Feed aggregator
Shape-shifting sculptures steal the art spotlight
‘Until 140 crore Indians do not...’: Piyush Goyal’s warning on Pahalgam terror attack - Hindustan Times
- ‘Until 140 crore Indians do not...’: Piyush Goyal’s warning on Pahalgam terror attack Hindustan Times
- "Till 140 Crore Indians Don't Consider Patriotism...": Minister Piyush Goyal On J&K Attack NDTV
- Befitting reply will be given to Kashmir attackers: Union min Times of India
- Pahalgam terror attack is grim reminder that terrorism is global menace: VP Dhankhar Deccan Herald
- Amarnath Yatra will be conducted successfully: Piyush Goyal in wake of Pahalgam terror attack India TV News
Ground Zero Box Office Collection Day 2 (Early Trends): Shows Around 66% Jump But It’s Not Enough! - Koimoi
- Ground Zero Box Office Collection Day 2 (Early Trends): Shows Around 66% Jump But It’s Not Enough! Koimoi
- Opinion: Opinion | Ground Zero, Pahalgam, And A Conundrum Of Pain In Kashmir NDTV
- Ground Zero Box Office collection Day 2: Emraan Hashmi movie sees slight uptick after dull opening, but behind Kesari 2 Mint
- Ground Zero movie review: Emraan Hashmi paramilitary film is a conflicting watch The Hindu
- Ground Zero vs Phule box office report: How much Emraan Hashmi, Pratik Gandhi's starrer minted on day 1? India TV News
KK Pathak: अब CM नीतीश का ऑर्डर नहीं लेंगे केके पाठक! बदल जाएगा काम, जारी हुआ एक और नया नोटिफिकेशन
राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व पर्षद के अध्यक्ष सह सदस्य केके पाठक व खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रधान सचिव एन सरवन कुमार को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने को लेकर विरमित कर दिया गया है।
सामान्य प्रशासन विभाग ने शनिवार को इस आशय की अधिसूचना जारी की। उन्हें केंद्र में अपर सचिव मंत्रिमंडल सचिवालय के पद पर नियुक्त किया गया है।
एन सरवन कुमार को अपर सचिव स्तर व वेतनमान में उपाध्यक्ष दिल्ली विकास प्राधिकार बनाया गया है।
शिक्षा विभाग से चर्चा में आए में केके पाठकआईएएस केके पाठक एक वरिष्ठ भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी हैं। वह अपनी ईमानदारी और निष्पक्षता के लिए जाने जाते हैं।
केके पाठक ने बिहार में विभिन्न पदों पर कार्य किया है, जिनमें शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव के रूप में उनकी भूमिका विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
उनकी कार्यशैली और निर्णयों के कारण वे अक्सर चर्चा में रहते हैं। केके पाठक के कार्यों और निर्णयों का उद्देश्य आम जनता के हित में होता है, और वह अपने काम में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने का प्रयास करते हैं।
केके पाठक अब तक बिहार के राजस्व विभाग का काम देख रहे थे। उन्हें बिहार सरकार ने राजस्व विभाग में एसीएस पद पर नियुक्त किया था।
यह भी पढ़ें-
Bhojpur News: केके पाठक के नए ऑर्डर से मचा हड़कंप, रडार पर भोजपुर के ये 17 लोग; बॉडी वारंट जारी
यात्री बसों की छतों से हटेंगे कैरियर? ओवरलोडिंग को लेकर SC में याचिका दायर, जानिए क्या है दलील
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। रोजाना हाई वे पर ओवरलोडेड यात्री बसें देखी जा सकती हैं जिनमें सिटिंग और स्लीपर व्यवस्था के साथ बस की छत पर भारी मात्रा में सामान लदा होता है जो किसी भी दुर्घटना को आमंत्रण देता दिखता है। लेकिन अब ओवरलोडेड बसों का यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा है।
सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल हुई है जिसमें पूरे देश में ओवरलोडेड यात्री बसों का मुद्दा उठाया गया है। कहा गया है कि ओवरलोडेड यात्री बसें न सिर्फ लोगों के जीवन के लिए गंभीर खतरा हैं बल्कि ये पर्यावरण को भी प्रदूषित करती हैं। बस पर लदे सामान का जीएसटी छुपाने से राजस्व का भी नुकसान होता है।
SC में दाखिल याचिका में की गई ये मांगयाचिका में मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट बसों की ओवरलोडिंग पर लगाम लगाने के लिए मजूबत तंत्र लागू करने का निर्देश दे। यात्री बसों की अनिवार्य रूप से चेकिंग हो और बस की छतों पर लगे कैरियर हटाने के आदेश दिये जाएं। यह याचिका वकील संगम लाल पांडेय ने दाखिल की है। जिसमें केंद्र और सभी राज्यों को पक्षकार बनाया गया है।
