Bihar News
Prashant Kishor: 'अरे 100 बिहारी मिलकर भी नहीं गुजराती को...', प्रशांत किशोर ने कह दी दिल को झकझोरने वाली बात
डिजिटल डेस्क, पटना। Bihar News: बिहार में लोकसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आता जा रहा है वैसे-वैसे प्रदेश की सियासत गरमाती जा रही है। आरजेडी,जेडीयू, बीजेपी और कांग्रेस जहां एक्टिव मोड में आ गई है, वहीं अब जनसुराज के संयोजक प्रशांत किशोर भी पूरे फॉर्म में दिख रहे हैं।
दरअसल, प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वह बिहार और गुजरात के लोगों की तुलना करते नजर आ रहे हैं। प्रशांत किशोर यहां बताने की कोशिश कर रहे हैं कि कैसे 100 बिहारी मिलकर भी एक गुजराती को कमाई में पीछे छोड़ सकते हैं।
अरे 100 बिहारी भी मिलकर नहीं एक गुजराती के बराबर कमा रहे हैंप्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने कहा कि अभी छैला बिहार गा रहे हैं कि एक बिहारी 100 पर भारी और आपलोगों को बड़ा मजा आ रहा है। अरे 100 बिहारी एक गुजाराती के बराबर भी नहीं कमा रहे हैं। एक गुजराती 100 बिहारी को अपने यहां नौकर बनाकर खटा रहा है। लेकिन यहां के आदमी का दिमाग नहीं खुल रहा है।
इसलिए हम पैदल चल रहे हैं। हाथ जोड़ रहे हैं। अरे अपना नहीं तो कम से कम अपने बच्चों का चेहरा देखो। आपकी-हमारी आधी उम्र गुजर गई है। अब स्कूल भी खोल देंगे तो इंजीनियर-डॉक्टर थोड़ी न आप बन जाइएगा। अब बच्चे के बारे में सोचिए
गुजराती लोग समझदारी से वोट करते हैंप्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के लोगों के जैसे 500 रुपया और मुर्गा-भात पर वहां के लोग वोट नहीं करते हैं। गुजरात के लोग पहले अपने नेता से करार करवाते हैं कि यहां कारखाना खुलना चाहिए। यहां स्कूल और कॉलेज खुलना चाहिए। गुजरात के लोग अपने नेताओं से रोजगार की बात करते हैं।
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राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Political News Today अब कांग्रेस ने भी बिहार के लिए प्रशांत किशोर के मुद्दे पर जोर दिया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने बेतिया में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) के भाषण पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उन्होंने कहा कि बिहार की जनता इतनी नादान नहीं कि मोदी की बदनियति को नहीं समझे। जनता जानती है कि मोदी झूठों के सरदार हैं। मोदी झूठ की गारंटी हैं। हर बार नया झूठ, नया जुमला एवं फरेब मोदी की पहचान बनती जा रही है।
देश बेहाल है, लेकिन भाजपा मालामाल- अखिलेशउन्होंने कहा कि देश बेहाल है, लेकिन भाजपा (BJP) मालामाल है। बिहार के किसान मजदूर बन गए एवं देश के अन्य राज्यों में दिहाड़ी करके जीवन गुजारने पर विवश हैं। सेना में अग्निपथ स्कीम लाकर यहां के लाखों नौजवान जो सेना में भर्ती होने का सपना देख रहे थे, उनका भविष्य चौपट कर दिया।
उन्होंने कहा कि मोदी कुछ भी कह लें कोई झांसा दें, लेकिन बिहार उस अपमान को कभी नहीं भूलेगा, जब उन्होंने बिहार के डीएनए को गाली दी थी। अब बिहार में मोदी की दाल नहीं गलने वाली, चाहे जितना इंजन लगा लें। बिहार में भाजपा की गाड़ी पटरी पर नहीं आने वाली।
जनता ने मोदी की रैली को नकारा : राजदप्रधानमंत्री मोदी की बेतिया में रैली को लेकर अरवल में राजद (RJD) युवा राजद जिलाध्यक्ष प्रवीण यादव ने कहा कि बिहार की जनता मोदी को जानकारी दिया। रैली में खाली कुर्सियों यह दर्शा रही थी कि जनता अब जुमलेबाजों को सबक सिखाने की तैयारी में है। भाजपा के किसी भी नेता की गारंटी पर अब बिहार की जनता विश्वास करने वाली नहीं है।
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Mahashivratri 2024: पटना में महाशिवरात्रि की धूम, शिव बारात को लेकर सजने लगे गली-मोहल्ले; 27 जगहों से निकलेगी शोभायात्रा
जागरण संवाददाता, पटना सिटी। Mahashivratri 2024: महाशिवरात्रि पर शिवालयों में शुक्रवार को होने वाले धार्मिक अनुष्ठान की तैयारी प्रारंभ हो गई है। शक्तिपीठ बड़ी पटनदेवी, सिद्धपीठ छोटी पटनदेवी, गायघाट गौरीशंकर मंदिर व नर्मदेश्वर महादेव मंदिर चैलीटाड़ मलिया महादेव मंदिर, करनालगंज स्थित प्राचीन संकट मोचन हनुमान मंदिर दुर्गा स्थान में रूद्राभिषेक व रात में शिव विवाह उत्सव होगा।
इन जगहों में भी की गई है खास तैयारीबड़ी पटनदेवी के महंत विजय शंकर गिरि, छोटी पटनदेवी के आचार्य बाबा विवेक द्विवेदी व अनंत अभिषेक द्विवेदी ने बताया कि तैयारी हो गई है। वहीं बाबा मुक्तेश्वर नाथ मंदिर, पीतल का महादेव, तिलकेश्वर नाथ मंदिर, हरिमंदिर गली स्थित प्राचीन शिव मंदिर आदि में भी खास तैयारी की गई है।
महाशिवरात्रि के लिए तैयार हो रही झांकी।
महाशिवरात्रि की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। शिवालयों को सजाया जा है। इसके साथ ही श्री श्री महाशिवरात्रि महोत्सव शोभा यात्रा अभिनंदन समिति के तत्वावधान में महाशिवरात्रि महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। खाजपुरा शिव मंदिर की आकर्षक सजावट की गई है।
शिव बरात में शामिल होने वाले भक्तों का उत्साह चरम पर है। झांकियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। तैयारियों को लेकर खाजपुरा स्थित आर्य भवन में बुधवार को शोभा यात्रा समितियों के प्रमुखों की बैठक हुई। अभिनंदन समिति के संयोजक सह विधायक डा. संजीव चौरसिया ने समीक्षा की।
महाशिवरात्रि को लेकर सजा गायघाट स्थित गौरीशंकर मंदिर।
शिव-पार्वती को चांद से धरती पर उतारने की तैयारीशोभा यात्रा समिति शिव मंदिर, यारपुर (मीठापुर) के प्रमुख मुन्ना गुप्ता ने बताया कि इस बार कोलकाता और रायपुर से झांकियां मंगाई गई हैं। कोलकाता की झांकियों में एलईडी से जगमग शिवलिंग, गणेश और बसहा बैल आकर्षण का केंद्र रहेंगे। रायपुर से आई झांकी में उज्जैन के महाकाल की प्रतिकृति उकेरी गई है।
शोभा यात्रा समिति, एजी कालोनी के प्रमुख चंद्रभूषण सिंह ने बताया कि इस बार प्लाइवुड बोर्ड पर केदारनाथ मंदिर के स्वरूप को दर्शाने की तैयारी की गई है। शिव सती मंदिर, नवकोठिया की समिति अपनी झांकी में चांद पर बैठे भोले शंकर और पार्वती को धरती पर उतारने की तैयारी कर रही है।
रोशनी से जगमगाया खाजपुरा शिव मंदिर। जागरण
महाशिवरात्रि के दौरान विधि व्यवस्था, सुचारु यातायात और भीड़ प्रबंधन के लिए दंडाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। डीएम-एसएसपी ने इसके लिए संयुक्त जिलादेश जारी किया है। इसका अक्षरश: अनुपालन करने का निर्देश दिया गया है।
