Dainik Jagran
Bihar Politics: 'मुस्लिम बहुल इलाकों में बुर्के की आड़ में...', ये क्या बोल गए बिहार के पूर्व मंत्री
राज्य ब्यूरो, पटना। BJP Jibesh Kumar पूर्व मंत्री जीवेश मिश्रा ने शुक्रवार को मुस्लिम बहुल इलाकों में बुर्के की आड़ में 'वोट जिहाद' को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि गलत (फर्जी) मतदाता पहचान पत्र लेकर बुर्का पहनी महिलाएं बूथ में पहुंच रही हैं और वोट देकर आसानी से निकल जा रही हैं।
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इनका मकसद सिर्फ भाजपा को हराना है। भाजपा मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेसवार्ता में मिश्रा ने मधुबनी लोकसभा के जाले विधानसभा के कई मतदान केंद्रों का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस गांव में फिलहाल जितने लोग नहीं हैं, उससे ज्यादा वहां के बूथों में वोट डाले गए हैं।
'लड़के बुर्का पहनकर वोट कर रहे थे'उन्होंने कहा कि पांचवें चरण में लड़के बुर्का पहनकर वोट कर रहे थे। उन्होंने बताया कि जब शिकायत की गई तब जाले विधानसभा के बूथ संख्या 85 एक लड़का और तीन लड़की पकड़ी गई।
उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर वे जब मतदान केंद्रों पर पहुंचे तो उन्हें घेर लिया गया। पुलिस बल ने उन्हें किसी तरह बाहर निकाला। मैंने जिला निर्वाचन अधिकारी के पास भी शिकायत की।
'देश में वोट जिहाद चल रहा है'मिश्रा ने कहा कि जाले ही नहीं बल्कि पूरे देश में बुर्के की आड़ में वोट जिहाद चल रहा है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा प्रतिनियुक्त महिला चुनावकर्मी द्वारा बुर्का उठाकर जांच करने की कोशिश की जाती है तो उसके साथ भी अभद्र व्यवहार किया जाता है। इसकी आड़ में बोगस वोटिंग हो रहा है। प्रेसवार्ता में मीडिया संयोजक दानिश इकबाल, प्रवक्ता नीरज कुमार एवं राकेश पोद्दार उपस्थित थे।
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Patna News: फेल होने पर फूटा AKU के MBBS छात्रों का गुस्सा, सड़क पर उतर किया विरोध प्रदर्शन
जागरण संवाददाता, पटना। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (एकेयू) में मेडिकल विद्यार्थियों ने शुक्रवार को जमकर हंगामा किया। सभी विश्वविद्यालय के गेट पर बैठकर विशेष परीक्षा कराने की मांग कर रहे थे, एकेयू में पूरे दिन हंगामा ही होता रहा। छात्रों का यह प्रदर्शन दिनभर चलता रहा।
एकेयू गेट पर हंगामा करने पर विद्यार्थी को जब बाहर निकाला गया, तो उन्होंने मीठापुर मुख्य सड़क को एक घंटे से अधिक समय तक जाम कर दिया। मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई कर रहे छात्रों ने पोस्टरबाजी और नारेबाजी कर विशेष परीक्षा कराने की मांग भी की।
पुलिस प्रशासन के सहयोग से सड़क को खाली कराया गया। इसके बाद विद्यार्थियों को एकेयू के परीक्षा नियंत्रक से मुलाकात कराई। इसके बाद हंगामा करीब चार बजे शांत हुआ।
छात्रों ने कहा कि एमबीबीएस 2022 बैच के 350 विद्यार्थियों का सप्लीमेंट्री लगा था। करीब 150 विद्यार्थियों का ईयर बैक लगा दिया गया। 15 मई से एकेयू का चक्कर लगा रहे हैं, कोई सुनने वाला नहीं है। हम लोग काफी परेशान है। तब जाकर आंदोलन करना पड़े।
स्क्रूटनी के लिए दें सकते हैं आवेदनएकेयू परीक्षा नियंत्रण डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि एमबीबीएस के कुछ छात्र-छात्राओं द्वारा विगत कुछ दिनों से आरोप लगाया जा रहा है कि मूल्यांकन में भेद-भाव किया गया है। उक्त छात्र-छात्राएं वार्षिक तथा सप्लीमेंट्री दोनों ही परीक्षाओं में असफल रहे हैं।
विश्वविद्यालय प्रशासन यह स्पष्ट करना चाहता है कि मूल्यांकन पूरी तरह से निष्पक्ष है तथा इसमें किसी भी प्रकार के भेदभाव नहीं किया गया है।
विद्यार्थी अगर चाहें तो वे स्क्रूटनी के लिए आवेदन दे सकते हैं। अगर किसी भी प्रकार की त्रुटि हुई होगी तो स्क्रूटनी कमिटी छात्र-छात्राओं के हित को देखते हुए निर्णय लेगी।
डॉ. राजीव रंजन ने कहा कि विद्यार्थियों पर सरकारी संपत्ति नष्ट करने को लेकर आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय द्वारा एफआइआर नहीं किया गया है चूंकि ऐसी कोई हानि नहीं हुई है।
कुलपति बोले- आरोप की होगी जांचकुलपति प्रो. शरद कुमार यादव ने बताया कि छात्रों का आरोप निजी व सरकारी कालेजों के आधार पर फेल-पास की बात कही जा रही है। उनके आराेप में कितना दम है, संबंधित सभी कालेजों के प्राचार्यों से बात करेंगे।एनएमसी के गाइडलाइन का अनुपालन किया जाएगा। पुन: परीक्षा उनका संभव नहीं है।
जल्द होंगी एफआइआरपांच मई के एमबीबीएस प्रश्न पत्र लीक को लेकर कुलपति प्रो. शरद यादव ने कहा कि मामले में आंतरिक कमेटी गठित की गई। इसमें भी एफआइआर को लेकर निर्णय लिया गया है।
जक्कनपुर थाने के साथ-साथ एएसपी से भी एफआइआर को लेकर पत्र लिखा गया है। जल्द ही एफआइआर कराएं जाएंगे।
मामले को लेकर जक्कनपुर थानेदार ने बताया कि अब तक प्रश्न पत्र लीक को लेकर कोई भी एफआइआर के लिए आवेदन नहीं मिले है, आवेदन मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
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Bihta Airport Latest News: बिहटा एयरपोर्ट का ताजा अपडेट यहां जानिए, दुबई और सिंगापुर भी जाएंगी फ्लाइट
प्रशांत कुमार, पटना। Bihta Airport Construction Status बिहटा वायु सेना केंद्र को अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनाने के लिए आठ वर्षों से कवायद चल रही है। यात्रियों के बढ़ते दबाव को देखते हुए नए एयरपोर्ट के लिए राजधानी से सबसे निकट उपयुक्त मानकर बिहटा वायुसेना केंद्र को वर्ष 2015-16 में अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा बनाने की योजना बनाई गई थी।
हवाईअड्डा प्राधिकरण ने राज्य सरकार से जमीन की मांग की थी। दो वर्षों बाद 108 एकड़ जमीन उपलब्ध करा दी गई। दखल और चारदीवारी भी बन चुकी, लेकिन आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी आठ एकड़ जमीन का पेच फंसा ही रह गया।
जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट पटना से यात्रियों की संख्या में हुई अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए बिहटा में एयरपोर्ट बनाने का निर्णय लिया गया था। जिला प्रशासन की ओर से एक माह के भीतर आठ एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है। लेकिन, जब तक एएआइ (एयरपोर्ट अथारिटी आफ इंडिया) को जमीन नहीं मिल जाती, तब तक परियोजना को मूर्तरूप देना संभव नहीं है।
इधर, एएआइ ने पटना एयरपोर्ट (जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा) पर नई बिल्डिंग निर्माण के दो चरणों के लिए निविदा प्रकाशित की है। इसके साथ ही उपकरणों की खरीद प्रक्रिया भी चालू है। पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन का निर्माण अंतिम चरण में है।
बिहटा से दुबई, सिंगापुर की भी फ्लाइटेंपटना एयरपोर्ट की गिनती खतरनाक हवाईअड्डों में होती है। जुलाई 2000 में यहां हवाई दुर्घटना के बाद विकसित करने का काम चल रहा है, लेकिन जमीन की उपलब्धता बाधा बनी हुई है। नतीजा यहां से एक भी अंतरराष्ट्रीय उड़ान नहीं है। पिछले वर्ष दुबई के लिए वन स्टाप फ्लाइट की शुरुआत की गई थी।
बिहटा एयरपोर्ट को नवीन तकनीक से तैयार किए जाने की योजना है। इसके साथ ही वहां से दुबई, सिंगापुर, काठमांडू, बैंकाक समेत अन्य देशों के लिए भी फ्लाइटें शुरू करने की योजना है। वर्तमान में पटना एयरपोर्ट से प्रतिदिन औसत 10 हजार यात्री सफर करते हैं। इसकी क्षमता 25 हजार यात्रियों की है। बिहटा में पांच लाख से ज्यादा यात्री हर दिन आवागमन कर सकेंगे। यहां टर्मिनल भवन, कार पार्किंग, एप्रान आदि भवनों का निर्माण कराया जाएगा।
बिहटा एयरपोर्ट पर नहीं दिखेगी पटना वाली खामियांपटना एयरपोर्ट के आसपास मांस-मछली की दुकानों के कारण बर्ड-हिट की आशंका बनी रहती है। हालिया दिनों में हादसे भी हुए, जिसमें यात्रियों की जान बाल-बाल बच गई थी। पशु-पक्षियों को भगाने के लिए बार-बार पटाखे फोड़े जाते हैं। पटना एयरपोर्ट का रनवे 6500 फीट का है, जो सामान्य से छोटा है।
इस कारण विमानों को उतरते समय ब्रेक जोर से लगाना पड़ता है, क्योंकि रनवे समाप्त होते ही चारदीवारी आ जाती है। किसी भी फ्लाइट को उतरने के लिए जमीन से 2.5 डिग्री के क्षितिज पर लैंड कराना सुरक्षित मानक है, लेकिन पटना एयरपोर्ट का रनवे के छोटा होने से तीन डिग्री पर फ्लाइटों उतरना पड़ता है। बताया जाता है कि बिहटा एयरपोर्ट इन सभी त्रुटियों से रहित होगा। यहां विमानों से 24 घंटे विमानों का परिचालन हो सकेगा।
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'PM Modi को इलाज की जरूरत...' मंगलसूत्र व भैंस छीनने की बात पर मनोज झा ने ली चुटकी
राज्य ब्यूरो, पटना। राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रो. मनोज झा और प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी पर निराशा हावी हो गई है। इस वजह से वे नल उखाड़ लेंगे, बिजली काट देंगे, मंगलसूत्र छीन लेंगे और भैंस न जाने क्या-क्या बोल रहे हैं। दोनों नेता शुक्रवार को राजद कार्यालय में प्रेस प्रतिनिधियों से बात कर रहे थे।
प्रो. झा ने कहा कि बिहार में पांच चरणों के चुनाव के बाद बदलाव की ललक स्पष्ट रूप से दिख रही है। बच्चा-बच्चा, कह रहा है कि नौकरी मतलब तेजस्वी। वहीं, प्रधानमंत्री जिस तरह की बातें कर रहे हैं, वैसे लोगों को घर के लोग भी पसंद नहीं करते हैं।
पीएम मोदी को इलाज की जरूरत: झामनोज झा ने कहा कि पीएम मोदी को बेहतर इलाज की जरूरत है। उनके मुद्दे जनता के हितों से अलग है। सारण में हिंसक घटनाओं पर अधिकारियों से कहा कि डरिये मत। जिसका अधिकारी समर्थन कर रहे हैं, वे जल्द ही अर्श से फर्श पर आने वाले हैं। संविधान पर विश्वास करने वालों को बिना भेदभाव काम करना चाहिए।
सबको पता है सरकार कैसे...: शक्ति सिंहमुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह ने कहा कि सभी अवगत हैं कि सरकार किस तरह की काम कर रही है। सभी जानते हैं कि रिटायर्ड अधिकारी जो नाक का बाल बना हुआ है, वह गवर्नर हाउस जाकर प्रभावित करता है। किसी को भी कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए। कानून के शिकंजे में आज न कल उनको भी आना होगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में एजाज अहमद, अरुण कुमार यादव, प्रमोद सिन्हा भी उपस्थित रहे।
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शिक्षा विभाग का फैसला; सामुदायिक भवन और मंदिर-मस्जिद परिसर में अब नहीं चलेंगे स्कूल
जागरण संवाददाता, पटना। पटना जिले में अब कोई भी सरकारी स्कूल सामुदायिक भवन और मंदिर-मस्जिद परिसर में संचालित नहीं होंगे। शिक्षा विभाग ने ऐसे स्कूलों को बगल के स्कूलों में मर्ज करने का निर्णय लिया है।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों की बैठक में निर्देशित किया कि उनके क्षेत्र में सामुदायिक भवन और मंदिर-मस्जिद परिसर में कितने प्रारंभिक स्कूल चल रहे इसकी सूची कार्यालय को उपलब्ध कराएं।
साथ ही यह भी जानकारी दें कि इन स्कूलों को बगल के किस स्कूल में मर्ज किया जा सकता है। इसके अलावा जिला शिक्षा कार्यालय ने सामुदायिक भवन और मंदिर-मस्जिद परिसर में चल स्कूल को छोड़कर अन्य जगह पर एक ही परिसर में एक से अधिक चल रहे स्कूलों की सूची तैयार की है। जिसमें 166 प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय शामिल हैं।
स्कूलों को आपस में मर्ज करने को लिए विभागीय स्तर पर कार्रवाई शुरू भी हो गई है। विभाग के अनुसार स्कूलों को मर्ज करने की प्रक्रिया जून के अंतिम माह तक पूरा कर लिया जाएगा।
बनेगा कक्षाओं को सेक्शनजिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि यदि एक परिसर में एक से अधिक स्कूल संचालित हो रहे रहे तो इनमें से दो स्कूल को वहीं के मूल स्कूल में मर्ज कर दिया जाएगा। तीन स्कूलों के अलग-अलग प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक होंगे तो उनमें जो सीनियर होगा उनको उस स्कूल का स्थाई प्रधानाध्यापक नियुक्त कर दिया जाएगा।
यदि शिक्षकों की संख्या अधिक होगी तो उनको दूसरे जगह स्थानांतरित किया जाएगा। बच्चों की संख्या बढ़ेगी तो अलग-अलग सेक्शन बनाया जाएगा।