ओवरलोडिंग के मामले कोर्ट के हस्तक्षेप की मांगबसों की ओवरलोडिंग के मामले में न्यायिक हस्तक्षेप का अनुरोध किया गया है। याचिका में राज्य परिवहन और निजी बस ऑपरेटरों की बसों में क्षमता से अधिक यात्रियों और क्षमता से अधिक सामान बस के केबिन और बस के ऊपर लाद कर ले जाने का मुद्दा उठाया गया है और ओवरलोडिंग बसों की दुर्घटनाओं के भी आंकड़े दिये गए हैं।
ओवरलोडिंग से एक्सीडेंट का खतराओवरलोडिंग के कारण ब्रेक फेल, टायर फटने और बस पर नियंत्रण नहीं रहने की बातें उत्तराखंड में 2024 में हुई बस दुर्घटना में दर्ज की गई थी। आईआईटी दिल्ली ने 2022 में पाया था कि ओवरलोडेड वाहन की हाई वे पर दुर्घटना की 30 प्रतिशत ज्यादा संभावना होती है। ओवरलोडेड बसें 15 से 20 फीसद ज्यादा ईंधन खाती हैं जिससे प्रदूषण भी बढ़ता है और ऑपरेशनल कास्ट भी बढ़ती है।
बसों नें रेगुलर रुटिन चेकिंग की मांगसीएजी ने 2024 में कहा था कि बिना दस्तावेज के बस की छत पर ले जाए जा रहे सामान से करीब 500 करोड़ के जीएसटी का सालाना नुकसान होता है जिसका संबंध ओवरलोडिंग से है। याचिकाकर्ता ने कहा है कि सिर्फ पांच प्रतिशत अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पर वेइंगब्रिज यानी वजन लेने की व्यवस्था है। यात्री बसों की रुटीन चेकिग नहीं होती जो कि ओवरलोडिंग की समस्या को बढ़ाती है।
यह भी पढ़ें: 'जिसने बच्चे को पाल-पोसकर बड़ा किया वो मां नहीं है क्या', वायुसेना के पेंशन वाले फैसले पर SC ने पूछे सवाल
यह भी पढ़ें: Kerala: देखभाल के लिए आया मेल-नर्स बना जानी दुश्मन, अल्जाइमर पीड़ित पर बेरहमी से किया हमला; CCTV में कैद हुई वारदात
Dharmendra remembers Dilip Kumar, shares unseen pic of superstar with son Sunny Deol - Hindustan Times
- Dharmendra remembers Dilip Kumar, shares unseen pic of superstar with son Sunny Deol Hindustan Times
- Dharmendra recalls the time when Dilip Kumar visited Sunny Deol's Betaab set Times of India
- Proud Father Dharmendra Shares ICONIC Photo Featuring Dilip Kumar, Son Sunny Deol From Betaab Mahurat Times Now
- Dharmendra Walks Down Memory Lane, Shares Rare Pic of Dilip Kumar and Sunny Deol India Forums
M&M to acquire Sumitomo Corp’s promoter stake of 59% in SML Isuzu for ₹555 crore, open offer eyed - Mint
- M&M to acquire Sumitomo Corp’s promoter stake of 59% in SML Isuzu for ₹555 crore, open offer eyed Mint
- M&M to acquire 58.96% stake in SML Isuzu for Rs 555 crore at Rs 650 per share Moneycontrol
- Mahindra & Mahindra To Acquire 58.96 Per Cent Stake In SML Isuzu For Rs 555 Crore NDTV
- Mahindra to acquire controlling stake in SML Isuzu for Rs 555 crore Business Standard
- Mahindra to buy nearly 59% stake in SML Isuzu for Rs 555 crore at deep discount The Economic Times
A humble coffin, a grand farewell: 400,000 mourners and world leaders pay final respects to Pope Francis - Times of India
- A humble coffin, a grand farewell: 400,000 mourners and world leaders pay final respects to Pope Francis Times of India
- Who is at the Pope's funeral in pictures: Trump, Macron, Prince William and others BBC
- Pope’s burial place a powerful symbol of papacy Vatican News
- Pope Francis Funeral LIVE: President Murmu, World Leaders Pay Last Respects Deccan Herald
- Farewell, Pope Francis: Humble funeral draws world leaders, massive crowds India Today
‘Pro-Pakistan’ posts, 14 arrested in Assam: What did CM Himanta say about NSA? - Hindustan Times
- ‘Pro-Pakistan’ posts, 14 arrested in Assam: What did CM Himanta say about NSA? Hindustan Times
- Student, Retired Teachers, Lawyer Among 19 Arrested For Remarks On J&K Attack NDTV
- Held for ‘sedition’ over Pahalgam remarks, Assam MLA in eye of many a storm: Who is Aminul Islam? The Indian Express
- Anyone who makes anti-India statement will be arrested under NSA: Assam CM Himanta Biswa Sarma The Hindu
