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अंतरिक्ष से ऐसा दिखता है भारत, तस्वीर देख आपको खुद नहीं होगा यकीन; इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की पोस्ट वायरल

Dainik Jagran - National - April 13, 2025 - 4:41pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अप्रैल 1984 का वो दिन याद कीजिए, जब भारतीय अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा स्पेस की यात्रा पर गए थे। तब स्पेस से उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से बात की थी। जब इंदिरा ने उनसे पूछा कि अंतरिक्ष से भारत कैसा दिखता है, तो राकेश शर्मा का जवाब था- सारे जहां से अच्छा।

अंतरिक्ष से भारत को देख पाने का ख्वाब हर किसी का भले ही न पूरा हो, लेकिन राकेश शर्मा की ये बात आज भी भारतीयों के मन-मस्तिष्क में बसी हुई है। इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ने अंतरिक्ष से कुछ तस्वीरें जारी की हैं। इसमें भारत की भी तस्वीर है।

इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ने जारी की तस्वीर

दरअसल इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट किया, जिसका कैप्शन था- 'जब आप ऊपर तारे, नीचे शहर की रोशनी और पृथ्वी के क्षितिज पर छाई वायुमंडलीय चमक देख सकते हैं।' इसके साथ आईएसएस ने चार तस्वीरें भी पोस्ट कीं।

When you can see the stars above, the city lights below, and the atmospheric glow blanketing Earth's horizon.

Pic 1) Midwest United States

Pic 2) India

Pic 3) Southeast Asia

Pic 4) Canada pic.twitter.com/nRa56Ov3cm

— International Space Station (@Space_Station) April 12, 2025

इन तस्वीरों में मिडवेस्ट यूनाइटेड स्टेट्स, भारत, साउथ ईस्ट एशिया और कनाडा की तस्वीर है। इसमें भारत की तस्वीर देख राकेश शर्मा की तरह आप भी कह उठेंगे कि अंतरिक्ष से भारत सारे जहां से अच्छा दिखता है।

इस तस्वीर में अंतरिक्ष के अंधेरे में भारत के शहरों से आ रही रोशनी किसी चमकते हीरे जैसी दिखलाई पड़ती है। भारत के विशाल क्षेत्रफल और घनी आबादी का आभास होता है। तस्वीर को देखकर कई यूजर्स ने अपनी प्रतिक्रिया साझा की है।

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आंध्र प्रदेश की पटाखा फैक्ट्री में जोरदार धमाका, 8 लोगों की मौत; कई घायल

Dainik Jagran - National - April 13, 2025 - 3:43pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के अनाकापल्ली जिले में एक पटाखा बनाने वाली फैक्ट्री में विस्फोट हो गया। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि कई किलोमीटर दूर तक लोगों ने इसे सुना। इस विस्फोट में फैक्ट्री में काम करने वाले 8 मजदूरों की मौत हो गई।

अनाकापल्ली के पुलिस अधीक्षक तुहिन सिन्हा ने इस संबंध में जानकारी देते हुए घटना की पुष्टि की। मामले में अभी और जानकारी की प्रतीक्षा है।

सीएम ने घटना पर जताया दुख

आंध्र प्रदेश के सीएम एन चंद्रबाबू नायडू ने अनकापल्ली जिले के कोटावुराटला में एक पटाखा निर्माण इकाई में हुए विस्फोट में 8 श्रमिकों की मौत पर दुख व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने घटना के बारे में जानकारी जुटाने के लिए जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और राज्य की गृह मंत्री अनिता से फोन पर बात की।

सीएम ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि घायलों को सर्वोत्तम संभव चिकित्सा सुविधा मिले। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार पीड़ितों के परिवारों का समर्थन करेगी और उनसे मजबूत बने रहने का आग्रह किया। उन्होंने अधिकारियों को घटना की गहन जांच करने और उन्हें एक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि घायल श्रमिकों में से दो की हालत गंभीर है।

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'कैंसर का शक, किडनी भी नहीं सही...' तहव्वुर राणा ने बनाया था 33 बीमारियों का बहाना

Dainik Jagran - National - April 13, 2025 - 3:26pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आतंकी तहव्वुर राणा किसी भी तरह से भारत नहीं आना चाहता था। उसने हर हथकंडा अपनाया। मगर काम नहीं आया। बस उसे इतना ही हासिल हो सका कि प्रत्यर्पण में भारत को देरी का सामना करना पड़ा। मगर अब तहव्वुर राणा भारतीय एजेंसियों के शिंकजे में है। तहव्वुर राणा ने अपने प्रत्यर्पण को रोकने की खातिर हर कानूनी दांव पेंच को अपनाया।