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'4 जून को I.N.D.I.A की सरकार बनेगी, जीत के बाद...', प्रधानमंत्री पद को लेकर कांग्रेस का बड़ा बयान
राज्य ब्यूरो, पटना। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शुक्रवार को दावा किया कि चार जून को आइएनडीआइए की सरकार बनेगी। जीत के बाद प्रधानमंत्री का चेहरा तय होगा, जैसे कि 2004 में हुआ था। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि सीमा पर 26 पेट्रोलिंग प्वाइंट पर चीन काबिज हो चुका है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को सही जानकारी नहीं दे रहे। उन्हीं पsट्रोलिंग प्वाइंटों में से एक गलवान को बचाने में हमारे वीर सैनिक बलिदान हुए।
बेबाक अंदाज में थरूर ने दिए जवाबसदाकत आश्रम (कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय) में प्रेस-वार्ता के दौरान पूछे गए प्रश्नों पर थरूर बेबाक रहे। उन्होंने कहा कि पिछले चुनाव तक क्षेत्रवार निर्वाचकों की संख्या बढ़ती रही है, लेकिन इस बार कई संसदीय क्षेत्रों में निर्वाचकों की संख्या 2019 से कम है। यह आश्चर्यजनक है। इसके बावजूद भाजपा की पराजय तय है। इस बार जिन क्षेत्रों से उसको समर्थन की विशेष आशा थी, वहां मतदान कम हुआ है। भाजपा की बेचैनी बढ़ी है।
'जो कांग्रेस ने किया, वैसा मोदी नहीं कर पाते'प्रधानमंत्री कह चुके हैं कि 1971 में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के समय पाकिस्तानी सैनिकों की रिहाई के बदले में वे करतारपुर साहिब को पाकिस्तान से वापस ले लेते। उस पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा कि यह गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणी है। उस समय कांग्रेस ने जो कुछ किया, मोदी वैसा कर भी नहीं पाते। इतिहास और ऐसी बातें अकादमिक चर्चा के लिए अच्छी हैं। ये चुनाव के लिए प्रासंगिक विचार नहीं। भाजपा को हार का अंदेशा हो चुका है, इसलिए वह चुनाव को सांप्रदायिकता के रंग में ढालना चाह रही।
थरूर ने यह भी कहा कि हिंदू-मुस्लिम की बात प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता। उन्हें जनहित-राष्ट्रहित के मुद्दों पर बात करनी चाहिए। पिछले 10 वर्षों के दौरान देश में बेरोजगारी और महंगाई बढ़ी है। 2014 में सबका साथ-सबका विकास का नारा देकर मोदी सत्ता में आए और नोटबंदी कर बेरोजगारी बढ़ाई। सूक्ष्म व लघु उद्योगों को बंद कराया।
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Bihar New: इन सरकारी अस्पतालों में 'मुस्कान' लाने की तैयारी, स्पेशल चाइल्ड वार्ड, पैथोलॉजी सहित इन सुविधाओं से होंगे लैस
जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य विभाग नवजात एवं शिशु स्वास्थ्य को समृद्ध करने के लिए चार जिला अस्पतालों का मुस्कान राष्ट्रीय प्रमाणन कराने की तैयारी कर रहा है।
इसके लिए इन अस्पतालों में मुस्कान सर्टिफिकेशन के चारों मानकों एसएनसीयू, स्पेशल चाइल्ड ओपीडी, स्पेशल चाइल्ड वार्ड व पोषण पुनर्वास केंद्र स्थापित करने का निर्देश दिया गया है।
एसएनसीयू में शून्य से 28 दिन तक के नवजात व स्पेशल चाइल्ड वार्ड में 29 दिन से लेकर 12 वर्ष तक के बच्चों का इलाज होता है। हर वार्ड में पर्याप्त चिकित्सक एवं 24 घंटे पैथोलॉजी सुविधा मुहैया करानी होती है।
इन जिलों को सिविल सर्जन को निर्देशऔरंगाबाद, शेखपुरा, नालंदा व वैशाली जिले के सिविल सर्जन को राज्य आरओपी (रिकार्ड ऑफ प्रोसिडिंग) के अनुसार, वर्तमान वित्तीय वर्ष में मुस्कान प्रमाणन के लिए तैयारी करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए जरूरी मानक सुनिश्चित करने के लिए मुख्यालय से एक चेकलिस्ट भी भेजी गई है।
अभी सिर्फ सीतामढ़ी अस्पताल को मुस्कान सर्टिफिकेटबताते चलें कि अभी तक राज्य में सिर्फ सीतामढ़ी जिला अस्पताल को ही मुस्कान का राष्ट्रीय सर्टिफिकेट मिला है। संबंधित जिलों के सिविल सर्जनों को चेक लिस्ट के अनुसार, मौजूदा संसाधन को अपग्रेड करने का निर्देश दिया गया है।
मुस्कान सर्टिफिकेशन के लिए इंटरनल असेसमेंट जारी है। इंफ्रास्ट्रक्चर, इलेक्ट्रिसिटी, चिकित्सकों के रोस्टर, क्वॉलिटी इंप्रूवमेंट आदि पर काम चल रहा है।
वैशाली जिला अस्पताल में एसएनसीयू को नए भवन में शिफ्ट किया जा रहा है। नर्सों की कार्यक्षमता व दक्षता बढ़ाने के लिए प्रतिदिन विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
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Buxar Lok Sabha Election: बक्सर में कांटे का मुकाबला, मिथिलेश तिवारी और सुधाकर सिंह को अपनों से खतरा
दीनानाथ साहनी, बक्सर। Buxar Lok Sabha Seat महर्षि विश्वामित्र की तपोभूमि बक्सर में जातीय गोलबंदी चरम पर है। इसकी तस्वीर आरा-बक्सर फोरलेन के ब्रह्मपुर से दिखनी लगती है। किसी से बात करें वो जातीय समीकरण का गणित समझा देगा। खास बात यह कि बक्सर में एक बड़ी आबादी खुद को वाराणसी से कनेक्ट करके भी देख रही है जहां से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।
बस, यही कनेक्शन एनडीए के भाजपा उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी के लिए जीत का आसरा है। भाजपा के तमाम स्थानीय नेता अपने उम्मीदवार को साथ लेकर जनता के बीच घूम रहे हैं और नरेन्द्र मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। समझा रहे हैं- प्रधानमंत्री पड़ोस से ही हैं ।
मिथिलेश तिवारी के सामने कई चुनौतियांइसके बावजूद, भाजपा उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी के सामने चुनौतियां कम नहीं। उन्हें भाजपा के आधार वोटों को एकजुट रखने में पसीना छूट रहा है। पूर्व आइपीएस आनंद मिश्रा, जो ब्राह्मण समाज से हैं और स्थानीय जनता में प्रभाव रखते हैं, निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर कर भाजपा के आधार वोटों में सेंध लगाने में जुटे हैं।
कमोबेश यही चुनौतियां राजद उम्मीदवार सुधाकर सिंह के सामने है, जिन्हें निर्दलीय ददन पहलवान के लड़ाई में आने से राजद के आधार वोटों में टूट का खतरा है। यह भी कि मतदान बाद छपरा की हिंसा का कनेक्शन भी राजद उम्मीदवार को स्वजातीय यानी राजपूत वोट को विभाजित करने का संदेश देने लगा है। वोटरों का एक वर्ग इन्हें भी बाहरी ही मानता है।
