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IGNOU ने बढ़ाई 'ऑनलाइन एंड डिस्टेंस लर्निंग' कोर्स की डेट, अब इस तारीख तक कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
जागरण संवाददाता, पटना। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय (IGNOU) ने जनवरी सत्र के ऑनलाइन एंड डिस्टेंस लर्निंग और ऑनलाइन पाठ्यक्रमों में नामांकन के लिए तिथि बढ़ा दी है। अब विद्यार्थी 20 मार्च तक वेबसाइट ignou.ac.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। पहले आवेदन करने की आखिरी तिथि 10 मार्च थी, जिसे अब बढ़ाकर 20 मार्च कर दिया गया है।
यहां से करें रजिस्ट्रेशनऑनलाइन पाठ्यक्रमों के लिए ignouiop.samarth.ac.in पर रजिस्ट्रेशन करना होगा, जबकि ऑनलाइन और दूरस्थ शिक्षा (ओडीएल) कार्यक्रमों के लिए, रजिस्ट्रेशन ignouadmission.samarth.edu.in जाकर करना होगा।
छात्र क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन और ओडीएल पाठ्यक्रमों के लिए आवेदन शुल्क का भुगतान कर सकते हैं।
इन कोर्स के लिए कर सकते हैं रजिस्ट्रेशनइग्नू ओडीएल कार्यक्रमों में बीए अर्थशास्त्र, बीए अंग्रेजी, बीए हिंदी, बीए इतिहास, बीए (आनर्स) अर्थशास्त्र, बीए (आनर्स) इतिहास, बीए (आनर्स) हिंदी, बीए (आनर्स) लोक प्रशासन, बीए (आनर्स) राजनीति विज्ञान, बीए राजनीति विज्ञान, बीए मनोविज्ञान, बीए लोक प्रशासन, बीए संस्कृत, बीए समाजशास्त्र, बीए उर्दू, बीए एप्लाइड हिंदी और बहुत कुछ शामिल हैं। इसमें व्यवसायिक कोर्स के साथ-साथ पीजी के भी पाठ्यक्रम शामिल है।
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Lok Sabha Election 2024: चुनाव के लिए जमा होंगे वाहन, अब नहीं फंसेगा एक भी पैसा; ऐसे होगा भुगतान
राज्य ब्यूरो, पटना। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। परिवहन विभाग ने चुनाव कार्य में लगाए जाने वाले वाहनों के लिए मार्गदर्शिका जारी कर दी है। इसके अलावा सभी प्रमंडलीय आयुक्त, जिलाधिकारी, जिला परिवहन पदाधिकारियों आदि को पत्र लिखकर जरूरी निर्देश भी दिए हैं।
इस बार चुनाव के लिए अधिग्रहित किए जाने वाले वाहनों के भुगतान की पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी। इसके लिए व्हिकल मैनेजमेंट सिस्टम (वीएमएस) पोर्टल तैयार किया गया है, जहां वाहनों से जुड़ी सारी जानकारी और आंकड़े अपलोड होंगे।
विभाग ने जारी मार्गदर्शिका में बताया है कि निवार्चन कार्य में काफी संख्या में मतदानकर्मियों, अर्द्धसैनिक बलों, पुलिस बलों के आवागमन के साथ चुनाव सामग्रियों की भी ढुलाई के लिए वाहनों की जरूरत होती हे। सरकारी वाहनों से इसकी प्रतिपूर्ति नहीं होने पर जिला स्तर पर वाहनों का अधिग्रहण किया जाता है।
विभाग ने सभी जिलों को मतदान केंद्रों, अर्द्धसैनिक व पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति के आधार पर वाहनों का आकलन करने का निर्देश दिया है। इसकी इंट्री वीएमएस पोर्टल में करने को भी कहा गया है। सभी डीएम को अपने जिले में वाहन कोषांग का गठन करने को कहा गया है।
ड्राइवराें को 300 रुपये मिलेगी दैनिक खुराकीविभागीय जानकारी के अनुसार, तीन चक्का, चार चक्का एवं ट्रैक्टर के ड्राइवरों को प्रतिदिन 300 रुपये दैनिक खुराकी का नकद भुगतान किया जाएगा। वहीं छह चक्का एवं उससे बड़े वाहनों के चालक के साथ सह-चालक को भी 300-300 रुपये दैनिक खुराकी दी जाएगी।
यह भुगतान एडवांस होगा जिसका समायोजन गाड़ी के मुआवजे से किया जाएगा। अधिग्रहित वाहनों की संपूर्ण मुआवजा राशि का भुगतान विमुक्ति के तीस दिनों के अंदर करने को कहा गया है।
वाहनों का प्रतिलीटर ईंधन खपत किया गया तयपरिवहन विभाग ने चुनाव कार्य में लगाए जाने वाले वाहनों के लिए प्रति लीटर ईंधन खपत की औसत दूरी तय कर दी है। मिनी बस के लिए पांच किमी जबकि बड़ी बसों के लिए तीन किमी प्रति लीटर की दर तय हुइ्र है।
ट्रेकर, जीप, सुमो, बोलेरो, स्कॉर्पियो आदि के लिए 10 किमी जबकि ऑटो रिक्शा के लिए 20 किमी प्रति लीटर ईंधन की औसत खपत तय की गई है। बाइक के लिए 40 किमी की दर तय है। ई-रिक्शा का भुगतान कार्यदिवस के आधार पर किया जाएगा।
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राज्य ब्यूरो, पटना। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज शर्मा ने सोमवार को बयान जारी करते हुए कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद स्वयं कई मामलों में फंसे हैं, लेकिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर टिप्पणी से बाज नहीं आ रहे। न्यायालय के निर्णयों का अगर लालू ईमानदारी से अनुपालन करें तो उन्हें अभी कई और वर्ष जेल में काटने पड़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि न्यायालय ने लालू को पांच बार सजा सुनाई है। चारा घोटाले में उन्हें कुल 32.5 वर्ष कैद की सजा हुई है। सभी सजा को अलग-अलग काटना है। लालू अभी जमानत पर है। सजा समाप्त नहीं हुई है।
मनोज शर्मा ने आगे कहा कि 3 अक्टूबर, 2013 को लालू को पहली सजा हुई थी और 21 फरवरी, 2022 को पांचवीं। इसके बावजूद लालू और उनका परिवार घोटाले से बाज नहीं आ रहा। भूखंड के बदले नौकरी, रेलवे होटल घोटाला, मिट्टी घोटाले से लेकर कई घोटालों में लालू और उनके स्वजन फंसे हुए हैं।
