Dainik Jagran
Bihar Politics: बिहार में मुसलमानों पर सियासत तेज, CM नीतीश कुमार ने तेजस्वी पर दे दिया ऐसा बयान
संवाद सहयोगी, हिलसा (नालंदा)। Nitish Kumar On Muslims मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जिसने मुसलमानों के लिए एक काम भी नहीं किया है और बोलते रहता है कि मुस्लिम उनके साथ है। मुस्लिम कमेटी के लोगों को कहेंगे कि उन लोगों को कोई काम देता था, सब झगड़ा करते रहते थे। हम लोगों ने उनके आपस का झगड़ा बंद कराया। हिंदू-मुस्लिम झगड़े को भी खत्म कर दिया।
नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि मदरसों को सरकारी सहायता दी। आठ हजार से ज्यादा कब्रिस्तान की घेराबंदी कराई और एक हजार की घेराबंदी करने जा रहे हैं, इसलिए विरोधियों के झांसे में नहीं आना है, एक बार फिर केंद्र में एनडीए सरकार बनाना है।
'8 लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां दी'उन्होंने कहा कि राजग सरकार ने स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी, नौकरी व रोजगार समेत हर क्षेत्र में विकास किया है। वह सोमवार को हिलसा के कचहरी रोड में चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा, हम लोग और भाजपा 2005 से मिलकर काम करना शुरू किए और हर क्षेत्र में विकास किया है। 2005 से 2020 के बीच आठ लाख युवाओं को सरकारी नौकरियां दी।
नीतीश कुमार ने कर दिया एक और वादानीतीश वे कहा, हमने और भाजपा ने तय किया है कि 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी एवं 10 लाख लोगों को रोजगार देंगे। विधानसभा चुनाव के पहले 10 लाख लोगों को नौकरी और पांच लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। 2005 के पहले प्रदेश में डर व भय का माहौल था। शाम के बाद कोई घर से निकल नहीं पाता था। पढ़ाई का हाल बहुत खराब था, बहुत कम बच्चे पढ़ते थे। लोगों को ये सब याद दिलाते हुए कहा, भूलिएगा नहीं।
जनसभा के बाद मुख्यमंत्री ने हिलसा से राजगीर तक पार्टी के बसनुमा रथ से रोड शो किया और नालंदा से राजग के जद यू प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार के पक्ष में मतदान की अपील की। जनसभा को राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह, मंत्री श्रवण कुमार, पूर्व विधायक राजीव रंजन, पूर्व विधायक ईं. सुनील कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष ईं. रविशंकर, एमएलसी रीना यादव एवं अन्य ने भी संबोधित किया।
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बिहार के इस बड़े अस्पताल में 'सिलेंडर बम' का खतरा, शॉर्ट सर्किट से आग लगी तो मरीजों को बचाना होगा मुश्किल
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (NMCH) में ऑक्सीजन सिलेंडर बम का खतरा मंडरा रहा है। यहां के दो मैनीफोल्ड में ऑक्सीजन और नाइट्रस ऑक्साइड के भरे हुए सिलेंडर रखे हैं। बिजली के जर्जर तारों के बीच रखें दर्जनों सिलेंडरों में शॉट सर्किट से आग लगने की संभावना बनी हुई है।
खतरा उत्पन्न होने की स्थिति में आग पर नियंत्रण पाने के लिए अस्पताल में न तो फायर हाइड्रेंट की व्यवस्था है और न ही किसी मैनीफोल्ड कक्ष में अग्निशमन यंत्र लगा है। एनएमसीएच में तीन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट होने के बावजूद इन दोनों मैनीफोल्ड से ऑक्सीजन और नाइट्रस ऑक्साइड का वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में इस्तेमाल होता है।
मैनीफोल्ड कक्ष में ही सक्शन मशीन लगी है, जिसका इस्तेमाल लगातार होता रहता है। एनएमसीएच में शिशु रोग विभाग की इमरजेंसी और वार्ड के पीछे स्थित इस मैनीफोल्ड में दर्जनों सिलेंडर असुरक्षित रखे हैं। बचाव के नाम पर यहां एक पानी का साधारण सा नल लगा है।
मैनीफोल्ड में दर्जनों ऑक्सीजन और नाइट्रस ऑक्साइड के सिलेंडरइस मैनीफोल्ड से सटे प्रधानमंत्री जन औषधि की दुकान, सामने में अस्पताल की सेंट्रल इमरजेंसी और कुछ कदम की दूरी पर केंद्रीय रजिस्ट्रेशन काउंटर है। इन सभी जगहों पर हर समय मरीजों और स्वजनों की भीड़ लगी रहती है। शिशु रोग विभाग की इमरजेंसी में जर्जर विद्युत वायरिंग के कारण भी शॉट सर्किट से आग लगने के खतरे की संभावना हर समय बनी रहती है।
इसी तरह स्त्री एवं प्रसूति विभाग के भूतल में स्थित मैनीफोल्ड में दर्जनों ऑक्सीजन और नाइट्रस ऑक्साइड के सिलेंडर लगे हैं। पुरानी वायरिंग के बीच यहां भी सक्शन मशीन लगी है। इस मैनीफोल्ड से ऑक्सीजन नाइट्रस ऑक्साइड और सक्शन मशीन का निरंतर इस्तेमाल इसी भवन में स्थित कई ओटी में किया जाता है। यहां की लापरवाह व्यवस्था से संभावित खतरों के बीच चिंता इस बात की है कि आग से बचाव के लिए यहां कोई व्यवस्था नहीं है। एक भी अग्निशमन यंत्र नहीं लगा है।
कर्मियों ने बताया कि बिजली की वायरिंग पुरानी होने के कारण शॉर्ट लगने की संभावना हर समय बनी रहती है। कई बार अस्पताल की वायरिंग में शॉट लगने से आग लग भी चुकी है।
क्या कहते हैं NMCH के उपाधीक्षकअस्पताल में खरीदा गया करीब 600 सिलेंडर उपलब्ध है। लगभग 126 आक्सीजन सिलेंडर मैनीफोल्ड में लगा है। तीन आईएमओ होने के कारण इसका इस्तेमाल नहीं होता है। आग से सुरक्षा के लिए आवश्यक हाइड्रेंट अस्पताल में नहीं है। इसके लिए बीएमएसआईसीएल को कई बार लिखा जा चुका है।- डॉ. सरोज कुमार, उपाधीक्षक, एनएमसीएच
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Bihar Lok Sabha Election: सातवें चरण में राजद-कांग्रेस के साथ माले की भी होगी परीक्षा, NDA के सामने भी बड़ी चुनौती
सुनील राज, पटना। Bihar Lok Sabha Election Seventh Phase लोकसभा चुनाव की लंबी अवधि समय के साथ पटाक्षेप की ओर बढ़ रही है। पहली जून को सात बिहार के आठ लोकसभा क्षेत्र के मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। इसके बाद चार जून को मतगणना और परिणाम की प्रतीक्षा होगी। इसके पहले दोनों गठबंधन की ओर से लगातार यहां मतदाताओं को लुभाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं।
दोनों गठबंधनों के लिए आखिर दौर की यह लड़ाई बेहद अहम है। एनडीए के सामने अपना रिकॉर्ड बचाने की चुनौती है तो महागठबंधन उस रिकॉर्ड को ध्वस्त करने की जुगत में है। बिहार के जिन आठ लोकसभा क्षेत्रों में मतदान होना है वे सीटें हैं नालंदा, जहानाबाद, आरा, बक्सर, पाटलिपुत्र, पटना साहिब, सासाराम और काराकाट।