ग्रामीण इलाके में ज्यादातर वोटर अभी बोलचाल में खुल नहीं रहे। वो हवा का रुख देख रहे हैं। आम धारणा है कि राजनीति से जुड़े लोग इधर-उधर की बात करके आम लोगों को बरगला देते हैं। लगता है कि आम लोगों ने राजनीतिज्ञों से यह अदा सीख ली है। उनसे सवाल कीजिए- वोट किसे देंगे? जवाब मिलता है- किसी न किसी को दे ही देंगे।
आरा-बक्सर फोरलेन के बगल में गरदहा खुर्द गांव में नीम के पेड़ की छांव में बैठे ग्रामीण से चुनाव पर चर्चा होती है। शैलेश कुमार नाराजगी जताते कहते हैं- दोनों प्रमुख उम्मीदवार बाहरी हैं। चुनाव बाद दिखेंगे नहीं। यही नाराजगी वहां बैठे अन्य लोग ने जताई। हां, निर्दलीय आनंद मिश्रा के प्रति यह कहकर सहानुभूति भी जताई कि भाजपा उन्हें टिकट का भरोसा दिया और फिर धोखा। मोदी जी के नाम पर वोट देंगे या नहीं देंगे- यह तय होगा वोटिंग के रोज।
यहां के धोबी घाट के निवासी जानेमाने समाजसेवी और एक्टिविस्ट शिवप्रकाश राय से मुलाकात होती है। उन्होंने बताया- बक्सर के लोगों को केवल किसी राजनीतिक सभा या रैली के दौरान ही यहां हवाई अड्डे का पता चल पाता है। हवाई अड्डा की यह जमीन अंग्रेजों के जमाने में ही अधिसूचित कर दी गई थी। विकास के सवाल पर उन्होंने कहा- जो भी जीतकर गया उसी छल किया। लोग ईलाज कराने बनारस जाते हैं या पटना। अश्विनी चौबे ने बक्सर के बदले भागलपुर को अस्पताल दे दिया।
सेवानिवृत्त शिक्षक रामेश्वर पाठक ने कहा- हर बार बाहर के उम्मीदवार ही बक्सर की जनता पर थोप देते हैं। मोदी जी के नाम पर वोट लेकर जीत भी जाते हैं। यह सब कब तक? उनके संग बैठे रामदास मिश्र ने मोदी लहर के सवाल पर कहा- लहर कहां है। देख नहीं रहे वोटिंग के प्रति कोई उत्साह नही है लोगों में।
वोटबैंक में सेंधमारी का डरवैसे तो मुख्य मुकाबला एनडीए और महागठबंधन के बीच है, लेकिन निर्दलीय आनंद मिश्रा, पूर्व मंत्री ददन पहलवान के अलावा बसपा के अनिल कुमार ने भाजपा और राजद के उम्मीदवारों को परेशान कर दिया है। साफ कहें दोनों गठबंधन के उम्मीदवारों को अपनों से खतरा है और मुकाबला गैरों से करना है। दोनों को अपने ही वोट बैंक में सेंधमारी का डर सता रहा है।
भाजपा ने बक्सर से वर्ष 2014 और 2019 में जीत हासिल करने वाले अश्विनी चौबे का टिकट काट कर गोपालंगज के पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। अश्विनी चौबे खुलकर अपनी नाराजगी तो नहीं जता पाए पर अब चुनाव क्षेत्र में भी सक्रिय नहीं दिख रहे। इससे कई अर्थ निकाले जा रहे हैं।
अश्विनी चौबे के मौन से भाजपा उम्मीदवार की परेशानी बढ़ गई है। भाजपा के स्थानीय नेताओं में बाहरी उम्मीदवार देने से नाराजगी पहले है। जीत के लिए मिथिलेश तिवारी को मोदी की गारंटी व नीतीश कुमार के सुशासन की उम्मीद हौसलाअफजाई कर रहा है। ऐसा स्थानीय भाजपा नेता अरविंद शर्मा ने कहा। जबकि राजद के सुधाकर सिंह के लिए भी दुश्वारियां कम नहीं हैं।
सुधाकर सिंह अपने पिता जगदानंद सिंह की विरासत संभालने चुनावी जंग में उतरे हैं। उनका खेल बिगाड़ने में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के करीबी रहे ददन पहलवान निर्दलीय डटे हैं। कछ इलाके में ददन पहलवान का अपना प्रभाव है। वहीं बसपा के अनिल कुमार भी वोट बैंक में सेंध लगाने की जुगत में हैं। मोटे तौर पर कहिए तो भाजपा व राजद की उम्मीद विरोधी वोटों के बिखराव रोकने के साथ-साथ अपने-अपने कुनबे के बचाने पर टिकी है।
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Bihar Sand Mining News: घाट बंदोबस्तधारी की मौत होने पर उत्तराधिकारी को मिलेगी बंदोबस्ती, खनन विभाग का बड़ा निर्णय
राज्य ब्यूरो, पटना। नदियों से बालू खनन को सहज बनाने के लिए खान एवं भूञ-तत्व विभाग रोज नई कवायद में जुटा है। इसी कड़ी में विभाग ने निर्णय लिया है कि यदि बालू घाट का बंदोबस्त होने के बाद उसकी मृत्यु हो जाती है, तो वैसी स्थिति में संबंधित बंदोबस्तधारी के परिवार की अनापत्ति लेकर उत्तराधिकारी को बंदोबस्त सौंप दिया जाएगा। इसके पूर्व संबंधित बंदोबस्तधारी के साथ नए सिरे से एकरारनामा भी होगा।
विभाग के अनुसार, कई बालूघाटों की बंदोबस्ती के क्रम में ऐसी जानकारी मिली थी कि इ-नीलामी पूरा होने के बाद और खनन पट्टा जारी होने के पहले बंदोबस्तधारी की मृत्यु हो गई। जिसके बाद उनके कानूनी उत्तराधिकारी ने अनापत्ति देते हुए बालूघाट संचालन के लिए सैद्धांतिक मंजूरी मांगी। हालांकि नियमावली में इसका प्रविधान नहीं था।
लिहाजा मृतक के कानूनी उत्तराधिकारी के पक्ष में घाट स्थानांतरण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी के संबंध में महाधिवक्ता से परामर्श लिया गया। जिसके बाद विभाग ने निर्णय लिया कि ऐसी परिस्थिति में कानूनी उत्तराधिकारी के पक्ष में परिवार के सभी सदस्यों से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर सैद्धांतिक मंजूरी या खनन पट्टा हस्तांतरित करने के लिए संबंधित जिला के डीएम सक्षम होंगे।
खनन पट्टा हस्तांतरण के बाद संबंधित डीएम द्वारा शेष अवधि के लिए संबंधित उत्तराधिकारी के साथ फिर से एकरारनामा किया जाएगा।
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डिजिटल डेस्क, पटना। Rohini Acharya News सारण संसदीय क्षेत्र से राजद की टिकट पर चुनाव लड़ रहीं रोहिणी आचार्य के एक पोस्ट ने बिहार में सियासी पारा हाई कर दिया है। रोहिणी आचार्य ने शुक्रवार दोपहर को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर शांभवी चौधरी और उनके पति सायण कुणाल की एक तस्वीर शेयर की।
रोहिणी आचार्य ने उनके साथ मौजूद सुरक्षा कर्मचारियों को लेकर सवाल खड़ा कर दिया। रोहिणी ने एक्स पर लिखा, "नीतीश कुमार जी के चहेते मंत्री जी की बेटी-दामाद को किन प्रावधानों के तहत सुरक्षा की विशेष-सुविधा मुहैया है?
उन्होंने आगे लिखा कि मंत्री जी की बेटी व दामाद की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मी-अंगरक्षक किसके हैं? क्या मंत्री जी की बेटी व दामाद सुरक्षा-बंदोबस्त की किसी विशेष-कैटगरी में आते हैं?