जिला मुख्यालय में 74 प्रमुख स्थानों पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को तैनात किया गया है। इनके साथ लाठी बल को भी लगाया गया है। इस दौरान क्यूआरटी भी तैनात रहेगी। जिला नियंत्रण कक्ष में छह दंडाधिकारी एवं पुलिस अफसर सुरक्षित रखे गए हैं। अनुमंडल क्षेत्र में आवश्यकतानुकसार प्रतिनियुक्ति का निर्देश दिया गया है।
मंगलपाठ करती महिलाएं।
27 जगहों से निकलेगी शोभायात्रामहाशिवरात्रि आठ मार्च को है। दीघा विधायक सह श्री श्री महाशिवरात्रि महोत्सव शोभा यात्रा अभिनंदन समिति के संयोजक डा. संजीव चौरसिया ने बताया कि इस बार राजधानी के विभिन्न स्थानों से 27 शोभा यात्रा निकलेगी। डीएम-एसएसपी ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों पर हर गतिविधि सीसीटीवी की नजर में रहेगी। वीडियोग्राफी भी होगी।
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बिहार में दौड़ेंगी अब 5 Vande Bharat Express, तीन नई ट्रेनों को इस दिन पीएम मोदी दिखाएंगे हरी झंडी; ये होंगे रूट
जागरण संवाददाता, पटना। Vande Bharat Express पटना जंक्शन से लखनऊ वाया अयोध्या और न्यू जलपाईगुड़ी के साथ-साथ रांची से बनारस वाया गया जाने वाली तीन नई वंदे भारत ट्रेनों को चलाने के लिए तिथि का निर्धारण कर दिया गया है। तीनों ही रूटों पर तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस चलाई जाएंगी। उनका ट्रायल रन पूरा कर लिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 12 मार्च को एक साथ तीनों ट्रेनों को हरी झंडी दिखा रवाना करेंगे। इसके साथ बिहार से अब पांच वंदे भारत ट्रेनों का परिचालन शुरू हो जाएगा। इनमें से चार वंदे भारत अकेले पटना जंक्शन से चलेंगी।
एक साथ देश भर के कई रेल परियोजनाओं की भी सौगातरेलवे सूत्रों के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी इस कार्यक्रम के माध्यम से वर्चुअल जुड़ेंगे और एक साथ देश भर के कई रेल परियोजनाओं की भी सौगात देंगे। इसमें स्टेशनों के पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास भी शामिल हैं। सूत्रों की मानें तो जिन स्टेशनों पर वंदे भारत ट्रेनें रुकेंगी, वहां कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बताया जा रहा है कि पटना से लखनऊ तक चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस डीडीयू, वाराणसी, जौनपुर, साहेबगंज, अकबरपुर होते हुए अयोध्या से लखनऊ जाएगी। इसी तरह पटना जलपाईगुड़ी वंदे भारत ट्रेन पटना से बख्तियारपुर, मोकामा, नवगछिया, खगड़िया, बेगूसराय, कटिहार व किशनगंज के रास्ते से चलेगी।
दूसरे दिन भी ट्रायल रन किया गयाइसी क्रम में रांची से बनारस जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस रांची से गया जंक्शन, डीडीयू होते हुए बनारस तक चलेगी। अगले दो दिनों के अंदर तीनों ट्रेनों के किराया और समय सारिणी को जारी कर दिया जाएगा। वहीं दूसरी ओर, पटना से लखनऊ तक जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस का दूसरे दिन बुधवार को भी ट्रायल रन किया गया।
हालांकि, यह बिना किसी स्टेशन पर रुके डीडीयू दो घंटे चार मिनट में पहुंच गई। वापसी में भी यह ट्रेन 2 घंटे 18 मिनट में पटना जंक्शन आ गई। ट्रेन का ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा।
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Bihar Politics: बिहार की इन 7 लोकसभा सीट पर BJP को सबसे अधिक भरोसा, खुद नीतीश कुमार भी पड़ जाते हैं नरम
विकाश चन्द्र पाण्डेय, पटना। Bihar Political News Hindi: बिहार में पश्चिम चंपारण और पूर्वी चंपारण समेत 7 लोकसभा सीट बीजेपी ( BJP) के लिए बिहार में संजीवनी की तरह है।
विधानसभा ही नहीं, संसदीय क्षेत्रों की गिनती की शुरुआत जिस चंपारण से होती है, वह लोकसभा के पिछले तीन चुनावों से राजग, विशेषकर भाजपा, पर मुग्ध है। विधानसभा में भाजपा के संख्या-बल में सर्वाधिक योगदान करने वाले जिलों में भी पश्चिमी और पूर्वी चंपारण अग्रणी हैं।
तिरहुत प्रमंडल के सात लोकसभा क्षेत्रों में दबदबाजीत के इस क्रम को आगे बढ़ाने के दृढ़ निश्चय के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को बेतिया पहुंचे थे। यहां से दिया उनका संदेश तिरहुत प्रमंडल के सात लोकसभा क्षेत्रों (वाल्मीकिनगर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, वैशाली) तक जाएगा, जो राजग के गढ़ जैसे बनते जा रहे।बिहार अगर देश में राजनीतिक परिवर्तन का स्रोत है तो चंपारण उसका मार्ग-निर्देशक।
यह क्षेत्र 2015 में सबसे कठिन समय में भी भाजपा के साथ रहा। यहां से 1989 में ही लोकसभा में कमल खिला। विपरीत परिस्थितियों में भी लक्ष्य को साधने की कला-कौशल वाले इस परिक्षेत्र की मिट्टी इतनी उर्वर है कि एक वर्ष में तीन फसलें काट ली जाएं। बिहार में लहलहाती भाजपा इसी माटी-पानी की पाली-पोसी है। उसके 75 में से 15 विधायक तो मात्र दो जिलों (पश्चिमी चंपारण और पूर्वी चंपारण) से विजयी रहे।
शिवहर के आसपास का लोकसभा सीट भी महत्वपूर्णभाजपा के लिए चंपारण की यह महत्ता है। इनके साथ शिवहर को भी जोड़ दें तो इन तीन जिलों से लगभग चार लोकसभा क्षेत्रों (वाल्मीकिनगर, पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर) की संरचना होती है। पिछले तीन चुनावों से ये लगातार राजग के पाले में हैं। नीतीश कुमार को साथ लेकर वह वाल्मीकिनगर के लिए आश्वस्त हो गई है, जहां से सुनील कुमार जदयू के सांसद हैं।
2014 में जदयू को भाजपा परास्त कर चुकी2014 के विलगाव में यहां जदयू को भाजपा परास्त कर चुकी है। जड़ें इस तरह फैली हुई हैं। अंदरुनी उठापटक वाले पूर्वी चंपारण और शिवहर में उसके सांसद क्रमश: राधामोहन सिंह और रमा देवी हैं। दोनों भले ही सेवानिवृत्ति की उम्र तक पहुंच गए हैं, लेकिन उन क्षेत्रों में भाजपा रची-बसी हुई है। एक छोटे अंतराल को छोड़ दें तो पिछले 30 वर्षों से पश्चिम चंपारण जायसवाल परिवार के पाले में है। पहले डा. मदन प्रसाद जायसवाल सांसद हुआ करते थे और अब उनके पुत्र डा. संजय जायसवाल।
भाजपा को ये सीटें फिर चाहिए और हर विधानसभा क्षेत्र में अच्छी बढ़त भी, क्योंकि अगले वर्ष विधानसभा का चुनाव भी है। तब उस बढ़त को जीत में बदलने की चुनौती होगी, क्योंकि 2019 में इन चारों लोकसभा क्षेत्रों के सभी 24 विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त बनाने के बावजूद राजग विधानसभा चुनाव में छह सीटों पर मात खा गया था। विधानसभा के पिछले चुनाव में पश्चिमी चंपारण और पूर्वी चंपारण में राजग को 21 में 17 सीटें मिलीं। इनमें से 15 सीटें तो अकेले भाजपा की हैं, जबकि दो जदयू की।