ये वे सीटें हैं जहां 2019 के लोकसभा चुनाव के साथ ही 2014 में एनडीए एलायंस ने जिसमें जदयू नहीं था उस दौरान उसने लोकजन शक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोकसमता पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और विरोधियों को बुरी तरह से शिकस्त दी थी। इस बार एनडीए के साथ जदयू भी है। जबकि दूसरी ओर महागठबंधन की ओर से इन सीटों पर जीत की लड़ाई का बड़ा दारोमदार राजद, भाकपा माले और कांग्रेस के ऊपर होगा।
सातवें चरण की आठ सीटों में तीन पर राजद, तीन पर भाकपा माले और दो पर राजद का मुकाबला एनडीए उम्मीदवारों से होगा। लोकसभा चुनाव के पुराने रिकार्ड बताते हैं कि इन सभी आठ सीटों पर बीते 10 वर्षों से एनडीए ने जो बिसात बिछा रखी है उसका मुकाबला महागठबंधन के लिए आसान नहीं होने जा रहा।
नालंदा हो, पटना साहिब हो, पाटलिपुत्र हो या फिर दूसरी कोई सीट एनडीए का यहां 10 वर्षों से जादू रहा है। नालंदा संसदीय सीट की बात करें तो 2014 और 2019 में जदयू के कौशलेंद्र कुमार के आगे किसी की नहीं चली। भाजपा से अलग लड़ते हुए भी 2014 में कौशलेंद्र ने जदयू के टिकट पर यहां से भाजपा की सहयोगी लोजपा उम्मीदवार सत्यानंद शर्मा को पराजित किया।
2019 में कौशलेंद्र ने इस रिकॉर्ड को बनाकर कर रखा और महागठबंधन की सहयोगी हम उम्मीदवार अशोक आजाद चंद्रवंशी को पराजित किया। इस बार इस सीट पर जदयू बनाम भाकपा माले संदीप सौरभ के बीच लड़ाई है। पाटलिपुत्र सीट पर राजद दो बार से भाजपा के रामकृपाल को पराजित करने के लिए लड़ रहा है।
रामकृपाल के मुकाबले दोनों चुनाव में लालू प्रसाद ने अपनी बेटी मीसा भारती को उम्मीदवार बनाया, लेकिन जीत प्राप्त नहीं हो पाई। इस बार भी इस सीट पर रामकृपाल के सामने राजद ने मीसा भारती को टिकट देकर खड़ा किया है। पटना साहिब सीट की बात की जाए तो यहां से लगातार भाजपा विजयी होती रही है। 2014 में शत्रुघ्न ने भाजपा के टिकट पर कांग्रेस के कुणाल सिंह को हराया।
2019 में भाजपा के रविशंकर ने कांग्रेस के शत्रुघ्न को पराजित किया था। इस बार भाजपा प्रत्याशी रविशंकर के मुकाबले महागठबंधन ने कांग्रेस की बड़ी नेता मीरा कुमार के पुत्र अंशुल अभिजीत को मैदान में उतारा है। आरा में 2014 और 2019 में आरके सिंह भाजपा की विजय दीवार की तरह खड़े रहे और उन्होंने 2014 में राजद उम्मीदवार भगवान सिंह कुशवाहा और 2019 में राजद समर्थित सीपीआइ एमएल उम्मीदवार राजू यादव को पराजित किया।
इस बार फिर आरके सिंह के सामने भाकपा माले उम्मीदवार सुदामा प्रसाद को खड़ा किया है। इन सीटों के साथ ही बक्सर, सासाराम,जहानाबाद और काराकाट का इतिहास भी कुछ अलग नहीं रहा है। इन चारो सीटों पर एनडीए के आगे महागठबंधन पराजित होता रहा है। इस चुनाव लालू प्रसाद और सहयोगी दलों के बड़े नेताओं ने काफी सोच-विचार करने के बाद प्रत्याशी खड़े किए हैं।
चुनाव जीतने की रणनीति भी सहयोगी दलों के साथ मिलकर बनाई है, लेकिन सातवें चरण की आठ सीटों पर लड़ाई को दोनों गठबंधन बेहद अहम मानकर लड़ रहे हैं। यह तो मतदान के बाद परिणाम तय करेंगे कि सभी सीटों पर एनडीए अपना रिकॉर्ड बचाने में सफल होता है या फिर महागठबंधन उस रिकॉर्ड को ध्वस्त करने में सफल होता है।
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लीची किसानों के लिए रेलवे की खास पहल, देश के किसी भी हिस्से में आसानी से पहुंच सकेगी बिहार की मिठास
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर एवं आसपास के जिलों में पैदा होने वाली लीची आजकल दिल्ली एवं मुंबई के बाजारों में अपनी मिठास बिखेर रही है। इसके लिए पूर्व मध्य रेलवे की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है।
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि वर्तमान में मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, पाटलिपुत्र एवं पटना जंक्शन से लीची दिल्ली एवं मुंबई भेजी जा रही है। राज्य से लीची भेजने का सिलसिला 15 मई को शुरू की गई थी। पिछले बारह दिनों में 2318 क्विंटल लीची दिल्ली, मुंबई, पूणे एवं बेंगलुरु के बाजारों में भेजी गई है।
रेलवे ने व्यापारियों के लिए जारी किया नंबरइससे रेलवे को 8.46 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ है। रेलवे की पहल पर राज्य के लीची उत्पादक कम लागत में अपना माल महानगरों में भेज रहे हैं। रेलवे का मुख्य उद्देश्य है प्रदेश के लीची उत्पादकों को सही मूल्य मुहैया कराना। व्यापारियों को लीची की ढुलाई में किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए चौबीस घंटे सेवा मुहैया कराई जा रही है।
रेलवे की ओर से व्यापारियों के लिए संपर्क नंबर भी जारी किया गया है, जिस पर वे संपर्क कर अपनी लीची राज्य से बाहर भेज सकते हैं। रेलवे ने सोनपुर मंडल के लिए 9771429999, समस्तीपुर मंडल के लिए 9771428963 एवं दानापुर मंडल के लिए 7759070004 संपर्क नंबर जारी किया है।
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Tejashwi Yadav : नीतीश कुमार फिर मारेंगे पलटी? तेजस्वी के नए बयान से बिहार में मची खलबली, CM को दे दिया खुला ऑफर
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Politics News Hindi बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने खुला ऑफर दे दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से यह कह दिया है कि नीतीश कुमार चार जून के बाद पिछड़ों की राजनीति और पार्टी बचाने के लिए कोई भी फैसला ले सकते हैं।
तेजस्वी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमारे चाचा जो हैं, पिछड़ों की राजनीति और अपनी पार्टी को बचाने के लिए चार जून के बाद कोई भी बड़ा फैसला ले सकते हैं। इन दिनों नीतीश कुमार लगातार यह कह रहे हैं कि अब वह इधर-उधर कहीं नहीं जाएंगे, इस बीच तेजस्वी का ऐसा बयान कई तरह के संकेत देता है।
नीतीश चाचा पिछड़ों की राजनीति और पार्टी बचाने के लिए कोई भी बड़ा फैसला 4 जून के बाद ले सकते हैं। :- तेजस्वी यादव जी pic.twitter.com/uTfe9Eo7SF