बता दें कि शांभवी चौधरी (Shambhavi Choudhary) बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं। वह समस्तीपुर लोकसभा सीट से लोजपा (रामविलास) की टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं।
सुरक्षा कर्मचारियों का मुद्दा क्यों उठा?दरअसल, छपरा में हुई चुनावी हिंसा को लेकर गुरुवार को एसआइटी राबड़ी आवास (पटना) पहुंची थी। एसआइटी ने वहां मौजूद अंगरक्षकों से सवाल-जवाब किए। जांच में सामने आया कि पूर्व सीएम राबड़ी देवी का अंगरक्षक सिपाही जितेंद्र सिंह अनाधिकृत रूप से सारण लोकसभा क्षेत्र की प्रत्याशी रोहिणी आचार्या के साथ घूम रहा था।
पटना एसएसपी राजीव मिश्रा ने सारण एसपी से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर गुरुवार को सिपाही जितेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जितेंद्र पटना जिला बल के सिपाही है।
रोहिणी पर क्या है आरोप?बता दें कि छपरा गोलीकांड के बाद रोहिणाी आचार्या पर आरोप लगाया गया था कि वह अनाधिकृत रूप से पूर्व सीएम राबड़ी देवी के अंगरक्षक के साथ घूम रही है। शिकायत सामने आने के बाद गुरुवार को सारण में गठित एसआइटी पटना पहुंची थी।
एसआइटी ने ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों से पूछताछ और उपस्थिति रोस्टर चेक किया। जांच के बाद रिपोर्ट पटना एसएसपी को भेजा गया। इसके बाद सिपाही को निलंबित कर दिया गया।
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BSEB News: इस तारीख से शुरु होगी कक्षा 9वीं और 10वीं मासिक परीक्षा, यहां पढ़ें पूरी डिटेल
जागरण संवाददाता, पटना। BSEB Class 9th and 10th Monthly Examination बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board ) ने कक्षा नौवीं और 10 वीं की मासिक परीक्षा 2024 का कार्यक्रम जारी कर दिया है। दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं 27 से 29 मई तक चलेगी। परीक्षा दो पालियों में ली जाएगी। पहली पाली की परीक्षा सुबह 6.30 से आठ बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा सुबह 8.30 से 10 बजे तक संचालित होगी।
परीक्षा समिति ने कहा है कि राज्य के विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त हो इसके लिए यह परीक्षा आवश्यक है, ताकि विद्यार्थियों का सतत मूल्यांकन हो सके। मई 2024 की मासिक परीक्षा में सभी विद्यार्थियों को शामिल होना अनिवार्य है।
परीक्षा समिति ने कहा है कि एजेंसी के माध्यम से मासिक परीक्षा के सैद्धांतिक विषयों की परीक्षा से संबंधित गोपनीय प्रश्न-पत्र 24 मई तक संबंधित जिला शिक्षा कार्यालय में पहुंच जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रश्न -पत्र सहित अन्य कागजात को सुरक्षित रखवा लें।
जिला शिक्षा पदाधिकारी अपने जिले के मान्यता प्राप्त माध्यमिक स्तर के प्रधान या उनके प्रतिनिधि को गोपनीय सामग्री को प्राप्त कराने की व्यवस्था करेंगे साथ ही विद्यालय के प्रधान अपने प्रतिनिधि को स्पष्ट निर्देश देंगे किसी भी परिस्थिति में गोपनीयता भंग नहीं हो पाए।
गोपनीय सामग्रियों के सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी प्रधान की होगी। विद्यालय के प्रधान का यह दायित्व होगा कि जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से 24 मई तक प्रश्न पत्र प्राप्त करेंगे। मासिक परीक्षा से संबंधित जानकारी विद्यालय के सूचना पट या शिक्षक के माध्यम से विद्यार्थियों को अवगत कराएंगे।
नौवीं व 10 वीं की परीक्षा का कार्यक्रम तिथि प्रथम पाली दूसरी पाली 27 मई मातृभाषा(हिंदी, बंग्ला, उर्दू, मैथिली) द्वितीय भारतीय भाषा (संस्कृत, हिंदी, अरबी, फारसी, भोजपूरी) 28 मई विज्ञान, (संगीत- केवल दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए) सामाजिक विज्ञान 29 मई गणित, (गृह विज्ञान- केवल दृष्टिबाधित परीक्षार्थियों के लिए) अंग्रेजी (सामान्य)यह भी पढ़ें: KK Pathak के रडार पर प्राइवेट स्कूल, जारी हो गया नया फरमान; हर रोज 2 शिफ्ट में होगा ये काम
Patna Park: कैश नहीं तो क्या हुआ! अब राजधानी पटना के पार्कों में ये सुविधा दिलाएगी एंट्री
जागरण संवाददाता, पटना। Digital Payment In Patna Park पटना शहर के पार्क में टिकट काउंटर पर पेमेंट क्यूआर कोड लगा दिया गया। माेबाइल से स्कैन कर यूपीआइ से भुगतान कर हार्ड कापी में प्रवेश टिकट उपलब्ध करा दिया जाएगा। टिकट लगने वाले सभी पार्कों में लागू होगी। ट्रायल सफल रहा है।
पटना पार्क प्रमंडल का बैंक के साथ समझौता के अनुसार, कार्ड बनाने का कार्य अंतिम चरण में चल रहा है। राजधानी वाटिका सहित बड़े पार्कों में प्रति शिशु 10 रुपये और प्रति व्यस्क 20 रुपये है, जबकि छोटे पार्को में प्रति शिशु पांच रुपये और प्रति व्यस्क 10 रुपये शुल्क लगता है। शहर के 104 पार्कों में सिर्फ 14 पार्कों में प्रवेश शुल्क लगता है। अन्य में नि:शुल्क प्रवेश की व्यवस्था की गई है।
इन पार्कों में लगेंगे प्रवेश शुल्कबहादुरपुर हाउसिंग कॉलोनी स्थित गांधी पाक्र, बहादुरपुर सेक्टर चार पार्क, अनीसाबाद पुलिस कालोनी में दो पार्क, एजी कालोनी पार्क, लोहिया पार्क कंकड़बाग सहित अन्य पार्कों में प्रवेश शुल्क लगाने की योजना है। मार्निंगवाक नि:शुल्क रहेगा।
छूटे पैसे के चक्कर में नागरिकों को टिकट लेने में परेशानी होती है। काउंटर पर तैनात कर्मी भी तनाव में रहते हैं। लोगों की लगातार मांग हो रही थी। डिजिटल युग के अनुसार, पार्क प्रमंडल भी कार्य कर रहा है। शहर के पार्क लोगों का पसंदीदा जगह बन गया है। मोबाइल से स्कैन करते ही प्रवेश टिकट मिल जाएगा।- गोपाल सिंह, क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक, पटना।
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जहानाबाद में JDU सांसद से क्यों गुस्सा हैं पुराने वोटर? कुछ इस अंदाज में दुहाई देकर मनाने में जुटे पार्टी नेता
राज्य ब्यूरो, पटना। जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में जदयू अपने पुराने वोटरों का गुस्सा बदले अंदाज में शांत कर रहा है। सातवें चरण में यहां मतदान होना है और अब मुख्यमंत्री की चुनावी सभा भी जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में आरंभ हो गयी है।
