Feed aggregator

'औरंगजेब अब प्रासंगिक नहीं', कब्र विवाद पर आया RSS का आया रिएक्शन; नागपुर हिंसा को लेकर क्या कहा?

Dainik Jagran - National - March 19, 2025 - 3:12pm

एएनआई, नागपुर। औरंगजेब विवाद पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक (RSS) की ओर से पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर से जब सवाल पूछा गया कि क्या आज के समय औरंगजेब प्रासंगिक है? तो इसपर उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि यह प्रासंगिक नहीं है।"

वहीं, नागपुर हिंसा पर उन्होंने कहा, "किसी भी तरह की हिंसा समाज के स्वास्थ्य के लिए अच्छी नहीं है, और मुझे लगता है कि पुलिस ने इसका संज्ञान लिया है और इसलिए वे विस्तार से जांच करेंगे।"

#WATCH | Bengaluru, Karnataka: When asked if Aurangzeb is still relevant today and whether his tomb should be removed, Sunil Ambekar, Akhil Bharatiya Prachar Pramukh, RSS, says, "I think it is not relevant."

On the Nagpur violence, he says, "Violence of any kind is not good for… pic.twitter.com/7q0e6f9D5m

— ANI (@ANI) March 19, 2025

नागपुर में भड़की हिंसा

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद जैसे हिंदू संगठनों ने मुगल शासक औरंगजेब की कब्र को तोड़ने की मांग की। इसी बीच सोमवार को विहिप एवं बजरंग दल जैसे हिंदू संगठनों के राज्यव्यापी प्रदर्शन की प्रतिक्रिया में नागपुर में कई जगहों पर हिंसक घटनाएं घटी।

इस मामले में पांच एफआईआर दर्ज की गई है और करीब 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की पहचान की जा रही है।

यह भी पढ़ें: Faheem Khan Arrested: नागपुर हिंसा का मास्टरमाइंड फहीम खान गिरफ्तार, गडकरी के खिलाफ इस पार्टी से लड़ा था लोकसभा चुनाव

Categories: Hindi News, National News

बच्चों को उपहार में दी गई संपत्ति को रद कर सकते हैं माता-पिता, मद्रास HC का बड़ा फैसला; जानें क्या है मामला

Dainik Jagran - National - March 19, 2025 - 2:25pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मद्रास हाईकोर्ट ने वरिष्ठ नागरिक की देखभाल को लेकर फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने कहा, वरिष्ठ नागरिक अपने बच्चों या करीबी रिश्तेदार को गिफ्ट में दी गई संपत्ति रद कर सकते हैं। यदि वो उनकी देखभाल करने में असफल रहते हैं।

न्यायमूर्ति एस एम सुब्रमण्यम और के राजशेखर की खंडपीठ ने दिवंगत एस नागलक्ष्मी की पुत्रवधू एस माला द्वारा दायर अपील को खारिज कर दिया। नागलक्ष्मी ने अपने बेटे केशवन के पक्ष में एक समझौता विलेख किया था, इस उम्मीद के साथ कि वह और उसकी बहू उसके जीवन भर उसकी देखभाल करेंगे। लेकिन वह उसकी देखभाल करने में विफल रहा।

उसके बेटे की मृत्यु के बाद उसकी बहू ने भी उसके साथ बुरा व्यवहार किया। इसलिए, उसने आरडीओ, नागपट्टिनम से संपर्क किया।

बेटे के भविष्य के लिए लिया था फैसला

बयान दर्ज करने के बाद उसने प्यार और स्नेह से अपने बेटे के भविष्य के लिए विलेख लिखा था और माला के बयानों पर विचार करने के बाद, आरडीओ ने समझौता विलेख को रद्द कर दिया। इसे चुनौती देते हुए, माला ने एक याचिका दायर की और इसे खारिज कर दिया गया। माला ने फिर से याचिका दायर की।

क्या बोला कोर्ट?

