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वक्फ संशोधन बिल लोकसभा में आज होगा पेश, विरोध की तैयारी में विपक्ष; जानिए क्या-क्या होंगी चुनौतियां

Dainik Jagran - National - April 2, 2025 - 8:40am

अरविंद शर्मा, नई दिल्ली। सभी दलों से व्यापक विमर्श के बाद वक्फ संशोधन विधेयक बुधवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा। लगभग तय माना जा रहा है कि यह बुधवार को ही पारित हो जाएगा। इस दौरान भारी हंगामा होने के आसार हैं, क्योंकि विपक्ष के कई दल इसके पक्ष में नहीं हैं।

जदयू-तेदेपा सरकार के साथ

हालांकि सत्तारूढ़ राजग के प्रमुख सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) एवं तेलुगु देसम पार्टी (तेदेपा) समेत अन्य पार्टियां भी सरकार के साथ मजबूती से खड़ी हैं और विधेयक के समर्थन में मतदान करेंगी। सदन में सत्ता पक्ष के पास संख्या भी पर्याप्त है। ऐसे में माना जा रहा है कि विधेयक को दोनों सदनों में आसानी से पारित करा लिया जाएगा।

संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि विधेयक के समर्थन में राजग के सभी दल पूरी तरह एकजुट हैं। यहां तक कि उन्होंने विपक्ष के भी कई सांसदों का समर्थन प्राप्त होने का दावा किया। रिजिजू ने बताया कि 12 बजे प्रश्नकाल समाप्त होने के तुरंत बाद वह विधेयक पेश करेंगे।

गृह मंत्री अमित शाह रहेंगे सदन में मौजूद

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की अध्यक्षता में मंगलवार को सदन की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में इस विधेयक पर आठ घंटे चर्चा के लिए सहमति बनी है, जिसे सदन की भावना के अनुरूप बढ़ाया भी जा सकता है। हालांकि कांग्रेस एवं कई अन्य विपक्षी दलों ने अपनी आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए बैठक से बहिर्गमन किया। सूत्रों के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेता विधेयक पर चर्चा में हिस्सा ले सकते हैं।

सरकार ने पिछले वर्ष आठ अगस्त को वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश किया था, लेकिन विपक्ष के विरोध के कारण इसे जगदंबिका पाल के नेतृत्व में बनी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के पास विचारार्थ भेज दिया गया था। वक्फ संशोधन विधेयक में जेपीसी ने राजग के सहयोगी दलों द्वारा दिए गए सुझावों को शामिल किया है।

सांसदों के लिए व्हिप भी जारी

इसी का नतीजा है कि तेदेपा, जदयू, शिवसेना, लोजपा (रामविलास) हम, रालोद जैसे सभी सहयोगी दलों ने विधेयक के समर्थन की घोषणा कर दी है और अपने-अपने सांसदों के लिए व्हिप भी जारी कर दिए हैं। जेपीसी ने मूल वक्फ संशोधन विधेयक में कुल 14 बदलावों का सुझाव दिया था, जिन्हें नए संशोधन विधेयक में शामिल कर लिया गया है।

संशोधनों के बाद अब इसे फिर लोकसभा में पेश किया जा रहा है। चूंकि यह सामान्य विधेयक है, इसलिए सत्ता पक्ष को इसे पारित कराने के लिए सदन में उपस्थित सदस्यों के सिर्फ बहुमत की ही जरूरत होगी।

आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर का मत स्पष्ट नहीं

सदन में सदस्यों की संख्या के हिसाब से राजग के पक्ष में स्पष्ट बहुमत दिख रहा है। लोकसभा में कुल सदस्यों की संख्या अभी 542 है, जबकि एक सीट रिक्त है। सदन में अकेले भाजपा के 240 सदस्य हैं और सहयोगी दलों को मिलाकर कुल 293 सदस्य हैं। जबकि विपक्षी खेमे के सदस्यों की संख्या सिर्फ 237 है। कुछ ऐसे भी दल और निर्दलीय सदस्य हैं, जिन्होंने अभी तक अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया है। इनमें आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर शामिल हैं।

वॉकआउट कर सकता है विपक्ष

भाजपा का दावा है कि इनमें से भी अधिकतर का समर्थन उसे हासिल है। देखना रोचक होगा कि विपक्षी दलों में संख्या कितनी पहुंचती है क्योंकि माना जा रहा है कि विपक्ष के कुछ सदस्य सदन से वॉकआउट कर सकते हैं। विधेयक पेश करने की सरकार की घोषणा के बाद विपक्षी नेताओं ने मंगलवार शाम संसद भवन में एक बैठक की।