जुब्बा सहनी के बलिदान दिवस पर 13 को भाजपा करेगी समारोहमत्स्यजीवी प्रकोष्ठ के तत्वाधान में 13 मार्च को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में शहीद जुब्बा सहनी के बलिदान दिवस पर भाजपा कार्यक्रम का आयोजन करेगी। विधान पार्षद हरि सहनी ने सोमवार को बताया कि कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे।
भाजपा जुब्बा सहनी के बलिदान दिवस का पखवारा मना रही है। राम-कृष्ण की धरती को हम लोग बलिदानियों की धरती भारत के रूप में जानते हैं। संवाददाता सम्मेलन में भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजभूषण चौधरी ने कहा कि जुब्बा सहनी के बलिदान के प्रति निषाद समाज और संपूर्ण देश ऋणी रहेगा।
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Lok Sabha Elections 2024: चुनावी ड्यूटी करने वाले कर्मचारी घायल या बीमार हुए तो मिलेगा पैसा, आ गई चुनाव आयोग की नई गाइडलाइन
राज्य ब्यूरो, पटना। लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा, विधानपरिषद तथा राष्ट्रपति या उप राष्ट्रपति चुनाव में लगे कर्मचारियों के घायल होने या फिर बीमार पड़ने पर सरकार उनकी चिकित्सा पर हुए खर्च की प्रतिपूर्ति करेगी। राज्य सरकार ने इस संबंध में संकल्प जारी किया है।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी नई गाइडलाइन के अनुसार अब चुनाव की घोषणा के बाद और मतगणना होने के पहले तक कोई कर्मचारी, मजदूर, इलेक्ट्रिशियन व चालक घायल या बीमार होते हैं, तो उन्हें चिकित्सा का पूरा पैसा दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी संकल्प के अनुसार 28 सितंबर, 2020 को सरकार ने यह प्रविधान किया है।
बीमार होने की स्थिति में ही चिकित्सा प्रतिपूर्ति का प्रविधानइससे पहले के संकल्प में लोकसभा, विधानसभा, विधान परिषद के आम या उपचुनाव के दौरान चुनावी डयूटी में प्रतिनियुक्त कर्मियों को की हिंसात्मक घटना या दुर्घटना में घायल होने या बीमार होने की स्थिति में ही चिकित्सा प्रतिपूर्ति का प्रविधान था।
आदेश के अनुसार कार्य के दौरान यदि कोई कर्मी घायल होगा या बीमार होगा तो उसे निकट के अस्पताल में भर्ती कराते हुए उसका उपचार कराया जाएगा। इसके बाद खर्च की राशि की गणना होगी। सिविल सर्जन की सहमति के बाद प्रतिपूर्ति की राशि जारी हो सकेगी।
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CAA News: सीएए लागू होने के बाद बिहार पुलिस अलर्ट, सीमांचल पर विशेष नजर; सभी जिलों के SP को मिले ये निर्देश
राज्य ब्यूरो, पटना। CAA News केंद्र सरकार के द्वारा सोमवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) नियमों की अधिसूचना जारी कर दी गई है। इसको लेकर बिहार के सभी जिलों को अलर्ट किया गया है।
पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी को एहतियातन सतर्कता बरतने का निर्देश दिया है। खासकर सीमांचल के जिलों में विशेष चौकसी बरतने को कहा गया है। पुलिस पदाधिकारियों को विधि-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।
अराजक स्थिति से निपटने का निर्देशकिसी प्रकार की अराजक स्थिति होने पर त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यालय से जारी निर्देश में सभी जिलों को संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर वहां चौकसी बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
इन इलाकों में पुलिस की गश्ती भी बढ़ाई जाएगी। थानास्तर पर पुलिसकर्मियों को इस बाबत निर्देशित करने को कहा गया है। इसके अलावा आवश्यकतानुसार प्रमुख जगहों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती करने को भी गया है।
जदयू ने सीएए का किया स्वागतजदयू ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का स्वागत किया है। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि केंद्र सरकार ने मानवीयता के आधार पर भारतीय नागरिकता कानून को 2019 में संशोधित किया था। इसके तहत ऐसे व्यक्तियों का ख्याल रखा गया है जो वर्षों से प्रताड़ना के शिकार थे। इस निर्णय से विश्व समुदाय का भारत के प्रति सम्मान एवं विश्वास उत्पन्न हुआ है।
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Bihar New Elevated Road: इस जिले में बनेगी शानदार चमचमाती एलिवेटेड सड़क, 15000 करोड़ आएगी लागत
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। उसमें एक महत्वपूर्ण कड़ी है कि अनिसाबाद से दीदारगंज तक एक एलिवेटेड सड़क बनाई जाएगी। इस सड़क से न केवल स्थानीय लोगों को बल्कि उस सड़क से गुजरने वाले हर व्यक्ति को बड़ी राहत मिलेगी। दीदारगंज तक सड़क बनने से राजधानी के व्यापारियों को काफी लाभ होगा।
ये बातें सोमवार को पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद ने मीठापुर में फुट ओवर ब्रिज के उद्धाटन समारोह में कहीं। उन्होंने कहा कि देश में यातायात को बढ़ावा देने के लिए रेलवे की ओर से मजबूत नेटवर्क बनाया जा रहा है। उसका लाभ दिखाई पड़ने लगा है। इस पुल का नाम महान स्वतंत्रता सेनानी बटुकेश्वर दत्त के नाम पर रखा गया है। इसकी घोषणा सांसद ने मंच से की।
