसर भी नहीं सुनते। वोट देने के नाम पर कहते हैं, देखिए अभी तक तो हजारी का ही अधिक चर्चा है।
हायाघाट रेलवे स्टेशन के पास डा. संतोष की क्लिनिक है। यहां भी चुनावी चर्चा जोरों पर है। सृष्टिनाथ झा और क्रांति कुमार कहते हैं, इस क्षेत्र में केंद्र की चावल योजना मील का पत्थर साबित हो रही। अजय कुमार कहते हैं, चुनाव प्रचार कम है, जो भी वोट मिलेगा मोदी के नाम पर ही मिलेगा।
मो. अमानुल्लाह कहते हैं, हमलोग रामविलास पासवान के नाम पर वोट देते थे, इस बार का नहीं कह सकते। समस्तीपुर हाईवे के लाइन होटल पर अरुण कुमार झा कहते हैं, टूट-फूट सब जाति में है, मगर जीतेगी शांभवी ही। रामबाबू सहनी टोकते हैं, जीतने पर कहां खोजिएगा।
इधर, जिताइएगा तो बाप-बेटा में से किसी को भी पकड़ लेंगे। रोसड़ा के सुरेंद्र राय कहते हैं, पासवान की सीट दूसरे को मिल गई, इसका भी प्रभाव पड़ेगा। हार-जीत का अंतर कम होगा। मुकाबला आसान नहीं।
कर्पूरी ठाकुर रह चुके हैं सांसद, महेश्वर हजारी ने भी दर्ज की है जीतसमस्तीपुर सुरक्षित सीट है। इसके अंतर्गत छह विधानसभा सीटें आती हैं, जिनमें पांच पर राजग जबकि एक पर महागठबंधन का कब्जा है। यह दरभंगा के कुशेश्वर स्थान और हायाघाट जबकि समस्तीपुर के कल्याणपुर, वारिसनगर, समस्तीपुर और रोसड़ा को मिलाकर बना है। जनता पार्टी के टिकट पर कर्पूरी ठाकुर 1977 के चुनाव में इस सीट से जीत दर्ज कर चुके हैं। कर्पूरी ठाकुर को हाल ही में केंद्र सरकार ने भारत रत्न भी दिया है।
सन्नी हजारी के पिता महेश्वर हजारी जदयू के टिकट पर 2009 में यहां से सांसद रहे। इसके बाद से यह सीट लोजपा के कब्जे में है। 2014 और 2019 में रामचंद्र पासवान सांसद रहे। रामचंद्र पासवान के निधन के बाद उनके बेटे प्रिंस राज ने चुनाव जीता।
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