जहानाबाद में जदयू के पुराने वोटर का गुस्सा इस बात को लेकर है कि उनके सांसद उनके पास नहीं आए। गुस्से का एक कोण यह भी है कि जिस दबंग जाति के लोगों ने जदयू को पिछली बार वोट दिए थे, उस जाति से प्रत्याशी नहीं मिला। वैसे इस पर भी आश्वासन मिलने की बात चर्चा में है। गुस्से के हर एक कोण को जदयू ने नेतृत्व के स्तर से शांत करने की कोशिश की जा रही।
इधर-उधर हुए तो जीत उसे मिलेगी जिसे आप नहीं चाहतेजिस जाति के लोग जहानाबाद में जदयू प्रत्याशी से गुस्सा हैं, उन्हें यह समझाया जा रहा कि अगर गुस्से में वह अपना वोट किसी दूसरे को दे देते हैं तो जीत उसे मिल जाएगी, जो उनकी पसंद नहीं है।
ऐसे में यह उन्हें तय करना है कि उनका गुस्सा उन पर हावी रहेगा या फिर कुछ और। पुराने वाकये को भी याद दिलाया जा रहा है।
वोटों का बिखराव रोकने की बात खूब कही जा रहीपटना से जो नेता जहानाबाद जाकर कैंप कर रहे उनकी कोशिश उन गांवों में विशेष रूप से घूमने की रहती है, जहां से उसके पुराने वोटों में बिखराव की सूचना मिलती है। यह समझाया जा रहा कि उनके वोट में अगर बिखराव हुआ, तो फिर उनके समीकरण के हिसाब से मामला आगे नहीं बढ़ेगा।
कुछ जगहों पर माफी भी मांग रहे जदयू नेताजदयू के कई नेता जहानाबाद में कैंप कर रहे हैं। उनका यह अनुभव है कि लोगों की यह शिकायत है कि सांसद उनके पास नहीं आए। जदयू के संबंधित नेता इसके लिए माफी भी मांग ले रहे हैं।
जिस जाति के लोग गुस्सा, उस जाति के नेताओं को जुटाया जा रहाजिस जाति के लोग खुलेआम जदयू प्रत्याशी के खिलाफ बोल रहे उस जाति के लोगों को जदयू जहानाबाद में जुटा रहा। नियमित रूप से यह कवायद चल रही है।
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Railway News: रेलवे की इस नई तकनीक से फटाफट होंगे ये काम, बिहार के स्टेशनों पर भी बहाल होगी सुविधा
जागरण संवाददाता, पटना। Railway News भारतीय रेल की ओर से पूर्व मध्य रेलवे के 12 स्टेशनों पर त्वरित जल प्रणाली की व्यवस्था बहाल कर दी गई है। नई प्रणाली से मात्र 10 मिनट में ट्रेनों में पानी भरा जा सकता है। इससे ट्रेनों में पानी भरने में लगने वाले समय में काफी बचत होगी और ट्रेनों में पानी की उपलब्धता बढ़ जाएगी।
त्वरित जल प्रणाली से प्रति मिनट 200 लीटर पानी ट्रेनों में भरा जा सकता है। 24 कोच वाली ट्रेनों में मात्र आठ मिनट में पानी भर दिया जाएगा। साथ ही 12 अन्य स्टेशनों पर भी त्वरित जल प्रणाली की व्यवस्था की जा रही है।
वर्तमान में पूर्व मध्य रेल के पटना जंक्शन, डीडीयू जंक्शन, धनबाद, बरकाकाना, चोपन, नेसुबो-गोमो स्टेशन, मुजफ्फरपुर, बरौनी, दरभंगा, सहरसा, जयनगर एवं नरकटियागंज रेलवे पर त्वरित जल प्रणाली की व्यवस्था की गई है।
आरा, दानापुर एवं बक्सर में जल्द शुरू होगी नई सुविधाइसके अलावा पूर्व मध्य रेलवे के 12 स्टेशनों पर जल्द ही त्वरित जल प्रणाली व्यवस्था बहाल कर दी जाएगी। इसके तहत आरा, बक्सर, दानापुर, पाटलिपुत्र, इस्लामपुर, बख्तियारपुर, किऊल, राजगीर, सिंगरौली, गया, सहरसा एवं समस्तीपुर में जल्द ही त्वरित जल प्रणाली की सुविधा शुरू कर दी जाएगी। इसके अलावा सीतामढ़ी और न्यू बरौनी रेलवे स्टेशन पर भी त्वरित जल प्रणाली बहाल करने की तैयारी चल रही है।
नई प्रणाली से होगी पानी और समय की बचतत्वरित जल प्रणाली से पानी की बचत होगी। पुरानी जल प्रणाली से ट्रेनों में पानी भरने के दौरान पानी की काफी बर्बादी होती थी। साथ ही ट्रेनों में पानी भरने में भी काफी समय लगता था। इससे पर्यावरण संरक्षण में भी काफी मदद मिलेगी। रेलवे की नई व्यवस्था के तहत ट्रेनों को पानी के लिए देर तक ठहराव खत्म हो जाएगा।
जिन ट्रेनों का पटना जंक्शन एवं अन्य स्टेशनों पर दस मिनट या उससे अधिक ठहराव होगा वहां पर त्वरित जल प्रणाली से आसानी से पानी भर दिया जाएगा।
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NEET UG Answer Key 2024: इंतजार खत्म! इस दिन जारी हो सकती है नीट यूजी आंसर-की, रिजल्ट पर भी आया अपडेट
जागरण टीम, पटना/मुजफ्फरपुर। NEET UG Answer Key 2024 नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) नीट यूजी पांच मई को आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में देशभर के 24 लाख विद्यार्थियों ने भाग लिया है। अब इन उम्मीदवारों को नीट आंसर-की का इंतजार है।
एनटीए जल्द ही नीट यूजी आंसर-की जारी करेगा। वेबसाइट exams.nta.ac.in/NEET या neet.ntaonline.in पर जाकर आंसर की डाउनलोड कर सकेंगे। 28 मई को आंसर नीट आंसर-की से उम्मीदवार अपने नीट स्कोर का भी अंदाजा लगा सकते हैं।
कब आएगा नीट यूजी का परिणाम? NEET UG Result Dateआंसर की आपत्ति के बाद जून पहले सप्ताह में रिजल्ट जारी होने की उम्मीद है। जून के अंतिम सप्ताह से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है।
नीट यूजी स्कोर 2024 का उपयोग देश भर के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस कोर्सों में प्रवेश के लिए किया जाता है। नीट 2024 का प्रश्न पत्र कुल 720 अंकों का था, जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी, जूलाजी से प्रश्न थे।
मुजफ्फरपुर: आरबीबीएम कॉलेज में संचालित होंगे सात वैल्यू एडेड कोर्सआरबीबीएम कॉलेज में सात नए वैल्यू एडेड कोर्स शुरू होंगे। छह माह की अवधि वाले डिप्लोमा-सर्टिफिकेट कोर्स से छात्राओं का कौशल विकास होगा। इन कोर्सों के संचालन के लिए कॉलेज की ओर से विश्वविद्यालय को प्रस्ताव भेजा गया है। इसे न्यू टीचिंग प्रोग्राम एंड एफलिएशन कमेटी की बैठक में सशर्त पारित किया गया है।
अगले दो दिनों में कोर्स के बायलाज से लेकर संचालन के लिए संस्थान में उपस्थित आधारभूत संरचना समेत अन्य की रिपोर्ट विश्वविद्यालय के इंस्पेक्टर आफ कालेजेज साइंस कार्यालय में उपलब्ध करानी है। इसी आधार पर इन कोर्सों का प्रस्ताव 26 मई को होने वाली एकेडमिक काउंसिल की बैठक में रखा जाएगा।
आरबीबीएम की प्राचार्या डॉ. ममता रानी ने बताया कि कॉलेज में करीब 3900 छात्राएं नामांकित हैं। इनके कौशल विकास के लिए यह जरूरी है कि नए मूल्य वर्धित कोर्स का संचालन शुरू किया जाए। इसके लिए कॉलेज की ओर से प्रस्ताव तैयार कर विश्वविद्यालय को उपलब्ध कराया गया है।
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MBBS सप्लीमेंट्री परीक्षा पर उठे सवाल, निजी कॉलेज वाले पास तो सरकारी वाले फेल