फुट ओवर ब्रिज पर लाइट व शेड लगाने का निर्देशसांसद ने रेलवे अधिकारियों को निर्देश दिया कि नव निर्मित फुट ओवर ब्रिज पर तत्काल लाइट की व्यवस्था की जाए, ताकि यहां पर रात में लोगों को आने में किसी तरह की परेशानी नहीं हो। इसके अलावा, फुट ओवर ब्रिज पर शेड लगाने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए अधिकतम तीन माह का समय दिया गया है।
मौके पर पूर्व मंत्री एवं विधायक नितिन नवीन ने कहा कि यहां पर फुट ओवर ब्रिज की मांग लंबे समय से की जा रही थी। इससे स्थानीय लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। अब लोग सुरक्षित तरीके से नजर रेलवे लाइन पार कर सकते है। इस अवसर पर रेलवे के वरीय मंडल अभियंता सौरभ मिश्रा ने समारोह में आए अतिथियों का बुके एवं शाल भेंटकर स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि मीठापुर में फुट ओवर ब्रिज का निर्माण 2.9 करोड़ की लागत से किया गया है। मौके पर राघोपुर के पूर्व विधायक सतीश कुमार, कबीर पंथ के फतुहा मठ के महंत ब्रजेश मुनि सहित कई लोगों ने भाग लिया।
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Lalu Yadav: 'फिर फंस जाएंगे...', लालू को आज क्यों याद आया 9 साल पुराना 'लिफ्ट' का किस्सा; गृह मंत्री पर ली चुटकी
राज्य ब्यूरो, पटना। Lalu Yadav On Amit Shah राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू यादव ने सोमवार को करीब नौ वर्ष पुरानी एक घटना को याद करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह पर चुटकी ली, जब शाह लिफ्ट के अंदर फंस गए थे। लालू यादव सोमवार को महागठबंधन के विधान परिषद प्रत्याशियों के नामांकन के लिए बिहार विधानसभा आए हुए थे।
नामांकन के बाद लालू प्रसाद जब विधानसभा से बाहर आ रहे थे उस दौरान मीडिया ने उनके सामने अमित शाह की पालीगंज की रैली का मुद्दा उठाया। इस पर लालू प्रसाद ने कहा कि कौन हैं ये अमित शाह? मैं नहीं जानता। फिर उन्होंने कहा कि अमित शाह भूल गए क्या कि किस तरह लिफ्ट में फंस गए थे। फिर फंस जाएंगे।
9 साल पुराना किस्सालालू प्रसाद की इस टिप्पणी पर वहां मौजूद लालू प्रसाद के समर्थकों ने ठहाके लगाए। असल में अमित शाह आज से करीब नौ वर्ष पूर्व 2015 चुनावों के सिलसिले में बिहार आए थे। इस दौरान एक कार्यक्रम के बाद वे राजकीय अतिथिशाला की लिफ्ट में फंस गए थे। उनके साथ कई भाजपा नेता भी लिफ्ट में फंस गए थे। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद तकनीशियनों की मदद से शाह को बाहर निकाला जा सका था।
2015 में तमाम प्रयास और कोशिशों के बाद भी भाजपा को हार का सामना करना पड़ा था। उस चुनाव में नीतीश कुमार और लालू प्रसाद ने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था।
लालू प्रसाद के बयान के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि लालू प्रसाद तीन दशकों से राजनीति में हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी कुछ ऐसा नहीं कहा जिसे गंभीरता से लिया जा सके।
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Howrah-Delhi Duronto Express : हावड़ा-दिल्ली दुरंतो एक्सप्रेस बाल-बाल बची, लोको पायलट की सूझबूझ से टला बड़ा रेल हादसा
संवाद सूत्र, खुसरूपुर। दानापुर रेल मंडल के खुसरूपुर में लोको पायलट (ट्रेन चालक) की सूझबूझ से हावड़ा-दिल्ली दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। दरअसल, खुसरूपुर रेलवे स्टेशन से थोड़ी दूर पश्चिम अप मेन लाइन तकनीकी कारणों से टेढ़ी-मेढ़ी हो गई।
पटरी में आई गड़बड़ी के बारे में स्टेशन मास्टर तक को कुछ पता नहीं था। इसी बीच अप लाइन से दुरंतो को पास होने का सिग्नल दिया गया।
ट्रेन निकल ही रही थी कि पटरी की गड़बड़ी देख लोको पायलट रामनाथ एवं सहायक लोको पायलट साहिद अली (आसनसोल मुख्यालय) ने अचानक से ट्रेन रोक दी।
इसके बाद पटरी में गड़बड़ी होने की सूचना स्टेशन मास्टकर को दी गई। घटना की जानकारी मिलते ही रेल कर्मियों के हाथ-पांव फूल गए।
पटरी की मरम्मत करके ट्रेन को किया रवानाआनन-फानन में पीडब्ल्यूआई की टीम मौके पर पहुंची और पटरी की मरम्मत की। ट्रेन 15.55 बजे खड़ी हुई और पटरी मरम्मती के बाद 16.55 में स्पीड कंट्रोल कर रवाना की गई।
दुरंतो के यहां खड़ी होने के कारण 12367अप विक्रमशिला एक्सप्रेस एवं 13331धनबाद पटना इंटरसिटी करौटा स्टेशन पर रुकी रहीं।
घटना के कारण पूरे एक घंटे तक अप मेन लाइन पर परिचालन बाधित रहा। घटना की जानकारी मिलते ही रेल यात्रियों के होश उड़ गए।
इधर, ड्यूटी पर तैनात स्टेशन प्रबंधक ने कुछ भी जानकारी देने से मना कर दिया। एक घंटे तक दुरंतो के यात्रियों एवं पटना जाने वाले स्थानीय यात्रियों को स्टेशन की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई।
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Bihar Vidhan Parishad: विधान परिषद के लिए भी जितनी सीटें, उतने अभ्यर्थी; सभी 11 निर्वाचित होंगे निर्विरोध
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्यसभा की तरह विधान परिषद के चुनाव में भी मतदान की नौबत नहीं बन रही। सभी 11 अभ्यर्थियों का निर्विरोध निर्वाचन औपचारिकता मात्र रह गया है। विधान परिषद में 11 सीटें रिक्त हो रहीं, जबकि राजग के छह और महागठबंधन के पांच अभ्यर्थियों के अलावा कोई 12वां दावेदार नहीं। नामांकन के आखिरी दिन सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी सहित महागठबंधन के घोषित पांचों प्रत्याशियों ने नामांकन कराया।