तिरहुत में 31 विधानसभा सीटों पर 25 पर अकेले भाजपातिरहुत में राजग 31 सीटों में से 25 पर अकेले भाजपा है। 2015 में भी तिरहुत में भाजपा 18 सीटों पर विजयी रही थी। वह उसके लिए कठिन चुनावों में से एक था। तब साथ लड़कर जदयू-राजद को 23 सीटों पर सफलता मिली थी। पूरे बिहार में भाजपा को मात्र 53 सीटें ही मिलीं और उसका एक तिहाई इसी क्षेत्र से। 2010 में इस प्रमंडल में राजग को अभूतपूर्व रूप से 49 में से 45 सीटें मिली थीं।
इससे स्पष्ट हो जाता है कि चंपारण के कारण ही तिरहुत भाजपा का गढ़ रहा है। यही कारण है कि लोकसभा के हर चुनाव में इस क्षेत्र में मोदी की जनसभा होती है। पिछले तीन चुनावों से यह क्रम अनवरत है और यह संयोग ही है कि 1964 में जवाहर लाल नेहरू और 1985 में राजीव गांधी के बाद मोदी चंपारण आने वाले तीसरे प्रधानमंत्री हैं।
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Bihar Weather Today: बिगड़ने वाला है बिहार का मौसम, चेतावनी जारी; लोगों को पछुआ हवा से सावधान रहने की सलाह
जागरण संवाददाता, पटना। Bihar Weather News Hindi: राजधानी पटना समेत प्रदेश में तेज पछुआ हवा के प्रवाह बने होने से तापमान में दूसरे दिन भी गिरावट दर्ज की गई। पटना का अधिकतम तापमान बुधवार को सामान्य से चार डिग्री गिरावट के साथ 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते 24 घंटों के दौरान पटना का न्यूनतम तापमान चार डिग्री नीचे होने के साथ 12.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। 10.0 डिग्री सेल्सियस के साथ समस्तीपुर के पूसा में सर्वाधिक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
अगले 48 घंटे में चलेगी तेज हवा, नाविकों को सावधान रहने के लिए कहा गयामौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 48 घंटों के दौरान राजधानी समेत प्रदेश के अधिसंख्य भागों में पछुआ हवा का प्रवाह और कुछ जगहों पर 15-20 किमी प्रतिघंटा व झोंके के साथ 30 किमी प्रतिघंटा रहने की संभावना है। इस दौरान नाविकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। तापमान में आंशिक गिरावट आने से सुबह-शाम हल्की ठंड का प्रभाव बना रहेगा। बुधवार को पटना सहित आसपास इलाकों में तेज पछुआ हवा का प्रवाह बने होने के कारण मौसम शुष्क बना रहेगा।
बिहार के इन जिलों में बारिश के आसारबिहार के पूर्वी चंपारण, सिवान, पश्चिमी चंपारण, छपरा और गोपालगंज जिलों में छींटों के साथ हल्की बारिश के आसार हैं। किसानों को सावधानी बरतने के लिए कहा गया है।
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Bengaluru to Patna Train: होली पर पटना लौटने वाले ध्यान दें! बेंगलुरु से चलने वाली इन ट्रेनों में तेजी से हो रही बुकिंग
डिजिटल डेस्क, पटना। होली जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे लोगों में उत्साह बढ़ता जा रहा है। घर से दूर बाहर काम कर रहे नौकरीपेशा और कामगारों को घर लौटने का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन ट्रेनों में रिजर्वेशन मिलना मुश्किल हो रहा है। होली इस बार 25 मार्च को है और होलिका दहन 24 मार्च को होगा।
इससे पहले 23 मार्च को शनिवार है। ऐसे में अधिकतर लोग 21 या 22 तारीख को घर जाने के लिए अपने सफर की शुरुआत करेंगे। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए हम इन दो तारीखों को बेंगलुरु से चलकर पटना जाने वाले ट्रेनों की ताजा स्थिति के बारे में आपको अपडेट करने जा रहे हैं ताकि आपका टूर इस हिसाब से प्लान हो सके।
21 मार्च को बेंगलुरु से पटना जाने वाली ट्रेनसंघमित्रा एक्सप्रेस (12295 Sanghamitra Exp)
बेंगलुरु दानापुर स्पेशल (03260 Smvb Dnr Spl)
22 मार्च को बेंगलुरु से पटना जाने वाली ट्रेनसंघमित्रा एक्सप्रेस (12295 Sanghamitra Exp)
बागमती एक्सप्रेस (12578 Bagmati Exp)
बेंगलुरु दानापुर स्पेशल (03246 Smvb Dnr Spl)
ट्रेनों में चल रही है वेटिंगबेंगलुरु में सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल से चलकर पटना जंक्शन को जाने वाली संघमित्रा एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में 21 तारीख को 161, एसी 3 टियर में 98, 2 टियर में 52 और एसी फर्स्ट क्लास में सात की वेटिंग चल रही है।
वहीं अगर बात करें 22 तारीख को बेंगलुरु केएसआर रेलवे स्टेशन से चलकर पटना जाने वाली बागमती एक्सप्रेस की, तो इस ट्रेन के स्लीपर में 102, एसी 3 टियर, 2 टियर और फर्स्ट क्लास में क्रमश: 72, 35 और 5 की वेटिंग चल रही है। यह ट्रेन केएसआर स्टेशन से दोपहर के दो बजकर 50 मिनट पर छूटती है और 44 घंटे दस मिनट का सफर तय कर दो दिन बाद सुबह दस बजे पटना पहुंचती है।
21 मार्च को बेंगलुरु से पटना जाने वाली ट्रेनों की स्थितिसंघमित्रा एक्सप्रेस और बेंगलुरु दानापुर स्पेशल
22 मार्च को बेंगलुरु से पटना जाने वाली ट्रेनों की स्थितिसंघमित्रा एक्सप्रेस और बागमती एक्सप्रेस
बेंगलुरु दानापुर स्पेशल
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राज्य ब्यूरो, पटना। खान एवं भू-तत्व विभाग ने राजस्व संग्रह में सुस्ती दिखाने वाले जिलों को लेकर काफी सख्त हो गया है। विभाग ने 11 खनिज विकास पदाधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि महीने के अंत तक राजस्व संग्रह की स्थिति नहीं सुधरी तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई तो होगी साथ ही उनका वेतन भी रोका जाएगा।
खान एवं भू-तत्व विभाग के निदेशक नैय्यर इकबाल की अध्यक्षता में हाल ही में जिलों के राजस्व संग्रह की समीक्षा की गई। जिसमें यह बात सामने आई है कि 3662 करोड़ रुपये के निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध जिलों ने फरवरी के अंत तक 1951 करोड़ रुपये का संग्रह किया है।
इन जिलों का प्रदर्शन खराबजिन जिलों का प्रदर्शन संग्रहण में सबसे ज्यादा खराब है वे हैं जमुई, जहानाबाद, नालंदा, बांका, औरंगाबाद, मुंगेर, कैमूर, गया, नवादा, भागलपुर और किशनगंज।
जमुई की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। इस जिले ने पूरे वर्ष के दौरान करीब 173 करोड़ के लक्ष्य के विरूद्ध 11 करोड़ रुपये ही वसूले हैं। अन्य 10 जिलों का प्रदर्शन जमुई की अपेक्षाकृत ठीक है लेकिन इनकी उपलब्धि भी 25 से 45 प्रतिशत के बीच ही है।
राजस्व संग्रह की इस स्थिति से नाराज निदेशक ने संबंधित जिलों से इसका स्पष्टीकरण तो मांगा ही है उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि महीने के अंत तक निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करें अन्यथा उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ वेतन रोकने के आदेश भी दिए जाएंगे।
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Bihar News: बिहार को आज टूरिज्म से जुड़ी योजनाओं की सौगात देंगे PM Modi, जानें किस जिले को मिलेगा कौन सा गिफ्ट