— Sachin Yadav (@SachinYadavRJD) May 28, 2024 कुछ महीनों पहले नीतीश ने तोड़ा था राजद से नातानीतीश कुमार ने कुछ ही महीने पहले गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए राजद (RJD) का साथ छोड़ दिया था। इसके बाद भाजपा के साथ बिहार में सरकार बना ली। इससे पहले बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मोदी सरकार पर एक बार फिर लोगों को बहलाने के आरोप लगाया था।
उन्होंने अपने एक्स पर लिखा कि पहले मोदी जी लोगों को बहलाते (एम्यूज) करते हैं। फिर भी बात नहीं बने तो दुरुपयोग (मिसयूज) करते हैं। और यदि छात्र, नौजवान, रोजगार, नौकरी भर्ती मांगे तो उनका अधिकार देने से साफ इंकार (रिफ्यूज) कर पुलिस की लाठी से उनकी मांग से इंकार (डिफ्यूज) कर देते हैं।
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संवाद सहयोगी, राजपुर (डुमरांव)। Bihar Politics News Hindi बिहार में सातवें चरण का चुनाव 1 जून को है। इससे पहले बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने एनडीए नेताओं को नया टास्क दे दिया है। एक सभा में उन्होंने कह कि देश को एक मजबूत सरकार चाहिए और मजबूत सरकार आपके आशीर्वाद से चाहिए।
उन्होंने कहा कि आपने 1947 के बाद कांग्रेस की सरकार बनाई। अब तक कई सरकारें आईं और गईं। 70 बरस की आजादी में अकेले 55 वर्षों तक कांग्रेस ने देश को लूटने का काम किया। ये बातें उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राजपुर प्रखंड के बन्नी गांव में चुनावी जनसभा के दौरान कहीं।
उन्होंने कहा कि भारत का स्वर्णिम इतिहास है। कभी मोहम्मद गजनी ने भारत की विरासत को लूटा। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद बिहार में 55 लाख लोगों को पक्का मकान मिला। एनडीए के साथी वैसे लोगों की एक सूची बनाकर दें, जो अब तक झोपड़ी में रहते हैं।
क्या बोले सम्राट चौधरी?सम्राट चौधरी ने आगे कहा कि 2025 के विधानसभा के चुनाव के पहले एक सूची बनाकर दे दीजिए। उनका घर भी बन जाएगा। मोदी सरकार ने गैस कनेक्शन दिया। कोरोना काल में खाने के लिए अनाज मोदी सरकार ने दिया। उन्होंने कहा कि बालू, जमीन एवं शराब माफिया को जेल भेजेंगे।
पूर्व उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने कहा कि कुछ लोगों को सत्ता की आदत लग गई है। उनको रोजगार के कारोबार में सबसे ज्यादा फायदा दिखता है, क्योंकि इसके लिए वे गरीबों की जमीन लेते हैं। इस दौरान राजपुर के पूर्व मुखिया सत्येंद्र नारायण सिंह एवं कई कांग्रेसी नेताओं ने भाजपा का दामन थामा।
इस मौके पर रानी चौबे, विंध्याचल कुशवाहा, दयाशंकर सिंह, मनोज कुशवाहा, गोल्डन सिंह, सत्येंद्र कुशवाहा, फुटूचंद कुशवाहा, हिमांशु चतुर्वेदी, पूनम रविदास आदि मौजूद रहे।
बक्सर से मिथिलेश तिवारी व काराकाट से उपेंद्र कुशवाहा को वोट देने की अपीलआधुनिक युग में जब एलईडी का जमाना है, तब बुझी हुई लालटेन व फूटा हुआ शीशा लेकर घूम रहे हैं। एनडीए गठबंधन में एक चेहरा है नरेंद्र मोदी, पर विपक्ष की तरफ से एक भी चेहरा हो तो बताएं। दावथ खेल मैदान में सोमवार को चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने यह बातें कही।
उन्होंने कहा कि राजग प्रत्याशी शाहाबाद की सभी चार सीटों पर भारी मतों से विजयी होंगे। बक्सर लोकसभा से मिथिलेश तिवारी व काराकाट से उपेंद्र कुशवाहा की जीत सुनिश्चित है। उन्होंने लालू प्रसाद पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि 1990 से लेकर 2005 तक बिहार की जनता ने जंगलराज को झेला है।
उन्होंने कहा कि उन दिनों क्या बिहार के युवाओं के लिए वैकेंसी नहीं थी। उन्होंने सिर्फ परिवारवाद को बढ़ावा दिया। मैं वादा करता हूं 2025 के चुनाव से पहले पांच लाख युवाओं को नौकरी देने का काम हमारी सरकार करेगी। तभी मैं वोट मांगने आऊंगा अन्यथा नहीं।
उन्होंने मौजूद लोगों से मिथिलेश तिवारी के पक्ष में मतदान कर प्रधानमंत्री मोदी के हाथ को मजबूत करने की अपील की।
सभा को उप मुख्यमंत्री के साथ पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने भी मिथिलेश तिवारी के पक्ष में मतदान कर क्षेत्र के विकास मे अपनी सहभागिता निभाने की अपील की। अध्यक्षता हृदया कुशवाहा व संचालन पूर्व जिला पार्षद पुष्पा चौहान ने किया।
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Vat Savitri Vrat 2024: वट सावित्री व्रत को लेकर क्या कहता है हिंदू पंचांग, ये तीन मुहूर्त सबसे ज्यादा अहम
जागरण संवाददाता, पटना। Vat Savitri Vrat 2024 अखंड सौभाग्य की कामना को लेकर सुहागिन छह जून गुरुवार को ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या युक्त रोहिणी नक्षत्र व धृति योग में वट सावित्री का व्रत करेंगी। इस दिन वट की वृक्ष की पूजा कर महिलाएं देवी सावित्री के त्याग, पति प्रेम और पतिव्रत धर्म का स्मरण करेंगी।
व्रत स्त्रियों के लिए सौभाग्य वर्धक, पापहारक व धन-धान्य प्रदान करने वाला होता है। वट वृक्ष में ब्रह्मा, शिव, विष्णु व सावित्री विराजमान रहती हैं। ज्योतिष आचार्यों के अनुसार, वट सावित्री के दिन सूर्य पुत्र शनि की जयंती मनेगी।
(Vat Savitri Vrat Hindu Panchang) हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ अमावस्या तिथि पांच जून को शाम 7.54 बजे से आरंभ होगी। तिथि का समापन छह जून को शाम 6.07 मिनट पर होगा। उदया तिथि को देखते हुए वट सावित्री व्रत छह जून को मनेगा।
वैदिक ग्रंथों में वट वृक्ष को अमूल्य बताया गया है। इसकी जड़, छाल, पत्ता, दूध, छाया मनुष्यों के साथ जीव-जंतुओं के लिए जीवन रक्षक माना गया है।
वट सावित्री व्रत के तीन मुहूर्त (Vat Savitri Vrat Shubh Muhurat)- पूजन मुहूर्त : गुली काल : सुबह 8.24 बजे से 10.06 बजे तक
- अभिजीत मुर्हूत : सुबह 11.21 बजे से दोपहर 12.16 बजे तक
- चर लाभ अमृत मुर्हूत : सुबह 10.06 बजे से दोपहर 3.13 बजे तक
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SSC JE Admit Card 2024: एसएससी की जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा 2024 का प्रवेश पत्र जारी, ये रहा डाउनलोड लिंक
जागरण संवाददाता, पटना। SSC JE Admit Card Download एसएससी की जूनियर इंजीनियर भर्ती परीक्षा 2024 का प्रवेश पत्र जारी हो गया है। पांच जून से शुरू हो रहे एसएससी जेई परीक्षा का प्रवेश पत्र ssc.gov.in व रीजनल वेबसाइट्स sscnr.nic.in, sscer.org, sscnwr.org, www.sscwr.net पर जा कर डाउनलोड कर सकते हैं।