इनके अलावा राजग की ओर से भाजपा के तीन अभ्यर्थियों का भी नामांकन हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जदयू के खालिद अनवर व हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संतोष कुमार सुमन ने पांच मार्च को ही पर्चा दाखिल कर दिया था। राबड़ी देवी के अलावा राजद से अब्दुल बारी सिद्दीकी, डा. उर्मिला ठाकुर, सैयद फैसल अली और माले से शशि यादव महागठबंधन के अभ्यर्थी हैं।
इनके नामांकन के समय राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, माले के महबूब आलम, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा. अखिलेश प्रसाद सिंह आदि उपस्थित थे। सभी प्रत्याशियों ने दो सेट में नामांकन किया। भाजपा से मंगल पाण्डेय, अनामिका सिंह और डा. लाल मोहन गुप्ता के नामांकन के समय पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, जदयू नेता विजय कुमार चौधरी व हम के जीतन राम मांझी आदि की उपस्थिति रही।
विधान परिषद में पांच मई को सत्ता पक्ष के आठ और विपक्ष के तीन सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसके लिए चुनावी प्रकिया 23 मार्च के पहले पूरी कर ली जानी है। नामांकन पत्रों की जांच 12 मार्च को होगी। 14 मार्च तक नामांकन वापस लिए जा सकते हैं। अब उसी दिन सभी अभ्यर्थी निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिए जाएंगे।
पूर्व निर्धारित 21 मार्च को मतदान की परिस्थिति ही नहीं बनेगी। जदयू की चार, भाजपा की तीन, राजद की दो, कांग्रेस और हम की एक-एक सीट रिक्त हो रही हैं। सभी सीटें विधानसभा कोटे की हैं। विधायकों की संख्या के हिसाब से दोनों गठबंधन उतने ही अभ्यर्थी मैदान में ले आए, जिनका निर्विरोध निर्वाचन हो जाता। यह परंपरा पिछले कई चुनावों से चली आ रही। पिछले माह राज्यसभा की छह सीटों के लिए हुए चुनाव के दौरान भी उस परंपरा का निर्वहन हुआ था।
सदन पहुंचेंगे राजग से- जदयू: नीतीश कुमार और खालिद अनवर
- हम : संतोष कुमार सुमन भाजपा : मंगल पाण्डेय, अनामिका सिंह, डा. लाल मोहन गुप्ता
- राजद : राबड़ी देवी, अब्दुल बारी सिद्दीकी, डा. उर्मिला ठाकुर, सैयद फैसल अली
- माले : शशि यादव
- जदयू : नीतीश कुमार, संजय झा, खालिद अनवर, रामईशबर महतो
- भाजपा : मंगल पांडेय, शाहनवाज हुसैन, संजय पासवान
- राजद : राबड़ी देवी, रामचंद्र पूर्वे हम : संतोष कुमार सुमन
- कांग्रेस : प्रेम चन्द्र मिश्र
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Nitish Kumar: ब्रिटेन यात्रा से वापस लौटे CM नीतीश कुमार, राजनीतिक गलियारों में इन 2 बातों को लेकर सरगर्मी तेज
राज्य ब्यूरो, पटना। CM Nitish Kumar मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ब्रिटेन की यात्रा से सोमवार को वापस पटना लौट गए। लंदन से वह दोपहर दिल्ली लौटे और फि्र शाम साढ़े पांच बजे पटना आ गए। मालूम हो कि मुख्यमंत्री सात मार्च को दिल्ली से लंदन के लिए रवाना हुए थे। मुख्यमंत्री के पटना लौटने के बाद राजनीतिक गलियारे में सरगर्मी तेज हो गई है।
यह कहा जा रहा है कि अब जल्द ही बिहार के लिए एनडीए की सीट शेयरिंग के फॉर्मूले का एलान होगा। चार-पांच दिनों के भीतर मंत्रिमंडल का भी विस्तार संभावित है।
कैसी रही सीएम की ब्रिटेन यात्रा?मुख्यमंत्री की लंदन यात्रा मुख्य रूप से पटना के राजेंद्रनगर में निर्माणाधीन साइंस सिटी के संबंध में थी। मुख्यमंत्री ने लंदन में निर्मित साइंस म्यूजियम को देखा। उनके विजन के साथ अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी ब्रिटेन के स्कॉटलैंड में बने म्यूजियम को देखा। मुख्यमंत्री ने यह कहा कि लंदन के साइंस म्यूजिम के अनुरूप ही पटना के निर्माणाधीन साइंस सिटी को तैयार किया जाएगा।
ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त से मिले नीतीशमुख्यमंत्री ने अपनी ब्रिटेन यात्रा के क्रम में इस संबंध में ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त से भी बात की। लंदन यात्रा के क्रम में मुख्यमंत्री से बाबा मोहिंदर सिंह के नेतृत्व में सिखों के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की।
बिहार में गुरु गोविंद सिंह महाराज के 350 वें प्रकाश पर्व के दौरान राज्य सरकार की देखरेख में हुए भव्य आयोजन की लंदन में रह रहे सिख समुदाय ने काफी सराहना की। राजगीर में राज्य सरकार द्वारा किए गए गुरुद्वारा निर्माण की भी तारीफ हुई। मुख्यमंत्री ने लंदन में रह रहे बिहारी मूल के लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल से भी मुलाकात की।
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Kharmas Kab Se Hai 2024: एक महीने के लिए मांगलिक कार्यों पर विराम, इस दिन से शुरू हो जाएगा खरमास
जागरण संवाददाता, पटना। Kharmas Date 2024 हिंदू धर्मावलंबियों का खास माह खरमास गुरुवार 14 मार्च से आरंभ हो रहा है। इसके साथ ही शुभ कार्य, शादी-ब्याह समेत अन्य मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा। वहीं, 13 अप्रैल शनिवार को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने के बाद खरमास का समापन होगा।