आइएनडीआइए के दलों ने संयुक्त बैठक के बाद कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक पर मोदी सरकार के विभाजनकारी एजेंडे को परास्त करने के लिए पूरा विपक्ष एकजुट है। कांग्रेस समेत विपक्ष के कई दलों ने अपने सांसदों को अगले तीन दिनों तक सदन में उपस्थित रहने का व्हिप जारी कर दिया है।

राज्यसभा में गुरुवार को हो सकता है पेश

लोकसभा से पारित होने के बाद राज्यसभा में विधेयक गुरुवार को पेश किए जाने की संभावना है। उच्च सदन की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक में भी इस पर चर्चा के लिए आठ घंटे निर्धारित किए गए हैं। राज्यसभा में वर्तमान में कुल 236 सदस्य हैं। विधेयक पारित कराने के लिए सत्ता पक्ष को कुल 119 सदस्यों के समर्थन की जरूरत होगी।

भाजपा के 98 सदस्य

भाजपा के 98 सदस्य हैं, जबकि सहयोगी दलों के 19 सदस्य हैं। इसके अतिरिक्त छह मनोनीत सदस्य हैं। दो निर्दलीय सदस्यों का भी समर्थन भाजपा के पक्ष में है। इस तरह सत्तापक्ष को कुल 125 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है, जो बहुमत से छह ज्यादा हैं। दूसरी ओर विपक्षी खेमे में कांग्रेस के 27 सदस्य हैं और अन्य दलों के 60 सदस्य हैं।

विपक्ष की संख्या पहुंच रही 88

एक निर्दलीय को मिलकर कुल संख्या 88 तक ही पहुंच पा रही है। इसके अतिरिक्त वाईएसआर के सात, बीजद के नौ एवं अन्य छोटे दलों के सात सदस्यों ने अभी अपना पक्ष स्पष्ट नहीं किया है। उधर, कैथोलिक बिशप्स कान्फ्रेंस ऑफ इंडिया के बाद चर्च ऑफ भारत ने भी मंगलवार को विधेयक को अपना समर्थन दे दिया।

लोकसभा में वर्तमान सदस्य -542सत्ता पक्ष दल सदस्यों की संख्या भाजपा 240 तेदेपा 16 जदयू 12 शिवसेना 07 लोजपा(आर) 05 जदएस 02 जनसेना 02 रालोद 02 अन्य 07 कुल 293 विपक्ष  दल सदस्य कांग्रेस 99 समाजवादी पार्टी 37 तृकां 28 द्रमुक 22 शिवसेना (यूबीटी) 09 वामदल 08 राकांपा (शरद) 08 राजद 04 आप 03 झामुमो 03 आइयूएमएल 03 नेशनल कान्फ्रेंस 02

अन्य- 11

कुल- 237

(कुल दलों ने अभी पक्ष या विपक्ष में जाने का निर्णय नहीं लिया है। उनकी संख्या 12 है।)

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Bihar Politics: बिहार कांग्रेस में देर रात उलटफेर, विधानसभा चुनाव के पहले 40 जिलों में नए अध्यक्ष बनाए

Dainik Jagran - April 2, 2025 - 8:37am

राज्य ब्यूरो,  पटना। Bihar Political News Today: बिहार में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके पहले प्रदेश कांग्रेस में पार्टी संगठन को मजबूत करने की कवायद लगातार जारी है। बिहार के प्रभारी और अध्यक्ष के पद पर नए लोगों को जिम्मेदारी देने के बाद अब पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने बिहार के 40 संगठनात्मक जिलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति कर दी है। मंगलवार की देर रात पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया।

आदेश के मुताबिक पटना टाउन, पटना ग्रामीण-एक और दो को मिलाकर तीन नए अध्यक्ष और इतने ही कार्यकारी अध्यक्ष तैनात किए गए हैं। पटना टाउन का अध्यक्ष पार्टी के पुराने और युवा नेता शशि रंजन को बनाया गया है। साथ ही पटना टाउन के कार्यकारी अध्यक्ष पद का जिम्मा रंजीत कुमार को सौंपा गया है।

सुमित कुमार सन्नी को पटना ग्रामीण 1 के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी

इसी प्रकार पटना ग्रामीण एक के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सुमित कुमार सन्नी को दी गई है, जबकि  उदय कुमार चंद्रवंशी को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। पटना ग्रामीण-दो के अध्यक्ष पद का जिम्मा गुरजीत सिंह को दिया गया है, जबकि नीतू निषाद को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।

