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दिल्ली में बारिश होने से मिली गर्मी से राहत, यूपी में आंधी-तूफान ने मचाई तबाही; अगले कई दिनों का अलर्ट जारी

Dainik Jagran - National - April 19, 2025 - 6:54am

 पीटीआई, नई दिल्ली। दिल्ली के कई इलाकों में शुक्रवार शाम को तेज हवाओं के साथ बारिश हुई, जिससे गर्मी से राहत मिली। आंकड़ों के अनुसार, नरेला, पीतमपुरा और मयूर विहार सहित मौसम निगरानी स्टेशनों ने 0.5 मिमी बारिश दर्ज की। मौसम विभाग के मुताबिक इस हफ्ते यूपी समेत दिल्ली हरियाणा और पंजाब आदि राज्यों में आंधी-तूफान के साथ बारिश होती रहेगी।

दिल्ली में बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट

मौसम विभाग ने कहा कि दिल्ली में आज भी बादल छाए रहेंगे। वहीं दिल्ली में बहुत हल्की बारिश हो रही है और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। शहर भर में इसी तरह की तीव्रता के साथ हवाएं चलने की संभावना है। वहीं, बारिश के कारण तापमान में भी गिरावट आई।

आईएमडी के शनिवार के पूर्वानुमान के अनुसार, आकाश में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और शाम तक हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना है। इसके साथ ही तूफान, बिजली और धूल भरी आंधी के साथ 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाएं चलने का भी पूर्वानुमान है।

 यूपी के कई जिलों में आंधी-तूफान, बिजली आपूर्ति ठप

शनिवार को उत्तर प्रदेश के 40 से अधिक जिलों में आंधी-पानी और वज्रपात का प्रकोप देखने को मिला। शनिवार को यूपी के कई जिलों में चले आंधी की वजह से बिजली आपूर्ति ठप हो गई। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने के कारण शुक्रवार रात और शनिवार को कई जिलों में गरज-चमक से साथ बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है।

उत्तराखंड में कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना

शुक्रवार को मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों में बागेश्वर, चमोली, देहरादून, पिथौरागढ़, रुद्र प्रयाग, टिहरी गढ़वाल, उत्तर काशी सहित उत्तराखंड के कुछ स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।

हिमाचल में होगी जोरदार बारिश

आईएमडी ने आने वाले मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के कारण 18 अप्रैल से 21 अप्रैल के बीच हिमाचल प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बारिश की भविष्यवाणी की थी। आईएमडी के अनुसार, एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभ के राज्य पर प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, जिसके परिणामस्वरूप अधिकांश क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बारिश होगी।

राजस्थान में हीट वेव का अलर्ट

भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने अपने प्रारंभिक पूर्वानुमान में अप्रैल के पहले हफ्ते से ही देश के कई हिस्सों में हीट वेव (लू) की चेतावनी जारी की थी। हालांकि, राजस्थान एवं गुजरात के कुछ हिस्से में ऐसा देखा भी गया, लेकिन पहाड़ों पर हिमपात ने शुक्रवार से फिर मौसम को पलट दिया।

उत्तर-पश्चिम भारत में आंधी-तूफान का अलर्ट

मौसम विभाग के ताजा पूर्वानुमान में देश के पश्चिमी हिस्से को 20 अप्रैल तक लू से मुक्ति मिलने की संभावना नहीं है। हिमालयी क्षेत्र एवं उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी क्षेत्रों में अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा, गरज के साथ तूफान, बिजली चमकने एवं तेज हवाएं चलने की संभावना है। इस दौरान जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद एवं हिमाचल प्रदेश में कहीं-कहीं भारी वर्षा हो सकती है।

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Bihar Election 2025: विधानसभा चुनाव में बूथों की संख्या 77895 से बढ़कर होगी 92000, तैयारी में जुटा इलेक्शन कमीशन

Dainik Jagran - April 19, 2025 - 6:30am

राज्य ब्यूरो, पटना। भारत निर्वाचन आयोग बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गया है। आयोग के निर्देश के बाद राज्य में 2 मई से 30 जून तक जिलों में ईवीएम की कंट्रोल यूनिट (सीयू), बैलेट यूनिट (बीयू) और वीवीपैट की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) शुरू हो जाएगी।

आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए बूथों का मानक बदल दिया गया है। पहले हर बूथ पर 1500 मतदाताओं के मतदान की व्यवस्था होती थी। अब नए मानकों के अनुसार 1200 मतदाताओं पर एक बूथ का गठन किया जाएगा। वर्तमान में राज्य में 77895 बूथ हैं। अब बूथों की संख्या बढ़कर लगभग 92000 हो जाएगी।

इसको लेकर भारत निर्वचान आयोग से 1200 प्रति बूथ मानक के अनुसार 16 हजार कंट्रोल यूनिट, 17 हजार वीवीपैट और 22 हजार बैलेट यूनिट की मांग की गई है। वर्तमान में लगभग 1 लाख से अधिक ईवीएम जिलों के बज्रगृहों में भंडारित की गई है। ईवीएम का एफएलसी चरणवार तरीके से किया जाएगा।

इसका कार्यक्रम जिलों को भेज दिया गया है। शीघ्र ही सभी जिलों में जिलाधिकारियों के नेतृत्व में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रथम स्तरीय जांच में कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट एवं वीवीपैट की बैट्री और उसके सभी फंक्शन की जांच की जाएगी। यह सभी काम जिलाधिकारी के निरीक्षण में किया जाएगा।

वर्तमान में राज्य में करीब 1 लाख 10 हजार के करीब ईवीएम हैं। सभी ईवीएम लोकसभा चुनाव के पहले मंगाई गई थीं। एम-3 मॉडल की इन सभी मशीनों का पहली बार लोकसभा चुनाव 2024 में प्रयोग किया गया था।

20 प्रतशित अधिक ईवीएम की जरूरत

चुनाव कराने के लिए मतदान केंद्रों से 20 प्रतशित अधिक ईवीएम की जरूरत होती है। इस जरूरत को ध्यान में रखकर मतदान केंद्रों के हिसाब से जिलों को ईवीएम आवंटित करने की तैयारी चल रही है।

ताकि, मशीन की कोई कमी नहीं हो। सभी जगह फर्स्ट लेबल जांच में खराब मशीन को हटाने के बाद भी चुनाव आयोग के मानक को पूरा किया जा सके।

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भारत की ताकत के आगे झुके पाकिस्तान-श्रीलंका, त्रिंकोमली में होने नौसैनिक अभ्यास को किया रद

Dainik Jagran - National - April 19, 2025 - 2:09am

 पीटीआई, नई दिल्ली। त्रिंकोमली के सामरिक जलक्षेत्र में पाकिस्तान और श्रीलंका की नौसेनाओं के बीच सैन्य अभ्यास की योजना को भारत की आपत्ति के बाद रद कर दिया गया है। नई दिल्ली ने प्रस्तावित नौसैनिक अभ्यास के संबंध में कोलंबो को अपनी चिंताएं बताई थीं।

श्रीलंका- पाकिस्तान की नौसेनाओं ने यहां पर सैन्य अभ्यास करने की योजना बनाई थी

गौरतलब है कि श्रीलंका के उत्तरपूर्वी तट पर स्थित त्रिंकोमली को हिंद महासागर क्षेत्र में, विशेष रूप से भारत के समुद्री सुरक्षा हितों के लिए महत्वपूर्ण है। सूत्रों ने बताया कि श्रीलंका- पाकिस्तान की नौसेनाओं ने त्रिंकोमली तट पर सैन्य अभ्यास करने की योजना बनाई थी।

भारत द्वारा श्रीलंका को इस अभ्यास पर अपनी आशंकाओं से अवगत कराने के बाद यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी। संयुक्त अभ्यास की योजना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कोलंबो यात्रा से कुछ सप्ताह पहले बनाई गई थी। इस बारे में श्रीलंका या पाकिस्तान की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

त्रिंकोमली दुनिया के सबसे बेहतरीन प्राकृतिक बंदरगाहों में से एक

गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में भारत त्रिंकोमाली के ऊर्जा बुनियादी ढांचे के विकास में श्रीलंका को सहायता दे रहा है। त्रिंकोमली दुनिया के सबसे बेहतरीन प्राकृतिक बंदरगाहों में से एक है।