पीठ ने कहा कि माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के भरण-पोषण और कल्याण अधिनियम, 2007 की धारा 23(1) वरिष्ठ नागरिकों को ऐसी परिस्थितियों में सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाई गई है, जहां वे अपनी संपत्ति को उपहार या समझौते के माध्यम से इस उम्मीद के साथ सेटल करते हैं कि व्यक्ति उनकी बुनियादी सुविधाओं का प्रावधान करेगा।

  • पीठ ने कहा कि यदि व्यक्ति इन दायित्वों को पूरा करने में विफल रहता है, तो वरिष्ठ नागरिक के पास इसे रद करने के लिए न्यायाधिकरण से घोषणा प्राप्त करने का विकल्प होता है।
  • अदालत ने आगे कहा कि वरिष्ठ नागरिक अधिनियम के तहत आरडीओ के समक्ष वर्तमान मामले में स्थापित तथ्यों से पता चलता है कि संबंधित समय में बुजुर्ग महिला की उम्र 87 साल थी और उनकी बहू की तरफ से उनकी पूरी तरह उपेक्षा की जा रही थी।

Categories: Hindi News, National News

'आपका स्वागत है Crew9, धरती ने आपको मिस किया'; सुनीता विलियम्स की वापसी पर PM मोदी की पोस्ट

Dainik Jagran - National - March 19, 2025 - 12:05pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर अन्य दो अंतरिक्ष यात्रियों के साथ आज (19 मार्च) धरती पर वापस लौट आए। 9 महीने और 14 दिन बिताने के बाद  सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर धरती पर वापस लौटे।

सुनीता विलियम्स की सफल धरती पर वापसी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुशी जाहिर करते हुए सोशल मीडिया पर एक खूबसूरत पोस्ट लिखा।

उन्होंने लिखा,"आपका स्वागत है, Crew9 ! धरती ने आपको याद किया। स्पेस स्टेशन में सुनीता विलियम्स के अनुभव धैर्य, साहस और असीम मानवीय भावना की परीक्षा रहा है। सुनीता विलियम्स और Crew 9 मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्रियों ने एक बार फिर हमें दिखाया है कि दृढ़ता का सही अर्थ क्या है। यह घटना हमेशा लाखों लोगों को प्रेरित करेगा।"

पीएम मोदी ने आगे लिखा,"अंतरिक्ष अन्वेषण का मतलब है मानवीय क्षमता की सीमाओं को आगे बढ़ाना, सपने देखने का साहस करना और उन सपनों को हकीकत में बदलने का साहस करना। सुनीता विलियम्स, एक पथप्रदर्शक और एक आइकन, उन्होंने अपने पूरे करियर में इस भावना का उदाहरण दिया है। हम उन सभी पर अविश्वसनीय रूप से गर्व करते हैं, जिन्होंने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम किया। उन्होंने दिखाया है कि जब परफेक्शन और जुनून मिलकर काम  करती है और तकनीक और दृढ़ता का संगम होता है तो क्या होता है।"

NASA ने किया चारों अंतरिक्ष यात्रियों को स्वागत

अंतरिक्ष यात्री निक हेग, बुच विल्मोर, सुनीता विलियम्स, और रोस्कोस्मोस अंतरिक्ष यात्री अलेक्जेंडर गोरबुनोव को धरती पर वापस लाने वाला कैप्सूल  फ्लोरिडा के तट पर उतरा। समुद्र में उतरने के बाद स्पेसक्राफ्ट में बैठे चारों यात्रियों का नासा ने स्वागत किया। अंतरिक्ष यात्रियों का स्वागत नियंत्रण केंद्र से इस संदेश के साथ किया गया, "निक, एलेक, बुच, सुनी - स्पेसएक्स की ओर से घर में आपका स्वागत है।" कमांडर निक हेग ने जवाब दिया, "क्या शानदार यात्रा रही।"

जो वादा किया था,वो निभाया: ट्रंप

सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी प्रतिक्रिया दी।  ट्रंप ने कहा, जो वादा किया था,वो निभाया गया। आज वे सुरक्षित रूप से 'गल्प ऑफ अमेरिका' में लौट आए, इसके लिए एलन मस्क, स्पेसएक्स और नासा का धन्यवाद!

वहीं, इस सफल मिशन के बाद एलन मस्क ने कहा,"स्पेसएक्स और नासा की टीमों को एक और सुरक्षित अंतरिक्ष यात्री वापसी के लिए बधाई! इस मिशन को प्राथमिकता देने के लिए डोनाल्ड ट्रंप को धन्यवाद!"

यह भी पढ़ें: धरती पर लौटने के बाद ऐसा था Sunita Williams का पहला रिएक्शन, NASA ने जारी किया वीडियो

Categories: Hindi News, National News

Pages

Subscribe to Bihar Chamber of Commerce & Industries aggregator

  Udhyog Mitra, Bihar   Trade Mark Registration   Bihar : Facts & Views   Trade Fair  


  Invest Bihar