प्रत्यर्पण के खिलाफ पहुंचा था सुप्रीम कोर्ट

फरवरी में पीएम मोदी के सामने डोनाल्ड ट्रंप ने राणा को भारत भेजने का एलान किया था। इसके बाद उसने अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के सामने भारत न भेजने की अपील की थी। उसने दावा किया था कि वह पाकिस्तान मूल का है। इस वजह से उसे वहां प्रताड़ित किया जा सकता है। मगर सुप्रीम कोर्ट ने उसकी अपील को खारिज कर दिया।

वकील ने लिखा पत्र- 33 बीमारियों का दिया हवाला

तहव्वुर राणा के वकील जॉन डी क्लाइन ने 21 जनवरी 2025 को अमेरिकी विदेश विभाग को एक पत्र लिखा। इसमें उन्होंने प्रत्यर्पण रोकने की कोशिश की। इसके पीछे 33 से अधिक स्वास्थ्य कारणों और भारत में मिलने वाली यातनाओं का हवाला दिया। हालांकि अमेरिकी प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी। क्लाइन ने कहा कि तहव्वुर राणा को भारत की जेलों में प्रताड़ित किया जा सकता है। वहां की जेलों की स्थिति अमानवीय है। मुकदमे के इंतजार में राणा स्वास्थ्य कारणों से भारत में ही मर सकता है।

कैंसर का भी जताया शक... मगर नहीं बनी बात

वकील ने तर्क दिया कि भारत भेजने पर राणा को यातना झेलनी पड़ेगी, क्योंकि वह पाकिस्तान मूल का मुसलमान है। अपने पत्र में आगे लिखा कि लॉस एजिल्स की जेल में पांच साल की कैद के बाद राणा की सेहत और खराब हो चुकी है। राणा को पार्किंसंस रोग है। उसकी सोचने-समझने की क्षमता भी कम हुई है। इसके अलावा वह बार-बार पेशाब आने और याददाश्त की समस्या से जूझ रहा है। वकील ने कहा कि राणा के मूत्राशय में एक गांठ है। संदेह है कि ये कैंसर हो सकता है।

दावा: इन बीमारियों से जूझ रहा तहव्वुर राणा
  • स्टेज 3 क्रोनिक किडनी रोग
  • कोरोनरी धमनी रोग
  • सुप्त तपेदिक
  • ब्रोंकाइटिस
  • क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी रोग
  • अस्थमा
  • क्रोनिक साइनस रोग
  • ब्रोंकाइटिस
  • सोरायसिस
  • बढ़े हुए प्रोस्टेट
  • सुनने की क्षमता में कमी
  • हाइपोथायरायडिज्म
  • अपक्षयी संयुक्त रोग
विदेश मंत्रालय की दो टूक, भारत भेजा जाएगा

वकील जॉन डी क्लाइन ने कहा कि राणा को स्ट्रोक, शुगर, टीबी और दिल का दौरा पड़ने का भी खतरा है। उसे डायलिसिस की भी जरूरत पड़ेगी। वह कैंसर का इलाज करवा रहा है। अगर मूत्राशय के कैंसर का खुलासा होता है तो उसे सर्जरी और कीमोथेरेपी से भी गुजरना पड़ेगा।

वकील की इस लंबी चौड़ी पटकथा को अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने तत्काल खारिज कर दिया। 11 फरवरी को लिखे जवाबी पत्र में उन्होंने कहा कि तहव्वुर राणा को भारत भेजा जाएगा। यह भी कहा गया कि प्रत्यर्पण में अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन किया गया है।

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मोस्ट वांटेड मेजर इकबाल और समीर अली कौन, क्यों की थी शिवसेना भवन में घुसने की कोशिश? तहव्वुर राणा खोलेगा राज

Dainik Jagran - National - April 13, 2025 - 2:09pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा की अमेरिका से भारत प्रत्यर्पण के बाद 2008 के मुंबई हमलों में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) की कथित भूमिका फिर से सुर्खियों में है।

10 अप्रैल को अमेरिका से भारत लाए गए तहव्वुर राणा से भारतीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA) नए सिरे से पूछताछ में जुटी हुई है। एनआईए के सूत्रों के मुताबिक, राणा से पूछताछ का मुख्य फोकस दो नामों पर है। पहला नाम है मेजर इकबाल और दूसरा नाम है मेजर समीर अली। ये दोनों NIA की मोस्ट वांटेड लिस्ट में भी शामिल है।

तहव्वुर राणा अब भारतीय जांच एजेंसियों की निगरानी में है और माना जा रहा है कि राणा के जरिए जांच एजेंसियां यह जानना चाहती है कि क्या इन दोनों आईएसआई अधिकारी तहव्वुर के जरिए 26/11 हमलों की साजिश को अंजाम तक पहुंचाया था।

कौन है मेजर इकबाल?