इस माह पीएम मोदी की कोलंबो यात्रा के दौरान, भारत, श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने त्रिंकोमली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए महत्वाकांक्षी समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसका उद्देश्य श्रीलंका को ऊर्जा सुरक्षा प्राप्त करने और उसके आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में मदद करना है।

भारत और श्रीलंका ने सैन्य सहयोग के लिए रक्षा समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं। श्रीलंका पर चीन के प्रभाव बढ़ाने के प्रयासों से उत्पन्न चिंताओं के बीच भारत, श्रीलंका के साथ अपने समग्र सामरिक संबंधों को मजबूत कर रहा है।

चीनी युद्धपोत के आने पर भी नई दिल्ली ने चिंता जताई

तीन वर्ष पहले भारत ने श्रीलंका को डोर्नियर समुद्री निगरानी विमान सौंपा था। अगस्त 2022 में हंबनटोटा बंदरगाह पर चीनी मिसाइल और उपग्रह ट्रैकिंग जहाज युआन वांग के आने से भारत और श्रीलंका के बीच कूटनीतिक विवाद शुरू हो गया है। अगस्त 2023 में कोलंबो बंदरगाह पर एक अन्य चीनी युद्धपोत के आने पर भी नई दिल्ली ने चिंता जताई थी।

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रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर अब छलांग लगाने का समय, जनरल पांडे ने अग्निपथ योजना के बारे में कही ये बात

Dainik Jagran - National - April 19, 2025 - 2:02am

 पीटीआई, नई दिल्ली। पूर्व सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा है कि आधुनिकीकरण के लिए तेज गति से काम करने की जरूरत होती है, जबकि स्वदेशीकरण में समय लगेगा। अत: इस विरोधाभास के बीच संतुलन बैठाना अहम है।

जनरल पांडे ने इस बात पर भी जोर दिया कि रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अब धीरे-धीरे कदम उठाने के बजाय छलांग लगाने का समय आ गया है।

अग्निपथ योजना के रूप में एक महत्वपूर्ण सुधार

मानेकशॉ सेंटर में आयोजित ''द वीक डिफेंस कान्क्लेव'' में अपने विशेष संबोधन में उन्होंने यह भी कहा कि सेनाओं में अग्निपथ योजना के रूप में एक महत्वपूर्ण सुधार लागू किया गया है। इसे बनाने, नियोजन और क्रियान्वयन में व्यापक अंतर-मंत्रालयी और अंतर-विभागीय परामर्श तथा अत्यंत जटिल प्रकृति के समन्वय की आवश्यकता थी।

आगे बोले कि मेरा मानना है कि इस योजना को और अधिक सुदृढ़ और परिष्कृत बनाने के लिए यह प्रक्रिया जारी रहनी चाहिए। उन्होंने इस क्षेत्र में किए जा रहे सुधारों और परिवर्तन के बीच मुख्य अंतर को भी स्पष्ट किया।

मौजूदा और भविष्य के सुधारों को गति देने के लिए सरकार ने 2025 को रक्षा मंत्रालय में 'सुधारों का वर्ष' घोषित किया है। इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों को एकीकृत संचालन में सक्षम तकनीकी रूप से उन्नत सेना में बदलना है।

जनरल पांडे ने आधुनिकीकरण को लेकर कही ये बात

अपने संबोधन में जनरल पांडे ने आधुनिकीकरण की दिशा में काम करते हुए रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के पहलू पर भी प्रकाश डाला।

जनरल पांडे ने 29वें सेना प्रमुख के रूप में सेवाएं दी हैं

उन्होंने कहा कि आधुनिकीकरण के लिए गति की आवश्यकता होती है और यह समय की मांग है, लेकिन स्वदेशीकरण में समय लगेगा। मेरी राय में इस विरोधाभास में संतुलन बैठाना महत्वपूर्ण है। जनरल पांडे ने 29वें सेना प्रमुख के रूप में सेवाएं दी हैं। वह जून 2024 में सेवानिवृत्त हुए थे।

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