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को वर्चुअल माध्यम से बिहार से जुड़ी पर्यटन की पांच योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे। सुल्तानगंज से बाबाधाम के रास्ते में कांवरिया पथ, मंदार व अंग परिपथ की योजनाओं के साथ जैन सर्किट में वैशाली और गांधी सर्किट में भितिहरवा आश्रम के विकास की योजनाओं का उद्घाटन किया जाएगा। इस दौरान पर्यटन मंत्री प्रेम कुमार की वैशाली में उपस्थिति रहेगी।
सारण में आमी मंदिर परिसर के विकास के लिए प्रथम चरण में प्रसाद योजना अंतर्गत 12.26 करोड़ रुपये की योजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री करेंगे।
स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत 41.31 करोड़ रुपये की स्वीकृतिसुल्तानगंज से बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर देवघर के रास्ते में सुविधा बढ़ाने के लिए स्वदेश दर्शन स्कीम के अंतर्गत 41.31 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई थी।
इस राशि से श्रद्धालुओं के बैठने के लिए विभिन्न जगहों पर बेंच, विश्राम के लिए रेन शेल्टर, पर्यटक सुविधा केंद्र, कैफेटेरिया, शौचालय, प्याऊ आदि का निर्माण कराया गया है। स्वदेश दर्शन स्कीम-1 के तहत मंदार और अंग परिपथ पर 40.42 करोड़ रुपये से विकास कार्य संपन्न हुआ है।
बांका में आर्ट एंड क्राफ्ट गांव का निर्माणबांका जिले के मंदार पहाड़ी की तलहटी में आर्ट एंड क्राफ्ट गांव का निर्माण किया गया है। जिले के बुनकरों और अन्य हस्तशिल्पियों के लिए यहां वर्कशाप एवं दुकानें स्थापित की गई हैं।
परिसर में बिजली की निर्बाध आपूर्ति के लिए सौर ऊर्जा प्लेट लगाई गई है। मंदार पर्वत की तलहटी में अवंतिका नाथ मंदिर में विश्राम कक्ष, पीने का पानी तथा शौचालय आदि का निर्माण हुआ है।
वैशाली के पुष्करणी सरोवर में लेजर शो का निर्माणवैशाली के पुष्करणी सरोवर में साउंड लाइट एवं लेजर शो का निर्माण किया गया है। स्वदेश दर्शन के अंतर्गत गांधी परिपथ का विकास कार्य 16.37 करोड़ रुपये से कराया गया है।
इसमें भितिहरवा आश्रम में चहारदिवारी, थीमेटिक गेट, प्रदर्शनी हॉल, जनसुविधा, कैफेटेरिया, चरखा, वाटर फाउन्टेन, सिवरेज ट्रीटमेंन्ट प्लांट, सोलर पावर सिस्टम, पार्किंग की सुविधा दी गई है।
सारण के आमी मंदिर परिसर में प्रसाद योजना के अंतर्गत 12.26 करोड़ रुपये की योजना का शिलान्यास किया जाना है।
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Lalu Yadav: 'प्रधानमंत्री जी शरमाते हैं...', PM Modi के तीखे तंज पर आया लालू यादव का जवाब
राज्य ब्यूरो, पटना। प्रधानमंत्री मोदी महज एक हफ्ते के भीतर बुधवार को एक बार फिर बिहार पहुंचे। यहां उन्होंने करोड़ों की परियोजनाओं का शिलान्यास किया। बेतिया में जनसैलाब को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने एक बार फिर लालू यादव के जंगलराज और परिवारवाद पर तीखा तंज कसा। पीएम मोदी ने लालू यादव द्वारा 'परिवार' पर उठाए गए सवाल का भी जवाब दिया।
लालू यादव पर तंज कसते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यहां (बिहार में) लालटेन की सरकार में युवाओं का जीवन दांव पर लगा दिया गया था। यहां के युवका रोजी-रोटी के लिए बाहर जाते रहे, लेकिन एक परिवार फलता-फूलता रहा। एक-एक नौकरी के लिए जमीन पर कब्जा किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में जंगलराज लाने वाला परिवार बिहार के युवाओं का गुनहगार है। जंगलराज के परिवार ने युवाओं से उनका भाग्य छीन लिया।
लालू यादव ने पीएम मोदी पर क्या कहा?प्रधानमंत्री मोदी के तीखे तंजों पर अब लालू यादव ने जवाब दिया है। लालू प्रसाद ने अपने एक्स मीडिया पर लिखा कि प्रधानमंत्री जब-जब बिहार आते है तब-तब वो नौकरी, बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी, विशेष राज्य का दर्जा इत्यादि पर बात करने में जी भर के शरमाते है।
उन्होंने आगे लिखा कि टेलीप्रॉम्प्टर पर लिखी स्क्रिप्ट पढ़ने एवं दशकों से रटी-रटाई बातें दुहराने के क्रम में वो यह भी भूल जाते है कि भाजपा 10 साल से केंद्र में तथा 15 साल से बिहार में सत्ता में है। इससे पहले लालू प्रसाद ने पटना में एक निजी चैनल से बात करते हुए मोदी हिन्दू नहीं है बयान को वापस दोहराया।
प्रधानमंत्री जी,
जब-जब बिहार आते है तब-तब वो नौकरी, बेरोजगारी, महंगाई, गरीबी, विशेष राज्य का दर्जा इत्यादि पर बात करने में जी भर के शरमाते है।
टेलीप्रॉम्प्टर पर लिखी स्क्रिप्ट पढ़ने एवं दशकों से रटी-रटाई बातें दुहराने के क्रम में वो यह भी भूल जाते है कि BJP 10 साल से केंद्र में…
उन्होंने कहा कि मैंने जो भी कहा सही कहा। कोई गलत बात नहीं की। मैं मोदी का परिवार अभियान पर भी हमला बोला और कहा जो खुद को मोदी का परिवार बता रहे हैं भाजपा के उन नेताओं को उनके समर्थन में अपने बाल मुंडवा लेना चाहिए।
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BPSC ने इस दिन की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा को किया स्थगित, 15 को होने वाले एग्जाम पर यह है अपडेट
Bihar News: बिहार में पटना सहित 11 जिलों में नए सिविल सर्जन किए गए तैनात, जानें किसे कहां भेजा गया
राज्य ब्यूरो, पटना। स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार को 11 जिलों में नए सिविल सर्जनों को तैनात किया है। इसके साथ ही चार क्षेत्रीय उप निदेशक व 10 अन्य डॉक्टरों का भी तबादला किया है। स्वास्थ्य विभाग ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। अधिसूचना के मुताबिक, डॉ. मिथिलेश कुमार को पटना का नया सिविल सर्जन बनाया गया है।
जानें किस जिले में किसे भेजा गयावहीं, डॉ. संजय कुमार को शेखपुरा, डॉ. अजय कुमार को मुजफ्फरपुर, डॉ. विनोद कुमार सिंह को पूर्वी चंपारण, डॉ. राजेश कुमार को किशनगंज, डॉ. ईला मिश्रा को भोजपुर, डॉ. विनोद कुमार सिन्हा को मुंगेर, डॉ. ललन कुमार ठाकुर को सुपौल, डॉ. अनिता कुमारी को बांका, डॉ. श्यामा राय को नालंदा, डॉ. कत्यानी कुमार मिश्रा को वैशाली का सिविल सर्जन बनाया गया है।
इसके अलावा, डॉ. श्रवण कुमार को पूर्णिया का क्षेत्रीय उप निदेशक, डॉ. रवींद्र नारायण को स्वास्थ्य निदेशालय पटना में अपर निदेशक, डॉ. अविनाश कुमार सिंह को भागलपुर का क्षेत्रीय उप निदेशक, डॉ. श्याम नंदन प्रसाद को सारण का क्षेत्रीय उप निदेशक बनाया गया है। एनएमसीएच निश्चेतना विभाग के डॉ. हर कोमल कौर को जेकेटीएमसीएच, मधेपुरा में, विम्स पावापुरी की डॉ. हसप्रीत कौर गिल को एनएमसीएच में, एएनएमसीएच, गया की डॉ. स्नेहा कुमारी को एनएमसीएच में, एनएमसीएच के डॉ. रतन कुमार गुप्ता को पीएमसीएच में उप निदेशक बनाया गया है।