खरमास के दौरान भगवान विष्णु की विधि पूर्वक पूजा, पाठ करने से अत्यंत प्रसन्न होते हैं। खरमास के दौरान धार्मिक कार्य, दान-पुण्य करने से पितर प्रसन्न होते हैं।
ज्योतिष आचार्य पंडित राकेश झा ने पंचांगों के हवाले से बताया कि फाल्गुन शुक्ल चतुर्थी उपरांत पंचमी तिथि 14 मार्च गुरुवार को दोपहर 2.37 बजे सूर्य कुंभ राशि से निकल कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ ही खरमास आरंभ हो जाएगा। सूर्य को संक्रांति व लग्न का राजा माना जाता है।
इनके राशि परिवर्तन से खरमास लगता है। विवाह संस्कार के लिए गुरु-शुक्र और सूर्य का शुभ होना जरूरी होता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार जुलाई मास में शुक्र के उदय होने के बाद शादी-ब्याह का सिलसिला आरंभ हो जाएगा।
मिथिला पंचांग के अनुसार अप्रैल में छह दिन, बनारसी पंचांग के अनुसार सात दिन शादी के शुभ मुर्हत है। वहीं इसके बाद जुलाई में शादी के कई मुहूर्त है। वहीं 17 जुलाई से चातुर्मास आरंभ होने के साथ मांगलिक कार्य पर विराम लग जाएगा।
शादी-विवाह के शुभ मुहूर्त:मिथिला पंचांग के अनुसार
- अप्रैल: 18,19,21,25,26,28
- मई: 1
- जुलाई: 10,11,12
बनारसी पंचांग के मुताबिक
- अप्रैल: 18,20,21,22,23,25,26
- जुलाई: 9,10,11,12,13,14,15
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राज्य ब्यूरो, पटना। प्रदेश में बालू के खनन में रफ्तार लाने की कोशिशें लगातार हो रही हैं। बावजूद जिस रफ्तार में नदियों से खनन होना चाहिए हो नहीं रहा। पिछले वर्ष सितंबर-अक्टूबर में प्रारंभ हुई घाट बंदोबस्ती अब तक जारी है।
हाल ही में विभाग के संज्ञान में यह बात आई है कि 19 जिलों में करीब 50 बालू घाटों का संचालन जिला स्तर पर लंबित है। जिसे विभाग ने गंभीरता से लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए हैं।
19 जिलों में खनन बाधितखान एवं भू-तत्व विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 19 जिलों में जिन बालू घाट से खनन बाधित है उन्हें पर्यावरणीय स्वीकृति मिल चुकी है। बावजूद खनन का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। विभाग के निदेश नैय्यर इकबाल ने यह जानकारी मिलने के बाद संबंधित जिलों के खनिज विकास पदाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे आवश्यक कदम उठाए और जिन घाटों पर खनन बाधित है वहां तत्काल खनन का काम प्रारंभ कराएं।
सूत्रों की माने तो जमुई जिले में खनन का सर्वाधिक काम बाधित है। जमुई में 15 घाट से खनन की अनुमति मिलने के बाद भी यहां काम शुरू नहीं हुआ है।
इसी प्रकार भोजपुर, नालंदा में पांच-पांच, सारण और रोहतास में तीन-तीन, लखीसराय, नवादा और औरंगाबाद में दो-दो जबकि पटना किे अलावा कैमूर, सीतामढ़ी, मधुबनी, भागलपुर, शिवहर, सहरसा, जहानाबाद, मोतिहारी और दरभंगा में एक बालू घाट शामिल हैं।
बता दें कि अब तक 35 जिलों में 276 घाट नीलाम हो चुके हैं। 264 में बालू खनन का आदेश भी हो गया है। बावजूद खनन सिर्फ 92 घाटों से ही हो रहा है।
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NDA Seat Sharing: तो यहां अटका है मामला... मांझी ने सीट बंटवारे पर दिया बड़ा अपडेट, एनडीए को ऐसे कैंडिडेटों की तलाश
डिजिटल डेस्क, पटना। Lok Sabha Elections लोकसभा चुनाव नजदीक है, लेकिन अभी तक एनडीए (NDA) और इंडी गठबंधन (INDIA) में सीट शेयरिंग की बात आगे नहीं बढ़ पाई है। हर रोज नई बात सामने आ रही है। इस वक्त एनडीए में सीट बंटवारे (NDA Seat Sharing) पर बड़ा अपडेट सामने आया है।
बिहार के पूर्व सीएम और एनडीए के सहयोगी दल के नेता जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने सीट बंटवारे पर सबकुछ क्लियर कर दिया है।
मीडिया से बातचीत के दौरान मांझी ने कहा कि सीट बंटवारे में कोई देर नहीं हो रही है। पहली बैठक के बाद 195 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी गई है। अब दूसरी बैठक हो रही है, समय पर सारा काम हो जाएगा, इसमें कोई देरी नहीं हो रही है।
सीट बंटवारे की चिंता हमारी है- जीतन राम मांझीमांझी ने कहा कि एनडीए को सभी सीटों पर लड़ना है और लक्ष्य 400 के आंकड़ों को पार करने का है। इसलिए, योग्य कैडिडेटों की तलाश जारी है। उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे की चिंता हमारी है, दूसरे लोगों को इस मामले में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। वह अपना घर देखें।
वहीं, मांझी लालू यादव (Lalu Yadav) और राजद (RJD) पर भी बरसते नजर आये। उन्होंने कहा कि लालू यादव पर कब्जा करने का आरोप जो लगा है, वह सही है। बिहार सरकार के पांच-छह लाख एकड़ जमीन का उन्होंने बंटवारा किया है।
उन्होंने कहा कि जिन जमीनों का बंटवारा हुआ है, उसमें से 70 प्रतिशत हिस्सा जिसको बांटा है, उसपर उनका कब्जा नहीं है। वह रसीद कटा रहे हैं, दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। अगल-बगल के लोग उसपर कब्जा जमा रहे हैं। उसमें राजद के लोग ज्यादा हैं।
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Pawan Singh बदलेंगे पाला? चुनाव से पहले पावरस्टार ने सबको चौंकाया, नए पोस्ट के जरिए दे दिया बड़ा संकेत