पीटीआई की 2018 की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेजर इकबाल कोई मामूली खिलाड़ी नहीं था। 2010 के शिकागो अभियोग में उसे आईएसआई का सक्रिय अधिकारी बताया गया था। उस पर आरोप है कि उसने डेविड कोलमैन हेडली को फंडिंग दी, उसे प्रशिक्षण दिया और मुंबई में रेकी करवाने की पूरी योजना को अंजाम तक पहुंचाया।

कौन है डेविड कोलमैन हैडली?

डोविड हेडली अमेरिकी-पाकिस्तानी डबल एजेंट था। उसने खुद 2010 में दोषी ठहराए जाने के बाद ये कबूल किया था कि मेजर इकबाल उसका मुख्य ISI हैंडलर था। 2011 की गवाही में हेडली ने बताया था कि उसने 'चौधरी खान' (मेजर इकबाल का कोड नेम) के साथ 20 से अधिक ईमेल का आदान-प्रदान किया था। एक ईमेल में राजाराम रेगे नामक शिवसेना नेता को 'कवर' के रूप में इस्तेमाल करने का जिक्र भी था।

पीटीआई की 2016 की एक रिपोर्ट के अनुसार, राजाराम रेगे ने कहा था, "हेडली मुझसे शिवसेना भवन के बाहर मिला था, लेकिन मैंने उसे अंदर जाने की अनुमति नहीं दी थी।" एक अन्य ईमेल में मेजर इकबाल ने हेडली से 'प्रोजेक्ट्स' की जानकारी और सर्विलांस उपकरण की रिपोर्ट मांगी थी।

अमेरिकी अभियोग में मेजर इकबाल को पाकिस्तान का निवासी बताया गया था, जिसने लश्कर द्वारा हमलों की योजना बनाने और उसे फंडिंग करने में भाग लिया था। उस पर आतंकी साजिश रचने का आरोप भी लगाया गया था। हालांकि, दस्तावेजों में स्पष्ट रूप से आईएसआई का कोई उल्लेख नहीं है।

कंट्रोल रूम से कमांड देने वाला मेजर समीर अली कौन है?

मेजर इकबाल साजिश को बुनने वाला एक योजनाकार था और वहीं मेजर समीर अली उन योजनाओं को अंजाम देने वाला एक 'फील्ड मार्शल' था। 26/11 हमलों के हैंडलर और 2012 में गिरफ्तार हुए जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबु जुंदाल के अनुसार, समीर अली कराची के मलिर कैंटोनमेंट स्थित कंट्रोल रूम से पूरे ऑपरेशन कि निगरानी कर रहा था।

अबु जिंदाल ने अपनी गवाही में कहा था कि मेजर समीर अली ने लश्कर कमांडर जकी-उर-रहमान लखवी को सीधे निर्देश दिए थे। इंटरपोल की रेड नोटिस के अनुसार, समीर अली 1966 में पाकिस्तान के लाहौर शहर में जन्मा था और उसे उर्दू, हिन्दी और अंग्रेजी भाषा काफी अच्छे से आती थी। भारत उसे संगठित अपराध और आतंकवाद के मामलों में तलाश कर रहा है।

हालांकि, पाकिस्तान ने बार-बार इस बात से इनकार किया है कि ऐसा कोई व्यक्ति मौजूद भी था। पाकिस्तान ने समीर अली को एक 'फिक्शनल कैरेक्टर' तक बताया है।

कराची कंट्रोल रूम पर पाकिस्तान फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी का छापा

इकोनॉमिक टाइम्स की 2012 की रिपोर्ट के अनुसार, जुंदाल ने बताया कि मुंबई आतंकी हमलों के कुछ हफ्तों के बाद पाकिस्तान की फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (FIA) ने कराची कंट्रोल रूम पर छापा मारा था और सबूत नष्ट कर दिए थे।

इस छापे के कुछ महीनों के बाद पीओके के मुजफ्फराबाद स्थित 'बैतुल मुजाहिदीन' कैंप से जकी-उर-रहमान लखवी को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, इस दौरान अबु जुंदाल और एक अन्य ट्रेनर अबु कहाफा पीछे के दरवाजे से भाग निकलने में कामयाब हो गए थे।