जागरण संवाददाता, पटना। आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय (एकेयू) की मूल्यांकन व्यवस्था पर एमबीबीएस विद्यार्थियों ने सवाल खड़ा किए हैं। 2022 बैच के विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि सप्लीमेंट्री परीक्षा में लगभग निजी मेडिकल कॉलेजों के विद्यार्थी सफल घोषित किए गए हैं, जबकि सरकारी के विद्यार्थी को फेल कर दिए गए।
इस तरह की दोहरी नीति विश्वविद्यालय प्रशासन अपना रहा है, जो बिल्कुल गलत है। उनका कहना था कि सभी विद्यार्थियों को समान नजर से देखने की जरूरत है। मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन से बात करने की कोशिश की जाती है तो विद्यार्थियों को भगा दिया जाता है।
बुधवार को हुआ था प्रदर्शनमामले में बुधवार को काफी संख्या में विद्यार्थी एकेयू पहुंच गए और दोबारा परीक्षा आयोजित करने की मांग करने को लेकर प्रदर्शन करने लगे। मामले में एक दर्जन से अधिक विद्यार्थियों पर सरकारी संपत्ति के नुकसान पहुंचाने की एफआइआर की गई है।
विद्यार्थियों ने बताया कि कई को पांच, किसी को 10 तो किसी को 20 अंक दिए गए हैं। परीक्षा 100 अंकों की थी। विद्यार्थियों ने बताया कि फर्स्ट ईयर की परीक्षा में 400 से अधिक विद्यार्थी को सप्लीमेंट्री लगा था। इसमें से 129 के करीब निजी कालेज के विद्यार्थी थे, वे लगभग सभी पास हो गए, जबकि सरकारी कालेजों के विद्यार्थी फेल हो गए।
विद्यार्थियों की सुनने वाला कोई नहींविद्यार्थियों ने कहा कि सत्र 2021 बैच का भविष्य से भी एकेयू प्रशासन खिलवाड़ कर रहा है। मामले को लेकर परीक्षा नियंत्रक डॉ. राजीव रंजन से बातचीत करने की कोशिश की गई तो मोबाइल स्विच ऑफ मिला। कुलपति प्रो. शरद कुमार यादव ने फोन नहीं उठाया। मैसेज करने पर रिप्लाइ भी नहीं मिला। कुलसचिव डा. शंकर कुमार ने बताया कि मामला पूरी तरह परीक्षा विभाग के अधीन है। ऐसे में वह कुछ नहीं बता सकते।
प्रश्नपत्र लीक पर अब तक एफआइआर नहींएकेयू के एमबीबीएस की बीते पांच मई की परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक हुए थे। जांच में यह बात सामने आई। इसके बाद छात्रों की दूसरी बार परीक्षा ली गई। परीक्षा बोर्ड ने निर्णय लिया था कि इस मामले में एफआइआर कराई जाए, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने अब तक कोई कदम नहीं उठाया है। इससे पूरी व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लग रहे हैं।
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Bihar Politics : प्रधानमंत्री मोदी बार-बार क्यों आ रहे बिहार? RJD के इस कद्दावर नेता ने बता दी बड़ी वजह
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics राजद के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा व मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि बिहार में पांच चरणों के चुनाव के बाद बदलाव की ललक स्पष्ट रूप से दिख रही है। बच्चा-बच्चा, चप्पा-चप्पा कह रहा कि नौकरी मतलब तेजस्वी, विकास मतलब तेजस्वी। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी मुद्दों से भटकाने के लिए अब टोटी, लोटा, भैंस, बिजली काटने और मंगलसूत्र छीनने की बात से आगे बढ़कर यह कहने लगे हैं कि उन्हें परमात्मा ने दूत के रूप में भेजा है।
पार्टी के दोनों नेता शुक्रवार को राजद कार्यालय में प्रेस से बात कर रहे थे। दोनों नेताओं ने कहा कि संविधान को मानने वाले बिना किसी डर के काम करें और पक्षपात से बचे।
दोनों नेताओं ने कहा कि पीएम मोदी जिस तरह की बात कर रहे हैं, वैसे लोगों को घर के लोग भी पसंद नहीं करते हैं और कहते हैं कि अब इन्हें बेहतर चिकित्सा की आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री जी बार-बार बिहार क्यों आ रहे है?- मनोज झामनोज झा ने कहा कि प्रधानमंत्री जी बार-बार बिहार आ रहे हैं। क्योंकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने जो कार्य किए वे उन्हें बिहार आने के लिए मजबूर कर रहे हैं। मोदी जी हताश और निराश हो चुके हैं,इसीलिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं जो जनता के मुद्दे और जनता के हितों से अलग है।
इन्होंने सारण चुनाव पर अधिकारियों से कहा कि डरिये मत और किसी के दबाव में काम मत करिये। जिस व्यक्ति की बात सुन रहे हैं वो व्यक्ति अर्श से फर्श पर जल्द ही आने वाला है। सभी अधिकारियों को भारत के संविधान पर विश्वास करके मजबूत संकल्पों के साथ बिना भेदभाव के काम करना चाहिए। कोई भी अधिकारी संविधान के दायरे से बाहर जाकर अपने अधिकार का इस्तेमाल कर रहा है तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि संविधान को बचाने वाले इस तरह का प्रतिकार करेंगे।
बिहार में तंत्र-मंत्र और षडयंत्र उनका- मनोज झादोनों नेताओं ने कहा कि सच तो यह है कि बिहार में तंत्र-मंत्र और षडयंत्र उनका है और शासन और प्रशासन भी उन्हीं का है, लेकिन भारत का संविधान सभी को बेहतर ढंग से काम करने का अधिकार देता है। अगर कोई गलत करेंगे तो उनपर निगाह है।
संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, अरूण कुमार यादव, प्रमोद कुमार सिन्हा एवं अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता उपेन्द्र चन्द्रवंशी भी उपस्थित थे।
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Bihar Politics: '...आज बंगाल घुसपैठियों-आतंक का रंगमंच', विजय सिन्हा का ममता बनर्जी पर बड़ा हमला
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि नीति, नीयत और नेता विहीन विपक्ष का एजेंडा ही देश को गुमराह और तबाह करने का रहा है। बात-बात में लोकतंत्र और संविधान की दुहाई देने वालों को बंगाल के नंदीग्राम की घटना पर भी अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए।
विजय सिन्हा ने यह भी कहा कि बंगाल जो कभी शक्ति की उपासना का केंद्र माना जाता था। उसे आज घुसपैठियों की तुष्टीकरण और आतंक के शक्ति प्रदर्शन का रंगमंच बना दिया गया है। सबसे दुखद पहलू तो यह है कि जिस बंगाल में यह कुकृत्य हुआ है, वहां एक महिला के हाथों में ही सत्ता है। इस घटना से आज बंगाल ही नहीं, पूरा देश शर्मसार है।
ममता बनर्जी पर विजय सिन्हा ने साधा निशानाउन्होंने कहा कि ममता बनर्जी और आइएनडीआइए की राजनीति एक ही धारा है। ये सभी भय, भूख और भ्रष्टाचार का माहौल बनाकर अपना लूटतंत्र कायम करना चाहते हैं। बिहार ने भी आंतक और बर्बरता का ऐसा एक दौर देखा है। लोग यह भी नहीं भूले कि उस दौर में उस जंगलराज का संचालन कौन कर रहा था?