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar Political News In Hindi भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार पवन सिंह (Pawan Singh) इन दिनों चुनाव लड़ने को लेकर काफी सुर्खियों में बने हैं। उन्होंने हाल ही में आसनसोल सीट से भाजपा (BJP) के टिकट पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था। अब यह अफवाह तेज है कि वह आरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर यह बात नहीं कही जा सकती है।
कुछ अफवाहों की मानें तो पवन सिंह भाजपा नहीं बल्कि राजद के टिकट पर मैदान में उतर सकते हैं। इसको लेकर उनके सोशल मीडिया पर फैंस लगातार कमेंट कर रहे हैं। दूसरी ओर, कुछ राजद (RJD) समर्थक भी अब पवन सिंह के सपोर्ट में खड़े दिख रहे हैं। इससे भी कई तरह का अनुमान लगाया जा रहा है।
चुनाव को लेकर पवन सिंह एक्टिवअब पवन सिंह ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डालकर सबको चौंका दिया है। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि जितना भी सही किया, सब गलत लोगों के लिए किया। इस पोस्ट को देखकर यह लगता है कि वह किसी बात से आहत हैं। इसके अलावा, यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि आहत होकर पवन सिंह किसी खास व्यक्ति या पार्टी से नाता तोड़ सकते हैं।
चूंकि, पवन सिंह इन दिनों चुनाव को लेकर एक्टिव हैं। ऐसे में इस तरह का पोस्ट सीधे तौर पर यह राजनीतिक रूप से जोड़ता है। इस पोस्ट से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि पवन सिंह अपना पाला बदल सकते हैं। हालांकि, आधिकारिक तौर पर इस मामले में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है।
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Lok Sabha Elections : बिहार का ये है वोट पैटर्न, पैसा और शराब तो कोई छूता भी नहीं, चौंका रहा चुनाव आयोग का ये सर्वे
जयशंकर बिहारी, पटना। Lok Sabha Elections : मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, बिहार ने लोकसभा आम चुनाव, 2024 के लिए राज्य के मतदाताओं का ज्ञान, दृष्टिकोण, व्यवहार, परेशानी, सुविधा आदि जानने के लिए केएपी बेसलाइन सर्वेक्षण कराया है। इसमें कई चौकाने वाले आंकड़े आए हैं।
आयोग के प्रश्न कि पिछले चुनाव में मतदान (Voting) करने का कारण क्या था, इसके लिए मतदाताओं को अन्य सहित 14 विकल्प दिए गए थे। इसमें से सबसे अधिक 41.6 प्रतिशत ने मतदान करने का प्रमुख कारण राजनीतिक दल का समर्थक होना बताया है।
27.1 प्रतिशत ने कहा कि अपना कर्तव्य समझकर मतदान किया। वहीं, लगभग दो प्रतिशत ने कहा कि वह धमकी और दबाव में आकर मतदान किये हैं। 13 प्रतिशत ने कहा कि परिवार के मुखिया व आठ प्रतिशत ने दोस्तों से प्रभावित होकर मतदान किया।
किसी खास प्रत्याशी और दल को हराने के उद्देश्य से 3.2 प्रतिशत तथा 5.2 प्रतिशत ने प्रत्याशी अच्छे होने के कारण मतदान किया। पैसा, शराब या अन्य प्रलोभन के कारण मतदान करने की बात किसी ने नहीं कहा।
चुनाव आयोग द्वारा मतदान के लिए निर्मित स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के अनुकूल वातावरण और वोटिंग के लिए बार-बार अपील से प्रभावित होकर मतदान करने वाला कालम को किसी ने नहीं भरा।
गत चुनाव में मतदान नहीं करने का कारण 74.8 प्रतिशत ने ये बतायासर्वेक्षण रिपोर्ट में मतदान में शामिल नहीं होने वाले वोटरों का भी फीडबैक लिया गया है। मतदान नहीं करने वालों में 74.8 प्रतिशत ने इसका प्रमुख कारण मतदाता पहचान पत्र नहीं होना बताया है।
मतदान नहीं करने का कारण लंबी कतार 3.8 प्रतिशत, मतदान केंद्र की जानकारी का अभाव 1.9, चुनावी लोकतंत्र में विश्वास नहीं होना 2.4, समुदाय व धार्मिक नेता के नहीं कहने पर 2.5, अच्छा उम्मीदरवार नहीं होने पर 2.1, मतदाता सूची में नाम नहीं होने के कारण 3.0 तथा अपने निर्वाचन क्षेत्र में नहीं होने के कारण 1.2 प्रतिशत वोटरों ने बताया है। कुछ लोगों ने सर्वेक्षण के दौरान कम मतदान के कारणों में परिवहन की व्यवस्था बेहतर नहीं होना भी बताया है।
आयोग ने लोस की सभी सीटों पर कराया सर्वेक्षणमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने रिपोर्ट में बताया है कि सहज, सुगम और सम्रग मतदान के उद्देश्य से राज्य के सभी 40 लोकसभा क्षेत्रों में केएपी बेसलाइन सर्वेक्षण कराया गया है।
सर्वेक्षण में सभी विधानसभा के 59 हजार 610 मतदाताओं ने अपने विचार रखे हैं। मतदान में महिलाओं की भागीदारी अधिक रहने के कारण सर्वेक्षण में भी महिला उत्तरदाताओं की संख्या 57.2 प्रतिशत है।
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MGNREGA Rules: 'मनरेगा' के नियमों में बड़ा बदलाव, अब निजी जमीन पर काम कराने के लिए देना होगा मालिकाना हक का सबूत
जागरण संवाददाता, पटना। MGNREGA Rules Changed महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) से निजी जमीन पर काम कराया जाता है। इसमें पौधारोपण, पोखर खोदाई जैसी योजनाएं शामिल हैं। लेकिन अब निजी जमीन पर काम कराने के लिए कुछ दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। अब जमीन पर मालिकाना हक का पूरा ब्योरा देना होगा।
साथ ही उसमें जमीन मालिक का जाबकार्डधारी होना या उसके परिवार के किसी जाबकार्डधारी सदस्य का काम करना भी जरूरी होगा। हालांकि, यह नियम पहले से है कि जाबकार्ड रहने पर ही निजी जमीन पर मनरेगा का काम करा सकते हैं। लेकिन अब उसमें काम करने की अनिवार्यता भी रखी गई है।