- Six arrested in Assam for anti-India posts, NSA charges for supporting Pakistan: Assam CM India TV News
RSS Chief's Message On Pahalgam Attack: 'If Neighbour Creates Disturbance, Ruler Must Protect His People'- - News18
- RSS Chief's Message On Pahalgam Attack: 'If Neighbour Creates Disturbance, Ruler Must Protect His People'- News18
- RSS chief Mohan Bhagwat alludes to the Ramayana in the aftermath of Pahalgam terror attack The Hindu
- "We Never Harm Our Neighbours, But...": Mohan Bhagwat After J&K Attack NDTV
- 'Teaching lesson to hooligans a religion', says RSS chief amid Indo-Pak tension Times of India
- RSS members are mobilising NCR residents—calls for Hindus to ‘wake up’, candlelight marches ThePrint
NASA's Dragonfly nuclear-powered helicopter clears key hurdle ahead of 2028 launch toward huge Saturn moon Titan - Space
- NASA's Dragonfly nuclear-powered helicopter clears key hurdle ahead of 2028 launch toward huge Saturn moon Titan Space
- Dragonfly Astrobiology Mission Passes Critical Design Review astrobiology.com
- A Nuclear-Powered Spacecraft Could Send Humans to Titan to Look for Signs of Life Universe Today
- Nuclear powered helicopter? NASA's Dragonfly mission will land on Saturn's moon Titan for exploration Wion
वर्ल्ड बैंक ने दी भारत को अच्छी खबर, 10 साल में गरीबी से बाहर आए 17 करोड़ लोग; रोजगार को लेकर भी दिया डाटा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। विश्व बैंक ने कहा है कि भारत 2011-12 और 2022-23 के बीच 17.1 करोड़ लोगों को अत्यंत गरीबी से बाहर निकालने में सफल रहा है। विश्व बैंक ने भारत को लेकर गरीबी और समानता पर अपनी रिपोर्ट में कहा कि पिछले एक दशक में भारत ने गरीबी को काफी हद तक कम किया है।
अत्यंत गरीबी यानी प्रतिदिन 2.15 डॉलर से कम पर जीवन यापन करने वाले लोगों की संख्या 2011-12 में 16.2 प्रतिशत से घटकर 2022-23 में 2.3 प्रतिशत पर आ गई। इससे 17.1 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर आ पाए हैं।
शहरी क्षेत्रों में भी कम हुई गरीबीरिपोर्ट के मुताबिक, गांवों में अत्यंत गरीबी 18.4 प्रतिशत से घटकर 2.8 प्रतिशत पर आ गई, जबकि शहरी क्षेत्र में यह 10.7 प्रतिशत से घटकर 1.1 प्रतिशत पर रही। इससे ग्रामीण-शहरी अंतर 7.7 प्रतिशत से घटकर 1.7 प्रतिशत पर आ गया। यह सालाना 16 प्रतिशत की गिरावट है।
इसमें कहा गया है कि भारत निम्न-मध्यम आय वर्ग की श्रेणी में भी आने में सफल रहा है। इसमें 3.65 डॉलर प्रतिदिन की निम्न-मध्यम आय वर्ग (एलएमआइसी) गरीबी रेखा का उपयोग करते हुए गरीबी 61.8 प्रतिशत से घटकर 28.1 प्रतिशत पर आ गई।
इन राज्यों का भी योगदान- रिपोर्ट के अनुसार, 2021-22 में भारत में अत्यंत गरीबी में रहने वाले लोगों में पांच सबसे अधिक आबादी वाले राज्यों- उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, बंगाल और मध्य प्रदेश की 65 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। वहीं 2022-23 तक अत्यंत गरीबी में आई कमी में इनका योगदान दो-तिहाई रहा।
- इसके बावजूद इन राज्यों का अब भी भारत के अत्यंत गरीबी में रहने वाले लोगों का 54 प्रतिशत (2022-23) और बहुआयामी यानी विभिन्न स्तरों पर गरीब लोगों (2019-21) का 51 प्रतिशत हिस्सा है।
रिपोर्ट के अनुसार, महिलाओं के बीच रोजगार दर बढ़ रही है। शहरी बेरोजगारी वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 6.6 प्रतिशत तक घट गई, जो 2017-18 के बाद सबसे कम है। इसमें चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा गया है कि युवा बेरोजगारी 13.3 प्रतिशत है।
उच्च शिक्षा प्राप्त स्नातकों के बीच बेरोजगारी 29 प्रतिशत तक है। विश्व बैंक समूह और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के ये विवरण साल में दो बार जारी किए जाते हैं। यह रिपोर्ट किसी देश की गरीबी और असमानता के संदर्भ को समझने में मदद करती है।
(एजेंसी और पीआईबी इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें: 'कब तक गरीबी को करते रहेंगे पुरस्कृत...', एक्सपर्ट ने बताया दक्षिण भारतीय राज्यों के विरोध के पीछे की असली वजह
Pages