जूनियर इंजीनियर के 958 पद भरे जाएंगे। पहले यह परीक्षा चार जून से होनी थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजे उसी तारीख को होने के कारण इसे पांच से किया गया है। अब परीक्षा पांच, छह और सात जून को आयोजित की जाएगी।
स्कूल निरीक्षण के बाद निरीक्षण कर्मी भेजेंगे अपना फोटोनिरीक्षण कर्मी द्वारा स्कूलों की निरीक्षण में लापरवाही की शिकायत मिलने के बाद जिला शिक्षा कार्यालय सख्त हो गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने आदेश जारी कर कहा है निरीक्षण कर्मी प्रतिदिन 10 स्कूलों का निरीक्षण करेंगे। जिन स्कूलों का वे निरीक्षण करेंगे वहां से अपना फोटो जिला शिक्षा कार्यालय को भेजेंगे।
आदेश में यही भी कहा गया है निरीक्षण कर्मी स्कूल का निरीक्षण करने के बाद समय पर नहीं आते हैं, बल्कि कहीं और चले जाते हैं। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने स्कूल का निरीक्षण करने के बाद कार्यालय आने का आदेश दिया है और कहा है कि ऐसा नहीं करने पर नियमानुसार कार्रवाई की जा सकती है।
निरीक्षण कर्मी कक्षाओं के संचालन को भी देखेंगे। स्कूल परिसर का भ्रमण भी करेंगे। ताकि स्कूल की व्यवस्था की जानकारी मिल सके।
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Patna Metro News: कुछ ऐसे होंगे पटना मेट्रो के स्टेशन, प्लेटफॉर्म पर लगाए जाएंगे स्क्रीन डोर
राज्य ब्यूरो, पटना। Patna Metro Latest News पटना मेट्रो के एलिवेटेड और भूमिगत रूट के निर्माण के साथ स्टेशनों की रूप-रेखा कैसे होगी, इस दिशा में भी काम शुरू हो गया है। पटना मेट्रो के निर्माणाधीन स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर (पीएसडी) लगाए जाएंगे।
यह पीएसडी पारदर्शी दरवाजे की तरह होते हैं, जो मेट्रो ट्रैक और प्लेटफॉर्म के बीच लगाए जाते हैं। मेट्रो रेल आने से पहले प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर बंद रहते हैं और जैसे ही मेट्रो रेल प्लेटफॉर्म पर खड़ी हो जाती है, तो यह दरवाजे स्वचालित रूप से खुल जाते हैं।
पटना मेट्रो की मुख्य निर्माण एजेंसी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) के अनुसार, यह पीएसडी मेट्रो स्टेशनों पर बेहतर सुरक्षा प्रणाली भी सुनिश्चित करेंगे। मेट्रो के एलिवेटेड स्टेशनों पर आधी ऊंचाई (फर्श से 1.5 मीटर ऊपर) वाले पीएसडी लगाए जाएंगे जबकि भूमिगत मेट्रो स्टेशनों पर पूरी ऊंचाई (फर्श से 2.15 मीटर ऊपर) वाले पीएसडी लगेंगे।
पीएसडी दुर्घटनाओं को रोकने और ट्रैक पर सामान गिरने से रोकने में सहायक होंगे। इसके साथ ही मेट्रो में अधिक भीड़ के समय यह भीड़ नियंत्रण में भी प्रभावी साबित होंगे।
पीएसडी के ये होंगे फायदे- प्लेटफॉर्म की चौड़ाई बढ़ जाएगी जिससे लोग ट्रैक पर गिरने के खतरे या आने वाली ट्रेन से टक्कर के जोखिम के बगैर पीएसडी गेट तक खड़े हो सकते हैं।
- पीएसडी सिस्टम के साथ ट्रेन के प्लेटफॉर्म पर आने की गति को बढ़ाया जा सकता है, जिससे ट्रेनों का परिचालन बढ़ेगा।
- पीएसडी के कारण भूमिगत स्टेशनों परवातानुकूलन के प्रवाह में भी सुधार होगा। ऊर्जा की खपत में बचत होगी।
- पीएसडी लोगों के ट्रेन में चढ़ने और उतरने के समय सुरक्षा सुनिश्चित होती है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के मधुबनी उम्मीदवार और पूर्व केंद्रीय मंत्री अली अशरफ फातमी ने कहा है कि भाजपा और संघ को तीन चरणों के चुनाव के बाद एहसास हो गया कि हार रहे हैं तो ओवैसी को मदद के लिए बुला लिया। जिन सीटों पर भाजपा की स्थिति ठीक नहीं उन सीटों पर उसे फायदा देने के लिए एआइएमआइएम के उम्मीदवार उतार दिए गए। ऐसा सेक्यूलर ताकतों को कमजोर करने की नीयत से किया जाता है।
फातमी सोमवार को प्रदेश राजद कार्यालय में प्रेस प्रतिनिधियों से बात कर रहे थे। फातमी ने कहा कि आखिर क्या वजह है कि ओवैसी सिर्फ हैदराबाद से चुनाव लड़ते हैं। तेलंगाना या आंध्र प्रदेश से उम्मीदवार नहीं देते हैं। संघ भाजपा के कहने पर वे बिहार, यूपी, बंगाल, महाराष्ट्र में अपनी पार्टी से थोक उम्मीदवार देते हैं, लेकिन अब ओवैसी एक्सपोज हो चुके हैं।
'...जो देश की एकता अखंडता के लिए चुनौती हैं'फातमी ने कहा, वे बोलते भाजपा के खिलाफ हैं लेकिन इनके उम्मीदवारों का काम वैसे लोगों को मदद पहुंचाना है जो देश की एकता अखंडता के लिए चुनौती हैं।
'अल्पसंख्यकों के लिए AIMIM ने कुछ नहीं किया'उन्होंने कहा, एआइएमआइएम ने अल्पसंख्यक समाज के लिए कोई काम नहीं किया। इनका काम चुनाव के दौरान भाजपा और संघ की मदद करने की है। जबकि जब भाजपा ने संसद में उनके पिता का अपमान किया था उस दौरान मैं उनके साथ खड़ा था। जबकि ओवैसी के कहने पर मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक मतदाताओं को घर से न निकलने देने की पूर्व से योजना थी। वहां जानबूझकर बुर्का, दाढ़ी वालों के साथ बदसलूकी की गई।
उन्होंने कहा कि जीवेश मिश्रा के कहने पर मुस्लिम बच्चियों को थाने में बंद किया गया। संघ परिवार के कहने पर स्थानीय डीएसपी मामले को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। मुस्लिम महिलाओं की गिरफ्तारी के लिए गांव-गांव छापेमारी की जा रही है। जिसे कोई आवाम पसंद नहीं करती।
प्रेस कांफ्रेंस में रामाशीष यादव, चितरंजन गगन, एजाज अहमद समेत दूसरे कई नेता उपस्थित रहे।
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Patna Gold Silver Price : चांदी की कीमत में फिर उछाल, सोना अभी भी स्थिर; पढ़ें गोल्ड-सिल्वर का ताजा रेट
जागरण संवाददाता, पटना। Patna Gold Silver Price Today स्थानीय पटना सर्राफा बाजार में सोमवार को चांदी 1400 रुपये की प्रति किलो की उछाल के साथ 89,500 रुपये प्रति किलो की दर पर आ गयी। बीते शनिवार को चांदी 1000 रुपये की राहत दी थी। ग्राहकी मांग कमजोर होने की स्थिति में सोना का भाव पूर्ववत रहा।
खामोशी के उपरांत सोना विठूर 72,100 रुपये व 22 कैरेट 71,950 रुपये प्रति दस ग्राम की दर पर यथावत कायम रहा। चांदी में आयी तेजी को व्यापारिक वर्ग वैश्विक बाजार का प्रभाव मान रहे। बुलियन बाजार में निवेशक के वापस लौटने से धातुओं में कायम मजबूती को बल मिल रहा है।