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Bihar Election 2024 : वादों के सागर में तलाश रहे हकीकत के मोती, कभी यहां तो कभी वहां गोता लगा रहे दल
जागरण संवाददाता, पटना। चुनाव के शोर में गारंटी बनाम गारंटी की गूंज है। महिला, बुजुर्ग और युवाओं को अपने पाले में करने के लिए गारंटी भुना लेना आसान नहीं। नेताजी के वादों के सागर में जनता हकीकत के मोती तलाश रही है। जीत की राह पर निकलने के लिए कांग्रेस ने वार रूम में योजना बन रही है। मतदाताओं को रिझाने के लिए गारंटी पत्र के साथ एक्स, फेसबुक, इंस्टाग्राम और यू-ट्यूब पर पार्टी सक्रिय है।
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में चुनाव को लेकर सुबह 10 से रात आठ बजे तक 11 कार्यकर्ता मुस्तैद हैं। इनका कार्य विपक्ष की ओर से आ रहे हर बयान पर नजर रखना है। जवाब कैसे देना है? इसकी योजना पार्टी का शीर्ष नेतृत्व करता है। एक्स, फेसबुक पर अन्य दल लिखने-बोलने पर नजर रखने के साथ? विरोधियों के झूठे वादों की खबर ली जाती है।
नौ लोकसभा क्षेत्रों पर खासतौर पर नजर- कांग्रेसबिहार कांग्रेस मीडिया प्रमुख व प्रवक्ता राजेश राठौर ने बताया कि प्रचार सभी क्षेत्रों में किया जा रहा है, मगर नौ लोकसभा पर खासतौर पर नजर बनी है। लक्ष्य पांच न्याय एवं 25 गारंटी को मतदाताओं तक पहुंचाना है। गारंटी हमारे विरोधी भी दे रहे, पर उनकी वाली हवा में है।
हम एक पेज की गारंटी जनता तक पहुंचा रहे। गारंटी पत्र के नीचे के हिस्से में वोटर का नाम व पता लेकर वापस ले लिया जाता है। ताकि समय पड़ने पर उनसे संपर्क किया जा सके, साथ ही हमारा भी नंबर पत्र में रहता है।
मतदाताओं को रिझाने के लिए फोटो-वीडियो पर जोर- राजेशराठौर कहते हैं कि इंटरनेट मीडिया पर पार्टी की सक्रियता से पता चल रहा है कि महिलाओं को एक लाख रुपये देने, युवा को रोजगार और किसानों के लिए किए गए हमारे वादे को जनता पसंद कर रही है। वोटरों को फायदे की बातों को फोटो और वीडियो के माध्यम से साझा करने पर जोर दिया जा रहा है।
एक्स-फेसबुक पर 30-30 सेकेंड के वीडियो और जनता के साथ नेताओं की तस्वीरों को प्रमुखता से साझा किया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया पर सहयोगी दलों के प्रत्याशियों का प्रचार जोर-शोर से चल रहा है।
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जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी पटना के जक्कनपुर थाना क्षेत्र स्थित रामनगर मोड़ के पास गुरुवार की सुबह लोगों ने 25 वर्षीय युवक को चोरी के संदेह में दबोच लिया और लाठी डंडे से पिटाई कर उसकी हत्या कर दी। उसका शव रामनगर मोड़ से कुछ दूर आगे चबूतरा के पास मिला। पुलिस छानबीन में जुट गई।
थानेदार एचएन सिंह ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज जांच के बाद पता चला कि वह पटना जंक्शन की तरफ से रामनगर स्थित एक बिल्डिंग के पास आया था। फुटेज में यह भी दिखा कि दो युवक लाठी डंडे से उसकी पिटाई कर रहे हैं और चार नाबालिग भी वहीं पर खड़े हैं। दोनों युवक बिल्डिंग में किराएदार बताए जा रहे हैं, जो घटना के बाद से फरार हैं। मामले में हत्या का केस दर्ज कर आरोपितों की तलाश की जा रही है।
क्या है पूरा मामलापूछताछ में पता चला कि वह स्टेशन के आसपास ही रहता था। संभावना जताई जा रही है कि उसके साथ एक अन्य भी था, जो फरार हो गया। उसके स्वजनों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। शव को 72 घंटे के लिए सुरक्षित रखा गया है। युवक के हाथ पर टैटू बना था, जिस पर विक्की के और मां लिखा हुआ था। रामनगर में प्रह्लाद का चार मंजिला मकान है। उसमें कई किरायेदार रहते हैं।
बताया जा रहा है कि बुधवार की रात विक्की अपने साथी के साथ उस मकान में घुस गया। मकान के नीचे लोहा और अन्य पुराना सामान रखा हुआ है। वहीं, एक कमरे में रहने वाले लोग घर में नहीं थे। लोहा या अन्य सामान चोरी की नियत से दोनों मकान में घुसे थे। एक किरायेदार का मोबाइल के संदेह में विक्की को दबोच लिया। शोर सुनकर मकान में रहने वाले अन्य लोग भी जाग गए।
युवक की पिटाई कर उसे सुबह तक बिठाए रखा। इस बात की सूचना किसी ने थाने में नहीं दी। सुबह करीब साढ़े आठ बजे स्थानीय लोगों के हस्तक्षेप के बाद उसे छोड़ दिया। वह वहां से भागकर जक्कनपुर थाने की तरफ जाने लगा। इसके बाद दो युवक और तीन चार नाबालिग पीछे से लाठी डंडा लेकर आए और रेस्टोरेंट के पास उसकी पिटाई कर दी। वह घायल अवस्था में पास के ही चबूतरा पर गिर गया। इसके बाद सभी आरोपित वहां से भागते हुए दिखे। कुछ देर बाद घायल युवक की मौत हो गई।
सीसीटीवी फुटेज से बिल्डिंग तक पहुंची पुलिसशुरुआती जांच में पुलिस के सामने कोई कुछ भी बोलने से बच रहा था। पुलिस की दो टीम आसपास के घरों में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुट गई। फुटेज से पता चला कि वह बुधवार की रात करीब तीन बजे स्टेशन की तरफ से रामनगर आते दिखा। दूसरा फुटेज में सुबह करीब आठ बजे घटनास्थल के पास का मिला, जिसमें कुछ लोग लाठी डंडे लेकर चोर चोर कहते हुए विक्की का पीछा करते दिखे।
वहीं, लोग उसकी पिटाई कर रहे थे। वहां चबूतरा के पास गिर गया तो सभी वहां से भाग गए। इसके बाद पुलिस प्रह्लाद के मकान पर गई। पिटाई के दौरान एक लाल रंग का शर्ट पहने हुए युवक भी दिखा जो उसके मकान में किराएदार है। पुलिस उसकी तलाश में जुटी है।
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