जेकेटीएमसीएच, मधेपुरा के डॉ. प्रभात कुमार सिंह को एनएमसीएच भेज गया है। डॉ. उमेश चंद्र शर्मा को मुजफ्फरपुर में क्षेत्रीय उप निदेशक, डॉ. वीरेंद्र कुमार को पीएचसी, बेतिया, डॉ. चांदनी कुमारी को पीएचसी बेतिया, डॉ. सतीश कुमार वर्मा को सीएचसी,राजापाकर, वैशाली और डॉ. कृष्ण मोहन को पीएचसी, फारबिसगंज, अररिया भेजा गया है।
नगर सेवा, प्रशासनिक व पर्यवेक्षकीय सेवा के 67 अधिकारियों का तबादलानगर विकास एवं आवास विभाग के अधीन विभिन्न विभागों में पदस्थापित बिहार प्रशासनिक सेवा, बिहार नगर सेवा एवं पर्यवेक्षकीय सेवा के 67 पदाधिकारियों का तबादला किया है।
नगर विकास एवं आवास विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। जिन पदाधिकारियों का तबादला किया गया है वे पूर्व ने किसी ने किसी जिले में पदस्थापित थे। तबादला करते हुए उन्हें नए जिलों में भेजा गया है।
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BPSC ने इस दिन की शिक्षक नियुक्ति परीक्षा को किया स्थगित, 15 को होने वाले एग्जाम पर यह है अपडेट
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने तीसरे चरण की 16 मार्च को प्रस्तावित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा को अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दिया है। सचिव रविभूषण ने बताया कि सिर्फ 16 मार्च को एकल पाली में होने वाली परीक्षा को ही स्थगित किया गया है। 15 मार्च को दो पालियों की परीक्षा पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगी।
विस्तृत जानकारी वेबसाइट www.bpsc.bih.nic.in पर अपलोड कर दी गई है। 15 मार्च की परीक्षा में शामिल होने के लिए ई-प्रवेश पत्र गुरुवार से अभ्यर्थी डैश बोर्ड पर उपलब्ध लिंक के माध्यम से डाउनलोड कर सकेंगे।
15 को पहली पाली में शिक्षा विभाग के मध्य विद्यालयों में गणित एवं विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत एवं उर्दू शिक्षकों के लिए परीक्षा होगी।
दूसरी पाली में शिक्षा विभाग व अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के प्राथमिक विद्यालयों में सामान्य, उर्दू एवं बांग्ला विषयों के लिए परीक्षा होगी। स्थगित और उच्च माध्यमिक के लिए जल्द ही विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी।
16 को माध्यमिक विद्यालयों के लिए होनी थी परीक्षा16 मार्च को एकल पाली में शिक्षा विभाग के माध्यमिक विद्यालयों में हिंदी, बांग्ला, उर्दू, संस्कृत, अरबी, फारसी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, ललित कला, नृत्य, शारीरिक शिक्षा, मैथिली, संगीत एवं सामाजिक विज्ञान तथा अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग के कक्षा छह से 10वीं के लिए कंप्यूटर साइंस, संगीत, कला को छोड़कर शेष विषयों के लिए परीक्षा होनी थी।
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मोदी-नीतीश की राह में 'स्पीड ब्रेकर' कौन? दिल्ली से पटना तक परिक्रमा चालू, चाचा-भतीजा ने भी बढ़ाई NDA की टेंशन
रमण शुक्ला, पटना। भाजपा प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में पार्टी के भावी लड़ाकों के नाम पर मंथन के साथ ही राजग प्रत्याशियों के बीच चुनावी तैयारियों को लेकर गहमागहमी बढ़ गई है। पर, टिकट को लेकर स्थिति 12 मार्च के बाद ही स्पष्ट होगी। इसके पीछे कई कारण हैं। पहला कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 11 मार्च तक विदेश दौरे पर रहना।
दूसरा, भाजपा के सहयोगी दल लोजपा, हम एवं राष्ट्रीय लोक मोर्चा के साथ टिकट बंटवारा को लेकर अभी तक संयुक्त रूप से एक भी बैठक नहीं होना और तीसरा लोजपा में चाचा-भतीजे के बीच पसंदीदा सीटों को लेकर गुत्थी सुलझाने की चुनौती। सभी बिंदुओं पर समन्वय भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को ही स्थापित करना है।
अंदर खाने खींचतान चरम परइसी बीच राजग में सीट शेयरिंग को लेकर अंदर खाने खींचतान चरम पर है। उधर, भाजपा के वर्तमान सांसदों के साथ ही टिकट के लिए पटना से दिल्ली तक परिक्रमा कर रहे नेताओं की बेचैनी बढ़ी हुई है। इसके पीछे कारण यह है कि भाजपा के लोकसभा पर्यवेक्षकों की बैठक में नाम पर चर्चा की भनक समर्थकों को लग गई है। अब उत्साहित समर्थक क्षेत्र में कूच करने का दबाव बना रहे हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव में क्या हुआ था?इधर, राज्य में लोकसभा की 40 सीटें हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में राजग की एकतरफा जीत हुई थी। राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के खाते में 39 सीटें गईं थीं। इसमें वर्तमान में भाजपा के खाते में 17, जदयू को 16 एवं छह सीटें लोजपा जीती थी। अब लोकसभा चुनाव के समय एक रही लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अब दो हिस्से में बंट चुकी है।
लोकसभा के रिकॉर्ड के अनुसार चिराग पासवान लोजपा (रा) के इकलौते सांसद हैं। जबकि केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की पार्टी रालोजपा के पांच सांसद हैं। अब भाजपा के सामने राजग का मुखिया होने के नाते चाचा-भतीजे के बीच एका कराने के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम एवं उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा बीच टिकट बंटवारे का गणित हल करना है।
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...तो यह है PM Modi का बिहार विजय का मास्टरप्लान, इस रणनीति के तहत Lalu Yadav के चौकों पर लगा रहे सिक्सर
बेतिया, विकाश चन्द्र पाण्डेय। मतदाताओं में बड़ी हिस्सेदारी वाले युवाओं में रोजी-रोजगारी की कसक बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार की बर्बादी व पलायन के लिए बुधवार को सीधे तौर पर लालू परिवार को दोषी ठहराया।
बेतिया की जनसभा में उन्होंने स्पष्ट कहा कि जंगलराज लाने वाला परिवार ही बिहार के युवाओं का गुनहगार है। लालटेन (राजद) के राज में एक परिवार फलता-फूलता रहा और युवा पलायन करते रहे। नौकरी के लिए भूखंडों पर कब्जा हुआ। युवाओं का जीवन दांव पर लगा देने के लिए उस परिवार को क्षमा नहीं किया जा सकता। राजग सरकार बिहार को जंगलराज से उबार कर विकास की राह पर लाई है।
12800 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यासप्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारा प्रयास बिहार में नौकरी-रोजगार का है। इसी उद्देश्य से आज 12800 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास हुआ है। इस क्रम को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने उपस्थित जन-समूह से अबकी बार-400 पार के लिए समर्थन भी मांगा।