लाभुक का जाबकार्डधारी होना अनिवार्यमनरेगा आयुक्त सह मुख्य कार्यपालक इस संबंध में दिशानिर्देश जारी किया है। इसमें मनरेगा के तहत कराए जाने वाले कार्यों को लेकर कई बिंदु पर दिशानिर्देश दिए गए हैं। बिना जाबकार्ड के निजी जमीन पर मनरेगा की योजना नहीं दी जाएगी। इसमें कहा गया है कि निजी जमीन पर योजना के लिए लाभुक का जाबकार्ड धारी होना जरूरी है। योजना में लाभुक या उनके परिवार के किसी वयस्क सदस्य जिनके पास जाबकार्ड हो, उन्हें अनिवार्य रूप से काम करना होगा।
निजी जमीन पर योजना क्रियान्वित कराने के लिए विभाग में आवेदन देना होगा। जिस निजी जमीन पर मनरेगा का काम कराया जाना है, उसके दस्तावेज की जानकारी भी देनी होगी। निजी जमीन से संबंधित पूरा विवरण देना होगा। इसमें जमीन का खाता-खेसरा संख्या, जमीन की चौहद्दी आदि बतानी होगी।
जमीन के मालिकाना हक का देना होगा सबूतनिजी जमीन के मालिकाना हक संबंधित कागजात की कापी भी काम कराने की स्वीकृति वाले आवेदन में लगाना होगा। निजी जमीन पर होनेवाली वैसी येाजनाएं जिनमें अधिसंख्य अकुशल मजदूर की आवश्यकता होगी, वहां पर मजदूर की सूची लाभुक की ओर से विभाग को दी जाएगी। मनरेगा से निजी जमीन पर पोखर खोदाई, पौधारोपण आदि कराया जाएगा।
विभाग की ओर से योजनाओं की निगरानी के लिए भी दिशानिर्देश दिए गए हैं। सभी पंचायतों में निगरानी समिति का गठन करना है। यह समिति मनरेगा की हर योजनाओं की निगरानी करेगी ताकि कार्यों में गुणवत्ता और पारदर्शिता बनी रहे। योजना का काम पूरा होने के बाद तकनीकी स्वीकृति देने वाले अधिकारी इसका प्रमाणपत्र भी जारी करेंगे।
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Bihar Bijli Connection: बिजली विभाग ने बनाया जबरदस्त प्लान! एक-एक मीटर की होगी जांच, इस गुनाह पर डायरेक्ट FIR
जागरण संवाददाता, पटना। बिजली चोरी करने वाले सावधान हो जाएं। कई स्तर पर बिजली चोरी के खिलाफ छापेमारी अभियान चल रहा है। साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के एमडी महेंद्र कुमार के निर्देश पर बिजली चोरी के विरुद्ध छापेमारी अभियान तेज हो गया है।
एमडी ने साफ निर्देश दिया है कि डिस्कनेक्ट बिजली कनेक्शन वाले मीटर की जांच की जाए। इसमें बिजली चोरी पकड़ी जा रही है। सिर्फ पेसू क्षेत्र में 18462 उपभोक्ताओं का कनेक्शन डिस्कनेक्ट है।
पटना के ग्रामीण क्षेत्र में 151 के यहां मिली बिजली चोरीपटना जिला के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित पटना अंचल के पांचों आपूर्ति प्रमंडलों में एक सप्ताह में 151 के उपभोक्ताओं के यहां बिजली चोरी मिली। 7.24 लाख रुपये जुर्माना लगाया गया। बिजली चोरी की पकड़ में आने वाले सभी उपभोक्ताओं पर स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई। पटना ग्रामीण आपूर्ति प्रमंडल में 36, मसौढ़ी आपूर्ति प्रमंडल में 20, बिहटा आपूर्ति प्रमंडल में 17, बाढ़ आपूर्ति प्रमंडल में 51, फतुहा आपूर्ति प्रमंडल में 27 उपभोक्ताओं के यहां बिजली चोरी मिली।
मीटरों की जांच भी की जा रही है। अधीक्षण अभियंता शंकर चौधरी ने बताया कि इस माह के अंत तक बिजली चोरी के विरुद्ध में छापेमारी अभियान लगातार जारी रहेगा। पटना अंचल में 482 बकायेदारों का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है। बकायेदारों पर विशेष रूप से निगरानी की जा रही है।
पटना विद्युत आपूर्ति प्रतिष्ठान अब तक 110 उपभोक्ताओं पर बिजली चोरी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज कराया है। पेसू पूर्वी अंचल 57 तो पेसू पश्चिम अंचल 53 उपभोक्ताओं को बिजली चोरी करते हुए पकड़ा है। पेसू पूर्वी अंचल के अधीक्षण अभियंता मनीष कांत ने बताया कि मेरे अंचल में 9874 मीटर डिस्कनेक्ट है। सभी मीटारों की जांच कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि इसमें बिजली चोरी मिलते ही प्राथिमकी दर्ज कराई जा रही है। पेसू पश्चिम अंचल के अधीक्षण अभियंता संजीत कुमार ने बताया कि अंचल में 8548 उपभोक्ताओं का कनेक्शन डिस्कनेक्ट है। सबके मीटर की जांच कराई जा रही है। बिजली चोरी करने वालों पर प्राथिमी दर्ज कराई जा रही है।
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BPSC TRE 3.0 Admit Card: अगर एडमिट कार्ड में हो गड़बड़ी तो तुरंत कर लें ये काम, वरना आपका ही होगा नुकसान
जागरण संवाददाता, पटना। BPSC Teacher Recruitment Admit Card बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) शिक्षक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा (टीआरई-3) की परीक्षा 15 मार्च को आयोजित होगी। 15 मार्च के पहली पाली में सुबह साढ़े नौ बजे से 12 बजे तक आयोजित होगी। इसमें शिक्षा विभाग के मध्य विद्यालय के वर्ग छह से आठ के सभी विषयों की परीक्षा होगी। जबकि दूसरी पाली में दोपहर ढ़ाई बजे से शाम पांच बजे तक परीक्षा होगी।
इसमें शिक्षा विभाग के कक्षा एक से पांच तक के लिए सभी विषयों की परीक्षा होगी। साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के वर्ग एक से पांच तक के लिए सामान्य विषय की परीक्षा होगी।