पटना के अतिरिक्त मुजफ्फरपुर कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी अरविंद मुकुल को दी गई है। भागलपुर अध्यक्ष के पद पर परवेज जमाल को दिया गया है। गया में संतोष कुमार को अध्यक्ष बनाया गया है। साथ ही दो कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं, शहाबुद्दीन रहमानी व उदय मांझी। नालंदा में नरेश अकेला, नवादा में सतीश कुमार को अध्यक्ष बनाया गया है।

अररिया, दरभंगा, कटिहार समेत कई जिलों में फेरबदल

इसी प्रकार अररिया में शाद अहमद, दरभंगा में दयानंद पासवान, पूर्वी चंपारण में इंजीनियर शशि भूषण राय, गोपालगंज में ओमप्रकाश गर्ग, कटिहार में सुनील यादव के साथ दो कार्यकारी अध्यक्ष भी नियुक्त किए गए हैं। किशनगंज में इमाम अली के अलावा शाहिबुल अख्तर को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है।

मधेपुरा में सूर्यनारायण राम, मधुबनी में सुबोध मंडल, पूर्णिया में विजेंद्र यादव, सहरसा में मुकेश झा और तारिणी ऋषि देव को कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। समस्तीपुर में अबू तमीम, सारण में बच्चन प्रसाद वीरू, शिवहर में नूरी बेगम सीतामढ़ी में  रकतु प्रसाद को अध्यक्ष बनाया गया है। 

सिवान में सुशील कुमार यादव, सुपौल में सूर्यनारायण मेहता, वैशाली में महेश प्रसाद राय, पश्चिमी चंपारण में  प्रमोद सिंह पटेल, औरंगाबाद में राकेश कुमार सिंह, अरवल में धनंजय शर्मा, बांका में कंचन सिंह, बेगूसराय में अभय कुमार सजन, भोजपुरी में अशोक राम, बक्सर में डा. मनोज कुमार पांडे बनाए गए।

जहानाबाद, जमुई समेत इन जिलों में भी बदले जिला अध्यक्ष

वहीं जहानाबाद में इश्तियाक आजम, जमुई में अनिल कुमार, सिंह कैमूर में राधेश्याम कुशवाहा, खगड़िया में अविनाश कुमार अविनाश, लखीसराय में अमरेश कुमार अनीश मुंगेर में अशोक पासवान,रोहतास में अमरेंद्र पांडे और शेखपुरा में प्रभात कुमार चंद्रवंशी को अध्यक्ष बनाया गया है।

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दिल्ली-यूपी, राजस्थान समेत इन राज्यों में पारा 40 के पार, कुछ में आंधी-बारिश का अलर्ट; पढ़ें IMD का अपडेट

Dainik Jagran - National - April 2, 2025 - 8:19am

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में मौसम का मिजाज बदल रहा है। कहीं तेज हवा, कहीं गर्मी, कहीं बूंदाबांदी तो कहीं लू देखने को मिल रही है। वहीं मौसम विभाग ने गर्मी को लेकर अपडेट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार 2 अप्रैल 2025 को उत्तर भारत के कई हिस्सों में गर्मी बढ़ने का अनुमान है।

दिल्ली NCR के लोगों पर गर्मी का सितम बढ़ रहा है। तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है। दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश,राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में अगले कुछ दिनों में पारा 30 ही नहीं बल्कि 40 डिग्री तक जा सकता है, जिसके चलते अप्रैल में ही लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। महाराष्ट्र, गोवा, केरल समेत 6 राज्यों में तेज बारिश की संभावना है।

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— India Meteorological Department (@Indiametdept) April 1, 2025

इन राज्यों में चलेंगी तेज हवाएं
  • अगले 24 घंटे के दौरान विदर्भ, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट, गोवा, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश में 40-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलेंगी।
  • इनमें से कई राज्यों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है, वहीं 3-6 अप्रैल के बीच केरल और कर्नाटक में भारी बारिश हो सकती है।
 यूपी में गर्मी ने दिखाए तेवर

उत्तर प्रदेश में धीरे-धीरे गर्मी बढ़ती जा रही है। आने वाले दिनों में अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी होने से दिन के समय गर्मी और बढ़ सकती है। बुधवार को भी प्रदेश में मौसम साफ रहने के कारण गर्मी पड़ सकती है। हालांकि 24 घंटे बाद प्रदेश का मौसम पूरी तरह से बदल सकता है।

दो दिन में होगी बारिश

3 अप्रैल को प्रदेश के दोनों हिस्सों में बूंदाबांदी के साथ ही हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। लेकिन इसके बाद फिर से प्रदेश में गर्मी का सिलसिला जारी हो सकता है।

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