लगन के बाद ग्राहकी मांग कमजोरधातुओं में कायम तेजी से खरीदार हाथ खींच खरीद कर रहे हैं। खासतौर पर चांदी की तेज उड़ान का प्रभाव कारखानेदार की खरीदारी पर दिखाई देने लगा है। शादी ब्याह के मौसम पर लगे विराम की वजह से ग्राहकी मांग पहले से कमजोर है।
इसी बीच धातुओं की उड़ान से ग्राहकों की खरीदारी के साथ आभूषण गढ़ने वालों और कारखानेदारो की खरीदारी धीमी रफ्तार में चल रही है। इसका कारोबार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। स्थिति चाहे जो भी हो खपत मौसम की कमी को दृष्टिगत कर आने वाले समय में धातुओं में तीव्र उतार-चढ़ाव के बीच राहत मिलने की उम्मीद बाजार विशेषज्ञ लगा रहे हैं।
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Rahul Gandhi Video: राहुल गांधी की रैली में टूटा मंच, मीसा भारती ने थामे रखा हाथ; दौड़कर आए बॉडीगार्ड
पालीगंज, पीटीआई। Rahul Gandhi Stage Collapsed कांग्रेस नेता राहुल गांधी सोमवार को उस समय बाल-बाल बचे जब बिहार में उनकी एक चुनावी रैली के लिए बनाए गए मंच का एक हिस्सा गिर गया।
राहुल गांधी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की बेटी मीसा भारती, जो पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रही हैं, के लिए प्रचार करने के लिए राज्य की राजधानी के बाहरी इलाके पालीगंज में थे।
VIDEO | A portion of the stage set for Rahul Gandhi's rally in Bihar's Paliganj collapsed as the Congress MP arrived with other party leaders. #LSPolls2024WithPTI #LokSabhaElections2024 pic.twitter.com/lDeQjTUnq6
— Press Trust of India (@PTI_News) May 27, 2024बता दें कि मीसा भारती राहुल गांधी को उनकी सीट की ओर ले जा रहीं थी, तभी अस्थायी मंच का एक हिस्सा झुक गया। इसके बाद उनका संतुलन भी बिगड़ गया।
मीसा भारती ने तुरंत राहुल गांधी का हाथ पकड़ लिया, जिसके बाद वह वापस संतुलन में आ पाए। इसके बाद उन्होंने मुस्कुराते हुए चिंतित सुरक्षाकर्मियों को बताया कि वो ठीक हैं।
राहुल गांधी ने रैली में क्या-क्या कहा?संविधान की प्रति हाथ में लिए राहुल गांधी ने कहा कि भारत के दलित, आदिवासी, पिछड़े लोग, सामान्य जाति के गरीब मतदाता और अल्पसंख्यक इस संविधान की रक्षा करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "कोई भी इसे रद्द नहीं कर सकता, कोई भी इसे खत्म नहीं कर सकता, दुनिया में कोई भी ताकत पैदा नहीं हुई है।
राहुल ने कहा कि मोदी जी अमीरों का कर्ज माफ करते हैं, लेकिन किसान और गरीबों का कर्ज माफ नहीं करते हैं। छात्रों को एजुकेशन लोन माफ नहीं करते। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आगे कहा कि भाजपा सरकार ने 20-22 लोगों को अरबपति बनाया, लेकिन अगर उनकी पार्टी सत्ता में आई तो करोड़ों को करोड़पति बनाएगी।
उन्होंने महिलाओं के लिए नकद सहायता और युवाओं के लिए प्रशिक्षुता योजना जैसे कांग्रेस के घोषणापत्र के वादों को रेखांकित किया। राहुल ने दोहराया कि इंडी गठबंधन की सरकार आई तो हर युवा को पहली नौकरी का अधिकार मिलेगा। हमारी सरकार आई तो अग्निपथ योजना को हम उखाड़ कर फेंक देंगे।
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Patna Bijli News: बिजली खपत का पटना में टूटा रिकॉर्ड, 786 मेगावाट हुई खपत
जागरण संवाददाता, पटना। असहनीय गर्मी के बीच बिजली खपत के मामले में पटनावासियों ने पिछले वर्ष का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। रविवार की रात अब तक का सबसे अधिक बिजली खपत 786 मेगावाट हुई है। सबसे अधिक बिजली खपत का रिकार्ड 775 मेगावाट था।
पटना में शनिवार की रात 774 मेगावाट बिजली की खपत पहुंच गई थी। पिछले वर्ष सबसे ज्यादा बिजली खपत का रिकार्ड 30 जून को बना था। चर्चा का विषय बना हुआ है कि जून-जुलाई अभी बाकी है, मई माह में में बिजली खपत के सभी रिकॉर्ड टूट गए।
800 मेगावाट में महज 14 मेगावाट कम रह गया है। सोमवार को भी भीषण गर्मी का कहर जारी है। घरों, कार्यालयों, व्यवसायिक संस्थानों में सुबह से ही एसी चलना शुरू हो गया है।
अभी 600 मेगावाट की खपत नहीं रहा पीकआवरअभी 600 मेगावाट की खपत पीकआवर नहीं रह गया है। विद्युत संरचनाएं 600 मेगावाट के आसपास बिजली रहने पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ रहा है। रात 9.00 बजे से पीकआवर की शुरुआत हो रही है और रात दो बजे तक रह रही है।
रविवार की रात दो बजे तक 700 मेगावाट से अधिक बिजली का उपभोग हुआ है। सुबह पांच बजे तक करीब 600 मेगावाट बिजली की खपत हुई है। दिन के 11.00 बजे से सुबह पांच बजे तक पटनावासी 600 मेगावाट से अधिक बिजली का उपभोग कर रहे हैं।
सुबह छह बजे से 9.00 बजे तक न्यूनतम 518 मेगावाट बिजली की आपूर्ति हुई। सुबह नौ बजे के बाद बिजली की मांग में वृद्धि हो जा रही है।
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'गुजरात में भी मुस्लिमों को...', चुनाव के बीच Tejashwi Yadav का बड़ा दावा; 13 OBC जातियों का लिया नाम
राज्य ब्यूरो, पटना। देश में मुस्लिम आरक्षण को लेकर छिड़ी सियासी जंग को लेकर पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर हमलावर हैं। इसी जंग को आगे बढ़ाते हुए वरिष्ठ राजद नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को घेरा है।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सोमवार को अपने एक्स पर एक पोस्ट और इसके साथ गुजरात में मुस्लिम आरक्षण को लेकर एक सूची पोस्ट डाल कर कहा कि यह सूची मुस्लिम ओबीसी जातियों की केंद्रीय सूची है, जिन्हें पिछड़े वर्ग में आरक्षण मिलता है। उसी गुजरात में जहां नरेन्द्र मोदी जी 13 वर्षों तक सीएम रहे।
13 मुस्लिम जातियों का लिया नामतेजस्वी ने पोस्ट के साथ मुस्लिम बिरादरी की जो सूची डाली है उसमें फाकिर, तारी, अंसारी, मकरानी, मटवा कुरैशी, मियांना, संधी, थिओबा समेत कुल 13 ओबीसी मुस्लिम जातियों को शामिल किया गया है।
तेजस्वी ने अपने पोस्ट में लिखा कि यह जानकारी प्रधानमंत्री के साथ उन मीडिया के अज्ञानियों के लिए भी है तो केवल वॉट्सऐप ज्ञान के आधार पर आजकल भ्रम, नफरत और अफवाह फैलाते हैं। उन्होंने लिखा कि ये लोग नहीं जानते कि हमारे संविधान में आरक्षण का आधार धर्म नहीं बल्कि सामाजिक पिछड़ापन है। यह पहला मौका नहीं है।