विकास की दे रहे गारंटीखचाखच भरा हवाईअड्डा का मैदान संभवतः मोदी को आश्वस्त कर रहा, तभी तो उनकी आवाज भावनात्मक पुट के साथ आक्रामक हो गई है। मोदी की गारंटी को वे गारंटी पूरा होने की गांरटी बता रहे।
विकास की गारंटी के लिए परिवारवाद और जातिवाद से मुक्ति का आह्वान करते हुए अपनी शब्दावली वाली चार जातियों (गरीब, किसान, युवा, महिला) के विकास की प्रतिबद्धता जता रहे।
इंडी गठबंधन पर साध रहे निशानागरीब, किसान, युवा, महिला की हित वाली योजनाओं को गिनाते हुए पीएम मोदी दावा कर रहे कि चुनाव में इंडी गठबंधन वाले कहीं के नहीं रहेंगे। विश्वास यह कि प्रकृति-प्रेमी थारू समाज भी डबल इंजन की सरकार को गति देगा।
किए जा रहे कामों पर कर रहे बातडिजिटल इंडिया के लिए वे युवाओं को श्रेय देते हैं। बरौनी खाद कारखाना चालू कराने का श्रेय स्वयं लेते हुए बताते हैं कि बिहार में 22 हजार करोड़ रुपये की लागत से एक दर्जन पुल बनाए जा रहे। उनमें से पांच पुल गंगा पर बन रहे हैं। आधारभूत संरचना से उद्यमी आकर्षित होते हैं और विकास को गति मिलती है।
युवा उनके भाषण का केंद्रयुवा उनके भाषण के केंद्र में हैं और किसी लाग-लपेट से परे वे स्पष्ट बता रहे कि उन्होंने छोटी उम्र में ही घर का त्याग कर दिया। बिहार वाले तो छठ-दीपावली में घर आ जाते हैं। मेरा कौन सा घर है, जहां मैं लौटूं। मेरा तो देश ही परिवार है। आज हर भारतीय व युवा कह रहा कि हम बानी मोदी के परिवार (मैं हूं मोदी का परिवार)।
भोजपुरी के जरिए लोगों को कनेक्ट करने की कोशिशभाषण के प्रारंभ में भी भोजपुरी में अभिवादन कर उन्होंने उपस्थित जनसमूह को भावनात्मक रूप से अपने से जोड़ने का प्रयास किया। चंपारण को महर्षि वाल्मीकि की कर्मभूमि, माता सीता की शरणभूमि और लवकुश की जन्मभूमि बताते हुए संभवत: वे स्पष्ट कर रहे कि विकास के लिए प्रतिबद्ध भाजपा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मार्ग पर प्रशस्त रहेगी।
विकसित बिहार से विकसित भारत का संकल्पविकसित बिहार से विकसित भारत का संकल्प लेने के लिए वे बता रहे कि बेतिया व चंपारण से बढ़िया कोई स्थान हो ही नहीं सकता। इस भूमि से स्वतंत्रता संग्राम में प्राण फूंक दी। मोहनदास को महात्मा गांधी बना दिया। इस बखान पर निहाल जनता बैरिकेडिंग पर चढ़ने के लिए उतावली हो जाती है।
श्रीराम के भव्य मंदिर का जिक्र कर लूट रहे महफिलसनातन संस्कृति के प्रतीक पुरुष श्रीराम के भव्य मंदिर की स्थापना में भाजपा के योगदान का उल्लेख कर वे जनसमूह को इस कदर मुग्ध कर देते हैं कि तालियों की गड़गड़ाहट दूर तक सुनी जा सकती है।
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राज्य ब्यूरो, पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बिहार के एक सप्ताह में दूसरे दौरे से राजद टेंशन में आ गई है। पीएम मोदी के दौरे को लेकर राजद ने जोरदार हमला बोला है।
राष्ट्रीय जनता दल ने कहा कि प्रधानमंत्री बिहार को सौगात की बजाय एक बार फिर जुमलों का तोहफा देकर गए हैं। पार्टी ने यह दावा भी किया कि प्रधानमंत्री की बेतिया में हुई आज की सभा में 60 प्रतिशत सीटें खाली थी।
...फिर जुमला उछाल कर चले गएराजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव और चितरंजन गगन ने अलग-अलग बयान जारी कर कहा कि पीएम के दौरे को लेकर प्रचारित किया गया कि वे बिहार को बहुत बड़ी सौगात देंगे। 12,800 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी करेंगे, लेकिन वे फिर जुमला उछाल कर चले गए।
सौगातों पर उठाया सवालमुजफ्फरपुर से मोतिहारी एलपीजी लाइन 2014 के पहले ही हुए भारत-नेपाल करार के तहत बनाई गई थी। शिवहर-सीतामढी और पिपराकोठी-मोतिहारी-रक्सौल सड़क का लोकार्पण किया गया है वह पूरी बनी भी नहीं है। रेलवे के कई वैसी योजनाओं का भी लोकार्पण किया गया है जिसका उदघाटन पहले मंडल रेल प्रबंधक रैंक के अधिकारी करते थे।
वहीं राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि पीएम का कार्यक्रम पूरी तरह चुनावी था। उनके आयोजन को जनता ने सिरे से नकार दिया। 60 प्रतिशत सीटें खाली थी।
महारैली के कारण बिहार से लेकर दिल्ली तकउन्होंने कहा कि महागठबंधन की जन विश्वास महारैली से बिहार से लेकर दिल्ली तक की सत्ता की नींव हिल गई है। बिहार की जनता ने मोदी-नीतीश की जोड़ी को नकार दिया है। उसका विश्वास सिर्फ राजद और युवा नेता तेजस्वी व लालू प्रसाद पर है।
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बिहार में सियासी पारा हाई! अब इस दिग्गज नेता ने दे दी मोदी सरकार को चुनौती, कहा- अगर प्रधानमंत्री...
राज्य ब्यूरो, पटना। भाकपा-माले के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने बुधवार को लोकसभा चुनाव में महिला आरक्षण को लागू करने की चुनौती मोदी सरकार को दी। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यदि प्रधानमंत्री महिला आरक्षण के प्रति ईमानदार हैं तो लोकसभा चुनाव में महिला आरक्षण लागू करें।
इस अवसर पर माले विधायक दल नेता महबूब आलम, ऐपवा की महासचिव मीना तिवारी, वरिष्ठ नेता केडी यादव, सरोज चौबे, मंजू प्रकाश और अनीता सिन्हा भी मौजूद थीं।
'एसबीआई ने 30 जून तक का समय मांगा'दीपंकर ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का मजाक बना रही है। फैसले के मुताबिक, एसबीआइ को सारे चुनावी बॉन्ड की जानकारी चुनाव आयोग को देनी थी, लेकिन दो दिन पहले एसबीआई ने सुप्रीम कोर्ट से 30 जून तक का समय मांगा।
उन्होंनं कहा कि इस डिजिटल जमाने में सिर्फ 22 हजार 217 चुनावी बॉन्ड की जानकारी देने में इतना समय आखिर क्यों चाहिए? जाहिर-सी बात है कि मोदी सरकर के दवाब में एसबीआइ ऐसा कर रही है, ताकि चुनावी बॉन्ड की जानकारी सार्वजनिक न हो सके।
जदयू के चार प्रकोष्ठ के प्रभारियों की नियुक्तिप्रदेश जदयू के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने बुधवार को चार प्रकोष्ठ के प्रभारियों की नियुक्ति की। प्रदेश जदयू के युवा प्रकोष्ठ का प्रभार पूर्व विधायक वशिष्ठ सिंह, महिला प्रकोष्ठ का प्रभार पूर्व मंत्री रंजू गीता, अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ का प्रभार पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला और अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ का प्रभार पूर्व मंत्री लक्ष्मेश्वर राय को दिया गया है।
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PM Modi की रैली से चिराग-उपेंद्र फिर नदारद, क्या NDA के साथ पार्टनर ही करने जा रहे 'खेला'?