आयोग की ओर से इस परीक्षा को लेकर प्रवेश पत्र जारी किया गया है। इसमें अभ्यर्थियों को निर्देशित किया गया है कि कुछ अभ्यर्थियों का उनके द्वारा ऑनलाइन आवेदन में अपलोड किये गये फोटो एवं हस्ताक्षर का इमेज अस्पष्ट, अपठनीय एवं रिक्त है। वैसे अभ्यर्थियों निर्धारित तिथि 15 मार्च को संबंधित परीक्षा केंद्र पर साक्ष्य के साथ पहुंचेंगे।
एडमिट कार्ड में गड़बड़ी हो तो घोषणा पत्र देना होगाअभ्यर्थी आयोग की वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर उपलब्ध घोषणा पत्र को पूर्णरूप से भरकर उनके निर्दिष्ट स्थान पर किसी राजपत्रित पदाधिकारी से अभिप्रमाणित रंगीन फोटो चिपकायेंगे एवं निर्दिष्ट स्थान पर अपना हस्ताक्षर हिंदी एवं अंग्रेजी में करेंगे। राजपत्रित पदाधिकारी से अभिप्रमाणित दो रंगीन फोटो में से एक फोटो अभ्यर्थी अपने इ-प्रवेश पत्र में निर्दिष्ट स्थान के बगल में चिपकायेंगे।
दूसरा फोटो ई-प्रवेश पत्र के कार्यालय प्रति में संबंधित परीक्षा पर केन्द्राधीक्षक के समक्ष चिपकाऐंगे। अभ्यर्थी पहचान के लिए ऑनलाइन आवेदन में दर्ज किए गए पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड लाना सुनिश्चित करेंगे। केंद्राधीक्षक द्वारा अभ्यर्थी से प्राप्त उपर्युक्त सभी कागजातों एवं फोटो का मिलान,करने के पश्चात ही उन्हें अपने परीक्षा केंद्र पर परीक्षा में सम्मिलित होने की अनुमति दी जाएगी।
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Train Ticket Price: खुशखबरी! रेलवे ने सवारी गाड़ियों से हटाया स्पेशल का दर्जा, अब न्यूनतम इतना किराया देना होगा
जागरण संवाददाता, पटना। Railway Ticket Fare भारतीय रेलवे ने एक बड़ा बदलाव करते हुए सवारी गाड़ियों से स्पेशल का दर्जा हटा दिया है। अब सवारी गाड़ी सामान्य तरीके से चलेगी। इससे भाड़े में 20 रुपये की कमी कर दी गई है।
कोरोना काल के दौरान कई सवारी गाड़ियों को स्पेशल का दर्जा देकर चलाया जा रहा था, इससे 30 रुपये भाड़े में वृद्धि हो जाती थी। परंतु स्पेशल का दर्जा हटाने के बाद अब सवारी गाड़ी के लिए निर्धारित शुल्क 10 रुपये लिया जाएगा।
लोकल यात्रियों को होगा फायदाबता दें कि रेलवे के इस फैसले से लोकल यात्रियों को काफी लाभ होगा। लोकल यात्रियों को कम दूरी की यात्रा के दौरान जितना किराया था, उतना स्पेशल का शुल्क देना पड़ता था।
लंबे समय से की जा रही थी ये मांगलोकल यात्रियों द्वारा लंबे समय से सवारी गाड़ियों के किराये में कमी करने की मांग की जा रही थी। रेलवे द्वारा न्यूनतम भाड़ा दस रुपये करने पर बिहार दैनिक यात्री संघ की ओर से दानापुर मंडल के सीनियर डीसीएम सरस्वती चंद को बधाई दी है।
इसको लेकर बिहार दैनिक यात्री संघ की बैठक हुई, जिसमें संघ के अध्यक्ष वीरेंन्द्र प्रसाद शर्मा, महासचिव शोएब कुरैशी एवं राजीव रंजन उर्फ बब्लु तिवारी सहित कई लोगों ने भाग लिया।
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जागरण संवाददाता, पटना। PM Modi New Vande Bharat Trains प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 12 मार्च यानी कल पूर्व मध्य रेलवे की 13,228 करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं शुभारंभ करेंगे। 12 मार्च को पीएम देशभर के 85 हजार करोड़ रुपये से अधिक लगभग छह हजार परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण करेंगे। उस दिन वे देशभर में 10 नई वंदे भारत ट्रेन का शुभारंग करेंगे। इसके अलावा चार वंदे भारत एक्सप्रेस का मार्ग विस्तार किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त दो अन्य रेल सेवाओं को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। पटना जंक्शन पर रविवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक तरूण प्रकाश ने कहा कि 12 मार्च को देशभर में 10 नई वंदे भारत ट्रेनों का शुभारंभ किया जाएगा। उसमें पूर्व मध्य रेल में पटना-लखनऊ एवं न्यू जलपाईगुड़ी-पटना वंदे भारत ट्रेन शामिल है।
रांची-वाराणसी वंदे भारतउन्होंने कहा कि पूर्व मध्य रेल के अंतर्गत रांची-वाराणसी वंदे भारत का परिचालन किया जाएगा। अब तक 82 वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन भारतीय रेलवे द्वारा किया जा रहा है। इन ट्रेनों का परिचालन देश के 24 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से गुजरती है। 12 को प्रधानमंत्री नरकटियागंज में 50 करोड़ की लागत से बनने वाली वाशिंग पिट लाइन के साथ कोचिंग कांपलेक्स का शिलान्यास करेंगे।
इसके अलावा आरा एवं मुजफ्फरपुर में 12 करोड़ की लागत से बने वाशिंग पिट लाइन का लोकार्पण करेंगे। साथ ही 1329 करोड़ रुपये की लागत वाली चार गति-शक्ति मल्टी माडल कार्गों टर्मिनल का भी लोकार्पण किया जाएगा। प्रधानमंत्री पटना, दरभंगा एवं डीडीयू जंक्शन पर प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का शुभारंभ करेंगे।
प्रधानमंत्री द्वारा 68 वन स्टेशन वन प्रोडक्ट का भी लोकार्पण करेंगे। इस क्रम में प्रधानमंत्री 5423 करोड़ रुपये की लागत से ईस्टन डेडिकेटेड फ्रेट कारिडाेर की न्यू चिरैला पाथु-न्यू सोननगर लिंक , 6309 करोड़ रुपये की लागत से 422 किलोमीटर लंबी नई लाइन, दोहरीकरण, अमान परिवर्तन, मल्टी ट्रैकिंग परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे।
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