इसके पूर्व लालू प्रसाद यादव ने भी मुस्लिम आरक्षण को लेकर अपना पक्ष रखा था। जबकि तेजस्वी यादव ने रविवार को प्रधानमंत्री को एक पत्र लिख कहा था कि उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि आप पिछड़े, अत्यंत पिछड़े, दलित, तमाम वर्गो को उनका समुचित आरक्षण प्राइवेट सेक्टर में देने की मांग से सहमत हैं अथवा नहीं।
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Karakat Lok Sabha Seat: काराकाट में जाति की फसल काटने की आपाधापी, जीत-हार में निर्दलीय ही होंगे निर्णायक
दीनानाथ साहनी, पटना। Karakat Lok Sabha Election 2024 जेठ की गर्मी अपने रंग में है। थककर चुप बैठी है जनता और नेता हवा में हैं। जमीन पर जाति की फसल वोटबैंक के रूप में लहलहा रही है। काराकाट संसदीय क्षेत्र में सभी दल जाति की फसल काटने के लिए दम लगा रहे हैं। आम लोगों को देखने-सुनने और बतियाने से पता चलता है कि कद्दावर नेता उपेन्द्र कुशवाहा (एनडीए उम्मीदवार) संसद पहुंचने के लिए क्यों इसी इलाके को पंसद करते हैं।
लव-कुश समीकरण को साधने के लिए यह सीट मुफीद रही है, मगर इस बार उन्हें बकायदा लड़ना पड़ रहा है। उनकी लड़ाई उन्हीं के स्वजातीय राजाराम सिंह (महागठबंधन उम्मीदवार) से है, मगर भोजपुरी फिल्मों के स्टार पवन सिंह की निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में एंट्री से मुकाबला और रोचक हो गया है। यहां निर्दलीय जीत-हार में निर्णायक साबित होंगे।
कुनबों के दायरे में 'ताज' का वजूदकाराकाट क्षेत्र में कुनबों की चर्चा और जीत-हार के गुणा-भाग हर खेमे के लोगों की जुबान पर है। माना जा रहा है कि जो खास कुनबों को साधेगा, उसी के सर जीत का 'ताज' सजेगा। रोचक यह कि जिस इलाके में खास कुनबे का दबदबा है वहां उस कुनबे के नेताओं को घुमाया जा रहा है, मतदाताओं को अपने पक्ष में करने हेतु मनुहार किया जा रहा है।
डेहरी के नवाडीह नहर पुल के निकट पेड़ की छांव में बैठे कई ग्रामीण मिले। चुनाव पर चर्चा छेड़ने पर जनार्दन सिंह, सतेन्द्र सिंह, अवध सिंह और मिथिलेश सिंह के लबोलुआब एक जैसे थे-अरे, इधर नेता जी तो पांच साल पर ही नजर आते हैं। उधर ही घूम कर चले जाते हैं। वोट के सवाल पर जनार्दन सिंह तमतमा उठे-उम्मीदवारों के चेहरे को अभी तक देखा नहीं है। वोटिंग के दिन देखा जाएगा, किसे वोट देना है।
रहरा गांव से दस किलोमीटर आगे बढ़ने पर बरेम बाजार पड़ता है। चाय-नाश्ते दुकान पर कई लोग बैठे मिले। जीत-हार का गणित समझाने लगे। ई कटेगा, ऊ बंटेगा, ऊ जुटेगा। फलां रेस में है... ऊ पवनबा के कम न आंकऊ। ओबरा के छकबनबिगहा और नवरतनचक गांव में सड़क के किनारे किसानों से मुलाकात हुई। समझाने लगे-देखिए, लड़ाई तो उपेन्द्र कुशवाहा और राजाराम सिंह के बीच ही है।
पवन सिंह तो चुनाव को भांड रहे हैं। गोह के सिहाड़ी और पचरुखिया गांव में विनय प्रसाद गुप्ता, अनिल कुमार व कृष्णा यादव कहने लगे कि विकास कोई चुनावी मुद्दा नहीं है। जाति से ही तय होगा कि कौन जीतेगा, कौन हारेगा? नोखा के दिनेश सिंह, सतीश यादव और संजीव चंद्रवंशी मानते हैं कि इस बार लड़ाई जबर्दस्त है।
डुमरां के छोटे लाल चौधरी और नोखा के महावीर प्रसाद जातीय समीकरण को बताने लगे कि दोनों प्रमुख उम्मीदवार कुशवाहा जाति से हैं। इस बार कुशवाहा वोट बंटना तय है।
पवन सिंह ने बढ़ाई कुशवाहा की टेंशन!पवन सिंह के शोर में जीत-हार का भी आकलन काराकाट क्षेत्र के राजनीतिक समीकरण को अगर देखा जाए तो एनडीए की जीत में हमेशा असरदार राजपूत जाति के वोटर रहे हैं। ऐसे में चुनावी दंगल के निर्दलीय कूदे पवन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा की टेंशन बढ़ा रखी है। इलाके में पवन सिंह के फिल्मी लटके-झटके का जादू युवाओं के सर चढ़ कर बोल रहा है। उनके साथ सेल्फी लेने वालों की भीड़ है।
पवन सिंह के प्रचार के शोर में एनडीए और महागठबंधन के समर्थक हार-जीत का आकलन में जुटे हैं। ओबरा के व्यापारी सिकन्दर चौधरी और सेवानिवृत्त रेल अधिकारी शंभू प्रसाद एक स्वर में कहते हैं- यह जरूरी नहीं कि पवन सिंह के साथ सेल्फी लेने वाले नौजवान उन्हें ही वोट देंगे। हमलोग लालू-राबड़ी सरकार के दौर में एक खास जाति से परेशान रहे हैं। हमें वह दौर नहीं चाहिए।
दाउदनगर के कारोबारी जगदीश अग्रवाल कहते हैं- उपेन्द्र कुशवाहा से नाराजगी है पर पवन सिंह के चुनाव लड़ने से एनडीए के वोट पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। सिकौढ़ी गांव के शिक्षक जवाहर मांझी कहते हैं-इस बार माले के राजाराम सिंह की जीत की उम्मीद है, क्योंकि उसके साथ महागठबंधन का आधार वोट भी है।
नासरीगंज में सेवानिवृत्त शिक्षक काशीनाथ सिंह व चंद्रशेखर पांडेय जातियों का गणित समझाने लगे-एनडीए और महागठबंधन के बीच में पवन सिंह ने आकर राजपूत वोटों का समीकरण बिगाड़ दिया है। हर जात में नौजवान उसके पीछे पागल दीख रहा है। वह कितना और किन-किन को प्रभावित करेंगे, इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। मगर हार और जीत के लिए जातीय गोलबंदी मायने रखेगी। लोगों से बातचीत से जाहिर है, इस गलाकाट जातीय गोलबंदी का चुनाव परिणाम, असर का गवाह होगा।
पिछले चुनाव नतीजे 2019 में- जदयू के महाबली सिंह जीते। वोट पाये- 3,98,408
- रालोसपा के उपेन्द्र कुशवाहा हारे। वोट पाये- 3,13,866
- रालोसपा के उपेन्द्र कुशवाहा जीते। वोट पाए- 3,38,892
- राजद की कांति सिंह हारी। वोट पाए- 2,33,651
- जदयू के महाबली सिंह जीते। वोट पाए- 1,96,946
- राजद की कांति सिंह हारी। वोट पाए- 1,76,463
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PM ने क्यों निकाली परमात्मा वाली कहानी? पटना की रैली में राहुल गांधी ने बता दी मोदी के 'मन की बात', कसा तंज
डिजिटल डेस्क, पटना। Rahul Gandhi On PM Modi सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी बिहार पहुंचे। इस दौरान पटना के बख्तियारपुर में इंडी गठबंधन की रैली को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने कहा कि जानते हैं नरेंद्र मोदी ने परमात्मा वाली कहानी क्यों निकाली है? जब चुनाव के बाद ED के लोग नरेंद्र मोदी से अदाणी के बारे में पूछेंगे तो नरेंद्र मोदी कहेंगे- मैं नहीं जानता, ये मुझसे परमात्मा ने कहा था।