डिजिटल डेस्क, पटना। Chirag Paswan And Upendra Kushwaha बिहार में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी हलचल तेज है। अभी तक ना तो इंडी गठबंधन में सीट शेयरिंग हुई है और ना ही एनडीए में। माना जा रहा है कि आने वाले दो से तीन काफी अहम होने वाले हैं। इस सबके बीच एक और मुद्दा है जो इस समय लाइमलाइट में बना हुआ है और वो है चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा का मोदी की रैली से दूरी बनाना।
दरअसल, चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा दोनों ही नेता एनडीए के पार्टनर हैं, लेकिन जिस दिन से नीतीश कुमार ने एनडीए में एंट्री ली है, ये दोनों ही नेता असहज नजर आ रहे हैं। चिराग पासवान तो खुलकर नीतीश को लेकर अपनी नाराजगी बयां भी कर चुके हैं। वहीं, बीते दिनों जब मोदी की बेगूसराय और औरंगाबाद में रैली हुई तो वहां भी चिराग और कुशवाहा नजर नहीं आए।
मोदी की रैली (PM Modi) में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी पहुंचे थे। यहां तक की हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मुखिया जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) और लोक जनशक्ति पार्टी के पशुपति पारस (Pashupati Paras) भी मौजूद थे। लेकिन चिराग और उपेंद्र कुशवाहा के ना आने से सियासी अटकलबाजी तेज हो गई। बुधवार को बेतिया में प्रधानमंत्री मोदी की रैली हुई, यहां भी चिराग और उपेंद्र कुशवाहा नजर नहीं आए।
सोशल मीडिया पर नहीं किया पोस्टचिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा, दोनों ही नेता प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते नहीं थकते हैं। चिराग पासवान तो खुद को मोदी का हनुमान तक कह दिया था। हालांकि, दोनों ही नेताओं ने प्रधानमंत्री के लिए सोशल मीडिया पर कोई पोस्ट नहीं किया। एक्स पर एक्टिव रहने वाले चिराग पासवान ने पीएम मोदी के स्वागत में कुछ नहीं लिखा। ऐसे में साफ है कि कहीं ना कहीं किसी बात को नाराजगी जरूर है।
चिराग पासवान और कुशवाहा की चुप्पीआपको बता दें कि 2 मार्च को बेगूसराय में प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश कुमार की रैली हुई। एक तो इस रैली में चिराग-कुशवाहा नजर नहीं आए और जब मीडिया में सवाल उठने लगे तो उन्होंने खुद से कोई प्रतिक्रिया भी नहीं दी। 4 दिन बीत चुके हैं, अटकलों का दौर जारी है, लेकिन चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा चुप हैं। ऐसे में इस चुप्पी के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। कहीं आने वाले दिनों में एनडीए के साथ 'खेला' ना हो जाए।
राष्ट्रीय जनता दल ने भी चल दी अपनी चालसीट शेयरिंग से पहले राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने भी अपनी चाल दी। एक तरफ से चिराग पासवान को राजद के साथ आने के लिए खुला ऑफर दे दिया गया है। बीते दिनों जब चिराग पासवान के आईएनडीआईए गठबंधन में शामिल होने को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस विषय में वही ज्यादा बेहतर बता सकते हैं। अगर उन्हें आना है तो वो तय करेंगे। हमें इसमें कुछ नहीं करना। साफ है कि अगर चिराग आते हैं तो तेजस्वी को इससे कोई परेशानी नहीं है।
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लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, इन 16 IAS को मिली बड़ी जिम्मेदारी; 3 जिलों के DM भी बदले
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार सरकार ने सीतामढ़ी, कटिहार एवं जहानाबाद के जिलाधिकारियों समेत 16 भारतीय प्रशासनिक सेवा के सीनियर अफसरों को स्थानातंरित करते हुए नई जिम्मेदारी दी है। इनमें से कुछ को अतिरिक्त प्रभार भी दिया है।
भूमि सुधार विभाग भेजे गए दीपक कुमारसहकारिता विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को स्थानातंरित कर उन्हें राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में अपर मुख्य सचिव की कमान सौंपी गई है। यह पद सीनियर आइएएस अफसर ब्रजेश मेहरोत्रा को मुख्य सचिव नियुक्त किये जाने से खाली था।
आनंद किशोर को भी नई जिम्मेदारीबिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर को नगर विकास एवं आवास विभाग का प्रधान सचिव और पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन का प्रबंध निदेशक बनाया गया है। ये परीक्षा समिति के अध्यक्ष पद पर बने रहेंगे, लेकिन इन्हें बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं प्रशिक्षण बोर्ड के मुख्य कार्य पदाधिकारी पद से मुक्त कर दिया गया है।
सहकारिता विभाग भेजे गए संतोष कुमार मल्लनगर विकास व आवास विभाग के प्रधान सचिव और पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी पद से संतोष कुमार मल्ल को स्थानांतरित कर उन्हें सहकारिता विभाग में प्रधान सचिव बनाया गया है। इन्हें लघु जल संसाधन विभाग का प्रधान सचिव का भी अतिरक्त प्रभार दिया गया है।
परमार रवि मनुभाई को मुख्य जांच आयुक्तखान व भूतत्व विभाग के अपर मुख्य सचिव परमार रवि मनुभाई को मुख्य जांच आयुक्त, बिहार का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। बुधवार को सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से इसकी अधिसूचना जारी की गई।
अधिसूचना के मुताबिक, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, जो सूचना व जन संपर्क विभाग के सचिव भी हैं, को ससंदीय कार्य विभाग के सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
खान व भूतत्व विभाग भेजे गए धर्मेन्द्र सिंहबिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक धर्मेन्द्र सिंह को स्थानातंरित कर उन्हें खान व भूतत्व विभाग का सचिव बनाया गया है। धर्मेन्द्र सिंह अगले आदेश तक जांच आयुक्त, सामान्य प्रशासन विभाग के अतिरिक्त प्रभार में भी रहेंगे।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह को अगले आदेश तक नगर विकास व आवास विभाग के सचिव के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे। इन्हें राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक पद के प्रभार से मुक्त कर दिया गया है।
इन अधिकारियों को मिली ये जिम्मेदारीबिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम के प्रंबध निदेशक दिनेश कुमार को स्थानातंरित कर उन्हें भागलपुर प्रमंडल का कमिश्नर नियुक्त किया गया है।
नगर विकास व आवास विभाग के अपर सचिव धर्मेन्द्र कुमार को स्थानातंरित कर उन्हें बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम के प्रबंध निदेशक बनाया गया है।
बेल्ट्रोन के महाप्रबंधक राजीव कुमार को स्थानातंरित कर उन्हें बिहार राज्य आवास बोर्ड का एमडी बनाया गया है। उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव योगेश कुमार सागर को स्थानातंरित कर उन्हें बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम का एमडी बनाया गया है।