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15 जनवरी का रात सैफ-करीना के घर में क्या हुआ? पुलिस की 1,600 पन्नों की चार्जशीट में सामने आया सच

Dainik Jagran - National - April 13, 2025 - 2:06pm

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले पर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में 1,600 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है। बांद्रा कोर्ट में दायर की गई इस चार्जशीट में करीना का बयान भी शामिल है। करीना ने पुलिस को हमले की रात का पूरा आंखों देखा हाल सुनाया है, जिससे केस से जुड़े कई बड़े पहलू सामने आ गए हैं।

पुलिस की चार्जशीट में सैफ ने बताया कि हमले के बाद हमलावर अचानक से गायब हो गया। सैफ ने करीना, बच्चों और हेलपर समेत सभी को एक कमरे में बंद कर लिया था।

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सैफ-करीना का घर

करीना ने चार्जशीट में बताया कि वो सैफ और दोनों बेटों तैमूल-जहांगीर (जेह) के साथ बांद्रा पश्चिम में स्थित सतगुरु शरण अपार्टमेंट में रहती हैं। बिल्डिंग की 11वीं मंजिल पर 3 बेडरूम है, 12 मंजिल पर लिविंग एरिया और 13वीं मंजिल पर सर्वेंट क्वार्टर के साथ एक लाइब्रेरी है।

Attack on Saif Ali Khan | Maharashtra: Mumbai's Bandra police filed a chargesheet in Bandra court in the case. This chargesheet includes several pieces of evidence found by the police against the arrested accused, Shariful Islam. This chargesheet is more than 1000 pages long. The…

— ANI (@ANI) April 8, 2025

घर में कितने लोग मौजूद?

करीना के बयान की मानें तो हमले के समय घर में वो, सैफ, तैमूर, जेह और 4 सहायक मौजूद थे। इसके अलावा सर्वेंट गीता और जुनू सपकोटा, नर्सें शर्मिला और एलीयाना फिलिप भी घर में थीं। यानी 15 जनवरी की रात सैफ-करीना के घर में कुल 12 लोग मौजूद थे। वहीं, हमला लगभग 2 बजे रात को हुआ।

जेह के कमरे में हुआ हमला

करीना ने बताया कि 15 जनवरी की रात तकरीबन 1:30 बजे वो अपनी दोस्त रिया कपूर से मिलकर लौटी थीं। घर आने के बाद उन्होंने तैमूर और जेह के कमरे में देखा, तो दोनों सो रहे थे। करीना भी अपने कमरे में सोने चली गईं। रात के तरीबन 2 बजे जुनू उनके कमरे में आईं और बताया कि जेह के कमरे में कोई है। उसके हाथ में चाकू है और वो पैसे मांग रहा है।

काले कपड़ों में था हमलावर

करीना के अनुसार जुनू की बात सुनते ही करीना और सैफ बेटे जेह के कमरे की तरफ भागे। उन्होंने देखा कि गीता कमरे के बाहर खड़ी थी, नर्स एलियाना घायल थी और कमरे के अंदर काले कपड़े में एक 5.5 फीट का शख्स मौजूद था। सैफ ने पीछे से आरोपी को रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने सैफ पर ही चाकू से हमला कर दिया।

अचानक गायब हुआ हमलावर

करीना ने बताया कि सैफ और हमलावर की झड़प के बीच वो जेह को लेकर कमरे से बाहर चली गईं और फौरन पुलिस को फोन किया। इसके बाद चारों सहायकों ने हमलावर को ढूंढने की बहुत कोशिश की, मगर उसका कहीं पता नहीं चला। घर सुरक्षित नहीं था, ऐसे में सभी घर से बाहर निकल गए। इसके बाद करीना ने बहन करिश्मा और मैनेजर पूनम दमानिया को फोन करके हमले की जानकारी दी।

सैफ ने सभी को कमरे में बंद किया

चार्जशीट में पुलिस को बयान देते हुए सैफ ने कहा कि आरोपी नशे में पूरी तरह से धुत्त था। जब मैं जेह के कमरे में गया और पूछा कि तुम कौन हो, तुम्हें क्या चाहिए? इतने पर उसने मुझकर हमला कर दिया। नशे में होने के बावजूद उसने मेरी गर्दन, सीने, हाथ, पैर और पीठ पर चाकू से कई वार किए। उसने गीता पर भी हमला किया। मैंने उसे धक्का दिया और सभी के साथ 12वीं मंजिल के कमरे में लॉक हो गया। कुछ देर बाद करीना ने सहायक हरि और तैमूर के साथ मुझे लीलावती अस्पताल भेजा।

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