नौकरी के सवाल पर राहुल गांधी ने कसा तंजउन्होंने यह भी कहा कि मोदी जी आप लंबे-लंबे भाषण देना बंद कीजिए आप देश को बांटने की कोशिश मत करिए।
राहुल गांधी ने कहा कि आप सबसे पहले देश और बिहार के युवाओं को ये बताइए कि आपने देश के युवाओं को कितना रोजगार दिया कितनी नौकरियां दी? आपने 2 करोड़ रोजगार की बात की थी आपने 1 युवा को नौकरी नहीं दी।
उन्होंने कहा कि 4 जून को इंडी गठबंधन की सरकार आ रही है। सरकार बनते ही हम अग्निवीर योजना को ख़त्म कर देंगे। सेना इस योजना को नहीं लाई है। नरेंद्र मोदी ने अग्निवीर योजना को सेना पर थोपा है।
तेजस्वी यादव ने भी भाजपा पर बोला हमलाइधर, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और RJD नेता तेजस्वी यादव ने भी रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री जी की भाषा का स्तर इतना गिर चुका है कि कोई भी परिवार के लोग उनका भाषण नहीं सुनना चाहते।
उन्होंने कहा कि क्या बात करते हैं? मंदिर, मस्जिद, मछली, मटन, मुजरा ऐसी बातों का वो जिक्र करते हैं ये उनके लिए मुद्दा है। हम पढ़ाई, दवाई, कमाई, सिंचाई, गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई की बात करते हैं..."
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Bihar Politics: 'इन लोगों को बिहारियों से...', राहुल गांधी के बिहार दौरे पर चिराग का बड़ा दावा
डिजिटल डेस्क, पटना। Chirag Paswan On Rahul Gandhi कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बिहार दौरे पर LJP (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान का बयान आया है। चिराग पासवान का कहना है कि ये लोग जान चुके हैं कि बिहार में इनका कुछ नहीं होने वाला।
उन्होंने कहा कि ये लोग बस खानापूर्ति कर रहे हैं, ताकि बाद में कोई ये ना कहे कि इतना बड़ा राज्य बिहार जहां से देश की राजनीति की दशा और दिशा तय होती है वहां ये लोग गए ही नहीं।
चिराग पासवान ने यह भी कहा कि इनका बिहारियों से कुछ लेना देना नहीं है।
#WATCH पटना: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बिहार दौरे पर LJP (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने कहा, "ये लोग जान चुके हैं कि बिहार में इनका कुछ नहीं होने वाला। ये लोग बस खानापूर्ति कर रहे हैं ताकि बाद में कोई ये ना कहे कि इतना बड़ा राज्य बिहार जहां से देश की राजनीति की दशा और दिशा… pic.twitter.com/fuTGGZ9Pgu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 27, 2024 नोट- खबर को जल्द अपडेट किया जाएगा।ये भी पढ़ें- Bihar Politics : PM मोदी के बयान पर RJD आगबबूला, मंगलसूत्र-मुजरा के बाद पाकितान की बात करने पर पूछा- आप कैसे आदमी?
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Bihar Politics : PM मोदी के बयान पर RJD आगबबूला, मंगलसूत्र-मुजरा के बाद पाकितान की बात करने पर पूछा- आप कैसे आदमी?
एएनआई, पटना। Bihar Politics News पीएम मोदी आखिरी चरण के मतदान को लेकर काफी एक्टिव हैं। उन्होंने कहा कि इंडी गठबंधन को पाकिस्तान से समर्थन मिल रहा है। इसपर राजद (RJD) के राज्यसभा सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
मनोज झा ने सोमवार को कहा कि दुनिया ने ऐसा कोई इंसान नहीं देखा होगा, जो अभद्र भाषा की सारी हदें पार कर जाए। झा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी 'मंगलसूत्र', 'मुजरा' की बात कर रहे थे, अब पाकिस्तान का भी मुद्दा लेकर आए हैं। आप कैसे आदमी हैं? आप यहां चुनाव लड़ रहे हैं। आपको नौकरियों और आर्थिक-सामाजिक न्याय पर बोलना चाहिए।
लोकतंत्र सामूहिकता की चीज है- मनोज झामनोज झा ने कहा कि इसपर मैं क्या कह सकता हूं, 'मुजरा जैसा शब्द बोलते हैं? आप कौन सी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं? लोकतंत्र सामूहिकता की चीज है। इसके अलावा, मनोज झा ने यह भी बताया कि लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा से पहले इंडी गठबंधन 1 जून को एक बैठक करेगा।
एक जून को होगी इंडी गठबंधन की बैठकमनोज झा ने कहा कि बैठक में हम वोटों की गिनती से जुड़े हर बिंदु पर चर्चा करेंगे। अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा होगी। पीएम मोदी ने रविवार को एक सभा के दौरान कहा था कि पाकिस्तान में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के लिए प्राथनाएं की जा रही हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के लिए 'दुआ' की जा रही है। सीमा पार से जिहादी सपा और कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं, ये पार्टियां यहां 'वोट जिहाद' की अपील कर रही हैं।
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जागरण टीम, मसौढ़ी/दनियावां (पटना)। Bihar Politics News मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने कहा कि एनडीए सरकार ने बिहार में हर क्षेत्र में विकास कर तस्वीर बदल दी है और इस बार एनडीए लोकसभा की 400 सीट से ज्यादा सीटों पर जीत दर्ज कर देश के विकास को एक नई रफ्तार देगा। इससे बिहार का भी और विकास होगा।
उन्होंने कहा कि हमारा संबंध भाजपा से पहले से है। बीच में कुछ गड़बड़ी हो गई थी। अब वह गड़बड़ी नहीं होगी। अब हम हमेशा साथ ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के कार्यकाल में आठ लाख लोगों को नौकरियां दी गईं हैं। विधानसभा चुनाव के पहले और बहालियां होंगी।
राजद नौकरियों के मामले में लोगों को गुमराह कर रहा- नीतीशनीतीश ने कहा कि राजद (RJD) नौकरियों के मामले में लोगों को गुमराह कर रहा है। मेरे काम को अपना बता कर प्रचारित कर रहा है। लालू प्रसाद को केवल परिवार से मतलब है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव मुखिया और सरपंच का नहीं है। आप प्रधानमंत्री को चुनने जा रहे हैं, इसका ध्यान रखें।
मुख्यमंत्री रविवार को मसौढ़ी के गांधी मैदान में पाटलिपुत्र से एनडीए के भाजपा प्रत्याशी रामकृपाल यादव एवं दनियावां हाई स्कूल के मैदान में पटना साहिब से एनडीए के भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद के पक्ष में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