ये बने जिलाधिकारीसीतामढ़ी के जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा को स्थानातंरित कर कटिहार, जहानाबाद की जिलाधिकारी रिची पाण्डेय को स्थानातंरित कर सीतामढ़ी और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त सचिव अलंकृता पाण्डेय को स्थानातंरित कर जहानाबाद में जिलाधिकारी पद पर तैनात किया गया है, जबकि कटिहार के जिलाधिकारी रवि प्रकाश को स्थानांतरित कर उन्हें उद्योग विभाग में संयुक्त सचिव नियुक्त किया गया है।
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'रउआ सब के प्रणाम कर तानी...', PM मोदी का भोजपुरी अंदाज, इस बात के लिए माफी मांगी
Bihar Politics: उम्र 70 के पार... फिर भी दिल टिकट को बेकरार! क्या पूरी हो पाएगी इन सांसदों की ख्वाहिश
भुवनेश्वर वात्स्यायन, पटना। उम्र सत्तर को पार कर चुकी है या फिर इस पड़ाव को छूने वाली है पर हाल यह है कि इनमें अब भी चुनावी मैदान में उतरने की बेकरारी है। अब जब टिकटों का मामला तय होने के करीब है तो बिहार में एनडीए के इन सांसदों की खूब चर्चा हो रही। जदयू और भाजपा दोनों में ऐसे आधा दर्जन से अधिक सांसद हैं जो 70 पार कर चुके हैं। इनमें से चार सांसद ऐसे हैं जो केंद्र में मंत्री हैं।
मंत्री जी पार कर गए हैं सत्तर कोबिहार से भाजपा के चार ऐसे सांसद जो केंद्र में मंत्री हैं कि उम्र सत्तर से अधिक की हो चुकी है। केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस बहत्तर वर्ष के हो चुके हैं। गिरिराज सिंह भी इकहत्तर के हैं। राजकुमार सिंह भी इकहत्तर वर्ष के हो चुके हैं। अश्विनी चौबे तो इकहत्तर को पार कर चुके हैं।
पुराने दिग्गजों का मामला भी सत्तर के पार काभाजपा और जदयू के कई दिग्गज ऐसे हैं जिनका मामला सत्तर के पार का हो चुका है। उनके टिकट की बेकरारी जगजाहिर है। जदयू के दिलकेश्वर कामत तो सतहत्तर वर्ष के हो चुके हैं। पटना साहिब के भाजपा सांसद की उम्र भी सत्तर की हो चुकी है। पूर्वी चंपारण के सांसद राधामोहन सिंह की उम्र चौहत्तर की है।
शिवहर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा की टिकट पर लगातार जीतती रहीं रमा देवी भी चौहत्तर की हो चुकी है। जहानाबाद से जदयू के सांसद चंद्रेश्वर चंद्रवंशी की उम्र बहत्तर वर्ष है।
कई सांसद अब सत्तर के करीब पहुंचने को हैंबिहार के कई सांसदों के उम्र की स्थिति यह है कि वे सत्तर के करीब पहुंचने को हैं। सासाराम के सांसद छेदी पासवान की उम्र अड़सठ वर्ष है। काराकाट से जदयू के सांसद महाबली सिंह भी अड़सठ पार कर रहे। झंझारपुर से जदयू के सांसद रामप्रीत मंडल अड़सठ वर्ष के हैं। नालंदा से जदयू सांसद कौशलेंद्र पैंसठ वर्ष के हैं।
जदयू व भाजपा अपने उम्रदराज सांसदों को दे सकता है विश्रामराजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा है कि जदयू और भाजपा अपने कई उम्रदराज सांसदों को विश्राम दे सकता है। उनकी जगह पर नए व युवा चेहरे सामने आ सकते हैं। यह कहा जा रहा कि सत्तर से अधिक की उम्र वाले सांसदों की सक्रियता को देखा जा रहा। संभव है कि हफ्ते भर में इस विषय पर निर्णय हो।
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Lok Sabha Elections से पहले नीतीश कुमार ने लगा दी सौगातों की झड़ी, महज एक दिन में 2509 करोड़ की 81 योजनाओं का दिया तोहफा
राज्य ब्यूरो, पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से 2509 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से 81 योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।
ये योजनाएं उद्योग विभाग एवं भवन निर्माण विभाग की ओर से क्रियान्वित की जा रही हैं। साथ ही मुख्यमंत्री ने बिहार लघु उद्यमी योजना के तहत चयनित लाभुकों को अनुदान के प्रथम किस्त का भी वितरण किया।
इस दौरान उन्होंने सांकेतिक रूप से 5 लाभुकों को पहली किस्त के रूप में 50-50 हजार का चेक प्रदान किया। इनमें अजय कुमार, शमशाद हुसैन, एम. फातिमा, नंदन कुमार एवं दीपा कुमारी लाभार्थी शामिल हैं।
कार्यक्रम में लघु उद्यमी योजना में चयनित 40 हजार 102 लाभार्थियों को पहली किस्त के रूप में 200 करोड़ 51 लाख रुपये का आनलाइन हस्तांतरण किया गया।
उद्योग विभाग के 75 योजनाओं का शुभारंभमुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कार्यक्रम में उद्योग विभाग की 1,068 करोड़ रुपये की लागत से कुल 75 योजनाओं का शिलान्यास एवं उद्घाटन किया। उद्योग विभाग द्वारा 447 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 33 परियोजनाओं का उद्घाटन किया। साथ ही 621 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाली 42 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
ई-रेडिएशन सेंटर एवं एक्सपोर्ट पैक हाउस का लोकार्पणमुख्यमंत्री ने 59 करोड़ रुपये की लागत से बिहटा में ई-रेडिएशन सेंटर एवं एक्सपोर्ट पैक हाउस का लोकार्पण किया। इसके तहत कृषि उत्पादों के रेडिएशन एवं पैकिंग की सुविधा उपलब्ध होगी, जिससे किसानों को लाभ होगा।
उन्होंने पटना, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण एवं भागलपुर जिले में 24 लाख वर्ग फीट के प्लग एंड प्ले शेड्स का उद्घाटन किया। इसके साथ उद्योग विभाग के 106 करोड़ रुपये की लागत से फतुहा इंडस्ट्रियल एरिया, पूर्णियां इंडस्ट्रियल एरिया तथा भागलपुर जिले के बरारी इंडस्ट्रियल एरिया में स्टार्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम, बिटुमिनस रोड तथा स्ट्रीट लाईट संबंधी योजना का शिलान्यास किया गया।
वहीं 21 करोड़ 9 लाख रूपये की लागत से पटना के गांधी मैदान के पास उद्योग भवन एवं फ्रेजर रोड पर बीएसएफसी बिल्डिंग में नए स्टार्ट अप बिजनेस सेंटर संबंधी योजनाओं के साथ-साथ 4 करोड़ 23 लाख रूपये की लागत से मुजफ्फरपुर के गोरौल इंडस्ट्रियल एरिया में फ्लेक्सिबल पेवमेंट योजनाओं का भी शिलान्यास किया गया।
9 करोड़ 40 लाख रूपये की लागत से नालंदा, भागलपुर और गोपालगंज में जिला उद्योग केंद्र के नये भवन तथा बक्सर जिले में बियाडा कार्यालय भवन के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया गया।
वहीं, 36 करोड़ 97 लाख की रूपये की लागत से भागलपुर जिले में सीपेट बिल्डिंग तथा हाजीपुर जिले में सीपेट ब्वायज हास्टल का निर्माण कार्य एवं 31 करोड़ 98 लाख रूपये की लागत से मुजफ्फरपुर के मोतीपुर एवं पानापुर इंडस्ट्रियल एरिया में सड़क एवं पुल का निर्माण कार्य शामिल है।
इसके अलावा 7 करोड़ रूपये की लागत से रोहतास के दिनारा में टूल एवं ट्रेनिंग इंस्टीच्यूट तथा हास्टल का निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया गया।
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