आज लड़कियों की साक्षरता दर बढ़ी- नीतीश कुमारउन्होंने कहा कि 2005 के बाद एनडीए की सरकार ने सूबे में शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी, शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराया है। सरकार ने लड़कियों को शिक्षित करने के लिए पोशाक, साइकिल समेत प्रोत्साहन राशि मुहैया कराई, जिससे आज लड़कियों की साक्षरता दर बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा से ही प्रजनन दर घट कर 2.9 प्रतिशत हो गई है। कहा कि देश भर में महिलाओं को सर्वप्रथम हमने ही हर जगह आरक्षण दिया। विश्व बैंक के सहयोग से महिलाओं को जीविका से जोड़ कर स्वयं सहायता समूह बनवाए, जिससे उनकी आय बढ़ी। स्थानीय निकायों में महिलाओं को आरक्षण दिया।
सभा को राज्यसभा सदस्य संजय झा ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने दोनों सभाओं में उपस्थित लोगों से हाथ उठवा कर रामकृपाल यादव व रविशंकर प्रसाद के पक्ष में मतदान करने का वादा लिया।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics News ओजपूर्ण आवाज और तथ्यपूर्ण आरोप से रविवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) पर हमलावर रहे कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का पूरा प्रयास अपने वोटों को एकजुट करने का रहा।
एक वाक्य में वे बिहार की अस्मिता व राजनीतिक चेतना की दुहाई देकर सर्व-समाज को साधने का उपक्रम किए तो दूसरे वाक्य में संविधान और आरक्षण पर संकट बताकर उन वर्गों को आकर्षित करने की चेष्टा भी, जिनके मत पिछले दो चुनावों में राजग की जीत में निर्णायक रहे हैं।
रविवार की शाम खचाखच भरे पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में गूंजने वाली करतल ध्वनि ने संभवत: उन्हें आश्वस्त किया जो वे इस बार आईएनडीआईए की जीत का उद्घोष कर गए। इस संशय के साथ कि अगर नरेन्द्र मोदी तीसरी बार सत्ता में आए तो न आरक्षण बचेगा, न संविधान।
मोदी तानाशाह की तरह शासन करेंगे और देश दूसरी गुलामी के लिए अभिशप्त होगा। इससे पहले कैमूर जिला के मोहनियां में जनसभा में उन्होंने देश के लिए कांग्रेस के योगदान को गिनाते हुए सत्ता मिलने पर सर्व-समाज के विकास की प्रतिबद्धता जताई।
मुजरा वाले बयान पर बोला हमलाउन्होंने कहा कि संविधान में उल्लेखित बाबा साहेब आंबेडकर की दो टिप्पणियों का उल्लेख कर उन्होंने राजधानी पटना में संविधान बचाओ जन-संवाद में उपस्थित जनसमूह को अपने मत से एकाकार करने का भरसक प्रयास किया। मंगलसूत्र, भैंस आदि छीन मुसलमानों को देने से संबंधित बयानों को समाज में वैमनस्यता पैदा करने का उपक्रम बताया।
उन्होंने कहा कि लालटेन लेकर विपक्षी नेताओं के मुजरा करने वाले बयान को बिहार का अपमान बताया। ऐसे घृणित बयानों (हेट स्पीच) के लिए चुनाव आयोग से कार्रवाई की अपेक्षा जताई।
कालाधन वापस लाने, प्रतिवर्ष दो करोड़ नौकरी देने, किसानों की आय दोगुनी करने, स्मार्ट सिटी बनाने और बुलेट ट्रेन चलाने आदि वादे पूरा नहीं करने के लिए उन्होंने मोदी को झूठाें का सरदार करार दिया। कहा कि कहा कि अपने अस्तित्व के लिए मोदी पहाड़ खोदकर चूहा निकालते हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी दृष्टि में जो भ्रष्ट-कलंकित था, वह शरणागत होकर स्वच्छ हो गया। मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड आदि राज्यों में उन्होंने खरीद-फरोख्त कर कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किया।
उनके पास सीबीआई, ईडी, सीवीसी, इनकम टैक्स, पुलिस आदि हथियार हैं और वे एक-एक कर सभी को जेल में डालेंगे। मैं भी मोदी की तरह अपनी भाषा में बोलने लगूं तो हड़कंप मच जाएगा, लेकिन इस बार न मोदी आएगा, न राजग।
उन्होंने कहा कि आईएनडीआईए की सरकार बनेगी तो संविधान और आरक्षण दोनों बचेगा। कांग्रेस पांच न्याय व 25 गारंटियों का अपना वादा पूरा करेगी। पटना साहिब से कांग्रेस प्रत्याशी अंशुल अविजीत के पक्ष में जन-संवाद का आयोजन हुआ था।
पूर्व निर्धारित समय से सवा घंटे विलंब से पहुंचे खरगे ने जब माइक संभाली तो मंच धारा-प्रवाह हो गया। अपने 53 वर्षों के राजनीतिक जीवन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि इधर-उधर ताक-झांक में विश्वास ही नहीं और न ही मोदी की तरह सहानुभूति बटोरकर आगे बढ़ने की ललक है।
कर्नाटक के पुश्तैनी गांव में आगजनी में अपनी मां-बहन को खोने के बाद वे पिता के साथ बचपन में गुलबर्ग चले आए। वहां से संघर्षपूर्ण जीवन की शुरुआत हुई, लेकिन उस त्रासद-कथा का वे पहला उल्लेख पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद जीवन से संबंधित पूछे गए प्रश्नों के बाद ही किए।
मोदी की आलोचना में उस बात को दोहराते हुए खरगे कहते हैं कि ट्रेन में चाय बेचता था, माताजी ऐसी-वैसी थीं आदि की बातें कांग्रेस नहीं करती। सच्चाई तो यह है कि मोदी के पिता ठेकेदार थे और मोदी भी।
नेहरू के मंत्रिमंडल में एक तिहाई सदस्य कांग्रेस के इतर वाले थे, क्योंकि गांधी-नेरूर लोकतंत्र के बीज को इस देश में गहराई तक रोपना चाहते थे। मोदी को तो सपने में भी गांधी परिवार आता है। ऐसा सोचने वाला देश का भला क्या करेगा! जन-संवाद को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि मोदी आरक्षण छीनने का प्रयास कर रहे और हम उसका दायरा बढ़ाने का।
उन्होंने कहा कि आईएनडीआईए को सत्ता मिली तो आरक्षण की सीमा बढ़ाई जाएगी, जैसे बिहार में हुआ। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार, कांग्रेस के प्रभारी महासचिव मोहन प्रकाश व प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश सिंह आदि मंचस्थ रहे।
तेजस्वी की प्रशंसाखरगे ने आरोप लगाया कि मोदी हर रोज गरीबों का हक छीन रहे। नौकरी-रोजगार पर संकट है। वे भर्तियां नहीं कर रहे, क्योंकि 60 प्रतिशत नौकरी गरीबों को मिल जाएगी। शुक्र है कि बिहार में तेजस्वी उप मुख्यमंत्री रहे। उन्होंने पांच लाख नौकरियां दीं। आइएनडीआइए के सत्ता में आने पर रिक्त 30 लाख पदों पर नियुक्ति होगी।
नीतीश की आलोचनाखरगे ने कहा कि कर्पूरी, लोहिया, फर्नांडिस के विचारों के साथ समाजवाद को परे धकेल नीतीश कुमार जाकर मोदी की गोद में बैठ गए। बोले कि मोदीजी अब आपको छोड़कर कहीं नहीं जाऊंगा। यहीं रहूंगा, यही मरूंगा। ऐसा भी कहीं नेता होता है! तेजस्वी से मैंने कह दिया है कि अपने चचा को फिर साथ लिए तो मैं साथ छोड़ दूंगा।